- Home
- मुख्य समाचार
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सेटअप रिविजन सहित विभाग की अन्य मांगों को पूरा करने के लिए दिया धन्यवाद
रायपुर : छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने आज शाम मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में सौजन्य मुलाकात कर जनसंपर्क विभाग के सेटअप रिविजन सहित विभाग की अन्य माँगों को पूरा करने के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। संघ के अध्यक्ष संयुक्त संचालक श्री बालमुकुंद तंबोली ने मुख्यमंत्री से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के उपरांत लगभग 22 वर्षों के बाद आपकी पहल से जनसंपर्क विभाग का सेटअप रिविजन हुआ है, जिससे विभाग में 3 अपर संचालक, 3 संयुक्त संचालक, 10 उपसंचालक सहित अन्य पदों में वृद्धि हुई। इससे बहुत लंबे समय से पदोन्नति से वंचित अधिकारियों की पदोन्नति हो पाई है। उन्होंने कहा कि सेटअप रिविजन होने से विभागीय दायित्वों का निर्वहन बेहतर कार्य क्षमता और कार्यकुशलता के साथ हो पाएगा।इसके लिए संघ आपके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि विभाग की जरूरतों को देखते हुए संचार उपकरणों की मांग की गई थी, जो लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। साथ ही जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को भी राज्यस्तरीय अधिमान्यता प्राप्त हुई। संघ के प्रतिनिधियों ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू होने के लिए भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन की सुविधा आरंभ कर दिये जाने से जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों में भी काफी खुशी है। साथ ही 70-80-90 प्रतिशत स्टाइपेंड की व्यवस्था समाप्त करने के मुख्यमंत्री के निर्णय से विभाग में नवनियुक्त 16 अधिकारी लाभान्वित हुए हैं। संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि डीए और एचआरए में वृद्धि के निर्णय से भी विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी लाभान्वित हुए हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
266 करोड़ 40 लाख रूपए के 264 विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण-भूमिपूजन
सड़क, पुल-पुलिया सहित विभिन्न भवनों का हुआ लोकार्पण - भूमिपूजन
बलौदाबाजार : राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम सुमाभाटा में 266 करोड़ 40 लाख रूपए की लागत के 264 विकास कार्यों की सौगात दी। जिसमें 90 करोड़ 35 लाख रूपए की लागत के 114 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 176 करोड़ रूपए की लागत के 150 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
सम्मेलन में लोकार्पित किए गए कार्यो में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनातंर्गत 12.63 करोड़ रूपए की लागत से 41 सड़कों का निर्माण कार्य, लोक निर्माण अंतर्गत 96.58 करोड़ रूपए की लागत से 14 भवन तथा सड़क निर्माण कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बलौदाबाजार अंतर्गत 9.97 करोड़ रूपए की लागत से 34 विभिन्न स्कूल, औषधालय सहित अन्य भवनों का निर्माण कार्य, स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत 2 करोड़ रूपए की लागत के 5 निर्माण कार्य, 3.83 करोड़ रूपए की लागत से छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के 15 गोदाम सह कार्यालय भवन निर्माण कार्य, 8.91 करोड़ रूपए की लागत से लोक निर्माण विभाग सेतु, बलौदाबाजार में आमाखोहा-भवरीद मार्ग पर रानीधाम नाला पर पुल निर्माण कार्य शामिल है। इसी प्रकार बलौदाबाजार जिले के विभिन्न जनपद पंचायतों में 5.65 करोड़ रूपए की लागत से 29 विभिन्न निर्माण कार्य के साथ ही वन मंडल बलौदाबाजार अंतर्गत 36.45 करोड़ रूपए की लागत से कृष्ण कंुज निर्माण तथा नरवा विकास के कार्य शामिल है।
सम्मेलन में भूमिपूजन किए गए कार्यो में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनातंर्गत 7.67 करोड़ रूपए की लागत के 14 सड़क निर्माण कार्य, 15.90 करोड़ रूपए की लागत के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 13 सड़क निर्माण कार्य, लोक निर्माण विभाग बलौदाबाजार अंतर्गत 31.34 करोड़ रूपए की लागत के 21 सड़क तथा भवन निर्माण कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बलौदाबाजार अंतर्गत 5.37 करोड़ रूपए की लागत के 19 विभिन्न निर्माण कार्य शामिल है। इसी प्रकार 7.64 करोड़ रूपए की लागत से जल जीवन मिशन के 5 कार्य, 5.31 करोड़ रूपए की लागत के जल संसाधन विभाग बलौदाबाजार के नहर लाइनिंग तथा जीर्णोद्धार के 2 कार्य, 1.10 करोड़ रूपए की लागत के स्वास्थ्य विभाग के 4 कार्य, 9.14 करोड़ रूपए लागत के छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल 8 भवन निर्माण कार्य, बलौदाबाजार के विभिन्न जनपद पंचायतों 3.53 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न कार्यो सहित नगर पालिका बलौदाबाजार में 1.20 करोड़ रूपए की लागत के 4 तथा नगर पालिका अंतर्गत 2.10 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यो का भूमिपूजन शामिल है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कृषक सह श्रमिक सम्मेलन : बलौदाबाजार-भाटापारा
बलौदाबाजार : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी, बाबा गुरुघासीदास, शहीद वीर नारायण सिंह, माता कौशल्या के जयकारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। 24 लाख 52 हजार किसान के खाता में 1895 करोड़ रुपए बटन दबाकर आपके खाते में डाले गए हैं। सभी किसानों के खाते में पैसे पहुंच गए हैं। सभी को बधाई और शुभकामनाएं।
गन्ना उत्पादक किसान, गोधन न्याय योजना, श्रम कल्याण योजना के हितग्राहियों को बहुत बहुत बधाई और शुभकामना। आज आपके जिले में 266 करोड़ रुपए के 264 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पैसा हम हर माह की एक तारीख को देते रहे हैं, लेकिन आपकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए आज 28 सितंबर को ही खड़गे जी के हाथ से आपके खाते में पैसे डलवाने का काम हुआ।
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजीव गांधी किसान न्याय योजना: 24.52 लाख किसानों को जारी हुई 1895 करोड़ रुपए की तीसरी किश्त
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक योजना का हुआ शुभारंभ
दस साल पंजीकृत रहे और 60 वर्ष पूरी कर चुके श्रमिकों को जीवन पर्यन्त मिलेगी 1500 रूपए की पेंशन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे के मुख्य आतिथ्य में कृषकों और श्रमिकों को न्याय योजनाओं एवं श्रमिक योजनाओं की राशि का वितरण किया गया। इस मौके पर बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में 266 करोड़ रुपए के 264 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया। इनमें 176 करोड़ रुपए के 150 कार्यों का लोकार्पण एवं 90 करोड़ रुपए की राशि के 114 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
सम्मेलन में राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत प्रदेश के 24 लाख 52 हजार 592 किसानों को उनके बैंक खातों में 1895 करोड़ रुपए और गोधन न्याय योजना के 65 हजार गोबर विक्रेताओं को 5 करोड़ 16 लाख रुपए की राशि अंतरित की गई। इसे मिलाकर राजीव गांधी किसान न्याय योजना में अंतरित की जाने वाली राशि बढ़कर 23 हजार 893 करोड़ रूपए और गोधन न्याय योजना में अंतरित की जाने वाली राशि बढ़कर 507.14 करोड़ रूपए हो गई है। इसके अलावा 33 हजार 642 गन्ना उत्पादक किसानों को 57 करोड़ 18 लाख रुपए प्रोत्साहक राशि भी दी गई।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना अंतर्गत दस साल तक पंजीकृत रहे एवं 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके निर्माणी श्रमिकों को जीवन पर्यंत 15 सौ रुपए की पेंशन सहायता दी जाएगी।
