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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने बस्तर दशहरा पर्व के आयोजन के सम्बंध में की समीक्षा
15 अक्टूबर को मुरिया दरबार का होगा आयोजन
द बस्तर मड़ई में बिखरेगी बस्तर की बहुरंगी कला-संस्कृति की छटा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कल शाम यहां अपने निवास कार्यालय 75 दिन तक मनाये जाने वाले देश के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने इस दौरान बस्तर दशहरा पर्व की गरिमा के अनुरूप सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सर्व संबंधितों को सौंपे गए दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन किये जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि 75 दिन तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 4 अगस्त 2024 से शुरू हो गया है, जो कि 19 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा। यह दशहरा पर्व विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भावना का महत्वपूर्ण प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री साय को इस दौरान बस्तर दशहरा उत्सव समिति द्वारा इसमें तिथिवार विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। जिसमें बताया गया कि ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के दौरान 15 अक्टूबर 2024 को मुड़िया दरबार का आयोजन होगा। इसी तरह बस्तर दशहरा को भव्य रूप देने के लिए बस्तर मड़ई, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स मीट, एक पेड़ बस्तर के देवी-देवताओं के नाम, बस्तर टूरिस्ट सर्किट, दसरा पसरा, नगरगुड़ी टेंट सिटी, टूरिज्म ट्रेवलर्स आपरेटर मीट, देव सराय, स्वच्छता पखवाड़ा जैसे विविध कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। बस्तर दशहरा पर्व में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष यात्री बसों के संचालन के सम्बंध में भी चर्चा की गई।
4 अगस्त को पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हुए ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व 2024 के अंतर्गत 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान, रेलामाता पूजा विधान। 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान। 12 अक्टूबर को मावली परघाव विधान, 15 अक्टूबर को काछन जात्रा पूजा विधान और मुरिया दरबार, 16 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान, 19 अक्टूबर को मावली माता जी की डोली की विदाई पूजा विधान आयोजित है।
मुरिया दरबार
गौरतलब है कि मुरिया दरबार में विभिन्न जनजातीय समुदायों के प्रमुख, नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर संस्कृति, परंपरा और प्रथाओं को सहेजने और सामुदायिक मांग तथा समस्याओं पर विचार करते हैं। इस वर्ष 15 अक्टूबर 2024 को मुरिया दरबार का आयोजन किया जायेगा।मुरिया दरबार आयोजन के 10 दिन बाद बस्तर संभाग के मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरीन, पुजारी, कोटवार, पटेल, मातागुड़ी के मुख्य पुजारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा कई अभिनव पहल की जा रही है। द बस्तर मड़ई के अंतर्गत बस्तर की प्राकृतिक सौन्दर्य, एतिहासिक एवं पुरातत्विक स्थलों, एडवेंचर स्थलों, सांस्कृतिक स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराने के लिए प्रशासन द्वारा "द बस्तर मड़ई" की अवधारणा तैयार की गयी है।
बस्तर मड़ई के अंतर्गत 21 सितम्बर को सामूहिक नृत्य कार्यक्रम, 21 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक बस्तर हाट-आमचो खाजा, 24 सितम्बर को सिरहासार परिसर मैदान में बस्तर नाचा, 27 सितम्बर को पारंपरिक लोक संगीत, 29 सितम्बर को बस्तर की कहानियां एवं हास्य कवि सम्मेलन, 30 सितम्बर को बस्तरिया नाचा जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 2 अक्टूबर से बस्तर दशहरा 2024 की समाप्ति तक बस्तर के पारंपरिक व्यंजन के स्टॉल लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री महेश कश्यप तथा विधायक द्वय श्री किरण सिंहदेव व सुश्री लता उसेंडी और मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन तथा मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानन्द, श्री बसवराजू एस, श्री राहुल भगत और सचिव अन्बलगन पी, आयुक्त बस्तर श्री डोमन सिंह, बस्तर कलेक्टर श्री विजय दयाराम, एसपी श्री शलभ सिन्हा उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 12 और 13 सितम्बर को राजधानी रायपुर में कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस लेंगे। राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस के पहले दिन मुख्यमंत्री 12 सितम्बर को जिलों के कलेक्टर और संभाग के कमिश्नर से राज्य और केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।वहीं कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन 13 सितम्बर को मुख्यमंत्री कलेक्टर और संभागायुक्त के साथ पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक के साथ जिलों में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों की समीक्षा करेंगे। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में प्रातः 10 बजे से शुरू होगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
करमा महोत्सव का आमंत्रण दिया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के यहां उनके निवास कार्यालय में कंवर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कंवर समाज के अध्यक्ष श्री हरवंश सिँह मिरी के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को युवा कंवर समाज द्वारा आयोजित होने वाले करमा महोत्सव के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर कंवर समाज के महासचिव श्री नकुल चंद्रवंशी, श्री टूकेश कंवर भी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के साथ उत्तर बस्तर कांकेर जिले के चारामा विकासखंड के जेपरा सहित विभिन्न गांवों में विकास कार्यों से संबंधित विषयों पर विचार विमर्श किया। -
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मुख्यमंत्री ने उल्लेखनीय योगदान के लिए कार्टूनिस्टों को किया सम्मानित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में कार्टून वॉच पत्रिका द्वारा आयोजित कार्टून फेस्टिवल-2024 में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्टून फेस्टिवल-2024 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कार्टून एक ऐसी कला जिसके द्वारा बहुत थोड़ी जगह में पूरी बात को स्पष्टता के साथ मनोरंजक और व्यंगात्मक ढंग से व्यक्त किया जाता है। छोटा सा कार्टून बड़ी बात कहता है। कभी-कभी सम्पादकीय में जिस बात को आधे पेज में लिखा जाता है, उसे सिर्फ एक कार्टून के माध्यम से व्यक्त कर दिया जाता है ।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्टून फेस्टिवल में इंदौर के कार्टूनिस्ट श्री इस्माइल लहरी को कार्टून क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने कार्टून फेस्टिवल में संत श्री तुलसीदास जी के दोहों पर आधारित कार्टून पुस्तक 'तुलसी सुगन्ध' का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस कार्टून फेस्टिवल में शामिल होना मेरे लिए बहुत आनन्द का विषय है। यह बहुत खुशी की बात है कि कार्टून वॉच परिवार लगातार 28 वर्षों से कार्टून के क्षेत्र में कार्य को कर रहा है। श्री त्रयम्बक शर्मा कार्टून की पूरी मैगज़ीन निकाल रहे हैं, जो कि बहुत बड़ी बात है। इसके लिए मैं कार्टून वॉच परिवार को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि कार्टून वॉच मैगज़ीन के 28 साल की सतत यात्रा रही है। कार्टून एक ऐसा माध्यम जो समाज को आईना दिखाता है। कार्टून कभी गुदगुदाता है तो कभी ऐसी कड़वी दवाई की तरह होता है, जिसका परिणाम अच्छा होता है। कार्टूनिस्ट देश की परिस्थिति को कलम से अभिव्यक्त करता है। वह समाज को नई दिशा देता है । कार्टून और एनिमेशन समाज के सभी वर्गों को प्रभावित करते हैं।
इस अवसर पर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कार्टूनिस्ट श्री त्रयम्बक शर्मा ने कार्टून की विधा को जिंदा रखा है। वे कार्यक्रम के जरिये नई पीढ़ी तक कार्टून को पहुंचा रहे हैं । इस मौके पर कार्टून विधा से जुड़े डॉ के सी पन्त और मुख्यमंत्री के प्रेस अधिकारी श्री आलोक सिंह सहित अन्य लोगों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, डॉ हिमांशु द्विवेदी, श्री इस्माइल लहरी, कार्टून वॉच के सम्पादक श्री त्रयम्बक शर्मा सहित कई कार्टूनिस्ट और साहित्य-कला क्षेत्र से गणमान्य-जन उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने किया कृषि के शिल्पकार भगवान श्री बलराम जी की जयंती को हरवर्ष किसान दिवस के रूप मनाने का आह्वान
