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दुर्ग 05 जून : पर्यावरण दिवस के अवसर पर धमधा के 37 ऐसे क्वारंटाइन सेंटर का चिन्हांकन कर पौधरोपण आरम्भ किया गया। स्कूल में रह रहे प्रवासी मजदूरों के द्वारा मुनगा, कटहल, जामुन, जाम, आम जैसे सब्जी तथा फलदार कुल 1120 पौधे लगाए जाने का काम आरम्भ हुआ। इस कार्य हेतु जिला पंचायत ने मनरेगा के माध्यम से तैयार किये गए पौधे उपलब्ध करवाए गए हैं। भविष्य में तैयार पौधों के फलों का मध्यान्ह भोजन में भी उपयोग हो सकेगा। हिर्री गांव में आज पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में प्रातः 9 बजे जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक , एसडीएम धमधा सुश्री दिव्या वैष्णव तथा सीईओ जनपद पंचायत धमधा श्री प्रकाश मेश्राम द्वारा पौधरोपण किया गया।
सभी चिन्हांकित केंद्रों में प्रवासी मजदूरों द्वारा पौधरोपण किया गया। पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी सम्बन्धित प्रवासी मजदूर,सचिव,सरपंच तथा शिक्षा विभाग को दी गयी है। -
दुर्ग 05 जून : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर बाल सम्प्रेषण गृह पुलगांव एवं केन्द्रीय जेल दुर्ग में वृक्षारोपण किया गया। वृक्षारोपण में कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम हेतु सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराते हुए उपस्थितों को सेनेटाईजर लगाया गया। वृक्षारोपण श्री रामजीवन देवांगन, कार्यवाहक जिला एवं सत्र न्यायाधीष दुर्ग, श्री अजीत कुमार राजभानू प्रथम अपर जिला न्यायाधीष, श्री मोहन सिंह कोर्राम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सचिव श्री राहुल शर्मा के द्वारा किया गया।
वृक्षारोपण में न्यायाधीशगण के अतिरिक्त बाल संप्रेशण गृह के परिवीक्षा अधिकारी श्री अलोक साहू, प्रियंका महलवार, काउंसलर श्री नर्मदा साहू, हाउस मदर श्रीमती मालती देशमुख, तुलेश्वरी देशमुख, हाउस फादर श्री सागर ताम्रकार उपस्थित थे। केन्द्रीय जेल दुर्ग के अक्षीक्षक श्री योगेश क्षत्रिय, पैरालीगन वालिन्टियर्स श्री डुलेष्वर मटियारा, श्री राहुल ताम्रकार सहित कर्मचारी उपस्थित रहे। -
दुर्ग 04 जून : दुर्ग जिला अन्तर्गत वार्ड क्रमांक- 22, दादर रोड, नगर पालिक निगम भिलाई चरोदा एवं ग्रीन अर्थ सिटी अमलेश्वर, तहसील पाटन में एक-एक नया कोरोना पॉजिटिव केस पाए जाने के चलते संबंधित क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आदेश जारी कर कन्टेनमेंट जोन में आवश्यक कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया है।
इन क्षेत्रों में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगी। चिन्हांकित क्षेत्र अन्तर्गत सभी दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी ,कन्टेनमेंट जोन के अन्तर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबन्ध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्ही कारणों से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पेट्रोलिंग की जाएगी। जिला चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा सम्बंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य निगरानी एवं निर्देशानुसार सैंपल इत्यादि जॉंच किया जाएगा। -
- बाजार की नब्ज की पहचान और कोरोना काल में साबुन के बढ़ते माँग को देखते हुए बाजार की संभावनाओं को देखते हुए शुरू किया काम और उठा रही लाभ
दुर्ग 04 जून : साबुन के बाजार में विदेशी कंपनियों का दबदबा है। कोरोना संकट के बीच अब आत्मनिर्भरता की अहमियत बढ़ी है और इसे अवसर का लाभ उठाने बिहान की महिलाएँ आगे आई हैं। ये महिलाएं बाजार के ट्रेंड को किस प्रकार समझ पा रही हैं यह उनके उत्पादों को देखकर और इनमें की गई क्रिएटिविटी को देखकर महसूस किया जा सकता है। हर ब्लाक में चुनिंदा गांवों में ऐसे काम हो रहे हैं। इनमें ऐसा ही काम है साबुन निर्माण और विपणन का। बिहान की महिलाएं अपने हुनर और व्यावसायिक कौशल और ब्रांड की समझ के अनुरूप अपना उत्पाद बना रही हैं और बाजार का मूड भी समझ रही हैं। उदाहरण के लिए एलोवीरा को लें। आजकल हर सौंदर्य उत्पाद एलोवीरा को लेकर चलता है और खूब बिकता है। एलोवीरा के बारे में बाजार बताता है कि यह त्वचा के ग्लो के लिए काम करता है।
इसलिए एलोवीरा वाले फ्लेवर का साबुन बिहान की महिलाएं भी बना रही हैं और बेच रही हैं। सांकरा में काम कर रही संतोषी स्वसहायता समूह की संतोषी सिंगौर ने बताया कि हम लोग ग्राहकों को वैसे ही विकल्प दे रहे हैं जैसे बाजार में अनेक ब्रांड वाले साबुन देते हैं। हमारा साबुन काफी सस्ता है और हम लोगों को जिला पंचायत में इसके निर्माण के संबंध में, क्वालिटी के संबंध में काफी प्रशिक्षण दिया गया है। इसलिए हम लोग इस दिशा में सफल प्रयास कर रहे हैं। जो लोग एलोवीरा से कम परिचित हैं उनके लिए तुलसी बेस वाला साबुन रखा गया है। चारकोल के स्वच्छता प्रदान करने के गुणों के बारे में भारतीय पूर्व परिचित हैं और अब विदेशी कंपनियां भी चारकोल को अपना रही हैं इसलिए हमारी दीदी लोग भी पीछे नहीं हैं। चारकोल फ्लेवर वाला साबुन भी वे बना रही हैं।
जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि सांकरा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में इसका प्रशिक्षण दिया गया है। महिलाएं काफी जल्दी सीख गई हैं। हमारे लिए अपना बाजार ही बहुत बड़ा है। अस्पतालों में और पंचायतों में इसका विक्रय किया जा रहा है। लगभग पांच हजार पैकेट साबुन अभी लाकडाउन के दिनों में इन महिला समूहों ने बेचे हैं। सीईओ ने बताया कि समूह गुणवत्ता पर खासा ध्यान रख रहे हैं क्योंकि उन्हें लंबे समय तक यह काम जारी रखना है और बाजार में वही वस्तु टिक पाती है जो गुणवत्तापूर्ण हो और लोगों के खर्च के दायरे में हो। ग्राम पंचायत कोनारी में देवी महिला और सत्य साई महिला समूह द्वारा साबुन बनाया जा रहा है। पंचायतों में ही साबुन की काफी खपत हो जाती है। महिलाएं बताती हैं कि अभी कोरोना का संक्रमण है। पहले भी साबुन में हाथ धोने का महत्व तो था ही , अब तो इसका महत्व संक्रमण को रोकने में और भी बढ़ गया है। हमारे साबुन पंचायतों को सप्लाई हो जाते हैं। काफी मांग आ रही है और हम लोग निकट भविष्य में अपना उत्पादन और अधिक बढ़ाएंगे। ग्राम आलबरस की जय शीतला मां समूह की सदस्यों ने बताया कि अभी साबुन बनाना सीखा और लगभग छह हजार रुपए का साबुन बेच डाला है। हमको लगता है कि इसी प्रकार की छोटी-छोटी चीजें बनाएंगे तो गांव वालों को बाहर से बहुत कम चीजें बनानी पड़ेंगी। ये सामान काफी सस्ते भी हैं और वैरायटी में भी उपलब्ध हैं। -
