- Home
- Mahasamund
- जल जीवन मिशन एवं आईएफआईएस की रिपोर्ट का किया गया अनुमोदन
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की कार्ययोजनाओं पर बिन्दुवार चर्चा की गई।
बैठक में आईएमआईएस में दर्ज नल योजनाओं के भौतिक सत्यापन के रिपोर्ट एवं जिले में जल जीवन मिशन (जेजेएम) क्रियान्वयन हेतु जिला कार्ययोजना (डीएपी) का अनुमोदन भी किया गया।बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, जिला वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, कार्यपालन अभियंता लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी श्री आर.के. शुक्ला, मुख्य कार्यपालन अभियंता जल संसाधन श्री जे.के. चन्द्राकर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री मनोज सिन्हा सहित कृषि, आदिम जाति विकास और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि जिले के समस्त शाला, आॅगनबाड़ियों में रनिंग जल वाटर पेय जल व्यवस्था करने हेतु जेजेएम में शामिल करने हेतु राज्य स्तरीय समिति के संज्ञान में लाने की बात कार्यपालन अभियंता लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी को कही। उन्होंने कहा कि गाॅव की पब्लिक संस्थाएं को जोड़ने के बारें में भी चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि समिति में विभिन्न विभागांे के जिला अधिकारी के दिए गए सुझावों से शासन को अवगत कराएं। इसमें मुख्य रूप् से ग्राम स्तर पर तकनीकी दक्षता इंजीनियरिंग अमला, पानी की गुणवत्ता का परीक्षण और रनिंग फण्ड के बारें में भी अवगत कराएं।
उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत बिछाई जाने वाली पाईप लाईन के दौरान सड़क मरम्मत को भी यथास्थिति में लाने की जवाबदेही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की होगी। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि ऐसे क्षेत्रों को भी चयनित कर लें। जिनकी पाईप लाईन फाॅरेस्ट एरिया से गुजर रही है। उसकी वन विभाग से एनओसी कार्रवाई पहले से पूरी कर ली जाए। श्री गोयल ने कहा कि गाॅव की संख्या के बारें में राजस्व विभाग से भी जानकारी प्राप्त कर ली जाए। -
31 दिसम्बर तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मे दावा प्रस्तुत किया जा सकता है
महासमुंद : स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 टीकाकरण के लिए हितग्राहियों की सूची तैयार कर दावा-आपत्ति के लिए एनआईसी महासमुन्द के विभागीय पोर्टल www.mahasamund.gov.in में अपलोड किया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि हितग्राहियों द्वारा दावा-आपत्ति सूची का अवलोकन कर 31 दिसम्बर 2020 तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में कार्यालयीन समय में दावा प्रस्तुत कर सकते है।
इसके अलावा कार्यालय कलेक्टर महासमुन्द, मुख्य नगर पालिका अधिकारी महासमुन्द, कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास महासमुन्द, में अवलोकन के लिए रखा गया है। साथ ही विकास खण्ड स्तर पर कार्यालय विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी, कार्यालय नगर पंचायत, कार्यालय परियोजना अधिकारी एवं कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ) में भी अवलोकन किया जा सकता है। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले के किसानों से एक बार और पुनः अपील की कि धान की फसल कटने के बाद शेष बचें अवशेष को खेतों में न जलाएं और पैरादान गौठानों में करें ताकि मवेशियों के चारें के रूप में काम आ सकें।
उन्होंने कहा कि फसल अवशेषों का उचित तरीकें से प्रबंधन नहीं करके किसानों द्वारा बहुतायात में नरई (पराली) जलाने की घटना सामनंे आ रही है।उन्होंने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने से पर्यावरणीय एवं मृदा जनित समस्याएं जैसे पोषक तत्वों की कमी, मृदा में उर्वरता की कमी, कार्बनिक पदार्थो की कमी एवं मृदा की भौतिक दशाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ने के साथ-साथ वायु प्रदूषण होने के परिणाम स्वरूप मानव स्वास्थय पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले के किसानों से भी बार-बार अपील कर रहें हैं कि किसान फसल अवशेषों को खेत में न जलाकर स्थानीय गौठानों में पैरादान करें। जिससे मवेशियों को गौठानों पर ही उचित चारा मिल सकें। इसके अलावा किसान अपने खेतों में पैरा को एक जगह एकत्र कर वेस्ट-डी-कम्पोजर के माध्यम से कम्पोस्ट खाद तैयार करें या अवशेष को वापस भूमि में मिलाकर खाद तैयार कर लेवें साथ ही साथ घर के पशुओं के लिए सुखे चारे के रूप मे उपयोग करें।
कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे ने बताया कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के अंतर्गत फसल कटाई के पश्चात् खेत में बचे हुए फसल अवशेष को जलाने से वायु प्रदूषण होने की संभावना को देखते हुए नरई जलाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
यदि कोई किसान फसल अवशेष (पराली) जलाते हुए पाया गया तो 02 एकड़ से कम रकबा के लिए 2500 रूपए प्रति घटना, 02 से 05 एकड़ तक पाॅच हजार रूपए प्रति घटना एवं 05 एकड़ से अधिक पर 15 हजार रूपए प्रति घटना तथा 06 माह की सजा देने का प्रावधान है। फसल अवशेष (पराली) जलाने पर विकासखण्ड महासमुंद के लगभग 51 किसानों को फसल अवशेष जलाने के संबंध में कृषि विभाग द्वारा स्पष्टीकरण मांगी गई है। - महासमुंद : ऊर्जा संरक्षण एवं ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में राष्ट्रीय जागरूकता अभियान 2020 के अंतर्गत विषय ‘‘ऊर्जा संरक्षण एवं ऊर्जा दक्षता’’ पर जिला स्तरीय आॅनलाईन चित्रकारी एवं स्लोगन प्रतियोगिता- 2020 का आयोजन 31 दिसम्बर 2020 तक किया जा रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिसमें विकासखण्ड स्तर पर चयनित शासकीय एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में शामिल होे सकते हैं।चित्रकारी एवं स्लोगन प्रतियोगिता के लिए ग्रुप-ए में कक्षा पाॅचवीं से आठवीं एवं ग्रुप-बी में कक्षा नवमीं से 12वीं के विद्यार्थी भाग लेंगे। जिला स्तर पर चित्रकारी प्रतियोगिता में प्रत्येक ग्रुप के लिए पृथक-पृथक प्रथम पुरस्कार 05 हजार रूपए, द्वितीय पुरस्कार 03 हजार रूपए तथा तृतीय पुरस्कार 02 हजार रूपए है। इसी तरह स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 03 हजार रूपए, द्वितीय पुरस्कार 02 हजार रूपए तथा तृतीय पुरस्कार 01 हजार रूपए एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में छात्र चित्रकारी एवं स्लोगन अथवा दोनों में भाग लेने के लिए पात्र होंगे। चित्रकारी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए छात्र-छात्राओ को ए-3 अथवा ए-4 आकार की शीट में प्रतियोगिता के विषय पर आधारित अपनी कल्पना को चित्रित करना अनिवार्य होगा।
