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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रेक्षकों की निगरानी में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबलों पर एक साथ होगी मतगणना
कवर्धा में सबसे ज्यादा और मनेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम होंगे मतगणना के चक्ररायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन-2023 अंतर्गत 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो चरणों में हुए मतदान के बाद आगामी 3 दिसम्बर को मतगणना होगी। इसके लिए सभी 33 जिला मुख्यालयों में तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों में प्रेक्षकों की निगरानी में होने वाली मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी।सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 चक्रों में मतगणना होगी। इसके बाद कसडोल में 29 चक्र होंगे। वहीं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ एवं भिलाई नगर में 12 चक्रों में मतगणना होगी।
श्रीमती कंगाले ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना केन्द्रों में होने वाली मतों की गिनती के दौरान बिना प्राधिकार पत्र के किसी भी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि 1181 अभ्यर्थियों के राजनीतिक भाग्य का फैसला 7 नवम्बर और 17 नवम्बर को ईव्हीएम में बंद हुआ था। आगामी 3 दिसम्बर को मतों की गिनती के साथ ही इनके परिणाम आएंगे। मतगणना के दौरान अभ्यर्थी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना को देख सकेंगे जबकि अभ्यर्थी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे।मतगणना की पूरी कार्यवाही मतगणना प्रेक्षक तथा सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति तथा निगरानी में होगी। इस दौरान प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जाँच की जाएगी। इसके अलावा सभी चक्रों की गणना पूर्ण होने पर पाँच वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (व्हीव्हीपेट) का ड्रा के माध्यम से चयन कर मतों का सत्यापन किया जाएगा।
मतदान के बाद ईवीएम को सभी जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। पूरी मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी रखी जाएगी। इस दौरान प्रेक्षक तथा रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण यथा आईपेड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे अन्य उपकरण नहीं ले जा सकेंगे। -
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न्यायपालिका के समक्ष मौजूद चुनौती एवं निराकरण विषय पर संगोष्ठी आयोजित
मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा के प्रयासों से राज्य की न्यायिक व्यवस्था में तेजी से हो रहा सुधार
बिलासपुर : उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा के मार्गदर्शन में 26 नवम्बर को छत्तीसगढ़ न्यायिक अकादमी द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संविधान दिवस के अवसर पर मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा ने समस्त न्यायाधीशों को संविधान दिवस की बधाई दी है। गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल के लिए नई दिल्ली प्रवास पर है। संविधान दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के जस्टिस श्री नरेंद्र कुमार व्यास एवं विशिष्ठ अतिथि जस्टिस श्री राकेश कुमार पांडेय सहित राज्य के सभी जिलों के जिला न्यायाधीश, माननीय उच्च न्यायालय रजिस्ट्री के अधिकारी गण और बिलासपुर जिले में पदस्थ न्यायाधीश गण शामिल हुए।
कार्यक्रम के आरंभ में उपस्थित न्यायाधीशों द्वारा संविधान की उद्देशिका का पठन किया गया। इस अवसर पर जस्टिस श्री नरेंद्र कुमार व्यास ने कहा कि संविधान के पालन में न्याय व्यवस्था को सरल बनाकर जन-जन को इससे जोड़ना न्यायाधीशों का प्राथमिक कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान में नागरिकों को अनेक अधिकार प्रदान किए गए है। न्यायपालिका का यह दायित्व है कि पारदर्शी न्याय व्यवस्था बनाए रखते हुए हर व्यक्ति को न्याय मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। श्री व्यास ने इस अवसर पर न्यायपालिका के समक्ष की मौजूद चुनौती जैसे आधारभूत संरचना की कमी, न्यायाधीशों की कमी, प्रकरणों की अधिक संख्या आदि के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जस्टिस श्री राकेश कुमार पांडेय द्वारा भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला गया । उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान नागरिकों के हितों और उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है। जस्टिस पाण्डेय संविधान दिवस के महत्व और उदेश्य, संविधान के निमार्ण एवं विकास में योगदान देने वाले सभा के सम्मानीय सदस्यों के बारे में भी संक्षेप में जानकारी दी।
