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नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी मौद्रिक समीक्षा बैठक से बाद रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट में बदलाव न होने से सस्ते लोन की उम्मीद खत्म हो गई। जहां आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव न करते हुए उसे स्थिर रखा है तो वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। बैंक ने अपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में कटौती की है।
केनरा बैंक ने दी बड़ी खुशखबरी केनरा बैंक ने एमसीएलआर दरों में कटौती कर अपने ग्राहकों को राहत दी है। बैंक ने MCLR दर में 30 बेसिक प्वाइंट की कटौती की है। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि हर टेन्योर के लिए MCLR की दरों में 0.3 फीसदी की कटौती की गई है। बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 1 दिन और एक महीने के लोन पर ब्याद दर में कटौती कर अब 7 पीसदी कर दिया है। वहीं 3 महीने के लिए एमसीएलआर को 7.45 फीसदी से घटाकर 7.15 फीसदी कर दिया गया है। वहीं केनरा बैंक ने 6 महीने के एमसीएलआर को 7.50 प्रतिशत से घटाकर 7.40 फीसदी कर दिया गया है। जबकि 1 साल के लिए एमसीएलआर को 7.55 फीसदी से घटाकर 7.45 फीसदी कर दिया गया है।
कब से लागू होंगी नई दरें बैंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक नई दरें 7 अगस्त से लागू हो जाएंगी। आपको बता दें कि केनरा बैंक द्वारा MCLR दरों में बदलाव किए जाने के बाद कर्जदारों का बोझ कम होगा। आपकी EMI कम हो जाएगी। गौरतलब है कि RBI ने मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, हालांकि आरबीआई ने कहा कि अगर भविष्य में जरूरत पड़ी तो वह दरों में कटौती की जा सकती है। आरबीआई ने इस बार रेपो रेट को 4 फीसदी पर बरकरार रखा है।
अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीद कम आरबीआई गवर्नर ने जहां रेपो रेट को 4 फीसदी पर बरकरार रखा तो वहीं ये भी कहा कि आने वाले वक्त में अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीद अभी भी कम ही है और ये बुरी खबर इसलिए है क्योंकि कोविड-19 काे मामलों में कमी की बजाए बढ़ोतरी हो रही है। - एजेंसीनई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप बरकरार है. इस हालात की वजह से देश के एविएशन सेक्टर को बड़ा नुकसान हुआ है. इसका असर देश की दिग्गज एयरलाइन कंपनी इंडिगो पर भी पड़ा है. बीते दिनों कंपनी ने अपने 10 फीसदी कर्मचारियों के छंटनी का ऐलान किया था. वहीं, अब इंडिगो के सीनियर कर्मचारियों की सैलरी में 35 फीसदी तक की कटौती होगी.
अभी 25 फीसदी की हो रही कटौती
दरअसल, मई के बाद से इंडिगो अपने वरिष्ठ कर्मियों के वेतन में 25 प्रतिशत तक की कटौती कर रही है. कंपनी ने अब घोषणा की है कि वह इस कटौती को थोड़ा और बढ़ाने जा रही है. महामारी की वजह से कंपनी के सामने खड़े हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए वह अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती और करेगी.
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रॉन्जॉय दत्ता ने एक ई-मेल में कर्मचारियों से कहा, ‘‘मैं अपनी खुद की वेतन कटौती को बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर रहा हूं. मैं हमारे सभी वरिष्ठ उपाध्यक्षों और उससे ऊपर के अधिकारियों से 30 प्रतिशत वेतन कटौती करने के लिए कह रहा हूं. सभी पायलटों की वेतन कटौती बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दी गयी है. जबकि सभी उपाध्यक्षों के वेतन में 25 प्रतिशत कटौती और एसोसिएट उपाध्यक्षों के वेतन में 15 प्रतिशत की कटौती होगी. ’’
वेतन कटौती एक सितंबर से लागू
उन्होंने कहा कि यह वेतन कटौती एक सितंबर से लागू होगी. इस घोषणा से पहले दत्ता 25 प्रतिशत, सभी वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उससे ऊपर के अधिकारी 20 प्रतिशत, सभी उपाध्यक्ष 15 प्रतिशत और सभी एसोसिएट उपाध्यक्ष 10 प्रतिशत की वेतन कटौती ले रहे थे.
इसके अलावा मई में इंडिगो बैंड-डी और चालक दल के सदस्यों के वेतन में 10 प्रतिशत और बैंड-सी के कर्मचारियों के वेतन में पांच प्रतिशत की कटौती की थी. बैंड-ए और बैंड-बी के कर्मचारियों के वेतन से छेड़छाड़ नहीं की गयी थी. इनकी संख्या इंडिगो एयरलाइन में सबसे अधिक है. -
नई दिल्ली। अरबपति उद्योगपति वॉरेन बफेट ने अपने बर्कशायर हैथवे इंक के शेयरों की करीब 290 करोड़ रुपए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और चार फैमिली चैरिटी को दान में दिया है। बफेट ने अपने धन का हिस्सा चैरिटी और परोपकारी कार्यों में लगाने की शपथ ली थी और 2006 से अब तक बफेट अपने धन का करीब 48 फीसदी शेयर का दान कर चुके हैं, जिसकी कीमत 2.6 लाख करोड़ रुपए है।
बुधवार को एक बयान में बर्कशायर ने कहा कि बफेट के 15 वें वार्षिक दान में बर्कशायर के 159.7 लाख क्लास बी शेयर शामिल थे। इसने बफेट के दान को 3740 करोड़ रुपए बढ़ा दिया है। बफेट अभी 90 वर्ष के हो चुके हैं और उन्होंने वर्ष 2006 में अपने बर्कशायर शेयर देने शुरू किए थे।
बफेट के हालिया दान के एक-चौथाई या पांचवां हिस्सा गेट्स फाउंडेशन में जाते हैं, शेष सुसान थॉम्पसन बफेट फाउंडेशन के लिए जाता है, जिसका नाम बफेट की दिवंगत पहली पत्नी के नाम पर रखा गया है। द हॉवर्ड जी बफेट फाउंडेशन चैरिटी को उनके बच्चे हावर्ड, सुसान और पीटर संचालित करते हैं। इसके अलावा दान का पैसा शेरवुड फाउंडेशन और नूवो फाउंडेशन को जाता हैं।
- मुंबई : रिलायंस जियो को Intel Capital के तौर पर अब 12वां निवेशक मिल गया है। दिग्गज टेक कंपनी Intel की सहायक फर्म इंटेल कैपिटल ने कंपनी में 1,894.50 करोड़ रुपये का निवेश कर 0.39 फीसदी की हिस्सेदारी ली है। दोनों कंपनियों की ओर से शुक्रवार को इसकी पुष्टि की गई है। रिलायंस जियो की इक्विटी वैल्यू 4.91 ट्रिलियन रुपये आंकी गई है, जबकि इंटरप्राइज वैल्यू 5.16 ट्रिलियन रुपये है। बीते करीब तीन महीने से भी कम के दौर में रिलायंस जियो में यह 12वां निवेश है। इस तरह से रिलायंस जियो को अब तक 1,17,588.45 करोड़ रुपये का निवेश हासिल हो चुका है।