सम्मेलन में 1 लाख 2 हजार 889 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 55 करोड़ 76 लाख 26 हजार रुपए राशि का वितरण किया गया। इनमें छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा मंडल के 2881 हितग्राहियों को 3 करोड़ 86 लाख रुपए, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के 3236 हितग्राहियों को 1 करोड़ 65 लाख रुपए तथा छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के 96 हजार 772 हितग्राहियों को 50 करोड़ 24 लाख रुपए की राशि का वितरण किया गया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़ी पहल
स्कूल बस और यात्री बस में लगेंगे जीपीएस और पैनिक बटन
जीपीएस से आपराधिक घटनाओं पर लगेगा अंकुश
बसों के रूट की मिलेगी पल-पल की जानकारी
आपातक़ालीन स्थिति में पैनिक बटन दबाने से मिलेगी डायल 112 के माध्यम से पुलिस सहायता
रायपुर : छत्तीसगढ़ में यात्री बसों में महिलाओं एवं स्कूल बसों में विद्यार्थियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निर्भया फ्रेमवर्क के अंतर्गत सभी स्कूल बस में पैनिक बटन लगाया जाएगा और व्हीकल ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से गाड़ियो की ट्रैकिंग किया जाएगा। पैनिक बटन लगने से बस में किसी प्रकार की दुर्घटना, छेड़छाड़ होने पर पैनिक बटन दबाने से तुरंत निर्भाया कमांड सेंटर और पुलिस विभाग के डायल 112 को सूचना मिल जाएगी। इसके साथ ही बसों का लोकेशन, स्पीड आदि का भी पता चलता रहेगा। इससे बसे नियंत्रित गति से चलेगी, जिससे हादसे की आशंका भी कम हो जाएगी। जीपीएस सिस्टम का कंट्रोल रूम डायल 112 के कार्यालय में बनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से आज परिवहन विभाग की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया। इसमें महिला सुरक्षा हेतु निर्भया कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (जीपीएस) शामिल है। परिवहन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस व्यवस्था के शुरू होने से जनता को किसी तरह के खतरे तथा अनहोनी से निपटने में काफी सहूलियत होगी। वर्तमान में प्रदेश में कुल 12 हजार बसें संचालित हो रही हैं, जो अलग-अलग रूट से प्रदेश के कोने-कोने तक जा रही हैं। इसी तरह राज्य में लगभग 6000 स्कूल बस भी संचालित है। बसों में पैनिक बटन और जीपीएस के लगने से बसों की पल-पल की जानकारी मिलेगी। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू भी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा सुगम यातायात व्यवस्था के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। इस संबंध में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नवीन व्यवस्था के तहत स्कूल बस के रूट में भी मैप रहेगा ताकि स्कूल बस यदि बच्चों को लेकर निर्धारित रूट के अलावा कहीं जाये तो ऑटोमैटिक अलर्ट आ जाये। इसके लिए कंट्रोल रूम में शिफ्ट के हिसाब से चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी जो लगातार सभी बस को मॉनिटर करते रहेंगे और इमरजेंसी की स्थिति में पुलिस विभाग को सूचित करेंगे।
बसों में लगेगा पैनिक बटन, दुर्घटना की तुरंत लगेगी जानकारी
क्या है पैनिक बटन
पैनिक बटन लगने से दुर्घटना या कोई समस्या होने पर बस में सवार यात्री पैनिक बटन को दबाएंगे। बटन के दबते ही पुलिस कंट्रोल रूम व परिवहन कंट्रोल रूम को जानकारी मिलेगी और नजदीकी पुलिस थाने के कर्मचारी तुरंत बस तक पहुंचकर यात्रियों की मदद करेंगे।
दिल्ली में हुए निर्भया प्रकरण के बाद से ही केंद्र सरकार ने महिला सुरक्षा की दिशा में कदम उठाने के लिये निर्देश दिए थे ताकि इस तरह के प्रकरण की पुनरावृत्ति न हो। इसी के तहत छत्तीसगढ़ राज्य में निर्भया फण्ड के अंतर्गत सभी यात्री वाहनो को ट्रैक करने के लिए यात्री वाहनों में जीपीएस लगवा कर व्हीकल ट्रैकिंग प्लेटफ़ार्म के माध्यम से ट्रैकिंग करने का निर्णय लिया गया। व्हीकल ट्रैकिंग सॉफ्टवेर को चिप्स के माध्यम से बनाया गया है और समस्त गाड़ी के लाइव ट्रैकिंग देखने और त्वरित कार्यवाही करने के लिए सिविल लाइंस रायपुर में स्थित डायल 112 भवन में ही कमांड और कंट्रोल सेंटर भी बनाया गया है ।
जानिए क्या है जीपीएस
ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस एक ऐसा उपकरण है, जिसे अगर गाड़ी में फिट कर दिया जाए तो एक निर्धारित सर्वर पर गाड़ी का लोकेशन पता लगाया जा सकता है। जीपीएस सिस्टम लगने से आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा। बसों के सही रूट की जानकारी मिल सकेगी। महिला और बच्चों के सुरक्षा के लिए राज्य के सभी स्कूल बस और यात्री बस को पैनिक बटन सुसज्जित जीपीएस के माध्यम से मॉनिटर किया जायेगा। इसके लिए निर्भया कमांड सेंटर बन कर तैयार हो चुका है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के समापन समारोह में हुए शामिल, विजेता टीमों और खिलाड़ियों को किया पुरस्कृत
छत्तीसगढ़ के पहले टेनिस अकादमी का किया लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर के सरदार बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल हुए। रायपुर के चार खेल मैदानों में पिछले तीन दिनों से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के राज्य स्तरीय मुकाबले चल रहे थे। इसमें राज्यभर के खिलाड़ियों ने 16 खेलों में अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समापन समारोह में विजेता टीमों और खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने समारोह में छत्तीसगढ़ की पहली टेनिस अकादमी का लोकार्पण भी किया। रायपुर के लाभांडी में चार एकड़ में करीब 18 करोड़ रुपए की लागत से यह अकादमी बनाई गई है। संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन और रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा भी समारोह में शामिल हुईं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया और बेमेतरा जिले के 122 निवेशकों को लौटाई गई 38 लाख 40 हजार रूपए की राशि
चिटफंड निवेशकों ने पैसे वापस मिलने पर मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
राज्य में चिटफंड निवेशकों को लौटाए जा चुकी है 38 करोड़ 08 लाख 67 हजार रूपए की राशि
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज चिटफंड कंपनी में निवेश करने वाले कोरिया तथा बेमेतरा जिले के 122 पीड़ित निवेशकों को 38 लाख 40 हजार 684 रूपए की राशि लौटाई। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा अब तक कुल 69 हजार 503 निवेशकों को 38 करोड़ 08 लाख 67 हजार रूपए वापस लौटाए जा चुके हैं। इसी कड़ी में आज बेमेतरा जिले के 108 निवेशकों को 34 लाख 63 हजार 684 रूपए तथा कोरिया जिले के 14 निवेशकों को 03 लाख 77 हजार रूपए ऑनलाईन खाते में अंतरित किए गए हैं। साथ ही अब तक 214 अनियमित वित्तीय कंपनियों के विरूद्ध 468 प्रकरण दर्ज कर 587 डायरेक्टरों एवं 121 पदाधिकारियों कुल 708 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, 402 प्रकरणों में चालान तैयार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार लगातार चिटफंड कंपनियों के निवेशकों की राशि लौटाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां चिटफंड निवेशकों के पैसे लौटाए गए हैं। प्रदेश की भोली-भाली जनता को ठगकर चिटफंड कंपनियों ने उनसे अपने बचत राशि का निवेश कराया था। कंपनियां निवेश को दोगुना-तीनगुना करने का प्रलोभन देकर पैसे वसूलने का काम करती थी। श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही चिटफंड निवेशकों का पैसा लौटाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता थी। हमने लगातार कार्रवाई कर इस दिशा में सफलता हासिल की है और इसे आगे भी जारी रखेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज जिन निवेशकों के पैसे लौटाए गए है, उन्हें बधाई दी। इस दौरान बेमेतरा जिले से जुड़ी हितग्राही श्रीमती सरस्वती साहू ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमने सोचा नहीं था कि हमारा पैसा हमें वापस मिल पाएगा। लेकिन निवेशकों के लिए आपकी संवेदनशील पहल से मुझे अपने दो लाख 70 हजार रूपए वापस मिल पाए हैं। इसी तरह कोरिया जिले की चरचा निवासी श्रीमती उर्मिला को डेढ़ लाख रुपए और चिरमी निवासी श्री बालम साय ने उनके एक लाख रुपए वापस मिलने की खुशी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से बात कर साझा की और उनके प्रति आभार जताया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज, विधायक श्री चक्रधर सिंह, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव गृह श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अंकित आनंद, श्री एस. भारतीदासन, विशेष सचिव आवास एवं पर्यावरण विभाग श्री महादेव कावरे उपस्थित रहे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पी.