*-यहां बसे परिवारों को बोरसी में शिफ्ट करने शीघ्र कार्रवाई करने एसडीएम एवं निगमायुक्त को दिए निर्देश*
दुर्ग 03 जून : कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे आज सुबह-सुबह दुर्ग शहर के विभिन्न लैंड मार्क के निरीक्षण पर पहुंचे। यहां उन्होंने पेयजल व्यवस्था, सौंदर्यीकरण, बसाहट एवं साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने ठगड़ा बांध के सौंदर्यीकरण के संबंध में आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि यह जगह बहुत खूबसूरत है और यहां पर अच्छी प्लानिंग से लोगों के मनोरंजन की मुकम्मल व्यवस्था की जा सकती है। उन्होंने यहां से अतिक्रमण हटाने के लिए भी कहा साथ ही उन्होंने यहां से विस्थापित परिवारों को बोरसी में बसाने की शीघ्र कार्रवाई हेतु एसडीएम एवं निगम आयुक्त को निर्देश दिए। कलेक्टर ने अमृत मिशन के कार्य युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है इस संबंध में अति शीघ्र कार्रवाई कर काम पूरा किया जाए। कलेक्टर ने गौठान का निरीक्षण भी किया। यहां 10 लाख रुपए की लागत से शेड बनाने का निर्देश उन्होंने निगम को दिया।
कलेक्टर स्टेशन रोड भी पहुंचे। यहां उन्होंने सौंदर्यीकरण के लिए किए गए कार्यों की सराहना की तथा अन्य स्थलों पर भी इसी तरह का काम करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इंटरवेल का भी निरीक्षण किया और मुकम्मल पेयजल व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। वे पीएम आवास की साइट पर भी पहुंचे। यहां उन्होंने निर्माण कार्यों को देखा और इंजीनियरों को निर्देशित किया। इसके साथ ही कलेक्टर ने इंदिरा मार्केट का निरीक्षण किया। शहर की बसाहट के संबंध में चैक चैराहों के सौंदर्यीकरण के संबंध में तथा आवश्यक निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर निर्देश भी उन्होंने दिए। इस दौरान आयुक्त श्री इंद्रजीत बर्मन ने उन्हें निगम के द्वारा भेजे गए प्रस्तावों और इन पर हुई प्रगति के संबंध में जानकारी दी। -
-कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने जनपद पंचायत धमधा में अधिकारियों की ली बैठक, निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करने दिए निर्देश
दुर्ग 03 जून : कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने जनपद पंचायत धमधा में आज अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में ब्लाक में चल रहे निर्माण कार्यों के संबंध में, मनरेगा कार्यों के संबंध में एवं बच्चों के सुपोषण के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम एवं जनपद सीईओ से प्रमुख निर्माण कार्यों की जानकारी ली। इनकी प्रगति के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा करें एवं लगातार इसकी गुणवत्ता की मानिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों में मनरेगा के कार्य होने चाहिए, अधिकाधिक लोगों को इसमें रोजगार से जोड़ना चाहिए। क्वारंटीन सेंटर में लोगों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। उनके कौशल संवर्धन पर भी विशेष नजर रखें। इसके साथ ही कलेक्टर ने सुपोषण अभियान पर विशेष चर्चा की।
उन्होंने कहा कि हर महीने का टारगेट रखिये। जो बच्चे कुपोषित हैं उनके परिवारों से गृह भेंट कर मिशन मोड में काम करें। हर बच्चे पर मेहनत करनी है फोकस करना है और इसके लिए सामुदायिक भागीदारी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चे गांव के रहते हैं और इसलिए गांव वाले अपने बच्चों के ही बेहतर भविष्य के प्रति चिंतित रहते हैं अतः कुपोषण मुक्ति के इस अच्छे कार्य में उनकी भी भागीदारी आवश्यक होती है। सबसे जरूरी पेरेंट्स की काउंसिलिंग हैं। उन्होंने मानिटरिंग के मैकेनिज्म के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मानिटरिंग बेहद जरूरी है। जिन जगहों पर अच्छा कार्य हो रहा है उन्हें सराहें। जहां परेशानियां आ रही हैं उनसे इस बाबत पूछें और सलाह दें। कुपोषण मुक्ति अभियान शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है इसे पूरा करने की दिशा में कड़ी मेहनत करें। ब्लाक स्तरीय अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि किस प्रकार व्हाटसएप ग्रूप के माध्यम से वो हर दिन की मानिटरिंग की रिपोर्ट देते हैं और किस तरह से अच्छे नतीजे इस मानिटिरंग से आ रहे हैं। बैठक में धमधा एसडीएम सुश्री दिव्या वैष्णव, जनपद सीईओ श्री प्रकाश मेश्राम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
- मुख्य सचिव श्री आरपी मंडल ने दिये निर्देश, कलेक्ट्रेट परिसर में होगी सुंदर लैंडस्केपिंग, लोगों को पूरी सुविधा मिले इसका रखा जाएगा ख्याल
