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- कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के अभियुक्त विकास दुबे को पुलिस ने शुक्रवार को एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस का कहना है कि कानपुर के भौती के पास पुलिस की कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके बाद विकास ने एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन कर भागने की कोशिश की। इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने के लिए फायरिंग की, जिसमें विकास की मौत हो गई। अब इस पर राजनीतिक रस्साकशी भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने विकास के एनकाउंटर पर योगी सरकार का घेराव किया है।
सपा नेता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “दरअसल, ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।” अखिलेश ने इशारों में ही साफ कर दिया कि विकास दुबे मामले में कई बड़े नेताओं के नाम का खुलासा हो सकता था, इसलिए उसका एनकाउंटर हुआ। गौरतलब है कि अखिलेश ने एक दिन पहले ही ट्वीट में कहा था कि विकास के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड सार्वजनिक होनी चाहिए, जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।
दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी विकास के एनकाउंटर के अनसुलझे पहलुओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराधी का तो अंत हो गया, पर अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या? प्रियंका गांधी भी इस मामले पर पहले ट्वीट कर चुकी हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट में कहा था कि विकास दुबे का उज्जैन पहुंचना न सिर्फ यूपी के सुरक्षा दावों की पोल खोलता है, बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। प्रियंका ने आगे कहा था- “तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगजाहिर करना चाहिए।” - उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित इंडियन इन्स्टिट्यूट (आईआईटी-कानपुर) के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में एक सहायक प्रोफेसर प्रमोद सुब्रमण्यन संस्थान के परिसर में मृत पाए गए। प्रोफेसर(35) का शव बुधवार को परिसर में एक कमरे में लटका मिला। महामारी के कारण हुए लॉकडाउन से परिसर सुनसान था। फिलहाल, इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है कि प्रफेसर सुब्रमण्यन ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
जानकारी के मुताबिक, सुब्रमण्यन ने नायलॉन की रस्सी से अपने सरकारी आवास में पंखे से लटककर आत्महत्या की। सरकारी आवास में पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे प्रमोद सुब्रमण्यन। बताया गया है कि दोपहर डेढ़ बजे के आसपास उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों से बात भी की थी। कल्याणपुर के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) अभय सेठ ने कहा कि मौत के कारण का अभी पता नहीं चल सका है।
आईआईटी-कानपुर संस्थान के निदेशक प्रो अभय करंदीकर ने एक बयान जारी कर कहा, मुझे कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर प्रो. प्रमोद सुब्रमण्यन के दुखद और असामयिक निधन के बारे में सूचित करते हुए दुख हो रहा है। उन्होंने आगे कहा, उनके साथ हमने देश के कंप्यूटर विज्ञान में एक उज्जवल और उभरते हुए सितारे को खो दिया है। हम गहरा दुख व्यक्त करते हैं और सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करते हैं कि वह उनके परिवार को शक्ति प्रदान करें। उनकी आत्मा को शांति मिले।पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, उनके गले में एक नायलॉन की रस्सी थी, जिससे वह लटके पाए गए थे और किसी भी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और जांच जारी रखेंगे। कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण कैंपस लगभग खाली ही है, वहीं संकाय सदस्यों को छोड़कर वहां कोई भी छात्र मौजूद नहीं है। - नई दिल्ली : चीनी आयात पर नकेल कसने के लिए भारत ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है. चीन से आयात होने वाले कुछ मेजरिंग टेप और पार्ट्स एवं कम्पोनेंट पर पांच साल के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा दी गई है. इससे देश में सस्ते चीनी माल की भरमार पर अंकुश लग सकेगा.
गौरतलब है कि हाल में भारत-चीन नियंत्रण रेखा पर हुई हिंसक झड़प में हमारे देश के 20 वीर जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद से ही देश में चीन के खिलाफ माहौल है. चीनी माल के बहिष्कार का अभियान चल रहा है और सरकार भी कई तरह से चीनी आयात पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है. चीनी आयात और निवेश के मामले में लगातार सख्ती दिखाई जा रही है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमिडीज (DGTR) की जांच शाखा ने चीन आयात पर कर जारी रखने की सिफारिश की थी. इसके बाद चीन से आयात होने वाले स्टील और फाइबर ग्लास मेजरिंग टेप पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई गई. यह ड्यूटी पहली बार 9 जुलाई 2015 को पांच साल के लिए लगाई गई थी. अब उसको अगले पांच साल के लिए फिर से बढ़ा दिया गया है. DGTR अपनी जांच रिपोर्ट में कहा कि चीन इन सामान की लगातार भारतीय बाजार में डंपिंग कर रहा है. डंपिंग के कारण कीमतें काफी कम होती हैं. अगर इन पर ड्यूटी नहीं लगाई गई तो इनको भारतीय बाजार में पाट दिया जाएगा. चीन के इन सस्ते माल से भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को बचाने के लिए एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया गया है. -
नई दिल्ली : भारतीय सेना के अधिकारियों और सैनिकों को फेसबुक-इंस्टाग्राम अकाउंट डिलीट करने के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही 89 अन्य ऐप की भी एक लिस्ट जारी की गई है जिन्हें मोबाइल से अनइंस्टाल करने को कहा गया है. आदेश के मुताबिक सभी को इसे 15 जुलाई तक पूरा कर लेना है. ये निर्णय सेना की संवेदनशील जानकारियों के लीक होने का हवाला देकर लिया गया है. सेना ने कहा है कि जिनके भी मोबाइल में फेसबुक, इंस्टाग्राम के अलावा ये 89 ऐप मिले तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेना के एक अधिकारी ने बताया कि ये कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि सैन्य अधिकारियों और सैनिकों पर इन ऐप्स के जरिए चीन और पाकिस्तान द्वारा ऑनलाइन निगाह रखने की घटनाएं बढ़ी हैं. गौरतलब है कि बीते नवंबर में सेना ने अपने स्टाफ को निर्देश दिया था कि आधिकारिक कार्यों के लिए व्हाट्सअप का इस्तेमाल न किया जाए. साथ ही महत्वपूर्ण पदों पर मौजूद सेना के अधिकारियों से फेसबुक अकाउंट डिलीट करने को कहा गया था.