राजधानी सहित प्रदेश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्र में मनाया गया किसान दिवस
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि गौ-आधारित प्राकृतिक खेती किसानों के लिए खुशहाली और समृद्धि का रास्ता खोलेगी। जैविक खेती से जुड़कर धान के कटोरे के किसान समृद्ध होंगे। जैविक एवं प्राकृतिक खेती पर स्थानीय इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर भगवान श्री बलराम जी की जयंती भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को हर वर्ष किसान दिवस के रूप मनाने का आह्वान भी किया। गौ-आधारित जैविक और प्राकृतिक खेती करने वाले तथा इस क्षेत्र में किसानों को प्रेरित करने वाले उत्कृष्ट किसानों को सम्मानित किया।
कार्यशाला में मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों को भगवान श्री बलराम जी जयंती की बधाई और शुभकनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों की समृद्धि को प्राथमिकता में रखते हुए कृषक कल्याण मंत्रालय का गठन हुआ। इस मंत्रालय के माध्यम से खेती-किसानी की बेहतरी और किसानों की आय बढ़ाने पर काम हो रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उद्यानिकी, मछलीपालन और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में किसानों की भागीदारी बढ़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर जैविक एवं प्राकृतिक खेती पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। भगवान श्री बलराम जी की जयंती के मौके पर राजधानी सहित प्रदेश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों में किसान दिवस का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश की बड़ी आबादी अपनी आजीविका के लिए खेती-किसानी पर निर्भर है। आज कृषि के क्षेत्र में अनेकों नवाचार हो रहे हैं, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले किसान साहूकार और महाजनों से अत्यधिक ब्याज दर पर पैसे लेने को मजबूर थे। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किसानों की पीड़ा को समझा और किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की व्यवस्था की। किसानों को आज निःशुल्क अथवा बहुत की कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के किसानों को दो साल के धान के बकाया बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए किसानों को दिए। 21 क्विंटल प्रति एकड़ और 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से रिकार्ड 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए बजट में 2000 करोड़ रुपए से अधिक राशि का प्रावधान किया गया है। सिंचाई सुविधाओं के बढ़ने से किसानों की आय बढ़ेगी। साथ ही हम पुराने सिंचाई परियोजनाओं को दुरस्त करने का भी काम कर रहे है।
अखिल भारतीय किसान संघ के श्री दिनेश कुलकर्णी ने गौ-आधारित प्राकृतिक खेती के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज जैविक एवं प्राकृतिक खेती की जरूरत है। मांग के अनुरूप प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें जैविक और प्राकृतिक खेती के लिए वैचारिक रूप से परिपक्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गौ-आधारित जैविक एवं प्राकृतिक खेती के संबंध में गीता में उल्लेख है। उन्होंने कहा गौ पालन के लिए भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं गौपालन कर लोगों को प्रेरित किया है।
कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल के बीते इन 10 वर्षों में कृषि के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आया है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने किसानों को प्राथमिकता में लेकर किसान हित में नीतिगत् फैसले लिए हैं, जिससे किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज दौर में हमें मांग अनुरूप हमें गौ-आधारित जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने की जरूरत हैं, ताकि किसान की आर्थिक स्थिति और मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व नीतिगत् फैसलों और कार्यों से प्रदेश के किसान आज सामर्थवान बन रहे है। किसान अब खेती-किसानी को व्यवसाय के रूप में अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों में अच्छा वातावरण का निर्माण हुआ है।
सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भगवान श्री बलराम जी द्वारा कृषि के क्षेत्र में योगदान का स्मरण कराती है। वर्तमान दौर में जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर इस जयंती समारोह उद्देश्य को पूरा करने दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कृषि वैज्ञानिकों के रिसर्च और वैज्ञानिक तकनीकियों और सहयोग से गौ-आधारित प्राकृतिक खेती की और आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जैविक और प्राकृतिक खेती के फायदे के बारे में भी किसानों को जानकारी होगी तभी भगवान श्री बलराम जी के जयंती का उद्देश्य भी पूरा होगा। स्वागत भाषण इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरिश चंदेल ने दिया। इस अवसर पर विधायक श्री मोतीलाल साहू, अखिल भारतीय किसान संघ, छत्तीसगढ़ प्रान्त के अध्यक्ष श्री सुरेश चन्द्रवंशी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। -
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देश और प्रदेश की समृद्धि में योगदान दे रही हैं महिलाएं : डॉ. रमन सिंह
राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने तीज मिलन में बहनों का किया स्वागत
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी में छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सबसे बड़े पारंपरिक पर्व तीज के मौके पर आयोजित तीज मिलन समारोह में शामिल हुए और बहनों को आशीष दिया। राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा के राजधानी रायपुर स्थित निवास में आयोजित इस समारोह में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आयी महिलाएं शामिल हुई। राजस्व मंत्री ने महिलाओं का परंपरागत रूप से स्वागत किया। इस अवसर पर लोक कलाकारों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तीज मिलन के इस अवसर पर आईं माता, बहनों को तीजा की बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशहाली का अवसर है। तीज मिलन के इस अवसर पर बहनें यहां आईं हैं, मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। तीजा में सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु जीवन की कामना लेकर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में मान्यता है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः इसी मान्यता का अनुसरण करते हुए हमारी सरकार महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन योजना की राशि जारी कर रही है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने समारोह में आयी माताओं-बहनों को तीज मिलन की बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के तीज-त्यौहारों की परंपरा काफी समृद्ध है। यहां की महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेत-खलिहानों में काम करके देश और प्रदेश की समृद्धि में योगदान दे रही हैं। छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ की महिलाओं में तेजी से शिक्षा और साक्षरता का प्रसार हुआ है। राज्य सरकार द्वारा भी महिलाओं को सशक्त करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। इससे राज्य की महिलाएं सशक्त हो रही हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने महिलाओं को तीज पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राजस्व मंत्री ने न्यौता देकर तीज मिलन हेतु अपने घर पर बुलाया है। यह पूरे मातृ शक्ति का सम्मान है। इस मौके पर राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने छत्तीसगढ़ के लोक कवि भैय्या लाल हेड़ाऊ के गीत ’धन-धन तै मोरे किसान’ गाकर सुमधुर प्रस्तुति दी।
तीज मिलन के लिए राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा के निवास की विशेष सजावट की गई थी। इस अवसर पर परम्परागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाई दी। राजस्व मंत्री के निवास में आयोजित तीज मिलन में राजनांदगांव के धरोहर सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति पर माता-बहनों ने जमकर नाच गाकर तीज मिलन का लुफ्त उठाया।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री अनुज शर्मा, गुरु श्री खुशवंत साहेब, श्री मोतीलाल साहू, पूर्व सांसद श्री सुनील सोनी उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामविचार नेताम व वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी भी कार्यक्रम में हुए सम्मिलित
