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र्ग 11 अप्रैल 2020/नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जिले में हुए लाॅकडाउन में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित शा.उ.मू. दुकानों में खाद्य सामग्री नियमित प्रदाय की जाकर राशनकार्डधारकों को वितरण किया जा रहा है तथा संबंधित वार्ड/ग्राम में अन्य किराना/प्रोव्हीजन स्टोरो में खाद्य सामग्री की आपूर्ति यदि प्रभावित हुई हो तो खाद्य विभाग द्वारा एक ऐप के माध्यम से पीडीएस की दुकानों तथा निजी किराना दुकानों का खुलना, खाद्य सामग्री की प्राप्ति तथा उनके द्वारा किए गए विक्रय का निरीक्षण/सर्वेक्षण नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के संबंध में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप किया जाना है। यह निरीक्षण/सर्वेक्षण ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत सचिव/पटवारी के माध्यम से तथा शहरी क्षेत्र में खाद्य निरीक्षकों के माध्यम से कराया जाना है जिसकी साईट एचटीटीपीएसः//बीआईटी.एलवाई/2डब्ल्यूक्यून्यूज है। इस लिंक के माध्यम से उपरोक्त दुकानों की जांच 02 दिवस के भीतर कराया जाना सुनिश्चित करें।
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दुर्ग 11 अप्रैल 2020/शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के एन.एस.एस इकाई द्वारा रायपुर नाका में कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए मास्क का वितरण किया गया। इस अवसर पर साईस काॅलेज दुर्ग के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. जनेन्द्र कुमार दीवान, प्रयोगशाला तकनीशियन सलीम अहमद, स्वयं सेवक पारसमनी वर्मा सहित बहुत से लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर रायपुर नाका में विभिन्न स्थानों पर लोगों को स्वयं सेवकों द्वारा हाथों की सफाई, सोशल डिस्टेगिंस सहित बहुत सी सावधानियों के प्रति जागरूक किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना छा़त्रा इकाई प्रभारी डाॅ. मीना मान ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक अपने-अपने क्षेत्रों में भी कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे है। जिसके अंतर्गत लोगों को मास्क बनाकर लोगों को प्रदान कर, सेनेटाइजर उपयोग करने के लिए तथा घर में रहकर सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बहुत से स्वयं सेवक अपने-अपने गांवों में इस विषय में जागरूकता हेतु कार्य कर रहे है। जिन में प्रमुख रूप से कमलेश वर्मा, प्रकाश सोनी, अमित टंडन, मनोज कुमार के नाम उल्लेखनीय है। साइंस काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने स्वयं सेवकों द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की है तथा स्वयं सेवकों से अपील की है कि वे भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुये सेवा कार्यो को करें। -
दुर्ग 11 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस के सक्रमण पर लाॅकडाउन के कारण लोगों को आ रही समस्या के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण सहायता पहॅूचा सकता है। इसके लिए माननीय श्री गोविंद कुमार मिश्रा जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के द्वारा विशेष रूप से जनमानस में जागरूकता लाये जाने हेतु पैरालीगल वाॅलिटियर के माध्मय से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विशेष रूप से ’’सोशल डिस्टेंस’’ के महत्व को बताया जा रहा है तथा कोरोना वायरस के सक्रमण से बचने लिए अपनाये जाने वाले उपायों के बारे में बताया जा रहा है।
माननीय अध्यक्ष महोदय द्वारा लाॅकडाउन के कारण लोगों को खाने- पाने एवं रहने के संबंध में आ रही असुविधा को देखते हुए पैरालीगल वाॅलिटियर के माध्यम से राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के ( विधिक सेवा प्राधिकरणों के माध्यम से आपदा पीडितों को विधिक सहायता) योजना 2015 के तहत् विधिक सहायता उपलब्ध कराई जावेगी। तथा नालसा के टोल फ्री नंबर 15100 पर शिकायत दर्ज कराये जाने पर पैरालीगल वाॅलिटियर के माध्यम से संबंधित पीडित को विधिक सहायता पहॅूचाये जाने क कार्यवाही की जावेगी। इसके लिए पैरालीगल वाॅलिटियर को आॅन लाईन प्रशिक्षण छ.ग.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं युनिसेफ के द्वारा दिया गया है जिसमें विशेष रूप से कोरोना वायरस से कैसे बचा जाना है और पीडित लोगों की मदद किस प्रकार से किया जाना है इस संबंध में विशेष रूप से जानकारी पैरालीगल वाॅलिटियर को प्रदान की गई है।
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दुर्ग 10 अप्रैल 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र को संक्रमण मुक्त बनाने के लिए सफाई एवं सैनिटाइजिंग का कार्य निरंजर जारी है, निगम के स्वास्थ्य विभाग का अमला व्हीकल माउंटेड मशीन द्वारा फागिंग एवं हैन्ड स्प्रे द्वारा तथा पानी टैंकरों के माध्यम से सैनेटाइज का कार्य सघन रूप से कर रहे है। कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम हेतु निगम प्रशासन आमजन से अपील कर रही है कि लोग अपने घर में ही रहे ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके, वहीं लाॅक डाउन के तहत सोशल डिस्टेंस बनाए रखने सभी सार्वजनिक स्थानों की माॅनिटरिंग भी नियमित रूप से की जा रही है। भिलाई निगम के सभी जोन के स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने अपने क्षेत्र के वार्डों में सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल से घरों, दुकान, सार्वजनिक स्थानों बाजार, मंच इत्यादि के साथ ही घरों के खिड़की, दरवाजे व फर्नीचरों, फर्श इत्यादि को सेनीटाइज कर रही है। आज जोन 01 व जोन 03 में 31 सफाई कर्मचारियों ने 675 घरों तथा 29 मोहल्लों में हैन्ड स्प्रे से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करते हुए सेनेटाइज करने का कार्य करते हुए आमजन को घरों को स्वच्छ बनाए रखने की अपील किए। जोन स्वास्थ्य अधिकारी सक्सेना व आर.पी. तिवारी ने बताया कि जलजनित बीमारी पीलिया से रोकथाम हेतु लगभग 1000 घरों में क्लोरीन टैबलेट का वितरण किया जा रहा है एवं पीलिया जैसे जलजनित बीमारियों से बचाव हेतु पानी उबालकर एवं छना हुआ साफ पीने की जानकारी दी जा रही है। वार्ड 23 दीपक गली, मोची मोहल्ला, मदरटेरेसा नगर, वार्ड 20 प्रगति नगर, वार्ड क्रं. 23 संत रविदास नगर, छावनी थाना कार्यालय व सी.एस.पी.कार्यालय नंदिनी रोड ,पुलिस लाईन आवास, वार्ड 23 मछ्ली मार्केट, वार्ड 22 साहू मोहल्ला, ज्ञानोदय स्कूल के पास, पेन्टर गली, आर्दश नगर, अहमद नगर, नहर किनारे, तिवारी गली, शिव मंदिर लाइन, संतोषी पारा, चक्की लाइन, सोनी लाइन, आशादीप काॅलोनी, कांजी हाउस लाईन खम्हरिया बस्ती, माडल टाउन सड़क-01 से 03 तक, यादव पारा कोसा नगर, राधिका नगर, प्रियदर्शनी परिसर आश्रय स्थल, राजीव नगर, इंदिरा नगर पम्प हाउस लाईन, उड़िया गली, शक्ति गेट लाईन, सहारा गली, प्रेम गली, आनंद पुरम,सनातन नगर, 1,2,3 एम.आई.जी.-225 से 329 तक हुड़को, एम.आई.जी./1 से 33 तक सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल से स्वास्थ्य विभाग के अमला ने टैंकर व हैन्ड स्प्रे के माध्यम से सेनेटाइज किया गया।
