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- एजेंसीमुंबई : पबजी खेलने को लेकर किशोरों में किस कदर दीवानगी है इसकी बानगी मुंबई की एक घटना के रूप में सामने आई। जोगेश्वरी इलाके में 16 साल के लड़के ने पबजी के लिए ऑनलाइन लेन-देन के माध्यम से 10 लाख रुपये खर्च कर दिए। इसे लेकर माता-पिता के डांटने पर किशोर अपने घर से भाग गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने भागे हुए किशोर का पता गुरुवार की दोपहर को अंधेरी (पूर्व) में महाकाली केव्स इलाके में लगाया और उसे उसके माता-पिता के पास भेज दिया।
अधिकारी के मुताबिक, घटना बुधवार की शाम को सामने आई जब लड़के के पिता ने एमआईडीसी थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की।
जांच के दौरान लड़के के पिता ने पुलिस को बताया कि वह पिछले महीने से पबजी का आदी हो गया था और मोबाइल फोन पर खेलते हुए उसने अपनी मां के बैंक खाते से दस लाख रुपये खर्च कर दिए। इसे लेकर डांटा गया तो वह घर से भाग गया।
- एजेंसी
इटावा : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से है। यहां कानपुर-आगरा हाइवे पर गुरुवार की देर रात बड़ा हादसा हो गया। हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 25 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
यह हादसा इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के सिक्सलेन हाईवे पर बिजौली गांव के पास हुआ है। कानपुर से आगरा जा रही बस से चालक अपना नियंत्रण खो बैठा और सड़क किनारे खड़े ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि यात्रियों में चीखपुकार मच गई। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने हादसे की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को एंबुलेंस बुलाकर जिला अस्पताल भर्ती कराया गया।
वहीं, इस हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। हादसे के बाद चालक मुनेंद्र सिंह भाग निकला। परिचालक विजय सिंह ने बताया कि वह पहली बार इस ड्राइवर के साथ आया था, वो काफी तेज बस को चला रहा था। हादसे में नरपत (42) निवासी जनपद हमीरपुर व दस वर्षीय बालक आदित्य निवासी अलीगढ़ की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। इनमें अमर मुदगल (66) निवासी धौलपुर राजस्थान और एक महिला शामिल है।
यात्रियों ने बताया कि चालक कानपुर से ही बहुत तेज बस चला रहा था, जिससे कई यात्रियों को झटके लग रहे थे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। नतीजा ये हुआ कि आखिर में बस हादसे का शिकार हो गई और यात्रियों की जान चली गई। कई जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समाज सुधारक और शिक्षाविद् स्वामी आत्मानंद की पुण्यतिथि 27 अगस्त पर उन्हें नमन करते हुए कहा है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में मानव सेवा एवं शिक्षा संस्कार की अलख जगाई। पीड़ित मानवता की सेवा को उन्होंने सबसे बड़ा धर्म बताया। छत्तीसगढ़ उनकी कर्मभूमि रही है। स्वामी आत्मानंद ने शहरी और आदिवासी क्षेत्र में बच्चों में संस्कार, युवकों में सेवा भाव और बुजुर्गों में आत्मिक संतोष का संचार किया। स्वामी विवेकानंद के विचारों का भी उन पर भी गहरा असर हुआ और उन्होंने अपना पूरा जीवन दीन-दुखियों की सेवा में बिता दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वामी आत्मानंद के पद चिन्हों पर चलते हुए किसानों, वनवासियों, गरीबों और मजदूरों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के हर संभव प्रयास कर रही है। अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद जी के मानव सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्य अनुकरणीय और प्रेरणास्पद है। स्वामी आत्मानंद जी ने वनवासियों के उत्थान के लिए नारायणपुर आश्रम में उच्च स्तरीय शिक्षा केन्द्र की स्थापना की। राज्य सरकार ने इससे प्रेरणा लेते हुए उनके नाम पर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू किए हैं, जिनमें हर वर्ग के बच्चों को अच्छी कक्षा, पुस्तकालय, खेल मैदान सहित अच्छी पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने आदिवासियों के सम्मान एवं उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए अबूझमाड़ प्रकल्प की स्थापना की। नारायणपुर में वनवासी सेवा केन्द्र प्रारंभ कर वनवासियों की दशा और दिशा सुधारने के प्रयास किए। श्री बघेल ने कहा कि स्वामी अत्मानंद जी के आदर्श और जीवन मूल्य सदा जनसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। - एजेंसी
मध्य प्रदेश : इंदौर में एक लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. 12वीं की छात्रा को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ सामूहिक गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है. यह शर्मनाक घटना तब हुई जब पीड़िता अपने दोस्तों के साथ घूमने गई थी. बताया गया है कि इस वारदात में लड़की का एक ब्वॉयफ्रेंड भी है.
एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी ने बताया, गैंगरेप की वारदात के बाद पीड़ित लड़की ने मामले की रिपोर्ट इंदौर के एक पुलिस थाना में दर्ज कराई है. सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस ने कहा, आरोपियों को अरेस्ट करने की कोशिश की जा रही है.
इंदौर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 23 अगस्त को 12वीं की छात्रा अपने चार दोस्तों के साथ कार में मांडू घूमने के लिए गई थीं. इसके बाद जब वह शाम को लौट रहे थी, तभी उसे साथियों ने कोल्ड कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया. इसके बाद जब वह बेहोश हो गई तो उसे एक कमरे में ले जाकर तीनों लड़कों ने उसके साथ रेप किया. इस वाकये के दौरान उसकी सहेली भी मौजूद रही. गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने के बाद बेहोशी की हालत में पीड़ित लड़की को सुनसान सड़क पर छोड़ दिया. गैंगरेप की वारदात के बाद पीड़ित लड़की ने मामले की रिपोर्ट इंदौर के एक पुलिस थाना में दर्ज कराई है. सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस ने कहा, आरोपियों को अरेस्ट करने की कोशिश की जा रही है. - एजेंसी
लखनऊ : मशहूर शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा को रायबरेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी रायबरेली पुलिस ने लखनऊ से की है। दरअसल, तबरेज राणा ने खुद पर फायरिंग करवाई थी, जिसका मुकदमा रायबरेली कोतवाली में दर्ज हुआ था। तभी से तबरेज राणा फरार चल रहा था। हालांकि, रायबरेली पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा ने अपने चाचा और चचेरे भाइयों को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी। जांच के बाद पुलिस ने तबरेज पर हमले की कहानी को फर्जी करार दिया था।
उस वक्त रायबरेली पुलिस ने इस साजिश के पीछे पुलिस संपत्ति विवाद बताया था। पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। पुलिस जांच में हमले की कहानी फर्जी निकले के बाद पुलिस तबरेज राणा की तलाश में जुट गई थी। तभी से वो फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने 25 अगस्त को लखनऊ स्थित आवास से तबरेज को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस उससे मामले में आगे की पूछताछ करेगी और उसका साथ देने वाले शूटरों का भी पता लगाया जाएगा।
बेटे तरबेज की गिरफ्तारी पर शायर मुनव्वर राणा ने पुलिस और योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। मुनव्वर राणा ने कहा कि अगर उनके बेटे ने जुर्म किया है तो उसे सजा मिले। राणा ने आगे कहा कि उनके बेटे पर कोई गैर जमानती धारा नहीं लगी थी, लेकिन फिर भी उसको गिरफ्तार किया गया। तरबेज को गिरफ्तार करने आई पुलिस का बर्ताव सही नहीं था। मुनव्वर राणा ने कहा कि पुलिस ने मेरे बेटे के साथ मारपीट की। मां, बीवी के सामने बेटे को मारते पीटते हुए पुलिस ले गई।
सिर्फ मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा मुनव्वर राणा ने कहा कि ये पुलिस है कहीं से कुछ भी निकाल सकती है। मेरे पेट से शराब की दो बोरी निकाल सकती है। कहा कि ये तकलीफ उन्हें पहुंचाई जा रही है। सुनते थे अंग्रेज बहुत खराब थे, लेकिन हिंदुस्तान में ऐसे लोग हैं जो अंग्रेजों से भी ज्यादा खराब हैं। राणा ने कहा कि सिर्फ मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। मुसलमान दुश्मन माना जा रहा है। उनकी नजर में हर मुसलमान आतंकवादी है। - एजेंसी
उत्तरप्रदेश : यूपी के आगरा (Agra) जिले के दो गांवों में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है. थाना डौकी इलाके के कौलारा कलां और थाना ताजगंज के देवरी में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है. जहरीली शराब से 8 लोगों की मौत के बाद हड़ंकप मच गया है.