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की
मुख्यमंत्री श्री साय ने 2.51 करोड़ के कार्यों का किया शिलान्यास व लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ प्रवास के दूसरे दिन तराईमाल धाम स्थित श्री बंजारी माई की पूजा अर्चना एवं दर्शन लाभ लेकर प्रदेश वासियों के सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। उन्होंने परिसर में ही स्थापित पुजारी ब्रह्मलीन श्री रामगोपाल महाराज जी, ब्रह्मलीन अंकुर मालाकार जी, पुजारिन सोनागिरी माता जी के प्रतिमा का भी अनावरण किया। साथ ही उन्होंने श्री बंजारी माई धाम तराईमाल में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से नव निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया, जिसमें 8 कार्यों के लिए कुल 2 करोड़ 51 लाख रूपये के कार्य शामिल है। इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की। इस मौके पर जिले के प्रभारी एवं कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी, राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आभार जताते हुए कहा कि मैं जब सांसद के रूप में चुना गया तब से मां बंजारी के पूजा-अर्चना के साथ दर्शन लाभ मिल रहा है। मां बंजारी के आशीर्वाद से ही मैं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंचा हूं। उनके आशीर्वाद से प्रदेश के जनता को सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करता हूं। अंकुर गौटिया के भागीरथ प्रयास से इस धाम का विकास हुआ है। वह मोपेड चलाते हुए बगिया तक भी पहुंच जाते थे कभी कोई बात करनी होती थी ऐसे जुझारू कार्य के बदौलत यह धाम आज अपने स्वरूप में है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रदेश का गठन हुआ जिसे संवारने का काम हमारी सरकार कर रही है। महतारी वंदन, राम लला दर्शन योजना के माध्यम से हर महीने 8 हजार से अधिक दर्शन लोगों को आयोध्या, काशी ले जा रहे है। दो दिन पहले ही 8 लाख से अधिक गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास को स्वीकृति प्रदान की है। हम लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत है।
कृषि एवं प्रभारी मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि मां बंजारी के आशीर्वाद से ही दोनों बेटे आज प्रदेश के मुखिया और वित्त मंत्री बने है। दोनों के पास ही विकास की चाबी है। जिससे रायगढ़ सहित प्रदेश को विकास की एक नई धारा में ले जा रहे है। मां बंजारी धाम के विकास के लिए जो आप सब लोगों ने मिलकर जो कार्य किए है वह काबिले तारीफ है। सरकार अपना काम करती ही है पर स्थानीय जनता, गरीबों को और अधिक सुविधा मुहैया के उद्देश्य से निजी संस्था भी सामुदायिक सहभागिता के नाते अपना सहयोग प्रदान करते है जो कि सराहनीय है।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि बंजारी धाम में जीवन समर्पित करने वाली विभूतियों के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला यह सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय यहां से लंबे समय से जुड़े रहे हैं। यह रायगढ़ तथा आस पास के लोगों के बीच आस्था का बड़ा केंद्र है। रायगढ़-घरघोड़ा सड़क निर्माण का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। अधिकांश हिस्से के काम पूरा कर लिया गया है। जो काम बचा है उसे बारिश के तत्काल बाद पूर्ण कर लिया जाएगा।तमनार से पूंजीपथरा सड़क का निर्माण किया जा रहा है वो भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हम इस क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे है। कार्यक्रम को सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया ने भी संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार जताते हुए कहा कि इस अंचल के प्रमुख आस्था के केन्द्र में यहां के प्रमुख विभूतियों के प्रतिमा अनावरण में शामिल होने के लिए आप पहुंचे है। उन्होंने कहा कि यहां सड़कों का काम भी तेजी से हो रहा है। अंधोसंरचनात्मक विकास कार्यों को लेकर भी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणाएं, तमनार को मिलेगा नगर पंचायत का दर्जा
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बड़ी घोषणा करते हुए तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की। इसके साथ ही छर्राटांगर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए की घोषणा, पूंजीपथरा थाना में 5 स्टाफ क्वार्टर निर्माण की घोषणा, घरघोड़ा कॉलेज में एम.ए. की कक्षाएं प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने छर्राटांगर से पाकादरहा के बीच कुक्कुट नदी में पुलिया निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर कलेक्टर को शीघ्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बंजारी धाम स्मारिका का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने श्री बांछा निधि भोय व श्री आई.पी.शर्मा को सम्मानित किया। -
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मुख्यमंत्री रायगढ़ में चक्रधर समारोह का किया शुभारंभ
रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा की
रायपुर : संगीत एवं कलाधानी नगरी रायगढ़ में आज 39वें चक्रधर समारोह का भव्य एवं रंगारंग आगाज हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 10 दिन तक चलने वाले इस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि संगीत सम्राट महाराज चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी को सायं-सायं पूरा कर रही है। उन्होंने प्रदेश के किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों का आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य के प्रगति के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।उन्होंने स्थानीय कला संस्कृति के साथ-साथ पारंपरिक विरासत को सहेजने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस मौके पर रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय प्रांरभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संगीत और कला के क्षेत्र में योगदान देने वाले संगीत के मर्मज्ञ विद्वतजनों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रायगढ़ के शैल चित्रों पर आधारित अभिलेखीकरण पुस्तिका एवं चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का विमोचन किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विगत पांच सालों में चक्रधर समारोह का आयोजन फीका पड़ गया था, अब रायगढ़ के विधायक और हमारे सरकार में वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी की पहल से चक्रधर समारोह के आयोजन को और बेहतर तथा भव्य स्वरूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने भरपूर खनिज संपदा से नवाजा है। यहां हीरा, कोयला, लोहा का भरपूर भंडार है, यहां की धरती में भरपूर उर्वरा शक्ति है।मेहनतकश किसान और हम सब मिलकर छत्तीगसढ़ को कृषि प्रदेश बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किए गए वायदे के अनुरूप प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रूपए के भाव से खरीदने का वायदा पूरा किया। तेन्दूपत्ता का पारिश्रमिक दर प्रति मानक बोरा 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए किया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को उनके खाते में राशि अंतरित करने का काम कर रही है।श्रीरामलला दर्शन योजना से यहां के लोगों को प्रभु श्रीराम का दर्शन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अभी दो दिन पहले ही छत्तीसगढ़ को साढ़े आठ लाख से अधिक परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की है, हम इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने चक्रधर समारोह को नये स्वरूप में भव्य और आकर्षक रूप में आयोजित करने के लिए संस्कृति एवं पर्यटन विभाग को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्री विनय पाण्डेय द्वारा ब्राम्हीलिपि एवं खरोष्ठी लिपि में अनुसंधान पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। श्री पाण्डेय द्वारा इस मौके पर मुख्यमंत्री को ब्राम्ही लिपि में लिखी नाम पट्टिका भेंट की गई।
कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार ने कहा कि महाराज चक्रधर ने रायगढ़ घराना के कला संगीत को संजोकर रखा है। उन्होंने कला संगीत को देश और दुनिया में एक नई ऊचाई देने का काम किया है। उनके इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सम्राट चक्रधर शास्त्रीय कला संगीत के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर कला संस्कृति को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश की कला संस्कृति, यहां की विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए तत्परता से काम कर रही है।वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने चक्रधर समारोह के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा चक्रधर समारोह को एक भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा और आज उसे जिला प्रशासन, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के सहयोग से आज भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश के प्रतिष्ठित आठ पद्मश्री कलाकार भाग लेने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चक्रधर समारोह की महत्ता अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के विभिन्न प्रांतों के नामी-गिनामी कलाकार यहां अपनी प्रस्तुति देने की अभिलाषा रखते हैं। उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन सहित आयोजकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर राज्यसभा सांसद श्री कुंवर देवेन्द्र प्रताप सिंह, रायगढ़ सांसद श्री राधेश्याम राठिया, राजपरिवार के श्रीमती उर्वशी सिंह, श्रीमती बिजया सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। -
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जशपुर एवं पत्थलगांव क्षेत्र में सड़कों के निर्माण की मिली प्रशासकीय स्वीकृति
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप राज्य में एक मजबूत अधोसंरचना निर्माण के लिए सड़कें, पुल-पुलिया के साथ ही स्कूल, छात्रावास सहित अन्य शासकीय भवनों के निर्माण आदि के लिए राज्य शासन द्वारा लगातार स्वीकृति दी जा रही है। किसी भी क्षेत्र में अगर एक बेहतर अधोसंरचना हैं। गांवों में अच्छी सड़क होने के साथ ही मुख्य मार्ग से जुड़ा हुआ हो तो वहां की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ती है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर ही जशपुर एवं पत्थलगांव क्षेत्र में सड़क निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जशपुर क्षेत्र में चांदीडांड हात्ता हल्काटोली पहुंच मार्ग निर्माण लंबाई 2.36 किलोमीटर के लिए 3 करोड़ 39 लाख 79 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी तरह पत्थलगांव क्षेत्र में बगिया-सूजीबहार मार्ग लंबाई 8.70 किमी में मजबूतीकरण निर्माण कार्य के लिए 7 करोड़ 98 लाख 86 हजार रूपए, बाबूसाजबहार से गोलीडीह नदी तक मार्ग निर्माण कार्य लंबाई 4 किमी तक के लिए 4 करोड़ 3 लाख 45 हजार रूपए और विकासखंड कांसाबेल के ग्राम करंजटोली रजौटी मार्ग लंबाई 1.20 किमी के लिए 3 करोड़ 36 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव की सरकार के बने अभी 9 महीने ही हुए हैं। इतने कम समय में ही जिले में राज्य सरकार ने विकास की एक रूपरेखा बना कर उस पर काम करना शुरू कर दिया है। स्कूल व छात्रावास भवनों के निर्माण, सिंचाई व्यवस्था के लिए एनीकट, व्यपवर्तन, जीर्णाेद्धार एवं लाईनिंग कार्य, जलाशय, सी.सी.लाईनिंग कार्य, मुख्य एवं शाखा नहर के मरम्मत, पुराने पक्के कार्याे का सुधार, तालाब निर्माण, सड़कों का निर्माण, अस्पतालों के निर्माण सहित डॉक्टरों एवं अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति आदि कार्य प्राथमिकता के साथ किए जा रहे हैं। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने चयनित शिक्षकों के नामों की घोषणा की
रायपुर : राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2024-25 के लिए 64 शिक्षकों के नाम की घोषणा आज राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की। चयनित शिक्षकों को आगामी वर्ष शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि राजभवन के दरबार हॉल में आज राज्यपाल श्री रमेन डेका के मुुख्य आतिथ्य एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आयोजित गरिमामय समारोह में 55 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2023 से सम्मानित किया गया तथा आगामी वर्ष सम्मानित होने वाले शिक्षकों के नामों की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने समारोह में राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2024-25 के लिए रायपुर जिले के प्रधान पाठक श्री गोपाल राम यादव और सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती कामिनी साहू, धमतरी जिले के सहायक शिक्षक एलबी कुमारी प्रीति सांडिल्य और प्रधान पाठक श्रीमती किरण साहू, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की प्रधान पाठक श्रीमती प्रियंका गोस्वामी और सहायक शिक्षक एलबी श्री समय लाल काठे, राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ. शोभा श्रीवास्तव और प्रधान पाठक श्री मुन्हेलाल लिल्हारे, दंतेवाड़ा के प्रधान अध्यापक श्रीमती सुमन जार्ज और सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती सुनीता अजीत, कबीरधाम के व्याख्याता श्री रमेश कुमार चंद्रवंशी और व्याख्याता श्रीमती कामिनी जोशी, सरगुजा के शिक्षक श्रीमती बंदना महथा और व्याख्याता श्रीमती अनिता मंदिलवार, नारायणपुर के शिक्षक एलबी श्री उमेश कुमार सलाम और प्रधान अध्यापक सुश्री सविता यादव, जशपुर के प्रधान पाठक श्रीमती सरिता नायक और प्रधान पाठक श्री प्रवीण कुमार पाठक,
कोरिया के व्याख्याता श्री अमृत लाल गुप्ता और जेल शिक्षक श्रीमती विवेक सिद्धकी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के व्याख्याता एलबी श्री राजेश कुमार द्विवेदी और प्रधान पाठक श्रीमती मीना जायसवाल, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के प्रधान अध्यापक श्री किशोर कुमार शर्मा और सहायक शिक्षक एलबी श्री राजेश कुमार प्रजापति, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के प्रधान पाठक श्रीमती संध्या साहू और व्याख्याता एलबी श्री संजय देवांगन, बलरामपुर-रामानुजगंज के शिक्षक एलबी श्रीमती चंद्रमुखी मेहता, दुर्ग के शिक्षक एलबी श्री नरोत्तम कुमार साहू और शिलक एलबी श्रीमती खेमलता गोस्वामी, कोरबा के शिक्षक एलबी श्रीमती मधुलिका और प्रधान पाठक श्रीमती प्रिया दुबे, सूरजपुर के प्रधान पाठक श्री रंजय कुमार सिंह और व्याख्याता एलबी श्री प्रदीप कुमार जायसवाल, बलौदाबाजार-भाटापारा के शिक्षक एलबी श्री मोहन लाल वर्मा और व्याख्याता एलबी श्री जगदीश साहू, मुंगेली के व्याख्याता एलबी श्रीमती दुर्गा तिवारी और सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती सुधारानी शर्मा,
कोण्डागांव के प्रभारी प्राचार्य श्री मनोज कुमार डड़सेना शिक्षक एलबी श्री शिवचरण साहू, रायगढ़ के सहायक शिक्षक एलबी श्री टिकेश्वर प्रसाद पटेल प्रधान पाठक श्री नंद किशोर सतपथी, सुकमा के सहायक शिक्षक श्रीमती अंजु बारसे और शिक्षक एलबी श्री गांगाधर राना, गरियाबंद के सहायक शिक्षक एलबी श्री खोमन लाल सिन्हा और शिक्षक एलबी श्रीमती दिप्ती मिश्रा, सक्ती के शिक्षक एलबी श्री संजीव कुमार सूर्यवंशी और सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती नीरा साहू, बालोद के व्याख्याता एलबी श्री नरोत्तम कुमार यदु और व्याख्याता एलबी सुश्री एनुका शार्वा, जांजगीर-चांपा के व्याख्याता श्री अमृत लाल साहू और व्याख्याता एलबी श्रीमती प्रतिक्षा सिंह, बेमेतरा के शिक्षक एलबी श्रीमती सुनिता राजपूत और शिक्षक एलबी श्रीमती केवरा सेन, महासमुंद के व्याख्याता एलबी श्री जगदीश सिन्हा और व्याख्याता डॉ.ज्योति किरण चंद्राकर, बिलासपुर के व्याख्याता एलबी श्रीमती शांति सोनी और प्रधान पाठक श्री शिव कुमार छत्रवाणी, बस्तर के व्याख्याता श्रीमती सईदा खान और व्याख्याता श्रीमती देवश्री गोयल, उत्तर बस्तर कांकेर के व्याख्याता श्री मती कुसुम जैन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के प्राचार्य श्रीमती आरती तिवारी और प्रधान पाठक एलबी कुमारी साबरा निशा, बीजापुर जिले के प्रधान पाठक श्री जगदीश्वर तोरेंम और व्याख्याता एलबी श्री अरूण कुमार सिंह के नामों की विधिवत् घोषणा की। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर 3 शिक्षकों को स्मृति पुरस्कार
52 राज्यपाल शिक्षक सम्मान से होंगे सम्मानित