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दुर्ग 10 अप्रैल 2020/आकाशगंगा में लगने वाले होलसेल मार्केट को बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित खाली मैदान में शिफ्ट किया गया है जहां पर लेआउट तैयार कर चुना मार्किंग कर दी गई है। आज से आकाशगंगा का होलसेल मार्केट बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित स्थल में लगने लगा है, मंडी समिति के अध्यक्ष जानसिंह द्वारा सब्जी विक्रेताओं की सूची प्रदाय किए जाने के पश्चात इनकी आईडी जारी की जा रही है ताकि कोई बाहरी विक्रेता यहां पर आकर व्यवसाय न कर सके वाहनों के आवागमन को देखते हुए फुटकर सब्जी विक्रेताओं को भी यहां पर विक्रय करने की इजाजत नहीं होगी केवल होलसेल सब्जी विक्रेता जो आकाशगंगा से शिफ्ट हुए हैं वही अस्थाई तौर पर इस स्थल का उपयोग कर सकेंगे। मंडी समिति के अध्यक्ष एवं निगम के अधिकारियों का संयुक्त हस्ताक्षर से पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। लॉक डाउन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने तथा सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए बाजार को शिफ्ट करने का निर्णय संयुक्त रूप से लिया गया है। आकाशगंगा सब्जी मार्केट में होलसेल एवं फुटकर दोनों ही व्यवसायी व्यवसाय करते हैं सघन होने के कारण यहां पर अत्यधिक भीड़ होना लाजमी है। जिसको देखते हुए दोनों ही बाजार को पृथक-पृथक करने की कार्यवाही जारी है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और सोशल डिस्टेंस बनाया जा सके। आकाश गंगा के फुटकर विक्रेताओं को शिफ्ट करने के लिए आसपास के तीन स्थल का चयन किया गया है, इन तीनों स्थल सर्कस मैदान, सुपेला थाना के बगल मैदान तथा राधिका नगर पानी टंकी के पास का मैदान का चयन किया गया है। जहां पर साफ-सफाई के साथ ही लेआउट तैयार कर चुना मार्किंग कर दी गई है, इन सब्जी विक्रेताओं को भी मंडी समिति के द्वारा प्रदान किए गए सूची के अनुसार पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। कई सब्जी एवं फल मंडी को अस्थाई तौर पर व वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिफ्ट किया जा चुका है। संजय नगर सुपेला बाजार एवं अंडा चैक स्थित बाजार पर भी निगम की टीम द्वारा निगरानी रखी जा रही है।
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,भिलाई निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने दिए सख्त निर्देश
दुर्ग 10 अप्रैल 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत जल जनित पीलिया बीमारी से बचाव तथा अन्य मौसमी बीमारी के बचाव एवं रोकथाम के लिए आज निगम सभागार में आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने अधिकारियों की बैठक ली जिसमें सोशल डिस्टेंस का पालन किया गया। आयुक्त श्री रघुवंशी ने सीवरेज के आसपास गुजरी हुई पाइप लाइन का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कहीं भी पाइप लाइन लीकेज की जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल मरम्मत कार्य करावे तथा ऐसे लीकेज का भी निरीक्षण कराएं। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि जल शुद्धिकरण के लिए किसी भी संसाधनों की कमी ना रहे यह व्यवस्था सुनिश्चित करें। नालियों की सफाई पर भी विशेष ध्यान देकर निरंतर यह कार्य जारी रहे तथा सफाई पश्चात ब्लीचिंग एवं चूने का छिड़काव करें। अलग-अलग क्षेत्रों से कुआं, बोरवेल, हैंडपंप आदि जल स्रोतों के सैंपल परीक्षण के लिए 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र में निरंतर भेजें और परीक्षण उपरांत उचित कार्यवाही करें तथा जोन कार्यालय में भी कीट के माध्यम से पानी के सैंपल की जांच कराएं। उन क्षेत्रों को भी विशेष तौर पर चयनित कर लें जहां पहले पीलिया, डायरिया की शिकायतें प्राप्त हो चुकी है ताकि इन क्षेत्रों में बीमारी दोबारा अपनी पकड़ ना बना सके। एक बार पानी की सेंपलिंग हो जाने के पश्चात उसी जगह के पानी का निश्चित समय उपरांत पुनः सैंपलिंग के लिए नमूना का परीक्षण कराएं ताकि समय-समय पर जल की गुणवत्ता परखी जा सके। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी बोरवेल खुले ना हो इसका खासा ध्यान रखें और जहां भी इस प्रकार से दिखे उसे वेल्डि कराएं। क्लोरीन टेबलेट के वितरण के वक्त इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए वितरण कार्य करावे तथा जन जागरूकता व प्रचार-प्रसार जोन क्षेत्रों में जारी रहे। शहर को शुद्ध पेयजल प्रदाय हो इसके लिए जोन स्तर पर गतिविधियों की सतत निगरानी रखने के निर्देश बैठक में दिए गए। स्वास्थ्य से संबंधित सभी पहलुओं पर आयुक्त महोदय ने जोन के अधिकारियों से बारी-बारी से समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें, अधीक्षण अभियंता आरके साहू एवं सत्येंद्र सिंह, समस्त जोन आयुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जोन के कार्यपालन अभियंता एवं जोन क्षेत्र के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
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दुर्ग 10 अप्रैल 2020/मौसमी बीमारियों से बचाव व मच्छरों के प्रकोप के रोकथाम हेतु भिलाई निगम द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रतिदिन शाम होते ही निगम का अमला गली-मोहल्लों के सघन क्षेत्रों में हैंड स्प्रे से फाॅगिंग कार्य में जुटे हुए हैं, ताकि मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों से निजात पाया जा सके। कर्मचारी वार्डों में हैड मशीन व व्हीकल माउंटेड द्वारा फाॅगिंग कर रहे है। निगम क्षेत्र में डेंगू बीमारी से बचाव हेतु मलेरिया आॅयल व मैलाथियान का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही निगम की टीम एवं मितानीनें घरों में जाकर सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है। निगम प्रशासन आमजन से अपील करती है कि अपने घर व आस-पास साफ सफाई बनाकर रखे तथा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाली वाहनों को सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग प्रदाय करें। पीलिया से बचाव हेतु पानी को उबालकर पिए तथा निगम द्वारा प्रदान किए गए क्लोरीन टेबलेट का उपयोग अशुद्ध पानी को शुद्ध करने के लिए करें! स्वच्छता निरिक्षक के.के. सिंह ने बताया कि गंदे स्थानों व नालियों में मच्छर का लार्वा न पनप सके इसे देखते हुए मलेरिया आॅयल व मैलाथियान का छिड़काव तथा जलजमाव वाले स्थानों में टेमीफास का उपयोग लगातार किया जा रहा है। निगम क्षेत्रांतर्गत वार्ड -17 वृन्दानगर अन्तर्गत वृन्दानगर बस्ती में पार्षद निवास के पास हनुमान मन्दिर मार्ग, फोकट पारा, छपरा मोहल्ला,आन्ध्रा स्कूल मार्ग, अर्जुन नगर के सभी मुख्य मार्गों तथा अर्जुननगर, स्टीलनगर, अटल आवास, छपरा मोहल्ला में व्हीकल माउण्टेंट फागिंग मशीन के द्वारा धुंआ का छिड़काव किया गया। वार्ड -38 शहीद वीर नारायण सिंह नगर में शीतला मंदिर,शिव मंदिर, सुलभ शौचालय, ओम साड़ी सेंटर के आसपास, चांदनी चैक के आसपास स्प्रेयर पंप द्वारा 155 घरों में सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल का छिड़काव कर सेनोटाइज किया गया।
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दुर्ग 10 अप्रैल 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में नगर निगम की टीम दुकानों पर सतत निगरानी बनाकर रखी हुई है इसी के तहत नेहरू नगर क्षेत्र में जूसी फैक्ट्री के संचालक एपी चंद्राकर द्वारा बीती रात 9ः00 बजे तक दुकान खोलकर व्यवसाय किया जा रहा था समझाइश देने के बाद भी नहीं मानने पर उड़नदस्ता की टीम एवं पुलिस बल द्वारा दुकान को बंद करने की कार्यवाही की गई साथ ही 2000 रुपए का जुर्माना लिया गया। दुकान को खोलने एवं बंद करने का एक निर्धारित समय तय किया गया है ताकि इन समय पर जरूरत की चीजें मिल सके इसके बाद भी दुकान खोलकर भीड़ बढ़ाने वाले पर निगम की टीम कार्यवाही कर रही है। आज भी कई दुकानों में कार्यवाही की गई जो आदेशों का उल्लंघन कर रहे थे। वार्ड क्रमांक 26 श्याम स्वीट्स द्वारा दुकान खोल कर सामग्री विक्रय किया जा रहा था जिसको बंद कराकर 10000 रुपए जुर्माना वसूला गया। एम जलालुद्दीन के अन्ना किराना एवं जनरल स्टोर वार्ड क्रमांक 27 द्वारा एक्सपायरी सामान का विक्रय करने तथा किसी भी प्रकार का लाइसेंस नहीं पाए जाने पर 5000 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। गणपति जनरल स्टोर्स हाउसिंग बोर्ड के द्वारा डिस्पोजल विक्रय किए जाने पर 1000 रुपए जुर्माना, अहमद किराना स्टोर हाउसिंग बोर्ड के पास गुमास्ता लाइसेंस नहीं होने पर तथा अधिक दाम पर गुटखा पाउच बेचने पर 2000 रुपए जुर्माना, सिंह किराना स्टोर छावनी चैक के पास लाइसेंस नहीं होने पर 1000 रुपए जुर्माना, मद्रास किराना स्टोर सर्कुलर मार्केट से 500 रुपए जुर्माना, साहू किराना दुकान द्वारा दुकान में भीड़ बनाए जाने पर 2000 रुपए जुर्माना की कार्यवाही की गई। लॉक डाउन के दौरान निर्धारित समय के पश्चात दुकानों के खुलने, भीड़ बढ़ाने, कालाबाजारी इत्यादि को लेकर निगम का अमला सक्रिय है और नियमों की अवहेलना करने वालों पर रात्रि में भी कार्यवाही की जा रही है।