दुर्ग 03 जून : कलेक्ट्रेट परिसर के मेन रोड से लगे हिस्से में नया रजिस्ट्री भवन बनेगा। भवन ब्रिटिशकालीन हैरीटेज कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने वाले हिस्से में बनेगा, इससे कलेक्ट्रेट का व्यू भी प्रभावित नहीं होगा और बहुत सुंदर, आम जनता के लिए सुविधापूर्ण इमारत दुर्ग निवासियों को मिल सकेगी। आज दुर्ग के दौरे पर आए मुख्य सचिव श्री आरपी मंडल ने इस संबंध में निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा है कि जिन सरकारी कार्यालयों में बड़ी संख्या में आम जनता पहुंचती है वहां समय बिताने के लिए अच्छी सुविधाएं आम जनता को दी जाएं। चूंकि कलेक्ट्रेट एवं एसपी कार्यालय यहीं पर हैं और पास ही तहसील आफिस भी है अतः यहां पर नया सर्वसुविधायुक्त रजिस्ट्री भवन आरंभ होने से लोगों के एक ही कैंपस में बहुत से काम हो सकेंगे। इस संबंध में प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर, पंजीयन श्रीमती संगीता पी., कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, वरिष्ठ एसपी श्री अजय यादव ने मुख्य सचिव से रजिस्ट्री आफिस के भवन की प्लानिंग के संबंध में विस्तृत चर्चा की। चर्चा के पश्चात अतिशीघ्र भवन के निर्माण से संबंधी कार्रवाई आरंभ करने का निर्णय लिया गया।
सुंदर, सर्वसुविधायुक्त होगा कलेक्ट्रेट परिसर- मुख्य सचिव ने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में सुंदर लैंडस्केपिंग की जाएगी। यहां लोगों के बैठने एवं इंतजार करने के लिए उपयोगी अधोसंरचना बनाई जाएगी। जब भी लोग रजिस्ट्री कराने आएं या किसी अन्य कार्य से कलेक्ट्रेट परिसर में आएं और उन्हें काम होने तक थोड़ा वक्त इंतजार करना पड़े तो उन्हें परिसर में बहुत सुकून मिले। इस तरह का परिसर बनाया जाएगा। सामने के परिसर के साथ ही पीछे के परिसर की भी लैंडस्केपिंग होगी। पीछे भी छोटा सा लान बनाया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि हरियाली से भरे इस छोटे से लान का उपयोग कलेक्ट्रेट परिसर के कर्मचारी लंच के समय कर सकेंगे।
मेन रोड से गुजरने से भव्य दिखेगा रजिस्ट्री भवन, बिल्कुल बगल से दिखेगी हैरीटेज कलेक्ट्रेट इमारत- सुंदर लैंडस्केपिंग से यह जगह बहुत आकर्षक होगी और परिसर की खूबसूरती बढ़ जाएगी। इसके साथ ही अंदर भी बैठने का अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जाएगा। परिसर की खूबसूरती और अच्छी सुविधाओं की वजह से काफी सुकून भरा माहौल यहां होगा।
भवन के भीतर रहेगा पेड़ भी, परिसर के भीतर ही कांच की छत बनाई जाएगी, पेड़ का अस्तित्व भी बचेगा- मुख्य सचिव ने कहा कि पेड़ बहुत मेहनत से लगाए जाते हैं और हम लोग लगातार पौधरोपण का काम कर रहे हैं। इस भवन में भी पेड़ आ रहा है लेकिन इसे हटाया नहीं जाएगा। पेड़ जहां है वहां से इसके तने के चारों ओर कांच की दीवार बना दी जाएगी। इससे पेड़ भी सुरक्षित रहेगा।
पार्किंग एवं अन्य चीजों के संबंध में निर्देश- मुख्य सचिव ने कहा कि पूरा परिसर ऐसा होना चाहिए कि आम जनता को सुकून हो। लोग जब अपने काम को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे तो उन्हें कैंपस देखकर अच्छा महसूस हो। विशेष रूप से रजिस्ट्री का काम जिसमें लोग काफी थकान महसूस करते हैं। इस परिसर में मिलने वाली सुविधाओं को देखकर उन्हें काफी बेहतर महसूस होगा। -
दुर्ग 03 जून : कलेक्टर आज सेक्टर 6, खुर्सीपार स्थित बालाजी स्कूल एवं जनता स्कूल पहुंचे। यहां शासन द्वारा इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ किए जाने हैं। इन स्कूलों में अधोसंरचना का निरीक्षण कलेक्टर ने किया। उन्होंने कहा कि इस पर युद्धस्तर पर गुणवत्तापूर्वक कार्य हो। किसी भी तरह की गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तीनों ही स्कूलों में रिनोवेशन के लिए किया गया प्लान कलेक्टर को बताया गया। जनता स्कूल में कमिश्नर ने बताया कि यहां पर 19 लाख रुपए की लागत से डीएमएफ से निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा बीते दिनों प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा के निर्देश पर दो प्रस्ताव तैयार किए गये थे और इ्न्हें भेजा गया है। इनमें से पहला प्रस्ताव 3 करोड़ 37 लाख रुपए का है जिसमें अधोसंरचना मद में विद्यालय निर्माण कार्य थे। दूसरा प्रस्ताव 2 करोड़ 68 लाख रुपए का है इसे नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा गया है। इसमें बाह्य कार्य, आडिटोरियम निर्माण तथा मिनी गार्डन आदि का कार्य प्रस्तावित है।कलेक्टर ने निगम एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि स्कूलों में सुविधाओं में किसी भी तरह की कमी नहीं आनी चाहिए। चाहे लैब निर्माण हो अथवा किसी भी तरह की अन्य अधोसंरचना, सारे कार्य गुणवत्तापूर्वक हों। कार्य समय पर समाप्त हों। उन्होंने कहा कि रूफ से सीलिंग तक पूरा कार्य मुकम्मल हो ताकि पुख्ता अधोसंरचना तैयार हो और अधिकतम बच्चों को इससे शिक्षा का लाभ मिल सके। -
- निगम अमले का काम देखा, प्रभावितों से मिले, सजग रहने के लिए नागरिकों से किया आग्रह
दुर्ग 03 जून : कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे आज डेंगू प्रभावित भिलाई कैंप 2 के इलाके संतोषी पारा वार्ड पहुंचे। यहां पर डेंगू के अब तक 11 पेशेंट मिले हैं। कलेक्टर ने यहां के घरों में घूमकर लोगों से बचाव के संबंध में बातचीत की। उनसे टैमीफास के उपयोग के बारे में जानकारी ली। कूलर खोलकर देखे कि किसी कूलर में डेंगू का लारवा तो नहीं पनप रहा। कलेक्टर वार्ड में प्रभावित लोगों से भी मिले और उनके अलग-बगल के परिवारों से भी मिले। उनसे उन्होंने सबसे पहले टैमीफास दिखाने कहा जो उन्हें वितरित किया गया था। टैमीफास का बाटल दिखाने पर कलेक्टर ने पूछा कि बताओ आप लोग इसका कितनी मात्रा में कब-कब इस्तेमाल करते हैं। फिर उन्होंने कहा कि कूलर का पानी जल्दी-जल्दी बदलना है।
