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- नई दिल्ली : राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच प्रदेश विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट के खेमे के बागी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सीपी जोशी ने कहा कि स्पीकर के पास पूरा अधिकार है कि वह वो कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है। मैंने अपने वकील से कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करें। स्पीकर की जिम्मेदारियों का देश के संविधान और सुप्रीम कोर्ट ने बहुत ही स्पष्ठ व्याख्या की है। बतौर स्पीकर मुझे एक याचिका प्राप्त हुई और मैंने इसकी जानकारी मांगी, जिसके बाद मैंने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अगर स्पीकर कारण बताओ नोटिस नहीं जारी कर सकता है तो आखिर उसके पास किस बात का अधिकार है।
बता दें कि विधानसभा स्पीकर ने सचिन पायलट समेत कांग्रेस के 19 बागी विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में अयोग्य ठहराने के लिए नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। इस नोटिस के खिलाफ पायलट ग्रुप ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था विधानसभा स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य बागी विधायकों की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर हाई कोर्ट अब 24 जुलाई को फैसला सुनाएगा। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट की याचिका पर दोपहर दो बजे हुई सुनवाई में उच्च न्यायालय ने स्पीकर को तब तक के लिए विधायकों पर कार्रवाई नहीं करने को कहा है।
बता दें कि विधानसभा स्पीकर ने सचिन पायलट समेत कांग्रेस के 19 बागी विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में अयोग्य ठहराने के लिए नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। इस नोटिस के खिलाफ पायलट ग्रुप ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था विधानसभा स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य बागी विधायकों की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर हाई कोर्ट अब 24 जुलाई को फैसला सुनाएगा। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट की याचिका पर दोपहर दो बजे हुई सुनवाई में उच्च न्यायालय ने स्पीकर को तब तक के लिए विधायकों पर कार्रवाई नहीं करने को कहा है।
सुनवाई के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी अपने समर्थक विधायकों की तारीफ करते हुए कहा कि आपको अभी कुछ दिन और होटल में रहना पड़ सकता है। बता दें कि सचिन पायलट गुट की याचिका पर उच्च न्यायालय ने शुक्रवार से सुनवाई शुरू की थी। इसके बाद सोमवार और मंगलवार को भी याचिका पर कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी। मंगलवार की सुबह 10:30 बजे की सुनवाई में सचिन पायलट के वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में कहा था कि सचिन पायलट और अन्य विधायकों के खिलाफ शिकायत वाले दिन ही विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्यता नोटिस जारी कर दिया गया। नोटिस जारी करने के लिए कोई कारण दर्ज नहीं किया गया और नियमों के अनुसार उन्हें कोरोना संकट में नोटिस का जवाब देने का भी समय नहीं दिया गया। - नई दिल्ली : राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। बुधवार को कथित उर्वरक घोटाले में प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) ने अग्रसेन गहलोत के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में ईडी देशभर में छापेमारी कर रही है। बता दें कि साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर आरोप लगाया था कि उन्होंने साल 2007 में कांग्रेस साशन के दौरान सब्सिडाइज्ड फर्टिलाइजर यानी उर्वरक का निर्यात किया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने जोधपुर में अनुपम कृषि नामक कंपनी में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है, इस कंपनी का मालिकाना हक राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के पास है। इस मामले में कस्टम डिपार्टमेंट ने मुकदमा चलाया है और कंपनी पर 7 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। बता दें कि उर्वरक का निर्यात प्रतिबंधित है। क्लोराइड पोटाश को भारत में इंडियन पोटाश लिमिटेड आयातित करती है उसके बाद इसे सब्सिडाइज रेट पर देशभर में किसानों को बेचा जाता है।
अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उन्होंने इंडियन पोटाश लिमिटेड के ऑथराइज्ड डीलर के तौर पर साल 2007 से 2009 के बीच क्लोराइड पोटाश को सब्सिडाइज रेट पर खरीदा और इसे किसानों में बांटने के बजाए कुछ कंपनियों को बेच दिया। उन कंपनियों ने इस क्लोराइड पोटाश को इंडस्ट्रियल सॉल्ट का नाम देकर मलेशिया और सिंगापुर को निर्यात कर दिया। इस मामले का खुलासा साल 2012 और 2013 में राजस्व खुफिया निदेशालय ने किया था। बता दें कि इससे पहले भी सीएम अशोक गहलोत के कई करीबियों पर ईडी ने एक्शन लिया है, इसके पहले सीएम के करीबियों के आवास पर आईटी विभाग ने 13 जुलाई को छापेमारी की थी। - नई दिल्ली : राजा मान सिंह हत्याकांड में आठ बार फाइनल बहस हो गई थी और 19 जज भी बदल चुके थे। राजा के खिलाफ मंच और हेलीकॉप्टर तोड़ने के मामले में सीबीआइ ने एफआर लगा दी थी। 17 सौ से अधिक तारीखें भी मुकदमें पड़ी, जबकि अनुमान के मुताबिक, मुकदमे में आराेपित बनाए गए 18 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में 15 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च भी हुआ। 35 साल बाद इस बहुचर्चित मामले में हत्या के दोषी करार हुए पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। राजपरिवार की तरफ से विजय सिंह, गिरेंद्र कौर, कृष्णेंद्र कौर दीपा, दुष्यंत सिंह, गौरी सिंह, दीपराज सिंह कोर्ट में मौजूद रहे। साथ ही राजस्थान सरकार मुठभेड़़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 30-30 हजार और घायलों के परिजनों को दो-दो हजार का मुआवजा देगी।
राजा मान सिंह हत्याकांड की सुनवाई जयपुर कोर्ट और उसके बाद जिला सत्र एवं न्यायाधीश की अदालत में हुई थी। करीब 35 साल तक चले इस मुकदमे को लेकर वादी पक्ष के अधिवक्ता नारायण सिंह विप्लवी ने बताया कि मामले में राजा मान सिंह के खिलाफ मंच और हेलीकॉप्टर तोड़ने के मामले में सीबीआइ ने अपनी जांच के बाद फाइनल रिपोर्ट भी लगा दी थी। राजा मानसिंह के समर्थक बाबूलाल से पुलिस ने जो तमंचा बरामद दिखाया था, उसमें भी फाइलन रिपोर्ट लग गई थी। एसएचओ वीरेंद्र सिंह के बाद इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर कान सिंह सिरबी ने की। इसके बाद मामला सीबीआइ को स्थानांतरित हो गया। सीबीआइ ने सिरबी समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप पत्र दाखिल किया था। लेकिन सीबीआइ अदालत में ये साबित नहीं कर सकी। ऐस में सिरबी समेत तीन पुलिसकर्मी दोषमुक्त हो गए। इधर, इस मामले में आठ बार फाइनल बहस को गई थी, लेकिन हर बार जज बदल गए। अब तक इस मामले में 19 जज बदल चुके हैं। जबकि 20वें जज ने इस पर अपना फैसला सुनाया है। 17 सौ से अधिक तारीखें भी पड़ीं। करीब आठ महीने तक हर 15 दिन में चार दिन लगातार इसी मुकदमे में बहस भी हुई। तब जाकर यह निर्णय आया है। अधिवक्ता के मुताबिक, राजस्थान से अभियुक्त और दोष मुक्त ठहराए गए लोगों को यहां तक लाने में अनुमान के मुताबिक पंद्रह करोड़ रुपये सुरक्षा पर खर्च हो हुए हैं।
मैं चश्मदीद गवाह हूं
मैं घटना का चश्मदीद गवाह हूं। घटना के समय में राजा साहब के साथ गाड़ी में था। मैं अकेला बचा हूं। मैने ही इस घटना की रिपोर्ट कराई थी। मैं वादी हूं और आज तक मुकदमें की पैरवी करता रहा हूं। हमको भरोसा था कि एक न एक दिन राजा साहब का न्याय मिलेगा और आज वह मिल गया है। मैं राजा साहब का छोटा दामाद हूं और अदालत के इस फैसले से बहुत खुश हूं।
भरतपुर की जनता मनाएगी खुशी
मैं राजा साहब की सबसे छोटी बेटी कृष्णेंद्र कौर दीप हूं। हमने न्याय के लिए 35 साल तक संघर्ष किया। हमे देर से न्याय मिला है, लेकिन हम इस अदालत के फैसले से खुश है। भरतपुर की जनता भी इस फैसले से खुशी मनाएंगी। आज वह सभी इस फैसले खुश होंगे, जो राजा मानसिंह से लगाव रखते हैं। कहते हैं कि देर हैं पर अंधेर नहीं हैं।
इनको हुई सजा :
तत्कालीन सीओ डीग कान सिंह भाटी निवासी हड्डा हाउस, एनवर्सर बीकानेर
तत्कालीन एसएचओ डीग वीरेंद्र सिंह निवासी बहरोर जाट थाना मंडावर अलवर
तत्कालीन कांस्टेबल सुखराम निवासी भूडा दरवाजा थाना डीग, भरतपुर।
तत्कालीन हैड कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन जीवनराम निवासी गांव बरानेकुर्द भोपालगढ़ जोधपुर
तत्कालीन हैड कांस्टेबल आरएसी बी कंपनी छठवीं बटालियन भंवर सिंह निवासी गांव चांदनी थाना शंकरा जोधपुर
तत्कालीन कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन हरी सिंह निवासी ग्राम धीरा थाना ढांचू जोधपुर
तत्कालीन कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन शेर सिंह निवासी गांव निम्बारा थाना सुरणलिया नागौर
तत्कालीन कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन छत्तर सिंह निवासी गांव कटूकाला थाना शेरगढ़ जोधपुर
तत्कालीन कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन पदमाराम निवासी सुखमंडला थाना देवू जोधपुर
तत्कालीन कांस्टेबल आरएसी ई कंपनी छठवीं बटालियन जगमोहन निवासी गांव खाकावाली थाना नगर भरतपुर
इंस्पेक्टर/ सेकंड एसपी ऑफिस रवि शेखर मिश्रा निवासी 44 संजय कॉलोनी मेहरू नगर जयपुर
ये हुए दोषमुक्त :
क्राइम असिस्टेंट संबद्ध इंस्पेक्टर एसपी कार्यालय कान सिंह सिरबी निवासी गांव व थाना बिलाड़ा, जोधपुर
तत्कालीन हेडकांस्टेबल पुलिस लाइन हरी किशन निवासी सवला का नगला थाना बयाना भरतपुर
थाना डीग के तत्कालीन कांस्टेबल गोविंद प्रसाद निवासी गांव नटोज थाना खेड़ली अलवर
इनका हो गया निधन :
तत्कालीन एएसआइ थाना डीग सीताराम निवासी गोपालगढ़ भरतपुर
तत्कालीन कांस्टेबल थाना डीग नेकीराम निवासी गांव व थाना कामा भरतपुर
तत्कालीन कांस्टेबल थाना डीग कुलदीप सिह निवासी पूरमा थाना योहोन भरतपुर
ये पहले हुए बरी :
तत्कालीन कांस्टेबल व वाहन चालक महेंद्र सिंह निवासी खरेरा थाना बयाना भरतपुर - मध्यप्रदेश : मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में 64 जेल कैदियों के कोरोनो टेस्ट पॉजिटिव आने पर राज्य सरकार ने जेलर को निलंबित कर दिया है। जेल मंत्री नरोत्म मिश्रा ने इसकी जानकारी दी है। जेलर विनय जंदेलवाल रायसेन जिले के बरेली में उप-जेल में तैनात थे। गृहमंत्री ने कहा कि जेलर विनय जंदेलवाल को जेल में कोरोनो वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार पाया गया है। मैंने जेल के महानिदेशक को जेलर को तुरंत सेवा से निलंबित करने के लिए कहा है।
मंत्री ने कहा कि 40 मरीजों (जेल कैदियों) को विदिशा मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया है और बाकियों को रायसेन जेल में ही रखा गया है। अब हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि जब किसी भी आरोपी को राज्य भर की किसी भी जेल लाया जाए तो पहले उसका कोविड-19 टेस्ट कराया जाए। तब तक, उसे जेल में क्वारंटाइन करके रखा जाए।
रायसेन की पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने कहा कि तीन जेल गार्डर्स को जिले के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जेल के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले उप-जेल में 40 की क्षमता सेल में लगभग 80 कैदी थे, जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया जा सकता था और हाल ही में उप-जेल में बंद कैदियों का कोई कोरोना टेस्ट नहीं किया गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा ने कहा कि चार नए कैदियों को हाल ही में उप-जेल में रखा गया था और उन्होंने ही 64 कैदियों में संक्रमण फैलाया। उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव अधिकांश कैदी पहले से रोगग्रस्त हैं और उन्हें सर्दी और खांसी की समस्या है।
रायसेन जेल की घटना ने राज्य की जेलों में भीड़भाड़ की समस्या को उजागर किया है। मध्य प्रदेश की जेलों में कैदियों की ज्यादा संख्या वाले राज्यों में से एक है। एससीआरबी 2019 के आंकड़ों के अनुसार, एमपी की 131 जेलों में 155 फीसद कैदियों का अतिरिक्त भार था।
पुलिस महानिदेशक (जेल) संजय चौधरी ने कहा कि कोविद-19 के प्रकोप के बाद जेल से भीड़ को कम करने के लिए 9000 जेल कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया है। पैरोल कैदियों को भेजने के बाद भी 28500 की क्षमता वाली जेलों में 36000 कैदी हैं, यानी जेलों की क्षमता से 24 फीसद अधिक।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 के प्रकोप के बाद हमने हर जेल के एक बैरक को हर नए कैदी के लिए क्वारंटाइन बैरक बनाया। जेल में आने वाले कैदी को पहले 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाता है और वह पूरा होने के बाद ही उसे जेल के अन्य कैदियों के साथ जाने की अनुमति दी जाती है। हमने कैदियों के रिश्तेदारों के साथ जेल मुलाकात पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं जेल के कर्मचारियों के लिए तापमान मापने की मशीन और पल्स ओमेसेटर भी उपलब्ध कराया है, लेकिन भीड़भाड़ के कारण छोटी जेल (बरेली में) में संक्रमण फैल गया।
उन्होंने कहा है कि इसके अलावा भीड़भाड़ की समस्या से निपटने के लिए जेल विभाग के मंत्री ने पैरोल की अवधि में 60 दिन और बढ़ाने की घोषणा की है। जेल के पिछले सप्ताह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि अंडर-ट्रायल के कैदियों की पैरोल को 60 दिनों तक और बढ़ाया जाएगा क्योंकि जेलों में कैदियों की संख्या बहुत अधिक है। आने वाले दिनों में राज्य सरकार भीड़भाड़ के मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेगी। - नई दिल्ली : वर्ष 1985 के राजा मान सिंह की मौत का बहुचर्चित मामले में फैसला देते हुए मथुरा की अदालत ने 11 पुलिस कर्मियों को दोषी ठहराया. दोषी पुलिसकर्मियों को बुधवार को सजा सुनाई जाएगी. गौरतलब है कि 80 के दशक में राजा मान सिंह का मामला बेहद चर्चा में रहा था. वर्ष 1985 में मानसिंह राजस्थान के भरतपुर में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए थे. इससे, एक दिन पहले उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन हेलीकॉप्टर में अपनी जीप से जोरदार टक्कर मारी थी. घटना पर फैसला आने में 35 वर्ष लग गए.मामला राजस्थान पुलिस से जुड़ी घटना से संबंधित है, जिस पर पश्चिमी यूपी के मथुरा की कोर्ट ने सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट की ओर से यह मामला इस कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया था. मामले में राजा मानसिंह ने अपनी जीप को राजस्थान के तत्कालीन सीएम के हेलीकॉप्टर और रैली के मंच से टकरा दिया था.21 फरवरी, 1985 को हुई इस एनकाउंटर मामले ने राजस्थान में एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया और अंततः घटना के दो दिन बाद कांग्रेस के मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर को इस्तीफा देना पड़ा था.
राजा मान सिंह के पोते दुष्यंत सिंह ने एक बयान उस घटनाक्रम के बारे में बताया जिसके कारण यह हत्या हुई थी. दुष्यंत सिंह ने बयान में कहा, "राजस्थान में 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी बृजेन्द्र सिंह को राजा मान सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा, राजा मानसिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे." बयान के अनुसार, "उस समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भरतपुर के झंडे का अपमान किया और इससे राजा मान सिंह को गुस्सा आ गया. उन्होंने अपनी जीप से तत्कालीन मुख्यमंत्री की रैली के मंच को नुकसान पहुंचाया और मुख्यमंत्री को ले जाने के लिए खड़े चॉपर को क्षतिग्रस्त कर दिया था." यह घटना 20 फरवरी को हुई थी. - मुख्यमंत्री ने जगदलपुर के महारानी अस्पताल में कराये गए नवीनीकरण कार्यो का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया लोकार्पण-भूमिपूजन
क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 244 करोड़ रूपए लागत के 61 कार्यो का लोकार्पण-भूमिपूजन
बस्तर में लघु वनोपजों के वेल्यू एडिशन की अच्छी पहल काजू प्रसंस्करण
बस्तर कॉफी, बस्तर काजू, बस्तर हल्दी उत्पादों की मुख्यमंत्री ने की लॉन्चिंग
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने रायपुर निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर स्थित महारानी अस्पताल में 07 करोड़ 27 लाख रूपए की लागत से कराए गए नवीन कार्यो का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के लोगों का महारानी अस्पताल से भावनात्मक लगाव है। नई सरकार महारानी अस्पताल को इस क्षेत्र के सर्वसुविधा सम्पन्न अस्पताल के रूप में विकसित करने का काम कर रही है। महारानी जिला अस्पताल की सुविधाएं देश के किसी भी जिला अस्पताल से कम नहीं है। अभी बस्तर के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। राज्य सरकार यहां अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास कर रही है, जिससे बाहर के लोग भी बस्तर आकर अपना इलाज करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डॉक्टरों की कमी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने महारानी अस्पताल में 01 करोड़ रूपए की लागत से मातृ-शिशु स्वास्थ्य संस्थान कादम्बिनी में कराए गए उन्नयन कार्य और 04 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से महारानी अस्पताल में मातृ-शिशु पैथोलॉजी लैब, ब्लड बैक एवं डायलिसिस के लिए आवश्यक उपकरण का लोकार्पण किया।
इसी तरह उन्होंने महारानी अस्पताल में लगभग 50 लाख रूपए की लागत से नेत्र वार्ड के नवीनीकरण, लगभग 49 लाख रूपए की लागत से अस्पताल के द्वितीय तल परिवर्धन के कार्य और 50 लाख रूपए की लागत से वर्तमान ओपीडी-एमसीएच के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में क्षेत्र के विकास के लिए सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलकूद की अधोसंरचना विकसित करने के लिए 244 करोड़ 25 लाख रूपए की लागत के 61 निर्माण कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने इनमें से 22 करोड़ 87 लाख रूपए की लागत के 11 कार्यो का लोकार्पण और 221 करोड़ 38 लाख रूपए की लागत के कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से बस्तर में लघु वनोपजों के वेल्यू एडिशन का अच्छा कार्य किया जा रहा है। बकावण्ड स्थित काजू प्रसंस्करण के फिर से शुरू होने से काजू प्रसंस्करण से जुड़ी महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के जैसे ही इस साल भी मलेरिया उन्मूलन और उल्टी, दस्त की रोकथाम के लिए बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है। उन्होंने मलेरिया मुक्त अभियान और कुपोषण के खिलाफ अभियान में सफलता के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी। एनआईसी द्वारा बस्तर क्षेत्र में पहली बार डिजिटल प्लेटफार्म पर वीडियो कॉन्फ्रंेंसिंग के माध्यम से ग्रामीणों से चर्चा करायी गई।
मुख्यमंत्री ने युवोदय के वालिन्टियर्स तथा जिला प्रशासन से कहा कि बस्तर की आबोहवा के अनुकूल फलदार वृक्ष लगाएं, जिससे वहां के रहवासियों को उसका लाभ मिले। इंद्रावती नदी नदीतट वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत् तिरथा ग्राम पंचायत में युवोदय के वॉलिंटियर द्वारा मुख्यमंत्री श्री बघेल के नाम पर 50 हजारवां वृक्षारोपण किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से युवोदय के वालिन्टियर्स से चर्चा की। वृक्षारोपण से बस्तर की जीवन रेखा इंद्रावती नदी की खूबसूरती में चार चांद लगेंगे। उन्होंने कहा कि काजू की भांति महुआ, ईमली सहित अन्य 31 लघु वनोपजों मंे वेल्यू एडिशन का काम होना चाहिए। उन्होंने इस बात खुशी जताई कि बस्तर के डिलमिली और दरभा क्षेत्र की आबोहवा काफी के लिए अनुकूल है। यहां 20 एकड़ में काफी उत्पादन के लिए किसानों को जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के जरिए बस्तर कॉफी, बस्तर काजू, बस्तर हल्दी जैसे प्रसंस्कृत उत्पादों की लॉन्चिंग की। उन्हांेने कहा कि इन उत्पादों की मार्केटिंग के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए और प्राईवेट कम्पनियों से अनुबंध किया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए जितनी बाजार मांग हो, उसके अनुरूप उत्पादन हो। मुख्यमंत्री ने आमचो बस्तर अभियान के लोगो (प्रतीक चिन्ह) जारी किया। इस अभियान में वृक्षारोपण और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण का काम किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव अम्बिकापुर से, मुख्यमंत्री निवास से वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बस्तर वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी। स्कूल शिक्षा मंत्री और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सूरजपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े। जगदलपुर के महारानी अस्पताल कार्यक्रम स्थल पर बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, विधायक सर्वश्री चंदन कश्यप और राजमन बेंजाम, क्रेडा के अध्यक्ष श्री मिथलेश स्वर्णकार और जगदलपुर महापौर श्रीमती शफीरा साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। - नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी ने सोमवार रात को जेल के अंदर आत्महत्या करने की कोशिश की। नलिनी तमिलनाडु के वेल्लोर जेल में बंद है। यहीं उसने कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की। इसकी जानकारी उसके वकील पुगलेंती ने दी।
नलिनी के वकील ने अनुसार, पिछले 29 साल से जेल में बंद नलिनी के साथ पहली बार ऐसा हुआ है जब उसने खुदकुशी करने की कोशिश की हो। वकील ने बताया कि उसका जेल में कथित तौर पर एक कैदी से झगड़ा हुआ था। जिस साथी कैदी के साथ नलिनी का झगड़ा हुआ था वो भी उम्र कैद की सजा के लिए जेल में बंद है। उस कैदी ने जेलर से झगड़े की शिकायत की जिसके बाद नलिनी ने आत्महत्या करने की कोशिश की।वकील ने बताया कि नलिनी ने पहले कभी ऐसा नहीं किया इसलिए इसकी असल वजह जानने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि नलिनी का पति मुरुगन भी राजीव गांधी हत्याकांड में जेल के अंदर बंद है। उसने अनुरोध किया है कि उसकी पत्नी को वेल्लोर जेल से पुझल जेल में शिफ्ट कर दिया जाए। वकील ने बताया कि अदालत में मुरुगन की मांग को उठाया जाएगा। - जम्मू-कश्मीर : राजोरी में बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से सेना के दो जवान घायल हो गए हैं। जिन्हें उपचार के लिए सेना के अस्पताल उधमपुर में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राजोरी जिले के नौशरा क्षेत्र में एक बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया। इस दौरान दो सैनिक घायल हो गए। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद आनन-फानन में सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इससे पहले कारगिल सेक्टर में नियंत्रण सीमा रेखा के पास रविवार को भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया था। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि जवान का पैर गलती से एक पुराने विस्फोटक उपकरण पर पड़ गया, जिसकी वजह से हुए ब्लास्ट में जवान शहीद हो गया।
- बिहार : बिहार के पूर्णिया जिले के बायसी थाना क्षेत्र के खपड़ा पंचायत के गवालगांव वार्ड संख्या 7 में घरेलू गैस सिलेंडर के रिसाव से लगी आग में एक ही परिवार के 7 लोग आग से झुलस गए। हादसे में बुरी तरह झुलसे 5 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई। वहीं दो लोगों की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। बायसी के अंचलाधिकारी ने 5 लोगों के मौत की पुष्टि की है।
घटना के संबंध में खपरा पूर्व मुखिया अरुण यादव ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडर लीक कर रहा था लेकिन अचानक जलाने जाने के क्रम में आग लग गई। इससे घर में मौजूद एक महिला और पुरुष और पांच बच्चे गंभीर रूप से आग से झुलस गए। सभी को ग्रामीणों की मदद से सदर अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया जहां 3 वर्षीय प्रीति कुमारी की मौत हो गई। प्रीति हरे रामपुर निवासी पप्पू यादव की बेटी थी और अपनी मां बेबी देवी के साथ अपने नाना के घर आई हुई थी।
वहीं आग में वीरेंद्र यादव के बेटे पिंटू यादव और उनकी बहन बेबी देवी और 4 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान इनमें से चार की मौत हो गई। मृतकों मां बेबी देवी और 3 वर्षीय प्रीति कुमारी एवं युवक पिंटू कुमार यादव और दो अन्य शामिल हैं। -
बैहार गौठान में मुख्यमंत्री ने गोबर खरीदकर योजना का किया शुभारंभ
रोका-छेका अभियान रहा सार्थक, एक पखवाड़े पहले हो गयी फसलों की बुआई
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल रायपुर जिले के आरंग विकासखंड के बैहार गौठान में गोबर की खरीदी कर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने हरेली पर्व और गोधन न्याय योजना के लिए सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। शुभारंभ कार्यक्रम में कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के बाद सरकार ने किसानों और ग्रामीणों के बेहतरी के लिए गोधन न्याय योजना की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार देश-दुनिया की पहली सरकार है, जिसने शासकीय दर पर गोबर की खरीदी शुरू की है। यह योजना बहुउद्देशीय और सभी लोगों के लिए लाभकारी है। गोबर की खरीदी से पशुधन के सरंक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। खेतांे में पैरा जलाने पर रोक लगेगी। पर्यावरण प्रदूषण रूकेगा। वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा मिलने से खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। खुले में चराई की प्रथा पर रोक लगेगी, जिससे फसलों की सुरक्षा होगी। जैविक खाद के उपयोग से विष रहित अनाज उत्पादन और खेती की लागत में कमी आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में कई समस्याएं हैं, लेकिन उनका ये मानना है कि खुले में पशुओं की चराई एक बड़ी समस्या है। इसके निदान के लिए गांवों में गौठान निर्माण (गरूवा) योजना की रूपरेखा सरकार ने तैयार की। इसके साथ ही नरवा, घुरूवा और बाड़ी को इसमें शामिल किया गया है। आज नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी छत्तीसगढ़ राज्य की चार चिन्हारी बन गए हैं, जिनके संवर्धन का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे ग्रामीण और किसान जिनके पास चार-पांच मवेशी हैं, उन्हें गोधन न्याय योजना के माध्यम से हर महीने चार-पांच हजार रूपए तक की अतिरिक्त आय होगी। उन्होंने लोगों से पशुधन केे चारे के प्रबंध के लिए गांव के गौठानों को पैरादान करने की भी अपील की। मुख्यमंत्री ने गौठानों में हरे चारे की व्यवस्था करने का भी आग्रह किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में रोका-छेका अभियान का बड़ा ही सार्थक परिणाम सामने आया है। इस साल खरीफ फसलों की बुआई का काम एक पखवाड़े पहले ही पूरा हो गया है। धान की फसल जल्दी तैयार होगी। इसके बाद किसान उतेरा, उन्हारी की फसल ले सकेंगे। रोका-छेका के परिणाम स्वरूप राज्य में द्विफसली खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों के घरों में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर की खरीदी दो रूपए किलो में की जाएगी। इससे गौठानों में स्व-सहायता के माध्यमों से वर्मी कम्पोस्ट खाद एवं अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे। वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय 8 रूपए प्रतिकिलो की दर से किया जाएगा।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हरेली छत्तीसगढ़ का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस दिन धरती माता, खेती-किसानी के औजारों और गोमाता की पूजा की जाती है। छत्तीसगढ़ राज्य में गांव, गरीब और किसानों के बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सोच और उनके कार्यो की उन्होंने सराहना की और कहा कि बीते डेढ़ सालों में छत्तीसगढ़ के तीज-त्यौहार, परम्परा, कला और संस्कृति को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने वादे को निभाया है। धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी, किसानों की कर्जमाफी के वादे को उन्होंने विपरित परिस्थितियों में भी बखूबी निभाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों को धान खरीदी, कर्जमाफी तथा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से लगभग 55 हजार करोड़ रूपए की राशि सीधे उनके खातों में अंतरित की है। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान के विपुल उत्पादन को देखते हुए इससे एथेलॉन बनाने की अनुमति केन्द्र सरकार से मांगी गयी है। इससे राज्य में उत्पादित होने वाले धान की शत-प्रतिशत मात्रा का उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण को लेकर जो सपना डॉ. खूबचंद बघेल, स्वर्गीय मिनीमाता, ठाकुर प्यारेलाल, वरिष्ठ छेदीलाल, पंडित सुन्दरलाल शर्मा और हमारे पुरखों ने देखा था, उसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूरा कर रहे हैं। डॉ. डहरिया ने प्रदेश सरकार की जन हितैषी नीतियों का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में गांव, गरीब और किसानों के बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसान एक्सप्रेस चल रही है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना की आज से शुरूआत हो रही है। इस योजना के चर्चा देश-विदेश और यूर्नाइटेड नेशन में हो रही है। डॉ. डहरिया के इस उदबोधन पर लोगों ने ताली बजाकर गोधन न्याय योजना का समर्थन किया।
गोधन न्याय योजना के शुभारंभ कार्यक्रम मे बैहार पहुंचने पर ग्रामीण और किसानों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और अन्य अतिथियों का परम्परागत रूप से जोरदार स्वागत किया। यहां मुख्यमंत्री बैलागाड़ी में सवार होकर गौठान स्थित गौशाला पहुंचे और विधि-विधान से गौमाता और कृषि औजार की पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात उन्होंने अपने हाथों से गौमाता को आटे और खमार पत्ते की लोंदी, हरा चारा खिलाया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बैहार गौठान में ग्रामीणों के साथ हरेली त्यौहार मनाया। मुख्यमंत्री यहां गेड़ी चढ़े, भौरा-बाटी, गिल्ली-डंडा और पिट्ठुल खेले। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री और अतिथियों को खुमरी पहनाकर, नांगर और गमछा भेंटकर स्वागत सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गौठान बाजार और ग्राम बैहार के महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, नगर निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरिश देवांगन, खाद एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र तिवारी, राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, राज्य कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्री खिलेश देवांगन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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- 85 करोड़ 61 लाख रुपए के 435 विकास कार्यों के भूमिपूजन के साथ ही 16 करोड़ 90 लाख रुपए के 178 कार्यों का किया लोकार्पण,
-शानदार अधोसंरचना के साथ अत्याधुनिक सुविधाओं का आगाज
कम्युनिटी हाल के लोकार्पण के दौरान पाटन के नागरिकों के साथ किया संवाद भी
