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आरबीआई की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2022-23 की दूसरी तिमाही में बड़े पैमाने पर चालू खाता घाटे के पीछे अंतर्निहित कारक वस्तु व्यापार घाटा 2022-23 की पहली तिमाही में 63.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 83.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई। इसे घटाने के लिए सरकार सीमा शुल्क में बढ़ोतरी कर सकती है।
भारत सरकार वित्त वर्ष 2023-2024 के आगामी बजट में निस्संदेह देश की आर्थिक नीतियों में कई बदलाव लाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स में एक सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार संभावित कस्टम ड्यूटी बढ़ोतरी के लिए 35 आइटम्स की लिस्ट पर मंथन कर रही है।इस लिस्ट में निजी जेट, हेलीकॉप्टर, उच्च अंत इलेक्ट्रॉनिक आइटम, प्लास्टिक के सामान, आभूषण, उच्च चमक वाले कागज और विटामिन जैसी चीजें है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस कदम का उद्देश्य आयात को कम करना और इनमें से कुछ उत्पादों के स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहित करना है।
दिसंबर 2022 में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने विभिन्न मंत्रालयों को टैरिफ वृद्धि के माध्यम से अपने आयात को नियंत्रित करने के लिए गैर-आवश्यक वस्तुओं की एक सूची बनाने के लिए कहा था। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, भारत के चालू खाते के बैलेंस ने 2022-23 की दूसरी तिमाही में 36.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 4.4 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया। 2022-23 की पहली तिमाही में 18.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.2 प्रतिशत) और एक साल पहले 9.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) का घाटा हुआ था।
आरबीआई की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2022-23 की दूसरी तिमाही में बड़े पैमाने पर चालू खाता घाटे के पीछे अंतर्निहित कारक वस्तु व्यापार घाटे को 2022-23 की पहली तिमाही में 63.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 83.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई। करों में वृद्धि और आयात को कम करने के लिए सरकार की ओर से उठाया गया यह कदम स्थानीय उत्पादन बढ़ाने के लिए दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है जो घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
एनबीएफसी सेक्टर को करों में राहत की उम्मीद
PayMe के संस्थापक व सीईओ महेश शुक्ला के अनुसार वित्तीय प्रौद्योगिकी या फिन-टेक खिलाड़ियों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ उधार या वित्तपोषण उद्योग ने हाल के वर्षों में एक महत्वपूर्ण सुधार देखा है। पारंपरिक बैंकों की तुलना में ऋण देने या वितरित करने में तेजी से वृद्धि हुई है। एनबीएफसी सेक्टर को केंद्रीय बजट 2023 के दौरान वित्त मंत्री से बहुत सारी उम्मीदें हैं। फिन-टेक खिलाड़ियों की सबसे बड़ी अपेक्षा कर व्यवस्था का उदारीकरण है।
स्टार्टअप्स को करों में राहत की उम्मीद है। सालाना 10 करोड़ रुपये के टर्नओवर तक जीएसटी नहीं लगने से छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने और अधिक नौकरियों में सहायता करने में मदद मिलेगी। हम वित्तपोषण के मौजूदा मॉडल को मजबूत करने के लिए बैंकों के साथ बेहतर साझेदारी के लिए सरकार से समर्थन बढ़ाने की भी उम्मीद करते हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक फिन-टेक क्षेत्र को नियंत्रित करने के लिए नियमों में और सुधार कर सकता है, जो अधिक पारदर्शिता ला सकता है और ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे देश में ऋण देने की प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देगा।
मुथुट फाइनेंस के एमडी ने बजट 2023 से ये उम्मीद जतायी
मुथुट फाइनेंस के एमडी जॉर्ज अलेक्जेंडर मुथुट के अनुसार व्यापक आर्थिक चुनौतियों और कोविड लहर की जोखिम की आशंका को देखते हुए बजट 2023 से उम्मीद की जा रही है कि यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था और व्यवसायों को स्थिर और निरंतर विकास के रास्ते पर स्थापित करेगी। इस बजट में सरकार को कैपेक्स खर्च, निवेश गतिविधि/कॉरपोरेट सेक्टर को मदद, एमएसएमई, छोटे व्यवसायों पर फोकस करना चाहिए। विशेष रूप से भारत में एनबीएफसी सेक्टर बजट से छूट, तरलता सहायता और चुनौतीपूर्ण समय से निपटने में मदद से जुड़ी घोषणाओं की उम्मीद कर रहा है। -
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वाशिंगटन : अमेजन कंपनी की वृद्धि में तेजी से गिरावट हो रही है. जिसका खामियाजा हजारों कर्मचारियों को भुगतना पड़ सकता है. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अपने 18 हजार से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करेगा. कंपनी ने बुधवार को कहा कि वह "अनिश्चित अर्थव्यवस्था" की वजह से कर्मचारियों में कटौती करने की योजना बना रहा है.सीईओ एंडी जेसी ने एक बयान में कहा, "नवंबर में हमने जो कटौती की है और जो आज हम साझा कर रहे हैं, हम सिर्फ 18,000 से अधिक भूमिकाओं को खत्म करने की योजना बना रहे हैं." कंपनी ने नवंबर में 10 हजार छंटनी की घोषणा की थी. दरअसल अमेजन कंपनी की वृद्धि में तेजी से गिरावट हो रही है. जिसका खामियाजा हजारों कर्मचारियों को भुगतना पड़ सकता है. -
-अनिल बेदाग-
मुंबई : उपभोक्ताओं की शिकायत है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज होने में अधिक समय लगता है लेकिन 'लोगर' कंपनी के साथ साझेदारी कर दोपहिया वाहन को महज 15 मिनट में चार्ज करने की कोशिश की जा रही है। यह कम से कम समय में टू-व्हीलर चार्ज करने वाली कंपनी होने का दावा करती है।
वाहनों में लोकप्रियता हासिल करने के बाद अब समकित शाह कंपनी राष्ट्रीय स्तर पर इसमें क्रांति लाने की कोशिश कर रही है। वह कहते हैं कि हमारे देश में इलेक्ट्रिक बाइक के लिए अलग से इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं है। क्योंकि हर घर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन है। इसलिए कुछ ही महीनों में देश में ई-बाइक्स का इस्तेमाल व्यापक हो जाएगा। ऐसा जितेंद्र न्यू ईवा टेक प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक समकित शाह का मानना है।भारतीयों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन की अवधारणा नई नहीं है। वर्षों से इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग न्यूनतम रहा है लेकिन पर्यावरण के प्रति नागरिकों में जागरूकता, सरकार की ओर सब्सिडी और कंपनियों की बदलती रणनीति के कारण इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर उतर रहे हैं।शाह ने कहा कि चूंकि अवसर था, इसलिए कंपनी ने स्थानीय स्तर से इसकी मांग की और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित किया। मौजूदा समय में कंपनी सालाना करीब 15,000 दोपहिया वाहनों का उत्पादन करती है और 100 लोगों को रोजगार देती है। 2027 तक, उत्पादन क्षमता बढ़ाने और बिक्री को प्रति वर्ष 10 लाख वाहनों तक ले जाने का लक्ष्य है। फिलहाल कंपनी की बाइक्स 14 राज्यों के 120 शहरों में डीलर्स के जरिए बेची जाती हैं। शाह ने कहा कि फैक्ट्री के विस्तार के लिए 300 करोड़+ तक जुटाए जाएंगे।शाह कहते हैं कि हमारे देश में चार पहिया वाहनों की अपेक्षा दोपहिया वाहनों को अधिक तरजीह दी जाती है। कंपनी की स्थापना 2014 में नासिक में आम उपभोक्ताओं तक इलेक्ट्रिक वाहन पहुंचाने के लिए की गई थी। ग्राहकों की पसंद के अनुसार अनुसंधान और आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए 2016 में दोपहिया और तिपहिया वाहनों का उत्पादन शुरू हुआ। विदेशों से स्पेयर पार्ट्स आयात करने के बजाय, हमारे देश में पूंजी उत्पादन और अनुसंधान अधिक है। -
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पटना : Airtel की 5जी प्लस सेवाएं पटना साहिब गुरुद्वारा, पटना रेलवे स्टेशन, डाक बंगला, मौर्या लोक, बैली रोड, बोरिंग रोड, सिटी सेंटर मॉल, पाटिलीपुत्र इंड्रस्ट्रियल एरिया सहित कुछ चुनिंदा स्थानों पर उपलब्ध हैं.
