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राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह सीबीआई दफ्तर में आग लग गई. आग लगने के बाद तमाम अफसर बिल्डिंग से बाहर निकले, दमकल की गाड़ियां अब मौके पर मौजूद हैं.
राजधानी नई दिल्ली में स्थित केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के हेडक्वार्टर में गुरुवार सुबह आग लग गई. सीबीआई की बिल्डिंग में आग लगने के बाद तमाम अफसर बाहर निकल गए. बिल्डिंग से धुएं का गुबार निकल रहा है. फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं और आग बुझाने में जुट गई हैं. सीबीआई का ये दफ्तर दिल्ली के लोधी रोड पर है.
हालांकि अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि यह आग कैसे लगी और कितनी भयावह है। अभी तक इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
गौरतलब है कि सीबीआई के हेडक्वार्टर में तमाम ज़रूरी कागज़ात मौजूद होते हैं, ऐसे में इस आग से क्या नुकसान हुआ है और इसके पीछे कारण क्या है, इसपर हर किसी की नज़र है. - शिमला : हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। वीरभद्र सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे, आज सुबह करीब 3:40 पर शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांल ली।बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह, पिछले दो महीने से अस्पताल में भर्ती थे। तो वहीं, अब पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है।
हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। पीएम मोदी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'श्री वीरभद्र सिंह जी का लंबा राजनीतिक जीवन था।उनके पास समृद्ध प्रशासनिक और विधायी अनुभव था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य के लोगों की सेवा की। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।'
राहुल और प्रियंका गांधी ने भी जताया दुख पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी दुख व्यक्त किया। उन्होंने वीरभद्र सिंह को बड़ा नेता बताया। राहुल गांधी ने कहा, 'उनके द्वारा लोगों और कांग्रेस पार्टी की सेवा एक अतलनीय उदाहरण है।
उसके परिवार और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं। हम उसे मिस करेंगे।' वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा, 'राजनीति में विशालकाय पर्वतों सा कद रखने वाले व देवभूमि हिमाचल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री वीरभद्र सिंह जी के निधन से हम सबको एक अपूर्णीय क्षति हुई है। ईश्वर श्री वीरभद्र सिंह जी को श्रीचरणों में स्थान दें।
विनम्र श्रद्धांजलि' तीन दिन का घोषित हुआ राजकीय शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह के सम्मान में 8 जुलाई से 10 जुलाई तक तीन दिनों का राजकीय शोक मनाने का फैसला किया है।आपको बता दें कि वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर जनक राज ने बताया कि सोमवार की रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था और यहां उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। 23 अप्रैल से चल रहा था इलाज मंगलवार को वीरभद्र सिंह की स्थिति नाजुक जरूर थी लेकिन स्थिर थी, लेकिन आज सुबह उनका देहांत हो गया।
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में वीरभद्र सिंह का 23 अप्रैल से इलाज चल रहा था। बता दें, वीरभद्र सिंह 13 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें मोहाली स्थित मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि 23 अप्रैल को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन शिमला पहुंचने पर उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद फिर से उन्हें इंदिरा गांधी मेडकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विकास का नया दौर पर होगी केंद्रित
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 19 वीं कड़ी का प्रसारण 11 जुलाई रविवार को होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार विकास का नया दौर विषय पर प्रदेशवासियों से बातचीत करेंगे।लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चौनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। - मुंबई : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) नहीं रहे. लंबी बीमारी के बाद 98 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में बुधवार को उनका निधन हो गया.हिंदी फिल्म जगत में ‘ट्रेजेडी किंग' के नाम से मशहूर दिलीप कुमार मंगलवार से हिंदुजा अस्पताल की गैर-कोविड गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती थे. दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत समेत देशभर में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की दिग्गज हस्तियों ने दिलीप कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है. आज शाम 5:00 बजे सांताक्रूज़, मुंबई में जुहू क़ब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
दिलीप कुमार का इलाज कर रहे डॉ. जलील पारकर ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘लंबी बीमारी के कारण सुबह साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया.'' अभिनेता को पिछले एक महीने में कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
कुमार के पारिवारिक मित्र फैजल फारूकी ने अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘भारी मन और बेहद दु:ख के साथ, मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि कुछ मिनट पहले हमारे प्यारे दिलीप साहब का निधन हो गया. हम अल्लाह के बंदे हैं और हमें उनके पास ही लौटकर जाना होता है.''
हिंदी फिल्मों के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में गिने जाने वाले दिलीप कुमार ने 1944 में ‘ज्वार भाटा' फिल्म से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी और अपने पांच दशक लंबे कॅरियर में ‘मुगल-ए-आजम', ‘देवदास', ‘नया दौर' तथा ‘राम और श्याम' जैसी अनेक हिट फिल्में दीं. वह आखिरी बार 1998 में आई फिल्म ‘किला' में नजर आए थे.
दिलीप कुमार को सबसे पहले 6 जून को अस्पताल लाया गया था और वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. एनसीपी सुुप्रीमो शरद पवार दिलीप कुमार के स्वास्थ्य का जायजा लेने के लिए हिंदुजा अस्पताल पहुंचे थे.