दुर्ग 20 जुलाई 2020/पाटन ब्लाक में हरेली तिहार के अवसर पर गोधन न्याय योजना की शुरूआत के साथ ही मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 102 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। लगभग 85 करोड़ रुपए के 435 कार्यों के भूमिपूजन के साथ ही 16 करोड़ रुपए के 178 विकास कार्यों का लोकार्पण मुख्यमंत्री के हाथों हुआ। इन विकास कार्यों से पाटन ब्लाक के लोगों की अधोसंरचना संबंधी जरूरत तो पूरी होगी ही, अत्याधुनिक सुविधाओं वाले शहर के रूप में भी पाटन पूरी तरह तैयार होगा। इंडोर स्टेडियम, अत्याधुनिक कम्युनिटी हाल, स्वीमिंग पुल के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन हुआ। साथ ही मुख्यमंत्री के द्वारा ग्राम सिकोला में पथ वृक्षारोपण का लोकार्पण भी किया गया। इसमें 44 किलोमीटर सड़को में लगभग इतने ही पेड़ लगाए गए। इस मौके पर जिले के सभी ब्लाकों में 10 ग्राम पंचायत इस तरह 30 ग्राम पंचायतों में गोधन न्याय योजना का भी शुभारंभ हुआ। 31 जुलाई तक सभी 216 गौठानों में यह योजना आरंभ हो जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पाटन के कम्युनिटी हाल के लोकार्पण के दौरान पाटन के नागरिकों के साथ संवाद भी किया।
पाटन नगर को सामुदायिक भवन जीर्णोद्धार की सौगात- प्रमुख लोकार्पण कार्यों में पाटन में वार्ड क्रमांक 15 में 34 लाख रुपए की लागत से निर्मित डाॅ. खूबचंद बघेल सामुदायिक भवन जीर्णोद्धार कार्य के साथ ही इसी वार्ड में 24 लाख रुपए की लागत से निर्मित गौठान, विभिन्न वार्डों में 32 लाख रुपए से डामरीकरण कार्य, नगर के विभिन्न विकास वार्डों में 73 लाख रुपए के विकास कार्य शामिल है। इस प्रकार नगर पंचायत पाटन में विभिन्न विकास कार्यों के लिए एक करोड़ 65 लाख रुपए की राशि से निर्मित संरचनाओं का लोकार्पण किया गया।
4 नलजल आवर्धन योजनाओं का शुभारंभ- कुल एक करोड़ 83 लाख रुपए की राशि से निर्मित 4 नलजल आवर्धन योजनाओं का लोकार्पण भी इस अवसर पर किया गया। यह योजनाएं पतोरा, ढौर, भानसुली और खुड़मुड़ा में आरंभ हो जाएंगी। इनकी शुरूआत से इन चार गांवों के लोगों की पेयजल की समस्या पूरी तरह हल हो जाएगी।
सोलर एनर्जी के कार्य भी होंगे लोकार्पित- पाटन में दो करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सोलर पावर प्लांट के माध्यम से स्ट्रीट लाइट स्थापना कार्य का लोकार्पण भी किया गया। इसी प्रकार 170 सोलर ड्यूल पंप के माध्यम से पेयजल व्यवस्था के कार्यों का लोकार्पण भी हुआ। इसकी लागत 7 करोड़ 41 लाख रुपए है। इस प्रकार 9 करोड़ 41 लाख रुपए की लागत के 178 कार्यों का लोकार्पण सोलर एनर्जी से संबंधित कार्यों का हुआ।
29 ऐसे कार्य जिनसे गुलजार होगा पाटन- नकटा तालाब का गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्यों का भूमिपूजन भी इस अवसर पर हुआ। पांच करोड़ 97 लाख रुपए की लागत से इस तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य होगा। तालाब से शहर की खूबसूरती भी बढ़ेगी और गहराई होने से वाटर लेवल भी बढ़ेगा। इसी तरह से 2 करोड़ 95 लाख रुपए की लागत से हनुमान तालाब का गहरीकरण भी होगा। स्पोर्ट्स फैसिलिटी बढ़ाने के लिए वार्ड क्रमांक 5 में मल्टी परपस इंडोर स्पोर्ट्स हाल का भूमिपूजन हुआ। साढ़े चार करोड़ रुपए की लागत से इसी वार्ड में स्वीमिंग पुल निर्माण कार्य भी होगा। 21 लाख 55 हजार रुपए की लागत से प्रेस क्लब के भवन का भूमिपूजन और 20 लाख रुपए की लागत से बनने वाले कृषक सदन का भूमिपूजन भी इस अवसर पर किया गया। इसके साथ ही नगर के विकास एवं बुनियादी संरचनाओं से संबंधित अनेक कार्यों का भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री ने किया। इस प्रकार 40 करोड़ 72 लाख रुपए के 29 अधोसंरचनाओं से संबंधित कार्यों का भूमिपूजन मुख्यमंत्री ने किया।
जनपद पंचायत संसाधन केंद्र का भी भूमिपूजन- इस मौके पर जनपद पंचायत संसाधन केंद्र का भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री ने किया। इसका निर्माण 1 करोड़ 26 लाख रुपए की राशि से कराया जाएगा। इसके साथ ही झीट, मर्रा और सांतरा में भी धान संग्रहण केंद्र का भूमिपूजन भी हुआ।
19 जलआवर्धन योजनाओं का भी भूमिपूजन- मुख्यमंत्री द्वारा पाटन ब्लाक के 19 गांवों में 4 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से 19 योजनाओं का भूमिपूजन किया गया। इनमें से मुड़पार, तर्रीघाट, सिपकोन्हा, केसरा, छाटा, परसाही, उफरा, सोनपुर, बोरेन्दा, गुढ़ियारी, मगरघटा, सिकोला, अचानकपुर, चुनकट्टा, अमलेश्वर, गोडपेण्ड्री, नवागांव, तेलीगुण्डरा और फेकारी में नलजल आवर्धन योजनाओं का भूमिपूजन किया।
26 करोड़ रुपए की लागत से नहरों के जीर्णोद्धार का कार्य- मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर 6 करोड़ रुपए की लागत में बेलौदी जलाशय तथा नहरों का जीर्णोद्धार कार्य, 4 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से कौही उदवहन सिंचाई योजना का आधुनिकीकरण एवं नहरों की लाइनिंग, 3 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से गुजरा व्यपवर्तन नहर का मरम्मत कार्य शामिल है। इसके साथ ही मगरघटा, कापसी, सांकरा माइनर का जीर्णोद्धार , सेलूद तथा तर्रा के निरीक्षण गृह का जीर्णोद्धार कार्य भी शामिल है।
हितग्राहियों को वितरण कार्यक्रम- इस अवसर पर 217 स्वसहायता समूहों को 78 लाख रुपए की राशि सक्षम योजना अंतर्गत प्रदाय की गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सुपोषण मिशन के द्वितीय चरण की शुरूआत भी की गई। छत्तीसगढ़ महिला कोष अंतर्गत चेक का वितरण भी किया गया। कृषि विभाग द्वारा स्प्रिंकलर एवं मिनीकीट वितरण भी इस अवसर पर किया गया। इसके साथ ही श्रम विभाग की योजनाओं के हितग्राहियों को भी योजनाओं का लाभ दिया गया।
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-लगभग चौवालीस किमी सड़कों पर चौवालीस हजार पौधे लगाने के मातृछाया पथ वृक्षारोपण कार्यक्रम में ग्राम सिकोला में लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा प्रकृति को सहेज कर विकास की ओर सतत बढ़ा रहे कदम
दुर्ग 20 जुलाई 2020/ हम ऐसी योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं जिनके माध्यम से प्रकृति के संरक्षण के साथ ही लोगों के आर्थिक बेहतरी का रास्ता भी खुलता है। मातृछाया पथ वृक्षारोपण के लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा। इस मौके पर उन्होंने बेल और कृष्ण वट पौधे को रोपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्ग जिले में वन होम, वन ट्री अभियान चलाया गया था। इसमें भी लोगों ने बहुत उत्साह से हिस्सा लेकर अपने घरों में पौधे लगाए। प्रकृति को सहेजने लोग इतने उत्साह से आगे आते हैं तो इस दिशा में अच्छा कार्य करने का हमारा उत्साह दोगुना हो जाता है। उल्लेखनीय है कि इस योजना अंतर्गत 44 किमी रास्तों में चौवालीस हजार पौधे प्रमुख सड़कों पर रोपे गए हैं। इसमें खूबसूरत बात यह है कि इनमें केवल एक तरह के पौधे नहीं है जो आम तौर पर सड़क किनारे वृक्षारोपण में किये जाते हैं और पूरे माहौल में एकरसता सी आ जाती है। इसमें सत्रह प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं। इनमें बरगद और पीपल जैसे विशाल पेड़ों के पौधे रोपे गए हैं जो दीर्घजीवी होते हैं और ढेर सारा आक्सीजन भी देते हैं और भारतीय परंपरा में जिनका विशेष महत्व है। इसके साथ ही आम, जामुन और इमली जैसे पेड़ों के पौधे लगाए गए हैं। यह फलदार पौधे छायादार और पथिकों के लिए भी उपयोगी होंगे। अर्जुन जैसा मेडिसिनल प्लांट भी लगाया गया है और हर्रा, बहेड़ा तथा आंवला जैसे मेडिसिनल प्लांट भी लगाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का कार्य किया जा रहा है। मातृछाया पथ वृक्षारोपण के लिए व्यापक स्तर पर पौधरोपण किए गए हैं। पौधरोपण के साथ ही इन्हें सहेजने की भी पूरी व्यवस्था की जा रही है। इस अवसर पर मातृछाया पथ लोकार्पण स्थल पर भी अतिथियों ने पौधे रोपे। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री आरपी मंडल, पीसीसीएफ श्री राकेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू , कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती एम गीता, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुवा,मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री वी श्रीनिवास राव, वन संरक्षक श्रीमती शालिनी रैना, संचालक कृषि श्री नीलेश क्षीरसागर, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी श्री प्रशांत ठाकुर, डीएफओ श्री केआर बढ़ाई, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस मौके पर विधायक भिलाई श्री देवेंद्र यादव, खनिज विकास निगम के चेयरमैन श्री गिरीश देवांगन, पूर्व विधायक श्री प्रदीप चौबे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।पिछले साल खारून के किनारे लगाए गए थे पौधे- पिछले साल वन विभाग द्वारा खारून नदी के किनारे पौधे लगाए गए थे। नदी के कटाव को रोकने, तटबंध को मजबूत करने के लिए ऐसे पौधों का प्लांटेशन किया गया था जो मिट्टी की पकड़ को मजबूत करते हैं। नदी तट में प्लांटेशन से नदियों में पानी का स्तर भी बढ़ता है क्योंकि मिट्टी अधिक जल संरक्षण कर रखती है। यह ऐसा काम है जिसके दीर्घकालीन अच्छे नतीजे निकलते हैं।