- Home
- मुख्य समाचार
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खरसिया : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक का आज शुभारंभ किया। सिविल अस्पताल खरसिया प्रदेश का पहला सिविल अस्पताल होगा जहां ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे ब्लड की समस्या एवं आपातकालीन स्थिति से निपटने में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां अत्याधुनिक हमर लैब का शुभारंभ भी किया। जहां सीबीसी, एचबी 1सी, इलेक्ट्रॉनिक ई एसआर, बायो कैमिस्ट्री, यूरिन एनालाइजर, ट्रू नॉट (टी.बी. जांच) जैसे सुविधाएं स्थानीय सिविल अस्पताल में लोगों को मिल पाएगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ब्लड बैंक के शुभारंभ के दौरान पोषण पुनर्वास केंद्र के बच्चों और उनके अभिभावकों से मिले। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों के देखभाल के बारे में जानकारी ली। अभिभावकों ने बताया कि यहां बच्चे की बेहतर देखभाल की जाती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों को सुपोषण आहार भी प्रदान किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने धार्मिक महत्व के लाल चंदन का पौधा भी लगाया
धर्मजयगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत धर्मजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात की शुरुआत ग्राम छाल (वृंदावन) स्थित "ऊँ अमृतेश्वर" महादेव मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर की। उन्होंने ऊँ अमृतेश्वर महादेव की विधिवत जल अभिषेक कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना भी की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने भी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख समद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने मंदिर परिसर में धार्मिक एवं आयुर्वेदिक महत्व के लाल चंदन के पौधा लगाया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खरसिया : - मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों से कहा कि आमजनता एवं प्रशासन के बीच दूरी नही होनी चाहिए। गोधन न्याय योजना में हितग्राहियों की संख्या बढ़ाने के दिए निर्देश।- मुख्यमंत्री ने कहा कि आम नागरिक राशन कार्ड से वंचित नहीं होना चाहिए।- आय, जाति, खतौनी, बंटवारा के कार्य में कर्मचारियों की शिकायत मिल रही है। इस कार्य में सुधार लाएं उक्त सभी कार्य समय सीमा के भीतर होना चाहिए।- शासन के पास पैसों की कोई कमी नहीं, जिले में सड़क की स्थिति अच्छी नहीं। उन्होंने सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी को अलग से समीक्षा लेने एवं कार्यो में तेजी लाने के निर्देश।- जंगलों में फलदार वृक्षों के रोपण को बढ़ावा देवे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विधानसभा : लैलूंगा/खरसिया
ग्राम कुंजेमुरा, ब्लॉक तमनार
लैलूंगा : ऽ तमनार से उरबा होते हुए लैलूंगा तक 28 किलोमीटर सड़क निर्माण।ऽ तमनार में नवीन ग्रामीण सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा खोली जाएगी।ऽ तमनार में उप कोषालय खोला जाएगा।ऽ शासकीय कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय तमनार में पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाएं शुरू करवाई जाएगी।ऽ ग्राम सराईपाली में उप तहसील कार्यालय खोला जाएगा।ऽ ग्राम धौराभाठा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हेतु नवीन भवन का निर्माण करवाया जाएगा।ऽ ग्राम हमीरपुर से बरकछार से बंजारी अड़बहाल तक कुल 19 किलोमीटर नई सड़क का निर्माण करवाया जाएगा।ऽ ग्राम गोढ़ी में समूह नल-जल योजना की सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।ऽ शासकीय कन्या प्राथमिक शाला लैलूंगा का नामकरण सेठ जयदयाल सिंघानिया के नाम पर किया जाएगा।ऽ ग्राम कुंजेमुरा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम उत्कृष्ट स्कूल के रूप में संचालित किया जाएगा।ऽ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तमनार को स्वर्गीय श्री जयलाल चौधरी के नाम पर नामकरण किया जाएगा।ऽ रेंगारबहरी से घरघोड़ा सीमा तक 1.5 किलोमीटर सड़क निर्माण।ऽ पेलमा से मड़ियाकछार तक 6 किलोमीटर सड़क निर्माण।
ग्राम चपले, विकासखण्ड खरसिया-
चपले भेंट मुलाकात में मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणाएं-
ऽ चपले में खुलेगा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल।ऽ काली माता मेला आयोजन हेतु प्रतिवर्ष 10 लाख रूपए की स्वीकृति।ऽ पुलिस सहायता केंद्र चपले का पुलिस चौकी में उन्नयन।ऽ कोतरा में पुलिस सहायता केंद्र की स्थापना।ऽ चपले में नवीन सामुदायिक भवन एवं पीडीएस भवन का निर्माण।ऽ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरसिया में सोनोग्राफी एवं सीटी स्कैन जांच की सुविधा।ऽ खरसिया में ओबीसी बालक-बालिका छात्रावास का निर्माण।ऽ नहरपाली समपार में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति।ऽ ग्राम चपले में श्री अरविंद के घर से श्री गोकुल के घर तक 400 मीटर सीसी रोड।ऽ श्री तुलाचरण के घर से श्री प्रकाश के घर तक 250 मीटर सीसी रोड।ऽ श्री गुलाब के घर से श्री बिसाहू के घर तक 150 मीटर सीसी रोड।ऽ श्री छत्रपाल के घर से श्री यादव के घर तक 800 मीटर सीसी रोड का निर्माण। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सैकड़ों लोगों की के पूरे हुए अरमान
शहीद दिनेश पटेल के नाम पर होगा खरसिया सिविल हॉस्पिटल
खरसिया : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत रायगढ़ जिले के नगर पालिका खरसिया के विश्राम गृह में विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने रायगढ़ जिले के ग्राम सेमरा के सात वर्षीय लंबोदर के झटका बीमारी के इलाज के लिए 2 लाख रूपये की आर्थिक मदद की स्वीकृति दी तथा आगे के उपचार के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से इलाज करवाने के निर्देश दिए। आज लंबोदर के पिता श्री दुर्गेश अपनी पत्नी और पिता के साथ अपने सात वर्षीय बेटे लंबोदर के इलाज की आस लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने नन्हे लंबोदर की समुचित उपाय के लिए आर्थिक मदद स्वीकृत करते हुए हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया। इसी प्रकार श्री बैगन लाल राठौर की मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के उपचार के लिए के लिए 13 लाख रुपए की मंजूरी दी।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न सामाजिक संगठनों की मांग पर खरसिया के सिविल हॉस्पिटल को शहीद दिनेश पटेल के नाम पर करने की सहमति प्रदान की। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री से मिलने वाले आज सैकड़ों लोगों ने के अरमान पूरे हुए। मुख्यमंत्री ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि शासन की योजना के अंतर्गत सामाजिक संगठनों को शासन के निर्धारित दर से 10 प्रतिशत मूल्य पर 7500 वर्गफुट भूमि आवंटित करने का प्रावधान है। उन्होंने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन करने का सुझाव दिया। साथ ही कहा कि समाज के नाम पर भूमि होने से उन्हें भवन बनाने के लिए विभिन्न मदों से राशि भी आवंटित की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री ने जैन समाज के प्रतिनिधियों की आगरा पर मंदिर निर्माण के लिए 10 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की। इसी प्रकार ब्राह्मण समाज के भवन निर्माण के लिए 8लाख रूपये मुस्लिम समाज की एक कब्रिस्तान के में विकास कार्याे के लिए 13 लाख रुपए, सिख समाज के गुरुद्वारा में लंगर भवन के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए, साहू समाज के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रुपए, खरसिया अधिवक्ता संघ में बार रूम फर्नीचर लाइब्रेरी आदि के लिए 10 लाख रुपए जैन समाज के भवन निर्माण के लिए 10 रुपए तत्काल स्वीकृति प्रदान की और सभी को समाज के विकास के लिए कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। खरसिया के श्री ओम प्रभु साहू के राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 44 वें स्थान पर चयनित होने पर उसे पेन डायरी उपहार स्वरूप प्रदान कर प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने ओम प्रभु साहू के शिक्षा व्यवस्था के लिए 5 लाख रूपये की मंजूरी भी दी। साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
