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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं की प्रगति की होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
ऑनलाइन जन शिकायत के लिए भी बना डैशबोर्ड
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में कैबिनेट की बैठक के पूर्व सीजी कैम्प पोर्टल का उद्घाटन किया। यह पोर्टल राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं की मॉनिटरिंग का ऑनलाइन एडवांस प्लेटफॉर्म है । इस पोर्टल में मुख्य रूप से शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं में शामिल गोधन न्याय योजना ,मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, सीजी ई डिस्ट्रिक्ट, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, नरवा, गरूवा ,घुरवा, बाड़ी योजना की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी।
सीजी कैम्प पोर्टल के माध्यम से प्राथमिकता वाली योजनाओं की किसी भी जिले की विभिन्न समय अवधि की प्रगति , जिलों की प्रगति का तुलनात्मक आंकलन किया जा सकता है। यह एकीकृत डैशबोर्ड में वास्तविक समय पर राज्य की प्रमुख योजनाओं की जानकारी उपलब्ध होगी । इसके माध्यम से योजनाओं के क्रियान्वयन और निगरानी का कार्य होगा।आम जनता की शिकायतों के निराकरण के लिए जन शिकायत पोर्टल तैयार किया गया है । जन शिकायत पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायतऑनलाइन दर्ज करा सकता है । पोर्टल द्वारा रजिस्ट्रेशन कर आम नागरिक अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं । शिकायतों की जानकारी , निदान और मॉनिटरिंग के लिए जिलेवार, विभागवार जानकारी डैशबोर्ड पर उपलब्ध होगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गांवों और शहरों में अधोसंरचना और जनसुविधाओं का विकास हमारी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने राज्य के 11 नगरीय निकायों को दी 67.13 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात
राजीव आश्रय योजना के तहत बीरगांव नगर में पट्टा वितरण की शुरूआत
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और कार्याें को अब राष्ट्रीय स्तर पर बार-बार सराहा और सम्मानित किया जा रहा है। स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ प्रदेश ने लगातार तीसरे साल भी राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छतम् राज्य होने का परचम लहराया है। स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले 239 पुरस्कारों में से 67 पुरस्कार छत्तीसगढ़ को मिले हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश देश का स्वच्छतम प्रदेश होने का गौरव हासिल किया है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस उपलब्धि के उन्होंने सभी नगरीय निकायों के निवासियों, पदाधिकारियों, जन प्रतिनिधियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में राज्य के 11 नगरीय निकायों के विकास कार्याें के लोकार्पण एवं भूमिपूजन के वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 67 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत वाले 357 विकास कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, श्रीमती अंबिका सिंह देव, श्री गुरूदयाल सिंह बंजारे, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री विक्रम मण्डावी सहित जनप्रतिनिधियों एवं नगरीय निकायों के पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री ने चर्चा की। सभी जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को देश का सबसे स्वच्छतम राज्य का अवार्ड राष्ट्रपति के हाथों प्राप्त करने के लिए बधाई दी और कहा कि आपके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य नित नये गौरव हासिल कर रहा है। नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों ने नगर विकास के कार्याें के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार दी जा रही आर्थिक मदद के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस मौके पर विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ने नगर निगम क्षेत्र बीरगांव में राजीव आश्रय योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को पट्टा वितरित किया। मुख्यमंत्री ने पट्टा प्राप्त करने वाले सभी हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने अधिकारियों को लगभग एक हजार पात्र हितग्राहियों को तेजी से पट्टा प्रदान करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य के सभी नगरीय निकायों में अधोसंरचना और जनसुविधाओं के विकास के लिए हमारी सरकार ने लगातार काम किया है। नगरीय विकास के मामले में भी हम लोगों ने बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने लोग कहते थे- छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। तीन वर्षों के दौरान हम लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर इस बात को बार-बार साबित किया है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देने की देश की सबसे अच्छी योजना गोधन न्याय योजना हमारे पास है। दो रुपया किलो में गोबर खरीदने वाले हम देश के पहले राज्य हैं। गोबर से खाद के साथ-साथ बिजली का उत्पादन करने वाले हम पहले राज्य हैं। गांव-गांव में गौठान बनाकर उन्हें रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित करने वाले हम पहले राज्य हैं। रोजगार के सबसे ज्यादा अवसरों का निर्माण करने वाली देश की सबसे अच्छी सुराजी गांव योजना हमारे पास है। बच्चों का कुपोषण और माताओं बहनों में एनीमिया दूर करने के लिए अभियान चलाकर सफलता हासिल करने वाले हम पहले राज्य हैं। लैंगिक समानता के मामले में हम देश में सबसे आगे हैं। तृतीय लिंग को भी सरकारी नौकरियों में भर्ती करने वाले हम पहले राज्य हैं। किसानों की आय बढ़ाने की सबसे अच्छी राजीव गांधी किसान न्याय योजना हमारे पास है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उपलब्धियां तभी हासिल होती हैं जब विकास को लेकर संवेदनशीलता के साथ काम किया जाता है। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार की स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, महतारी दुलार योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लीनिक योजना, दाई-दीदी क्लीनिक योजना, श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है। हर घर तक पीने का साफ पानी पहुंचाने के लिए अमृत मिशन के अंतर्गत लगातार अधोसंरचनाओं को मजबूत करते हुए घर-घर नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। युवाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हर अच्छे खेल मैदान, अच्छे उद्यान, अच्छी लाइब्रेरी की व्यवस्था की गई है। शहरों में बसे गरीबों के दर्द को समझते हुए हमने राजीव आश्रय योजना के अंतर्गत लागातर पट्टों का वितरण किया है। कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वित्त एवं नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी., राज्य शहरी विकास अभिकरण के सीईओ श्री सौमिल रंजन चौबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इन नगरीय निकायों को मिली सौगात
मुख्यमंत्री ने नगर पालिक निगम बीरगांव को 17 कार्यों के लिए 21 करोड़ 56 लाख रुपए, नगर पालिका खैरागढ़ को 40 कार्यों के लिए 5 करोड़ रुपए, नगर पंचायत नरहरपुर को 23 कार्यों के लिए 3 करोड़ 35 लाख 25 हजार रुपए, नगर पंचायत मारो को 06 कार्यों के लिए 2 करोड़ 98 लाख 38 हजार रुपए, नगर पालिका परिषद् बैकुंठपुर को 40 कार्यों के लिए 5 करोड़ रुपए, नगर पालिका परिषद शिवपुर चर्चा को 31 कार्यों के लिए 6 करोड़ 89 लाख रुपए, नगर पंचायत भैरमगढ़ को 13 कार्यों के लिए 2 करोड़ 99 लाख रुपए, नगर पालिका परिषद सारंगढ़ को 81 कार्यों के लिए 9 करोड़ 26 लाख 32 हजार रुपए, नगर पंचायत प्रेमनगर को 10 कार्यों के लिए 3 करोड़ रुपए, नगर पंचायत कोंटा को 61 कार्यों के लिए 3 करोड़ रुपए और नगर पंचायत भोपालपटनम् को 35 कार्यों के लिए 4 करोड़ 9 लाख 48 हजार रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। जिसमें सड़क, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, मंगल भवन एवं तालाब सौंदर्यीकरण के कार्य प्रमुख रूप से शामिल हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भिलाई के राधिका नगर में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया और नगरवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि कुछ साल पहले भिलाई में दर्जनों मौतें डेंगू से हुई थी। राज्य शासन नगरीय सुविधाओं को बेहतर करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में ठोस अधोसंरचना तैयार करने से तथा युद्ध स्तर पर संक्रामक बीमारियों के नियंत्रण की दिशा में काम करने की वजह से डेंगू से मौतें रोक पाने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अधोसंरचना के साथ ही शिक्षा, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की दिशा में भी तेजी से कार्य किया गया है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के माध्यम से हजारों बच्चों का अंग्रेजी माध्यम में प्रवेश दिलाना, अमृत मिशन के माध्यम से लोगों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराना, राज्य शासन नगरीय सुविधाओं को बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना हो या दाई-दीदी क्लीनिक हो, इन सभी के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में मजबूत अधोसंरचना स्थापित की गई है, जिससे स्वास्थ्य का मुकम्मल आधार तैयार हुआ है। इसके साथ ही लंबे समय के पश्चात लोगों को भू-स्वामी हक दिलाने की दिशा में भी हमने महती प्रयास किए हैं। बड़े पैमाने पर पट्टों का वितरण हुआ है। उन्होंने कहा कि शहरों में सौंदर्यीकरण को बढ़ाने के लिए अनेक उद्यान का निर्माण किया गया है। खेल अधोसंरचना का विकास भी किया गया है।
इस मौके पर अपने संबोधन में प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा राजीव गांधी आश्रय योजना एवं अन्य शहरी योजनाओं के माध्यम से लोगों को पट्टे देने का कार्य किया गया है। किसानों की कर्ज माफी तथा राजीव गांधी न्याय योजना के माध्यम से राहत दी गई है। इस मौके पर अपने संबोधन में विधायक श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में भिलाई शहर में शहरी अधोसंरचना के व्यापक कार्य हुए हैं। पट्टों का वितरण किया गया है। शुद्ध पेयजल की दिशा में कार्य किया गया है। भिलाई के विकास के लिए निरंतर बेहतर और ठोस कार्य हो रहे हैं। - एजेंसीनई दिल्ली : केंद्र सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से ठीक पहले करतार पुर कोरिडोर को फिर से खोल दिया है. स्वयं गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके इस संबंध में जानकारी दी है.
अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 17 नवंबर से करतारपुर साहिब कोरिडोर को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है. इससे बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा. यह निर्णय श्री गुरु नानक देव जी और हमारे सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है.’
शुक्रवार 19 नवंबर को गुरु पर्व है और इससे पहले ही पंजाब भाजपा के एक नेता ने दावा किया था कि करतारपुर साहिब कोरिडोर को 18 नवंबर को खोला जा सकता है. हालांकि, यह इससे एक दिन पहले ही यानी 17 नवंबर को खुल रहा है. भाजपा नेता हरजीत ग्रेवान ने दावा किया था कि पहले जत्थे में 250 श्रद्धालु करतार पुर गुरुद्वारे जा सकते हैं.
इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करतारपुर कोरिडोर को फिर से खोलने के लिए अपील की थी. उन्होंने पीएम मोदी से कहा था कि सिख संगत की भावनाओं को सम्मान देते हुए 19 नवंबर से पहले करतारपुर कोरिडोर को खोल दिया जाए. पंजाब बीजेपी नेताओं ने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकत करके यही मांग की थी. - एजेंसी
नई दिल्ली : दिल्ली में मंगलवार की रात से शराब पीने-पिलानेवालों को परेशानी हो सकती है. दिल्ली में मंगलवार से करीब 400 शराब के ठेकों पर ताला लग जाएगा और अब निजी शराब बिक्रेता ही शराब की दुकानों में शराब की बिक्री करेंगे. इसकी वजह ये है कि दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति बुधवार की सुबह से लागू हो जाएगी. हालांकि आशंका जाहिर की जा रही है कि अचानक से बड़ी संख्या में सरकारी ठेके की दुकान बंद होने से शराब की किल्लत भी होगी और निजी दुकानों पर अचानक भीड़ बढ़ जाएगी. यानी कि औपचारिक रूप से दिल्ली में शराब के सरकारी ठेके अब बंद हो जाएंगे और यह कारोबार अब सिर्फ निजी बिक्रेताओं के हवाले होगा.
बुधवार की सुबह से लागू हो जाएगी नई आबकारी नीति
आबकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार 17 नवंबर से दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू हो जाएगी, जिसके तहत स 32 जोन में सभी आवेदकों को लाइसेंस वितरित कर दिया गया है. लेकिन नई व्यवस्था के तहत पहले दिन यानी बुधवार को 300-350 दुकानों का संचालन शुरू होने की संभावना है. ऐसे में शराब मिलने में कठिनाई संभव है.
जानकारी के मुताबिक 350 दुकानों को अंतरिम लाइसेंस वितरित किया गया है और 10 थोक लाइसेंसधारियों के साथ 200 से अधिक ब्रांड पंजीकृत किए गए हैं. हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि धीरे-धीरे सभी 850 शराब के ठेके काम करना शुरू कर देंगे और उसके बाद कोई कमी शराब की नहीं होगी. - एजेंसीबिहार : बिहार के लखीसराय जिले के सिकन्दरा-शेखपुरा एनएच 333 पर भीषण सड़क दुर्घटना में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. घटना थाना क्षेत्र के पिपरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के समीप मंगलवार की सुबह की है, जहां एक ट्रक और सूमो गोल्ड वाहन की जबरदस्त टक्कर में सूमो पर सवार चालक सहित एक ही परिवार के छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक सूमो गाड़ी पर कुल 10 लोग सवार थे.
ट्रक और सूमो के बीच टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चार सवारियों के शव गाड़ी से निकलकर सड़क पर उछलकर आ गए, जबकि चालक सहित दो लोग सूमो में फंसे रह गए. सुबह-सुबह मॉर्निंग वाकिंग करने वाले स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना हलसी थाना पुलिस को दी. कहा जा रहा है कि सभी मृतक जमुई जिले के रहने वाले बताए थे. जिस ट्रक से टक्कर हुई उसपर एलपीजी रसोई गैस का खाली सिलेंडर लदा हुआ था.
जानकारी के अनुसार जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के सगदाहा भंदरा गांव के लालजीत सिंह की पत्नी गीता देवी के शव का दाह संस्कार करके चालक सहित एक ही परिवार के 10 लोग सूमो गोल्ड वाहन से वापस गांव लौट रहे थे. सिकंदरा की तरफ से शेखपुरा की तरफ यानी सामने से आ रहा खाली एलपीजी गैस सिलेंडर लदे ट्रक से सूमो गोल्ड गाड़ी की जबरदस्त टक्कर हो गई, जिसमें यह हादसा हो गया.
दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं जिन्हें सिकंदरा के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है जिसमें से दो लोगों को गंभीर स्थिति में पीएमसीएच, पटना रेफर किया गया है. - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
तीन वर्ष से अधिक आयु समूह के छोटे बच्चों के लिए संचालित होगी बालवाड़ी
कक्षा नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी रोजगारोन्मुखी शिक्षा
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा का विजन डॉक्यूमेंट 2030 प्रस्तुत करते हुए की तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर में दो दिवसीय जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम का किया उद्घाटन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन बालदिवस के अवसर पर आज राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के स्कूली शिक्षा का विजन डाक्यूमेंट 2030 के तहत तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की तर्ज पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप विद्यालय संचालित किए जाएंगे। तीन वर्ष से अधिक आयु समूह के छोटे बच्चों के लिए बालवाड़ी का संचालन कर उन्हें पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जाएगी और कक्षा नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जाएगी ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ किसी विधा विशेष में हुनर अर्जित कर सकें।
श्री बघेल ने कहा कि इस वर्ष हाई स्कूल के विद्यार्थियों के लिए हाई स्कूल की शिक्षा के साथ कुछ स्कूलों में चुनिंदा ट्रेडों में आईटीआई के प्रशिक्षण की शुरूआत कर दी गई है। इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को 12वीं की परीक्षा पास करने पर 12वीं के साथ आईटीआई का प्रमाण पत्र भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रारंभ किए गए इस पाठ्यक्रम में 8000 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर और पंडित नेहरू के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने की। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री शशि थरूर और दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री दिनेश सिंह ने वीडियो संदेश के माध्यम से शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित ’विजन 2030’ पुस्तिका, ’छत्तीसगढ़ की विभूतियां’, ’छत्तीसगढ़ राजगीत के कैलेण्डर’, ’स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल और पढ़ई तुंहर दुआर योजना की कॉफी टेबल बुक’, ’स्कूलिंग फॉर एक्सीलेंस’ का विमोचन किया।श्री बघेल ने कहा कि आधुनिक भारत केे निर्माण में पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को जब भी याद किया जाएगा, तब नेहरू जी द्वारा विशेष रूप से आर्थिक और शैक्षणिक क्षेत्र में की गई शुरूआत, निर्मित की गई महत्वपूर्ण अधोसंरचनाआंें को हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेहरू जी को बच्चों से विशेष लगाव था। वे कहा करते थे कि बच्चों का लालन-पालन बड़े ध्यान और प्यार से करना चाहिए, क्यांेकि वे देश का भविष्य है।हा कि आधुनिक भारत केे निर्माण में पंडित
मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर में आज से शुरू हुए राष्ट्रीय शिक्षा समागम में शामिल हो रहे शिक्षाविदों, विद्वानों, शिक्षकों और विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय शिक्षा समागम के दौरान पिछले 75वर्षों में बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में क्या कार्य किए गए और उनमें क्या कमी रह गई। बच्चों की शिक्षा के लिए और बेहतर क्या किया जा सकता है, हम किस दिशा में आगे बढ़े, इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस समागम में 27 राज्यों से आए प्रतिनिधियों से छत्तीसगढ़ को भी काफी कुछ सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत में प्रारंभ से ही शिक्षा का विशेष महत्व रहा है। हमारे ऋषि-मुनियों और मनीषियों का शिक्षा के प्रति विशेष आग्रह रहा। उन्होंने महान समाज सुधारक राजा राममोहन राय को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में अंग्रेजी और विज्ञान की शिक्षा प्रारंभ करने के लिए आंदोलन शुरू किया था, जिससे भारतीय विद्यार्थी दुनिया के सामने आत्मविश्वास के साथ खड़े हो सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने बुनियादी शिक्षा की शुरूआत की थी और पंडित नेहरू ने अनेक शिक्षा संस्थानों की शुरूआत की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में पूरी दुनिया प्रभावित हुई थी। इस दौर में छत्तीसगढ़ में डिजिटल शिक्षा की शुरूआत की गई। कोरोना संकट के दौरान अनेक चुनौतियों के बावजूद शिक्षकों ने भी अपने शैक्षणिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। छत्तीसगढ़ में छाते वाले गुरूजी, घंटी वाले गुरूजी और मोटर सायकल वाले गुरूजी की कहानियां देखने को मिली। कोरोना काल में शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई को अवरूद्ध नहीं होने दिया। राज्य में 75 हजार से अधिक शिक्षकों ने विभिन्न विषयों पर रिकार्डिंग कर बच्चों तक अध्ययन सामग्री पहंुचाई, जिसका लाभ छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य प्रदेश के बच्चों ने भी लिया। जहां पर नेटवर्क की समस्या थी, वहां पर ऑफलाईन शिक्षा के लिए ब्लूटूथ (बुलटू के बोल) का उपयोग किया गया। लॉकडाउन में जब बच्चे घर में थे, तब उन्हें खेल-खेल में शिक्षा देने के लिए नवाचार प्रारंभ किया गया, जिसमें बच्चों के पालकों को भी शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल राज्य सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में है। इन स्कूलों में अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों के बच्चों ने भी प्रवेश लिया है। उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर में तीन अंग्रेजी माध्यम स्कूल के जरिए इस योजना की शुरूआत की गई थी, जिसकी संख्या बढ़कर 52 और अब वर्तमान में 171 हो गई है। इन स्कूलों में 25 प्रतिशत स्थान गरीब परिवारों के बच्चों के लिए रखे गए हैं। अनुसूचित क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 90 प्रतिशत बच्चे गरीब परिवारों के हैं। इन स्कूलों में मजदूर परिवारों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के निर्माण के बाद पहली बार शिक्षा समागम का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि छत्तीसगढ़ में बच्चों को कौशलयुक्त शिक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कोरोनाकाल में ऑनलाईन शिक्षा के लिए शुरू किए गए ’पढ़ई तुंहर दुआर और पढ़ई तुंहर पारा’ नवाचार का उल्लेख किया। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के अधिकार के तहत कक्षा 8वीं तक के दायरे को बढ़ाकर कक्षा 12वीं तक किया गया है। कोरोनाकाल में अपने परिजनों को खोने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए महतारी दुलार योजना की शुरूआत की गई है। इस अवसर पर श्री गौरव वल्लभ ने अपने उद्बोधन में शिक्षा के क्षेत्र में पंडित जवाहर लाल नेहरू के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश की प्रथम दो पंचवर्षीय योजनाओं में कम्पलसरी फ्री प्राइमरी एजुकेशन की व्यवस्था पूरे देश के लिए की। उनका यह प्रयास था कि देश में र्साइंटिफिक टेम्परामेंट विकसित हो। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में जब पूरे देश में स्कूली शिक्षा को डिजिटल डिवाईड के कारण नुकसान हुआ। छत्तीसगढ़ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नये-नये नवाचारों को सफलता के साथ लागू किया गया। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की लोकप्रियता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्कूल ’सेजेस फॉर एजेज’ बन गया है। उन्होंने स्कूली शिक्षा के संबंध में अनेक महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। कार्यक्रम के पहले अतिथियों ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचारों पर ऑडिटोरियम परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव, महापौर रायपुर श्री एजाज ढेबर, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम श्री शैलेष नितिन त्रिवेदी, राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेंद्र तिवारी, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ के. एल. वर्मा, श्री गौरव वल्लभ, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री विनोद वर्मा और श्री प्रदीप शर्मा विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित थे। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला, सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह, संचालक एससीईआरटी श्री राजेश सिंह राणा, शिक्षाविद सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक इस अवसर पर उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 23 वीं कड़ी का प्रसारण 14 नवम्बर को