पी.पी. मॉडल से इथेनॉल प्लांट की स्थापना का देश में पहला उदाहरण
इथेनॉल संयंत्र की स्थापना से बढेंगे रोजगार के अवसर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से 141 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश का पहला गन्ना आधारित एथेनॉल प्लांट का लोकार्पण किया। लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्य शासन द्वारा कबीरधाम जिले में प्रदेश का गन्ना आधारित सबसे बड़ा और पहला एथनॉल प्लांट की स्थापना की गई है। एथनॉल प्लांट की स्थापना भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना की खाली भूखंड की 35 एकड़ भूमि में निर्माण किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की कृषि पर आधारित इथेनॉल उद्योग ड्रीम प्रोजेक्ट है।
पी.पी.पी. मॉडल से इथेनॉल प्लांट की स्थापना का पूरे देश में यह पहला
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कृषि पर आधारित इथेनाल प्लांट प्राथमिकता वाली योजनाओं में है। पीपीपी मॉडल से स्थापित देश के पहले इथेनॉल प्लांट की स्थापना के संबंध में अनुबंध भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने तथा छत्तीसगढ़ डिस्टीलरी लिमिटेड की सहायक इकाई एन.के.जे. बॉयोफ्यूल लिमिटेड के मध्य किया गया है। इथेनॉल संयंत्र की स्थापना से क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे तथा क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि का आधार मजबूत होगा। किसानों को गन्ना मूल्य का समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सरकार के गठन के साथ ही किसानों से संबंधित मुद्दे सर्वाेपरि रहे हैं, सर्वप्रथम कृषि ऋणों की माफी की गई तथा गन्ना किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए शक्कर कारखानों की आर्थिक कठिनाई के स्थाई निदान के लिए पीपीपी मॉडल से इथेनॉल प्लांट की स्थापना की गई है। पी.पी.पी. मॉडल से ईथेनॉल प्लांट की स्थापना का पूरे देश में यह पहला उदाहरण है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम जिले में एथेनॉल प्लांट 141 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है तैयार
कबीरधाम जिले को देंगे 355.50 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 26 सितंबर को विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कबीरधाम जिले में 141 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश का पहला गन्ना आधारित एथेनॉल प्लांट का भी लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा जिले के विकास के लिए 355 करोड़ 49 लाख 94 हजार रूपए के 133 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया जाएगा। इनमें 154 करोड़ 69 लाख 02 हजार रूपए की लागत से 50 कार्यों का लोकार्पण और 200 करोड़ 80 लाख 92 हजार रूपए के 83 कार्यों का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर वन मंत्री श्री अकबर इस वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल 141 करोड़ रूपए की लागत से भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मार्यादित कवर्धा एवं मेसर्स एनकेजे बायो फ्यूल के माध्यम से पीपीपी मोड में 80 केएलपीडी एथेनॉल प्लांट की स्थापना, भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना परिसर ग्राम राम्हेपुर, लोक स्वाथ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत 08 करोड़ 08 लाख रूपए की लागत से 15 कार्य, गृह निर्माण मंडल विभाग के अंतर्गत 71 लाख 12 हजार रूपए की लागत से विकासखंड बोड़ला के रेंगाखार कला में तहसील कार्यालय भवन निर्माण कार्य, जनपद पंचायत कवर्धा अंतर्गत 1 करोड़ 77 लाख 81 हजार रूपए की लागत से नवीन प्राथमिक शाला भवन, सामुदायिक भवन, सीसीरोड़ निर्माण, अतिरक्ति कक्ष का निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 80 लाख 60 हजार रूपए की लागत से हायर सेकण्डरी, हाई स्कूल, माध्यमिक शाला का निर्माण, स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत 01 करोड़ 37 लाख 05 हजार रूपए की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में अतिरिक्त वार्ड का निर्माण कार्य, क्रेडा विभाग के अंतर्गत 94 लाख 20 हजार रूपए की लागत से सोलर फ्यूल पंप सयंत्र निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल लोक स्वाथ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत 91 करोड़ 17 लाख 60 हजार रूपए की लागत से सोलर आधारित नल-जल योजना, सिंगल विलेज नल-जल योजना, समूह जल प्रदाय योजना, लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत 4 करोड़ 65 लाख 84 हजार रूपए की लागत से ग्राम कुई कुकदूर में नवीन महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य, जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 84 करोड़ 24 लाख 29 हजार रूपए की लागत से सुतियापाठ जलाशय पहुंचमार्ग, जगमड़वा जलाशय योजना, छुही जलाशय नहर का पूर्ण नवीनीकरण वेस्ट वियर में शूट फाल निमार्ण कार्य, सुतियापाट जलाशय के एल-01 माईनर अन्तर्गत, स्केप कम एक्वाडक्ट, 03 नग व्ही.आर.बी. एवं नहर मरम्मत कार्य, सुतियापाट जलाशय के दांयी तट नहर के खैरा-1 एवं 2, कुरूवा-1 एवं 2, भिंभौरी-01 एवं 02, लाखाटोला, धनगांव माईनर का रिमाडलिंग एवं लाईनिंग कार्य,
सुतियापाट जलाशय के दांयी तट नहर के संबलपुर माईनर रिमाडलिंग लाईनिंग एवं 02 नग व्ही.आर.बी. निर्माण कार्य, बोल्दाकला जलाशय के शीर्ष कार्य सुधार, नहरों का सुधार कार्य एवं सी.सी. लाइनिंग कार्य, छ.ग. गृह निर्माण मंडल अंतर्गत 25 लाख रूपए की लागत से जिला पंचायत संशाधन केन्द्र भवन परिसर में एफ टाईप आवास निर्माण, आदिवासी विभाग अंतर्गत 3 करोड़ 81 लाख रूपए की लागत से प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास में भवन, आहता निर्माण, आदिवासी बालक आश्रम में आहता निर्माण, एकलव्य आर्दश आवासीय विद्यालय परिसर में सीसी रोड़ निमार्ण कार्य, विशेष पिछडी जनजाति आवासीय विद्यालय परिसर में आहता निर्माण,आदिवासी कन्या आश्रम में आहता निर्माण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 09 करोड़ 59 लाख 46 हजार रूपए की लागत से नवीनीकरण में स्वीकृत सड़क, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 05 करोड़ 45 लाख 19 हजार रूपए की लागत से सीसी सड़क सह नाली निर्माण, सड़क नवीनीकरण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग अंतर्गत 01 करोड़ 05 लाख रूपए की लागत से कुर्मी समाज, देवांगन समाज, आदिवासी समाज, अहिरवार समाज, ब्राम्हण समजा और मुस्लिम समाज के लिए समाजिक भवन निर्माण, स्वास्थ विभाग अंतर्गत 35 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 20 बिस्तरीय वार्ड निर्माण, जनपद पंचयत पंडरिया के अंतर्गत 21 लाख 59 हजार रूपए की लागत से नवीन उच्च्तर माध्यमिक शाला भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन करेंगे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
