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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षकों और प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाकर हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। डॉ. राधाकृष्णन एक दार्शनिक और अध्यापक भी रहे हैं। देश को शिक्षा की दिशा में आगे ले जाने में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है।उन्होंने उच्च नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में उतारा और अपने छात्रों को भी प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक अच्छा नागरिक तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के माध्यम से वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखते हैं। आशा है कि डॉ. राधाकृष्णन के पदचिन्हों पर चलते हुए सभी शिक्षक देश और समाज को सकारात्मक दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। -
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रायपुर, आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वाधान में शनिवार 9 सितम्बर 2023 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। जिसमें जिला न्यायालय, एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरण एवं बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे, दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा, दंड प्रकिया संहिता 145 के कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जावेगा। -
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रायपुर, शिक्षा मानव के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त माध्यम है। शिक्षा विद्यार्थियों के लिए सिर्फ ज्ञानार्जन का ही साधन नही अपितु यह आर्ट ऑफ लिविंग अर्थात जीने की कला सिखाती है। आज के प्रतिस्पर्धी युग में बच्चों के सर्वागीण विकास पर बाल्य काल पर ही ध्यान देना होगा तभी बेहतर उपलब्धियां प्राप्त कर सकेगी। शिक्षकों को प्राथमिकता से बच्चों के नैतिक शिक्षा पर बल देना चाहिए। शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल होता है। अतः बेहतर शिक्षक निश्चित तौर पर सुसंस्कारित बेहतर नायक तैयार करने में महती भूमिका निभाते हैं।
शिक्षकों पर देश के भावी कर्णधारों के जीवन को गढ़ने और उनके चरित्र निर्माण करने का महत्वपूर्ण दायित्व होता है। शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिससे हम प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ सकते हैं। देश के राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। जब वे भारत के राष्ट्रपति थे तब कुछ पूर्व छात्रों और मित्रों ने उनसे अपना जन्मदिन मनाने का आग्रह किया। उन्होंने विनम्रतापूर्वक कहा कि यह बेहतर होगा कि आप इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए। इसके बाद 5 सितम्बर को हमारे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि ‘‘जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सके, मनुष्य बन सकेें, चरित्र का गठन कर सकें और विचारों का सामंजस्य कर सकें, वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है‘‘। शिक्षक, शिक्षा और ज्ञान के जरिये बेहतर इंसान तैयार करते है, जो राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देते है। हमारे देश की संस्कृति और संस्कार शिक्षकों को विशेष सम्मान और स्थान देती है। गुरू शिष्य के जीवन को बदलकर सार्थक बना देता है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की स्थिति में सुधार के लिए शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से किए गए वादे को न केवल निभाया है, बल्कि अमलीजामा पहनाना भी शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पहली बार बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा का अधिकार प्रदान किया है। छत्तीसगढ़ में निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुक्रम में मातृभाषा को महत्व दिया जा रहा है।
व्यक्ति अपनी मातृभाषा में शिक्षा को अधिक रूचि तथा सहजता के साथ ग्रहण करता है। अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा है जिस कारण उसके शिक्षक को महत्व दिया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं एवं अंग्रेजी भाषा की वैश्विक मान्यता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के बच्चों के हित में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती है कि विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ के बच्चे भाग ले सके तथा सफलता प्राप्त कर सकें। प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के स्थायी उपाय किए गए हैं।
राज्य गठन के बाद पहली बार शिक्षकों की सीधी भर्ती शुरू की गई। जिसके तहत पहले चरण में 14 हजार 580 पदों पर सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। इनमें से 10 हजार 834 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है। वर्तमान में बस्तर एवं सरगुजा संभाग के लिए 12 हजार 489 व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 12 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री निवास में 232 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार शिक्षकों के विज्ञापित 5 हजार 772 पदों में से 3 हजार 449 पदों के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। इनमें से 2 हजार अभ्यर्थियों को 02 सितम्बर को आयोजित राजीव युवा मितान सम्मेलन में नियुक्ति प्रदान किया गया।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना से स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति आई है। विगत वर्ष 2020-21 में 51 स्कूलों से यह योजना प्रारंभ की गई थी, जो अब बढ़कर 727 स्कूलों तक पहुंच गई है। इनमें से 351 स्कूल हिन्दी माध्यम के है और 376 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दी जा रही है। नवा रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
प्रदेश में लम्बे समय से राष्ट्र स्तर का अकादमिक एवं प्रशासनिक प्रशिक्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान एवं प्रशिक्षण का लाभ शिक्षक उठा सके। राज्य सरकार ने इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आगामी शिक्षा सत्र के लिए नवा रायपुर में राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के लिए 1 करोड़ रूपए का प्रावधान बजट में किया है।
शिक्षकों को प्रोत्साहित करने एवं उनके कार्यक्षमता को प्रमाणित करने के उद्देश्य से शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार एवं मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार प्रदान किया जाता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रदेश की 4 महान साहित्यिक विभूतियों के नाम से चार शिक्षकों को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार, डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार, डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार, श्री गजानंद माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार प्रदान किया जाता है। शिक्षक दिवस समारोह में प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हजार रूपए एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों में से प्रत्येक शिक्षक को 21-21 हजार रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।प्रदेश में मातृ भाषा शिक्षण के संदर्भ में कक्षा पहली एवं दूसरी में बच्चों की मातृभाषा में स्पोर्टिक मटेरियल एवं कक्षा तीसरी से पांचवी तक की भाषा (हिन्दी) के पाठ्यपुस्तक में 25 प्रतिशत स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी, गोंड़ी, हल्बी, सरगुजिहा व कुडुख में विषयवस्तु का समावेश किया गया है। कक्षा पहली और दूसरी में हिन्दी की पढ़ाई को बच्चों की मातृभाषा से जोड़ने के लिए हिन्दी के शब्दों का 06 क्षेत्रीय भाषाओं में पर्यायवाची शब्द दिये गये हैं। प्रदेश के 19 जिलों में 12 भाषाओं पर बहुभाषा शिक्षण का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मृतक शासकीय कर्मचारियों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अनुकम्पा नियुक्ति के लिए 10 प्रतिशत की सीमा को शिथिल किया। स्कूल शिक्षा विभाग ने 1722 लोगों को सहायक शिक्षक, सहायक ग्रेड और भृत्य के पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति दी गई।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र की वैधता की 7 वर्ष की अवधि को विलोपित करते हुए, इसे आजीवन कर दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षाकर्मियों का पंचायत शिक्षक और शिक्षिका के रूप में संविलियन किया गया। सरकार ने अपने घोषणा पत्र के अनुसार दो वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 35 हजार से अधिक शिक्षक संवर्ग (पंचायत एवं नगरीय निकाय) का भी शिक्षा विभाग ने संविलियन कर दिया है।
राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों से ध्वस्त हुए शाला भवनों के स्थान पर 60 पोटा केबिन के माध्यम से 27 हजार 762 बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था की गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग नित नये नवाचार पर अपने विद्यार्थियों को नये अवसर प्रदान कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न अवार्ड छत्तीसगढ़ को प्राप्त हुए है। इनमें बच्चों के आकलन एवं अभ्यास कार्य को सरल बनाने एवं मूल्यांकन संबंधी विसंगतियों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (एनआईसी) के सहयोग से टेली प्रेक्टीज नामक कार्यक्रम लागू किया गया इसे कम्प्यूटर सोसायटी आफ इंडिया स्पेशल इंट्रेस्ट ग्रुप द्वारा ई-गर्वनेस पुरस्कार प्रदान किया गया।एनआईसी और शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास द्वारा विकसित निकलर मोबाईल एप की नवाचारी मूल्यांकन संसाधन के अंतर्गत एम बिल्लिंथ अवार्ड प्राप्त हुआ। इसकी सहायता से एक मोबाईल के द्वारा सभी बच्चों का मौखिक मूल्यांकन, वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के आधार पर कर सकता है। निकलर एप को कम्प्यूटर सोसायटी आफ इंडिया द्वारा भी पुरस्कृत किया गया है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे महिला शिक्षक समूह कार्यक्रम ’अंगना मा शिक्षा’ को स्कॉच अवार्ड-2022 से पुरस्कृत किया गया। इसमें 38 हजार 539 महिलाएं प्रशिक्षित होकर जुड़ी है।