आप देखेंगे कि डेंगू के लार्वा साफ पानी में पनपते हैं। इन्हें थोड़ा भी समय मिला तो ये परिपक्व होकर बड़ा खतरा बना देंगे। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को पूरे बांह के कपड़े पहनाने के लिए भी कहा। साथ ही मच्छरदानी में ही सोने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव का सबसे आसान रास्ता यह है कि कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दे। यहां तक कि छोटे-छोटे अनुपयोगी सामानों में रखा पानी भी देर तक ऐसे ही पड़े होने के कारण लार्वा की आशंका को जन्म दे देता है। उन्होंने कहा कि छतों के ऊपर रखा टायर आदि में भी पानी स्टोर हो जाता है। निगम अधिकारियों ने बताया कि ऐसा पाये जाने पर इसे पंचर कर दिया जाता है। टैमीफास की रिफिलिंग के लिए दल लगाया गया है। 3000 घरों में टैमीफास की रिफिलिंग कर दी गई है। फागिंग नियमित रूप से कराई जा रही है। फागिंग के लिए 3 हैंडमाउंटेड तथा 2 व्हील माउंटेड मशीनें लगाई गई हैं। कलेक्टर ने जिन घरों का निरीक्षण किया, वहां कूलरों की जांच कराई।
उन्होंने कहा कि बरसात में कूलर में पानी भरा रह जाता है और इसी वजह से डेंगू पनपने की आशंका काफी हो जाती है। इसलिए अब नियमित रूप से कूलरों की सफाई करें। कलेक्टर ने बीते तीन सालों में इस इलाके में डेंगू का ट्रेंड जाना। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की और बताया कि डेंगू से जागरूकता से काफी हद तक बचा जा सकता है। इसके अलावा जैसे ही इसके लक्षण प्रगट हो, त्वरित रूप से इस पर कार्रवाई करें। कलेक्टर ने इस इलाके में लगे निगम दस्ते से भी बात की। उन्होंने कहा कि आपका काम सबसे महत्वपूर्ण है। आप जितनी ज्यादा मेहनत करोगे, लोगों को जागरूक करोगे, डेंगू की आशंका उतनी ही टल जाएगी। हर दिन इसकी मानिटरिंग कीजिए। टैमीफास की रिफिलिंग पर भी पूरी नजर रखिये। कलेक्टर ने वार्ड में साफ-सफाई के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम पुख्ता होना चाहिए। किसी भी तरह की दिक्कत हो तो इस पर तुरंत कार्रवाई कर सफाई व्यवस्था मुकम्मल रखें।
चरौदा कन्टेंनमेंट जोन का भी निरीक्षण किया कलेक्टर ने- कलेक्टर ने चरौदा में हाउसिंग बोर्ड कालोनी स्थित कन्टेनमेंट जोन का निरीक्षण भी किया। यहां एक कोविड पेशेंट पाई गई थी जिसकी रायपुर में इलाज के दौरान ले जाने के समय मृत्यु हो गई थी। कलेक्टर ने कन्टेनमेंट जोन के संबंध में आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। - भिलाई। भिलाईनगर विधायक व महापौर छत्तीसगढ़ कामधेनु विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के माननीय सदस्य श्री देवेन्द्र यादव जी का छत्तीसगढ़ कामधेनु विश्वविद्यालय परिसर में प्रथम आगमन व भ्रमण 03 जून 2020 को हुआ। माननीय कुलपति डॉ.एन.पी.दक्षिणकर जी ने विश्वविद्यालय में चल रही शैक्षणिक, अनुसंधान एवं विस्तार की गतिविधियों का विवरण एवं जानकारी से उन्हें अवगत कराया। चारा इकाई में लगाए गए विभिन्न फसलों जैसे–बरसीम, नेपियर, सुडान घास एवं मुनगा पौधो की जानकारी, कोसली नस्ल की स्थानीय गायों में जेनेटिक इनफ्रूवमेंट एवं कृत्रिम गर्भाधान के द्वारा नस्ल सुधार किया जा रहा है, पशुपालन के विभिन्न आयामों पर सतत् विश्वविद्यालय स्तर एवं ग्रामीण कृषकों, पशुपालकों एवं बेरोजगार युवाओं हेतु समय समय पर प्रिशक्षण का आयोजन किया जाता है।
श्री देवेन्द्र यादव जी ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित चारा उत्पादन इकाई, बकरी इकाई, कुक्कुट पालन इकाई, एन.सी.सी., घुड़सवारी रेजीमेंट, डेयरी फार्म, प्रयोगशाला, वेटनरी क्लीनिकल कॉम्पलेक्स आदि का भ्रमण एवं अवलोकन कर उन्होने कहा कि किसानोंपयोगी, पशुपालकों एवं नवजवान युवाओं के लिए रोजगार एवं उनकी आय में वृद्वि के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर उसे कार्यान्वित करें। विश्वविद्यालय को हर संभव शासन स्तर पर सहयोग देने का आश्वासन दिया। भ्रमण एवं अवलोकन के दौरान विश्वविद्यालय के निदेशकगण, अधिष्ठातागण, प्राध्यापकगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
दुर्ग 2 जून : नजूल भूमि के पट्टेदार जिन्होंने अपना राजस्व बकाया लगान भू भाटक जमा नही किया है। उन्हें नजूल अधिकारी की ओर से बकाया राशि जमा करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। अगर संबंधित बकायादार द्वारा राशि नोटिस अवधि के दौरान जमा नहीं की जाएगी तो उनका पट्टा खारिज करने की कार्यवाही की जाएगी। - दुर्ग 2 जून : छत्तीसगढ़ स्टेट पावर लिमिटेड खंड दुर्ग के विभागीय अधिकारियों द्वारा रसमड़ा पहुचकर उद्योगों के प्रतिनिधि मंडल एवं पंचायत प्रतिनिधियों से विद्युत व्यवस्था की जानकारी ली गई। साथ ही बैठक लेकर विद्युत प्रवाह के सम्बंध में चर्चा किया गया। उद्योगों के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने बताया कि विद्युत प्रवाह अवरुद्ध होने की समस्या नही है। पंचायत प्रतिनिधियों में ग्राम के सरपंच एवं सचिव ने बताया कि बिना अवरुद्ध विद्युत प्रवाह हो रहा है। ज्ञातव्य हो कि विभाग को विद्युत प्रवाह अवरुद्ध होने की शिकायत मिला था। जिसे संज्ञान में लेकर विभाग द्वारा यहाँ पहुचकर वस्तुस्थिति का अवलोकन किया गया। वर्तमान में विद्युत आपूर्ति में कोई समस्या नही पाया गया है
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- स्थापना के बाद हर मानदंड में खरी दुर्ग की पेयजल टेस्टिंग की लैब, इस बार 5200 सैंपल हुए चेक
दुर्ग 2 जून : दुर्ग की पानी की जांच करने वाली टेस्टिंग लैब इस साल भी देश में नंबर वन है। अभी डैशबोर्ड में इसे शो किया गया है। इस लैब में 5200 सैंपल की जांच की जाती है। स्थापना के बाद से ही यह लैब पूरे देश में नंबर वन बनी हुई है। इसका कारण यह है कि यहां पर अमेरिकन तथा भारतीय दोनों तरह का मानदंड फालो किया जाता है और दोनों के ही पालन में यह नंबर है। पीएचई के कार्यपालन अभियंता श्री समीर शर्मा ने बताया कि केमिकल, फिजिकल और बैक्टीरियल दृष्टिकोण से सभी में यह नंबर वन है। इसका कारण यह है कि लैब एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर) पर काम करता है। इसके मुताबिक सैंपल लेने का तरीका, जांच का तरीका और इसके लिए नियुक्त किये गए स्टाफ सभी प्रकार के मानदंड रहते हैं। इन सभी मानदंडों में नंबर रहते हैं।