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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नारायणपुर जिलावासियों तथा जलजीवन मिशन के अधिकारी-कर्मचारियों को दी बधाई आंकाक्षी जिलों में पेयजल के लिए उत्कृष्ट काम करने पर मिला सम्मान
नारायणपुर जिले के 18 हजार 72 घरों में अभी तक दिया जा चुका नल कनेक्शन, 14 गाँव ऐसे जहाँ शतप्रतिशत परिवारों को दिया गया कनेक्शन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर पर लगातार सराहा जा रहा है। इसी कड़ी में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नारायणपुर जिले को आकांक्षी जिले के अंतर्गत जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र से केंद्रीय जलशक्ति, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस सम्मान के लिए नारायणपुर जिलावासियों को तथा इस कार्य में लगे जलजीवन मिशन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।
गौरतलब है कि बेहद कठिन बसाहटों वाले नारायणपुर जिले के गाँव-गाँव में हर ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था। इसे सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने आंकाक्षी जिले के अंतर्गत नारायणपुर जिले को सम्मानित किया। केंद्र सरकार द्वारा जलजीवन सर्वेक्षण 1 अक्टूबर 2022 से 30 जून 2023 तक कराया गया। इसमें आकांक्षी जिलों अंतर्गत नारायणपुर जिले का कार्य उत्कृष्ट पाया गया। इस जिले के लिए जलजीवन मिशन ने 30 हजार 322 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुँचाने का लक्ष्य रखा था इसमें 18 हजार 72 घरों तक नल कनेक्शन पहुँचाया जा चुका है। 14 गाँव ऐसे हैं जहां शतप्रतिशत परिवारों को कनेक्शन दिया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर पूरे प्रदेश में जलजीवन मिशन के अंतर्गत शुद्ध पेयजल पहुँचाने का काम मिशन मोड पर किया जा रहा है। मिशन संचालक जलजीवन मिशन श्री आलोक कटियार ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के सतत् मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन के कार्यों में मानक गुणवत्ता के साथ वांछित प्रगति प्राप्त हुई है, वर्तमान स्थिति में राज्य द्वारा औसतन प्रतिदिन 7000 घरेलू कनेक्शन की उपलब्धि अर्जित की जा रही है तथा 60 प्रतिशत परिवारों को घरेलू कनेक्शन दिया जा चुका है। अब तक राज्य के कुल 422 ग्रामों को हर घर जल प्रमाणीकरण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि नारायणपुर जिले में दो विकासखंड ओरछा और नारायणपुर है।
विकासखंड ओरछा का अधिकांश क्षेत्र अबूझमाड़ के अन्तर्गत आता है जो लगभग 4 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ पहाड़ एवं घने जंगलों से घिरा हुआ है। अभी तक इन क्षेत्रों का सर्वे भी नहीं हो पाया है। इस असर्वेक्षित क्षेत्र में 275 से अधिक ग्राम है, जिसके किसानों के हितों को देखते हुये मसाहती सर्वे के कार्य हेतु मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था। मसाहती ग्रामों में सर्वे कार्य चल रहा है। जल जीवन मिशन अन्तर्गत सोलर पम्प आधारित पेयजल योजनाये इस जिले के दूर-दूर में फैले बसाहटों में निवासरत ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में जलजीवन मिशन अंतर्गत राज्य के कुल 43 हजार 974 शाला (86.78 प्रतिशत), 41 हजार 719 आंगनबाड़ी केंद्र (83.39 प्रतिशत) एवं 5246 स्वास्थ्य केंद्र (97.86 प्रतिशत) में रनिंग वाटर उपलब्ध कराया जा चुका है। राज्य के शतप्रतिशत अर्थात 2470 आश्रम शालाओं में रनिंग वाटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। राज्य के 7 जिलों धमतरी, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, जांजगीर चांपा एवं सक्ती जिले में 70 प्रतिशत से अधिक घरेलू कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। दंतेवाड़ा जिले में 26 हजार 891 अर्थात 53.01 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय किया गया है। दंतेवाड़ा जिले के 19 ग्रामों में शतप्रतिशत परिवारों में नल कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है तथा 5 गांव में हर-घर जल प्रमाणीकरण कराया जा चुका है।
नारायणपुर जिले में 6 ग्रामों में हर घर जल उत्सव मनाकर प्रमाणीकरण कराया गया है। नारायणपुर जिले में हर घर जल पूर्ण करने के प्रयासों के अंतर्गत विकासखण्ड ओरछा के अंदरूनी ग्राम उदिदगांव, गुलुमकोड़ो, कोकोड़ी, कुंडला, खडकागांव, गुरिया एवं पल्ली आदि गांवों में कार्य पूर्णता पर है। जिले में सोलर आधारित 338 योजनायें पूर्ण की जा चुकी है, सुदूर वनांचल क्षेत्रों में सोलर आधारित पेयजल योजनाओं से निरंतर जलापूर्ति सुनिश्चित किया जा रहा है इस प्रकार नारायणपुर जिले के अंदरूनी एवं विद्युत विहीन ग्रामों में भी पेयजल सुविधा का लाभ मिल रहा है। श्री कटियार ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत नारायणपुर जिले के शत प्रतिशत परिवारों को अतिशीघ्र घरेलू नल कनेक्शन प्रदान कर प्रदेश के प्रथम हर घर जल जिला बनाये जाने हेतु हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। -
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घर और बाहर दोनों ही मोर्चे पर अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है महिलाएं : मुख्यमंत्री श्री बघेल
महिलाओं की खुशी में सपरिवार शामिल हुए मुख्यमंत्री खेती-किसानी की समृद्धि के लिए की हल और नंदी बैल की पूजा
मुख्यमंत्री निवास में धूम-धाम के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया तीजा-पोरा तिहार
रायपुर : महिलाएं आज घर और बाहर दोनों ही मोर्चे पर अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है। घरेलू और सार्वजनिक जीवन में महिलाएं कामयाब है। बस्तर में दंतेश्वरी फाईटर की महिलाएं सर्च ऑपरेशन में जाती है, ऐसा ट्रूप बना है, जो नक्सलियो से मोर्चा ले रही हैं। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वे सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित तीजा-पोरा तिहार को संबोधित कर रहे थे। इस खास मौके पर प्रदेश की बहनों के लिए आज मुख्यमंत्री निवास मायका बन गया था और तीजा-पोरा तिहार में महिलाएं जमकर झूमी। इस खुशी में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सपरिवार शामिल हुए और बहनों को तीजा का उपहार भी दिया। साथ ही मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सपरिवार भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की। उन्होंने पोरा के अवसर पर खेती-किसानी की समृद्धि के लिए हल और नंदी बैल की पूजा कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल सपरिवार तिहार में शामिल महिलाओं से मुलाकात की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झूला और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेते हुए आनंद उठाया।
मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जो भी अतिथि आते हैं, महिलाओं को लेकर उनकी धारणाएं बदली है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वह सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं। इसलिए जब आप प्रदेश की सारी योजनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि इन्हें महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा पुन्नी जैसे विशेष अवसरों को और आनंदित बनाने के लिए शासकीय अवकाश दिया है। इससे हम अपने त्यौहारों को और खुशहाली और उत्साह के साथ मना पा रहे हैं। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना, श्रमिक हितैषी योजनाओं, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगभग 1 लाख 75 हज़ार करोड़ सीधे प्रदेशवासियों के खाते में भेजी गई है। जिससे प्रदेश का सभी वर्ग समृद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि तीजा के अवसर पर ऐसा मानते है कि जब महिलाएं मायके जाती है तब बारिश होती है। आप देख रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। यह खुशी की बात है कि पिछले 5 सालों में हमारे प्रदेशवासियों को अकाल-दुकाल का सामना करना नहीं पड़ा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। हमने प्रदेश में महिलाओं का मान बढ़ाया है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित किए हैं। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार शासकीय अंग्रेजी स्कूल खोला गया है, जहां गरीब परिवार के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिला है। हमारा लगातार प्रयास है कि हम प्रदेशवासियों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाएं।
तीजा-पोरा त्यौहार में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने स्वागत उद्धबोधन में कहा कि नारी शक्ति के सम्मान से ही देश महान बनेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण के लिए मजबूती के साथ काम हुआ है। प्रदेश में संचालित विभिन्न महिला केन्द्रित योजनाओं से उनके उत्थान की राह आसान हुई है। इस मौके पर सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम तथा दिल्ली से विशेष रूप तीजा पोरा मनाने आई सुश्री सुप्रिया श्रीनेत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने किया।
इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, संसदीय सचिव श्रीमती संगीता सिन्हा, सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक देवती कर्मा, श्रीमती सावित्री मंडावी, श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आई महिलाएं उपस्थित थी। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों विशेष रूप से किसान भाइयों को पारंपरिक पोला तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने सभी नागरिकों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की है। पोरा तिहार की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में श्री बघेल ने कहा है कि पोला तिहार छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है। यह हमारे जीवन में खेती-किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से बैलों और जाता-पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर को धन-धान्य से परिपूर्ण होनेे के लिए प्रार्थना की जाती है।