छात्र-छात्राओं को चित्रकला सामग्री जैसे पेंसिल, रंगीन पंेसिल, क्रेयाॅन, आॅयल पेस्टल्स अथवा पानी के रंगों का उपयोग करना होगा। शीट के अंत में छात्र-छात्राएं अपना नाम, कक्षा एवं स्कूल का नाम अनिवार्य रूप से लिखेंगे।स्लोगन प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतियोगिता के विषय पर आधारित अधिकतम 02 स्लोगन स्कैच पेन से लिखेंगे एवं अंत में छात्र-छात्राएं अपना नाम, कक्षा एवं स्कूल का नाम लिखेंगे। इस प्रतियोगिता के संबंध में संबंधित कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू की अध्यक्षता में 6 जनवरी को दोपहर 2ः00 बजे से जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेंगे और पिछड़ा वर्ग के हित में संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में तृतीय साप्ताहिक डीटीएफआई (डिस्ट्रीक्ट टास्क फोर्स फाॅर इम्युलाईजेशन) एवं बीटीएफआई (ब्लाॅक टास्क फोर्स फाॅर इम्युलाईजेशन) की बैठक शनिवार 26 दिसम्बर को सायं 3ः30 बजे से शुरू होगी।बैठक कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित होगी। जिले के सभी विकासखण्डों केे खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक अपने विकासखण्ड के जनपद पंचायत में आॅनलाईन के माध्यम से शामिल होंगे।
इसी दिन इस बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग की एक और पीसीपीएनडीटी अंतर्गत गठित जिला सलाहकार समिति की बैठक आयोजित होगी। बैठक का समय सायंकाल 4ः30 बजे रखा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने समिति के सभी सदस्यों को समय पर उपस्थित होने हेतु कहा है। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बीते मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में जिले के ऐसे उद्योग जो जल संसाधन विभाग की विधिवत् बिना अनुमति के भू-जल का उपयोग कर रहें है। उनका नियमितीकरण एवं वैधानिक अनुबंध करने की बात कही गई थी।
निर्देशों के पालन में जल संसाधन संभाग के श्री जे.के. चन्द्राकर कार्यपालन अभियंता ने आज बताया कि राज्य शासन के जल संसाधन विभाग द्वारा औद्योगिक संस्थानांे द्वारा बिना विधिवत् जल उपयोग की स्वीकृति के भू-जल उपयोग को नियमितिकरण कर वैधानिक अनुबंध के दायरें में जिले के ऐसे सभी संस्थान जो भू-जल का उपयोग कर रहे है अथवा करना चाहते हैं, उन्हें नियमानुसार आवेदन कर भू-जल आबंटन प्राप्त कर शासन से अनुबंध करना होगा।
कार्यपालन अभियंता श्री चन्द्राकर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के 15 उद्योगों से सम्पर्क किया गया उन्होेंने आवेदन देने से इंकार कर दिया गया। जिले के निम्नानुसार 15 उद्योगों तहसील महासमुंद के ग्राम कांपा स्थित मे. महालक्ष्मी मार्बल्स के प्रो. श्रीमती नेहा अग्रवाल, ग्राम अछोली से अनुपम कुमार अग्रवाल एवं अछोली फ्लेग स्टोन माईन्स के प्रो. श्री भोलाराम यादव, महासमुन्द से अनुपम कुमार अग्रवाल, ग्राम बेलसोण्डा स्थित बेलसोण्डा फ्लेग स्टोन माईन के प्रो. श्रीमती रत्ना तिवारी, ग्राम घोड़ारी स्थित फ्लेग स्टोन क्वारी के प्रो. श्री दीप कुमार अग्रवाल एवं कुणाल सेल्स, ग्राम बेलसोण्डा स्थित भगवती इंडस्ट्रीज, ग्राम मुढ़ेना के श्रीमती अमिता कोठारी एवं श्री शांति चंद कोठारी, ग्राम घोड़ारी स्थित अरिहंत टाईल्स, बेलसोण्डा फ्लेग स्टोन माईन्स, बेलसोण्डा रेल्वे सिडिंग शामिल है। इसी तरह सरायपाली तहसील से ग्राम पोड़ापाली स्थित मे. बरबरिक प्रोजेक्ट लिमिटेड एवं ग्राम बिरकोल स्थित मे. बिरकोल क्वारट्राईज माईन्स से पुनः आवेदन देने भू-जल उपयोग को नियमितीकरण कर वैधानिक अनुबंध कराने को कहा गया है। निर्देशों को पालन नहीं करने पर इनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। - महासमुंद : उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति सचेत एवं जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार को स्कार्यालय उप संचालक ख़ाध्य एवं औषधि प्रशासन में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर उपभोक्ता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें उपभोक्ता, दुकानदार एवं अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित हुए। शिविर में कोविड-19 की जारी गाइड लाइन का पालन किया गया ।
उप संचालक नने कहा कि उपभोक्ताओं को शोषण से बचने के लिये जागरूक होना अत्यावश्यक है। यह कार्यक्रम उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिये आयोजित किया गया। उपभोक्ताओं को चाहिये कि वह खरीदी हुई वस्तु की रसीद अवश्य लें। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को सलाह दी कि ग्राहक को नापतौल के समय तराजू एवं दुकानदार की ओर ध्यान रखना चाहिए। इस अवसर पर गैस एजेन्सी की ओर से सिलेंडर से संबंधित सावधानियों की जानकारी दी गई। साथ ही जीवन बीमा निगम की तरफ से बीमा पालिसी के बारे में बताया गया। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी एवं उपभोक्ता उपस्थित रहे।
बाजार में मिलावट का कारोबार हो या फिर अवैध भंडारण का या घटतौली सहित अन्य भ्रष्टाचार। उपभोक्ताओं की जागरूकता व सक्रियता इन सब पर रोक लगा सकती है। जागरूक उपभोक्ता संबंधित अधिकारियों को सूचित कर कार्रवाई कराने में भी सहयोग कर सकते हैं। राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपभोक्ताओं को इसी तरह से जागरूक किया गया। आयोजित जन जागरूकता एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम में समाज में आने वाली विभिन्न समस्याओं व उसके निराकरण के उपायों पर चर्चाकी गई।