बता दें कि बीते सालों में ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं जब पाकिस्तानी एजेंट्स के द्वारा 'महिला' बनकर हनी ट्रैप में फंसाकर सैन्य स्टाफ से गोपनीय जानकारियां हासिल की गईं. हालिया आदेश के मुताबिक गोपनीय सूचनाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर नेवी ने भी अपने सभी स्टाफ के फेसबुक इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. साथ ही नेवी बेस पर स्मार्ट फोन न ले जाने के भी आदेश दिए गए हैं. नेवी में यह निर्णय बीते दिसंबर महीने में ही ले लिया गया था.
गौरतलब है कि अब तक भारतीय सेना ने अपने स्टाफ को कुछ प्रतिबंधों के साथ फेसबुक के इस्तेमाल की छूट दे रखी थी. यूनिफॉर्म में तस्वीर न पोस्ट करने सहित अपनी यूनिट की लोकेशन न डिस्क्लोज करने जैसे प्रतिबंध थे. रिपोर्ट के मुताबिक गोपनीय और संवेदनशील जानकारियां पोस्ट करने के कारण सेना में कई अधिकारियों का कोर्ट मार्शल तक किया जा चुका है. - लखनऊ: विकास दुबे की उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद यह खबर तेजी से फैल रही है. इस बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया है. अखिलेश ने ट्वीट करते हुए ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार किया है. इस बाबत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात भी है. जल्द ही मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा यूपी पुलिस को विकास दुबे को हैंडओवर कर दिया जाएगा.
फिलहाल विकास दुबे को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है. बता दें कि 2 जुलाई को विकास दुबे और इसके गुर्गों ने पुलिस टीम के उपर जमकर गोलीबारी की थी. इस दौरान पुलिस के 8 लोग मारे गए. इसमें कई पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. - जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकियों ने बुधवार देर शाम बड़ी घटना को अंजाम दिया और भाजपा नेता वसीम बारी की हत्या कर दी। आतंकियों ने वसीम के अलावा उनके पिता और भाई पर भी हमला किया, हमले में तीनों की मौत हो गई है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, ‘बांदीपोरा में भाजपा कार्यकर्ता वसीम बारी पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। अंधाधुंध फायरिंग के दौरान वसीम बारी, उसके पिता बशीर अहमद और उनका भाई उमेर बशीर घायल हो गए और (उन्हें) अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दुर्भाग्य से तीनों ने दम तोड़ दिया।’
जानकारी के मुताबिक, वसीम बारी पर हमला उस वक्त किया गया, जब वे दुकान पर पिता और भाई के साथ थे। इसी दौरान आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी। हमला करने के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए। पुलिस और सुरक्षाबलों ने मौके पर आकर पूरे इलाके को घेर लिया। बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है।
- उत्तर प्रदेश के बाराबंकी नगर के सफेदाबाद में एक बंद पड़ी फैक्टरी के पास एक सूटकेस से एक युवती का कटा हुआ धड़ और पॉलीथीन में उसका सिर, हाथ और पैर बरामद हुए। इस घटना के सामने आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि सफेदाबाद इलाके में एक बंद फैक्ट्री के पास मंगलवार रात एक संदिग्ध सूटकेस मिलने की सूचना पर मौके पर गई पुलिस ने उसे खोलकर देखा तो उसमें करीब 27 वर्षीय युवती का धड़ पैक मिला।
उन्होंने बताया कि छानबीन में कुछ ही दूरी पर एक कैरी बैग पड़ा मिला। पुलिस ने उसे खोला तो उसमें दो पालीथीन में महिला के कटे अंग पैक थे। एक पॉलीथीन में कटे हाथ और पैर थे तो दूसरी में सिर पैक था। इसके अलावा चार-पांच सलवार सूट व कंबल भी मिला।
पुलिस अधीक्षक अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि शव करीब दो-दिन पुराना होने के चलते सड़ चुका है। बदबू आने की वजह से ही स्थानीय लोगों को पता लगा तो पुलिस को बताया गया। उन्होंने कहा कि युवती की हत्या किसी दूसरे स्थान पर करने के बाद शव पैक करके यहां फेंका गया है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है और जांच के लिए सर्विलांस तथा अन्य टीमों को भी लगाया है। - चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने हरियाणा सरकार के निजी क्षेत्र में स्थानीय युवाओं के लिए 75 फीसदी आरक्षण के दावे को लेकर आज कहा कि निजी क्षेत्र में नौकरियां ही नहीं बची हैं तो आरक्षण कहां से देंगे. हरियाणा मंत्रिमंडल की कल की बैठक में सरकार ने इस उद्देश्य के लिए अध्यादेश लाने की घोषणा की थी. प्रदेश की गठबंधन सरकार में शामिल जननायक जनता पार्टी (जजपा) का यह चुनावी वायदा था. कुमारी शैलजा ने यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है.