स्वास्थ्य संबंधी वजहों से पिछले कुल सालों से दिलीप कुमार कई अस्पताल में भर्ती हुए थे.कुछ साल पहले, अभिनेता ने अपना 94वां जन्मदिन अस्पताल में बिताया था, जहां उनका बुखार और पैर में सूजन का इलाज चल रहा था. दिलीप कुमार के परिवार में उनकी पत्नी सायरा बानो हैं. -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में खाद्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, सहकारिता मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा, संचालक खाद्य श्रीमती किरण कौशल, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के एम.डी. श्री निरंजन दास उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों और स्व-सहायता समूहों को 9.83 करोड़ रूपए की राशि अंतरित कीगोधन न्याय योजना के तहत अब तक 125.97 करोड़ रूपए का भुगतान40 करोड़ रूपए की वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योजना से गांव और ग्रामीणों के जीवन में एक नया बदलाव दिखाई देने लगा है। इन योजनाओं से ग्रामीणों और किसानों को संबल मिला है और ये ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी साबित हो रही है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह बातें आज अपने निवास कार्यालय में, गोधन न्याय योजना के तहत राशि अंतरण के वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मजबूत और स्वावलंबी गांवों का सपना देखा था, उनका सपना आज छत्तीसगढ़ में साकार हो रहा हैै। छत्तीसगढ़ के गांव आज स्वावलंबन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि एवं जल संसाधन श्री रविन्द्र चौबे, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर गोधन न्याय योजना के तहत कुल 9.83 करोड़ रूपए की राशि का ऑनलाइन अंतरण किया, जिसमें गोबर विक्रेताओं को 48 लाख रूपए तथा गौठान समितियों व महिला स्व-सहायता समूहों को लाभांश के रूप में 9.35 करोड़ रूपए की राशि शामिल है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के पशुपालक किसानों, गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे लिए यह बेहद खुशी की बात है कि गौठान अब तेजी से स्वावलंबी बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना को शुरू किए अभी एक साल भी नहीं हुआ है। हमारे 1160 गौठान स्वावलंबी हो चुके है, जो अपनी आय से अब स्वयं गोबर खरीद रहे हैं और महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन करने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठान और गोधन न्याय योजना का सीधा संबंध खेती से है। यह व्यवस्था जितनी मजबूत होगी हमारी खेती-किसानी और किसान उतने ही समृद्ध होंगे।
उन्होंने इस मौके पर राज्य के किसान भाईयों से राज्य में संचालित पशुओं के रोका-छेका अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने और गौठानों में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट का उपयोग खेतों में करने की अपील की। उन्होंने गौठानों में पशुओं के हरे चारे की व्यवस्था के लिए चारागाह में नेपियर घास लगाने का भी आव्हान किया।कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना एक महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना की प्रशंसा पार्लियामेंट की स्वच्छ भारत मिशन कमेटी एवं जैविक खाद कमेटी ने की है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 48.56 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। इससे लगभग 19 लाख क्विंटल वर्मी और सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन संभावित है, जो कि क्रय गोबर की मात्रा का लगभग 40 प्रतिशत है। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि अब तक 8 लाख क्विंटल वर्मी एवं सुपर कम्पोस्ट गौठानों में तैयार हो चुका है।आज की स्थिति में 60 हजार भरे टाकों से वर्मी कम्पोस्ट की छनाई और पैकेजिंग का काम चल रहा हैं। अब तक 40 करोड़ रूपए की वर्मी कम्पोस्ट बिक चुकी है। उन्होंने कहा कि गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को इस योजना के तहत लाभांश के रूप में लगभग 29 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
गौठानों से जुड़े स्व-सहायता समूह की 85 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पादों का निर्माण व आय मूलक गतिविधियों का संचालन कर अब तक 43.49 करोड़ रूपए की आय अर्जित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि समूहों की आय और उनके लाभांश की राशि से ज्यादा महत्वपूर्ण महिलाओं का आत्मविश्वास और उनकी आत्मनिर्भरता है। यह छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से गोधन न्याय योजना की अब तक उपलब्धि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में 10,080 गौठान के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 5847 गौठान निर्मित और सक्रिय हो चुकेे हैं। इस योजना के तहत गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाली महिला समूहों को कुल 125 करोड़ 97 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
जिसका सीधा लाभ एक लाख 70 हजार से अधिक पशुपालक किसानों, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों, महिलाओं एवं भूमिहीन को मिला है। उन्हांेने प्रदेश में रोका-छेका और पशु नस्ल सुधार के लिए संचालित कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी भी दी। - नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate, ED) ने सोमवार को जानकारी दी कि दिल्ली स्थित एक बड़ी कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर केवल कृष्ण कुमार (Kewal Krishan Kumar) को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद केवल कृष्ण कुमार को रविवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्होंने 9 जुलाई तक ED की हिरासत में भेज दिया गया।
रविवार को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत हुई इस गिरफ्तारी से पहले ED ने कृष्ण कुमार के 9 ठिकानों पर छापा मारा था और कई संदिग्ध दस्तावेज व डिजिटल साक्ष्य जब्त किए।
कंपनी आटा, चावल, बिस्किट और कुकीज बनाती है। दिल्ली की नामी कंपनी के खिलाफ इस साल की शुरुआत में सीबीआई ने 10 बैंकों से 3,269.42 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसमें कंपनी के CMD केवल कृष्ण कुमार और डायरेक्टर सिद्धार्थ कुमार और सुनंदा कुमार को नामजद किया था।
सीबीआई ने केवल कृष्ण कुमार के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी और आपराधिक व्यवहार के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी। इसी के आधार पर ED मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। उन पर अपनी कंपनियों के जरिए धन की हेराफेरी का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद केवल कृष्ण कुमार को रविवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्होंने 9 जुलाई तक ED की हिरासत में भेज दिया गया।
मामले का खुलासा 2019 के जून माह में फोरेंसिक ऑडिटर्स की रिपोर्ट के जरिए हुआ था। बैंकों से लेनदेन अप्रैल 2013 से मार्च 2017 के बीच किया गया। इस अकाउंट पर 2016 करोड़ रुपये का बकाया है और यह मार्च 2015 में एनपीए बना था। फोरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, अकाउंट स्टेटमेंट्स और स्टॉक स्टेटस में गड़बड़ी की गई।
- उत्तराखंड : तमाम अनुमानों और आंकलन को धता बताते हुए उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर 45 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लग गई। आज तीन बजे देहरादून स्थित भाजपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के दौरान सभी ने उनके नाम पर सहमति जताई।इस बैठक के दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, डी पुरंदेश्वरी और उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम व रेखा वर्मा भी मौजूद रहीं। बताया जा रहा है कि धामी आज शाम करीब 6 बजे पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
खटीमा से हैं विधायकगौरतलब है कि शुरुआती दौर में पुष्कर सिंह धामी का नाम कहीं भी चर्चा में नहीं था। लेकिन अचानक से उन्होंने मुख्यमंत्री पद की रेस में सभी को पछाड़ दिया। पुष्कर सिंह धामी उधमसिंह जिले के खटीमा से विधायक हैं।वह यहां से लगातार दूसरी बार विधायक पद का चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। पुष्कर 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में पैदा हुए। उनके पिता सेना में रह चुके हैं। पुष्कर सिंह धामी तीन बहनों के बीच अकेले भाई हैं। पढ़ाई—लिखाई की बात करें तो पुष्कर सिंह धामी ने मानव संसाधन प्रबंधन के साथ—साथ औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है।सबको छोड़ा पीछेगौरतलब है कि प्रदेश में उपचुनाव की अनिश्चितताओं के बीच तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद से ही उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल तेज थी। इसके बाद पार्टी ने कई नामों पर चर्चा की।इन नामों में चौबातखाल से विधायक और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, श्रीनगर से विधायक धनसिंह रावत, पुष्कार सिंह धामी और रितू खंडूरी के साथ-साथ दोईवाला से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दावेदारी भी थी। लेकिन आखिर में विधायकों ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई। -
राफेल फाइटर प्लेन के सौदे की जांच के लिए फ्रांस में एक जज की नियुक्ति की गई. इसकी जानकारी सामने आने पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है और मामले में जेपीसी की जांच की मांग की है.