श्री बघेल ने कहा कि तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति और परम्पराओं का संवाहक होते हैं। यह हमारी धरोहर को अगली पीढ़ी तक पहुंचाते हैं। पोला के दिन मिट्टी के बर्तन और बैलों से खेलकर बच्चे अनजाने ही अपनी मिट्टी और उसके सरोकारों को जुड़ते चले जाते हैं। श्री बघेल ने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि आने वालीे पीढ़ियों को अपनी समृद्ध संस्कृति का परिचय कराएं और उसके संरक्षण और संवर्धन का प्रयास करें। -
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सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम से होगा नया मंडी बोर्ड भवन
40 करोड़ रूपए की लागत से बने भवन में बीज निगम का कार्यालय भी होगा संचालित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड के नवीन कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने इस भवन का नामकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर करने की घोषणा की। नवा रायपुर के सेक्टर 24 में 40 करोड़ रूपए की लागत से तैयार किए गए इस भवन में बीज निगम का कार्यालय भी संचालित होगा। लगभग 1 लाख 58 हजार वर्गफीट में बनाए गए इस भवन से कृषि संबंधी विभिन्न गतिविधियों संचालित होंगी जिसका लाभ किसानों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की सुविधा के लिए राज्य में मंडी का विस्तार किया जा रहा है। राज्य में लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जानी है। इसको देखते हुए धान संग्रहण केन्द्रों को भी मंडी के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में मिलेट्स की खेती को भी लगातार प्रोत्साहन दिया जा रहा है तथा समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी की जा रही है। राज्य में किसान हितैषी नीतियों के फलस्वरूप बस्तर अंचल में खेती-किसानी के प्रति रूझान बढ़ा है। पहले बस्तर में सब्जी का उत्पादन नहीं के बराबर हो रहा था अब बस्तर में सब्जी उत्पादन का क्षेत्र बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि किसानों को उनके उपज का सही दाम मिले। वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा केन्द्रीय पूल के लिए चावल खरीदी में की गई कटौती किसानों के प्रति अन्याय है। अब बायोमेट्रिक पद्धति से धान खरीदी का नियम केन्द्र सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है। यह किसानों को परेशान करने का नया तरीका है।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा की राज्य में सरकार बनने के साथ ही कृषि के क्षेत्र में लगातार क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है। राज्य के सरकार अब किसानों से 20 क्विंटल धान की खरीदी करेगी। विगत वर्ष 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए किसानों को उसके उपज के लिए दिया गया। सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। कार्यक्रम में श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कृषि प्रधान राज्य में किसानों की प्रगति के लिए नए-नए संसाधनों को अपनाया जा रहा है। नए मंडी भवन के बन जाने से अब राज्य के सभी मंडी सदस्यों को काम-काज में आसानी होगी। उन्होंने मंडी समिति के सदस्य द्वारा की गई विभिन्न मांगों को यथाशीघ्र पूरा करने की बात भी कही।
समारोह में मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, राज्य के सभी मंडी बोर्ड के अध्यक्ष और समिति के सदस्य, कृषि उत्पादन आयुक्त एवं सचिव श्री कमलप्रीत सिंह, प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड श्री यशवंत कुमार, आईजी श्री रतन लाल डांगी, प्रबंध संचालक गोधन न्याय मिशन डॉ. अय्याज फकीर भाई तंबोली, संचालक कृषि एवं पशुधन श्रीमती चंदन त्रिपाठी, उप सचिव श्रीमती तूलिका प्रजापति सहित बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नवा रायपुर में तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का किया शिलान्यास
1083 एकड़ में चरणबद्ध रूप से विकसित होगा ‘कमर्शियल हब’
216.63 एकड़ क्षेत्र में चरणबद्ध रूप से विकसित होगी ‘एरोसिटी’
13 एकड़ क्षेत्र में होगी ‘शहीद स्मारक’ की स्थापना
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर अटलनगर के सेक्टर-35 में आयोजित समारोह में तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं ‘कमर्शियल हब’, एरोसिटी और ‘शहीद स्मारक’ का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। नवा रायपुर में निवेश, बसाहट और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सेक्टर-23, 24, 34, 35 और 40 में 1083 एकड़ में ‘कमर्शियल हब’ विकसित किया जा रहा है। इसी तरह नवा रायपुर के लेयर-3 में यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने, एयरपोर्ट क्षेत्र के वाणिज्यिक विकास तथा रोजगार सृजन हेतु स्वामी विवेकानंद विमानतल के निकट ग्राम बरोदा एवं रमचण्डी के चिन्हांकित 216.63 एकड़ में ‘एरोसिटी’ विकसित की जा रही है।
‘शहीद स्मारक’ की स्थापना नवा रायपुर के ग्राम परसदा (सेक्टर-3) में व्हीआईपी बटालियन में 13 एकड़ में की जा रही है।कमर्शियल हब : प्रथम चरण में 1000 थोक व्यावसायिक दुकानों का होगा निर्माण
कमर्शियल हब के प्रथम चरण में 20 व्यवसायों के लगभग 1,000 थोक व्यावसायिक दुकानों के विकास हेतु भू-खण्डो का प्रावधान किया गया है जिसमें थोक किराना, अगरबत्ती, होलसेल बारदाना, दाल मिल, पेपर ट्रेड आदि हेतु पृथक-पृथक प्रावधान किया गया है। कमर्शियल हब के विकास हेतु राज्य शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। ‘कमर्शियल हब’ के सिटी लेवल अधोसंरचना तथा प्रथम चरण के 125 एकड़ में अधोसंरचना का विकास 195.51 करोड़ रूपए की राशि से किया जाएगा।
इस परियोजना के लिये चिन्हांकित भूमि राष्ट्रीय राज मार्ग नं. 30 एवं भारत माला परियोजना के अलॉइमेंट के निकट स्थित है तथा उक्त भूमि को रेलवे कनेक्टिविटी भी प्राप्त है। चिन्हांकित भू-खण्ड स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से लगभग 12 किमी. पर स्थित है। चिन्हांकित भूमि ग्राम निमोरा, उपरवारा, परसट्ठी, बेन्द्री, केन्द्री, झांकी एवं मुड़पार में स्थित है। उक्त भू-खण्ड का भू-उपयोग सार्वजनिक तथा अर्ध- सार्वजनिक से मिश्रित भू-उपयोग में किया गया है।
गौरतलब है कि लगभग 7743 विभिन्न थोक व्यावसायिक संघों से परामर्श तथा सर्वे करने के पश्चात् बाजार की मांग का आंकलन किया गया है, जिसके आधार पर मांग मूल्यांकन एवं प्रोडक्ट मिक्स निकाले गये चिन्हांकित भू-खण्ड में भूमि की उपलब्धता तथा व्यावसायिक गतिविधि की प्राथमिकता के आधार पर कुल 1,083 एकड़ पर व्यावसायिक क्लस्टर अनुसार जोनिंग प्लान तैयार किया गया है, जिसका विकास चरणबद्ध रूप से किया जाना प्रस्तावित है।नवा रायपुर अटल नगर में निवेश, बसाहट तथा वाणिज्यिक गतिविधयों को बढ़ावा दिये जाने हेतु सेक्टर-23, 24, 34, 35 तथा 40 के 438.47 हेक्टेयर (1.083 एकड़) क्षेत्रफल पर थोक व्यवसायिक बाजार प्रस्तावित किया गया है। यह थोक व्यावसायिक बाजार न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आस-पास के अन्य राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए भी लाभदायक होगा। इस परियोजना में थोक व्यवसाय से जुड़ी सभी सुविधाएं एवं भौतिक अधोसंरचना उच्च मानकों के अनुसार प्रदान की जाएगी। इस परियोजना के क्रियांवयन से आस-पास के क्षेत्र में रोजगार के सृजन होने की संभावनाएं हैं।
एरोसिटी : वाणिज्यिक संस्थान, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, होटल का प्रावधान
नया रायपुर अटल नगर के लेयर-3 में यात्री सुविधाओं को बढावा देने, एयरपोर्ट क्षेत्र के वाणिज्यिक विकास तथा रोजगार सृजन हेतु स्वामी विवेकानंद विमानतल के निकट एरोसिटी विकसित की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी 2023 को एरोसिटी स्थापना की घोषणा की थी।
एरोसिटी के लिए नवा रायपुर के ग्राम बरोदा और रमचण्डी में लगभग 216.63 एकड़ भूमि चिन्हांकन की गई है। चिन्हांकित भू-खण्ड में निजी स्वामित्व की भूमि शामिल होने के कारण एरोसिटी परियोजना का विकास नगर विकास योजना की तर्ज पर किये जाने का निर्णय लिया गया है। बाजार मूल्यांकन एवं प्राधिकरण का वित्तीय हित देखते हुए प्रथम चरण में लगभग 24.85 एकड़, क्षेत्रफल की भूमि को विकसित किये जाने का निर्णय लिया गया।
शासकीय स्वामित्व की 15.45 एकड भूमि पर तैयार किये गये अभिन्यास में 0.62 एकड़ से 3.01 एकड़ तक के 04 वाणिज्यिक भू-खण्ड, 0.82 एकड़ के 01 शॉपिंग कॉम्पलेक्स एवं 1.44 एकड़ भूमि 01 होटल हेतु प्रस्तावित है। एरोसिटी के विकास हेतु राज्य शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
शहीद स्मारक
नवा रायपुर अटल नगर क्षेत्र के ग्राम परसदा (सेक्टर-3) में व्ही.आई.पी. बटालियन के लिए 42.931 एकड़ भूमि चिन्हांकित की गई है। इसमें से 13 एकड़ में शहीद स्मारक की स्थापना की जाएगी।
इस प्रस्तावित परियोजना में शहीद स्मारक लगभग 07 एकड़ भूमि पर 2700 शहीदों के नाम उत्कीर्ण किये जाने हेतु दीवारों का निर्माण, छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति स्मारक का निर्माण लगभग 6 एकड़ भूमि में, 1500 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्मारक म्यूजियम, 21 प्लाटून हेतु परेड ग्राउंड, बगलर प्लेटफार्म, लगभग 400 दर्शकों हेतु दीर्घा, 40 वर्ग मीटर में विशिष्ट अतिथि दीर्घा, 1400 वर्ग मीटर में 60 जवानों के लिए बैरक तथा पार्किंग, फाउंटेन, सिचाई इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी। राज्य शासन द्वारा इसके लिए 47.75 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।
नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र अंतर्गत विविध कार्यों के इस शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षताआवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने की। इस दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, विधायक श्री धनेन्द्र साहू, मुख्यमंत्री के विशेष सलाहकार श्री राकेश गुप्ता तथा छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स के पदाधिकारी तथा उपस्थित थे। -
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‘कमर्शियल हब’, एरोसिटी और ‘शहीद स्मारक’ एवं ‘अमर जवान ज्योति स्मारक’ की रखेंगे आधारशिला
1083 एकड़ में चरणबद्ध रूप से विकसित होगा ‘कमर्शियल हब’
‘एरोसिटी’: 216.63 एकड़ में चरणबद्ध रूप से होगी विकसित
13 एकड़ में स्थापित होगा ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति स्मारक’ एवं ‘शहीद स्मारक’ की स्थापना
परियोजनाएं वाणिज्यिक गतिविधियों, बसाहट और निवेश को प्रोत्साहित करने में होंगी मददगार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 12 सितम्बर दोपहर 2 बजे नवा रायपुर अटलनगर के सेक्टर-35 में आयोजित समारोह में तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं ‘कमर्शियल हब’, एरोसिटी और ‘शहीद स्मारक’ एवं ‘अमर जवान ज्योति स्मारक’ का शिलान्यास करेंगे।
नवा रायपुर में निवेश, बसाहट और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सेक्टर-23, 24, 34, 35 और 40 में 1083 एकड़ में ‘कमर्शियल हब’ विकसित किया जाएगा। इसी तरह नवा रायपुर के लेयर-3 में यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने, एयरपोर्ट क्षेत्र के वाणिज्यिक विकास तथा रोजगार सृजन हेतु स्वामी विवेकानंद विमानतल के निकट ग्राम बरोदा एवं रमचण्डी के चिन्हांकित 216.63 एकड़ में ‘एरोसिटी’ विकसित की जाएगी। ‘शहीद स्मारक’ एवं ‘अमर जवान ज्योति स्मारक’ की स्थापना नवा रायपुर के ग्राम परसदा (सेक्टर-3) में व्हीआईपी बटालियन में 13 एकड़ में की जाएगी।आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद श्री सुनील सोनी, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव प्रसाद राय और श्री शिशुपाल सोरी और विधायक श्री धनेन्द्र साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।कमर्शियल हब: प्रथम चरण में 1000 थोक व्यावसायिक दुकानों का होगा निर्माण
कमर्शियल हब के प्रथम चरण में 20 व्यवसायों के लगभग 1,000 थोक व्यावसायिक दुकानों के विकास हेतु भू-खण्डो का प्रावधान किया गया है जिसमें थोक किराना, अगरबत्ती, होलसेल बारदाना, दाल मिल, पेपर ट्रेड आदि हेतु पृथक-पृथक प्रावधान किया गया है। कमर्शियल हब के विकास हेतु राज्य शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। ‘कमर्शियल हब’ के सिटी लेवल अधोसंरचना तथा प्रथम चरण के 125 एकड़ में अधोसंरचना का विकास 195.51 करोड़ रूपए की राशि से किया जाएगा।
इस परियोजना के लिये चिन्हांकित भूमि राष्ट्रीय राज मार्ग नं. 30 एवं भारत माला परियोजना के अलॉइमेंट के निकट स्थित है तथा उक्त भूमि को रेलवे कनेक्टिविटी भी प्राप्त है। चिन्हांकित भू-खण्ड स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से लगभग 12 किमी. पर स्थित है। चिन्हांकित भूमि ग्राम निमोरा, उपरवारा, परसट्ठी, बेन्द्री, केन्द्री, झांकी एवं मुड़पार में स्थित है। उक्त भू-खण्ड का भू-उपयोग सार्वजनिक तथा अर्ध- सार्वजनिक से मिश्रित भू-उपयोग में किया गया है।
गौरतलब है कि लगभग 7743 विभिन्न थोक व्यावसायिक संघों से परामर्श तथा सर्वे करने के पश्चात् बाजार की मांग का आंकलन किया गया है, जिसके आधार पर मांग मूल्यांकन एवं product-mix निकाले गये चिन्हांकित भू-खण्ड में भूमि की उपलब्धता तथा व्यावसायिक गतिविधि की प्राथमिकता के आधार पर कुल 1,083 एकड़ पर व्यावसायिक क्लस्टर अनुसार जोनिंग प्लान तैयार किया गया है, जिसका विकास चरणबद्ध रूप से किया जाना प्रस्तावित है।नवा रायपुर अटल नगर में निवेश, बसाहट तथा वाणिज्यिक गतिविधयों को बढ़ावा दिये जाने हेतु सेक्टर-23, 24, 34, 35 तथा 40 के 438.47 हेक्टेयर (1.083 एकड़) क्षेत्रफल पर थोक व्यवसायिक बाजार प्रस्तावित किया गया है। यह थोक व्यावसायिक बाजार न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आस-पास के अन्य राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए भी लाभदायक होगा। इस परियोजना में थोक व्यवसाय से जुड़ी सभी सुविधाएं एवं भौतिक अधोसंरचना उच्च मानकों के अनुसार प्रदान की जाएगी। इस परियोजना के क्रियांवयन से आस-पास के क्षेत्र में रोजगार के सृजन होने की संभावनाएं हैं।
एरोसिटी: वाणिज्यिक संस्थान, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, होटल का प्रावधान
नया रायपुर अटल नगर के लेयर-3 में यात्री सुविधाओं को बढावा देने, एयरपोर्ट क्षेत्र के वाणिज्यिक विकास तथा रोजगार सृजन हेतु स्वामी विवेकानंद विमानतल के निकट एरोसिटी विकसित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी 2023 को एरोसिटी स्थापना की घोषणा की थी।
एरोसिटी के लिए नवा रायपुर के ग्राम बरोदा और रमचण्डी में लगभग 216.63 एकड़ भूमि चिन्हांकन की गई है। चिन्हांकित भू-खण्ड में निजी स्वामित्व की भूमि शामिल होने के कारण एरोसिटी परियोजना का विकास नगर विकास योजना की तर्ज पर किये जाने का निर्णय लिया गया है। बाजार मूल्यांकन एवं प्राधिकरण का वित्तीय हित देखते हुए प्रथम चरण में लगभग 24.85 एकड़, क्षेत्रफल की भूमि को विकसित किये जाने का निर्णय लिया गया।
शासकीय स्वामित्व की 15.45 एकड भूमि पर तैयार किये गये अभिन्यास में 0.62 एकड़ से 3.01 एकड़ तक के 04 वाणिज्यिक भू-खण्ड, 0.82 एकड़ के 01 शॉपिंग कॉम्पलेक्स एवं 1.44 एकड़ भूमि 01 होटल हेतु प्रस्तावित है। एरोसिटी के विकास हेतु राज्य शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
शहीद स्मारक एवं छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति स्मारक
नवा रायपुर अटल नगर क्षेत्र के ग्राम परसदा (सेक्टर-3) में व्ही.आई.पी. बटालियन के लिए 42.931 एकड़ भूमि चिन्हांकित की गई है। इसमें से 13 एकड़ में छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति स्मारक एवं शहीद स्मारक की स्थापना की जाएगी।
इस प्रस्तावित परियोजना में शहीद स्मारक लगभग 07 एकड़ भूमि पर 2700 शहीदों के नाम उत्कीर्ण किये जाने हेतु दीवारों का निर्माण, छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति स्मारक का निर्माण लगभग 6 एकड़ भूमि में, 1500 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्मारक म्यूजियम, 21 प्लाटून हेतु परेड ग्राउंड, बगलर प्लेटफार्म, लगभग 400 दर्शकों हेतु दीर्घा, 40 वर्ग मीटर में विशिष्ट अतिथि दीर्घा, 1400 वर्ग मीटर में 60 जवानों के लिए बैरक तथा पार्किंग, फाउंटेन, सिचाई इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी। राज्य शासन द्वारा इसके लिए 47.75 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। -
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आगामी एक वर्ष के मानदेय के लिए राशि स्वीकृत
स्वच्छता दीदियों के मानदेय में माह सितम्बर 2023 से हुई वृद्धि
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर की थी घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुसार नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में मिशन क्लीन सिटी योजना अंतर्गत कार्यरत स्वच्छता दीदियों के माह सितम्बर 2023 से मानदेय वृद्धि अनुसार राज्य शासन ने आगामी एक वर्ष के लिए राशि की स्वीकृत जारी कर दी है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2023 को स्वच्छता दीदियों के मानदेय में वृद्धि की घोषणा की थी। राज्य शासन द्वारा स्वच्छता दीदियों के मानदेय में वृद्धि अनुसार 7200 रूपए के मान से 9232 मानव बल हेतु अगले एक वर्ष (01 अक्टूबर 2023 से 30 सितम्बर 2024 तक) के लिए मानदेय हेतु 79 करोड़ 76 लाख 44 हजार 800 रूपए की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आज मंत्रालय से इस आशय का आदेश जारी कर दिया गया है। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नगरीय निकायों को अनिवार्य देयताओं को पूरा करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के चुंगी क्षतिपूर्ति मद की शेष राशि के अग्रिम आहरण हेतु तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। - उज्जैन: उज्जैन में दानपात्र के साथ दिल दहला देने वाली घटना हुई, दानपात्र को यूं तो रोज अलग अलग प्रकार के लोग मिलते है जिनकी हालत बहुत ही खराब रहती है परंतु आज एक ऐसे व्यक्ति मिले जिनकी हालत हद से ज्यादा खराब थी, हाथ पूरे तरीके से सड़ चुका था, बालो में कीड़े पड़ चुके थे। उनकी मदद करने वाले ऐसी हालत देख कर वापिस डर कर भाग जाते थे, इस वजह से कोई उनकी मदद भी नहीं करता था। दानपात्र को कई बार उनकी मदद करने के लिए मैसेजेस आ चुके थे।दानपात्र टीम उनकी मदद करने पहुंची तो उनकी हालत बहुत ही खराब थी, आस पास के लोगों से जानकारी मिली की वह 3-4 सालो से ऐसे ही रह रहे है। उनका एक भाई भी है परंतु वह इनको साथ में नहीं रखता है। उनको समझा कर साथ में ले जाया गया, कपड़ो की हालत बहुत ही खराब थी, उन्होंने एक के उपर एक कई शर्ट पहन रखी थी। दानपात्र टीम ने इन सब को निकाला और उनको स्नान करवा कर नए कपड़े पहनाए गए। उनकी स्थति सुधारने के बाद उनके हाथ का इलाज करवाने के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उनको डॉक्टर्स द्वारा सर्जरी वार्ड में एडमिट किया गया। डॉक्टर्स ने बताया कल से ही इनका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। दानपात्र ऐसे कई बेसहारा लोगों की मदद कर चुका है, उनको जरूरत का सामान देकर वही छोड़ दिया गया तथा कुछ आवश्यकता के लिए डॉक्टर्स को भी टीम मेंबर्स ने अपने मोबाइल न. दिए।
"दानपात्र" क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?