श्री राहुल गांधी ने अपने सम्बोधन में कहा कि
बिलासपुर : आज जैसे ही मैं यहां आया मेरे हाथ में रिमोट कंट्रोल दिया गया, कहा गया आप बटन दबाइए और मेरे बटन दबाते ही एक दो सेकंड में हजारों करोड़ रुपए गरीब और जरूरतमंद हितग्राहियों के बैंक खातों में आ गए। छत्तीसगढ़ की सरकार आज गरीबों के आवास बनवाने के लिए पैसे दे रही है। आज 12 सौ करोड़ रुपए रिमोट कंट्रोल से आपके खाते में आए हैं, आने वाले सालों में भी आपके खाते में इसी तरह पैसे आएंगे।
चुनाव के समय हमने आपसे छत्तीसगढ़ की नींव को मजबूत करने वाले वायदे किए थे। किसानो का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ और 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी का वायदा हमने किया था, हमने यह वायदा पूरा किया। भूमिहीन मजदूरों को 7000 हजार रुपए प्रतिमाह हमने देना शुरू किया। स्वास्थ्य के लिए 70 लाख परिवारों को हमने 5 लाख रुपए तक इलाज की सुविधा दी। 42 हजार भर्तियां की। युवाओं को प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता 2500 रुपए दे रहे हैं।
बिलासपुर पहुँच कर आज मुझे बहुत खुशी हो रही है। मुझे यह रिमोट कंट्रोल दिया गया और कहा गया कि देखिये इसका बटन दबाइये और जैसे ही हमने बटन दबाया तो करोड़ों रुपए छत्तीसगढ़ के गरीबों के बैंक एकाउंट में गये। एक दो सेकेंड में बैंक एकाउंट में पैसा मिला। हमने चुनाव में आपसे जो वादे किए थे। उन सभी वायदों को हमने पूरा किया। बिजली बिल हाफ, धान का उचित दाम, हमने सभी वायदों को पूरा किया
किसान न्याय योजना में हमने 21 हजार करोड़ रुपए इनपुट सब्सिडी के माध्यम से दिये। जिन किसानों के पास जमीन नहीं थी उन्हें भी हम नहीं भूले, उन्हें 7 हजार रुपए दिये। आदिवासियों को लघु वनोपजों के लिए समर्थन मूल्य दिया। वनाधिकार दिये गये। स्वास्थ्य में पांच लाख रुपए के इलाज की सुविधा दिये गये, 70 लाख परिवारों को लाभ मिला। 42 हजार वैकेंसी भरी। एक लाख 30 हजार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया गया।
जातिगत जनगणना हिंदुस्तान का एक्सरे है इससे पता लग जाएगा कि देश में ओबीसी कितने हैं। आदिवासी कितने हैं। सामान्य वर्ग से कितने हैं। एक बार आंकड़ा आ जाएगा तो देश सबको लेकर आगे चल पाएगा। महिलाओं को भागीदारी देनी है। सबको भागीदारी देनी है तो जातिगत जनगणना करानी होगी। आप सभी यहां दूर दूर से आये हैं आपने कीमती समय दिया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। छत्तीसगढ़ में हमने जो वायदा किया वो पहले कैबिनेट में पूरा किया। हमारी सरकार गरीबों की, आदिवासियों, पिछड़ों वर्ग की सरकार है। उनके लिए कार्य करती है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बिलासपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने सम्बोधन में कहा आवास न्याय योजना सम्मेलन में आए हितग्राही साथियों को बहुत-बहुत बधाई। आवास योजना किस सरकार ने कब शुरू की, 1985 में जब राजीव जी प्रधानमंत्री थे तब शुरू हुई, इस योजना का नाम उस समय इंदिरा आवास योजना था। आज यह प्रधानमंत्री आवास योजना है।
जनगणना नहीं हुई है, आर्थिक सर्वेक्षण नहीं हुआ। आज जिन्हें योजना का लाभ मिल रहा है वह 2011 के जनगणना के आधार पर मिल रहा है। आज राहुल जी ने एक बटन दबाया और 7 लाख लोगों के खाते में पैसे पहुंच गए हैं।
राहुल जी, सदैव से किसान, मजदूर, युवा, महिला, आदिवासी भाई-बहनों और मजदूरों की बात करते हैं। उनके हित की सोचते हैं। पिछले बार जब राहुल गांधी जी आए थे, राजीव युवा सम्मेलन में आए थे, वहां लाखो युवा आए थे। पहली किश्त आज राहुल गांधी जी ने जारी किया है, दूसरी किश्त भी हम देंगे।
आज हमने पहली किश्त जारी की है शेष किश्त भी समय समय पर जारी करते रहेंगे। राहुल जी जहां भी अन्याय होता है वहां खड़े होते हैं। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उन्होंने पदयात्रा की। उन्होंने नारा दिया कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है। आज राहुल जी ने गरीब लोगों के खाते में पैसा डाल है। इसके बाद खड़गे जी 28 तारीख को आयेंगे और किसानों के खाते में तीसरा किश्त आय़ेगा। बेरोजगारी भत्ता भी 28 तारीख को हम देंगे। भूमिहीन न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों की किश्त हम 28 तारीख को देंगे। हम हर महीने बटन दबा रहे हैं और किसानों के खाते में पैसे डाल रहे हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
‘‘श्री गांधी ने छत्तीसगढ़ ग्रामीण आवास न्याय योजना‘‘ का किया शुभारंभ
योजना में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के 47 हजार 90 आवासहीन परिवार और पीएमएवाय की स्थाई प्रतीक्षा सूची के 6,99,439 परिवार होंगे लाभांवित
आवास बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार देगी राशि
आवास न्याय योजना से आगामी वर्षों में चरणबद्ध रूप में कुल 10 लाख 76 हजार हितग्राहियों को किया जाएगा लाभान्वित
बिलासपुर : सांसद श्री राहुल गांधी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखण्ड के ग्राम परसदा (सकरी) में आयोजित ‘‘आवास न्याय सम्मेलन‘‘ में ‘‘छत्तीसगढ़ ग्रामीण आवास न्याय योजना‘‘ का शुभारंभ किया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
118 कार्यों का भूमिपूजन और 19 कार्यों का लोकार्पण
81 करोड़ रूपए की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का भूमिपूजन
50 से अधिक स्कूल भवन, नरवा विकास के 7 कार्य, 47 गांवों में एकल ग्राम जल प्रदाय योजना का हुआ शिल्यान्यास
सुकमा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सुकमा जिले के छिंदगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में 273.28 करोड़ रूपये की लागत के 137 विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया। इनमें 254.10 करोड़ रूपये की लागत के 118 कार्यो का भूमिपूजन और 19.18 करोड़ रूपये के 19 कार्यो का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत कुल 257 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, रोजगार नियुक्ति पत्र, आर्थिक सहायता राशि का चेक और सामाग्री का वितरण किया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने कोंडागांव में मक्का प्रसंस्करण संयंत्र के लिए की मक्का खरीदी की शुरुआत की
403 करोड़ रुपए से अधिक लागत के विकास कार्यों की दी सौगात
किसानों को ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ की तीसरी किस्त का भुगतान 28 सितम्बर को
मुख्यमंत्री की घोषणा: कोण्डागांव नगर पालिका क्षेत्र में सब्जी मंडी, ग्राम पंचायत मालाकोट और डोंगरीगुड़ा में बनेगा मिनी स्टेडियम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने कोंडागांव प्रवास के दौरान आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर में बदलाव की बयार आगे भी जारी रहेगी। बस्तर अब तेजी से बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है। आप लोगों के सहयोग से इसे और आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री ने कोंडागांव के विकास नगर स्टेडियम में आज आयोजित कार्यक्रम में कोकोड़ी में स्थापित हो रहे मक्का प्रसंस्करण संयंत्र के ट्रायल एंड टेस्टिंग के लिए मक्का खरीदी की शुरुआत की।