लीपापोती में जुटा प्रशासनजहरीली शराब के मामले में प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. बताया जा रहा है . जिला प्रशासन और आबकारी विभाग मामले को दबाने में जुटा है. प्रशासन मामले में कार्रवाई ना करके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन दूसरी वजहों से मौतों को बता मामले की लीपापोती में जुटा है. आबकारी अधिकारी नीरेश पलिया की भूमिका सवालों के घेरे में है.
चार ठेके सीलउधर, इस घटना के बाद पुलिस ने शराब की चार दुकानें सील कर दिए हैं. हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है कि ये मौतें नकली शराब पीने से हुई हैं. आगरा के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण पूर्व) अशोक वेंकट ने कहा, ‘‘मौत की असली वजह अब तक पता नहीं चली है और पोस्टमार्टम के बाद उसका पता चलेगा.’’ उन्होंने बताया कि कौलारा कलां गांव के राधे (42), अनिल (34)और रामवीर (40) तथा बारकुला गांव के गया प्रसाद (50) की मौत हुई है. अनिल के पिता श्री निवास (65) ने आरोप लगाया कि उसके बेटे और उसके गांव के दो अन्य लोगों की मौत गांव की एक दुकान से खरीदी गयी नकली शराब के पीने से ही हुई है.
उन्होंने कहा कि अनिल सोमवार को बीमार पड़ गया और वह उसे पहले एक स्थानीय डॉक्टर एवं फिर आगरा के एक अस्पताल में ले गये जहां उसकी मौत हो गयी. कौलारा कलां के ही सुदीप ने कहा कि अनिल ने राधे एवं रामवीर के साथ शराब पी थी और सोमवार को वे बीमार पड़ गये.
श्रीनिवास ने आरोप लगाा कि उनके गांव और आसपास के क्षेत्र नकली शराब के केंद्र बन गये हैं. ग्राम प्रधान शंकर सिंह ने कहा, ‘‘मैंने भी क्षेत्र में नकली शराब के कारोबार का मुद्दा पुलिस एवं अन्य अधिकारियों के साथ बार बार उठाया, लेकिन किसी ने हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया. ’’ - उत्तराखंड : इंडियन आइडल 12 का खिताब जीतने वाले पवनदीप राजन पर तोहफों की बौछार हो रही हैं. 15 अगस्त को इंडियन आइडल के शानदार फिनाले में उन्हें 25 लाख रुपए की इनामी राशि और एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार मिली थी. वहीं, अब उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार ने भी उन्हें बड़ा इनाम दिया है.
दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने पवनदीप राजन को राज्य की कला, पर्यटन और संस्कृति का ब्रांड एंबेसडर में बनाया है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की है. पवनदीप राजन ने सीएम आवाज पर मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की है. जिसके बाद उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने का ऐलान किया गया.
चंपावत के रहने वाले हैं पवनदीप राजनबता दें कि पवनदीप राजन उत्तराखंड के चंपावत जिले के रहने वाले हैं. उनके पिता सुरेश राजन कुमाऊं के मशहूर गायक हैं. पवनदीप राजन ने 2015 में रियलिटी शो 'द वॉइस इंडिया सीजन 1' भी जीता था. बहुमुखी प्रतिभा के धनी पवनदीप राजन अच्छे सिंगर तो हैं ही, इसके अलावा वो कंपोजर और म्यूजिक डायरेक्टर भी हैं. - एजेंसी
नई दिल्ली : सासंदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों के जल्द ट्रायल करने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट सीबीआई और ईडी पर ट्रायल में देरी पर बरसा है. CJI एनवी रमना ने कहा कि 15-20 साल से केस पेंडिंग हैं . ये एजेंसिया कुछ नहीं कर रही हैं . खासतौर से ईडी सिर्फ संपत्ति जब्त कर रही है. यहां तक कि कई मामलों में चार्जशीट तक दाखिल नहीं की गई है. केसों को ऐसे ही लटका कर न रखें. चार्जशीट दाखिल करें या बंद करें. मामलों में देरी का कारण भी नहीं बताया गया है. अदालतें पिछले दो साल से महामारी से प्रभावित हैं. वो अपनी पूरी कोशिश कर रही हैं.
CJI ने कहा कि PMLA में 78 मामले 2000 से लंबित हैं. आजीवन कारावास में भी कई मामले लंबित हैं. सीबीआई के 37 मामले अभी लंबित हैं. हमने एसजी से हमें यह बताने के लिए कहा था कि इसमें कितना समय लगेगा. हम एसजी तुषार मेहता से सीबीआई और ईडी से इन लंबित मामलों के बारे में स्पष्ट स्पष्टीकरण देने को कहेंगे. इन एजेंसियों ने इन मामलों में देरी के कारणों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है. एसजी ने कहा कि आप हाई कोर्ट को इसमें तेजी लाने का निर्देश दे सकते हैं.
सीजेआई ने कहा हमने पहले ही उच्च न्यायालयों को HC के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति बनाने का निर्देश दिया है. जांच एजेंसियां आगे बढ़ सकती हैं और जांच पूरी कर सकती हैं. सीजेआई एनवी रमना, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की तीन जजों की बेंच मामले की सुनवाई कर रही है.
सांसदों के खिलाफ लंबित मामलों पर ईडी की रिपोर्टपीएमएलए एक्ट में पूर्व सांसद समेत 51 सांसद आरोपी हैं. 51 मामलों में से 28 की अभी जांच चल रही है, 4 का ट्रायल चल रहा है. ये कम से कम 10 साल पुराने मामले हैं. कुछ मामलों में अत्यधिक देरी हुई है. कुछ मामलों में मुकदमे की स्थिति का उल्लेख नहीं किया गया है. विधायकों के खिलाफ मामलों में भी यही स्थिति है. लगभग 70 में से 40 से अधिक की जांच चल रही है
लंबित मामलों पर सीबीआई की रिपोर्ट
121 मामले 51 सांसदों के खिलाफ हैं. 112 विधायकों के खिलाफ हैं. सबसे पुराना मामला 2000 का है. सीबीआई की विशेष अदालतों में 58 मामले लंबित हैं और आजीवन कारावास की सजा से संबंधित हैं. मौत की सजा के मामले में भी केस सालों से लंबित हैं. एक मामले में वे कह रहे हैं कि मामला 2030 में पूरा होने की उम्मीद है.
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के मुंह से निकला - हे भगवान!