नई दिल्लीः राफेल फाइटर प्लेन के सौदे की जांच के लिए फ्रांस में एक जज की नियुक्ति की गई है. फ्रांस की पब्लिक प्रॉसिक्यूशन सर्विस (PNF) के मुताबिक मजिस्ट्रेट ने जांच शुरू कर दी है. सौदे में भ्रष्टाचार के साथ ही पक्षपात के आरोपों की भी जांच की जाएगी.
राफेल डील की फ्रांस में जांच की बात सामने आने के बाद कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है और मामले में संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) की जांच कराने की मांग की है. कांग्रेस महासचिव और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि यह प्रथम दृष्टि में भ्रष्टाचार का आरोप है.दाल में कुछ काला नहीं तो जांच से डर कैसासुरजेवाला ने कहा कि फ्रांस में प्रथम दृष्या भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ गए हैं है तो सरकार जेपीसी की जांच क्यों नहीं करवाती. यदि दाल में कुछ काला नहीं है तो फिर जांच से सरकार को डर किस बात का डर है. यदि दाल में कुछ काला है कि तो अलग बात है. सुरजेवाला ने कहा कि यह राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, इसलिए जेपीसी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा की पारदर्रिशता, जवाबदेही, भ्रष्टचार मुक्त शासन देना सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है.
36 राफेल जेट्स की खरीद का हुआ था सौदाफ्रांस और भारत के बीच राफेल विमानों का सौदा हुआ था. करीब 7.8 अरब यूरो सौदे में भारत को 36 फाइटर जेट्स मिलेंगे. ये सौदा दसॉल्ट एविएशन और भारत सरकार के बीच हुआ था. सौदे को लेकर कांग्रेस भ्रष्टाचार के आरोप लगती रही है. इस सौदे को लेकर फ्रांस के एक एननजीए शेरपा ने 2018 में जांच के लिए शिकायत दर्ज कराई थी और उस समय पीएनएफ ने जांच की मांग को खारिज कर दिया था. - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में गृह विभाग के कार्यों की समीक्षा की।इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक श्री डी. एम. अवस्थी, विशेष पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा एवं श्री आर.के. विज, सचिव श्री उमेश अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक जेल श्री संजय पिल्ले, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, नगरीय विकास विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी. सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
- पुलवामा में सुरक्षाबलों की आतंकियों से नई मुठभेड़ चल रही है. वहीं, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पुलिस के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.
श्रीनगर: पुलवामा में सुरक्षाबलों की आतंकियों से नई मुठभेड़ चल रही है. पुलवामा में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है. जबकि मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया. सुरक्षाबलों को खबर मिली थी की जैश-ए-मोहम्मद के एक कमांडर समेत तीन से चार आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी की. खुद को घिरता देख आतंकियों ने फायरिंग कर दी.
इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की. इस फायरिंगमें मारे गए आतंकियों की पहचान लश्कर के आतंकियों के तौर पर हई है. अभी इस बात को लेकर जानकारी नहीं है कि मारे गए आतंकियों में कोई विदेशी आतंकी भी है. अभी भी सुरक्षाबलों को कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. इन्हीं आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है.
दुखद खबर यह है कि इस मुठभेड़ एक सेना का एक जवान शहीद हो गया है. वहीं एक दूसरे जवान को घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. शहीद जवान हवलदार का नाम हवलदार काशी राव है. शहीद हवलदार काशी राव अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं.
वहीं, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पुलिस के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया. इस हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. - मीडिया रिपोर्टमद्रास : आईआईटी मद्रास के एक गेस्ट लेक्चरर की अधजली बॉडी गुरुवार को कैंपस के अंदर पाई गई इंस्टीट्यूट के खेल आफिसर ने इस बारे में लोकल पुलिस को जानकारी दी लेक्चरर की बॉडी कैंपस में स्थित हॉकी ग्राउंड के पास मिली थी। मृत लेक्चरर की पहचान 30 वर्षीय उन्नीकृष्णन नैयर के रूप में हुई है। वह मूल रूप से केरल के रहने वाले थे। उन्होंने अप्रैल 2021 में बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद वह आईआईटी मद्रास में प्रोजेक्ट एसोसिएट और गेस्ट लेक्चरर के तौर पर जुड़े हुए थे।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक उन्नीकृष्णन गुरुवार सुबह ही केरल से लौटे थे। गुरुवार शाम करीब आठ बजे कुछ छात्र प्रैक्टिस के लिए हॉकी ग्राउंड में पहुंचे थे। उसी वक्त उन्होंने उन्नीकृष्णन का अधजला शरीर वहां देखा था। सूचना मिलने पर पहुंची कोट्टापुरम पुलिस ने बॉडी पोस्टमार्टम के लिए रोयापेट्टाह के सरकारी अस्पताल भेज दी। पुलिस के मुताबिक आगे की कार्रवाई के लिए वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि उन्नीकृष्णन का चेहरा और शरीर के कुछ हिस्से आंशिक रूप से जल गए थे। स्पॉट पर पहुंचे पुलिस जवानों के मुताबिक वहां से बॉडी के पास से अन्य कोई संदेहजनक वस्तु नहीं मिली है।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्नीकृष्णनन के पिता इसरो में इंप्लॉयी हैं। उन्नीकृष्णनन चेन्नई के वेलाचेरी में दो रूममेट्स के साथ रहते थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उनके कमरे में रखी एक किताब से 11 पेज का सुसाइड नोट बरामद किया गया है। इस बीच आईआईटी मद्रास ने उन्नीकृष्णनन की मौत पर एक स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें उन्नीकृष्णन को टेम्प्रेरी प्रोजेक्ट स्टाफ बताते हुए उनकी मौत को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना बताया गया है। स्टेटमेंट में मृतक के परिजनों, दोस्तों और कलीग्स को सांत्वना देते हुए कहा गया है आईआईटी मद्रास मामले की जांच में पूरा सहयोग कर रही है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया पशुओं के रोका-छेका अभियान का वर्चुअल शुभारंभ
किसानों से की अपील: एक जुलाई से सभीे गांवों में शुरू करें रोका-छेका
गौठानों के प्रबंधन के लिए 24.41 करोड़ रूपए की सहायता देने की घोषणा
प्रदेश के 5820 सक्रिय गौठानों के संधारण के लिए 40 हजार रूपए प्रति गौठान के मान से कुल 23.28 करोड़ रूपए की सहायता
1135 स्वावलंबी गौठानों को 10 हजार रूपए प्रति गौठान के मान से 1.13 करोड़ रूपए की सहायता
आदर्श ग्राम पंचायत रिसामा में सोलर स्ट्रीट लाइट, तीन हाई मास्ट सोलर संयंत्र और दैहान परिसर में सोलर कोल्ड स्टोरेज संयंत्र के लिए 1.61 करोड़ रूपए की मंजूरी की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वावलंबी गांवों के सपनों को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के तहत गौठानों में संचालित विभिन्न आर्थिक गतिविधियों जैसे महिला स्व सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन, बाड़ियों में सब्जियों के उत्पादन सहित अन्य आर्थिक गतिविधियों से महिलाएं और ग्रामवासियों को रोजगार के साथ आमदनी का जरिया मिला है और वे स्वावलंबन की ओर बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में खरीफ फसल को खुले पशुओं की चराई से बचने के लिए रोका-छेका अभियान का वर्चुअल शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांवों में बैठक कर रोका-छेका अभियान के लिए चरवाहों को पशुओं को एक जगह रोकने और उन्हें गौठान मे एकत्र करने की जिम्मेदारी दी जाए। सभी गांवों में एक साथ रोका-छेका किया जाए, जिससे फसलों को नुकसान नहीं हो।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गौठानों के प्रबंधन के लिए राज्य सरकार वित्तीय संसाधन उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में गौठानों को 24 करोड़ 41 लाख 50 हजार रूपए की सहायता देने की घोषणा की। इस राशि में से मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 5820 सक्रिय गौठानों के संधारण के लिए 40 हजार रूपए प्रति गौठान के मान से कुल 23 करोड़ 28 लाख रूपए की सहायता देने तथा प्रदेश के 1135 स्वावलंबी गौठानों को 10 हजार रूपए प्रति गौठान के मान से एक करोड़ 13 लाख 50 हजार रूपए की राशि देने की घोषणा की। प्रदेश के स्वावलंबी गौठान वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट के उत्पादन तथा अन्य आर्थिक गतिविधियों से होने वाली आय से स्वयं गोबर खरीदकर वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन स्व सहायता समूहों के माध्यम से कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के स्वावलंबी गौठानों की समिति और ग्रामवासियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा कर उनके कार्यो की सराहना करते हुए उत्साहवर्धन किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बलौदाबाजार जिले के केशली गांव के गौठान, रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखण्ड के अमलीडीहा गौठान, कांकेर जिले के भावगीर नवागांव गौठान और दुर्ग जिले के रिसामा गौठान में उपस्थित गौठान समिति के प्रतिनिधियों, सरपंचों, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और ग्रामीणों से वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के माध्यम से चर्चा कर गौठानों की गतिविधियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने आदर्श ग्राम पंचायत रिसामा की सरपंच के आग्रह पर रिसामा में मेन रोड तथा गलियों में सोलर पावर प्लांट, स्ट्रीट लाइट, तीन चौक चौराहों में हाई मास्ट सोलर संयंत्र की स्थापना तथा दैहान परिसर में 5 मीट्रिक टन क्षमता के सोलर कोल्ड स्टोरेज संयंत्र की स्थापना के लिए कुल एक करोड़ 61 लाख 93 हजार 705 रूपए की स्वीकृति की घोषणा की।
इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरु रुद्रकुमार, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ एम.गीता, कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ. भारतीदासन और कृषि विभाग के संचालक श्री यशवंत कुमार उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि फसलों को खुले में चरने वाले पशुओं से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के लिए रोका-छेका अभियान बहुत महत्वपूर्ण हैं। आज से पूरे प्रदेश में एक साथ रोका-छेका अभियान का संचालन कर पशुपालक अपने पशुओं को खुले में चराई के लिए छोड़ने के बजाय उन्हें गौठानों में भेजें, जहां चारे-पानी का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है, फसलों की बुआई और थरहा लगाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। पिछले वर्ष रोका-छेका अभियान के अच्छे परिणाम सामने आए। रोपाई का काम समय से पूरा हुआ और पशुओं से फसलों को बचाने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष रिकार्ड 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई। इस उपलब्धि में राज्य शासन की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित किसान हितैषी योजनाओं के साथ-साथ रोका-छेका अभियान का भी महत्वपूर्ण योगदान है। यह एक शुभ संकेत है कि छत्तीसगढ़ में खेती के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीणों से कहा कि वे गांवों के गौठानों में नेपियर घास लगाएं, जिससे पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था हो सके। पशुओं के चारे के लिए मक्का चारा का भी उपयोग करना चाहिए। मवेशियों को हरा चारा मिलेगा, तो वे इधर-उधर नही जाएंगे। गौठानों मंे मवेशियों के लिए चारा, पानी और छांव की व्यवस्था कर दें। उन्होंने कहा कि दुधारू पशुओं को हरा चारा मिलने से उनका दूध बढ़ेगा। पैरा से केवल पेट भरता है। पशुओं को गौठानों में रखने से खेतों की फसलों को बचाने के लिए घेरा करने में होने वाले खर्च की बचत होगी। उन्होंने गौठानों में नस्ल सुधार का कार्यक्रम भी चलाने के लिए कहा।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने इस अवसर पर ग्रामीणों से वर्चुअल चर्चा करते हुए कहा कि वे राज्य सरकार की योजनाओं का अच्छा प्रचार-प्रसार करंे, जिससे अधिक से अधिक किसान योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने अमलीडीहा गौठान में उपस्थित ग्रामीणों से पूछा की कितने किसान इस वर्ष धान की फसल की जगह दूसरी फसल लेने वाले हैं। गांव के सरपंच श्री ईश्वर पटेल ने बताया कि गांव के बहुत से किसानों ने फसल बदलने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि महिला स्व सहायता समूह गौठान में वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन करने के साथ सब्जियों का उत्पादन, गोबर की लकड़ी बनाने का काम और अगरबत्ती निर्माण जैसी कई गतिविधियां संचालित कर रही हैं, जिससे उनकी आमदनी बढ़ी है। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग जिले के रिसामा गौठान के ग्रामीणों से पूछा कि उनके गांव में कितने एकड़ में गौठान बना है। ग्रामीणों ने बताया कि 9 एकड़ में गौठान बनाया गया है। गृह मंत्री ने कहा कि मवेशियों को गौठानों में एकत्र कर रखें, इसकी जिम्मेदारी गांव के चरवाहों को दी जाए। इससे खेतों की फैंसिंग का खर्च बचेगा। श्री साहू ने कहा कि गौठानों में स्व सहायता समूहों द्वारा विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाएगा, इसलिए बड़े गौठान बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.एम.गीता ने बताया कि प्रदेश के 5820 सक्रिय गौठानों में 416 करोड़ रूपए की लागत से अधोसंरचना विकसित की गई है। गौठानों में वर्मी बेड बनाए गए हैं, सोलर पंप और पैरा कटिंग मशीन की व्यवस्था की गई है। गोबर विक्रेताओं को गोबर के एवज में लगभग 96 करोड़ रूपए की राशि, महिला स्व सहायता समूहों को लाभांश की राशि 7 करोड़ 82 लाख रूपए तथा गौठान समितियों को 10 माह में 11 करोड़ 70 लाख रूपए की राशि वितरित की गई है। लगभग 3232 गौठानों में चारागाह विकास का काम चल रहा है। कार्यक्रम के अंत में कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ.एस.भारतीदासन ने आभार प्रकट किया।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राज्य को जुलाई माह में कोरोना टीके की कम से कम एक करोड़ डोज उपलब्ध कराए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को यह भी अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में वर्तमान में कोरोना वैक्सीन की मात्र 9,98,810 डोज शेष बची हैं जो केवल 3 दिन के लिए ही पर्याप्त हैं। राज्य द्वारा बार-बार माँग किए जाने पर भी छत्तीसगढ़ को पर्याप्त संख्या में टीके उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से छत्तीसगढ को कोरोना टीके उपलब्ध कराए जाने के संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को तत्काल निर्देशित करने का भी अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रधानमंत्री को पत्र में भी अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोविड-19 के विरूद्ध टीकाकरण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। राज्य अब तक फंटलाइन वर्कर को 100 प्रतिशत प्रथम डोज तथा हेल्थ केयर वर्कर को 91 प्रतिशत प्रथम डोज लग चुकी है। इनमें से 71 प्रतिशत फंटलाइन वर्कर को और 70 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर को द्वितीय डोज भी लगायी जा चुकी है। राज्य में इसी प्रकार 45 वर्ष से अधिक के आयु वर्ग में भी अब तक 80 प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीन की प्रथम डोज लगायी जा चुकी है। यद्यपि 18-44 वर्ष के आयु वर्ग का टीकाकरण 1 मई से ही प्रारम्भ हुआ है फिर भी दो माह से भी कम समय में राज्य में 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 16 प्रतिशत नागरिकों को भी कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज लगायी जा चुकी है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन 3 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में वर्तमान में कोरोना वैक्सीन की मात्र 9,98,810 डोज शेष बची हैं जो केवल 3 दिन के लिए ही पर्याप्त हैं। हमने छत्तीसगढ राज्य के लिए यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि यदि हमें भारत सरकार से पर्याप्त संख्या में कोरोना टीके के डोज प्राप्त हो जाएँ तो हम एक माह में ही सभी पात्र हितग्राहियों को टीके की प्रथम डोज लगा देंगे। इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य में व्यापक रूप से जन अभियान भी चलाया जा रहा है। - जम्मू-कश्मीर : जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा के हरिपरिगाम इलाके में आतंकियों ने पूर्व एसपीओ फैयाज अहमद, उनकी पत्नी और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। एसपीओ की मौके पर ही मौत हो गई। इस हमले में उनकी बेटी और पत्नी को भी गोली लगी थी जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान पत्नी की देर रात और बेटी की सोमवार सुबह मौत हो गई। पूर्व एसपीओ फैयाज अहमद और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बता दें कि रविवार शाम के समय आतंकियों ने घर में घुसकर अचानक फायरिंग कर दी जिसमें पूर्व एसपीओ की मौके पर मौत हो गई। उनके परिवार के अन्य दो सदस्य बुरी तरह से हमले में घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में आतंकियों की तलाश में अभियान शुरू कर दिया गया है।
कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने आतंकी हमले में मारे गए फैयाज अहमद के परिवार से मुलाकात की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ सहानुभूति व्यक्त की। साथ ही आश्वासन दिया कि इस कृत्य में शामिल आतंकवादियों को जल्द ही ढेर कर दिया जाएगा।
इससे पहले 27 जून को श्रीनगर के बरबरशाह इलाके में शनिवार को सुरक्षा बलों पर किए गए ग्रेनेड हमले में एक नागरिक की मौत हो गई थी जबकि तीन अन्य घायल हो गए। हमले के बाद आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन आतंकियों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
बरबरशाह इलाके में आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त नफरी पर ग्रेनेड दागा था लेकिन निशाना चूकने के कारण ग्रेनेड उनसे थोड़ी दूर सड़क पर गिरकर फटा। विस्फोट के कारण चार स्थानीय लोग घायल हो गए थे। इनमें एक महिला भी है। स्थानीय लोगों के घायल होने की पुष्टि करते हुए एसपी ईस्ट तनुश्री ने बताया कि घायलों को नजदीक के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया है।
- भाषा की रिपोर्टनई दिल्ली/मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोपों के सिलसिले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले में उनके दो सहायकों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत करीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसी के मुंबई में बलार्ड इस्टेट स्थित कार्यालय में हुई पूछताछ के दौरान दोनों व्यक्ति सहयोग नहीं कर रहे थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्य सचिव ने वीडियो के माध्यम से ली कलेक्टर कॉन्फ्रेंस
कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव ने फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन मेंगति लाने के दिए निर्देश
स्वास्थ्य अधोसंरचना एवं सुविधाओं का किया जाएगा विस्तार
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के माध्यम से प्रभावित बच्चों को लाभान्वित करने के निर्देश
एक जुलाई से शुरू होगा रोका-छेका अभियान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में स्वास्थ्य अधोसंरचना एवं सुविधाओं के विस्तार सहित राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिपालन में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कलेक्टर कॉन्फ्रेंस ली और विभिन्न विभागों द्वारा संचालित फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला सहित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, संभागायुक्त, कलेक्टर तथा जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप राज्य में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के माध्यम से जिस तरह शैक्षणिक इन्फा्रस्ट्रक्चर का विकास किया गया है, इसी तरह उन्होंने मेडिकल इन्फा्रस्ट्रक्चर को उत्कृष्ट बनाने के निर्देश दिए है। मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को अपने जिले में मेडिकल इन्फा्रस्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि डी.एम.एफ, सी.एस.आर, कोविड दान की राशि, सांसद- विधायकमद, नगरीय निकाय के पास उपलब्ध मद, नेशनल हेल्थ मिशन, जीवन दीप आदि के रूप में पर्याप्त धन राशि उपलब्ध है।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गौठानों की भूमिका और उपयोगिता को देखते हुए यहां मिनी राइस मिल तथा कोदो-कुटकी के लिए हालर मिल जैसी संभावनाओं को मूर्त रूप देने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जिला कलेक्टर प्रयास करें तथा मार्केटिंग की संभावना तलाशें।
मुख्य सचिव ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोविड-19 वैक्सिनेशन के कार्य को जिला प्रशासन ने व्यापकता के साथ अभियान चलाकर बेहतरीन रूप से किया है। इस गति को आगे भी बरकारार रखा जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जिला कलेक्टरों को कोविड संक्रमण से बेसहारा और अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा व्यवस्था तथा छात्रवृत्ति के लिए पूरे संवेदनशीलता के साथ कार्य करने और महतारी दुलार योजना के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने इसके लिए शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के बीच समन्वय बढ़ाने तथा ऐसे बच्चों के चिन्हांकन का कार्य 30 जून तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने रायपुर जिले में किए गए चिन्हांकन कार्य की तारीफ की। ऐसे बच्चों को 500 से लेकर एक हजार रूपए की मासिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में धान के बदले अन्य फसल लेने हेतु किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की गई है। ऐसे किसानों को जिला प्रशासन और कृषि विभाग हर संभव मदद करें और उनकी कठिनाईयों को दूर करें। उन्होंने गौठानों के माध्यम से बनाए गए उपयोगी वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट के उपयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा तथा कहा कि इससे रसायनिक खाद् जैसे डी.ए.पी तथा युरिया आदि की निर्भरता भी कम की जा सकती है।
मुख्य सचिव ने बरसात के कारण होने वाली जलजनित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार, वर्षा की स्थिति एवं बाढ़-आपदा से बचाव एवं राहत उपायों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने चालू खरीफ मौसम की फसलों के लिए खाद-बीज के वितरण की जानकारी भी ली। उन्होंने वृह्द वृक्षारोपण कार्यक्रम, रोका-छेका अभियान, गांवों में चारागाह के लिए अतिक्रमित भूमि को रिक्त करवाने एवं उसमें उन्नत किस्म के चारे उगाने की कार्ययोजना की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने गौठानों में चारागाह बनाने और इनमें अच्छी किस्म का चारा लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी एक जुलाई से प्रदेश भर में चलाए जाने वाले रोका-छेका अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम सभाओं का आयोजन कर लोगों का सहयोग लेने को कहा। उन्होंने इसके लिए गौठान प्रबंधन समिति बैठक आयोजित करने, गौठानों में पशु चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराने को कहा। धान खरीदी केन्द्र से धान उठाव की स्थिति की समीक्षा की गयी तथा शेष रह गए धान का उठाव शीघ्र करवाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने लोक सेवा गारंटी योजना के तहत प्राप्त आवेदनों तथा नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन जैसे राजस्व प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने को कहा। उन्होंने राजस्व प्रकरणों को तीव्रता से निपटाने के लिए तहसील स्तर पर राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से सप्ताह में एक दिन कैंप करने को कहा।
अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू ने विभिन्न योजनाओं के संबंध में कलेक्टरों को मार्ग-दर्शन दिया। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने बताया कि जिला हॉस्पिटल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हमारे हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधार है। इनमें ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम तथा वार्ड आदि पर्याप्त है, लेकिन यह भी जरूरी है कि इनमें आई.सी.यू, ब्लड बैंक और एक्स रे जांच और दवाई आदि की सुविधाएं बढ़ायी जाएं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑक्सीजन सिलेंडर और कम से कम दो वैटिंलेटर तथा मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन तथा ऑक्सिजन प्लांट की उपलब्धता जैसे प्रयासों को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कोविड के कारण हाट बाजारों के चलित मेडिकल युनिट जो बंद हो गए थे उन्हें फिर से शुरू करने को कहा।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती एम. गीता ने बताया कि डी.ए.पी तथा युरिया की आपूर्ति बड़़ाने के लए भारत सरकार के साथ लगातार समन्वय किया जा रहा है। दलहन, तिलहन तथा रागी आदि के बीज उपलब्ध है और इसकी फसल के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विशेष सचिव मुख्यमंत्री, कृषि विभाग तथा आयुक्त सह संचालक जनसंपर्क डॉ एस. भारतीदासन ने गौठानों को व्यवस्थित और सक्रिय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट खाद की उपयोगिता बढ़ाने कृषि विभाग को सक्रियता के साथ कार्य करने को कहा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आज यहां अपने निवास कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन उपस्थित थे।
श्री बघेेल ने इस अवसर पर अपने सन्देश में कहा है कि रानी दुर्गावती भारत की उन वीरांगनाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने शौर्य और साहस से वीरता की एक नई इबारत लिखी। उन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद न सिर्फ गोंडवाना साम्राज्य को सम्हाला बल्कि अपनी कुशलता से उसे सम्पन्न भी बनाया। रानी दुर्गावती ने मातृभूमि एवं आत्मसम्मान की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। उनका साहस और बलिदान हमेशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन जारी रखें, कोरोना संक्रमण कम हुआ है खत्म नहीं