संस्था "दानपात्र" एक ऑनलाइन निः शुल्क एप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था "दानपात्र" से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है संस्था "दानपात्र" द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है "दानपात्र" टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है "दानपात्र" देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है
संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।
इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में "दानपात्र" के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र।
आप भी जुड़ सकते है "दानपात्र" फाउंडेशन के इस अभियान से
आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर "दानपात्र" के इस अभियान से जुड़ सकते है इसके लिए आप "दानपात्र" के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है। -
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मुख्यमंत्री ने हीरक जंयती समारोह का किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य मशीनरी हर संकट से निपटने के लिए तैयार – श्री भूपेश बघेल
रायपुर मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेन्सिंग लैब शुरू होगा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में 700 बिस्तर क्षमता वाले नए एकीकृत चिकित्सालय भवन का भूमिपूजन किया। चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध अस्पताल के लिए 322 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक सर्वसुविधायुक्त चिकित्सालय भवन का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में महाविद्यालय के हीरक जयंती समारोह का शुभारंभ भी किया। आज से ठीक 60 साल पहले 9 सितम्बर 1963 को रायपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई थी। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. प्रीतम राम, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, महापौर श्री एजाज ढेबर, रायपुर नगर निगम के सभापति श्री प्रमोद शर्मा और रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा दोनों कार्यक्रमों में शामिल हुईं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भूमिपूजन कार्यक्रम और हीरक जंयती के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज एवं इससे संबद्ध चिकित्सालय को आज की जरूरत के हिसाब से विकसित करना है। उन्होंने सभी प्राध्यापकों, स्टॉफ, छात्र-छात्राओं और भूतपूर्व विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज के 60 वर्ष पूरे करने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में इस मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय की प्रतिष्ठा बढ़े, इसके लिए हम सबको मिल कर काम करना है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा और गुणवत्ता दोनों बढ़ी है। सरकारी अस्पतालों पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। दूरस्थ अंचलों के लोगों तक भी निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंची हैं। शासकीय अस्पतालों के माध्यम से लोगों को निःशुल्क उपचार, जांच और दवाई मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य मशीनरी हर संकट से निपटने के लिए तैयार है। वैश्विक महामारी कोरोना के समय हमारे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टॉफ ने बेहतर काम कर इसे साबित भी किया है। उन्होंने कहा कि बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में मलेरिया और डायरिया फैलना अब बीते दिनों की बात हो गई है। हमारे मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान से मलेरिया के मामलों में काफी कमी आई है।उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज का 60 साल का सफर शानदार रहा है। इससे संबद्ध अस्पताल प्रदेशवासियों के लिए बड़ी उम्मीद है। एशिया की सबसे एडवांस्ड मशीनरी भी यहां उपलब्ध है। आज नए चिकित्सालय भवन का भूमिपूजन हुआ है, जल्दी ही इसके लोकार्पण का समय आएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अस्वस्थता के बावजूद वे कार्यक्रम में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री से स्वास्थ्य विभाग के लिए जितना मांगा है, उन्होंने उससे ज्यादा ही दिया है। श्री सिंहदेव ने बताया कि रायपुर मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेसिंग लैब के लिए मंजूरी मिल गई है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै ने कार्यक्रम में कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज प्रदेश का सबसे बड़ा टर्शरी केयर हॉस्पिटल है। यहां लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए सर्वसुविधायुक्त एकीकृत चिकित्सालय भवन की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। आज भूमिपूजन होने के बाद जल्दी ही इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा। डीन डॉ. तृप्ति नागरिया ने अपने स्वागत भाषण में रायपुर मेडिकल कॉलेज के 60 वर्ष के सफर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1963 में आज ही के दिन 60 विद्यार्थियों के साथ इसकी यात्रा शुरू हुई थी। अब यहां एमबीबीएस की 230 और पीजी की 150 सीटें हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल की क्षमता 700 बिस्तरों से बढ़कर 1248 हो गई है। नए एकीकृत चिकित्सालय भवन में 700 बिस्तर बढ़ने से यहां बिस्तरों की संख्या करीब दो हजार हो जाएगी। दो हजार बिस्तर क्षमता वाला यह मध्य भारत का एकमात्र अस्पताल होगा। चिकित्सालय में सुविधा बढ़ने से लोगों को बेहतर इलाज मिलेगा।
डीन डॉ. नागरिया ने महाविद्यालय के हीरक जयंती के मौके पर नए चिकित्सालय भवन के भूमिपूजन के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं राज्य शासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जन्मदिन पर उपहार मिलने जैसा है। उन्होंने बताया कि हीरक जयंती का मुख्य समारोह इस वर्ष 23 दिसम्बर और 24 दिसम्बर को मनाया जाएगा। इसमें देश-विदेश में सेवा दे रहे महाविद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में भाग लेंगे। हीरक जयंती आयोजन समिति के सह-अध्यक्ष डॉ. ललित शाह, सचिव डॉ. राकेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष डॉ. अनिल जैन और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम सहित रायपुर मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक, आयोजन समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
*ऐसा होगा नया एकीकृत चिकित्सालय भवन*
एकीकृत नवीन चिकित्सालय भवन में प्रदेशवासियों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सभी बुनियादी सुविधाएं इस परिसर में उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेशवासियों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करने की दिशा में राज्य सरकार का यह एक बड़ा कदम है। इसके बनने से राजधानी के नागरिकों को अत्याधुनिक सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की सुविधा मिल सकेगी।
डॉ. भीमराव स्मृति चिकित्सालय रायपुर में बनने वाले 700 बिस्तर के इस अस्पताल में बेसमेंट फ्लोर, लोवर ग्राउंड फ्लोर तथा भूतल के अलावा सात तल होंगे। इस अस्पताल में सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की सभी सुविधाएं मरीजों को मिलेंगी। इस एकीकृत नवीन चिकित्सालय भवन का निर्माण 70 हजार 896 वर्ग मीटर में होगा। भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम, एचवीएसी सिस्टम, आईबीएमएस सिस्टम आदि का प्रावधान किया गया है। भवन में बेसमेंट फ्लोर 8828 वर्ग मीटर का, भूतल 7500 वर्ग मीटर का, प्रथम तल से पंचम तल तक 7274 वर्ग मीटर, षष्ठम तल मय आट्रियम रूफ स्ट्रक्चर 8728 वर्ग मीटर, सातवां तल 640.57 वर्ग मीटर का होगा। नींव को इस रूप में तैयार किया गया है कि भविष्य में सातवें फ्लोर और आठवें फ्लोर को जरूरत के हिसाब से विकसित किया जा सकता है। -
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सात लाख लोगों को देंगे पक्की छत, सामाजिक आर्थिक सर्वे में मकान विहीन 47 हजार नए हितग्राही भी मिले, उन्हें भी देंगे पक्का मकान- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
सम्मेलन में 355.23 करोड़ रुपए के 1867 विकास कार्यों का लोकार्पण भूमिपूजन, 3 करोड़ 25 लाख रुपए की सामग्री भी वितरित
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में ’भरोसे का सम्मेलन’ को संबोधित किया
राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ में बीते पांच सालों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। नीति आयोग की रिपोर्ट देखें तो बीते पांच सालों में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गये हैं। हमारी सरकार ने जनता से जो भी वायदे किये, उन्हें सरकार ने पूरा किया। यह बात राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में आयोजित ’भरोसे का सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के रूप में कही। सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की। इस दौरान 355 करोड़ 23 लाख रुपए के 1867 विकास कार्यों के लोकार्पण भूमिपूजन की सौगात राजनांदगांव के निवासियों को दी। साथ ही 3 करोड़ 25 लाख की सामग्री भी वितरित की गई।
इस मौके पर श्री खड़गे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार दलितों की, गरीबों की, पिछड़ों की और किसानों की सरकार है। गांधी जी यह कहते थे कि मैं ऐसे भारत का निर्माण करना चाहता हूँ जहाँ गरीब से गरीब आदमी भी महसूस करे कि यह देश उसका है। इसी भावना के अनुरूप छत्तीसगढ़ में कार्य किया गया। एक जमाना था जब बहुत कम धान किसानों से खरीदा जाता था। इस साल एक लाख सात हजार मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। 19 लाख किसानों का ऋण माफ कर दिया गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को फसल का उचित मूल्य मिला। इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ किये गये। लघु वनोपज हम लोग खरीद रहे हैं। आदिवासी भाईबहनों को वनाधिकार दिया गया। श्री खड़गे ने कहा कि हमने बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया। केंद्र सरकार ने भी छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की बहुत तारीफ की।
श्री खड़गे ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में आजाद भारत को गढ़ने का कार्य शुरू हुआ। बड़े बड़े उद्योग आये, छत्तीसगढ़ में भी उद्योग खुले। लाखों लोगों को रोजगार मिला। यहां पावर प्लांट खुले, स्टील प्लांट खुले। देश के औद्योगिक विकास की नींव रखी गई। श्री खड़गे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है। लोग बहुत सरल सहज हैं। उन्होंने राजनांदगांव की विभूतियों का भी इस अवसर पर स्मरण किया। उन्होंने महंत घासीदास, ठाकुर प्यारेलाल और श्री किशोरीलाल शुक्ल जी का स्मरण किया। उन्होंने दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी श्री कन्हैयालाल का भी नमन किया। साथ ही गुरु घासीदास और शहीद वीरनारायण सिंह का भी नमन किया। श्री खड़गे ने कहा कि अभी मैं जांजगीर जिले में भरोसे का सम्मेलन में गया था। वहां मिनी माता के नाम से मेडिकल कालेज का नामकरण किया गया है। यहां शीघ्र ही मेडिकल कालेज आरंभ होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह मुक्तिबोध की धरती है। हमारे लोक-कलाकारों की धरती है। संस्कारधानी से निकले कलाकारों को नमन करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सबको खाद्य सुरक्षा देने का कार्य किया। सबका राशन कार्ड बन रहा है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदने वाले हैं। कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं। आज गौपालक हो, किसान हो, बेरोजगार साथी हो, हम विभिन्न योजनाओं से सबके खाते में पैसे डाल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आम जनता को ताकतवर बनाने का काम करते हैं। हमने फैसला किया है कि सात लाख लोगों को पक्की छत देना है। हमने अभी जो सामाजिक आर्थिक सर्वे कराया है उसमें 47 हजार लोग ऐसे मिले हैं जिन्हें मकान चाहिए, उन्हें हम मकान दिलाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों के संबंध में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने के लिए काम किया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम पुनः आरंभ की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव, कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविंद्र चौबे, संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, पीएचई मंत्री श्री गुरु रुद्र कुमार, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री मोहन मरकाम, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज ने भी संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, विधानसभा अध्यक्ष डा. चरण दास महंत भी मौजूद रहे। साथ ही वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री डा. शिव डहरिया, राजस्व मंत्री श्री जय सिंह अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। -
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राजनांदगांव : आज भरोसे के सम्मेलन में आप सभी के बीच हम उपस्थित हुए हैं। यहां खूब बारिश हो रही है। अन्नदाता बहुत खुश है। अब तक 4 भरोसे का सम्मेलन हो चुका है। आज हमारे बीच खड़गे जी पुनः आये हैं। यह मुक्तिबोध की धरती है। हमारे लोककलाकारों की धरती है। राजनांदगांव संस्कारधानी है। यहाँ से निकले बड़े कलाकारों को नमन करता हूँ।
सबका राशन कार्ड बन रहा है। किसी का राशन कार्ड कट नहीं रहा है। नई बहू आ गई, परिवार अलग हो गया तो भी राशन कार्ड बन रहा है। आदिवासी क्षेत्र में गुड़ बंट रहा है। किसी गरीब को अनाज के बिना तकलीफ नहीं हो रही है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदेंगे। कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं। आज गौपालक हो, किसान हो, बेरोजगार साथी हो, हम सबको पैसा देते हैं। हम हर पंद्रह दिन में डीबीटी के माध्यम से पैसा देते हैं। हर तीन महीने में किसानों के खाते में पैसे डालते हैं। तेंदूपत्ता संग्राहकों को पैसा भेजते हैं। बेरोजगारों को हर महीने पैसे देते हैं।
हम आम जनता को ताकतवर बनाने का काम करते हैं। हमने फैसला किया है कि सात लाख लोगों को पक्की छत देना है। हमने अभी जो सामाजिक आर्थिक सर्वे कराया है उसमें 47 हजार लोग ऐसे मिले हैं जिन्हें मकान चाहिए, उन्हें हम मकान दिलाएंगे। हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़िया काम किया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम लांच की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है।
हम अपने त्योहारों पर अवकाश दे रहे हैं। बहुत सुंदर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं। राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य इनके आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। छत्तीसगढ़ को सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से समृद्ध करने का काम हम लोग करेंगे। -
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राजनांदगांव : राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्षा राज्यसभा श्री मल्लिकार्जुन खड़गे हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में हिस्सा लेने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पहुँचे।साथ में विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टी एस सिंहदेव, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत भी मौजूद। कार्यक्रम 355 करोड़ रुपए से अधिक के 1867 कार्यों का होगा लोकार्पण एवं भूमिपूजन। 8 हजार 593 हितग्राहियों को 3 करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक राशि होगी वितरित। -
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नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा श्री मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे मुख्य अतिथि
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में होगा सम्मेलन का आयोजन
राजनांदगांव : राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठेकवा में 8 सितम्बर 2023 को भरोसे का सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा श्री मल्लिकार्जुन खड़गे उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार सुश्री कुमारी शैलजा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर मंत्री श्री अमरजीत भगत, सांसद बस्तर श्री दीपक बैज तथा मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, श्री रविन्द्र चौबे, श्री मोहम्मद अकबर, श्री गुरू रूद्र कुमार, डॉ. शिवकुमार डहरिया, श्री कवासी लखमा, श्री मोहन मरकाम, श्री जयसिंह अग्रवाल, श्री उमेश पटेल, श्रीमती अनिला भेडिय़ा, पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक राजनांदगांव डॉ. रमन सिंह, सांसद संसदीय क्षेत्र राजनांदगांव श्री संतोष पाण्डेय, संसदीय सचिव व विधायक मोहला-मानपुर श्री इन्द्रशाह मंडावी, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण व विधायक डोंगरगांव श्री दलेश्वर साहू, अध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण व विधायक डोंगरगढ़ श्री भुनेश्वर शोभाराम बघेल, विधायक खुज्जी श्रीमती छन्नी चन्दू साहू तथा विधायक खैरागढ़ श्रीमती यशोदा निलाम्बर वर्मा उपस्थित रहेंगे।
साथ ही भरोसे का सम्मेलन में अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती गीता घासी साहू, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम श्री धनेश पाटिला, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग श्री जितेन्द्र उदय मुदलियार, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग श्रीमती तेजकुंवर नेताम, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव श्री नवाज खान, अध्यक्ष श्रीमती रानी सूर्यमुखी देवी राजगामी संपदा न्यास श्री विवेक वासनिक, अध्यक्ष जनपद पंचायत राजनांदगांव श्रीमती प्रतिक्षा सूर्यकांत भंडारी, सरपंच ग्राम पंचायत ठेकवा श्रीमती गुंजा साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों की भी उपस्थिति रहेगी। -
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चार अतिरिक्त कक्ष बनेंगे, छात्राओं में हर्ष, मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
बिलासपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा बिलासपुर में पिछले महीने की पहली तारीख को ‘युवाओं के साथ भेंट-मुलाकात‘ कार्यक्रम में जांजगीर के शासकीय जाज्वल्यदेव नवीन कन्या महाविद्यालय में 4 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण की स्वीकृति की घोषणा की गई थी, जिस पर त्वरित अमल करते हुए कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने महाविद्यालय में 4 अतिरिक्त कक्ष के निर्माण के लिए 60 लाख 3 हजार रुपए स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित अमल से महाविद्यालय की छात्राओं में हर्ष व्याप्त है।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर में युवाओं के साथ भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में जांजगीर के शासकीय जाज्वल्यदेव नवीन कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष अतिरिक्त कक्ष की माँग रखी थी। मुख्यमंत्री ने इसकी स्वीकृति की तुरंत घोषणा भी कर दी थी। इस पर तेजी से काम हुआ और कलेक्टर ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कर दी। इससे अब अतिरिक्त कक्षों का निर्माण जल्द प्रारंभ हो सकेगा।
मुख्यमंत्री की घोषणा पर इतनी तेजी से क्रियान्वयन होने पर महाविद्यालय की छात्राएं बेहद खुश हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को इसके लिए धन्यवाद दिया है। छात्राओं ने बताया कि अतिरिक्त कक्षों की जरूरत थी। मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात युवाओं के साथ कार्यक्रम के बारे में जब छात्राओं को पता चला और जब हमने दूसरे संभागों में हुए भेंट-मुलाकात कार्यक्रमों में छात्र हित में मुख्यमंत्री द्वारा लिये गये त्वरित निर्णयों के बारे में सुना तो हमें भी लगा कि हमारे संभाग में जब भेंट-मुलाकात कार्यक्रम युवाओं के साथ होगा तो हम भी अपनी बात रखेंगे। इतना अच्छा कार्यक्रम हुआ। हमारे साथियों ने भी अपनी बात रखी और उन्हें भी मौका मिला। मुख्यमंत्री जी ने बहुत संवेदनशीलता से हमारी बात सुनी। हमें लगा कि हमारी दिक्कत देर सबेर दूर हो जाएगी। फिर जब इस बात की जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री जी की घोषणा पर अमल करते हुए राशि स्वीकृत हो गई है तो यह बहुत खुशी की बात है। छात्राओं ने बताया कि भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने पीजी छात्रों की जरूरतों के मुताबिक भी अनेक निर्णय लिये हैं। नये कोर्स आरंभ होने का लाभ भी छात्र-छात्राओं को मिलेगा। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्कूल विद्या के मंदिर, इन्हें जीर्णशीर्ण नहीं रखा जा सकता इसलिए मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत स्कूलों का जीर्णोद्धार कराया
आप बच्चों का भविष्य गढ़ें, हमने ओल्ड पेंशन लागू कर आपका भविष्य सुरक्षित कर दिया है
रायपुर : सरगुजा और बस्तर के नवनियुक्त शिक्षकों के लिए आज शिक्षक दिवस का दिन बेहद खास बन गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। 1318 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये। उल्लास से भरे इन शिक्षकों ने नियुक्ति पत्रों को लहराते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि स्कूल विद्या का मंदिर है। इन्हें जीर्णशीर्ण नहीं रखा जा सकता। हमने 2100 करोड़ रुपए की मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के माध्यम से जीर्णशीर्ण स्कूलों के जीर्णाेद्धार की योजना तैयार की। आज 7 हजार 688 स्कूलों एवं इनमें 464 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण कर रहे हैं। आप जिन स्कूलों से अपने अध्यापन की शुरूआत करेंगे। वे बहुत सुंदर हैं। उनकी पुताई छत्तीसगढ़ में ही बने गोबर पेंट से हुई है। आप सभी इन सुंदर, सुविधापूर्ण स्कूलों में बच्चों का भविष्य गढ़ें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लेकर आये थे। किसानों की माली हालत खराब थी। वनोपजों का बेहतर दाम नहीं मिल पा रहा था। इलाज के लिए सुविधा नहीं थी। बस्तर में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्कूल भवन ध्वस्त कर दिए थे। जब हमने बस्तर फाइटर की नियुक्ति आरम्भ की तो इसके लिए शैक्षणिक योग्यता वाले पात्र युवक नहीं मिल पा रहे थे। आज जो बड़े पैमाने पर स्कूलों का जीर्णाेद्धार हुआ है उसके पीछे हमारी शिक्षा की सर्वाेच्च प्राथमिकता रही है।
उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि आप राष्ट्रनिर्माता हैं। समाज को दिशा दिखाते हैं। कोरोना में शिक्षकों ने बहुत अच्छा काम किया। ऑनलाइन पढ़ाई कराई। कोरोना की वजह से पढ़ाई का लॉस हमारे राज्य में सबसे कम रहा। आप सभी ओल्ड पेंशन के हकदार होंगे। आपका भविष्य भी हमने सुरक्षित किया है। आप छत्तीसगढ़ के बच्चों के भविष्य को गढ़ने में अपना पूर्ण योगदान दें। पहले अंग्रेजी स्कूल शासन द्वारा संचालित नहीं होता था। अब यह शासन द्वारा संचालित है। यहां पढ़ाई अच्छी है। इसलिए एडमिशन की भी काफी डिमांड है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने सम्बोधन के दौरान केशकाल के धनोरा गाँव का एक संस्मरण सुनायाद्य उन्होंने कहा कि भेंट-मुलाकात के दौरान एक बच्ची ने मुझसे कहा कि- हमारे स्कूल को भी अच्छा बनवा दीजिए, मैंने कहा बिल्कुल। हम सभी स्कूलों को अच्छा करेंगे। इसी भाव पर अमल करते हुए हमने स्कूलों की बेहतरी के लिए 2100 करोड़ रुपये दिए। ये हमारे विद्या के मंदिर हैं। इन्हें जीर्णशीर्ण नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप जिन स्कूलों में पढ़ाने जाएंगे। उनके स्कूल सुंदर हैं। उनमें हमारे यहां बने गोबर पेंट की पुताई हुई है। आप सभी यहां बच्चों का भविष्य गढ़ें।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागवार अभिभावकों से चर्चा भी की। लैलूंगा से हरिराम राठिया ने बताया कि हमारा स्कूल पहले ठीक नहीं था। अब बढ़िया हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब स्कूल बढ़िया हो गया है। अब रख-रखाव करते रहिए। पालक समिति इस पर ध्यान देती रहे। मुख्यमंत्री ने पढ़ाई की स्थिति के बारे में भी पूछा। बस्तर के लोहंडीगुड़ा में पदस्थ शिक्षक नितिन ने बताया कि हमारा स्कूल बहुत जर्जर स्थिति में था। अब अच्छा हो गया, अतिरिक्त कक्ष भी बन गया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस की उन्हें बधाई दी और शुभकामनाएं भी दी।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत 8000 से भी अधिक स्कूलों में 2100 करोड़ रुपए की लागत से मरम्मत एवं कायाकल्प का कार्य हो रहा है। आज 1300 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला। इममें से ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के युवा हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूँ।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने कार्यक्रम में प्रतिवेदन रखते हुए बताया कि पूर्व में स्कूल भवनों के रख-रखाव के लिए हमारे पास बहुत कम राशि थी। लेकिन अब अच्छी राशि के साथ न केवल स्कूल में व्यवस्थाएं सुधर रही हैं बल्कि शिक्षक और विद्यार्थी दोनों के लिए अध्ययन-अध्यापन का अच्छा माहौल बना है। इस मौके पर स्कूल शिक्षा सचिव श्री एस. भारतीदासन, डीपीआई श्री सुनील जैन एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। -
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मर्रा के कृषि महाविद्यालय को मिला नया भवन, हाइटेक नर्सरी और टिश्यू कल्चर लैब भी
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किया लोकार्पण, सवा पाँच करोड़ रुपए की लागत से बना है भवन
सेवानिवृत्त 1500 शिक्षकों का शिक्षक दिवस के अवसर पर किया सम्मान
रायपुर : आज मैं जिस मुकाम पर पहुँचा हूँ उसमें मेरे गुरुजनों का योगदान रहा है। जिस स्कूल परिसर में हम खड़े हैं। वो बहुत पुराना है। यहाँ विनोबा भावे का आगमन हुआ था और यहाँ उन्होंने भूदान के लिए लोगों को प्रेरित किया था। आज जिस अवसर पर मैं यहाँ आया हूँ। वो शिक्षक दिवस का है। मैं पूर्व राष्ट्रपति और शिक्षक डा. राधाकृष्णन को भी नमन करता हूँ। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पाटन ब्लाक के ग्राम मर्रा में संत विनोबा भावे महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के नवनिर्मित महाविद्यालय का लोकार्पण करने और शिक्षक दिवस के अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के सम्मान कार्यक्रम के दौरान कही। इसके साथ ही इस महाविद्यालय में हाइटेक नर्सरी, टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला, इंप्लीमेंट शेड, बीज भंडार गृह, कृषक विश्राम गृह, तीन खाद गोदाम व महाविद्यालय के 2 अतिरिक्त कक्षों को लोकार्पण किया। शिक्षक दिवस के अवसर पर यहाँ 1500 सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मर्रा में स्थापित कृषि महाविद्यालय के तकनीक से खेती-किसानी में सुधार होगा। आधुनिक खेती से उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में 10 हजार गौठान बनाये गए है। जिसमें आज 6 हजार गौठान स्वावलम्बी हो गए है। प्राथमिक शिक्षा विस्तार के लिए 700 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल ख़ोले गए है। स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों का जीर्णाेद्धार किया गया है। 30 हजार टीचरों की भर्ती की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर वातावरण बनाना सरकार की मंशा है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, यहाँ के रहन सहन, खान-पान को पहचान दिला कर स्वाभिमान को बढ़ावा देने का काम सरकार कर रही है। पुरखो के बनाये परम्परा को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 30 हजार शिक्षक भर्ती हुई है। प्रदेश में 23 कृषि महाविद्यालय खोले जा चुके है। कृषि में क्रांतिकारी परिवर्तन लाना सरकार की सोच है।
कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार का पूरा फोकस किसान और किसानी को बढ़ावा देना है। कृषि को उन्नत तकनीक से क्षेत्र के साथ प्रदेश के किसानों को लाभान्वित करने में यह महाविद्यालय सहायक होगी। कार्यक्रम को शिक्षा विद श्री सैयद फाजिल ने भी सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने महाविद्यालय परिसर में लगे कृषि विभाग के प्रदर्शनियों का अवलोकन किया।
पाँच करोड़ रुपए की लागत से बना है कृषि महाविद्यालय- संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र मर्रा (पाटन) को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लगभग 87 एकड़ भूमि आबंटित की गई है जिसके अंतर्गत कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान हेतु नवीन महाविद्यालय भवन जो कि समस्त शैक्षणिक सुविधाओं से सुसज्जित है एवं 3730 वर्गमीटर में विस्तारित है, जिसकी लागत लगभग 5 करोड़ 25 लाख रूपये है। यहां पर कृषि, शिक्षा एवं अनुसंधान कार्य हेतु स्मार्ट क्लास रूम, सम्मुनत प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, खेलकूद एवं एन.एस.एस., पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति आदि की सुविधाएं विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही है। कालेज कैम्पस पूर्णतः वाई-फाई एवं इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।विद्यार्थियों को कृषि क्षेत्र में अनुसंधान हेतु 72 एकड़ में कृषि प्रक्षेत्र का विकास किया गया है, जहां हाइटेक नर्सरी का निर्माण किया गया है। जिसकी लागत लगभग 1 करोड़ रूपये की है जो कि लगभग 15 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित है। हाइटेक नर्सरी में विभिन्न प्रकार के फलों एवं सब्जियों तथा फूलों का पौधा तैयार करके कृषकों को वितरण किया जाता है ताकि कृषकगण इनका प्रयोग करके आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। टिशू कल्चर प्रयोगशाला का निर्माण लगभग 2.50 करोड़ की लागत से किया गया है, जहां केला, गन्ना, बांस, गुलाब एवं अन्य पौधों का टिशू कल्चर के माध्यम से विकास कर किसानों का वितरित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ मंडी बोर्ड के सहयोग से बीज भंडार गृह इम्प्लीमेंट शेड एवं कृषक प्रशिक्षण हेतु कृषक विश्राम गृह का निर्माण लगभग 2.37 करोड़ में किया गया है। 200 मेट्रिक टन क्षमता वाले 3 खाद खोदामों का भी निर्माण 32.93 लाख की लागत से किया गया है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षकों और प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाकर हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। डॉ. राधाकृष्णन एक दार्शनिक और अध्यापक भी रहे हैं। देश को शिक्षा की दिशा में आगे ले जाने में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है।उन्होंने उच्च नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में उतारा और अपने छात्रों को भी प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक अच्छा नागरिक तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के माध्यम से वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखते हैं। आशा है कि डॉ. राधाकृष्णन के पदचिन्हों पर चलते हुए सभी शिक्षक देश और समाज को सकारात्मक दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। -
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रायपुर, आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वाधान में शनिवार 9 सितम्बर 2023 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। जिसमें जिला न्यायालय, एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरण एवं बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे, दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा, दंड प्रकिया संहिता 145 के कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जावेगा। -
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रायपुर, शिक्षा मानव के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त माध्यम है। शिक्षा विद्यार्थियों के लिए सिर्फ ज्ञानार्जन का ही साधन नही अपितु यह आर्ट ऑफ लिविंग अर्थात जीने की कला सिखाती है। आज के प्रतिस्पर्धी युग में बच्चों के सर्वागीण विकास पर बाल्य काल पर ही ध्यान देना होगा तभी बेहतर उपलब्धियां प्राप्त कर सकेगी। शिक्षकों को प्राथमिकता से बच्चों के नैतिक शिक्षा पर बल देना चाहिए। शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल होता है। अतः बेहतर शिक्षक निश्चित तौर पर सुसंस्कारित बेहतर नायक तैयार करने में महती भूमिका निभाते हैं।
शिक्षकों पर देश के भावी कर्णधारों के जीवन को गढ़ने और उनके चरित्र निर्माण करने का महत्वपूर्ण दायित्व होता है। शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिससे हम प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ सकते हैं। देश के राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। जब वे भारत के राष्ट्रपति थे तब कुछ पूर्व छात्रों और मित्रों ने उनसे अपना जन्मदिन मनाने का आग्रह किया। उन्होंने विनम्रतापूर्वक कहा कि यह बेहतर होगा कि आप इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए। इसके बाद 5 सितम्बर को हमारे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि ‘‘जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सके, मनुष्य बन सकेें, चरित्र का गठन कर सकें और विचारों का सामंजस्य कर सकें, वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है‘‘। शिक्षक, शिक्षा और ज्ञान के जरिये बेहतर इंसान तैयार करते है, जो राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देते है। हमारे देश की संस्कृति और संस्कार शिक्षकों को विशेष सम्मान और स्थान देती है। गुरू शिष्य के जीवन को बदलकर सार्थक बना देता है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की स्थिति में सुधार के लिए शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से किए गए वादे को न केवल निभाया है, बल्कि अमलीजामा पहनाना भी शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पहली बार बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा का अधिकार प्रदान किया है। छत्तीसगढ़ में निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुक्रम में मातृभाषा को महत्व दिया जा रहा है।
व्यक्ति अपनी मातृभाषा में शिक्षा को अधिक रूचि तथा सहजता के साथ ग्रहण करता है। अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा है जिस कारण उसके शिक्षक को महत्व दिया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं एवं अंग्रेजी भाषा की वैश्विक मान्यता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के बच्चों के हित में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती है कि विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ के बच्चे भाग ले सके तथा सफलता प्राप्त कर सकें। प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के स्थायी उपाय किए गए हैं।
राज्य गठन के बाद पहली बार शिक्षकों की सीधी भर्ती शुरू की गई। जिसके तहत पहले चरण में 14 हजार 580 पदों पर सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। इनमें से 10 हजार 834 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है। वर्तमान में बस्तर एवं सरगुजा संभाग के लिए 12 हजार 489 व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 12 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री निवास में 232 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार शिक्षकों के विज्ञापित 5 हजार 772 पदों में से 3 हजार 449 पदों के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। इनमें से 2 हजार अभ्यर्थियों को 02 सितम्बर को आयोजित राजीव युवा मितान सम्मेलन में नियुक्ति प्रदान किया गया।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना से स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति आई है। विगत वर्ष 2020-21 में 51 स्कूलों से यह योजना प्रारंभ की गई थी, जो अब बढ़कर 727 स्कूलों तक पहुंच गई है। इनमें से 351 स्कूल हिन्दी माध्यम के है और 376 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दी जा रही है। नवा रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
प्रदेश में लम्बे समय से राष्ट्र स्तर का अकादमिक एवं प्रशासनिक प्रशिक्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान एवं प्रशिक्षण का लाभ शिक्षक उठा सके। राज्य सरकार ने इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आगामी शिक्षा सत्र के लिए नवा रायपुर में राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के लिए 1 करोड़ रूपए का प्रावधान बजट में किया है।
शिक्षकों को प्रोत्साहित करने एवं उनके कार्यक्षमता को प्रमाणित करने के उद्देश्य से शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार एवं मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार प्रदान किया जाता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रदेश की 4 महान साहित्यिक विभूतियों के नाम से चार शिक्षकों को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार, डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार, डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार, श्री गजानंद माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार प्रदान किया जाता है। शिक्षक दिवस समारोह में प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हजार रूपए एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों में से प्रत्येक शिक्षक को 21-21 हजार रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।प्रदेश में मातृ भाषा शिक्षण के संदर्भ में कक्षा पहली एवं दूसरी में बच्चों की मातृभाषा में स्पोर्टिक मटेरियल एवं कक्षा तीसरी से पांचवी तक की भाषा (हिन्दी) के पाठ्यपुस्तक में 25 प्रतिशत स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी, गोंड़ी, हल्बी, सरगुजिहा व कुडुख में विषयवस्तु का समावेश किया गया है। कक्षा पहली और दूसरी में हिन्दी की पढ़ाई को बच्चों की मातृभाषा से जोड़ने के लिए हिन्दी के शब्दों का 06 क्षेत्रीय भाषाओं में पर्यायवाची शब्द दिये गये हैं। प्रदेश के 19 जिलों में 12 भाषाओं पर बहुभाषा शिक्षण का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मृतक शासकीय कर्मचारियों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अनुकम्पा नियुक्ति के लिए 10 प्रतिशत की सीमा को शिथिल किया। स्कूल शिक्षा विभाग ने 1722 लोगों को सहायक शिक्षक, सहायक ग्रेड और भृत्य के पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति दी गई।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र की वैधता की 7 वर्ष की अवधि को विलोपित करते हुए, इसे आजीवन कर दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षाकर्मियों का पंचायत शिक्षक और शिक्षिका के रूप में संविलियन किया गया। सरकार ने अपने घोषणा पत्र के अनुसार दो वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 35 हजार से अधिक शिक्षक संवर्ग (पंचायत एवं नगरीय निकाय) का भी शिक्षा विभाग ने संविलियन कर दिया है।
राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों से ध्वस्त हुए शाला भवनों के स्थान पर 60 पोटा केबिन के माध्यम से 27 हजार 762 बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था की गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग नित नये नवाचार पर अपने विद्यार्थियों को नये अवसर प्रदान कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न अवार्ड छत्तीसगढ़ को प्राप्त हुए है। इनमें बच्चों के आकलन एवं अभ्यास कार्य को सरल बनाने एवं मूल्यांकन संबंधी विसंगतियों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (एनआईसी) के सहयोग से टेली प्रेक्टीज नामक कार्यक्रम लागू किया गया इसे कम्प्यूटर सोसायटी आफ इंडिया स्पेशल इंट्रेस्ट ग्रुप द्वारा ई-गर्वनेस पुरस्कार प्रदान किया गया।एनआईसी और शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास द्वारा विकसित निकलर मोबाईल एप की नवाचारी मूल्यांकन संसाधन के अंतर्गत एम बिल्लिंथ अवार्ड प्राप्त हुआ। इसकी सहायता से एक मोबाईल के द्वारा सभी बच्चों का मौखिक मूल्यांकन, वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के आधार पर कर सकता है। निकलर एप को कम्प्यूटर सोसायटी आफ इंडिया द्वारा भी पुरस्कृत किया गया है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे महिला शिक्षक समूह कार्यक्रम ’अंगना मा शिक्षा’ को स्कॉच अवार्ड-2022 से पुरस्कृत किया गया। इसमें 38 हजार 539 महिलाएं प्रशिक्षित होकर जुड़ी है।
पढ़ाई तुंहर दुआर नवाचार में श्रेष्ठ कार्य करने के कारण आवार्ड ऑफ एक्सीलेंस प्राप्त हुआ और कोरोना काल के कठिन समय में शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। प्रदेश के एनआईसी द्वारा विकसित एनक्लियर एण्ड टेली प्रेक्टिस एप को डिजिटल टेक्नोलॉजी सभा अवार्ड प्राप्त हुआ है।
ललित चतुर्वेदी, उप संचालक -
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रायपुर : लोकसभा सांसद श्री राहुल गांधी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर के मेला ग्राउंड में आयोजित ’राजीव युवा मितान सम्मेलन’ में प्रदेश में नवनियुक्त 2000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। सम्मेलन के मंच से प्रतीक स्वरूप इनमें से 20 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे सहित मंत्रिमण्डल के सदस्य, संसदीय सचिव, विधायक, निगम मण्डल के अध्यक्ष तथा अनेक जनप्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद प्रदेश में पहली बार शिक्षकों की सीधी भर्ती की गई। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मार्च 2019 में व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के 14,580 पदों पर सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। विज्ञापित पदों के विरुद्ध कुल 10,834 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा चुका है। वर्तमान में मई 2023 में 12,489 व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के पदों में सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 12 अगस्त, 2023 को इस भर्ती में व्याख्याता पद पर चयनित 232 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। शिक्षक के विज्ञापित 5772 पदों में से 3449 पदों के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। इनमें से 2000 अभ्यर्थियों को आज राजीव युवा मितान सम्मेलन में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। सहायक शिक्षक के 6285 पदों के लिये अभ्यर्थियों की ऑनलाईन काउंसिलिंग प्रक्रियाधीन है, शीघ्र ही इन्हें नियुक्ति आदेश जारी किया जायेगा।
आज जिन 20 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए है उनमें श्री राजेश पटेल, सुश्री नेहा भोई और सुश्री प्रमिला, जिला कोरिया, सुश्री वर्षा देवांगन, श्री शशांक साहू, सुश्री आभा रंजन, सुश्री मंजू सिदार, जिला बस्तर, सुश्री सुमन, सुश्री कविता निर्मलकर और सुश्री प्रिया, जिला कोण्डागांव, श्री सोनू जायसवाल, श्री आदित्य वर्मा, जिला सरगुजा, श्री चंद्रकांत गजेन्द्र, श्री दीपक कुमार वर्मा, जिला मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, श्री यश कुुमार साहू, सुश्री गीतिका कुटारे, जिला कांकेर, सुश्री कुंती साहू, जिला दंतेवाड़ा, श्री कामेश, जिला जशपुर, श्री राहुल सिंह और सुश्री रोशनी सिंह, जिला सूरजपुर शामिल हैं। -
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सांसद श्री राहुल गांधी जी का उद्बोधन
रायपुर : आप सभी का यहाँ स्वागत है। इतनी गर्मी में आप आये। अपना कीमती समय दिया। इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ। हमारा काम लोगों को जोड़ने का काम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने का है। हमने छत्तीसगढ़ में जो वायदे किये थे वो पूरे किये। किसानों को सही दाम दिये। कर्ज माफ किये। बिजली बिल हाफ कर दिया।
छत्तीसगढ़ में किसानों को धान के लिए सही दाम दिया। आज आप सभी प्रदेशों को देख लीजिए, लिस्ट निकालिये, धान के लिए सबसे ज्यादा पैसा कहाँ मिलता है। जवाब मिलेगा छत्तीसगढ़। हमने साफ दिखा दिया कि पैसा है और किसानों के लिए हमने वायदा पूरा कर दिया। जहाँ भी हम जाते हैं वायदा निभाते हैं। युवाओं आप सभी की बड़ी जिम्मेदारी है। प्रदेश को चलाने में आप आगे आइये। आप आगे बढ़िये। इसलिए ही हमने राजीव युवा मितान क्लब आपके लिए बनाये हैं।
हर क्लब को एक लाख रूपए मिल रहे हैं। तीन लाख युवाओं को हमने क्लब में जोड़ा है।
हमने इन्हें इसलिए जोड़ा है ताकि आप इस प्रदेश को चलाने में भाग लें। हम आपके लिए राजनीति के दरवाजे खोलना चाहते हैं। कुछ सालों में आपके बीच से ही एमएलए, प्रधान चुन कर आयें। आदिवासी भाइयों के लिए हमने पेसा कानून लाया। आपके जमीन की रक्षा की। आदिवासी का मतलब इस देश की धरती के सबसे पहले आप मालिक थे।मतलब आपकी जमीन पर जंगल पर जल पर आपका हक बनता है।
हम सबसे पहले हिंदुस्तानी हैं। हम सबको एक दूसरे के साथ जुड़कर मोहब्बत के साथ इज्जत के साथ रहना है। यह सबसे पुराना मैसेज है जिसे हमने भारत जोड़ो यात्रा में दिया। कुछ साल पहले मैंने बघेल जी से एक बात कही, मैं जहाँ भी जाता हूँ तो युवाओं से पूछता हूँ कि आपकी सबसे बड़ी मुश्किल क्या है। वे बोलते हैं बेरोजगारी, मैंने श्री बघेल से कहा कि छत्तीसगढ़ में अलग अलग स्किल हैं। हर जिले में आप कुछ अलग सा बनाते हो। छोटे उद्यमियों को बैंक लिंकेज नहीं मिल पाता। मैंने मुख्यमंत्री श्री बघेल जी से कहा कि आपका फोकस इन पर होना चाहिए।
. इसकी मार्केटिंग हो, मुझे खुशी है कि बघेल जी ने इस पर काम शुरू कर दिया है। इससे लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। छत्तीसगढ़ देश का केंद्र है। आपको देश का लाजिस्टिकल सेंटर बनना चाहिए। आप इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कीजिए ताकि छत्तीसगढ़ हिंदुस्तान का लाजिस्टिक सेंटर बन पाये। आप दुनिया को छत्तीसगढ़ से जोड़िये। इससे छत्तीसगढ़ के प्रोडक्ट केवल भारत ही नहीं, दुनिया में भी जाएं। मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है।
नफरत से और हिंसा से देश आगे नहीं जा सकता। हिंसा से देश की अर्थव्यवस्था नहीं बढ़ती। जब सबको एक साथ लाया जाता है तो देश जुड़ता है। आप सभी यहाँ आये और आपने इतने धैर्य से मेरी बात सुनी। छत्तीसगढ़ का भविष्य आपका है। आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य संवारना है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का संबोधन