रायपुर : शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में 05 सितंबर 2024 को प्रातः 11 बजे से राजभवन के दरबार हॉल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय करेंगे।शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 55 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें से 52 शिक्षक राज्यपाल शिक्षक सम्मान और 3 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार वर्ष 2024
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के तीन महान साहित्यिक विभूतियों के नाम पर तीन शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा जाएगा। इनमें बिलासपुर जिले की व्याखाता डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को ’’डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार’’, कबीरधाम जिले के शिक्षक री राजर्षि पाण्डेय को ’’डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार’’, दुर्ग जिले की उच्च वर्ग शिक्षक डॉ. श्रीमती सरिता साहू को ’’डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार’’ प्रदान किया जाएगा।
राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2023-24
राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2023-24 से सम्मानित होने वाले 52 शिक्षकों में दंतेवाड़ा जिले की व्याख्याता श्रीमती नेहा नाथ और शिक्षक एलबी कुमारी माधुरी उके, सरगुजा जिले की प्रधान पाठक कुमारी मधु सोनवानी और व्याख्याता श्रीमती नीतु सिंह यादव, सूरजपुर जिले की व्याख्याता एलबी श्रीमती रीता गिरी और प्रधान पाठक कुमारी विनिता सिंह, बालोद जिले के व्याख्याता एलबी श्री धमेंन्द्र कुमार और व्याख्याता डॉ. भरतलाल साहसी, जशपुर जिले के व्याख्याता एलबी श्री टुमनु गोसाई और श्री अयोध किशोर गुप्ता, सुकमा जिले की प्रधान पाठक श्रीमती जयमाला और श्री हपका मुत्ता, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के सहायक शिक्षक श्री नीलकंठ कोमरे और अंगद सलामें, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले की सहायक शिक्षक श्रीमती स्वप्निल सिंह पवार और शिक्षक एलबी अर्चना सामुएल मसीह, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के व्याख्याता एलबी श्री मानस साहू और सहायक शिक्षक एलबी श्री महादीप जंघेल, उत्तर बस्तर कांकेर जिले के व्याख्याता श्री सेवक राम निषाद और व्याख्याता एलबी श्री पवन कुमार सेन, कोण्डागांव जिले की व्याख्याता श्रीमती तनुजा देवांगन और उच्च श्रेणी शिक्षक श्रीमती सरस्वती नाग, कोरिया जिले की सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती श्वेता सोनी और श्रीमती अर्पणा मिश्रा, राजनांदगांव जिले के व्याख्याता एलबी श्री गोकुल दास जंघेल और श्री जयप्रकाश साहू के नामों की विधिवत् घोषणा की।राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2023 के लिए चयनित शिक्षकों में नारायणपुर जिले की शिक्षक एलबी श्रीमती कविता हिरवानी और व्याख्याता एलबी श्रीमती लता मानिकपुरी, जांजगीर-चांपा जिले के व्याख्याता एलबी श्री दिनेश कुमार चतुर्वेदी और सहायक शिक्षक एलबी श्री कामता प्रसाद सिंह, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सहायक शिक्षक एलबी सुनिता यादव और व्याख्याता श्री पूनम सिंह साहू, बेमेतरा जिले की सहायक शिक्षक एलबी सुश्री हिमकल्याणी और व्याख्याता एलबी श्री भुवनलाल साहू, महासमुंद जिले के व्याख्याता श्री प्रमोद कुमार कन्नौजे और व्याख्याता एलबी श्री शैलेन्द्र कुमार नायक, बलरामपुर जिले के शिक्षक श्री श्याम कुमार गुप्ता और प्रधान पाठक श्री विनोद कुमार पंथ, मुंगेली जिले के शिक्षक एलबी डॉ. श्री सत्यनारायण तिवारी और प्रधान पाठक श्री जितेन्द्र गेंदले, गरियाबंद जिले के सहायक शिक्षक एलबी श्री डिगेश्वर कुमार साहू और उच्च श्रेणी शिक्षक श्री किशोर कुमार निर्मलकर, धमतरी जिले की व्याख्याता एलबी श्रीमती ज्योति मगर और डॉ. आशीष नायक, रायगढ़ जिले की प्रधान पाठक डॉ. मनीषा त्रिपाठी और सुशील कुमार गुप्ता, कोरबा जिले के व्याख्याता श्री भुपेन्द्र कुमार राठौर और सहायक शिक्षक श्रीमती वसुंधरा कुर्रे, जगदलपुर जिले की व्याख्याता श्रीमती मीरा हिरवानी और मोहम्मद अकबर खान, बीजापुर जिले के प्रधान पाठक श्री पवन कुमार सिन्हा और शिक्षक एलबी श्री ककेम नारायण के नाम शामिल हैं। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने हस्तशिल्पी श्रीमती हीराबाई को प्रदेश का गौरव बढ़ाने पर दी बधाई
रायपुर : छत्तीसगढ़ की श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल को हस्तशिल्प क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2023 के राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की ओर से दिया जाता है। श्रीमती बघेल ढोकरा बेलमेटल शिल्प की प्रसिद्ध शिल्पकार है। अधिसूचना के अनुसार पांच शिल्प गुरू तथा 18 नेशनल हस्तशिल्प पुरस्कार 2023 के लिए दिए गए है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव ने शिल्पकार हीराबाई झरेका बघेल को छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह की ढोकरा बेलमेटल शिल्पकार श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल इसके पूर्व भी अपनी कलाकारी का डंका बजा चुकी है। श्रीमती बघेल को बेलमेटल शिल्प कला के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा वर्ष 2011-12 में पुरुस्कृत किया गया जा चुका है।उनके पति श्री मिनकेतन बघेल को भी वर्ष 2006-07 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित किया गया था। पुरस्कार के लिए चयनित शिल्पी श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल ने कहा कि मेरे पिता श्री भुलाऊ झरेका व पति ही मेरी प्रेरणास्रोत है, जिन्होंने मुझे ढोकरा बेलमेटल कला सिखाया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उत्कल समाज को राजधानी रायपुर में सामाजिक भवन के लिए उपलब्ध करायी जाएगी जमीन
रायपुर के बूढ़ी मां मंदिर का होगा जीर्णोद्धार
उत्कल गाड़ा समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने का होगा प्रयास
महापर्व नुआखाई भव्य शोभा यात्रा के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ने की घोषणारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के गॉस मेमोरियल मैदान में महापर्व नुआखाई के अवसर पर उत्कल गाड़ा समाज द्वारा आयोजित भव्य शोभा यात्रा के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए ऋषि पंचमी-नुआखाई के दिन उत्कल समाज की बहुलता वाले जिलों में अवकाश की घोषणा की। उन्होंने समाज की मांग पर उत्कल समाज को राजधानी रायपुर में सामाजिक भवन के लिए जमीन उपलब्ध कराने और बूढ़ी मां मंदिर के जीर्णोद्धार की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने समाज को यह भी आश्वस्त किया कि उत्कल गाड़ा समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, उत्कल समाज के संत श्री उदयनाथ महाराज और श्री गगन बिहारी महाराज, रायपुर नगर निगम महापौर श्री एजाज ढेबर सहित उत्कल गाड़ा समाज के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने उत्कल गाड़ा समाज को नुआखाई की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि नुआखाई के पांच दिन पहले ही समाज द्वारा भव्य शोभा यात्रा का आयोजन नुआखाई को लेकर उनके उत्साह और समाज की एकजुटता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि समाज की उन्नति के लिए यह आवश्यक है कि समाज बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें। अपने बेटा-बेटियों को पढ़ाएं। युवा पीढ़ी नशा-पान की सामाजिक बुराई से दूर रहे। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वस्त किया कि समाज की उचित मांगों को पूरा किया जाएगा।यहाँ देखें विडियो :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओड़िशा हमारा पड़ोसी राज्य है। ओड़िशा के साथ छत्तीसगढ़ का गहरा नाता है। ओड़िशा के साथ हमारा गहरे सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। नुआखाई उत्कल समाज का प्रमुख त्यौहार है, तो छत्तीसगढ़ में भी नुआखाई का बड़ा महत्व है। आदिवासी समाज भी नई फसल आने पर नुआखाई का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाता है। नुआखाई पर नई फसल घर ले जाकर पूजा-अर्चना की जाती है। इससे चावल और चुड़ा बनाकर अपने ईष्ट देव को अर्पित कर अच्छी फसल, सुख-समृद्धि और सुखमय जीवन की कामना करते हैं।