कार्यस्थलों, बाजारों, समारोहों एवं सार्वजनिक स्थलों में बरतें सावधानी, लापरवाही से दोबारा बढ़ सकता है संक्रमण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी नागरिकों से टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में टीका ही कोरोना से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है। हालांकि प्रदेश में पिछले दो दिनों से एक लाख से अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं, पर इस संख्या को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से स्वयं और अपने परिजनों को टीका लगवाने के साथ ही दूसरे लोगों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर अब लगभग शांत हो चुकी है। संक्रमण-दर मात्र एक प्रतिशत के आसपास रह गई है। नए मरीज भी बहुत कम आ रहे हैं। राज्य में आर्थिक गतिविधियां फिर से तेज हो रही हैं। बाजारों की रौनक लौट रही है। इन सबके बीच हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना का प्रकोप कम जरूर हुआ है, पर खत्म नहीं हुआ है। हमें कोविड अनुकूल व्यवहार को छोड़ना नहीं है। यह समय और अधिक सतर्क रहकर अपनी जिम्मेदारियां वहन करने का है। आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। घर से बाहर निकलकर दफ्तर, बाजार, फैक्ट्री, खेत-खलिहान की ओर जाते समय पूरी सुरक्षा और सावधानी रखें।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेशवासियों को कोरोना के खतरों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि दूसरी लहर में हमने बहुत कुछ खोया है। आर्थिक नुकसान तो हुआ ही, बहुत से प्रियजनों को भी कोरोना ने हमसे छीन लिया। यदि हम अब भी सचेत नहीं हुए तो तीसरी लहर को रोका नहीं जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रण में लाने में हमारे डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सों, मितानिन बहनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, फ्रंटलाइन वर्कर्स, नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों, सफाई कर्मियों, सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाओं ने अथक परिश्रम किया है।
मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की साफ-सफाई संबंधी अनुशासन का कड़ाई के साथ स्वयं भी पालन करें और दूसरों से भी करवाएं। सैनेटाइजर या साबुन से बार-बार अपने हाथ धोते रहें। सामाजिक-आयोजनों में भी न्यूनतम उपस्थिति सुनिश्चित करें, ताकि वायरस फिर फैल न पाए। फिलहाल सावधानी बरतना और टीका लगवाना ही एकमात्र उपाय है। टीका लगवाने में कोई खतरा नहीं है, बल्कि यह हमें भविष्य में होने वाले खतरे से बचाएगा। उन्होंने कहा कि शहरों और गांवों में लोग बड़े उत्साह से टीका लगवा रहे हैं। जितनी जल्दी हम टीका लगवाएंगे, उतनी जल्दी हम अपना भविष्य सुरक्षित करते जाएंगे। मैंने खुद अस्पताल में जाकर टीका लगवाया है और अब मैं खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।
श्री बघेल ने कहा कि टीका को लेकर किसी के भी मन में डर या आशंका नहीं होनी चाहिए क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीका ही एकमात्र हथियार है। प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए टीके की पहली और दूसरी डोज को मिलाकर 78 लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। सभी शासकीय अस्पतालों में टीका निःशुल्क लगाया जा रहा है। सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में इसकी व्यवस्था की गई है। तेजी से टीकाकरण के लिए पांच हजार से अधिक टीकाकरण केन्द्र बनाए गए हैं।हम संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य जितनी तेजी से हासिल करेंगे, उतनी ही जल्दी हमारा प्रदेश कोरोना से सुरक्षित हो सकेगा। यदि आपने टीका लगवा लिया है, तो दूसरों को भी प्रेरित करें।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में हो रही लगातार बारिश को देखते हुए संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने निचले और संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन दल को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए हैं । मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए ।
मुख्यमंत्री ने कहा है लगातार हो रही बारिश को देखते हुए नदी नालों के जल स्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए । इसकी जानकारी नियमित रूप से कंट्रोल रूम में दी जाए। जहां भी बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है वहां पूर्व से ही आवश्यक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए। - एजेंसी
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड महामारी की स्थिति को लेकर आज पार्टी की ओर से एक ‘श्वेत पत्र’ जारी किया. उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अभी से पूरी तैयारी की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से गरीबों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए और कोविड प्रभावित परिवारों को मदद देने के लिए कोविड मुआवजा कोष स्थापित करना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा, "इस श्वेत पत्र का लक्ष्य सरकार पर अंगुली उठाना नहीं है. हम सरकार की गलतियों का उल्लेख इसलिए कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में गलतियों को ठीक किया जा सके. पूरा देश जानता है कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है. इसलिए हम फिर कह रहे हैं कि सरकार को तीसरी लहर की पहले से ही तैयारी कर लेनी चाहिए. अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और दवाओं का पहले से इंतजाम कर लेना चाहिए. दूसरी लहर की भी वैज्ञानिकों ने पहले चेतावनी दी थी. उस समय सरकार को जो कदम उठाना चाहिए था, जो व्यवहार होना चाहिए वह देखने को नहीं मिला. इसके बाद दूसरी लहर का हम सब पर असर हुआ."
उन्होंने कहा, ‘‘श्वेत पत्र में हमने चार मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया है. पहला बिंदु तीसरी लहर की तैयारी है. दूसरा बिंदु यह है कि गरीबों, छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद दीजिए. तीसरा यह कि कोविड मुआवजा कोष बने. चौथा बिंदु पहली और दूसरी लहर की गलतियों के कारणों का पता लगाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि आगे यह गलतियां नहीं हों.’’
टीकाकरण पर क्या बोले राहुल गांधी
एक दिन में रिकॉर्ड टीकाकरण पर राहुल गांधी ने कहा, 'वैक्सीनेशन की कल से अच्छी शुरुआत हुई. लेकिन केवल एक दिन ही नहीं हर रोज बड़ी संख्या में टीके लगना चाहिए. आखिर वैक्सीनेशन से ही कोरोना हार सकता है. कोरोना पर सरकार को अपनी गलतियां भी सुधारनी होगी. कोरोना सिर्फ बायोलॉजिकल बीमारी नहीं है बल्कि इकोनॉमिकल सोशल बीमारी है इसलिए सरकार को गरीब लोगों को आर्थिक सहायता देनी की जरूरत है.'