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के मुंह से निकला - हे भगवान! CJI ने कहा कि एसजी तुषार मेहता ये सब सुन रहे हैं. तुषार मेहता ने कहा कि केस दर केस जाने के बजाय, मैं इस बात से सहमत हूं कि उन्हें तेज करने की जरूरत है. CJI ने कहा कि यह कहना आसान है कि इसमें और वह तेजी से काम करें, लेकिन यह कहां हो रहा है?
सीजेआई ने कहा- जानते हैं मैनपावर एक वास्तविक मुद्दा है
केंद्र के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से मौजूदा सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की जांच पूरी करने के लिए जांच एजेंसियों पर समय सीमा तय करने का आग्रह किया. एसजी का कहना है कि कोर्ट के दखल से चीजें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी द्वारा जांच पूरी करने में अत्यधिक देरी पर चिंता व्यक्त की. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से सीबीआई और ईडी निदेशकों से बात करने के लिए कहा है ताकि एजेंसियों में जनशक्ति का पता लगाया जा सके ताकि जांच को समयबद्ध पूरा किया जा सके. निगरानी समिति के सुझावों पर भी गौर करें. एसजी ने कहा कि मैं उनके साथ एक संयुक्त बैठक करूंगा, जो भी कमी है उसे दूर किया जा सकता है. CJI ने कहा कि हर जगह मैन पावर एक वास्तविक मुद्दा है. हमारी तरह जांच एजेंसियां भी इस समस्या से जूझ रही हैं. हर कोई सीबीआई जांच चाहता है. - एजेंसी
जम्मू-कश्मीर : जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मंगलवार तड़के सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच शुरू हुई मुठभेड़ में तीन दहशतगर्दों को मार गिराया गया है। अराजकतत्व अफवाह न फैला सकें, इसके मद्देनजर सोपोर में मोबाइल इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है। साथ ही श्रीनगर-बारामुला के बीच ट्रेन सेवा निलंबित कर दी गई है। बता दें कि सोपोर के पेठसीर गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर पुलिस, सेना की 52-आरआर और सीआरपीएफ की 177,179 व 92 बटालियन की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
घेरा सख्त होता देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई है, जिनकी अभी शिनाख्त नहीं हुई है। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान जारी है। कश्मीर जोन के आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि इस साल अब तक 101 आतंकियों को खात्मा किया जा चुका है।
क्रिकेट मैदान में टीआरएफ के सरगना और उसके साथी आतंकी का खात्माइससे पहले सोमवार को एसओजी के 10 कमांडों ने क्रिकेट मैदान में घेरकर द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के सरगना अब्बास शेख और उसके साथी आतंकी साकिब मंजूर को मुठभेड़ में मार गिराया। दोनों पुलिस के रडार पर लंबे समय से थे। मारे गए आतंकियों से हथियार भी बरामद किए गए हैं। दोनों कई नागरिकों की हत्या में शामिल थे। स्थानीय युवाओं की भर्ती करने में भी भूमिका निभा रहे थे। पुलिस के अनुसार यह बड़ी कामयाबी है।
इनपुट मिलने पर श्रीनगर पुलिस के 10 जवान सिविल ड्रेस में गए- आईजीपी विजय कुमारआईजीपी विजय कुमार ने बताया कि दोनों के बारे में इनपुट मिलने पर श्रीनगर पुलिस के 10 जवान सिविल ड्रेस में गए। वहां पर इलाके का घेराव किया और उन्हें ललकारा। चेतावनी देने के बाद उधर से फायरिंग की गई जिसका जवाब दिया गया। इससे मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। अब्बास ने आतंक फैला रखा था और नए युवाओं को आतंकवाद में भर्ती के लिए प्रेरित करता था जिसके चलते बच्चों के अभिभावक काफी परेशान थे। वह अभिभावकों से अपील करते हैं कि बच्चों को इस राह पर न जाने दें। जो चला गया है उसे वापस लाने की कोशिश करें हम उनका स्वागत करेंगे।
विजय कुमार ने बताया कि अब्बास शेख के इशारे पर ही साकिब मंजूर श्रीनगर में कई हत्याओं को अंजाम दे चुका था। चार और आतंकी वांछित हैं जिन्हें जल्द मार गिराया जाएगा। बता दें कि साकिब का एक वीडियो कुछ महीने पहले वायरल हुआ था जिसमें वह फिरन के नीचे से एके 47 निकालकर दो पुलिसकर्मियों पर हमला करता दिखा था। इस हमले में दोनों पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
- एजेंसीगुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक खौफनाक मामला देखने को मिला है. यहां एक मकान मालिक ने अपनी पुत्रवधु और किरायेदार के बीच अवैध संबंधों के शक में 5 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी है. मरने वालों में दो बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने के बाद मकान मालिक ने खुद थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया है.
बता दें कि यह मामला गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाना क्षेत्र का है. मंगलवार की सुबह थाने पहुंचे एक शख्स ने पुलिस को बताया कि वह 5 लोगों की हत्या करके आया है. इसपर पुलिस आनन फानन में घटनास्थल पर पहुंची और पाया कि उस शख्स ने अपनी पुत्रवधु, किरायेदार, किरायेदार की पत्नी और उसके दो बच्चे की हत्या कर दी है. इसके बाद पुलिस ने मकानमालिक को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है. पुलिस को मकान मालिक ने बताया है कि उसकी पुत्रवधु का और किरायेदार के बीच अनैतिक संबंध थे. इसी गुस्से में उसने इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच सभी पहलुओं से कर रही है. -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को आज जन्मदिन की बधाई देने के लिए उनके निवास कार्यालय में जनसमूह उमड़ पड़ा। सुबह से ही लोग मुख्यमंत्री निवास पहंुचने लगे थे। प्रदेश के सभी अंचलों से आये लोग के साथ-साथ मुख्यमंत्री के जन्मदिन की बधाई देने निर्माणी श्रमिकों के उत्तराधिकारी परिजन भी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के उत्तराधिकारी परिजनों से बड़ी ही आत्मीयता से मुलाकात की। सभी ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके दीर्घायु होने की कामना की। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर 50 दिवंगत निर्माणी श्रमिकों के उत्तराधिकारियों को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि का चेक, शॉल एवं गिफ्ट पैक भेंट किया। निर्माणी श्रमिकों के उत्तराधिकारियों को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत दी गई।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप श्रम विभाग के अधीन छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत पंजीकृत श्रमिक की सामान्य एवं दुर्घटना मृत्यु पर एक लाख रूपए तथा स्थाई दिव्यांगता होने पर 50 हजार रूपए दिए जाने का प्रावधान किया गया है। पूर्व में मण्डल द्वारा निर्माणी श्रमिकों की मृत्यु पर विश्वकर्मा योजना के तहत मात्र 30 हजार रूपए दिए जाने का प्रावधान था, जिसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के उपरांत एक जनवरी 2019 से बढ़ाकर एक लाख रूपए कर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस योजना के तहत सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय रायपुर में पंजीकृत 50 दिवंगत निर्माण श्रमिकों के उत्तराधिकारियों को एक-एक लाख रूपए के मान से कुल 50 लाख रूपए की सहायता राशि का चेक प्रदान किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सामाजिक, आर्थिक और भौतिक विकास के संतुलन के साथ आगे बढ़ रहा छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मानना है कि भारत के नक्शे में सिर्फ एक अलग राज्य के रूप में एक भौगोलिक क्षेत्र की मांग नहीं थी, बल्कि इसके पीछे सदियों की पीड़ा थी।