भारत की अग्रणी सर्विस प्रोवाडर भारती एयरटेल ने सोमवार को पटना में अपनी अत्याधुनिक 5जी सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की है. एयरटेल के ग्राहक अब मौजूदा 4जी स्पीड से 20-30 गुना अधिक तक की गति के साथ एक अत्यंत तेज नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं. बिहार, झारखंड और ओडिशा के भारती एयरटेल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुपम अरोड़ा ने पटना में एयरटेल 5जी प्लस के शुभारंभ की घोषणा करते हुए यह बात कही है.
उन्होंने कहा, हम पूरे शहर में इसका विस्तार करने की प्रक्रिया में हैं जो हमारे ग्राहकों को गेमिंग, मल्टीपल चैट, इंस्टेंट फोटो अपलोड और एचडी वीडियो स्ट्रीमिंग जैसी गतिविधियों के लिए तेज गति की पहुंच प्रदान करेगा.इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे कंपनी अपने नेटवर्क को शुरू करेगी, एयरटेल 5जी प्लस सेवाएं चरणबद्ध तरीके से ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगी. 5G सक्षम उपकरण वाले ग्राहक बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के 5जी प्लस नेटवर्क का उपयोग तब तक कर सकते हैं, जब तक कि यह सेवा व्यापक रूप से शुरू नहीं हो जाती है.एयरटेल की सेवाएं पटना साहिब गुरुद्वारा, पटना रेलवे स्टेशन, डाक बंगला, मौर्या लोक, बैली रोड, बोरिंग रोड, सिटी सेंटर मॉल, पाटिलीपुत्र इंड्रस्ट्रियल एरिया सहित कुछ चुनिंदा स्थानों पर उपलब्ध हैं. एयरटेल पूरे शहर में अपनी सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए नेटवर्क का विस्तार कर रही है.वहीं,एयरटेल 5जी प्लस सेवा अब पटना एयरपोर्ट पर भी उपलब्ध है, जिससे यहां से उड़ान भरने वाले और यहां आने वाले एयरटेल ग्राहक हवाई अड्डा टर्मिनल पर इन सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरु एयरपोर्ट के नए टर्मिनल सहित पुणे,वाराणसी और नागपुर हवाई अड्डों पर एयरटेल 5जी प्लस सेवा शुरु की है. -
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ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमेजन करीब 10000 लोगों की छंटनी कर सकती है। यह छंटनी कॉरपोरेट और टेक्नोलॉजी जॉब में हो सकती है। अमेजन में छंटनी की शुरुआत इस हफ्ते हो सकती है।ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमेजन करीब 10000 लोगों की छंटनी कर सकती है। यह छंटनी कॉरपोरेट और टेक्नोलॉजी जॉब में हो सकती है। छंटनी की शुरुआत इस हफ्ते हो सकती है। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से यह बात द न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कही है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन की डिवाइसेज यूनिट (जिसमें वॉइस-असिस्टेंट एलेक्सा आता है), इसके रिटेल डिवीजन और ह्यूमन रिसोर्सेज पर जॉब कट का फोकस होगा।
कंपनी ने पिछले दिनों कही थी हायरिंग बंद करने की बातपिछले साल 31 दिसंबर तक अमेजन में 16 लाख से ज्यादा फुल टाइम और पार्ट टाइम एंप्लॉयीज थे। कंपनी ने हाल में कहा था कि वह अगले कुछ महीनों के लिए हायरिंग को बंद करेगी। कर्मचारियों की छंटनी से जुड़ी खबर अमेजन के उस बयान के बाद आई है, जिसमें Amazon ने बिजी हॉलिडे सीजन के दौरान भी ग्रोथ में स्लोडाउन को लेकर चेताया था। हॉलिडे सीजन के दौरान अमेजन सबसे ज्यादा सेल्स जेनरेट करती है। अमेजन ने कहा था कि बढ़ती कीमतों के कारण कंज्यूमर्स और बिजनेस के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं हैं।
मेटा भी हटा रही 11000 से ज्यादा एंप्लॉयीजसंभावित आर्थिक सुस्ती को देखते हुए अपने कर्मचारियों की संख्या घटाने वाली कंपनियों की लिस्ट में अमेजन नया नाम हो सकता है। पिछले हफ्ते फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta Platforms ने कहा था कि वह कॉस्ट घटाने के लिए 11,000 से ज्यादा जॉब्स की कटौती करेगी। इसके अलावा, एलन मस्क के मालिकाना हक वाली ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट और स्नैप ने भी अपने कर्मचारियों की संख्या घटाई है। -
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फेसबुक की पेरेन्ट कंपनी मेटा ने 11,000 से ज़्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इस मामले से परिचित लोगों के अनुसार, फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने बुधवार को व्यापक रूप से अपनी कंपनी में कर्मियों की छटनी की योजना बनायी है.