पढ़ाई तुंहर दुआर नवाचार में श्रेष्ठ कार्य करने के कारण आवार्ड ऑफ एक्सीलेंस प्राप्त हुआ और कोरोना काल के कठिन समय में शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। प्रदेश के एनआईसी द्वारा विकसित एनक्लियर एण्ड टेली प्रेक्टिस एप को डिजिटल टेक्नोलॉजी सभा अवार्ड प्राप्त हुआ है।
ललित चतुर्वेदी, उप संचालक -
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रायपुर : लोकसभा सांसद श्री राहुल गांधी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर के मेला ग्राउंड में आयोजित ’राजीव युवा मितान सम्मेलन’ में प्रदेश में नवनियुक्त 2000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। सम्मेलन के मंच से प्रतीक स्वरूप इनमें से 20 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे सहित मंत्रिमण्डल के सदस्य, संसदीय सचिव, विधायक, निगम मण्डल के अध्यक्ष तथा अनेक जनप्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद प्रदेश में पहली बार शिक्षकों की सीधी भर्ती की गई। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मार्च 2019 में व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के 14,580 पदों पर सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। विज्ञापित पदों के विरुद्ध कुल 10,834 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा चुका है। वर्तमान में मई 2023 में 12,489 व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के पदों में सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 12 अगस्त, 2023 को इस भर्ती में व्याख्याता पद पर चयनित 232 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। शिक्षक के विज्ञापित 5772 पदों में से 3449 पदों के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। इनमें से 2000 अभ्यर्थियों को आज राजीव युवा मितान सम्मेलन में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। सहायक शिक्षक के 6285 पदों के लिये अभ्यर्थियों की ऑनलाईन काउंसिलिंग प्रक्रियाधीन है, शीघ्र ही इन्हें नियुक्ति आदेश जारी किया जायेगा।
आज जिन 20 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए है उनमें श्री राजेश पटेल, सुश्री नेहा भोई और सुश्री प्रमिला, जिला कोरिया, सुश्री वर्षा देवांगन, श्री शशांक साहू, सुश्री आभा रंजन, सुश्री मंजू सिदार, जिला बस्तर, सुश्री सुमन, सुश्री कविता निर्मलकर और सुश्री प्रिया, जिला कोण्डागांव, श्री सोनू जायसवाल, श्री आदित्य वर्मा, जिला सरगुजा, श्री चंद्रकांत गजेन्द्र, श्री दीपक कुमार वर्मा, जिला मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, श्री यश कुुमार साहू, सुश्री गीतिका कुटारे, जिला कांकेर, सुश्री कुंती साहू, जिला दंतेवाड़ा, श्री कामेश, जिला जशपुर, श्री राहुल सिंह और सुश्री रोशनी सिंह, जिला सूरजपुर शामिल हैं। -
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सांसद श्री राहुल गांधी जी का उद्बोधन
रायपुर : आप सभी का यहाँ स्वागत है। इतनी गर्मी में आप आये। अपना कीमती समय दिया। इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ। हमारा काम लोगों को जोड़ने का काम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने का है। हमने छत्तीसगढ़ में जो वायदे किये थे वो पूरे किये। किसानों को सही दाम दिये। कर्ज माफ किये। बिजली बिल हाफ कर दिया।
छत्तीसगढ़ में किसानों को धान के लिए सही दाम दिया। आज आप सभी प्रदेशों को देख लीजिए, लिस्ट निकालिये, धान के लिए सबसे ज्यादा पैसा कहाँ मिलता है। जवाब मिलेगा छत्तीसगढ़। हमने साफ दिखा दिया कि पैसा है और किसानों के लिए हमने वायदा पूरा कर दिया। जहाँ भी हम जाते हैं वायदा निभाते हैं। युवाओं आप सभी की बड़ी जिम्मेदारी है। प्रदेश को चलाने में आप आगे आइये। आप आगे बढ़िये। इसलिए ही हमने राजीव युवा मितान क्लब आपके लिए बनाये हैं।
हर क्लब को एक लाख रूपए मिल रहे हैं। तीन लाख युवाओं को हमने क्लब में जोड़ा है।
हमने इन्हें इसलिए जोड़ा है ताकि आप इस प्रदेश को चलाने में भाग लें। हम आपके लिए राजनीति के दरवाजे खोलना चाहते हैं। कुछ सालों में आपके बीच से ही एमएलए, प्रधान चुन कर आयें। आदिवासी भाइयों के लिए हमने पेसा कानून लाया। आपके जमीन की रक्षा की। आदिवासी का मतलब इस देश की धरती के सबसे पहले आप मालिक थे।मतलब आपकी जमीन पर जंगल पर जल पर आपका हक बनता है।
हम सबसे पहले हिंदुस्तानी हैं। हम सबको एक दूसरे के साथ जुड़कर मोहब्बत के साथ इज्जत के साथ रहना है। यह सबसे पुराना मैसेज है जिसे हमने भारत जोड़ो यात्रा में दिया। कुछ साल पहले मैंने बघेल जी से एक बात कही, मैं जहाँ भी जाता हूँ तो युवाओं से पूछता हूँ कि आपकी सबसे बड़ी मुश्किल क्या है। वे बोलते हैं बेरोजगारी, मैंने श्री बघेल से कहा कि छत्तीसगढ़ में अलग अलग स्किल हैं। हर जिले में आप कुछ अलग सा बनाते हो। छोटे उद्यमियों को बैंक लिंकेज नहीं मिल पाता। मैंने मुख्यमंत्री श्री बघेल जी से कहा कि आपका फोकस इन पर होना चाहिए।
. इसकी मार्केटिंग हो, मुझे खुशी है कि बघेल जी ने इस पर काम शुरू कर दिया है। इससे लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। छत्तीसगढ़ देश का केंद्र है। आपको देश का लाजिस्टिकल सेंटर बनना चाहिए। आप इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कीजिए ताकि छत्तीसगढ़ हिंदुस्तान का लाजिस्टिक सेंटर बन पाये। आप दुनिया को छत्तीसगढ़ से जोड़िये। इससे छत्तीसगढ़ के प्रोडक्ट केवल भारत ही नहीं, दुनिया में भी जाएं। मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है।
नफरत से और हिंसा से देश आगे नहीं जा सकता। हिंसा से देश की अर्थव्यवस्था नहीं बढ़ती। जब सबको एक साथ लाया जाता है तो देश जुड़ता है। आप सभी यहाँ आये और आपने इतने धैर्य से मेरी बात सुनी। छत्तीसगढ़ का भविष्य आपका है। आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य संवारना है। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का संबोधन
रायपुर : पहली बार युवाओं का ऐसा मेला छत्तीसगढ़ में दिखाई दे रहा है। राजीव युवा मितान क्लब को हर साल एक लाख रुपए दिया जा रहा है ताकि हमारे युवा साथी अपने गाँव की संस्कृति, खेलकूद और शासन की जानकारी भी वंचित वर्गों तक पहुँच पाए। ये दिन रात मेहनत करते हैं इन सब तक ये शासन की योजनाओं की जानकारी देते हैं।. हमारा देश युवाओं का देश है। जब युवा शक्ति एकजुट होती है तो नई ऊर्जा आती है। आप सभी को ऊर्जा देने एवं दिशानिर्देश देने राहुल गांधी जी आये हैं।
. पांच साल पहले जब राहुल गांधी जी आये थे तो उन्होंने कहा था कि ऐसी योजनाएं बनाएं जिससे आम आदमी को लाभ हो, आदिवासियों को लाभ हो, किसानों को लाभ हो। हमने ऐसी योजनाएं बनाई जिससे लोगों को लाभ हुआ। किसानों को लाभ मिला। छत्तीसगढ़ में हम प्रतियोगी परीक्षाओं की फीस नहीं लेते। पूरे छत्तीसगढ़ की जनता का भरोसा हमारे साथ है। युवा राष्ट्र की संपत्ति है और इस ऊर्जा का सही उपयोग हमें करना है।. हम युवाओं को बेरोजगारी भत्ता भी दे रहे हैं। हम लोगों को अधिकार संपन्न बनाते हैं। नेहरू जी से लेकर मनमोहन सिंह जी तक जब तक हमें अवसर मिला, लोगों को ताकत देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजीव युवा मितान सम्मेलन में महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी में नई नियुक्तियों के लिए 70, 80, 90 प्रतिशत स्टाइपेंड समाप्त किया जाता है। -
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रायपुर : सांसद श्री राहुल गांधी सभा स्थल पहुंचे। सभा में उत्साह से भरे युवाओं ने उनका जोरदार अभिवादन किया। छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में माल्यार्पण तथा राजगीत अरपा पैरी की धार के साथ कार्यक्रम की शुरूआत।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव, पंचायत मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, सांसद श्री दीपक बैज, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय उपस्थित हैं। राजीव युवा मितान सम्मेलन : छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में माल्यार्पण तथा राजगीत अरपा पैरी की धार के साथ कार्यक्रम की शुरूआत -
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रायपुर : सांसद श्री राहुल गांधी राजधानी रायपुर में आयोजित राजीव युवा मितान सम्मेलन में शामिल होंगे। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से सवा तीन लाख से अधिक युवा छत्तीसगढ़ में रचनात्मक गतिविधियों का कार्य कर रहे हैं।इनकी कड़ी मेहनत से गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प पूरा करने की दिशा में तेज प्रगति हो रही है। आज सांसद श्री राहुल गांधी इन युवाओं की हौसला अफजाई करने राजधानी आये हैं। इस मौके पर युवाओं में अपूर्व उत्साह छलक रहा है। -
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श्री बघेल की लोकप्रियता और बढ़ी, 59.1 प्रतिशत लोगों ने उनके काम को सराहा
इंडिया टुडे का सर्वे
