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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पंडरिया विधानसभा के ग्राम कुकदुर में आयोजित भेंट मुलाकात में कहा कि कहा 15 या 17 अक्टूबर के आस पास राजीव गांधी किसान न्याय योजना का किश्त दे देंगे।
- ग्राम लालपुर के ग्रामीण सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने 470 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे उन्हें 94 हजार रुपये मिले। उससे किस्त में ट्रैक्टर खरीदा। अब वे ट्रैक्टर से दूसरे खेतो की जुताई कर आय अर्जित कर रहे हैं।
नारी शक्ति स्व-सहायता समूह की महिला सदस्य ने बताया कि - मैं लोखान गोठान से हूं, वहां उन्होंने 466 क्विंटल गोबर बेचा जिससे उन्होंने 2 लाख रुपये अर्जित किये। इससे अगरबत्ती, पॉपकॉर्न बनाने का काम करते हैं। उसने किराना दुकान खोला है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम पंचायत कुकदुर में श्री भगत राम पुसाम के यहां भोजन किया।
मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़िया भोजन और पारंपरिक व्यंजन परोसा गया। भोजन में चेंच भाजी, ठेठरी, खुरमी, फरा, कुदकी से बनी खीर और सिलबटे से पिसी टमाटर की चटनी मुख्यमंत्री को परोसी गयी।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने भोजन ग्रहण किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम इंदौरी में माता चंडी मंदिर से भेट-मुलाकात कार्यक्रम स्थल तक रोड शो किया। इस दौरान के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। गांव और आसपास क्षेत्र के महिलाओं, बच्चो, बुजुर्गो और युवाओं ने मुख्यमंत्री का नारियल, फूल, आरती और माथे पर तिलक लगाकर भव्य स्वागत किया।रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने सड़क के किनारे पर कुछ देर रुककर दुर्गा पंडाल में भी पूजा अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।इस बीच ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की फोटो भी भेंट की। बच्चों और युवाओं ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के जिंदाबाद के नारे लगाए।इस दौरान जगह-जगह पर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए और बाजे-गाजे के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया। युवाओं में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की एक झलक पाने और फोटो लेने की भी होड़ लगी रही। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर सभी का अभिनंदन स्वीकार किया।इस अवसर कैबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर मौजूद रहे। -
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कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम इंदौरी में माता चंडी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने पंडा श्री मोहन गिरी गोस्वामी और पुजारी श्री कन्हैया प्रसाद मिश्रा को श्री फल व साल भेंट किया। मंदिर परिसर में महिलाओं और छोटे बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के माथे में तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। मंदिर समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को मातारानी की फोटो भेंटकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवरात्र पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर केबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी उपस्थित रहे।
मंदिर के पुजारी श्री मिश्रा ने बताया है कि यह एक प्राचीन मंदिर है। वे माता चंडी मंदिर में 50 साल से माता रानी की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने बताया की माता चंडी का उदगम प्राचीन तलाब के किनारे पीपल पेड़ के जड़ के बीच से हुआ था। जिसके बाद में ग्रामीणों द्वारा वहीं मंदिर का निर्माण कराया गया और माता चंडी का विधि विधान से स्थापना कराया गया।मान्यता के अनुसार महामारी जैसे बीमारियों के दौरान माता रानी स्वयं गांव में घूमकर ग्रामीणों की सुरक्षा करती है। नवरात्र पर्व में अष्टमी के दिन माता चंडी का दर्शन करने दूर दूर से लोग यहां आते हैं। यहां भक्तो के द्वारा जो भी मनोकामना मांगी जाती है, वो जरूर पूरी होती है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नगरीय निकायों एवं जिले में स्थित नगर तथा ग्राम निवेश के कार्यालयों में लिए जा रहे हैं आवेदन
जनहित में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर लागू किया गया है छत्तीसगढ़ अनधिकृत विकास का नियमितीकरण (संशोधन) अधिनियम 2022
14 जुलाई, 2022 के पूर्व निर्मित, समस्त प्रकार के विकास के नियमितीकरण हेतु आवेदक कर सकते हैं आवेदन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर छत्तीसगढ़ में अनियमित विकास के नियमितीकरण के लिए छत्तीसगढ़ अनधिकृत विकास का नियमितीकरण (संशोधन) अधिनियम 2022, 14 जुलाई 2022 से लागू किया गया है। संचालक नगर तथा ग्राम निवेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अधिनियम के तहत 14 जुलाई 2022 से 14 जुलाई 2023 तक अनियमित विकास के नियमितीकरण से संबंधित आवेदन नगरीय निकायों एवं जिले में स्थित नगर तथा ग्राम निवेश के कार्यालयों में लिये जा रहे हैं।
संचालक नगर तथा ग्राम निवेश ने यह स्पष्ट किया है कि इस अधिनियम के तहत 14 जुलाई, 2022 के पूर्व निर्मित, समस्त प्रकार के विकास के नियमितीकरण हेतु आवेदक, आवेदन कर सकते हैं। इस अधिनियम के तहत निवेश क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त नगरीय निकायों तथा ग्राम पंचायतों में किये गये अनियमित विकास का नियमितीकरण किया जा सकेगा।
उपरोक्त अधिनियम के तहत समस्त प्रकार के विकास का नियमितीकरण किया जा सकेगा, यथा-आवासीय, शैक्षणिक, व्यवसायिक, गैर व्यवसायिक, औद्योगिक इत्यादि। नियमितीकरण की कार्यवाही के दौरान मास्टर-प्लान में चिन्हित भूमि उपयोग से भिन्न, भूमि के ऊपर हुए विकास का भी नियमितीकरण किया जा सकेगा। जनहित को ध्यान में रखते हुए समस्त प्रकार के भवनों में पार्किंग की कमी का नियमितीकरण किया जा सकेगा।
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एजेंसी
झारखंड : गुमला के चैनपुर प्रखंड के संत माइकल इंग्लिश मिडियम स्कूल में एक शिक्षक ने छात्रों को बुरी तरह से पीट दिया। छात्रों ने टीचर के कहने पर डांस नहीं किया इसलिए उन्हें कमरा बंद करके पीटा गया।
गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय के संत माइकल इंग्लिश मिडियम स्कूल के शिक्षक की पिटाई से स्कूल में पढ़ाई करने वाले 13 छात्र घायल हो गये। सभी घायल छात्रों का प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया। शिक्षक द्वारा छात्रों की पिटाई की सूचना जब उनके अभिभावकों को हुई, तो वे आग बबूला हो गए। इसकी शिकायत बीडीओ और थाने में लिखित तौर कर कार्रवाई की मांग की।
बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह ने विद्यालय के 13 छात्रों के साथ शिक्षक द्वारा मारपीट किये जाने के मामले को लेकर जांच टीम का गठन किया है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बीडीओ बोले बच्चों के साथ शिक्षक द्वारा किया गया मारपीट का घटना काफी दुखद है। शिक्षक की मार से चोटिल विद्यार्थी कमर राजा खान ने बताया कि विद्यालय के शिक्षक विकास कुजूर हमें डांस करने के लिए कह रहे था। मना किया तो दरवाजा बंद करके बेरहमी से पीटा। जिससे चार लाठियां टूट गई। इसकी शिकायत बच्चों ने प्रिंसिपल से की।
शिक्षक द्वारा कमर राजा खान, शाश्वत कुजूर, सुमित कुमार जायसवाल समेत 13 बच्चों के साथ शिक्षक द्वारा बेरहमी से मारपीट किए जाने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे बच्चे भी भयभीत हो गए है। पीड़ित बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय में शिक्षक शिक्षा देने के नाम पर बच्चों से जानवरों सा सलूक करना बंद करें। आए दिन संत माइकल इंग्लिश मिडियम स्कूल में ऐसी घटनाएं घटती रहती है। घायल छात्र के पिता विजय जायसवाल का कहना है कि हम बच्चों को स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजते हैं न कि मार खाने के लिए।
चैनपुर के थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने कहा, 'विद्यालय के 13 छात्रों के साथ शिक्षक द्वारा मारपीट का आवेदन प्राप्त हुआ है। इस मामले में बीडीओ जांच पड़ताल कर रहे हैं। जांचोपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए बच्चे विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं बच्चों के साथ मारपीट करना गलत है।'