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्वामी आत्मानंद कोचिंग के नाम से शुरू होगी योजना25 सितम्बर से 150 केन्द्रो में कोचिंग देने की तैयारीरायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व कोरबा शहरों में भी होंगे कोचिंग के लिए स्त्रोत केन्द्रकोचिंग की व्यवस्था हेतु कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्री मेडिकल टेस्ट (नीट) और प्री इंजीनियरिंग (आईआईटी, जेईई मेन एवं एडवांस ) की कोचिंग दी जाएगी। कोंचिग के लिए संस्थान का चयन प्रक्रियाधीन है। राज्य शासन के निर्णय अनुसार 25 सितम्बर 2023 से इस योजना का शुभारंभ राज्य के 146 विकासखण्ड मुख्यालयों में बीआरसीसी केन्द्र या इसके नजदीक हायर सेकेण्डरी में ऑनलाइन अध्ययन की व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त 04 शहरी स्त्रोत केन्द्रों- रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व कोरबा में (सीआरसी) संचालित किए जाना है। कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम से चयनित संस्था द्वारा प्रदान की जाएगी।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषणा की थी की दूरस्थ क्षेत्रों के शासकीय शालाओं के 11वीं, 12वीं के विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग हेतु देश की ख्याति प्राप्त संस्थाओं द्वारा सभी विकासखण्ड मुख्यालयों में ऑनलाईन कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी।स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को कोचिंग के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि, चूंकि ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान का चयन अभी नहीं हो पाया है इसलिए भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान और गणित विषय के शासकीय संस्थाओं से ऑफ लाइन माध्यम से प्रारंभ करने की कार्यवाही की जाए। इस संबंध में कोचिंग के लिए उपयुक्त भवन या कक्ष का चयन किया जाए। प्रत्येक कक्ष में 100 प्रशिक्षणार्थियों में 50 मेडिकल और 50 इंजीनियरिंग का चयन किया जाए।प्रशिक्षणार्थियों का न्यूनतम 60 प्रतिशत अंको के साथ कक्षा 10 वीं में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। अभ्यर्थी को संबंधित विकासखण्ड, शहर के शासकीय विद्यालय में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना चाहिए। विकासखण्ड मुख्यालय की शालाओं में कक्षा 12 वीं में जीवविज्ञान तथा गणित संकाय अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे। निर्धारित संख्या से अधिक आवेदन पत्र प्राप्त होने पर कक्षा 10 वीं की प्राप्त अंको की मेरिट केे आधार पर चयनित किया जाएगा। कोचिंग प्रतिदिन अपरान्ह 4.30 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होगी। विषयवार प्रशिक्षण रोस्टर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा तैयार किया जाएगा।प्रत्येक कोचिंग केन्द्र में भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान और गणित विषय के लिए नोडल शिक्षक चिन्हित किया जाएगा और एक मुख्य नोडल अधिकारी भी होगा, जो प्राचार्य, वरिष्ठ व्याख्याता स्तर का होगा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा केन्द्र वार नोडल अधिकारी का चयन कर आदेश जारी किया जाएगा। इन चयनित नोडल अधिकारियों को मानदेय का प्रावधान रहेगा। इसका भुगतान छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा किया जाएगा।कोचिंग संस्थान तथा विद्यार्थियों के मूल्यांकन के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा मानक मूल्यांकन पत्र विकसित किया जाएगा। कक्षा अध्यापन का प्रसारण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के एडूसेट से किया जाना है। प्रसारण ई-विद्या चैनल के माध्यम से चैनल क्रमांक 72 पर ऑन एयर किया जाएगा तथा ऑनलाइन प्लेटफार्म गूगलमीट के माध्यम से 150 केन्द्रों में बैठे विद्यार्थी विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर पाएंगे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रथम चरण में 400 करोड़ रूपए का प्रावधान
विश्व बैंक से 5 वर्षों में कुल 2500 करोड़ रूपए की मिलेगी सहायता
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ स्कूलों का होगा कायाकल्प
रायपुर : राज्य में स्कूली शिक्षा के बदलते परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए तेजी से बदलाव लाने की दृष्टि से स्कूली शिक्षा में सुधार हेतु चॉक (CHALK) परियोजना की विश्व बैंक एवं भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त हो गई है, आज इस परियोजना के दस्तावेजों पर विश्व बैंक, भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिकृत रूप से हस्ताक्षर किए गए।
वर्ल्ड बैंक की मदद से शिक्षा गुणवत्ता सुधार के साथ स्कूलों का कायाकल्प किये जाने का निर्णय लिया गया है, इसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पहले चरण में 400 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इस परियोजना के माध्यम से अगले 5 वर्षों में (जुलाई, 2023 से सितंबर, 2028 ) विश्व बैंक द्वारा कुल 300 मिलियन डालर (लगभग 2500 करोड़ रूपए) की सहायता प्राप्त होगी ।
इस परियोजना के माध्यम से प्रमुख रूप से बच्चों की उपलब्धि में सुधार की दिशा में विभिन्न कार्य, पालकों की मांग के आधार पर स्वामी आत्मानंद की तर्ज पर उत्कृष्ट परिणाम देने वाले नए स्कूलों का प्रारंभ, राज्य में सुदूर अंचलों में संचालित स्कूलों की अधोसंरचना में सुधार हेतु आवश्यक समर्थन आदि कार्य किये जा सकेंगे। इस परियोजना के आने से छत्तीसगढ़ राज्य में विगत चार वर्षों में शुरू किए गए विभिन्न सुधार कार्यों को गति एवं विस्तार देने में आसानी हो सकेगी एवं स्कूली शिक्षा की गुणवता में व्यापक सुधार हो सकेगा।
परियोजना के अंतर्गत कक्षा के स्तर अनुरूप सीखने-सिखाने से सबंधित प्रशिक्षण, शिक्षकों को अपने लिए उपयुक्त प्रशिक्षण के चयन का अवसर (ऑन डिमॉड ट्रेनिंग), उच्च प्राथमिक से लेकर हायर सेकण्डरी स्तर की कक्षाओं के लिए प्रत्येक विषय एवं अवधारणा के लिए उपचारात्मक शिक्षण, स्कूलों में प्रभावी आकलन हेतु डिजिटल टेक्नोलोजी का उपयोग कर बच्चों के परिणामों के विश्लेषण की व्यवस्था, उच्च क्वालिटी के टेस्ट आइटम आईसीटी एवं विज्ञान प्रयोगशाला, स्मार्ट क्लासरूम की उपलब्धता, चयनित स्कूलों को अधोसंरचना विकास का लाभ, अधिक संख्या में अनुसूचित जाति एवं जनजाति बसाहट वाले विकासखंडों में स्कूलों खोले जाने का प्रस्ताव जैसे कार्यों पर फोकस किया जावेगा। साथ ही स्कूल शिक्षा में बदलाव लाए जाने हेतु राज्य में कार्यरत स्कूल प्राचार्यों को अकादमिक एवं प्रशासनिक लीडरशिप के अलावा अन्य उपयोगी मुद्दों पर उन्हें प्रशिक्षित कर व्यवहार परिवर्तन हेतु सीमेट के माध्यम से विभिन्न क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन भी किया जावेगा।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित महिला समृद्धि सम्मेलन में शामिल हुई श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा
कहा छत्तीसगढ़ महतारी के एक हाथ में संस्कृति का कलश, एक हाथ में तकनीक, यह आपकी भी तस्वीर
छत्तीसगढ़ का नेतृत्व सेवाभावी, आपके आज और कल दोनों को बुलंद बनाने कर रहा काम
महिलाओं को सशक्त बनाने छत्तीसगढ़ सरकार ने बनाई अनेक योजनाएं
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन केंद्रों को संवारने छत्तीसगढ़ महतारी सांस्कृतिक संवर्धन योजना लागू करने की घोषणा की
हमारी सरकार ने सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाई योजनाएं, इसका पूरा लाभ महिलाओं को- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ में महिला-पुरुष भागीदारी से करते हैं हर काम, हमेशा से रहा महिलाओं का सम्मान
