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- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवास्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया आदेश
रायपुर : लोकसभा आम निर्वाचन - 2024 के लिए निर्वाचन कार्य में नियोजित अधिकारियों और कर्मचारियों को राज्य के समस्त शासकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार राज्य के शासकीय अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं होने अथवा आपातकालीन स्थिति के लिए अधिकारी-कर्मचारी राजधानी रायपुर के 3 तथा राज्य के बाहर 2 निजी अस्पतालों में अपना इलाज करा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ लोकसभा आम निर्वाचन 2024 को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के उद्देश्य से आयोग के निर्देश पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। निर्वाचन कार्य में आदेशित अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए राज्य के समस्त शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
शासकीय अस्पतालों में आवश्यक सुविधा उपलब्ध न होने की स्थिति में अथवा आपातकालीन स्थिति के लिए निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु राज्य एवं राज्य के बाहर अस्पतालों को भी चिन्हांकित किया गया है। राज्य के भीतर राजधानी रायपुर स्थित श्री बालाजी अस्पताल मोवा, श्री नारायणा अस्पताल देवेन्द्र नगर रायपुर तथा रामकृष्ण केयर अस्पताल पचपेड़ी नाका रायपुर में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार राज्य के बाहर हैदराबाद स्थित केयर हॉस्पिटल तथा विशाखापट्टनम स्थित अपोलो अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
आदेश में उल्लेखित किया गया है कि निर्वाचन कार्य में शामिल शासकीय अधिकारी-कर्मचारी एवं अशासकीय अधिकारी-कर्मचारी तथा सुरक्षा बलों एवं स्टाफ के उपचार की सुविधा जिले के शासकीय चिकित्सालयों में उपलब्ध ना होने की स्थिति में जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य नोडल एजेंसी, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा इन चिकित्सालयों में रिफर किए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में डॉ. खेेमराज सोनवानी, उप संचालक, राज्य नोडल एजेंसी (मो. नंबर 98278-72102) के साथ समन्वय कर कार्य संपादित किया जाएगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
द्वितीय चरण के निर्वाचन के लिए अधिसूचना 28 मार्च को होगी जारी
द्वितीय चरण अंतर्गत तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे अभ्यर्थी
रायपुर : लोकसभा निर्वाचन-2024 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण के निर्वाचन अंतर्गत बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए कुल 12 अभ्यर्थियों द्वारा कुल 18 नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। प्रथम चरण के लिए नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 मार्च को होगी। नाम वापसी की तिथि 30 मार्च 2024 है। प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा ।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि प्रदेश में लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत द्वितीय चरण के लिए 28 मार्च 2024 गुरुवार को अधिसूचना जारी की जाएगी। द्वितीय चरण में महासमुंद,कांकेर और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के लिये अभ्यर्थी अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे। द्वितीय चरण अंतर्गत नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल 2024 है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 5 अप्रैल को होगी। नाम वापस की अंतिम तिथि 8 अप्रैल 2024 है। द्वितीय चरण के लिए मतदान तिथि 26 अप्रैल 2024 है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाडाक मतपत्र से मतदान की पात्रता और प्रक्रिया की दी गई जानकारी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अनिवार्य सेवा के रूप में अधिसूचित विभागों को डाक मतपत्र से मतदान प्रक्रिया संपादित कराने नोडल अधिकारी नियुक्त करने के दिए निर्देश
रायपुर : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत अधिसूचित “अनिवार्य सेवाओं” के राज्य स्तरीय विभागीय नोडल अधिकारियों की आयोजित बैठक में जानकारी दी कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य हेतु 10 सेवाओं को “अनिवार्य सेवा” के रूप में अधिसूचित किया गया है। इन 10 सेवाओं में स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, रेल परिवहन, डाक एवं टेलीग्राम विभाग, बीएसएनएल, आल इण्डिया रेडियो, दूरदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित, मीडियाकर्मी जिन्हें आयोग की अनुमति से प्राधिकार पत्र जारी किये जाएंगे एवं भारतीय खाद्य निगम शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार अनिवार्य सेवा के रूप में अधिसूचित किए जाने से इन सेवाओं के ऐसे कर्मचारी, जो अपनी शासकीय ड्यूटी के कारण मतदान दिवस को मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट नहीं डाल पाते है, केवल उनके लिए डाकमत पत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान की जाती है। ऐसे सभी कर्मियों को प्रारूप 12घ पर निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के पांच दिनों के भीतर संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष अपना आवेदन करना होता है। छत्तीसगढ़ राज्य में लोकसभा का निर्वाचन तीन चरणों में होगा। बस्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए फॉर्म 12घ जमा करने की अंतिम तिथि 25 मार्च 2024, राजनांदगांव, कांकेर एवं महासमुंद में अंतिम तिथि 2 अप्रैल 2024, सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग एवं रायपुर में अंतिम तिथि 17 अप्रैल 2024 है।प्रारूप 12घ में आवेदन करने वाले कर्मचारी को आवेदन में अपना मोबाइल नम्बर, वोटर आईडी नंबर एवं मतदाता सूची में भाग संख्या एवं सरल क्रमांक सही-सही दर्ज करना होगा। उन्हें वोटर आईडी कार्ड की छायाप्रति भी साथ में संलग्न करनी होगी। निर्वाचक नामावली में कर्मचारी की अद्यतन भाग संख्या एवं सरल क्रमांक पता करने हेतु वोटर हेल्पलाइन एप्प का उपयोग किया जा सकता है जिसमे वोटर आईडी कार्ड नंबर डालकर इसे खोजा जा सकता है।
बैठक में सभी राज्य स्तरीय नोडल अधिकारियों को जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। जिला स्तर पर नोडल अधिकारीयों को फॉर्म 12घ में प्राप्त आवेदनों को इसके भाग 2 में सत्यापित करना अनिवार्य होगा।
बैठक में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री विनय अग्रवाल ने जानकारी दी कि नियत समयावधि तक प्राप्त सभी पात्र अनुपस्थित अनिवार्य श्रेणी के मतदाताओं को जिले में पोस्टल वोटिंग सेंटर स्थापित कर डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कराया जाएगा। पोस्टल वोटिंग सेंटर जिले में रिटर्निंग अधिकारी द्वारा निर्धारित किए गए लगातार 3 दिनों तक सुबह 9 से सायं 5 बजे तक संचालित किया जाएगा। पोस्टल वोटिंग सेंटर की स्थापना की सूचना से निर्वाचन लड़ने वाले सभी अभ्यर्थियों को अवगत कराया जाएगा ताकि वे मतदान की कार्यवाही के दौरान स्वयं अथवा अपने अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से उपस्थित रहकर इसका अवलोकन कर सकें। इसके साथ ही सम्पूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। प्रत्येक दिवस मतदान उपरान्त पोस्टल वोटिंग सेण्टर से प्राप्त सभी डाक मतपत्रों को ट्रेज़री स्थित स्ट्रांग रूम में रख कर मतपेटी को सील किया जाएगा।
फॉर्म 12घ में आवेदन प्राप्त होने और इसके स्वीकृत होने पर मतदाताओं को पोस्टल वोटिंग सेंटर स्थापना की तिथि एवं स्थान सम्बन्धी सूचना प्रदान की जाएगी जिससे कि वे आकर अपना मतदान कर सकें। ऐसे सभी मतदाता मतदान दिवस को मतदान केंद्र पर अपना वोट नहीं डाल सकेंगे। इसलिए इन सेवाओं के ऐसे व्यक्ति जो मतदान के दिन मतदान केंद्र जाकर अपना वोट डालने में सक्षम है उन्हें इस सुविधा की पात्रता नहीं होगी और उन्हें आवेदन फॉर्म 12घ नहीं भरना होगा।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती शारदा अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राज्य में लोकसभा आम निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद से अब तक दो करोड़ 84 लाख रुपए की अवैध धन राशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) द्वारा निगरानी के दौरान 21 मार्च तक 95 लाख रुपए की नगद धन राशि जब्त की गई हैं।इस दौरान 7229 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत 16 लाख रुपए है। सघन जाँच अभियान के दौरान 92 लाख रुपए कीमत के 346 किलोग्राम मादक पदार्थ तथा 52 लाख रुपए कीमत के 840 ग्राम कीमती आभूषण तथा रत्न भी जब्त किए गए हैं। इनके अतिरिक्त 29 लाख रुपए कीमत की अन्य सामग्रियां भी जब्त की गई हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों के परिपालन में राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत निगरानी दलों द्वारा सघन जाँच की कार्यवाही लगातार जारी है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहले दिन कोई नामांकन नहीं
रायपुर : लोकसभा आम निर्वाचन के तहत छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण के निर्वाचन के लिए आज अधिसूचना जारी हो गई है। प्रदेश में प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आज से वहां नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरू गई है। आज पहले दिन किसी भी प्रत्याशी द्वारा कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया।
बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार 27 मार्च तक अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। शासकीय अवकाश दिवसों को छोड़कर कार्यालयीन दिवसों में प्रातः 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नामांकन दाखिल किया जा सकता है। प्राप्त नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 मार्च को की जाएगी। उम्मीदवार 30 मार्च तक अपना नामाकंन वापस ले सकेंगे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों के परिपालन में राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत निगरानी दलों द्वारा सघन जाँच की कार्यवाही लगातार जारी है।