इंटेल कैपिटल से डील को लेकर मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए हम इंटेल कैपिटल के साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्साहित हैं। इससे तकनीकी तौर पर हम सक्षम होंगे और अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर्स को मजबूती मिलेगी। यही नहीं इस सुधार से 1.3 अरब भारतीयों का जीवन स्तर भी सुधरेगा। इंटेल कैपिटल ने दुनिया भर में क्लाउड कम्प्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 5जी तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों में निवेश किया है।
बता दें कि हाल ही में निवेश करने वाली वैश्विक कंपनियों में से सबसे पहले फेसबुक ने 43,574 करोड़ रुपये का निवेश कर 9.99 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी थी। इसके बाद सिल्वर लेक पार्टनर्स, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादला, सिल्वर, टीपीजी, पीआईएफ और इंटेल जैसी कंपनियों ने निवेश किया है।
गौरतलब है कि रिलायंस जियो ने बीते तीन साल में ही इन्फोसिस, एचडीएफसी और एसबीआई जैसी कंपनियों को पछाड़ दिया है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में रिलायंस जियो दिग्गज एफएमसीजी कंपनी आईटीसी को भी पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि रिलायंस जियो में हासिल किए गए इस निवेश के जरिए मुकेश अंबानी को अपने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड समूह के कर्ज को उतारने में मदद मिली है।
- नई दिल्ली : कैब सर्विस प्रोवाइडर उबर ने मंगलवार को ‘आवरली रेंटल्स’ (Hourly Rentals) सर्विस को लॉन्च किया है। इस नई सर्विस के जरिए अब ग्राहक घंटों के हिसाब से कैब बुक कर सकेंगे। यह ऑन-डिमांड सर्विस है। ‘आवरली रेंटल्स’ सर्विस हफ्ते के सातों दिन और 24 घंटों के लिए उपलब्ध रहेगी। खास बात यह है कि ग्राहक कई घंटे एक ही कैब में सफर कर सकेंगे।
इसका फायदा ऐसे यात्रियों को होगा जो लंबे सफर के लिए आते-जाते रहते हैं। इस सर्विस को उबर ने मल्टी स्टॉप के साथ 17 शहरों में शुरू किया है। इस सर्विस को भारत में लॉन्च करने से पहले कंपनी ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी इसे लॉन्च किया है। कंपनी के मुताबिक इस सर्विस की खास बात यह है कि इसमें ग्राहकों को खुद की कार जैसी सुविधा मिलेगी। यानी कि जरूरत पड़ने पर ग्राहक जब चाहे तब ड्राइवर को बोलकर गाड़ी रुकवा सकेंगे। इस दौरान ड्राइवर कार में ही बैठे रहेगा। यही नहीं ग्राहक ड्राइवर को बोलकर कार को कहीं भी ले जा सकेंगे। यानी कि कार में एक डेस्टिनेशन सेट नहीं होगी बल्कि ग्राहक की मर्जी के मुताबिक ड्राइवर को काम करना होगा।
कंपनी की तरफ से बयान में कहा गया है कि यह सेवा 17 शहरों, दिल्ली एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, जयपुर, पुणे, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, कोयम्बटूर, लुधियाना, चंडीगढ़, कोच्चि, लखनऊ, गुवाहाटी, कानपुर और भोपाल में उपलब्ध है। मुंबई में फिलहाल इस सर्विस को लॉन्च नहीं किया गया है कंपनी के मुताबिक आने वाले समय में इस शहर में भी ये सर्विस ग्राहकों को मिलने लगेगी। इस रेंटल सर्विस की शुरुआती कीमत 1 घंटे और 10 किलोमीटर की लिए 189 रुपये रखी गई है। - नई दिल्ली : टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने कोरोना संकट के बीच करोडों मोबाइल यूजर्स को राहत दी है। ग्राहक अब रोजाना 100 से ज्यादा एसएमएस भेज सकेंगे। ट्राई ने एसएमएस की डेली लिमिट को खत्म कर दिया है। टेलिकॉम रेगुलेटर ने उस विशिष्ट प्रावधान को खत्म कर दिया है जिसमें टेलिकॉम कंपनियों को डेली लिमिट के बाद 50 पैसा प्रति एसएमएस मिलता था।
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के इस फैसले को थोक में एसएमएस भेजने वाले वास्तविक नॉन कमर्शियल उपयोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है। ट्राई ने इसके लिए सभी स्टेक होल्डर्स के लिए टेलिकम्युनिकेशन टैरिफ (65वां संशोधन) ऑर्डर 2020′ का ड्राफ्ट जारी कर दिया है।
बता दें कि 2012 में लागू हुए नियम के तहत ही 100 एसएमएस की लिमिट खत्म होने के बाद प्रति एसएमएस चार्ज वसूलने की व्यवस्था लागू हुई थी। ऐसा इसलिए किया गयो ताकि अनचाहे कमर्शियल मैसेज पर रोक लग सके। ट्राई अपने प्रस्ताव में कह चुका है कि अब एसएमएस के लिए रेग्युलेशन चार्ज की जरूरत नहीं रह गई। इसके पीछे एक और तर्क यह भी दिया गया कि 100 एसएमएस की डेली लिमिट के बाद लगने वाले 50 पैसे चार्ज को रखने की अब जरूरत नहीं, ऐसा इसलिए क्योंकि स्पैम एसएमएस का पता लगाने के लिए वर्तमान में कई बेहतर टेक्नॉलजी उपलब्ध है।
ट्राई ने एक बयान में कहा, ‘टेलिकॉम चार्ज्स ऑर्डर 1999 की अनुसूची-13 टेलिकॉम कंपनियों के लिए एक सिम पर दिन में 100 एसएमएस के बाद हर एसएमएस के लिए मिनिमम 50 पैसे की वसूली को अनिवार्य बनाती है। ट्राई इस अनसूची को हटा रहा है और शुल्क नियमन से दूर होने की दिशा में विभाग का यह एक और महत्वपूर्ण कदम है।’ - नई दिल्ली : पूंजी बाजार नियामक सेबी ने फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड को निर्देश दिया है कि वह उन निवेशकों का पैसा जल्द से जल्द लौटाए, जिन्होंने उसकी बंद होने वाली छह डेट योजनाओं में निवेश किया था. इन योजनाओं में निवेशकों का करीब 30 हजार करोड़ रुपया लगा हुआ है. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने कहा कि अपनी छह डेट योजनाएं बंद करने के बाद फ्रैंकलिन टेंपलटन निवेशकों को जल्द से जल्द धन लौटाने पर ध्यान दे.
गौरतलब है कि पिछले महीने फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने अपने 6 स्कीम्स को बंद कर दिया है. फ्रैंकलिन टेंपलटन ने कोरोना वायरस महामारी के चलते ये फैसला लिया है. बंद होने वाले छह फंड हैं - फ्रैंकलिन इंडिया लो ड्यूरेशन फंड, फ्रैंकलिन इंडिया डायनेमिक एक्यूरल फंड, फ्रैंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड, फ्रैंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड और फ्रैंकलिन इंडिया इनकम अपॉर्चुनिटीज फंड. यह पहला मौका है जब किसी निवेश संस्था ने कोरोना वायरस से संबंधित हालात के कारण अपनी योजनाओं को बंद कर रही है.
- नई दिल्ली : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और दुनियाभर के शेयर बाजारों में मची तबाही का असर भारतीय करंसी रुपये पर देखने को मिल रहा है. दरअसल, बीते कारोबारी दिन रुपया पहली बार प्रति डॉलर 75 के पार पहुंचा. यह रुपये का ऑल टाइम लो लेवल है. मतलब ये कि रुपये में इतनी बड़ी गिरावट कभी नहीं देखी गई है. हालांकि, रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 74.26 पर बंद हुआ था. लेकिन रुपये में गिरावट का सिलसिला अब भी जारी है. गुरुवार को भी कारोबार के दौरान रुपया एक बार फिर 75 रुपये प्रति डॉलर के पार पहुंच गया.
- वॉशिंगटन: प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है. माइक्रोसॉफ्ट ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने उनके इस्तीफे की वजह भी बताई है. सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि गेट्स ने स्वास्थ्य, विकास और शिक्षा जैसे सामाजिक और परोपकारी कार्यों को ज्यादा समय देने के लिए निदेशक मंडल से हटने का फैसला किया है. हालांकि, वह कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)सत्य नडेला और अन्य शीर्ष अधिकारियों के तकनीकी सलाहकार बने रहेंगे.बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को ज्यादा समय देने के लिए बिल गेट्स 10 साल पहले कंपनी के रोजाना परिचालन से अलग हो गए थे. वह फरवरी 2014 तक माइक्रोसॉफ्ट के निदेशक मंडल के चेयरमैन रहे. बिल गेट्स दुनिया के शीर्ष अमीर लोगों में शुमार हैं. कंपनी की वेबसाइट पर जारी बयान के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा, "पिछले सालों में बिल गेट्स के साथ काम करना और उनसे सीखना बहुत ही सम्मान और सौभाग्य की बात है. बिल के नेतृत्व और विजन से कंपनी के निदेशक मंडल को बहुत लाभ हुआ है. माइकोसॉफ्ट अपने उत्पादों और सेवाओं को आगे बढ़ाने के लिए बिल गेट्स के तकनीकी ज्ञान और सलाह का लाभ उठाती रहेगी. हमारे शेयरधारकों और निदेशक मंडल की ओर से, मैं माइक्रोसॉफ्ट में योगदानों के लिए उनकी गहरी प्रशंसा करता हूं."
गेट्स ने पॉल एलन के साथ मिलकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी. बिल गेट्स ने साल 2000 में खुद को मुख्य कार्यकारी अधिकारी की भूमिका से अलग कर लिया था ताकि अपने चैरिटेबल फाउंडेशन को ज्यादा समय दे सकें. - नई दिल्ली :
कोरोना वायरस का ऑनलाइन फूड डिलीवरी के कारोबार पर लगभग 60 फीसदी तक असर पड़ा है। ग्राहकों ने कुछ दिनों से ऑनलाइन फूड के ऑर्डर कम कर दिए हैं। होटलों, रेस्टोरेंटों से सीधे होने वाले ऑर्डरों में भी कमी आई है। बनारस में ऑनलाइन फूड डिलीवरी से जुड़ी दो कंपनियों के 250 से ज्यादा स्टाफ हैं। पर्यटन नगरी होने के नाते देसी-विदेशी पर्यटक इन कंपनियों के माध्यम से ज्यादा ऑर्डर करते हैं। होटल व रेस्टोरेंट संचालकों का कहना है कि ग्राहक अब सावधानी बरत रहे हैं जिससे व्यापार प्रभावित हुआ है।
सिगरा स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक अमित कुमार ने बताया कि ग्राहक अब सफाई का तर्क देते हुए फिलहाल ऑर्डर देने से बच रहे हैं। कैंटोंमेंट स्थित एक होटल के प्रबंधक अतुल ने बताया कि पर्यटकों में कोरोना को लेकर भय बना हुआ है। वे ड्राई फ्रूट व फलों के सेवन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। चाइनीज खानपान की मांग न के बराबर रह गई है।
ऑनलाइन फूड डिलीवरी से जुड़ी कंपनियां भरोसा जीतने के लिए ग्राहकों को ई-मेल कर रही हैं। ई-मेल में डिलीवरी मैन द्वारा मास्क, सैनिटाइजर के इस्तेमाल की जानकारी दी जा रही है। ये कंपनियां फूड तैयार करने वाले रेस्टोरेंटों में भी पूरी सावधानी बरते जाने की गारंटी दे रही हैं। वे ग्राहकों को ऑनलाइन भुगतान की सलाह दे रही हैं। साथ ही कोरोना वायरस से प्रभावित ग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि वे डिलीवरी मैन के संपर्क में न आएं। पहले से सूचना दे दें ताकि पैकेट उनके घरों के दरवाजे पर ही रख दिया जाय।
- दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद दुनिया भर के बाजारों में हुई भारी गिरावट का असर घरेलू शेयर बाजारों में भी देखा गया और शुरुआती कारोबार के दौरान निवेशकों के आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल के बीच 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 2459 अंक प्रतिशत टूट कर 33,237.48 के स्तर पर आ गया। शेयर बाजार के पतन के चलते निवेशकों की करीब 9 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बुधवार को कारोबार खत्म होने पर 137 लाख करोड़ रुपये था, जो गुरुवार को सुबह साढ़े 10 बजे तक घटकर 128 लाख करोड़ रुपये रह गया। व्यापारियों ने कहा कि वैश्विक रुख के अलावा विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने के चलते निवेशकों की भावनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा।शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 3,515.38 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई में 1,789 शेयरों में गिरावट आई, जबकि सिर्फ 152 शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
भारतीय रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82 पैसे की भारी गिरावट के साथ 74.50 रुपये पर आ गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए कोरोनोवायरस (कोविड-19)को महामारी घोषित कर दिया है, जिसके बाद दुनिया भर के बाजारों में कमजोरी देखी गई और इसका भारी असर घरेलू मुद्रा बाजार पर भी हुआ। कारोबारियों ने बताया कि बाजार के प्रतिभागियों ने कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आर्थिक मंदी गहराने की आशंका के चलते भारी बिकवाली की। उन्होंने बताया कि घरेलू शेयर बाजार में भी कमजोर शुरुआत हुई और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपये पर अतिरिक्त दबाव बना। - नई दिल्ली: स्टॉक मार्केट आज भारी गिरावट के साथ खुला है और शुरुआती कारोबार में भी ऐतिहासिक गिरावट देखी जा रही है. सेसेंक्स में 21 सौ से ज्यादा अंकों की गिरावट दर्ज की गयी है, निफ्टी में भी 550 अंकों से ज्यादा की गिरावट है. बड़ी वजह कोरोना बताया जा रहा है क्योंकि आज चीन और जापान के शेयर बाज़ारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी है. यह पांच साल में सबसे बड़ी गिरावट बताई जा रही है.