दुर्ग : छत्तीसगढ़ का नेतृत्व सेवाभावी है। वो आपके आज और कल दोनों को बुलंद बनाने काम कर रहा है। भूपेश सरकार की योजनाएं महिला सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर बनाई गई हैं। छत्तीसगढ़ महतारी आज हर मंच में पूजी जा रही हैं। उनके एक हाथ में संस्कृति का कलश है और दूसरे हाथ में तकनीक है। छत्तीसगढ़ महतारी की समृद्धि के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। यह बात श्रीमती प्रियंका गांधी ने आज भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित विशाल महिला समृद्धि सम्मेलन के अवसर पर कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिलावासियों को 309 करोड़ 56 लाख रुपए के 186 विकास कार्यों की सौगात दी गई। इसमें 241 करोड़ 59 लाख रुपए के 123 भूमिपूजन कार्य तथा 67 करोड़ 97 लाख रुपए के 63 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन केंद्रों को संवारने छत्तीसगढ़ महतारी सांस्कृतिक संवर्धन योजना लागू करने की घोषणा भी की।
दाई दीदी मन ल जोहार, छत्तीसगढ़ महतारी की जय और मां बम्लेश्वरी की जयकार के साथ आरंभ किये गये अपने संबोधन में श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि आप सभी जिस गंभीर समस्या से जूझ रही हैं वो महंगाई की समस्या है। छत्तीसगढ़ की सरकार ने हर संभव यह प्रयास किये हैं कि आपको आर्थिक रूप से ताकत दें ताकि आप इस समस्या से निजात पा सकें। छत्तीसगढ़ में धान का दाम सबसे अधिक है। पूरे देश में ऐसा कहीं नहीं है। जहां देश के दूसरे हिस्से में किसानों की संख्या घट रही है। छत्तीसगढ़ में लोग खेती की ओर लौट रहे हैं। किसानों को मिले उचित दाम की वजह से एवं छत्तीसगढ़ शासन की अन्य हितग्राहीमूलक योजनाओं से महंगाई का बोझ छत्तीसगढ़ की जनता पर घटा है। देश के किसी भी हिस्से में चले जाएं, आवारा पशुओं की वजह से खेती में बड़ी समस्या है। देश के कई प्रांतों में महिलाएं फसल की रखवाली करती हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार ने गौठान बनाकर यह समस्या हल की है। मैं जिस भी प्रदेश में जाती हूँ इस बात का जिक्र जरूर करती हूँ।
श्रीमती गांधी ने कहा कि आज इस सम्मेलन में आने से पहले मैंने बहुत से स्टाल देखे। इसमें छत्तीसगढ़ में काम कर रहीं लाखों समूह की महिलाओं में से कुछ प्रतिनिधियों का काम देखा। आपका काम आपकी मेहनत और आपके जज्बे की मिसाल है। यह देश में महिला उद्यमशीलता का प्रतीक है। मैंने आत्मनिर्भर महिलाओं से चर्चा की। उनमें गहरा आत्मविश्वास मुझे दिखा। उनके चेहरे पर मुस्कुराहट है। उन्होंने मुझे बताया कि सरकार ने उनकी मदद की, आज वे अपने पैरों पर खड़ी हैं। मैं उन नौजवान डाक्टरों से मिलीं जो सेवाभाव से गांव गांव में मरीजों का उपचार कर रही हैं। उन महिलाओं से मिलीं जो समूहों से जुड़कर विविध उत्पाद बना रही हैं। समूह से जुड़कर उनकी कितनी तरक्की हुई है। यह सब सुनकर मुझे महसूस हुआ कि आज जो मैंने छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर देखी, उसमें उनके एक हाथ में संस्कृति का कलश है और दूसरे हाथ में तकनीक। यह आपकी तस्वीर है।
श्रीमती गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं के लिए जितनी भी योजनाएं लाई हैं। ये ध्यान में रखकर लाई हैं कि वे इस देश की व्यवस्था की रीढ़ है। वे समाज का, परिवार का पूरा बोझ उठाती हैं। मुख्यमंत्री जी खुद अपने संबोधन में कह रहे थे कि घर परिवार दोनों की जिम्मेदारी आप निभा रही हैं। मैं जानती हूँ कि जो रात को आखिर में सोती हैं वो महिला हैं। जो हमारी संस्कृति है, हमारी अगली पीढ़ी का भविष्य महिलाएं बनाती हैं।
श्रीमती गांधी ने कहा कि आप सभी को सशक्त बनाने के लिए भूपेश बघेल जी की सरकार ने अनेक योजनाएं बनाईं। 10 लाख से अधिक महिलाएं समूहों से जुड़ी। कुछ समूह ऐसे हैं जिन्होंने लाखों रुपए कमाये हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका का मानदेय भी उन्होंने बढ़ाया। मितानिन बहनों का भी मानदेय बढ़ाया। दाई दीदी क्लिनिक आरंभ किया। निःशुल्क इलाज हो रहा है। महतारी जतन योजना एक ऐसी योजना है जिससे गर्भवती माताओं को अच्छा भोजन मिल रहा है। सरकारी स्कूलों में महिलाओं को मुफ्त शिक्षा दिलाई। महिला स्वसहायता समूहों में करोड़ों के ऋण माफ किये गये। मुख्यमंत्री नोनी सहायता योजना से मदद दी गई। मिशन क्लीन सिटी परियोजना के तहत हजारों महिलाएं कार्यरत हुईं। ऐसी कई योजनाएं प्रदेश सरकार ने मेरी बहनों के लिए लागू की।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के समाज में हमेशा महिलाओं को सम्मान मिला है। लैंगिक अनुपात के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य रहा है। पुरुषों और महिलाओं के बराबरी के सहयोग से यहां सभी काम होते हैं। महिलाएं तो घर भी देखती हैं और बाहर भी काम करती हैं। हमने सभी वर्गों के लिए योजनाएं बनाईं। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया। मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका का मानदेय बढ़ाया। कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की। स्वसहायता समूहों की कर्ज की सीमा बढ़ाई। उनका कर्ज भी हमने माफ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी प्रियंका जी ने स्टाल में देखा कि किस तरह से काम छत्तीसगढ़ में हो रहा है। बीपीओ खोले गये हैं। गारमेंट फैक्ट्री खोली गई है। कैसे आर्थिक संपन्नता आये, इस बात का प्रयास हम करते हैं। हमने तीज त्योहारों और अन्य स्थानीय त्योहारों पर अवकाश आरंभ किया। मुख्यमंत्री निवास में तीज त्योहार मनाया। बोरे बासी को सम्मान देने का काम हमने किया। हमारे खानपान की परंपराओं का सम्मान हमने किया। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति कलेक्ट्रेट में लगाई। राजगीत को अपनाया। चाहे माडल जैतखंभ बनाने का काम हो, कृष्ण कुंज बनाने का काम हो। राम वनगमन परिपथ बनाने का काम हो। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संवारने का काम हमने किया है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविंद्र चौबे, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, नगरीय प्रशासन मंत्री डा. शिव डहरिया, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरु रूद्र कुमार, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, विधायक श्री अरुण वोरा, विधायक श्री देवेंद्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मैंने बचपन में खेला है पिट्ठूल, लड़कियां हमेशा लड़कों को हराती थीं- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि आज प्रियंका जी को भौंरा हाथों में लेते वक्त मैंने महसूस किया कि वे पता नहीं इसे खेल पाएंगी या नहीं लेकिन उन्होंने इतने अच्छे से खेला कि हम सब चकित रह गये। इस पर अपने संबोधन में श्रीमती गांधी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी को बताना चाहूँगी कि बचपन में मैंने पिट्ठूल, कंचे, गिल्ली डंडा और स्टापू सब खेला है। महिलाएं हमेशा लड़कों को हराती थीं।
भिलाई में आकर बहुत गौरव महसूस होता है- श्रीमती गांधी ने कहा कि आज यहां आकर मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। ये भिलाई है। 1955 में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने यहां स्टील प्लांट की नींव डाली। आज जो भिलाई है वो इस पूरे देश के लिए मिसाल है। पूरे देश भर से यहां लोग आते हैं। एकजुट होकर आप यहां रहते हैं। आधुनिक भारत की नींव यहीं पर डली। पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ ऐसे महापुरुष थे जो आजादी के लिए लड़े। उन्हीं के उसूलों से यह देश लड़ा। यह ऐसी राजनीति है जिसमें नेता वर्तमान को भी मजबूत बनाते हैं और भविष्य को भी देखते हैं।