रायपुर : पहली बार युवाओं का ऐसा मेला छत्तीसगढ़ में दिखाई दे रहा है। राजीव युवा मितान क्लब को हर साल एक लाख रुपए दिया जा रहा है ताकि हमारे युवा साथी अपने गाँव की संस्कृति, खेलकूद और शासन की जानकारी भी वंचित वर्गों तक पहुँच पाए। ये दिन रात मेहनत करते हैं इन सब तक ये शासन की योजनाओं की जानकारी देते हैं।. हमारा देश युवाओं का देश है। जब युवा शक्ति एकजुट होती है तो नई ऊर्जा आती है। आप सभी को ऊर्जा देने एवं दिशानिर्देश देने राहुल गांधी जी आये हैं।
. पांच साल पहले जब राहुल गांधी जी आये थे तो उन्होंने कहा था कि ऐसी योजनाएं बनाएं जिससे आम आदमी को लाभ हो, आदिवासियों को लाभ हो, किसानों को लाभ हो। हमने ऐसी योजनाएं बनाई जिससे लोगों को लाभ हुआ। किसानों को लाभ मिला। छत्तीसगढ़ में हम प्रतियोगी परीक्षाओं की फीस नहीं लेते। पूरे छत्तीसगढ़ की जनता का भरोसा हमारे साथ है। युवा राष्ट्र की संपत्ति है और इस ऊर्जा का सही उपयोग हमें करना है।. हम युवाओं को बेरोजगारी भत्ता भी दे रहे हैं। हम लोगों को अधिकार संपन्न बनाते हैं। नेहरू जी से लेकर मनमोहन सिंह जी तक जब तक हमें अवसर मिला, लोगों को ताकत देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजीव युवा मितान सम्मेलन में महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी में नई नियुक्तियों के लिए 70, 80, 90 प्रतिशत स्टाइपेंड समाप्त किया जाता है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : सांसद श्री राहुल गांधी सभा स्थल पहुंचे। सभा में उत्साह से भरे युवाओं ने उनका जोरदार अभिवादन किया। छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में माल्यार्पण तथा राजगीत अरपा पैरी की धार के साथ कार्यक्रम की शुरूआत।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव, पंचायत मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, सांसद श्री दीपक बैज, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय उपस्थित हैं। राजीव युवा मितान सम्मेलन : छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में माल्यार्पण तथा राजगीत अरपा पैरी की धार के साथ कार्यक्रम की शुरूआत -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : सांसद श्री राहुल गांधी राजधानी रायपुर में आयोजित राजीव युवा मितान सम्मेलन में शामिल होंगे। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से सवा तीन लाख से अधिक युवा छत्तीसगढ़ में रचनात्मक गतिविधियों का कार्य कर रहे हैं।इनकी कड़ी मेहनत से गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प पूरा करने की दिशा में तेज प्रगति हो रही है। आज सांसद श्री राहुल गांधी इन युवाओं की हौसला अफजाई करने राजधानी आये हैं। इस मौके पर युवाओं में अपूर्व उत्साह छलक रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
श्री बघेल की लोकप्रियता और बढ़ी, 59.1 प्रतिशत लोगों ने उनके काम को सराहा
इंडिया टुडे का सर्वे
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है। वह देश के सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में दूसरे स्थान पर है। सर्वे में 59.1 प्रतिशत लोगों ने उनके कामकाज पर संतुष्टि जताई है। यह सर्वेक्षण रिपोर्ट इंडिया टूडे ने अभी हाल ही में प्रकाशित की है। इंडिया टूडे समूह द्वारा देश भर में आम नागरिकों से मुख्यमंत्रियों के कामकाज के संबंध में किये गये सर्वे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है। उनकी सरकार के कामकाज पर 59.1 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया है। इंडिया टूडे द्वारा मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता के लिए जनवरी 2023 में कराए गए सर्वे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कामकाज पर 55.7 प्रतिशत लोगों ने संतुष्टि जताई थी। इसके पूर्व वर्ष में हुए सर्वे में 53.3 प्रतिशत ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के कामकाज को सराहा था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित विभिन्न न्याय योजनाओं की बदौलत पौने पांच सालों में राज्य के 40 लाख लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आ चुके हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजनाएं गरीबी को दूर करने में बेहद असरकारक साबित हुई हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते पौन पांच सालों में अपनी न्याय योजनाओं जैसे- राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता, राजीव मितान क्लब, के माध्यम से राज्य के ग्रामीणों, किसानों, पशुपालकों, महिलाओं, युवाओं, वनोपज संग्राहकों सहित सभी वर्ग के हितग्राहियों को पौने दो लाख करोड़ रूपए की सीधी मदद दी है, जिसके चलते लोगों के जीवन में बदलाव आया है और वह आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजनाओं बदौलत पौने पांच सालों में प्रति व्यक्ति का 88,793 रूपए से बढ़कर 1,33,898 रूपए हो गई है। इस अवधि में छत्तीसगढ़ का जीएसडीपी 3,27,106 करोड़ रूपए से बढ़कर 5,09,043 करोड़ रूपए हो गयी है। मार्च 2020 से निरंतर दो वर्ष तक कोविड-19 आपदा के कारण आर्थिक गतिविधियां मद होने के बावजूद राज्य शासन की नीतियों और न्याय योजनाओं के चलते अर्थव्यवस्था के आकार में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2022-23 में कृषि, औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य की विकास दर राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा रही है।
छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। राज्य के लगभग 74 प्रतिशत लोगों का जीवनयापन का आधार खेती-किसानी पर निर्भर है। छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते पौने पांच सालों में खेती-किसानी को समृद्ध और किसानों की खुशहाली के लिए जो फसले लिए हैं और योजनाएं संचालित की है। उससे राज्य में खेती-किसानी के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ा है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक मिसाल कायम की है। छत्तीसगढ़ देश का एक मात्र राज्य है, जहां किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के साथ ही सरकार खरीफ फसलों के उत्पादक किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ के मान से 9000 रूपए की इनपुट सब्सिडी दे रही है। वर्ष 2019-20 से लेकर अब तक इस योजना के तहत किसानों को लगभग 22 हजार करोड़ रूपए की सीधी मदद उनके बैंक खातों में भेजी गई है।
छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी विकास कार्यक्रम और गोधन न्याय योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाने के साथ ही लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में कारगर रही है। नरवा विकास कार्यक्रम के चलते राज्य के लगभग 14 हजार बरसाती नालों के ट्रीटमेंट से जल संरक्षण में मदद मिली है, जिसके चलते भू-जल स्तर सुधरा है। सिंचाई की सुविधा और दोहरी फसलों का रकबा बढ़ा है। गरवा कार्यक्रम के माध्यम से पशुधन का संरक्षण-संवर्धन हुआ है। पशुपालन से लोगों की आय बढ़ी है। घुरवा और बाड़ी विकास कार्यक्रम ने राज्य में जैविक खेती और पोषण स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिली है।
छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना से रोजगार और आत्मनिर्भरता के बहुआयामी विकल्प सृजित हुए है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा दो रूपए में किलो में गोबर और चार रूपए लीटर में गौमूत्र की खरीदी ने ग्रामीण पशुपालकों को अतिरिक्त आय का जरिया दिया है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य सामग्रियों का निर्माण, गौमूत्र से जैविक कीटनाशक, ब्रम्हास्त्र और जीवामृत का उत्पादन, गोबर से प्राकृतिक पेंट का निर्माण और विक्रय से लोगों की आय में वृद्धि हुई है। गौठानों से जुड़ी 12 हजार से अधिक स्व-सहायता की दो लाख महिलाएं विभिन्न आयमूलक अपनाकर आर्थिक रूप से सशक्त हुई है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और जन्नोमुख बनाने के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, दाई-दीदी क्लिनिक योजना, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना, श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर योजना से भी लोगों को काफी राहत मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार की बिजली बिल हाफ योजना और किसानों के सिंचाई पंपों को निःशुल्क एवं रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराये जाने की योजना से बिजली बिल में लगभग 15 हजार करोड़ की मदद दी गई है।
वनांचल में वनवासियों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर को 2500 रूपए से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा किया जाना तथा 67 प्रकार के लघुवनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और वैल्यूएडिशन के चलते संग्राहकों की आय दोगुने से ज्यादा करने में कामयाबी मिली है। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से राज्य के पौने 6 लाख परिवारों को प्रतिवर्ष 7000 रूपए की मदद, राजीव मितान क्लबों के माध्यम से गांवों में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक कर उसका लाभ दिलाने की पहल के सकारात्मक परिणाम रहे हैं। इससे भी लोगों को गरीबी से बाहर लाने में मदद मिली है।
छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते राज्य में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले कृषकों की संख्या 12 लाख से बढ़कर आज 24 लाख से ज्यादा हो गई है। धान उर्पाजन 55 लाख टन से बढ़कर 107 लाख टन से ज्यादा हो गया है। बीते पांच सालों में छत्तीसगढ़ में धान बेचने वाले किसानों और धान उर्पाजन की मात्रा दोगुनी हो गई है। धान का रकबा 24 लाख 46 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 31 लाख 17 हजार हेक्टेयर हो गया है। प्राथमिक कृषि साख समितियां 1,333 थीं, आज बढ़कर 2,058 हो गई। छत्तीसगढ़ में मछली पालन, लाख पालन और रेशम पालन और मधुमक्खी पालन को भी कृषि का दर्जा दिया गया है। छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन और कोदो-कुटकी, रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी और इसके उत्पादक किसानों को प्रति एकड़ 9000 रूपए की इनपुट सब्सिडी के चलते राज्य के वनांचल क्षेत्रों में मिलेट उत्पादक कृषकों की आय बढ़ी है।
छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी एवं आम जनता की भलाई के लिए संचालित योजनाओं से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के बड़े तबके में जबरदस्त खुशहाली आई है जिससे श्री बघेल की लोकप्रियता बढ़ी है। सुदृढ़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था से शहरी अर्थव्यवस्था भी समृद्ध हुई है। इसके साथ ही नागरिक सुविधाओं में बेहतरी के लिए किये गये कार्यों से शहरी क्षेत्रों में अच्छा माहौल है जिसका असर भूपेश सरकार की लोकप्रियता में दिख रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि श्री बघेल ने छत्तीसगढ़िया अस्मिता पर लगातार बात की, यह बात लोगों के दिलों में घर कर गई है। वे जनता की भाषा में जनता की रुचि की ही बातें करते हैं इसके चलते उनकी लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। इंडिया टूडे के सर्वे में लोकप्रियता के मामले में ओडिशा के मुख्यमंत्री पहले स्थान पर, दिल्ली के मुख्यमंत्री तीसरे स्थान पर हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री चौथे, असम के मुख्यमंत्री पांचवे स्थान पर हैं।