इसके मुताबिक इस लैब ने बहुत अच्छे से सारे जांच किये हैं जिसकी वजह से हर बार की तरह इस बार भी लैब पूरे देश में नंबर वन है। लैब के चीफ केमिस्ट श्री परिमल दत्ता ने बताया कि इस बार भी डैशबोर्ड में नंबर वन आने से काफी खुशी है। लैब में लोग आकर पानी का सैंपल देते हैं और हम उन्हें पानी की गुणवत्ता के बारे में बता देते हैं। चूंकि सब कुछ एसओपी के हिसाब से होता है अतएव इसके नतीजे काफी परफेक्ट होते हैं। श्री दत्ता ने बताया कि इसके टेस्ट के नतीजे के हिसाब से लोग पानी को ट्रीट करने का तरीका अपना सकते हैं बिल्कुल सही नतीजे आने से इसे ठीक करने का तरीका भी बिल्कुल परफेक्ट होता है। - दुर्ग 02 जून : अवैध शराब धारण, विक्रय एवं परिवहन की सूचना पर आरोपी राकेश कुमार बंछोर ग्राम बोरिद (रानीतराई) के विरूद्ध आबकारी अधिनियम की 34(2), 59(क) के तहत प्रकरण पंजीबद्व किया गया है। आरोपी से गत दिवस 44 नग देशी मदिरा, मसाला जप्त किया गया है। जिले में अवैध शराब के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही हैं।
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दुर्ग 02 जून : इलेक्ट्राॅनिक सेवा एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के संचालन के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। जिसके अनुसार निर्धारित मापदण्डों के साथ आधार सेवा केन्द्र एवं स्थायी आधार पंजीयन केन्द्र का संचालन किया जा सकेगा। इसके अनुसार आधार सेवा केन्द्र में कार्य करने वाले कर्मियों के साथ-साथ यहां आने वाले सभी लोगों को हैण्ड ग्लब्स एवं माक्स का प्रयोग करना होगा। एक समय में एक ही व्यक्ति को सुविधा प्रदाय किया जाएगा। सभी को धारा 144 का पालन करना होगा। नागरिकों के अंगुठे का निशान एवं उपकरण का प्रयोग करते समय सैनिटाईजर का उपयोग आवश्यक रूप से करना होगा। प्रत्येक नागरिकों के बीच एक मीटर की दूरी का पालन किया जाएगा। आधार केन्द्र का संचालन प्रातः 10ः30 बजे से दोपहर 03ः00 बजे तक किया जाएगा। आधार सेवा केन्द्र में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का आवश्यक रूप से चस्पा करना होगा। कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आधार सेवा केन्द्र का संचालन किया जा सकेगा। -
- लाकडाउन में बेची सत्रह हजार रुपए की सब्जी - नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी अंतर्गत चेटुवा में बाड़ी में महिला स्वसहायता समूह ने एक महीने में सब्जी बेचकर की अच्छी कमाई
दुर्ग 2 जून : छत्तीसगढ़ शासन की नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना से महिलाओं का ऐसा संबल मिला है कि लाकडाउन के कठिन वक्त में भी इनकी आजीविका चलती रही और फली-फूली भी। दुर्ग में अनेक बाड़ियों में लाकडाउन में महिला स्वसहायता समूहों ने बड़े पैमाने पर सब्जी उगाई और इसे बाजार तक ले गई। ऐसी ही कहानी है धमधा विकासखंड के ग्राम चेटुवा की। यहां महिलाओं ने बाड़ी में जिमीकंद, बरबट्टी, भिंडी, करेला, मेथी और अनेक प्रकार की भाजी लगाई। यह साधना कठिन वक्त में काम आई, इस दौरान गांव में बाहर से सब्जी मंगाने की जरूरत नहीं पड़ी। जागृति स्वसहायता समूह की महिलाओं की बाड़ी में इतनी सब्जी आई कि पूरे गांव के इस्तेमाल में आ गई।
इसकी मात्रा पर नजर डालिये, जिमीकंद का उत्पादन 700 किलोग्राम हुआ, भिंडी का उत्पादन 600 किलोग्राम हुआ और 150 किलोग्राम भाजी का उत्पादन हुआ। समूह की सदस्य राजेश्वरी ने बताया कि हम लोगों ने हर तरह की सब्जी उगाई, कई प्रकार की वैरायटी की सब्जी गांव वालों को खाने को मिली। गांव की बाड़ी की सब्जी स्वादिष्ट भी बहुत लगी। राजेश्वरी ने बताया कि शहर से आने वाली सब्जी में केमिकल बहुत मिलाते हैं स्वाद नहीं आता। जब हमारी सब्जी लोगों ने खाई, फिर तो इसकी मांग खूब बढ़ गई। अब आगे के लिए बहुत सार संभावनाएं खुल गई हैं। उन्होंने बताया कि लाकडाउन के दौरान सत्रह हजार पांच सौ रुपए की कमाई हम लोगों को हुई। राजेश्वरी ने बताया कि हम लोगों के पास घर के काम के बाद काफी समय बच जाता था। अब हमारे समय का गुणवत्तापूर्वक उपयोग हो रहा है।
हम लोगों को सब्जी भी खरीदनी नहीं पड़ रही। लोग सब्जी हमारी बाड़ी से खरीद रहे हैं और हमारी आय हो रही है। हम लोग निकट भविष्य में इसका विस्तार भी करेंगे। सभी महिलाएं बहुत खुश हैं। उल्लेखनीय है कि सब्जी के इस उत्पादन के पीछे कंपोस्ट खाद की भी भूमिका रही है। गौठानों में बने आर्गेनिक खाद बाड़ी में काम आ रहे हैं। इससे खाद का खर्च बच रहा है। इस प्रकार न्यूनतम लागत में अधिकतम उत्पादन सिद्ध हो रहा है। बड़ी बात यह है कि इससे महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिला है। शासन ने बाड़ी के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करा दी। हार्टिकल्चर विभाग ने उन्हें सभी तरह की तकनीकी सहायता दी। यह माडल ग्रामीण विकास के लिए बड़ी संभावनाएं पैदा करता है और आत्मनिर्भरता के लिए मिसाल है जिससे लाकडाउन जैसे कठिन समय में भी आजीविका का रास्ता बंद नहीं होता। -
- कलेक्टर ने किया पाटन ब्लाक का दौरा, नगर पंचायत पाटन में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रस्तावित प्रोजेक्ट का किया निरीक्षण- बड़े पैमाने पर पौधरोपण एवं हरियाली के दायरे के विस्तार की मुख्यमंत्री की पहल पर किया जा रहा कार्य
