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दुर्ग : आंगनबाड़ी में 10 वर्ष तक की बालिकाओं का सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोला जा रहा है खाता

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 


-खाते खोलने के लिए विशेष अभियान का हो आयोजनरू कलेक्टर

दुर्ग : कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देश पर दुर्ग जिले में सुकन्या समृद्धि के तहत पात्र बालिकाओं का खाता खोलने हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत 08 फरवरी से 08 मार्च 2022  तक विशेष अभियान चलाकर 10 वर्ष से कम उम्र की समस्त पात्र बालिकाओं का निकट के डाकघरों में खाता खोला जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं का खाता 250 रूपये से खोला जा सकता है। इस जमा खाते पर योजना के तहत एक निश्चित ब्याज दिया जाता है। इस खाते में 50 रूपये के गुणांक से प्रतिवर्ष न्यूनतम 250 रूपये से अधिकतम 1.50 लाख रूपये तक की राशि जमा कराई जा सकती है। यह खाता 21 वर्ष में परिपक्व होगा। इसके पूर्व यह खाता बालिका के विवाह के समय बंद भी किया जा सकता है तथा बालिका की उच्च शिक्षा हेतु जमा राशि में से आवश्यकतानुसार आधी राशि निकाली भी जा सकती है। इस खाते में जमा राशि तथा प्राप्त ब्याज आयकर से पूर्णतः मुक्त रहता है। इस योजना के तहत खाता खोलने हेतु बालिका एवं पालक का आधार नंबर तथा 02 फोटो की आवश्यकता है।

उपरोक्त अभिलेखों के साथ अभियान अवधि के दौरान निकट के आंगनबाड़ी केन्द्र में संपर्क करने पर संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पोस्ट ऑफिस से समन्वय कर खाता खुलवाया जा सकता है। इस कार्य में सहयोग करने हेतु कलेक्टर दुर्ग के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग, समस्त निगम आयुक्तों, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया हैं। इस योजना के तहत खाता खोलने वाले समस्त हितग्राहियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च 2022 को पासबुक भी प्रदान किए जायेंगे। इस योजना के तहत श्रेष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जावेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा अवगत कराया गया है कि उपरोक्त विशेष अभियान हेतु जिले के सभी परियोजना अधिकारियों, पर्यवेक्षकों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे कार्य की नियमित समीक्षा भी जा रही है। इस हेतु प्रत्येक परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं हेतु लक्ष्य का निर्धारण करते हुए अधिक से अधिक पात्र बालिकाओं का खाता खोलने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस कार्य में स्थानीय लोगों एवं जागरूक जनप्रतिनिधियों की मदद भी ली जा रही है।

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