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आयोजन के संबंध में कलेक्टरों को निर्देश
रायपुर : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर से प्रदेश के गांवों में ग्रामसभा का आयोजन किया जाएगा। ग्रामसभा में चर्चा के लिए 15 बिन्दु निर्धारित किए गए हैं। इनमें से 11 बिन्दुओं पर सभी ग्रामसभाओं में और इसके अतिरिक्त 4 बिन्दुओं पर अनुसूचित क्षेत्र की ग्राम सभाओं में विशेष चर्चा की जाएगी। संचालक, पंचायत द्वारा सभी जिला कलेक्टरों को ग्रामसभा के आयोजन के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। ग्रामसभा में निर्धारित बिन्दुओं के अलावा कलेक्टर, जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अन्य विषय-वस्तु को भी ग्रामसभा के एजेण्डे में शामिल किया जा सकता है।
ग्रामसभा आयोजन के संबंध में निर्देशित किया गया है कि कोविड-19 के लिए केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं स्थानीय स्तर पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय और उनके आश्रित ग्रामों में ग्रामसभा आयोजन के लिए एक समय-सारिणी तैयार करने और स्थानीय आवश्यकतानुसार अधिकारियों-कर्मचारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश भी दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम के तहत ग्रामसभा का प्रत्येक तीन माह में कम से कम एक सम्मेलन आयोजित करने का प्रावधान है। छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार प्रदेश में 23 जनवरी, 14 अप्रैल, 20 अगस्त और 2 अक्टूबर के अतिरिक्त प्रतिवर्ष माह जून एवं नवम्बर में सुविधाजनक तिथियों में प्रत्येक ग्राम में ग्रामसभा का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाए।
प्रदेश के ग्रामों में 2 अक्टूबर से आयोजित ग्रामसभा के निर्धारित बिन्दु अनुसार सबसे पहले ग्रामसभा की पूर्व बैठक में पारित संकल्पों के क्रियान्वयन संबंधी पालन-प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। पंचायतों के विगत तिमाही के आय-व्यय की समीक्षा कर अनुमोदन किया जाएगा। ग्रामसभा में पिछली छःमाही में विभिन्न योजनाओं में स्वीकृत कार्य के नाम, प्राप्त राशि, स्वीकृत राशि, व्यय राशि एवं कार्य की अद्यतन स्थिति का वाचन कर जानकारी दी जाएगी। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों में ग्रामीण परिवारों द्वारा रोजगार की मांग और उपलब्ध कराए गए रोजगार की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
ग्रामसभा में गौठानों के प्रबंधन एवं संचालन के संबंध में चर्चा होगी। सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी से संबंधित कार्यों की प्रगति पर चर्चा की जाएगी। सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित पेंशन योजना का सामाजिक अंकेक्षण एवं हितग्राहियों के सत्यापन के संबंध में कार्यवाही की जाएगी। ग्रामसभा में जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए पंचायतों द्वारा विभिन्न खाद्यान्न एवं उसके लाभान्वितों के नामों का वाचन किया जाएगा। जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से संबंधित प्रकरणों के लंबित, निराकृत एवं वितरित प्रमाण-पत्रों की जानकारी दी जाएगी। मौसमी बीमारियों के निदान एवं निवारण पर चर्चा कर उससे निपटने चिकित्सकीय सुविधाओं का अवलोकन कर जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाएगा। बाल श्रम अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप शासन द्वारा संचालित योजना के अंतर्गत कराए जाने वाले कार्यों में बाल श्रम नियोजन नहीं किए जाने और कार्यरत ठेकेदारों से इस आशय का शपथ पत्र लिए जाने की कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही विभाग द्वारा योजना में नियोजित कर्मकारों की सूची एवं जनसांख्यिकी विवरण जैसे नाम, उम्र इत्यादि का संधारण किए जाने के संबंध में चर्चा होगी।
अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार नियम के तहत ग्रामसभा अध्यक्ष का होगा चुनावइसके अतिरिक्त अनुसूचित क्षेत्र (संविधान के 5वीं अनुसूची अंतर्गत शामिल अनुसूचित क्षेत्र) की ग्रामसभाओं में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम 2022, जिसका प्रकाशन छत्तीसगढ़ राजपत्र (असाधारण) में 8 अगस्त को हो चुका है, का वाचन प्रत्येक ग्रामसभा में किया जाएगा। छत्तीसगढ़ पंचायत उपबंध के नियम 7 के तहत प्रत्येक ग्रामसभा में ग्रामसभा अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। ग्रामसभा में पेसा नियम 19 एवं 20 के तहत संसाधन योजना और प्रबंधन समिति तथा शांति एवं न्याय समिति के संबंध में चर्चा होगी। ग्रामसभा में पेसा नियम 23 (1.2) के तहत प्रस्ताव पास कर सरपंच एवं सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से ग्रामसभा कोष के मान से निकटतम कोर बैंकिंग सुविधायुक्त राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खोलवाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
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एजेंसी
उत्तर प्रदेश : लखीमपुर खीरी में धौरहरा से लखनऊ जा रही बस और लखीमपुर की ओर से आ रहे मिनी ट्रक की भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि बस के परखच्चे उड़ गए, तो डीसीएम भी पलटकर क्षतिग्रस्त हो गई। आमने सामने की टक्कर से धमाका इतना जबरदस्त हुआ कि यात्रियों से लेकर आसपास से निकल रहे लोग तक दहशत में आ गए। कुछ देर का सन्नाटा और फिर उसके बाद सड़क पर चीख पुकार मच गई। आस पास के लोगों ने पुलिस को सूचना देकर घायलों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। घायलों का कहना है कि कुछ पता ही नहीं चला, बस एक धमाका हुआ और हर तरफ चीख पुकार मच गई। धौरहरा के बाजार वार्ड निवासी गोलू रस्तोगी ने बताया कि बुधवार सुबह लखनऊ जाने के लिए सुबह करीब छह बजे बस में बैठे थे। पुल पर पहुंचते ही टक्कर हुए और देखते ही देखते बस के परखच्चे उड़ गए। कोई कुछ समझ ही नहीं पाया।
धौरहरा निवासी शफीक ने बताया कि साली को लेकर लखनऊ जाने के लिए बस में सुबह छह सवार हुए। करीब दस मिनट बाद बस लखनऊ के लिए निकल पड़ी। ऐरा पुल पर पहुंचते ही अचानक एक तेज धमाका हुआ और हर तरफ चीख पुकार मच गई। धौरहरा निवासी खुशबू ने बताया कि मम्मी, पापा के साथ लखनऊ जाने के लिए बस में सुबह बैठे थे। हम तीनों लोग एक साथ ही बैठे थी कि कुछ देर बाद एक तेज धमाका हुआ। थोड़ी देर के लिए तो आंखों के सामने अंधेरा छा गया।
बाद में देखा तो सड़क पर चीख पुकार मची थी। धौरहरा के हर्दी गुलरिया निवासी राजेंद्र कुमार पुत्र रामगुलाम का कहना है कि हादसे के बारे में कुछ पता ही चला। बस एक धमाका हुआ और उसके बाद देखा तो आधी बस के परखच्चे उड़ चुके थे। चोट के आने के कारण बेहोशी छा गई और जब आंख खुली तो अपने को अस्पताल में पाया। महेवागंज निवासी रुबी ने बताया कि रिश्तेदार के साथ बस में बैठकर लखनऊ जा रहे थे। बस की रफ्तार तेज थी। करीब एक डेढ़ घंटे बाद अचानक तेज आवाज हुई और सड़क पर लोग बिखर गए। धौरहरा निवासी लल्लू गुप्ता ने बताया कि पत्नी और बेटी के साथ लखनऊ जाने के लिए सुबह छह बजे बस में बैठे थे। सोचा था कि दोपहर तक लखनऊ पहुंच जाएंगे मगर, रास्ते में डीसीएम से टक्कर होने के बाद अस्पताल आ गए। हादसे कैसे हुआ कुछ पता नहीं चला।
आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी में पीलीभीत-बस्ती हाईवे स्थित शारदा पुल पर सुबह प्राइवेट बस और ट्रक (डीसीएम) की आमने-सामने हुई टक्कर में आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई है। करीब 32 लोग घायल हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस बुधवार सुबह करीब 7 बजे धौरहरा से लखीमपुर के लिए रवाना हुई थी।ट्रक लखीमपुर से बहराइच की ओर जा रही थी। शारदा नदी के ऐरा पुल पर तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखचे उड़ गए और ट्रक भी पलट गई। कई शव बस में फंस गए, जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला। बताते हैं कि बस की रफ्तार भी काफी तेज थी।
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एजेंसी