ये छत्तीसगढ़िया सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने की मांग थी। आम छत्तीसगढ़िया की तासीर और उनकी अपेक्षाएं बिलकुल अलग हैं, बरसो की उपेक्षा और तिरस्कार, पिछड़ेपन का दंश के बावजूद अपनी आस्मिता और स्वामिमान को बचाकर चलना यहां की खासियत है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को इन्हें समझने में जरा भी देर नहीं लगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में न केवल सांस्कृतिक उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ के त्यौहारों को महत्व दिया बल्कि छत्तीसगढ़ के किसानों, मजदूरों सहित सभी वर्गाे के हितों को और अधिक मजबूत करने के लिए न्याय योजनाओं की श्रृखला शुरू की। उनके विकास के छत्त्ीसगढ मॉडल में है माटी की सौंधी महक।
मुख्यमंत्री श्री बघेल के विकास के छत्तीसगढ़ माडल में आवश्यक अधोसंरचना विकास के साथ-साथ लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, विकास का संतुलित स्परूप ही इस मॉडल की विशेषता है।
उन्होंने आम छत्तीसगढ़िया की आखों में खुशहली और उनके चेहरे चमक में लाने के लक्ष्य को लेकर सरकार बनते ही कई ऐतिहासिक फैसले लिए। उन्होंने बरसों से छत्तीसगढ़ के साथ हुए अन्याय को न्याय योजनाओं के जरिए न्याय देने की पहल की है।
चाहे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना हो, चाहे किसानों की कर्ज मुक्ति की बात हो या धान का वाजिब मूल्य देने की बात हो, अपने वायदे से वे कभी नहीं डिगे। उन्होंने हमेशा साहसिक फैसले लेकर छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया दोनो के हितों की रक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विकास के छत्तीसगढ़ी माडल में सबके लिए न्याय की अवधारणा है। यहां सिर्फ किसानों, मजदूरों, श्रमिकों के लिए ही न्याय नहीं है, न्याय की बयार, वनवासियों, और मध्यम वर्ग और उद्यमियों तक भी पहुंच रही है। हर वर्ग को राहत पहुंचाने के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं।
अन्नदाता किसानों का मान बढ़ाने के लिए न्याय की पहल की गई किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूआत हुई।
मध्यम वर्ग को न्याय देने के लिए छोटे भू-खंडों के क्रय विक्रय के साथ ही भूमि के क्रय विक्रय की गाइड लाइन दरों में 30 प्रतिशत की कमी के साथ ही रियल इस्टेट सेक्टर को नया बूूम देने के लिए 75 लाख तक के मकानों की खरीदी पर पंजीयन राशि में छूट दी गई।
वनवासियों को न्याय देने की पहल के तहत वनोपजों की संग्रहण मजदूरी तथा समर्थन मूल्य में वृद्धि के साथ समर्थन मूल्य पर खरीदी जाने वाली लघु वनोपजें 7 से बढ़ाकर 52 की गयी, जिसके कारण 13 लाख से अधिक आदिवासियों और वन आश्रित परिवारों को लाभ मिल रहा है। उद्योगों को राहत देने कई फैसले लिए गए।
पिछले ढाई सालों पर नजर डालें तो राज्य में विकास का एक अलग स्वरूप नजर आ रहा है। छत्तीसगढ़ विकास का मॉडल देश में एक अलग पहचान के रूप में स्थापित हो रहा है। इस विकास मॉडल के केन्द्र में गांव और किसान हैं।गांवों के गौरव को फिर से जगाने और हर हाथ को काम से जोड़ने का लक्ष्य रखकर सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योेेेजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना जैसी योजनाए प्रारंभ की गई है। लाख उत्पाद और मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया गया। कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित करने के साथ ही लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मिशन भी शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल का कहना है कि नरवा-गरवा-घुरवा-बारी को छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास से, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अस्मिता से जोड़ना निश्चित तौर पर यह हमारी प्राथमिकता है। हम छत्तीसगढ़ के बुनियादी विकास की बात करते हैं और उसी दिशा में सारे प्रयास किए गए हैं, जिसके कारण आर्थिक मंदी और कोरोना जैसे संकट के दौर में भी, छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था अपनी पटरी पर बनी रही।जब देश और दुनिया के बाजारों में सन्नाटा था, तब छत्तीसगढ़ में ऑटो-मोबाइल से लेकर सराफा बाजार तक में उत्साह था। हमारे कल-कारखाने भी चलते रहे और गौठान भी। हमारे फैसले छत्तीसगढ़ को न सिर्फ तात्कालिक राहत देते हैं बल्कि दूरगामी महत्व के साथ, चौतरफा विकास के रास्ते खोलते हैं।
देश में पहली बार किसानों को विभिन्न फसलों के लिए इनपुट सब्सीडी देने की शुरूआत हुई। न्याय की यह बयार यहीं नहीं रूकी। गोधन न्याय योजना में इसे और बढ़ाया गया पशुपालकों और ग्रामीणों से गोबर खरीदी का काम शुरू हुआ। इस योजना से लगभग 76 प्रतिशत भूमिहीन कृषि मजदूर लाभान्वित हो रहे हैं।इससे इन वर्गाे को जहां आय का जरिया मिला वहीं गांव की महिला समूहों को वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट से जोड़कर उन्हें भी स्वावलंबन से जोड़ा गया है। सुराजी गांव योजना में बनाए गए गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की अवधारणा ने यहां ग्रामोद्योग और परम्परागत हस्तशिल्पियों के रोजगार का नया द्वार खोल दिया है। यहां प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के साथ ही इन उत्पादों की मार्केटिंग के लिए व्यापारियों की भी मदद ली जा रही है।
ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए खेती किसानी के साथ-साथ कृषि आधारित उद्योंगों को प्राथमिकता दी जा रही है। सभी विकास खंडों में फूड पार्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। लघुवनोपज से वनवासियों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए इन वनोपजों के वेल्यूएडिशन पर जोर दिया जा रहा है।कोरोना काल में देश में सबसे अधिक लघु वनोपज का समर्थन मूल्य पर संग्रहण छत्तीसगढ़ में किया गया। सुराजी गांव योजना में गौठानों में रूरल इंड्रस्ट्रीयल पार्क के जरिए ग्रामीणों और युवाओं को उत्पादक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। गांवों में सिंचाई क्षमता के विकास के लिए नरवा कार्यक्रम हाथ में लिया गया है।
पिछले ढाई सालों में ऐसे अनेक छोटे-बड़े नवाचार हुए हैं, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। डेनेक्स कपड़ा फैक्ट्री से लेकर वनोपज संग्रह में महिला स्व-सहायता की भूमिका, देवगुड़ी के विकास से लेकर स्थानीय उपजों के वेल्यूएडिशन तक बहुत से काम किए गए हैं। छत्तीसगढ़ के कोयले से अगर बिजली बनती है तो उसके लाभ में सीधे हिस्सेदारी आम जनता की होनी चाहिए।यही वजह है कि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल हाफ योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के 39 लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को विगत 27 महीने में 1822 करोड़ रू. का लाभ मिल चुका है।
कोरोना से लड़ने के लिए प्रदेश में बड़े पैमाने पर स्वस्थ्य सुविधाएं विकसित की गयी। कोरोना काल में देश के 10 राज्यों को आक्सीजन की सप्लाई की गई। कांकेर, कोरबा तथा महासमुंद में नए मेडिकल कॉलेज भी खोलने की स्वीकृति दी गयी है। बस्तर में कुपोषण मुक्ति से लेकर मलेरिया उन्मूलन तक सफलता का नया कीर्तिमान रचा गया है।मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना और दाई-दीदी मोबाइल क्लीनिक जैसी पहल का लाभ लाखों लोगों को मिला है।
प्रदेश की नई औद्योगिक नीति में पिछड़े क्षेत्रों में औद्योगिकीकरण को प्रोत्साहित करने के प्रावधान किए गए हैं। हर विकासखंड में फूडपार्क स्थापित करने की दिशा में कार्यवाही शुरू की गयी है।गरीब परिवारों के बच्चों को अंगेजी माध्यम में शिक्षा देने के लिए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना शुरू की गई है, जिसके तहत 172 शालाओं का संचालन किया जा रहा है। कोरोना से जिन बच्चों के पालकों का निधन हुआ है, उन बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने के लिए ‘महतारी दुलार योजना’ शुरू की गई है।