ऐसा निवेश जो भविष्य के लिए बेहद उपयोगी- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार द्वारा ऐसी योजनाओं पर काम हो रहा है जो इस पीढ़ी को ही नहीं, अगली कई पीढ़ियों के लिए उपयोगी साबित होंगे। मिट्टी की ऊर्वरता को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने गोधन न्याय योजना आरंभ की जिससे गोबर खरीद कर कंपोस्ट खाद के माध्यम से जैविक खेती की दिशा में बड़ा काम होगा। व्यापक पौधरोपण के माध्यम से मिट्टी का संरक्षण तो होगा ही। भूमिगत जल का स्तर भी बढ़ेगा।इन रास्तों में हुआ पौधरोपण- मड़ियापार से हिर्री, अमलेश्वर से झीट, पाटन सिकोला तुलसी मार्ग, भिलाई 3 से तर्रा, खुड़मुड़ी-झीट-मोतीपुर, पाटन-रानीतराई-जामगांव आर, सेलूद जामगांव आर, गाड़ाडीह से फुण्डा, बोरसी से उतई, मोतीपुर-जामगांव-लोहरसी, खर्रा से बरबसपुर, पाटन-मोतीपुर मुख्य मार्ग से सिपकोन्हा, बीजाभाठ से सुरपा, पाटन-मोतीपुर मुख्य मार्ग से ठकुराइनटोला, फुण्डा नहर से अरसनारा, सिकोला से सोनपुर, गुढ़ियारी से कानाकोट, दुर्ग-राजनांदगांव महमरा मुख्य मार्ग, रवेली से राखी और मानिकचैरी से गोड़पेण्ड्री। -
देश की अपनी तरह की पहली गोधन न्याय योजना की शुरुआत आज से छत्तीसगढ़ में हुई। लोक महापर्व हरेली के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सांकेतिक रूप से गोबर खरीद कर इसे शुरु किया। इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से 2 रुपए किलो की दर से गोबर खरीदेगी और फिर उससे जैविक खाद तैयार किया जाएगा। योजना का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ-साथ कृषि लागत में कमी और भूमि की उर्वरा शक्ति में बढ़ोतरी है। इस योजना से पर्यावरण में सुधार के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है। गोधन न्याय योजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा।
पारंपरिक रूप से हरेली पर्व कृषि और पर्यावरण से जुड़ी हुआ है। इसीलिए गोधन न्याय योजना की शुरुआत के लिए इसी अवसर को चुना गया। उन्होंने रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित एक सांस्कृतिक समारोह में योजना की शुरुआत की। प्रदेश के गांवों में सुराजी गांव योजना पहले ही लागू की जा चुकी है, जिसके तहत पांच हजार से ज्यादा गोठानों की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 2785 गोठान बनकर तैयार हो चुके हैं, शेष का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना इन्हीं गोठानों के माध्यम से संचालित होगी। गौठानों को पशुओं के डे केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। महिला स्व सहायता समूह द्वारा यहां वर्मी कंपोस्ट के निर्माण के साथ अन्य आय मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं । राज्य सरकार चरणबद्ध रूप से गौठानों का विस्तार करते हुए प्रदेश की सभी 11630 ग्राम पंचायतों और सभी 20 हजार गांवों में गौठान निर्माण का लक्ष्य रखा है। निर्माण पूरा होने के बाद वहां भी गोबर की खरीदी की जाएगी।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने निवास पर गोधन तथा कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना कर योजना की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश वासियों को नये साल के पहले त्योहार की बधाई देते हुए कहा कि यह योजना संकट के समय किसानों और पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगी। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के संजीवनी बनेगी। उन्होंने कहा कि यह एक बहुआयामी योजना है, जिससे हमें बहुत सारे लक्ष्य एक साथ हासिल करेंगे। श्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना से पशुपालकों की आय में वृद्धि तो होगी ही, पशुधन की खुली चराई पर भी रोक लगेगी। जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा मिलने से रासायनिक खाद के उपयोग में कमी आएगी। खरीफ तथा रबी फसल की सुरक्षा सुनिश्चित होने से द्विफसलीय क्षेत्र में होगा। भूमि की उर्वरता में सुधार होगा तथा विष रहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता बढ़ेगी, इससे पोषण का स्तर और सुधरेगा।किसानों और पशुपालकों से गोठान समितियों द्वारा दो रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाएगी, जिससे महिला स्व सहायता समूहों द्वारा वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। तैयार वर्मी कंपोस्ट को 8 रुपए प्रति किलो की दर से सरकार द्वारा खरीदा जाएगा। खरीदे गए गोबर से अन्य सामग्री भी तैयार की जाएंगी।राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए पहले ही लागू की जा चुकी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा-गरवा-घुरवा और बाड़ी कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। गोधन न्याय योजना इनमें से गरवा, घुरवा और बाड़ी घटकों से जुड़ी हुई है। किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए हाल ही में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत भी की गई है, जिसके तहत किसानों के खातों मे 5750 करोड़ रुपए आदान सहायता के रूप में सीधे अंतरित किए जा रहे हैं। इनमें से पहली किस्त के 1500 करोड़ रुपए योजना की शुरुआत के ही दिन अंतरित किए जा चुके हैं। दूसरी किस्त की राशि अगस्त माह में जारी की जाएगी।मुख्यमंत्री निवास पर गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डा. शिवकुमार डहरिया, खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह जुनेजा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक, रायपुर नगर निगम से सभापति श्री प्रमोद दुबे, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र तिवारी, खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री विनोद वर्मा और श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री आर.पी.मण्डल, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, कृषि उत्पादन आयुक्त डा. एम. गीता, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल के साथ हरेली पूजन किया।राज्य सरकार के मंत्री, संसदीय सचिव, प्राधिकरणों के अध्यक्ष, पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधि गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के लिए विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए।छत्तीसगढ़ के पारंपरिक हरेली का त्यौहार को मनाने के लिए आज मुख्यमंत्री निवास के एक हिस्से को ग्रामीण परिवेश का स्वरूप दिया गया। मुख्यमंत्री निवास में गांव के घरों में जिस प्रकार पूजा की जाती है, उसकी झांकी तैयार की गई। गांव के घरों और बाड़े की झांकी को गोबर और मिट्टी से लीप कर तैयार किया गया। गांव के अनुरूप ही गौठान भी बनाया गया है। सजावट के लिए यहां गाड़ा बइला रखा गया । इसके अलावा किसानों के उपयोग की वस्तुएं, औजारों नांगर, गैती, रापा, कुदाली, बंसुला सहित कई औजार रखे गए।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने औजारों की पूजा की और गाय को लोंदी खिलायी। उन्होंने हरेली मुख्यमंत्री निवास में बनाए गए गौठान में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री निवास में गौठान की प्रतिकृति भी बनायी गई है। गोबर तौलने के लिए तराजू और चरिहा की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री निवास के कार्यक्रम स्थल को आकर्षक ढ़ंग से नांगर, कोपर, सूपा, पर्रा, कंडिल, खुमरी, डोरी, माची, पिढ़वा, जाता, धान बोरी, गेड़ी, बहरी, राचर, हंड़ी, मरकी, बाना, हुमाही, गाड़ चक्का, छेना, दुहना, लउठी, चटई से सजाया गया है। पूजा स्थल पर ग्राम देवता और तुलसी चौरा रखा गया है।रहचुल और गेड़ी का लिया आनंदमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हरेली के अवसर पर अपने निवास में आयोजित सांस्कृतिक समारोह के दौरान सपरिवार रहचुल (रहचुली) का आनंद लिया। वे गेड़ी भी चढ़े और पर्व से जुड़ी विभिन्न तरह की परंपराओं का निर्वहन किया।बांस गीत की स्वरलहरियां गूंजीछत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों, लोक नर्तकों, लोक गायकों ने पारंपरिक वेशभूषा में वाद्य यंत्रों एवं साज सज्जा के साथ प्रस्तुति दी। हरेली के दिन मुख्यमंत्री निवास में बांस गीत भी गूंजा। गरियाबंद जिले से बांस गीत कलाकारों को विशेष तौर पर बुलाया गया है। बांस गीत की प्रस्तुति लत्ती यादव और साथी कलाकार ने दी। छत्तीसगढ़ की परम्परा के अनुरूप हरेली पर्व पर घर के पशुओं गाय, बैल को निरोगी रखने के लिए जड़ी-बूटी के साथ लोंदी खिलाई जाती है। हरेली के दिन घरों में गुलगुला भजिया और गुरहा चील विशेष रूप से तैयार किया जाता है। यादव समाज के लोग इस दिन गांव में घूम कर घरों में लोगों को बीमारियों से रक्षा के लिए घरों के दरवाजे पर नीम की डाली लगाते हैं। लोहार समाज के लोग अनेक प्रकार के कृषि यंत्र बनाते हैं। गांव की जरूरत के मुताबिक कृषि में उपयोग में आने वाले यंत्र इनके द्वारा ही बनाए जाते हैं। लोक और सामाजिक परम्परा के अनुरूप लोहार समाज के लोग अनिष्ट से रक्षा के लिए घरों में कील ठोंकते हैं। - बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कोरोना का भयावह रूप देखने को मिल रहा है। बेंगलुरु में कोरोना से इतनी मौतें हुई हैं कि इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन लग गई। इतना ही नहीं शहर के अलग-अलग इलाकों से आ रहीं एंबुलेंस को भी लाइन में लग कर इलेक्ट्रिक शव दाह गृह के बाहर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है ताकि वो अंदर जा सकें और डेड बॉडी को उतार सकें।
इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में काम करने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना से हुई मौत की बॉडी का अंतिम संस्कार करने के बाद दूसरे शव को लाने के बीच कुछ वक्त लगता है इसलिए इतना समय लग रहा है। बृहत बैंगलोर महानगर पालिका के आंकड़ों के मुताबिक क्षेत्र में 1 मई 2020 से लेकर 17 जुलाई 2020 तक करीब 4278 लोगों की मौत हुई है। इन आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या में कोरोना के अलावा दूसरी मौतें भी शामिल हैं। बता दें कि कर्नाटक में कोरोना से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 59652 तक पहुंच गई है और कुल 1240 लोगों की मौत हुई है। वहीं अबतक 21775 लोग कोरोना से ठीक भी हो चुके हैं। - नई दिल्ली : एशिया की सबसे बड़ी और हाई सिक्योरिटी तिहाड़ के जेल नम्बर 4 में एक कैदी ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। इस कैदी की पहचान रवि(38) के रूप में हुई है।जेल प्रशासन ने बताया कि कैदी रवि तीन दिन पहले ही दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में अपनी सास की हत्या कर दी थी, जिसके आरोप में वह जेल में बंद था। उसके फांसी लगाने की वजह अब तक सामने नहीं आ सकी है।
- जम्मू-कश्मीर : जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में अभी तक चार आतंकी मारे गए हैं। इस ऑपरेशन को सेना की 62-आरआर, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है। इससे पहले कल हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे।
बता दें कि पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी की। इस दौरान खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला। कई घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल मुठभेड़ चल रही है।डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि कुलगाम पुलिस द्वारा गांव चिम्मेर में इनपुट के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया था। इसमें पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया।
सिंह ने बताया कि सेना के तीन जवान भी घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। मारे गए आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के हैं। इनमें एक शीर्ष कमांडर भी शामिल है, जोकि आईईडी एक्सपर्ट था। वह पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से सीधे निर्देश लेता था।
वहीं, कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने बताया कि इस मुठभेड़ में जैश का शीर्ष कमांडर और आईईडी एक्सपर्ट वालिद समेत तीन आतंकी मारे गए हैं। एक एम-4 राइफल, एक एके-47 और एक पिस्टल बरामद हुई है। साथ ही अन्य सामग्री भी बरामद हुई है।
घाटी में नेताओं की सुरक्षा को लेकर आईजी ने कहा कि हम सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं को पूरी सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिक कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि एसओपी का पालन करें और अपनी यात्राओं के बारे में पुलिस को सूचित करें। - एजेंसीपटना: बिहार में शनिवार की सुबह बड़ा हादसा (Accident) हुआ है। पटना के पुनपुन के पास जनशताब्दी एक्सप्रेस (Jan Shatabdi Expess) व कार के टकरा जाने से चार लोगों की घटना-स्थल पर ही मौत (On Spot Death) हो गई। मृतकों में तीन की पहचान कर ली गई है। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। गंभीर रूप से घायल चार लोगों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह एक कार एक अवैध रेलवे क्रॉसिंग पार करते वक्त पटरी पर ही फंस गई। इसी बीच पटना से रांची जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस आ गई। ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, लेकिन दुर्घटना हो ही गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर के बाद जोर धमाके की आवाज दूर गांव तक गई। गाड़ी का पिछला हिस्सा उड़कर पास की झाड़ियों में जा गिरा।
मृतकाें में तीन की पहचान, कई घायल
ट्रेन के कार से टकराने पर भयानक आवाज हुई। इस दौरान ट्रेन भी पूरी तरह हिल गई। आवाज सुन आसपास के लोग दौड़े। उन्होंने बोलेरो सवार लोगों को तत्काल मदद दी, लेकिन चार की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। बोलेरो में कितने लोग सवार थे, फिलहाल स्पष्ट नही हो सका है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पास के ही धरहरा के सुरेन्द्र सिंह की बेटी, दामाद और नाती की मौके पर मौत हुई है।
दिल्ली में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे दंपती
हादसे की शिकार गाड़ी दिल्ली में निबंधित है। गाड़ी पर सवार सुरेन्द्र बिहारी सिंह (42 वर्ष) व निलिका बिहारी सिंह (35 वर्ष) के साथ उनकी बेटी ब्रेभो कुमारी (3 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यह परिवार धरहरा गांव से अपने घर पटना के बोरिंग रोड लौट रहा था कि रास्ते में हादसा हो गया। धरहरा में सुरेंद्र बिहारी सिंह का ससुराल था। स्वजनों ने बताया कि दोनों पति-पत्नी नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे।
घटना स्थल पर लोगों ने बनाया था अवैध रास्ता
रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि नदवा स्टेशन के पास हादसा हुआ है। रेलवे ट्रैक पर अचानक आई कार से ट्रेन की टक्कर हुई है। उनके अनुसार जहां दुर्घटना हुई है, वहां कोई रेलवे फाटक नहीं है। वहां ग्रामीणों ने अपने स्तर से रास्ता बना दिया है। - नई दिल्ली : देश की दिग्गज आईटी कंपनी एचसीएल के संस्थापक शिव नाडर ने कंपनी के चेयरमैन का पद छोड़ दिया है। उनकी बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा अब उनकी जगह लेंगी। हालांकि एचसीएल के टेक डिविजन के वह मैनेजिंग डायरेक्टर बने रहेंगे। इसके अलावा चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर के तौर पर भी वह कामकाज देख रहे हैं। देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी में नाडर ने बेटी रोशनी की 2013 में ही एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर एंट्री कराई थी। अमेरिका से एमबीए की डिग्री हासिल करने वालीं रोशनी नाडर मल्होत्रा इससे पहले भी शिव नाडर फाउंडेशन की ट्रस्टी रही हैं। अब तक कंपनी के सामाजिक कामों को देखने वाली रोशनी अब पूरी तरह से मुखिया के रोल में होंगी। 2019 में रोशनी को फोर्ब्स की 100 सबसे ज्यादातर ताकतवर महिलाओं की सूची में 54वें स्थान पर रखा गया था।
- नई दिल्ली : राजस्थान में गहलोत सरकार गिराने के आरोप पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि ऑडियो क्लिप में मेरी आवाज नहीं है. मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं. इस बीच राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर शिकायत दर्ज कर ली है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि ऑडियो फेक है. मैं मारवाड़ की भाषा बोलता हूं जबकि ऑडियो टेप में झुंझुनू टच है. जिस गजेंद्र का जिक्र किया गया है, उसका कोई पद का जिक्र नहीं है. कोई जगह तक का जिक्र नहीं है. ऑडियो जोड़-तोड़ कर भी तैयार किया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं कई संजय जैन को जानता हूं, इसलिए मुझे बताया जाए कि कौन सा संजय जैन है और उन्होंने मेरे किस मोबाइल नंबर पर बात कराई है. इस बीच एसओजी की तरफ से कहा गया है कि महेश जोशी ने शिकायत दर्ज कराई है.
एसओजी ने कहा कि इसमें कांग्रेस के निलंबित विधायक भंवरलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दलाल संजय जैन आपस में विधायक खरीद-फरोख्त की बात कर रहे हैं. इस ऑडियो की जांच कर कार्रवाई की जाए. संजय जैन को कल दिनभर पूछताछ के लिए बुलाया था. आज फिर 10 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आईईडी एक्सर्प समेत तीन जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) के आतंकवादी को ढेर कर दिया है। जम्मू और कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(CRPF) यूनिट, सेना और कुलगाम पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में चिम्मेर गांव में तीन आतंकियों को ढेर किया है। सुरक्षाबलों को तीनों आतंकियों के छुपे होने के इनपुट मिले थे। डीजीपी ने कहा कि आतंकवादियों को उनके पाकिस्तानी हैंडलर्स ने निर्देश दिए थे और बड़ी संख्या में हमलों के लिए जिम्मेदार थे।
उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के हैं, जिसमें एक टॉप टेररिस्ट कमांडर भी शामिल है जो IED बनाने का एक्सपर्ट माना जाता था। वो अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स से सीधे निर्देश लेता था और हाल के दिनों में सुरक्षा बलों के खिलाफ कई IED प्रयासों सहित बड़ी संख्या में हमलों के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने बताया कि वह कथित तौर पर 3 या 4 मुठभेड़ों में बचकर निकल चुका था और एक मामले में एक एमओ 4 अमेरिकी राइफल भी छोड़ गया था।
इस एनकानकाउंट में सेना के तीन जवान घायल हो गए हैं और उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया है कि हथियार और गोला-बारूद सहित कई चीजें बरामद की है। -
झारखंड सरकार कोविड-19 महामारी से लड़ाई में खर्च होनेवाली राशि कोयला से जुटाएगी। राज्य सरकार ने प्रति टन कोयला डिस्पैच पर 10 कोविड सेस लगाने का निर्णय 6 जुलाई 2020 से लिया है। हालांकि अभी जारी आदेश पर सरकार की ओर से विस्तृत जानकारी जारी नहीं की गई है। गुरुवार को आईसीएआई धनबाद की ओर से जीएसटी इन कोल सेक्टर विषय पर आयोजित वेबिनार में कोविड सेस पर भी वक्ताओं जानकारी दी।
जानकारों की मानें तो कोविड सेस के रूप में राज्य सरकार को साल भर में अच्छी खासी रकम मिलेगी। झारखंड में बीसीसीएल एवं सीसीएल के अलावा ईसीएल का भी बड़ा हिस्सा है। बीसीसीएल एवं सीसीएल का पूरा खनन क्षेत्र झारखंड में ही है। वहीं ईसीएल का मुगमा एवं राजमहल क्षेत्र झारखंड में है। तीनों कोयला कंपनियों का झारखंड में उत्पादन सालाना 100 मिलियन टन से ज्यादा है। सिर्फ बीसीसीएल से ही 30 मिलियन टन कोयला उत्पादन होता है। - वाराणसी : विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाने और नेपाल के कथित नागरिक का सिर मुड़ाकर फेसबुक पर वीडियो पोस्ट करना महंगा पड़ गया। उनके खिलाफ वाराणसी के भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। विश्व हिंदू सेना ने नेपाल के पीएम ओली के बयान की निंदा वाले पोस्टर गंगा किनारे घाटों और मंदिरों पर लगाए हैं। इनके माध्यम से ओली को चीन के इशारों पर चलना बंद करने की चेतावनी भी दी गई है। विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने कहा कि इस पोस्टर का उद्देश्य यह है कि काशी में रहने वाले नेपाली मूल के लोग भी सच के साथ खड़े हों। नेपाल के पीएम ओली के बयाना का अंजाम एक नेपाली युवक को भुगतना पड़ा। हिंदूवादी संगठन के कुछ लोगों ने उसका मुंडन करके सिर पर जय श्रीराम लिख दिया। इस दौरान एक युवक ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर दिया। अरुण पाठक यह वीडियो फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा- 'जय जय श्रीराम।।#विहिसे।'
देर शाम भेलूपुर इंस्पेक्टर ने नेपाली समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाने, नेपाल के कथित नागरिक का सिर मुड़ाकर फेसबुक पर पोस्ट करने और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य की भावना पैदा के आरोप में धारा 505 (2), 295 और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया। उधर, भेलूपुर थाने पर आचार्य जितेन्द्रानन्द सरस्वती भी पहुंचे थे। वह भी तहरीर दे रहे थे लेकिन पुलिस ने अपनी तरफ से संज्ञान लेकर मुकदमा पंजीकृत किया।
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नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम(टीटीडी) के 14 पुजारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में पुजारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल ने गुरुवार को मंदिर के पुजारियों, स्वास्थ्य और सतर्कता अधिकारियों के साथ बैठक की है। रविवार को सिंघल ने कहा था कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम में अब तक कुल 91 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि, 10 जुलाई तक तिरुमाला में 1865 टीटीडी कर्मचारियों, अलीरी में 1704 टीटीडी कर्मचारियों और 631 भक्तों को कोरोना टेस्ट कराए जा चुके हैं। जिसमें से तिरुमाला में 91 टीटीडी कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि, कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए कैंटीन में एक विशेष मेनू के तहत उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। बता दें कि, आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि, किसी भी भक्त में स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या देखने को नहीं मिली है। हम उनके घर लौटने के बाद भक्तों से फोन पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। हमने 18 से 24 जून के बीच 700 की फोन के जरिए जानकारी ली। और 1 से 7 जुलाई के बीच 1,943 भक्तों को फोन कर उनका हालचाल जाना। उन सभी श्रद्धालुओं ने हमे बताया कि, वे अपने अपने घरों में पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं। -
नई दिल्ली: चीन की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक अलीबाबा (Alibaba) ने भारत से यूसी ब्राउज़र (UC Browser) और UC News को बंद कर दिया है. अलीबाबा ने भारत से अपना कारोबार समेत लिया है. अलीबाबा ने गुरुग्राम और मुंबई का ऑफिस बंद दिया है. अलीबाबा जैसी कंपनी के कारोबार समेटने की वजह भारत सरकार का वह फैसला है जिसमें 59 चीनी एप बंद कर दिया गया था. इनमें यूसी ब्राउज़र भी शामिल था.
इन दफ्तरों में काम करने वाले UC Browser के कर्मियों को नौकरी के ख़त्म होने की बात बता दिया गया है. अलीबाबा ने इन कर्मियों को बताया है कि कंपनी भारत में अपने कारोबार को ख़त्म कर रही है. जी न्यूज़ की खबर के अनुसार UC browser के कर्मचारियों को यह भी कहा गया है कि उन्हें कंपनी, ऑपरेशंस बंद करने का फैसला लेने के लिए Compensate करेगी. यानी तनख्वाह की रकम का हिस्सा या कुछ महीने की तनख्वाह दी जाएगी. -
नई दिल्ली: बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ. दिल्ली के पालमपुर इलाके से एक महिला कांस्टेबल की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली. महिला पुलिसकर्मी की घर से लाश की खबर मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और पुलिस को इसकी सूचना दी गई. पुलिस को महिला कांस्टेबल की हत्या के मामले में किसी करीबी का हाथ होने की आशंका है. पुलिस जानकारी के अनुसार महिला कांस्टेबल का नाम प्रीति बेनीवाल बताया जा रहा है.