अमेठी में पिता के साथ किए दौरे का संस्मरण सुनाया- श्रीमती गांधी ने कहा कि जब मैं छोटी थी तब मैं अपने पिता जी के साथ अमेठी के दौरे पर गई थी। वे खुद जीप चलाते गये। एक गांव में हम उतरे, कुछ लोगों से बातचीत करने लगे। एक महिला उन्हें जोरजोर से डांटने लगी। मुझे लगा कि मेरे पिता को कैसे डांट रही हैं। उसने कहा कि सड़क खराब है तुमने क्या किया है। मेरे पिता जी ने उनकी बात शांति से सुनी और कहा कि सब ठीक करेंगे। यह उस समय की राजनीति है कि प्रधानमंत्री को तक एहसास होता था कि जनता के प्रति उसकी जिम्मेदारी है। मैंने अपने पिता से पूछा कि बुरा नहीं लगा। मेरे पिता ने कहा कि नहीं उसका कर्तव्य मुझे ध्यान दिलाने का था और मेरा भी कर्तव्य है कि मैं उनकी समस्याओं को दूर करने काम करूँ।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महिला समृद्धि सम्मेलन, जयंती स्टेडियम भिलाई नगर
भिलाई : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी महिला समृद्धि सम्मेलन में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना आरंभ की गई। इसके हितग्राहियों से श्रीमती प्रियंका गांधी ने संवाद किया।
उन्होंने महिलाओं द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने रीपा में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि रीपा के माध्यम से उद्यम के नये अवसरों को बढ़ावा मिला है और ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी अधोसंरचना के साथ उद्योग की गतिविधियां बढ़ रही हैं।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं को श्रीमती गांधी ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया
महिला समृद्धि सम्मेलन, जयंती स्टेडियम भिलाई नगर श्रीमती प्रियंका गांधी को अपने पास पाकर महिलाएं खुश और उत्साहित दिख रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को श्रीमती गांधी ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर उत्साही महिलाएं श्रीमती गांधी के साथ सेल्फी ले रही हैं।
महिला समृद्धि सम्मेलन में अभूतपूर्व उत्साह का वातावरण बन गया है। महिलाएं अपना काम श्रीमती गांधी को दिखा रही हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी कार्यक्रम स्थल पहुंचे
दुर्ग : कार्यक्रम स्थल में छत्तीसगढ़ संस्कृति परंपरा के अनुसार अतिथियों का स्वागत राउत नाचा लोक नृत्य के साथ किया गया मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी महिला समृद्धि सम्मेलन में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना आरंभ की गई। इसके हितग्राहियों से श्रीमती प्रियंका गांधी ने संवाद किया।
उन्होंने महिलाओं द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने रीपा में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि रीपा के माध्यम से उद्यम के नये अवसरों को बढ़ावा मिला है और ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी अधोसंरचना के साथ उद्योग की गतिविधियां बढ़ रही हैं। श्रीमती प्रियंका गांधी को अपने पास पाकर महिलाएं खुश और उत्साहित दिख रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को श्रीमती गांधी ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर उत्साही महिलाएं श्रीमती गांधी के साथ सेल्फी ले रही हैं। महिला समृद्धि सम्मेलन में अभूतपूर्व उत्साह का वातावरण बन गया है। महिलाएं अपना काम श्रीमती गांधी को दिखा रही हैं। वे स्टाल्स का अवलोकन कर रही हैं और एक जगह उन्होंने अमारी फूल के रस के बारे में जानकारी ली। महिलाओं ने उन्हें संक्षेप में बताया कि इसका वे किस तरह उपयोग करती हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं श्रीमती प्रियंका गांधी ने महिला सम्मेलन में संगवारी हाट का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने समूह की महिलाओं से तैयार किए गए उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दंतेवाड़ा के डेनेक्स द्वारा उत्पादित गारमेंट्स की भी जानकारी ली।
श्रीमती गांधी बीपीओ में कार्यरत महिलाओं से बात कर रही हैं। 10 करोड़ रुपए की लागत से खुर्सीपार में बीपीओ तैयार किया गया है। बीपीओ से बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिला है। बीपीओ की महिलाओं से श्रीमती गांधी उनके कार्य की प्रकृति के बारे में पूछ रही हैं। उल्लेखनीय है कि युवाओं के लिए अपने शहर में ही रहकर देश-दुनिया के अवसरों से जोड़ने बीपीओ की पहल की गई है। इससे युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। खासकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ी पहल है।
श्रीमती प्रियंका गांधी ने मिलेट्स कैफे की जानकारी समूह की महिलाओं से ली। इस अवसर पर समूह की महिलाओं ने बताया कि मिलेट कैफे में तैयार होने वाले तरह-तरह के मिलेट्स निर्मित व्यंजनों की जानकारी दी। उन्होंने श्रीमती गांधी को बताया कि मिलेट कैफे में कोदो, कुटकी, रागी जैसे वनोपजों से पारंपरिक व्यंजनों के साथ ही तरह तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं।
श्रीमती गांधी ने की सी-मार्ट के पहल की प्रशंसासीमार्ट शासन द्वारा की गई महत्वपूर्ण पहल है। इसके माध्यम से स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं के लिए जगह उपलब्ध हो पाती है। भिलाई के सीमार्ट में प्रदेश भर की सामग्री है। श्रीमती गांधी को सीमार्ट से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ के यूनिक उत्पाद यहां मिलते हैं। दंतेवाड़ा के जैविक चावल से लेकर जशपुर की चाय तक सब कुछ छत्तीसगढ़ का स्पेशल यहां उपलब्ध है।
श्रीमती गांधी ने इस पर खुशी जाहिर की और कहा कि स्थानीय उत्पादों की इस तरह से मार्केंटिंग कर इन्हें बाजार में अच्छी जगह दिलाने की पहल से निश्चित रूप से ही आर्थिक समृद्धि महिलाओं तक पहुँच रही है।
महिलाओं ने दी सुपोषण अभियान के सम्बंध में जानकारी
श्रीमती प्रियंका गांधी को स्टॉल अवलोकन के बीच समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, समृद्धि योजना, पोषण बाड़ी आदि अन्य योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी। महिलाओं ने श्रीमती गांधी को कुपोषण दूर करने के उपाय के संबंध में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जमीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी संचालन से कुपोषण दूर हो रहा है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 सितम्बर को भिलाई के सेक्टर-06 स्थित जयंती स्टेडियम में दोपहर 1 बजे ‘‘महिला समृद्धि सम्मेलन’’ में शामिल होंगे। श्रीमती प्रियंका गांधी इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि होंगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल पूर्वान्ह 11.45 बजे अपने निवास से कार द्वारा रवाना होकर 1.00 बजे भिलाई के जयंती स्टेडियम पहुंचेंगे और वहां आयोजित ‘महिला समृद्धि सम्मेलन’ शामिल होंगे। श्री बघेल शाम 6.00 बजे होटल बेबीलोन में ‘बुत मरते नहीं’ पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होंगे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शहीद परिवारों को सम्मानित किया
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नगर निगम भिलाई के नेहरू नगर चौक शहीद स्मृति स्थल में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा का अनावरण तथा चौक सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शहीद परिवारों से भेंट मुलाकात की और उन्हें शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।उन्होंने यहां पर शहीदों के सम्मान में राष्ट्रीयध्वज फहराया। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, विधायक श्री देवेंद्र यादव, महापौर श्री नीरज पाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवासेंटर के माध्यम से 700 युवाओं को मिलेगा रोजगार
