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- ज्योति महिला स्व-सहायता समूह दिव्यांग महिलाएं करती काम-काज
महासमुंद : रोजगार के सीमित संसाधनांे में आजीविका चलाने का एक मात्र विकल्प स्वरोजगार ही है। आज समाज में महिलाएं घरों की चार दीवारी तक ही सीमित रहती है और उनको सिर्फ पारिवारिक जिम्मेदारियों के लिए समझा जाता है।
मगर ऐसी बहुत सी महिलाएं है जो अपनी कार्यकुशलता एवं क्षमता के आधार पर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन करने के साथ-साथ समाज के लिए भी एक प्रेरणा स्त्रोत हैं।जिले के बसना जनपद पंचायत के अंतर्गत जनपद पंचायत परिसर में स्थित ‘‘फुलझर कलेवा’’ में ज्योति महिला स्व-सहायता समूह, अरेकेल की दिव्यांग महिलाओं ने बिहान योजनांतर्गत विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने के साथ-साथ समोसा, कचैड़ी, बड़ा, चीला, मिर्ची भजिया, डोसा, इडली, मुंगौड़ी, गुलगुला भजिया, चाय सहित अन्य प्रकार के छत्तीसगढ़ी व्यंजन बना रही हैं।
महिलाओं ने फुलझर कलेवा की दीवालों पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोकनृत्य आदि को विभिन्न रंगों के साथ उकेरा है। यहां लोग छत्तीसगढ़ी व्यंजन के साथ छत्तीसगढ़ की संस्कृति को भी निहारते है और तारीफ करते हैं।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्पराओं को संरक्षित करते हुए पारम्परिक खान-पान, आहार एवं व्यंजनों से देश दुनिया को परिचित कराना, वर्तमान में लोगों के पास समय की जब कमी है तब छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लोगों को सुगमता पूर्वक उपलब्ध कराना, छत्तीसगढ़ी लुप्तप्राय विधि को जीवंत्य बनाए रखना हैं।उन्होंने बताया कि ज्योति महिला स्व-सहायता समूह में 05 सदस्य हैं। इनके अध्यक्ष कुमारी देवांगन, सचिव श्याम बाई सिदार, सदस्य सुमन साव, उकिया भोई एवं चन्द्रमा यादव शामिल हैं।
समूह की अध्यक्ष कुमारी देवांगन ने बताया कि जनपद पंचायत के अधिकारियों ने उन्हें ‘‘बिहान’’ योजना के बारें में जानकारी दी। उन्हंे यह जानकारी अच्छी लगी। इससे वे प्रेरित होकर अपने सहयोगियों के साथ सपनों को साकार करने का मन बनाया।पिछले माह 11 नवम्बर को यहां ‘‘फुलझर कलेवा’’ का शुभारम्भ हुआ था। ‘‘फुलझर कलेवा’’ का संचालन समूह की महिलाओं द्वारा रोज सुबह 09ः00 बजे से शाम 06ः00 बजे तक किया जाता है।जिससे उन्हें रोज अच्छी खासी कमाई हो रही है इस कमाई से वे काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि पहले वे लोग बेरोजगार रहते थे तो उन्हें काफी आर्थिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था। अब ‘‘फुलझर कलेवा’’ के संचालन होने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और सफलता की राह खुल गई है।उन्होंने बताया कि ‘‘फुलझर कलेवा’’ में आस-पास के शासकीय कार्यालय इनमें जनपद पंचायत, मनरेगा, पोस्ट आॅफिस, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा यहां काम काज के लिए दूर-दराज के ग्रामीण भी यहां चाय-नाश्ता किया करते हैं। जिससे उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त हो रही है।समूह से जुड़ने पर उनको जिला स्तरीय अधिकारी एवं जनपद के अधिकारियों ने उन्हें प्रशिक्षण दिया। इसके अलावा उन्हें लेन-देन सही तरीके से करना, बचत करना ,उधार वापस करना, बैंक में खाता खुलवाना और हर हफ्ते बैठक करना ये सब बाते सिखाई गई।राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ी खान पान एवं व्यंजन विक्रय के लिए गढ़कलेवा छत्तीसगढ़ के सभी जिला मुख्यालयों में वित्तीय वर्ष 2020 में प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया।इसके अंतर्गत स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह को प्रशिक्षित कर तथा गढ़कलेवा हेतु स्थल, शेड आदि तैयार कर संचालन हेतु दिए जा रहे हैै। जिससे समूह के गरीब परिवारों को जीवन यापन के लिए रोजगार प्राप्त हो रहा है तथा वे आत्मनिर्भर बन रहें है।उन्होंने बताया कि अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षणों से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और उन्हें समाज में एक पहचान मिली और उनके नाम से लोग उन्हें जानने लगे। आज उनके माता-पिता और उनके पूरे परिवार को उन पर गर्व है।बिहान योजना के माध्यम से ऐसी महिलाएं जो अपने सपने पूरे करना चाहते है उन्हें रोजगार एवं समाज में एक नई पहचान मिल पाई। समाज में जो महिला सशक्तिकरण की अवधारणा है जहाँ महिलाएँ परिवार और समाज के सभी बंधनों से मुक्त होकर अपने निर्णयों की निर्माता खुद हो। वह सार्थक होती दिखाई दे रही है।उन्होंने बताया कि इस योजना से जुड़ने और ‘‘फुलझर कलेवा’’ में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने से हो रही आमदनी के बाद वे अपनी जैसी अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने का प्रयास भी कर रहीं है। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 07 प्रकरणोें पर 232 बोरा धान अर्थात् (92.8 क्विंटल) धान जप्त किए गए।प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें बागबाहरा तहसील के ग्राम खल्लारी निवासी श्री विजय अग्रवाल से 52 बोरी धान, पिथौरा तहसील में श्री संजय अग्रवाल (कामेश्वरी ट्रेडर्स) से 40 बोरी धान एवं बसना तहसील के ग्राम कुड़ेकेल निवासी श्री दामोदर साव से 30 बोरी धान जप्त किया गया।
इसी प्रकार महासमुंद तहसील के ग्राम बेलसोंडा निवासी श्री जनक राम साहू से 25 बोरी धान, श्री रामकृष्ण चंद्राकर से 30 बोरी धान, श्री प्रमोद चंद्राकर से 25 बोरी धान एवं श्री बिशहत चंद्राकर से 30 बोरी धान जप्त कर उचित कार्यवाही किया गया।