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी महिला की वैवाहिक स्थिति को उसे अनचाहे गर्भ गिराने के अधिकार से वंचित करने का आधार नहीं बनाया जा सकता है। एकल और अविवाहित महिलाओं को भी गर्भावस्था के 24 सप्ताह में उक्त कानून के तहत गर्भपात का अधिकार है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज देश की सभी महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दे दिया, चाहें वो विवाहित हों या अविवाहित। इस ऐतिहासिक फैसले में शीर्ष कोर्ट ने कहा कि मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) एक्ट के तहत 24 सप्ताह में गर्भपात का अधिकार सभी को है। इस अधिकार में महिला के विवाहित या अविवाहित होने से फर्क नहीं पड़ता।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी महिला की वैवाहिक स्थिति को उसे अनचाहे गर्भ गिराने के अधिकार से वंचित करने का आधार नहीं बनाया जा सकता है। एकल और अविवाहित महिलाओं को भी गर्भावस्था के 24 सप्ताह में उक्त कानून के तहत गर्भपात का अधिकार है।
दुष्कर्म में मैरिटल रेप भी शामिल, इसलिए ऐसे मामलों में गर्भपात अधिकारसुप्रीम कोर्ट गर्भपात को लेकर गुरुवार को सुनाए गए अहम फैसले में कहा है कि पति द्वारा किया जाने वाला दुष्कर्म ‘मैरिटल रेप‘ की दशा में भी 24 सप्ताह की तय सीमा में पत्नी गर्भपात करा सकती है। मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट के तहत इसे शामिल किया जाना चाहिए। यह अधिकार उन महिलाओं के लिए राहतकारी होगा, जो अनचाहे गर्भ को जारी रखने को विवश हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने एमटीपी अधिनियम की व्याख्या की
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने यह भी कहा कि उक्त कानून में वैवाहिक बलात्कार ‘मैरिटल रेप‘ को भी शामिल माना जाना चाहिए। शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में एमटीपी अधिनियम की व्याख्या करते हुए यह व्यवस्था दी। पीठ ने कहा उक्त कानून के उद्देश्यों को देखते हुए विवाहित और अविवाहित महिला के बीच का अंतर कृत्रिम है और इसे संवैधानिक रूप से कायम नहीं रखा जा सकता है। यह उस रूढ़िवादिता को कायम रखने वाला है कि केवल विवाहित महिलाएं ही यौन संबंधों में लिप्त होती हैं।
2021 के संशोधन में पति की जगह ‘पार्टनर‘ शब्द का उपयोग किया था
अदालत ने यह भी नोट किया कि 2021 में मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट में किए गए संशोधन में अविवाहित महिला को भी शामिल करने के लिए पति के बजाय पार्टनर शब्द का इस्तेमाल किया गया था। अदालत ने कहा है कि संसदीय मंशा वैवाहिक संबंधों से उत्पन्न स्थितियों के लाभों को सीमित करने की नहीं थी। वास्तव में यह एक विधवा या तलाकशुदा महिला को 20-24 सप्ताह की गर्भावस्था को समाप्त करने की अनुमति है।
एकल व अविवाहित महिलाओं को वंचित रखना समानता के अधिकार का उल्लंघन
यह ऐतिहासिक फैसला जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनाया। कोर्ट ने कहा कि उक्त कानून के नियम 3 बी के दायरे में एकल महिलाओं को शामिल करना अनुचित है। यह संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत सभी के समानता के मूल अधिकार का उल्लंघन है। अविवाहित और एकल महिलाओं को गर्भपात से रोकना और सिर्फ विवाहित महिलाओं को अनुमति देना संविधान में दिए गए नागरिकों के मूलभूत अधिकारों का हनन है।
25 वर्षीय युवती की याचिका पर सुनाया फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने महिला अधिकारों की दिशा में यह बड़ा फैसला 25 वर्षीय एक अविवाहित युवती की याचिका पर सुनाया। उसने कोर्ट से 24 सप्ताह के गर्भ को गिराने की इजाजत मांगी थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने उसे इसकी इजाजत नहीं दी थी। यह युवती सहमति से सेक्स के चलते गर्भवती हुई थी। उसने शीर्ष कोर्ट से गर्भपात की इजाजत देने की गुहार लगाते हुए कहा था कि वह पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। उसके माता-पिता किसान हैं। उसके पास अपनी आजीविका चलाने के इंतजाम नहीं हैं, इसलिए वह पेट में पल रहे बच्चे का पालन-पोषण करने में असमर्थ रहेगी। दिल्ली हाईकोर्ट ने 16 जुलाई के आदेश में युवती को 24 सप्ताह के भ्रूण को समाप्त करने की इजाजत इसलिए देने से इनकार कर दिया था कि वह सहमति से बनाए गए संबंध की देन था।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पशु टीकाकरण का कार्य अनवरत रूप से जारी
अब तक 3.67 लाख पशुओं को लगाया जा चुका है टीका
लंपी रोग संक्रमण रोकने पशुपालकों को बताए जा रहे है उपाय
अन्य राज्यों से पशु आवागमन रोकने 85 सीमावर्ती गॉवों में अस्थायी चेक पोस्ट बनाकर निगरानी
रायपुर : राज्य में पशु लम्पी स्किन रोग का अब तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है। इसकी आशंका को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग का मैदानी अमला अलर्ट मोड में है और निरंतर गांवों का भ्रमण कर पशुओं को लम्पी रोग से बचाव की जानकारी पशुपालकों को दे रहा है। राज्य में पशु टीकाकरण का कार्य अनवरत रूप से जारी है। एलएसडी प्रभारी डॉ शर्तिया ने बताया कि राज्य में 8.20 लाख पशु टीकाकरण के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 3.67 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
देश के कई राज्यों में पशुओं में लम्पी स्कीन रोग का मामला आते ही छत्तीसगढ़ में पशुओं को इस रोग से बचाने के लिए एहतियात के तौर पर आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए गए थे। छत्तीसगढ़ के 18 जिलों की सीमाए अन्य राज्यों से जुड़ी हुई है,जहां से बीमार पशुओं के आवागमन पर रोक लगाने लिए 85 सीमावर्ती ग्रामों में चेक पोस्ट स्थापित कर निगरानी रखी जा रही है। इन गांवों में पशु मेला को प्रतिबंधित करने के साथ ही बिचौलियों पर भी निगाह रखी जा रही है।
गौरतलब है कि लम्पी स्कीन डिसिज गौवंशीय एवं भैसवंशीय पशुओं में फैलने वाला विषाणुजनित संक्रामक रोग है। इस रोग का मुख्य वाहक मच्छर, मक्खी एवं किलनी है, जिसके माध्यम से स्वस्थ पशुओं में यह संक्रमण फैलता है। रोगग्रस्त पशुओं में 02 से 03 दिन तक मध्यम बुखार का लक्षण मिलता है। इसके बाद प्रभावित पशुओं की चमड़ी मे गोल-गोल गांठें उभर आती है। लगातार बुखार होने के कारण पशुओं के खुराक पर विपरित प्रभाव पड़ता है, जिसके वजह से दुधारू पशुओं में दुग्ध उत्पादन एवं भारसाधक पशुओं की कार्यक्षमता कम हो जाती है। रोगग्रस्त पशु दो से तीन सप्ताह में स्वस्थ हो जाते है. परंतु शारीरिक दुर्बलता के कारण दुग्ध उत्पादन कई सप्ताह तक प्रभावित होता है।
प्रदेश मे अब तक इस रोग का कोई मामला सामने नही आया है। एहतियात के तौर पर जिलों मे पशु हाट-बाजारों के आयोजन पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। सीमावर्ती ग्रामों मे पशुओं को इस रोग के सक्रमण से बचाने हेतु गोट-पास्क वैक्सीन द्वारा प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया जा रहा है।इस रोग से पशुओं के रोगग्रस्त होने की स्थिति में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त मात्रा मे औषधियों की व्यवस्था क्षेत्रीय संस्थाओं मे की गई है। इसके अतिरिक्त विषम परिस्थिति से निपटने के लिये जिलों में पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया है, ताकि टीकाद्रव्य समय पर क्रय कर अन्य ग्रामों के पशुओं मे प्रतिबंधात्मक टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा सके। पशुओं के आवास में जीवाणु नाशक दवा का छिड़काव एवं पशुओं में जू-कॉलनीनाशक दवा का छिड़काव की सलाह पशुपालकों को दी गई है, ताकि इस रोग पर नियंत्रण रखा जा सके। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जर्जिया के गै्रंड मास्टर पेनसुलिया लेवन बने विजेता, दूसरे नंबर पर रहे रूस के सवचेंको बोरिस
खिलाड़ियों को ट्रॉफी और चेक देकर किया गया सम्मानित
रायपुर : छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट में जर्जिया के ग्रैंड मास्टर पेनसुलिया लेवन विजेता का खिताब पाया। दूसरे नम्बर पर रूस के सवचेंको बोरिस रहे। राजधानी रायपुर में 19 सितंबर से 28 सितंबर तक चली इस प्रतियोगिता देश-विदेश से आये अंतर्राष्ट्रीय ग्रैंड मास्टरों के साथ छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए यादगार बन गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ में हुई इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से देश-विदेश के खिलाड़ियों के बीच छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान बनी हैं। इस आयोजन से खिलाड़ियों को अपनी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग सुधारने का मौका मिला। साथ ही नवोेदित खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। इससे छत्तीसगढ़ के नवोदित खिलाड़ियों की प्रतिभा और निखरकर सामने आयेगी।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शतरंज खेल बेहतर प्लानिंग और तकनीक का खेल है। इससे हमारी सोच और दिमाग का विकास होता है। श्री देवांगन ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा खेलों के विकास के लिए खेल विकास प्राधिकरण का गठन और खेल अकादमियों के निर्माण किया जा रहा है।
ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को टूर्नामेंट के आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और आयोजकों को बेहतर आयोजन के लिए सराहना की। श्री कपूर ने कहा कि अभी भारत में 75 ग्रैंड मास्टर हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई की अगले तीन सालों में भारत में ग्रैड मास्टर की संख्या 100 होगी और अगले 5 सालों में भारत टॉप रेटिंग पर होगा। उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकारों से मिलकर स्कूल के करिकूलम ‘‘चेस इन स्कूल‘‘ शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, नगर पालिक निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के अध्यक्ष श्री राघवेन्द्र सिंघानिया, छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के अध्यक्ष की उपाध्यक्ष सुश्री किरण अग्रवाल सहित शतरंज खिलाड़ी एवं आयोजन समिति के लोग मौजूद थे।राजधानी में हुई छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट में जर्जिया के गै्रंड मास्टर पेनसुलिया लेवन (रेटिंग 2596) का प्रदर्शन शानदार रहा। ग्रैंड मास्टर लेवन 8.50 पाइंट हासिल कर प्रतियोगिता के विजेता बने। उन्हेें पुरस्कार स्वरूप छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी और 3 लाख 31 हजार की राशि प्रदान की गई। दूसरे स्थान पर रहे रूस के सवचेंको बोरिस (रेटिंग 2547) पाइंट 7.50 को ट्राफी, के साथ ही 2 लाख 31 हजार का चेक एवं तीसरे स्थान पर रहे पोलेंड के क्रासेनको माइकल (रेटिंग 2545), पाइंट 7.50 को ट्राफी और 1 लाख 75 हजार का चेक प्रदान किया गया। इस टूर्नामेंट में तीन भारतीय खिलाड़ी उत्सव चटर्जी, आर्यन वैष्णांे एवं एल.श्री हरि को अंतर्राष्ट्रीय मास्टर दर्जा मिला। तीनों खिलाड़ियों को 10 में से 6 अंक प्राप्त हुए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अखिल भारतीय शतरंज महासंघ, खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के मार्गदर्शन व संरक्षण में छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ द्वारा छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट में भारत के 21 राज्यों के शतरंज खिलाड़ी सहित यूएसए रूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, यूएसए, कजाकिस्तान, मंगोलिया, पोलैंड, वियतनाम, कोलंबिया, ईरान, श्रीलंका, किर्गिस्तान, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे व नेपाल के शतरंज के महारथी और खिलाड़ी पहुंचे हैं। इस इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे खिलाड़ियों में 16 ग्रैंड मास्टर, 27 इंटरनेशनल मास्टर, 03 वीमेन ग्रैंड मास्टर, 11 वीमेन इंटरनेशनल मास्टर, 14 फीडे मास्टर, 375 इंटरनेशनल रेटेड प्लेयर्स समेत अन्य वर्गों के खिलाड़ी शामिल थे।रूस के सवचेंको बोरिस ने कहा टूर्नामेंट में शामिल होना गौरव की बात
दूसरे नंबर पर रहे रूस के सवचेंको बोरिस ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को उनके निवास स्थल पर कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे टूर्नामेंट में शामिल होना गौरव की बात है। यह टूर्नामेंट काफी रोचक था। हर मुकाबला कठिन था। आगे भी ऐसा आयोजन होता है तो वे जरूर शामिल होंगें। तीसरे नंबर पर रहे पोलेंड के क्रासेनको माइकल ने कहा कि वे यहां पर पहली बार आ रहे है। यहां आकर उन्हें काफी अच्छा लगा। यहां के लोग काफी मिलनसार है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। टूर्नामेंट में 14 वें नंबर पर रहे दीपन चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री को टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यहां पर खेलकर उन्हें अच्छा अनुभव मिला। इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन हर साल होना चाहिए।
छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट के परिणाम
रेटिंग 2300 से 2201 तक- पहला स्थान दिल्ली के आर्यन वार्सेने, दूसरा स्थान तमिलनाडु के मोहम्मद अनिश एवं तीसरा स्थान तमिलनाडु के ही इम्पार्थी को मिला।रेटिंग 2200 से 2101 तक- पहले स्थान पर पश्चिम बंगाल के पार्लेय साहू दूसरे स्थान पर हरियाणा के आदित्य ढिंगरा एवं तीसरे स्थान पर देल्ही के हर्षल शाही रहे।रेटिंग 2100 से 2000 तक- पहला स्थान आसाम के मयंक चक्रवर्ती, दूसरे स्थान पर तमिलनाडु के चिविलास साई एवं तीसरे स्थान पर देल्ही के गौरव राय रहे।बेस्ट वूमेन मास्टर- पहले स्थान पर एम.महालक्ष्मी, दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र की दिव्या देशमुख एवं तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र की सृष्टि पांडे रही।बेस्ट विदेशी चेस मास्टर का खिताब श्रीलंका के लियांगे दिलशान को प्राप्त हुआ। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाएं सस्ती दर पर उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए राज्य के सभी नगरीय निकायों में श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना के तहत जेनेरिक दवाओं की दुकानों का संचालन किया जा रहा है। इन दुकानों में देश की ख्याति प्राप्त कंपनियों की जेनेरिक दवाईयों पर 50 से 70 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। धनवन्तरी दवा दुकानों में सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, इन्सुलिन के साथ गंभीर बीमारियों की दवा, एंटीबायोटिक, सर्जिकल आईटम भी रियायती मूल्य पर जरूरतमंदों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना 20 अक्टूबर 2021 से शुरू की गई है। योजना के तहत राज्य के समस्त 169 नगरीय निकायों में 190 श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर खोले गये हैं। नगरीय निकायों में करीब 194 दुकानों का चिन्हांकन किया। शासकीय चिकित्सकों को अस्पताल में इलाज हेतु आने वाले मरीजों को जेनेरिक दवाई लिखना अनिवार्य किया गया है। योजना से अब तक 72 करोड़ रूपए एम.आर.पी. की दवाईयों के विक्रय पर 44 करोड़ रूपए की छूट जरूरतमंद लोगों को दी गई है। जिससे लोगों को काफी राहत मिली है और कम मूल्य पर दवा उपलब्ध होने से बचत हो रही है। - उत्तर प्रदेश : की राजधानी लखनऊ में जमीन के नाम पर खूब ठगी हो रही है। शहीद पथ पर जमीन दिलाने का दावा कर प्रापर्टी डीलिंग करने वाले पिता-पुत्र ने महिला से 58 लाख रुपये हड़प लिए।
लखनऊ में जमीन के नाम पर ठगी का एक और मामला सामने आया है। शहीद पथ पर जमीन दिलाने का दावा कर प्रापर्टी डीलिंग करने वाले पिता-पुत्र ने महिला से 58 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़िता ने बिजनौर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
एलडीए कॉलोनी निवासी अवनीश श्रीवास्तव की पत्नी आशा के मुताबिक मानसरोवर न्यू गुड़ौरा में होम लैण्ड ब्रोकर के एजेंसी है। जिसका संचालन जितेंद्र सिंह चौहान और उसका बेटा विक्की सिंह करते हैं। कुछ वक्त पूर्व आशा ने जमीन खरीदने के लिए कम्पनी के दफ्तर गई थीं। जहां पर पिता-पुत्र से मुलकात हुई। आरोपियों ने बिजनौर में शहीद पथ सर्विस लेन के करीब एक प्लॉट दिखाया। जिसके मालिक चौक निवासी सईद अहमद और मुईद अहमद थे। 385 वर्ग मीटर प्लॉट का सौदा करीब 58 लाख में तय हुआ।
आशा ने बताए गए खातों में रुपये जमा कर दिए। इसके बाद भी उन्हें प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की गई। पीड़िता के रुपये वापस मांगने पर उसके साथ अभद्रता की गई। आशा श्रीवास्तव ने बिजनौर कोतवाली में पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री बघेल से उनके निवास पर मिलने पहुंचे विश्वभर से आए शतरंज खिलाड़ी
राजकीय गमछा पहनाकर खिलाड़ियों का स्वागत किया गया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज उनके निवास कार्यालय में विश्वभर से आए शतरंज के ग्रैंड मास्टर्स खिलाड़ियों ने मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसढ़ी परंपरा के अनुसार राजकीय गमछा पहनाकर सभी अतिथि खिलाड़ियों का स्वागत किया। अतिथि खिलाड़ियों के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री निवास की सजावट छत्तीसगढ़ी परिवेश के आधार पर की गई थी। शतरंज के माहिर खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शतरंज एक प्रकार से राजनीति का ही खेल है। इसमें शह-मात की भूमिका खास तौर पर होती है। शतरंज में दिमागी कसरत होती है। उन्होंने कहा कि शतरंज का उदय भारत से ही हुआ है। इसलिए इसे भारत के प्राचीनतम खेल में शामिल किया गया है। हमें गर्व है कि शतरंज के अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन कराने में हम सफल रहे। छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंड मास्टर्स टूर्नामेंट में 15 देशों से खिलाड़ी पहुंचे जो इसकी व्यापकता को दर्शाता है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बीते 19 सितम्बर से छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंड मास्टर्स टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इसका फायनल राउंड कल 28 सितम्बर को होगा। इससे पूर्व दुनियाभर के शतरंज ग्रैंड मास्टर्स आज मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मुलाकात और चर्चा के बाद खिलाड़ियों को भोजन पर आमंत्रित किया। इस दौरान फरा, लाल भाजी, कढ़ी पकौड़ी, आलू मुनगा एवं लौकी चना जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे गए। शतरंज खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ी खान पान, परंपरा एवं अतिथि सत्कार की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भोजन के बाद खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ी उत्पादों की डलिया और प्रतीक चिन्ह देकर विदा किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों की विशेषता बताने वाले काफी टेबल बुक का भी विमोचन
रायपुर : विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित टूरिज्म कान्क्लेव के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने टूरिज्म कॉन्क्लेव में टूरिज्म बोर्ड की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती अनुराधा दुबे द्वारा तैयार किए गए कथक भाव पर आधारित राज्य गीत के वीडियो का लोकार्पण किया ।इस वीडियो में छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को दर्शाया गया है। पहली बार लोक संगीत पर आधारित राज्यगीत को शास्त्रीय कथक नृत्य के भाव के साथ फिल्माया गया है।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंडल के द्वारा प्रकाशित काफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। इस कॉफी टेबल बुक के माध्यम से छतीसगढ़ में स्थापित सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी आसानी से मिल जाएगी। इसे टूरिस्ट गाइड की तरह प्रयोग करके देश विदेश से आने वाले सैलानी अपने टूर की प्लांनिंग भी कर सकते हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य की न्यूज वेबसाइट्स एवं पोर्टल्स को आगामी एक वर्ष के लिए इम्पैनलमेंट करने ऑनलाइन आवेदन 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2022 तक लिए जाएंगे। इम्पैनलमेंट के लिए निर्धारित प्रारूप में ऑनलाइन आवेदन जमा किए जा सकते हैं। आवेदन का प्रारूप और इस संबंध में नियम व शर्तें जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट jansampark.cg.gov.in पर उपलब्ध रहेगी।
डिजिटल माध्यम की उपयोगिता एवं आवश्यकता के परिप्रेक्ष्य में न्यूज वेबसाइट और वेब पोर्टल के लिए प्रदर्शन विज्ञापन आवश्यकता, उपयोगिता, अवसर और बजट उपलब्धता के आधार पर स्वीकृत किए जाते हैं। नियमों में अन्तर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी किसी न्यूज वेबसाइट को शासकीय विज्ञापन प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीं होगा।
सामान्यतः निम्नलिखित शर्तें पूर्ण करने वाले पोर्टल व वेबसाइट को समिति द्वारा इम्पैनलमेंट हेतु अनुशंसा की जाएगी-छत्तीसगढ़ राज्य के न्यूज वेबसाइट्स का इम्पैनलमेंट एक वर्ष की अवधि के लिए होगा। इम्पैनलमेंट हेतु विगत छह माह के दौरान न्यूज वेबसाईट की औसत यूनिक यूजर संख्या 50 हजार होनी चाहिए। इस दौरान एवरेज सेशन ड्यूरेशन न्यूनतम 30 सेकेण्ड होना चाहिए। प्रत्येक वेबसाइट/पोर्टल के अपने होम पेज पर वेबसाइट/पोर्टल के स्वामी, संचालक, संपादक का नाम मोबाइल नंबर, ई-मेल, संपादकीय कार्यालय का पता प्रदर्शित होना चाहिए। उन्हें प्रतिदिन अपनी वेबसाइट्स/पोर्टल को अपडेट भी करना होगा। न्यूज वेबसाइट कम से कम एक वर्ष से ऑनलाइन हो। इस अवधि के दौरान वेबसाइट का नाम और इंटरनेट का पता (URL) नहीं बदला गया हो। राज्य की गतिविधियों को प्राथमिकता से अपलोड करने वाले वेबसाइट/वेबपोर्टल को विज्ञापन देने में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ-साथ समिति उपलब्ध तकनीकी साधनों यथा विश्वसनीय टैरिफ एनालिसिस टूल अथवा अन्य किसी माध्यम से मासिक दृश्य संख्या यूजर संबंधी रिपोर्ट की पुष्टि कर सकेगी। -
एजेंसी
भोपाल : लापता बच्चों की हबीबगंज इलाके में कपड़े मिले थे जिसके बाद आज 5वें दिन हबीबगंज इलाके में ज्ञानेश्वर मंदिर के पीछे जुड़वा बच्चों के शव मिले हैं। मां को पुलिस हिरासत में लिया गया है।
राजधानी भोपाल में जुड़वा बच्चें लापता होने का मामला सामने था। उस दौरान एक मां ने पुलिस को रास्ते में कहीं बच्चों के लापता होने की कहानी सुनाई थी। जो कहानी सुनकर पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा है था आखिर मामला क्या है। लापता बच्चों की हबीबगंज इलाके में कपड़े मिले थे जिसके बाद आज 5वें दिन हबीबगंज इलाके में ज्ञानेश्वर मंदिर के पीछे जुड़वा बच्चों के शव मिले हैं। कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाली 27 साल की सपना धाकड़ ने 7 सितंबर को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। और 23 सितंबर को बच्चे गुम हो गए थे।
दरअसल बच्चों के लापता होने के समय परिजन तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे थे। और बच्चों की मां को झाड़-फूंक कराने किसी गांव ले गए। पुलिस पूछताछ में पता चला था कि 23 सितंबर को सपना दोनों बच्चों को लेकर घर से निकली थी। महिला ने पुलिस को पहले बताया था कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची। और वहां से उसके बच्चे गायब हो गए।
लेकिन अब उसका कहना है कि पति ने ही बच्चों को मार डाला है। क्योंकि उसके पास बच्चों को पालने के लिए पैसे नहीं थे। हालांकि, पुलिस इस बयान को लेकर जांच करने की बात कह रही है। बच्चों की मां ने पुलिस को बताया था कि वह रंगमहल चौक पैदल पहुंची थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी चेक किए तो महिला सिटी बस से उतरते दिखी और उसके साथ बच्चे नहीं दिखे।
हालांकि सूत्रों की माने तो सूत्र मां ने अपने बच्चों को मौत के घाट उतार है। बताया जा रहा है कि मां को पुलिस हिरासत में लिया गया है। मां ने ही पुलिस को हत्या वाली जगह की लोकेशन बताई। मां ने ही हत्या कर बच्चों के शव वहां फेक दिए थे।
वहीं जब पुलिस ने बस ड्राइवर से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि महिला शुक्रवार सुबह 6.30 बजे सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के पास से बस में बैठी थी। और तब उसके पास बच्चे नहीं थे। पुलिस ने बस का सीसीटीवी चेक किया तो महिला अकेले बैठे दिखी। पुलिस ने इस आधार पर जब महिला से दोबारा पूछताछ की तो उसने बोला कि वह भूल गई बच्चे कहां गए।
इसे लेकर टीटी नगर टीआई चैन सिंह रघुवंशी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में महिला कोलार गेस्ट हाउस चौराहे के पास दोनों बच्चों को लेकर जाती दिख रही है, लेकिन जब वह बस में बैठी तो अकेली थी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
असीम संभावनाओं के साथ पर्यटकों को लुभा रहा है छत्तीसगढ़ का नैसर्गिक सौंदर्य
एतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक महत्व को समेटे हुए पर्यटकों की पहली पसंद बन रहा है छत्तीसगढ
रायपुर : पर्यटन की दृष्टि से छत्तीसगढ़ अत्यंत समृद्ध राज्य है। छत्तीसगढ़ की धरती वन और खनिज संपदा से भरपूर तो है ही इसके साथ ही यहां की कला, संस्कृति और पर्यटन स्थल भी आकर्षण के केन्द्र है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के मार्गनिर्देशन में छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा प्रदेश में पर्यटन विकास एवं पर्यटकों की गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि कोविड महामारी के दौर से उबरने के बाद छत्तीसगढ़ में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2021 में भारतीय और विदेशी मिलाकर 1 करोड़ 15 लाख 32 हजार सैलानियों ने छत्तीसगढ़ का भ्रमण किया है।
छत्तीसगढ़ एक ऐसी पवित्र भूमि है, जहां वनवास काल में भगवान राम के चरण उत्तर में कोरिया जिले के सीतामढ़ी हरचौका से दक्षिण में सुकमा जिले के कोंटा तक पड़े। उत्तर से दक्षिण तक सात सौ किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला विविध प्रकार के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहरों को समेटे हुए हैं। यहां की धरती वन, वन्यजीव, नदी, पर्वत-पहाड़ और झरनों जैसी प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। उत्तर के पाट क्षेत्र से दक्षिण की पहाडियों तक प्रकृति द्वारा उकेरे अनेक रमणीय प्राकृतिक स्थल और अनुपम सौंदर्य इस राज्य को प्रकृति का वरदान है।
भौगोलिक खूबसूरती और सांस्कृतिक विरासत को धारण किये इस छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं हैं, यहां के प्राचीन विरासत ,धार्मिक स्थल और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को सुखद अनूभूति देते हैं। छत्तीसगढ़ में सिरपुर ,भोरमदेव जैसे कई ऐसे पुरातात्विक एवं धार्मिक महत्व के स्थल है जो वास्तुकौशल की कला का अनुपम उदाहरण है। यहां के वास्तु सौंदर्य अपनी अद्भुत रचनात्मकता के कारण घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में अनगिनत ऐसे रमणीय प्राकृतिक स्थल विद्यमान हैं जो पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसके अलावा बीते कुछ समय में राज्य के दुर्गम ईलाकों में कुछ नये प्राकृतिक स्थलों की पहचान भी की गई है जिनके विकास के प्रयास किये जा रहे हैं।इन पर्यटन स्थलों में पर्यटन की दृष्टि से नई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
राज्य में पर्यटन की विकास की असीम संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के दिशा निर्देश पर राज्य भर के प्राकृतिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का विकास किया जा रहा है। यहां के पर्यटन क्षेत्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने बहुआयामी विकास की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। जनजातीय अंचल की प्राकृतिक एवं कला-संस्कृति कों विश्वपटल पर लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा से ग्रामीण पर्यटन का विकास किया जा रहा है। इन स्थलों में खान-पान एवं आवास की सुविधा युक्त होटल, मोटल ,रिसार्ट एवं रेस्टोरेंट की सुविधा विकसित की जा रही है।
भगवान राम का ननिहाल छत्तीसगढ़, राम नाम की महिमा यहां की संस्कृति में रची बसी हुई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति में जब किसी से मिला जाता है तो राम नाम से संबोधन किया जाता है। यहां के कण-कण में राम का नाम बसा है। यहीं भगवान राम की माता ‘‘ माता कौशल्या‘‘ का पूरे विश्व का एकमात्र मंदिर स्थित है। राजधानी रायपुर के निकट चंदखुरी स्थान पर यह मंदिर स्थित है। इस स्थान की महिमा और जनमानस में बसी भगवान राम की आस्था को देखकर राज्य सरकार द्वारा चंदखुरी का विकास पौराणिक कथाओं में दर्शाए गए वातावरण के अनुसार किया जा रहा है। वनवास के दौरान भगवान का राम के चरण जिस-जिस स्थान पर पड़े उन राममय क्षेत्र का विकास ‘‘ राम वनगमन पर्यटन परिपथ विकास परियोजना‘‘ के माध्यम से किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा राम वनगमन पर्यटन परिपथ के 75 स्थलों को चिन्हित किया गया है। प्रथम चरण में 9 स्थलों सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर) और रामाराम (सुकमा) में ‘राम वनगमन पर्यटन परिपथ‘ के रूप में नई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। पूरे परिसर का सैांदर्यीकरण भी किया जा रहा है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ लम्बाई लगभग 2260 किलोमीटर है जिसका निर्माण, चौड़ीकरण एवं मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। यहां पर्यटकों के ठहरने, भोजन, पानी, पार्किंग आदि की व्यवस्था के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा कार्य किया जा रहा है।
राज्य के डोंगरगढ़ पहाड़ी पर माता बम्लेश्वरी देवी विराजमान है। यह पहाड़ी राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ नगर में स्थित है। माँ बम्लेश्वरी की इस नगरी डोंगरगढ़ को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने प्रसाद योजना में शामिल किया है। इस योजना के तहत् डोंगरगढ़ का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में व्यवस्थित विकास का काम हाथ में लिया गया है। यहां श्राद्धालुओं के लिए ‘‘श्रीयंत्र‘‘ के बनावट के अनुरूप पिलग्रिम एक्टिविटी सेंटर (श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केन्द्र) का निर्माण किया जा रहा है।
स्वदेश दर्शन योजना के तहत् छत्तीसगढ़ के 13 स्थानों पर ‘ट्राइबल टूरिज्म सर्किट' विकसित की जा रही है। इस परियोजना के तहत् जशपुर ,कुनकुरी ,मैनपाट, कमलेश्वरपुर, महेशपुर, कुरदर, सरोधादादर, गंगरेल, नथियानवागांव, कोण्डागांव, जगदलपुर, चित्रकोट और तीरथगढ़ को विकसित किया जा रहा है। इनमें से कुरदर हिल ईको रिसॉर्ट कुरदर (बिलासपुर), बैगा एथनिक रिसॉर्ट सरोधादादर (कबीरधाम), धनकुल एथनिक रिसॉर्ट (कोण्डागांव), सरना एथनिक रिसॉर्ट बालाछापर (जशपुर), कोईनार हाइवे ट्रीट कुनकुरी (जशपुर), हिल मैना हाईवे ट्रीट नथियानवागांव (कांकेर), सतरेंगा बोट क्लब एंड रिसॉर्ट सतरेंगा (कोरबा) और वे साइड अमेनिटी महेशपुर (सरगुजा) में पर्यटन सुविधाएं विकसित की गई हैं।
पर्यटकों की सुविधा के लिए उच्च स्तरीय पर्यटन सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थानों पर एथनिक रिसॉर्ट, कॉटेज,वॉटर स्पोर्ट्स जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। यहां राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य प्राणी अभ्यारण्यों के साथ-साथ गौरवशाली लोक संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण भी है। बस्तर क्षेत्र में कुटुमसर गुफा एवं कांगेर घाटी, राष्ट्रीय उद्यान, चित्रकोट जलप्रपात महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जो अपनी अद्भुत छटा के कारण पर्यटकों का दिल जीत रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों के बारे में पर्यटकों को सुलभ जानकारी उपलब्घ कराने तथा पर्यटन स्थलों के भ्रमण के लिए व्यक्तिगत एवं टूर पैकेज के अन्तर्गत आरक्षण की सुविधा प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा नई दिल्ली, गुजरात मध्य प्रदेश के अतिरिक्त प्रदेश में 11 स्थानों पर पर्यटन सूचना केन्द्र स्थापित किया गया है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रतनपुर में करेंगे मंदिर दर्शन और रायपुर में आयोजित
टूरिज्म कॉन्क्लेव 2022 में हिस्सा लेंगे
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल शारदीय नवरात्रि के अवसर पर 27 सितम्बर को बिलासपुर जिला अंतर्गत रतनपुर में मंदिर दर्शन करेंगे। वे इसी दिन राजधानी रायपुर में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आयोजित टूरिज्म कॉन्क्लेव 2022 में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल 27 सितम्बर को ही शाम बीरगांव में शहीद नंदकुमार पटेल शासकीय नवीन महाविद्यालय का लोकार्पण भी करेंगे।
निर्धारित दौरा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री श्री बघेल 27 सितम्बर को दोपहर 12 बजे होटल बेबीलॉन इंटरनेशनल रायपुर में आयोजित टूरिज्म कॉन्क्लेव 2022 में भाग लेंगे। वे इसके पश्चात होटल बेबीलॉन इंटरनेशनल से प्रस्थान कर दोपहर 1.20 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर पहुंचेगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल यहां से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 2 बजे जिला बिलासपुर अंतर्गत रतनपुर पहुंचेगे और वहां मंदिर दर्शन करेंगे। वे रतनपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा 3.05 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 3.45 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर लौट आएंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल अपरान्ह 4.55 बजे मुख्यमंत्री निवास रायपुर से कार द्वारा प्रस्थान कर शाम 5.10 बजे बीरगांव जिला रायपुर पहुंचेगे और वहां बीरगांव शहीद नंदकुमार पटेल शासकीय नवीन महाविद्यालय का लोकार्पण करेंगे। वे इसके पश्चात शाम 6.10 बजे बीरगांव से कार द्वारा मुख्यमंत्री निवास रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा-हमने आपके ग्राहकों की जेब में पैसे डालने का काम किया
अग्रवाल समाज के लोगों के उद्यम और स्वभाव की प्रशंसा की
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दुर्ग में आयोजित अग्रवाल समाज के कार्यक्रम में कहा कि हमारी सरकार ने आपके ग्राहकों की जेब में पैसे डालने का काम किया है। अर्थव्यवस्था की जड़ को सींच दिया है। इससे पत्ते स्वतः ही लहरा रहे हैं। उद्यम के लिए अच्छा स्वभाव बहुत जरूरी है और मुस्कुराहट इसका बड़ा गुण है। आप लोग इसे हमेशा कायम रखें।
इस मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज नवरात्रि भी है और अग्रसेन महाराज की जयंती भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों की विशेषता है कि जब ग्राहक आपके सामने हो तो आप मुस्कराते रहते हैं। मुस्कुराना हमारा सबसे अच्छा गुण है। इसे हमेशा अपने साथ रखिये। उन्होंने इस दौरान अग्रसेन महाराज के गुणों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने समाज के उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों का सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को गतिशील रखने में आपके समाज का बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियां बेहतर हों तो व्यापार फलता-फूलता है। हमने ऐसी ही नीति बनाई। आज आपके चेहरे की मुस्कराहट देखकर अच्छा लगता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो यह शंका थी कि ये तो किसानों की सरकार है। गरीबों की सरकार है। हमारे लिए क्या करेगी। फिर जब किसान का पैसा बाजार में भी आया तो व्यापारियों को लगा कि सजग और जागरूक नीति से हर वर्ग का लाभ होता है। जब एक बड़ा तबका बढ़ता है तो अन्य तबकों का भी स्वतः ही विकास होता है। उन्होंने रीयल एस्टेट से लेकर राइस मिलर्स तक सभी वर्ग के लोगों के लिए किए गए सरकार के कार्यों के बारे में बताया।
इस मौके पर अपने संबोधन में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि अग्रवाल समाज ने आज समाज में अच्छा कार्य कर रहे लोगों का सम्मान किया। ये बहुत अच्छी बात है। इससे प्रोत्साहन मिलता है। इस मौके पर अपने संबोधन में दुर्ग विधायक श्री अरुण वोरा ने अग्रवाल समाज के कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि समाज के सेवा कार्य सभी वर्गों के लिए लाभप्रद हुए हैं। इस मौके पर महापौर श्री धीरज बाकलीवाल, पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष श्री आरएन वर्मा सहित समाज के अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पंजीयन के लिए पोर्टल को आखिरी बार 17 अक्टूबर तक के लिए खोला गया है
ग्राम पंचायत, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत या नगर निगम के जोन कार्यालय में करा सकते हैं पंजीयन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्लूएस) वर्ग के सभी लोगों से अपील की है कि वे इन वर्गों की गणना के लिए प्रदेश में क्वांटिफायबल डॉटा आयोग द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण में अवश्य भाग लें। आयोग द्वारा वेब पोर्टल cgqdc.in के माध्यम से यह सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण के लिए पंजीयन हेतु मॉप-अप राउंड के तहत पोर्टल को आखिरी बार 17 अक्टूबर तक खोला गया है। ग्राम पंचायत, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत या नगर निगम के जोन कार्यालय में जाकर इसके लिए पंजीयन किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ओबीसी और ईडब्लूएस वर्ग के लोगों से अपील की है कि वे अपने और अपने परिवार की आवश्यक जानकारी क्वांटिफायबल डॉटा आयोग के पोर्टल पर जरूर दर्ज करवाएं। अब तक प्राप्त डॉटा की समीक्षा से पता चला है कि दोनों वर्गों के बहुत से लोगों ने सर्वेक्षण में भाग नहीं लिया है। ऐसे लोगों को सर्वेक्षण में भाग लेने का मौका देने के लिए 17 अक्टूबर तक पोर्टल को खोला गया है। - एजेंसी
लखनऊ : राजधानी में बड़ा हादसा हो गया। इटौंजा में कुम्हरावां रोड पर गद्दीनपुरवा के पास ट्रैक्टर ट्राली तालाब में पलट गई। 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 36 जख्मी हैं।
नवरात्रि के पहले दिन सोमवार को राजधानी लखनऊ के इंटौंजा इलाके में बड़ा हादसा हो गया। तेज रफ्तार ट्रक ने श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर- ट्रॉली में टक्कर मार दी। टक्कर से ट्रैक्टर- ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट कर तालाब में जा गिरी। ट्राली सवार 45 लोग तालाब में डूब गए। शोर सुनकर गांव के लोग मदद के लिए दौड़े। हादसे में 9 महिलाएं और एक बच्ची की मौत होने की पुष्टि हो रही है। एसीडीआरएफ ने रेस्क्यू अभियाना चलाकर लोगों को तालाब से बाहर निकाला गया। ट्राली सवार सभी लोग सीतापुर के अटरिया से इंटौजा स्थित ऊनई देवी दुर्गा मंदिर दर्शन के लिए आ रहे थे।
अटरिया के टिकौली निवासी चुन्नीलाल मौर्य मन्नत पूरी होने के बाद परिवार व रिश्तेदारों के साथ नवरात्रि के पहले दिन इंटौजा के कुंहरावा स्थित उनई देवी दुर्गा मंदिर कोंछ भरने ट्रैक्टर- ट्राली से आ रहे थे। ट्राली में 45 लोग सवार थे। ट्रैक्टर ट्राली सुबह करीब 10:30 बजे सीतापुर से इंटौजा- कुंहरावा मार्ग पर पहुंची थी, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर से ट्रैक्टर- ट्राली अनियंत्रित हो गई। पहल झपकते ही ट्रैक्टर- ट्राली तालाब में जा गिरी। ट्राली सवार लोग तालाब में गिरकर डूबने लगे। हादसा देख आसपास के लोगों ने तालाब में कूदकर लोगों को निकालने का प्रयास करने किया। सूचना पर कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और राहत कार्य शुरू किया। एक के बाद एक महिलाओं समेत कई लोगों को तालाब से निकाल कर बीकेटी स्थित 100 सैया अस्पताल भेजा। हादसे मे अभी तक 9 महिलाएं और एक बच्ची समेत 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।पल भर में खुशियां मातम में बदल गईचुन्नीलाल मौर्य परिवार के साथ दुर्गा देवी मंदिर दर्शन करने आ रहे थे। सीतापुर से सभी लोग ट्राली में बैठकर देवी गीत गाते हुए खुशिंया मना रहे थे। अचानक हुई टक्कर के बाद पल भर में खुशियां मातम में बदल गई। चीख पुकार मच गई। झूमते गाते आ रहे अपनों को पल भर में मृत देख परिजन बदहवास हो गए।
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एजेंसी
हिमाचल प्रदेश : हादसे में सात पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि चालक समेत 10 लोग घायल हो गए। मृतकों में पांच युवक और दो युवतियां शामिल हैं।
कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र के घियागी में हाईवे-305 पर जलोड़ा के पास रविवार रात करीब 8:30 बजे एक टेंपो ट्रैवलर खड्ड में जा गिरा। हादसे में सात पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि चालक समेत 10 लोग घायल हो गए। मृतकों में पांच युवक और दो युवतियां शामिल हैं। बंजार थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। सभी मृतकों और घायलों की पहचान हो गई है।एसएसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि जलोड़ी जोत से यह गाड़ी (यूपी-14 एचटी-8272) जीभी की तरफ आ रही थी। जब गाड़ी जलोड़ा के पास पहुंची तो अनियंत्रित होकर हाईवे से करीब 400 मीटर नीचे खड्ड में जा गिरी। गाड़ी में चालक समेत 17 लोग सवार थे। देर रात तक शवों और घायलों को निकाला जाता रहा।घायलों को बंजार अस्पताल में भर्ती किया, जहां से सभी को जिला अस्पताल कुल्लू रेफर किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस, होमगार्ड के जवानों का स्थानीय लोगों ने साथ दिया। खराब मौसम के चलते घायलों को रेस्क्यू करने में परेशानी भी हुई। एसएसपी ने बताया कि तीन घायल राजस्थान निवासी लक्ष्य सिंह, कानपुर की निष्ठा बोदानी और हरियाणा के फरीदाबाद निवासी इशान गुप्ता आईआईटी बीएचयू में चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी हैं।
आईआईटी प्रशासन ने छात्रों के परिवार वालों को सूचना दे दी है। सभी दिल्ली से एक ट्रैवल एजेंसी के जरिये निजी टूअर पर घूमने आए थे। इनमें यूपी, एमपी, हरियाणा और राजस्थान के युवक शामिल हैं। कुछ छात्र तो कुछ नौकरीपेशा हैं। कुछ लोग तो एक-दूसरे को जानते भी नहीं।