धरमजयगढ़ में रोड-शो और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मण्डल से मिलेंगेधरमजयगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 14 सितम्बर को अपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छाल तथा घरघोड़ा में आम जनता से मुलाकात कर शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति का फीडबैक लेंगे और उनकी समस्याओं की सुनवाई करेंगे। मुख्यमंत्री धरमजयगढ़ में रोड-शो के पश्चात वहां विभिन्न समाज एवं संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात कर सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 14 सितम्बर को खरसिया में पूर्वान्ह 10 से अधिकारियों की समीक्षा बैठक एवं मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छाल (वृन्दावन) पहुंचेंगे और वहां स्वर्गीय श्री चनेश राम राठिया की मूर्ति का अनावरण करेंगे और दोपहर 12.20 बजे से 1.35 बजे तक ग्राम छाल में आम जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री वहां से हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर घरघोड़ा पहुंचेंगे। घरघोड़ा में अपरान्ह 2.35 बजे से 3.55 बजे तक आम जनता से भेंट-मुलाकात कर धरमजयगढ़ जाएंगे। मुख्यमंत्री धरमजयगढ़ में शाम 4.20 बजे से 5 बजे तक रोड शो कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री धरमजयगढ़ में संध्या 6.30 बजे से 8.30 बजे तक विभिन्न समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधि मण्डल से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री धरमजयगढ़ में रात्रि विश्राम करेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खरसिया : हेलीपैड पर जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।
हरदिया मरार पटेल समाज ने मुख्यमंत्री को सब्जियों से तौला
जनकल्याकारी योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभार
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का ग्राम चपले में जैविक सब्जियों से किया गया भारतौलन... और सब्जियों में मूली, लाल भाजी, लौकी और बैंगन इत्यादि सब्जियां शामिल थीं....मुख्यमंत्री पहुंचे चपले भेंट मुलाकात स्थल
स्थानीय महिलाओं ने छिंद पत्ते से बने मुकुट को पहनाकर मुख्यमंत्री का किया स्वागत
महिलाओं को साड़ी देकर मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री को बांस से बने मुकुट पहनाकर और मांदर भेंट कर किया सम्मानित
छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा कर मुख्यमंत्री ने शुरू किया आम लोगों
से संवाद
साथ में प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल भी मौजूदइस विधानसभा को हम शहीद नंद कुमार पटेल के नाम से जानते हैं।
वो जब थे तो हमेशा गरीब और किसान के लिए आवाज उठाते थे।
छत्तीसगढ़ के किसानों ने किसान के बेटे पर विश्वास किया है।
हमने 2500 रूपए में धान खरीदने की शुरूआत की।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चपले में देवारी तिहार के उपलक्ष में किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत तीसरी किस्त देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री से दादूराम चंद्रा ने कहा कि हम खेत में रासायनिक खाद डालकर परेशान हो गए हैं, एक खेत में वर्मी कंपोस्ट डाला तो फसल बहुत अच्छी हुई, टमाटर की फसल बहुत अच्छी हुई और मुझे लाभ मिला। मैने डेढ़ लाख रूपए की सेकेंड हैंड कार खरीदी है।
मुख्यमंत्री ने किसानों से खेतों में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करने के लिए आग्रह करते हुए कहा कि -
- खरसिया, पुसौर में बहुत उपजाऊ जमीन है लेकिन रासायनिक खाद से उर्वरता समाप्त हो रही है। वर्मी कंपोस्ट के इस्तेमाल से जमीन की उर्वर क्षमता बढ़ रही है, इससे किसानों को ज्यादा उत्पादन मिल रहा है।
- रासायनिक खाद से जमीनें कड़ी हो रही हैं, जोतने के लिए ट्रेक्टर की क्षमता बढ़ानी पड़ रही है।
- रासायनिक खाद की कीमत भी बढ़ रही है, 8000 गौठानों में वर्मी कंपोस्ट बन रहा है, मतलब हर गौठान में खाद की फैक्टरी है, इसे हर गांव तक पहुंचाना है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लैलूंगा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात के क्रम में आज बिलासपुर संभाग अंतर्गत रायगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा, विकासखंड तमनार के ग्राम कुंजेमुरा मे शासकीय प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कुंजेमुरा का औचक निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल के छात्रावास आगमन पर छात्रावास के बच्चो द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री द्वारा छात्रावास परिसर के रसोई कक्ष, छात्रावास मे बनाये जाने वाले भोजन सब्जी, स्नानागार, बच्चो के रहने के जगह, बेड व्यवस्था, साफ सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओ का जायज़ा लिया। इसके साथ ही इस अवसर पर उनके द्वारा छात्रावास के बच्चो को नोट-बुक, कंपास बॉक्स, लोवर, टी-शर्ट, बैट-बाल सहित अन्य खेल सामग्री का वितरण किया गया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कुंजेमूरा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से गवर्नमेंट कॉलेज तमनार के छात्र टिकेश्वर राठिया ने कॉलेज का पीजी कॉलेज में उन्नयन की मांग की। उसने सुविधा विस्तार के लिए बाउन्ड्री वाल और आदिवासी हॉस्टल बनाने की भी मांग रखी।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की जानकारी पूछे जाने पर बिलासिनी महंत ने बताया कि वे एनीमिया से पीड़ित थीं अब बिल्कुल ठीक है, उन्हें गर्म भोजन मिलता था और समय पर जांच भी होती है।
धौंराभाटा से आए ग्रामीण ने बताया कि उन्हें बीपी और शुगर की बीमारी है और हाट बाजार क्लिनिक में उन्हें निःशुल्क जांच और दवाई की सुविधा मिल रही है।
लक्ष्मीन धोबा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका जाति प्रमाण नहीं बन पा रहा है, मुख्यमंत्री ने कहा तहसीलदार को आवेदन दें उनका प्रमाण पत्र बन जायेगा, मुख्यमंत्री जी ने उन्हें बताया कि राज्य सूची में जाति का उल्लेख नहीं होने पर आपको लाभ नहीं मिल पा रहा है।
भेंट मुलाकात - कुंजेमूरा