फेसबुक की पेरेन्ट कंपनी मेटा ने 11,000 से ज़्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इस मामले से परिचित लोगों के अनुसार, फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने बुधवार को व्यापक रूप से अपनी कंपनी में कर्मियों की छटनी की योजना बनायी है. कंपनी के राजस्व में गिरावट के बाद सोशल-मीडिया कंपनी की तरफ से यह कार्रवाई की गयी है. मेटा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने आज एक ब्लॉग पोस्ट में कहा आज मैं मेटा के इतिहास में किए गए कुछ सबसे कठिन बदलावों को साझा कर रहा हूं. मैंने अपनी टीम के आकार को लगभग 13% कम करने और हमारे 11,000 से अधिक प्रतिभाशाली कर्मचारियों को कंपनी से बाहर करने का फैसला लिया है.
जुकरबर्ग ने कहा, "हम खर्च में कटौती करके और Q1 के माध्यम से अपने हायरिंग फ्रीज को बढ़ाकर एक अधिक कुशल कंपनी बनने के लिए कई अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं." इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छटनी यह बताता है कि कंपनी की तरफ से बड़े बजट में कटौती की तैयारी है. गौरतलब है कि डिजिटल विज्ञापन राजस्व में तेज मंदी के कारण कंपनी को यह कदम उठाना पड़ा है.
काम से निकाले जा रहे कर्मचारियों को कंपनी की तरफ से 6 सप्ताह का मूल वेतन दिया जाएगा. कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों को छह महीने के लिए स्वास्थ्य सेवा का खर्च दिया जाएगा. जुकरबर्ग ने मेटा को अधिक पूंजी कुशल बनने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि कंपनी संसाधनों को "उच्च प्राथमिकता वाले विकास क्षेत्रों" में स्थानांतरित करेगी जैसे कि एआई डिस्कवरी इंजन, विज्ञापन और व्यावसायिक प्लेटफॉर्म, साथ ही साथ इसकी मेटावर्स परियोजना को भी आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा.
मेटा की नौकरी में कटौती पिछले हफ्ते ट्विटर द्वारा किए गए छटनी के बाद हुई है, जिसमें देखा गया कि कंपनी ने एलोन मस्क को अपनी बिक्री के बाद अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 50% की कटौती की है. स्नैपचैट की तरफ से भी कहा गया है कि कंपनी अपने वर्कफोर्स को 20 प्रतिशत कम करने वाली है. -
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वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इस हफ्ते कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार 9 नवंबर को कंपनी अपने हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। दुनिया भर के बाजारों में इस समय में काफी उथल-पुथल मची हुई है। मंदी की आशंका के बीच दिग्गज कंपनियां अपने खर्च में कटौती करने को मजबूर हैं। इस बार कर्मचारियों की छंटनी को लेकर अमेरिका की सिलिकॉन वैली से बड़ी खबर आ रही है। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इस हफ्ते कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार 9 नवंबर यानी बुधवार को कंपनी अपने हजारों कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर देगी। कंपनी ने पहले ही कर्मचारियों को इस सप्ताह गैर-जरूरी ट्रैवल कैंसिल करने के लिए कह दिया गया था। हालांकि, इस पूरे मसले पर मेटा की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। बता दें, सितंबर तिमाही तक मेटा के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कुल मिलाकर 87,000 से अधिक लोग काम कर रहे थे।
तिमाही नतीजों ने दी मार्क जकरबर्ग को टेंशन!
सितंबर तिमाही में मेटा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। साल 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट घटकर 4.4 अरब डॉलर पर आ गया है। पिछले साल की तुलना में इस बार सितंबर तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट में 52 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों भी गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, कंपनी का मार्केट कैप भी घटकर 600 अरब डॉलर हो गया है।
नौकरियों को लेकर क्या सोच रहे हैं मेटा के मुखिया?