दुर्ग 2 जून : पाटन ब्लाॅक के गांव भाटागांव में 20 एकड़ जमीन में मुनगा का प्लांटेशन किया जाएगा। कुरमीगुंडा में 15 एकड़ में नींबू के पौधे रोपे जाएंगे। आज अपने पाटन दौरे में कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इन प्रस्तावित क्षेत्रों का दौरा किया। भाटागांव में मुनगा प्लांटेशन का कार्य उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर ने यहां प्लांटेशन के लिए प्रस्तावित भूमि देखी। यहां पर मुनगे के पौधे रोपे जाएंगे और फेंसिंग की जाएगी। इसका रखरखाव भी उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर ने पाटन नगर में और इसके साथ ही इसे जोड़ने वाले महत्वपूर्ण सड़कों पर भी रोडसाइड प्लांटेशन के निर्देश दिए। इस प्रकार एक बहुत बड़े पैच पर पौधरोपण का कार्यक्रम किया जाएगा। कलेक्टर सिकोला और जामगांव एम भी पहुंचे। जामगांव एम में प्रस्तावित फूड प्रोसेसिंग प्लांट की जमीन भी उन्होंने देखी। कलेक्टर ने इस दौरान चल रहे निर्माण कार्यों को भी देखा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर पौधरोपण के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में सामूहिक फलोद्यान का रोपण भी जिले में हो रहा है। इसमें स्वसहायता समूहों द्वारा ट्री गार्ड दिया जाएगा। कलेक्टर ने अपने निरीक्षण में अधिकारियों को चिन्हांकित स्थलों में शीघ्रताशीघ्र पौधरोपण के कार्य के लिए योजना बनाने एवं इसे पूरा करने निर्देश दिया। उन्होंने अमले के साथ उन प्रमुख सड़कों को भी देखा जहां रोड साइड प्लांटेशन होना है तथा इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
सुबह सवा छह बजे पर पहुंचे पाटन, पौधरोपण की जगह देखी- कलेक्टर सुबह सवा छह बजे पाटन पहुंचे। वहां उन्होंने पाटन शहर के उन स्थलों का मुआयना किया जहां पौधरोपण होना है। उन्होंने स्वामी आत्मानंद चैक, बस स्टैंड, अस्पताल परिसर के पास तथा गार्डन में बड़े पैमाने पर पौधरोपण के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि शहर के भीतर भी और शहर के बाहर प्रमुख सड़कों को जोड़ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाए। इसके लिए बरगद, पीपल और गुलमोहर जैसे पौधे लगाए जा सकते हैं। कलेक्टर ने इस दौरान नगर सौंदर्यीकरण के लिए महत्वपूर्ण निर्देश सीएमओ को दिए। उन्होंने कहा कि ग्रीनरी के अलावा शहर की सुंदरता और स्वच्छता के लिए नवाचारी कदम उठायें। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष श्री भूपेंद्र कश्यप, एसडीएम श्री विनय पोयाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
- समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा कि कैंपस को और सुंदर बनायें, बुजुर्गों के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत है तो वो भी मुहैया कराएं
दुर्ग 2 जून : कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज पुलगांव नाका स्थित वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और बुजुर्गों से बातचीत की। वहां पर उपलब्ध सुविधाओं से उन्होंने संतोष जताया। उन्होंने कहा कि अभी सफाई व्यवस्था पूरी तरह मुकम्मल नहीं है। अभी मानसून आने से पूर्व पूरे कैंपस की अच्छे से सफाई कराइये और हर दिन बेहतर सफाई होनी चाहिए। अधिकारी इसकी लगातार मानिटरिंग करें। कलेक्टर ने बुजुर्गों से पूछा कि आप लोगों को यहां सभी सुविधाएं मिल रही हैं न। बुजुर्गों ने सुविधाओं से संतोष जताया। कलेक्टर ने पूछा कि नाश्ता और खाना किस समय पर मिलता है और इसकी गुणवत्ता कैसी रहती है। बुजुर्गों ने बताया कि खाना समय पर मिल जाता है और अच्छा रहता है। इस संबंध में हम लोग संतुष्ट हैं। विभागीय अधिकारी समय-समय पर आते रहते हैं और व्यवस्था के बारे में पूछते रहते हैं। यहां हमारी देखभाल करने वाला स्टाफ भी काफी अच्छा है। स्वास्थ्यगत परेशानी हो तो यहां कार्यरत नर्स से कह देते हैं।
कलेक्टर ने बुजुर्गों से कहा कि आप सभी कोरोना संक्रमण के संबंध में भी सजग रहें। बीच-बीच में हाथों को सैनिटाइज करते रहें। मास्क हमेशा लगाए रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का हमेशा ध्यान रखें रहें। कलेक्टर ने अधिकारियों से आश्रम में रह रहे बुजुर्ग जनों के स्वास्थ्य जांच के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि महीने में तीन बार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। इसके अतिरिक्त यहां एक नर्स भी रहती हैं जो हमेशा बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर नजर रखती है। किसी तरह की दिक्कत आने पर तुरंत अस्पताल भेजे जाने की कार्रवाई की जाती है।
कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्ग नागरिक अच्छा समय बिताएं। हम उनका पूरा ख्याल रख पाए, इस बाबत जिस तरह से प्रयास किए जा सकते हैं। वे सुनिश्चित कराएं। इसके अतिरिक्त कैंपस काफी सुंदर हो, साफ सुथरा हो। इसके अतिरिक्त बुजुर्गों के आराम से बैठने के लिए एक बहुत छोटा सा गार्डन भी बनाने के निर्देश उन्होंने दिए। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे नियमित रूप से संस्था की मानिटरिंग करते हैं और बुजुर्गों से पूछकर उनकी सुविधा का पूरा ध्यान रखते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आश्रम में सैनिटाइजेशन के साथ ही इस संबंध में लगातार जागरूकता फैलाने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। इस दौरान एसडीएम श्रीखेमलाल वर्मा, नजूल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्री अरुण वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
- कातुलबोड़ एवं पुलगांव नाके में देखी भूमि
दुर्ग 2 जून : रजिस्ट्री ऑफिस का प्रस्तावित नया भवन पूरी तरह से हाईटेक होगा। इसके लिए भूमि चिन्हांकन की कार्रवाई की जा रही है। आज इस सिलसिले में कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे कातुलबोड़ एवं पुलगांव पहुंचे। वहां अधिकारियों ने इन्हें प्रस्तावित साइट दिखाये। इनमें से किसी एक का चयन रजिस्ट्री ऑफिस के लिए होगा। कलेक्टर ने वहां मौजूद एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा, नजूल अधिकारी श्री अरुण वर्मा एवं जिला पंजीयक श्री भूआर्य से प्रस्तावित भवन के संबंध में विस्तृत चर्चा की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सरकारी कार्यालयों में लोगों को सभी जरूरी सुविधाएं देने निर्देशित किया है तथा नवीनतम तकनीक से अधिकतम अपडेट करने निर्देशित किया है, इसी क्रम में रजिस्ट्री आफिस का नया भवन भी बनाया जाएगा जो पूरी तरह हाइटेक होगा। कलेक्टर ने कहा कि प्रस्तावित भवन में ऐसी सभी सुविधाएं रखी जाएं जिससे रजिस्ट्री कराने आए नागरिकों को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