शेयर बाजार में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारी गिरावट के चलते निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये डूब गए. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के कारण यह गिरावट हुई. हफ्ते के पहले कारोबारी दिन की शुरुआत में ही बीएसई में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सूचकांक 1515.01 अंक या 4.03 प्रतिशत गिरकर 36,061.61 पर आ गया. निफ्टी में भी 417.05 अंकों या 3.80 प्रतिशत की गिरावट हुई और यह 10,572.40 के स्तर पर आ गया. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट दर्ज की गई.
इक्विटी बाजार में इस गिरावट के चलते निवेशकों के 4,79,820.87 करोड़ रुपये डूब गए और बीएसई पर कुल बाजार पूंजीकरण 1,39,39,640.96 करोड़ रुपये रह गया. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को कारोबार के अंत में 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था. - दिल्ली : देश के सर्वोच्च उपभोक्ता आयोग एनसीडीआरसी ने टाटा मोटर्स को नुकसान भरपाई और दंडात्मक हर्जाने के तौर पर 3.5 लाख रुपये भरने के आदेश दिए हैं। ऐसा इसलिए क्यों कि कंपनी ने अपनी इंडिगो कार का गलत माइलेज बताया था। आयोग ने यह आदेश इसलिए दिया क्यों कंपनी ने विज्ञापन के जरिए लोगों को कार का गलत माइलेज बताया था, लेकिन इस कार का माइलेज अलग-अलग दिनों पर चेक किया गया तो पता चला कि माइलेज का दावा गलत है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) ने टाटा मोटर्स को यह आदेश दिए हैं कि वह नुकसान भरपाई के तौर पर कलकत्ता निवासी प्रदीप्ता कुंडू को 2 लाख रुपये देगी। इसके साथ ही 1.5 लाख रुपये दंडात्मक हर्जाने के तौर पर राज्य उपभोक्ता कल्याण आयोग में जमा करेगी। एनसीडीआरसी ने टाटा मोटर्स द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही राज्य आयोग द्वारा दिए आदेश को सही ठहराया है, जिसमें यह आदेश दिया गया था कि कंपनी गलत विज्ञापन दिखाने के लिए 3.5 लाख रुपये का हर्जाना भरेगी।
आपको बता दें कि कलकत्ता निवासी प्रदीप्ता कुंडू ने साल 2011 में एक विज्ञापन देखकर टाटा की इंडिगो को खरीदा था, जिसमें यह दावा किया गया था कि इस कार का माइलेज 25 किलोमीटर प्रति लीटर है। लेकिन इस कार को इस्तेमाल करने के बाद उन्हें इस बात से निराशा हुई कि कार का माइलेज उतना नहीं है, जितना दावा किया गया था। विज्ञापन में यह भी दावा किया गया था कि यह कार भारत की सबसे ईंधन कुशल कार है। साथ ही यह भी कहा गया था कि यह कार केवल सीमित समय के लिए ही उपलब्ध है। जब कंपनी ने कार को बदलने से मना कर दिया, तब कुंडू ने जिला आयोग में याचिका दायर की थी। -
हीरो सुपर स्प्लेंडर बीएस6 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है, कंपनी ने इसे 67,300 रुपये (एक्स शोरूम) की कीमत पर उतारा है। हीरो सुपर स्प्लेंडर को कई अपडेट के साथ लाया गया है। हीरो सुपर स्प्लेंडर बीएस6 को दो वैरिएंट में लाया गया है, जिसमें सेल्फ-ड्रम अलॉय व्हील वैरिएंट की कीमत 67,300 रुपये तथा सेल्फ-डिस्क अलॉय व्हील की कीमत 70,800 रुपये रखी गयी है। हीरो सुपर स्प्लेंडर में बीएस6 अनुसरित 125 सीसी इंजन लगाया गया है, इसमें प्रोग्राम फ्यूल इंजेक्शन के साथ एक्ससेंस तकनीक लगाई गयी है, जिस वजह से कंपनी का दावा है कि यह 19 प्रतिशत अधिक पॉवर प्रदान करता है।
यह इंजन 7500 आरपीएम पर 10.7 बीएचपी का पॉवर तथा 6000 आरपीएम पर 10.6 न्यूटन मीटर का टॉर्क प्रदान करता है। इसमें 5 स्पीड गियरबॉक्स लगाया गया है। इसमें कंपनी की आई3एस तकनीक भी जोड़ी गयी है। नई हीरो सुपर स्प्लेंडर में बीएस6 इंजन के अलावा नया चेसिस व नया सस्पेंसन दिया गया है। बाइक के ग्राउंड क्लियरेंस को बढ़ाकर 180 मिमी किया गया है तथा पहले से बड़ी सीट दी गयी है।
ब्रेकिंग के लिए हीरो सुपर स्प्लेंडर बीएस6 में 240 मिमी का डिस्क ब्रेक दिया गया है, इसके साथ ही 130 मिमी का ड्रम ब्रेक पीछे दिया गया है। इसमें कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम स्टैंडर्ड रूप से दिया गया है। कंपनी ने नई हीरो सुपर स्प्लेंडर को डुअल टोन रंग विकल्प में भी उपलब्ध कराया है। यह बाइक नए रंग विकल्प मेटैलिक नेक्सस ब्लू व ग्लेज ब्लैक, हैवी ग्रे, कैंडी ब्लेजिंग रेड सहित कुल चार रंग विकल्प में उपलब्ध है। -
नयी दिल्लीः सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो (WIPRO ) ने शुक्रवार को बताया कि उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक अबिदअली जेड नीमचवाला ने इस्तीफा देने का फैसला किया है. कंपनी ने बताया कि 52 वर्षीय नीमचवाला तब तक इस पद पर बने रहेंगे जब तक उनकी जगह पर कोई नई नियुक्ति नहीं हो जाती है.