प्रदेश के ग्रामीण अंचल, वन अंचल, बसाहटों, कस्बों और शहरों में रहने वाले लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए आगामी दो वर्षों में 16 हजार करोड़ की लागत से सड़कों का नेटवर्क बनाया जा रहा है। सिर्फ एक साल 2020-21 में ‘प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना’ के तहत प्रदेश में 4 हजार 228 किलोमीटर सड़कें बनाई गईं। इतना काम पिछले किसी एक साल में नहीं हुआ। पूरे ढाई साल में 8 हजार 545 किलोमीटर सड़कें बनाई, जो एक बड़ी उपलब्धि है। -
झारखंड : झारखंड के दुमका जिले में एक महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया। इतना ही नहीं महिला को जूते की माला भी पहनाई गई। पुलिस ने महिला के बयान के आधार पर 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, इसमें से छह को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
झारखंड के दुमका जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। रानीश्वर थाना क्षेत्र में एक महिला को निर्वस्त्र कर जूतों की माला पहनाकर घुमाया गया। इसके बाद महिला की शिकायत पर पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी राजीव प्रकाश का कहना है कि छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी की तलाश की जा रही है।
प्रेम-प्रसंग के चलते हुई घटनाथाना प्रभारी राजीव प्रकाश ने बताया कि मसानजोर की रहने वाली महिला की शादी रानीश्वर के गांव के रहने वाले माणिक मिर्धा से हुई थी। छह महीने पहले ही माणिक मिर्धा और कुलुगू गांव की विवाहित महिला के बीच प्रेम की खबर सामने आयी। इसके बाद एक महीने पहले ही दोनों पश्चिम बंगाल चले गए थे।
25 हजार रुपये भी लूटेमाणिक मिर्धा और महिला बुधवार शाम गांव वापस लौटे। इस दौरान माणिक की पत्नी व घर के अन्य लोगों ने महिला को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने महिला को निर्वस्त्र कर जूते की माला पहनाकर सार्वजनिक तौर पर गांव में घुमाया। महिला का आरोप है कि उसके पास से 25 हजार रुपये भी छीन लिए गए।
पुलिस का कहना है कि महिला के बयान के आधार पर जिन 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है वे सब माणिक मिर्धा के परिवार के ही हैं। इसमें से छह को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी की तलाश जारी है। - महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि राजमार्ग परियोजना के लिए मजदूरों को ले जा रहे वाहन के पलट जाने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी .
मुंबई : महाराष्ट्र के बुलढाणा में लोहे के सरिये से भरा ट्रक पलटने से 13 लोगों की मौत हो गई है। बुलढाणा के सिंधखेड़ाजा में शुक्रवार की दोपहर को 2 बजे जब यह ट्रक पलटा, तो उस पर कुल 16 लोग सवार थे। हादसे में जिंदा बचे 3 लोगों की हालत गंभीर है, उन्हें जालना के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में जिंदा बचे लोगों में एक 5 साल की बच्ची शामिल है। सभी मृतक मध्य प्रदेश के खरगोन के रहने वाले थे, जो हाईवे पर मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र आए थे।
जिस हाईवे पर हादसा हुआ, उसका नाम 'हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब समृद्धि हाईवे' है। पुलिस के मुताबिक, हाईवे के ताडेगांव-दसरबीड सेक्शन से गुजरते वक्त ट्रक की रफ्तार तेज थी और उस पर लोड भी ज्यादा था, इसलिए वह बेकाबू होकर पलट गया। ट्रक पलटने के बाद सरिए के नीचे दबने से 8 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि 5 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
बस को साइड देते वक्त कीचड़ में फंसा ट्रक का टायरदुर्घटना में जिंदा बचे एक मजदूर ने बताया कि सड़क पर पानी था और पीछे से आ रही एक बस को साइड देते समय ट्रक नंबर MH 11 CH 3728 का एक टायर कीचड़ में फंस गया। रफ्तार तेज होने के कारण ट्रक पलट गया। ट्रक पर छोटे-छोटे लोहे के कई हजार टुकड़े थे। गाड़ी पलटते ही सभी 16 लोग इसके नीचे दब गए। इसमें से जो उपरी हिस्से में थे, वे जान बचाने में कामयाब रहे और जो निचले हिस्से में थे, वे दबकर मर गए।
हाईवे पर बनने वाले ब्रिज के लिए सरिए ले जा रहा था ट्रककिंगांव राजा थाने के थानेदार सोमनाथ पवार ने बताया कि दुसर बीड से लोहे के सरिए लेकर यह ट्रक ताडेगांव में एक सड़क निर्माण साइट पर जा रहा था। इस पर लदे सरियों का इस्तेमाल समृद्धि हाईवे पर बनने वाले एक ब्रिज में होना था। अभी तक मृतकों के नाम पता नहीं चल सके हैं।
किंगावराजा पुलिस के अनुसार, बारिश के कारण समृद्धि हाईवे के पास साइट का काम रुक गया था। इसके बाद सभी मजदूर ताडेगांव शिविर में लौट रहे थे। हादसे के बाद मेहकर से सिंधखेड़ाजा रूट पर खड़कपूर्णा नदी का पुल कमजोर होने से भारी ट्रैफिक को ताडेगांव होते हुए देउलगांव माही की तरफ मोड़ दिया गया है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजधानी की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने 28 करोड़ की लागत से बनाया गया है मल्टी लेवल पार्किंग
कलेक्टर कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों में आने वालो को मिलेगी सुलभ पार्किंग व्यवस्था
450 चार पहिया वाहनों तथा 200 दोपहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती पर कलेक्टोरेट परिसर के समीप मल्टीलेवल पार्किंग का लोकार्पण कर आज राजधानी वासियों को एक नई सौगात दी है।रायपुर शहर में यातायात को सु-व्यवस्थित करने, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर का दूसरा मल्टीलेवल पार्किंग तैयार किया है, जिसमें 450 चार पहिया और 200 दोपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था है।
आधुनिक नगर योजना का उदाहरण बनेगा मल्टीलेवल पार्किंग
यह मल्टी लेवल पार्किंग 28 करोड़ रूपये की लागत से 17792 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्प्रिंगनुमा आकार में न्यूनतम क्षेत्रफल का समुचित उपयोग कर अधिकतम वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था हेतु निर्मित किया गया है। यह बहुमंजिला परिसर आधुनिक नगर योजना का सबसे अच्छा उदाहरण साबित होगा ।
रायपुर की ऐतिहासिक धरोहर कलेक्टोरेट परिसर, टाउन हॉल और नव निर्मित ऑक्सीजोन गार्डन व स्मार्ट रोड के मध्य स्थित यह परिसर अपनी उपयोगिता से शहर को एक नई पहचान देगा।इस परिसर के संचालन का फाइनेंशियल मॉडल भी तैयार किया गया है, जिसके तहत नगरीय निकाय को आगामी 5 वर्ष में लगभग 83.55 लाख रूपये की राजस्व आय की प्राप्ति होगी।
इस बहुमंजिला पार्किंग परिसर के प्रारंभ हो जाने से कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित यहां कई अन्य शासकीय कार्यालयों में अपने वाहन से पहुंचने वाले नागरिकों के लिए पार्किंग की सुविधा सुलभ होने से यातायात सु-व्यवस्थित होगा। उल्लेखनीय है कि इसके पहले जय स्तंभ चौक में निर्मित प्रथम मल्टीलेवल पार्किंग का लोकार्पण भी फरवरी-2019 में मुख्यमंत्री श्री बघेल के करकमलों से संपन्न हुआ है।
कलेक्टोरेट परिसर के समीप नवनिर्मित इस छह मंजिला भवन के ऊपरी तल में रेस्टोरेंट भी संचालित होगा, जहां से शहर की भव्यता दिखाई देगी। इस परिसर के उपरी तल से ऑक्सीजोन प्रक्षेत्र, नगर घड़ी चौक, नगर निगम मुख्यालय, बैरनबाजार, सेंट पॉल गिरजाघर, राजा तालाब मस्जिद का गुंबद भी दृष्टिगत हैं। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कोराना काल की विषम परिस्थितियों के बावजूद 26 माह की अवधि में यह कार्य योजना पूर्ण की गई। यह परिसर अपने आधुनिक निर्माण कौशल से यातायात प्रबंधन के लिए लाइट हाउस के रूप में जाना जाएगा।
लोकार्पण अवसर पर कृषि मंत्री एवं रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, सभापति श्री प्रमोद दुबे, अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव, नगर निगम के आयुक्त श्री प्रभात मलिक उपस्थित थे। - मुरादाबाद के कुंदरकी थाना इलाके में एक शख्स ने अपनी पत्नी की गोली मारकर जान ले ली. हत्या के बाद आरोपी ने थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया.