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 23 वीं कड़ी का प्रसारण 14 नवंबर को होगा। मुख्यमंत्री लोकवाणी में इस बार उद्यमिता और जनसशक्तिकरण का छत्तीसगढ़ मॉडल पर बातचीत करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। -
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आस्था और उल्लास का पर्व है छठ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
छठी मइया सबकी मनोकामना पूरा करेंगी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज छठ पर्व के अवसर पर भिलाई-खुर्सीपार में छठ पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। यहा डूबते सूर्य को अर्ध्य देने एकजुट हुए हजारों छठ व्रतियों के साथ उन्होंने पूजा कर सबको बधाई तथा शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस मौके पर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छठ पूजा सूर्य और छठ मइया की उपासना का पर्व है। छठ पर्व के दौरान कठिन व्रत का अनुष्ठान करते हुए नदी, तालाब के किनारे सूर्य को अर्ध्य देकर परिवार के कल्याण और स्वास्थ्य की मंगल कामना की जाती है। छठी मइया हम सबकी आराधना और मनोकामना पूरी करेगी। उन्होंने कहा कि सूर्य के बिना कुछ सम्भव नहीं है। सूर्य ऊर्जा का स्रोत है। छत्तीसगढ़ के हजारों लोग इस पूजा में शामिल होते हैं। इसलिए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में लोगों की धार्मिक आस्था और भावना का सम्मान करते हुए छठ पूजा के दिन सामान्य अवकाश घोषित किया है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर समाज की मांगों को भी पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने छठ घाट पर पहुंच कर दीपदान और पूजा अर्चना भी की।
कार्यक्रम में भिलाई विधायक श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की उपस्थिति अपनेपन का अहसास कराता है। मुख्यमंत्री हर समाज के कार्यक्रम में लगातार पहुँचते हैं। आज भी उनका यहाँ आगमन हुआ यह सौभाग्य और खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व पर अवकाश की मांग वर्षों से थी। मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने समाज की यह मांग पूरी कर दी और छत्तीसगढ़ में छठ पर्व के दिन को अवकाश घोषित किया गया है। इस अवसर पर सूर्य कुंड विकास समिति लक्ष्मण नगर छावनी भिलाई के पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में छठ व्रतधारी उपस्थित थे।
- एजेंसीझारखंड : झारखंड के जामताड़ा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां आठ बच्चों के पिता ने आठवीं की छात्रा से शादी रचाई और फिर बाद में उसके साथ अत्याचार की सारी हदें पार कर दी। शादी करने के बाद आठ बच्चों के पिता ने उसे देह व्यापार में धकेलने की कोशिश की, जब लड़की ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर उसे बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया।
इतना ही नहीं लड़की के साथ मारपीट के अलावा उसका मुंडन कर दिया गया। पीड़िता किसी तरह जान बचाकर भाग निकली। इसके बाद उसकी मुलाकात कुछ पत्रकारों से हुई। उसने पत्रकारों से सारी बातें बताईं। फिर इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
इसी साल जनवरी में दोनों की शादी हुई थी। शादी करने के बाद जब पीड़िता अपने पति के घर पहुंची तो उसे देखा कि वो पहले ही शादीशुदा है और उसके आठ बच्चे हैं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा और बात तलाक तक पहुंच गई।
- मीडिया रिपोर्टमध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के उज्जैन जेल के अधिकारियों पर दोषी कैदी ने डिजिटल धोखाधड़ी करवाने का आरोप लगाया है। बंदी का आरोप है कि जेल अधिकारियों ने उस पर दबाव डालकर आईपीएस अफसरों, जजों और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के सचिव समेत कई लोगों के मोबाइल हैक कराए। कैदी का यह भी आरोप है कि जेल स्टाफ ने दबाव डालकर उससे साइबर अपराध करवाए और पैसा कमाया।
कैदी का नाम महाराष्ट्र निवासी अनंत अमर अग्रवाल है। वह जालसाजी के मामले में दोषी साबित हो चुका है। कैदी की शिकायत के बाद उसे सुरक्षा कारणों से उज्जैन से भोपाल सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। कैदी की शिकायत पर साइबर सेल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं।
जेल में दिया गया इंटरनेट, लैपटॉपअंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार अनंत कई अलायस नामों से सक्रिय था- कृष्णा केशकर, अभिजीत मदने और अनंत अग्रवाल। अग्रवाल का आरोप है उज्जैन जेल में उसे लैपटॉप और इंटरनेट सुविधा दी गई थी। डार्क नेट से खरीदे गए क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर उसने डिजिटल फ्रॉड के जरिए करोड़ों रुपए कमाए. जेल अधिकारियों ने उसे प्रदेश के वीआईपी लोगों के मोबाइल फोन में 'मैलवेयर' लोड करने को भी कहा गया था।
ट्रायल कोर्ट के सामने की थी शिकायतकैदी ने महिला जेल अधीक्षक और उप जेल अधीक्षक पर दबाव डालकर धोखाधड़ी करवाने के आरोप लगाए हैं। यह शिकायत उसने एक ट्रायल कोर्ट में की थी। कोर्ट ने यह शिकायत जेल विभाग को भेजी और वहां से साइबर सेल के पास पहुंची। मुख्य आरोप साबित नहीं हुए हैं, फिर भी उज्जैन के एक पूर्व जेल अधीक्षक जांच की राडार पर है, जिसने अग्रवाल को जेल में लैपटॉप और इंटरनेट सुविधा दे रखी थी। यह जेल मैनुअल का उल्लंघन है।
आईआईटी-कानपुर से होने का दावाअग्रवाल ने आईआईटी-कानपुर से ग्रेजुएट होने का दावा किया है। उसने विदेशी विश्वविद्यालयों से भी पढ़ाई की है। जांचकर्ताओं ने पाया कि वह आठवीं फेल है। अन्य राज्यों में भी उसके खिलाफ जालसाजी के आरोप हैं। अधिकारियों ने पाया कि अग्रवाल को लैपटॉप और इंटरनेट सुविधा दी गई थी ताकि वह पूर्व जेल अधीक्षक को तात्या टोपे पर किताब लिखने में मदद कर सके।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना: ऑनलाईन डैशबोर्ड से मुफ्त इलाज के लिए झुग्गी बस्तियों के नागरिक ले सकेंगे अग्रिम अपॉइंटमेंट
कराना होगा रजिस्ट्रेशन, मोबाईल मेडिकल यूनिट के क्षेत्रवार कैम्प की जानकारी भी मिलेगी, दवा पर्ची और जांच रिपोर्ट भी ऑनलाईन होगी उपलब्ध
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना में एक वर्ष में 11 लाख नागरिकों को मिली मुफ्त इलाज की सुविधा
