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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
*शिक्षा के साथ खेल और अनुशासन भी जरूरी, छात्र जीवन में समझनी होगी समय की कीमतः मुख्यमंत्री*
*मुख्यमंत्री ने प्रो जे एन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी*
*मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और अभिभावकों को नये शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की दी बधाई*
रायपुर : आज के दौर में स्कूलों में शिक्षा का वातावरण बनाना जरूरी है। बच्चों को शिक्षा के साथ खेलकूद और अनुशासन पर भी ध्यान देना है। छात्र जीवन में ही समय की कीमत समझनी होगी। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शिक्षा सत्र 2023-24 के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर आज प्रोफेसर जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय में कहीं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है और इस मंदिर को भी हमेशा साफ सुथरा रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों के खुलने से राज्य में शिक्षा के प्रति फिर से रूझान बढ़ा है और वर्तमान में प्रत्येक वर्ग के लोग अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।
*मुख्यमंत्री ने तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर छात्रों को कराया शाला प्रवेश*
मुख्यमंत्री ने शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर स्कूली बच्चों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर तथा उन्हें मिठाई खिलाकर शाला प्रवेश कराया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को गणवेश, पुस्तकें तथा स्कूल बैग का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और अभिभावकों को नये शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि यही बच्चे हमारा भविष्य हैं और इन बच्चों को शिक्षा का उचित वातावरण देना हमारी जिम्मेदारी है ताकि इनका पढ़ाई में मन लगा रहे।
*स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत*
मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक प्रो जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत करते हुए कहा कि शिक्षा के मंदिरों को सुदृढ़ और सुंदर बनाने के लिए राशि की कभी कभी भी आड़े नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के स्कूलों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए बजट में 12 सौ करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की थी। इस राशि से वर्तमान में 23 हजार स्कूलों में काम चल रहा है।
*दूसरे चरण में 4318 बालवाड़ियों का शुभारंभ*
शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री बालवाड़ी योजना के दूसरे चरण में वर्चुअल रूप से 4 हजार 3 सौ 18 बालवाड़ियों का शुभारंभ किया। राज्य में बालवाड़ियों के जरिए पांच से छः वर्ष के बच्चों को बुनियादी शिक्षा के प्रति जागरुक करने का प्रयास किया जाता है। बालवाड़ी में बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा प्रदान की जाती है ताकि स्कूल जाने में उन्हें कोई घबराहट का सामना न करना पड़े। बालवाड़ी योजना के पहले चरण में 5 सितंबर 2022 को 5 हजार 1 सौ 73 बालवाड़ी की शुरूआत की गयी थी।
*ऐतिहासिक स्कूल है प्रो. जेन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय, राज्य को यहां से मिले हैं 4 मुख्यमंत्री और एक उप राष्ट्रपति*
प्रो. जेएन पांडेय स्कूल एक ऐतिहासिक स्कूल है। इस स्कूल की स्थापना सन 1864 में हुई थी और ये स्कूल कभी कलकत्ता विश्वविद्यालय तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भी संबद्ध रहा है। इस स्कूल ने राज्य को चार मुख्यमंत्री दिए हैं। स्व. पं. रविशंकर शुक्ल, स्व. द्वारका प्रसाद मिश्रा, स्व. श्यामा चरण शुक्ल तथा स्व. मोती लाल वोरा इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं। इसके साथ ही देश के पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. हिदायतुल्ला भी इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं।
शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, रायपुर नगर निगम के महापौर श्री ऐजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री रामसुंदर दास, शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री आलोक शुक्ला, शिक्षा विभाग के सचिव डॉ एस भारती दासन समेत विभाग के अधिकारी तथा स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षक, प्राचार्य एवं अभिभावक मौजूद थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बस्तर के लोगों को अधिकार संपन्न बनाने का काम किया
विकासखण्ड से लेकर जिला स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया
बस्तर के अंदरूनी इलाकों में भी तेजी से हो रहा विकास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बस्तर की धरती शांति, भाईचारे और प्रेम की धरती है। हमने बस्तर के लोगों का विश्वास जितने, बस्तर के विकास और लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का काम किया। हमने लोगों को अधिकार संपन्न बनाने का काम किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ’इमर्जिंग बस्तर’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि पहले बस्तर नक्सल गतिविधियों के प्रभाव में था, लोग दहशत में थे। ऐसी स्थिति को हमने संभाला, हमने बस्तर के लोगों का विश्वास जीता।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही सबसे पहले किसानों की ऋण माफी, 2500 रुपये में धान की खरीदी और लोहंडीगुड़ा में जमीन वापसी का काम किया। बस्तर के विकास, लोगों को सुरक्षा देने का काम किया। इसके अलावा वन अधिकार पट्टा दिलाने, जेल में बंद निर्दोष लोगों को छुड़ाने, बन्द पड़े स्कूलों को फिर से शुरु किया। विकासखण्ड से लेकर जिला स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया। इसके साथ ही हाट बाजार क्लीनिक योजना, स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लीनिक योजना लागू की। बस्तर को मलेरिया मुक्त करने अभियान चलाया, कुपोषण दूर करने का काम किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बस्तर की संस्कृति यहां की पहचान है। हमारी सरकार ने इस संस्कृति को सहेजने के लिए देवगुड़ी निर्माण, घोटुल निर्माण का कार्य किया, आदिवासी परब सम्मान निधि योजना, छत्तीसगढ़ी पर्व सम्मान निधि योजना लागू की, गायता-पुजारियों को भी मानदेय देने का काम किया गया।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक विकास के लिए जिला निर्माण, अनुभाग और तहसील निर्माण का कार्य किया गया। पहले डीएमएफ की राशि से सिर्फ बड़ी-बड़ी बिल्डिंगे बना करती थी, हमने इस राशि से सड़क, पुल-पुलिया निर्माण जैसे आधारभूत इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में किया। हमने लोगों को रोजगार देने का काम किया। उन्होंने कहा कि मजदूर, किसान, गरीब, आदिवासी, व्यापारी, पत्रकार हो या हमारे अधिकारी-कर्मचारी सभी वर्गो को लगता है कि यह हमारी सरकार है। सरकार ने अपनी योजना से सभी वर्गो को लाभान्वित किया। हमारी सरकार सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व करने वाली सरकार है।
श्री बघेल ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के दरभा घाटी में कॉफी का उत्पादन किया जा रहा है। दंतेवाड़ा में जैविक खेती की जा रही है। लोहण्डीगुड़ा के पास इमली का प्रोसेसिंग प्लांट लगाया गया है। यहां पर कोदो, कुटकी और रागी की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 67 प्रकार की वनोपजों की खरीदी की जा रही है। बस्तर में काजू, आम, इमली, महुआ, चिरौंजी, हर्रा-बहेरा आदि की खरीदी एवं इन उत्पादों का वैल्यूएडीशन करने का काम किया जा रहा है। इन उत्पादों की विदेशों में भी अच्छी मांग है। लोगों को रोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए, गौठानों और रीपा में विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। पहले की सरकारे तो स्व-सहायता समूहों का गठन कर वस्तुओं का उत्पादन कराती थी, हमने इन उत्पादों की विक्रय की ठोस व्यवस्था की है। जिला स्तर और संभागीय मुख्यालयों में सी-मार्ट प्रारंभ किए हैं। अमेजन और फ्लिपकार्ड जैसे आनलाईन प्लेटफार्म पर बिक्री की जा रही है। बस्तर के महुआ की डिमांड इंग्लैण्ड में भी है। हमारी यह कोशिश है कि उत्पादन करने वाले और उत्पादों की विक्रय करने वाले अलग-अलग लोग हों और उनके उत्पादों की विक्रय की चिंता न रहे।मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर बहुत समृद्ध और सुन्दर है।
हमारा प्रयास है कि यहां पर्यटन को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जाए। बस्तर अंचल में अच्छी रोड कनेक्टिविटी विकसित की गई है। साथ ही एयर कनेक्टिविटी में और विस्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पर्यटन बढ़ने से यहां के लोगों को रोजगार और आय के अच्छे साधन मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बस्तर के अन्दरूनी इलाकों नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर में कैम्प लगाकर लोगों के जॉबकार्ड, आधार कार्ड और राशनकार्ड बनाने का काम किया। आंगनबाड़ी केन्द्र प्रारंभ किए, शिक्षा और स्वास्थ्य की अच्छी सुविधाएं प्रदान करने का हर संभव प्रयास किया। आज बस्तर के लोग राज्य सरकार के काम से खुश हैं। पहले बस्तर के दूरस्थ अंचलों की पीडीएस दुकानों में राशन पहुंचाने की हेडलाईन अखबारों में बना करती थी। आज स्थिति में बड़ा परिवर्तन आया है। अब इन इलाकों में चार महीने का राशन पहले से ही पहुंच जा रहा है। अब नक्सलवाद नहीं विकास बस्तर की पहचान बन रहा है। बस्तर में रोजगार अवसर बढ़ रहे हैं। भेंट-मुलाकात के दौरान हमने हर समाज को जमीन उपलब्ध कराने के साथ ही भवन निर्माण के लिए राशि दी है। -
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राज्य वित्त सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के मुश्किल समय में अच्छे वित्तीय प्रबंधन के लिए वित्त विभाग के अधिकारियों की सराहना की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज छत्तीसगढ़ वित्त सेवा अधिकारी संघ के सम्मान समारोह व स्नेह सम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में वर्ष 2015 के बाद सेवानिवृत्त हुए वित्त विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने राज्य वित्त सेवा अधिकारी संघ की स्मारिका ‘सुनिधि’ का भी विमोचन किया। वित्त विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, कोष एवं लेखा संचालक श्री नीलकंठ टीकाम, पेंशन संचालक सुश्री नम्रता गांधी और संस्थागत वित्त की विशेष सचिव एवं संचालक सुश्री शीतल वर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित थीं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि वित्त और चित्त में गहरा संबंध है। जब वित्त बढ़िया हो तो चित्त भी बढ़िया होता है। वित्त विभाग पूरे प्रदेश की व्यवस्था के लिए धमनी का काम करता है। जहां जितनी जरूरत हो वहां उतनी राशि वित्त विभाग आबंटित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वित्तीय प्रबंधन में वित्त विभाग अच्छा काम कर रहा है। कोरोना संकट का समय राज्य की वित्तीय व्यवस्था के लिए परीक्षा का समय था। उस भीषण संकट के दौर में भी वित्तीय सेवा से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों ने राज्य की अर्थव्यवस्था को संभाले रखा। जब देश में चारों ओर मंदी का वातावरण था, तब भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था गतिशील रही।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आज जिन अधिकारियों का सम्मान हुआ है उनका मैं अभिनंदन करता हूं। पुरानी पेंशन योजना लागू करना राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों की पुरानी मांग थी। हमने इसे लागू करने का फैसला किया तो केंद्र सरकार ने इस पर असहयोगात्मक रवैया अपनाया। बावजूद इसके वित्त विभाग की कार्यकुशलता से पुरानी पेंशन योजना को प्रदेश में सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
कार्यक्रम में वित्त विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद ने कहा कि राज्य शासन की नीतियों और योजनाओं को लागू करने में वित्त सेवा के अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे शासन के दिशा-निर्देशों के साथ मितव्ययता बरतते हुए वित्तीय प्रबंधन करते हैं। उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए सम्मान समारोह और स्नेह सम्मेलन के आयोजन के लिए राज्य वित्त सेवा अधिकारी संघ को बधाई दी। उन्होंने उम्मीद जताई कि संघ द्वारा आगे भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे। कार्यक्रम में राज्य वित्त सेवा अधिकारी संघ के अध्यक्ष श्री के.एल. रवि और महासचिव श्री सचिन शर्मा सहित अन्य पदाधिकारीगण एवं राज्य वित्त सेवा के अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद थे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामहासमुंद जिले के 2714 श्रमिक परिवार की बेटियों को खाते में आये 20-20 हजार रूपए
रायपुर : श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार प्रदेश के श्रमिक परिवारों की बेटियों के लिए मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना शुरू की गयी है। महासंमुद जिले में इस योजना के तहत पंजीकृत 2714 हितग्राहियों की पुत्रियों के बैंक खाते में 20-20 हजार रूपए के हिसाब से कुल राशि 5 करोड़ 42 लाख 80 हजार रूपए का भुगतान किया गया है। इस योजना से श्रमिकों की बेटियां अब सशक्त एवं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
महासमुंद भोरिग निवासी हितग्राही श्री नीलकंठ साहू की बिटिया कु. विकेश्वरी साहू व मोनिका साहू ने बताया कि इस योजना की राशि उनके बैंक खातें में आ गयी है। उन्होंने यह राशि अपनी आगे कॉलेज की पढ़ाई के लिए सहेज कर रखी है। बड़ी बेटी बी.ए. सेकंड ईयर में है और छोटी बेटी 12वीं पास कर कॉलेज में गई है । इस राशि का उपयोग वे अपने आगे की कॉलेज की पढ़ाई पर खर्च करेंगे। शासन की इस योजना से उनका परिवार बहुत खुश है। उन्होंने राज्य सरकार को धन्यवाद दिया है।
योजना के लिए पात्रता
यह योजना लाभार्थियों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ सामाजिक सहायता भी प्रदान कर रही है। श्रमिक परिवारों की बेटियों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार के साथ ही उनके विवाह में यह राशि मजबूत सहायता प्रदान कर रही है। इस योजना में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में पंजीकृत श्रमिक ही पात्र है। पात्रधारियों को योजना का लाभ लेने के लिए मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना की अधिकारिक वेबसाइट cglabour.nic.in पर ऑन लाइन पंजीयन करना होगा। इस योजना में श्रमिक/मजदूर परिवार बेटी जिसकी उम्र न्यूनतम 18 वर्ष और 21 वर्ष से अधिक न हो तथा वह अविवाहित हो उन्हें 20-20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है।
योजना का उद्देश्ययोजना का उद्देश्य है कि श्रमिक/मजदूर परिवार आर्थिक और सामाजिक रूप से काफी कमजोर होता है। इस कारण इस परिवार के बच्चों को खास तौर पर बेटियों को अपनी पढ़ाई-लिखाई बीच में ही छोड़ देनी पड़ती है। इसलिए वे पढ़ाई से दूर हो जाती है। इस कारण उनके आर्थिक व सामाजिक रूप से शोषण की संभावना बनी रहती है। श्रमिक परिवार की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से तथा उन्हें शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा उनके विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना के तहत पात्र श्रमिक परिवार की प्रथम दो बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए 20-20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में डाली जाती है। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य शासन ने 04 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालयों की स्थापना के लिए दी स्वीकृति
स्वीकृत महाविद्यालय के लिए 132 पद का किया गया सृजन
अंग्रेजी माध्यम से स्कूली शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों को होगी बड़ी सहूलियत
रायपुर : स्कूली बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर राज्य में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए जाने के बाद अब स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय की स्थापना की जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में 4 महाविद्यालयों की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। इससे अंग्रेजी माध्यम से स्कूली शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों को बड़ी सुविधा होगी। उन्हें अब उच्च शिक्षा के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना नहीं पड़ेगा।
मुख्यमंत्री के विधानसभा में दिए गए बजट भाषण में की गई घोषणा को अमल में लाते हए आज स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय की स्थापना सहित नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति राज्य शासन द्वारा दे दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य बजट 2023-24 के नवीन मद में किए गए प्रावधानों के अनुसार 04 अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय की स्थापना के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही प्रत्येक महाविद्यालय के लिए 33 पदों के मान से 132 पदों के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है।
स्वीकृत नवीन शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय
1.स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी आध्यम आदर्श महाविद्यालय कोरबा जिला कोरबा 2. स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी आध्यम आदर्श महाविद्यालय रायगढ़, जिला रायगढ़ 3. स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी आध्यम आदर्श महाविद्यालय बिलासपुर, जिला बिलासपुर 4 स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी आध्यम आदर्श महाविद्यालय महासमुंद जिला महासमुंद के नाम शामिल हैं।
स्वीकृत महाविद्यालय के लिए सृजन किए गए 132 पद
प्राचार्य के लिए 04, सहायक प्राध्यापक के लिए 48, ग्रंथपाल के लिए 04, क्रीड़ाधिकारी के लिए 04, सहायक ग्रेड-01 के लिए 04, प्रयोगशाला तकनीशियन के लिए 20, सहायक ग्रेड-02 के लिए 04, सहायक ग्रेड-03 के लिए 04, प्रयोगशाला परिचायक के लिए 20, भृत्य के लिए 08, बुक लिफ्टर के लिए 04, स्वच्छक के लिए 04 एवं चौकीदार के लिए 04 पदों का सृजन किया गया है। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बारिश में विलंब से किसानों का चिंतित होना स्वाभाविक, मुख्यमंत्री ने हरसंभव सहायता का दिलाया भरोसा
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में 12.70 करोड़ रूपए की राशि का किया ऑनलाइन अंतरण
गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 प्रतिशत तक बढ़ी
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को अब तक 488 करोड़ 67 लाख रूपए का भुगतान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इस वर्ष बारिश में विलंब हो रहा है, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में अच्छी बारिश होगी और फसल भी भरपूर होगी। बारिश में विलंब से किसानों का चिंतित होना स्वाभाविक है। मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हर कदम पर किसानों के साथ खड़ी है। मैने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी रखें। किसानों को खेती-किसानी के काम में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि के अंतरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। श्री बघेल ने कार्यक्रम में योजना के हितग्राहियों के खाते में 12 करोड़ 72 लाख रूपए का भुगतान किया। उन्होंने 1 जून से 15 जून तक गौठानों में पशुपालकों, ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.40 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4 करोड़ 79 लाख रूपए का ऑनलाईन अंतरण किया। इसी तरह गौठान समितियों को 4.67 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 3.26 करोड़ रूपए की लाभांश राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज रथ यात्रा के शुभ दिन में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि का अंतरण किया गया। उन्होंने सभी लोगों को रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री द्वारा आज अंतरित की गई राशि को मिलाकर गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को अब तक 488 करोड़ 67 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। राज्य में 15 जून 2023 तक गौठानों में 121.04 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है, इसके एवज में गोबर विक्रेताओं को 242 करोड़ 7 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। इसी तरह गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 231 करोड़ 53 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। कई पखवाड़ों से गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 प्रतिशत तक रहने लगी है। स्वावलंबी गौठानों द्वारा क्रय किए गए गोबर के एवज में अब तक 61.69 करोड़ रूपए का भुगतान स्वयं की राशि से किया गया है। गोबर खरीदी के एवज में आज गोबर विक्रेताओं को अंतरित की गई 4.79 करोड़ रूपए की राशि में से 1.90 करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा तथा 2.89 करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया गया है।
जैविक खेती की ओर बढ़ रहा किसानों का रूझानमुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में जैविक खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ रहा है। इसमें गोधन न्याय योजना का भी योगदान है। योजना के तहत खरीदे गए गोबर से गौठानों में महिला समूहों द्वारा 35 लाख 6 हजार क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया, जिसमें से लगभग 16 लाख 56 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किसान अपनी खेत में कर चुके हैं। राज्य के 7300 गौठानों में 6 लाख 34 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार है। किसानों को वर्मी कम्पोस्ट की आपूर्ति निरंतर होती रहेगी।
प्रदेशवसियों से लू से बचने की अपीलमुख्यमंत्री ने कहा कि इन दिनों प्रदेश में बहुत अधिक गर्मी पड़ रही है। लू भी बहुत चल रही है। मेरी आप लोगों से अपील है कि आप स्वयं को और अपने बच्चों को लू से बचाएं। अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर सभी तरह से ऐहतियात बरतें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया, श्री चक्रधर सिंह सिदार, श्री पुरूषोत्तम कंवर, श्री मोहित राम, डॉ. के.के. ध्रुव, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, संचालक कृषि श्रीमती रानू साहू सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अयाज तंबोली ने कार्यक्रम के दौरान गोधन न्याय योजना की प्रगति की जानकारी दी। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को हो चुका है 475.95 करोड़ का भुगतान
गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की बढ़ती भागीदारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 20 जून को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 12 करोड़ 72 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे, जिसमें 1 जून से 15 जून तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.40 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4 करोड़ 79 लाख रूपए, गौठान समितियों को 4.67 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 3.26 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं।
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की भूमिका हर पखवाड़े आगे बढ़ती जा रही है। बीते कई पखवाड़ों से गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 प्रतिशत तक रहने लगी है। आज की स्थिति में 60 फीसद से अधिक गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की राशि से गोबर एवं गौमूत्र की खरीदी के साथ-साथ गौठान के अन्य व्यय, स्वयं की राशि से कर रहे हैं। एक जून से 15 जून तक गौठानों में कुल 2.40 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी हुई है। जिसके एवज में गोबर विक्रेताओं को अंतरित की जाने वाली 4.79 करोड़ रूपए की राशि में से 1.90 करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा तथा 2.89 करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया जाएगा। स्वावलंबी गौठानों द्वारा गोबर खरीदी के एवज में अब तक 61.69 करोड़ रूपए का भुगतान स्वयं की राशि से किया गया है।
गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को 475 करोड़ 95 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 20 जून को 12.72 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 488 करोड़ 67 लाख रूपए हो जाएगा। यह यहां उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है। राज्य में 15 जून 2023 तक गौठानों में 121.04 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। गोबर विक्रेताओं से 31 मई तक क्रय किए गए गोबर के एवज में 237 करोड़ 28 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 20 जून को गोबर विक्रेताओं को 4.79 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 242 करोड़ 7 लाख रूपए हो जाएगा। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 223 करोड़ 60 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को 20 जून को 7.93 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 231.53 करोड़ रूपए हो जाएगा। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
16.99 करोड़ के कार्यो का लोकार्पण एवं 27.62 करोड़ के कार्यो का होगा भूमिपूजन एवं शिलान्यास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कल 19 जून को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले को 44 करोड़ 61 लाख रूपए की लागत वाले 57 विकास कार्यो की सौगात देंगे, जिसमें 16 करोड़ 99 लाख लागत से निर्मित 35 विकास एवं निर्माण कार्यो का लोकार्पण तथा 27 करोड़ 62 लाख रूपए की लागत वाले 22 विकास कार्यो का भूमिपूजन शामिल है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कल पेण्ड्रा में आयोजित कार्यक्रम में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 27 करोड़ 62 लाख रूपए की लागत से बनने वाले कई भवन, सड़क एवं पुल-पुलिया का भूमिपूजन एवं शिलान्यास करेंगे। जिसमें मुख्य रूप से 11 करोड़ 69 लाख रूपए की लागत से पेण्ड्रारोड से अमरकंटक मार्ग के 18.80 किलोमीटर का निर्माण, 4 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से ग्राम निमधा से ग्राम दरमोहली मार्ग लंबाई 3.20 किलोमीटर, 3 करोड़ 85 लाख रूपए की लागत से मड़वाही से करसींवा मार्ग का निर्माण, 2 करोड़ 45 लाख रूपए की लागत से चुकतीपानी-बाजारडांड से आमानकान बस्ती पहुंच मार्ग में आमानकान नाला में उच्चस्तरीय पुल निर्माण, 2 करोड़ 37 लाख रूपए की लागत से लाटा-सरईधार(जोगीसार) मार्ग के जैतरणी नाला पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण, 71.12 लाख रूपए की लागत से तहसील ऑफिस कार्यालय भवन सकोला का निर्माण, 37 लाख रूपए की लागत से कोटमी में नवीन विश्राम गृह निर्माण, 34.64 लाख रूपए की लागत से 10 बिस्तरीय आईसोलेशन वार्ड का सीएचसी पेण्ड्रा में निर्माण,25 लाख रूपए की लागत से विकासखण्ड स्तरीय आदिवासी समाज भवन निर्माण, 22.12 लाख रूपए की लागत से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पेण्ड्रा में विभिन्न निर्माण, 16 लाख रूपए की लागत से पेण्ड्रा में शासकीय आयुर्वेद औषधालय भवन का निर्माण, 14.25 लाख रूपए की लागत से नाली एवं टेंक निर्माण (ग्राम पंचायत ठाड़पथरा), 14 लाख रूपए की लागत से पुलिया उन्नयन एवं रिटर्निग वाल निर्माण कार्य (ग्राम पंचायत ठाड़पथरा), 12.95 लाख रूपए की लागत से सी.सी रोड निर्माण एवं उन्नयन कार्य (जिला अस्पताल परिसर में), 10.54 लाख रूपए की लागत से जिला चिकित्सालय परिसर में गढ़ कलेवा का उन्नयन/नवीनीकरण कार्य एवं सीटिंग शेड निर्माण, 9.88 लाख रूपए की लागत से मितानिन सेल्टर एमसीएच गौरेला में, 9.02 लाख रूपए की लागत से लावइलीहुड कॉलेज का उन्नयन/नवीनीकरण कार्य, 8.93 लाख रूपए की लागत से जिला चिकित्सालय परिसर में आर.सी.सी ढक्कन युक्त नाली निर्माण कार्य, 8.04 लाख रूपए की लागत से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का जीर्णोधार ग्राम पंचायत सेमरदर्री, 8 लाख रूपए की लागत से सी.सी रोड निर्माण ठाड़पथरा पहुंच मार्ग, 7 लाख रूपए की लागत से पुलिया निर्माण कार्य आवास टोला से कन्हारी पहुंच मार्ग ग्राम पंचायत गोरखपुर, 6.50 लाख रूपए की लागत से सकोला में सामुदायिक भवन का निर्माण शामिल है।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 16 करोड़ 99 लाख रूपए की लागत से निर्मित 35 निर्माण कार्यो का लोकार्पण करेंगे, जिसमें मुख्य रूप से 5 करोड़ 57 लाख रूपए की लागत से अमेराटीकरा-भर्रीडांड-मटियाडांड मार्ग पर सोन नदी पर उच्चरस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण, 2 करोड़ 81 लाख रूपए की लागत से ठेंगाडांड एनीकट निर्माण, एक करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल पेण्ड्रा, एक करोड़ 32 लाख रूपए की लागत से स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल सेमरा का निर्माण, एक करोड़ 5 लाख रूपए की लागत से स्मृति वाटिका निर्माण कार्य, 50 लाख रूपए की लागत से प्रेस क्लब भवन निर्माण, वाचनालय निर्माण, मूर्ति स्थापना विद्यानगर पेण्ड्रा, 41 लाख रूपए की लागत से शारीरिक शिक्षण एवं प्रशिक्षण कॉलेज में रेनोवेशन कार्य, 33.15 लाख रूपए की लागत से गढ़कलेवा कुम्हारी में एस.एच.जी शेड निर्माण,25.82 लाख रूपए के मान से कोड़गार और नेवसा उप-स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण, 20 लाख रूपए की लागत से बाउण्ड्रीवाल निर्माण हायर सेकेण्डरी स्कूल ग्राम पंचायत नेवसा, 19 लाख रूपए की लागत से वार्ड 11 में बीटी रोड निर्माण कार्य, 18.25 लाख रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 10 में बी.टी. रोड, 15.76 लाख रूपए की लागत से सी.सी रोड निर्माण वाटिका निर्माण, 14.04 लाख रूपए की लागत से बी.टी रोड वार्ड क्रमांक 12, 13.55 लाख रूपए की लागत से आंगनबाड़ी से जगेश्वर यादव के घर तक बी.टी रोड का निर्माण वार्ड क्रमांक 14, 10.48 लाख रूपए की लागत से बी.टी रोड निर्माण वार्ड क्रमांक 01, 10 लाख रूपए की लागत से पुलिया निर्माण, 10 लाख रूपए की लागत से मुख्य सड़क से प्राथमिक शाला घाटबहरा सी.सी रोड निर्माण 300 मीटर, 10 लाख रूपए की लागत से आर.आर.सी पुलिया निर्माण कार्य बगड़ी, 10 लाख रूपए की लागत से पुलिया निर्माण कार्य मेन रोड से सोसायटी पहुंच मार्ग मझगवां, 9.57 लाख रूपए की लागत से बी.टी. रोड वार्ड क्रमांक 06, 9.14 लाख रूपए के मान से उप-स्वास्थ्य केन्द्र नवागांव, पीपरखुंटी, सारबहरा, भरौदा, सिवनी में वार्ड निर्माण कार्य, नगर पंचायत गौरेला में 33 लाख रूपए की लागत से पांच बी.टी रोड निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत गौरखेड़ा में 5 लाख रूपए की लागत से बनी पुलिया आदि शामिल है। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोगी पुस्तकें और अन्य सामग्री खरीदने मिल रही मदद
रायपुर : रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल से शुरू की गई बेरोजगारी भत्ता योजना एक सुखद सहारा बनी है। प्रदेश के ऐसे युवा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी सहित अन्य खर्चे उठाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है, इस योजना के तहत मिली राशि से वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। यह योजना अनेक युवाओं के भविष्य को एक नया आयाम देने में सहायक बन गया है।
मनेंद्रगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत चैनपुर में रहने वाली सुश्री मीनू चौरसिया भी एक बेरोजगार युवा है जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिताजी होटल व्यवसाय में काम करते हैं और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पहले उन्हें पुस्तक, स्टेशनरी और परीक्षा में शामिल होने के लिए आवश्यक जरूरतों के लिए पैसों की बहुत दिक्कत होती थी। परंतु बेरोजगारी भत्ता मिलने से उन्हें पुस्तक, कॉपी, पेन, प्रतियोगी पुस्तकें व परीक्षा फॉर्म भरने में काफी मदद मिल रही है। उन्होंने यूट्यूब में पढ़ाई करने के लिये नेट रिचार्ज भी कराया है। सुश्री चौरसिया ने बताया कि उन्हें अब आर्थिक रूप से परिजनों पर आश्रित नहीं रहना पड़ रहा है। उन्होंने अभी श्रम विभाग में नियुक्ति के लिए आवेदन किया है। योजनांतर्गत सहायता राशि प्रदान करने के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है।
इसी तरह कोरबा शहरी क्षेत्र स्थित काशीनगर की रहने वाली सुश्री राजलक्ष्मी राठौर ने बताया कि वह एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद शासकीय नौकरी प्राप्त करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। अभी वह यूजीसी नेट, शिक्षक भर्ती परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। उनकी इच्छा है कि एक अच्छी नौकरी हासिल कर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में अपने पिता का सहयोग करें एवं अपने माता-पिता का नाम रौशन करें, लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति उनके इरादों के बीच रुकावट बन रही थी। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 4 सदस्य हैं। उनके पिता एक स्टाम्प वेंडर हैं, उनकी आय बहुत कम है। साथ ही घर में उनके पिता ही एक मात्र कमाने वाले सदस्य हैं। उनकी आय से घर की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ परिवार की सदस्यों की जरूरतें पूरी करने में ही खर्च हो जाती है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 31 मई को अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बेरोजगारी भत्ता योजना के एक लाख 5 हजार 395 हितग्राहियों के खाते में 32 करोड़ 35 लाख 25 हजार रूपए की राशि का ऑनलाईन अंतरण किया। इन हितग्राहियों में 66 हजार 185 हितग्राहियों को, जिन्हें माह अप्रैल में प्रथम किश्त की राशि जारी की गई थी, उन्हें आज द्वितीय किश्त के रूप में 16 करोड़ 54 लाख 62 हजार 500 रूपए, 24 हजार 15 हितग्राहियों को जिन्होंने 30 अप्रैल 2023 तक आवेदन किया था, उन्हें माह अप्रैल और मई दोनों माह की बेरोजगारी भत्ते की किश्त के रूप में 12 करोड़ 75 हजार रूपए की राशि जारी की गई। इसी प्रकार 15 हजार 195 हितग्राहियों को जिन्होंने मई 2023 में आवेदन किया था, उन्हें आज प्रथम किश्त की राशि के रूप में 3 करोड़ 79 लाख 87 हजार 500 रूपए की राशि जारी की गई। बेरोजगारी भत्ता योजना के हितग्राहियों को प्रथम और द्वितीय किश्त के रूप में कुल 48 करोड़ 89 लाख 87 हजार 500 रूपए की राशि जारी की गई है। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
तेलंगाना के 500 किसानों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से की मुलाकात
तेलंगाना का पारंपरिक वस्त्र गोंगड़ी पहनाकर मुख्यमंत्री का किया स्वागत
छत्तीसगढ़ के गौठानों के भ्रमण के बाद साझा किए अपने अनुभव
रायपुर : छत्तीसगढ़ का विकास मॉडल देखने आए तेलंगाना के किसानों ने छत्तीसगढ़ में संचालित किसान हितैषी नीतियों और योजनाओं को सराहा। तेलंगाना के विभिन्न जिलों से आए 500 किसानों ने राजनांदगांव और दुर्ग जिले में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित की जा रही किसान हितैषी योजनाओं का अवलोकन करने के बाद आज सवेरे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से उनके निवास में प्रदेश के मुखिया श्री बघेल से अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए तेलंगाना से आए किसान प्रतिनिधियों ने पारम्परिक वस्त्र गोंगड़ी पहनाकर और बैलगाड़ी का मॉडल भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
तेलंगाना के किसानों ने इसके पहले राजनांदगाव जिले के डोंगरगांव विकासखण्ड के अमलीडीह गौठान और दुर्ग जिले के पुलगांव गौठान का अवलोकन किया और छत्तीसगढ़ के किसानों, मजदूरों और गौपालकों से चर्चा कर योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली। छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और नीतियों की तारीफ करते हुए तेलंगाना के किसान प्रतिनिधि श्री शरद कुमार ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार आम जनता और किसानों के हित में महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित कर रही हैं और इनका लाभ भी आम जनता को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व की सरकार ने महात्मा गाँधी की ग्राम स्वराज की कल्पना को साकार किया है। धान का बेहतर मूल्य, गोबर की खरीदी, जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलने से यहां के किसानों के चेहरे पर खुशी दिख रही है। श्री शरद कुमार ने कहा कि भूपेश सरकार का यह किसान मॉडल पूरे देश में भी लागू किया जाना चाहिए। श्री शरद कुमार ने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि किसान हितैषी योजनाओं से न केवल किसान समृद्ध हो रहे हैं, बल्कि बेहतर आजीविका भी सुनिश्चित हो रही है और इस पूरे मॉडल को समझने के लिए तेलंगाना से हम सभी किसान छत्तीसगढ़ आए हैं।
तेलंगाना से आए किसान श्री एम. शिवा वीर रेड्डी ने कहा आपकी सरकार प्रदेश के किसानों के लिए बढ़िया काम कर रही है। गोबर खरीदी योजना से पूरे देश में आपकी पहचान गोबर खरीदने वाले मुख्यमंत्री के रूप में बनी है। श्री स्वामी ने कहा कि मैं स्वयं गोपालन करता हूं यदि आप जैसी योजनाएं हमारे भी प्रदेश में भी संचालित होती तो मैं एक सौ नहीं हजार गाय पालता। श्री स्वामी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गौठान, गोपालन तथा किसानों के हित में संचालित की जा रही योजनाओं का, मीडिया के जरिए पूरे देश में प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि अन्य प्रदेश के किसानों को भी इसकी जानकारी मिल सके।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हमारी सरकार किसानों की सरकार है और किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए हम संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में केवल 12 लाख किसान प्राथमिक सहकारी सोसाइटी में धान बेचते थे परंतु आज 23 लाख से अधिक किसान सोसाइटी में धान बेच रहे हैं और पैसा तत्काल उनके खातों में पहुँच रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से अब तक 26 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं, देश में धान का सर्वाधिक मूल्य छत्तीसगढ़ के किसानों को एम.एस.पी. और इन्पुट सब्सिडी मिलाकर मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि इस वर्ष साढ़े 23 लाख किसानों से 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। अभी तक हम किसानों से 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी कर रहे थे, अब 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान की समर्थन मूूल्य पर खरीदी की जाएगी। हमारी सरकार 67 प्रकार के लघु वनोपजांे की खरीदी कर रही है और उनका वैल्यू एडिशन कर सी मार्ट के जरिए बिक्री भी की जा रही है। गोबर खरीदी योजना से यहां के किसान गोबर बेच कर लखपति बन रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा हमारे यहां न केवल गोबर से पेंट का निर्माण किया जा रहा है बल्कि गोबर से बिजली उत्पादन को भी हम प्रोत्साहन दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान से एथेनॉल बनाने के लिए अनुमति देने के संबंध में हमने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखा है यदि अनुमति मिलती है तो प्रदेश के किसानों को धान का और भी ज्यादा मूल्य प्राप्त होगा। प्रदेश में आदिवासियों के लिए चल रही योजनाओं के प्रश्न पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों और वनवासियों के हितों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। लघु वनोपजों के समर्थन मूल्य पर खरीदी, वनोत्पाद आधारित आजीविका गतिविधि तथा वन अधिकार पट्टा प्रदान कर सरकार आदिवासियों के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि वन अधिकार पट्टा योजना के जरिए 5 लाख किसानों व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टे दिये गए है इसी तरह सामुदायिक वन अधिकार 18 लाख हेक्टेयर से अधिक जमीन पर आदिवासियों एवं पात्र हितग्राहियों को प्रदान किया जा चुका है। इसमें वन संसाधन अधिकार भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सुचारू व्यवस्था, हाफ बिजली बिल योजना, किसानों को 5 हॉर्सपावर तक के सिंचाई पंप पर बिजली की छूट, मछली पालन और लाख पालन को कृषि का दर्जा देने की योजना की भी विस्तार से जानकारी दी। किसान, गौपालक, वनवासियों के जो उत्पाद है उनकी खरीदी प्रसंस्करण और विक्रय की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जा रही है। सी-मार्ट सहित अमेजान और फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्म पर इनके उत्पादों की बिक्री की जा रही है।
इस अवसर पर खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री विनोद वर्मा, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक राजनांदगांव के अध्यक्ष श्री नवाज खान, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के अध्यक्ष श्री राजेंद्र साहू, तेलंगाना किसान प्रतिनिधिमंडल के नेता तेनमार मलन्ना सहित तेलंगाना से आए अनेक किसान मौजूद रहे।
- 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश में भीषण गर्मी और लू से बच्चों की सुरक्षा के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश बढ़ाने के दिए गए निर्देश के परिपालन में छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मंत्रालय से आदेश जारी कर दिया गया है। ग्रीष्म कालीन अवकाश की अवधि 16 जून से 25 जून तक बढ़ा दी गई है। स्कूल 26 जून से प्रारंभ होंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी व लू को दृष्टिगत रखते हुए, राज्य शासन ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि में 16 जून 2023 से 25 जून 2023 तक वृद्धि करता है। प्रदेश में शालाएं 26 जून 2023 से प्रारंभ होंगी। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
हमने उन सभी वर्गों का भी ध्यान रखा जो पात्र होने के बाद भी अपने अधिकारों से वंचित थे
अंबिकापुर में विशेष पिछड़ी जनजाति एवं वन अधिकार पत्र वितरण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री के हाथों बेरोजगारी भत्ता पाने वाले युवाओं को मिला प्रशिक्षण उपरांत नियुक्ति प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री ने विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को अपने हाथों से दिया शासकीय सेवा का नियुक्ति पत्र
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमारी सरकार गांवों, किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम कर रही है। राज्य सरकार ने हर वंचित तबके तक उनके सामाजिक और आर्थिक अधिकार पहुंचाने का काम किया है। छत्तीसगढ़ में सरकार बनने से पहले ही हमने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कर दी थी। इन्हीं पर छत्तीसगढ़ सरकार काम कर रही है। श्री बघेल आज अंबिकापुर के पीजी कालेज हॉकी स्टेडियम में विशेष पिछड़ी जनजाति एवं वन अधिकार पत्र वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लगभग 650 हितग्राहियों को लाभान्वित किया, इनमें 103 लोगों को शिक्षक के लिए नियुक्ति पत्र, 193 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा, 100 लोगों को आयुष्मान कार्ड, 39 लोगों को स्वामी आत्मानंद विद्यालयों के शिक्षक के लिए नियुक्ति पत्र के साथ ही 100 किसानों को एटीएम, 50 किसानों को मिलेट के बीज और 10 किसानों को स्प्रेयर वितरित किया। इस अवसर पर उन्होंनेे शासकीय सेवा का नियुक्ति पत्र पाने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं और वन अधिकार पट्टा प्राप्त करने पट्टाधारकों सहित समारोह में योजनाओं से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले दो महीनों में बेरोजगारों के खातों में हमने लगभग 48 करोड़ रूपए की राशि जारी की है जो सीधे उनके खाते में जा रही है। उन्होंने कहा कि अनेक युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है और प्लेसमेंट के माध्यम से उन्हें नौकरी भी मिल गयी है। आज इस कार्यक्रम में प्लेसमेंट प्राप्त करने वाले पहले बैच के 50 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा गया है। उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति के पात्र 103 आवेदको में से 58 पुरूष तथा 45 महिला आवेदकों को सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति आदेश, वन अधिकार पट्टा वितरण के तहत अन्य परम्परागत वन्य निवासी के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के 106 हितग्राहियों समेत कुल 193 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा का वितरण किया।
उन्होंने बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण मिलने के बाद प्रमाण पत्र, 100 कृषकों को एटीएम कार्ड, आयुष्मान योजना के तहत 100 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड और स्वामी आत्मानंद स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 39 शिक्षकों को भी नियुक्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मिलेट मिशन योजना अंतर्गत जिले के विशेष पिछड़ी जनजातियो को लघु धान्य फसलों के क्षेत्र विस्तार हेतु चयनित 50 कृषकों को रागी (मड़िया) बीज किट एवं इस वर्ग के 10 कृषकों को हस्तचलित स्प्रेयर पंप का निःशुल्क वितरण भी किया।
गौरतलब है कि बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत जिले के 3076 आवेदक बेरोजगारी भत्त्ता हेतु पात्र पाये गये हैं, जिन्हें 01 करोड़ 42 लाख 85 हजार का भुगतान किया गया है। सरगुजा जिला बेरोजगारी भत्ता आवेदन निराकरण में 92.4 फीसदी के साथ पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। इसी प्रकार आयुष्मान कार्ड योजना के तहत जिले में 6 लाख 89 हजार 34 परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। मिशन एटीएम कार्ड के तहत धान विक्रय करने वाले कृषकों को सहकारी बैंक के माध्यम से एटीएम कार्ड का वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में कृषकों को विशेष शिविर लगाकर 7770 कार्ड वितरण किया जा चुका है।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ,संसदीय सचिव श्री चिंतामणि सिंह महाराज, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ रजवाड़े, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री भानुप्रताप सिंह, सीजीएमएससी के अध्यक्ष एवं विधायक डॉ प्रीतम राम, सीजीएमएससी के संचालक एवं विधायक श्री विनय जायसवाल छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री गुरप्रीत सिंह बाबरा, राज्य बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, अपेक्स बैंक के संचालक श्री अजय बंसल, राज्य तेलघानी आयोग के सदस्य श्री लक्ष्मी गुप्ता सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में सरगुजा कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने जिले में शासकीय कार्यक्रमों की उपलब्धियों के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : किसी भी क्षेत्र के बुनियादी विकास में पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा की सुव्यवस्था और आवागमन की सुलभता मुख्य मानक माने जाते है, इनमें भी विद्युतीकरण का होना इस मायने में महत्वपूर्ण हो जाता है कि विकास के बाकी मापदंड इस पर ही टिके रहते है। एक विद्युत विहीन ग्राम के निवासी होने की व्यथा वहां बसे हुए व्यक्ति ही समझ सकते है। वर्तमान दौर में हमें बिना विद्युत व्यवस्था के रहने की कल्पना भी असाध्य प्रतीत होती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ऐसे ही दुर्गम विद्युत विहीन गांवों में विद्युतीकरण का दायित्व अधिकारियों को सौंपा और इसी का परिणाम है दंतेवाड़ा जिलें का सुदूर गांव परचेली अब रोशन हो गया है।
दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण ब्लाक अंतर्गत सुदूर ग्राम परचेली के ग्रामीणों की यह विडंबना थी कि वे सालो साल अंधेरे में रहने के लिए विवश थे, इसके प्रमुख कारणों में कुछ तो इस ग्राम की दुर्गम भौगोलिक बसाहट थी उस पर सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र के रूप में भी यह चिन्हित था और भी कई अन्य कारणों से भी यह ग्राम विद्युतीकरण से अब तक वंचित रहा परंतु कहते है न कि परिस्थितियां सदैव एक जैसी नहीं रहती है परेशानियों के बादल भी आखिरकार छंट ही जाते है।आज परचेली ग्राम की स्थिति बदल गई है और यह रोशनी से जगमगा रहा है और इन गांव में रहने वाले 4 हजार परिवार के घर भी रोशन हो उठे है, और परचेली के सभी 12 पारा टोला मजरा, (पटेलपारा, कोरोपालपारा, तहसीलपारा, जंगलपारा, सिलपतपारा, कुकुरपारा, फुलमपारा, कुआरामपारा, कोटवारपारा, बोरपदरपारा, बंड़ीपारा, बोथापारा) में विद्युतीकरण हो चुका है इस प्रकार सभी पारा में बिजली पहंुचने से ग्रामीणों के चेहरों में खुशी है। पूर्व में बिजली न होने से होने वाली दिक्कतों के संबंध में ग्रामीण बताते है कि उन्हें शाम ढलते तक अपने पूरा काम धाम निपटाकर घरों में बंद हो जाना पड़ता था और रात में मजबूरीवश कहीं आने-जाने के लिए लालटेन और दीये का ही सहारा था।इसके पश्चात क्रेडा द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सौर ऊर्जा प्रकाश की व्यवस्था से परेशानियों से कुछ निजात मिली थी। परंतु अब ग्राम का शत प्रतिशत विद्युतीकरण होने से पूरे क्षेत्र को राहत मिली है। गौरतलब है कि कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार के मार्गदर्शन में जिला विद्युत वितरण कंपनी मर्यादित द्वारा जिले के ग्रामों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण किया गया है। बहरहाल लालटेन और दीए के युग में जी रहें ग्राम परचेली के ग्रामीणों के लिए गांव में विद्युतीकरण का होना विकास का उजाला लेकर आया है। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री अखिल भारतीय वाल्मिकी समाज द्वारा आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन में शामिल हुए
रायपुर : महर्षि वाल्मिकी ने मन के शुद्धिकरण का कार्य किया। उन्होंने रामायण की रचना की और पूरी दुनिया को परिचित कराया, इसके माध्यम से समाज को बताया कि एक पिता-पुत्र का, भाई का भाई के प्रति और पति-पत्नी का क्या कर्तव्य है। महर्षि वाल्मिकी जैसे कई महापुरूष हमारे देश में जन्में जिन्होंने समाज को सद्मार्ग का रास्ता दिखाया। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कही। वे राजधानी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित अखिल भारतीय वाल्मीकी समाज द्वारा आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मिकी समाज द्वारा इस प्रकार का कार्यक्रम पहली बार आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए समाज के पदाधिकारीगण बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि वाल्मिकी समाज स्वच्छता का कार्य करते हैं। यह पुण्य का कार्य है। स्वच्छता का अर्थ ही पवित्रता का है। यदि शरीर, मन के साथ आसपास के वातावरण में स्वच्छता रहेगी, तो हम स्वस्थ रहेंगे।
श्री बघेल ने कहा कि समाज में शिक्षा से जागृति आती है, इसलिए हमारी सरकार ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल योजना की शुरूआत की, जिसके माध्यम से गरीब से गरीब परिवार का बच्चा उत्कृष्ट और अंग्रेजी में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवक-युवती परिचय सम्मेलन के बाद विवाह की जिम्मेदारी आती है, इसलिए हमने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए राशि बढ़ाकर 50 हजार रूपए कर दी है। हमने राम वन गमन पर्यटन परिपथ का कार्य कर रहे है। तुरतुरिया आश्रम में सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, भवन सर्न्न्मिाण कर्मकार मण्डल के अध्यक्ष श्री सन्नी अग्रवाल और वाल्मिकी समाज के पदाधिकारीगण और समाज के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाविशेष पिछड़ी जनजाति सहित 10 वी और 12वीं के 89 टॉपर बच्चों ने किया हेलीकॉप्टर ज्वायराइडरायपुर : मन में यदि हौसलों की उड़ान हो तो सपनों को पंख तो जरूर मिलते हैं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप 10 और 12 वीं के टॉपर बच्चों ने रायपुर स्थित पुलिस ग्राउंड में हेलीकॉप्टर ज्यायराइड किया। उत्साहित बच्चों के लिए यह सफर काफी रोमांचकारी रहा।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल की वर्ष 2023 की कक्षा दसवीं और बारहवीं की वार्षिक बोर्ड परीक्षा में प्रावीण्य सूची में जगह बनाने वाले 89 विद्यार्थियों ने राजधानी के पुलिस परेड ग्राउण्ड से हेलीकॉप्टर द्वारा जॉयराईड किया।
बच्चों ने साझा किए अनुभवकोरबा जिले के विशेष पिछड़ी बिरहोर जनजाति के कक्षा 12 वीं के छात्र सुकसम ने बताया की मुख्यमंत्री की ये पहल काफी अच्छी है। इससे हम जैसे और भी पिछड़े समुदाय से आने वाले लोगों को प्रावीण्य सूची में आने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल मनेन्द्रगढ़ की कक्षा 12 वीं की छात्रा प्रिया रोहरा ने हेलीकॉप्टर ज्यायराइड के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा छोटे से शहर से आकर यहाँ हेलीकॉप्टर में बैठना किसी सपने से कम नही है।शक्ती जिले की कक्षा 12 वी की टॉपर श्रेया पांडे ने बताया कि हेलीकॉप्टर में बैठकर सफर करना काफी रोमांचक रहा,भविष्य में और अच्छी पढ़ाई के लिए मुझे प्रोत्साहन मिला है। शक्ती जिले के बाराद्वार की छात्रा पायल यादव ने बताया कि 10 वीं कक्षा में 96.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किया। प्रावीण्य सूची में आने के कारण मुझे हेलीकॉप्टर ज्यायराइड का मौका मिला काफी रोमांचित हूँ मुझे बहुत खुशी हो रही है आगे की पढ़ाई बहुत मन लगाकर करूंगी ताकी भविष्य में भी मेरिट सूची में जगह मिले और ऐसे ही ज्यायराइड का मौका मिले।
स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किया हेलीकॉप्टर ज्यायराइडउल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल की वर्ष 2023 की वार्षिक परीक्षा में कक्षा 10वीं में 49 और कक्षा 12वीं में 30 छात्र-छात्राओं ने प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार विशेष पिछड़ी जनजाति के अपने-अपने वर्ग में 10 वी पांच और 12 वी के पांच सहित कुल 10 बच्चों ने टॉप किया इन बच्चों को कराया गया।गतवर्ष भी 2022 में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त 125 मेधावी विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के वादे के अनुरूप हेलीकॉप्टर में जॉय राईडिंग करायी गई थी।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव श्री एस भारतीदासन, प्रमुख सचिव शिक्षा श्री आलोक शुक्ला,सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल श्री वी के गोयल, रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर. एल. ठाकुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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राज्य में अब तक लक्ष्य का लगभग 77 प्रतिशत अर्थात 12 लाख 88 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का 11 लाख संग्राहकों द्वारा संग्रहण
चालू वर्ष में लगभग 13 लाख परिवारों को मिलेगा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लाभ
वनमंत्री श्री अकबर के मार्गदर्शन में तेन्दूपत्ता का संग्रहण जारी
छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2023 के दौरान अब तक 12 लाख 88 हजार 241 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है, जो लक्ष्य 16 लाख 72 हजार मानक बोरा का 77 प्रतिशत से अधिक है। इनमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कुल भुगतान योग्य राशि 515 करोड़ रूपए से अधिक हैं। इसका संग्रहण लगभग 11 लाख तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा किया गया है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से जारी है।
राज्य लघु वनोपज संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जगदलपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल बीजापुर में 49 हजार 825 संग्राहकों द्वारा 32 करोड़ रूपए के 81 हजार मानक बोरा, सुकमा में 58 हजार संग्राहकों द्वारा 49 करोड़ रूपए के एक लाख 22 हजार 310 मानक बोरा, दंतेवाड़ा में 14 हजार संग्राहकों द्वारा 6 करोड़ रूपए के 15 हजार 630 मानक बोरा तथा जगदलपुर में 39 हजार संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ 38 लाख रूपए के 20 हजार 970 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।इसी तरह कांकेर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल दक्षिण कोण्डागांव में 29 हजार 713 संग्राहकों द्वारा 7 करोड़ 44 लाख रूपए के 18 हजार 608 मानक बोरा, केशकाल में 33 हजार 620 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 24 हजार 963 मानक बोरा, नारायणपुर में 15 हजार 978 संग्राहकों द्वारा 7.50 करोड़ रूपए के 18 हजार 610 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 30 हजार 426 संग्राहकों द्वारा 36 करोड़ रूपए के 90 हजार 649 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 15 हजार 295 संग्राहकों द्वारा 14 करोड़ रूपए के 34 हजार 884 मानक बोरा तथा कांकेर में 31 हजार 999 संग्राकों द्वारा 13 करोड़ रूपए के 33 हजार 342 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
दुर्ग वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल राजनांदगांव में 44 हजार 951 संग्राहकों द्वारा 24 करोड़ रूपए के 60 हजार 588 मानक बोरा, खैरागढ़ में 22 हजार 508 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 24 हजार 516 मानक बोरा, बालोद में 20 हजार 132 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 19 हजार मानक बोरा तथा कवर्धा में 26 हजार 422 संग्राहकों द्वारा 13 करोड़ रूपए के 32 हजार 346 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। रायपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल धमतरी में 25 हजार 64 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 20 हजार 584 मानक बोरा, गरियाबंद में 61 हजार 200 संग्राहकों द्वारा 31 करोड़ रूपए के 77 हजार 574 मानक बोरा, महासमुंद में 60 हजार 612 संग्राहकों द्वारा 28 करोड़ रूपए के 70 हजार 720 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार में 18 हजार 668 संग्राहकों द्वारा 6 करोड़ रूपए के 16 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।बिलासपुर वनवृत्त के अंतर्गत अब तक वनमंडल बिलासपुर में 23 हजार 442 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 25 हजार 548 मानक बोरा, मरवाही में 18 हजार 78 संग्राहकों द्वारा 4 करोड़ रूपए के 10 हजार 866 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 9 हजार 256 संग्राहकों द्वारा 3 करोड़ रूपए के 6 हजार 883 मानक बोरा, रायगढ़ में 43 हजार 623 संग्राहकों द्वारा 20 करोड़ रूपए के 49 हजार 184 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 45 हजार 204 संग्राहकों द्वारा 28 करोड़ रूपए के 70 हजार 945 मानक बोरा, कोरबा में 35 हजार 455 संग्राहकों द्वारा 18 करोड़ रूपए के 43 हजार 822 मानक बोरा तथा कटघोरा में 57 हजार 868 संग्राहकों द्वारा 24 करोड़ रूपए के 58 हजार 806 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।इसी तरह सरगुजा वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल जशपुर में 34 हजार 262 संग्राहकों द्वारा 11 करोड़ रूपए के 27 हजार 688 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 27 हजार 590 संग्राहकों द्वारा 12 करोड़ रूपए के 28 हजार 756 मानक बोरा, कोरिया में 28 हजार 47 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 20 हजार 958 मानक बोरा, सरगुजा में 21 हजार 983 संग्राहकों द्वारा 9 करोड़ रूपए के 22 हजार 229 मानक बोरा, बलरामपुर में 73 हजार 136 संग्राहकों द्वारा 35 करोड़ रूपए के 86 हजार 561 तथा सूरजपुर में 44 हजार 892 संग्राहकों द्वारा 21 करोड़ रूपए के 53 हजार 552 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। -
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डड़सेना-कलार समाज ने भी छत्तीसगढ़ के विकास में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
डड़सेना-कलार सामाज के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल मुख्यमंत्री
डड़सेना-कलार समाज को सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 50 लाख रुपये देने की घोषणा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केशकाल विकासखंड के ग्राम बेड़मा में आयोजित डड़सेना-कलार सामाज के संभाग स्तरीय शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने मां दंतेश्वरी, भगवान सहस्त्रबाहु, बहादुर कलारिन और छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यर्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान डड़सेना-कलार समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को समर्थन मूल्य में 65 प्रकार की वनोपज खरीदी के लिए महुए के फूल से तौलकर आभार जताया। साथ ही सामाजिकजनों ने गजमाला पहनाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने डड़सेना-कलार समाज के लिए केशकाल में सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 50 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा तथा रोजगार के क्षेत्र में हमने बड़ा काम किया है। देवगुड़ी, माता गुड़ी, पेन गुड़ी का निर्माण कर रहे हैं। साथ ही आदिवासी आस्था स्थलों का कायाकल्प भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी नृत्य महोत्सव का भी आयोजन कर रहे हैं। जिसमें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कलाकार पहुंचते हैं, जिससे हमारी एक अलग पहचान बनी है। इसके साथ ही हमारे लिए गर्व की बात है कि हाल ही में हमने रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का सफल आयोजन किया। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां रामायण पर इतना भव्य आयोजन हुआ और देश ही नहीं विदेश के कलाकार भी इसमें शामिल हुए।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आर्थिक क्षेत्र में हमने बड़े फैसले लिए, किसानों की आय बढ़ाने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू की। किसानों का ऋण माफी किया। इस साल हम किसानों से 15 क्विंटल की जगह 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि लॉक-डाउन की विपरीत परिस्थिति में भी हमने 17 रुपये किलो के महुआ को 30 रुपये प्रति किलो में खरीदने का काम किया और वनांचल के लोगों को आर्थिक स्थिरता दी। कोदो-कुटकी-रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी की शुरुआत हमने की है, इससे किसानों की आय में जबरदस्त वृद्धि हुई है। मक्का भी समर्थन मूल्य में खरीदा जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले हमारा यह प्रयास है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आज 500 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा गया है । उन्हें बड़े शहरों में काम मिला है, हमारे युवा रोजगार पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता भी दे रहे है ताकि उन्हें अपना लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी हो। हमने पिछले 2 महीने में 48 करोड़ रूपए बेरोजगारी भत्ता के रूप में देकर युवाओं को सम्बल दिया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि डड़सेना-कलार समाज ने भी छत्तीसगढ़ के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह समाज बहुत परिश्रमी है। उन्होंने इस दौरान समाज के नव नियुक्त पदाधिकारियों को बधाई भी दी।उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, कांकेर सांसद श्री मोहन मंडावी, विधायक कोण्डागांव श्री मोहन मरकाम, विधायक संजारी-बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा और कलार समाज के अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम गजेंद्र ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।इस अवसर विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप, विधायक श्री अनूप नाग, संभागायुक्त बस्तर श्री श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर कोण्डागांव श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री वाय. अक्षय कुमार सहित जनप्रतिनिधिगण और आमजन उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने कोंडागांव वासियों को दी 213 करोड़ रूपये से अधिक के 527 विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने एक दिवसीय प्रवास पर कोंडागांव जिले के ग्राम बेड़मा पहुंचे। उन्होंने इस दौरान 213 करोड़ रुपये से अधिक के 527 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कर जिलेवासियों को बड़ी सौगात दी। जिसमें 61करोड़ 83 लाख रूपये लागत के 445 विकास कार्यों का लोकार्पण और 151 करोड़ 93 लाख रूपये की लागत के 82 निर्माण कार्यों का भूमि पूजन शामिल है।मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 445 कार्यों का लोकार्पण किया गया। जिसमें 6 करोड़ 39 लाख रूपए की लागत से निर्मित देऊरबाल से तरईबेड़ा 13.85 किलोमीटर सड़क निर्माण, 5 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से निर्मित मोहलई से चेराकुर-गुमगा 6 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 04 करोड़ 46 लाख रूपए की लागत से निर्मित माकड़ी से ओटेंडा 6.78 किलोमीटर सड़क निर्माण, 02 करोड़ 82 लाख रूपए की लागत से कोरमेल से परोदा 5.20 किलोमीटर सड़क निर्माण, एक करोड़ 48 लाख रूपये की लागत से निर्मित बादालूर-कांगा तक 2.70 किलोमीटर सड़क, 25 लाख रूपये की लागत से केजंग-मड़ानार मार्ग पर निर्मित आरसीसी पुलिया, 37 लाख 64 हजार रूपये की लागत से निर्मित कुधुर कपाटभाठा में स्टॉपडैम, 48 लाख 33 हजार रूपये की लागत से कलेक्टोरेट परिसर में निर्मित एकीकृत जनसुविधा हेतु शौचालय एवं कैंटिन, जनपद पंचायत फरसगांव के अंतर्गत 8 करोड़ 8 लाख रुपये की लागत से निर्मित 113 विकास कार्य, जनपद पंचायत केशकाल अंतर्गत 3 करोड़ 96 लाख रुपये की लागत से निर्मित 61 विकास कार्य तथा जनपद पंचायत बड़ेराजपुर अंतर्गत एक करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से निर्मित 25 विकास कार्यों सहित जल जीवन मिशन के तहत 20 करोड़ 47 लाख रूपये की लागत से कोकोड़ी, बड़ेउसरी, पुसावण्ड, बाखरा, तातरी, मयुरडोंगर, फरसगांव, निलजी, उदेंगा, जरडीं, केरावाही, बालोण्ड, भाटगांव, देवहरदुली, शंकरपुर, सारबेड़ा, बाड़ागांव, बड़ेराजपुर,पाटला,छोटे अमरावती, पुसपाल, कोन्दाबेड़ा, तोतर एवं कोंगेरा में नल जल प्रदाय योजना, 25 लाख रुपये की लागत से डडसेना कलार समाज भवन निर्माण कोण्डागांव सहित 60 लाख रूपए की लागत से कोण्डागांव में नवनिर्मित लोहार समाज, भोजपुरी संगम समाज एवं बंगीय समाज हेतु सामाजिक भवन, 10 लाख रूपये की लागत से कलार समाज भवन फरसगांव में निर्मित आहाता, 10 लाख रूपये की लागत से केशकाल में निर्मित सतनामी समाज भवन, एक करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल महात्मा गांधी वार्ड कोण्डागांव, तहसीलपारा कोण्डागांव एवं मर्दापाल का उन्नयन कार्य, जिले के बड़ेराजपुर, फरसगांव एवं केशकाल ब्लॉक में 57 लाख रुपये की लागत से 32 देवगुड़ी निर्माण एवं जीर्णाेद्धार कार्य,20 लाख रूपये की लागत से फरसगांव में निर्मित खण्ड स्तरीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण भवन, 46 लाख 74 हजार रूपये की लागत से कुंभी नाला एवं लकड़ी बहार नाला में निर्मित स्टॉपडैम, 39 लाख रुपये की लागत से केशकाल एवं फरसगांव में वन धन केंद्र गोदाम निर्माण, 61 लाख 96 हजार रूपये की लागत से कोनगुड़ में निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 15 लाख रूपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में निर्मित हमर लैब, एक करोड़ एक लाख रूपये की लागत से जिले के 159 आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित 04 स्वास्थ्य केन्द्रों बड़ेकनेरा पीएचसी एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र बड़ेकनेरा सहित कमेला एवं करंजी और बड़ेओड़ागांव में सोलर होम लाइट स्थापना सहित सौर गर्म जल सयंत्र तथा सोलर स्ट्रीट लाइट स्थापना का कार्य शामिल है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 151 करोड़ 93 लाख रूपये की लागत से 82 निर्माण कार्यों का भूमि पूजन भी किया। जिसके तहत 17 करोड़ 60 लाख रूपए की लागत से निर्मित की जाने वाली मर्दापाल मेढ़पाल मुख्य मार्ग से चांगेर-हंगवा 12.90 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया, 12 करोड़ 72 लाख रूपए की लागत से माकड़ी ब्लाक अंतर्गत बासनी नाला में दो पुल निर्माण सहित बालोण्ड नाला में पुल निर्माण, 11 करोड़ 15 लाख रूपए की लागत से सोनपुर से बन्नूपारा खजरावंड 7 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 10 करोड़ 43 लाख रूपए की लागत से कोण्डागांव में न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु 71 नग आवासीय भवन निर्माण, 8 करोड़ 49 लाख रूपए की लागत से बांसगांव-मड़ागांव मार्ग पर भंवरडीह नही में उच्च स्तरीय पुल निर्माण, 7 करोड़ 17 लाख रूपए की लागत से कुधुर से तुमड़ीवाल मार्ग पर भंवरडीह नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण, 5 करोड़ 2 लाख रूपये की लागत से बेड़मा-अंतागढ़ मार्ग पर बिंझे नदी में सेतु निर्माण, 4 करोड़ 72 लाख रूपए की लागत से उड़िदगांव में 4.50 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण सड़क निर्माण, 4 करोड़ 36 लाख रूपये की लागत से घोटियामुंडा-चांदाबेड़ा मार्ग पर चांदा बेड़ा नाला में पुल निर्माण, 3 करोड़ 8 लाख रूपये की लागत से जड़कोंगा से उदेंगा तक 3 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 3 करोड़ 5 लाख रूपये की लागत से सिंघनपुर-बेड़ापारा 3 किलोमीटर सड़क निर्माण, 2 करोड़ 78 लाख रूपये की लागत से छोटेबंजोड़ा-बोलबोला तक 2.90 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 2 करोड़ 77 लाख रूपये की लागत से डोंगरसिलाटी-कावरा तक 3.50 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 2 करोड़ 73 लाखा रूपये की लागत से मालगांव-सिवनापदर तक 2.50 किलोमीटर सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 2 करोड़ 53 लाख रूपये की लागत से लॉइवलीहुड कॉलेज कोण्डगांव में 100 सीटर बालक छात्रावास एवं अधीक्षक सह चौकीदार आवास निर्माण, 2 करोड़ 24 लाख रूपये की लागत से बफना-छोटेबंजोड़ा तक 2.40 सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, 2 करोड़ 14 लाख रूपये की लागत से कांगा-हिरामांदाला-मुनगापदर मार्ग पर घुमरनाला में मध्यम पुल निर्माण, 2 करोड़ 10 लाख रूपये की लागत से केशकाल में 100 सीटर नवीन आवसीय विद्यालय निर्माण, एक करोड़ 74 लाख रूपये की लागत से कोकोड़ी में 4 नग सोलर सिंचाई पम्प स्थापना कार्य, एक करोड़ 52 लाख रूपये की लागत से कांगा-हिरामांदला से मुनगापदर मार्ग पर मध्यम पुल निर्माण, एक करोड़ 35 लाख रूपये की लागत से कांगा से ठोंडापारा मार्ग पर ठोंडानाला में मध्यम पुल निर्माण, एक करोड़ 10 लाख रूपये की लागत से केशकाल में 100 सीटर नवीन छात्रावास भवन निर्माण, एक करोड़ 42 लाख 44 हजार रूपये की लागत से केशकाल एवं धनोरा में नवीन तहसील भवन निर्माण, एक करोड़ 3 लाख रूपये की लागत से बयानार में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण, जल जीवन मिशन के अंतर्गत 36 करोड़ 54 लाख रूपये की लागत से 44 ग्रामों में एकल ग्राम नलजल प्रदाय योजना स्थापना, एक करोड़ 4 लाख रूपये की लागत से केलाली नाला, भुमका नाला, भंडारवंडी नाला, हमोड़ी एवं तुर्की नाला में चौक डैम निर्माण तथा चिंगनार में प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति भवन निर्माण, 69 लाख 38 हजार रूपये की लागत से बड़ेराजपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण तथा 32 लाख 28 हजार रूपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मर्दापाल में 20 बिस्तर वाले वार्ड निर्माण का कार्य सम्मिलित हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज कोण्डागांव जिले के ग्राम बेड़मा में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल पूर्वान्ह 12 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉपटर द्वारा कोण्डागांव जिले के ग्राम बेड़मा के लिए प्रस्थान करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 12.45 बजे से ग्राम बेड़मा के बाजार मैदान में आयोजित कार्यक्रम देवगुड़ी, मातागुड़़ी का सामुदायिक वन अधिकार पत्र वितरित करेंगे और ‘डॉक्टर तुमचो दुआर‘ मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झण्डी दिखाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 213 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात देंगे। वे यहां कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तिका का विमोचन, मांझीनगर बायोडायवर्सिटी पार्क का परिकल्पना का प्रदर्शन और संभाग स्तरीय कलार समाज के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ग्राम बेड़मा से दोपहर 2.20 बजे हेलीकॉप्टर से प्रस्थान कर अपरान्ह 3 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर लौट आएंगे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री ने गोधन योजना के हितग्राहियों के खाते में ऑनलाईन जारी 21.31 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की इस राशि में 16 मई से 31 मई तक गौठानों में क्रय किए गए गोबर के एवज में ग्रामीण पशुपालकों को भुगतान की जा रही 4.91 करोड़ रूपए तथा गौठान समितियों को 8.98 करोड़ एवं स्व-सहायता समूहों को 6.29 करोड़ रूपए की लाभांश राशि तथा गौठान समितियों ने पदाधिकारियों के मानदेय की राशि 1.13 करोड़ रुपए की राशि शामिल है।
गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को इस राशि को मिलाकर अब तक 538 करोड़ 89 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दुर्घटना में दिवंगत जनों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। -
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अहिरावण हनुमान प्रसंग से रामायण की दी भावपूर्ण प्रस्तुति
25 मिनट की प्रस्तुति में लोगो ने मंत्रमुग्ध होकर लिया आनंद
रायगढ़ : के राम लीला मैदान में तीन दिनों तक आयोजित प्रथम राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आगाज हो चुका है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज इसका शुभारंभ किया।शुभारंभ अवसर पर यहां से करीब 4500 किमी दूर 12 सदस्यीय कम्बोडिया की अंतर्राष्ट्रीय रामायण टीम ने मनमोहक प्रस्तुति दी। अपने आकर्षक वेशभूषा के साथ 25 मिनट की प्रस्तुति में दर्शकों का दिल जीत लिया। मौका था अहिरावण हनुमान प्रसंग का।कम्बोडिया रामायण टीम द्वारा अहिरावण प्रसंग की संगीतमय प्रस्तुति की गयी। इस प्रसंग में रावण के भाई अहिरावण श्री राम को मूर्छित कर पाताल लोक ले जाए जाते हैं। हनुमान राम को सकुशल लाने के लिए पाताल लोक जाते हैं जहां हनुमान का सामना उनके पुत्र मकरध्वज से होता है। युद्ध में दोनों की लड़ाई होती लेकिन इसमें किसी जीत या हार नही होती। अंत में हनुमान, श्रीराम को वापस लाते हैं। इस प्रसंग को बड़े ही भावपूर्ण तरीके से प्रस्तुति दी गई। -
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छत्तीसगढ़ में आज से शुरू राष्ट्रीय रामायण महोत्सव ट्विटर पर कर रहा नंबर वन पर ट्रेंड।पूरे देश में अपनी तरह का अनोखा आयोजन लोगों के बीच बन रहा आकर्षण का केंद्र।
रायगढ़ : राष्ट्रीय रामायण महोत्सव गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री राम सुंदर दास ने कहा कि आज गौ माता की सेवा के लिए प्रदेशभर में गौठान चल रहे हैं। संस्कृति और परंपरा के संरक्षण संवर्द्धन के लिए काम हो रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस तरह का कार्यक्रम आदरणीय मुख्यमंत्री जी की पहल से हो रहा है, यह अभूतपूर्व है। मुख्यमंत्री राम वन गमन पथ का विकास कर रहे हैं, गौ माता की सेवा कर रहे हैं।
पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय ने सुंदर संस्कृत श्लोक से की शुरुआत। इस समय जो सरकार चल रही है। वो गरीबों के लिए कार्य कर रही है। आम जनता के लिए कार्य कर रही है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अपने सम्बोधन की शुरुआत श्लोक "श्री गुरु चरण रोज रजः के साथ की। -
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कलेक्ट्रेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का किया अनावरण
फीता काटकर किया विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन
रायगढ़ जिले को मिली 465 करोड़ रूपए की सौगात
धरमजयगढ़ एवं पुसौर में बने हमर लैब का हुआ लोकार्पण
जिला ग्रन्थालय के उन्नयन कार्य का हुआ लोकार्पण
जिला चिकित्सालय में धनवंतरी जेनेरिक दवा दुकान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री युवा केंद्र, घरघोड़ा के उन्नयन हेतु लोकार्पित
जिला परिवहन कार्यालय भवन निर्माण का भूमिपूजन
रायगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में शामिल होने के पूर्व कलेक्टर कार्यालय परिसर रायगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। उन्होंने यहां स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया, साथ ही रीपा के कार्यों का अवलोकन कर इससे जुड़े समूहों के कार्यों को सराहा।
मुख्यमंत्री इस मौके पर रायगढ़ जिले को 465 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दिया । जिनमें 258 करोड़ 74 लाख 26 हजार रुपये की लागत वाले 59 विकास एवं निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं शिलान्यास तथा 207 करोड़ 4 लाख 49 हजार रुपये की लागत से निर्मित 53 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।मुख्यमंत्री श्री बघेल दूरस्थ अंचलों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से धरमजयगढ़ एवं पुसौर विकासखण्ड में 58 लाख रुपये से अधिक लागत के 2 हमर लैब का लोकार्पण किया। जिला चिकित्सालय रायगढ़ में सस्ती दवा दुकान धन्वंतरी मेडिकल का भी शुभारंभ किया। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के मार्गदर्शन और उन्हें तैयारी के अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से घरघोड़ा स्थित मुख्यमंत्री युवा केन्द्र में सुविधाओं का विस्तार किया गया है, यहां के उन्नयन कार्यों का भी लोकार्पण भी मुख्यमंत्री ने किया। रायगढ़ में संचालित जिला ग्रन्थालय का उन्नयन करते हुए हाईटेक बनाया गया है और छात्रों के लिए आवश्यक सुविधाएं बढ़ायी गयी है। इसका लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के हाथों हुआ।
इसी तरह अन्य लोकार्पण, भूमिपूजन एवं शिलान्यास के तहत निर्माण विभागों के 186 करोड़ 39 लाख रुपये की लागत से 62 कार्य शामिल है। जिसमें सड़कों, स्कूल भवन व अन्य भवनों के निर्माण और जीर्णाेद्धार/उन्नयन कार्य शामिल है। नगर पालिक निगम रायगढ़ अंतर्गत 14 करोड़ 39 लाख 71 हजार रुपये की लागत के सड़क सुधार कार्य, वार्डाे में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य शामिल है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत 38 करोड़ 24 लाख 70 हजार रुपये की लागत के कार्य शामिल है।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 107 करोड़ 68 लाख 20 हजार रूपये की लागत से 27 समूह नलजल, सोलर आधारित नलजल कार्य शामिल है। परिवहन विभाग अंतर्गत 95 लाख 95 हजार रुपये की लागत से जिला परिवहन कार्यालय का भूमिपूजन कार्य शामिल है। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अंतर्गत 4 करोड़ 58 लाख 63 हजार रुपये की लागत से 12 कार्य शामिल है। आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत 4 करोड़ 68 लाख 70 हजार रुपये की लागत से 3 जगहों पर 50 सीटर प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास तथा लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग अंतर्गत 108 करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से 5 पुल का निर्माण कार्य भी शामिल है -
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अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में मरीजों को मिलेंगी एडवांस कैथ लैब एवं आईसीयू की सुविधा
रायगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायगढ़ जिले में श्री बालाजी मेट्रो हॉस्पिटल के नवनिर्मित भवन का शुभारंभ किया। 400 बिस्तरों के इस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीजों को अब एडवांस कैथ लैब, आईसीयू की सुविधाएं मिलेगी।
बालाजी हॉस्पिटल में 12 वेंटीलेटर के साथ 70 बिस्तरों का एडवांस आईसीयू सेटअप तैयार किया गया है, जिससे जिले के आसपास के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज सुविधाएं मिलेंगी। इस अस्पताल में एडवांस कैथ लैब भी स्थापित किया गया है ताकि दिल की बीमारियों से जुड़े मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।
बालाजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्मो मशीन के साथ रेस्पिरेटरी विभाग, आधुनिक डायलिसिस मशीन, नेफ्रोलॉजी विभाग, एडवांस गैस्ट्रो विभाग, न्यूरोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग सहित शुगर जांच की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध है।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, खेल एवं उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री श्री उमेश पटेल, पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय, रायगढ़ विधायक श्री प्रकाश नायक, सक्ती विधायक श्री राम कुमार यादव, रायगढ़ नगर निगम महापौर श्रीमती जानकी काटजू सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।