रजिस्ट्री आफिस में काफी संख्या में रोज रजिस्ट्री होते हैं इसलिए थोड़ा समय तो सभी को इंतजार करना ही पड़ता है। ऐसे में इंतजार करने में, प्रक्रिया के दौरान इंतजार करने में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए सीटिंग अरेंजमेंट बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त हाइटेक आफिस की जरूरतों के मुताबिक तकनीकी सुविधा से पूरी तरह दक्ष आफिस बनाये जाने को भी सुनिश्चित करने के निर्देश उन्होंने दिए। जिला पंजीयक ने बताया कि हाइटेक आॅफिस में दो बातों पर ध्यान दिया जाएगा। पहला तो आम नागरिकों की सुविधा पर, इसमें पर्याप्त संख्या में सीटिंग की सुविधा पर ध्यान दिया जाएगा। यह इस तरह होगा कि अधिकतम भीड़भाड़ वाले दिनों में भी लोगों को पर्याप्त रूप से बैठने की आरामदायक जगह मिल जाए। इसके अतिरिक्त बुनियादी सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। हाईटेक आफिस में जिस तरह की सुविधाएं होती हैं सभी सुविधाएं यहां पर सुनिश्चित कराई जाएगी। दूसरा तकनीक में भी ध्यान दिया जाएगा। रजिस्ट्री कार्य हाईटेक हो गया है। इस हाइटेक कार्य के मुताबिक कार्यालय में टेक्नालाजी भी सुनिश्चित की जाएगी। -
- छोटे शहरों में भी हरियाली का दायरा व्यापक रूप से बढ़ेगा, बैठक लेकर बनाई गई रणनीति
दुर्ग 1 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप राज्य में व्यापक पौधरोपण की मुहिम चलाई जानी है। दुर्ग जिले में भी इसे लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। आज कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में इसकी रणनीति बनाई गई। प्लांटेशन को लेकर फोकस दो तरह से होगा। पहला महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे दोनों ओर पौधरोपण किए जाएंगे। इसके लिए बरगद, पीपल आदि के पौधे लगाए जाएंगे। बरगद और पीपल तेजी से बढ़ते हैं और बहुत दीर्घजीवी भी होते हैं। दूसरा फोकस मुनगा और नींबू की सामूहिक फार्मिंग पर होगा। इसके लिए जिले में बड़े पैच चिन्हांकित किए जाएंगे जहां कम से कम एक ही प्रजाति के 5000 पौधों का रोपण होगा। जगहों का चिन्हांकन कल ही कर लिया जाएगा।
कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इस संबंध में विस्तार से निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि पौधरोपण और हरियाली का दायरा बढ़ाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से है और इसे पूरा करने तुंरत जुटना है। पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड की व्यवस्था होगी। ट्री गार्ड की सप्लाई का काम स्वसहायता समूह करेंगे। इससे स्वसहायता समूहों की भी आय बढ़ेगी। कलेक्टर ने आज इस संबंध में वनमंडलाधिकारी, जिला पंचायत सीईओ, कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी, एसडीएम एवं उद्यानिकी अधिकारी से विस्तृत चर्चा की। चर्चा में उन फलदार पौधों को रोपण पर जोर दिया गया जो दुर्ग जिले के वातावरण के अनुकूल हैं। इनमें मुनगा, नींबू और आंवला के पौधों पर ज्यादा जोर रहा। इनमें भी मुनगा और नींबू पर सबसे ज्यादा जोर देने का निर्णय लिया गया।
इनके लिए चयनित की गई जमीन पर बड़े पैमाने पर फलोद्यान लगाए जाएंगे। मुनगा अपने आयरन कंटेट के लिए सबसे उपयोगी होता है। मुनगे के पौधे तैयार होने से आंगनबाड़ी केंद्रों तथा आश्रम शालाओं में इसकी सप्लाई हो सकेगी। इससे हरियाली का दायरा तो बढ़ेगा ही, कुपोषण से लड़ने की दिशा में भी बड़ी मदद मिलेगी। चयनित फलोद्यानों की फैंसिंग करौंदे से होगी। आज की बैठक में पीडब्ल्यूडी एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ उन सड़कों का चिन्हांकन हुआ जहां पर व्यापक स्तर पर पौधे लगना है। इसके अलावा रिवर साइड प्लांटेशन पर भी चर्चा हुई। बैठक में शहर के भीतर डिवाइडरों में अलग तरह का पौधरोपण तथा सड़कों के किनारे अलग तरह के पौधरोपण पर निर्णय लिये गए। बैठक में कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्रों में प्लांटेशन के लिए संबंधित सीएमओ को भी निर्देशित किया तथा एसडीएम से इस कार्य की मानिटरिंग के निर्देश भी दिए। बैठक में पौधरोपण के पश्चात उसे सहेजने तथा बड़ा करने तक की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से योजना बनाई गई। -
दुर्ग 1 जून : राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के कलेक्टर डाॅ सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु जिले में संचालित व्यवसायों के बारे मे दिशा-निर्देश जारी किये है। जिसमें स्ट्रीट वेेंडर्स द्वारा व्यवसाय का संचालन किये जाने की अनुमति निम्न शर्तों के अन्तर्गत लागू रहेंगी, जो दुर्ग जिले की सीमा के सभी स्ट्रीट वेंडर्स/ठेले एवं गुमटियों इत्यादि पर लागू होगा। ठेले/गुमटी सुबह 7ः00 बजे से शाम 6ः00 बजे तक सोमवार से शनिवार तक खोले जायेंगे। 2 ठेलों के बीच कम से कम 20 फीट की दूरी रहेगी। शहर में घूमकर आवश्यक सामग्री (फल, सब्जी) वाले ठेले सप्ताह में 7 दिन चल सकेंगे।
यदि किसी बाजार या सड़क में स्थान कम हो और ठेले अधिक हो तो वहाॅ के जोन कमिश्नर तथा टीआई सामंजस्य से ऑड-ईवन या अन्य किसी आवश्यक व्यवस्था से 20 फिट की दूरी का पालन करायेंगे। इस हेतु अतिरिक्त स्थान का भी चिन्हांकन किया जा सकता है। विक्रेता क्रेता दोनों को ही मास्क कपड़ा/गमझा चेहरे में लगाना आवश्यक होगा। ठेला संचालक द्वार ठेले में केवल टेकअवे का बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा। स्थानीय निकाय द्वारा भी इस आशय का नोटिस सभी प्रमुख स्ट्रीट वेंडिंग स्थानों में लगाया जायेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा, साबुन/सेनिटाईजर रखना अनिवार्य होगा। टेकअवे अनिवार्य होगा ठेले में खड़े होकर खाने की सुविधा नहीं दी जाएगी। ठेले के पास गोल मार्किंग की जाएगी, दूरी बनाकर खड़ा होना होगा। निर्देशों के पालन नहीं किए जाने की स्थिति में नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाएगी। उपरोक्त कार्यवाही का समन्वय संबंधित थाना कमिश्नर/थाना प्रभारी करेंगे। -