मुख्यमंत्री ने पिछले आठ महीनों में नई सरकार द्वारा मोदी जी की गारंटी को पूरा करने के लिए किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश के दौरे पर जाते हैं, तो लोगों का यह कहना रहता है कि राज्य सरकार सांय-सांय काम कर रही है। उन्होंने कहा कि नई सरकार ने आठ माह में ही 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदा गया। राज्य सरकार ने 24.72 लाख किसानों से 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की।कल तीजा-पोरा पर्व के आयोजन पर 70 लाख से अधिक माता-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किस्त की एक-एक हजार रूपए की राशि जारी की गई। उन्होंने कहा कि रामलला योजना के अंतर्गत हर आठ-दस दिन में 850 श्रद्धालुओं को शासन के खर्च पर रामलला के दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। वनवासी क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता की खरीदी 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा की दर से खरीदा गया। पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। शराब, कोयला और नान घोटाले की भी जांच हो रही हैं। अपराधी जेल भेजे जा रहे हैं।
उत्कल समाज के संत श्री उदयनाथ महाराज और श्री गगन बिहारी महाराज सहित विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाज को नुआखाई की शुभकामनाएं दी। समाज के पदाधिकारियों ने समाज की मांगों से मुख्य अतिथि को अवगत कराया। इस अवसर पर उत्कल समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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उत्कल समाज को राजधानी रायपुर में सामाजिक भवन के लिए उपलब्ध करायी जाएगी जमीन
रायपुर के बूढ़ी मां मंदिर का होगा जीर्णोद्धार
उत्कल गाड़ा समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने का होगा प्रयास
महापर्व नुआखाई भव्य शोभा यात्रा के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ने की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के गॉस मेमोरियल मैदान में महापर्व नुआखाई के अवसर पर उत्कल गाड़ा समाज द्वारा आयोजित भव्य शोभा यात्रा के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए ऋषि पंचमी-नुआखाई के दिन उत्कल समाज की बहुलता वाले जिलों में अवकाश की घोषणा की। उन्होंने समाज की मांग पर उत्कल समाज को राजधानी रायपुर में सामाजिक भवन के लिए जमीन उपलब्ध कराने और बूढ़ी मां मंदिर के जीर्णोद्धार की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने समाज को यह भी आश्वस्त किया कि उत्कल गाड़ा समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, उत्कल समाज के संत श्री उदयनाथ महाराज और श्री गगन बिहारी महाराज, रायपुर नगर निगम महापौर श्री एजाज ढेबर सहित उत्कल गाड़ा समाज के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने उत्कल गाड़ा समाज को नुआखाई की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि नुआखाई के पांच दिन पहले ही समाज द्वारा भव्य शोभा यात्रा का आयोजन नुआखाई को लेकर उनके उत्साह और समाज की एकजुटता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि समाज की उन्नति के लिए यह आवश्यक है कि समाज बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें। अपने बेटा-बेटियों को पढ़ाएं। युवा पीढ़ी नशा-पान की सामाजिक बुराई से दूर रहे। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वस्त किया कि समाज की उचित मांगों को पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओड़िशा हमारा पड़ोसी राज्य है। ओड़िशा के साथ छत्तीसगढ़ का गहरा नाता है। ओड़िशा के साथ हमारा गहरे सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। नुआखाई उत्कल समाज का प्रमुख त्यौहार है, तो छत्तीसगढ़ में भी नुआखाई का बड़ा महत्व है। आदिवासी समाज भी नई फसल आने पर नुआखाई का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाता है। नुआखाई पर नई फसल घर ले जाकर पूजा-अर्चना की जाती है। इससे चावल और चुड़ा बनाकर अपने ईष्ट देव को अर्पित कर अच्छी फसल, सुख-समृद्धि और सुखमय जीवन की कामना करते हैं।
मुख्यमंत्री ने पिछले आठ महीनों में नई सरकार द्वारा मोदी जी की गारंटी को पूरा करने के लिए किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश के दौरे पर जाते हैं, तो लोगों का यह कहना रहता है कि राज्य सरकार सांय-सांय काम कर रही है। उन्होंने कहा कि नई सरकार ने आठ माह में ही 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदा गया। राज्य सरकार ने 24.72 लाख किसानों से 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की। कल तीजा-पोरा पर्व के आयोजन पर 70 लाख से अधिक माता-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किस्त की एक-एक हजार रूपए की राशि जारी की गई। उन्होंने कहा कि रामलला योजना के अंतर्गत हर आठ-दस दिन में 850 श्रद्धालुओं को शासन के खर्च पर रामलला के दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। वनवासी क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता की खरीदी 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा की दर से खरीदा गया। पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। शराब, कोयला और नान घोटाले की भी जांच हो रही हैं। अपराधी जेल भेजे जा रहे हैं।
उत्कल समाज के संत श्री उदयनाथ महाराज और श्री गगन बिहारी महाराज सहित विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाज को नुआखाई की शुभकामनाएं दी। समाज के पदाधिकारियों ने समाज की मांगों से मुख्य अतिथि को अवगत कराया। इस अवसर पर उत्कल समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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रायपुर : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तथा उप मुख्यमंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत उत्कृष्ठ कार्य करने वाली जिले की लखपति दीदीयों का लखपति प्रमाण पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया। ये महिलाएं, जिन्होंने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से छोटे-छोटे व्यापार शुरू करके अपनी और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया है, उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
राजनांदगांव जिले के ग्राम पंचायत टेड़ेसरा में सीआरजीबी बैंक में कार्यरत बैंक मित्र श्रीमती कीर्ति यादव द्वारा महज 15 दिन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छोटे-छोटे व्यापार की शुरूआत की योजना प्रधानमंत्री मुद्रा स्वयं सिद्धा योजना के तहत जरूरतमंद 54 बिहान समूह सदस्यों को मुद्रा स्वयं सिद्धा ऋण का प्रकरण तैयार कर राशि का वितरण कराया है। जिससे समूह के सदस्य अपने स्वयं के छोटे-छोटे व्यापार प्रारम्भ कर सके साथ ही श्रीमती कीर्ति यादव स्वयं भी समूह से जुड़कर लखपति दीदी बन चुकी हैं,
इसी प्रकार ग्राम पार्रीखुर्द की समूह सदस्य श्रीमती दिव्या निषाद एवं ग्राम तोरणकट्टा की श्रीमती चंद्रकला यादव ने बिहान समूह से जुड़कर अपने व अपने परिवार को गरीबी से ऊपर उठाकर आजीविका प्रारम्भ करते हुए अपने व अपने परिवार की वार्षिक आय एक लाख रूपए से अधिक करते हुए लखपति दीदी बन गई है।इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष तथा उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री को समूह की सदस्यों द्वारा समूह द्वारा निर्मित सामग्री कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह द्वारा भेंट किया गया। -
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बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए की घोषणा
कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, तथा लिटिया में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज दुर्ग जिले के ग्राम मड़ियापर में आयोजित पोला महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। उन्होंने बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और शास्त्री नवयुवक मंडल मड़ियापार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति एवं पारम्परिक खेलों का संगम प्रदर्शित किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामवासियों को पोला तिहार की बधाई एवं शुभकामनाये दी। उन्होंने कहा कि मड़ियापार के बैल दौड़ के बारे में बहुत सुनने को मिला था आज इसे देखने का भी अवसर मिला। उन्होंने कहा कि पोला तिहार किसानों का खेती किसानी से जुड़ा सबसे बड़ा त्योहार है। यह हमारे जीवन में खेती किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से नादिया बैल और जाता पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर में धन धान्य से परिपूर्ण के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है। किसानों के हितों को ध्यान में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश की 70 लाख माताएं-बहनों को तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महतारी वंदन योजना के तहत सातवी किश्त की राशि महिलाओं के खातों में अंतरण किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के आय दोगुना करने सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य में 13 लाख किसानों को धान का दो वर्ष के बकाया बोनस के रूप में 3716 करोड़ का भुगतान किया गया हैं। इसके साथ ही किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की गई है। इसी प्रकार तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पारम्परिक त्योहारों का सरंक्षण एवं संर्वधन के लिए प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी ऐसे आयोजन पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने पोला महोत्सव कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, पोला महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए तथा ग्राम लिटिया में जिला सहकारी बैंक शाखा खोलने की घोषणा की।