अब तक जिले में कुल 165 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 8557 बोरा धान अर्थात् 3422.8 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 10 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है। - महासमुंद : महासमुन्द जिले में राष्ट्रीय शिक्षा अभियान अंतर्गत संचालित समस्त हाई/हायर सेकेण्ड्री स्कूलों के खातों को सत्र 2019-20 हेतु वैद्यानिक अंकेक्षण (आॅडिट) किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पहले अंकेक्षण अगस्त 2020 में होना था।
जिसे कोविड-19 के चलते स्थगित कर दिया गया था। इसमें बैक पासबुक, रोकड़ बही (कैशबुक), खाता बही (लेजर) के अलावा एडवांश रजिस्टर स्टाॅक पंजी, शाला विकास समिति बैठक पंजी आदि का अंकेक्षण (आॅडिट) किया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि नए साल के पहले दिन 01 जनवरी 2021 से आॅडिट होगा। विकासखण्ड सरायपाली में 01 जनवरी को शासकीय बालक आदर्श हायर सेकेण्ड्री स्कूल में, बसना विकासखण्ड में 02 जनवरी आदर्श बालक हायर सकेण्ड्री स्कूल बसना में, पिथौरा विकासखण्ड में 04 जनवरी को शासकीय कन्या हायर सेकेण्ड्र स्कूल में एवं 05 जनवरी को विकासखण्ड बागबाहरा के शासकीय आदर्श हायर सेकेण्ड्री स्कूल में आॅडिट होगा।
इसी तरह महासमुन्द विकासखण्ड में 06 जनवरी को शासकीय आशी बाई गोलछा हायर सेकेण्ड्री महासमुंद में आॅडिट रखा गया है। सभी का समय पूर्वाह्न 11ः00 बजे निर्धारित है। अनुपस्थित या आॅडिट नहीं कराए जाने पर जिम्मेदारी संस्था प्रमुख की होगी। - सरपंच बोले एक ही जगह मिल रही योजनाओं की जानकारी
महासमुंद : छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियांे पर आधारित गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ छायाचित्र विकास प्रदर्शनी आज महासमुंद जिले के जनपद पंचायत मुख्यालय बसना के कार्यालय परिसर में लगाई गई।प्रदर्शनी स्थल पर आम जन को प्रचारसामग्री योजनाओं के पामपलेट का भी वितरण किया गया। जिसे दूर-दूर से आए पंचायत प्रतिनिधियों, शासकीय अधिकारी कर्मचारी एवं आम लोगों ने उत्सुकता से देखा और शासन के योजनाओं के बारे में जाना।
प्रदर्शनी में राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास, गाय-गौठान-गोबर ने बदली गाॅव की तस्वीर, डाॅ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, गढ़कलेवा, वनोपज, सार्वभौम पीडीएस के साथ ही मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना आदि फोटो और आकड़ों सहित दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में युवा वर्ग ने खास रूचि दिखाई। यह एक दिवसीय प्रदर्शनी को देखने के लिए जनपद पंचायत में अपने कार्य पर आए नागरिकों में प्रदर्शनी को देखने मे बड़ी उत्सुकता रही।
ग्राम पंचायत बरडीह के सरपंच श्री दुष्कल प्रधान ने अपनी प्रक्रिया देते हुए बताया कि यह एक अच्छी पहल है की राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी हमें एक ही जगह मिल रही है । और अधिक जानकारी और लाभ लेने के लिए प्रचार सामग्री के रूप में पुस्तक, पेंपलेट भी दिए जा रहे है। इसी तरह ग्राम पंचायत गिधली के उपसरपंच श्री दिव्य किशोर बारिक का कहना है कि प्रदर्शनी लगने से आम लोगो को योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हो रही है।
इसके अलावा बरडीह के उपसरपंच श्री प्रफुल्ल शराफ ने भी प्रदर्शनी को सराहा। ग्राम केरामुण्डा के बी एड कर रहे छात्र श्री खगेन्द्र सिंग और पीजीडीसीए कर रही छात्रा कुमारी ज्योति सिंग ने भी प्रदर्शनी अवलोकन कर तथा प्रचार सामाग्री प्राप्त कर इसे प्रतियोगी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बतलाया।उलेखनीय है कि जिला मुख्यालय महासमुन्द में आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने इसी माह के 17 दिसम्बर को किया था। प्रदर्शनी में राज्य सरकार के विभिन्न योजना और जन कल्याण योजना पर आधारित पुस्तक और पाॅम्प्लेट का भी वितरण किया जा रहा है।
जिले के सभी विकासखण्डों में आम जनता को सरकारी योजनाएं बतानें और उनका लाभ उठानें के लिए एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी स्थल पर निःशुल्क प्रचार सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है। - महासमुन्द जिले में दो साल में 1350 से ज्यादा किसानों को मिला सोलर पम्प
महासमुन्द : महासमुन्द जिले में सौर सुजला योजना में दो वर्ष मंे (जनवरी 2019 से दिसम्बर 2020) तक 1356 किसानों के खेतों में कृषि सिंचाई हेतु सोलर पम्प स्थापित किया गया।जिन किसानों के खेतों में परम्परागत् बिजली नहीं पहुंची या जिसके पास कृषि भूमि उपलब्ध होते हुए भी सिंचाई व्यवस्था नहीं थी या कृषक के खेत तक विद्युत विस्तार लाईन का व्यय अत्यधिक होने के कारण वह वहन करने की स्थिति में नहीं था।
ऐसे किसानों के खेतों में राज्य सरकार द्वारा सोलर पम्प स्थापित किए हैं। इन सिंचाई पम्पों के लिए किसानों को बिजली का कोई बिल नहीं लगेगा। यह पम्प सूरज की रोशनी से चलते हैं। यानि कि किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सूर्य देवता के आशीर्वाद से मुफ्त बिजली मिलती है।
महासमुन्द जिले के पिथौरा के ग्राम बगारपाली के किसान श्री मोहर सिंह का कहना है कि उनके यहां पहले खेतों के लिए सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण खेतों से सालाना आय मात्र 23 हजार से 26 हजार ही हो पाती थी। किन्तु जबसे सोलर पम्प लगा है, वे अपने खेत में धान फसल के बाद मौसमी सब्जी-भाजी आलू, टमाटर, बरबट्टी इत्यादि उगाकर अब उनकी आमदनी में पाॅच गुणा से अधिक वृद्धि हुई है। अब उसकी वार्षिक आमदनी 1.50 से 1.75 लाख रूपए हो जाती है।