कुंदरकी थाना इलाके में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने अपनी ही पत्नी की बीच सड़क हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी पति ने थाने में जाकर पुलिस के सामने सरेंडर भी कर दिया. हत्यारे पति के खुलासे के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची तो गोली से घायल महिला धीरे-धीरे मौत के आगोश में समा रही थी. पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई, लेकिन उसकी मौत हो गई.
आरोपी पति ने बताई हत्या की वजह
पत्नी की गोली मारकर हत्या करने वाले शख्स का नाम हरेंद्र बताया जा रहा है. पुलिस की पूछताछ में हरेंद्र ने बताया कि उसकी डेढ़ साल पहले ही दीक्षा से शादी हुई थी. कुछ दिनों से उसे शक था कि उसकी पत्नी दीक्षा का किसी से प्रेम प्रसंग चल रहा है और उसके अवैध संबंध हैं. इसी कारण उसने दीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी.
हालांकि दीक्षा के घरवालों ने हरेंद्र के आरोपों को गलत बताया है. परिजनों का आरोप है कि हरेंद्र काफी समय से चार पहिया गाड़ी की मांग कर रहा था, लेकिन घरवाले उसकी मांग पूरी करने में असमर्थ थे. परिजनों ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला भी दिया था. परिजनों ने बताया कि हरेंद्र दीक्षा को लेने घर आया था, लेकिन रात ज्यादा होने के कारण दीक्षा ने उसे रोक लिया. कुछ देर बाद हरेंद्र बाहर टहलने के बहाने से अपनी पत्नी दीक्षा को लेकर आ गया. हरेंद्र और दीक्षा कार से मुरादाबाद-आगरा हाइवे पहुंचे. तभी हरेंद्र ने दीक्षा को गोली मार दी.
पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल
गोली मारने के बाद हरेंद्र पत्नी को घायल हालत में बीच सड़क पर छोड़ कर बिलारी कोतवाली पहुंच गया और वहां आत्मसमर्पण कर पुलिस को जानकारी दी. गोली मारकर महिला की हत्या की खबर सुनकर कोतवाली में हड़कंप मच गया. बिलारी पुलिस ने कुंदरकी थाना पुलिस को सूचना दी. कुंदरकी पुलिस मौके पर पहुंची और घायल दीक्षा को मुरादाबाद के जिला अस्पताल भेजा, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रायपुर स्थित खारून नदी में सोमवार को पांच डूबते लोगों की जान बचाने वाले नाविक एवं गोताखोर मछुआरा संघ समिति महादेवघाट के अध्यक्ष श्री लोकनाथ धीवर और उनके चार साथी गोताखोरों के साहस की सराहना की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नदी में डूबते पांच लोगों के जीवन रक्षा के लिए अदम्य साहस और बहादुरी दिखाने वाले गोताखोर सर्वश्री लोकनाथ धीवर, माखन धीवर, डायमंड धीवर, शेषनारायण धीवर एवं देवकुमार धीवर को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अपने स्वेच्छानुदान मद से एक-एक लाख रूपए की राशि प्रदान किए जाने की स्वीकृति दी है।
मुख्यमंत्री मंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय के नेतृत्व में आये नाविक एवं गोताखोर मछुआरा संघ समिति महादेवघाट रायपुर के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने समिति के सदस्यों के सहासिक कार्य पर प्रसन्नता जताई और कहा कि आप सब की तत्परता और बहादुरी से पांच लोगों के जीवन की रक्षा हो सकी है। इस अवसर पर महापौर श्री एजाज ढेबर, माधवराव सप्रे वार्ड के पार्षद श्री विरेन्द्र देवांगन, एल्डर मेन श्री देवेन्द्र यदु उपस्थि थे। गौरतलब है नाविक एवं गोताखोर मछुआरा संघ समिति महादेवघाट के सहासी गोताखोरों ने बीते सोमवार 16 अगस्त को अपरान्ह 4 बजे एक डूबते व्यक्ति तथा संध्या साढ़े 6 बजे के लगभग एक परिवार के 4 सदस्यों को डूबने से बचाया था। - नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने आज, 18 अगस्त 2021 को एक महत्वपूर्ण अंतरिम आदेश जारी करते हुए महिला उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की परीक्षा में सम्मिलित होने की छूट दे दी है। शीर्ष अदालत ने एनडीए परीक्षा को लेकर अपने आदेश में कहा कि सेना का ‘पॉलिसी डिसिजन’ लैंगिक समानता के लिहाज से भेदभावपूर्ण है।
बता दें कि एनडीए परीक्षा का आयोजन 14 नवंबर 2021 को किया जाना है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित की जाने वाली एनडीए परीक्षा के वर्ष 2021 के सेकेंड एडिशन के लिए अधिसूचना 9 जून 2021 को जारी की गयी थी।अधिसूचना के अनुसार, एनडीए 2 परीक्षा के माध्यम से 400 रिक्तियों के लिए भारतीय नागरिक अविवाहित पुरुष उम्मीदवारों से 29 जून आवेदन आमंत्रित किये गये थे। इसके बाद परीक्षा 5 सितंबर को आयोजित की जानी थी, लेकिन आयोग ने संशोधित कार्यक्रम में परीक्षा तारीख बदल दी थी।
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति ह्रषिकेश रॉय की खण्डपीठ ने एनडीए प्रवेश परीक्षा में महिलाओं के सम्मिलित होने के लिए अनुमति की मांग वाली एक रिट याचिका पर यह अंतरिम आदेश जारी किया है।
यह रिट याचिका कुश कालरा ने द्वारा दायर की गयी थी। इस याचिका में कहा गया है कि पात्र महिला उम्मीदवारों को एनडीए में शामिल होने के अवसर से वंचित करना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16 और 19 के उल्लंघन है। याचिका में कहा गया है कि योग्य महिला उम्मीदवारों को उनके जेंडर के आधार पर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल होने के अवसर से वंचित कर दिया गया है, जो बाद में महिला अधिकारियों के लिए कैरियर में उन्नति के अवसरों में बाधा बन जाती है।
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित की जाने वाली एनडीए परीक्षा में मैथमेटिक्स एवं जनरल एबिलिटी टेस्ट से सम्बन्धित दो पेपर होते हैं।
दोनो पेपर 2 घंटे और 30 मिनट के होते हैं। मैथ पेपर के लिए 300 अंक और जनरल एबिलिटी टेस्ट के लिए 600 अंक निर्धारित होते हैं। एनडीए परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर सफल घोषित उम्मीदावरों को अगले चरण में सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित किये जाने वाले इंटेलीजेंस एण्ड पर्सनॉलिटी टेस्ट से गुजरना होता है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जिला मुख्यालय में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय होंगे
मुख्यमंत्री का दोनों जिलों के नागरिकों ने पुष्पमाला और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया अभिनंदन
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नवगठित जिला मोहला-मानपुर-चौकी का मुख्यालय मोहला में और सारंगढ़-बिलाईगढ़ का मुख्यालय सारंगढ़ में होगा। उन्होंने कहा कि नए जिले के मुख्यालय में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय होंगे।
इसके साथ ही साथ मानपुर और चौकी और बिलाईगढ़ में भी कुछ विभागों के कार्यालय प्रारंभ होंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में नवगठित मोहला-मानपुर-चौकी और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से आए नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नए जिले बहुत जल्द अस्तित्व में आएंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दोनों जिलों के नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोहला-मानपुर-चौकी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ अब विकास के रास्ते पर बढ़ चले हैं। नया जिला बनने से प्रशासन और क्षेत्र के नागरिकों के बीच दूरी मिट जाएगी। शासकीय कार्यालय खुलेंगे। लोगों को और बेहतर ढ़ंग से शासन की योजनाओं का लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार द्वारा पिछले ढ़ाई वर्ष में 5 नए जिले बनाए हैं, इससे अब प्रदेश में जिलों की संख्या 27 से बढ़कर 32 हो गई है तथा तहसीलों की संख्या बढ़कर 222 हो गई है। नया जिला और तहसीलें बनने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अपने कार्यों के लिए काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि पुरखों के सपने को पूरा करने के लिए हम सबको मिलकर सशक्त, सक्षम और समृद्ध छत्तीसगढ़ बनाना है।