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नगर पालिक निगम भिलाई अंतर्गत खुर्सीपार में 7 करोड़ की लागत से नवनिर्मित बीपीओ सेंटर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने सेंटर में युवकों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार हेतु निजी संस्थाओं को आगे ला रही है।जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। ज्ञात हो कि भिलाई के इस बीपीओ संेटर के माध्यम से लगभग 700 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, विधायक श्री देवेंद्र यादव, महापौर श्री नीरज पाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान की प्रतीक हैं छत्तीसगढ़ महतारी : मुख्यमंत्री श्री बघेल
गायता, पुजारियों ने छत्तीसगढ़ महतारी की विधिवत पूजा-अर्चना की
बीजापुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय बीजापुर प्रवास के दौरान कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है ताकि लोगों में अपनी संस्कृति को लेकर चेतना जागृत की जा सके। अपने तीज-त्यौहार, लोक परम्पराओं को जानने-समझने का भावी पीढ़ी को पर्याप्त अवसर मिले, यही हमारा प्रयास है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत तिहारों का आयोजन किया जा रहा है। तीजा-पोरा, अक्ती, हरेली, छेरछेरा जैसे लोक जीवन के तिहारों को व्यापक स्तर पर मनाने की सार्थक पहल हुई है। बोरे-बासी को आज पूरा देश जानने लगा है। आदिवासी नृत्य महोत्सव, देवगुड़ी का कायाकल्प, आदिवासी परब सम्मान निधि जैसी पहल के माध्यम से जनजातीय संस्कृति को सम्मान दिलाने का काम किया गया है।
इस अवसर पर उद्योग, वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री तथा बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा,विधायक श्री विक्रम मंडावी जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम ,जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, एवं कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी गण,उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य कोसा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में निरंतर आगे बढ़ रहा है। राज्य शासन द्वारा वन आधारित ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने हेतु कोसा रेशम योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में रेशम प्रभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से विगत पौने पांच सालों में 3 लाख 14 हजार 953 लोगों को रोजगार मिला है। ग्रामोद्योग संचालनालय रेशम प्रभाग द्वारा संचालित योजनाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में स्थानीय ग्रामीण एवं विशेष तौर पर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ कच्चे रेशम की मांग की आपूर्ति एवं सिल्क उत्पादन बढ़ाने के लिए अधोसंरचना निर्माण करना, उत्पादकता में वृद्धि करना तथा नई तकनीक को मैदानी स्तर पर लागू किया जा रहा है।
गौरतलब है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित योजनांतर्गत 423 टसर केन्द्र एवं स्थलों तथा प्राकृतिक वन खण्डों में 10 हजार 486 हेक्टेयर टसर खाद्य पौधों का उपयोग कर तथा साल, साजा, सेन्हा, धौवड़ा, बेर आदि द्वितीयक खाद्य पौधों पर नैसर्गिक बीज प्रगुणन कार्यक्रम के अंतर्गत प्राकृतिक वन खण्डों में 505 केम्प का आयोजन किया गया। इसके साथ-साथ पालित प्रजाति के कृमिपालकों के माध्यम से विभागीय तथा वन खण्डों में टसर कृमिपालन का कार्य ग्रामीण हितग्राहियों तथा समूह के सदस्यों द्वारा टसर कोसा का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश में नई सरकार गठन उपरांत लगभग चार वर्ष में 86.58 करोड़ नग टसर ककून उत्पादन एवं संग्रहण किया गया और उत्पादित ककून से प्रदेश में 1528.03 मिट्रिक टन टसर रॉ सिल्क का अनुमानित उत्पादन हुआ है।
इसी तरह मलबरी रेशम विकास एव विस्तार योजनॉतर्गत प्रदेश में 68 मलबरी केन्द्रों के अंतर्गत 611 एकड़ शहतूती पौधरोपण क्षेत्र उपलब्ध है। अब तक 3 लाख 5 हजार 402 किग्रा मलबरी ककून का उत्पादन किया गया है। जिससे प्रदेश में 38.17 मीट्रिक टन मलबरी रॉ सिल्क का उत्पादन हुआ है। योजनांतर्गत प्रदेश के विभिन्न जिलों में 3784 मोटराईज्ड रीलिंग कम ट्विस्टिंग एवं स्पीनिंग तथा बुनियाद मशीन के माध्यम से 2391 हितग्राहियों के द्वारा टसर रॉ एवं स्पन थागे का उत्पादन किया जा रहा है।उक्त योजनांतर्गत रेशम प्रभाग से जुड़े विभागीय कर्मचारियों एवं हितग्राहियों को टसर एवं मलबरी के अंतर्गत गुणवत्ता एवं मात्रात्मक कोसा उत्पादन वृद्धि, नवीन विधाओं एवं केन्द्रीय रेशम बोर्ड द्वारा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण से संबंधित फील्ड ट्रायल तथा उच्च गुणवत्तायुक्त टसर मलबरी, स्वस्थ समूह का उत्पादन एवं टसर, मलबरी के नवीन प्रजाति के पौधरोपण तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाता है तथा अनुसंधान के माध्यम से नवीन विधाओं की खोज हेतु ट्रायल्स आदि अनुसंधान गतिविधियों संपादित की जाती है। विगत साढ़े चार वर्ष में 8065 विभागीय कर्मचारियों, हितग्राहियों एवं कार्यशाला के माध्यम से रेशम की विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
18 और 19 सितंबर को होनी है जी 20 के चौथे फ्रेमवर्क की वर्किंग ग्रुप की मीटिंग
रायपुर : जी 20 के चौथे फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप मीटिंग में 18 सितंबर और 19 सितंबर को भाग लेने दुनिया भर से आये प्रतिनिधि अपने साथ छत्तीसगढ़ की सुंदर स्मृतियों के साथ छत्तीसगढ़ी संस्कृति की चिन्हारी भी साथ लेकर जाएंगे। छत्तीसगढ़ की चिन्हारी इस गिफ्ट पैक में वनोपजों से बनाये गये खास प्रोडक्ट होंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस वर्ष को मिलेट ईयर घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में मिलेट को प्रोत्साहित करने मिशन मोड पर काम किया गया है। न केवल यहां मिलेट्स उत्पादकों को समर्थन मूल्य पर अपने उपज का दाम मिल रहा है अपितु सरकार द्वारा इनके प्रसंस्करण को प्रोत्साहित किये जाने तथा मिलेट्स कैफे स्थापित किये जाने से छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ी है। विदेशों से आने वाले प्रतिनिधियों को गिफ्ट पैक में प्रदेश में होने वाले मिलेट्स से बने कूकीज दिये जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के जंगलों में पाई जाने वाला शहद देश के सबसे शुद्ध और स्वादिष्ट शहद में से माना जाता है। यह न केवल शुद्ध होता है अपितु बस्तर और सरगुजा जैसे वनवासी अंचलों के विशिष्ट प्राकृतिक माहौल में मधुमक्खियों के द्वारा एकत्रित किया जाता है जिससे इसमें औषधिय गुण भी रहते हैं। छत्तीसगढ़ में उत्पादित किये जाने वाले एलोवीरा जेल, अश्वगंधा चूर्ण की लोकप्रियता भी देश भर में है। डेलीगेट्स को गिफ्ट में यह भी प्रदान किये जाएंगे।इसके साथ ही चिन्हारी के रूप उन्हें बस्तर आर्ट का उपहार भी दिया जाएगा। यहां ढोकरा कला से बनाई गई एक प्रतिमा फ्रेम में आबद्ध कर उन्हें प्रदान की जाएगी। इस कला का थीम चार आदिवासी युवतियों को लेकर है। वे नृत्यरत हैं और एक दूसरे का हाथ थामे हुए है। इस प्रतिमा से बस्तर की सुंदरता और लोकजीवन की समृद्धि की झलक डेलीगेट्स को मिल सकेगी। साथ ही हजारों वर्ष पुराने छत्तीसगढ़ के लोककलाकारों की प्रतिभा से भी वे वाकिफ हो सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में बीते पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने का कार्य छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया जा रहा है। इसमें लोककलाकारों को प्रोत्साहित किये जाने के साथ ही स्थानीय खानपान की परंपराओं को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोदो-कुटकी हमेशा से छत्तीसगढ़ के लोगों की थाली में शामिल रहा है। इसकी आधुनिक तरीके से ब्रांडिंग की गई है। नये कलेवर में, आधुनिक तरीके से प्रसंस्करण के बाद ये उत्पाद बाजार में भी उतारे गये हैं और हर तरफ इनकी प्रशंसा हो रही है। जी 20 के माध्यम से इस अनुपम छत्तीसगढ़ी संस्कृति का और भी व्यापक प्रचार-प्रसार हो सकेगा।छत्तीसगढ़
Facebook