यहां यह उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा राज्य में न्यायिक व्यवस्था को सुदृढ़ और न्याय की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है, जिसके चलते न्यायालयों की व्यवस्था एवं सुविधाओं में अपेक्षित सुधार दिखाई देने लगा है। उच्च न्यायालय भवन बिलासपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा की स्थापना, संविधान की उद्देशिका की पट्टिका और राष्ट्र चिन्ह अशोक स्तंभ की स्थापना, मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा की विशेष प्रयासों से हुई है, जिससे उच्च न्यायालय परिसर की गरिमा और बढ़ी है।
मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ न्यायिक अकादमी के द्वारा 26 नवम्बर को संविधान दिवस के अवसर पर राज्य के समस्त जिलों के जिला न्यायाधीश की संगोष्ठी आयेजित की गई थी। इस संगोष्ठी का उद्ेश्य न्यायपालिका के समक्ष मौजूद चुनौती एवं उनके निराकरण हेतु उठाये जाने वाले कदनों के संबंध में चर्चा करना था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने बीते सात माह में राज्य के समस्त जिलो का भ्रमण कर न्यायालयों में नजर आने वाली कमियों को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास किये हैं। उनके कार्यभार संभालने के बाद राज्य के जिला न्यायालयों की कार्य शैली में सकारात्मक बदलाव आया है।मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा के द्वारा न केवल राज्य न्यायिक अकादमी में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में व्यक्तिगत रूचि लेकर स्तर को बेहतर बनाया है, बल्कि संविधान की मंशा के अनुरूप राज्य के स्वास्थ सेवाओं, निर्माण कार्यों, शिक्षा हेतु बच्चों के स्कूल पहुंचने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए व्यक्तिगत रूचि लेते हुए समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पर स्वमेव संज्ञान लेकर इन समाचारो को आधार जनहित याचिका के रूप में दर्ज कर इन अव्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण आदेश पारित किये हैं। -
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मतगणना की तैयारियों का लिया जायजा
रायपुर : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज कबीरधाम कलेक्टर एव जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जनमेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के साथ कवर्धा के कृषि उपज मंडी परिसर स्थित मतगणना स्थल का निरीक्षण किया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती कंगाले ने जिले के विधानसभा क्षेत्र 71-पंडरिया और 72-कवर्धा के लिए होने वाली मतगणना के लिए की जा रही तैयारियों का अवलोकन किया। उन्होंने स्ट्रांगरूम की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने मतगणना स्थल पर सीसीटीव्ही कैमरे तथा तैनात सुरक्षा बल, मतगणना तथा डाक मतपत्रों की गणना की तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने मतगणना तिथि को मतगणना कार्य में लगे अधिकारियों सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं में लगे सभी कर्मचारियों को भी पास जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने मतगणना कक्ष में राजनीतिक दलों के एजेंटो के लिए समुचित बैठक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने उम्मीदवारों व उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं को निर्वाचन आयोग से प्राप्त मतगणना संबंधी दिशा निर्देशों की जानकारी अनिवार्य रूप से देने कहा। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, मीडिया सेंटर में आवश्यक सुविधाएं, गणना के लिए मतगणना सामग्री, डाक मतपत्रों की गणना, ईवीएम में दर्ज मतों की गणना, वीवीपीएटी स्लीप गणना, मतगणना की समाप्ति के बाद ईवीएम और निर्वाचन सामग्री को मुहरबंद करने और परिणाम की घोषणा के संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - Election Duty : छत्तीसगढ़ के 33 जिला के 1 लाख 15 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को चुनाव आयोग (election Commission) के तरफ से 22 करोड़ 50 लाख रुपये दिया जाएगा। बता दें कि, आयोग ने राशि जारी करने के साथ ही संबंधित जिलों के कलेक्टरों को वितरण का आदेश भी जारी कर दिया है।
यह 22 करोड़ 50 लाख रुपये उन कर्मचारियों को दिया जाएगा, जिन्होंने चुनाव में ड्यूटी किया है। इनमें सेक्टर और पीठासीन अधिकारी लेकर मतदान कर्मी, वाहन चालक के साथ तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के भी कर्मचारी शामिल हैं।
बता दें कि राज्य में 90 सीटों के लिए दो चरणों में चुनाव हुआ है। पहले चरण में 20 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोट डाले गए थे। इस चरण में 21 हजार 216 कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी थी, जबकि 4202 रिजर्व में रखे गए थे। इसी तरह 17 नवंबर को दूसरे चरण की 70 सीटों के लिए मतदान हुआ। इस चरण में 75 हजार 332 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं 14 हजार 940 रिजर्व में रखे गए थे।
