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देश के दो अलग अलग राज्य भूकंप के झटकों से दहल उठे। शुक्रवार सुबह झारखंड के जमशेदपुर और कर्नाटक के हम्पी में भूंकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग सहम गए। हालांकि इस दौरान किसी तरह के नुकसान की अभी तक कोई खबर नहीं मिली है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक कर्नाटक में आए भूकंप की तीव्रता 4.0 तो झारखंड में 4.7 तीव्रता रही। देश के दो अलग-अलग हिस्सों में मौजूद इन शहरों के बीच की दूरी करीब 1800 किमी. है, लेकिन दोनों ही जगहों पर एक ही वक्त भूकंप आया। सुबह सबुह आए आए झटकों से दहशत का माहौल बन गया। डर से कुछ लोग जरूर घरों से बाहर निकल आए।
दो दिन पहले भी दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र दक्षिण पूर्व नोएडा रहा था। बता दें कि पिछले 55 दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाके में छह बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। - नई दिल्ली : रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स में इंवेस्टमेंट के लिए विदेशी निवेशकों का तांता लगा हुआ है। बीते 6 हफ्तों में कंपनी को छठा बड़ा इंवेस्टमेंट मिला है। आबू धाबी की मुबाडाला इंवेस्टमेंट कंपनी (Mubadala Investment Company) ने 1.85% इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 9,093.60 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। मुबाडाला ने जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए आंकी है।
रिलायंस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार आबू धाबी की मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी ने जियो में 1.85 फीसदी हिस्सेदारी के बदले में 9,093.6 करोड़ रुपए के निवेश का फैसला किया है। यह रिलायंस जियो में पिछले छह सप्ताह में छठा बड़ा विदेशी निवेश है। उल्लेखनीय है कि जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की 'होली ओन्ड सब्सिडियरी' है। ये एक 'नेक्स्ट जनरेशन' टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “Wholly owned subsidiary” बनी रहेगी।
रिलायंस के जियो प्लेटफार्म में इससे पहले फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा, जनरल अटलांटिक और केकेआर ने निवेश किया था। इन 5 कंपनियों ने संयुक्त रूप से कुल 78,562 करोड़ रुपए का निवेश किया था। अब मुबाडाला के नौ हजार करोड़ से अधिक के निवेश के बाद कुल निवेश राशि 87,655 करोड़ रुपए की हो गई है। -
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गरीबों, किसानों और मजदूरों को छत्तीसगढ़ सरकार ने हर संभव मद्द पहुंचाई है। कोरोना के संकट के दौरान भी मद्द का यह सिलसिला अनवरत रूप से जारी रहा है। हमारी सरकार की नीयत सही है, इसलिए हमें सफलता और जन सहयोग मिल रहा है। कोरोना संकट काल में छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रवासी श्रमिकों और जरूरतमंदों की जिस तरह से बढ़-चढ़कर मद्द की है। उसकी सर्वत्र सराहना हुई है। जरूरतमंदों की मद्द में राज्य के स्वयं सेवी, समाज सेवी संस्थाओं, दान दाताओं एवं सक्षम लोगों के साथ-साथ श्रमिक तबके तक के लोगों ने अपनी स्व-स्फूर्त भागीदार बने है। मुख्यमंत्री बघेल कल अपने निवास कार्यालय में राज्य के विभिन्न अंचलों से आए युवा संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्गों के बेहतरी के लिए काम कर रही है। गरीबों, मजदूरों और किसानों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने युवा संगठनों के पदाधिकारियों से छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के गरीब तबके के लोग विकास की मुख्य धारा में शामिल हो और उनके जीवन स्तर में बदलाव आए, यह सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते डेढ़ सालों में किसानों और श्रमिकों को हर संभव मद्द दी है। धान खरीदी, कर्ज माफी, फसल बीमा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों के जेबों मे सीधे राशि पहुंचायी गई है। मनरेगा के माध्यम से मजदूरों को निरंतर काम और मजदूरी दी जा रही है। तेन्दूपत्ता संग्रहण और लघु वनोपजों की खरीदी की एवज में संग्राहक परिवारों को करोड़ों रूपए की राशि दी गई है।यही वजह है कि कोरोना संकटकाल में भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था गतिशील रही है। अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ व्यापार और कारोबार के मामले में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की जन हितैषी नीतियों का ही यह परिणाम है कि समाज के हर तबके का, हर वर्ग का व्यक्ति को लग रहा है कि यह उनकी अपनी सरकार है और वह शिद्दत से छत्तीसगढ़ राज्य के विकास में अपनी भागीदारी निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र का एक छोटा सा सेमरी गांव है। इस गांव में मनरेगा में मजदूरी करने वाले ग्रामीणों ने चंदा करके 22 हजार 100 रूपए की राशि राज्य में कोरोना पीड़ितों एवं जरूरतमंदों के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी है। मजदूरों द्वारा स्वेच्छा से दी गई यह राशि उनकी संवेदनशीलता, सामाजिक सरोकार और दानशीलता की मिसाल है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना संकटकाल में कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को विशेष रियायत देकर चालू रखा गया। मनरेगा के काम को भी हमने विरोध के बावजूद जारी रखा ताकि गांव के जरूरतमंदों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट न उत्पन्न होने पाए। छत्तीसगढ़ राज्य में मनरेगा के जरिए प्रतिदिन औसतन 25 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने का उल्लेखनीय काम किया गया है। समाज के सभी वर्गों के पास धन राशि की निरंतरता बने रहने के कारण व्यवसाय अप्रभावित रहा। लॉकडाउन के दौरान भी व्यापारियों और व्यवसायियों के कारोबार में काई प्रभाव नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कोरोना संकटकाल के दौरान 56 लाख से अधिक बीपीएल परिवारों को तीन माह का 105 किलो चावल निःशुल्क उपलब्ध कराया है। बिना राशनकार्डधारी और प्रवासी श्रमिक परिवारों के प्रति सदस्य के मान से पांच-पांच किलो चावल दिए जाने की व्यवस्था की है। इसका उद्देश्य यह है कि राज्य में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। छत्तीसगढ़ राज्य के सुदूर बस्तर वनांचल के गांव-गांव से लेकर सरगुजा के सीमावर्ती गांव और घरों तक सरकार ने मद्द पहुंचायी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंदों की मद्द के लिए किए गए प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में लौटकर आने वाले स्थानीय श्रमिकों सहित यहां से होकर अपने गृह राज्य जाने वाले अन्य राज्यों के श्रमिकों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करायी गई। शासन-प्रशासन और जन सहयोग से राज्य में जगह-जगह श्रमिकों के लिए भोजन, चाय-नाश्ते की व्यवस्था के साथ ही जरूरतमंद श्रमिकों को चरण पादुका भी मुहैया करायी गई। अन्य राज्यों के श्रमिकों को राज्य की सीमा तक सकुशल पहुंचाने का प्रबंध भी किया गया।