अक्टूबर 2022 में जकरबर्ग ने एक बयान में कहा था, 'साल 2023 में हमारे निवेश का फोकस तेजी से ग्रोथ करने वाले एरिया पर रहेगा। ऐसे में कुछ टीम में लोगों को इजाफा देखने को मिल सकता है। वहीं, ज्यादातर टीम या तो फ्लैट रहेंगी या फिर छंटनी होगी। साल 2023 में या तो हमारी कंपनी का साइज घट जाएगा या फिर कुछ इसी तरह दिखाई देगा।' इससे साफ है कि कंपनी आने वाले समय में नई ज्वाइनिंग पर बहुत फोकस नहीं कर रही है।
क्या निवेशकों का भरोसा खो रही है मेटा?
कुछ समय पहले मेटा के शेयरहोल्डर Altimeter Capital Management ने मार्क जकरबर्ग को एक ओपन लेटर लिखते हुए कहा था कि कंपनी को कर्मचारियों की छंटनी के जरिए खर्च में कटौती करनी चाहिए। इस लेटर में कहा गया था कि मेटा अपने निवेशकों का भरोसा खो रही है। बता दें, हाल ही में मेटावर्स को बहुत ही धूमधाम के साथ जकरबर्ग ने लॉन्च किया था। लेकिन मार्केट से बहुत अच्छा रिस्पॉस नहीं मिला है कर्मचारियों की छंटनी के मामले में मेटा अकेली कंपनी नहीं है। ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट और स्नैप इंक जैसी कंपनियां भी लोगों को कंपनी से बाहर निकाल रही हैं। यह सब बढ़ती महंगाई, यूरोप में एनर्जी संकट जैसे कारणों की वजह से हो रहा है। -
-अनिल बेदाग-
मुंबई : क्रॉम्प्टन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने ऊर्जा बचाने में सक्षम पंखों की अपनी नई रेंज - एनर्जियॉन ग्रूव की पेशकश की। ऊर्जा दक्षता में सबसे अनुभवी ब्रैंड्स में से एक क्रॉम्प्टन ने लगातार 6 बार नेशनल एनर्जी कन्जर्वेशन अवॉर्ड जीता है। क्रॉम्प्टन 80 से ज्यादा साल की विरासत के साथ पूर्ण स्थायित्व और गुणवत्ता आश्वासन देने का वादा करता है। इसके ऑल-न्यू 5 स्टार रेटेड फैन एक्टिव बीएलडीसी मोटर से लैस हैं जोकि 220 सीएमएस की एयर डिलिवरी देते हैं। इसमें स्टैंडर्ड इंडक्शन फैन की तुलना में 70 वॉट की जगह 28 वॉट बिजली की खपत होती है और यह 60 फीसदी से ज्यादा बिजली की बचत करते हैं। इसमें 4 फैन्स के लिए बिजली के बिलों में सालाना 7000 रुपये की बचत होती है। पंखे की स्पीड और एयर फ्लो से कोई समझौता नहीं किया गया है। क्रॉम्प्टन के एनर्जियॉन रिमोट कंट्रोल और एंटी डस्ट टेक्नोलॉजी के साथ खूबसूरत एवं आकर्षक डिजाइन में आते हैं। इससे आप अपने घर में प्रियजनों के साथ अपन फुर्सत का वक्त बड़े आराम से गुजार सकते हैं।
उपभोक्ता आज एक स्थायी और ऐसे सजग विकल्पों की तलाश में हैं जोकि उन्हें अपने घरों में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित बनाने में मदद करते हों। लेकिन उनके इको-फ्रेंडली उपकरणों का प्रदर्शन काफी अच्छा नहीं रहता है। यह विशेष रूप से उस समय और भी सच जाता है जब उपभोक्ता ऐसे एनर्जी एफिशिएंट सीलिंग पंखों का चुनाव करते हैं जिनमें एयर डिलीवरी और आराम दोनों ही कम होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, क्रॉम्प्टन बिजली बचाने में सक्षम इनोवेशन को एक नए लेवल पर ले गया है। नई एक्टिव बीएलडीसी वाली पखों की रेंज – एनर्जियॉन ग्रूव इसके ब्रांड का बेहतरीन गेमचेंजर बनकर उभरी है। इससे न केवल बिजली की खपत में बचत होती है, बल्कि इससे उपभोक्ताओं को आराम, सुविधा और ठंडी हवा और माहौल से कोई समझौता नहीं करना पड़ता।