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है। वह देश के सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में दूसरे स्थान पर है। सर्वे में 59.1 प्रतिशत लोगों ने उनके कामकाज पर संतुष्टि जताई है। यह सर्वेक्षण रिपोर्ट इंडिया टूडे ने अभी हाल ही में प्रकाशित की है। इंडिया टूडे समूह द्वारा देश भर में आम नागरिकों से मुख्यमंत्रियों के कामकाज के संबंध में किये गये सर्वे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है। उनकी सरकार के कामकाज पर 59.1 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया है। इंडिया टूडे द्वारा मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता के लिए जनवरी 2023 में कराए गए सर्वे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कामकाज पर 55.7 प्रतिशत लोगों ने संतुष्टि जताई थी। इसके पूर्व वर्ष में हुए सर्वे में 53.3 प्रतिशत ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के कामकाज को सराहा था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित विभिन्न न्याय योजनाओं की बदौलत पौने पांच सालों में राज्य के 40 लाख लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आ चुके हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजनाएं गरीबी को दूर करने में बेहद असरकारक साबित हुई हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते पौन पांच सालों में अपनी न्याय योजनाओं जैसे- राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता, राजीव मितान क्लब, के माध्यम से राज्य के ग्रामीणों, किसानों, पशुपालकों, महिलाओं, युवाओं, वनोपज संग्राहकों सहित सभी वर्ग के हितग्राहियों को पौने दो लाख करोड़ रूपए की सीधी मदद दी है, जिसके चलते लोगों के जीवन में बदलाव आया है और वह आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजनाओं बदौलत पौने पांच सालों में प्रति व्यक्ति का 88,793 रूपए से बढ़कर 1,33,898 रूपए हो गई है। इस अवधि में छत्तीसगढ़ का जीएसडीपी 3,27,106 करोड़ रूपए से बढ़कर 5,09,043 करोड़ रूपए हो गयी है। मार्च 2020 से निरंतर दो वर्ष तक कोविड-19 आपदा के कारण आर्थिक गतिविधियां मद होने के बावजूद राज्य शासन की नीतियों और न्याय योजनाओं के चलते अर्थव्यवस्था के आकार में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2022-23 में कृषि, औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य की विकास दर राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा रही है।
छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। राज्य के लगभग 74 प्रतिशत लोगों का जीवनयापन का आधार खेती-किसानी पर निर्भर है। छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते पौने पांच सालों में खेती-किसानी को समृद्ध और किसानों की खुशहाली के लिए जो फसले लिए हैं और योजनाएं संचालित की है। उससे राज्य में खेती-किसानी के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ा है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक मिसाल कायम की है। छत्तीसगढ़ देश का एक मात्र राज्य है, जहां किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के साथ ही सरकार खरीफ फसलों के उत्पादक किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ के मान से 9000 रूपए की इनपुट सब्सिडी दे रही है। वर्ष 2019-20 से लेकर अब तक इस योजना के तहत किसानों को लगभग 22 हजार करोड़ रूपए की सीधी मदद उनके बैंक खातों में भेजी गई है।
छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी विकास कार्यक्रम और गोधन न्याय योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाने के साथ ही लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में कारगर रही है। नरवा विकास कार्यक्रम के चलते राज्य के लगभग 14 हजार बरसाती नालों के ट्रीटमेंट से जल संरक्षण में मदद मिली है, जिसके चलते भू-जल स्तर सुधरा है। सिंचाई की सुविधा और दोहरी फसलों का रकबा बढ़ा है। गरवा कार्यक्रम के माध्यम से पशुधन का संरक्षण-संवर्धन हुआ है। पशुपालन से लोगों की आय बढ़ी है। घुरवा और बाड़ी विकास कार्यक्रम ने राज्य में जैविक खेती और पोषण स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिली है।
छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना से रोजगार और आत्मनिर्भरता के बहुआयामी विकल्प सृजित हुए है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा दो रूपए में किलो में गोबर और चार रूपए लीटर में गौमूत्र की खरीदी ने ग्रामीण पशुपालकों को अतिरिक्त आय का जरिया दिया है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य सामग्रियों का निर्माण, गौमूत्र से जैविक कीटनाशक, ब्रम्हास्त्र और जीवामृत का उत्पादन, गोबर से प्राकृतिक पेंट का निर्माण और विक्रय से लोगों की आय में वृद्धि हुई है। गौठानों से जुड़ी 12 हजार से अधिक स्व-सहायता की दो लाख महिलाएं विभिन्न आयमूलक अपनाकर आर्थिक रूप से सशक्त हुई है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और जन्नोमुख बनाने के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, दाई-दीदी क्लिनिक योजना, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना, श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर योजना से भी लोगों को काफी राहत मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार की बिजली बिल हाफ योजना और किसानों के सिंचाई पंपों को निःशुल्क एवं रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराये जाने की योजना से बिजली बिल में लगभग 15 हजार करोड़ की मदद दी गई है।
वनांचल में वनवासियों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर को 2500 रूपए से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा किया जाना तथा 67 प्रकार के लघुवनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और वैल्यूएडिशन के चलते संग्राहकों की आय दोगुने से ज्यादा करने में कामयाबी मिली है। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से राज्य के पौने 6 लाख परिवारों को प्रतिवर्ष 7000 रूपए की मदद, राजीव मितान क्लबों के माध्यम से गांवों में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक कर उसका लाभ दिलाने की पहल के सकारात्मक परिणाम रहे हैं। इससे भी लोगों को गरीबी से बाहर लाने में मदद मिली है।
छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते राज्य में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले कृषकों की संख्या 12 लाख से बढ़कर आज 24 लाख से ज्यादा हो गई है। धान उर्पाजन 55 लाख टन से बढ़कर 107 लाख टन से ज्यादा हो गया है। बीते पांच सालों में छत्तीसगढ़ में धान बेचने वाले किसानों और धान उर्पाजन की मात्रा दोगुनी हो गई है। धान का रकबा 24 लाख 46 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 31 लाख 17 हजार हेक्टेयर हो गया है। प्राथमिक कृषि साख समितियां 1,333 थीं, आज बढ़कर 2,058 हो गई। छत्तीसगढ़ में मछली पालन, लाख पालन और रेशम पालन और मधुमक्खी पालन को भी कृषि का दर्जा दिया गया है। छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन और कोदो-कुटकी, रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी और इसके उत्पादक किसानों को प्रति एकड़ 9000 रूपए की इनपुट सब्सिडी के चलते राज्य के वनांचल क्षेत्रों में मिलेट उत्पादक कृषकों की आय बढ़ी है।
छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी एवं आम जनता की भलाई के लिए संचालित योजनाओं से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के बड़े तबके में जबरदस्त खुशहाली आई है जिससे श्री बघेल की लोकप्रियता बढ़ी है। सुदृढ़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था से शहरी अर्थव्यवस्था भी समृद्ध हुई है। इसके साथ ही नागरिक सुविधाओं में बेहतरी के लिए किये गये कार्यों से शहरी क्षेत्रों में अच्छा माहौल है जिसका असर भूपेश सरकार की लोकप्रियता में दिख रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि श्री बघेल ने छत्तीसगढ़िया अस्मिता पर लगातार बात की, यह बात लोगों के दिलों में घर कर गई है। वे जनता की भाषा में जनता की रुचि की ही बातें करते हैं इसके चलते उनकी लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। इंडिया टूडे के सर्वे में लोकप्रियता के मामले में ओडिशा के मुख्यमंत्री पहले स्थान पर, दिल्ली के मुख्यमंत्री तीसरे स्थान पर हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री चौथे, असम के मुख्यमंत्री पांचवे स्थान पर हैं। -
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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती नायक ने रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री की कलाई पर बांधी यह विशेष राखी
गरियाबंद के बिहान समूह की बहनों ने तैयार की है यह राखी
रायपुर : रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की कलाई पर गरियाबंद के बिहान समूह की बहनों द्वारा गोबर और धान के बीज से बनाई गई राखी सजी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने कल रात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की कलाई पर यह विशेष राखी बांधकर उनके लिए मंगलकामना की।श्रीमती नायक ने गरियाबंद के बिहान समूह की बहनों द्वारा तैयार राखी खरीदकर मुख्यमंत्री की कलाई पर बांधी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेशवासियों से ग्रामीण बहनों द्वारा बनाई गई राखी का रक्षाबंधन के पर्व पर उपयोग करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने श्रीमती नायक को भी रक्षाबंधन पर उपहार भेंट किए। -
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राष्ट्रीय भोजली महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय भोजली महोत्सव-2023 में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर मित्रता का अभूतपूर्व उत्सव ’भोजली’ पर्व के आयोजन के लिए गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति को बधाई दी और इसे प्राचीन सांस्कृतिक परम्पराओं को सहेजने की दिशा में सराहनीय बताया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि भोजली का पर्व हमारी विशिष्ट छत्तीसगढ़ी संस्कृति है। भोजली मित्रता का उत्सव भी है। छत्तीसगढ़ में मित्रता के अटूट बंधन के लिए भोजली बदने की परम्परा रही है। इस तरह से भोजली केवल एक पारंपरिक अनुष्ठान नहीं रह जाता अपितु लोगों के दिल में बस जाता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जब हमारी संस्कृति बचेगी, तभी हम बचेंगे। जब हमें अपनी संस्कृति पर गौरव होगा, तभी हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। हम प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए कार्य तो कर ही रहे हैं। कर्ज माफी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना जैसी अनेक योजनाओं से प्रदेश के सभी वर्गों की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है लेकिन इसके साथ ही हम सांस्कृतिक विकास को भी उतना ही महत्व दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि हमने देवगुड़ियों और घोटुल के संरक्षण के लिए कार्य किया है। मुख्यमंत्री पर्व सम्मान निधि और आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के माध्यम से हम स्थानीय उत्सवों को मनाने के लिए सभी पंचायतों को दस हजार रुपए वार्षिक सहायता दे रहे हैं। बस्तर में हमने बादल का गठन किया है। बस्तर लोक संस्कृति एवं भाषा अकादमी नाम से जानी जाने वाली इस संस्था के माध्यम से बस्तर के लोकगीतों को, लोकधुनों को और पारंपरिक रिवाजों को तथा बोली को सहेजने का काम हो रहा है। इसके माध्यम से बस्तर की सांस्कृतिक सुंदरता को दुनिया जान पा रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमारी आदिवासी संस्कृति बेहद खूबसूरत है। इसके नृत्य, संगीत, परिधान और भाषा-बोली अपने में अनेक रंग समेटे हैं। इसकी सुंदरता को दुनिया जाने और इसे इसका वास्तविक मान मिल सके, इसके लिए हमने राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन कराया। इस महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश के कलाकारों ने अपना हुनर दिखाया। इतने बड़े मंच पर आदिवासी कला का आयोजन पहले कभी नहीं हुआ था और इसे भरपूर सराहना मिली। इस अवसर पर खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, विधायक श्री रामकुमार यादव, महापौर रायपुर नगर पालिक निगम श्री एजाज ढेबर और छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा तथा राजस्थान आदि राज्यों से आदिवासी समाज के पुरूष-महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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ब्रह्मकुमारी बहनों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के लिए की मंगलकामनाएं
रायपुर : रक्षाबंधन के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में आज प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रायपुर की ब्रह्मकुमारी दीदी आशा बहन, सविता बहन, वनीषा बहन ने मुलाकात कर मुख्यमंत्री श्री बघेल को राखी बांधी और उनके स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए मंगलकामनाएं की।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस स्नेह और सम्मान के लिए ब्रह्मकुमारी दीदीयों का आभार प्रकट किया। ब्रह्मकुमारी बहनों ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को मिष्ठान भेंट कर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मुख्यालय माउण्ट आबू में आयोजित होने वाले कार्यक्रम का निमंत्रण भी दिया। मुख्यमंत्री ने ब्रह्मकुमारी दीदीयों को उपहार भी भेंट किए। इस अवसर पर ब्रह्मकुमार महेश भाई और हिरन भाई भी उपस्थित थे। -
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घरेलू नल कनेक्शन देने में जांजगीर-चांपा जिला अव्वल
रायपुर : राज्य के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत 49 लाख 92 हजार 661 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए जाने के विरूद्ध वर्तमान में 28 लाख 86 हजार 245 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ राज्य के 39 हजार 113 स्कूलों, 37 हजार 501 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 15 हजार 614 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। छत्तीसगढ़ का जांजगीर-चांपा जिला सर्वाधिक 01 लाख 44 हजार 282 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देकर अव्वल स्थान पर है। इसी तरह रायपुर जिला 01 लाख 44 हजार 196, महासमुंद जिले में 01 लाख 42 हजार 349 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही साथ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंतर्गत बनाए गए गौठानों में भी पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। उल्लेखनीय है कि सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी डॉ. एस. भारतीदासन एवं मिशन संचालक श्री आलोक कटियार द्वारा जमीनी स्तर पर राज्य में सिंगल विलेज स्कीम और मल्टी विलेज स्कीम और अन्य पेयजल योजनाओं सहित जल जीवन मिशन के कार्यों का क्रियान्वयन की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
जल जीवन मिशन के तहत अब तक धमतरी जिले में 01 लाख 32 हजार 118, रायगढ़ जिला में 01 लाख 29 हजार 973, बिलासपुर में 01 लाख 26 हजार 258, कवर्धा 01 लाख 25 हजार 632, बलौदाबाजार-भाटापारा में 01 लाख 24 हजार 876 घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं। इसी प्रकार मुंगेली में 01 लाख 19 हजार 010, दुर्ग जिले में 01 लाख 17 हजार 502 तथा बेमेतरा जिले में 01 लाख 15 हजार 241 नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसी तरह बालोद में 01 लाख 15 हजार 113, राजनांदगांव जिला 01 लाख 14 हजार 124, सक्ती में 01 लाख 8 हजार 057, गरियाबंद 91 हजार 549, बलरामपुर में 90 हजार 678, जशपुर में 89 हजार 500, कोरबा में 88 हजार 910, सरगुजा जिले के 87 हजार 833, बस्तर में 85 हजार 831 शुद्ध पेयजल के लिए घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं। सूरजपुर में 81 हजार 720, कोण्डागांव में 78 हजार 399, कांकेर 74 हजार 670, सांरगढ़-बिलाईगढ़ में 63 हजार 189, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 49 हजार 579, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 44 हजार 478, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 40 हजार 188, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 31 हजार 129, सुकमा में 30 हजार 802, कोरिया में 28 हजार 573, बीजापुर 26 हजार 665, दंतेवाड़ा में 25 हजार 960 और नारायणपुर जिले में 17 हजार 861 ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल के लिए घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। -
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द्रुप निषाद के परिवार ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिया ध्न्यवाद
रायपुर : चिरायु योजना के तहत सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के ग्राम बैगीनडीह निवासी आठ वर्षीय बालक द्रुप निषाद का सफल उपचार संभव हुआ है। इसके लिए दु्रप निषाद के परिवारवालों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री श्री टी. एस. सिंह देव सहित चिरायु दल सारंगढ़ को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी की मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निराला के कुशल नेतृत्व में चिरायु टीम ने पलकों के पक्षाघात (प्टोसिस) बिमारी के इलाज में सफलता प्राप्त की है। चिरायु टीम सारंगढ़ के द्वारा अपने दैनिक स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के दौरान बैगीनडीह निवासी बालक द्रुप निषाद उम्र 8 वर्ष जो पलकों के पक्षाघात जिसे चिकित्सकीय भाषा में प्टोसिस कहते हैं, इसमें पलक आंशिक या पूरी तरह से आंख को ढंक लेते हैं। जिससे देखने में समस्या होती है, लगभग आंख बंद सा दिखता है और देखने में असहज भी लगता है। जिसका एक मात्र ईलाज ऑपरेशन ही है जिसे ऑफथैलमिक सर्जन ऑपरेशन के माध्यम से ठीक करते हैं।
चिरायु टीम अपने इस चिन्हित बच्चे को जांच व पहचान से लेकर इलाज व ऑपरेशन तक पूरी तरह से सम्पर्क में रहकर गाइड करता है और इलाज हेतु प्रेरित व सहयोग करता है। इस बच्चे का ऑपरेशन भाटिया नेत्रालय भिलाई में 8 अगस्त 2023 को ऑफथैलमिक सर्जन के द्वारा किया गया जो पूरी तरह निःशुल्क हुआ है। बच्चा अब पहले से बेहद स्वस्थ अनुभव कर रहा है। परिजन भी अपने गाइड चिरायु टीम व डॉक्टर की भूरी-भूरी प्रशंसा कर रही है साथ ही सरकार की इस योजना के लिए आभार प्रकट की हैं। जिला कार्यक्रम प्रबन्धक श्री एन. एल. इजारदार, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ सिदार, जिला नोडल (चिरायु) डॉ. पी. डी. खरे, चिरायु टीम के डॉ. नम्रता, डॉ. प्रभा, डॉ. गौरी जायसवाल, ललिता(ए एन एम) के विशेष सहयोग से इस चिन्हित बच्चे का सफल जांच व इलाज हो सका है।उल्लेखनीय है कि चिरायु टीम के माध्यम से समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों व शासकीय स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। पूरे सत्र में स्कूल के बच्चों का 1 बार और आंगनबाड़ी के बच्चों का 2 बार पूरे बीमारियों को 4 वर्गों में विभाजित कर इलाज हेतु चिन्हित कर उनको निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्रदाय चिरायु टीम करती है। इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही साथ शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास, पंचायत विभाग का अहम योगदान रहता है।
चिरायु टीम 4 डीश्स ( डिफेक्ट्स - जन्मजात विकार, डिजीज - बीमारियां, डेफिशिएंसी - कमी से होने वाले विकार तथा डेवलपमेंटल डिले - विकास संबंधी देरी और विकलांगता) के ऊपर अपना काम करती है। इनके इलाज हेतु प्रथम वर्ग के लिए - जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, पी जी आई तथा एम्स आदि प्रमुख संस्थानों में व्यवस्था है। द्वितीय वर्ग के लिए - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल स्तर पर व्यवस्था है। तृतीय वर्ग के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पोषण पुनर्वास केंद्र स्तर पर व्यवस्था है और चतुर्थ वर्ग के लिए जिला अस्पताल व शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र ष्जतनष् स्तर पर इलाज की व्यवस्था है। -
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मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समाज सुधारक और शिक्षाविद् स्वामी आत्मानंद की पुण्यतिथि 27 अगस्त पर उन्हें नमन करते हुए कहा है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में मानव सेवा एवं शिक्षा संस्कार की अलख जगाई। पीड़ित मानवता की सेवा को उन्होंने सबसे बड़ा धर्म बताया। छत्तीसगढ़ उनकी कर्मभूमि रही है। स्वामी आत्मानंद ने शहरी और आदिवासी क्षेत्र में बच्चों में संस्कार, युवाओं में सेवा भाव और बुजुर्गों में आत्मिक संतोष का संचार किया। स्वामी विवेकानंद के विचारों का भी उन पर भी गहरा असर हुआ और उन्होंने अपना पूरा जीवन दीन-दुःखियों की सेवा में बिता दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वामी आत्मानंद के पद चिन्हों पर चलते हुए किसानों, वनवासियों, गरीबों और मजदूरों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के हर संभव प्रयास कर रही है। अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद जी के मानव सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्य अनुकरणीय और प्रेरणास्पद है। स्वामी आत्मानंद जी ने वनवासियों के उत्थान के लिए नारायणपुर आश्रम में उच्च स्तरीय शिक्षा केन्द्र की स्थापना की।राज्य सरकार ने इससे प्रेरणा लेते हुए उनके नाम पर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू किए हैं, जिनमें हर वर्ग के बच्चों को अच्छी कक्षा, पुस्तकालय, खेल मैदान सहित अच्छी पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने आदिवासियों के सम्मान एवं उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए अबूझमाड़ प्रकल्प की स्थापना की। नारायणपुर में वनवासी सेवा केन्द्र प्रारंभ कर वनवासियों की दशा और दिशा सुधारने के प्रयास किए। श्री बघेल ने कहा कि स्वामी अत्मानंद जी के आदर्श और जीवन मूल्य सदा जनसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अनुसूचित जाति तथा जनजाति विकास विभाग अंतर्गत संचालित किये जाने वाले छात्रावासों में छात्र भोजन सहाय दर में वृद्धि की गई है। इस वृद्धि के अनुरूप योजना के संचालन के लिए वित्त विभाग ने 87 लाख रुपए स्वीकृत किये हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं की अच्छी व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिये हैं। इसके अनुरूप छात्र-छात्राओं के लिए उचित भोजन व्यवस्था हेतु छात्र भोजन सहाय दर में वृद्धि किये जाने का निर्णय लिया गया। इसके अनुरूप योजना के क्रियान्वयन के लिए अतिरिक्त राशि देने का निर्णय लिया गया। -
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आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से घर बैठे पाएं नए फार्मेंट का डीएल
दफ्तर का चक्कर नहीं, करें ऑनलाइन आवेदन
रायपुर : पुराने फार्मेंट का ड्राइविंग लाइसेंस अन्य प्रदेशों या विदेश में मान्य नहीं किया जाता। इसके बदले आप नए फार्मेंट का स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं, जो अपनी सुरक्षा विशेषताओं के चलते न केवल मजबूत और सुरक्षित है, बल्कि एक देश एक कार्ड के तहत सम्पूर्ण भारत और विदेश में भी स्वीकार्य है।छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग की अधिकारिक वेबसाइट https://sarathi.parivahan.gov.in/sarathiservice/stateSelection.doपर जाकर आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपना पुराना फार्मेंट का ड्राइविंग लाइसेंस रिप्लेसमेंट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।आवेदन के 8 से 10 दिनों के अंदर नए फार्मेंट का क्यूआर कोड आधारित स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस आवेदक के घर पहुंचाकर दिया जाता है। आवेदक को उनका स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस पोस्ट से भेजने की जानकारी अब एसएमएस और वाट्सएप मैसेज से भी दी जाती है। छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग के ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ योजना के तहत अब तक प्रदेश में 22 लाख से अधिक स्मार्ट डीएल/आरसी घर पहुंचाकर दिए जा चुके है।यूं बनवा सकेंगे नए फार्मेंट का QR आधारित डीएल
- आपको सबसे पहले https://sarathi.parivahan.gov.in/sarathiservice/stateSelection.do वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपको छत्तीसगढ़ राज्य सलेक्ट करना होगा।
- अब आपके सामने एक विंडो ओपन होगी।
- यहां पर दाहिनी ओर मेन्यू बार में Apply Online पर क्लिक करें।
- इसके बाद Services on Driving Licence (Renewal/Duplicate/Aedl/Others) दिखेगा जिसमे replacement of driving license पर क्लिक करें।
फिल करें ये डिटेल
अब आपके सामने एक नई विंडो ओपन हो जाएगी। यहां पर आपको फिर से राज्य की डिटेल के बारे में पूछा जाएगा। अब अपने लाइसेंस वाले राज्य को सलेक्ट करें। इसके बाद Countinue के बटन पर क्लिक करें और अपने आधार कार्ड से संबंधित जानकारी दें। इसके बाद प्रोसिड पर क्लिक करना होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस की मिलेगी जानकारी
अब आपके सामने आपके डीएल की पूरी जानकारी होगी। इसके नीचे आपको मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का भी विकल्प दिखाई देगा। इसके बाद में आपको अपना आधार नंबर और ओटीपी एंटर करना होगा। अब आपका डीएल अपेडट हो जाएगा।हेल्पलाईन नंबर से संपर्क कर सुविधा का ले सकते है लाभ
परिवहन विभाग द्वारा बताया गया है कि ‘तुंहर सरकार, तुंहर द्वार’ सेवा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए विभाग द्वारा एक हेल्पलाईन नम्बर 75808-08030 जारी किया गया है, जो सभी कार्य दिवसों में प्रातः 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक कार्य करते हुए जानकारी प्रदान करता है।स्मार्ट डीएल में 7 सुरक्षा विशेषताएंनए फार्मेंट के क्यू आर आधारित स्मार्ट कार्ड आधारित ड्राइविंग लाइसेंस सात सुरक्षा विशेषाताओं से युक्त है। जिनमें यूवी प्रतीक, सीरियल नंबर, गिलोच पैटर्न, माइक्रो टेक्स्ट, हॉट-स्टैंप्ड होलोग्राम, क्यूआर कोड और ऑप्टिकली वेरिएबल इंक शामिल है।
यदि आप पहली बार बना रहे हैं
यदि आप पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं तब भी आपको परिवहन कार्यालय जाने की जरूरत नहीं हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए जगह-जगह परिवहन सुविधा केंद्र खोले हैं। वहां जाकर या स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और तत्काल लर्निंग लाइसेंस बनवा सकते है । लर्निंग लाइसेंस बनने के एक महीने के बाद आपको निर्धारित तिथि पर परिवहन कार्यालय पहुंचकर गाड़ी चला कर ड्राइविंग टेस्ट देना होगा । -
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आयुष संस्थाओं में स्वच्छता को बढ़ावा देने और संक्रमण की रोकथाम के लिए कायाकल्प-आयुष का क्रियान्वयन, छत्तीसगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती कविता गर्ग ने राज्य में इसके क्रियान्वयन की प्रशंसा की, आयुष को बढ़ावा देने यहां किए जा रहे कार्यों को भी सराहा
जिला आयुर्वेद चिकित्सालय श्रेणी में जगदलपुर, आयुष विंग श्रेणी में जगदलपुर जिला चिकित्सालय और आयुष स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर में सूरजपुर को प्रथम पुरस्कार
इन तीनों संस्थाओं को क्रमशः दो लाख, डेढ़ लाख और सवा लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी गई
रायपुर : उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने स्वच्छता को बढ़ावा देने, संक्रमण की रोकथाम और अपशिष्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य के 25 आयुष संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने आज रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित कायाकल्प-आयुष पुरस्कार समारोह में ये पुरस्कार वितरित किए। स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण तथा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का चार चरणों में मूल्यांकन के बाद उत्कृष्ट पाए गए 25 आयुष संस्थाओं का इन पुरस्कारों के लिए चयन किया गया था। राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशानुसार आयुष संस्थाओं में स्वच्छता को बढ़ावा देने, संक्रमण की रोकथाम तथा अपशिष्ट प्रबंधन के साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश में कायाकल्प-आयुष का क्रियान्वयन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है।
कायाकल्प-आयुष की शुरूआत के बाद पूरे देश में आज पहली बार छत्तीसगढ़ में आयुष संस्थाओं के मूल्यांकन के बाद चयनित संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, रायपुर नगर निगम के सभापति श्री प्रमोद दुबे, रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, केन्द्रीय आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती कविता गर्ग और चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै भी कायाकल्प-आयुष पुरस्कार समारोह में शामिल हुईं।
उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद में हजारों साल से जानकारी है। इसके इस्तेमाल से लोगों को सदियों से उपचार और राहत मिल रही है। पूरी दुनिया में अभी परंपरागत औषधियों (Traditional Medicines) को लेकर बात हो रही है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद आयुष डॉक्टरों से कहा कि आप लोगों के पास इस ज्ञान की धरोहर है जिसके माध्यम से आप लोग मरीजों का इलाज कर रहे हैं। आप लोग इस ज्ञान और इन पद्धतियों को आत्मविश्वास के साथ लोगों तक पहुंचाएं।
उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश की आयुष संस्थाओं में काफी बदलाव आया है। राज्य और केंद्र सरकार से इसके लिए लगातार सहयोग और राशि मिल रही है। उन्होंने इनका सदुपयोग करते हुए इन पद्धतियों का ज्यादा से ज्यादा लाभ लोगों तक पहुंचाने तथा आयुष संस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में करने को कहा। उन्होंने आयुष संस्थाओं के डॉक्टरों और स्टॉफ को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों ने छत्तीसगढ़ को गौरव प्रदान किया है। इसके लिए मैं आप लोगों को धन्यवाद देता हूं। पूरे देश में आज पहली बार आयुष संस्थाओं के मूल्यांकन के बाद उन्हें पुरस्कार दिए जा रहे हैं। जिन संस्थाओं को आज पुरस्कार मिल रहा है वे अन्य संस्थाओं के लिए पथ प्रदर्शक बनने के साथ ही अपना स्तर लगातार आगे लेकर जाएं।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव और राष्ट्रीय आयुष मिशन की प्रभारी श्रीमती कविता गर्ग ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक परिदृश्य में आयुष लगातार अपना स्थान बना रहा है। भारत पूरी दुनिया में इसका अगुवा बन सकता है। उन्होंने आयुष को बढ़ावा देने और आयुष संस्थानों की मजबूती के लिए छत्तीसगढ़ द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि यहां 400 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स फंक्शनल है। छत्तीसगढ़ को इसके लिए जो लक्ष्य दिया गया था उसे राज्य ने शत-प्रतिशत हासिल किया है। श्रीमती गर्ग ने छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत कायाकल्प-आयुष के क्रियान्वयन को भी काफी सराहा। उन्होंने कहा कि यहां की आयुष संस्थाएं वॉलिंटियर (Volunteer) कर पूरे भारत में जाएं और दूसरे राज्यों के अस्पतालों को बताएं कि उन्होंने यहां इसे कैसे अंजाम दिया।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै ने समारोह में बताया कि 1174 आयुष संस्थाओं में से 1054 संस्थाओं ने कायाकल्प-आयुष में भागीदारी की। राज्य की 90 प्रतिशत संस्थाओं की सहभागिता काफी उत्साहवर्धक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में राज्य की सभी आयुष संस्थाएं इसमें हिस्सा लेंगी। उन्होंने राज्य की आयुष संस्थाओं में स्वच्छता, संक्रमण पर नियंत्रण और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए किए गए कार्यों के लिए सभी संस्थाओं और वहां की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह कार्यस्थल में अपने काम के प्रति गौरव को बढ़ाता है। यह मरीजों और उनके परिजनों के साथ-साथ अस्पताल के स्टॉफ को भी सुरक्षित रखता है।
आयुष विभाग की संचालक सुश्री नम्रता गांधी ने कार्यक्रम में आयुष संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं और कायाकल्प-आयुष के तहत आयुष संस्थाओं के मूल्यांकन के बारे में भी बताया। समारोह में एनएबीएच (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) के फैकल्टी डॉ. किरण पंडित ने ‘आयुष संस्थाओं में गुणवत्ता उन्नयन का महत्व एवं संभावनाएं’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने इस दौरान अस्पतालों के लिए निर्धारित अलग-अलग मानकों की जानकारी दी। उन्होंने एनएबीएच मानक हासिल करने की प्रक्रिया और मूल्यांकन पद्धति के बारे में भी बताया। शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय रायपुर के छात्र-छात्राओं ने समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
इन अस्पतालों को मिला पुरस्कार
कायाकल्प-आयुष के अंतर्गत जिला आयुर्वेद चिकित्सालय श्रेणी में जिला आयुर्वेद चिकित्सालय जगदलपुर को प्रथम पुरस्कार मिला। जिला एलोपैथी चिकित्सालय जगदलपुर में सहस्थापित आयुष विंग तथा आयुष स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर सूरजपुर को अपनी-अपनी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। इन तीनों संस्थाओं को क्रमशः दो लाख रूपए, डेढ़ लाख रूपए और सवा लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी गई। राजनांदगांव जिले के आयुष स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर डोंगरगढ़ को 50 हजार रूपए का द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।आयुष औषधालय श्रेणी में हर संभाग के तीन-तीन संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इन्हें प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 75 हजार रूपए, 50 हजार रूपए और 25 हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी गई। रायपुर संभाग में गरियाबंद जिले के आयुर्वेद औषधालय अकलवारा को प्रथम, धमतरी के आयुर्वेद औषधालय परसापानी को द्वितीय और रायपुर के आयुर्वेद औषधालय टेकारी (जुलुम) को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बिलासपुर संभाग में रायगढ़ जिले के बर्रा, भेडवन और समकेरा आयुर्वेद औषधालय को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया। सरगुजा संभाग के अंतर्गत बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के होम्योपैथी औषधालय वाड्रफनगर को प्रथम और इसी जिले के होम्योपैथी औषधालय पेंड्री को द्वितीय तथा जशपुर जिले के आयुर्वेद औषधालय बंदरचुआ को तृतीय पुरस्कार मिला। बस्तर संभाग में कोंडागांव जिले के आयुर्वेद औषधालय बोरगांव को प्रथम, कांकेर जिले के आयुर्वेद औषधालय तरहुल को द्वितीय और इसी जिले के आयुर्वेद औषधालय दबेना को तृतीय पुरस्कार दिया गया। दुर्ग संभाग के तहत राजनांदगांव जिले के आयुर्वेद औषधालय पदुमतरा को प्रथम, राजनांदगांव के ही आयुर्वेद औषधालय विचारपुर को द्वितीय तथा कबीरधाम के आयुर्वेद औषधालय सिंघनगढ़ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
आयुष केंद्र एवं स्पेशलिटी क्लीनिक श्रेणी में बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के दो-दो आयुष संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इस श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में 75 हजार रूपए और द्वितीय पुरस्कार के तौर पर 50 हजार रूपए की राशि दी गई। बिलासपुर संभाग के रायगढ़ जिले के आयुष केन्द्र कनकबीरा को प्रथम और कोरबा के आयुष स्पेशलिटी क्लीनिक लेमरू को द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। सरगुजा संभाग के अंतर्गत सूरजपुर के आयुष स्पेशलिटी क्लीनिक बसदेई को प्रथम एवं जशपुर के आयुष केन्द्र भेंलवां को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। बस्तर संभाग के तहत कांकेर जिले के आयुष केन्द्र कोटतरा को प्रथम और कोंडागांव के आयुष केन्द्र अनतपुर को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने ईडी की छापेमारी पर प्रेस कांफ्रेंस कर अपना पक्ष रखा , उन्होंने कहा कि मेरे घर में कल डकैती हुई है, लूट हुई है. ईडी कल मुझे प्रताड़ित किया है. ईडी ने जो सोना बरामद किया उसे मैंने 2005 में खरीद है. मैंने सभी बिल दिए हैं. इसके बाद भी ईडी सारा गहना जब्त कर ले गई है।
विनोद वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ईडी ने मुझे कागज दिया, उसमें सारा विवरण में है, ईडी आईपीसी को नए सिरे से परिभाषित किया है. ईडी की मंशा क्या है, ये उजागर हुई है. ईडी छापे के पीछे का आधार जगत विजन पत्रिका में छपी एक कहानी है। जगत विजन पत्रिका के संपादक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। चंद्रभूषण वर्मा मेरा रिलेटिव नहीं है। चंद्रभूषण की जो भूमिका सट्टा एप में तो उसकी पूरी जांच कर लेते. बिना किसी तथ्य के मेरे घर ईडी की टीम पहुंची।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तानाशाही चल रही है। राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को रौंदने की कोशिश हो रही है. छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर कार्रवाई हो रही है. सीएम के आसपास के लोगों को लपेट लिया जाए. छत्तीसगढ़ पुलिस भी महादेव एप पर कार्रवाई कर रही है. भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के भरोसे चुनाव लड़ना चाहती है।
विनोद वर्मा ने कहा कि मुझे खुशी होगी, अगर ईडी मेरे खिलाफ सबूत ले आए, मुझे ईडी गलत साबित कर दे. मैं उन चीजों से दूर रहा हूँ जो दलदल है, जो गलत है। मेरे किसी कृत्य से पार्टी की छवि पर दाग लगने नहीं दूंगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
श्रमिकों के हित में की दो अहम् घोषणाएं
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना की राशि 50 हजार रूपए से बढ़ाकर एक लाख रूपएश्रम पदाधिकारी कार्यालय बस्तर, सरगुजा, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार एवं राजनांदगांव का सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में उन्नयन
मुख्यमंत्री श्री बघेल का राजधानी के अम्बेडकर चौक से शहीद भगत सिंह चौक तक लोगों ने किया अभूतपूर्व स्वागत तथा अभिनंदन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आज उनके जन्मदिवस पर राजधानी रायपुर के अंबेडकर चौक से शहीद भगत सिंह चौक तक जुटी भीड़ में लोगों ने अभूतपूर्व स्वागत तथा अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर लोगों से अपार स्नेह पाकर खुशी से अभिभूत हो गए। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ में श्रमिकों के हित में दो महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।
इनमें मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना की राशि 50 हजार रूपये से बढ़ाकर 01 लाख रूपये करने और राज्य के श्रम पदाधिकारी कार्यालय बस्तर, सरगुजा, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार एवं राजनांदगांव का सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में उन्नयन की घोषणा शामिल है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अंतर्गत संचालित मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना के तहत प्रदेश के पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को स्वयं के भू-खण्ड पर आवास निर्माण-नवीन आवास क्रय करने के लिए राशि 50 हजार रूपए मंडल द्वारा एकमुश्त देने का प्रावधान है, इस योजना की राशि को बढ़ाकर एक लाख रूपए करने की घोषणा की गई। इसी तरह राज्य के श्रम पदाधिकारी कार्यालय बस्तर, सरगुजा, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार एवं राजनांदगांव का उन्नयन कर सहायता श्रमायुक्त कार्यालय किए जाने की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में सभी वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इनमें किसान, मजदूर से लेकर अनुसूचित वर्ग सहित सभी वर्ग के लोगों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इस कड़ी में आज श्रमिकों के हित में दो महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गई हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 2 हजार 507 हितग्राहियों को एक करोड़ 81 लाख रूपए की राशि का वितरण कर लाभान्वित किया।
इन योजनाओं में मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना में एक हितग्राही को 5 लाख रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना में 6 हितग्रहियों को 3 लाख रूपए तथा मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना में 500 हितग्राहियों को 20 हजार रूपए प्रति हितग्राही के मान से एक करोड़ रूपए की राशि प्रदान की गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना अंतर्गत एक हजार 860 महिला हितग्राही को 68 लाख 19 हजार रूपए तथा 140 पुरूष हितग्राहियों को 5 लाख 18 हजार रूपए की देय राशि शामिल है। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल श्री सुशील सन्नी अग्रवाल सहित श्रम मंडल के पदाधिकारी तथा नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से युक्त है महाविद्यालय
सरगुजा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सरगुजा संभाग के प्रथम स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विधिवत पूजा-अर्चना कर फ़ीता काटकर केशवपुर में महाविद्यालय का लोकार्पण किया। उनके साथ उप-मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव उपस्थित थे।
प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के कुल 10 स्वामी आत्मानंद आदर्श महाविद्यालय खोले जा रहे हैं, जिनमें से अम्बिकापुर के केशवपुर में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय भवन के जीर्णाेद्धार कार्य का लोकार्पण आज किया गया। ज्ञातव्य है कि शासकीय महाविद्यालय की कुल प्रवेश क्षमता 1000 है जिसमें लगभग 610 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद शासकीय विज्ञान महाविद्यालय को अपग्रेड करते हुए सुविधाओं के विस्तार के लिए जीर्णाेद्धार तथा निर्माण कार्य हुए। आज छात्रों के लिए आधुनिक समय अनुरूप तकनीकों, स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक लाईब्रेरी, प्रयोगशाला, अतिरिक्त कक्ष जैसे अन्य सुविधाओं के साथ महाविद्यालय तैयार है।
महाविद्यालय में कुल 2.54 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णाेद्धार तथा निर्माण कार्य किए गए हैं, जिसमें 1.21 करोड़ रुपए की लागत से बने प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण और कुल 1.33 करोड़ की लागत से गार्डन का सौन्दर्यीकरण एवं सी.सी.रोड निर्माण, प्रथम तल पर प्रयोगशाला पुस्तकालय का नवीनीकरण एवं अहाता, भूतल पर प्राचार्य कक्ष ऑफिस का नवीनीकरण एवं प्रवेश द्वार एवं पार्किंग शेड का निर्माण कार्य शामिल है। -
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मुख्यमंत्री क्रेडाई द्वारा ‘बढ़ता हुआ छत्तीसगढ़’ थीम पर आयोजित स्टेटकॉन-2023 में हुए शामिल
लोगों के हाथ में लगातार पैसा जाने से छत्तीसगढ़ में हर सेक्टर में आया उछाल – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
रायपुर : रियल इस्टेट सेक्टर को मंदी से उबारने तथा लोगों के लिए घर एवं भूखंड की खरीदी को सुगम बनाने राज्य शासन द्वारा लिए गए फैसलों के लिए क्रेडाई (Confederation of Real Estate Developers’ Associations of India) ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का सम्मान किया है। क्रेडाई छत्तीसगढ़ द्वारा आज नवा रायपुर में ‘बढ़ता हुआ छत्तीसगढ़’ की थीम पर आयोजित स्टेटकॉन-2023 में मुख्यमंत्री श्री बघेल को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में क्रेडाई छत्तीसगढ एप को लांच किया। उन्होंने भिलाई, दुर्ग एवं बिलासपुर में क्रेडाई के यूथ विंग का इन्सटॉलेशन भी किया। आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर भी स्टेटकॉन-2023 में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्टेटकॉन-2023 को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सचेत रहकर लोगों के हित के लिए लगातार व्यावहारिक फैसले लिए हैं। राज्य शासन ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रदेशवासियों की जेब में एक लाख 60 हजार करोड़ रूपए डाले हैं। लोगों के हाथ में पैसा रहने से यहां हर सेक्टर में उछाल आया है। कोरोना काल में लॉक-डाउन के बाद पूरे देश में छत्तीसगढ़ में सबसे पहले उद्योगों और कारखानों में काम दोबारा प्रारंभ हुए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की कठिन हालातों के बीच भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों तथा मनरेगा के जरिए श्रमिकों को राशि उपलब्ध कराई गई। दूसरे राज्यों की तरह यहां शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के वेतन में कोई कटौती नहीं की गई, उनके हाथों में पूरा वेतन गया। इस तरह हर वर्ग के लोगों के पास पैसे रहने से हर सेक्टर में व्यवसाय-व्यापार में बढ़ोतरी हुई। रियल स्टेट सेक्टर को भी इसका फायदा मिला।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जमीन की गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत की कटौती से भूखंडों की खरीदी-ब्रिकी में तेजी आई। ज्यादा रजिस्ट्री होने से शासन का राजस्व बढ़ा। छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री से प्रतिबंध हटाने और गाइडलाइन दरों में कमी से इससे मिलने वाला राजस्व 1100 करोड़ रुपए से बढ़कर 1500 करोड़ रुपए हो गया। उन्होंने कहा कि रियल इस्टेट भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा रहा है। नोटबंदी, कोरोना महामारी और लॉक-डाउन के कारण इस क्षेत्र में मंदी आ गई थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस सेक्टर को मंदी से उबारने और लोगों को राहत देने के लिए अनुकूल फैसले लिए। जल्दी ही रियल स्टेट सेक्टर मंदी को पीछे छोड़ते हुए सरपट दौड़ने लगा। उन्होंने कहा कि रायपुर में एयरो सिटी और व्होल-सेल कॉरिडोर का काम जल्दी शुरू होगा जिससे यहां के व्यापार व व्यवसाय को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में क्रेडाई की मांग पर प्रदेश में अब रेरा अधिनियमों के प्रभावी होने पर कॉलोनाइजर लाइसेंस की जरुरत का परीक्षण कराने की बात कही। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी रियल इस्टेट के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने के संबंध में भी परीक्षण की बात कही।
स्टेटकॉन-2023 को संबोधित करते हुए आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्रकृति ने छत्तीसगढ़ को बहुत कुछ दिया है। कोयला, लोहा, बॉक्साइट जैसे खनिज हैं, प्रचुर वन संपदा है, उपजाऊ भूमि है, पर्याप्त जल है, सस्ती बिजली है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। राज्य में रियल इस्टेट सेक्टर को गति देने के लिए इसके अनुकूल निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने क्रेडाई से कम आय वाले लोगों के लिए भी आवास का सपना पूरा करने के लिए पहल करने को कहा।क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मनोज गौर ने कार्यक्रम में रियल स्टेट सेक्टर के अनुकूल फैसलों के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यहां कॉलोनाइजर्स और डेवलपर्स के लिए शुरू सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम से इससे संबंधित कार्यवाहियों में तेजी आई है और काम सुगमता से होने लगे हैं। क्रेडाई छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री संजय रहेजा ने कहा कि हम लोग रियल इस्टेट क्षेत्र की परेशानियों को लेकर जब-जब मुख्यमंत्री के पास गए हैं, उनसे भरपूर सहयोग मिला है। उनकी पहल पर राज्य शासन द्वारा लिए गए फैसलों से इस क्षेत्र में अभूतपूर्व तेजी आई है। रियल स्टेट, ऊर्जा, वनोपज और कृषि सहित कई क्षेत्रों में राज्य ने नई ऊंचाई पिछले तीन-चार वर्षों में हासिल की है। क्रेडाई के राष्ट्रीय सचिव श्री जी. राम रेड्डी, एक्जिक्युटिव कमेटी के सदस्य श्री शांतिलाल कटारिया, नेशनल सेन्ट्रल जोन के उपाध्यक्ष श्री आनंद सिंघानिया और क्रेडाई छत्तीसगढ़ के सचिव श्री पंकज लाहोटी सहित क्रेडाई के राष्ट्रीय और छत्तीसगढ़ इकाई के अनेक पदाधिकारी एवं सदस्य स्टेटकॉन-2023 में मौजूद थे। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों के मंगल के लिए की पूजा-अर्चना भी
गुढ़ियारी में मारूति मंगलम से आरंभ हुई दिव्य कांवड़ यात्रा, हटकेश्वर नाथ महादेव में जलाभिषेक करेंगे श्रद्धालु
रायपुर : श्रावण सोमवार पर आज पूरा प्रदेश शिव भक्ति के रंग में सराबोर रहा। राजधानी में भी शिवभक्ति की गूंज जगह-जगह सुनाई देती रही। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गुढ़ियारी में मारुति मंगल में दिव्य कांवड़ यात्रा में हिस्सा लिया। पारंपरिक अनुष्ठान तथा पूजा पाठ करने के पश्चात मुख्यमंत्री शिव भक्तों के साथ बैठे। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शिव जी के भजनों के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा। इस मौके पर लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, नगर निगम अध्यक्ष श्री प्रमोद दुबे भी मौजूद रहे।इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अपने हाथों में जलाभिषेक का जल लिया और कांवड़ को अपने हाथों में लिया। पूरा परिसर ऊँ नमः शिवाय के नारों से गूंजता रहा। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों को थाप देकर भजनगायकों का उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर कांवड़ यात्रियों से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावण मास शिव जी का महीना है। शिव जी को आशुतोष भी कहते हैं। शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावण सोमवार का दिन बहुत शुभ होता है। हम सब अपने आराध्य देवता को प्रसन्न करने जुटते हैं।लंबी कांवड़ यात्रा में जुटते हैं। प्रदेश में और देश भर में लोग दूर दूर से कांवड़ लेकर शिव जी पर जलाभिषेक करते हैं। यह अनुभव बहुत दिव्य होता है। आज गुढ़ियारी से जो कांवड़ यात्रा निकाली गई है वो दिव्य ही है इसलिए इसका नाम भी दिव्य कांवड़ यात्रा रखा गया है। मुख्यमंत्री ने दूर दूर से कांवड़ यात्रा में जुटे शिव भक्तों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह शुभ दिन आप सभी के जीवन में मंगल लेकर आये। आयोजकों ने बताया कि कांवड़ यात्रा का समापन महादेवघाट स्थित हटकेश्वर महादेव में जलाभिषेक कर किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती मना रहे है और इस अवसर पर न्याय योजनाओं की राशि वितरित की गई है और नवीन राजस्व कार्यालयों का शुभारंभ किया गया है किसान , मजदूर , गरीब और गौपालकों को 2055.60 करोड़ की राशि सीधे उनके खाते में भेजी गई है। पूरे देश में राजीव जी की जयंती सद्भावना दिवस के रूप में मनाई जा रही है।
आज महासमुंद जिले में 704 करोड़ रुपए के 224 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया। इनमें 71 करोड़ 08 लाख रुपए लागत के 132 कार्यों का लोकापर्ण तथा 632 करोड़ 88 लाख रूपए लागत के 92 कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास शामिल है।
आज के इस समारोह में प्रदेश की 18 नयी तहसीलों और 13 नये अनुविभागीय कार्यालयों का शुभारंभ किया गया है। इन्हें मिलाकार प्रदेश में अब 250 तहसीलें और 122 अनुविभाग हो जाएंगे। पौने पांच सालों में हमने 06 नये जिलों का गठन किया है। प्रदेश में जिलों की संख्या 33 हो चुकी है।
हमारी योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल रहा है। अभी नीति आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया है कि छत्तीसगढ़ में पांच सालों में 40 लाख लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं।कबीरधाम, सरगुजा और दंतेवाड़ा में 23 से 25 प्रतिशत लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। रायपुर, धमतरी और बालोद जिले में गरीबी का अनुपात अब 10 प्रतिशत से कम रह गया है।साथियों, 40 लाख लोगों को गरीबी से बाहर निकालना हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह हमारे काम का सबूत है। हमारे काम की गवाही खुद नीति आयोग दे रहा है। किसानों, मजदूरों, आदिवासियों के लिए लागू की गई न्याय योजनाओं के कारण ही यह चमत्कार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बात चाहे खेती-किसानी की हो, आदिवासियों के विकास की हो, महिलाओं के सशक्तिकरण की हो, हर नागरिक की आय में बढ़ोतरी की हो, रोजगार की हो, रोजगार के अवसरों के निर्माण की हो, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की हो, शहरी क्षेत्रों में सुविधाओं के विस्तार की हो, शिक्षा सुविधाओं के विस्तार की हो, चिकित्सा सुविधा के विस्तार की हो आज छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में बड़ा बदलाव दिख रहा है।
हमनें व्यक्ति को इकाई मानकर विकास का काम किया है। प्रशासनिक इकाईयों को छोटा किया गया है
हमने किसानों की सुविधा का ध्यान रखते हुए धान संग्रहण केंद्रों को भी किसानों के पास लाने का काम किया। संग्रहण केंद्रों और खरीदी केंद्रों को बढ़ाया जिसके कारण धान खरीदी बढ़ी लेकिन न बोरे की कमी हुई न लाइन लगी न ही किसानों को पैसे पहुंचने में कोई दिक्कत हुई।हमारा प्रदेश किसान, मजदूर अनु, जाति जनजाति, युवा लोगों का प्रदेश है जिसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना लागू है, गांव में हाट-बाजार क्लीनिक योजना लागू की।इलाज के लिए पांच लाख तक के सहायता हेतु डॉ. खूबचंद बघेल योजना और 20 लाख रूपए तक सहायता के लिए मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना लागू की गयी। एक गरीब परिवार के बच्चे के फेफड़े में परेशानी थी, उसे सरकार की तरफ से 19 लाख रूपए की मदद दी गयी। सरकार सभी के साथ खड़ी है।
पहले सिर्फ 6 मेडिकल कालेज थे, हमने चार नए मेडिकल कालेज जिनमें एक का अधिग्रहण किया और अब प्रदेश में चार और नए मेडिकल कालेज गीदम, जांजगीर-चांपा, कवर्धा, मनेन्द्रगढ़ में खोलने जा रहे हैं। अब 14 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आप की सरकार है किसानों, मजदूरों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, युवाओं सहित सभी की सरकार है। जिनके विकास के लिए हम निरंतर काम कर रहे हैं। हम तेंदूपत्ता संग्राहकों को 2500 की जगह 4000 रूपए दे रहे हैं, गरीबों को 7 किलो की जगह 35 किलो राशन प्रति परिवार दे रहे हैं, आज हर परिवार के पास राशन कार्ड है। 74 लाख राशन कार्ड बने हैं चाहे वो एपीएल हो या बीपीएलबिजली बिल हाफ योजना में 42 लाख परिवार को 400 यूनिट तक छूट प्रदान की गयी है। सिंचाई पंपों के करोड़ों रूपए सब्सिडी दी गयी है। आज इस बात की खुशी है कि इन योजनाओं का लाभ लेते हुए लोग खुश हैं।
हमारी सरकार ने पौने पांच साल में हर वर्ग के हित में काम किया हैएक भी अंग्रेजी माध्यम शासकीय स्कूल नही था, आज 377 स्कूल इंग्लिश मिडियम और 349 हिंदी मिडियम स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं, अंग्रेजी कालेज भी खोले हैं स्वास्थ्य , शिक्षा के साथ ही तीज त्यौहार के लिए हमने अवकाश देने का भी काम किया है। ये हमारी सरकार में ही संभव है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में सियान लोग भी खेल रहे हैं तीन खेल ऐसे हैं जिसमें इनाम भी देंगे और नौकरी भी देंगे आदिवासी महोत्सव में देश और विदेश के कलाकार आते हैं, हमने अपनी विरासत को सहेजने का काम किया। राम-वन-गमन-पर्यटन परिपथ का विकास किया जा रहा है। सिरपुर को सजाने एवं संवारने का काम किया हैहमने फैसला किया है कि मैदानी इलाके में जहां भी अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं वहां जैतखाम स्थापित किया जाएगाकौशल्या माता का मंदिर केवल हमारे प्रदेश में है, देश दुनिया में इसकी चर्चा है
आज किसानों के घर में खुशहाली आई है, हमनें किसानों का ऋण माफ किया, मजदूरों, वनवासियों को उनका अधिकार दिलाया है। तो हमने कोई अहसान नहीं किया है, ये आप सभी लोगों का हक है, ये हक दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया है हमारी सरकार सेवा जतन की सरकार है। कोरोना काल में छत्तीसगढ़ में न आक्सीजन की कमी हुई न दवाईयों की हमनें दूसरे राज्यों को भी आक्सीजन पहुंचायी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने 322.85 करोड़ रूपए की लागत से महासमुंद मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण की रखी आधारशिला
श्री बघेल ने 6 करोड़ रूपए की लागत से सेंट्रल लाईब्रेरी भवन का किया भूमिपूजन
जिला अस्पताल महासमुंद फिजियोथैरेपी बिल्डिंग, सीएचसी पिथौरा में ब्लड बैंक और हमर लैब का हुआ लोकार्पण
महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर महासमुंद के प्रवास के दौरान जिले को 655 करोड़ की लागत के 223 विकास कार्यों की सौगात दी। इनमें 71.08 करोड़ रूपए की लागत के 132 कार्यों का लोकार्पण और 583 करोड़ 92 लाख रूपए की लागत के 91 कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस कार्यक्रम में 322 करोड़ 85 लाख रूपए की लागत से बनने वाले महासमुंद मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण कार्य की आधारशिला भी रखी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 2.38 करोड़ रूपए की लागत से ग्राम घोंच तथा 1.72 करोड़ रूपए की लागत से भुल्का (पथियापाल) में स्थापित 33/11 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र, जिला अस्पताल महासमुंद में 25 लाख रूपए की लागत से निर्मित फिजियोथैरेपी बिल्डिंग, सीएचसी पिथौरा में 30 लाख रूपए की लागत से बनाए गए ब्लड बैंक तथा 12 लाख रूपए की लागत से स्थापित हमर लैब का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत 13 करोड़ 64 लाख रूपए की लागत से 18 गांवों के पूर्ण हो चुके पेयजल योजना के कार्य, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 27 करोड़ 65 लाख रूपए की लागत से पूर्ण हुए सड़क निर्माण की 65 कार्य, लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण के तहत 11 करोड़ 57 लाख रूपए की लागत से पूर्ण हो चुके 4 उच्च स्तरीय पुल निर्माण के कार्य का भी लोकार्पण किया। इनमें से साई-सराईपाली पहुंच मार्ग में करमेल नाला पर 3.06 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित उच्च स्तरीय पुल, 2.90 करोड़ रूपए की लागत से बनपचरी-बरेकेल-धनगांव मार्ग में नैनी नाला पर निर्मित पुल, 3.24 करोड़ रूपए की लागत से गहनाखार-छिन्दपाली-लिमगां मार्ग में पुल निर्माण और 2.37 करोड़ रूपए की लागत से भुथियाडीह-कल्लूदूड़ा मार्ग के मुरमुरी नाला पर निर्मित उच्च स्तरीय पुल शामिल है।
इसी तरह मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के 4.09 करोड़ रूपए की लागत के 3 कार्यों, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के 2.05 करोड़ रूपए की लागत के 6 कार्यों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 1.71 करोड़ रूपए की लागत के 17 कार्यों, वन विभाग के 3.73 रूपए की लगात के 16 कार्य, विद्युत विभाग 4.09 करोड़ रूपए की लागत के 2 कार्य और आयुष विभाग के 2.55 करोड़ रूपए की लागत के 1 कार्य का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में नर्रा, बंजारी, सुरंगी नाला बंसुला में निर्मित हाई टेक बेरियर सहित नरवा विकास के कार्यों का भी लोकार्पण हुआ।
नगरीय निकायों में 118.42 करोड़ रूपए की लागत के कार्यों का हुआ भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जिले के विभिन्न नगरीय निकायों में प्रारंभ होने वाले 118.42 करोड़ रूपए लागत के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन किया। इन कार्यों में नगर पालिका सरायपाली में 40.08 करोड़ रूपए, नगर पंचायत बसना में 30.80 करोड़ रूपए, नगर पंचायत पिथौरा में 27.62 करोड़ रूपए की लागत के कार्य शामिल है। इनके अलावा ग्राम खैरा में 6.40 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले नवीन बस स्टेंड, 3.43 करोड़ रूपए की लागत से महासमुंद में फुटबाल ग्राउंड, महासमुंद में 6 करोड़ रूपए की लागत से सेंट्रल लाईब्रेरी भवन, ग्राम गांजर में 2.37 करोड़ रूपए, ग्राम शेर में 2.43 करोड़ रूपए, ग्राम पचरी में 2.29 करोड़ रूपए, ग्राम कंचनपुर में 2.59 करोड़ रूपए और ग्राम कुदारीबाहरा में 2.20 करोड़ रूपए की लागत से नये 3.15 एम.व्ही.ए. पावर ट्रांसफार्मर 33/11 केव्ही उपकेन्द्र की स्थापना, 17.30 करोड़ रूपए की लागत से देवगांव जलाशय के नहरों एवं जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग कार्य तथा पक्के कार्यों के सुधार का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के 13.52 करोड़ रूपए की लागत के 20 कार्य, महासमुंद ईमलीभाटा में 1.17 करोड़ रूपए की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी भूमिपूजन मुख्यमंत्री के हाथों किया गया।