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी के सहयोग से राज्य में कानून व्यवस्था बनी रही। उन्होंने कहा कि आप सबने यह देखा और सुना होगा कि अन्य राज्यों में अपनी जरूरतों एवं मजबूरियों के चलते घर से निकलने वालों पर पुलिस ने लाठियां भांजी। लोगों को तरह-तरह की प्रताड़नाएं दी। लोगों को पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ा। छत्तीसगढ़ राज्य इससे अछूता रहा। छत्तीसगढ़ के प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों ने जरूरतमंद लोगों की हरसंभव मद्द की। प्रवासी श्रमिकों को हमने मेहमान मानकर हर तरह की सुविधाएं मुहैया करायी।
युवा संगठनों के पदाधिकारियों ने इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके सरकार की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना संकट की विषम परिस्थिति में छत्तीसगढ़ सरकार के काम-काज से पूरा राज्य गौरवान्वित हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिकों और पीड़ित लोगों की संवेदनशीलता के साथ मद्द की है। युवा संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को देश का लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुने जाने पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने, मनरेगा के माध्यम से जरूरतमंदों को रोजगार मुहैया कराने तथा राज्य में कारोबार उद्योग एवं कारोबार को रियायत देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया। - भोपाल : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि तूफान निसर्ग अब कमजोर पड़ता जा रहा है, मगर इसके प्रभाव से महाराष्ट्र के कई जिलों और मध्य प्रदेश में बीस से ज्यादा जिलों में बारिश हो रही है। ये स्थिति अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी। एमपी के अलावा इससे सटे छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार भी निसर्ग से प्रभावित होंगे। इन राज्यों में कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
तूफान निसर्ग से सबसे अधिक महाराष्ट्र का रायगढ़ ज़िला प्रभावित हुआ है। रायगढ़ में कई स्थानों पर कच्चे मकान, झोपड़े नष्ट होने की खबरें हैं। बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। NDRF के महानिदेशक सत्य प्रधान ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें राहत कार्य के लिए रायगढ़ गई। महाराष्ट्र में कुल 20 टीमें तैनात हैं, 7-7 टीमें रायगढ़ और मुंबई में राहत कार्य के लिए काम कर रही हैं। - नई दिल्ली : कोरोना वायरस के संकट से निपटने को लेकर मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमला बोला है। कारोबारी राजीव बजाज से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘वर्ल्ड वॉर के दौरान भी कोई लॉकडाउन नहीं हुआ था।’ राहुल ने कहा कि मैं नहीं मानता कि किसी ने भी सोचा होगा कि इस तरह से दुनिया लॉकडाउन हो जाएगी। विश्व युद्ध के दौरान भी दुनिया इस तरह से लॉकडाउन नहीं हुई थी। तब भी चीजें खुली हुई थीं। यह पूरी तरह से अलग और चीजों को बर्बाद करने वाला था।
आर्थिक सुस्ती को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि कोरोना के संकट से पहले ही अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में थी। वायरस से पहले ही बेरोजगारी देश में एक बड़ी समस्या बन चुकी थी। अब कोरोना वायरस ने इस संकट को और बढ़ा दिया है। राहुल गांधी की इस टिप्पणी के जवाब में कारोबारी राजीव बजाज ने लॉकडाउन को गलत बताते हुए दावा किया कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश था, जहां लोगों को बाहर निकलने तक की अनुमति नहीं दी गई।
बजाज ने कहा कि भारत में जिस तरह से लॉकडाउन लागू किया गया, वह बेहद दर्दनाक था। मैंने दुनिया में किसी से भी इस तरह के लॉकडाउन के बारे में नहीं सुना। विश्व भर में मेरे दोस्तों और परिजनों को बाहर निकलने की आजादी थी। राजीव बजाज ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के संदर्भ में भारत ने पश्चिमी देशों की ओर देखा और कठिन लॉकडाउन लगाने का प्रयास किया जिससे न तो संक्रमण का प्रसार रुका, उल्टे अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।
राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किए गए संवाद में बजाज ने यह भी कहा कि बहुत सारे अहम लोग बोलने से डरते हैं और ऐसे में हमें सहिष्णु और संवेदनशील रहने को लेकर भारत में कुछ चीजों में सुधार करने की जरूरत है। लॉकडाउन से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश हमने पश्चिम खासकर सुदूर पश्चिम की तरफ देखा और पूर्व की तरफ नहीं देखा। उन्होंने कहा, ‘हमने कठिन लॉकडाउन लागू करने का प्रयास किया जिसमें खामियां थीं। इसलिए मुझे लगता है कि हमें आखिर में दोनों तरफ से नुकसान हुआ। इस तरह के लॉकडाउन के बाद वायरस मौजूद रहेगा। आप इस वायरस की समस्या से नहीं निपट पाए…. लेकिन इसके साथ अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।’ - मुंबई। बॉलीवुड के लिए साल 2020 बिल्कुल अच्छा साबित नहीं हो रहा है। इरफान खान, वाजिद खान और ऋषि कपूर के निधन के बाद अब एक और बुरी खबर आई है। बॉलीवुड के मशहूर फिल्ममेकर बासु चटर्जी का निधन हो गया है। वह 90 साल के थे। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों का निर्देशन किया है। जिनमें 'रजनीगंधा', 'बातों बातों में', 'एक रुका हुआ फैसला', 'चितचोर' शामिल हैं। उनके निधन की खबर की पुष्टि न्यूज एजेंसी पीटीआई से IFTDA (इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन) ने की है।
जानकारी के मुताबिक उनका उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया है। इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने ट्वीट कर कहा, 'मुझे ये बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि महान फिल्मकार बासु चटर्जी का निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे सातांक्रूज में होगा। ये फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति है। सर आपकी याद आएगी।' - नई दिल्ली। भारत में कोरोना संकट के बीच गुजरात में आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में तैयारी शुरू हो गई है। 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो विधायकों अक्षय पटेल और जीतू भाई चौधरी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीसरे विधायक ने कहा है कि वह भी इस्तीफा देने जा रहे हैं। कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफा देने का बाद अब गुजरात में राज्य सभा सीटों का चुनाव रोचक हो गया है।
विधायकों के इस्तीफे की पुष्टि गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने की है। गुरुवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के दो विधायक अक्षय पटेल और जीतू भाई चौधरी ने स्वेच्छा से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और मैंने इसे स्वीकार कर लिया है। बता दें कि अक्षय पटेल करजन सीट से और जीतू भाई चौधरी कपराडा सीट से कांग्रेस के विधायक थे। इस बीच कांग्रेस का मानना है कि काफी लंबे समय से उनका एक और विधायक संपर्क में नहीं है, अपुष्ट रिपोर्ट के मुताबिक वह भी कभी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। - मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से चर्चा कर जानी उद्योगों की समस्याएं :समाधान के लिए हर संभव सहयोग का दिया आश्वासन
छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल हब बने, स्थानीय लोगों को रोजगार औरराज्य सरकार को उद्योगों से मिले राजस्व
उद्योगपतियों ने कहा: नई सरकार बनने के बाद प्रदेश में बनाअच्छा औद्योगिक वातावरण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लॉक डाउन के बाद प्रदेश में शुरू हुए उद्योगों में कोरोना संक्रमण से बचाव की गाईड लाइन सहित सभी एहतियाती उपायों का गंभीरता से पालन करने की जरूरत पर बल दिया है। श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में उद्योगपतियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के 60 से 70 दिनों बाद औद्योगिक गतिविधियां प्रारम्भ हुई हैं, ऐसे में यह आवश्यक है कि उद्योगों में काम करने वाले संक्रमण से सुरक्षित रहें। काम करने वालों के स्वास्थ्य की जांच सहित गाइड लाइन का पालन किया जाए और स्थानीय उद्योगों में काम करने वाले लोगों को बाहर से आने वाले लोगों के सम्पर्क से दूर रखा जाए।मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान उद्योगों की समस्याओं की जानकारी ली और उद्योगपतियों को उनके समाधान के लिए राज्य सरकार के स्तर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की यह मंशा है कि छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल हब बने, यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार मिले और राज्य सरकार को भी उद्योगों से राजस्व की प्राप्ति हो। उद्योगपतियों ने चर्चा के दौरान कहा कि नई सरकार बनने के बाद प्रदेश में अच्छा औद्योगिक वातावरण बना है। अधिकारी उद्योगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनके निराकरण का प्रयास भी कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि कोरोना संकट से यह सीख मिली है कि उद्योगों के संचालन में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए। स्थानीय श्रमिकों को उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण देकर उनके कौशल का उन्नयन किया जाए। साथ ही स्थानीय विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रमिकों की स्किल मैपिंग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। मैपिंग के बाद श्रमिकों की तैयार की जाने वाली सूची से उद्योगों को उनकी आवश्यकता अनुसार दक्ष श्रमिकों की सेवाएं लेने में आसानी होगी।बैठक में उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पुरानी औद्योगिक नीति के तहत स्थापित उद्योगों को उस समय की औद्योगिक नीति में दी जाने वाली रियायतों का लाभ मिलना चाहिए। उद्योगपतियों ने भूखण्डों को फ्री होल्ड करने के नियमों में संशोधन के लिए भी आग्रह किया। उन्होंने बताया कि फ्री होल्ड हेतु भूखण्ड के लिए जो सीमा निर्धारित की गई है, उससे बड़े आकार के भूखण्डों पर उद्योग स्थापित हैं इसलिए इस प्रावधान का लाभ उद्योगों को नहीं मिल पा रहा है। उद्योगपतियों ने भूमि अधिग्रहण में आ रही दिक्कतों और उद्योगों के लिए जलकर की दरों के संबंध में भी ध्यान आकर्षित किया। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों की इन समस्याओं के निराकरण के लिए गंभीरता पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।बैठक में मेसर्स श्री सीमेंट लिमिटेड के श्री रवि तिवारी, मेसर्स आर.आर. इस्पात के श्री दिनेश अग्रवाल, मेसर्स मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफायनरी प्रायवेट लिमिटेड के श्री अनिल कुमार अग्रवाल, एस.के.एस इस्पात एण्ड पावर लिमिटेड के श्री हरिहरण, मेसर्स प्रकाश इंडस्ट्रिज लिमिटेड श्री ए.के. चतुर्वेदी, मेसर्स गोपाल स्पंज एंड पावर लिमिटेड के श्री विजय आनंद झावर, मेसर्स रामा पावर एंड स्टील प्रायवेट लिमिटेड के श्री संजय गोयल, मेसर्स बजरंग एलायस लिमिटेड के श्री नरेन्द्र गोयल, मेसर्स गोयल जेनिथ एग्रो प्रायवेट लिमिटेड के श्री विरेन्द्र गोयल भी उपस्थित थे। -
नई दिल्ली: गुजरात में भरूच के दाहेज में रसायन फैक्टरी की भट्ठी में विस्फोट से लगी आग में 40 मजदूरों के झुलसने की खबर आई है। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि यह आग कैसे लगी।
- राजकोट: गुजरात के मोरबी जिले के एक प्राथमिक स्कूल के सहायक शिक्षक को फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के कारण निलंबित कर दिया गया है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, यह मामला मोरबी जिले के हलवाद तालुक स्थित नवा धुवना का है.
मोरबी जिले के प्राथमिक शिक्षा अधिकारी (डीपीईओ) के कार्यालय ने सोमवार की शाम एक आदेश जारी कर सहायक शिक्षक जिग्नेश वधेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उन्हें पास के वांकानेर तालुका में स्थानांतरित कर दिया गया. डीपीईओ मयूर पारेख ने निलंबन आदेश में कहा, ‘सवालों के घेरे में आए शिक्षक मोरबी जिला शिक्षा समिति द्वारा संचालित श्री नवा धुनवा सरकारी प्राथमिक स्कूल के कर्मचारी हैं.’
पारेख ने अपने आदेश में कहा, ‘ऐसा संज्ञान में आया है कि उक्त कर्मचारी ने सोशल मीडिया (फेसबुक) में अप्रत्याशित पोस्ट किया था और कर्मचारियों के लिए बने आदर्श आचार संहिता का पालन करने में विफल रहे.’
पारेख ने अपने आदेश में यह भी कहा कि सहायक शिक्षक होते हुए फेसबुक प्रोफाइल में खुद को गुजरात सरकार में सेक्शन अधिकारी (एसओ) बताने के लिए गांधीनगर के सेक्टर-7 पुलिस स्टेशन ने वधेर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अधिकारी ने कहा, ‘बीते शुक्रवार को हमने शिक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया था और सोमवार को इस पर सुनवाई की थी. अपने जवाब में वधेर ने कहा था कि फेसबुक अकाउंट उनके परिवार के सदस्य चलाते थे और वे कभी-कभी ही टिप्पणी किया करते थे. अकाउंट के लिए वे ही जिम्मेदार थे. हमने उन्हें निलंबित कर दिया है और तीन सदस्यों की एक समिति की जांच बाकी है जिसका गठन हमने इस मामले को देखने के लिए किया है.’ - नई दिल्ली : लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच अभी भी तनाव बना हुआ है और दोनों तरफ से भारी संख्या में जवान आमने-सामने हैं. ऐसे में चीन की ताजा हरकतों से लगता है कि वो किसी युद्ध की तैयारी कर रहा है. दरअसल चीन के ही अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन की सेना (Peoples Liberation Army) भारत से सटे तिब्बत सीमा में पहाड़ियों पर सैन्य अभ्यास कर रही है.
चीनी सेना यह युद्ध अभ्यास रात के अंधेरे में कर रही है. ग्लोबल टाइम्स में इस खबर के छपने के बाद सोशल मीडिया में अंदेशा जताया जा रहा है कि चीन ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि किसी भी वक्त हर परिस्थिति के लिए उसकी सेना पूरी तरह तैयार रहे. हालांकि चीन की हर गतिविधि पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की भी पैनी नजर बनी हुई है.
चीनी सेना यह सैन्य अभ्यास समुद्र तल से 4700 मीटर की ऊंचाई पर कर रही है. जानकारी के मुताबिक रात में किए गए इस युद्ध अभ्यास में पूरी बटालियन ने तिब्बत की तंग्गुलिया माउंटेन की तरफ लक्ष्य साधकर अभ्यास किया.
- रायपुर : मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के विभिन्न मानकों पर लॉक-डाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ का उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के शुरूआती दो महीनों में ही प्रदेश ने साल भर के लक्ष्य का 37 फीसदी काम पूरा कर लिया है। इस वर्ष अप्रैल और मई माह के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध प्रदेश में 175 प्रतिशत काम हुआ है। इन दोनों मामलों में छत्तीसगढ़ देश में सर्वोच्च स्थान पर है। दो माह के भीतर सर्वाधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने में छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। यहां 1996 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया जा चुका है।
चालू वित्तीय वर्ष में अब तक पांच करोड़ तीन लाख 37 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन कर 25 लाख 97 हजार ग्रामीण श्रमिकों को काम उपलब्ध कराया गया है। इस दौरान 1114 करोड़ 27 लाख रूपए का मजदूरी भुगतान भी किया गया है। कोविड-19 का संक्रमण रोकने लागू देशव्यापी लॉक-डाउन के बावजूद प्रदेश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखने में मनरेगा के अंतर्गत व्यापक स्तर पर शुरू किए कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विपरीत परिस्थितियों में इसने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को रोजी-रोटी की चिंता से मुक्त करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने लॉक-डाउन के दौरान मनरेगा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और मैदानी अधिकारियों की पीठ थपथपाई है। उन्होंने प्रदेश भर में सक्रियता एवं तत्परता से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए सरपंचों, मनरेगा की राज्य इकाई तथा जिला एवं जनपद पंचायतों की टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच यह बड़ी उपलब्धि है। उनकी कोशिशों से कोविड-19 से बचाव और लाखों लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही बड़ी संख्या में आजीविकामूलक सामुदायिक एवं निजी परिसंपत्तियों का निर्माण हुआ है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम दो महीनों अप्रैल और मई के लिए दो करोड़ 88 लाख 14 हजार मानव दिवस रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया था। इसके विरूद्ध प्रदेश ने पांच करोड़ तीन लाख 37 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन कर 175 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। यह इस वर्ष के लिए निर्धारित कुल लेबर बजट साढ़े तेरह करोड़ मानव दिवस का 37 प्रतिशत है। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 1996 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा में प्रदेश में प्रति परिवार औसत 23 दिनों का रोजगार प्रदान किया गया है, जबकि इसका राष्ट्रीय औसत 16 दिन है। इस मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में शीर्ष पर है।