दुर्ग 31 मई : शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की एमएससी भौतिकशास्त्र चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा कु. प्रतीक्षा तिवारी को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित त्रिभाषीय तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता (एलोक्यूशन) में सेकंड रनर अप का पुरस्कार प्राप्त हुआ । महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह तथा भौतिकशास्त्र की प्राध्यापक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने सुंयुक्त रूप से जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में 28 राज्यों के 80 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया छत्तीसगढ़ प्रदेश में यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रतीक्षा तिवारी एक मात्र छात्रा है । प्राचार्य डाॅ. सिंह ने बताया कि इस उच्च स्तरीय प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में श्रीमतती आशिमा सौरभ दीक्षित, आयुक्त, भारतीय राजस्व सेवा तथा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के प्रसिद्ध आचार्य सत्यम सम्राट उपस्थित थे ।
रनर अप विजेता प्रतीक्षा तिवारी ने बताया कि राष्टीय मुद्दों पर तत्कालिक बोलना तथा त्रिभाषा का प्रयोग एक कठिन कार्य एवं रोमांचक अनुभव था । प्राचार्य डाॅ. सिंह ने प्रतीक्षा तिवारी को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से जहां स्वयं का व्यक्तित्व विकसित होता है वहीं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलने से आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है । डाॅ. सिंह ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे लाॅकडाउन अवधि में इसी प्रकार की रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लें । - दुर्ग 31 मई : कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत घर से बाहर निकलने वाले सभी व्यक्तियों को मास्क लगाना तथा सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ निगम प्रशासन सख्त कार्यवाही कर रहा है। रविवार को निगम के अधिकारियोंध् कर्मचारियों ने विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निगम के सभी जोन के राजस्व विभाग की टीम सार्वजनिक स्थान पर थूकने व मास्क से मुंह को कवर किए बिना निकलने वाले व्यक्तियों पर अर्थदंड की कार्यवाही कर रही है। निगम की टीम बाजार क्षेत्र, दुकानों व ग्राहकों का निरंतर निरीक्षण कर रहे है। लोगों के अधिक आवागमन वाले चैक चैराहो का निरीक्षण करते हुए दुपहिया वाहन में अधिक सवारी पाए जाने पर अर्थदंड की कार्यवाही की जा रही है। पिछले तीन दिनों में निगम के विभिन्न क्षेत्रों मे 29 लोगों से 4850 रुपए अर्थदंड वसूला गया। निगम की टीम ने कई स्थानों का निरीक्षण करते हुए बिना मास्क लगाए घूमने वालों तथा सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड की कार्यवाही किए।
1934 लोगों पर की जा चुकी है कार्यवाही निगम की टीम कार्यवाही करते हुए अब तक 1934 लोगों से 566240 रूपए की अर्थदंड की वसूली कर चुकी है। आज रविवार को प्रतिबंधित दुकानों, व्यवसायिक क्षेत्रों का निगम के कर्मचारियों ने निरीक्षण किया। टीम आकाशगंगा, दक्षिण गंगोत्री, सुपेला, कोहका आदि क्षेत्रों के दुकानों का निरीक्षण किए। इस दौरान प्रतिबंधित दुकाने बंद पाई गई। -
दुर्ग 31 मई : नगर पालिक निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय सहित जोन कार्यालयों में आज संपत्तिकर जमा करने करदाता पहुंचे और 100 से अधिक लोगों ने अपना टैक्स जमा किया। पिछले वित्तीय वर्ष का संपत्तिकर जमा करने वाले करदाता कम ही दिखे, शासन के आदेश अनुसार आज दिन रविवार को तिथि समाप्त हो रही है, यदि किसी प्रकार का आदेश शासन स्तर से प्राप्त नहीं होता है तो पिछले वर्ष के बकायादारो से अतिरिक्त अधिभार सहित शास्त्ती का शुल्क लिया जाएगा। आज रविवार को जब तक करदाता मुख्यालय के कैंपस के भीतर मौजूद रहे तब तक उनसे टैक्स जमा किया गया। टैक्स जमा करने आने वाले करदाताओं को सोशल डिस्टेंस के तहत मुख्य प्रवेश द्वार के समीप कुर्सियों में जगह दी गई है, ताकि कतार लगाने की आवश्यकता न हो और बारी बारी से उन्हें टैक्स जमा करने के लिए टैक्स काउंटर में बुलाया जा सके, इसके लिए स्पैरो के कर्मचारी मौजूद रह। निगम के सुरक्षाकर्मी सोशल डिस्टेंस मेंटेन कराने की व्यवस्था संभाल रहे है। आने वाले करदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है तथा हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है।
महिलाओं और बुजुर्गों को दी गई प्राथमिकता आज कुछ महिलाएं और सीनियर सिटीजन भी टैक्स जमा करने के लिए पहुंचे जिन्हें प्राथमिकता के तौर पर तवज्जो देते हुए पहले टैक्स जमा कराया गया। पूरे निगम की बात करें तो संपत्ति कर जमा करने के लिए है छः काउंटर खोले गए है इसके अलावा डोर टू डोर कलेक्शन एवं ऑनलाइन भी जमा किया जा रहा है। माह जून और जुलाई में संपत्ति कर में 5 प्रतिशत की छूट माह जून और जुलाई में संपत्तिकर जमा करने वाले करदाताओं को 5 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी, जिसका फायदा इस वित्तीय वर्ष के टैक्स पेई को मिलेगा। - दुर्ग: लॉक डाउन में फंसे लोगों के लिए दुर्ग जिले से उत्तरप्रदेश नि शुल्क जाने की सुविधा जिला प्रशासन द्वारा दी जा रही है। इसके लिए 9893694350 पर पंजीयन की सुविधा है। कोई भी श्रमिक अथवा जनसाधारण जो फंसा हो वो इस नंबर पर श्रम अधिकारी से संपर्क कर सकता है।