ऐसा करने का मकसद यह है कि कंपनी का कामकाज प्रभावित न हो. उसने बताया कि नीमचवाला ने अपनी पारिवारिक प्रतिबद्धताओं की वजह से पद से हटने का निर्णय लिया है. कंपनी ने नीमचलवाला के नेतृत्व और योगदान के लिए शुक्रिया अदा किया है. वहीं नीमचवाला ने कहा कि उनके लिए विप्रो में सेवा देना सम्मान की बात रही है. उन्होंने अजीम प्रेमजी को इसके लिए धन्यवाद दिया. -
नई दिल्ली : भारत के ऑनलाइन फूड डिलिवरी बाजार से एक बड़ी खबर है. जोमैटो ने ऊबर ईट्स के भारतीय कारोबार का अधिग्रहण कर लिया है. पीटीआई के मुताबिक यह सौदा पूरी तरह से शेयर पर आधारित है और इसके तहत ऊबर को जोमैटो में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी.
जोमैटो ने एक बयान में कहा है कि ऊबर ईट्स भारत में परिचालन बंद करेगी. उससे जुड़े रेस्तरां, सप्लाई पार्टनरों और ग्राहकों को आज से जोमैटो प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा रहा है. जोमैटो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल ने कहा, ‘हमें भारत के 500 से ज्यादा शहरों में ऑनलाइन खाने की डिलिवरी करने वाला व्यवसाय बनाने पर गर्व है. यह अधिग्रहण इस श्रेणी में हमारी स्थिति को मजबूत करेगा.’
ऊबर ईट्स के 41 शहरों में 26,000 रेस्तरां हैं. उसने भारत में 2017 में काम शुरू किया था. लेकिन जोमैटो और स्विगी से कड़ी प्रतिस्पर्धा में ऊबर ईट्स को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा था. जोमैटो और ऊबर ईट्स के बीच इस सौदे के लिए महीनों से बातचीत जारी थी. उधर, ऊबर के सीईओ दारा खोसरोशाही ने अपने बयान में कहा, ‘ऊबर के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है और हम अपने यात्रा (कैब सेवा) कारोबार में निवेश करना जारी रखेंगे. हम बेहतर पूंजी प्रबंधन के साथ तेजी से आगे बढ़ने की जोमैटो की क्षमता से काफी प्रभावित हैं और आशा करते हैं कि वह सफलती हासिल करती रहे.’
- दिल्लीमुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने तेजी से बढ़ते भारतीय ई-कॉमर्स कारोबार में Amazon और Flipkart (Walmart) जैसे वैश्विक दिग्गजों को चुनौती दी है. RIL की रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल ने सोमवार को ही जियो टेलीकॉम यूजर्स को यह आमंत्रण भेजना शुरू किया है कि वे उसके ऑनलाइन शाॅपिंग के नए वेंचर जियोमार्ट (JioMart) में रजिस्टर करें. खुद को 'देश की नई दुकान' बताने वाली जियोमार्ट फिलहाल मुंबई के नवी मुंबई, थाणे और कल्याण इलाके में सेवा देने जा रही है. मुकेश अंबानी ने इस साल 12 अगस्त को कंपनी के एजीएम में कहा था कि रिलायंस रिटेल इस नए रिटेल वेंचर के द्वारा 3 करोड़ छोटे दुकानदारों से जुड़ेगी.
रिलायंस रिटेल के एक अधिकारी ने बिजनेस अखबार मिंट से इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, 'जी हां, हमने इसकी सॉफ्ट लॉन्चिंग कर दी है. सभी जियो यूजर्स को इसको रजिस्टर कर शुरूआती डिस्काउंट हासिल करने का ऑफर दिया जा रहा है. हालांकि अभी यह तीन क्षेत्रों में ही है, लेकिन आगे चलकर इसे बढ़ाया जाएगा. जियोमार्ट ऐप को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा.'
क्या है प्लान
हालांकि कंपनी ने अभी इसके बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. जियोमार्ट के ग्राहकों को 50,000 से ज्यादा ग्रॉसरी उत्पादों की फ्री होम डिलिवरी का विकल्प दिया जा रहा है और इसके लिए कोई न्यूनतम ऑर्डर वैल्यू भी नहीं है. बिना सवाल रिटर्न करने और एक्सप्रेस डिलिवरी का भी वादा किया गया है. -
TikTok की लोकप्रियता पूरी दुनिया में सर चढ़कर बोल रही है। हर व्यक्ति इसके बारे में बात कर रहा है। टिकटॉक को अबतक पूरी दुनिया में 1.5 अरब से भी ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा लोग भारत से हैं, जिन्होंने इस ऐप को डाउनलोड किया है। भारत में इस ऐप को डाउनलोड करने वाले लोगों की संख्या 46.68 करोड़ है, जो कुल संख्या का 31% है।
अब TikTok में आपको WWE का भी अकाउंट मिलेगा, जिसमें आपको WWE के सभी एक्शन, फाइट देखने को मिलेंगे। टिकटॉक वीडियो बनाने वाली कंपनी बाइटडांस ने WWE यानि वल्र्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट के साथ एक साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत WWE अपने टिकटॉक चैनल पर वहां होने वाले मैच और उसके साथ-साथ बैकस्टेज में होने वाला एक्शन और एक्टिविटी को भी दिखाएगा।
WWE के टिकटॉक अकाउंट में आपको WWE के फाइट के साथ-साथ वहां पर होने वाली बैक स्टेज सीन्स को भी देखने का मौका मिलेगा। WWE ने इसके लिए टिकटॉक से साझेदारी की है। टिकटॉक इस वक्त दुनिया का सबसे पॉपुलर शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप है। वहीं WWE भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय रेसलिंग गेम है, जिसे पूरी दुनिया के लोग देखते हैं।
भारत में टिकटॉक यूज़र्स की संख्या तो काफी तेजी से बढ़ी ही है, साथ में WWE के साथ भी काफी पुराना रिस्ता है। भारतीय लोग WWE के बड़े दिवाने हैं। भारत में हर वर्ग और हर उम्र के लोग WWE सालों से देखते आ रहे हैं। बच्चे तो WWE के सुपरस्टार्स का ट्रंप कार्ड भी खेलना काफी पसंद करते हैं। ऐसे में TikTok और WWE ऐप की साझेदारी भारत में काफी जमने वाली है, और इससे दोनों को ही काफी फायदा होने वाला है। -
नई दिल्ली। टेलीकॉम कंपनियों के बीच प्लान को लेकर होड़ मची हुई है। आए दिन कंपनियां अपने प्लान में बदलाव कर रही हैं। इसी तरह मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियो ने 98 रु और 198 रु वाले प्लान को ग्राहकों के लिए दोबारा शुरू किया है। जियो के ये दोनों ही प्लान ग्राहकों की पसंद रहे हैं। दरअसल, कंपनी ने दोनों प्लान को अपडेट किया है।
इन दोनों प्लान्स को कंपनी ने कुछ दिनों पहले वापस ले लिया था। कंपनी ने इन दोनों प्लान्स को रिचार्ज प्लान्स महंगे करने के ऐलान के बाद ही वापस ले लिया था, लेकिन कंपनी दोबारा इनको शुरू कर रही है। 98 रु के प्लान में जियो ग्राहकों को 28 दिनों की वैधता मिलेगी। जबकि इस प्लान के साथ 2 जीबी डेटा मिलेगा। ग्राहकों को 300 एसएमएस, जियो ऐप्स, फ्री अनलिमिटेड कॉल्स (जियो टू जियो) भी मिलेंगे। इस प्लान के साथ आईयूसी फ्री मिनट की लिमिटेड सर्विस नहीं दी जा रही है।
वहीं, लिमिट खत्म होने के बाद 64Kbps डेटा ब्राउजिंग स्पीड हो जाएगी। जबकि 149 रु वाले प्लान की बात करें तो ग्राहकों को 1 जीबी डेटा रोजाना मिलेगा। इस प्लान में जियो टू जियो फ्री कॉलिंग की सुविधा भी मिल रही है और साथ ही 300 मिनट जियो टू नॉन-जियो FUP मिनट भी मिल रहे हैं। इस प्लान के साथ यूजर्स को 100 एसएसएस प्रति दिन और जियो ऐप का सब्सक्रिप्शन भी मिलेगा। इस प्लान की वैधता 24 दिन होगी। -
देश की दिग्गज टेलीकॉम कंपनियां वोडाफोन और आइडिया उपभोक्ताओं को झटका देते हुए 3 दिसंबर से टैरिफ प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी करने वाली हैं। अब ग्राहकों को वॉयस और डाटा प्रीपेड पैक के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। वहीं, उपभोक्ताओं को प्रीपेड प्लान में हाई स्पीड डाटा और कॉलिंग की सुविधा दी जाएगी। तो आइए जानते हैं वोडा-आइडिया के नई कीमत वाले प्रीपेड प्लान के बारे में...
वोडा-आइडिया के कॉम्बो प्लानकंपनियों ने अपने ग्राहकों के लिए 49 और 79 रुपये वाले प्लान पेश किए हैं। ग्राहकों को 48 रुपये के पैक में 38 रुपये का टॉकटाइम, 100 एमबी डाटा और 28 दिनों की वैधता मिलेगी। दूसरी तरफ 79 रुपये वाले प्लान में कंपनी उपभोक्ताओं को 64 रुपये का टॉकटाइम, 200 एमबी डाटा और 28 दिनों की समय सीमा देगी।
वोडा-आइडिया के अनलिमिटेड पैकवोडा-आइडिया ने अपने ग्राहकों के लिए 149 रुपये और 249 रुपये वाले प्लान लॉन्च किए हैं। ग्राहकों को 149 रुपये वाले प्लान में अनलिमिटेड कॉलिंग, 2 जीबी डाटा, 300 एसएमएस और 28 दिनों की वैधता मिलेगी। साथ ही कंपनी 249 रुपये वाले प्लान में यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग, 1.5 जीबी डाटा प्रतिदिन, 100 एसएमएस और 28 दिनों की समय सीमा देगी।
इसके अलावा 299 और 399 रुपये वाले पैक 3 दिसंबर से ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगे। उपभोक्ताओं को 299 रुपये वाले प्लान में अनलिमिटेड कॉल, 2 जीबी डाटा रोजाना, 100 एसएमएस और 28 दिनों की वैधता मिलेगी। दूसरी तरफ यूजर्स को 399 रुपये वाले पैक में अनलिमिटेड कॉल, 3 जीबी डाटा, 100 एसएमएस और 28 दिनों की समय सीमा दी जाएगी।
वोडा-आइडिया के अनलिमिटेड पैक (84 दिनों की वैलिडिटी)वोडा-आइडिया ने ग्राहकों को फायदा पहुंचाने के लिए लंबे अवधि वाले 379, 599 और 699 रुपये प्लान उतारे हैं, लेकिन इन्हें 3 दिसंबर से रिचार्ज करवाया जा सकेगा। उपभोक्ताओं को 379 रुपये वाले प्लान में अनलिमिटेड कॉल, 6 जीबी डाटा और 100 एसएमएस की सुविधा मिलेगी।
साथ ही कंपनियां अपने यूजर्स को 599 रुपये के पैक में अनलिमिटेड कॉलिंग, 1.5 जीबी डाटा प्रतिदिन समेत 100 एसएमएस देगी। वहीं, दूसरी तरफ यूजर्स को 699 रुपये वाले प्लान में अनलिमिटेड कॉल, 2 जीबी डाटा प्रतिदिन और 100 एसएमएस मिलेंगे।
वोडा-आइडिया के लॉन्ग टर्म प्लान (365 दिनों की वैलिडिटी)कंपनी ने 1,499 रुपये और 2,399 रुपये वाले लॉन्ग टर्म प्लान भारतीय बाजार में उतारे हैं। उपभोक्ताओं को 1,499 रुपये वाले प्लान में 24 जीबी डाटा और 3,600 एसएमएस की सुविधा मिलेगी। दूसरी तरफ कंपनी अपने ग्राहकों को 2,399 रुपये वाले पैक में अनलिमिटेड कॉल, 1.5 जीबी डाटा प्रतिदिन और 100 एसएमएस की सुविधा देगी।
वोडा-आइडिया का सबसे सस्ता प्लानवोडा-आइडिया ने अपने ग्राहकों के लिए 19 रुपये वाला सबसे सस्ता प्लान पेश किया है। उपभोक्ताओं को इस पैक में अनलिमिटेड ऑन-नेट वॉयस कॉल, 100 एसएमएस के साथ 150 एमबी डाटा की सुविधा मिलेगी। वहीं, इस प्लान की समय सीमा 2 दिनों की है।
वोडा-आइडिया के प्रीपेड प्लानटेलीकॉम कंपनी वोडा-आइडिया ने भारतीय बाजार में 97, 197 और 297 रुपये वाले प्लान पेश किए हैं। वहीं, यह तीनों प्लान यूजर्स के लिए 3 दिसंबर से उपलब्ध होंगे। यूजर्स को 97 रुपये वाले प्लान में 45 रुपये का टॉक टाइम, 100 एमबी डाटा और 28 दिनों की वैधता मिलेगी।
साथ ही कंपनी 197 रुपये वाले पैक में अनलिमिटेड कॉल, 2 जीबी डाटा, 300 एसएमएस और 28 दिनों की समय सीमा देगी। दूसरी तरफ 297 के पैक में यूजर्स को 1.5 जीबी डाटा प्रतिदिन, 100 एसएमएस और 28 दिन की समय सीमा मिलेगी।
वोडा-आइडिया का 647 रुपये वाला प्लानकंपनी ने इस पैक को खास ज्यादा इंटरनेट वाले यूजर्स के लिए पेश किया है। उपभोक्ताओं को इस प्लान में अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ 1.5 जीबी डाटा रोजाना मिलेगा। साथ ही 100 एसएमएस की सुविधा दी जाएगी। वहीं, इस पैक की वैलिडिटी 84 दिनों की है। -
नई दिल्ली: मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने बृहस्पतिवार को कहा कि कमजोर आर्थिक वृद्धि, सुस्त पड़ती कमाई से वर्ष 2020 में वित्तीय क्षेत्र को छोड़ दूसरे क्षेत्रों की ज्यादातर भारतीय कंपनियों की साख परिस्थितियां कमजोरी बनी रहेगी.