देखें किस जिले को कितनी राशि हुई आवंटित -
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50 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में किया ज्यादा मतदान
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले कुल महिला मतदाताओं की संख्या अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले कुल पुरुष मतदाताओं की संख्या से अधिक है। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 50 विधानसभा क्षेत्रों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत 7 और 17 नवंबर को हुए दो चरणों में मतदान के आंकड़ों के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि अपने मताधिकार का प्रयोग करने में महिलाओं की सहभागिता और जागरूकता पुरुषों से कम नहीं है। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 50 विधानसभा क्षेत्रों मे अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाली महिलाओं की संख्या अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले पुरुषों की संख्या से कहीं अधिक है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार भरतपुर-सोनहत, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुण्ड्रा, अंबिकापुर, सीतापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, सारंगढ़, खरसिया, धर्मजयगढ़, रामपुर, पालीतानाखार, जैजैपुर, मरवाही, सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, बिलाईगढ, राजिम, बिंद्रानवागढ़, सिहावा, डोंडीलोहारा, गुंडरदेही, संजारी-बालोद, धमतरी, दुर्ग शहर, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहलामानपुर, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट,दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों में आकर वोट डालने वाले महिला मतदाताओं की संख्या वोट डालने वाले पुरुष मतदाताओं की तुलना में अधिक है।
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में हुए मतदान में कुल 1 करोड़ 55 लाख 61 हजार 460 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमे 77 लाख 48 हजार 612 पुरुष मतदाता और 78 लाख 12 हजार 631 महिला मतदाता शामिल हैं। इस प्रकार विधानसभा निर्वाचन 2023 में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाली महिला मतदाताओं की कुल संख्या भी वोट डालने वाले पुरुष मतदाताओं की कुल संख्या से अधिक है। -
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केवल बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के 9 मतदान केंद्रों में सवेरे 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा मतदान
दूसरे चरण के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 958 उम्मीदवार मैदान में, 1 करोड़ 63 लाख से अधिक मतदाता करेंगे अपने मताधिकार का इस्तेमाल
रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा आम निर्वाचन के लिए दूसरे चरण में 17 नवम्बर को 70 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। इसके लिए सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। केवल बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली में सवेरे सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। इनके अलावा बिन्द्रानवागढ़ के शेष मतदान केंद्रों में अन्य 69 विधानसभा क्षेत्रों की तरह सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे।
राज्य में विधानसभा आम निर्वाचन के लिए दूसरे चरण में मतदान वाले 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 958 उम्मीदवार मैदान में हैं। दूसरे चरण में राज्य के कुल एक करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 81 लाख 41 हजार 624 पुरुष मतदाता, 81 लाख 72 हजार 171 महिला मतदाता तथा 684 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं।
विधानसभा आम निर्वाचन के लिए दूसरे चरण में भरतपुर-सोनहट, मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुण्ड्रा, अम्बिकापुर, सीतापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया, धर्मजयगढ़, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार, मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर-चांपा, सक्ती, चंद्रपुर, जैजैपुर, पामगढ़, सराईपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, बिलाईगढ़, कसडोल, बलौदाबाजार, भाटापारा, धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर नगर पश्चिम, रायपुर नगर उत्तर, रायपुर नगर दक्षिण, आरंग, अभनपुर, राजिम, बिन्द्रानवागढ़, सिहावा, कुरूद, धमतरी, संजारी-बालोद, डौंडीलोहारा, गुण्डरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा, साजा, बेमेतरा