जय माँ गायत्री स्व सहायता समूह संकेरा की महिला ने बताया कि उन्हें आवश्यक समान रखने के लिए भवन निर्माण की, गौठान के लिए घेरा और वर्मी खाद रखने के लिए स्थान और सड़क की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री जी ने उनकी बात सुनकर कहा कि कलेक्टर साहब ने नोट किया है, बनवा देंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीणों की समस्या पर कहा कि रायगढ़ जिले में सड़क खराब है मुझे इसकी जानकारी है। अधिकारियों के साथ मेरी बैठक हुई है। बरसात के बाद बहुत जल्द निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लैलूंगा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के लैलूंगा विधानसभा के ग्राम कुंजेमुरा पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों ने खादी की माला पहनाकर और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ जिले के लैलूंगा विधानसभा के ग्राम कुंजेमुरा में छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर भेंट-मुलाकात की शुरुआत की।
भेंट-मुलाक़ात के लिए रायगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा पहुँचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज तमनार विकासखंड के ग्राम कुंजेमुरा मे श्री हनुमान मंदिर में की पूजा-अर्चना
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रभु श्री हनुमान से प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री हनुमान मंदिर परिसर में पौधरोपण किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मंदिर परिसर के नजदीक कदम का पौधा रोपा।
मुख्यमंत्री के स्वागत में ग्रामीणजन, स्कूली विद्यार्थी, महिलाए और बच्चे सभी है उपस्थित
मुख्यमंत्री के स्वागत में विभिन्न नर्तक दलों द्वारा करमा नृत्य की दी जा रही मनमोहक प्रस्तुति
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लैलूंगा विधानसभा के तमनार विकासखंड के ग्राम कुंजेमुरा की गलियों में पैदल चलकर ग्रामीणजनों से मिले।
ग्रामीण मुख्यमंत्री के पहुंचने पर घरों के द्वार पर रंगोली और आरती की थाल से आरती करके कर रहे स्वागत।
ग्रामीणों में भारी उत्साह, अपने घरों के द्वार पर शुभ संकेत के लिए कासा के कलश मे दीप प्रज्जवलित कर,तिलक लगाकर मुख्यमंत्री का कर रहे स्वागत।
मुख्यमंत्री के स्वागत में विभिन्न नर्तक दलों द्वारा करमा नृत्य की दी जा रही मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में कदम्ब का पौधा लगाया
लैलूंगा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात के क्रम में आज बिलासपुर संभाग अंतर्गत
रायगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा, विकासखंड तमनार के ग्राम कुंजेमुरा में श्री हनुमान मंदिर दर्शन के लिए पहुँचे। उन्होंने कुंजेमुरा में भेंट-मुलाक़ात से पहले प्रभु श्री हनुमान के दर्शन और पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर समस्त प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और ख़ुशहाली की कामना की।
स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रभु श्री हनुमान की मूर्ति पहले इस स्थल पर खुले मे स्थापित थी तथा श्री अर्जुन दास पिता स्व. श्री सुखदास द्वारा सन 2006-07 में मंदिर का निर्माण कराया गया था। मंदिर के पुजारी श्री उमाकांत शर्मा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रभु श्री हनुमान के दर्शन व पूजन-अर्चना के बाद मंदिर परिसर में कदम्ब का पौधा रोपा और उस पर पानी सींचते हुए हरियाली व पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रेषित किया। इसी प्रकार आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास पिछड़ वर्ग मंत्री डा. प्रेमसाय टेकाम द्वारा आंवला का पौधा, विधायक लैलूंगा श्री चक्रधार सिंह सिदार द्वारा नीम, सरपंच ग्राम पंचायत कुंजेमुरा श्री जयपाल भगत द्वारा कदंब, कलेक्टर रायगढ श्रीमती रानू साहू द्वारा आंवला का पौधा लगाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के स्वागत में मंदिर परिसर पर ग्रामीणजन, स्कूली विद्यार्थी, महिलाए और बच्चे सभी उपस्थित रहे।
स्वागत में नर्तक दलों द्वारा करमा नृत्य की दी गई मनमोहक प्रस्तुति
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विकासखंड तमनार, ग्राम लैलूंग मे श्री हनुमान मंदिर दर्शन और ग्रामीनो से मुलाकात के दौरान ग्राम बरमुडा ( खल्हेपारा) के जय माँ समलाई करमा पार्टी, ग्राम लमदरहा के सरस्वती नृत्य पार्टी, मंदिर चौक खल्हेपारा के श्री श्री सरस्वती नमः नृत्य पार्टी द्वारा करमा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
किराना दुकान के लिए मुख्यमंत्री ने दिए डेढ़ लाख रुपए
लैलूंगा : महेश की इच्छा थी कि वह एक दिन अपने पैरों में खड़ा हो और खुद की जिंदगी को बदल सके। उनकी यह इच्छा इसलिए भी अधूरी रह गई कि एक दिन दोनों पैर को लकवा मार गया। दोनों पैर से अपाहिज हो जाने के बाद तो महेश को यह जिंदगी और चुनौती लगने लगी। बहुत ही गरीब परिवार से आने वाला महेश चाहता था कि वह घर पर कोई व्यवसाय करे और अपनी जीवन की पटरी पर लाकर सही दिशा में आगे बढ़े। गरीबी की वजह से उसका यह सपना अधूरा था और उन्हें कोई इतना मदद भी नहीं करता था कि वह अपना बिजनेस कर सके। आज जब राजधानी रायपुर से आदिवासी अंचल लैलूंगा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आए और भेंट-मुलाकात कार्यक्रम हुई तो महेश भी उनसे अपनी फरियाद लेकर पहुँच गए। महेश ने अपनी पूरी बातें जब प्रदेश के मुखिया को बताई तो उन्होंने डेढ़ लाख रुपए की राशि देने अपनी सहमति दे दी। मुख्यमंत्री से डेढ़ लाख रुपए का आर्थिक सहयोग मिलने के बाद महेश के खुशियों का ठिकाना न था, उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि अब वह खुद का बिजनेस शुरू करेगा और अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा।
रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के अंतर्गत शांतिनगर में रहने वाले महेश श्रीवास ने बताया कि दोनों पैर से वह दिव्यांग है और चलने-फिरने में असमर्थ है। उसकी शादी हो चुकी है और एक बच्चा भी है। दिव्यांग होने से उन्हें काम करने में भी बहुत परेशानी होती है,इसके साथ ही गरीबी की वजह से घर-परिवार चलाना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल आज जब उनके क्षेत्र में आए हैं तो उनकी भी इच्छा हुई कि वे उनसे जाकर भेंट करे और अपने लिए कुछ मांगे। महेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने उनकी पूरी बात को सुना और डेढ़ लाख रुपए देकर उनके व्यवसाय करने के सपने को ही नहीं बल्कि जिंदगी में छाई एक निराशा के माहौल को भी खुशियों और एक नई उम्मीदों में बदल दिया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
डॉ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से मिला युवान को नया जीवन
माँ के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने खिंचवाई बच्चे के साथ तस्वीर
राजपुर : भेंट मुलाकात में आज एक भावुक कर देने वाला पल सामने आया, जब एक 4 साल के बच्चे के साथ उसकी मां अचानक से खड़ी हुई और उसने कहा इस बच्चे का जीवन आज मुख्यमंत्री की वजह से बचा हुआ है । दरअसल इस महिला के बच्चे के दिल में बचपन से ही छेद था और उसका इलाज नहीं हो पा रहा था लेकिन डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना की मदद से युवान कुजूर नाम के इस 4 साल के बच्चे का इलाज भी हुआ और आज ये बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ भी है । जैसे ही पता चला मुख्यमंत्री खुद लैलूंगा के राजपुर आने वाले हैं, वे अपने बच्चे के साथ भेंट मुलाकात कार्यक्रम स्थल पहुंची और अपने बच्चे का जीवन बचाने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया । अपनी आंखों में खुशी के आंसू लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील किया कि वह इस बच्चे के साथ एक फोटो खिंचवाए । मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को सुनकर उन्हें मंच पर बुलवाया और उनके साथ स्नेहपूर्वक फोटो खिंचवाईं ।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लैलूंगा : सर मैं आईएएस बनना चाहती हूँ। मैं इस साल दसवीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में तीसरे स्थान पर आई हूं। कोचिंग करना चाहती हूँ। कोचिंग की बात सुनते ही मुख्यमंत्री ने अपनी बाजू में बैठे आईएएस, आईपीएस की ओर इशारा करते हुए कहा ये देखिए ये सभी आईएएस और आईपीएस है। इन्होंने कभी कोचिंग नहीं की और आज आईएएस और आईपीएस है। इसके लिए अच्छे से पढ़ाई की जरूरत है। चेहरे पर शिकन लिए छात्रा मुस्कान ने कहा मैं मध्यमवर्गीय परिवार से हूँ। आर्थिक मदद मिल जाती तो अच्छे से तैयारी करती और आईएएस बनती। छात्रा की बातों को ध्यान से सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने उनसे ही पूछ लिया बताओ कितना चाहिए। कुछ सेकंड सोचने के बाद छात्रा ने दो लाख रुपए की बात कही तो मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जरा भी देरी नहीं की और तत्काल ही हामी भरते हुए कहा आपका काम हो जाएगा। आप अच्छे से बस पढ़ाई करिए। इस तरह उन्होंने 2 लाख रुपये उच्च शिक्षा के लिए स्वीकृति प्रदान करते हुए उनके साथ आए उनके पिता और आईएएस बनने की ख्वाब लिए मुस्कान के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र पहुँचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सामाजिक संगठनों के अलावा उनसे मिलने आए अनेक लोगों की फरियाद को पूरा किया। लैलूंगा के स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली मुस्कान का ख्वाब है कि वह आईएएस बने। अपनी इस ख्वाब को हकीकत में बदलने मुस्कान ने अभी से मेहनत भी करना शुरू कर दिया है। उनकी कड़ी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि दसवीं बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर उन्होंने तीसरी रैंक हासिल की। मुस्कान चाहती है कि वह इसी तरह आगे भी अपनी पढ़ाई जारी रखे और जो लक्ष्य है उसे हासिल करें। आईएएस बनने के लिए वह कुछ टिप्स और कोचिंग भी लेना चाहती है, मगर घर में आर्थिक तंगी की वजह से मुस्कान के चेहरे पर मुस्कुराहट की बजाए अक्सर शिकन ही आ जाती थी और उन्हें अपना ख्वाब टूटने का डर भी समाया रहता था। आज जब प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के माध्यम से आमजनों से मिलने लैलूंगा आए तो मुस्कान भी अपने पिता के साथ उनसे मिलने पहुँची। भोली सी सूरत और चेहरे पर शिकन की दास्तान लिए मुस्कान की ख़्वाहिशों को जब मुख्यमंत्री ने जाना तो उन्होंने पहले कई सवाल किए फिर झट से उनकी मांगें पूरी कर दी। मुस्कान ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उनकी मांग पूरी कर दी है अब उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने और आईएएस बनने की राह में ज्यादा तकलीफों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
देशभर में चर्चित वेबसीरिज़ ‘पंचायत’ की टीम पहुँची सीएम श्री भूपेश बघेल से मिलने…सूर्यास्त से पहले तिरंगे को उतारने हेतु सीएम श्री भूपेश बघेल ने तिरंगे के सम्मान में इंटरव्यू को बीच में रोका ...
यहां देखें video-
-
एजेंसी
उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी में ज्ञानवापी और श्रृंगार गौरी मामले पर जिला अदालत ने सोमवार को फैसला सुनाया. ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी पोषणीयता मामले में फैसला सुनाते हुए अदालत ने कहा - "इस मुकदमे की सुनवाई होगी."
मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट ने कहा- "वाराणसी-ज्ञानवापी परिसर को लेकर दायर मुकदमा नंबर 693/2021 (18/2022) राखी सिंह बनाम उत्तर प्रदेश राज्य , उपरोक्त मुकदमा न्यायालय में चलने योग्य है. यह निर्धारित करते हुए, प्रतिवादी संख्या. 4 अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी के द्वारा दिऐ गऐ 7/11 के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया." इसके अलावा अदालत ने कहा कि अब इस मामले पर अगली सुनवाई 22 सितंबर 2022 को होगी. फैसले में अदालत ने मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी. मिली जानकारी के बाद मुस्लिम पक्ष अब हाईकोर्ट जाएगा.
जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने जब फैसला सुनाया तब हिंदुपक्ष के वकील हरिशंकर जैन और विष्णु जैन इस दौरान मौजूद थे. इसके अलावा 5 वादी महिलाओं में से 3 - लक्ष्मी देवी, रेखा आर्य और मंजू व्यास पहुंचीं. राखी सिंह और सीता साहू नहीं आईं कोर्ट रूम में पक्षकारों व उनके वकीलों के कुल करीब 40 लोगों को ही एंट्री मिली. कोर्ट रूम से 50 कदम दूर ही बाकी लोगों की इंट्री रोकी दी गई थी.
जानें क्या की गई थी मांग?
दीगर है कि 18 अगस्त 2021 को विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन के नेतृत्व में राखी सिंह सहित पांच महिलाओं ने सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर के कोर्ट में एक मुकदमा दाखिल किया.
मुकदमे में पांचों महिलाओं ने मांग की थी कि ज्ञानवापी परिसर स्थित मां श्रृंगार गौरी के मंदिर में नियमित दर्शन पूजन की अनुमति मिले ज्ञानवापी परिषद में अन्य देवी देवताओं के विग्रह की सुरक्षा का मुकम्मल इंतजाम है. इस याचिका पर 23 अगस्त की सुनवाई में दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई. दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था.
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ऐसी परिकल्पना की थी स्लम बस्तियों में निवासरत लोगों का इलाज उनके घर पर ही हो। इसी उद्देश्य के साथ लागू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से अब तक 27 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल द्वारा स्लम बस्तियों में पहुंचकर किया गया है। योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक पांच लाख 78 हजार 239 मरीजों को पैथालॉजी टेस्ट की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही 23 लाख 8 हजार 637 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं दी गई हैं। योजना के तहत लाभान्वित मरीजों में दो लाख 46 हजार 481 श्रमिक भी हैं।छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में 38 हजार 990 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवायें उपलब्ध कराया जाए।गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने निभाया अपना वादा
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और सक्ती भी जिले बने
हफ्तेभर में 05 नये जिले, पौने चार वर्षों में 06
85 नयी तहसीलें, अनेक अनुविभाग और उपतहसीलों का भी हो चुका है गठन
मनेंद्रगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आज 9 सितंबर को किए गए दो नये जिलों के शुभारंभ के साथ ही छत्तीसगढ़ में जिलों की कुल संख्या 33 हो गई है। श्री बघेल ने आज मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर तथा सक्ती जिलों का शुभारंभ किया। बीते पौने चार वर्षों के दौरान 06 नये जिले, 85 नयी तहसीलें, अनेक अनुविभाग तथा उपतहसीलों का गठन किया जा चुका है।