मूडीज़ इनवेस्टर्स सर्विस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ साख अधिकारी कोस्तुभ चौबाल ने कहा कि प्रमुख कंपनियों के क्रेडिट परिवेश में 2020- 21 के दौरान ज्यादा सुधार की उम्मीद नहीं लगती है. ऊंचा रिण स्तर, कमजोर मुनाफा वृद्धि और लगातार जारी आर्थिक सुस्ती की वजह से यह हो रहा है जिससे निवेश और खपत दोनों पर ही असर पड़ रहा है. चौबाल ने हालांकि, कहा कि अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपये में लगातार नरमी का रेटिंग कंपनियों पर बहुत कम नकारात्मक असर होगा क्योंकि इन कंपनियों में इस स्थिति के लिये स्वाभाविक रूप से बचाव के उपाय पहले से किए गए हैं.
मूडीज़ इनवेस्टर्स सर्विस का कहना है कि ऐसे कारक जिनसे भारत की गैर- वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों के लिये परिवेश में सुधार आ सकता है उनमें खपत मांग बढ़ाने क लिये सरकार की तरफ से किये जाने वाले प्रोत्साहन उपाय, बेहतर वित्तपोषण और बाजार में तरलता की स्थिति में सुधार जैसे उपायों से घरेलू मांग और उपभोक्ता वित्तपोषण दोनों को ही बढ़ावा मिलेगा.
इस स्थिति को देखते हुये मूडीज़ का अनुमान है कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर 2019-20 में कमजोर पड़कर 6.6 प्रतिशत रह जायेगी. यह इससे पिछले वर्ष के 6.8 प्रतिशत से कुछ कम होगी. सरकार के लिये निकट भविष्य में रिण स्थिति में सुधार के लिये नये प्रोत्साहन उपायों के मामले में सीमित संभावनायें नजर आतीं हैं. अमेरिका स्थित इस एजेंसी ने हालांकि, कहा है कि बुनियादी क्षेत्र की कंपनियों की मजबूत बाजार स्थिति और आवश्यक सेवाओं को देखते हुये कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था को सहारा मिलेगा. -
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 शुरुआती रुझानों में भाजपा को बहुमत मिलते देख सेंसेक्स 40000 के लेवल को पार कर गया। सेंसेक्स 893 अंकों की तेजी के बाद 40,003 पर कारोबार कर रहा है। पहली बार सेंसेक्स ने 40000 के लेवल को पार किया है। निफ्टी पहली बार 12000 के लेवल को पार कर गया। बीएसई के मिडकैप और स्मालकैप में 1 फीसदी की तेजी नजर आई।
आज सुबह से रुझानो के आने के बाद से ही शेयर मार्केट में जबरदस्त तेजी नजर आई। सेंसेक्स में सुबह 739 अंकों की उछाल के साथ 39,840 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी में 111.85 अंकों के उछाल के साथ 11,849 अंकों पर कारोबार कर रहा है। आज लोकसभा चुनाव 2019 के शुरुआती रुझानो में भाजपा को बहुमत मिलता नजर आ रहा है।कल बुधवार को शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। कल सेंसेक्स 140 अंकों की बढ़त के साथ 39,110 और निफ्टी करीब 20 अंकों की बढ़त के साथ 11,737 के स्तर पर बंद हुआ। कल आईसीआईसीआई, इंडसएंड बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में तेजी नजर आई। टेक महिंद्रा के शेयरों में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। रविवार को आए एक्जिट पोल में भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के दोबारा सत्ता में आने का अनुमान लगाया गया है। तभी से शेयर मार्केट में उछाल नजर आ रहा है। बीते तीन दिनों में सेंसेक्स में 6 फीसदी की तेजी नजर आई।ऐसा माना जा रहा था कि चुनाव नतीजे एग्जिट पोल के मुताबिक रहे तो सेंसेक्स गुरुवार को 40 हजार अंक की रिकॉर्ड ऊंचाई के पार जा सकता है। एग्जिट पोल में मोदी सरकार की वापसी के संकेतों के बाद बाजार ने दस साल की लंबी छलांग लगाई थी। सेंसेक्स 1422 अंक उछल 39353 और निफ्टी 421 अंक चढ़कर 11,828 अंक पर पहुंचा था। विशेषज्ञ भी मोदी सरकार को 300 से ज्यादा सीटें हासिल होने पर सेंसेक्स के 40 हजार अंक और निफ्टी का 12 हजार के पार जाना तय मान रहे थे।मई में स्टॉक एक्सचेंज ने दो बड़े बदलाव देखे1891 अंकों की गिरावट सेंसेक्स में 30 अप्रैल से 13 मई तक09 दिन में आठ लाख करोड़ डूबे थे, निफ्टी 600 अंक गिरा थाइतना बड़ा उछाल, बाजार बंद करना पड़ा2009 में यूपीए की सत्ता में वापसी के समय नौ बजे सेंसेक्स1306 उछला। बाजार दो घंटे के लिए बंद करना पड़ा। 11.55 बजे बाजार फिर सेंसेक्स 2111 उछलकर 14,273 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी भी 636 अंक उछल के साथ 4308 अंक पर पहुंच गया। इसके बाद बाजार पूरे दिन के लिए बंद कर दिया गया।बाजार से दूर रहें छोटे निवेशकविशेषज्ञों ने सलाह दी है कि कई एग्जिट पोल और मूल नतीजे अलग रहे हैं। छोटे निवेशकों को बाजार से दूर रहने की जरूरत है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं तो लंबी अविध के लिए निवेश करें। नतीजों के दिन बाजार में अतिउत्साह दिख सकता है, स्थिरता आने के कुछ दिन बाद ही निवेश का सोचना चाहिए।पांच साल में 14889 अंकों का उछालसेंसेक्स 16 मई 2014 को नतीजे के दिन 24121 पर था और अब मतगणना के एक दिन पहले 22 मई को 39110 पर है। इस तरह पांच साल में सेंसेक्स ने 14889 अंकों का फासला तय किया है। एक साल में ही बाजार में करीब चार हजार अंकों की बढ़त हुई है। -
नई दिल्लीः अब लोगों पर दूध की महंगाई की मार पड़ने जा रही है। दरअसल अमूल ने अपने पॉलीपैक दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नई कीमतें कल यानी मंगलवार से ही लागू हो जाएंगी। हालांकि अमूल का यह फैसला इसलिए भी अहम है, क्योंकि दो दिन पहले ही देश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ है। ऐसा माना भी जा रहा था कि चुनाव खत्म होते ही देश को कई आइटम्स की महंगाई की मार का सामना करना पड़ेगा।
अमूल डेयरी ने लगभग एक सप्ताह पहले अपना दूध का खरीद मूल्य बढ़ा दिया था। अमूल ने भैंस के दूध के एक किलो बसा (फैट) का दाम 10 रुपए बढ़ा दिया है। जबकि गाय के दूध में एक किलो बसा का मूल्य 4.5 रुपए बढ़ाया था। कंपनी ने कहा था कि दूध के खरीद मूल्य में इस वृद्धि से सात लाख पशुपालकों को फायदा मिलेगा। पशुपालकों को अब भैंस के दूध के एक किलो बसा के लिए 640 रुपए और गाय के दूध के एक किलो बसा के लिए 290 रुपए मिलेंगे। -
नई दिल्ली : लो कॉस्ट एयरलाइंस गो एयर (GoAir) ने सस्ता हवाई सफर कराने के लिए नया ऑफर शुरू किया है. कंपनी 1375 रुपये के शुरुआती किराए में हवाई सफर का मौका दे रही है.