राज्य में लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद से अब तक दो करोड़ रुपए से अधिक की अवैध धनराशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) द्वारा निगरानी के दौरान 19 मार्च तक 47 लाख 55 हजार रुपए की नगद धन राशि जब्त की गई हैं। इस दौरान 3896 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत आठ लाख 87 हजार रुपए है। सघन जाँच अभियान के दौरान 73 लाख 17 हजार रुपए कीमत के 195 किलोग्राम मादक पदार्थ तथा 51 लाख 90 हजार रुपए कीमत के 840 ग्राम कीमती आभूषण तथा रत्न भी जब्त किए गए हैं। इनके अतिरिक्त 21 लाख 71 हजार रुपए से अधिक की अन्य सामग्री जब्त की गई हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लोकसभा आम निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की दी जानकारी
रायपुर : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज प्रदेश के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
बैठक में बताया गया कि निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही सम्पूर्ण प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है और निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त होने तक यह प्रभावशील रहेगी। राज्य में निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन के पश्चात भी सतत अद्यतीकरण में मतदाताओं के नाम जोड़े जाने की कार्यवाही निरंतर प्रक्रियाधीन है। राज्य के सभी मतदान केन्द्रों में सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं जैसे-रैंप, पेयजल, विद्युत प्रकाश, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था कर ली गई है। प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाता सहायता केन्द्र का निर्माण किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि सभी मतदान केन्द्रों में बुजुर्गजनों एवं दिव्यांग मतदाताओं की सहायता हेतु मतदाता मित्र आवश्यक सहयोग हेतु उपस्थित रहेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक आयु वाले वृद्धजन, 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता रखने वाले दिव्यांगजन एवं कोविड-19 के संदिग्ध अथवा संक्रमित मतदाता भी निर्धारित प्रारूप के माध्यम से निर्वाचन की अधिसूचना दिनांक के 5 दिवस के अन्दर सम्बंधित रिटर्निंग अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं, जिससे वह डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही वोटिंग कर सकेंगे।
बैठक में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान व्यय किए जाने की सीमा तथा व्यय लेखों के संधारण के संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी गई। बैठक में निर्वाचन अवधि के दौरान वाहनों व रैलियों की अनुमति की प्रक्रिया तथा इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव सहित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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रायपुर : क्रमांक एफ 3-1 / 2024 / 1-13 सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 (सन् 2005 का क्रं. 22) की धारा 15 की उपधारा ( 3 ) में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल एतद्द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में राज्य सूचना आयुक्त के पद पर श्री आलोक चन्द्रवंशी, निवासी- सीनियर एच.आई.जी. 5 सेक्टर 1 पं. दीनदयालय उपाध्याय नगर, डंगनिया, रायपुर, छत्तीसगढ़ को उनके कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से नियुक्त करते है।
2/ उक्त नियुक्ति भारत के राजपत्र की अधिसूचना दिनांक 24.10.2019 सूचना का अधिकार (केन्द्रीय सूचना आयोग में केन्द्रीय सूचना आयुक्त सूचना आयुक्तों, राज्य सूचना आयोग में राज्य मुख्य सूचना आयुक्त और राज्य सूचना आयुक्तों की पदावधि वेतन, भर्ती और सेवा के अन्य निबंधन और शर्ते) नियम, 2019 के अधीन होगी।
क्रमांक एफ 31/2024/1-13 सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 (सन् 2005 का क्र. 22) की धारा 15 की उपधारा ( 3 ) में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए छत्तीसगढ़ के राज्यपाल एतद्द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में राज्य सूचना आयुक्त के पद पर श्री नरेन्द्र कुमार शुक्ल (से.नि. मा.प्र.से.) 440, मिलेनियम चौक के पास, सुन्दर नगर, रायपुर छत्तीसगढ़ को उनके कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से नियुक्त करते है।
2/ उक्त नियुक्ति भारत के राजपत्र की अधिसूचना दिनांक 24.10.2019 "सूचना का अधिकार (केन्द्रीय सूचना आयोग में केन्द्रीय सूचना आयुक्त सूचना आयुक्तों, राज्य सूचना आयोग में राज्य मुख्य सूचना आयुक्त और राज्य सूचना आयुक्तों की पदावधि वेतन, भत्ते और सेवा के अन्य निबंधन और शर्त) नियम, 2019 के अधीन होगी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सरकारी कर्मचारियों का डीए बढ़ा चार फीसदी, पेंशनरों को भी होगा लाभ
सातवें वेतनमान के एरियर्स के अंतिम किश्त की राशि भी मिलेगी
कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए गठित की गई समितिपंचायत सचिवों को 55 दिनों की हड़ताल का होगा वेतन भुगतान, अर्जित अवकाश में समायोजित होगी हड़ताल अवधि
पत्रकारों के खिलाफ किये गये कथित झूठे मुकदमों एवं उत्पीड़न के मामलों में न्याय दिलाने गृह सचिव की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अधिकारी-कर्मचारियों तथा मीडियाबंधुओं के हित में पांच अहम फैसले लिये। इनमें अधिकारी-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान पर चार प्रतिशत का महंगाई भत्ता देना भी शामिल है। इसका लाभ पेंशनरों को भी मिलेगा। महंगाई भत्ते की यह राशि एक मार्च 2024 की तिथि से मिलेगी। राज्य के अधिकारी-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त की राशि का भुगतान भी होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती निहारिका बारिक की अध्यक्षता में एक समिति भी बनाई है जो कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में समीक्षा करेगी और इनके निराकरण से संबंधी सुझाव शासन को प्रस्तुत करेगी। ग्राम पंचायत सचिवों को भी राहत देते हुए उनके 55 दिनों की हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। अर्जित अवकाश में यह हड़ताल अवधि समायोजित होगी। इन निर्णयों से होली के त्यौहार में कर्मचारियों के परिवारों में खुशियों के और भी रंग भर जाएंगे।
अब महंगाई भत्ता हुआ 46 प्रतिशतमहंगाई भत्ते में वृद्धि की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान में 04 प्रतिशत महंगाई भत्ते में एवं पेंशनरों के महंगाई राहत में 04 प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। यह महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत 1 मार्च 2024 से दिया जाएगा। इसके फलस्वरूप महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की दर सातवें वेतनमान में 42 प्रतिशत से बढ़कर 46 प्रतिशत तथा छठवें वेतनमान में यह 230 प्रतिशत हो जाएगी। इस निर्णय से राज्य के 3 लाख 90 हजार कर्मचारी तथा 1 लाख 20 हजार पेंशनर लाभान्वित होंगे। इस निर्णय से राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को प्रतिमाह 68 करोड़ रुपए तथा साल में 816 करोड़ रुपए का लाभ प्राप्त होगा।
सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त भी मिलेगीमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों-कर्मचारियों की सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त प्रदान करने की घोषणा भी की।हड़ताल अवधि का वेतन पंचायत सचिवों को मिलेगा मुख्यमंत्री ने आज संवेदनशील निर्णय लेते हुए ग्राम पंचायत सचिवों को भी राहत दी। ग्राम पंचायत सचिव पिछले साल 16 मार्च 2023 से 9 मई 2023 तक कुल 55 दिन हड़ताल पर थे।मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवों की हड़ताल अवधि को उनके अर्जित अवकाश में समायोजित करते हुए उन्हें 55 दिनों का वेतन भुगतान किया जाएगा। इस निर्णय से राज्य शासन पर 70 करोड़ रुपए का व्यय-भार आएगा।
कर्मचारियों की समस्याओं पर बनी समितिमुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी भाईयों ने बहुत सी मांगों और समस्याओं के संबंध में अपनी बातें हमसे साझा की हैं। हम उनकी समस्याओं का पूरी संवेदनशीलता से समाधान करेंगे। उन्होंने बताया कि इन समस्याओं के हल के लिए प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती निहारिका बारीक की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति बनाई है। समिति विभिन्न कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर शासन को कर्मचारी हित में उचित सुझाव देगी। इस समिति में अध्यक्ष के अलावा प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, सचिव वित्त सदस्य होंगे और सचिव सामान्य प्रशासन विभाग (शासकीय कर्मचारी कल्याण शाखा) सदस्य सचिव होंगे।
पत्रकारों को न्याय दिलाने गृह सचिव की अध्यक्षता में बनेगी कमेटीमुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों एवं मीडियाजगत से जुड़े बंधुओं के खिलाफ उत्पीड़न की अनेक शिकायतें सामने आईं थीं। इस संबंध में हम गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाने की घोषणा करते हैं। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि इस कमेटी में पत्रकारों समेत अन्य सदस्यों को भी नियुक्त किया जाएगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
तीन वीर शहीदों के परिजनों को 20-20 लाख रूपए राशि का चेक वितरित किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि भारतीय सेना के अदम्य साहस, रणनीतिक कुशलता और असीम देश प्रेम के चलते कोई शत्रु भारत की ओर आंख उठा कर नहीं देख सकता। आज भारत यदि महाशक्ति है तो इसका एक बड़ा कारण भारतीय सेना है। मुख्यमंत्री श्री साय आज शाम राजधानी रायपुर के शास्त्री चौक के निकट नवनिर्मित सैनिक विश्राम गृह भवन का उद्घाटन किया। इस भवन का निर्माण एक करोड़ 4 लाख रूपए की लागत से किया गया है। भवन में सैनिक परिवारों के लिए विश्राम कक्ष, सम्मेलन सामुदायिक हॉल एवं मनोविनोद कक्ष की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उद्घाटन के अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा, लोकसभा सांसद श्री सुनील सोनी, रायपुर उत्तर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री मनोज कुमार पिंगुआ, राज्य सैनिक बोर्ड के संचालक बिग्रेडियर श्री विवेक शर्मा विशिष्ट सेवा मेडल (सेवा निवृत्त) और सैनिकों के परिवारजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले तीन वीर शहीदों हवलदार श्री नवीन कुमार, नायक श्री मोतीराम एवं सिपाही श्री मनीष कुमार की पत्नी/माताओं को राज्य शासन की ओर से एक्सग्रेसिया 20-20 लाख रूपए का अनुग्रह राशि का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने जवानों की शहादत को नमन करते हुए यह भी आश्वस्त किया कि भविष्य में आश्रित परिवारजनों को हरसंभव मदद शासन की ओर से की जाएगी। श्री साय ने कहा कि मुझे वीर नारियों के सम्मान का अवसर मिला, यह मैं अपना सैभाग्य मानता हूं।मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की रक्षा में लगे हमारे वीर जवानों ने अपने सर्वोच्च बलिदान से देश का स्वाभिमान बढ़ाया है। आज हम देश में सुरक्षित महसूस करते है तो इसके पीछे हमारे जांबाज सैनिक ही हैं। परसों ही हमारी सेना ने पोखरण में ऑपरेशन भारत शक्ति के माध्यम से युद्ध अभ्यास किया। हमारे स्वदेश में बने ड्रोन ने एक सौ टारगेट पर सफलतापूर्वक प्रहार किया।
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने राष्ट्र कवि पंडित माखन लाल चतुर्वेदी की कविता ‘पुष्प की अभिलाषा‘ से अपनी बात प्रारंभ करते हुए सैनिकों के शौर्य और पराक्रम को याद किया। उन्होंने कहा कि सैनिक आजीवन सैनिक होता है। पूर्व सैनिक होता ही नहीं। गृह मंत्री ने आंध्रप्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा जारी स्नातक प्रमाण पत्र 6 भूतपूर्व सैनिकों को प्रदान किया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने सरपंच से गांव में चल रहे विकास कार्यों की ली जानकारी
भारत नेट परियोजना के अंतर्गत मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के 144 गांवों में पहुंचा इंटरनेटग्राम पंचायत केकतीटोला, गौलीटोला एवं कुंजामटोला के सरपंचों-ग्रामीणों से वर्चुअल जुड़े मुख्यमंत्री
मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के दशहरा मैदान मोहला में आयोजित विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने भारत नेट परियोजना के अंतर्गत जिले के दूरस्थ ग्राम पंचायत केकतीटोला, गौलीटोला एवं कुंजामटोला के सरपंचों एवं ग्रामीणों से इंटरनेट के माध्यम से वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने सरपंच से गांव में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायत केकतीटोला के सरपंच से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने सबसे पहले ग्राम पंचायत केकतीटोला के सरपंच श्री गोविंद नुरेटी से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया। उन्होंने सरपंच को जय जोहार कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सरपंच से पूछा सब बने-बने। सरपंच ने उन्हें बताया कि सब बने-बने है। उन्होंने सरपंच से पूछा कि ग्राम पंचायतों में क्या-क्या सुविधा है। सरपंच ने बताया कि भारत नेट परियोजना के माध्यम से हर प्रकार की ऑनलाईन सुविधा मिल रही है। जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, मस्टर रोल सहित अन्य ऑनलाईन सुविधाएं ग्राम पंचायत को मिल रही है और अच्छा नेटवर्क रहता है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की राशि सभी के एकाउंट में आ जाती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने महतारी वंदन योजना और कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत आदान सहायता राशि के मिलने के संबंध में जानकारी ली। सरपंच ने बताया कि सभी के खाते में पैसा आ गया है। सरपंच ने धान उपार्जन मूल्य की अंतर राशि मिलने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि भारत नेट के माध्यम से अच्छी सुविधा मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सरपंच को ग्राम का अच्छे से विकास करने को कहा। उन्होंने कहा कि सरपंच आगे चलकर विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री भी बनते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल की जानकारी देते हुए बताया कि वे पहले 5 वर्ष तक पंच थे, उसके बाद सरपंच, विधायक, सांसद से आज मुख्यमंत्री का पद तक पहुंचे हैं। सरपंच ने कहा कि यशस्वी मुख्यमंत्री आप ने बहुत मेहनत की है। प्रदेश का मुखिया बनने पर बधाई दी। इसी तरह मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्राम पंचायत गौलीटोला के सरपंच श्री नोहर धनजय और ग्राम पंचायत कुंजामटोला के सरपंच श्री राजेन्द्र कुमार कंवर से वर्चुअल माध्यम से संवाद कर ग्रामीण विकास के संबंध में जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि आकांक्षी जिला अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र को इंटरनेट से जोडऩे के लिए भारत नेट परियोजना के तहत जिले के 144 ग्राम पंचायतों में भारत नेट कनेक्टिविटी शुरू हो गई है। इसके अलावा अन्य ग्राम पंचायतों में इंटरनेट पहुंचाने का कार्य तेजी से चल रहा है। भारत नेट परियोजना ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। यह ई-गवर्नेंस, ई-हेल्थकेयर, ई-कॉमर्स, ई-एजुकेशन और पब्लिक इंटरेस्ट एक्सेस सेवाओं को ग्राम पंचायतों तक पहुंचाने के लिए किया गया है। ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करना है। भारतनेट के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत में इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जा रही है ताकि प्रत्येक व्यक्ति, विशेष रूप से ग्रामीण भारत के लोग ऑनलाइन सेवाओं तक पहुँच प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर सांसद श्री संतोष पाण्डेय, विधायक श्री इन्द्रशाह मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता साहू, पूर्व सांसद श्री अभिषेक सिंह, पूर्व सांसद श्री मधुसूदन यादव, पूर्व विधायक श्री संजीव शाह, पूर्व विधायक श्री कोमल जंघेल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में हितग्राही और नागरिक उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाराज्य खेल अलंकरण समारोह में सम्मानित हुए प्रतिभावान खिलाड़ी
जल्द ही उत्कृष्ट खिलाड़ियों की घोषणा की जाएगी : खेल मंत्री श्री टंक राम वर्मा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी स्थित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में राज्य खेल अलंकरण समारोह में विभिन्न खेल विधाओं के 544 प्रतिभावान खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रतिभा ईश्वर की देन है, यह समाज को ईश्वर का अनुपम उपहार है। जब प्रतिभाएं निखरती हैं तो समाज भी निखरता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने की। कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा और विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और सांसद श्री सुनील सोनी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में 5 साल बाद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनका सम्मान और पुरस्कार मिलने जा रहा है, मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के शहीदों के नाम पर स्थापित राज्य खेल अलंकरण समारोह का शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली हमारी सरकार द्वारा ही किया गया था। यह बहुत अफसोस की बात है कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा पिछले 5 सालों से राज्य में खेल अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ ही नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार को बने अभी केवल 3 महीने ही हुए हैं। इन थोड़े से ही दिनों में ही राज्य में हमने खेलों के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय ले लिए हैं। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की आवासीय खेल अकादमी प्रारंभ की जाएगी। राज्य में पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने के लिए छत्तीसगढ़िया क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी। जशपुर में मॉडर्न खेल स्टेडियम एवं रायगढ़ तथा बलौदाबाजार जिले में इंडोर स्टेडियम कॉम्प्लेक्स के निर्माण का निर्णय लिया जा चुका है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों ने इस सम्मान के लिए बहुत संघर्ष किए है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस सम्मान का आयोजन रोक दिया गया था। जिसके लिए खिलाड़ियों को रास्ते में आकर आंदोलन करना पड़ा। उसी का परिणाम है कि आज हमारी सरकार द्वारा पुनः इस खेल अलंकरण सम्मान को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य में खेल गतिविधि को बढ़ावा देने एवं खिलाड़ियों को हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंक राम वर्मा ने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि वर्ष 2007 से राज्य में उत्कृष्ट खिलाड़ी योजना प्रारंभ की गई है। राज्य में 74 खिलाड़ियों को नौकरी दी जा चुकी है। उत्कृष्ट खिलाड़ियों की घोषणा के लिए खिलाड़ियों से प्राप्त आवेदनों के पुनर्परीक्षण हेतु समिति का गठन किया जा चुका है, जल्द ही उत्कृष्ट खिलाड़ियों की घोषणा की कार्यवाही भी की जाएगी।
कार्यक्रम में राज्य शासन द्वारा वर्ष 2019-20 के लिए शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार के लिए 06, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 06, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 02, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 27, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी के लिए 25 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 हेतु शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार के लिए 11, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 03, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 01, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 16, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी के लिए 26 चयनित खिलाड़ियों को ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ियों को अलंकरण से सम्मानित करते हुए 269 खिलाड़ियों को वर्ष 2019-20 के लिए पुरस्कार राशि 30.36 लाख रूपए तथा 2020-21 के लिए 142 खिलाड़ियों को 19 लाख 32 हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी गई। कार्यक्रम में कार्यक्रम में विधायक सर्व श्री राजेश मूणत, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, जनप्रतिनिधि, विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, खेल एवं युवा कल्याण सचिव श्री हिमशिखर गुप्ता, संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्रीमती तनुजा सलाम एवं सहित खेल विभाग के अधिकारीगण और बड़ी संख्या में खिलाड़ी शामिल थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
संवेदनशीलता और जवाबदेही के साथ काम करें
अन्नदाता किसानों को दफ्तरों का चक्कर न लगाना पड़े
बस्तर में सुरक्षा कैंप की छवि सुविधा कैंप के रूप होनी चाहिए
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने जनहित में संचालित कार्यों की समीक्षा की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस लेकर शासन की योजनाओ और कानून व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज तीन महीने के बाद कलेक्टर-एसपी कांफ्रेस हो रही है। तीन महीने के भीतर ही निश्चित रूप से आप लोगो के सहयोग से हमारी सरकार ने जनता के विश्वास के मुताबिक बहुत से काम किये हैं और मोदी जी की गारंटी को पूरा किया है। हमें और भी अच्छा काम करने की जरूरत है। जनता ने हमें विश्वास से बैठाया है, हमें जनता के विश्वास के मुताबिक और अच्छा काम करना है। मोदी की गारंटी में विश्वास करके छत्तीसगढ़ की जनता ने हमको सरकार में बैठाया है, इस तीन महीने में हमने बहुत काम किया है, प्रधानमंत्री आवास योजना, बकाया धान का बोनस, धान की बम्पर खरीदी, 21 क्विंटल प्रति एकड़ 3100 की दर से, कल अंतर की राशि भी दे दिए। महतारी वंदन योजना के तहत पहली किश्त की राशि भी जारी हो गई है। एक तरह से 3 महीने में हमने बहुत काम किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य शासन और भारत सरकार की बहुत सारी योजना प्रदेश में संचालित है। सभी योजनाओं को प्रदेश की अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने की आवश्यकता है, कलेक्टर ध्यान रखे कि जिला प्रशासन की तरफ से योजना पहुचाने में किसी भी तरह की कोताही न हो, ढिलाई बर्दास्त नहीं की जाएगी। हमारे प्रधानमंत्री अपने आपको प्रधानमंत्री नही मानते वो भी अपने आपको जनसेवक ही मानते हैं। हम सब भी लोक सेवक हैं, हम सबका उद्देश्य जनसेवा है। कलेक्टर से लेकर पटवारी तक और एसपी से लेकर आरक्षक तक हम सबको जनता की सेवा में तत्पर रहना होगा।
कामों को टालने की प्रवृत्ति राजस्व अधिकारी बदले
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजस्व विभाग में कई तरह की शिकायत मिल रही हैं। ग्रामीण स्तर में पटवारी, आरआई द्वारा बंटवारा, नामातंरण का काम ठीक से और त्वरित रूप से नही होने की शिकायत प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कामों को टालने की पुरानी व्यवस्था को तत्काल बदले। सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि राजस्व विभाग से संबंधित शिकायत ना आने पाए। आम जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े। जो भी आवश्यक दस्तावेज की जरूरत राजस्व विभाग के अधिकारियों से हो लोगों को तत्काल मिल जाए।
अधिकारी-कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 दिन का सप्ताह हो गया है, 5 दिन पूरे तन्मयता से कार्य हो। दफ्तरों में सभी समय पर उपस्थित हो जाये यह सुनिश्चित किया जाए। पूरी पारदर्शिता के साथ प्रदेश सरकार और भारत सरकार की योजना लोगों तक पहुचे इस ओर जिला प्रशासन ध्यान दे। हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि अपने प्रदेश में सुशासन देंगे। इस पर भी आप लोग विशेष ध्यान दे। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी विकसित भारत की बात करते हैं, हमें भी विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित जिला बनाने की आवश्यकता है, उसी के अनुरूप कार्य हों।
कलेक्टर-एसपी के कार्य से ही सरकार की छवि बनती है। जिला प्रशासन के अच्छे कार्य से ही जनता आप लोगों की तारीफ हमसे करती है। आप लोगों की तारीफ जनता से हमे प्राप्त होने चाहिए। हमारे किसान अन्नदाता है और छत्तीसगढ़ में ज्यादातर किसान ही है। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि किसानों को दफ्तरों का चक्कर न लगाना पड़े। किसानों का कार्य समयावधि में पूरा हो यह सुनिश्चित किया जाए।
डीएमएफ फंड का दुरूपयोग न हो
डीएमएफ फंड में भारी भ्रष्टाचार पिछली सरकार में हुआ है। डीएमएफ फंड की राशि खनन प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए होती है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क और आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए यह राशि खर्च की जाए। डीएमएफ की राशि की उपयोग के लिए भारत सरकार से नियम तय है, नियमानुसार ही यह राशि ख़र्च हो। इस पर सख्ती से ध्यान दिया जाए, इस राशि का बिल्कुल भी दुरुपयोग नही होना चाहिए।
कार्य एजेंसी और ठेकेदार पर निगरानी रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर में नल के माध्यम से पानी पहुंचाना चाहते हैं, इसलिए इन कार्यो को योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण कराया जाए। सबसे पहले जल स्रोतों का पता लगाया जाए, इसके बाद टंकी बनाने, पाइप लाइन बिछाने का काम किया जाए। जलजीवन मिशन योजना से लोगों को लाभ हो, पेयजल मिले यह सुनिश्चित हो। कार्य एजेंसी और ठेकेदार पर निगरानी हो ताकि सही कार्य हो सके।
तेंदूपत्ता संग्राहकों को समय पर पारिश्रमिक का भुगतान करें
तेंदूपत्ता खरीदी का समय आ गया है, शासन द्वारा प्रति मानक बोरा 5500 की दर निर्धारित की गई है। यह ध्यान रखें कि तेंदूपत्ता संग्रहकों समय पर पारिश्रमिक भुगतान तथा उनके उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिले। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के कार्य ठीक से चलें और समय पर भुगतान हो। मजदूरी के लिए मजदूरों को भटकना न पड़े। जितने भी स्वीकृत कार्य है, समय पर कार्य प्रारंभ हो और पूरा हो यह भी सुनिश्चित की जाएं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में तेजी लाएं
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हमारी सरकार ने 18 लाख प्रधानमंत्री आवास बनाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों को पिछले 5 साल में आवास मिलना था वे मकान से वंचित हो गए थे और जिनके घर का कार्य अधूरा है जिसके कारण उन्हें बिना छत के रहना पड़ा। उन सभी मकानों को तेजी से पूर्ण कराया जाए। इस योजना की जिला स्तर पर निरंतर समीक्षा की जाए। राशन कार्ड के नवीनीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए एवं राशनकार्डधारियों को खाद्यान्न का समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाए।
बैंकों से लोगों को राशि आहरण करने में न हो कठिनाई
महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक पात्र महिलाओं के बैंक खातों में योजना पहली किश्त भेज दी है। इसी तरह कृषक उन्नति योजना की राशि भी किसान भाइयों को भेज दी गई है। उपरोक्त राशि के आहरण में हितग्राहियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इस संबंध में बैंकों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। डॉयरेक्ट बेनिफिट स्कीमों में शासन की ओर से राशि अंतरित किए जाने के बाद भी कुछ हितग्राहियों को खातों में राशि न पहुंच पाने की शिकायत रहती है, उनका तत्काल संज्ञान लेते हुए उचित निराकरण सुनिश्चित किया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड, उज्ज्वला योजना, जन-धन खाता, सुरक्षा बीमा योजना आदि सभी योजनाओं में हमें सेच्युरेशन की स्थिति प्राप्त करनी है। अतः इस लक्ष्य को केंद्र में रखकर कार्य किया जाए।
बस्तर में सुरक्षा कैंप की छवि सुविधा कैंप के रूप होनी चाहिए
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर के मावोवादी आंतक को नियंत्रित करने के लिए स्थापित किए गए सुरक्षा कैंप की छवि लोगों में सुविधा केंप के रूप होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लोगों को बुनयादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। इस योजना में कैंप के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे के गांव में लोगों को सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं दी जानी है। इसका बेहतर क्रियान्वयन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों हुए पुलिस अधीक्षक कांफ्रेस में दिए गए निर्देशों का पालन फील्ड में दिखना शुरू हुआ है लेकिन फिर भी पुलिस विभाग में अभी और कसावट लाने की आवश्यकता है। अपराधियों में कानून का भय होना चाहिए और आम नागरिक सभी तरह से भयमुक्त होने चाहिए। आम नागरिक भयमुक्त होकर सहजता से जीवन यापन कर सकें, हमें ऐसे वातावरण का निर्माण करना है। महिलाओं से संबंधित अपराध पर पूरी तरह अंकुश लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में नए कानून लागू हो चुके हैं। इन नए कानूनों के अनुरूप पुलिस को स्वयं को ढालना होगा और प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। बस्तर में हमने नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। इस योजना के क्रियान्वयन में आप लोगों की आपसी तालमेल के साथ-साथ जनभागीदारी की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होगी।
कलेक्टर-एसपी कांफ्रेस में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, एडीजी इंटेलिजेंस श्री अमित कुमार, मुख्यमंत्री सचिवालय के सचिव श्री राहुल भगत, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री मुकेश बंसल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री दयानन्द पी. और डॉ. बसवराजू एस. उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : आज वह शुभ दिन है, जब यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत किसान भाइयों के बैंक खातों में 13 हजार 320 करोड़ रुपए की आदान सहायता राशि का अंतरण किया जा रहा है।151 जगह यह कार्यक्रम हुआ।
आज के कार्यक्रम में 24 लाख 75 हजार से अधिक किसानों के खातों में राशि भेजी जा रही है। इनमें से 24 लाख 72 हजार से अधिक वे किसान हैं जिन्होंने इस साल धान बेचा था। इन्हें 13 हजार 289 करोड़ रुपए की अंतर की राशि दी जा रही है।
इसी तरह 02 हजार 829 धान बीज उत्पादक किसानों को भी बीज निगम के माध्यम से अंतर राशि, 31 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ने पर मुख्यमंत्री श्री साय ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ रमन सिंह का धन्यवाद किया।
हमारी सरकार ने किसान भाइयों से किए गए वादे के अनुरूप अटल जी के जन्म दिवस, सुशासन दिवस पर 2 साल के बकाया धान बोनस 3716 करोड़ रुपए का अंतरण भी किसान भाइयों के खातों में कर दिया है। 13 लाख से ज्यादा किसानों को बोनस का लाभ मिला है।
इस साल प्रदेश में 145 लाख टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है, जो पिछली सरकार द्वारा की गई खरीदी से 37 लाख मीटरिक टन अधिक है। मोदी जी ने गारंटी दी थी कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर गरीबों के लिए 18 लाख आवासों का निर्माण किया जाएगा। सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने कैबिनेट की बैठक में इस बारे में निर्णय ले लिया है, अप्रैल माह से तीव्र गति से मकान बनने शुरू होंगे।
मोदी जी ने महिलाओं को महतारी वंदन योजना शुरू करने की गारंटी दी थी। यह योजना भी शुरू हो चुकी है। परसों 10 मार्च को माननीय प्रधानमंत्री जी के करकमलों से राज्य की 70 लाख माताओं और बहनों के बैंक खातों में 655 करोड़ रुपए की राशि अंतरित कर दी गई है।मोदी जी ने वनवासी भाइयों से वादा किया था कि तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए मानक बोरा से बढ़ाकर 5500 रुपए कर देंगे। आज से ही इस योजना की भी शुरूआत हो जाएगी।
हमने दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना के अंतर्गत भूमिहीन कृषि मजदूरों को हर साल 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का निर्णय भी लिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी जी ने जो दायित्व सौंपे हैं। उन्हें हम हर हाल में पूरा करेंगे। हमने रामलला दर्शन योजना की शुरुआत भी कर दी है। यह योजना सरकारी खर्च पर चलेगी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जिले के डेढ़ लाख से अधिक किसानों के खाते में 799 करोड़ 66 लाख रुपये अन्तरित
किसानों को सबसे ज्यादा आदान सहायता राशि देने का काम कर रही हमारी सरकार- राजस्व मंत्री श्री वर्मा
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा कृषक उन्नति योजना के शुभारंभ एवं आदान सहायता राशि अंतरण कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को कृषक उन्नति योजना का शुभारंभ एवं आदान सहायता राशि का अंतरण बालोद जिले में आयोजित कार्यक्रम में किया। कृषक उन्नति योजना के तहत जिले के 1 लाख 56 हजार 713 किसानों के बैंक खाते में लगभग 799 करोड 66 लाख रुपये डीबीटी के माध्यम से आदान सहायता राशि का अंतरण किया गया। बलौदाबाजार स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। मुख्य कार्यक्रम से जिला मुख्यालय एवं जनपद मुख्याल वर्चुअली जुड़े थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण है जिसमे किसानों को आदान सहायता के रूप में बड़ी राशि का अंतरण किया गया है। किसानों में उत्साह और खुशी का माहौल है। किसानों की चिंता करते हुए हमारी सरकार ने मोदी की गारण्टी के तहत एक और गारण्टी पूरी की है। इस गारण्टी के पूरे होने से अब किसानों को आदान सहायता राशि देने में हमारी सरकार सबसे आगे है। पूरे प्रदेश में खुशहाली और समृद्धि दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले10 मार्च को ही प्रदेश की लगभग 70 लाख महिलाओं के खाते में एक- एक हजार रुपये महतारी वंदन योजना की पहली किश्त का अंतरण किया गया है।मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि खिलाड़ियों को सम्मानित व पुरस्कृत करने के लिए फिर से खेल अलंकरण समारोह की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि भूमिहीन मजदूरों को आर्थिक सहायता देने के लिए दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना की भी शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुसार भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को पूरा करने तथा विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए सबकी सहभगिता जरूरी है।
कलेक्टर श्री के. एल. चौहान ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि राज्य शासन द्वारा धान के अंतर राशि का किसानों के बैंक खाते में अंतरण हुआ। जिले के 1लाख 56 हज़ार 713 किसानों के खाते में लगभग 799 करोड़ 66 रुपए अन्तरित हुआ है। इस राशि के मिलने से किसानों में उत्साह है। इससे किसान प्रोत्साहित होंगे और खेती में रुचि लेंगे।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन, श्री विजय केशरवानी, श्री नरेश केशरवानी, श्री टेसू लाल धुरंधर, श्रीमती नीलम सोनी श्रीमती सुनीता वर्मा, एसडीएम श्री अमित कुमार गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बडी संख्या में किसान बंधु उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
इस सरकार से पहले कभी सोचा नही था की कोई धान का सर्वाधिक मूल्य देगा : किसान श्री रामाधार साहू
किसान श्री साहू के खाते में आए धान आदान सहायता के 8 लाख 76 हजार रुपए
राशि से खेती किसानी में होगी बढ़ोतरी
रायपुर : किसान श्री रामाधार साहूछत्तीसगढ़ के किसानों के लिए आज का दिन अभूतपूर्व रहा। छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी कृषक उन्नति योजना का राज्य स्तरीय शुभारंभ जिला मुख्यालय बालोद स्थित सरयू प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में हजारों किसानों एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के लगभग 24 लाख 75 हजार किसानों को इस योजना के तहत 13 हजार 320 करोड़ रूपए की आदान सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की गई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बालोद जिले के ग्राम भरदाखुर्द के किसान श्री रामाधार साहू को मुख्य मंच पर धान के आदान सहायता राशि का प्रमाण पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री के हाथों धान की एकमुश्त राशि मिलने से खुश किसान श्री साहू ने बताया कि विष्णुदेव साय सरकार ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदकर प्रदेश के किसानों को देश में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिलाया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से पहले कभी सोचा नही था की कोई धान का सर्वाधिक मूल्य देगा।
इस सरकार ने देश में धान का सर्वाधिक मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल देकर किसानों का मान सम्मान बढ़ाया है। किसान श्री साहू ने बताया कि वह 36 एकड़ में खेती करते है। धान आदान सहायता के रूप में मिले इतनी बड़ी राशि का वह खेती किसानी में सदुपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि अधिक फसल उत्पादन करने के लिए खेत खरीदने में आदान सहायता राशि का उपयोग करेंगे। साथ ही यह राशि बच्चों के भरण पोषण और पढ़ाई लिखाई में भी काम आएगा।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के किसानों से 3100 रूपए क्विंटल की दर से धान खरीदी की गारंटी दी थी। इस गारंटी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की कृषक उन्नति योजना की प्रदेशव्यापी शुरूआत आज हुई। इस योजना के तहत किसानों को आदान सहायता राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में करने के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों सहित विकासखण्ड मुख्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों को 3100 रूपए प्रति क्विंटल धान के मूल्य के मान से अंतर की राशि प्रदान की गई। उल्लेखनीय है कि राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में राज्य के 24.72 लाख किसानों से 144.92 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई जिसके एवज में किसानों को 31 हजार 914 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को धान के मूल्य में अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रूपए का भुगतान होने के साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की किसानों से की गई उक्त गारंटी भी पूरी हो गई। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रेल परियोजनाओं के लोकार्पण, भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल सेवाओं का रिकॉर्ड स्तर पर आधुनिकीकरण और विकास हो रहा है।
यात्री सुविधाओं और सेवाओं के मामले में भारतीय रेल वैश्विक स्तर की श्रेष्ठ सेवाओं में शामिल है।
प्रधानमंत्री आज पूरे देश में 85000 करोड रुपए की लागत की 6000 परियोजना का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को उदारता पूर्वक काफी कुछ दिया है।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में रेलवे से संबंधित 36 हजार 968 करोड रुपए की लागत की परियोजनाएं प्रगति पर हैं।
वर्ष 2024-25 के बजट में छत्तीसगढ़ को 6896 करोड़ का आवंटन प्राप्त हुआ है, जो उल्लेखनीय है
छत्तीसगढ़ के 32 स्टेशनों का विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकास हो रहा है -
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कलाकारों को बेहतर अवसर मिलेगा: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
बच्चों और युवाओं को मिलेगा कला की 12 विधाओं का प्रशिक्षण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज कला केन्द्र का लोकार्पण करते हुए कहा कि इससे कलाकारों को एक नया मंच मिलेगा। उन्हें अपनी प्रतिभा को और निखारने का अवसर मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए इस कला केन्द्र में बच्चों से लेकर युवाओं को कला की 12 विधाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपना संदेश भी रिकॉर्ड कराया, जिसमें उन्होंने कहा कि जीर्ण-शीर्ण भवन को एक सुन्दर कला केन्द्र भवन के रूप में विकसित किया गया है इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन रायपुर के प्रयासों की सराहना की।
इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने की। वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी, शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू उपस्थित थे। कार्यक्रम में मौजूद विधायक श्री अनुज शर्मा ने इस मौके पर गीत कुछ की लाईनें भी गाकर रिकॉर्ड कराईं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कला की विभिन्न विधाओं के लिए निर्मित कक्ष का अवलोकन किया और कलाकारों एवं प्रशिक्षकों से मुलाकात कर उनके साथ गु्रप फोटो भी खिचाया। क्ले-आर्ट के बाल कलाकार मास्टर आदित्य वर्मा से भी मुलाकात की। आदित्य के द्वारा क्ले से तैयार की गई बैगन की कलाकृति की सराहना की और इस आर्ट के बारे में जानकारी ली।
राजधानी रायपुर के इंटरनेशनल लायब्रेरी के पीछे बनाए गए इस कला केंद्र में छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। परिसर में अलग-अलग प्रशिक्षण कक्ष तैयार किए गए है, जहां ड्राइंग, मूर्तिकला, गायन, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट, तबला, हारमोनियम, ड्रम, की-बोर्ड इत्यादि वाद्य यंत्र का तथा अन्य कलाओं का प्रशिक्षण मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि कला केंद्र में परिसर में खुला मंच भी तैयार किया गया है जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समय-समय पर प्रस्तुति की सुविधा भी रहेगी। लोकार्पण अवसर पर खुले मंच से विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह एवं निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को प्रतीक चिन्ह भेंट किया। -
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काशी से वर्चुअल माध्यम से जुड़े प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी टीम को योजना के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए जितनी बधाई दूँ उतनी कम - प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
आधी आबादी के सपनों को पूरा करने की दिशा में महतारी वंदन योजना बड़ी छलांग- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की शुरूआत करते हुए 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं के खाते में 1000-1000 रूपए की प्रथम किश्त की राशि अंतरित की। महिलाओं के खाते में 655 करोड़ रुपए 57 लाख रुपए की राशि अंतरित की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मोदी की गारंटी है हमारी माताओं-बहनों को छत्तीसगढ़ सरकार नियमित रूप से प्रति माह 1000 रूपए की राशि अंतरित करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी टीम ने इस योजना का जितनी तेजी से क्रियान्वयन किया है उसके लिए मैं उन्हें जितनी बधाई दूँ, उतनी कम है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रिमंडल सहयोगी राजधानी रायपुर के र्साइंस कालेज मैदान में आयोजित समारोह में उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री ने जय जोहार के साथ उद्बोधन की शुरूआत की। मां दंतेश्वरी, मां बम्लेश्वरी और मां महामाया को आदरपूर्वक प्रणाम करने के साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को भी प्रणाम किया।
लाखों बहनों से आशीर्वाद प्राप्त करना सौभाग्य की बात
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि दो हफ्ते पहले मैंने आपके प्रदेश में 35 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। आज मुझे नारी शक्ति को सशक्त बनाने वाली महतारी वंदन योजना को समर्पित करने का सौभाग्य मिला है। महतारी वंदन योजना के तहत छत्तीसगढ़ की 70 लाख से अधिक माताओं बहनों को हर महीने एक हजार रुपए देने का वायदा किया गया। सरकार ने अपना वायदा पूरा किया। आज महतारी वंदन योजना के तहत छह सौ पचपन करोड़ रुपए की पहली किश्त जारी की गई और मैं स्क्रीन पर देख रहा हूँ लाखों लाखों बहनों के दर्शन हो रहे हैं। अलग अलग स्थान पर आपसे आशीर्वाद प्राप्त करना यह भी सौभाग्य है।
हर महीने बिना किसी परेशानी के पैसा आता रहेगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मुझे आपके बीच पहुंचना चाहिए था पर अलग-अलग कार्यक्रमों की वजह से आज उत्तर प्रदेश में हूँ और काशी से बोल रहा हूँ कल रात बाबा विश्वनाथ को प्रणाम करते हुए सभी देशवासियों की भलाई के लिए प्रार्थना की। बाबा विश्वनाथ की धरती से आपसे बात करने का अवसर मिला। मैं तो आपको बधाई देता ही हूँ। बाबा विश्वनाथ भी आपको आशीर्वाद दे रहे हैं। 8 मार्च को शिवरात्रि की वजह से यह कार्यक्रम करना संभव नहीं था पर आज बाबा भोले की नगरी से एक हजार रुपए पहुंच रहा है साथ ही भोले बाबा का आशीर्वाद भी पहुंच रहा है। आप सभी के खातों में हर महीने बिना किसी परेशानी के ये पैसा आता रहेगा। ये मेरा भरोसा है छत्तीसगढ़ की सरकार पर, ये मैं गारंटी दे रहा हूँ। जब माताएं-बहनें सशक्त होती हैं तो पूरा परिवार सशक्त होता है। डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता हमारी माताओं बहनों का कल्याण है। आज परिवार को पक्का घर मिल रहा है वो भी महिलाओं के नाम पर, उज्ज्वला का सस्ता सिलेंडर मिल रहा है वो भी महिलाओं के नाम पर। 50 प्रतिशत से अधिक जनधन खाते वो भी महिलाओं के नाम पर। 65 प्रतिशत से ज्यादा मुद्रा लोन भी महिलाओं ने लिया है खासकर नौजवान बेटियों ने। उन्होंने अपना काम शुरू किया।
देश की तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्षों में हमारी सरकार ने सेल्फहेल्प ग्रूप के माध्यम से 10 करोड़ से अधिक महिलाओं का जीवन बदला। हमारी सरकार के प्रयासों से अब तक एक करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन गई हैं। गांव गांव में इतनी बड़ी आर्थिक शक्ति बन गई है। इस सफलता को देखते हुए हमने बड़ी छलांग लगाने का फैसला किया। हमने अब संकल्प किया कि देश की तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य पूरा करेंगे। नमो ड्रोन दीदी योजना पर भी हम काम करेंगे। आप कल दस ग्यारह बजे जुड़ें आप देखें नमो ड्रोन दीदी कैसा कमाल कर रही हैं। सरकार बहनों को ड्रोन भी देगी, ड्रोन पायलेट की ट्रेनिंग भी देगी। एक दीदी ने कहा कि मुझे तो साइकिल भी नहीं चलानी आती थी अब मैं ड्रोन पायलेट हूं। इससे खेती विकसित होगी। परिवार समृद्ध तब होता है जब परिवार स्वस्थ होता है। परिवार स्वस्थ तभी होता है जब घर की महिलाएं स्वस्थ होती हैं। पहले गर्भ के दौरान माता शिशु की मृत्यु बड़ी चिंता होती थी। इस पर हमने काम किया। पहले शौचालय नहीं होने की वजह से माताओं को अपमान सहना पड़ता था। शौचालय बनने से अब महिलाओं को बीमारी से मुक्ति मिली है।
मोदी की गारंटी का मतलब होता है, गारंटी पूरी होने की गारंटी
श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार बनने के इतने कम समय में महतारी वंदन योजना का वायदा पूरा हुआ। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी टीम को जितनी बधाई दूँ उतनी कम। मोदी की गारंटी का मतलब होता है, गारंटी पूरी होने की गारंटी। हमने छत्तीसगढ़ की खुशहाली की जो गारंटी दी थी उसे पूरा करने के लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही हैं। हमने गारंटी दी थी कि 18 लाख पक्के घर का निर्माण करेंगे। सरकार बनने के दूसरे ही दिन श्री साय की कैबिनेट ने इस पर काम शुरू कर दिया। छत्तीसगढ़ के धान किसानों को दो साल के बकाया बोनस की गारंटी दी थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने अटल जी के जन्मदिवस के अवसर पर 3716 करोड़ रुपए किसानों के खाते में बोनस की राशि पहुंचा दी। हमने गारंटी दी थी कि किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी करेंगे। यह वायदा पूरा हुआ और 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदकर रिकार्ड बना दिया। खरीदी गई अंतर की राशि का भुगतान किसान भाइयों को इसी माह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले पांच सालों में विकास कार्यों को बढ़ाया जाएगा। इसमें आपकी बड़ी भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ की डबल इंजन सरकार इसी तरह से आपकी हर गारंटी पूरी करेगी। मैं काशी धाम से बोल रहा हूँ। बाबा का आशीर्वाद पहुंचा रहा हूँ।
मोदी जी की एक और गारंटी हुई पूरी :- मुख्यमंत्री श्री साय
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपना बहुमूल्य समय छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों हेतु महतारी वंदन योजना का शुभारंभ करने दिया, इसके लिए हम उनके प्रति आभारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि माताओं-बहनों को जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था, वह दिन आज आ गया है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आप लोगों को गारंटी दी थी, कि छत्तीसगढ़ में यदि हमारी सरकार बनती है तो हम महतारी वंदन योजना शुरू करेंगे। आज 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं के बैंक खातों में पहली किश्त का अंतरण किया जा रहा है।
विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सनातन परंपरा कहती है ’यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवताः’ अर्थात जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवता वास करते हैं। महतारी वंदन योजना के माध्यम से इस ध्येय वाक्य को धरातल पर मूर्त रूप दिया गया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया यह मजबूत कदम छत्तीसगढ़ की आधी आबादी के सपनों को पूरा करने की दिशा में बड़ी छलांग है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप शक्ति-स्वरूपा हैं। आप राष्ट्र की निर्माता हैं। आपका योगदान अनमोल है, यह महतारी वंदन योजना आप लोगों को छोटा सा अर्पण है। मोदी जी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य देश के सामने रखा है। इसके लिए विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण बहुत जरूरी है। आप लोग जितनी सशक्त होंगी, हमारा देश और प्रदेश भी उतना ही सशक्त होगा।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि महतारी वंदन योजना महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार के लिए उपयोगी होगी। इससे महिलाओं के सशक्तिकरण में काफी मदद मिलेगी। यह योजना सामान अवसर और सामाजिक न्याय को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि माताओं-बहनों का सम्मान बढ़ाने की दिशा महतारी वंदन योजना बहुत बड़ा कदम है। यह राशि महिलाओं के लिए छोटी-छोटी खुशियों के लिए उपयोगी होगी।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी इस अवसर पर संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप तेजी से कार्रवाई कर सरकार ने महतारी वंदन योजना को मूर्त रूप दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ महतारी को समर्पित जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार किया गया कॉफी टेबल पिक्टोरियल बुक ’मय महतारी हंव’ का विमोचन किया। इस कॉफी टेबल बुक में खुशियों के नोटिफिकेशन की 36 कहानियां शामिल हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की शपथ भी सभी को दिलाई। सम्म्मेलन के पूर्व मुख्यमंत्री ने महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा लगाए गए स्टॉल का भी अवलोकन कर उनका उत्साहवर्धन किया। सम्मेलन में सांसद श्री सुनील सोनी, विधायकगण गुरू खुशवंत साहेब, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री इंद्रकुमार साहू, श्री अनुज शर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सपरिवार किया आत्मीय स्वागत
रायपुर : केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री निवास रायपुर पहुँचने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को शाल एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनन्दन किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद श्री सुनील सोनी, उप मुख्यमंत्री द्वय श्री विजय शर्मा, श्री अरुण साव, विधायक श्री किरण सिंह देव, विधायक श्री अजय चंद्राकर, विधायक श्री राजेश मूणत, श्रीमती प्रियंवदा सिंह जूदेव, श्री रोहित चाहर एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। -
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उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के आग्रह पर मुख्यमंत्री श्री साय ने नहर विस्तारीकरण सहित विभिन्न कार्यों की आधारशिला रखी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कबीरधाम जिले के ग्राम कुरूवा में आयोजित साहू समाज के सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर जिले के विकास के लिए 118 करोड़ 24 लाख 16 हजार रूपए की लागत के 154 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री श्री साय से उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने जन आकांक्षाओं के अनुरूप जिले के समग्र विकास के लिए विशेष अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री श्री साय ने लोकार्पण एवं भूमिपूजन से पहले कर्मा मैदान परिसर में विधि-विधान से पूजा की और प्रदेश वासियो को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, सासंद श्री संतोष पांडेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, पूर्व संसदीय सचिव डॉ सिया राम साहू, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला रामकुमार भट्ट सहित समाज प्रमुख उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में मछली पालन और उद्यान विभाग की हितग्राही मूलक योजना अंतर्गत 1 करोड़ 50 लाख 30 हजार रूपए की सामाग्री का वितरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को नवीन राशन कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कबीरधाम जिले में सिंचाई क्षमता एवं जलाशय की नहर विस्तारीकरण के लिए 107 करोड़ 07 लाख 94 हजार रूपए की लागत से कुल 09 कार्यां का शिलान्यास एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने 84 करोड़ 70 लाख 72 हजार रूपए की लागत से विकासखंड सहसपुर लोहारा की बोरोदाखुर्द जलाशय योजना का निर्माण कार्य, 13 करोड़ 94 हजार रूपए की लागत से विकासखंड कवर्धा की सरोदा मध्यम जलाशय अंतर्गत अगरी माईनर का रिमाडलिंग एवं विस्तारीकरण कार्य, 6 करोड़ 10 लाख 69 हजार रूपए की लागत से भाटकुंडेरा (ठाठापुर) व्यपवर्तन योजना का निर्माण कार्य, 1 करोड़ 59 लाख 60 हजार रूपए की लागत से विकासखंड सहसपुर लोहारा की सोनझरी जलाशय योजना के आरबीसी एवं एलबीसी के नहर लायनिंग कार्य, 2 करोड़ 43 लाख 49 हजार रूपए की लागत से विकासखंड बोड़ला की सरईपतेरा व्यपवर्तन योजना के गेट सुधार एवं नहर लाईनिंग कार्य,2 करोड़ 97 लाख 27 हजार रूपए की लागत से छीरपानी मध्यम जलाशय अंतर्गत छीरपानी एवं निरीक्षण कुटीर का जीर्णाेद्धार एवं निर्माण कार्य, 2 करोड़ 10 लाख 49 हजार रूपए की लागत से सुखानाला व्यपवर्तन का जीर्णाेद्धार एवं नहर लाईनिंग कार्य, 2 करोड़ 92 लाख 43 हजार हजार रूपए की लागत से राजपुर व्यपवर्तन कार्य प्रारंभ से 5000 मीटर तक कार्य, 2 करोड़ 92 लाख 31 हजार रूपए की लागत से बेल्हरी जलाशय के शीर्ष कार्य एवं मुख्य नहर का मरम्मत, जीर्णाेद्धार एवं लाईनिंग कार्य लंबाई 6200 मीटर के कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंडी मद अंतर्गत 11 करोड़ 03 लाख 22 हजार रूपए की लागत से 143 विकास कार्य और निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने 6.50-6.50 लाख रूपए की लागत से ग्राम पंचायत कल्याणपुर में दो सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। - - सरकार ने अब सालभर में सिलेंडर की संख्या 12 से बढ़ाकर 15 कर दी है
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर महाशिवरात्रि के अवसर पर देशवासियों को तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि महिला दिवस के मौके पर सरकार ने घरेलू सिलेंडर में 100 रुपये की छूट देने का फैसला किया है। एक्स पर लिखे पोस्ट में मोदी ने कहा है कि महिला दिवस के अवसर पर आज हमने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की छूट का बड़ा फैसला किया है। इससे नारी शक्ति का जीवन आसान होने के साथ ही करोड़ों परिवारों का आर्थिक बोझ भी कम होगा। यह कदम पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार बनेगा, जिससे पूरे परिवार का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।गौरतलब है कि 1 मार्च को तेल कंपनियों (ओएमसी) ने 19 किलोग्राम वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में बढ़ोतरी की घोषणा की। बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में 19 किलो वाला कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 1,795.00 रुपये में मिल रहा था। कोलकाता में वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की संशोधित कीमतें 1,911.00 रुपये, मुंबई में 1,749.00 रुपये और चेन्नई में 1,960.50 रुपये थीं। वहीं सरकार ने साल 2022 में रसोई गैस सिलेंडर के लिए नया नियम तय किया था। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एक कार्डधारक सालभर में अधिकतम 15 एलपीजी सिलेंडर ही खरीद सकता है।इसमें से 12 सिलेंडर तो सब्सिडी वाले हो सकते हैं, अगर वह पात्र है। 12 से ऊपर जो भी सिलेंडर खरीदेंगे, वह बिना सब्सिडी वाला होगा। हालांकि, कुल संख्या 15 से ऊपर नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा हर महीने भी सिर्फ 2 रसोई गैस सिलेंडर खरीदने की अनुमति होगी। इससे पहले तक सिलेंडर खरीदने का कोटा तय नहीं था। हालांकि, पेट्रोलियम कंपनियां साल में सिर्फ 12 रसोई गैस सिलेंडर खरीदने की इजाजत देती थीं। अब इस पर लिमिट तय कर दी गई है और सालभर में कुल सिलेंडर की संख्या को 15 तय कर दिया गया है।पेट्रोलियम कंपनियों का कहना है कि कोई व्यक्ति बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 15 की तय लिमिट से भी ज्यादा खरीद सकता है, लेकिन इसके लिए उसे कारण बताना होगा। मान लीजिए किसी के घर में शादी या कोई कार्यक्रम है तो वह इससे जुड़े पेपर अथवा कोई सबूत पेश करके जरूरत के हिसाब से सिलेंडर ले सकता है।(एजेंसी) -
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दिवंगत शासकीय सेवक के विभाग में अनुकम्पा नियुक्ति के पद रिक्त नहीं होने पर आवेदन कलेक्टर को अग्रेषित किए जाएंगे
कलेक्टर के अधीनस्थ कार्यालय में रिक्त पद नहीं होने पर आवेदन कमिश्नर को अग्रेषित किया जाएगा
अनुकम्पा नियुक्तियों के आवेदकों के हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर लिया गया है निर्णय
अनुकम्पा नियुक्ति हेतु जारी पुनरीक्षित निर्देश 2013 में संशोधन के निर्णय अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा निर्देश जारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट की बैठक में अनुकम्पा नियुक्ति के संबंध में राज्य शासन द्वारा जारी एकजाई पुनरीक्षित निर्देश 2013 में संशोधन करने के लिए गए निर्णय पर त्वरित अमल करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा कैबिनेट के निर्णय अनुसार संशोधन के संबंध में समस्त विभागों, छत्तीसगढ़ राजस्व मण्डल, समस्त विभागाध्यक्षों, सभी कमिश्नर्स और सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि सेवाकाल के दौरान दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार के सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति देने के संबंध में राज्य शासन द्वारा संदर्भित परिपत्र द्वारा एकजाई पुनरीक्षित निर्देश, 2013 जारी किए गए हैं एवं उसमें समय-समय पर आंशिक संशोधन किए गए हैं।
संशोधन के संबंध में सामान्य प्रशासन द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि कलेक्टर कार्यालय में आवेदन-पत्र अग्रेषित होकर प्राप्त होने पर, जिला कलेक्टर द्वारा उसके जिले में, उसके अधीनस्थ कार्यालय में अनुकम्पा नियुक्ति हेतु रिक्त उपलब्ध पद पर अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने की कार्रवाई की जायेगी।
जिले में किसी भी कार्यालय में अनुकम्पा नियुक्ति हेतु रिक्त पद उपलब्ध न होने पर जिला कलेक्टर तदाशय के प्रमाण पत्र के साथ आवेदक का अनुकम्पा नियुक्ति का आवेदन-पत्र, अपने संभागीय आयुक्त कार्यालय को प्रेषित करेंगे एवं आवेदक को उसकी सूचना दी जाएगी।
संभागीय आयुक्त अपने अधीनस्थ अन्य जिले, जहां पद रिक्त हो, अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने की आगामी कार्यवाही हेतु संबंधित जिला कलेक्टर को प्रकरण अग्रेषित करेंगे तथा निर्धारित समय-सीमा के भीतर अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों का निराकरण कलेक्टर- संभागायुक्तों द्वारा किया जायेगा।
जिला कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि, अपने अधीनस्थ कार्यालयों में अनुकम्पा नियुक्ति हेतु चिन्हांकित पदों की रिक्तता की जानकारी संभागीय आयुक्त कार्यालय को समय-समय पर प्रेषित करेंगे तथा अनुकम्पा नियुक्ति प्रस्ताव प्राप्त होने पर, पदों की रिक्तता के अनुसार तृतीय अथवा चतुर्थ श्रेणी के पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति देने की कार्यवाही की जायेगी। यह भी स्पष्ट किया गया है कि अनुकम्पा नियुक्ति शासन द्वारा दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में दी जाती है, इसमें इच्छानुरूप पद पर नियुक्ति दिया जाये, यह आवश्यक नहीं है।
अतः दिवंगत नियमित शासकीय सेवकों के आश्रित सदस्यों के अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरणों का नियत समयावधि में निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। -
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जगार 2024 का आगाज 10 मार्च को
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा जगार 2024 का 10 मार्च शाम 7 बजे शुभारंभ किया जाएगा। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के द्वारा प्रतिवर्ष लगाए जाने वाले इस हस्तशिल्प एवं हाथकरघा प्रदर्शनी के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव करेंगे।
जगार 2024 में छत्तीसगढ़ राज्य के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प बेलमेटल शिल्प (ढोकरा), लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, कालीन शिल्प, शिशल शिल्प, गोदना शिल्प, तुमा शिल्प, टेराकोटा शिल्प, छींद-कांसा शिल्प की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। हाथकरघा वस्त्रों में कोसा साड़ियाँ, दुपट्टा, सलवार सूट, ड्रेस मटेरियल एवं कॉटन बेडशीट, चादरें, ड्रेस मटेरियल, सर्टिंग एवं विभिन्न प्रकार की खादी रेडीमेड वस्त्रों आदि जगार का मुख्य आकर्षण रहेंगे।जगार में अन्य राज्यों से उत्तरप्रदेश लखनऊ की चिकनकारी, बनारसी साड़ी, ड्रेस मटेरियल, मध्यप्रदेश की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियों एवं बाघ प्रिंट की ड्रेस मटेरियल एवं टिकमगढ़ का पीतल की मूर्तियाँ, पश्चिम बंगाल का जूटवर्क, कांथा वर्क तथा बंगाली साड़ियाँ सहित, पंजाब की फुलकारी एवं पंजाबी जुतियाँ, राजस्थान की चर्मशिल्प की मोजरी एवं एम्बाईडरी के सलवार सूट, दिल्ली की ज्वेलरी, हरियाणा पानीपत का बेडशीट, महाराष्ट्र के कोल्हापुरी चप्पल, बिहार के भागलपुरी ड्रेस मटेरियल, जम्मू कश्मीर के शॉल एवं साड़ियाँ इस प्रकार कुल 11 राज्यों के विभिन्न शिल्पकलाओं एवं हाथकरघा सामग्री का विशाल संग्रहण उपलब्ध रहेगा, जिसमें स्वयं शिल्पकार अपनी उन्नत शिल्पकला के हुनर का प्रदर्शन सह विक्रय करेंगे।
जगार 2024 हस्तशिल्प एवं हाथकरघा प्रदर्शनी का आयोजन 10 मार्च से 19 मार्च 2024 तक छत्तीसगढ़ हाट परिसर पंडरी, रायपुर में होगा, जिसमें प्रतिदिन संध्या 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। -
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राजिम कुंभ कल्प पहुंच रहे देशभर के साधु-संत
रायपुर : राजिम में आयोजित कुंभ कल्प में संत समागम के दौरान राम चरित मानस की चौपाई ‘मुद मंगलमय संत समाजू, जो जग जंगम तीरथराजू’ की प्रासंगिकता को उपस्थित जनसमूह ने साक्षात्कार किया। जब त्रिवेणी संगम के तट पर बने विशाल मंच पर देशभर के संतों का आगमन हुआ। यूं भी संत और तीरथ एक दूसरे के पर्याय हैं। संत के बिना किसी तीरथ का और तीरथ के बिना किसी संत का महत्व नहीं रह जाता। राजिम अपने आप में एक तीर्थ के सामान स्थापित है। जिसकी धरा से निकलने वाली श्रद्धा और आस्था के लिए यहां आने वाले हर श्रद्धालुओं को साकारात्मक गतिज और ऊर्जा से भर देती है। साथ ही त्रिवेणी संगम की स्वर लहरियों के साथ जब भगवान श्री राजीव लोचन की आरती में बजने वाली घंटे-घड़ियाल की आवाज के साथ ताल में ताल मिलकर मग्न होकर नाचती है, उस अलौकिक भावना के भाव का साक्षातकार बहुत ही कम लोगों को ही मिल पाता है, जिसकी जितनी श्रद्धा भाव होते हैं, उसे उसी भाव से उस अलौकिक आनंद की अनुभूति होती है।
संगम तट पर बने मंच पर कुंभ कल्प में आयोजित संत समागम में भाग लेने आए देशभर के साधु-संत महात्माओं के स्वस्ति वाचन से पूरा कुंभ धर्म और आस्था की त्रिवेणी में डूबकी लगाने से नहीं रोक सके। संतों ने राजिम कुंभ में पहुंचकर भगवान श्रीराजीव लोचन एवं राजिम के पवित्र भूमि के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए आभार माना कि उन्हें छत्तीसगढ़ की इस पवित्र भूमि में भगवान श्री राजीव लोचन के दर्शन लाभ का सौभाग्य मिला। साथ ही राजिम की भूमि अपने संत पुत्रों को अपने सानिध्य में पाकर स्वयं को आनंदित होने से नहीं रोक पाई। उस क्षण में वेद मंत्रों से निकलने वाली आनंदित तरंगों का अहसास उपस्थित संपूर्ण जन समुदाय ने महसूस किया। तभी जन समुदाय ने उद्घोष करते हुए अपने आनंद के साक्षात्कार का जय-जयकार किया। इस क्षण के साक्षी उपस्थित विशाल जनसमूह।
राजिम कुंभ के संत समागम परिसर में श्रध्दा भक्ति और आध्यात्म का हो रहा मिलन
राजिम कुंभ कल्प के संत समागम परिसर में बने डोम में प्रतिदिन धार्मिक प्रवचन, सत्संग, भजन, कीर्तन, साधु-संत और महंतो के द्वारा किया जा रहा है। संतो के सानिध्य में राजिम नगरी पावन तीर्थ बना है जहां अनेक ज्ञानी महात्माओं के दर्शन और उनके आशीर्वाद मिल रहे हैं। राजिम मेले में आएं श्रध्दालु उनके अमृत वचनो का लाभ ले रहें है। पंडित अश्वनी शर्मा ने भक्त और भगवान के बीच मधुर संबंध का वर्णन करते हुए कहा की बिना श्रध्दा और भक्ति के भव से पार नही हों सकते।
आध्यात्म से ही मानव मन को आत्मिक आनंद की प्राप्ति हो सकती है। निष्काम कर्म करते हुए उच्च नैतिक गुणों से युक्त होकर हृद्य में शुध्द भाव रखकर मानवता के कल्याण के कार्य करते रहना चाहिए। दीन-दुखी गरीब असहाय और जरूरतमंद की सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते है। परमात्मा किसी भी रूप में हमारे सम्मुख आ जाते है। जरूरत है, तो अंर्तमन से उनके दिव्य रूप को महसूस करने की। संसारिक मोह माया में जब तक लिप्त रहेंगेे तब तक कही भी शुकुन नहीं मिलेगा। अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए आत्मा को परमात्मा से जोड़ कर रखना चाहिए और मन वचन और कर्म से सात्विक रहकर सभी से मधुर व्यवहार कर सहयोग समन्वय और सामंजस्य स्थापित करना चाहिए मन के कुविचार को त्याग कर जो सच्चे मन से भगवान को याद करतें है उनकी वे प्रार्थना अवश्य सुनते है। सिर्फ कुछ मांगने के लिए ही ईश्वर की अराधना नही करनी चाहिए। अलौकिक आनंद को प्राप्त करने के लिए हर पल ईश्वर का सुमीरन करते रहना चाहिए तभी भक्त और भगवान के बीच रिश्ते मजबूत होतें है।
राजिम कुंभ में संत समागम परिसर में सहज योग की दी जा रही जानकारी तनाव मुक्त जीवन के लिए सहजयोग आज की सबसे बडी आवश्यकता
राजिम कुंभ कल्प में संत समागम परिसर में सहज योग के अभ्यास की प्रदर्शनी लगी है जहां तनाव शारीरिक, मानसिक भावनात्मक व्याधियो की मुक्ति के लिए एवं पारिवारिक जीवन में सुख शांति एवं सामंजस्य स्थापित करने के लिए सहजयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बताया गया कि सहजयोग करने के लिए कुछ भी छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। आत्म साक्षात्कार के द्वारा ही हम जीवन की विविध चुनौतियो को पार कर सकते है। इसके लिए ध्यान करना अति आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ में सहजयोग ध्यान के केन्द्र रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, धमतरी, जगदलपुर, राजिम और भी अन्य स्थान पर है। राजिम कुंभ में 8 मार्च महाशिवरात्रि तक सहजयोग केंद्र में आकर इसका लाभ मेलार्थी ले सकते है।
प्रदर्शनी में बताया गया कि माताजी श्री निर्मलादेवी की मानवता को एक महान देन हैं। सहजयोग यह आत्मज्ञान को प्राप्त करने की अत्यंत सरल एवं सहज ध्यान-पध्दति है। यह परमात्मा की सर्वव्यापक शक्ति से जुड़ने का एकमात्र सरल एवं सिध्द मार्ग है। अधिकतर लोग जानते हैं कि परमात्मा का निवास हमारे अंदर है, परन्तु बहुत कम लोगों ने इसका अनुभव किया है। परमात्मा की सर्वव्यापक शक्ति का प्रतिबिम्ब कुण्डलिनी के रूप में हर व्यक्ति के मेरूदंड (रीढ़ की हड़डी) के निचले छोर पर स्थित पवित्र त्रिकोणाकार अस्थि में सुप्तावस्था में विद्यमान है, इस ईश्वरीय शक्ति के जागृत होने पर मानव को सुंदर एवं सृजनात्मक व्यक्तित्व, उत्तम स्वास्थ, तथा परमात्मा द्वारा पथ-प्रर्दशन प्राप्त हो जाता है, और परिणामतः मानव तनाव रहित जीवन, निःस्वार्थ प्रेम एवं आनंद की स्थिति में आ जाता है।
सहजयोग से हम स्वयं के आंतरिक तंत्र को जान सकते है और आंतरिक तंत्र को समझकर सकारात्मक परिवर्तन ला सकते है। सर्वागीण विकास एवं संतुलित जीवनयापन भ्रष्टाचार, दुराचार एवं अनैतिकता रहित समाज के निर्माण के लिये आध्यात्मिक जीवन के परम लक्ष्य की प्राप्ति के लिये सहज योग आज के आधुनिक जीवन सैली में बहुत आवश्यक है। इससे तनाव रहित जीवन तथा तनाव से उत्पन्न होने वाले रागों से मुक्ति मिलती है। दुर्व्यसनों से स्वतः छुटकारा आनंदमय, शांतिपूर्ण जीवन की प्राप्ति चित्ता की एकाग्रता, स्मरणशक्ति की प्रबलता, सृजन शक्ति का विकास आत्मविश्वास में वृध्दि एवं स्व-निर्णय लेने की क्षमता का विकास सर्वसामान्य गृहस्थ जीवन बिताते हुये गहन आध्यात्मिक अवस्था की प्राप्ति होती है। हम आप सभी को इस अद्वितीय ध्यान-योग पध्दति को पाने एवं अनुभव करने के लिए सादर आमंत्रित करते हैं।