कोरिया : जिला शिक्षा अधिकारी ने बीईओ, एबीईओ और समन्वयकों के साथ कि वर्चुअल बैठक
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्कूलों में विशेष एहतियात बरतते हुए शिक्षण कार्य करने के दिये निर्देश
कोरिया : जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आज कोरिया जिले के समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्रोत समन्वयक, संकुल प्रभारी प्राचार्य एवं शैक्षिक समन्वयको की वर्चुअल बैठक ली गई।
बैठक के मुख्य एजेंडा में शामिल 2 अगस्त से प्रारंभ हुए शालाओ में कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी को 1 सप्ताह के भीतर अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन कराते हुए संस्था प्रमुख द्वारा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने कहा गया।
मध्यान्ह भोजन के संबंध में शासन के दिशा निर्देशों का भी कड़ाई से पालन एवं बच्चों को शासन के दिए गए मीनू अनुसार उपलब्ध कराना, मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले कर्मचारियों को वैक्सीनेशन एवं स्वच्छता के साथ भोजन तैयार कर परोसने जाने के संबंध में निर्देश दिए गए।
मोहल्ला क्लास का संचालन, जो बच्चे कक्षा छठवीं, सातवीं एवं नवमी ग्यारहवीं में हैं, जो बच्चे शाला नहीं जा रहे हैं, शासन की गाइडलाइन अनुसार अभिभावकों से सहमति पत्र लेते हुए संचालन किया जाना सुनिश्चित करें। शासन द्वारा प्राप्त निशुल्क पाठ्य पुस्तक एवं गणवेश वितरण एवं पोर्टल में सबमिट किया जाना साथ ही शाला आने वाले शिक्षकों को भी अनिवार्य रूप से मास्क लगाना एवं बच्चों द्वारा भी मास्क अनिवार्य रूप से लगाके जाना सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए गए।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि सभी संस्था के संस्था प्रमुख संकुल स्तर एवं विकास खंड स्तर के सभी कर्मचारी अधिकारीगण सघन मानिटरिंग करते हुए प्रति दिवस की रिपोर्ट जिला कार्यालय को देना सुनिश्चित करें। किसी भी शिक्षक या बच्चे के घर में परिवार का कोई सदस्य सर्दी, खासी बुखार या कोरोना से पीड़ित हो, उसे शाला में नहीं बुलाएं। शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से ऐसे परिवार को स्वास्थ्य केंद्र में जाकर कोविड-19 कराते हुए इलाज कराने की समझाइश दी जाए।
बच्चों को एकत्रित करके ना पढ़ाएं तथा बार-बार शाला में उपलब्ध साबुन से हाथ धोने, सैनिटाइजर का उपयोग एवं दूरी बनाते हुए अध्यापन कार्य दिए गए पाठ्यक्रम अनुसार सीमा पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। शाला में शासन द्वारा जारी पत्र एवं दिए गए दिशा-निर्देश को समय सीमा पर पूर्ण किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारियों द्वारा सघन मानिटरिंग किया जा रहा है। मानिटरिंग के द्वार दौरान जो भी समस्याएं आ रही है, उसे समाधान करने के पूर्ण प्रयास किया जाए एवं उच्च कार्यालय को इससे अवगत भी कराया जाए।
प्राचार्य या संकुल प्रभारी का कार्य क्षेत्र अब अपनी संस्था के अलावा संकूल अंतर्गत आने वाले सभी संस्थाओं को सघन मानिटरिंग भी करना है। शैक्षिक समन्वयक अपने संकुल अंतर्गत आने वाली शालाओं एकेडमिक मॉनिटरिंग एवं बच्चों में लर्निंग आउटकम शासन द्वारा दिए गए प्रपत्र में देना सुनिश्चित करेंगे।
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