श्री बघेल ने कहा कि सारंगढ़ को जिला बनाने की मांग 50 साल पुरानी है। क्षेत्र के लोगों ने इसके लिए काफी संघर्ष किया है। सारंगढ़ किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह बाबा गुरूघासी दास की तपोभूमि है। यहां से काफी नामी-गिरामी हस्तियां रही है।
जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री एवं सारंगढ़ के राजा नरेश चंद्र और ब्यूरोक्रेट श्री शरद चंद्र बेहार मुख्य हैं। उन्होंने कहा कि सारंगढ़ की छत्तीसगढ़ी बोली-भाषा बहुत मीठी है। उन्होंने कहा कि वे जब भी सारंगढ़ जाते थे, तब एक ही मांग आती थी कि सारंगढ़ कब जिला बनेगा।
मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए उक्त दोनों नवगठित जिलों के लोगों ने कहा कि वर्षों पुरानी मांग को उन्होंने पूरा कर ऐतिहासिक सौगात दी है। इस मौके पर दोनों ही जिलों के नागरिकों ने पुष्पमाला और स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
दोनो नवगठित जिलों से आए नागरिकों ने कहा कि नए जिलों की घोषणा से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। नया जिला बनने से शासन की योजनाएं जमीनी स्तर तक पहुंचेंगी। समाज के अंतिम व्यक्ति को भी योजनाओं का लाभ सहजता से मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता और दूरदर्शिता के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
नागरिकों ने कहा कि 15 अगस्त को जब नए जिलों की घोषणा हुई तो मोहला-मानपुर-चौकी और सारंगढ़-बिलाईगढ़ क्षेत्र के नागरिक खुशी से झूम उठे। नागरिकों ने कहा कि मोहला-मानपुर वनांचल क्षेत्र है और विकास के मामले में अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा कमतर हैं।
नया जिला बन जाने से अब विकास के कामों में तेजी आएगी। इन दोनों क्षेत्रों के नागरिकों ने जिला बनाने के लिए किए गए संघर्ष और प्रयासों की जानकारी भी दी। मोहला-मानपुर-चौकी जिले के नागरिकों ने इसे आदिवासी जिला घोषित करने और इसे बस्तर संभाग और बस्तर विकास प्राधिकरण से जोड़ने की मांग की। लोगों ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को उनके जन्म दिवस 23 अगस्त के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दी।
संसदीय सचिव और मोहला मानपुर के विधायक श्री इंदरशाह मंडावी ने नए जिले के गठन के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता इस ऐतिहासिक सौगात के लिए सदैव आभारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नया जिला बनने से वनांचल क्षेत्र में विकास कार्याें को गति मिलेगी।
सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, पूर्व विधायक श्रीमती पद्मा घनश्याम मनहर और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि श्री अरूण मालाकार ने सारंगढ़ को जिला बनाने के लिए आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, पूर्व विधायक गोवर्धन नेताम और श्रीमती तेजकुंवर नेताम सहित दोनों जिलों से आए बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। - जयपुर : राजस्थान के अजमेर में राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर टक्कर के बाद दो वाहनों में आग लगने से चार लोगों की मौत हाे गई है । टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों में आग लग गई।आर्दश नगर थाने के सब इंस्पेक्टर कन्हैया लाल ने बताया कि दोनों वाहनों की टक्कर के बाद आग लग गई, जिससे मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई। वहीं घायलों को अस्पताल भेज कर उपचार कराया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मालूम हो कि यह हादसा राजस्थान के अजमेर में राष्ट्रीय राजमार्ग 8 हुआ है। यहां ट्रक और एक अन्य वाहन की आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहनों में आग लग गई।दोनों वाहन धू-धूकर जल गए। वहीं, आग की लपटों ने वाहनों में सवार लोगों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे झुलसकर चार लोगों की जान चली गई। लोगों को चिल्लाने का भी मौका नहीं मिला।
वहीं आग की लपटों को देखकर आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद लोगों ने हादसे के बारे में पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आग को बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सकता। वाहनों के जलने के बाद आग बुझी, जिसके बाद लोगों के जले हुए शवों को वाहनों से निकाला गया।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के अजमेर में सोमवार देर रात यह बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि टक्कर लगने के बाद दोनों वाहनों में भयानक आग लग गई।
आग लगने से दोनों वाहन भी जल गए। आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि किसी ने पास तक जाने की हिम्मत नहीं जुटाई। फिलहाल अभी आग बुझ गई है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वर्तमान राजनांदगांव जिले से पृथक होकर गठित किया जाने वाला नया जिला मोहला-मानपुर-चौकी के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजनांदगांव जिले से मुलाकात करने आए एक प्रतिनिधि-मंडल के आग्रह पर यह घोषणा की है।
प्रतिनिधि-मंडल ने राजनांदगांव जिले को विभाजित कर एक नया जिला बनाए जाने के निर्णय पर मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार जताया, साथ ही आग्रह किया कि इस नये जिले को मोहला-मानपुर-चौकी के नाम से जाना जाए।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि नये जिले के निर्माण के लिए जनहित में लिया गया यह निर्णय निश्चित ही सराहनीय है। नये जिले के अस्तित्व में आने से मोहला, मानपुर और चौकी क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।प्रतिनिधिमंडल ने नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी में सर्व समाज अंबेडकर भवन एवं चौक-चौराहों की सुंदरता के लिए हाई मास्ट लाइट लगाने के संबंध में भी ज्ञापन सौंपा, जिस पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य में चार नये जिलों के गठन की घोषणा की गई है। प्रतिनिधिमंडल में जिला केंद्रीय सहकारी बैंक राजनांदगांव के अध्यक्ष श्री नवाज खान, राजगामी संपदा राजनांदगांव के सदस्य श्री रमेश खंडेलवाल, नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी की अध्यक्ष श्रीमती विद्या रमेश ताम्रकार, उपाध्यक्ष श्री रितेश मेश्राम, पार्षद श्री अशोक वर्मा, श्री विजय यादव, श्रीमती साधना सिंह, पूर्व पार्षद श्री दामोदर शर्मा, श्री अबदुल रफीक खान, श्री नरेश शुक्ला सहित अन्य गणमान्य नागरिक शामिल थे। -