निजी क्षेत्र में नयी नौकरियां बची नहीं हैं और कोविड-19 व लॉकडाऊन के बाद काफी बड़े पैमाने पर सालों से काम कर रहे लोगों को निकाला गया है. उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन एकनॉमी के ताजा आंकड़े इसके गवाह हैं. उन्होंने इस पर भी सवाल उठाया कि 75 फीसदी आरक्षण का प्रावधान निजी क्षेत्र की 50 हजार से ज्यादा मासिक वेतन वाली नौकरियों पर क्यों नहीं लागू होगा उन्होंने कहा कि कृषि भूमि के औद्योगिक उद्देश्यों के इस्तेमाल के लिए भूमि उपयोग परिवर्तन अनुमति टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग देता है और इसके अंदर वैसे ही प्रावधान है कि तकनीकी कार्य को छोड़कर 75 फीसदी रोजगार हरियाणा के डोमीसाईल निवासियों को दिये जाएं लेकिन इस पर अमल नहीं होता.
उन्होंने सवाल किया कि सरकार अमल सुनिश्चित क्यों नहीं करती कुमारी शैलजा ने कहा कि सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर निवेश सम्मेलनों का आयोजन करती है पर प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ ही रही है तो सवाल उठता है कि ऐसे निवेश कहां जाते हैं. उन्होंने कहा कि उक्त सारे तथ्य दर्शाते हैं कि सरकार का यह निर्णय दिखावटी है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासन में प्रदेश में लाखों छोटे-बड़े उद्योग लगे थे लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण उद्योग बंद हो रहे हैं. कंपनियां राज्य से बाहर जा रही हैं.
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकारी नौकरियों का भी बुरा हाल है. हाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकारी नौकरियों में नियुक्तियां एक साल के लिए बंद की जा रही हैं और कांग्रेस के विरोध के बाद वह पीछे हटे. कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके अलावा निजीकरण और आऊटसोर्सिंग से लोगों से आजीविका छीनी जा रही है. विभिन्न विभागों से कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को ‘जुमलेबाजी‘ छोड़कर रोजगार अवसर पैदा करने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिएं. - नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस की बेकाबू होती रफ्तार के बीच मास्क और सैनेटाइज़र को ज़रूरी सामान की लिस्ट से हटा दिया गया है. संकट की इस घड़ी में इस फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बीच ये बात सामने आई है कि सैनेटाइज़र और मास्क बनाने वाली कंपनियों ने केंद्र सरकार से ऐसा ना करने की अपील की थी, लेकिन केंद्र ने इन अपील को दरकिनार कर दिया.
इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री (AiMeD)ने कन्ज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा था कि देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में 2-3 ply मास्क को अगले 6 महीने तक जरूरी सामान की लिस्ट में ही रखना चाहिए. हालांकि, सैनेटाइजर को लेकर रिव्यू की बात कही थी. -
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में बीते मंगलवार को अलग-अलग जगह बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई। एक तरफ चोरियाबरियापुर थाना क्षेत्र के भीरतराही चौर में खेत में काम करने के दौरान मां-बेटी पर बिजली गिर गई, जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। इसके अलावा नावकोठी प्रखंड के जीतपुर गांव में 12 वर्षीय लड़का घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान वह बिजली के चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
मृतक बच्चे की पहचान सौरभ कुमार के रूप में हुई है। चोरियाबरियापुर थाना क्षेत्र के भीरतराही गांव में नंदन पंडित की पत्नी सोना देवी और बेटी काजल कुमारी खेत में काम कर रही थीं। तभी मूसलाधार बारिश शुरू हो गई और आसमान में कड़कड़ाती हुई बिजली गिर गई, जिससे दोनों की मौत हो गई। वहीं मां-बेटी के साथ काम कर रही बबीता कुमारी घायल हो गई। घायल लड़की को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। बेगूसराय के जिलाधिकारी अरविंद कुमार ने आसमानी बिजली गिरने से तीन लोगों के मौत की पुष्टि की है। उन्होंने जांच-पड़ताल के बाद पीड़ित परिवार को आपदा के तहत मिलने वाले लाभ देने का आश्वासन दिया है। इस मामले में डीएम ने कहा कि बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हुई है। जांच-पड़ताल और कागजी प्रक्रिया के बाद मृतकों के परिजनों को आपदा के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता की राशि दी जाएगी। - कानपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे के एक प्रमुख गुर्गे को पुलिस ने पश्चिमी यूपी के हमीरपुर में मार गिराया है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ हमीरपुर के मौदहा में बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाने वाला अमर दुबे मारा गया।
एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, पुलिस की टीम को जिले में विकास दुबे का करीबी अमर दुबे की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी। जब उन्होंने उसे घेरने की कोशिश की, तो अपराधी ने उन पर गोलियां चला दीं। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वह करीब 6.30 बजे मारा गया। कथित तौर पर अमर मौदहा इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर जा रहा था। बता दें कि, गैंगस्टर विकास दुबे ने पिछले शुक्रवार को आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है।
एसटीएफ के एक अधिकारी ने कहा, “हमने उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था, लेकिन उसने फायरिंग कर दी और जब हमने जवाबी कार्रवाई की तो वह मारा गया।” ख़बरों के मुताबिक, अमर पहले फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन पुलिस का दबाव बढ़ने के कारण वह वहां से भाग निकला। अमर दुबे, विकास दुबे का भरोसेमंद साथी था और नरसंहार के बाद कानपुर पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।बताया जा रहा है कि 2 जुलाई की रात को जब विकास दुबे के घर पर पुलिस दबिश देने गई थी तो अमर दुबे भी वहां मौजूद था। पुलिसवालों पर फायरिंग करने में और उनकी जान लेने में वह भी शामिल था। घटना के बाद से अमर विकास के साथ ही भाग निकला था। अमर विकास के सबसे खास लोगों में से एक था। इसी दौरान कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि विकास दुबे को भी मंगलवार रात फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के उस तक पहुंचने से पहले ही वो भाग गया। -
मुंबई : कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में टाटा मोटर्स के ही भाग टाटा सन्स की फाउंडेशन ने BMC, मुंबई को 20 BS6 टाटा विंगर और 100 वेन्टिलेटर दान किए हैं। टाटा ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और टाटा सन्स के बोर्ड मेंबर्स एन. चंद्रा और मेयर किशोरी पेडनेकर मौजूद रहे। रिपोर्ट में तो यह भी बताया गया है कि सन्स ने महाराष्ट्र सरकार को 10 करोड़ रुपये दान में दिए हैं।
कंपनी का कहना है कि इस रकम का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ हो रही जंग में इम्यूनोलॉजी एंड वायरस इंफेक्शन रिसर्च सेंटर की मदद के लिए किया जाएगा। टाटा विंगर की इस एम्बुलेंस में काफी स्पेस है और यह बेहतर व स्मूथ राइड प्रदान करती है। इस मिनी वैन में BS-6 मानक पर आधारित 2.2-लीटर का डीजल इंजन लगा है जो 96 बीएचपी की पॉवर और 200 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। इस इंजन के साथ सिर्फ मैन्युअल गियरबॉक्स दिया गया है।
- मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबियत बेहद नाजुक है। वह कई दिन से वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। मेदान्ता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर बताते हैं कि राज्यपाल की तबियत नाजुक है, लेकिन नियंत्रण में है। क्रिटिकल केयर मेडिसिन के वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में राज्यपाल का इलाज चल रहा है।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को पेशाब में दिक्कत के साथ बुखार होने पर परिजनों ने उन्हें शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जांच के दौरान राज्यपाल के लिवर में दिक्कत पाए जाने पर सीटी गाइडेड प्रोसीजर किया गया। प्रोसीजर के दौरान पेट में रक्त का स्राव बढ़ गया, जिसके चलते उनका इमरजेंसी में ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के बाद उनकी तबियत बिगड़ने पर फेफड़ा, दिल, गुर्दा और लिवर ठीक से काम नही कर रहे हैं। डायलिसिस करनी पड़ गई। बीच में कुछ सुधार हुआ लेकिन बाद में फिर तबियत बिगड़ गई। - अहमदाबाद। गुजरात के जूनागढ़ में सोमवार को भारी बारिश के कारण एक पुल ढह गया है। जिसकी कुछ तस्वीरें समाचार एजेंसी एएनआई ने शेयर की हैं। इस घटना के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। जिसमें करीब 12 लोगों को पुल के एक कोने पर खड़े देखा जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि बामनसा गांव में साबली नदी पर बना ये पुल करीब 30 साल पुराना था। पुल का इस्तेमाल ग्रामीण गांव से दूसरे स्थानों पर आने-जाने के लिए रोजाना करते थे। ऐसे में पुल का ढह जाना उनके लिए काफी बड़ी समस्या बन गया है। इस मामले में जूनागढ़ जिला विकास अधिकारी प्रवीण चौधरी का कहना है, 'पुल पहले से ही पुराना था और इसके ऊपर से भारी वाहनों को ले जाना प्रतिबंधित था। क्योंकि यह पहले से ही क्षतिग्रस्त था इसलिए एक चेतावनी का साइन यहां लगा रखा था। पुल के गिरने के बाद कोई घायल नहीं हुआ है।'
- नई दिल्ली : मशहूर क्लीनिकल वैज्ञानिक और ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (टीएचएसटीआई) की कार्यकारी निदेशक गगनदीप कंग ने निजी कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया। कंग को अंतर विषयी शोध के लिए जाना जाता है और उन्होंने भारत में बच्चों में संक्रमण के संचार, विकास और रोकथाम पर काफी शोध किया है। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें रॉयल सोसायटी लंदन का फेलो बनाया गया। वह वैश्विक कंसोर्टियम कॉलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस से जुड़ी हुई हैं जो कोरोना वायरस का संभावित टीका विकसित कर रहा है। टीएचएसटीआई में पेशेवर विशेषज्ञ (विज्ञान संचार) सिउली मित्र ने बताया, ‘‘डॉ. कंग ने कार्यकारी निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है।’’ मित्र ने बताया कि कंग ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है।