’जोरन’ गिफ्ट पैक में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी, रागी के कुकीज़, बाजरा और बस्तर काजू के कुकीज जैसे 14 व्यंजन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के ऑनलाईन डैशबोर्ड और महिला स्वसहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों के स्मॉर्ट फूड वर्जन ’जोरन’ का गिफ्ट पैक लॉच किया। व्यंजनों के इस पैक में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी, रागी के कुकीज़, बाजरा और बस्तर काजू के कुकीज, मिलेट से बने पीड़िया, पपची, ठेठरी आदि शामिल हैं।मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के ऑनलाईन डैशबोर्ड से नागरिक घर बैठे ही मुफ्त में इलाज कराने हेतु अग्रिम अपॉइनमेंट ले सकेंगे। साथ ही देख पाएंगे की मोबाईल मेडिकल यूनिट की गाड़ी उनके एरिया में कब आने वाली है। इस डैशबोर्ड से अब इलाज और आसान होगा। इस डैशबोर्ड पर मरीजों की दवा पर्ची और जांच रिपोर्ट भी ऑनलाईन उपलब्ध होगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए नागरिकों को ऑनलाईन डैशबोर्ड पर पंजीयन कराना होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर एक वर्ष पहले 1 नवंबर 2020 को राज्य के स्लम क्षेत्रों के नागरिकों को निःशुल्क और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत 14 नगर निगम क्षेत्रों मंे 60 मोबाईल मेडिकल यूनिटों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को उनके मोहल्ले में ही इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। मात्र एक वर्ष में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए 11 लाख से अधिक नागरिकों का मुफ़्त में उपचार कर उन्हें स्वास्थ लाभ दिया जा चुका है। मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा एक वर्ष में 16 हजार 700 कैम्प आयोजित किए गए हैं।
नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने इस अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना को नागरिकों के लिए और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से स्लम स्वास्थ्य योजना का डैशबोर्ड लांच किया जा रहा है। उन्होंने जोरन गिफ्ट पैक के संबंध में बताया कि छत्तीसगढ़ में बेटी को विवाह के समय उपहार स्वरूप झांपी में रखकर व्यंजन देने की परम्परा है, जिसके नाम पर इस गिफ्ट पैक का नामकरण ’जोरन’ किया गया है। उन्होंने बताया कि शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत रायपुर में कार्यरत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों का स्मार्ट फूड वर्ज़न ’जोरन’ गिफ्ट पैक तैयार किया गया है, जिसमें स्व सहायता समूहों द्वारा मिलेट, गौठानों में तैयार किया गए शुद्ध घी, गुड़, बस्तर कॉफी, दरभा काजू आदि से तैयार व्यंजनों को शामिल किया गया है। त्यौहारों के मौके पर लोग एक-दूसरे को उपहार देने इस गिफ्ट पैक का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मिलेट मिशन के एकीकृत मॉडल के रूप में वैल्यू चेन और मार्केट भी विकसित किया जा रहा है । इसके लिए बाजार में अच्छी ब्रांडिंग के साथ जोरन उत्पाद की अमेजॉन आदि प्लेटफार्म पर उपलब्धता के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा मिलेट से बने उत्पादों को पौष्टिक एवं स्मार्ट फूड की संज्ञा दी गई है ।
रायपुर शहर की स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने “जोरन“ ब्रांड नेम से मिलेट स्मार्ट फूड तैयार किया है। ’जोरन’ में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी और रागी के कुकीज, बाजरा और बस्तर के काजू के कुकीज, मिलेट से बने पीड़िया, पपची, ठेठरी जैसे 14 स्मार्ट फूड उत्पाद शामिल किए गए हैं।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय मंे आयोजित कार्यक्रम में इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलो देवी नेताम,अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चंद्राकर, छत्तीसगढ़ विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सामान्य प्रशासन के सचिव श्री डी.डी. सिंह, विशेष सचिव कृषि डॉ.एस.भारतीदासन, छत्तीसगढ़ राज्य शहरी विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सौमिल रंजन चौबे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
- नई दिल्ली: सुपरस्टार एक्टर पुनीत राजकुमार का आज सुबह जिम में कसरत करने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. समाचार एजेंसी IANS के Tweet के मुताबिक हालत बिगड़ने के बाद उन्हें बेंगलुरु के विक्रम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई एक्टर की जांच के लिए अस्पताल में मौजूद थे.
सिद्धार्थ से सिर्फ 6 साल बड़े थे पुनीतपुनीत राजकुमार ने महज 46 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की उम्र भी महज 40 साल थी जब दिल का दौरा पड़ने के बाद उनका निधन हो गया था. बता दें कि सिद्धार्थ शुक्ला भी जिम और वर्कआउट के काफी शौकीन थे. पिछले कुछ समय में बहुत ज्यादा वर्कआउट करने वालों को दिल का दौरा पड़ने के कई मामले सामने आए हैं.
कसरत करते हुए आया हर्ट अटैककन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार पिछली बार फिल्म Yuvarathnaa में काम करते नजर आए थे. एक कन्नड़ वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक पुनीत (Puneeth Rajkumar) के बड़े भाई और अभिनेता शिवराजकुमार और यश भी उस वक्त परिसर में थे जब उन्होंने अपनी देह त्यागी. पुनीत के अचानक हुए निधन ने फिल्म जगत में को सदमे में डाल दिया है क्योंकि उन्हें हाल ही में शिवराजकुमार की फिल्म 'बजरंगी' 2 का प्रचार करते हुए देखा गया था. - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के राजधानी रायपुर पहुंचने पर स्वामी विवेकानंद विमानतल पर आत्मीय स्वागत किया गया। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत और उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने उनकी अगुवानी की। उल्लेखनीय है कि झारखंड के मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर के सांइस कालेज मैदान में आज से आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव-छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा27, 28 एवं 29 अक्टूबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके करा सकते हैं रिकॉर्डिंग
14 नवंबर को प्रसारित होगी 23 वीं कड़ी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार उद्यमिता और जनसशक्तिकरण का छत्तीसगढ़ मॉडल पर बातचीत करेंगे। इस संबंध में आप आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 27, 28 एवं 29 अक्टूबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकॉर्ड करा सकते हैं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 23वीं कड़ी का प्रसारण 14 नवंबर 2021 को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजधानी में 2 नवंबर तक आयोजित 10 दिवसीय छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला का किया शुभारंभ
दीवाली मेला में खरीदा गया हर उत्पाद किसी आदिवासी परिवार का करेगा जीवन रोशन
मुख्यमंत्री ने वनोपज ‘तिखुर’ से बनी मिठाईयों का चखा स्वाद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम 24 अक्टूबर से 2 नवंबर तक आयोजित 10 दिवसीय छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला का शुभारंभ किया। राजधानी के पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर में लगाए गए विभिन्न स्टॉलों में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के 130 से अधिक उत्पाद 15 प्रतिशत की छूट पर उपलब्ध है। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, महापौर नगरपालिक निगम श्री एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री भरत साय उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी-वनवासी परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने में लघु वनोपजों के उत्पाद का महत्वपूर्ण स्थान है। इस पर हमें गर्व है कि लघु वनोपज संघ वन विभाग के सतत् प्रयत्नों से राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र तथा वनांचल के निवासियों का सतत् उत्थान हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में लगाए गए आयुष स्टॉल और घरेलू उत्पाद स्टॉल, कोदो-कुटकी उत्पाद स्टॉल, आयुर्वेदिक चिकित्सालय, गढ़कलेवा खाद्य उत्पाद स्टॉल और हथकरघा एवं माटी कला बोर्ड तथा शबरी एम्पोरियम आदि हर एक स्टॉल का अवलोकन कर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस दौरान जिला यूनियन धमतरी द्वारा वनोपज ‘तिखुर’ से बने उत्पाद जलेबी, बर्फी तथा हलवा का भी स्वाद लिया और इसे छत्तीसगढ़ के स्वादिष्ट पकवान बताते हुए सराहना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के तिखुर से बने पकवान का प्रचार-प्रसार के लिए नगर निगम से भी दुकान आवंटन हेतु आवश्यक पहल करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस दौरान माटी कला बोर्ड के स्टॉल में इलेक्ट्रिक चाक से मिट्टी का दीया बनाकर परम्परागत व्यावसायियों को प्रोत्साहित भी किया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के आयुर्वेदिक उत्पाद, खाद्य उत्पाद और विभिन्न प्रकार के घरेलू उत्पाद की खरीदी कर सकते हैं। यह उत्पाद 6 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए हैं, जो दुर्गम क्षेत्रों में स्थित 50 से अधिक वनधन विकास केन्द्रों में कार्यरत हैं। छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में इसके अतिरिक्त 11 अन्य स्व-सहायता समूहों और कृषक समितियों के 60 से अधिक उत्पाद भी प्रदर्शनी में शामिल है। मेला में लोगों की सेहत का ध्यान रखने के लिए परम्परागत वैद्य भी हैं। इस अवसर पर आदिवासी नृत्य समूह द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी जाएगी। मेले में अन्य आकर्षण बांस शिल्प, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध झिटकू-मिटकी कला तथा हैण्डलूम उत्पाद के स्टाल भी हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों का स्वाद वहां गढ़कलेवा के स्टॉल में ले सकते हैं।इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री संजय शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री पी.सी. पांडेय, श्री के.मुरूगन, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री सुनील मिश्रा, अपर प्रबंध संचालक द्वय श्री एस.एस. बजाज एवं श्री आनंद बाबू आदि विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा66.09 लाख लोग लगवा चुके हैं दोनों टीका
पहली और दूसरी खुराक को मिलाकर प्रदेश में अब तक 2.22 करोड़ टीके लगाए जा चुके
रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाने वालों की संख्या डेढ़ करोड़ को पार कर गई है। प्रदेश में अब तक (21 अक्टूबर तक) एक करोड़ 55 लाख 77 हजार 521 लोग कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं। वहीं 66 लाख आठ हजार 855 नागरिकों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य में पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर अब तक कुल दो करोड़ 21 लाख 86 हजार 376 टीके लगाए गए हैं।
प्रदेश में तीन लाख दस हजार 393 स्वास्थ्य कर्मियों, तीन लाख 18 हजार 635 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 62 लाख 18 हजार 488 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 87 लाख 30 हजार 005 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं दो लाख 65 हजार 580 स्वास्थ्य कर्मियों, दो लाख 57 हजार 020 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 33 लाख 69 हजार 146 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के 27 लाख 17 हजार 109 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवावर्धा की तर्ज पर नवा रायपुर में स्थापित होगा 21 वीं सदी का सेवा-ग्रामसेवा ग्राम के लिए 76.5 एकड़ की जमीन चिन्हांकित
महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना के अनुरूप कार्यों को आगे बढ़ाएगी परियोजना
सेवा ग्राम में बुजुर्गों के लिए ’दूसरा घर’ और वंचितों के लिए स्कूल भी किया जाएगा स्थापित
रायपुर : आजादी के 75वें वर्ष में आजादी की लड़ाई के मूल्यों, सिद्धांतों, आदर्शों तथा महात्मा गांधी की ग्राम-स्वराज की संकल्पना को अक्षुण्ण रखने के लिए नवा-रायपुर में भी वर्धा की तर्ज पर सेवा-ग्राम की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज श्री सचिन राव के साथ नया रायपुर में बनने वाले सेवा ग्राम के लिए चिन्हांकित स्थल का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि सेवा ग्राम के लिए नवा-रायपुर 76.5 एकड़ की जमीन चिन्हांकित की गई है। यह स्थान नया रायपुर के लेयर वन से लगा हुआ है। इस स्थल में लगभग पांच एकड़ क्षेत्र में दो नहर भी है। शेष 75 एकड़ भूमि में सेवा ग्राम बसाया जाएगा। सेवा ग्राम को इस ढंग से विकसित किया जाएगा कि वहां छत्तीसगढ़ की परंपरागत ग्रामीण भवन शैली की झलक दिखें। निर्माण कार्यों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध निर्माण सामग्री का उपयोग होगा।आश्रम के अंदर की सड़के भी ग्रामीण परिवेश के अनुरूप होंगी। सेवा ग्राम तक पूरा क्षेत्र हरियाली से भरपूर रहेगा। आश्रम का पूरा वातावरण आत्मिक शांति प्रदान करेगा। इस मौके पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, विधायक श्री देवेन्द्र यादव, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, विशेष सचिव कृषि डॉ. एस. भारतीदासन, एनआरडीए के मुख्यकार्यपालन अधिकारी डॉ. फकीर भाई अय्याज तम्बोली, संचालक उद्योग श्री अनिल टुटेजा, कलेक्टर रायपुर श्री सौरभ कुमार भी उनके साथ थे।सेवा ग्राम में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं आत्मनिर्भर-ग्राम की कल्पना को साकार करने के लिए सभी प्रकार के कारीगरों के प्रशिक्षण की व्यवस्था का प्रावधान भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सेवा ग्राम की स्थापना के लिए 02 अक्टूबर 2021 से पहले इस संबंध में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।गौरतलब है कि इस परियोजना के पीछे महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित सेवाग्राम है, जिसकी स्थापना वर्ष 1936 में महात्मा गांधी और उनकी सहधर्मिणी कस्तूरबा के निवास के रूप की गई थी, ताकि वहां से वे मध्य भारत में स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व कर सकें। वर्धा का यह संस्थान महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप ग्रामीण भारत के पुननिर्माण का केंद्र भी था। गांधीजी का मानना था कि भारत की स्थितियों में स्थायी रूप से सुधार के लिए ग्राम-सुधार ही एकमात्र विकल्प है।अब 21वीं सदी में महात्मा गांधी के उन्हीं सपनों के अनुरूप ग्राम-सुधार के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए नवा-रायपुर में सेवा-ग्राम की स्थापना की जा रही है। इस सेवा-ग्राम का निर्माण मिट्टी, चूना, पत्थर जैसी प्राकृतिक वस्तुओं का उपयोग करते हुए किया जाएगा। यह परियोजना गांधी-दर्शन को याद रखने और सीखने की प्रेरणा देगी। साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन की यादों और राष्ट्रीय इतिहास को भी इसके माध्यम से जीवंत रखा जा सकेगा।रायपुर में प्रस्तावित सेवाग्राम में गांधीवादी सिद्धांतों, ग्रामीण कला और शिल्प के केंद्र विकसित किए जाएंगे, जहां अतिथि विषय-विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही वहां वृद्धाश्रम तथा वंचितों के लिए स्कूल भी स्थापित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य पर्यटन के अवसरों को बढ़ा देकर, छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं को प्रोत्साहन देकर, बुजुर्गों को दूसरा-घर देकर और वैचारिक आदान-प्रदान के लिए छत्तीसगढ़ में एक विश्वस्तरीय व्यवस्था का निर्माण करके स्थानीय लोगों का सशक्तिकरण करना है। सेवा-ग्राम में प्रस्तावित विजिटर्स सेंटर सीखने, निर्वाह करने और गांधी के सिद्धांतों का स्मरण करने का केंद्र जगह होगा।छत्तीसगढ़ अपनी विशिष्ट कला और शिल्प के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ के बस्तर, रायगढ़ और अन्य जिलों में बेल मेटल, लौह, टेराकोटा, पत्थर, कपड़े और बांस का उपयोग करके विभिन्न कलात्मक वस्तुओं का निर्माण किया जाता है। सेवाग्राम एक ऐसा स्थान होगा जहां आगंतुक स्थानीय कला और शिल्प, स्थानीय व्यंजनों को बारे में जान सकेंगे। अपनी जानकारियों और अनुभवों को साझा कर सकेंगे। सेवा ग्राम में एक ओपन थियेटर भी होगा, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने युवोदय के वॉलिंटियर्स के साथ बॉलीबाल खेल में हाथ आज़माया, किया उनका उत्साहवर्धन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान कल रात जगदलपुर शहर के ऐतिहासिक लालबाग मैदान में 87 लाख 37 हजार रूपये की लागत से स्थापित की गई हाईमास्ट लाइट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री और विधायकों ने युवोदय के वॉलिंटियर्स के साथ बॉलीबाल खेल में हाथ आज़माया और युवाओं का उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्री दीपक बैज एवं राज्य सभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम,संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन, विधायक कोंडागाँव श्री मोहन मरकाम, हस्त शिल्प बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, विधायक बीजापुर विधायक श्री विक्रम मण्डावी, विधायक दंतेवाडा श्रीमती देवती कर्मा, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंजाम, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, क्रेडा के अध्यक्ष श्री मिथलेश स्वर्णकार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज नवरात्रि पर्व की अष्टमी को बिलासपुर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल रतनपुर पहंुचे। उन्होंने वहां मां महामाया मंदिर में देवी माता की पूजा अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने नागरिकों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चौहान, नगर निगम बिलासपुर के महापौर श्री रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, श्री आशीष सिंह ठाकुर, संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, एसपी श्री दीपक कुमार झा सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा-आदिवासियों, वनाश्रितों और किसानों के जीवन से सीधे जुड़ी है योजना
कैम्पा मद से वर्ष 2021-22 के लिए 392 करोड़ रूपए की राशि के 37.99 लाख भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का भूमिपूजनवनांचल के 8 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि होगी उपचारित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि वनांचल में राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही नरवा विकास योजना से वनवासियों के उत्थान सहित वन संवर्धन के कार्यो को काफी मजबूती मिली है। साथ ही वनाश्रितों को आगे बढ़ने का बेहतर अवसर उपलब्ध हुआ है। वनक्षेत्रों में जल उपलब्धता की दृष्टि से नरवा विकास योजना वनवासियों के लिए संकटमोचक साबित होगी। इस योजना की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैम्पा मद से नरवा विकास योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिए 392 करोड़ 26 लाख रूपए की स्वीकृत राशि के 37.99 लाख भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का भूमिपूजन के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इसके तहत राज्य के वनांचल स्थित एक हजार 962 नालों में भू-जल संरक्षण संबंधी विभिन्न संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इससे क्षेत्र के 8 लाख 17 हजार हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नरवा विकास योजना शासन की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो वनों के संरक्षण, भू-जल संवर्धन तथा जैव विविधता संरक्षण के साथ-साथ आदिवासियों, वनाश्रितों और किसानों के जीवन से सीधे जुड़ी हुई है। इस योजना के माध्यम से वनांचल में कृषि और वनोपज के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में नरवा विकास योजना शुरू होने के बाद से अब तक बड़े पैमाने पर काम हो चुका है। यहां जल संरक्षण की दिशा में जो काम हो रहे हैं, इसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। नरवा विकास कार्यक्रम के शुरूआती चरण में वर्ष 2020 में बिलासपुर और सूरजपुर जिले को नेशनल वॉटर अवार्ड से नवाजा जा चुका है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संकट के समय नरवा विकास योजना भी वन क्षेत्रों के निवासियों के लिए बहुत मददगार साबित हुई। इस योजना के तहत बड़ी संख्या में वनवासियों को रोजगार मिलता रहा। आज नरवा विकास योजना के एक और चरण का शुभारंभ करते हुए मुझे काफी प्रसन्नता हो रही है। कार्यक्रम को वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री श्री बघेल के कुशल निर्देशन में वन विभाग द्वारा वनों के विकास के साथ-साथ वनाश्रितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा विकास योजना के तहत वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं के निर्माण से वनांचल के 20 लाख हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने भी सम्बोधित करते हुए वनांचल में संचालित नरवा विकास योजना की सराहना की। कार्यक्रम में उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुकमा से जुड़े हुए थे।
गौरतलब है कि नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के लिए 392 करोड़ 26 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसके अंतर्गत राज्य में 24 जिलों के 30 क्षेत्रीय वनमंडलांे, 02 राष्ट्रीय उद्यानों, 02 टायगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी और 01 एलीफेंट रिजर्व में 01 हजार 962 नालों के 8.17 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्र में 37 लाख 99 हजार 26 संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी तथा श्री संजय शुक्ला और कैम्पा समिति से श्री जी.एस.धनंजय, श्री पंकज बांधव, श्री वशिउल्ला शेख, श्रीमती लक्ष्मी साहू, श्री एम.सूरज तथा कैम्पा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री व्ही श्रीनिवास राव उपस्थित थे।
- 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : ‘राम वन गमन पर्यटन परिपथ‘ एवं माता कौशल्या मंदिर परिसर, चंदखुरी के जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मंदिर में कौशल्या माता की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता के लिए खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदखुरी अब देश-दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार होगा। माता कौशल्या और भगवान राम का आशीर्वाद हमेशा हमें मिले, जिससे प्रत्येक घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आए।
उल्लेखनीय है कि त्रेतातायुगीन छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम दक्षिण कौशल एवं दण्डकारण्य के रूप में विख्यात था। छत्तीसगढ़ राज्य में राम वनगमन पथ के विषय पर शोध प्रकाशनों के अनुसार प्रभु श्रीराम के द्वारा अपने वनवास काल के 14 वर्षों में अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया गया था तथा उन्होंने छतीसगढ़ में अनेक स्थलों का भ्रमण किया था। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राम वनगमन पथ के स्थलों में से 9 स्थलों (सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंद्रखुरी, राजिम, सिहावा (सप्त ऋषि आश्रम), जगदलपुर, रामाराम सुकमा) को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है।
इस परियोजना का उददेश्य राज्य में आने वाले पर्यटकों, आगंतुकों के साथ-साथ राज्य के लोगों को भी भगवान राम से जुड़े स्थलों से परिचित कराना है। इन 9 स्थलों में शामिल चंद्रपुरी में मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम की जननी माता कौशल्या का मंदिर, पूरे भारत का इकलौता मंदिर है। चंदखुरी राजधानी रायपुर से लगभग 27 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
इस अवसर पर गृह एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव कुमार डहरिया, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, संस्कृति एवं खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, संसदीय सचिव पर्यटन विभाग श्री चिंतामणि महाराज एवं श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, धरसींवा की विधायक श्रीमती अनीता शर्मा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण एवं श्रद्धालु उपस्थित थे। -