प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों को समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिए मस्टर रोल बंद होने के आठ दिनों के भीतर द्वितीय हस्ताक्षर कर 98 प्रतिशत फण्ड ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। बीते अप्रैल और मई महीने के दौरान कुल 1114 करोड़ 27 लाख रुपए का मजदूरी भुगतान श्रमिकों के खातों में किया गया है। कोविड-19 के चलते विपरीत परिस्थितियों में श्रमिकों के हाथों में राशि पहुँचने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर अच्छा असर पड़ा है। इसने रोजगार की चिंता से मुक्त करने के साथ ही ग्रामीणों की क्रय-क्षमता भी बढ़ाई है। प्रदेश भर में काम कर रहे मजदूरों की संख्या मई महीने के आखिरी में 25 लाख 27 हजार पहुंच गई है। अप्रैल के आखिरी में यह संख्या 15 लाख 74 हजार तथा मार्च के आखिरी में 57 हजार 536 थी। अभी प्रदेश की 10 हजार 155 ग्राम पंचायतों में कुल 44 हजार 964 कार्य चल रहे हैं। इनसे मौजूदा लॉक-डाउन में ग्रामीण जन-जीवन में आया ठहराव दूर हो गया है। -
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले से बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला द्वारा बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद से श्रमिकों को लाने के लिए मदद मांगने पर जोरदार हमला बोला. विधायक ने मुंबई में फंसे मध्य प्रदेश के रीवा और सतना जिले के निवासियों की सूची बनाकर ट्वीट करते हुए सोनू सूद से मदद मांगी. इसी को लेकर कांग्रेस नेता अलका लांबा का कहना है कि देश और राज्य में इनकी ही पार्टी की सरकार होते हुए भी सोनू सूद से मदद मांग रहे हैं. इतना ही नहीं, अलका लांबा ने इस्तीफा देने तक की बात कह डाली.
अलका लांबा ने बीजेपी विधायक के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ''आंखों पर यकीन नहीं होता कि जो खुद विधायक और पूर्व में मंत्री भी रहा, मध्यप्रदेश और देश में इन्हीं की सरकार है, मुख्यमंत्री/प्रधानमंत्री इन्हीं की पार्टी के हैं, महाराष्ट्र में भी इनके सांसद और विधायक हैं, फिर भी मदद सोनू सूद से मांग रहे हैं, थोड़ी भी शर्म हो तो इस्तीफ़ा देकर घर बैठ जाओ, बेहतर होगा.''
बताते चले कि बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला ने अपने ट्वीट में लिखा था कि सोनू सूद जी ये रीवा/सतना मप्र निवासी काफी दिनों से मुंबई में फंसे हुए हैं और अभी तक वापस नहीं पहुंच पाए हैं. कृपया इनको लाने में हमारी मदद करें. इसी ट्वीट में उन्होंने न सिर्फ विधायक बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया. फिलहाल, इससे पहले भी अलका लांबा बीजेपी की कमियों पर सवाल उठाती रही हैं. - पलामू। झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर इलाके में चलती कार में युवक को गोलियों से भून कर मार डाला। मृतक युवक की शिनाख्त कुणाल सिंह के रूप में हुई है, जो एक चर्चित गैंगस्टर था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक तीन लोगों ने कुणाल सिंह की हत्या कर दी। हत्या की इस वारदात को शहर के अघोर आश्रम के पास अपराधियों ने अंजाम दिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।
प्राप्त जानकारी के मताबिक अपराधी हत्या करने के लिए सफारी कार से आए थे। गोली मारने के दौरान कुणाल सिंह की कार और हत्यारों की कार टकरा गई। फिर घटना को अंजाम देकर अपराधी मौके से फरार हो गए। गोली लगने से गैंगस्टर कुणाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या की जानकारी मिलते ही एसपी अजय लिंडा ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू की।
एसपी अजय लिंडा ने मामले से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश का लग रहा है। मामले की जांच चल रही है। बता दें कि कुणाल सिंह पर हत्या, अपहरण व रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज है। वह पहले जेल भी जा चुका था। पुलिस मृतक कुणाल सिंह की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। एसपी अजय लिंडा के अनुसार हत्यारों ने इस वारदात को सड़क हादसे की रूप देने की कोशिश की है। वारदात को अंजाम देने के दौरान कुणाल सिंह को अपराधियों ने दो गोली मारी है।
बता दें कि मृतक कुणाल सिंह आर्मी का जवान था। साल 2008-09 में आर्मी में रहते हुए कुणाल पलामू में गैंग चलाता था। उसका गैंग फिरौती के लिए अपहरण को अंजाम दिया करता था। पलामू के तत्कालीन एसपी अनूप टी मैथ्यू ने एक मामले में आर्मी में रहते हुए कुणाल सिंह को पंजाब से साल 2099 में गिरफ्तार किया था। - पुलवामा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए एनकाउंटर में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं। एनकाउंटर दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कंगन इलाके में चल रहा था। जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से बताया गया है कि आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। फिलहाल इस मामले में और ज्यादा जानकारी का इंतजार है।
30 मई को सुरक्षाबलों ने पुलवामा के त्राल इलाके में जैश के चार आतंकियों को ढेर किया था। वहीं, मंगलवार को कुलगाम जिले के खुड़वानी के वनपोरा इलाके में एक एनकाउंटर हुआ था। इस एनकाउंटर में दो आतंकी ढेर हुए थे। जम्मू कश्मीर पुलिस की तरफ से बताया गया कि दोनों आतंकियों के परिवार वालों को बुलाकर उनसे सरेंडर की अपील करवाई गई। इसके बाद भी आतंकी नहीं माने तो सुरक्षाबलों की तरफ से भी सरेंडर करने की अपील की गई थी। मुठभेड़ से पहले आतंकियों को कई बार सरेंडर करने के मौके दिए गए और जब आतंकी नहीं माने जो सुरक्षाबलों को कार्रवाई करनी पड़ी। कुलगाम एनकाउंटर में सेना की 1 राष्ट्रीय राइफल्स, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम भी शामिल थी। - नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रिकॉर्ड रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और मरीजों की संख्या अब 2 लाख के पार पहुंच गई है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले महज 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस के 8,909 नए मामले सामने आए हैं, जो अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव केस बढ़कर 207,615 हो गए हैं। पिछले 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस 217 लोगों की जान भी ले चुका है और मृतकों की संख्या बढ़कर 5,815 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा और अभी तक कुल 100,303 मरीज ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस फिलहाल 101,497 हैं। इससे पहले मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया था देश में कोरोना वायरस के मरीजों की रिकवरी दर 48.07 फीसदी तक पहुंच गई है, जो एक राहत देने वाला संकेत है। लव अग्रवाल ने बताया कि हमारे देश मृत्यु दर 2.82 फीसदी है, जो पूरी दुनिया में सबसे कम है।
- नई दिल्ली: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फैसला दिया है कि जिन लोगों ने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है और जिनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है, उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर्स में बंद कर नहीं रखा जा सकता है, यह कहते हुए कि यह संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. शनिवार को, न्यायमूर्ति शशि कांत गुप्ता और न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की पीठ ने कहा, ‘व्यक्तियों, जिन्होंने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है और टेस्ट निगेटिव आया है, उनकी इच्छा के खिलाफ क्वारेंटाइन केंद्रों में उन्हें हिरासत में नहीं रखा जा सकता है. यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत व्यक्तिगत स्वतंत्रता के उल्लंघन होगा.’
अदालत 13 मई को वकील शाद अनवर द्वारा भेजे गए एक पत्र के आधार पर पंजीकृत एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें तबलीग़ी जमात के सदस्यों की रिहाई की मांग की गई थी, जो उत्तर प्रदेश में 5 मार्च से क्वारेंटाइन हैं. यह नोट किया गया कि प्रवासी श्रमिकों सहित कई लोग राज्य में क्वारेंटाइन केंद्रों में रखे गए हैं.
अदालत ने आदेश दिया, ‘उपरोक्त बातों के मद्देनजर, हम राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं कि जिन व्यक्तियों ने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है, उन्हें क्वारेंटाइन केंद्रों से तुरंत मुक्त किया जाए, बशर्ते कि उनका टेस्ट निगेटिव आया हो और उन्हें मुक्त करने में कोई कानूनी बाधा न हो.’ पीठ ने हर जिले में ‘अच्छे से चलने वाले, बड़े और ज्याद प्रभावी क्वारेंटाइन सेंटर्स’ सुनिश्चित करने के लिए 3 सदस्यीय समिति के गठन का भी निर्देश दिया है.
इस समिति ने कहा, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केंद्र ‘अच्छे से बने हों, नियंत्रित और प्रशासन की देख-रेख में हों और लोगों द्वारा सामना की जाने वाली कठिनाइयों और समस्याओं के मद्देनजर जो लोग क्वारेंटाइन में हैं उन्हें मदद, सहारा, मार्गदर्शन दि जा सके, और यह सुनिश्चित करें कि व्यक्ति, जिन्होंने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है, उन्हें तुरंत मुक्त किया जाए, बशर्ते उनका क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद टेस्ट निगेटिव आया हो और उन्हें मुक्त करने में कोई कानूनी बाधा न हो.’
अपनी याचिका में, अनवर ने आरोप लगाया था कि आवश्यक क्वारेंटाइन अवधि समाप्त होने के बावजूद, अधिकारियों ने केंद्रों से तबलीग़ी जमात के सदस्यों को रिहा नहीं किया था. इसमें उन्होंने कहा था, अनुच्छेद 21 के तहत उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है. अतिरिक्त महाधिवक्ता मनीष गोयल ने शुक्रवार को जवाब दिया था कि उत्तर प्रदेश से अपने गृह राज्यों को जाने के लिए परिवहन की अनुपलब्धता के कारण कुछ लोग अभी भी क्वारेंटाइन केंद्रों में हैं. तब राज्य सरकार को जमात सदस्यों के बारे में अदालत को सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया था जो अभी भी क्वारेंटाइन थे और जो क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद रिहा कर दिए गए थे.
जवाब में, अधिकारियों ने शनिवार को एक विस्तृत चार्ट प्रस्तुत किया था, जिसमें कहा गया था कि कुल 3,001 भारतीय और 325 विदेशी, जो तबलीग़ी जमात के सदस्य थे, को क्वारेंटाइन किया गया था.
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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज संविधान में इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग करने को लेकर दायर याचिका को टाल दिया है। यह मामला चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच के पास है। लेकिन उनके अवकाश पर रहने के कारण मामले को स्थगित कर दिया गया। दिल्ली के किसान नमह ने जनहित याचिका दायर कर संविधान के आर्टिकल-1 में बदलाव की मांग की है। इसी के जरिए देश को अंग्रेजी में इंडिया और हिंदी में भारत नाम दिया गया था।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई आज इस याचिका पर होनी थी लेकिन सीजेआई बोबडे के मंगलवार को अवकाश पर होने की वजह से इसे टाल दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने बिना अगली तारीख दिए हुए इस याचिका पर सुनवाई स्थगित की है। इससे पहले शुक्रवार को भी सुनवाई दो जून तक के लिए टल गई थी। बता दें कि, दिल्ली के रहने वाले नमह नाम के शख्स ने यह याचिका लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने वाले नमह ने कहा कि देश का नाम भारत करने से लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इंडिया नाम हटाने में नाकामी अंग्रेजों की गुलामी की प्रतीक है। प्राचीन समय से ही देश भारत के नाम से जाना जाता रहा है। याचिका में 1948 में संविधान सभा में संविधान के तत्कालीन मसौदे के अनुच्छेद 1 पर हुई चर्चा का हवाला दिया गया है और कहा गया है कि उस समय देश का नाम 'भारत' या 'हिंदुस्तान' रखने की पुरजोर हिमायत की गई थी।
याचिकाकर्ता का कहना है कि, देश का नाम एक होना चाहिए। कई नाम हैं जैसे रिपब्लिक ऑफ इंडिया, भारत, इंडिया, भारत गणराज्य वगैरह। इतने नाम नहीं होने चाहिए। हमें नहीं पता कि क्या कहना है। अलग कागज पर अलग नाम है। आधार कार्ड पर 'भारत सरकार' लिखा है, ड्राइविंग लाइसेंस पर 'यूनियन ऑफ इंडिया, पासपोर्ट्स पर 'रिपब्लिक ऑफ इंडिया', इससे कन्फ्यूजन होती है। यह एकता का समय है। हर एक को देश का नाम पता होना चाहिए। नाम एक ही होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी कहते हैं 'एक आवाज, एक देश। - नई दिल्ली : हमेशा अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा देश के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों का नाम भ्रष्टाचार से जोड़कर उनके फोटो ट्विटर पर पोस्ट करने के आरोप में चौतरफा घिर गए हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान में भी मामला दर्ज किया गया है।एफआईआर दर्ज होने के बाद संबित पात्रा पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है। भाजपा प्रवक्ता पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी और स्व. जवाहर लाल नेहरू एवं कांग्रेस पार्टी के खिलाफ ट्विटर पर अपमानजनक एवं अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है।
बता दें कि, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने हाल ही में मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा किए गए एक ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रयां दी थी। दरअसल, पिछले दिनों मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा था, “आज देश में कांग्रेस सरकार होती तो- हम टेस्ट, उपचार, व्यवस्था, राहत, मदद और तकनीकी में दुनिया में सबसे आगे होते।” इस ट्वीट के जबाव में संबित पात्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी की तस्वीरों वाला एक पोस्टर शेयर किया। जिसपर लिखा था कि 500 करोड़ मास्क घोटाला, 7000 करोड़ कोरोना टेस्ट किट घोटाला, 20,000 करोड़ जवाहर सेनेटाइजर घोटाला, 26,000 करोड़ राजीव गांधी वायरस रिसर्च घोटाला।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा के इस विवादित ट्वीट के बाद सबसे पहले उनके खिलाफ दिल्ली के पर्लियामेंट स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज कराया गया था। उसके बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर और अब राजस्थान में मामला दर्ज हुआ है। राजस्थान के हनुमानगढ़ सदर थाने में संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। यह मामला राजस्थान प्रदेश युवक कांग्रेस के सेक्रेटरी हरप्रीत सिंह ढिल्लन ने दर्ज कराया है।
बता दें कि, संबित पात्रा में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, उनके स्वास्थ्य को लेकर बाद में मीडिया में कोई खबर नहीं आई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा अक्सर अपने ट्वीट व बयानों को लेकर विवादों में रहते है। कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। - रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कल शाम यहां उनके निवास कार्यालय में अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में आए बिलासपुर के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की । प्रतिनिधिमण्डल में बिलासपुर के जिला उद्योग संघ तथा द फेडेरेशन ऑफ राइस मिलर्स के पदाधिकारी शामिल थे। इस मुलाकात में उद्यमियों ने राज्य में 90 प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में कार्य प्रारम्भ होने एवं औसतन 60 प्रतिशत उत्पादन प्रारम्भ होने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और राज्य में कोरोना के नियंत्रण एवं बचाव हेतु सरकार द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा की। प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के उद्योगों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। श्री बघेल ने समस्याओं के निराकरण हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन उद्यमियों को दिया। इस अवसर पर श्री रामावतार अग्रवाल, श्री हरीश केडिया, श्री अरविंद गर्ग, श्री अभिषेक सुल्तानिया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
- नई दिल्ली : बिग बॉस 13 से लोकप्रियता हासिल करने वाले मशहूर यूट्यूबर हिंदुस्तानी भाऊ ने प्रोड्यूसर एकता कपूर और उनकी मम्मी शोभा कपूर के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। हिंदुस्तानी भाई ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। बता दें कि, हिंदुस्तानी भाऊ ने एक दिन पहले (रविवार) इंस्टाग्राम पर लाइव आकर कहा था कि वह 1 जून को बड़ा धमाका करेंगे। ये भी कहा था कि वह किसी बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटी को एक्सपोज करने वाले हैं। अब भाऊ ने एकता कपूर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इस बाबत अपने इंस्टाग्राम पर दो वीडियो भी जारी किया है।