डॉ. कंग ने स्वेदशी रूप से रोटावायरस का टीका विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। कंग वेल्लोर के क्रिस्टियन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विभाग में प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने साल 2016 में टीएचएसटीआई जॉइन किया था। हाल के दिनों में वह नोवल कोरोना वायरस की टेस्टिंग के काम से जुड़ी हुई थीं। -
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का इलाज करा रहे 37 वर्षीय एक पत्रकार ने सोमवार दोपहर अस्पताल की इमारत की चौथी मंजिल से कथित रूप से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक एक हिंदी अखबार में पत्रकार था। अधिकारियों बताया कि पत्रकार एक हिंदी दैनिक अखबार में काम करता था। पत्रकार की पहचान तरुण सिसोदिया के रूप में की गई है। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ भजनपुरा में रहता था। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य ने बताया कि यह घटना दोपहर लगभग दो बजे हुई, जिसके बाद उस व्यक्ति को अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि 24 जून को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद पत्रकार को ट्रामा सेंटर के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया था।
एम्स के एक सूत्र ने कहा, “उन्हें 24 जून को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था और बाद में ‘हाई डिपेंडेंसी यूनिट’ में भेज दिया गया था।” डॉक्टर ने कहा कि हाल ही में उनकी ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी हुई थी। पत्रकार के परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘‘सिसोदिया की मां भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं। हम सभी सदमे में हैं।’’
इस घटना के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने एम्स निदेशक को इस मामले की आधिकारिक जांच तत्काल शुरू करने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई और वह 48 घंटे में रिपोर्ट जमा करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं मीडिया समुदाय के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जो अपने सहकर्मी की त्रासदीपूर्ण मौत से हिल गया है।’’
एम्स ने इस घटना पर एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया कि पत्रकार को एम्स के जयप्रकाश नारायण अपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 24 जून को कोरोना वायरस (कोविड-19) की वजह से भर्ती कराया गया था। उसकी हालत में सुधार हो रहा था और उसे आईसीयू से सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किये जाने की तैयारी थी। पूर्व में इसी साल मार्च में यहां जी बी पंत अस्पताल में उसके दिमाग के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था। बयान में कहा गया कि ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान उसे मानसिक दौरे आते थे जिस पर न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक ने उसे देखा और दवा दी।
अस्पताल ने बयान में कहा, “परिवार के सदस्यों को उसकी हालत के बारे में लगातार जानकारी दी जाती थी। आज (सोमवार) करीब एक बजकर 55 मिनट पर वह टीसी-1 से बाहर भागा जहां वह भर्ती था। अस्पताल के कर्मचारी उसके पीछे भागे और उसे रोकने की कोशिश की। वह चौथी मंजिल पर चला गया और वहां उसने एक खिड़की का शीशा तोड़ नीचे छलांग लगा दी।” इसमें कहा गया कि पत्रकार को तत्काल एक एंबुलेंस से ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू ले जाया गया। उसे बचाने की कोशिश की गई लेकिन दुर्भाग्य से अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर उसकी मौत हो गई। हालांकि, कई पत्रकारों ने ट्विटर पर यह कहते हुए गहन जांच की मांग की कि हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ के लिए काम करने वाले पत्रकार तरुण सिसोदिया ने व्हाट्सएप चैट में अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
- पटना: बिहार में पिछले 10 दिनों में 147 लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने की वजह से जा चुकी है. रविवार को अधिकारियों ने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से इतनी जानलेवा आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हो रही हैं और स्थिति ज्यादा खराब होने की आशंका है. अधिकारियों ने बताया कि बिहार में मार्च महीने से अबतक 215- किसान, मजदूर और चरवाहे बिजली गिरने के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं.
बिहार के डिजास्टर मैनेजमेंट मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि 'मुझे मौसम विज्ञानियों, विशेषज्ञों और अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि बढ़ते तापमान के कारण जलवायु में हुए बदलाव के चलते इतनी ज्यादा आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में तेजी आई है.' उन्होंने बताया कि अकेले शनिवार को 25 लोगों की मौत हो गई थी.
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में बिजली गिरने की और घटनाएं होने की चेतावनी जारी की है. बता दें कि जून से सितंबर के बीच चलने वाले मॉनसून में बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इस साल बिहार में अबतक बिजली गिरने की घटनाओं से जितनी मौतें हो चुकी हैं, वो पिछले कुछ सालों में इन घटनाओं में सलाना होने वाली मौतों से भी ज्यादा हो चुकी हैं. पिछले साल मॉनसून के दौरान यहां कुल 170 लोगों की मौत हुई थी, जो अभी जुलाई की शुरुआत तक ही 215 हो चुकी है.
बिहार के agrometeorologist यानी कृषि-मौसम वैज्ञानिक अब्दुस सत्तार का कहना है कि वातावरण में बड़े स्तर पर आई अस्थिरता के चलते बिजली गिरने और बादल कड़कने जैसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं. इसमें बढ़े हुए तापमान और बढ़ी हुई आर्द्रता के चलते और भी तेजी आई है.साभार : एनडीटीवी से -
देहरादून। मसूरी में शनिवार देर रात भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के समधी-समधन की सड़क हादसे में मौत हो गई। मसूरी से दून लौटते वक्त एलकेडी मार्ग पर किमाड़ी के पास इनोवा कार गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दंपत्ति की बेटी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार युवती को एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों ने बमुश्किल कार को काटकर बाहर निकाला। दुर्घटना की सूचना पर भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी भी दून पहुंचे।
देहरादून कैंट थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 12 बजे किमाड़ी के पास इनोवा कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। रात में ही पुलिस, एसडीआरएफ और फायर सर्विस के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन बारिश और कोहरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हो पाया। रविवार की सुबह फिर से ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद गहरी खाई से नोएडा के रहने वाले 56 वर्षीय नीरज त्यागी, उनकी पत्नी शगुन (50) के शव निकाले गए। 27 वर्षीय बेटी आरुषी और ड्राइवर अशोक (35) को गंभीर हालत में मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक, मृतक नीरज त्यागी और उनकी पत्नी शगुन त्यागी बिहार में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के बहन-बहनोई थे।
एसओ राजपुर राकेश शाह के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी मैक्स अस्पताल में आरुषी और ड्राइवर को देखने आए। शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। नालापानी श्मशान घाट पर मृतक दंपत्ति का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान राजीव प्रताप रूडी और केसी त्यागी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि नीरज त्यागी का राजपुर में मकान है और वह अपने दो रिश्तेदारों को मसूरी के बासागाड़ के पास एक होटल में छोड़ने आए थे। यहां से वह वापस देहरादून लौट रहे थ, उसी दौरान यह हादसा हो गया। - मीडिया रिपोर्ट
कुवैत सरकार ने अपने यहाँ की नेशनल असेंबली में एक बिल पेश किया है। इस बिल के चलते कुवैत में करीब 7-8 लाख भारतीयों की नौकरियां जा सकती हैं। कुवैत की नेशनल असेंबली की कानूनी और विधायी कमेटी ने इस बिल को मंजूरी दे दी है और असेंबली से मंजूरी मिलते ही यह बिल कानून बन जाएगा।
दरअसल प्रवासी कोटा बिल के तहत कुवैत में भारतीयों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 15 प्रतिशत तक सीमित करने का फैसला किया गया है। गल्फ न्यूज के हवाले से यह खबर आयी है। एक जानकारी के अनुसार कुवैत में भारतीय मूल के लोग सबसे ज्यादा हैं और वहां उनकी कुल संख्या करीब 14 लाख पचास हजार है। यह बिल कुवैत में रहने वाले दुनिया के अन्य देशों के प्रवासियों को भी प्रभावित करेगा। बिल के मुताबिक मिस्त्र के लोगों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 10 फीसदी तय करने का फैसला किया गया है। भारत के बाद कुवैत में सबसे बड़ी संख्या मिस्त्र के लोगों की ही है।
कोरोना वायरस माहमारी फैलने के बाद कुवैत में प्रवासियों के खिलाफ माहौल बन रहा है। यही वजह है कि कुवैत सरकार ने देश में रहने वाले प्रवासियों की संख्या कम करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि कुवैत में प्रवासियों की तादाद इतनी ज्यादा है कि वहां की कुल जनसंख्या के 70 फीसदी प्रवासी हैं। कुवैत के मूल निवासी ही अपने देश में अल्पसंख्यक हो गए हैं। - नई दिल्ली : वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में जेल की सजा काट रहे कांग्रेस के एक पूर्व विधायक की कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंडोली जेल में संक्रमण से जान गंवाने वाले वह दूसरे कैदी है। अधिकारियों ने बताया कि महेन्द्र यादव (70) पालम विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक थे। वह मंडोली जेल की जेल संख्या 14 में बंद थे, जहां वह 10 साल की सजा काट रहे थे। यादव को 26 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक अन्य कैदी कंवर सिंह की पिछले महीने मौत हो गई थी और वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। सिंह भी जेल संख्या 14 में बंद था।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया कि यादव ने 26 जून को बेचैनी और ह्रदय से संबंधित कुछ समस्याओं की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि यादव को डीडीयू अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें उसी दिन एलएनजेपी अस्पताल के लिए रेफर किया गया और वहां भर्ती किया गया। इसके बाद उनके परिवार के अनुरोध पर उन्हें 30 जून को पुलिस निगरानी में द्वारका में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली कि महेंद्र यादव की चार जुलाई की शाम अस्पताल में मौत हो गई है।’’ अधिकारियों ने बताया कि यादव 31 दिसम्बर 2018 से जेल में बंद थे। इस बीच, पूर्व विधायक के पुत्र और दिल्ली कांग्रेस के नेता रघुवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों ने उनके पिता की देखभाल ठीक से नहीं की और उन्होंने उनके पिता को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बारे में परिवार को सूचना नहीं दी। - नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता रहा है, हर दिन हजारों मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के दौर में एक और बुरी खबर यह है कि भारत अब दुनिया में कोरोना वायरस (कोविड-19) से तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन गया है। पहले अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद भारत चौथे स्थान पर था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में लगातार बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले आने के कारण भारत में रूस से अधिक मामले हो गए हैं।
पूरी दुनिया से कोरोना वायरस (कोविड-19) के आंकड़े जुटाने वाले वर्ल्डो मीटर के अनुसार, रूस में अभी तक 6,81,251 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, वहीं ब्राजील में कोविड-19 के 15,78,376 मामले हैं और सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में हैं जिनकी संख्या 29,54,999 है। भारत कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में अब सिर्फ अमेरिका और ब्राजील से ही पीछे है। अमेरिका में इस ख़तरनाक बीमारी की चपेट में आने से अब तक 1 लाख 29 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं, ब्राजील में इससे 64 हज़ार से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी तक 6,90,349 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि संक्रमण से कुल 19,683 लोग की मौत हुई है। लेकिन दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों का संकलन कर रहे अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय का कहना है कि रुस में 6,80,283 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि भारत में 6,73,165, के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
ये आधिकारिक आंकड़े रविवार सुबह आठ बजे तक के हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार सुबह आठ बजे तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 6,73,165 मामले सामने आए हैं, वहीं देश में अभी तक 19,268 लोग की मौत हुई है। - रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के बेहतर प्रबंधन के परिणाम अब दिखने लगे हैं। प्रदेश में कोविड-19 मरीजों की रिकवरी दर सभी पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। यहां 78.4 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए हैं। वहीं महाराष्ट्र में यह दर 54.2 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 76.7 प्रतिशत, उत्तरप्रदेश में 69.1 प्रतिशत, आंध्रप्रदेश में 45.4 प्रतिशत, तेलंगाना में 48.8 प्रतिशत, ओड़िशा में 72.9 प्रतिशत और झारखंड में 76.9 प्रतिशत है। प्रदेश में अब तक कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए 3023 में से 2362 मरीज स्वस्थ हो गए हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ सबसे अच्छे रिकवरी दर वालों राज्यों में चौथे स्थान पर है। कोविड-19 के 50 से अधिक मरीज वाले राज्यों में केवल उत्तराखंड, राजस्थान और त्रिपुरा की रिकवरी दर ही छत्तीसगढ़ से अधिक है। मृत्यु दर के मामले में भी छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। यहां मृत्यु दर का प्रतिशत केवल 0.5 है। वहीं पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में यह दर 4.4 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 4.2 प्रतिशत, आंध्रप्रदेश में 1.2 प्रतिशत, तेलंगाना में 1.5 प्रतिशत, ओड़िशा में 0.5 प्रतिशत और झारखंड में 0.6 प्रतिशत है।
कोविड-19 के संभावित प्रसार को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में फरवरी माह के शुरूआत में ही इस पर नियंत्रण और रोकथाम की तैयारी शुरू कर दी गई थी। कोरोना वायरस जांच की सुविधा प्रारंभ में केवल एम्स रायपुर में थी। जगदलपुर, रायपुर और रायगढ़ के शासकीय मेडिकल कॉलेजों में उच्च स्तरीय लैब तैयार कर कोविड-19 की आरटीपीसीआर जांच सुविधा का विस्तार किया गया है। रायपुर के लालपुर स्थित आईआरएल लैब और निजी क्षेत्र के एसआरएल लैब में भी कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। जांच का दायरा बढ़ाने पूल-टेस्टिंग भी की जा रही है। अभी तक प्रदेश में एक लाख 66 हजार 656 लोगों के सैंपल की जांच की जा चुकी है। पॉजिटिव पाए गए 3023 लोगों में से 2362 के ठीक हो जाने के बाद अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 647 है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश के आठ क्षेत्रीय और 22 जिला स्तरीय अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। इन अस्पतालों में 3384 लोगों का उपचार किया जा सकता है। इनमें 445 आईसीयू और 296 एचडीयू (High Dependency Unit) बिस्तरों की भी व्यवस्था है। इन अस्पतालों के साथ ही 146 कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं जहां 8161 लोगों को रखा जा सकता है। सभी कोविड अस्पतालों में एन-95 मास्क, पीपीई किट, ट्रिपल लेयर मास्क, वीटीएम और जरूरी दवाईयों के पर्याप्त संख्या में इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव स्टेट कोविड कंट्रोल एंड कमाड सेंटर के माध्यम से जांच और इलाज की व्यवस्थाओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। विभाग द्वारा प्रदेश भर में संचालित 166 क्वारेंटाइन सेंटर्स में भी 15,835 बिस्तर हैं।