उपभोक्ताओं को बताया कि बाजार में होने वाले अवैध भंडारण, कालाबाजारी, मिलावटी सामग्री का वितरण, अधिक दाम वसूलना, बिना मानक वस्तुओं की बिक्री, ठगी, नापतोल में अनियमितता, गारंटी के बाद सेवा प्रदान नहीं करना सहित अन्य कई गतिविधियां कानून अपराध की श्रेणी में आता है। ग्राहकों को इसके प्रति जागरूक व सतर्क रहना चाहिए। इस मौके पर अधिकारियों ने लोगों को जागरूक करने के बावत अभियान चलाए जाने की बात कही। - गाॅव के कुॅओं और हैण्ड पम्पों का बढ़ा जल स्तर
महासमुंद : दुर्लभ वस्तु की सुलभ प्राप्ति और सुलभ वस्तु की दुर्लभ प्राप्ति ही वस्तु का मूल्य तय करती है। यह युक्ति पानी पर बिल्कुल सही बैठती है। आज हम इसे सुलभ समझकर जिस तरह इसका दुरूपयोग दोहन कर रहे है।
जब जल हमें इतनी सुलभता से नहीं मिलेगा तब शायद इसकी अहमियत का पता चलेगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पानी के दुर्लभ प्राप्ति को समय रहते जान लिया।इसके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा घुरवा, बाड़ी जैसी महत्वकांक्षी योजना लागू की। इससे ग्रामीण की आर्थिक-सामाजिक स्थिति में पहले से और अधिक सुधार हो रहा है।
महासमुन्द जिले में गिरते भू-जल स्तर हेतु जल संवर्धन का काम तेजी से हो रहा है। नरवा कार्यक्रम के तहत् पिछले दो साल में नदी-नालों के पुनर्रोद्धार के काम किए गए है। जिले में गौठानों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वहीं नालों के बंधान का लक्ष्य भी दिया गया है।
महासमुन्द जिले के सरायपाली विकासखण्ड के अंतिम छोर में स्थित ग्राम पंचायत खोखेपुर के आश्रित ग्राम टिभूपाली में नरवा योजना का लाभ इस ग्राम के ग्रामवासी ले रहे है। टिभूपाली में नाला में पानी रोकने और ग्रामीणों के जरूरतों को देखते हुए प्रशासन द्वारा नाला बंधान का कार्य शुरू किया गया। वहीं सरकारी ईमारतों में रैन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गए है।
जहां जल संवर्धन में बारिश के जल को धरती के अन्दर सुरक्षित करने में मदद मिली है। गाॅव में नालें के पानी रोकने से ग्रामीणों के जरूरत का पानी और मवेशियों के लिए भी पानी की व्यवस्था हुई है। वहीं नाला बंधान से पानी ठहरने के कारण गाॅव के कुॅओं और हैण्ड पम्पों का जल स्तर भी बढ़ गया है।
प्रशासन द्वारा कुछ जगहों पर सामूहिक खेतीं पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही कम पानी के फसल लेने पर भी बल दिया जा रहा है। जिले के दूरस्थ वनांचल के लोगों पेयजल के लिए हैण्ड पम्प, ट्यब वेल, छोटे नरवा, तालाब का सहारा लेते है। सरकार इनके लिए शुद्ध जल पहुंचाने का भरपूर प्रयास कर रही हैं। हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम जल का उपयोग किस तरह करें, भविष्य में कैसे करना है तथा जल संकट हेतु क्या कदम उठाएं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए बनाई गई यह योजना अब धरातल की हकीकत बनने लगी है। नरवा विकास योजना के माध्यम से जिले के ग्राम टिभूपाली में वर्षा जल का संचयन, भण्डारण, सिंचाई एवं ग्रामीण लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने से उनके आजिविका के साधनों में तेजी से विकास हो रहा है।
इस योजना के तहत वर्ष 2019 में नाला व खेत के किनारे बने नहर को जगह-जगह स्ट्रक्चर बनाकर किसानों को अधिक से अधिक सिंचाई के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही साथ जल संरक्षण एवं संवर्धन हो रहा है।
जिसके तहत यहां के किसानो को खेती में अधिक लाभ मिल रहा है। स्ट्रक्चर बनने से चैतराम, गोपी, निलाम्बर, सुखसागर, गुरूवारू, एवन, जघुवन, गेलाई, धनीराम आदि अन्य और किसानों को सिंचाई की समस्या से निदान मिल गया तथा इस वर्ष अधिक से अधिक धान उपज हुई।
नरवा योजना के क्रियान्वयन से यहां के किसान रबी के सीजन में मूंगफली, धान तथा साग सब्जी की खेती कर रहे हंै। जिसके तहत इन्हें अतिरिक्त आमदनी हो रही है। शासन का यह योजना यहां के ग्रामवासियों को एक वरदान की तरह मिला है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को अधिक से अधिक सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ जल संरक्षण एवं संवर्धन किया जाना है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लिए आजीविका का साधन उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत नाला की साफ-सफाईं एवं भूमि सुधार कर नाले के क्षेत्रफल को बढ़ाया गया। जिसके अन्तर्गत गाम टिभूपाली में नाला उपचार के लिए लूज बोल्डर चेकडेम निर्माण कार्य कराया गया।
खोखेपुर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम टिभूपाली के किसानें ने बताया कि नरवा के पानी से बाडी का जल स्तर बढ़ गया है। जिससे सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है वे अपने खेतों में अभी भी फसल लेने की तैयारी कर रहे हैं। साथ ही नरवा के पानी से उनके बाड़ी में लगे हुए सब्जी-भाजी को इस मौसम में भी पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो रहा है।(फोटो संलग्न) - 28 दिसंबर तक रखना होगा अपना पक्ष,नहीं तो होगी कार्रवाईमहासमुंद : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान उपार्जन का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से प्रारंभ हो गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा श्री भागवत जायसवाल ने बारदाना जमा नहीं करने पर विकासखंड के 10 उचित मूल्य दुकान मुनगाशेर, कछारडीह और खम्हरिया की 2-2, तुसदा की 3 दुकान शामिल है।वही सिर्री पठारीमुड़ा एवं ममाभाॅचा के शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के संचालकों से भी धान उपार्जन केन्द्र को शासकीय उचित मूल्य की दुकान से पी.डी.एस. के बारदाने उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे।इसके उपरान्त भी उन्हें तथा 15 दिसम्बर को पृथक से संबंधितों को उचित कार्यवाही के लिए नोटिस जारी किया गया था। इसके अलावा अतिरिक्त समय दिए जाने के उपरान्त भी पी.डी.एस. बारदाने की सही जानकारी नही दी गई है। आने वाले दिनों में धान की ज़्यादा आवक को देखते हुए बारदाना की दिक़्क़त हो सकती है ।श्री जायसवाल ने नोटिस जारी करते हुए बारदाना जमा नहीं करने अपना पक्ष रखने हेतु एक मौक़ा और दिया है । वे अपनी बात या पक्ष 28 दिसंबर 2020 तक अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है। इसके पश्चात् दुकान निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी । संबंधित को आबंटित शासकीय उचित मूल्य दुकान की पुनः आबंटन की कार्यवाही की जाएगी।
- महासमुंद : चल चिकित्सा इकाई महासमुंद एवं पशु चिकित्सालय बागबाहरा के संयुक्त तत्वाधान में उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डाॅ. धरमदास झारिया के मार्गदर्शन में विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम बिहाझर एवं मुड़ागांव में 21 एवं 22 दिसम्बर 2020 को निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में विशेष रूप से राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत ग्राम बिहाझर में 113 एवं ग्राम मुड़ागांव में 211 पशुओं में पशु उत्पादकता एवं स्वास्थ्य पहचान संबंधी टैगिंग किया गया।ग्राम बिहाझर में सामान्य उपचार 165, बधियाकरण 10, बांझपन उपचार 05, कृमिनाशक दवाई वितरण 55, तथा 01 झनकहा आॅपरेशन किया गया।इसी प्रकार ग्राम मुड़ागांव में सामान्य उपचार 288, बधियाकरण 22, जू-किलनी नाशक दवा छिड़काव 120 पशुओं में, दवाई वितरण 288, गर्भपरीक्षण 05, बांझपन उपचार 06, कृमिनाशक दवाई वितरण 90 एवं 01 झनकहा आॅपरेशन किया गया। शिविर में उपस्थित पशुपालकों को विभागीय योजनाओं संबंधी जानकारी दी गई।
बिहाझर के शिविर में डोमन साहू, संतराम साहू, नरसिंह साहू, नरेश साहू, कोदु साहू, तथा मुड़ागांव के शिविर में तुलसीराम, राजकुमार ध्रुव, कृपाल सिंह, उमाशंकर, संतोष, छबेलाल साहू, रामकुमार साहू एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। शिविर को सफल बनाने में पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डाॅ. आर.जी. यादव, डाॅ. जयकिशोर जड़िया, डाॅ. ए.आर. घृतलहरे, सेवानिवृत्त सहायक पशु क्षेत्र अधिकारी अशोक चंद्राकर, रमनसिंह बरिहा, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी रोहित साहू, नंदकुमार दुबे, जैलु यादव, पट्टीबंधक जहीर खान, फिरोज खान, पशु परिचारक चैन सिंह ध्रुव, एवं गौ सेवक मनहरण साहू का सहयोग रहा। - जिले में अब तक 7148 बोरा धान अर्थात् 2852.2 क्विंटल धान एवं 06 वाहन जप्त
महासमुंद : जिला खाद्य अधिकारी श्री नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि आज जिले में 11 प्रकरणोें पर 318 बोरा धान अर्थात् (127.2 क्विंटल) धान जप्त किए गए। उन्होंने बताया कि इनमें बसना तहसील केे ग्राम अरेकेल निवासी श्री दुलोमणी साव से 50 बोरी धान जप्त किया गया।
इसी तरह सरायपाली तहसील के अंतर्गत ग्राम नवागढ़ के श्री हरिहर साहू से 25 बोरी धान जप्त किया गया। इसके अलावा महासमुंद तहसील के अंतर्गत ग्राम बनपचरी के श्री अभय राम से 40 बोरी धान एवं श्री अनिल चन्द्राकर से 40 बोरी धान, ग्राम सरईपाली के श्री गौतम दीवान से 25 बोरी, ग्राम भटगांव के श्री पंचराम दीवान से 25 बोरी एवं श्री दिलीप कुमार साहू से 25 बोरी धान जप्त किया गया हैं।
इसके अलावा बागबाहरा तहसील के अंतर्गत ग्राम भोथा निवासी श्रीमती देवकुमारी से 18 बोरी एवं श्री शीतल प्रसाद तिवारी से 25 बोरी धान तथा पिथौरा तहसील के ग्राम लिमरदा निवासी श्री दीपक अग्रवाल से 25 बोरी एवं ग्राम बरेकेल (पिरदा) निवासी श्री जयदेव साहू से 20 बोरी अवैध धान भंडारण करने पर जप्त कर कार्रवाई की गई।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि अब तक जिले में कुल 128 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 7148 बोरा धान अर्थात् 2852.2 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 06 वाहन भी शामिल हैं। - महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में इन दिनों सुबह-शाम शीतलहर और सर्दी तेज होने लगी है। इसके चलते महासमुद शहर सहित सभी विकासखंडों में नगरपालिका द्वारा अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति के लिए रैन बसेरा में ठहराने की व्यवस्था की गई है।
बीते मंगलवार को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने समय-सीमा की बैठक में नगरपालिका अधिकारी को समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। जिले में बीते चार-पांच दिनों से सुबह-शाम सर्दी का अहसास होने लगा है। इसका लोेगों की दिनचर्या में भी परिवर्तन हो रहा है।सुबह मौसमें भी गलन महसूस होने से लोग अलाव का सहारा लेने लगे है। गांवों में भी लोगों को जगह-जगह अलाव तापते हुए देखा जा सकता है। शाम होते ही ठंडक बढ़ने लगती है।
महासमुंद रैन बसेरा बस स्टैण्ड में रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति के लिए व्यवस्था की गई है। वही बस स्टेण्ड, नेहरू चैक गांधी चैक सहित रेल्वे स्टेण्ड आदि स्थानों पर अलाव जलाई जा रही है। जहां लोग आग तापते देखें जा सकते है। वही सरायपाली के चिन्हांकित जगहों पर भी अलाव की व्यवस्था की गई है।
इसी प्रकार जिले के बागबाहरा, बसना, और पिथौरा में भी लोगों को सर्दी से राहत देने के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के सुरक्षित स्थलों पर भी अलाव की व्यवस्था की गई है। - छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तर्ज पर होगा ओ.एम.आर. सीट से उत्तर अंकन
महासमुंद : जिला प्रशासन महासमुंद द्वारा जिला खनिज न्यास मद से कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में संचालित निःशुल्क नवकिरण अकादमी द्वारा पीएससी प्री ऑफलाईन टेस्ट का आयोजन किया जा रहा है।
अनुविभागीय अधिकारी बागबाहरा व नोडल अधिकारी नवकिरण अकादमी श्री भागवत जायसवाल एवं डिप्टी कलेक्टर व सदस्य नवकिरण अकादमी सुश्री पूजा बंसल के दिशा-निर्देश में टेस्ट श्रृंखला का आयोजन 23 दिसम्बर 2020 से प्रारंभ हो गया है।आज के आफलाईन टेस्ट में 45 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। इस आफलाईन टेस्ट सीरिज में कुल 18 टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। आगामी टेस्ट सीरिज के आयोजन का समय-सारणी इस प्रकार है।
इनमें 26 दिसम्बर को भारत का इतिहास एवं स्वतंत्रता आंदोलन, 30 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ अर्थव्यवस्था, वन, कृषि, प्रशासन, पंचायती राज, 04 जनवरी 2021 को भारत की अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, समसामायिक, 06 जनवरी को छत्तीसगढ़ का भूगोल, जलवायु, जनगणना, पर्यटन, उद्योग, ऊर्जा, जल, खनिज, 08 जनवरी को छत्तीसगढ़ साहित्य, कला संस्कृति, मुहावरा, जनजाति, परंपरा, त्यौहार, 12 जनवरी को भारत का संविधान, 14 जनवरी को भारत का भौतिक, सामाजिक एवं प्रशासनिक एवं आर्थिक भूगोल 16 जनवरी को संचार कौशल निर्णय, समस्या निवारण, मूल संख्यात्मक आंकड़ों की व्याख्या, 18 जनवरी को सामान्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी भारतीय दर्शन कला साहित्य एवं संस्कृति, 20 जनवरी को हिंदी भाषा, छत्तीसगढ़ी भाषा, 24 जनवरी को भारत का इतिहास, स्वतंत्रता आंदोलन, भारत का भूगोल, 29 जनवरी को छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण अध्ययन, 31 जनवरी को गणित एवं तार्किक, 02 फरवरी को भारत सम्पूर्ण अध्ययन, 06 फरवरी को सी-सेट, 08 फरवरी को प्रथम प्रश्न पत्र (प्री), 10 फरवरी को द्वितीय प्रश्न पत्र (प्री) का आयोजित होगा। टेस्ट का समय प्रातः 10ः00 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक नवकिरण अकादमी में आयोजित होगा।
इस तरह से पी.एस.सी. प्री की तैयारी में लगे अभ्यर्थियों को परीक्षा का सतत् अभ्यास कराने के उद्देश्य से आफलाईन टेस्ट सीरिज का आयोजन नवकिरण अकादमी द्वारा किया जा रहा है। टेस्ट में प्रश्न पत्र के साथ उत्तर अंकन के लिए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भांति ओएमआर सीट से अभ्यास कराया जा रहा है, ताकि 14 फरवरी 2021 को आयोजित पीएससी प्री परीक्षा के लिए पूर्ण रूप से नवकिरण के अभ्यर्थी अभ्यस्थ हो सके।
इस टेस्ट में नवकिरण अकादमी में अध्ययनरत अभ्यर्थियों के अलावा पीएससी की परीक्षा में लगे बाहर के अभ्यर्थी भी इस टेस्ट सीरिज में भाग ले सकते है। जो भी अभ्यर्थी इस टेस्ट सीरिज में भाग लेना चाहते है, ऐसे इच्छुक अभ्यर्थी कार्यालय नवकिरण अकादमी मिनी स्टेडियम परिसर महासमुंद में आकर पंजीयन कराकर इस टेस्ट सीरिज में शामिल हो सकते है। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग रायपुर के अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे विगत दिनों महासमुन्द जिले के प्रवास पर थी। इस दौरान उन्होंने जिले में संचालित पंजीकृत बालगृह श्रीकृष्ण अग्रवाल सेवा केन्द्र बालक आश्रम बिहाझर, बागबाहरा का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान संस्था के कर्मचारियों से संस्था के व्यवस्था के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी ली तथा बच्चों से मिलकर कोविड-19 के बचाव एवं अन्य विषय पर चर्चा किया गया। संस्था की व्यवस्था को देखकर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की। बच्चों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
इसके उपरांत उन्होंने विश्राम गृह बागबाहरा में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, अपशिष्ट संग्राहक के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए विशेष पहल किए जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही किसी विशेष जनजाति के लोगों के द्वारा भिक्षावृत्ति, अपशिष्ट संग्राहक की जाती है तो उनके मुखिया से सम्पर्क कर समझाईश दिए जाने व ऐसे कामों में लिप्त बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़नें को कहा। - महासमुन्द : देशभर में 24 दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। पूरे छत्तीसगढ़ के साथ ही महासमुन्द जिले में कल गुरूवार 24 दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का आयोजन किया जाएगा।
इस संबंध में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर जिला खाद्य अधिकारी, औषधि नियंत्रक, खाद एवं औषधि प्रसाधन महासमुन्द को समुचित कार्यवाही करने के लिए पत्र जारी किया है। किए गए आयोजन में कोविड-19 के संबंध मंे केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा जारी गाईड-लाईन एवं नियमों का पालन करते हुए राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का आयोजन करने के बारें में भी कहा गया है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर शासन के साथ-साथ सभी शासकीय एजेंसियों, स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों, शैक्षिक संस्थानों और मीडिया के सहयोग से उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के संबंध में जागरूक हेतु जिले में बैठक समारोह, रैलियां, कार्यशाला, सेमीनार आदि गतिविधियाॅ आयोजित करते हुए कार्यवाही करने का लेख किया गया है।
यहां बता दे कि देश भर में 24 दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। हम सभी किसी न किसी रूप में उपभोक्ता है। चाहे सामान कम ले या ज्यादा पर हमें उपभोक्ता के नाते ऐसी बहुत सी जरूरी चीजें है जिनके बारें मंे पता नहीं है या अपने अधिकारों के बारें में नहीं जानते।
1986 उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति जो अपने उपयोग के लिए सामान खरीदता है उसे ही उपभोक्ता कहते है। लोगों को अधिकार बताने के लिए 24 दिसम्बर 1986 को उपभोक्ताओ ंको उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए उपभोक्ता दिवस मनाया जाने लगा। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियांे पर आधारित गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ छायाचित्र विकास प्रदर्शनी आज महासमुंद जिले के विकासखण्ड मुख्यालय बागबाहरा में लगाई गई। यह एक दिवसीय प्रदर्शनी जनपद पंचायत बागबाहरा परिसर पर लगाई गई थी, जिसे लोगों ने खूब सराहा।
प्रदर्शनी में राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास, गाय-गौठान-गोबर ने बदली गाॅव की तस्वीर, डाॅ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, गढ़कलेवा, वनोपज, सार्वभौम पीडीएस के साथ ही मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना आदि आकड़ों सहित दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में अधिकारी-कर्मचारी के साथ-साथ युवा वर्ग ने खास रूचि दिखाई।
मालूम हो कि जिला मुख्यालय महासमुन्द में आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने इसी माह के 27 दिसम्बर को किया था। प्रदर्शनी में राज्य सरकार के विभिन्न योजना और जन कल्याण योजना पर आधारित पुस्तक और पाॅम्प्लेट का भी वितरण किया जा रहा है।
जिले के सभी विकासखण्डों में आम जनता को सरकारी योजनाएं बतानें और उनका लाभ उठानें के लिए एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी स्थल पर निःशुल्क प्रचार सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है। - महासमुंद : महासमुंद जिले के बसना ब्लाॅक के श्री भागीरथी ने अपनी पारम्परिक खेती को छोड़ खेत में सब्जी उप्पादन कर इलाकें में अपनी अलग छाप बनाई हैं। पहले वो अपने 05 एकड़ खेत में सिर्फ एक फसली धान की पैदावार लेते थे। जो बदलते दौर में आर्थिक रूप से कम थी।लेकिन उन्होंने अब विभिन्न प्रकार की साग भाजी के साथ-साथ सब्जियों की पैदावार करने लगे है। उनकी आगे बढ़नें की दृढ़ ईच्छा शक्ति, मेहनत और लगन से उनकी आर्थिक स्थिति में पहले से बेहतर ईजाफा हुआ है। उन्होंने दूरभाष पर कहा कि बदलते वर्तमान दौर में स्वयं को हर बात से अपडेट रखें और खेती किसानीं की नई-नई तकनीक और जानकारी लेते रहें।
यह कामयाबाी का गुरू मंत्र है। बसना विकासखण्ड के ग्राम उमरिया के प्रगतिशील किसान श्री भागीरथी पटेल का कहना है कि उनके पास लगभग 05 एकड़ सिंचित कृषि योग्य भूमि है। पहले वे परम्परागत तरीके से धान की खेती करते थे। जिससे वे बड़ी मुश्किल से लगभग 02 लाख रूपए का धान बेचा करते थे। धान की खेती में लागत एवं पानी अधिक लगने से भी उन्हें अच्छी आमदनी नहीं मिल पा रहा था।
उन्होंने बताया कि उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने उन्हें उद्यानिकी कृषि करने के लिए प्रेरित किया तथा उद्यानिकी अधिकारियों ने उद्यानिकी खेती के आधुनिक गुर सिखाएं। जिससे वे अब उन्नत तरीकें से खेती कर रहे हैं। जिससे उन्हें प्रतिवर्ष 08 से 09 लाख रूपए की आमदनी प्र्राप्त हो रही है।
वे अपने खेत में डी.एम.एफ. विकास बाड़ी योजना के तहत् ड्रीप सिंचाईं करने के लिए स्प्रिंक्लर एवं शेड नेट हाउस अनुदान के तहत लगाए हुए हैं। ड्रीप सिंचाईं से पानी की बचत भी हो रही है और फसल की पैदावार भी अच्छी होती है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी विभाग द्वारा ग्राफ्टेड टमाटर प्रदर्शन के रूप में भी लगाए हैं।
जिसका उत्पादन सामान्य फसल से डेढ़ गुना हो रहा है। उन्होंने बताया कि उद्यानिकी फसल लेने से मेरी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आई है। उद्यानिकी फसल के आमदनी से नए ट्रेक्टर खरीदा है। आमदनी बढ़ने से बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ा रहा हॅू।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में अपने खेत में टमाटर, बरबट्टी, बैंगन जैसे अन्य फसल लिए हुए हैं। मेरे द्वारा लिए गए उद्यानिकी फसलों को देखने के लिए अन्य गाॅवों के किसान लोग पहुंचते हैं। फसल के उत्पादन को देखकर वे काफी प्रभावित होकर नए तकनीकी से खेतीं करने के लिए प्रेरित हो रहे है। - महासमुंद : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले मंे 12 हाट बाजार क्लिनिक योजना का संचालन किया जा रहा हैं। जिसका प्रतिसाद भी आसपास के मरीजों को मिल रहा हैं।इस क्लिनिक में एनीमिया, बुखार, दस्त, मलेरिया, डायरिया, एच.आई.वी., कुष्ठ, टी.वी., मधुमेह, उच्च रक्त चाप, नेत्र, कोविड-19 जाॅच एवं अन्य उपचार निःशुल्क किया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों का टीकाकरण, गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य जाॅच एवं टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
महासमुंद विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम मानपुर में सोमवार को, ग्राम चैकबेड़ा में गुरूवार को, ग्राम खैरझिटी एवं ग्राम नयापारा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है। इसी तरह बागबाहरा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम ओंकारबंद में रविवार को एवं ग्राम खट्टी में मंगलवार को हाट बाजार क्लिनिक लगाए जा रहे है।
पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम खैरखुटा में गुरूवार को, लिमदरहा में सोमवार को एवं ग्राम केसरीपुर में शुक्रवार को तथा बसना विकासखण्ड के ग्राम कुड़ेकेल एवं ग्राम कुरचंुडी में मंगलवार को एवं ग्राम बेलटुकरी में रविवार को हाट बाजार में क्लिनिक आयोजित किया जा रहा है।
इस क्लिनिक योजना में जिला चिकित्सकीय अधिकारी-कर्मचारी समय पर उपस्थित रहकर हितग्राहियों के परीक्षण कर उन्हें आवश्यक दवाईयां उपलब्ध करातें है। इस योजना के तहत् वर्ष 2020-21 में अब तक 1924 हितग्राही लाभान्वित हुए है। - जिले में अब तक 6830 बोरा धान अर्थात् 2732 क्विंटल धान एवं 06 वाहन जप्त
महासमुंद : जिला खाद्य अधिकारी श्री नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि आज जिले में 09 प्रकरणोें पर 329 बोरा धान अर्थात् (131.6 क्विंटल) धान जप्त किए गए। जिसमें एक ट्रेक्टर भी शामिल है।उन्होंने बताया कि इनमें बसना तहसील केे ग्राम अरेकेल निवासी श्री हरिराम डड़सेना से 30 बोरी धान एवं ग्राम पोटापारा के श्री साखाराम से 55 बोरा धान जप्त किया गया है।
इसी तरह सरायपाली तहसील के अंतर्गत रायगढ़ जिला के अंतर्गत बरमकेला तहसील के ग्राम केरमेली के श्री समारू बरिहा से 70 बोरी धान एवं एक अंतर जिला आईसर ट्रेक्टर जप्त किया गया तथा ग्राम बलौदा निवासी श्री फिरू बारिक से 22 बोरी धान जप्त किया गया।
इसके अलावा महासमुंद तहसील के अंतर्गत ग्राम सिंघुपाली निवासी श्री रूपलाल निषाद से 20 बोरी धान, ग्राम बम्हनी के श्री खिलावन यादव से 40 बोरी एवं ग्राम चिंगरौद निवासी श्री दिनेश साहू से 30 बोरी धान जप्त किया गया हैं। इसके अलावा बागबाहरा तहसील के अंतर्गत ग्राम भिलाई दादर निवासी श्री महेश सिन्हा से 32 बोरी एवं ग्राम बोकरामुड़ा के श्री केशव सिन्हा से 30 बोरी अवैध धान भंडारण करने पर जप्त कर कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में धान खरीदी का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से शुरू हुई है। अब तक जिले में कुल 177 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिनमें 6830 बोरा धान अर्थात् 2732 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 06 वाहन भी शामिल हैं। महासमुंद जिला राज्य की सीमावर्ती जिला होने के कारण अन्य राज्यों से अवैध धान परिवहन की आशंका बराबर बनी रहती है।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में जिले में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर सतत निगरानी रखी जा रही है। ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। इन नाकों पर संबंधित अधिकारी बराबर नजर और निरीक्षण कर रहे हैं। - कलेक्टर श्री गोयल ने किसानों को रबी सीजन में धान के बदलेंअन्य फसल लेने पर दिया जोर
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में जिले मंे उपलब्ध वृहद्, मध्यम एवं लघु जलाशयों से जल उपलब्धता के आधार पर रबी सिंचाई के लिए जनवरी 2021 के प्रथम सप्ताह में जल प्रदाय करने का निर्णय लिया गया।
कलेक्टर श्री गोयल ने रबी सीजन में धान फसल के बदलें गेहूॅ, दलहन, तिलहन, मक्का, उड़द, मूंग, मूंगफली सहित अन्य फसलें लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जलाशयों के उपलब्ध जल से धान के बदले में अन्य फसलें लगाने से अधिक रकबें में फसलों की सिंचाईं किया जा सकता है।
इस अवसर पर महासमुंद विधायक प्रतिनिधि श्री अरूण चन्द्राकर, महासमुंद के जनपद पंचायत सदस्य श्री रमाकांत धु्रव, जल संसाधन संभाग के कार्यपालन अभियंता श्री जे.के. चन्द्राकर, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरें सहित जल संसाधन विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जिले में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत एक वृहद कोडार जलाशय परियोजना, एक मध्यम केशवा जलाशय योजना तथा एक अंतर्राज्यीय परियोजना, मध्यम अपर जोक नहर परियोजना तथा 123 लघु सिंचाईं योजनाएं निर्मित है। - महासमुंद : अस्थिबाधित दिव्यांग कुमारी लक्षवन्तीन साहू एक ऐसा नाम हैं। जिसे उसके माता-पिता ने भी उन्हंे अभिशप्त समझकर बचपन से ही अपने से दूर कर दिया था। उसका बचपन अपनी नानी के घर-आॅगन में गुजरा। नानी ने बड़े प्यार से उसका पालन-पोषण शिक्षा-दीक्षा दिलाई। दिव्यांग होते हुए उसने नानी को कभी निराश नहीं किया।
अपने जुझारूपन, कार्य के प्रति लगन को ताकत बनाया और ना अपना हौसला खोया और इस संघर्ष के बल पर उसने दिव्यांगता को कभी अपने जीवन में बाधक नहीं बनने दिया और मेहनत के बल पर कक्षा 12 वीं तक की पढ़ाई की हैं।
कुमारी लक्षवन्तीन साहू बताती है कि वे अस्थिबाधित दिव्यांग होने के कारण लोग उनसे अलग रहा करते थे। स्वयं के मन में कुछ कर गुजरनें की दृढ़ ईच्छा शक्ति होने के कारण वे शिक्षा हासिल कर पाई। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे अपने जरूरतमंद सामग्रियों को क्रय करने का खर्च भी नहीं उठा पा रही थी।
एक दिन उन्होंने बढ़े ही निश्चय करके समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में पहुंचकर अपनी वस्तुस्थिति बताई तब वहां के अधिकारियों ने उनके आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कार्यालय पर ही हल्का-फुल्का काम करने के लिए रख लिया। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी बतातें है कि कुमारी लक्षवन्तीन साहू काफी मेहनती लड़की है। यहां विगत माह से पूरी लगन और निष्ठा के साथ कार्य कर रहीं हैं। वह अल्प समय मंे अधिकारियों-कर्मचारियों की सबकी चहेती बन गई हैं।
लक्षवन्तीन ने बताया कि शिक्षा के बलबूते पर ही मुझे समाज कल्याण विभाग महासमुंद के कार्यालय पर काम मिला हुआ है। मैंने किसी भी कार्य को छोटा या बढ़ा न समझकर मुझसे जो बन पाता है वो कार्य करती हूॅ जिससे मुझे आत्मिक संतुष्टि मिलती है। विभाग द्वारा मुझे अपने कार्यों के बदले में मासिक खर्च चलानें के लिए संतुष्टिजनक मेहनताना दिया जाता है। इसके अलावा विभाग के अधिकारी एवं अन्य लोग मुझे आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहते है।
उन्होेंने बताया कि एक ओर जहां आजकल के पढ़े-लिखें युवा रोजगार की तलाश में ईधर-उधर भटक रहें हैं, वहीं मुझे इस विभाग में काम मिलनें से काफी खुशी महसूस कर रही हूं। समाज कल्याण विभाग द्वारा मुझे ट्रायसायकल एवं बैशाखी उपकरण भी प्रदाय किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा दिव्यांगों के हित के लिए अनेक प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसका लाभ हमारें जैसे अनेक दिव्यांगों को मिल रही है। - शीतलहर को देखते हुए रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें: कलेक्टर श्री गोयल
निरस्त व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टें पुनर्विचार कर भेजें
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक हुई।
उन्होंने जिले के सभी नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शीतलहर और सर्दी को देखते हुए अपने-अपने क्षेत्र में रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति हेतु रैन बसेरा में ठहरानें हेतु समुचित व्यवस्था एवं कम्बल आदि की भी व्यवस्था की जाए।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि रैन बसेरा में रूकने वाले मजदूरों की कोविड-19 की जाॅच भी कराई जाए। इसके साथ ही पूर्व निर्धारित स्थानों पर अलाव जलानें की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने बारी-बारी से विभागवार लम्बित प्रकरणों के निराकरण की जानकारी ली।
कलेक्टर ने बैठक में वीडियों कांफ्रेन्सिंग के जरिए शामिल हुए सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को कहा कि जिन लोगों के व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टें निरस्त हुए हैं।
उन्हें ग्राम सभा स्तर से पुनर्विचार कर कारण दर्शातेें हुए जिला स्तर की ओर प्रेषित करें। इस संबंध में कोई दिक्कत या परेशानी हो तो कारण बतातें हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमण्डलाधिकारी या मुझे फोन से जानकारी दें। पुनर्विचार करने में निरस्त किए गए व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टें, स्पष्ट रूप से निरस्ती का कारण और आधार भी अवश्य दर्शाएं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, एस.डी.एम. महासमुंद श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी सहित डिप्टी कलेक्टर और जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को कहा कि आगामी माह से बिना कलेक्टर की अनुमति से एनीकट (चेकडेम) के गेट ना खोलें जाए। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग अपने स्वार्थ के कारण इन एनीकट (चेकडेम) के गेट खोल देते है।
ऐसे लोगों पर कड़ाई की जाए। जो व्यक्ति ऐसा करते पाए जाए उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही किया जाए। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के पोर्टल में जाति प्रमाण-पत्र त्रुटिपूर्ण अपलोड होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने धान के रकबें की त्रुटिपूर्ण एण्ट्री एवं सुधार आदि की जानकारी ली। समय-सीमा की बैठक में पिथौरा और तुमगाॅव के सी.एम.ओ. उपस्थित न होने पर उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जवाहर नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल में पात्र विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा आवेदन भरवानें के निर्देश स्कूल शिक्षा अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही सैनिक स्कूल के लिए विद्यार्थियों को कोचिंग देने को कहा। उन्होंने कहा कि जिले की अधिकांश ग्राम पंचायतों मंे जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र आॅनलाईन जारी करेंगे।
कोई भी ग्राम सचिव जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र मैन्युअल नहीं बनायेंगे। इस संबंध में पूर्व भी निर्देश जारी किए जा चुके है। कलेक्टर ने बैठक के बाद संबंधित अधिकारियों की मुख्य सचिव द्वारा पूर्व में ली गई वीडियों कांफ्रेन्सिंग में दिए गए एजेण्डा की बिन्दुवार प्रगति की जानकारी ली।
जिले में नव पदस्थ वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने अपना परिचय देते हुए सभी एस.डी.एम. से कहा कि जिले के नदी-नालें या आसपास ऐसी राजस्व भूमि जिसके लम्बंे-लम्बें चक हो उन्हें चिन्हांकित कर उसकी सूची बनाए जिससे कैम्पा मद से बड़े स्तर पर वृक्षारोपण की अभी से तैयारी शुरू की जा सकें। ताकि नदी-नालों का कटाव भी इससे रोका जा सकें। - महासंमुद : जिले में धान उपार्जन प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं लैम्प्स के माध्यम से किया जा रहा है। समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का उपार्जन की समस्त कार्रवाई एवं व्यवस्था कलेक्टर के निरीक्षण पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण में सम्पन्न की जा रही है। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के व्यवस्थित एवं सुचारू संचालक के लिए व्यवस्था की दृष्टि से जिले के 17 उपार्जन केन्द्र के कम्प्यूटर ऑपरेटरों के कार्यस्थल में परिर्वतन किया गया है।
कम्प्यूटर ऑपरेटर सर्वश्री गजानंद पटेल पचरी उपार्जन केन्द्र से चनाट उपार्जन केन्द्र, धनंजय चन्द्राकर पिटियाझर से टांगापासा,सेवाराम साहू बेमचा से जगदीशपुर, मुकेश पटेल, सरकण्डा समिति उपार्जन केन्द्र टांगापासा से बेमचा, राकेश पटेल चनाट से बसुलाडबरी, राकेश पांडेय तेन्दुकोना से पचरी, रोशन चन्द्राकर, बावनकेरा से रसोड़ा, राहुल मन्नाडे भोरिंग (तुमगांव) से बरेकेल,चेतन यादव गांजर से भोरिंग, राजकिशोर सिन्हा बावनकेरा समिति उपर्जान केन्द्र चौकबेडा से भस्करापाली, गोपी निषाद सिरपुर से पिथौरा, श्रीमती पूनम चन्द्राकर बसुलाडबरी से पिटियाझर,श्रीमती जस्मिता साहू रसोड़ा से बावनकेरा, श्री लाल बिहारी प्रधान पिथौरा से सिरपुर, श्री धनंजय साहू बरेकेल से चौकबेड़ा, श्री राजेश प्रधान जगदीशपुर से गांजर और श्री विनोद प्रधान भस्करापाली से तेन्दूकोना उपार्जन केन्द्र कार्यस्थल परिवर्तन किया गया है। इस आशय के आदेश कलेक्टर के अनुमोदन के बाद प्रभारी उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं महासंमुद के हस्ताक्षर से जारी कर दिय गए है। -
145 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक होकर अपने घर पहुँचेंमहासमुंद : महासमुंद जिले में आज सोमवार को 58 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है ।वहीं आज 145 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए । अब तक कुल 7261 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक होकर अपने घर सुरक्षित पहुँच गए है ।
ज़िला स्वास्थ्य से मिली आज की मेडिकल बुलेटिन में बताया की 1162 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की जाँच की गई। जिसमें 58 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है । सर्वाधिक सरायपाली विकासखंड में 18 कोरोना पॉज़िटिव मिले । वहीं बागबाहरा और बसना ब्लॉक से 11-11 लोगों की रिपोर्टों पॉज़िटिव आयी । महासमुंद विकासखंड से 10 तथा पिथौरा विकासखण्ड से 8 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव पायी गई है । आज की जाँच आरटीपीसीआर से 102 ,ट्रू नाट से 106 और एंटीजन से सबसे ज़्यादा 972 टेस्ट किए गए। इस प्रकार कुल 1162 टेस्ट किए गए।ज़िला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि जिले में अब तक कुल 7865 कोरोना पॉज़िटिव आए जिनमें से 7261 स्वस्थ्य होकर अपने घर सुरक्षित पहुँचें। आज 145 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए। आज की तारीख़ में जिले में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 492 है ।