इसी प्रकार किसान सर्वश्री मोतीराम ठाकुर, नेमसिंग ठाकुर, हेम सिंग ठाकुर एवं श्री सालिक राम इत्यादि 16 कृषकों के यहां सोलर पम्प का स्थापना कार्य किया गया है। उनकी आमदनी में भी काफी ईजाफा हुआ है। वह भी पारम्परिक खेती के साथ सब्जी-भाजी उगा रहें हैं।
इसी प्रकार वहीं विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम टूरीझर के किसान भी नाला किनारें डीजल पम्प लगाकर अपने एक से 1.5 एकड़ खेत में केवल धान फसल ले रहें थे, लेकिन 3 एचपी सोलर पम्प लगने के बाद अब वो बारह महीने सब्जी की खेती कर उनकी वार्षिक आय में बढ़ौतरी हुई है।
महासमुन्द जिले में दो साल में 1356 किसानों को सौर सुजला योजना से जोड़ा गया है। योजनांतर्गत हितग्राहियों का चयन कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। बाजार में 5 हाॅर्स पावर के जिस सौर ऊर्जा पम्प (सोलर पम्प) की कीमत लगभग 4.50 लाख से अधिक है वह इस योजना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों के लिए सिर्फ 14800 रूपए में, पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 19800 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 24800 हजार रूपए मंे दी जा रही है।
इसी कड़ी में 3 हाॅर्स पाॅवर के सौर सिंचाई पम्प जिनकी कीमत बाजार में लगभग 3.50 लाख होती है वह सौर सुजला योजना के तहत् अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को केवल 10 हजार रूपए में, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 15 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 21 हजार रूपए मंे दिए जाने का प्रावधान किया गया है। - रकबा त्रुटि सुधार में पूरी सावधानी बरतें: कलेक्टर श्री गोयल
महासमुन्द : जिले में पंजीकृत किसानों द्वारा गिरदावरी के समय रकबे त्रुटि संबंधी सुधार हेतु किए गए आवेदनों पर पूरी सावधानी बरती जाए। यह भी ख्याल रखा जाए कि रकबे में त्रुटि सुधार पूरी जाॅच पड़ताल के बाद केवल उन्हीं किसानों का हो जिन्होंने रकबें में त्रुटि सुधार का आवेदन दिया है।
खास तौर पर जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इस बात का विशेष ख्याल रखें। खरीफ विपणन 2020-21 में धान खरीदी से संबंधित काॅल संेटर/112 में प्राप्त शिकायत/समस्या का त्वरित निराकरण किया जाए। यह उक्त बातें कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ली समय-सीमा बैठक के दौरान कही।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी सहित डिप्टी कलेक्टर एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री गोयल ने समय-सीमा एवं लम्बित प्रकरणों पर की गई कार्यवाही के बारें में जिला अधिकारियों से विभागवार एक-एक करके जानकारी ली। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से कन्या आश्रम, बालक आश्रम एवं अन्य विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इसका अवलोकन करेंगे।
उन्होंने धान खरीदी तथा धान उठाव की भी जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले में किए जा रहे कोविड-19 टेस्ट की गति को रविवार को भी बढ़ानें के निर्देश दिए। उन्होंने वनाधिकार पट्टे आदि के बारें में भी जानकरी ली। - महासमुंद : महासमुंद ज़िले के ग्राम पंचायत बुन्देली में पंचायत प्रतिनिधियों ने आज सोमवार को सवेर-सवेरे गांव के बुजुर्ग युवा एवं छोटे बच्चों को आयुष काढ़ा का वितरण किया।कोविड 19 महामारी के चलते गांव के बुजुर्ग युवा एवं छोटे बच्चो को सुबह-सुबह कोविड-19 रोग प्रतिरोधक क्षमता में वद्धि हेतु आयुर्वेद उपाय करने के सभी को काढ़ा बनाकर पीने की सलाह दी जा रही है।
वहीं पंचायत के सामने भारी ठंड को देखते हुए मॉर्निंग वॉक से आने वाले लोगो को बैठाकर अभी चाय की जगह काढ़ा पीने की अपील की। विभाग एवं जनप्रतिनिधि भी गाँव के अधिकांश बुजुर्गो से ग्राम विकास पर चर्चा किया जाता है एवं आग जलाकर सभी लोग बैठते है काढ़ा सेवन करने एवं संक्रमण के उपाय हेतु पांमप्लेट का का भी वितरण कर रहे है।
सुबह काढ़ा पर चर्चा में विशेष रूप से ग्राम पंचायत के उपसरपंच पूनम मानिकपुरी किशोर सोनवानी हीरालाल जोशी शेखर सिन्हा तुलसी सिन्हा रेखा दास राजेश कुमार बिहारी निषाद तेज कुमार इनके द्वारा रोज सुबह अलाव जलाकर सभी को आयुष काढ़ा बनाकर वितरण किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि 10 दिनों तक लगातार आयुष काढ़ा बनाकर वितरण किया जाएगा। इस सर्दी के मौसम में छोटे बच्चे बुजुर्ग महिलाएं पुरुष रोज सुबह अलाव का सहारा लेकर काढ़ा का सेवन कर रहे। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 10 प्रकरणोें पर 320 बोरा धान अर्थात् (128 क्विंटल) धान जप्त किए गए।प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें महासमुंद तहसील के ग्राम रायतुम निवासी श्री संजय अग्रवाल से 25 बोरी धान, ग्राम तुमगांव निवासी श्री गोकुल साहू से 30 बोरी धान, ग्राम पासिद निवासी श्री टिकेश्वर निषाद से 50 बोरी एवं श्री ईशु कुमार से 30 बोरी धान, ग्राम जलकी निवासी श्री मोती निषाद से 25 बोरी धान, ग्राम छपोराडीह निवासी श्री राजेन्द्र सेन से 25 बोरी धान, ग्राम मरौद निवासी श्री दक्ष कुमार यादव से 30 बोरी धान एवं ग्राम सिरपुर निवासी श्री कमल किशोर टावरी से 25 बोरी धान जप्त किया गया तथा इसी प्रकार पिथौरा तहसील के ग्राम भुरकोनी निवासी श्री राधेश्याम अग्रवाल से 30 बोरी धान एवं सरायपाली तहसील के ग्राम पे्रतेनडीह निवासी श्री प्रशांत बारिक से 50 बोरी धान जप्त कर आवश्यक कार्यवाही किया गया।अब तक जिले में कुल 158 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 8325 बोरा धान अर्थात् 3330 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 10 वाहन भी शामिल हैं।
- महासमुंद : राज्य शासन के गृह विभाग के निर्देश के अनुपालन में जिलें में स्वापक औषधि मनः प्रभावी पदार्थों के अनाधिकृत व्यवसायियों पर व्यापक और प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला स्तर पर जिला स्तरीय एवं समन्वय समिति का गठन किया गया है।
जिसके अध्यक्ष कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल है। पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एन.के. मंडपे, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्रीमती संगीता सिंह, जिला आबकारी अधिकारी श्री दिनकर वासनिक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री जे.के. सिंह सदस्य होंगे।
इसके अलावा खाद्य एवं औषधि प्रसाधन विभाग के जिला अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। समिति द्वारा जिले में नशीली दवाओं के दुरूपयोग एवं तस्करी के परिदृश्य में नियंत्रण के लिए कार्य करेगी और समिति की बैठक प्रति माह आयोजित की जाएगी। - 28, 29 एवं 30 दिसम्बर को अपराह्न 3ः00 से 4ः00 बजे के बीच
फोन करके करा सकते हैं रिकाॅर्डिंग
10 जनवरी को प्रसारित होगी 14 वीं कड़ी
महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार युवाओं से बातचीत करेंगे। इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 28, 29 एवं 30 दिसंबर को अपराह्न 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकाॅर्ड करा सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 14 वीं कड़ी का प्रसारण 10 जनवरी 2021 को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11ः00 बजे तक होगा। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार राम वन गमन परिपथ रथ यात्रा जिले में राम वन गमन परिपथ रथ यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रथम दिवस रविवार 27 दिसम्बर 2020 को सुबह रथ तुमगांव नगर पंचायत से प्रारंभ होकर कौंदकेरा, परसदा (ब), बेमचा होते हुए शाम तक अयोध्या नगर पहुंची।द्वितीय दिवस सोमवार 28 दिसम्बर 2020 को रथ अयोध्या नगर से प्रारम्भ होकर इमली भाठा, अम्बेडकर चांैक, फव्वारा चैक, बरौंडा चैक, शास्त्री चैक होकर गांधी चैक तक पहुंची।इसी तरह तीसरे दिन मंगलवार को 29 दिसम्बर 2020 को रथ यात्रा खैरा से प्रारम्भ होकर लभरा खुर्द, झालखम्हरिया, कोसरंगी, खट्टी, केशवा, मोंगरा, बोरियाझर, शेर होते हुए जिला गारियाबंद में पहुंचेगी। रथ यात्रा का दर्शन एवं वीडियो देखने के लिए नागरिक कल पहुंच सकते हैं।
रथ यात्रा के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, जिला पंचायत, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग, नगरपालिका, लोक निर्माण विभाग, खेल विभाग एवं अन्य विभाग का सहयोग रहा।रथ यात्रा का दर्शन जिले के हजारों नागरिकांे ने किया। रथ यात्रा के दौरान नागरिकों को जागरूक करने के लिए रथ में पल्स पोलियों अभियान एवं मास्क पहनने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार किया गया। - अधिकारी चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाकर शीघ्र कार्य प्रारम्भ करें: कलेक्टर
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज जिला मुख्यालय से लगे हुए संजय कानन उद्यान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस उद्यान में घूमने आने वाले बच्चों, विद्यार्थियों एवं नागरिकों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारम्भ करें।इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए टाॅय ट्रेन को प्रारम्भ करने के साथ-साथ बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के फिसलपट्टी, झूला सहित अन्य खेल सामग्रियांे की भी व्यवस्था की जाए।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि नगरपालिका परिषद् महासमुंद के अंतर्गत संजय कानन उद्यान राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण शहर तथा ग्रामीण अंचलों के नागरिक इस उद्यान में बड़ी संख्या मंे यहां आयेंगे। इसके लिए उद्यान में सभी वर्गों के लिए रियायती दरों में नास्ता उपलब्ध हो सके इसके लिए यहां गढ़कलेवा भी प्रारम्भ किया जाएगा।
ताकि लोग ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसढ़ी व्यंजन सहित अन्य व्यंजन का आनंद ले सकेंगे। कलेक्टर ने उद्यान के सभी क्षेत्रों का बारीकि से निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने पूर्व में बनें स्केटिंग ग्राउण्ड पहुंचकर स्केटिंग ग्राउण्ड के मरम्मरत करने, उद्यान के चारों ओर बेहतर फेंसिंग एवं प्लांटेशन करने, शितली नाला के पानी को बेहतर ढंग से सहेजनें के लिए चेकडेम में पिंचिंग, गहरीकरण एवं वहां स्थित तालाब का गहरीकरण का कार्य प्रारम्भ कराएं।जिससे पानी सुरक्षित तरीकें से ठहर सकें। इसके अलावा उद्यान में आने वाले नागरिकों के लिए उद्यान के बाहर सुव्यवस्थित तरीके से पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, उप वनमण्डलाधिकारी श्री एस.एस नाविक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, जल संसाधन संभाग के कार्यपालन अभियंता श्री जे.के. चन्द्राकर, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री ए.के. हलदार, तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा, जिला खेल अधिकारी श्री मनोज धृतलहरे, नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र नेताम, पार्षद श्री महेन्द्र जैन सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। - नए साल के स्वागत में कोविड गाइड लाइन का पालन करें और सुरक्षित रहे- कलेक्टर