राज्य में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘सहज प्रशासन-सरल जीवन‘ की नीति पर चलते हुए प्रशासनिक कामकाज और प्रक्रियाओं के सरलीकरण का वादा किया था। इसी क्रम में उन्होंने वर्षों से लंबित विभिन्न जिलों की मांगों को भी पूरा करने का वादा लोगों से किया था। 10 फरवरी 2020 को उन्होंने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के गठन के साथ इस वादे को पूरा करने की शुरुआत की। इसके बाद 15 अगस्त 2021 को उन्होंने 05 और नये जिलों के गठन की घोषणा की थी। बीते 02 सितंबर को इनमें से मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले का सबसे पहले शुभारंभ उन्होंने किया। दूसरे दिन 03 सितंबर को सारंगढ़-बिलाईगढ़ तथा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नये जिले बने और जिलों की संख्या 31 तक जा पहुंची। हफ्तेभर के भीतर आज 09 सितंबर को उन्होंने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर तथा सक्ती जिलों के गठन का वादा भी पूरा कर दिया।
नये जिलों के गठन के दौरान वहां के लोगों ने जबर्दस्त उत्साह प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारे बरसों पुराने सपनों को साकार कर दिया है। अब हमारे क्षेत्र में भी तेजी से विकास हो पाएगा। व्यापार, व्यवसाय और रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। प्रशासन तक लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी, इससे योजनाओं का लाभ भी तेजी से मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब शासकीय कामकाज के लिए उन्हें दूर नहीं जाना पड़ेगा, पास में ही सभी जिला शासकीय कार्यालय होने से स्थानीय स्तर पर ही काम हो जाएंगे। इससे समय और धन की बचत होगी। पर्यटन महत्व के स्थानीय स्थलों को नयी पहचान मिलेगी और पर्यटन-उद्योग का विकास हो सकेगा।
जिलों के शुभारंभ के दौरान स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुख्यमंत्री को फलों, मेवों, मिठान्नों, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों, लघु वनोपजों से तौल कर नागरिकों ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
-
एजेंसी
मुजफ्फरपुर : सकरा के मथुरापुर की सुनीता का गर्भाशय के ऑपरेशन में दोनों किडनी निकाल लेने से मजदूर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। सुनीता जिंदगी व मौत से जूझ रही है। परिजन उसे लेकर अस्पताल दर अस्पताल भटक रहे है
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर की हैवानियत उजागर हुई है। यूट्रस के ऑपरेशन के नाम पर उसने महिला की दोनों किडनी निकाल ली। घटना सकरा प्रखंड के मथुरापुर गांव की है। पीड़िता सुनीता की मां बाजीराउत की तेतरी देवी ने शुक्रवार को बरियापुर ओपी में ऑपरेशन करने वाले कथित डॉक्टर, क्लीनिक संचालक व कर्मियों को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज करायी है। सुनीता की हालत गंभीर है। भोजन-पानी नहीं पच रहा है। बीते तीन सितंबर को उसका ऑपरेशन हुआ था।
क्लीनिक संचालक कथित डॉक्टर पवन कुमार, डॉ. आरके सिंह, कर्मी जितेंद्र पासवान, व डॉ. पवन की पत्नी को आरोपित किया गया है। बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार राय ने बताया कि दोनों किडनी निकालने का आरोप है। मामला दर्ज कर आवेदन सकरा थाना भेजा गया है। आरोपितों का घर वैशाली के पातेपुर बताया जा रहा है। उधर, सिविल सर्जन डॉ. यूसी शर्मा ने बताया कि सकरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जांच करेंगे। क्लीनिक संचालक के रजिस्ट्रेशन और डिग्री की भी जांच होगी। सकरा के मथुरापुर की सुनीता का गर्भाशय के ऑपरेशन में दोनों किडनी निकाल लेने से मजदूर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। सुनीता जिंदगी व मौत से जूझ रही है और परिजन उसे लेकर अस्पताल दर अस्पताल भटक रही है।
पटना से सुनीता को लेकर लौटे परिजन शुक्रवार शाम सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां से भी निराश होकर घर लौट गए। सुनीता के पति अकलू राम यह कहते हुए फफक पड़े कि अब उसके बच्चों के सिर से मां का साया उठ जाएगा। रुपये के लिए कथित डॉक्टर ने उसका परिवार उजाड़ दिया। भोजन-पानी नहीं पच रहा है। शरीर सूज गया है। हालत खराब हो रही है।
सुनीता मां तेतरी देवी के साथ पेट दर्द होने पर बरियारपुर स्थित शुभकांत क्लीनिक में गई थी। वहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड में गर्भाशय में गांठ पड़ने की बात डॉक्टर ने कही और तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी। इसके बाद पीड़ित के पति अकलू राम ने तीन सितंबर को उसी नर्सिंग होम में अपनी पत्नी का ऑपरेशन करा दिया। अकलू राम ने बताया कि ऑपरेशन के बाद सुनीता की तबीयत बिगड़ने लगी और पूरा शरीर फूलने लगा। इसके बाद डॉ. पवन कुमार ने कहा कि सुनीता को पटना ले जाना होगा, पवन अपनी गाड़ी से सुनीता को लेकर पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां 24 घंटे रखने के बाद अस्पताल से निकाल दिया। डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने आरोपितों की गिरफ्तारी का आदेश दिया है।
एसकेएमसीएच के बाद पीएमसीएच किया रेफर
पटना के निजी अस्पताल से निकाले जाने के बाद सुनीता को लेकर परिजन घर आ गए। उसे एसकेएमसीएच ले गए। वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। पीएमसीएच में पीड़िता का फिर अल्ट्रासाउंड किया गया। रिपोर्ट में किडनी नहीं दिखाई देने की बात लिखी गई। वहां से आईजीआईएमएस रेफर कर दिया गया। अकलू राम ने बताया कि आईजीआईएमएस में जगह नहीं मिलने पर पत्नी को वापस घर ले आया।
क्लीनिक बंद कर फरार
संचालक क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है। बरियापुर ओपी प्रभारी ने बताया कि संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। महिला के पति ने ऑपरेशन के बाद पेट से निकाले गए दो गोले के आकार के मांस के लोथड़े की फोटो दिखाई है। क्लीनिक के बोर्ड पर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का न रजिस्ट्रेशन है और नहीं डिग्री। लोगों ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने क्लीनिक के रजिस्टर्ड नहीं होने की जानकारी दी है।
कर्ज लेकर चुकाये पैसे
क्लीनिक संचालक ने महिला के ऑपरेशन के लिए पहले 20 हजार रुपये लिए। इसके बाद पटना में इलाज के दौरान 40 हजार रुपये जमा कराया और फरार हो गया। अकलू राम ने बताया कि पत्नी के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद लेकर महाजन से कर्ज लेकर ऑपरेशन के पैसे जमा किये थे। विधायक ने आर्थिक मदद कर शाम में सदर अस्पताल भेजा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मनेंद्रगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मनेंद्रगढ़ में ऐतिहासिक स्वागत।
- शहर की सड़कों में उमड़ा जनसैलाब।
- शहर के सभी नागरिक सड़कों पर स्वागत करने को आतुर।
- मनेन्द्रगढ़ में स्वागत देख मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हुए अभिभूत।
- नागरिकों का हाथ जोड़कर किया अभिनंदन।
- लाखों लोग सड़कों पर मुख्यमंत्री से मिलने को उत्सुक
- जिला बनने पर हर कोई देना चाह रहा आभार।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के अंतर्गत प्रदेश भर में अब तक कुल 1.11 लाख क्लीनिक आयोजित
1824 हाट-बाजारों में लोगों की निःशुल्क जांच, उपचार और दवाईयां
रायपुर : छत्तीसगढ़ के वनांचलों और ग्रामीण इलाकों के हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीमों द्वारा 51 लाख 15 हजार 132 लोगों को इलाज मुहैया कराया गया है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से प्रदेश के 1824 हाट-बाजारों में क्लीनिक लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा योजना की शुरूआत के बाद से अब तक प्रदेश भर में कुल एक लाख दस हजार 988 हाट-बाजार क्लीनिक आयोजित कर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। योजना के अंतर्गत राज्य में 425 डेडिकेटेड ब्राडिंग वाहन तथा चिकित्सा दलों के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में लोगों का इलाज किया जा रहा है।
हाट-बाजार क्लीनिकों में जरूरतमंदों को निःशुल्क उपचार, चिकित्सकीय परामर्श और दवाईयां उपलब्ध कराने के साथ ही मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा मलेरिया, एचआईव्ही, मधुमेह, एनिमिया, टीबी, कुष्ठ रोग, उच्च रक्तचाप और नेत्र विकारों की जांच भी की जा रही है। इन क्लीनिकों में शिशुओं और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है। हाट-बाजार क्लीनिकों में ओ.पी.डी. आधारित आठ प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जांच के बाद व्याधिग्रस्त पाए गए लोगों को निःशुल्क दवाईयां भी दी जाती हैं। जिन मरीज़ों को उच्च स्तरीय जाँच अथवा उपचार की आवश्यकता होती है उन मरीज़ो को हाट-बाज़ार क्लीनिक से सीधे स्वास्थ्य केंद्र में रिफर भी किया जा रहा है जिससे उनका सम्पूर्ण उपचार सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक 12 लाख 51 हजार 020 लोगों के उच्च रक्तचाप, 10 लाख 54 हजार 717 लोगों की मधुमेह, 4 लाख 09 हजार 439 लोगों की मलेरिया जांच, 2 लाख 76 हजार 727 लोगों की रक्त-अल्पता (एनीमिया) और एक लाख 614 लोगों में नेत्र विकारों की जांच की गई है। इन क्लीनिकों में 39 हजार 699 लोगों की टीबी, 15 हजार 631 लोगों की कुष्ठ और 30 हजार 147 लोगों की एचआईव्ही जांच भी की गई है। इस दौरान 75 हजार 978 गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच भी की गई है। हाट-बाजारों में आयोजित क्लीनिकों में एक लाख 33 हजार 829 डायरिया पीड़ितों का भी उपचार किया गया है।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिकों के माध्यम से अब तक बालोद जिले में 2 लाख 52 हजार 66, बलौदाबाजार-भाटापारा में 1 लाख 15 हजार 998, बलरामपुर-रामानुजगंज में 1 लाख 24 हजार 238, बस्तर में 1 लाख 28 हजार 82, बेमेतरा में 3 लाख 5 हजार 816, बीजापुर में 1 लाख 18 हजार 356, बिलासपुर में 2 लाख 82 हजार 338, दंतेवाड़ा में 1 लाख 11 हजार 616, धमतरी में 46 हजार 365, दुर्ग में 1 लाख 71 हजार 509, गरियाबंद में 2 लाख 19 हजार 597, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 88 हजार 741, जांजगीर-चांपा में 2 लाख 24 हजार 573 और जशपुर में 2 लाख 50 हजार 951 लोगों का इलाज किया गया है।
योजना के तहत कबीरधाम में 1 लाख 97 हजार 651, कांकेर में 1 लाख 84 हजार 572, कोंडागांव में 1 लाख 8 हजार 525, कोरबा में 1 लाख 42 हजार 801, कोरिया में 1 लाख 27 हजार 848, महासमुंद में 2 लाख 92 हजार 645 मुंगेली में 1 लाख 11 हजार 804, नारायणपुर में 47 हजार 150, रायगढ़ में 4 लाख 89 हजार 733, रायपुर में 1 लाख 38 हजार 38, राजनांदगांव में 3 लाख 6 हजार 9, सुकमा में 57 हजार 737, सूरजपुर में 3 लाख 17 हजार 113 तथा सरगुजा जिले में 1 लाख 53 हजार 260 लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित वेबीनार में सात हजार लोगों ने की शिरकत
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि छत्तीसगढ़ में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जाएगा। यह अभियान 5 वर्ष तक चलेगा। इस कार्यक्रम में अशिक्षित व्यक्तियों को बुनियादी साक्षरता एवं अंक ज्ञान प्रदान करने के साथ उन्हें जीवन में आने वाले कुशलता के बारे में भी प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसमें डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, कानूनी साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा, सतत शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य में स्वच्छता पर विशेष रुप से जागरूक करने का कार्य भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नवाचारी कार्यक्रमों की देश में लगातार सराहना की जा रही है। हमें प्रदेश की एक चौथाई असाक्षरों को साक्षर किए जाने की दिशा में निरंतर कार्य करना है। उन्होंने प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुभकामनाएं दी।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रौढ़ शिक्षा और जीवन पर्यन्त शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता हेतु यह आवश्यक है कि शिक्षकों के साथ पालक भी बच्चों की शिक्षा में योगदान दें, अतः अशिक्षित पालकों को शिक्षित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के सभी निकायों और शिक्षकों से अनुरोध किया कि स्वयंसेवी शिक्षक बनकर शिक्षा से वंचित व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने में अपना अमूल्य योगदान दें।
साक्षरता दिवस पर आज आयोजित वेबीनार में सात हजार से अधिक लोगों ने शिरकत की। स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि प्रदेश में साक्षरता कार्यक्रम को मिशन मोड में तथा नवाचारी तरीके से कार्य करने का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने समग्र शिक्षा एससीईआरटी और राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण समन्वय के साथ कार्य की सफलता के लिए सक्रिय योगदान करने कहा। स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के डायरेक्टर श्री राजेश सिंह राणा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय यूनेस्को द्वारा लिया गया। जिनके द्वारा इस वर्ष साक्षरता दिवस की थीम ज्तंदेवितउपदह स्पजमतंबल ैचंबमे है। उन्होंने कहा कि प्रौढ़ शिक्षा को अब सभी के लिए शिक्षा कहा गया है। उन्होंने कहा कि सशक्त देश की आधारशिला शिक्षा है।
अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी डॉ. योगेश शिवहरे ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रौढ़ शिक्षा व जीवन पर्यन्त शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया है। राज्य पाठ्यचर्या में पहली बार प्रौढ़ शिक्षा के विषय को शामिल किया गया है। पूरे देश में छत्तीसगढ़ का पहला राज्य हैं, जहां एससीआरटी में साक्षरता केंद्र स्थापित किया गया है। राज्य शिक्षा मिशन प्राधिकरण में असिस्टेंट डायरेक्टर एवं नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पांडेय ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता सप्ताह के बारे में एक प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्य गीत, नवभारत साक्षरता कार्यक्रम एवं गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ पर केंद्रित फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजकुमार सोनी
विश्वविद्यालय में चल रही गडबड़ियों, दुविधाओं और समस्याओं को लेकर उठाए कई सवाल
कार्यपरिषद की बैठक शीघ्र बुलाने की मांग की
रायपुर : प्रति, श्री बल्देव भाई शर्मा ( कुलपति )
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय काठाडीह रायपुर.
विषय- विश्वविद्यालय के हित में आवश्यक चर्चा.महोदय, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कार्य परिषद में माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के द्वारा किए गए मेरे मनोनयन के पश्चात विश्वविद्यालय में चल रही गड़बड़ियों, दुविधाओं और समस्याओं के संबंध में कई बातें मेरे संज्ञान में लाई गई है. कार्यपरिषद का एक जिम्मेदार सदस्य होने के नाते मैं विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भवन, प्रशासनिक भवन, छात्रावास सहित पूरे परिसर का निरीक्षण करना चाहूंगा. जिन बातों की जानकारी मुझ तक पहुंची है उसका संक्षिप्त उल्लेख नीचे पत्र में कर रहा हूं.