- कोविड संक्रमण को रोकने के उपायों के साथ ही जरूरतमंदों की भी मदद रहे सर्वोच्च प्राथमिकतादुर्ग जिले में आश्रय स्थल में पहुंची राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने कहा - कोविड नियंत्रण को लेकर जिले में तथा प्रदेश में हो रहा अच्छा कार्य
दुर्ग : कोरोना के संक्रमण को प्रदेश में फैलने से रोकने के साथ ही लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में प्रदेश में और दुर्ग जिले में भी अच्छा काम हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ने इस दिशा में अच्छा काम किया है इससे यहां संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने कही। राज्यपाल आज दुर्ग में प्रियदर्शिनी परिसर में स्थित आश्रयस्थल में उन लोगों से मिलने पहुंची जो लॉक डाउन की वजह से फंस गए और जिनके रहने और खाने पीने की सुविधा का इंतजाम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।इस मौके पर राज्यपाल आश्रय स्थल में ठहरे नागरिकों से मिली। उन्होंने कहा कि यह संयम रखने का समय है। प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ताकि संक्रमण की रोकथाम हो सके। जरूरतमंदों की मदद हो, इसके लिए भी पूरा प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आज मेरा जन्मदिन भी है। मैंने ईश्वर से भी प्रार्थना की है कि मानवता को जल्द ही कोरोना की व्याधि से मुक्त करें। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जूझ रहे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस प्रशासनिक अमले, सफाई कर्मियों, सेवाभावी संस्था, मीडिया कर्मियों और सभी वॉलिंटियर्स के जज्बे की मैं प्रशंसा करती हूं। मानवता को बचाने यह सब आगे आए हैं आपके प्रयत्नों को जरुर सफलता मिलेगी। कोरोना संक्रमण को रोकने की इस लड़ाई में हम सब आपके साथ हैं। हम मिलजुल कर सामूहिक प्रयासों से इस व्याधि को देश से दूर करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में आप सभी से जितना बन सकता है उतना जरूरतमंदों का सहयोग करें। आपदा कोष में सहयोग राशि जमा करें। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जो संदेश देश को दिया है उसे अक्षरशः अपनाकर कोरोना संक्रमण की गति को धीमा किया जा सकता है और अंततः इससे उसे थामने में मदद मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि अति आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के अतिरिक्त सभी लोग यदि लॉक डाउन की अवधि में पूरी तरह घर में रहे। घर की लक्ष्मण रेखा को नहीं तोड़े तो वे न केवल स्वयं इस संक्रमण से बचेंगे अपितु उनके परिवार जन भी संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी वर्गों के जरूरतों का ध्यान शासन द्वारा दिया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा 2 महीने का चावल बीपीएल परिवारों को निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है। लॉक डाउन की अवधि में आंगनबाड़ी के बच्चों को रेडी टू ईट फूड तथा मध्यान्ह भोजन का सूखा राशन घर तक पहुंचाया गया है। जरूरतमंद लोगों के लिए हेल्पलाइन बनाई गई है। हम छत्तीसगढ़ के भीतर फंसे दूसरे राज्यों के लोगों की मदद कर रहे हैं और दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों की भी सुविधा सुनिश्चित करा रहे हैं। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा भी मौजूद थे। उन्होंने भी दुर्ग डिवीजन में इस संबंध में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव, नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे। -
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में आने वाले आकाशगंगा होलसेल सब्जी मार्केट को राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित मैदान में अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया गया था परंतु उस स्थल में भी ज्यादा भीड़ बढ़ने एवं जगह की कमी की वजह से तत्काल उचित निर्णय लेते हुए बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित खाली मैदान में अस्थाई तौर पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत होलसेल सब्जी मार्केट को शिफ्ट किया जाएगा, जिसकी तैयारी की जा रही है ताकि कल से ही मार्केट वहां लग सके। बैकुंठ धाम स्थित मंदिर के समीप के खाली मैदान को चुना मार्किंग करने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। स्थल पहले से स्वच्छ है परंतु फिर भी साफ-सफाई कराई जा रही है। आज कलेक्टर श्री अंकित आनंद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव तथा निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित स्थल तथा बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित स्थल का निरीक्षण कर आकाशगंगा के सब्जी विक्रेताओं से चर्चा उपरांत स्थल परिवर्तन कराने अधिकारियों को निर्देशित किए। आकाशगंगा मंडी समिति के अध्यक्ष जानसिंह सहित सब्जी विक्रेता इस दौरान मौजूद रहे। आकाशगंगा सब्जी मंडी में लगने वाले फुटकर सब्जी विक्रेता भी अलग-अलग तीन स्थल पर सब्जी बेचेंगे इनके लिए सर्कस मैदान एवं राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित मैदान तथा सुपेला पुलिस थाना के बाजू स्थित मैदान को चयनित किया गया है, केवल आकाशगंगा के फुटकर सब्जी व्यवसायी यहां पर अपना व्यवसाय कर सकेंगे। मंडी समिति के द्वारा प्रदत सूची की व्यवस्था के तहत इन्हें पहचान पत्र के साथ ही नंबर एलॉट किया जाएगा इसी के अनुरूप विक्रेता सब्जी का व्यवसाय कर सकेंगे। लॉक डाउन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए बाजारों को सुव्यवस्थित करने का कार्य किया जा रहा है।
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- कोविड संक्रमण से बचाव की जानकारी देगा
दुर्ग 9 अप्रैल 2020/नोवल कोरोना वायरस (ंकोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जिला दुर्ग के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता रथ द्वारा भ्रमण किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिपंचायत दुर्ग द्वारा रथ को हरी झण्डी दिखाकर भ्रमण हेतु रवाना किया गया। जागरूकता रथ में आॅडियो एवं फ्लैक्स के माध्यम से व्यक्तियों को कोरोना वायरस के संबंध में जागरूक किया जायेगा।मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग द्वारा निर्देशित किया गया है कि जागरूकता के साथ-साथ कोरोना वायरस से बचाव हेतु ग्राम पंचायत में बाहर से आये व्यक्तियों का चिन्हांकन कर नजदीकी पुलिस थाना एवं सामुदायिक/उपस्वास्थ्य केन्द्र में सूचित किया जाये। साथ ही ऐसे व्यक्तियों को होम आईसोलेशन में रखा जाये। यदि कोई व्यक्ति सर्दी, खाँसी, जुखाम एवं बुखार से ग्रसित हो तो उनका चिन्हांकन कर उपस्वास्थ्य केन्द्र में सूचित किया जाये। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरपंच/सचिव ग्राम पंचायत में आम लोगों से कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु कोटवार के माध्यम से मुनादी कराया जावे। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थान जैसे-सब्जी मण्डी इत्यादि में कम से कम 01 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने हेतु चूना, पेंट इत्यादि से मार्किंग किया जाये। ग्राम पंचायतों की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा मास्क का निर्माण कर ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीणों को मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है साथ ही सेनेटाईजर का भी विक्रय किया जा रहा है। अब तक ग्राम पंचायतों में 12145 मास्क एवं 152 लीटर सेनेटाईजर का विक्रय किया जा चुका है।क्रमांक 397 -
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के परिपालन में कंडिका ‘‘स‘‘ वर्णित सूची में वृद्धि करते हुए बढ़ते क्रम में निम्नानुसार कार्यालय/प्रतिष्ठान/सेवाओं को भी शर्तो के अधीन पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की जाती है। निम्न वस्तुओंध्सेवाओं के निर्माण, भण्डारण, पैकेजिंग, परिवहन, वितरण एवं विक्रय से संबंधित गतिविधियां, चाय उद्योग, कृषि मशीनरी तथा कृषि उत्पाद से संबंधित दुकान, ‘‘कृषि मशीनरी विक्रय इससे संबंधित स्पेयर पाट्र्स एवं मरम्मत की दुकानों (इसकी सप्लाई चेन सहित) को खुला रखना‘‘। राज्यमार्गों पर ट्रकों के मरम्मत हेतु दुकानें जो यथा संभव पेट्रोल पंपों या उसके आस-पास स्थित हो।
इसके साथ ही अस्पताल, वेटनरी अस्पताल एवं उससे जुड़े समस्त स्वास्थ्य स्थापनाएं जिसमें मेडिकल सप्लाई उसका विनिर्माण एवं वितरण सम्मिलित है, निजी एवं शासकीय एवं अर्द्धशासकीय क्षेत्र के डिस्पेंसरी, दवा, केमिस्ट, फार्मेसी, (जनऔषधी केन्द्र सहित) मेडिकल इक्यूपमेंट दुकान, लैब, दवा रिसर्च लैब, क्लीनिक नर्सिंग होम, ऐम्बूलेंस, इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी की सेवाएं संचालित रहेगें। चिकित्सक, नर्स पैरामेडिकल स्टाॅफ सहित समस्त प्रकार के चिकित्सकीय कार्य में कार्यरत स्टाॅफ एवं सहायक सेवाएं संबंधित व्यक्तियों के परिवहन की अनुमति दी जाए।‘‘गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के परिपालन में देश में चिकित्सा ऑक्सीजन (मेडिकल ऑक्सीजन) के पर्याप्त आपूर्ति बनाएं रखने के लिए उपरोक्तानुसार चिकित्सा क्षेत्र की संचालित सेवाओं में निम्नानुसार सेवाओं को जोड़ते हुए इन सेवाओं को भी शर्तो के अधीन पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की जाती है:--मेडिकल ऑक्सीजन गैसध्लिक्विड, मेडिकल ऑक्सीजन सिलेण्डर, लिक्विड आॅक्सीजन को स्टोर करने के लिए क्रायोजेनिक टैंक, लिक्विड क्रायोजेनिक सिलेण्डर, लिक्विड ऑक्सीजन क्रायोजेनिक ट्रांसपोर्ट टैंक, एंवियंट वेपोराईजर एवं क्रायोजेनिक वाल्ब सिलेण्डर वाल्व तथा इनके सहायक उपकरणों की सभी निर्माण ईकाईयां। उपरोक्त वस्तुओं का परिवहन हो सकेगा। उपरोक्त वस्तुओं का अंतर्राज्यीय सीमा पर आवागमन (इंटर स्टेट बाॅडर मूमेन्ट) हो सकेगा। उपरोक्त वर्णित ईकाईयों में कार्यरत स्टाॅफ/श्रमिकों के आवागमन की अनुमति होगी। उक्त सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों को उनके घर से कारखाना तक आने जाने के लिये पास प्रदान किये जाएगें। यह सुनिश्चित किया जाए कि ये सभी कारखाने अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करें। उक्त कंडिका ‘‘स‘‘ के अंतर्गत पूर्व के आदेशों एवं इस आदेश के तहत लाॅकडाडन से छूट प्रदान किए गए कार्यालय/प्रतिष्ठान/सेवाओं के प्रमुखों की यह जिम्मेदारी होगी कि लाॅकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी (सोसल डिस्टेंसिंग), स्वच्छता एवं इस संबंध में भारत सरकार, राज्य सरकार, राज्य शासन, स्वास्थ्य विभाग तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा दिये जा रहें निर्देशों का अनिवार्य रूप से अक्षरशः पालन सुनिश्चित करेंगें।क्रमांक 396 -
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ग्रूप के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री वजीर सिंह एवं अनिल शर्मा ने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को सौंपा सहयोग राशि का चेक दुर्ग। कोविड संक्रमण से आपदा के इस दौर में प्रदेशवासियों के मदद के लिए जेएस ग्रूप ने भी अपना हाथ बढ़ाया है। जेएस ग्रूप ने मुख्यमंत्री कोविड आपदा राहत कोष में पांच लाख इक्यावन हजार रुपए की सहयोग राशि दी है। इस बाबत चेक आज जेएस ग्रूप के श्री वजीर सिंह एवं श्री अनिल शर्मा ने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को सौंपा। इस मौके पर कंपनी के संचालकों ने कहा कि जेएस ग्रूप हमेशा आम जनता के साथ उनकी मदद के लिए खड़ा रहेगा और कोरोना आपदा की इस घड़ी में लोगों की हर संभव सहायता की जाएगी। इस मौके पर कंपनी के मैनेजर श्री राकेश धनगर भी उपस्थित थे।
क्रमांक 395 -
- संप्रेक्षण गृह में ली व्यवस्था की जानकारी, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से हुई संतुष्ट
- वृद्धाश्रम, सखी सेंटर और बाल गृह में भी किया निरीक्षण
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने आज दुर्ग जिले में स्थित संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने व्यवस्था की जानकारी ली और बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से संतुष्ट हुई। मंत्री ने बच्चों से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अपने समय का रचनात्मक उपयोग करें। समाचार सुनें, अच्छा साहित्य पढ़ें, अच्छी बातों का मनन करें। उन्होंने कहा कि आपके परिवार के लोगों को बहुत अच्छा लगेगा, जब आप एक अच्छा उद्देश्य लेकर कार्य करेंगे। खूब मेहनत करेंगे। रचनात्मक चीजों में रुचि दिखाएंगे। उन्होंने बच्चों से यहां बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी भी ली। बच्चों ने बताया कि उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। मंत्री ने बच्चों से कोरोना संक्रमण के बारे में भी पूछा। बच्चों ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सारी दुनिया सोशल डिस्टेंसिंग का सहारा ले रही है ताकि कोरोना से बच सकें। हम लोग भी एक दूसरे से दूरी रखते हैं और मास्क का उपयोग करते हैं। मंत्री ने कहा कि अच्छी बात है जो भी जितना अधिक समाचार माध्यमों के निकट संपर्क में रहेगा, उसकी जागरूकता का स्तर अच्छा रहेगा और उसका लाभ भी उसे उतना ही मिलेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने उन्हें संप्रेक्षण गृह में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संप्रेक्षण गृह के स्टाफ से भी मंत्री मिली। उन्होंने कहा कि आप लोग इसी तरह से मेहनत कीजिए, इसका अच्छा नतीजा आएगा। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों ने बताया ऐसा संक्रमण कभी नहीं सुना- श्रीमती भेड़िया वृद्धाश्रम भी पहुंची। उन्होंने कहा कि अभी आपके पास इसलिए आई हूँ ताकि आपकी सेहत जान सकूँ और आपकी व्यवस्थाओं के बारे में जान सकूँ। अभी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। आप लोग अपना विशेष ध्यान रखें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें और हमेशा मास्क पहन कर रखें। बुजुर्गों ने बताया कि हां, हम लोग भी रोज कोरोना संक्रमण के बारे में सुन रहे हैं। 89 साल के एक बुजुर्ग ने कहा कि अपनी इतनी लंबी जिंदगी में मैंने कभी इस तरह के व्यापक संक्रमण के बारे में नहीं सुना और सबको इस बारे में जागरूक भी करता हूँ। मंत्री ने पूछा कि आप लोगों को भोजन समय पर और गुणवत्तापूर्वक मिल रहा है। इस पर बुजुर्गों ने बताया कि हां, हमें यह सारी सुविधाएं अच्छी तरह से मिल रही हैं।
सखी सेंटर और बाल गृह भी पहुंची मंत्री- मंत्री ने सखी सेंटर और बाल गृह का निरीक्षण भी किया। सखी सेंटर में अब तक की गतिविधियों की जानकारी ली। उनके रजिस्टर देखे और यहां पदस्थ अमले से अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आपका काम बेहद महत्वपूर्ण है। आपके द्वारा उठाये गए प्रभावी कदमों से पीड़ित महिलाओं को त्वरित राहत मिल पाएगी।
क्रमांक 394
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- राज्य शासन की योजनाओं को कर रहे सफलतापूर्वक क्रियान्वित, जनभागीदारी और नवाचार के माध्यम से आपदा के वक्त जरूरतमंदों को पहुंचाई जा रही पूरी मदद
दुर्ग 9 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस के प्रदेश में पहली आहट आते ही दुर्ग जिला प्रशासन ने असाधारण विपदा के इस दौर को भांपकर युद्धस्तर पर इससे निपटने की तैयारियां की। कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत इसके लिए वाररूम की तरह बने और मैदानी स्तर पर उतरकर प्रशासनिक अमले ने लोगों को राहत पहुंचाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। यह चैबीस घंटे की भरपूर कोशिश रही ताकि कोई भी जरूरतमंद भूखा न सोये, कोई दवा से वंचित न रहे और लाकडाउन की वजह से फंसा हर नागरिक आश्वस्त हो सके कि वो एक सुरक्षित जगह में है और आने वाले दिन उसके लिए किसी तरह भी दिक्कत से भरे नहीं होंगे। हर जरूरतमंद वर्ग को किस प्रकार मदद मिल सके, इसके लिए योजना बनाई गई और इसके लिए कार्य किया गया। कलेक्टर श्री अंकित आनंद के मार्गदर्शन में आपदा नियंत्रण के नोडल अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने हर वर्ग की जरूरतों का फीडबैक लेकर उन तक मदद पहुंचाने की योजना बनाई। इनकी मदद किस तरह हो रही है, यह हम जान सकते हैं।फंसे हुए लोगों के लिये बनाया गया है सर्विलिएंस ग्रूप- इसके लिए दो तरह के कार्य किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय अमले से कहा गया कि दूसरे राज्यों और जिलों के जो श्रमिक हैं उन्हें चिन्हांकित किया जाए तथा लाकडाउन के दौरान उनकी राशन तथा अन्य जरूरतों की पूर्ति की जाए। श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए। शहरी क्षेत्रों में निगम अधिकारियों ने यह कार्य किया। शहरी क्षेत्रों में पार्षदों और जनप्रतिनिधियों और सेवाभावी लोगों की मदद से ऐसे लोगों को चिन्हांकित किया गया। आज की तिथि तक 4343 ऐसे श्रमिकों का चिन्हांकन हुआ है जो दूसरे जिलों अथवा राज्यों से संबंधित हैं। इनके भोजन अथवा राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। दूसरे राज्यों से लगातार इस संबंध में समन्वय बना हुआ है। उदाहरण के लिए दरभंगा कमिश्नर श्री मयंक वरवड़े को यह सूचना मिली कि उनके कुछ मजदूर धमधा ब्लाक के एक गांव में है और उनका राशन समाप्त हो गया है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को मैसेज किया। इसके फौरन बाद घंटे भर के भीतर ही इन मजदूरों तक राशन उपलब्ध हो गया। धमधा ब्लाक के ईंटभट्ठों में फंसे 1000 मजदूरों के लिए अनाज बैंक धमधा डिविजन में बनाया गया। इसके लिए अधिकारियों ने भी सहयोग राशि दी। दूसरे जिलों और राज्यों में फंसे मजदूरों को भी इनके अधिकारियों के साथ समन्वय कर सहायता पहुंचाई जा रही है।बेघर बेसहारा लोगों को भोजन दिया, वालंटियर ग्रूप बनाकर किया जा रहा समन्वय- लाकडाउन की सबसे ज्यादा मुसीबत उस वर्ग पर आती जो बेसहारा था। पहले दिन से ऐसे लोगों को चिन्हांकित करने का काम निगम प्रशासन तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय अमले को सौंपा गया। मदद की इस घड़ी में बहुत से सेवाभावी संगठन भी सामने आये। मदद का कार्य सहज तरीके से हो, जरूरतमंद तक सही समय पर भोजन पहुंचे, वालंटियर भी संक्रमण से बचे और भोजन भी हाइजिनिक हो। इन सब कार्यों में समन्वय नहीं होता तो स्थिति बिगड़ सकती थी और संभवतः कई ऐसे क्षेत्र होते जिनके जरूरतमंद लोग छूट जाते। इसके लिए नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ ने वालंटियर ग्रूप तैयार किया। इसमें सेवाभावी संस्थाओं को जोड़ा और वालंटियर भी जोड़े। इसमें लोग सूचना देते कि इस जगह जरूरतमंद लोग हैं। उस क्षेत्र में कार्य कर रही सेवाभावी संस्थाएं वहां लंच पैकेट उपलब्ध करा देती हैं। इसके फोटोग्राफ भी ग्रूप में शेयर कर दिये जाते हैं ताकि मुकम्मल काम होता दिखता भी रहे। हर वार्ड में वालंटियर तैयार किए गए हैं और उन्हें मास्क सैनिटाइजर वगैरह भी दिए गए हैं। सात अप्रैल का उदाहरण लें तो इस दिन जिला प्रशासन द्वारा 15451 लोगों को लंच पैकेट दिए गए। 5078 जरूरतमंदों को राशन दिया गया। स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी 16304 जरूरतमंद लोगों को राशन एवं लंच पैकेट उपलब्ध कराये। इस कार्य के लिए सेवाभावी संस्थाएं, व्यापारिक संगठन और सीआईआई जैसी संस्थाएं भी अग्रणी रहीं। सीआईआई द्वारा अक्षयपात्र संस्था द्वारा बनाये गए एक-एक हजार लंच पैकेट रोज भिलाई दुर्ग निगम क्षेत्रों में बांटे जा रहे हैं।होम डिलीवरी की सुविधा- लाकडाउन के दौरान भी जरूरत की चीजें लोगों को मिलती रहें। इसके लिए होम डिलीवरी के लिए दुकानों को चिन्हांकित किया गया है। हर वार्ड में इसके लिए वालंटियर नियुक्त किए गए हैं। वालंटियर्स को निगम प्रशासन ने पैसे भी दिए हैं ताकि वे राशन एवं अन्य चीजें लेकर संबंधित नागरिक तक पहुंचा सके। दवाईयों के भी प्रिस्क्रिप्शन व्हाटसएप से मंगाए जा रहे हैं और वालंटियर इसके माध्यम से दवा दुकानों से दवा ले संबंधित नागरिक के पास छोड़ रहे है। समान पहुंचते ही नागरिक इनका भुगतान कर देते हैं। एक छोटा सा उदाहरण है दिल्ली से विेवेक श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन को एक मेल किया। मेल में दुर्ग में रहने वाले अपने पिता के लिए राशन और दवाइयों की डिलीवरी के लिए कहा था, श्री श्रीवास्तव ने लिखा कि वे इसके लिए भुगतान करेंगे। श्री श्रीवास्तव का मेल आते ही प्रशासन ने उनके पिता को घर जाकर राशन और दवाईयां उपलब्ध कराई और घर पहुंचे वालंटियर्स ने आश्वस्त किया कि आगे भी वे उन्हें फोन कर दें, वे हर संभव मदद करेंगे। उल्लेखनीय है कि लाकडाउन के दौरान सब्जी की होम डिलीवरी की भी सुविधा दी गई है ताकि सब्जी बाजार की भीड़ छंट सके। साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर अधिकाधिक विक्रेताओं को ठेले के माध्यम से सब्जी पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।कोविड राहत कोष में दे सकते हैं सहयोग राशि - लाकडाउन के दौरान घर पर रहकर कैसे लोगों की सेवा कर सकें, यह बड़ी चुनौती सेवाभावियों के समक्ष थी। इसके लिए कोविड राहत कोष तैयार किया गया है। जो भी नागरिक सहायता करना चाहें, इसमें सहयोग कर सकते हैं। कोविड राहत कोष में लगातार सहयोग राशि आ रही है। इसका एकाउंट नंबर 919010086484727 है। यह एक्सिस बैंक का एकाउंट नंबर है। इसका आईएफएससी कोड यूटीआईबी 0000590 है।त्वरित रिस्पांस के लिए बनाई गई टीम- आपदा के इस दौर में रिस्पांस टाइम का महत्व बहुत होता है। इस कार्य के समन्वय के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों को लगाया गया है। बेसहारा लोगों को भोजन कराने से संबंधित जानकारी मिलने पर इसके समन्वय की जिम्मेदारी जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन (मोबाइल नंबर- 62624-70000) को सौंपी गई है। वालंटियर के रूप में सहयोग के इच्छुक लोगों से समन्वय के लिए जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल(मोबाइल नंबर-93403-83843) को सौंपी गई है। राहत कोष से संबंधित किसी तरह के समन्वय के लिए उपसंचालक जनशक्ति नियोजन श्री राजकुमार कुर्रे (91312-35525) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एमआरपी से अधिक कीमत पर सामग्री बेचने पर सहायक खाद्य अधिकारी श्री आनंद मिश्रा( मोबाइल नंबर 93295-09510) पर संपर्क कर सकते हैं। सारे अधिकारी जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं।..........तथ्यों में देखिये किस तरह हर वर्ग को लाकडाउन में मिला प्रशासन का सहारा1. महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिले के एक लाख हितग्राहियों को लाकडाउन की अवधि का रेडी टू ईट पहुंचाया, 7000 कुपोषित बच्चों एवं एनीमिक महिलाओं को सूखा आहार। 2. शिक्षा विभाग द्वारा प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल के एक लाख तेरह हजार बच्चों को मिड डे मील के पैकेट घर जाकर उपलब्ध कराए गए। प्राइमरी स्कूल के एक पैकेट में 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल, मिडिल स्कूल के पैकेट में 6 किलोग्राम चावल और 1200 ग्राम दाल।3. गरीबी रेखा से नीचे के तीन लाख हितग्राहियों को दो महीने का चावल और नमक निःशुल्क, उज्ज्वला के 71 हजार हितग्राहियों के लिए रिफिलिंग की सुविधा।4. 4 लाख 70 हजार 572 जनधन योजना की महिला हितग्राही खाताधारियों को प्रधानमंत्री गरीब योजना का लाभ।5. लाकडाउन की अवधि के दौरान श्रमिकों को नियोक्ताओं को देना होगा पूरा वेतन। - दुर्ग: कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने जिले के सभी रेस्टोरेंट/ होटल बार कोरोना संक्रमण को देखते 14 अप्रैल तक बंद रखने निर्देश दिए हैं।
- महिला हितग्राही अपनी जरूरत के मुताबिक कभी भी यह राशि आहरित कर सकती हैं इसमें समय का कोई बंधन नहीं
दुर्ग : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत जनधन योजना के महिला खाताधारकों के खाते में हर महीने 500 रुपये तीन महीनों तक दिए जाने हैं। इस योजना में राशि आने के पश्चात कभी भी आहरण खाताधारकों द्वारा किया जा सकता है। इस राशि को आहरित करने के लिए किसी तरह की समय सीमा नहीं है। जिस तरह हितग्राही पहले अपने खाते से किसी भी समय राशि आहरित कर सकते हैं। उसी प्रकार अब भी इसे कभी भी निकाल सकते हैं। कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने बताया कि यह सहयोग राशि शासन की ओर से जनधन खाते की महिला हितग्राहियों के लिए है और जब भी उन्हें आवश्यकता हो, वे इसका आहरण कर सकती हैं। 9 अप्रैल अर्थात बुधवार को वे महिला हितग्राही अपनी राशि निकाल सकते हैं जिनके खाते के अंत में 8 या 9 हो।इसके पश्चात किसी भी दिन कोई भी महिला हितग्राही अपने खाते से यह राशि आहरित कर सकती हैं।महिला हितग्राही यह राशि आहरित करें अथवा न करें। उनके खाते में योजना की धनराशि की 3 किस्त नियत समय पर जमा हो जाएगी। -
दुर्ग : नगर पालिक निगम क्षेत्र में घरों को सेनेटाइज करने का कार्य किया जा रहा है। निगम का अमला सभी वार्डों में घूम-घूम कर प्रतिदिन साफ-सफाई पश्चात गंदें स्थानों पर ब्लीचिंग एवं चूना पाउडर का छिड़काव कर रहा है। जलजनित बीमारियों से बचने पानी टंकियों की सफाई कराने के साथ ही क्लोरिन टैबलेट का वितरण जोन के सफाई कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। भिलाई निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल से घरों के खिड़की, दरवाजे व अन्य स्थानों को हैन्ड स्प्रे के माध्यम से सेनेटाइज कर रही है ताकि बार-बार छूए जाने वाले वस्तुओं को संक्रमण मुक्त किया जा सके।इसके अलावा निगम प्रशासन द्वारा सभी जोन में 14 टैंकर, 2 फायर ब्रिगेड और 81 हैन्ड स्प्रे पंप के माध्यम से निगम क्षेत्र को सेनेटाइज करने का कार्य जारी है। रहवासी क्षेत्रों के खुले स्थान, पानी भरे हुए गडढे एवं नालियों में मच्छरों उन्मूलन के तहत हैन्ड स्प्रे के माध्यम से 14630 मीटर पक्की नालियों में दवाई का छिड़काव किया गया। मौसमी एवं जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए आज 200 घरों में पाम्प्लेट चस्पा किया गया। निगम की टीम घनी आबादी वाले क्षेत्रों के घरों में पड़े पुराने अनुपयोगी पात्रों, टायर, गमलों आदि में पानी जमा न होने देने की जानकारी देते हुए ऐसे पात्रों मे टेमीफास का उपयोग कर सफाई भी करा रही है।आज वार्ड 23 कुम्हारपारा, पुलिस थाना, सुलभ शौचालय एवं नहर किनारे बस्ती, जुनवानी बजरंग पारा, नंदी चैक, शंकराचार्य कालेज लाईन, सडक नं. 9 माडल टाउन, बजरंग पारा, सनातन नगर, बोरा लाईन, शिवशंकर किराना, स्पर्श लाईन के आस पास, लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कर सैनिटाइजिंग किया गया। निगम क्षेत्र के सभी जोन में टैंकर से सेनेटाइज का कार्य दो पाली में प्रतिदिन किया जा रहा है। वार्ड 33 सड़क 1, 2, सर्विस रोड, पंप हाउस, केनाल रोड में सफाई कार्य पश्चात गंदे स्थानों पर ब्लीचिंग एवं चूना पाउडर का छिड़काव किया गया। निगम क्षेत्रांतर्गत लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल, वार्ड -11 अंबेडकर नगर बस्ती में, पुलिस थाना, सुलभ शौचालय एवं नहर किनारे बस्ती में 135 मकानों में मच्छर उन्मूलन हेतु स्प्रेयर पंप द्वारा मैलाथियान का छिड़काव भी कराया गया। - दुर्ग : राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस ने जानकारी देते हुए बताया कि साधना महिला स्व सहायता समूह, जीविका महिला स्व सहायता समूह, मां परमेश्वरी महिला स्व सहायता समूह, समृद्धि महिला स्व सहायता समूह एवं अंजली महिला स्व सहायता समूह की 25 महिलाओं ने महज कुछ ही दिनों में 60,000 से अधिक मास्क तैयार कर लिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं उपाय के लिए महिला स्व सहायता समूह द्वारा कपड़े से मास्क तैयार किया जा रहा है। इसमें से कुछ मास्क का वितरण अत्यावश्यक सेवा में लगे हुए अधिकारी/कर्मचारियों को किया गया है।शासन से आदेश प्राप्त होने के बाद महापौर एवं विधायक देवेंद्र यादव ने अपनी महापौर निधि का उपयोग मास्क उपलब्ध कराने के लिए किया है तथा निगम के कुछ जनप्रतिनिधियों ने भी अपने निधि से मास्क लेने के लिए अपनी सहमति प्रदान की है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के नोडल अधिकारी तरुण पाल लहरें ने बताया कि दो लेयर में मास्क तैयार किया जा रहा है ताकि मास्क की गुणवत्ता अच्छी बनी रहे। मास्क बनाने के लिए राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह की महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई है।
महिलाओं के द्वारा मास्क तैयार करने पश्चात इसे पूर्ण रूप से सैनिटाइज कर उपयोग के लिए दिया जा रहा है। इस मास्क को पुनः उपयोग में लाने के लिए अच्छी तरह से धोकर सुखाया जा सकता है तथा सैनिटाइज किया जा सकता है, महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने इसे बहुत ही कम दिनों में तैयार किया है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत आने वाले एरिया लेवल फेडरेशन की महिलाएं मास्क तैयार करने का कार्य घर पर रहकर कर रही है। लॉक डाउन के दौरान महिलाओं ने मास्क बनाने का जिम्मा लिया हुआ है और बखूबी इसे तैयार करने में जूटी हुई है। - दुर्ग : मच्छरों के उन्मूलन हेतु गली-मोहल्लों के सघन क्षेत्रों में हैंड स्प्रे से फाॅगिंग कराया जा रहा है। कर्मचारी वार्डों में हैड मशीन व व्हीकल माउंटेड फागिंग मशीन द्वारा निगम क्षेत्रों में फाॅगिंग कर रहे है। निगम क्षेत्र में डेंगू से बचाव हेतु मलेरिया आॅयल व मैलाथियान का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही निगम की टीम एवं मितानीनें घरों में जाकर सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है। निगम प्रशासन आमजन से अपील करती है कि अपने घर व आस-पास साफ सफाई बनाकर रखे तथा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाली वाहनों को सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग प्रदाय करें।पीलिया से बचाव हेतु पानी को उबालकर पिए, तो पेयजल का ही इस्तेमाल पीने के लिए करें। भिलाई निगम द्वारा मौसमी बीमारी से बचाव हेतु हरसंभव प्रयास किए जा रह है। प्रतिदिन स्वच्छता कार्य निरंतर जारी है। वाहन आवागमन योग्य वाले क्षेत्रों में व्हीकल माउंटेड मशीन तथा घनी आबादी वाले क्षेत्रों में हैन्ड मशीन से फाॅगिंग किया जा रहा है।स्वच्छता निरीक्षक के.के. सिंह ने बताया कि निगम के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी द्वारा जोन 03 के मदर टेरेसा नगर, वार्ड 21 सुंदरनगर क्षेत्र के तालाब किनारे, गुरूद्वारा के आस पास, आंगनबाड़ी, आन्ध्रा मार्ग, संतोषी मंदिर के सामने गली, मितानीन निवास गली, वार्ड 33 सड़क 1,2, सरदार मोहल्ला, आदर्श नगर महिला सुलभ के पीछे, पुराना शिव मंदिर, रामू मिस्त्री घर के पास, शर्मा गली के पास, वार्ड 25 संतोषी पारा, गोपाल मिस्त्री लाइन, पक्का कुआं लाइन, साईं मंदिर लाइन, केशव मेमोरियल स्कूल के पास फॅागिंग मशीन से धुआं छोड़ा गया।
- दुर्ग : बाजार क्षेत्रों में लगने वाले भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आज निगम की टीम अलग-अलग बाजारों में तैनात रही है। आज उड़नदस्ता की टीम प्रातः 8ः00 बजे से संजय नगर सुपेला में लगने वाले बाजार पर निगरानी रखने पहुंच गई तथा सोशल डिस्टेंस बनाने सब्जी विक्रेताओं को दूरी बनाए रखने हिदायत देकर चुना मार्किंग किए गए स्थलों पर बैठने कहा।ठेले वालों को फेरी लगाकर गली-मोहल्लों में विक्रय करने हेतु भेजा गया तथा वहां पर लंबे समय से खड़ी वाहनों को हटाने की कार्यवाही पुलिस प्रशासन एवं निगम द्वारा की गई। कुछ लोगों ने स्वयं से ही अपने वाहनों को वहां से हटा लिया। पार्किंग के लिए जगह बनाने ऐसे वाहनों को हटाकर बाजार मे आने-वाले क्रेताओं के लिए वाहन को सुव्यवस्थित रखने व्यवस्था की जा रही है। मैदान के संपूर्ण क्षेत्र में जेसीबी के माध्यम से सफाई किया गया है ताकि सब्जी विक्रेता एक स्थल पर सघन रूप से विक्रय न कर परस्पर दूरी बनाकर सब्जी बेच सकें। इसी प्रकार अंडा चैक खुर्सीपार के मैदान में सब्जियां लेने आने-जाने वाले लोगों के लिए एक स्थल पर चुना मार्किंग कर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। संजय नगर सुपेला बाजार में जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, तोड़फोड़ दस्ता की टीम के प्रकाश अग्रवाल, उड़नदस्ता टीम के वीके सैमुअल एवं पुलिस बल सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए सुबह से जुटे रहे।
- दुर्ग : विभाग के 112 कर्मचारियों द्वारा संकट की इस घड़ी में अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाहन करते हुए एक दिन का वेतन रु. 125698.00 कोषालय के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया गया है। नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु शासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए है। तदानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपंप बंद होने की सूचना पेयजल समस्या से निपटने हेतु दुर्ग जिले में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों का मोबाईल नंबर जनसामान्य हेतु प्रकाशित किये गये थे, ताकि ग्रामीण जन को स्वयं आने की आवश्यकता न पड़े। ग्रामीण जन हैण्डपंप बंद होने की शिकायत मोबाईल के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं। हैण्डपंप बिगड़ने की सूचना राज्य के टोल फ्री नंबर 18002330008 पर भी दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। संक्रमण से बचाव हेतु विभागीय अमले को मास्क, सेनेटाईजर प्रदान किया गया है तथा सोशल डिस्टेंसिंग को पालन करने का निर्देश दिया गया है। विगत 15 दिवस में विभाग के कर्मठ तकनीशियनों द्वारा 96 हैंडपंपों का सुधार कार्यकर ग्रामीणजन को पेयजल उपलब्ध कराया गया है। विभागीय अमला द्वारा जल जनित बिमारियों की संभावना को देखते हुए पेयजल स्त्रोंतों का क्लोरिनेशन किया जा रहा है। 5127 स्त्रोंतों का क्लोरिनेशन कार्य पूर्ण किया जा चूका है। जिन स्त्रोंतों में प्रदूषित होने की संभावना दिख रही है उनका जल प्रयोगशाला में परीक्षण किया जा रहा है। विभाग द्वारा वर्ष 2019-20 में 324 नलकूप का खनन किया गया है तथा 248 असफल नलकूपों में हाईड्रफैक्चरिंग के माध्यम से उपचार किया गया है। जिनमें 197 नलकूप सफल हो गया है, इनसे शुद्ध पेयजल मिलना पुनः प्रारंभ हो गया है।
- जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार पहुंचे पाटन ब्लाक के गांवों के निरीक्षण में, उन्होंने कहा कि कुशलता से काम कर रही बैंक सखियां, भुगतान भी कर रही हैं और कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता संदेश भी दे रहींदुर्ग : कोविड-19 संक्रमण की आशंका को देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत जनधन एकाउंट की महिला खाताधारियों के खाते में राशि जमा की गई है। इसके जमीनी क्रियान्वयन के निरीक्षण के लिए जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार तथा जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू आज जनपद पंचायत पाटन के किकिरमेटा आदि सरहदी गांवों तक गए। वहां उन्होंने बैंक सखियों का काम देखा और प्रशंसा की। बैंक सखियों ने भुगतान लेने आई हितग्राहियों को सोशल डिस्टेंसिंग कराई। फिर सैनिटाइज किया। बैंक सखियों ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं में कोरोना संक्रमण को लेकर पर्याप्त जागरूकता है। इसके बावजूद भी उन्होंने फिर से महिलाओं को इसके संक्रमण की आशंका और बचाव के उपायों के बारे में बताया। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से भुगतान कराया और हाथ साबुन से धुलाए। सीईओ इसके अलावा सेलूद, जामगांव आर, बेल्हारी और रानीतराई जैसे गांवों में भी पहुंचे। उन्होंने यह भी देखा कि कोविड संक्रमण को रोकने तथा लाकडाउन की स्थिति में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए स्थानीय अमले ने किस प्रकार के कार्य किए हैं। स्थानीय अमले ने बताया कि निर्देशों के मुताबिक उन्होंने राशन का भंडारण किया है ताकि जरूरत के वक्त यह काम आ सके।उन्होंने मनरेगा भुगतान के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस समय में गरीब परिवारों की विशेष रूप से चिंता करनी है। इसके लिए सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। स्थानीय स्तर पर भी लगातार देखें कि गांव के सबसे जरूरतमंद तबके को मदद मिलती रहे। उन्होंने मांग के आधार पर निर्माण कार्य आरंभ होने पर मनरेगा कार्यस्थल पर हाथ धोने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने के निर्देश अमले को दिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही कोरोना संक्रमण रोकने का एकमात्र उपाय है।उन्होंने कहा कि विकलांग, वृद्ध एवं इस तरह के अन्य लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है इसे भी सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हो रहे भुगतान की जानकारी भी सरपंच और वहां के बैंक अधिकारी से ली। उन्होंने कहा कि शाखाओं में भुगतान के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखें। इसके साथ ही शाखाओं में छायादार जगह भी होनी चाहिए ताकि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग रखते वक्त दिक्कत न हो। इसके साथ ही सैनिटाइज करने की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा पेयजल और अन्य बुनियादी जरूरतों के संबंध में भी व्यवस्था होनी चाहिए। मनरेगा भुगतान के संबंध में उन्होंने बताया कि मजदूरी भुगतान की राशि 15 दिन के भीतर मजदूरों के खाते में जमा हो जाएगी।क्रमांक 385
- दुर्ग : कोविड-19 के कारण कृषि और संबद्ध गतिविधियों को लाॅकडाउन (बन्दी) की अवधि के दौरान छूट दी गई है - पशु चिकित्सा अस्पताल, एसएसपी परिचालनों सहित कृषि उत्पादों की खरीद हेतु उत्तरदायी समस्त अभिकरण, जिन मंडियों का संचालन कृषि उपज मंडी समिति द्वारा किया जाता है या राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित किया जाता है, किसानों और खेत श्रमिकों द्वारा खेती का कार्य, फार्म मशीनरी से संबंधित कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी), उर्वरक, कीटनाशक और बीज के विकास और पैकेजिंग में कार्यरत इकाईयां, कम्बाइन हार्वेस्टर और कृषि/बागवानी उपकरणों की कटाई और बुवाई संबंधित मशीनों की अंतर-राज्य आवाजाही। इन छूटों से कृषि और खेती से संबंधित गतिविधियों को बिना किसी असुविधा के सुनिश्चित किया जा सकेगा ताकि आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और किसानों को लाॅकडाउन (बन्दी) के दौरान किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। लाॅकडाउन (बन्दी) के दौरान कार्यान्वयन के लिए संबंधित मंत्रालयों, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए है। (गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार नंबर 2440-3/2020-डीएम-आई(ए) दिनांक 24, 25 और 27 मार्च, 2020) भारत सरकार के नीति-निर्देशों के आधार पर कृशि और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित गतिविधियों को जारी रखने के लिए राज्य सरकारों के विभिन्न मंत्रालयों विभागों द्वारा कार्यान्वयन हेतु दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए है।किसान भाईयों के लिए सलाहफसलों की कटाई एवं मड़ाई से संबंधित- देश में कोविड-19 के फैसले के खतरे के साथ रबी फसलें भी तेजी से पकने की ओर अग्रसर है। इन फसलों की कटाई एवं उनके बाजार तक पहुॅचाने का काम वांछनीय है क्योंकि कृषि कार्य में समय की बाध्यता अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतः किसानों को सावधानी एवं सुरक्षा का पालन करना बहुत ही जरूरी है ताकि इससे महामारी का फैलाव ना हो सके। ऐसी स्थिति में साधारण एवं सरल उपाय जैसे सामाजिक दूरी का निर्वाहण, साबुन से हाथों को साथ करते रहना, चेहरे पर मास्क लगाना, सुरक्षा हेतु कपड़े पहनना एवं कृषि संयंत्रों एवं उपकरणों की सफाई करना अत्यंत आवश्यक है। किसानों को खेती के प्रत्येक कार्यो के दौरान एक दूसरे से सामाजिक दूरी बरकरार रखते हुए काम करना आवश्यक है।कुछ सलाह किसानों के लिए अति- उपयोगी है।भारत के उत्तरी प्रांतों में गेहूं पकने की स्थिति में आ रही है। अतः इनकी कटाई के लिए कम्बाइन कटाई मशीन का उपयोग एवं प्रदेशों के अन्दर तथा दो प्रदेशों के बीच इनका आवागमन भारत सरकार द्वारा आदेश प्रदान किया गया है। हालाॅकि इस दौरान मशीनों के रखरखाव एवं फसल कटाई में लगे श्रमिकों की सावधानी एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।इसी प्रकार उत्तर भारत की सरसों रबी की महत्वपूर्ण फसल है जिसकी किसानों द्वारा हाथ से कटाई एवं कटी फसलों की मड़ाई का कार्य जोरों से चल रहा है। मसूर, मक्का और मिर्ची जैसे फसलों की भी कटाई एवं तुड़ाई चल रही है तथा चने की फसल पकने की स्थिति में आ रही है। गन्ने की कटाई जोरों पर है तथा उत्तर भारत में इसकी रोपाई (हाथ से) का भी समय है। ऐसी स्थिति में समस्त किसानों एवं कृषि श्रमिकों, जो फसलों की कटाई, फल एवं सब्जियों की तुड़ाई, अंडों और मछलियों के उत्पादन में लगे है, उनके द्वारा इन कार्यो के क्रियान्वयन के पहले, कार्यो के दौरान एवं कार्यो के उपरांत व्यक्तिगत स्वच्छता तथा सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना अत्यावश्यक है। फसलों की हाथ से कटाई/तुड़ाई के दौरान बेहतर होगा कि 4-5 फीट की पट्टियों में काम को किया जाए तथा एक पट्टी की दूरी में एक ही श्रमिक को कार्यरत रखा जाए। इस प्रकार कार्यरत श्रमिकों के बीच उचित दूरी सुनिश्चित की जा सकेगी। कार्यरत सभी व्यक्तियों/श्रमिकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे मास्क पहनकर ही काम करें तथा बीच-बीच में साबुन से हाथ धोते रहें। एक ही दिन अधिक श्रमिकों को कार्य में लगाने के बजाए उस कार्य को अवधि/दिनों में बाॅट दिया जाए तथा खेतों में काम अंतराल में किया जाए। जहाॅ तक संभव हो परिचित व्यक्ति को ही खेतों के कार्य में लगाएं। किसी अनजान श्रमिक को खेत में कार्य से रोकें ताकि वे इस महामारी का कारण न बन सके। जहां तक संभव हो कृषि कार्य उपकरणों व मशीनों से ही किया जाए न कि हाथों से तथा केवल उपयुक्त व्यक्ति को ही ऐसे संयंत्रों को चलाने दिया जाए। कृषि कार्यों में लगे संयंत्रों को कार्यो के पूर्व तथा कार्यो के दौरान साथ (सैनिटाइज) किया जाना चाहिए। साथ ही साथ बोरी तथा अन्य पैकेजिंग सामग्रियों को भी साफ (सैनिटाइज) किया जाना चाहिए। खलिहानों में तैयार उत्पादों को छोटे-छोटे ढेरों में इकट्ठा करें जिनकी आपस में 3-4 फीट हो। साथ ही प्रत्येक ढेर पर 1-2 व्यक्ति को ही कार्य पर लगाना चाहिए तथा भीड़ इकट्ठा करने से बचना चाहिए। कटाई की गई मक्के एवं खोदे हुए मूंगफली की मड़ाई हेतु लगाई गई मशीनों की उचित साफ-सफाई एवं स्वच्छता (सैनिटाइज) सुनिश्चित करें। खासकर यदि इन मशीनों के पार्ट्स (पुर्जो) को बार-बार छूने पर साबुन से हाथ धोना चाहिए।कृषि उत्पादों का कटाई उपरान्त भंडारण तथा विपणनप्रक्षत्रों पर कुछ खास कार्यो जैसे मड़ाई, सफाई, सुखाई, छंटाई, ग्रेडिंग तथा पैकेजिंग के दौरान किसानों/श्रमिकों को चेहरे पर मास्क अवश्य लगाना चाहिए ताकि वायु-कण एवं धूल-कण से बचा जा सके श्वास संबंधित तकलीफों से दूर रहा जा सके। तैयार अनाजों, मोटे अनाजों तथा दालों को भंडारण के पूर्व पर्याप्त सुखा लें तथा पुराने जूट के बोरों को भंडारण हेतु प्रयोग ना करें। नए बोरियों को नीम के 5 प्रतिशत घोल में उपचारित कर तथा सूखा कर ही अनाजों के भंडारण हेतु प्रयोग करें। शीत भंडारों, सरकारी गोदामों तथा अन्य गोदामों द्वारा आपूर्ति की गई जूट की बोरियों का उपयोग अनाज भंडारण हेतु काफी सतर्कता पूर्वक करें। अपने उत्पादों को बाजार-यार्ड अथवा निलामी स्थल तक ले जाने के दौरान ढुलाई के वक्त किसान अपनी निजी सुरक्षा का भरपूर ध्यान रखें। बीज उत्पादक किसानो ंको अपने बीजों को लेकर बीज कंपनियों तक ट्रांसपोर्ट (यातायात) करने की इजाजत है बशर्ते उन किसानों के पास संबंधित दस्तावेज हो तथा भुगतान के वक्त समुचित सावधानी बरतें। बीज प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग, संयंत्रों द्वारा बीजों का आवागमन बीज उत्पादक प्रांतों से फसल उत्पादक प्रांतों तक आवश्यक है ताकि गुणवत्तायुक्त बीजों की उपलब्धता आगामी खरीफ ऋतु के लिए सुनिश्चित किया जा सके (दक्षिण भारत से उत्तर भारत तक)। उदाहरण के लिए अप्रैल के महीने में उत्तर भारत में हरे चारे की खेती हेतु बीज की आपूर्ति दक्षिण भारत के प्रांतों द्वारा की जाती है। इनके अतिरिक्त, किसानों के द्वारा उनके प्रक्षेत्रों पर तैयार टमाटर, फूलगोभी, हरी पत्तेदार सब्जियां, खीरा तथा अन्य लौकीवर्गीय सब्जियों के बीज के सीधे विपणन में किसानों की विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।प्रक्षेत्रों पर खड़ी फसलों से संबंधित सावधानियांजैसा कि ऐसा देखा जा रहा है कि इस बार अधिकांश गेहूं उत्पादक प्रांतों में और तापमान विगत अनेक वर्षो के औसत तापमान से कम है, अतः गेहूं की कटाई कम से कम 10-15 दिन आगे बढ़ने की संभावना है। ऐसी दशा में किसान यदि 20 अप्रैल तक भी गेहूं की कटाई करे तो उन्हें आर्थिक नुकसान नहीं होगा। इस प्रकार गेहूं की खरीददारी राज्य सरकारों व अन्य एंजेंसियों द्वारा करना आसान होगा। दक्षिणी भारत के प्रांतों में शीतकालीन (रबी) धान की फसल दाने पुष्ट होने की अवस्था में है तथा नेक ब्लास्ट रोग से प्रभावित है। अतः किसानों को सलाह दी जाती है कि संबंधित रोगनाशी रसायन का छिड़काव सावधानी पूर्वक करें। इन्हीं प्रांतों में धान की कटाई की अवधि में यदि असामयिक बारिश हो जाए तो किसानों को 5 प्रतिशत लवण के घोल का छिड़काव फसल पर करना चाहिए ताकि बीज अकुंरण को रोका जा सके। उद्यानिकी फसले, खासकर, आम पर इस समय फल बनने की अवस्था है। आम के बागों में पोषक तत्वों के छिड़काव तथा फसल सुरक्षा के उपायों के दौरान रसायनिक निवेशों का समुचित हैडलिंग, उनका समिश्रण, उपयोग तथा संबंधित संयंत्रों की सफाई अत्यंत आवश्यक है। चना, सरसों, आलु, गन्ना, गेहूं के बाद खाली खेतों में जहाॅ ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती होनी है यहाॅ मूंग के फसलों के सफेद मख्खी के प्रबंधन हेतु उचित रसायनों के उपयोग के दौरान समुचित सुरक्षा का पालन करें ताकि इन फसलों को पीले मौजेक (विषाणु) के प्रकोप से बचाया जा सके।
- दुर्ग : आश्रय स्थल में ठहरे बेसहारा एवं अन्य राज्यों से आए हुए ऐसे लोग जो लॉक डाउन के दौरान सीमा क्षेत्र से बाहर नहीं जा पाए उनके लिए आश्रय स्थल में रहने एवं खाने की व्यवस्था की गई है। इनकी समुचित व्यवस्था के लिए आज महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव, कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने संयुक्त निरीक्षण कर जायजा लिया। मंगल भवन में ऐसे लोग जो लॉक डाउन के दौरान सीमा क्षेत्र से बाहर नहीं जा पाए उन्हें ठहराया गया है यह सभी विभिन्न राज्यों से हैं। 75 लोगों को मंगल भवन में आश्रय दिया गया है तथा सभी के लिए अलग-अलग कमरों में रहने की व्यवस्था की गई है ताकि सोशल डिस्टेंस बनाकर रखा जा सके! समीपवर्ती झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के लोग इस आश्रय स्थल में ठहरे हुए हैं।कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने इनसे मुलाकात की तथा उन्होंने पूछा कि समय कैसे व्यतीत करते हैं इस पर कुछ लोगों ने जवाब दिया कि मोबाइल के माध्यम से समय गुजार रहे हैं इस पर श्री आनंद ने एफएम रेडियो तथा टेलीविजन की व्यवस्था करने के निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिए। मंगल भवन में ठहरे हुए लोगों के लिए पंखा, कूलर, विद्युत, पानी, शौचालय, साफ-सफाई, नाश्ता एवं भोजन, मास्क एवं सैनिटाइजर इत्यादि की व्यवस्था का अवलोकन संयुक्त रूप से आज किया गया। ठहरे हुए लोगों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने हिदायत दी गई। प्रियदर्शनी परिसर पश्चिम में स्थित आश्रय स्थल का निरीक्षण भी कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने किया। यहां पर साधना स्व सहायता समूह की महिला रेखा बघेल ने आश्रय स्थल का जिम्मा संभाला हुआ है। इस स्थल में महिलाओं के रहने के लिए अलग एवं पुरुषों के रहने के लिए अलग व्यवस्था की गई है। जिलाधीश श्री आनंद ने यहां पर ठहरे हुए लोगों से मुलाकात की और किसी भी प्रकार की समस्या के बारे में पूछा जिस पर उपस्थित लोगों ने किसी प्रकार की समस्या नहीं होने की जानकारी दी। उन्होंने साफ सफाई, भोजन व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की तथा सब कुछ व्यवस्थित पाया। यहां पर ठहरे हुए सभी लोगों को मास्क तथा साबुन प्रदान किया गया है। प्रतिदिन निगम के अधिकारी आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेते रहते हैं।निरीक्षण के दौरान उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा एवं प्रीति सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, अजय शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे।