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जशपुर : रायगढ़ लोकसभा सांसद एवं समिति अध्यक्ष श्रीमती गोमती साय अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक संपन्न

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 

 
केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की गई गहन समीक्षा

योजनाओं के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में विशेष ध्यान रखने के लिए किया निर्देशित

योजनाओं का लाभ जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे- सांसद श्रीमती गोमती साय

जशपुर : रायगढ़ लोकसभा सांसद एवं दिशा की अध्यक्ष श्रीमती गोमती साय की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत के सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा की बैठक आयोजित हुई। बैठक में केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में विधायक जशपुर श्री विनय भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनी भगत, कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री के.एस.मण्डावी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं सर्व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

            सांसद श्रीमती गोमती साय ने कार्यों की समीक्षा की तथा सकारात्मक ढंग से जनहित से जुड़े मुद्दों और आम जनता की मूलभूत सुविधाओं के विकास से संबंधित विभिन्न बातों पर विस्तार से चर्चा की। श्रीमती साय ने सभी जनप्रतिनिधियों, कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत सहित समस्त जिला प्रशासन को केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं का लाभ जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहंचाने के लिए कार्य करने के निर्देश दिए। जिससे अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि योजनाओ के शत प्रतिशत क्रियान्वयन के साथ जनता की भलाई तथा क्षेत्र के विकास के काम को प्राथमिकता दें। साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में निगरानी  रखने के लिए निर्देशित किया।

बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, दीन दयाल अंत्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय गा्रमीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन- राष्ट्रीय रर्बन मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, समेकित बाल विकास योजना, सर्व शिक्षा अभियान, मिड-डे मील, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी ,स्वच्छ भारत मिशन शहरी, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना- बीपीएल परिवारों के लिए एलपीजी कनेक्शन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय सामाजिक सहायक कार्यक्रम, डिजिटल भारत भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना, डिजिटल इंडिया- पब्लिक इंटरनेट एक्सस प्रोग्राम- प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामान्य सेवा केन्द्र उपलब्ध कराना सहित अन्य कार्यों की समीक्षा की गई।

श्रीमती साय ने कहा कि जशपुर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहाँ दूरस्थ वनांचल क्षेत्रो में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के पास सड़क, पानी, बिजली जैसे मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करना आवश्यक है।  उन्होंने इन जनजातीय बसाहटों, हाथी प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, तथा पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ।

राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने विभिन्न पेंशनयोजना के हितग्राहियों को समय पर पेंशन भुगतान करने एवं पात्र लोगों को लाभांवित करने के लिए कहा। इस हेतु बीसी सखी, व्हीएलई की सहायता लेने की बात कही। जिससे वे ग्रामीणोें के घर-घर जाकर हितग्राहियों को पेंशन भुगतान कर लाभ पहंुचा सके। साथ ही एनआरएलएम के माध्यम से बीसी सखी की संख्या बढ़ाने एवं उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करने की बात कही। उपसंचालक समाज कल्याण ने बताया कि जिले में 7 विभिन्न  योजनाओं के तहत् कुल 75 हजार 740 हितग्राहियों को पेंशन भुगतान किया जाता है।

 उप संचालक कृषि ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत 17775 किसानों द्वारा 13007.85 हेक्टेयर रकबा बीमित किया गया है। श्रीमती साय ने योजना के संबंध में किसानों में जागरूकता लाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। जिससे अधिक से अधिक किसान फसल बीमा का लाभ ले सके। समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिले में कुपोषण के स्तर में सुधार लाने के लिए विशेष प्रयास करने की बात कही। गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं, किशोरी बालिकाओं, को विभिन्न योजनओं की जानकारी प्रदान कर जागरूकता लाने के लिए निर्देशित किया। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौष्टिक आहार, गर्म भोजन, रेडी टू ईट का अनिवार्य रूप से प्रदान करने की बात कही। साथ ही जनजागरूकता लाने के लिए अभियान चलाने के लिए कहा।  इस हेतु महिला बाल विकास एवं एनआरएलएम की महिला समूह को मिलकर कार्य करने की बात कही।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सासंद श्रीमती साय को जिले में नागरिकों के हित के लिए  वर्तमान में किये जा रहे अभिनव प्रयासों एवं कार्ययोजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिले के सभी विकासखंडों में रात्रि कालिन चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। जहां अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी देते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण कर रहे है। इसी प्रकार मुख्य हाट बाजार क्लिनिक के माध्यम से जिले के दूरस्थ पहाड़ी वनांचालों में निवासरत लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाया जा रहा है।  धान खरीदी के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जिले में धान उपार्जन के लिए आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित किया जा रहा है। केन्द्रों में किसानों के लिए बैठक व्यवस्था, पेयजल, सहित अन्य सुविधाओं की व्यवसथा की जा रही है। उपार्जन केन्द्रो के सतत निरीक्षण हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। साथ ही अन्य राज्य से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए सभी चेकपोस्ट पर कर्मचारियो की ड्यूटी निर्धारित की गई है। साथ ही जिले को कृषि एवं उद्यानिकी के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए जिले को जल स्त्रोतों के समुचित उपयोग के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। सीईओ जिला पंचायत श्री मंडावी ने बताया कि जिले में मनरेगा के तहत  अधिक से अधिक हितग्राही मूल कार्य स्वीकृत किए जा रहे है। किसानों के जमीन पर कुंआ डबरी तालाब निर्माण हाने से किसानों को आय का अतिरिक्त जरिया प्राप्त होगा।
 

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