महासमुंद : ज़िले में कोविड-19 एवं कोरोना पॉज़िटिव की संख्या में हो रही वृद्धि को रोकने नियंत्रण हेतु सभी संभावित उपाय अमल मैं लाया जाना उचित एवं आवश्यक हो गया है ।31 दिसम्बर को नए साल के स्वागत एवं आगामी त्योहार में किसी प्रकार की खलल न पड़े, कोविड का भी पूरी तरह पालन हो इसे देखते एवं कलेक्टर एवं ज़िला दंडाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने 23 बिंदुओं की गाइड के अनुमोदन के बाद अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी के हस्ताक्षर से आदेश आज जारी कर दिए है ।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने ज़िले की जनता से नए साल एवं अन्य त्योहार में कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है और जारी दिशा निर्देशों का भी पूरा ध्यान रखने का आग्रह किया है . उन्होंने आने वाले नए साल की भी ज़िले की जनता को अपनी शुभकामनाएँ दी । उन्होंने कहा कि नए साल के स्वागत में कोविड गाइड लाइन का पालन करें और सुरक्षित रहे।
नए साल के कार्यक्रम आयोजन में कोरोना के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। कार्यक्रम का आयोजन खुले एवं सार्वजनिक स्थान पर नही किया जाएगा । कार्यक्रम स्थल पर क्षमता के 50 प्रतिशत तक व्यक्तियों अथवा अधिकतम 200 व्यक्तियों का ही प्रवेश होगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश एवं निकासी हेतु अलग-अलग गेट होना आवश्यक है एवं दोनों गेट टच फ्री मोड पर होना आवश्यक है।कार्यक्रम की वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी अनिवार्य होगी, ताकि किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि होने पर अपराधी की पहचान की जा सके।कार्यक्रम का आयोजन रात 12ः30 बजे से अधिक समय तक नहीं किया जाएगा।
कार्यक्रम में छोटे बच्चे एवं बड़े बुजुर्गों का प्रवेश निषेध रहेगा।कार्यक्रम के दौरान रात 11ः55 से 12ः30 बजे तक केवल हरित पटाखों का ही उपयोग किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना होगा।कार्यक्रम में डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी। केवल दो छोटे बाक्स का ही प्रयोग करेंगे।
जारी आदेश मैं कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान आयोजक गण सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, आक्सीमीटर, हैंडवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम का व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। कार्यक्रम में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग किया जाना अनिवार्य होगा। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर प्रवेश निषेध होगा एवं तत्काल हेल्पलाइन नंबर को सूचित करना अनिवार्य होगा।कार्यक्रम के दौरान पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं अग्निशमन यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था करना करना अनिवार्य होगा।
कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले लोगों के वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। व्यवस्थित पार्किंग नहीं पाए जाने पर वाहन चालक एवं आयोजक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।कार्यक्रम में अस्त्र-शस्त्र के साथ प्रवेश वर्जित होगा।
कार्यक्रम के दौरान रजिस्टर में इंट्री करना अनिवार्य होगा एवं आयोजन में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज करना अनिवार्य होगा।शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के उल्लंघन करने पर अथवा किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर आयोजक की जिम्मेदारी होगी व उनके विरुद्घ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। - राज्य शासन ने बढ़ाया रोजगार देने का लक्ष्य
’मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यो में 50 दिन अथवा उससे अधिक मजदूरी करने वाली 13 गर्भवती महिलाओं को मिले मातृत्व भत्ते
महासमुंद : महात्मा गांधी नरेगा में लोगों को मिल रहा अब फिर से रोजगार जिला महासमुंद में मजदूरों के लिए प्रारम्भ कराए गए हर ग्राम पंचायत के प्रत्येक गाँव में कार्य सभी वर्ग श्रेणी के मजदूर जो जॉब कार्ड धारी है उनके परिवार को मिलेगा।
150 दिन का रोजगार और वन पट्टा धारियों को 50 दिवस अतिरिक्त रोजगार प्रदाय होगा। इसके लिए वन विभाग द्वारा पृथक से कार्य योजना तैयार कर नरेगा से स्वीकृति प्राप्त की जा रही है। जिले में 130 करोड़ के कार्य की स्वीकृति प्रदाय कर प्रत्येक जॉब कार्ड परिवार को न्यूनतम 100 दिवस रोजगार देने पर जोर दिया जा रहा है।साथ ही नए जॉब कार्ड हेतु आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत में दिया जा सकता है। जिसके 15 दिन के भीतर नियमानुसार नवीन जॉब कार्ड प्रदाय किया जाएगा। साथ ही मजदूर द्वारा कार्य की मांग का मांग पत्र ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत में जमा करके 15 दिवस के भीतर कार्य पा सकते हैं। यदि किसी को महात्मा गांधी नरेगा में मांग अनुसार 15 दिन में कार्य नहीं दिया जाता है तो तत्काल जिला पंचायत के टोल फ्री नंबर 18002336601 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।
महासमुंद जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) के तहत निर्माण कार्यो में मजदूरी करने वाली 13 गर्भवती महिलाओं को एक महीने के मातृत्व भत्ते के साथ प्रसूति अवकाश दिया गया है और इसी वित्तीय वर्ष में अब तक 18 महिलाआंे को मातृत्व भत्ता दिये जाने की प्रक्रिया की जा रही है।
यदि किसी अन्य को इसमें आवेदन करना हो तो वो भी जनपद पंचायत नरेगा शाखा को दे सकते हैं। मनरेगा में यह राज्य पोषित योजना है। इसमें होने वाले खर्च का प्रावधान बजट में किया जाता है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार प्राप्त आवेदन अनुरूप मातृत्व भत्ता प्रदाय किया गया एक माह की रोजी 190 रुपए प्रति कार्य दिवस के हिसाब से 5700 रुपए मातृत्व भत्ते के रूप में दिए गए है, ताकि बच्चे और माँ दोनों स्वस्थ रहे और सेहत दोनों की बनी रहे।
इसके अलावा हितग्राहियों हेतु डबरी मछली पालन तालाब, नया तालाब, तालाब गहरीकरण, नहर जीर्णोध्दार, लूस बोल्डर, बोलडर चेक डेम, गेबियन संरचना जैसे जल से संबंधित कार्य को प्राथमिकता छोटे वर्ग के किसान अपने भूमि और नालों पर अधिक उपजाऊ बनाने हेतु कार्य योजना तैयार कर कार्य कर सकते है।
अपने खेत में जल संरक्षण, संवर्धन कार्यो, फलदार वृक्षारोपण कार्य, दिए जा सकते हैं आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत अथवा जिला पंचायत में अपने जॉब कार्ड के छाया प्रति के साथ दिया जा सकता है। महात्मा गांधी नरेगा का है एक ही नारा, प्रत्येक जॉब कार्ड को 100 दिन रोजगार प्रदाय करना है कर्तव्य हमारा। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियांे पर आधारित गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ छायाचित्र विकास प्रदर्शनी आज महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लॉक मुख्यालय के साप्ताहिक हाट बाज़ार में लगाई गई । प्रदर्शनी स्थल पर आम जन को प्रचार सामग्री योजनाओं के पंपलेट का भी वितरण किया गया । जिसे लोगों ने उत्सुकता से देखा ।
प्रदर्शनी में राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास, गाय-गौठान-गोबर ने बदली गाॅव की तस्वीर, डाॅ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, गढ़कलेवा, वनोपज, सार्वभौम पीडीएस के साथ ही मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना आदि फ़ोटो और आकड़ों सहित दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में अधिकारी-कर्मचारी के साथ-साथ युवा वर्ग ने खास रूचि दिखाई।यह एक दिवसीय प्रदर्शनी कल मंगलवार 29 दिसम्बर को विकासखंड सरायपाली और बुधवार 30 दिसंबर को विकासखंड बसना मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी ।
बतादें कि जिला मुख्यालय महासमुन्द में आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने इसी माह के 17 दिसम्बर को किया था। प्रदर्शनी में राज्य सरकार के विभिन्न योजना और जन कल्याण योजना पर आधारित पुस्तक और पाॅम्प्लेट का भी वितरण किया जा रहा है। जिले के सभी विकासखण्डों में आम जनता को सरकारी योजनाएं बतानें और उनका लाभ उठानें के लिए एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी स्थल पर निःशुल्क प्रचार सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 02 प्रकरणोें पर 87 बोरा धान अर्थात् (34.8 क्विंटल) धान जप्त किए गए।प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें बसना तहसील में अंतरजिला जांजगीर चांपा के ग्राम बिर्रा निवासी श्री छेदुराम आदित्य से 62 बोरी धान एवं एक पिकअप जप्त किया गया तथा महासमुंद तहसील के ग्राम बरेकेल कला निवासी श्री खेमराज निषाद से 25 बोरी धान जप्त किया गया।
प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू हुई है। अब तक जिले में कुल 148 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 8005 बोरा धान अर्थात् 3202 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 10 वाहन भी शामिल हैं।जिले में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है।
ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर और निरीक्षण कर रहे हैं। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 4 प्रकरणोें पर 119 बोरा धान अर्थात् (47.6 क्विंटल) धान जप्त किए गए। प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें तहसील बागबाहरा के अंतर्गत ग्राम तिलईदादर निवासी श्री धनंजय दीवान से 17 बोरी धान जप्त किया गया।
इसी प्रकार पिथौरा तहसील के ग्राम सल्डीह निवासी श्री भरत प्रधान से 20 बोरी धान, बसना तहसील के ग्राम कुड़ेकेल निवासी श्री गजानंद साव से 32 बोरी धान एवं सरायपाली तहसील के ग्राम चिवराकुटा निवासी श्री बंशीलाल पंडा से 50 बोरी धान जप्त किया गया।
प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू हुई है। अब तक जिले में कुल 146 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 7918 बोरा धान अर्थात् 3167.2 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 09 वाहन भी शामिल हैं।
जिले में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है।ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर और निरीक्षण कर रहे हैं। - जिले के सभी नए कोल्ड चैन पॉइंट में उपकरण उपलब्ध
महासमुंद : जिला कार्यालय के सभाकक्ष मंे शनिवार 26 दिसम्बर को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। यह कोविड टीकाकरण के संबंध में तीसरी बैठक थी।डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, कोविड टीकाकरण के नोडल अधिकारी डाॅ. अरविंद गुप्ता ने पाॅवर प्रेजेंटेशन के माध्यम से टीकाकरण की तैयारी के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया।
कोविड पोर्टल में अपलोड समस्त हितग्राहियांे की सूची 31 दिसम्बर 2020 तक दावा-आपत्ति के लिए एनआईसी महासमुंद के पोर्टल में अपलोड कर दिया गया है। केाविड टीकाकरण के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना भी कर दी गई है। इसके लिए मोबाईल नम्बर 97554-50614 को अधिकृत किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी विकासखण्ड स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाया गया है। विकासखण्ड स्तर पर टास्क फोर्स की बैठक नियमित रूप से हो रही है और वहां प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। नए कोल्ड चैन पॉइंट में उपकरण उपलब्ध करा दिया गया है और वहां माइक्रोप्लान बनाने का काम भी शुरु हो गया है।
उन्होंने बताया कि 02 जनवरी 2021 को टीकाकरण की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल किया जाएगा। डिप्टी कलेक्टर सुश्री बंसल ने कहा कि छूटे हुए हितग्राहियो की सूची 27 दिसंबर 2020 तक अनिवार्य रूप से आॅनलाईन अपलोड कर लिया जाए उसके बाद किसी भी प्रकार की सूची को नहीं लिया जाए और सभी कोल्ड चैन पॉइंट को गूगल मैप में अपलोड किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एन.के. मंडपे, डाॅ अनिरूद्ध कसार, डाॅ. छत्रपाल चन्द्राकर, श्री रोहित कुमार वर्मा, डाॅ मुकुन्द राव घोडे़सवार उपस्थित थे तथा सभी विकासखण्ड के खंड चिकित्सा अधिकारी और कार्यक्रम प्रबंधक ऑनलाइन माध्यम से जुड़े थे। - महासमुंद : राज्य सरकार की योजना के मंशानुरूप खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 की धान खरीदी का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से गत 01 दिसम्बर 2020 से प्रारंभ हो गई है।जिले के किसानों में समर्थन मूल्य पर धान बेचनें और राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिलने से किसानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
जिला खाद्य अधिकारी श्री नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि जिले के 130 धान उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले के एक लाख 40 हजार 35 किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया हैं।जिनका कुल रकबा 02 लाख 13 हजार हेक्टेयर से अधिक हैं। इनमें से अब तक 76 हजार 218 पंजीकृत किसानों ने लगभग 26 लाख 46 हजार 492 क्विंटल धान बेच चुकें हैं। - ‘हमर ग्रामसभा’ की 22 वीं कड़ी का प्रसारण 27 दिसम्बर को
महासमुंद : पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव रेडियो पर 27 दिसम्बर को प्रसारित होने वाले ‘‘हमर ग्रामसभा’’ कार्यक्रम में श्रोताओं के सवालों के जवाब देंगे।वे शाम 07ः30 बजे से 08ः00 बजे तक आकाशवाणी रायपुर से प्रसारित इस विशेष कार्यक्रम में व्हाट्सएप के माध्यम से श्रोताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देंगे।
श्री सिंहदेव कार्यक्रम में राज्य शासन की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में श्रोताओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी करेंगे। कार्यक्रम को मीडियम वेब 981 किलो हर्ट्ज पर सुना जा सकता है। प्रदेश में स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्र एक साथ इस कार्यक्रम को रिले करेंगे। - शिविर मंे 65 पशुओं का किया गया जांच एवं उपचार
महासमुंद : पिथौरा विकासखण्ड के वनांचल ग्राम भिथिडीह में पशुधन विकास विभाग द्वारा निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।शिविर में उपस्थित पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ डी.डी. झारिया के मार्गदर्शन में गाय, भैंस, एवं बकरियों में सामान्य पशु उपचार, औषधि वितरण, कृमिनाशक दवापान, जू किलनी नाशक दवा, बधियाकरण करने के साथ ही साथ पशुओं के पहचान के लिए पशुओं के कान में टैगिंग कार्य किया गया।
पशु चिकित्सा विभाग के डॉ डी.एन. पटेल द्वारा पशुपालकों को पशु प्रबंधन एवं अच्छे दूध उत्पादन के लिए हरा चारा उत्पादन एवं विभागीय योजनाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक पशुपालकों को जानकारी प्रदान की गई। शिविर में 65 पशुओं का जांच व उपचार, 108 पशुपालकों पशुआ को खिलाने के लिए कृमिनाशक दवा प्रदान किया गया।
जिसमें पशु चिकित्सा विभाग से गोपाल चन्द्र भोई, विष्णुराम साहू, भरतलाल यादव, शंकर रात्रे का विशेष योगदान रहा। शिविर में सुभाष, बुधराम, हरिराम गजेन्द्र, ईश्वर सिन्हा के साथ अन्य पशुपालकों की उपस्थिति रही। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जनता की स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना सहित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री सार्वभौम पीडीएस और मध्यान्ह भोजन योजना जैसी पांच योजना 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर शुरू की है।
जिला महासमुंद में इन योजनाओं पर तुरंत अमल शुरू कर दिया था। जिले में कुल 1780 आंगनबाड़ी केन्द्र है, जिनमें कुल 82000 बच्चें है। मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या क़रीब 15000 है।वही गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या लगभग 5000 है। ज्यादा नहीं हाल के कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो 17 प्रतिशत कुपोषण बच्चों में कमी आयी है। इसमें कोरोना काल से पहले स्कूलों में मध्यान्ह भोजन एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा था।
लेकिन कोविड-19 के चलते स्कूली बच्चों और वहीं 15 वर्ष से 49 वर्ष की चिन्हांकित एनीमिया पीड़ित महिलाओं को भी पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है और नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
महिला विकास विभाग महासमुंद से मिली जानकारी अनुसार 15 वर्ष से 49 वर्ष आयु वर्ग की एनीमिया से पीड़ित 19500 महिलाएं चिन्हांकित की गई है। इसी प्रकार एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की संख्या 9000, शिशुवती माताएं 9500 है। इस प्रकार कुल 19500 प्रभावित हितग्राहियों को चिन्हांकित किया गया है। 24 प्रतिशत एनिमिक पीड़ित महिलाओं में कमी आयी है । इनमें से प्रारंभ में हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
जिले योजना शुरू होने से सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे है। दो साल में बच्चों के कुपोषण में तेजी के साथ कमी आयी है। जिले में नयी सरकार गठन के बाद बच्चों के सुपोषण में इजाफा हुआ। लगातार मानिटरिंग के जरिए गंभीर कुपोषण में कमी आयी है। पिछले वर्ष के मुकाबले सामान्य और गंभीर कुपोषण की दर में गिरावट आयी है।
महासमुंद और ज़िले के सभी विकासखण्ड में विभिन्न कार्यक्रमों और स्थानीय कला जत्था के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर कुपोषण दूर करने प्रयासरत है और इसमें लगातार सफलता भी मिल रही है। कोरोना के चलते इस काम में गति की रफ़्तार में कमी ज़रूर आयी है।
अब कोविड-19 का पालन करते हुए महासमुंद जिले के अधिकांश सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बच्चों को गरम भोजन परोसा जाता है। वही सहायता समूह द्वारा गुणवत्तापूर्ण रेडी-टू-ईट फुड की व्यवस्था की जाती है। इसमें निर्माण की तिथि अंकित होती है। इससे खराब होने से पहले ही इसका उपयोग कर लिया जाता है। - जिले में अब तक 7799 बोरा धान अर्थात् 3119.6 क्विंटल धान एवं 09 वाहन जप्त
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 4 प्रकरणोें पर 297 बोरा धान अर्थात् (118.8 क्विंटल) धान जप्त किए गए। जिसमें दो स्वराज माजदा वाहन भी शामिल है।
प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें तहसील बागबाहरा के अंतर्गत ग्राम आमगांव निवासी श्री दौलत दुबे से 35 बोरी धान एवं ग्राम लमकेनी निवासी श्री मेघनाथ दीवान से 12 बोरी धान जप्त किया गया।इसी प्रकार से तहसील बसना से अंतर जिला 125 व 125 बोरी के कुल 250 बोरी धान ले जाती हुई दो स्वराज माजदा वाहन को को भी जब्त किया गया।
प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू हुई है। अब तक जिले में कुल 142 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 7799 बोरा धान अर्थात् 3119.6 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 09 वाहन भी शामिल हैं
। जिले में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है। ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर और निरीक्षण कर रहे हैं। - महासमुंद : जिला मुख्यालय महासमुंद के स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल नयापारा के लिए अंग्रेजी माध्यम के 25 प्रकार के कुल 27 पदों पर संविदा भर्ती करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे।जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि दावा-आपत्ति निराकरण पश्चात पात्र और प्रत्येक 01 पद के विरूद्ध अधिकतम 10 अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन, डेमो और इंटरव्यू के लिए शनिवार 26 दिसम्बर 2020 को जिला पंचायत महासमुन्द के सभागार में बुलाया गया है।
उक्त पदों ंके लिए दस्तावेज सत्यापन, डेमो और इंटरव्यू के लिए पात्र 35 अभ्यर्थियों की सूची एनआईसी महासमुन्द के वेबसाइट https://mahasamund.gov.in में अपलोड कर दी गई है। जिसे अभ्यर्थी अवलोकन कर सकते है।
एनआईसी महासमुन्द वेबसाइट में उपलब्ध डेमो एवं पर्सनल इंटरव्यू काॅल लेटर के अनुसार सभी पात्र 35 अभ्यर्थी 14 बिन्दुओं के चेक लिस्ट को डाउनलोड कर निर्धारित क्रम में मूल दस्तावेज की छायाप्रति स्व-प्रमाणित कर दस्तावेज सत्यापन प्रातः 9ः00 से 10ः00 बजे के बीच प्रस्तुत करेंगें।सत्यापन के समय मूल दस्तावेजों को प्रस्तुत करना अनिवार्य है। दस्तावेज सत्यापन उपरांत 26 दिसम्बर 2020 को प्रातः 10ः00 बजे से डेमो और इंटरव्यू जिला पंचायत महासमुन्द के सभागार में आयोजित किया जाएगा। - जिले में अब तक 7502 बोरा धान अर्थात् 3000.8 क्विंटल धान एवं 07 वाहन जप्त
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार आज राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 10 प्रकरणोें पर 354 बोरा धान अर्थात् (141.6 क्विंटल) धान जप्त किए गए। जिसमें एक मेटाडोर भी शामिल है।
जिला खाद्य अधिकारी श्री नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि इनमें तहसील महासमुन्द के अंतर्गत ग्राम लाफिनखुर्द निवासी श्री नामदेव साहू से 25 बोरी धान, ग्राम गोपालपुर निवासी श्री सुशील निषाद से 25 बोरी धान, ग्राम कांपा निवासी श्री जाकिर अली खान से 30 बोरी धान,ग्राम खट्टी निवासी श्री देव कुमार साहू से 40 बोरी धान व ग्राम खट्टी निवासी विजय कुमार सिन्हा एवं देवेन्द्र कुमार सिंह से क्रमशः 30 बोरी व 25 बोरी धान जब्त किया गया एवं एक अंतर जिला 100 बोरी धान ले जाती हुई मेटाडोर को भी जब्त किया गया।
इसी प्रकार से सराईपाली तहसील केे ग्राम केना निवासी श्री चन्द्रहास प्रधान से 23 बोरी धान जप्त किया गया एवं तहसील पिथौरा के अंर्तगत ग्राम जामजुड़ा निवासी श्री भुजबल साव से 40 बोरी धान जब्त किया गया।उन्होंने बताया कि प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू हुई है। अब तक जिले में कुल 138 प्रकरण दर्ज किए गए है।
जिनमें 7502 बोरा धान अर्थात् 3000.8 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 07 वाहन भी शामिल हैं। जिले में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी की जा रही है।
ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर और निरीक्षण कर रहे हैं।