प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों की वापसी को देखते हुए ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में करीब 21 हजार क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं जिनकी क्षमता लगभग सात लाख है। विभिन्न राज्यों से प्रदेश लौटे साढ़े चार लाख श्रमिक 14 दिनों की क्वारेंटीन अवधि पूर्ण कर अपने घर पहुंच चुके हैं। स्वयं के और दूसरों लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा कि दृष्टि से उन्हें दस दिनों तक होम-क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। - नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच तनाव अब भी कम नहीं हुआ है। इसे लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस वाई कुरैशी ने एक ट्वीट किया है। कुरैशी का कहना है कि अगर चीन को चिढ़ाना ही मकसद है तो ऐप बैन करने से कुछ नहीं होगा। चीनी दूतावास वाली सड़क का नाम दलाईलामा मार्ग कर दो। कुरैशी के यह ट्वीट करते ही यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे और कहने लगे कि इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने ट्वीट कर लिखा “आज मुझे यह मिला – अगर चीन को चिढ़ाना ही मक़सद है तो दिल्ली में जहाँ चीनी दूतावास है उस रोड का नाम दलाई लामा मार्ग रख दो, यह कदम 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से ज़्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा।” कुरैशी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा “हैरान होता हूँ की ऐसे ऐसे नौकरशाह भी कांग्रेस ने रखे हुए थे जो सेंसलेस बात करते हो।” एक ने लिखा “सर इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।” एक ने लिखा “इस पूरे प्रकरण में दलाई लामा.. जिसे भारत में शरण मिली.. इतना मान सम्मान मिला उसकी चुप्पी शर्मनाक है।”
बता दें भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। शुक्रवार को प्रधान मंत्री मोदी लद्दाख के निमू गए थे। यहां ओएम मोदी ने सैनिकों को संबोधित किया था। - नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन मामले में एक मीडिया की कंपनी की 14 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। मामला कथित तौर पर 2600 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले से जुड़ा हुआ है। यह जानकारी शुक्रवार को जांच एजेंसी ने दी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि इसने पिक्सियन कंपनी समूह के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत औपबंधिक आदेश जारी किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बयान में कहा, ‘‘जब्त की गई संपत्तियां म्यूचुअल फंड, अदा परिवार न्यास और ध्रुव परिवार निजी न्यास के नाम से सूचीबद्ध कंपनियों में क्रमश: 5.95 करोड़ और 6.26 करोड़ रुपये के शेयर, विभिन्न संबंधित समूहों के नाम से 1.67 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड, 45 लाख रुपये के पीपीएफ अकाउंट बैलेंस और 14.62 लाख रुपये के बैंक बैलेंस शामिल हैं।’’ कुल 14.49 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की गई है।
इसने बताया कि मामला कथित धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र से जुड़ा हुआ है जिस कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 2600 करोड़ रुपये की हानि हुई और पिक्सियन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, महुआ मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, पिक्सियन विजन प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल विजन प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशक पी. के. तिवारी, आनंद तिवारी, अभिषेक तिवारी और अन्य को गलत तरीके से लाभ मिला।
सीबीआई की तरफ से आरोपियों के खिलाफ दायर प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत आपराधिक मामले दर्ज किए। ईडी ने आरोप लगाए कि जांच में पाया गया कि बैंक ऋण फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत तरीके से हासिल किए गए। एजेंसी ने कहा कि आरोपियों द्वारा इन कंपनियों, व्यक्तियों और परिवार के ट्रस्टों के नाम पर विभिन्न बैंकों में कई खाते खोले गए।
- जम्मू कश्मीर सरकार के विरुद्ध सोशल मीडिया पर कथित रूप से “झूठा प्रचार” करने के लिए शिक्षा विभाग के एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “सोशल मीडिया के दुरुपयोग का संज्ञान लेते हुए सोपोर पुलिस ने ऐसे कई सोशल मीडिया यूजर के विरुद्ध एक मामला दर्ज किया है जिन्होंने सरकारी आदेश की अनदेखी कर सरकार के खिलाफ झूठा प्रचार किया।”
उन्होंने कहा कि साइबर पुलिस ने ताहिर नजीर शल्ला नामक एक यूजर की पहचान की जो राज्य के शिक्षा विभाग में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि शल्ला सोशल मीडिया का इस्तेमाल “देशद्रोही और भड़काऊ” पोस्ट लिखने के लिए करता था। प्रवक्ता ने कहा, “इसके अतिरिक्त वह सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी अभियान भी चलाता था और कश्मीर घाटी में वर्तमान में सुरक्षा स्थिति के संबंध में झूठी अफवाहें फैलाता था।” शल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे सोपोर पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है।
प्रवक्ता ने कहा, “घटनाओं से संबंधित तथ्यों का सही प्रतिनिधित्व हमारी साझा जिम्मेदारी है। आम जनता से अनुरोध है कि सार्वजनिक डोमेन में डालने से पहले तथ्यों को क्रॉस चेक करें और उपद्रवियों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें।”