एक वीडियो में वे पुलिस स्टेशन के बाहर नजर आ रहे हैं जिसमें वह एकता कपूर और शोभा कपूर के खिलाफ पुलिस शिकायत करने की बात कह रहे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, ‘खार पुलिस थाने में एकता कपूर के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत एकता कपूर और शोभा कपूर के खिलाफ सेना और राष्ट्रीय चिन्ह के अपमान के लिए कराई गई है।’ वहीं इसके बाद हिंदुस्तानी भाऊ ने एक और वीडियो जारी किया है जिसमें वह एकता कपूर के उस वेब सीरीज का जिक्र कर रहे जिसके खिलाफ शिकायत की है। भाऊ ने एकता कपूर और उनकी मां को इसके लिए भारतीय जवानों से माफी मांगने को कहा है। भाऊ ने एकता कपूर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय जवानों की छवि को खराब किया है।
हिंदुस्तानी भाऊ ने एकता कपूर की वेब सीरीज ‘ट्रिपल एक्स’ के बारे में बताते हुए कहा कि इस सीरीज में एकता कपूर ने इंडियन आर्मी के जवानों के बारे में गलत चीजें दिखाई हैं। भाऊ ने कहा कि सीरीज में दिखाया गया है कि जब एक सेना का जवान बॉर्डर पर देश सेवा के लिए चला जाता है तो उसकी बीवी बॉयफ्रेंड को घर बुलाती है और पति की आर्मी यूनिफॉर्म पहनाकर सेक्स करती है। इंटिमेट सीन के दौरान महिला आर्मी यूनिफॉर्म को फाड़ती है और उसका मजाक उड़ाती है। हिंदुस्तानी भाऊ का कहना है कि इस तरह की चीजें दिखाकर हिंदुस्तानी फौज और उनके बलिदान को शर्मसार किया जा रहा है और इसलिए उन्होंने एकता कपूर और उनकी मां के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। - उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सोमवार रात कुछ लोगों ने एक दर्दनाक वारदात को अंजाम दिया। जिले के फतनपुर थाना के अंतर्गत भुजैनी गांव में कुछ लोगों ने एक युवक को पेड़ से बांधा और फिर पेट्रोल डालकर जिंदा फूंक दिया। युवक की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे फतनपुर थाना प्रभारी की जीप को आक्रोशित ग्रामीणों ने फूंक दिया। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण महौल है।
फतनपुर थाना क्षेत्र के गुजैनी गांव निवासी रणविजय पटेल का बेटा अंबिका पटेल (25) हाल ही में जेल से छूटा था। उस पर गांव की एक युवती को प्रेमजाल में फंसाकर वीडियो वायरल करने का आरोप था। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने उसे जेल में भेजा था। बताया गया कि सोमवार रात कुछ लोग अंबिका के घर पहुंचे और उसे जबरन उठा ले गए। घर से कुछ दूर ले जाकर उसे एक पेड़ में बांध दिया। जमकर पीटने के बाद पेट्रोल उड़ेल कर उसे आग के हवाले कर दिया।
गंभीर रूप से झुलसने के कारण अंबिका ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जानकारी होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सूचना मिलने पर पहुंचे फतनपुर थाना प्रभारी की जीप को आक्रोशित ग्रामीणों ने आग के हवाले कर दिया। बवाल बढ़ता देख मौके पर कई थानों की पुलिस को बुलाई गई। - भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ट्वीट करके अप्रत्याशित रूप से अमेरिका के अंदरूनी मामले पर टिप्पणी करने के साथ ही वहां के राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप पर हमला किया है। परोक्ष रूप से किए गए इस हमले में कांग्रेस के निशाने पर संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं। यह खबर आई थी कि अफ्रीकी मूल के अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के व्हाइट हाउस तक पहुंचने के बाद ट्रंप को कुछ देर के लिए बंकर में ले जाया गया था। मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से इसी प्रकरण पर चुटकी लेते हुए कहा गया है कि एक बंकर के नीचे छुपता है और एक एंकर के पीछे छुपता है।
ट्विटर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर तीखी प्रतिक्रया देखने को मिल रही है। कई लोग कह रहे हैं कि भारतीय राजीनित में एक स्थापित परंपरा रही है कि घरेलू राजनीति में मित्र देशों के अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी से बचा जाता रहा है।
- मुंबई : देश में चल रहे कोरोना वायरस संकट के बीच एक और चक्रवात महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय जिलों में दस्तक देने को तैयार है। बंगाल और उड़ीसा में पिछले दिनों सुपर साइक्लोन अम्फान के तबाही मचाने के बाद चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) पश्चिमी तट पर अरब सागर के ऊपर बनना शुरू हो गया है और महाराष्ट्र व गुजरात के कुछ हिस्सों से टकरा सकता है। मौसम विभाग ने उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट के लिए एक 'येलो' चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने आगाह किया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय जिलों को गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों से अधिक प्रभावित करेगा।
आईएमडी ने कहा है कि अरब सागर में डिप्रेशन तीव्र होकर एक गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग में परिवर्तित होने वाला है और तीन जून को रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों को पार करेगा।
एनडीआरएफ ने गुजरात में पहले ही 13 टीमें तैनात कर दी है, जिनमें से दो टीमों को रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र में 16 टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें से सात टीमों को रिजर्व रखा गया है। जबकि एक-एक टीम दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली में तैनात की गई है। एनडीआरएफ निचले तटीय इलाकों से लोगों को खाली कराने में राज्य सरकारों की मदद कर रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवाती तूफान 'निसर्ग से मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए सोमवार को अलर्ट जारी किया। तूफान के तीन जून को राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। - मीडिया रिपोर्टमुंबई : सिनेमा और मनोरंजन जगत के लिए ये साल बहुत बुरा साबित हो रहा है. पहले ऋषि कपूर का निधन, फिर इरफ़ान खान और उसके बाद वाजिद खान की मौत से पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया है. म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान ने सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने के कारण दम तोड़ दिया. 42 वर्षीय गायक-संगीतकार को दिल और किडनी संबंधी बीमारियों के साथ ही कथित तौर पर कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित थे.
अब इसी सिलसिले में एक और बुरी खबर आई है. बेटे वाजिद की मौत से हताश उनकी माँ रजीना खान की तबियत अब बिगड़ गई है. ख़बरों के मुताबिक वाजिद खान की मां रजीना खान का जब कोरोना टेस्ट कराया गया तो वो भी कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus Positive) पाई गई हैं और फिर उन्हें मुंबई के सुराणा सेठिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां गायक-संगीतकार को भी भर्ती कराया गया था. बता दें कि वाजिद खान का अस्पताल में बना एक वीडियो सोमवार से काफी वायरल हो रहा है. इसके तुरंत बाद ही गायक-संगीतकार का निधन हो गया था. वीडियो जो दोपहर तक वायरल हो गया, उसमें वाजिद अपने अस्पताल के बिस्तर से ‘हुड़ हुड़ दबंग’ गाना गाते नजर आ रहे हैं.