सांसद श्री विजय बघेल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पोला महोत्सव से मड़ियापार को प्रदेश में पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत से तीज त्योहार मनाते आ रहे है। इन त्योहारों से यहां प्रेम और सद्भावना बढ़ी है। उन्होंने पोला त्योहार की सभी को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव, क्षेत्रीय विधायक श्री ईश्वर साहू ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जागेश्वर साहू, श्री लाभचंद बाफना एवं श्री अवधेश सिंह चंदेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री निवास में आयोजित विष्णु भैया संग तीजा-पोरा कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े हुई शामिल
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
रायपुर : मुख्यमंत्री निवास में आयोजित ‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा’ कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हुई। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विष्णु देव सरकार लगातार महिलाओं को सशक्त बनाने और किसानों को फसल का सही दाम देकर छत्तीसगढ़ को विकसित बना रही है। साथ ही मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने सखी सेंटर, नारी निकेतन, शक्ति सदन, महिला हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं राष्ट्रीय पोषण माह के पोस्टर का विमोचन भी किया। सुपोषण रथ राज्य के विभिन्न गांव में भ्रमण कर लोगों को पोषण का संदेश देगा। इस रथ में सुपोषण पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। सुपोषण रथ के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों में पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधित ऑडियो वीडियो संदेशों का प्रसारण किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि पोषण माह के दौरान इस वर्ष एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक पोषण आहार, पोषण भी और पढ़ाई भी, गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय हेतु तकनीक का प्रयोग और समग्र पोषण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जन समुदाय तक स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता संबंधित संदेशों के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु 1 सितम्बर 2024 से 30 सितंबर 2024 तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है ताकि एक जन आंदोलन के रूप में सुपोषण की यात्रा में समुदाय की विभिन्न घटक सहभागी हो सके।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने बताया कि प्रदेश में 52000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं, 0 से 06 साल तक के बच्चे, किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण संबंधित सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं। सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समुदाय, परिवार एवं व्यक्तिगत स्तर से सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन भी बहुत आवश्यक है ।
मुख्यमंत्री निवास में माताओं-बहनों के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक कलाकार आरु साहू सहित अन्य कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति पर माता-बहनों ने जमकर नाच गाकर पोरा तिहार का लुफ्त उठाया। महिलाओं के हाथों में मेहंदी बनाई जा रही थी और वहीं उन्हें लाख की चूड़ियां भी भेंट की गई।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, श्री गजेंद्र यादव, श्री इंद्र कुमार साहू सहित अन्य अधिकारी और महिलाएं मौजूद रहे। -
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अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के प्रकल्प ज्ञानपथ, अटल मुक्ताकाशी मंच और अटल सरोवर का किया लोकार्पण
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत विश्वविद्यालय परिसर में लगाए पौधे
रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में शामिल होने बिलासपुर पहुंचे। इस मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस दौरान प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी भी मौजूद रहीं। राज्यपाल श्री डेका और मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वविद्यालय के प्रकल्प ज्ञानपथ, अटल मुक्ताकाशी मंच और अटल सरोवर का लोकार्पण भी किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधे लगाये।इस अवसर पर केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री सुशांत शुक्ला, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री ए.डी. एन वाजपेयी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। -
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मुख्यमंत्री ने आज शाम तैयारियों का जायजा लिया
रायपुर : ‘‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’’ के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का रायपुर निवास सज-धज कर तैयार है। मुख्यमंत्री निवास में दो सितम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे से 1 बजे तक तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शाम अपने निवास पर तिहार की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अतिथियों की बैठक व्यवस्था, पूजा स्थल, मंच आदि व्यवस्थाएं देखीं। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद और श्री बसवराजु एस. भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री निवास की छत्तीसगढ़ की परम्परा और रीति-रिवाज के अनुसार साज-सज्जा की गई हैं। रंग-बिरंगे वंदनवारों, फूलों से आयोजन स्थल को सजाया गया है। मिट्टी के खूबसूरत नंदिया बइला और रंगीन खिलौनों से पूजा स्थल को सजाया गया है। यहां भगवान शिव और नंदिया बैला की आकर्षक प्रतिमा बनाई गई है। -
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आवव मिलके बनावन देश म पहिचान
देखो अपना देश अभियान
रायपुर : क्या आपको छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों पर गर्व है ?तो आपके पास मौका है, इसे पूरे देश में पहचान दिलाने का।आइए, हम सभी इस अभियान में हिस्सा लें और राज्य के पर्यटन गंतव्यों को देश का गौरव बनाएं वोट करने के लिए गूगल फॉर्म https://forms.gle/ANvrFcQqxg55EkSw7 के माध्यम से छत्तीसगढ़ के उन स्थलों के लिए वोट कर सकते हैं
वोट करने की अंतिम तिथि - 15 सितंबर 2024 -
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मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय का प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में सरकार द्वारा सभी समाजों को साथ लेकर समग्र विकास के कार्यों के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री श्री साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के सदस्यों ने शॉल-श्रीफल व प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि आपके नेतृत्व में राज्य में सुशासन की सरकार है, जिसमें प्रदेश के सभी वर्गों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश के सभी वर्गों को मिल रहा है। प्रदेश में नई सरकार के आते ही किसानों, महिलाओं, युवाओं, आदिवासियों सहित गरीब तथा कमजोर वर्ग के लोगों के हित में अनेक फैसले लिए गए। इस तारतम्य में सरकार बनने के दूसरे ही दिन 18 लाख जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने तत्काल स्वीकृति देने का निर्णय लिया गया। इसी तरह राज्य में किसानों को दो साल का बकाया धान बोनस दिया गया और महतारी वन्दन योजना के तहत एक हज़ार रुपये की राशि हर माह देकर 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा से श्री अंजय शुक्ल, अध्यक्ष श्री अरुण शुक्ल, श्री अरविंद दीक्षित, श्री श्याम शुक्ल, श्री अटल त्रिवेदी, श्री प्रदीप कुमार मिश्र, श्री सुरेश मिश्र सहित अनेक सदस्यगण उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ सरकार की अपील: "देखो अपना देश" अभियान में हिस्सा लें और राज्य के पर्यटन गंतव्यों को बनाएं देश का गौरव