जब मैं कार्यपरिषद का सदस्य नहीं था तब एक बार काठाडीह स्थित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था. यहां गेट से प्रवेश करते ही ( जहां गार्ड तैनात रहते हैं ) यह लगा था कि मैं खौफनाक फिल्में बनाने वाले रामसे ब्रदर्स की किसी पुरानी हवेली में आ गया हूं. प्रवेश द्वार पर ही सूखते हुए अधोवस्त्रों,आसपास उगी हुई बेतरतीब कटीली झाड़ियों को देखना एक खराब अनुभव से गुजरना था.एक विश्वविद्यालय का हर हिस्सा साफ-सुथरा और व्यवस्थित तो होना ही चाहिए. मुझे बताया गया है कि कमोबेश अब भी वहीं स्थिति कायम है. विश्वविद्यालय की अपेक्षा प्रदेश में स्वामी आत्मानंद के नाम से स्थापित किए गए स्कूल ज्यादा साफ-सुथरे और व्यवस्थित है.मेरे संज्ञान में यह बात लाई गई है कि सहायक प्राध्यापक प्रबंधन श्री अभिषेक दुबे गत छह साल से राज्य प्रशासनिक अकादमी में ही पदस्थ है. अब तक उनकी वापसी नहीं हो पाई है. इसी तरह दो भृत्य टीकम लाल साहू और सतीश कुमार भी कहीं और तैनात है. एक अनियमित कर्मचारी सौमित्र मुखर्जी राष्ट्रीय उच्चतर अभियान में संलग्न कर दिए गए हैं. नियमित शिक्षकों की कमी से विश्वविद्यालय की पढ़ाई लिखाई की दशा कैसे अच्छी हो सकती है यह सोचा जा सकता है. प्रबंधन विभाग की हालत दयनीय बताई जाती है. मैं विश्वविद्यालय में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए किए गए प्रयासों से भी अवगत होना चाहूंगा. यूजीसी के अनुसार प्रत्येक विभाग में कम से कम सात नियमित अध्यापक तो होने ही चाहिए. विश्वविद्यालय में नियुक्त किए गए कुछ प्राध्यापकों की नियुक्ति के दस्तावेजों को लेकर सवाल उठते रहे हैं. मुझे बताया गया है कि जो भी प्राध्यापक अपने-अपने विभागों के अध्यक्ष है वे बहुत कम कक्षाएं लेते हैं और ज्यादातर समय बिना छुट्टी लिए गायब रहते हैं. एक ओर तो वे वोकेशनल सर्विस का लाभ उठाते हुए ग्रीष्मावकाश तथा अन्य अवकाश का लाभ उठाते हैं, दूसरी ओर प्रत्येक शनिवार को ये प्रशासनिक अधिकारियों को मिलने वाला अवकाश भी लेते हैं. पढ़ाई लिखाई का पूरा जिम्मा अनियमित शिक्षकों के हाथों में है.
उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के उपरांत भी अतिथि प्राध्यापकों को कम वेतन दिए जाने की बात भी सामने आई है. अतिथि प्राध्यापकों को समय पर वेतन भी नहीं मिल पा रहा है.मुझे यह जानकारी भी मिली है कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान ( रूसा ) के अंतर्गत विश्वविद्यालय को वर्ष 2015 में 20 करोड़ स्वीकृत किए गए थे. रूसा के अंतर्गत कार्यों को तीन भागों में बांटा गया है- नवीन निर्माण जिसके लिए 35%, पुनर्निर्माण यानी रिनोवेशन के लिए 35%, तथा उपकरण खरीद के लिए 30% राशि का प्रावधान है, यानी 7 + 7 + 6= 20 करोड़। हर किस्त में प्राप्त राशि को इसी अनुपात में विभाजित करके खर्च किया जाना था. लेकिन छत्तीसगढ़ परियोजना कार्यालय के आदेश पर पहले किश्त में प्राप्त समूची राशि को निर्माण कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी के खाते में जमा कर दिया.
तत्कालीन विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा नवीन निर्माण के अंतर्गत 700 सीटर ऑडिटोरियम के निर्माण का प्रपोजल राज्य परियोजना कार्यालय को भेजा गया. इस प्रस्ताव का कोई औचित्य तब होता जब काठाड़ीह में 700 लोगों को इकट्ठा करके कोई कार्यक्रम किया जाता. हो सकता है भविष्य में इसकी उपयोगिता साबित हो, लेकिन जानकारी में यह बात भी लाई गई है कि विश्वविद्यालय की बहुत सारी दूसरी जरूरतें थीं जिन्हें पहले पूरा किया जाना बहुत जरूरी था, जैसे, बड़े स्मार्ट क्लासरूम और लेक्चर हॉल, गर्ल्स हॉस्टल, वीसी बंगला, रजिस्ट्रार बंगला, जिम, खेल मैदान, स्टेडियम, इत्यादि. फैकल्टी के लिए अलग-अलग भवनों को बनाया जाना भी जरूरी है, मगर इन सभी जरूरतों को नजरअंदाज कर समूचे 7 करोड़ की राशि से एक ऐसा ऑडिटोरियम बनाने का निर्णय लिया गया जिसका वास्तव में विश्वविद्यालय के लिए कोई उपयोग नहीं था. यह भी ध्यान में रखने वाली बात है कि सात करोड़ में ऑडिटोरियम का केवल भवन बनना था, अंदर का एकॉस्टिक्स, फ्लोरिंग, सीटिंग अरेंजमेंट, रूफिंग, पीओपी, बिजली इत्यादि सब के लिए अलग से पांच करोड़ अतिरिक्त राशि की जरूरत थी, जिसके बारे में विश्वविद्यालय के पास कोई योजना नहीं थी. लेकिन पूरी तत्परता के साथ प्रपोजल बनवा कर क्षेत्रीय कार्यालय रूसा के सामने प्रस्तुत कर दिया गया. जिस तत्परता के साथ कार्यालय ने उसे अनुमोदित कर बनाने की स्वीकृति दी, पीडब्ल्यूडी ने उसी तत्परता के साथ उसकी निविदा की. ठेकेदार ने भी जिस तत्परता के साथ उसे लेकर भी कई तरह की बातें कहीं गई है. बताया गया है कि आज यह खोखला भवन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के ठीक पीछे एक बहुत बड़े भुतहा स्ट्रक्चर के रूप में मुँह चिढ़ा आ रहा है, और धीरे-धीरे जर्जर होने की प्रक्रिया में है, क्योंकि इसके भीतर के कंस्ट्रक्शन की राशि का कहीं पता नहीं है. कहा जा सकता है कि नवीन निर्माण के रूसा के 7 करोड़ की समूची राशि को विश्वविद्यालय प्रशासन ने जानबूझकर बर्बाद कर दिया और इसके द्वारा विश्वविद्यालय को एक ऐसी चोट पहुंचाई है जिससे यह विश्वविद्यालय कभी उबर नहीं पाएगा. इसके लिए किसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी ? क्या विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी को दोषी माना है ? क्या अब तक किसी के खिलाफ कोई एफआईआर की गई है?रूसा के अंतर्गत रिनोवेशन कामों को लेकर भी कई बातें सामने आई है. रिनोवेशन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा जो प्रस्ताव बनवाए गए उनके तहत विश्वविद्यालय के भवन के साज सज्जा में ही करोड़ों रुपए खर्च किए गए. विश्वविद्यालय का भवन जो बिल्कुल नया ही था, उसके नए टाइल्स को निकालकर, उनकी जगह मोजाइक, ग्रेनाइट और संगमरमर लगाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसका बिना किसी तरह की समीक्षा के रूसा कार्यालय द्वारा अनुमोदन कर दिया गया. रिनोवेशन का कार्य जिस किसी भी ठेकेदार को दिया गया उसने पूरे विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ कर बहुत सारे उपकरणों इत्यादि को तहस-नहस कर दिया है. मेरे संज्ञान में यह बात भी आई है कि रिनोवेशन का कार्य बहुत ही निम्न कोटि का हुआ है.
मुझे यह अवगत हुआ है कि उपकरण खरीदी के लिए जो 6 करोड़ निर्धारित थे उनके लिए तत्कालीन प्रशासन ने बिना विभागों से प्रस्ताव मंगवाए अपनी मनमर्जी से बहुत अधिक कीमत के कैमरा और अन्य उपकरण खरीदने का प्रस्ताव भेजा था. इस प्रस्ताव में लगभग तीन करोड़ रुपए का प्रस्ताव तो केवल समूचे विश्वविद्यालय के 65 एकड़ परिसर में सोलर पैनल लगाए जाने का था. प्रस्ताव में इतनी खामियां थी कि खुद विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्षों ने ऐसी चीजें जो बिना उनके परामर्श के मंगाई गई थी खरीदे जाने पर स्वीकार करने से इनकार कर दिया. तब से अब तक एक रुपए की भी उपकरण खरीदी नहीं हो सकी है, जबकि विश्वविद्यालय के सारे कंप्यूटर, फर्नीचर और उपकरण दस बारह साल पुराने हैं और विश्वविद्यालय उपकरणों के अभाव से ग्रस्त है.