और नवागढ़ विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राज्य में विधानसभा आम निर्वाचन-2023 के लिए आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद से 8 नवम्बर तक की स्थिति में 66 करोड़ 33 लाख रुपए की अवैध धन राशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं। इनमें 17 करोड़ 98 लाख रुपए की नगद राशि शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) द्वारा निगरानी के दौरान विगत 8 नवम्बर तक 47 हजार 371 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत एक करोड़ 35 लाख रुपए है। साथ ही तीन करोड़ 99 लाख रुपए कीमत की अन्य नशीली वस्तुएं भी जब्त की गई हैं। सघन जाँच अभियान के दौरान 20 करोड़ 36 लाख रुपए कीमत के 484 किलोग्राम कीमती आभूषण तथा रत्न भी जब्त किए गए हैं। इनके अतिरिक्त अन्य सामग्रियां जिनकी कीमत 22 करोड़ 62 लाख रुपए है, भी जब्त की गई हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने विधानसभा आम निर्वाचन-2023 के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों के परिपालन मंर राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत निगरानी दलों द्वारा सघन जाँच की कार्यवाही लगातार जारी है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में 78 प्रतिशत मतदान हुआ। विधानसभावार मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े इस प्रकार है- पंडरिया-75.27 प्रतिशत, कवर्धा-81.24, खैरागढ़-82.67, डोंगरगढ़-81.93, राजनांदगांव-79.12, डोगरगांव-84.1, खुज्जी-82.43, मोहला-मानपुर-79.38, अंतागढ़-79.79, भानुप्रतापपुर-81, कांकेर-81.14, केशकाल-81.89, कोण्डगांव-82.37, नारायणपुर-75.06, बस्तर-84.67, जगदलपुर-78.47, चित्रकोट-81.76, दंतेवाड़ा-69.88, बीजापुर-48.37, कोंटा-63.14 प्रतिशत। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 के प्रथम चरण में आम नागरिक मतदान की विधानसभावार जानकारी वोटर टर्न आउट मोबाइल एप का उपयोग कर आज मतदान के दिन 7 नवंबर को पल-प्रतिपल देख सकते हैं।
वोटर टर्नआउट एप के माध्यम से छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 के प्रथम चरण में विधानसभावार वोटर टर्न ऑउट की अद्यतन स्थिति जान सकते हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान शुरू हो गया है. इन 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिनमें 198 पुरूष तथा 25 महिला हैं। 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता, 20 लाख 84 हजार 675 महिला मतदाता तथा 69 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं।
बता दे राज्य के 20 सीटों मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट की जनता प्रत्याशियों की किस्मत को ईवीएम में कैद करेगी. 10 सीटों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा, जब्कि, बाकी 10 सीटों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी.
चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को आएगा
छतीसगढ़ में 7 के बाद 17 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को आएगा. कांग्रेस की अगुवाई वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को पूरा हो रहा है. राज्य में 90 सीटों में से 51 सामान्य वर्ग की हैं. जबकि 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए रिजर्व हैं। राज्य में कुल 2.3 करोड़ मतदाता हैं. यहां लोकसभा की 11 और राज्यसभा की 5 सीटें हैं. राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या 24 हजार 109 है. साल 2018 में कांग्रेस ने यहां 68 सीटें जीतीं. बीजेपी ने 15, बीएसपी 2, जेसीसीजे 5 सीट जीती थीं. 2018 में 7 सीटों पर 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी. इसमें 2 भाजपा और 5 कांग्रेस ने जीतीं. 2013 में 43 सीटों पर 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी. जिसमें 5 भाजपा, 36 कांग्रेस और 2 सीटें अन्य ने जीतीं. 2018 में 40 सीटों पर 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी. इसमें 4 भाजपा, 34 कांग्रेस और 2 सीटें अन्य ने जीतीं थीं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दूरस्थ मतदान केंद्रों के लिए मतदान दल रवाना
223 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे 40 लाख 78 हजार मतदाता
रायपुर : छत्तीसगढ़ में 7 नवम्बर को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए आज प्रचार का शोर थम गया। प्रथम चरण में 7 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए आज दूरस्थ मतदान केंद्रों के मतदान दलों को रवाना किया गया। इनमें कई मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से रवाना किया गया है। प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिनमें 198 पुरूष तथा 25 महिला हैं।