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रायपुर : ई-कोर्ट प्रोजेक्ट के बेहतर प्रसार एवं क्रियान्वयन के लिए नेशनल इंफरमेशन सेंटर (एनआईसी) के डायरेक्टर जनरल की ओर से छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को सिल्वर अवार्ड प्रदान किया गया है। भारत सरकार राष्ट्रीय सूचना एवं विज्ञान केन्द्र द्वारा ई-कोर्ट, ई-हॉस्पिटल, ई-ऑफिस, सर्विस प्लस आदि सात प्रोजेक्ट पर अवार्ड दिए गए है। जिसमें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में संचालित ई-कोर्ट प्रोजेक्ट को यह अवार्ड प्रदान किया गया है। अवार्ड समारोह 1 अक्टूबर को वर्चुअली आयेाजित किया था। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की इस उपलब्धि में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश श्री प्रशांत कुमार मिश्रा का सतत् मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन रहा। हाईकोर्ट कम्प्यूटराईजेशन कमेटी के चेयरमेन जस्टिस मुनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव, रजिस्टार जनरल, रजिस्टार कम्प्यूटराईजेशन एवं हाईकोर्ट के सभी तकनीकी अधिकारी कर्मचारी का भी उल्लेखनीय सहयोग रहा।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में एनआईसी के प्रभारी एवं साइंटिस्ट-सी श्री संजय कुमार कश्यप ने बताया कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश अनुसार ई-कोर्ट प्रोजेक्ट कार्यान्वित की जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत् हाईकोर्ट, जिला कोर्ट और तालुका कोर्ट में केस इंफरमेशन सिस्टम का नवीनतम संस्करण स्थापित किया गया है, जो सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। केस इंफरमेशन सिस्टम से प्रत्येक स्तर के कोर्ट का डाटा कहीं से भी इंटरनेट में एक्सेस कर ऑनलाईन केस स्टेट्स देख सकते है। ई-कोर्ट का एक मोबाईल ऐप भी उपलब्ध है। कोई भी यूजर ऐप के माध्यम से अपने केस स्टेट्स की जानकारी ले सकता है। श्री कश्यप ने बताया कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में क्योस्क मशीन लगाया गया है और लगभग सभी ज्यूडिशियल सेक्शन को कम्प्यूटराईज कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिला व तालुका कोर्ट में भी क्योस्क मशीन उपलब्ध है, जिससे कोई भी पक्षकार अपने केस का स्टेट्स देख सकता है।
केस का स्टेट्स, जजमेंट सभी ऑनलाईन हैं। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के वेबसाईट में जाकर एक क्लिक में सभी जानकारी ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हाईकोर्ट में ई-कोर्ट प्रोजेक्ट को और विस्तारित किया जाएगा और डिजिटलाईजेशन और कम्प्यूटराईजेशन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को और आगे ले जाने का प्रयास करेंगे। - एजेंसीनई दिल्ली : वर्ष 1995 में शादी के बाद महज पांच छह दिन तक साथ रहने वाले एक दंपती से सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि आप एक साथ नहीं रह सकते हैं तो एक दूसरे को छोड़ देना ही बेहतर है।
जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने हाईकोर्ट के तलाक के आदेश के खिलाफ अपील करने वाली पत्नी से कहा कि आपको व्यवहारिक होना चाहिए, पूरी जिंदगी अदालत में एक दूसरे से लड़ते हुए नहीं बिताई जा सकती। आपकी उम्र 50 साल और पति 55 साल के हैं।
पीठ ने दंपती को स्थायी गुजारा भत्ता पर पारस्परिक रूप से निर्णय लेने के लिए कहा और दिसंबर में याचिका पर विचार करने का निर्णय लिया है। प
त्नी की ओर से पेश वकील ने दलील दी कि हाईकोर्ट द्वारा तलाक को मंजूरी देना गलत था। हाईकोर्ट ने इस बात की भी अनदेखी की कि समझौते का सम्मान नहीं किया गया था। वहीं पति की ओर से पेश वकील ने कहा कि वर्ष 1995 में शादी के बाद से उसका जीवन बर्बाद हो गया है। दांपत्य संबंध सिर्फ पांच-छह दिन तक चला।
उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा क्रूरता और शादी के अपरिवर्तनीय टूट के आधार पर तलाक की अनुमति देना बिल्कुल सही था। वकील ने कहा कि पति पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता और वह स्थायी गुजारा भत्ता देने को तैयार है।
पति ने दावा किया कि 13 जुलाई, 1995 को शादी के बाद उच्च शिक्षित और संपन्न परिवार से आने वाली उनकी पत्नी ने उन पर अपनी बूढ़ी मां और बेरोजगार भाई को छोड़ अगरतला स्थित अपने घर में ‘घर जमाई’ बनकर रहने के लिए दबाव डाला। पत्नी के पिता आईएएस अधिकारी थे। पति ने मामले को शांत करने की हरसंभव कोशिश की लेकिन पत्नी ससुराल छोड़कर अपने मायके चली गई। तब से दोनों अलग रह रहे हैं।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवालोगों का विश्वास जीत कर उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है
शिक्षा, स्वास्थ्य और लोगों की आय बढ़ाने पर है मुख्य फोकस.
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीति अपनाकर इन क्षेत्रों में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के साथ-साथ विभिन्न जन कल्याणकारी कार्यक्रमों का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। इससे नक्सलियों से लोगों का मोह भंग हो रहा है। नक्सल गतिविधियां अब सिमट सी गई है। इन क्षेत्रों में लोगों के जीवन में आ रहे बदलाव से यह बात स्पष्ट होती है। श्री बघेल आज एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम 12 आवर स्वस्थ्य भारत सम्पन्न भारत टेलीथॉन कार्यक्रम को बेमेतरा जिला मुख्यालय से वर्चुअल रूप से सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महानायक अमिताभ बच्चन के एक प्रश्न के जवाब में बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रोें में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने के लिए चिकित्सकों और स्टाफ की नियुक्ति की गई है। दंतेवाड़ा जिले से मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की शुरूआत की गई थी, यह योजना राज्य के सभी जिलों में संचालित है। उन्होंने कहा कि हमने इन क्षेत्रों में विकास, विश्वास और सुरक्षा की रणनीति पर काम करना शुरू किया। इससे आम जनता तक सरकार की पहुंच बनी। इस नीति पर अमल करते हुए हमने लोगों तक स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली और सोलर उर्जा से बिजली पहुंचाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लागों के जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है। बीजापुर में दिसंबर 2018 तक, जहां साल भर में एक दो टेªक्टर की ब्रिकी होती थी आज यह आकड़ा 400 के पार पहुंच गया है। वहीं मोटर सायकलों की ब्रिकी संख्या औसतन 15-16 से बढ़कर 5000 तक पहुंच गई है। इन क्षेत्रों में वनअधिकार कानून का प्रभावी क्रियान्वयन कर लोगों को वनाधिकार पट्टे दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में वर्षों से बंद सैकड़ों स्कूल फिर से शुरू किए गए है। धुर नक्सल क्षेत्र जगरगुण्डा के स्कूलों में भी अब अध्ययन-अध्यापन सुचारू रूप से होने लगा है। बीजापुर के सिलगेर गांव में शासन-प्रशासन द्वारा शिविर आयोजित कर तीन हजार लोगों के आधार कार्ड, जाब कार्ड बनाने बनाए गए। उन्होंने कहा कि नक्सल गतिविधियां अब बीजापुर और नारायणपुर में सिमट कर रह गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने के लिए बस्तर अंचल के सभी अस्पतालों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए। इन क्षेत्रों में लोग सप्ताह में एक बार हाट बाजार जरूर जाते हैं, इसलिए हमने लोगों की चिकित्सा का इंतजाम भी हाट बाजारों में किया। मलेरिया मुक्त अभियान चलाया इस अभियान के दौरान 14 लाख लोगों का मलेरिया के लिए रक्त परीक्षण किया गया। आज इन क्षेत्रों में मलेरिया के प्रकरण 40 प्रतिशत से घट कर 4-5 प्रतिशत रह गए है। इसके अलावा मोबाइल मेडिकल यूनिट और दाई दीदी क्लिनिक के जरिए भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये दोनों ही योजनाएं काफी लोकप्रिय है। दाई- दीदी क्लिनिक वर्तमान में रायपुर, बिलासपुर एवं भिलाई निगम क्षेत्र में संचालित है। जल्द ही इसका विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुपोषण मुक्ति अभियान की सराहना हाल में ही नीति आयोग ने की है। राज्य में 37.8 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से और 41.5 प्रतिशत महिलाएं एनिमिया से पीड़ित थी इस लिए राज्य में लोगों के लिए गरम भोजन देने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। पिछले एक साल में कुपोषण के मामले में उल्लेखनीय कमी आयी है। इसी प्रकार स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए लोगों को जागरूक करने की पहल के सार्थक परिणाम देखने को मिल रहा है।