ऑफर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, गोवा और चेन्नई जैसे शहरों को जोड़ने वाले कई रूट्स पर है। कंपनी ने कहा है कि GoAir का ऑफर दस मई से शुरू हो चुका है जो 16 मई यानी आज के लिए मान्य है। ऑफर के मुताबिक हवाई टिकट 6 अक्टूबर तक बुक किए जा सकते हैं। कंपनी ने दिल्ली-मुंबई की यात्रा के लिए टिकट की कीमत 3,099 रुपए जबकि मुंबई-बेंगलुरु (2,799 रुपए), मुंबई-गोवा (1,999 रुपए) और अहमदाबाद-मुंबई के लिए 1,899 रुपए रखी है। गो एयर के इस ऑफर का नाम ‘फ्लाई स्मार्ट है. इस ऑफर के तहत 25 अप्रैल से पहले बुकिंग कराई जा सकती है. उसके बाद यह ऑफर खत्म हो जाएगा. इस ऑफर के तहत 3 जुलाई से 9 जुालई के बीच हवाई सफर करने का मौका मिलेगा.इसके अलावा बेंगलुरु-अहमदाबाद रूट के लिए टिकट 3,938 रुपए का होगा जबकि अहमदाबाद-हैदराबाद (1,799 रुपए) और कोच्ची-मुंबई की यात्रा महज 1,999 रुपए में की जा सकती है। बता दें कि गो-एयर ने पिछले महीने अतिरिक्त उड़ाने शुरू करने की घोषणा की थी। कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि कुल 28 अतिरिक्त उड़ाने शुरू की जाएंगी जिनमें आठ अतिरिक्ति उड़ानें मुंबई और सात दिल्ली से शुरू होंगी।खास बात है कि इसी दौरान एक अन्य विमान कंपनी इंडिगो भी समर सेल ऑफर चला रही है, जिसमें दस लाख सीटें हैं। टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी विस्तारा डोमेस्टिक फ्लाइट की टिकटों पर 10 फीसदी का डिस्काउंट दे रही है. इस छूट का फायदा लेने के लिए आपको इकोनॉमी क्लास में कम से कम 4 टिकट बुक करानी होंगी. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर 29 मई से 28 सितंबर के बीच यात्रा के लिए टिकट आधी रात तक बुक किए जा सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर टिकटों की कीमत महज 3,499 रुपए से शुरू है। ऑफर के तहत इंडिगो दिल्ली से अहमदाबाद की टिकट महज 1,899 में रुपए में ऑफर कर रहा है। इसके अलावा दिल्ली-बेंगलुरु (2,799 रुपए), दिल्ली-भुवनेश्वर (2,499 रुपए), दिल्ली-चेन्नई (3099 रुपए), दिल्ली-गुवाहाटी (2,599 रुपए), दिल्ली-हैदराबाद (2,500 रुपए), दिल्ली-कोलकाता (2,899 रुपए), दिल्ली-मुंबई (2,499 रुपए) और दिल्ली-पुणे (2599 रुपए) में पेशकश की गई है। -
नई दिल्ली : दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) अपने कर्मचारियों को नौकरी छोड़कर बिजनेस करने का प्रस्ताव दे रही है. दरअसल ग्राहकों को जल्दी सामान की डिलीवरी करने की कोशिश के तहत अमेजन ने अपने कर्मचारियों को यह प्रस्ताव दिया है. कंपनी की तरफ से कर्मचारियों से कहा गया है अपनी नौकरी छोड़ों और अमेजन पैकेज डिलीवर करने का बिजनेस शुरू करो, इस काम में हम आपकी मदद करेंगे. इस ऑफर की कंपनी की तरफ से सोमवार को घोषणा की गई.
डिलीवरी टाइम एक दिन करने की कोशिशअमेजन प्राइम मेंबर्स (Amazon Prime Members) के डिलीवरी टाइम दो दिन से घटाकर एक दिन करने का प्रयास कर रही है. कंपनी का मानना है कि इस प्रोत्साहन से ग्राहकों के दरवाजे तक सामान जल्दी पहुंचाने में कामयाबी मिलेगी. इस ऑफर की घोषणा करते हुए अमेजन की तरफ से कहा गया कि जो भी कर्मचारी नौकरी छोड़कर डिलीवरी बिजनेस शुरू करेंगे, उनके स्टार्टअप को कंपनी की तरफ से 10 हजार अमेरिकी डॉलर (करीब 7 लाख रुपये) की मदद की जाएगी.तीन महीने का वेतन भी मिलेगाकंपनी की तरफ से यह भी कहा गया कि ऐसे कर्मचारी को तीन महीने का वेतन भी दिया जाएगा. यह ऑफर पार्ट-टाइम और फुल-टाइम अमेजन कर्मचारियों के लिए है. इसमें वेयरहाउस कर्मचारी भी हैं जो ऑर्डर पैक करते हैं और ऑर्डर को आगे भेजते हैं. होल फूडस एम्पलाई के लिए यह ऑफर मान्य नहीं होगा. हालांकि अमेजन की तरफ से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि कितने कर्मचारी इस ऑफर का फायदा उठा सकते हैं.आपको बता दें अमेजन सामान की डिलीवरी करने के लिए UPS, पोस्ट ऑफिस या दूसरे मालवाहक पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है. इसीलिए कंपनी ने कर्मचारियों को डिलीवरी बिजनेस शुरू करने का ऑफर दिया है. हालांकि इस प्रोग्राम की शुरुआत कंपनी की तरफ से करीब एक साल पहले की गई थी. अमेजन के ग्लोबल डिलिवरी सर्विसेज के वाइस प्रेजिडेंट जॉन फेल्टन ने बताया कि पिछले साल जून में प्रोग्राम लॉन्च होने के बाद 200 अमेजन डिलिवरी बिजनेस तैयार हो चुके हैं.