मुझे बताया गया है कि विश्वविद्यालय में वाई-फाई की सुविधा तो है, लेकिन नेटवर्क के अभाव में उसका उपयोग सीमित है. ग्रंथालय में नवाचार और नवविचार को बढ़ावा देने वाली पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं है. विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन तो प्रकाशित होता है, लेकिन छात्रों के सृजनात्मक लेखन को बढ़ावा देने के लिए कोई मासिक पत्रिका नहीं निकाली जाती.
पीएचडी परीक्षा किसी विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी परीक्षा होती है, जिसके आधार पर अध्यापकों की नियुक्ति की जाती है. यूजीसी के नवीनतम अध्यादेश के अनुसार बिना पीएचडी किए किसी की नियुक्ति प्राध्यापक पद पर नहीं हो सकती है. इसलिए यह बहुत जरूरी था कि पीएचडी की परीक्षा निष्पक्ष तरीके से आयोजित की जाए. ऐसा लगता है कि कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में इसका ठीक उल्टा हुआ है.मेरी जानकारी में यह बात आई है कि इस 10 मार्च को लम्बे अर्से बाद विश्वविद्यालय पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई. उसका आयोजन गोपनीय विभाग के द्वारा ( जो किसी भी विश्वविद्यालय की समस्त परीक्षाओं का आयोजन के लिए जिम्मेदार होता है ) न करवाकर जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष के हाथ में पूरी तरह दे दिया गया. यह शायद विश्वविद्यालयों के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि किसी एक व्यक्ति ने पीएचडी की परीक्षा के प्रश्न सेट कराना, परीक्षा का आयोजन कराना, कॉपियां बंटवाना, कॉपियों को जंचवाना, रिजल्ट घोषित करना तथा बाद में परिणाम के आधार पर छात्रों का पंजीयन करके उनकी रिसर्च पीएचडी करवाना, ये सारे कार्य कोई एक ही व्यक्ति के द्वारा किए जाए. इतनी सुविधा मिलने के बाद तो कोई भी व्यक्ति सारी सीटें अपने चहेतों को आसानी से दे दे सकता है, ऐसी स्थिति में निष्पक्षता की कैसे उम्मीद की जा सकती है?
और भी बहुत सारे बिंदु ऐसे हैं जिस पर चर्चा जरूरी है. आपसे विनम्र अनुरोध हैं कि शीघ्र-अतिशीघ्र कार्यपरिषद की बैठक आयोजित करने का कष्ट करें.
प्रतिलिपि
कुलसचिव
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विवि
भवदीय
राजकुमार सोनी
मनोनीत सदस्य
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं
जनसंचार विश्वविद्यालय
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी बधाई
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 8 सितम्बर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री बघेल ने आज यहां जारी अपने बधाई संदेश में कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अक्षरों की अलख जगाने का दिन है, अक्षर ज्ञान की महत्ता बताने का दिन है। यह अक्षर ज्ञान के प्रकाश से समाज में सुख और समृद्धि फैलाने के संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा है कि वास्तव में अक्षर ज्ञान वह पहला द्वार है, जहां से ज्ञान के अनंत रास्ते खुलते हैं। साक्षरता से शिक्षा और शिक्षा से विकास का सीधा संबंध है। साक्षरता दिवस देश में साक्षरता के वर्तमान सोपान पर गर्व करने का दिन है। लगभग एक चौथाई आबादी को साक्षर बनाने के बारे में चिंतन और प्रण करने का दिन है। इसके लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है। व्यापक जनभागीदारी से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि साक्षर समाज, समानता, शांति और विकास का मूल आधार है। सन् 1966 में यूनेस्को ने 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। साक्षरता दिवस 2022 की थीम “ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेसेज’ (¼Tranforming Literacy Learning Spaces) है। वर्ष 2022-27 के लिए न्यू इंडिया लिट्रेसी प्रोग्राम नामक एक नई योजना को मंजूरी दी गई है। अब देश में “प्रौढ़ शिक्षा“ शब्द को “सभी के लिए शिक्षा’’ के रूप में बदल दिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत इस वर्ष नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से नई शुरूआत की गई है, जो पांच वर्षों तक संचालित किया जाएगा। इसमें बुनियादी साक्षरता और अंक ज्ञान महत्वपूर्ण जीवन कौशल जैसे डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा, जीवन पर्यन्त शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता आदि क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।श्री बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि सभी लोग कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं और छत्तीसगढ़ को शत-प्रतिशत साक्षर बनाते हुए डिजिटल साक्षरता, जागरूकता सहित जीवन पर्यन्त शिक्षा की ओर अग्रसर हों। हमें साक्षरता के नए आयामों को छूना है। उन्होंने शालाओं और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि साक्षरता के पुनीत कार्य में भागीदार बनें। साक्षरता की नई उपलब्धियों से प्रदेश का सुनहरा भविष्य सुनिश्चित होगा तथा हम गढबो नवा छत्तीसगढ़ का लक्ष्य पूरा करेंगे।
-
एजेंसी
दिल्ली : आयकर विभाग की टीम देश के कई जगहों पर कथित फर्जी चंदे और कर चोरी को लेकर छापेमारी कर रही है। गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के खिलाफ यह छापेमारी की जा रही है। आईटी डिपार्टमेंट की यह छापेमारी दिल्ली, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में चल रही है। इन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के खिलाफ कर चोरी और फर्जी चंदे का मामला है। इसके चलते आयकर विभाग की टीम छापेमारी कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत देश के कुछ अन्य राज्यों में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आईटी डिपार्टमेंट की टीम छत्तीसगढ़ के कारोबारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है।
गोपाल राय के घर पहुंची आईटी की टीम
लखनऊ में आयकर विभाग की टीम राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के मुखिया गोपाल राय के आवास पर पहुंची हुई है। सूत्रों के मुताबिक, राय कई एनजीओ चला रहे हैं। आयकर विभाग के अधिकारी टैक्स चोरी से जुड़े मामलों की जांच कर रहे हैं।
इस बीच, समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि आयकर विभाग द्वारा गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल व उनसे जुड़ी संस्थाओं, ऑपरेटरों और अन्य के खिलाफ एक समन्वित कार्रवाई शुरू की गई है।
चुनाव आयोग ने कई राजनीतिक दलों के 87 संस्थाओं को RUPP से था हटाया
ऐसा माना जाता है कि चुनाव आयोग की सिफारिश पर आयकर विभाग द्वारा यह कार्रवाई की गई है। चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में हुए सत्यापन के दौरान कई राजनीतिक दलों के 87 संस्थाओं को आरयूपीपी की सूची से हटा दिया गया था।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों के रजिस्ट्रेशन में पाई थी धांधली
चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि वह 2100 से अधिक पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। जो नियमों और चुनावी कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने इन राजनीतिक पार्टियों और संस्थाओं पर मौद्रिक योगदान दाखिल करने से संबंधित और उनके पते और पदाधिकारियों के नाम को अपडेट करने में विफल रहने का आरोप तय किया था। साथ ही चुनाव आयोग ने कहा था कि इनमें से कुछ पार्टियां गंभीर वित्तीय अनियमितता में शामिल थीं।
छत्तीसगढ़ के कारोबारियों के घर में भी छापेमारीइनकम टैक्स की इस कार्रवाई में छत्तीसगढ़ के कारोबारी भी शामिल हैं। एक टीम ने बुधवार सुबह रायपुर और रायगढ़ में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। इनमें एक स्टील और शराब कारोबारी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार इनके ऐश्वर्या किंगडम स्थित घर और अन्य ठिकानों पर एक साथ छापे मारे गए हैं। इसमें रायपुर के 50 से अधिक अफसरों की टीम शामिल है।