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के नागरिकों से अपील की है कि वे भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे "देखो अपना देश" अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। इस अभियान के तहत देशभर के नागरिकों को अपने राज्य के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों के लिए वोट करने का मौका मिल रहा है, और छत्तीसगढ़ के अद्वितीय और खूबसूरत गंतव्यों को इस राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का यह एक सुनहरा अवसर है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा, "छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों को पूरे देश में पहचान दिलाने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे अपने राज्य के गंतव्यों के लिए वोट करें और इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।"
वोट कैसे करेंवोटिंग के लिए नागरिकों को वेबसाइट https://forms.gle/ANvrFcQqxg55EkSw7 का उपयोग करना होगा। इस फॉर्म के माध्यम से लोग छत्तीसगढ़ के उन स्थलों के लिए वोट कर सकते हैं, जिन्हें वे राज्य और देश का गौरव मानते हैं। राज्य सरकार ने भी सभी से आग्रह किया है कि वे इस लिंक को अपने सोशल मीडिया पर साझा करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में भाग ले सकें।
अंतिम तिथिइस अभियान में वोट करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2024 है। इसके बाद, चुने गए गंतव्यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा, जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास के नए अवसर पैदा होंगे। छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और यह अवसर हमें अपनी धरोहर, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को देशभर में फैलाने का मौका देता है। श्री साय ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और छत्तीसगढ़ को भारत का गौरव बनाने में मदद करें। -
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महतारी वंदन योजना की किश्त जारी करेंगे
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 02 सितम्बर को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित होने वाले तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के मौके पर 70 लाख महतारी-बहनों को तीजा पर्व के उपहार स्वरूप महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त जारी करेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय इस योजना के तहत माता-बहनों के खाते में एक-एक हजार रूपए की राशि जारी करेंगे। -
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केन्द्र सरकार की पहल से न केवल किसानों की आय में होगी वृद्धि, बल्कि कृषि उत्पादन में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मिलेगी मजबूती
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘कृषि अवसंरचना कोष’ के विस्तार को मंजूरी दी गई है। इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हाल ही में केन्द्रीय मंत्री मंडल द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘कृषि अवसंरचना कोष’ के विस्तार को मंजूरी दी है, जिससे कृषि परियोजनाओं को सुदृढ़ करने और कृषि उत्पादकता में वृद्धि को प्रोत्साहित किया जा सकेगा। यह निर्णय किसानों के हित में लिया गया है, जो देश और प्रदेश दोनों में कृषि क्षेत्र के व्यापक विकास में सहायक होगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस पहल से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि कृषि उत्पादन में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। यह कदम मोदी सरकार की कृषि अवसंरचना के विकास के माध्यम से किसानों की आर्थिक समृद्धि और कृषि की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने निर्माणाधीन म्युजियम का किया निरीक्षण
छत्तीसगढ़ के वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित है यह संग्रहालय
नवा रायपुर में 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर बना रहा है ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘
आदिवासी संस्कृति और सभ्यता का जीवंत केन्द्र बनकर उभरेगा संग्रहालय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के समीप बन रहे ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘ का निरीक्षण किया। छत्तीसगढ़ के आदिवासी वीर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित इस संग्रहालय का निर्माण 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम भी कार्य की प्रगति देखने पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने संग्रहालय में मूर्तियों, अन्य कलाकृतियों तथा विभिन्न मॉडलों का अवलोकन किया। उन्होंने मूर्तियों का निर्माण कर रहे शिल्पकारों से चर्चा कर उनकी कला के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि ट्रायबल म्युजियम छत्तीसगढ़ के जनजातीय गौरव का एक प्रमुख केन्द्र बनेगा। छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के देश प्रेम की भावना, उनके शौर्य पराक्रम और बलिदानों पर केन्द्रित यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ की गौरवशाली विरासत को सहेजने का अनुपम प्रयास है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधियों को संग्रहालय के कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संग्रहालय के माध्यम से हमारी युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास को जानने का मौका मिलेगा। यह संग्रहालय आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को जानने मे रूचि रखने वाले लोगों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र होगा। यहां छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह सहित राज्य के सभी जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को और अधिक करीब से जानने का मौका मिलेगा।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि इस संग्रहालय में 15 गैलरियां निर्मित की जारी हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं- हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपाल-पट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी-चो-रिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झण्डा सत्याग्रह, जंगल सत्याग्रह आदि को जीवंत मॉडलों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय में छत्तीसगढ़ राज्य में रहने वाली जनजातीयों की जीवनशैली, पहनावें, आभूषण, संगीत, वाद्ययंत्र, आखेट में उपयोग किए जाने वाले हथियारों सहित दैनिक जनजीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को उनके वास्तविक परिवेश में प्रदर्शित किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, आयुक्त आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक श्री पी.एस.एल्मा भी उपस्थित थे।
शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी राज्य संग्रहालय में शहीद वीर नारायण सिंह की फाइबर प्रतिमा, उनका स्मारक, फांसी स्थल, एक छोटी झील और लैंडस्कैप का निर्माण किया जाएगा। संग्रहालय में वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्तियां स्थापित की जाएगी। रिसेप्शन, सोविनियर शॉप, फूड कोर्ट, मल्टीमीडिया रूम, शौचालय, पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। परिसर की छत पर सोलर सिस्टम लगाया जाएगा तथा संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार को सुन्दर जनजातीय आर्ट वर्क से अलंकृत किया जाएगा। इस संग्रहालय में मूर्तियां और कलात्मक जनजातीय कलाकृतियां तैयार करने के लिए क्यूरेटर श्री प्रबल घोष के नेतृत्व में बड़ोदरा, कोलकाता, ओड़िसा, हैदराबाद, दिल्ली, झारखण्ड और बिहार से आये शिल्पकार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में लाईब्रेरी, छत्तीसगढ़ के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं के मॉडलों का अवलोकन भी किया। लाईब्रेरी के अवलोकन के दौरान आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ जनजातीय लोक वा़द्य संस्कृति पर केन्द्रित पुस्तक ‘आदि नाद‘ में छपे क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन किया। स्कैन करने पर वाद्ययंत्र की धुन सुनाई देती है।