नई दिल्ली : 16 अगस्त: राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के गेट पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कोर्ट के बाहर एक महिला और एक पुरुष ने आत्मदाह करने की कोशिश की।
जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के गेट नंबर डी के सामने महिला और पुरुष ने कथित तौर पर खुद को आग लगा ली। घटना के बाद आनन-फानन में मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने घायलों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा हैं।
दरअसल, रोजाना की तरह ही सुप्रीम कोर्ट के बाहर लोगों की चहल-पहल की। इस दौरान अचनाक एक महिला और पुरुष में कोर्ट के अंदर जाने की कोशिश की, लेकिन उनके पास किसी तरह की कोई आईडी नहीं थी तो वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, जिसके बाद ही दोनों ने खुद को आग के हवाले कर दिया।
महिला और पुरुष को आग लगाते देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें तुरंत वैन से राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया। इधर, पुलिस को मौके से एक खाली बोतल भी मिली है, जिसको देखकर बताया जा रहा है कि इसी में भरे ज्वलनशील पर्दाथ से उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की है। इधर, इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।वहीं इस आत्मघाती कदम के पीछे के कारणों की फिलहाल कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस झुलसे हुए लोगों के बयान के आधार पर ही कुछ बता पाने में सक्षम है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। - महाराज बाड़ा ग्वालियर का हृदय स्थल कहा जाता है. यह सिंधिया की रियासत के समय का बना हुआ है. यहां अलग-अलग देशों की वास्तु कला के हिसाब से ऐतिहासिक इमारतें हैं. इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हैरिटेज लुक देने की तैयारी चल रही है.
ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ऐतिहासिक महाराज बाड़े पर हाइड्रोलिक फायर ब्रिगेड से नगर निगम की बिल्डिंग पर झंडा लगाते हुए भयानक हादसा हो गया, जिसमें नगर निगम के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है. ये सभी लोग नगर निगम के पुराने मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस के लिए राष्ट्र धवज लगा रहे थे तभी नए वाहन में गलत बटन दबाने से हादसा हो गया. मृतकों में नगर निगम का चौकीदार और दो फायरकर्मी शामिल हैं, जबकि फायर ब्रिगेड का चालक गंभीर रूप से घायल है.
यह हादसा उस समय हुआ जब नगर निगम की हाइड्रोलिक फायर ब्रिगेड की ट्रॉली में बैठकर पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग पर कर्मचारी झंडा लगाने की कोशिश कर रहे थे. महाराज बाड़े पर बनी ऐतिहासिक इमारतों को हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सजाया जाता है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक प्रकट करते हुए ट्विटर पर लिखा, "ग्वालियर में महाराज बाड़ा स्थित पोस्ट ऑफिस पर मशीन अनलोड करते समय हुई दुर्घटना में 3 कर्मचारियों के निधन व 3 लोगों के घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति, परिजनों को संबल देने व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति!"
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, "ग्वालियर में राष्ट्रीय ध्वज लगाने के दौरान क्रेन में हुए हादसे में कुछ लोगों की मृत्यु का दुखद समाचार प्राप्त हुआ व कुछ लोगों कर घायल होने की जानकारी मिली है. पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदनाएँ. ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. मैं सरकार से माँग करता हूँ कि इस पूरे मामले की जाँच हो और दोषियों पर कार्यवाही हो."
महाराज बाड़ा ग्वालियर का हृदय स्थल कहा जाता है. यह सिंधिया की रियासत के समय का बना हुआ है. यहां अलग-अलग देशों की वास्तु कला के हिसाब से ऐतिहासिक इमारतें हैं. इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हैरिटेज लुक देने की तैयारी चल रही है. -
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भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार वर्ष 2021-22 के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। ऐसे बालक-बालिका जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना एक जुलाई 2020 से 30 सितम्बर 2021 के मध्य किसी दूसरे की जान बचाने का पराक्रम किया हो, अपने जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्रेषित कर सकते हैं।
रायपुर जिले के बच्चे 15 अगस्त तक जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए बच्चे की उम्र घटना दिनांक को 6 वर्ष से 18 वर्ष तक होनी चाहिए। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्तकर्ता बच्चे को पदक, नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया किया जाएगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय की वेबसाईट www.iccw.co.in से प्राप्त की जा सकती है। - अमृतसर : अमृतसर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल रंजीत एवेन्यू मेंं शुक्रवार सुबह एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है। हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है। बम निरोधक दस्ता भी पहुंचा है, जो हैंड ग्रेनेड की जांच कर रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह किसी की शरारत है या इसके पीछे आतंकियों का हाथ है। बता दें, स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर पुलिस अतिरिक्त सावधानी बरत रही है।
बता दें, यह हैंड ग्रेनेड सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के अमृतसर दौरे से 24 घंटे पहले बरामद हुआ है। हैंड ग्रेनेड के मिलने से सुरक्षा बल व पुलिस सतर्क हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्रनर डा. सुखचैन सिंह गिल, डीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल और डीपीसी मुखविंदर सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुुंच गए। बम हरे रंग का है और ज्यादा पुराना नहीं है। उसकी पिन निकली हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बम निरोधक दस्ता मंगवाकर बम को सुरक्षित तरीके से कब्जे में लिया।
पुलिस कमिश्रनर ने बताया कि किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर बम को डिफ्यूज करवाया जाएगा। इसके बाद एक्सपर्ट से रिपोर्ट ली जाएगी कि बम कितना पुराना है। जांच में सामने आया कि जिस गली से बम मिला वहां कभी सेना के रिटायर्ड कर्नल रहा करते थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह नगर निगम के कर्मी रंजीत एवेन्यू में सफाई अभियान चला रहे थे। इसी दौरान उन्होंने हैंड ग्रेनेड देखा। उन्होंने इसकी सूचना अपने अफसरों को दी, जिन्होंने पुलिस को सूचना दी।
बता दें, अमृतसर पाकिस्तान सीमा से सटे क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व ग्रेनेड के साथ आरडीएक्स टिफिन बम बरामद हुआ तआ। शनिवार और रविवार की रात को फेंके गए इस बम में दो से तीन किलो आरडीएक्स था, जबकि इसके साथ ही पुलिस ने पांच ग्रनेड और नौ एमएम के एक सौ से ज्यादा कारतूस भी बरामद किए हैैं। यहां आरडीएक्स टिफिन बम के अलावा तीन डेटोनेटर भी बरामद हुए थे। बम को सोमवार सुबह एनआइए व एनएसडी कमांडो की देख-रेख में डिफ्यूज किया गया।