राहुल गांधी ने आगे कहा, 'शायद हिंदुस्तान एकमात्र ऐसा देश है जहां वैक्सीन के लिए पैसा लिया जा रहा है. ये समय अपनी वाहवाही करने का नहीं है. जब कोरोना पूरी तरह से खत्म हो जाए तो आप अपनी वाहवाही कीजिए. कोविड देश में बहुत जबरदस्त नुकसान पहुंचाएगा. पहली लहर के पहले मैंने बोला, दूसरी लहर के पहले मैंने बोला, अब तीसरी लहर से पहले बोल रहा हूं. इसलिए पूरी तैयारी आज से ही शुरू हो जानी चाहिए.' - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने निवास में किया योगाभ्यास
कोरोना-संकट के इस दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में प्रातः योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए योग को अपने दिनचर्या में इसे अनिवार्य रूप से शामिल करने की अपील की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि योग हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से योग करने वाले हमेशा निरोगी रहते है और कोरोना काल में यह स्पष्ट हो गया है कि केवल धन -संपदा ही महत्वपूर्ण नही है, बल्कि स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन दोनो की आवश्यकता होती है। इसलिए तंदुरूस्त रहने के लिए नियमित योग बहुत जरूरी है। योग हमारी प्राचीन परंपरा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके महत्व बहुत पहले से ही जान लिया था इसलिए योग नियमित करते थे। बीच मे हम सब भौतिक भाग-दौड़ में इसे भूल गए थे। लेकिन कोरोना काल ने हम सब को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया और ऐसे समय में यदि हम सब नियमित रूप से योग करें तो तन भी स्वस्थ्य रहेगा और मन भी स्वस्थ्य रहेगा। आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी। इसलिए योग नियमित करें, इसका लाभ उठाएं। पूरे परिवार सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोग इसे अपनाएं। श्री बघेल ने कहा कि तन और मन दोनो स्वस्थ्य रहेंगे तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमने सिर्फ भौतिक साधनों को ही सफलता का पैमाना मान लिया है, जबकि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के बिना हर सफलता अधूरी है। कोरोना-संकट के इस दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ शासन ने वर्चुअल माध्यम से योग के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की है, इसका लाभ अवश्य उठाएं। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य में वर्चुअल योग मैराथन का आयोजन हुआ। इसमें भाग लेने के लिए 10 लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है। वर्चुअल योग मैराथन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर लाखों लोगों ने भाग लिया औरयोग को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया। - एजेंसीगाजीपुर: यूपी के गाजीपुर ( Ghazipur) जिले में माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खास माने जाने वाले नन्हें खान को संरक्षण देने के आरोप में थानेदार, इंस्पेक्टर और पुलिस कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. यह निलंबन की कार्रवाई करीमुद्दीनपुर थाने के तीन पुलिसकर्मियों पर की गई है. पुलिस ने शनिवार को बताया कि थानेदार रामनिवास, दारोगा संजय कुमार सरोज और सिपाही धीरेंद्रनाथ पांडेय को गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पुलिस के अनुसार माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गैंग से संबंध रखने के आरोपित करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के महेंद गांव निवासी मेहरुद्दीन खान उर्फ नन्हे खान को जिलाधिकारी ने जिला बदर की सजा दी थी. इसी बीच पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली कि जिलाबदर बदरुद्दीन उर्फ नन्हे खान अपने घर पर ही रह रहा है और क्षेत्रीय पुलिस उसे संरक्षण दे रही है. पुलिस अधीक्षक डॉ ओ पी सिंह ने करीमुद्दीनपुर के थानेदार को आदेश दिया कि वह मामले की जांच कर जिला बदर अपराधी को पकड़े. इस आदेश के बाद एसपी ने जब भी थानेदार से जानकारी ली, थानेदार ने बताया कि अपराधी की लोकेशन जिले की सीमा से बाहर है. इस पर एसपी ने दो क्षेत्राधिकारी, आधा दर्जन दारोगा और भारी पीएसी पुलिस बलों के जवानों की एक टीम गठित कर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापा मारा. अपने घर में मौजूद मेहरूद्दीन खान उर्फ नन्हे खान को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधी को जेल भेजने के बाद थानेदार, दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. नन्हे खान को जिलाबदर करने का आदेश जिलाधिकारी ने बीते 9 अप्रैल को जारी किया था.
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवासेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट ने जारी की नई रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आठवें स्थान पर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को सुशासन में दूसरा स्थान मिला है। वहीं, रायपुर देश के टॉप 10 रहने योग्य राजधानियों में आठवें स्थान पर है।
रायपुर : सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 जारी किया गया है। इस रिपोर्ट बताया गया है कि, राज्य की राजधानियाँ भारत के सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से हैं। ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 के अनुसार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर 8वें सर्वश्रेष्ठ राजधानी में शामिल है।
इतना ही नहीं रायपुर गुड गवर्नेंस के टॉप शहरों में भी शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सुशासन में रायपुर देश की राजधानियों में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर भोपाल और दिल्ली को चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शासन तंत्र को दुरुस्त करने के साथ ही योजनाओं और उनके समयबद्ध बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही ई गवर्नेन्स के माध्यम से पारदर्शिता और सहुलियत बढ़ाई गई है।
ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स पर स्कोर निर्धारित करने के लिए, चार मापदंडों का उपयोग किया गया था: जीवन की गुणवत्ता, आर्थिक क्षमता, स्थिरता और नागरिकों की धारणा। रिपोर्ट में भारत के राज्यों की राजधानियाँ उस राज्य के विकास का एक अच्छा संकेत दे रही है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट ने भी यह वास्तव में स्थापित किया है कि देश में कौन सी राज्य की राजधानियाँ भारत के सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से हैं।
शहरों की शासन रैंकिंग की गुणवत्ता के लिए, पाँच मापदंडों का उपयोग किया गया था, सेवाएँ, वित्त, प्रौद्योगिकी, शहरी नियोजन और समग्र शासन। - एजेंसी
चंडीगढ़ : फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर भारत के पूर्व धावक मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात कोरोना से निधन हो गया। मिल्खा सिंह 91 साल के थे। उनके निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा। कैप्टन सिंह ने ट्विट कर कहा, 'मैंने निर्देश दिया है कि दिवंगत मिल्खा सिंह जी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। इसके साथ ही इस महान खिलाड़ी के प्रति सम्मान स्वरूप पंजाब में एक दिन का राजकीय शोक रहेगा।' मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार शाम 5 बजे उनके गृहनगर चंडीगढ़ में होगा।
इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'मिल्खा सिंह जी के निधन से दुखी और स्तब्ध हूं । इससे भारत और पंजाब के लिये एक युग का अंत हो गया । उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना । वह आने वाली पीढियों के लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे।'
चार बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा सिंह ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया था। हालांकि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1960 के रोम ओलंपिक में था जिसमें वह 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे। मिल्खा सिंह ने 1956 और 1964 ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। साल 1959 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया था। मिल्खा सिंह का 400 मीटर भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड 38 सालों तक और 400 मीटर एशियाई रिकॉर्ड 26 सालों तक कायम रहा। मिल्खा सिंह के परिवार में उनके अंतरराष्ट्रीय गोल्फर बेटे जीव मिल्खा सिंह और उनकी तीन बेटियां मोना सिंह, सोनिया सिंह और अलीजा ग्रोवर हैं।