मृतकों के नाम : रिषभ राज, अंशिका जैन, सौरभ, प्रियंका गुप्ता, किरण, आदित्या और अनन्मय।
ये हुए घायल : जय अग्रवाल (22) निवासी ग्वालियर (एमपी) , इशान (23) निवासी फरीदाबाद (हरियाणा), अभिनव सिंह (21) निवासी लखनऊ (यूपी), निष्ठा (30) निवासी कानपुर, लक्ष्य (21) निवासी राजस्थान, प्रिया (23),राहुल (25),रिशभ (22), क्षितिजा (26), अजय (42)
अंधेरे और खराब मौसम के चलते तीन घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
उपमंडल बंजार में घियागी के पास रविवार रात 8:30 बजे टेंपो ट्रेवलर के खाई में गिरने के बाद यहां पर अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही घटना की सूचना मिली तो मौके पर रेस्क्यू के लिए आसपास के लोग पहुंचे। खराब मौसम और अंधेरे के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी परेशानी हुई। घायलों को रेस्क्यू करने में करीब तीन घंटे का समय लग गया।
गाड़ी सड़क से करीब 400 फीट नीचे खड्ड में गिरी थी। इस कारण गाड़ी के घायलों को जंगल और भूस्खलन वाले रास्ते से सड़क तक लाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। घटना की सूचना मिलते ही बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से घायलों की सहायता करने के अपील की।
घायलों को बंजार अस्पताल तक लाने के लिए प्रशासन ने एंबुलेंस की मदद ली। घायलों को बंजार अस्पताल तक पहुंचाया गया। सड़क दुर्घटना के बाद बंजार अस्पताल में घायलों का उपचार चल रहा है। घटना में 7 लोगों की मौत और 10 अन्य घायल हैं।ये सभी दिल्ली से एक ट्रेवल एजेंसी के जरिए घूमने आए थे। एसएसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए पूंजी निवेश को मिल रहा प्रोत्साहन
सरकार की उद्योगहितैषी नीतियों से अर्थव्यवस्था भी लगातार हो रही मजबूत
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की औद्यौगिक नीति से प्रदेश में पूंजी निवेश को बढ़ावा मिल रहा है। उद्योग के लिए अनुकूल माहौल मिलने से नए उद्योग आ रहे हैं। नए उद्योगों की स्थापना से प्रदेश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ रही है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ने नई औद्यौगिक नीति 2021-2024 में उद्योगों की स्थापना से जुड़े नियमों को सरल बनाया है। जिसमें उद्योगों को विभिन्न स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए एकल खिड़की प्रणाली लागू की गई है, कठिन प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है।
राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिला वर्ग के उद्यमियों द्वारा 5 करोड़ रुपए के पूंजीगत लागत तक के नवीन उद्योगों की स्थापना के लिए 25 प्रतिशत, अधिकतम सीमा 50 लाख रुपए मार्जिन की राशि अनुदान दिए जाने का प्रावधान, ओबीसी वर्ग के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में 10 प्रतिशत भूखण्ड आरक्षण का निर्णय किया है, जबकि पहले की औद्योगिक नीति में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए कोई प्रावधान नहीं था। सरकार द्वारा भूमि आवंटन भू-प्रब्याजी में 30 प्रतिशत और भू-भाटक में 33 प्रतिशत की कमी भी की गई है। ऐसे ही अनेकों सेवाओं के लिए ऑनलाइन सुविधा भी प्रदान की गई है। उद्योगों के लिए जमीन आवंटन और जमीन को फ्री होल्ड करने के व्यावहारिक प्रावधान करने समेत अनेकों कदम उठाए गए हैं जिससे प्रदेश में उद्योग एवं व्यवसाय के लिए अच्छा माहौल बन रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में विभिन्न सेक्टरो में उद्योगों को न केवल बढ़ावा मिल रहा है बल्कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की संभावनाओं को गति और उद्योग से जुड़े हर सेक्टर में नवाचार को प्रोत्साहन भी मिल रहा है। प्रदेश में विगत पौने चार सालों में कुल 2 हजार 2 सौ 18 औद्योगिक इकाईयां स्थापित हुई हैं, जिनमें 21 हजार 4 सौ 57.29 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इन उद्योगों में अब तक 40 हजार 3 सौ 24 लोगों को नियमित रोजगार का जरिया मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार की उद्योग हितैषी नीतियों के कारण प्रदेश में जहां नए-नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं वहीं शहरों के साथ-साथ गांवों में भी बदलाव की नई बयार आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसंस्करण की लघु इकाइयां स्थापित की जा रही हैं, स्थानीय उपलब्धता के आधार पर प्रसंस्करण, पैकेजिंग की सुविधा भी दी जा रही है, जिसका लाभ उद्योग और व्यापार जगत को भी मिल रहा है। अब तक प्रदेश में 4 सौ 86 खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित हुई हैं, जिनमें 930 करोड़ 88 लाख रुपए के पूंजी निवेश के साथ ही 4 हजार 635 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उद्योग विकास के लिए जिस तरह से नीतियों का क्रियान्वयन किया जा रहा है उसकी तारीफ भारत सरकार भी कर रही है। हाल ही में केंद्रीय उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा की गई स्टेट्स स्टार्टअप रैंकिंग में छत्तीसगढ़ को स्टार्टअप्स ईको सिस्टम के विकास के लिए एस्पायरिंग लीडर के रूप में सम्मानित किया है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कई सराहनीय पहल की गई है। जिनमें स्टार्टअप पॉलिसी की स्थापना, स्टार्टअप्स के लिए करों में छूट और अनुदान का प्रावधान, इन्क्यूबेटर्स की स्थापना और उनका उन्नयन प्रमुख पहल है। इन्क्यूबेटर्स के माध्यम से स्टार्टअप्स के लिए को-वर्किंग स्पेस, मेटरशिप, फंडिंग और प्रौद्योगिकी सपोर्ट के प्रावधान किए गए हैं।
उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 177 एमओयू किए हैं। जिसमें 89 हजार 597 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है, इनमें से 90 से अधिक इकाईयों ने उद्योग स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जबकि 11 इकाईयों ने व्यवसायिक उत्पादन प्रारम्भ कर दिया है, जिसमें 1513 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश एवं राज्य के 2 हजार 515 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हुआ है। राज्य की औद्योगिक इकाईयों को 423.15 करोड़ स्थायी पूंजी निवेश अनुदान की राशि राशि प्रदान किया गया है। राज्य की औद्योगिक इकाईयों को विगत साढ़े तीन सालों में राशि रू. 140.97 करोड़ ब्याज अनुदान राशि प्रदान की गई है।
नवीन फूडपार्क की स्थापना के लिए 146 विकासखण्डों में से 112 विकासखण्डों में भूमि का चिन्हांकन किया जा चुका है और चिन्हांकित विकासखण्डों में से 52 विकासखंडों में शासकीय भूमि का हस्तांतरण आदेश भी जारी किया जा चुका है। अब तक कुल 10 नवीन फूडपार्क के स्थापना की स्वीकृति दी जा चुकी है। जिसमें से सुकमा जिले के ग्राम सुकमा में 5,900 हेक्टेयर शासकीय भूमि पर फूडपार्क की स्थापना के लिए अधोसंरचना विकास कार्य पूरा किया जा चुका है, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से क्षेत्रीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर फूडपार्क तैयार किया जाएगा। राज्य सरकार एथेनाल प्लांट की स्थापना को भी प्रोत्साहित कर रही है। कवर्धा जिले में जल्द ही कृषि आधारित एथेनाल प्लांट की शुरुआत होगी, जहां गन्ने से एथेनाल बनाया जाएगा। सरकार ने औद्योगिक नीति 2019-24 में उच्च प्राथमिकता उद्योगों की श्रेणी में एथेनाल प्लांट की स्थापना को शामिल किया गया है, जिसे सामान्य उद्योगों से 10 प्रतिशत अधिक औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन प्राप्त होंगें। प्लांट्स की स्थापना से क्षेत्रीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक समृद्धि का आधार बनेगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री ने निवास कार्यालय में सी.जी.आर.आई.डी.सी.एल. की ली समीक्षा बैठक
सड़क निर्माण कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
उपस्थित अधिकारियों को दिए कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समय पर पूरा करने के निर्देश
बैठक में गृह एवं लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, वित्त विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी., ऊर्जा विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, सी.जी.आर.आई.डी.सी.एल के प्रबंध संचालक श्री साराँश मित्तर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे ।