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देशभर में कड़ाके कि ठंड पड़ रही है. हाड कपाने वाली ठंड से खुद को बचाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं. शरीर को अंदर से गर्म रखने और सर्दी से बचने के लिए आप गर्म तासीर वाली ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं.
देशभर में कड़ाके कि ठंड पड़ रही है. हाड कपाने वाली ठंड से खुद को बचाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं. कुछ अलाव का सहारा ले रहे हैं, तो कुछ बिस्तर से उठना पसंद नहीं कर रहे हैं. लेकिन आप वर्किंग हैं तो आपको बाहर निकलना ही पड़ेगा. ऐसे में आप अपने आप को हेल्दी रखने के लिए अपनी डाइट में बदलाव कर सकते हैं. शरीर को अंदर से गर्म रखने और सर्दी से बचने के लिए आप गर्म तासीर वाली ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं. आज हम आपको अदरक, तुलसी, लौंग और काली मिर्च से बनने वाली ड्रिंक के बारे में बता रहें हैं, जो न केवल आपको ठंड से बचाने बल्कि, सर्दी-जुकाम और खांसी से भी राहत दिलाने में मदद कर सकती है. नीचे देखें पूरी रेसिपी.
इस ड्रिंक में एंटी-ऑक्सीडेंट, पॉलीफैनल, फ्री-रेडिकल्स, बायो-एक्टिव यौगिक और एंटी-इफ्लेमेंट्री गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ सेहतमंद भी रखने में मदद कर सकते हैं.
सामग्री:- लौंग, अदरक, इलायची, काली, मिर्च, तुलसी के पत्ते, पानी, दूध, शहद या गुड़
कैसे बनाएं विंटर स्पेशल ड्रिंक:-.इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले आप एक पैन में 2 कप पानी लें..इसके बाद लौंग, अदरक और इलायची, काली मिर्च और तुलसी के कुछ पत्ते इसमें डालें..फिर इसमें एक चम्मच चाय पत्ती डाल दें..अब इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा हो जाए..आप चाहे तो इसमें दूध मिला सकते हैं..इसका फ्लेवर बढ़ाने के लिए आप इसमें शक्कर की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं..आपकी हेल्दी ड्रिंक तैयार है इसे गर्मागरम पीएं.अस्वीकरण:- सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ कॉन्फ्रेंस में दंतेवाड़ा की झलककॉन्फ्रेंस में भारत के स्टॉल पर बस्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को दर्शाया गयासीमित मानव संसाधन से कैसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, इस थीम पर थी प्रदर्शनीकॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना पर डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई
दन्तेवाड़ा : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवाओं की गूंज विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुख्यालय जिनेवा तक पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वहां 6 दिसम्बर और 7 दिसम्बर को ‘ह्यूमन रिसोर्स फॉर हेल्थ ( Human Resource for Health) विषय पर आयोजित दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन ( International Conference) में भारत के स्टॉल ( Indian Corner) पर बस्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदर्शित किया गया था। छत्तीसगढ़ में दूरस्थ अंचलों में किस तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, इसे वहां दर्शाया गया था। कॉन्फ्रेंस में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना पर निर्मित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव मिला है।
जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के स्टॉल में सीमित मानव संसाधन से बस्तर में किस तरह से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, इसे दर्शाया गया था। स्टॉल पर बस्तर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता और अधिकारी को खास स्थान दिया गया। दंतेवाड़ा जिले की तुड़पारास हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सुश्री अंजू खरे एवं चितालंका की मितानिन श्रीमती शांति सेठिया का वहां आदमकद कटआउट लगाया गया था। सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व डॉ. रोडरिको ऑफ्रिन ने किया।विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पूर्व में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की सराहना विश्व स्तर पर की गई है। डब्ल्यूएचओ ने वनांचलों और दूरस्थ अंचलों के गांवों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में कारगर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार की है। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव की मौजूदगी में इस डॉक्यूमेंट्री को रिलीज किया गया। इस फिल्म का प्रदर्शन भी जिनेवा में आयोजित वैश्विक सम्मेलन में किया गया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषण आहार प्रदान करने की दर 99.14 प्रतिशत
सुकमा : नीति आयोग द्वारा अक्टूबर माह में जारी आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में सुकमा जिले ने देश में प्रथम स्थान हासिल किया है। आकांक्षी जिला सुकमा को अक्टूबर माह के लिए स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में देश में प्रथम रैंक मिला है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग तथा सुकमा जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने इस बेहतर प्रदर्शन के लिए जिला प्रशासन की टीम को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी आकांक्षी जिले लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे लगातार प्रयासों से निश्चित ही जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी मापदण्डों में स्थिति बेहतर हुई है। जिले में गर्भवती महिलाओं की एएनसी रजिस्ट्रेशन में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं संस्थागत प्रसव में जिले में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, वर्तमान स्थिति में 90 प्रतिशत संस्थागत प्रसव किए जा रहे हैं।उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग अन्तर्गत जिले के आंगनबाड़ियों में गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को पूरक पोषण आहार प्रदान करने की दर 99.14 प्रतिशत है। इसी तरह जिले में टीबी के मरीजों की पहचान में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं टीबी मरीजों के सफल इलाज में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अक्टूबर माह के ओवरऑल रेंक में मिला तीसरा स्थान
जिला प्रशासन द्वारा जिले में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, मूलभूत सुविधाओं के विकास, कौशल विकास, जल संसाधन के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया गया है। जिसके परिणाम स्वरूप नीति आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर अक्टूबर माह के ओवरऑल रेंक में सुकमा जिला को तीसरा स्थान मिला है, जो कि जिले में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी किए जा रहे बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है और सुकमा जिलेवासी इससे लाभांवित हो रहे हैं। -
-अनिल बेदाग-
इनट्यूटिव ने देश में उल्लेखनीय रूप से 100 सर्जिकल सिस्टम्स लगाए
मुंबई : नवंबर 2022: मिनिमली इनवेसिव केयर में वैश्विक प्रौद्योगिकी और रोबोट-असिस्टेड सर्जरी में अग्रणी, इंट्यूटिव ने देश के सबसे बड़े कार्डियक सेंटर यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में भारत में अपना सौवां रोबोट-असिस्टेड सर्जिकल सिस्टम स्थापित किया है। इस अति महत्वपूर्ण अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी की गरिमामय उपस्थिति रही।इंट्यूटिव इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और महाप्रबंधक, मनदीप सिंह कुमार ने कहा, "हम भारतीय सर्जनों और उनकी देखभाल टीमों को रोगी से जुड़े बेहतर परिणाम हासिल करने, रोगी एवं देखभाल टीम को बेहतर अनुभव प्रदान करने और इलाज की कुल लागत को कम करने में मदद करने के लिए प्रयास करते हैं।"