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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से सिंगापुर में आयोजित ईएसजी ग्रिट पुरस्कार समारोह में सम्मानित महिलाओं ने की सौजन्य मुलाकात
वनवासी महिलाओं ने ऊंची उड़ान भर बनाई अंतर्राष्ट्रीय पहचान
सिंगापुर में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ सहित जगदलपुर और कोरबा के दो महिला स्व-सहायता समूह हुई पुरस्कृत
छत्तीसगढ़ को लघु वनोपज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला ग्रिट अवार्ड
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहाँ विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में सिंगापुर में ईएसजी ग्रिट पुरस्कार समारोह में सम्मानित स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य लघु वनोपज संघ सहित वनधन केन्द्रों के समूहों को उनकी इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबन्ध संचालक श्री संजय शुक्ला भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल के पूछे जाने पर माँ धारिणी करिन स्व-सहायता समूह बकावंड वन धन केन्द्र की सदस्य श्रीमती पद्मिनी बघेल ने बताया कि उन्होंने पुरस्कार समारोह में अपने बकावण्ड काजू की पूरी प्रोसेसिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी । उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि अब उनके समूह ने अपनी छोटी सी दुनिया से एक बड़ी दुनिया की ओर अपना पहला कदम बढ़ाया है। हरिबोल स्व-सहायता समूह डोंगानाला, वनधन केन्द्र की सदस्य श्रीमती सरोज पटेल ने बताया कि उन्होंने समारोह में उनके समूह के द्वारा वनौषधियों के संग्रहण से उनके प्रसंस्करण और विक्रय तक की पूरी प्रक्रिया बताई। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिंगापुर बहुत सुंदर है। वहाँ उन्होंने चिड़ियाघर, पार्क, समुद्र, हॉलीवुड के साथ ही शहर की हरियाली देखी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आप सभी को आपके काम के बदौलत विदेश जाने का मौका मिला। जंगल से निकलकर सिंगापुर की सैर करने का मौका मिला। पहले अधिकारी नेताओं को विदेश घुमाने ले जाते थे अब वे आप लोगों को ले जा रहे हैं, ऐसा पहली बार हुआ है।
गौरतलब है कि सिंगापुर में 22 और 23 जुलाई को आयोजित ईएसजी ग्रिट पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ सहित जगदलपुर और कोरबा के दो महिला स्व-सहायता समूह पुरस्कृत हुए। प्रदेश को लघु वनोपज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ को संधारणीय विकास, गरीबी उन्मूलन और महिला सशक्तिकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के उपरांत संभवतः यह पहला अवसर है, जब महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने के लिए विदेश यात्रा पर रहे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के वन धन विकास केन्द्रों में लघु वनोपज के प्रसंस्करण कार्य में लगी महिला सदस्यों के समर्पित कार्य प्रणाली का परिणाम है कि इस अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उनकी पहचान हुई। समारोह में माँ धारिणी करिन स्व-सहायता समूह बकावंड वन धन केन्द्र की सदस्य सुश्री पद्मिनी बघेल तथा सुश्री बेलाबाई कश्यप तथा हरिबोल स्व-सहायता समूह डोंगानाला, वनधन केन्द्र की सदस्य सुश्री सरोज पटेल तथा सुश्री फूलबाई नेती सम्मानित हुई।
खुशी से भरपूर छत्तीसगढ़ के इन वनवासी प्रतिनिधियों ने 150 देशों के 200 से अधिक प्रतिनिधियों के समक्ष यह पुरस्कार ग्रहण करते हुए, छत्तीसगढ़ मॉडल तथा सतत् विकास की कहानी कही। इन्होंने इस समारोह में पूरी दुनिया के व्यवसायी, बैंकर्स, इनवेस्टर्स, पर्यावरणविद तथा शासकीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ‘छत्तीसगढ़-हर्बल्स’ की पूरी दुनिया में पहचान सुनिश्चित किया। इससे लघु वनोपज आधारित उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ को पूरे विश्व में सतत् विकास के मॉडल के रूप में पहचान मिलेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के इस दल का नेतृत्व राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री संजय शुक्ला द्वारा किया गया तथा अपर प्रबंध संचालक श्री बी. आनंद बाबू एवं वनमंडल अधिकारी सुश्री स्टायलो मण्डावी सहयोग हेतु दल में सम्मिलित थीं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा- जय प्रकाश ठाकुर
बीजापुर में नक्सलियों ने उत्पात मचाया है. यहां के पदेड़ा इलाके में नक्सलियों ने तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस इलाके में टेलीफोन केबल बिछाने का कार्य किया जा रहा था. मारपीट के बाद नक्सलियों ने मजदूरों को छोड़ा है.
बीजापुर: बीजापुर में एक बार फिर नक्सलियों ने उत्पात मचाया है. यहां बीएसएनएल का फाइबर केबल बिछाने का काम चल रहा था. यहां पर नक्सलियों ने तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने इस नक्सली घटना की पुष्टि नहीं की है. बीजापुर थाने से करीब 15 किलोमीटर दूर पदेड़ा गांव के स्कूलपारा के आंगनबाड़ी में फाइबर केबल बिछाने गई बीएसएनएल की 1 जेसीबी और 2 पिकअप वाहन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया.
मजदूरों को नक्सलियों ने धमकाया: सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने यहां काम कर रहे मजदूरों को पहले धमकाकर भगाया फिर वाहनों में आग लगा दी. शाम करीब 5 बजे इस घटना को अंजाम दिया गया है. दिन दहाड़े हुई इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में दहशत है. हालांकि पुलिस ने नक्सल वारदात होने की पुष्टि नहीं की है. लेकिन वह भी प्रथम दृष्टया इसे नक्सल घटना ही मान रही है. दूसरी तरफ नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले सोमवार से 29 जुलाई तक होने वाली सामूहिक हड़ताल का समर्थन किया है. इसे लेकर नक्सलियों ने बीजापुर में पर्चा भी फेंका है.
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पटना : इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन(आईजेए)ने पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए "पत्रकार सुरक्षा कानून"की मांग करते हुए पीआईबी के खिलाफ जारी आंदोलन को तेज करने का संकल्प दोहराया है।
यह संकल्प संगठन के अध्यक्ष राम नाथ विद्रोही की अगुवाई में आज हुयी ऑनलाइन मीटिंग में लिया गया।इस बैठक में उपाध्यक्ष उदय मिश्रा,प्रधान महासचिव पंकज चौहान,महासचिव सह कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व छत्तीसगढ़ के प्रभारी एम एच जकारिया,महासचिव नीलेश कुमार ,महासचिव सत्येंद्र सत्यम ,सचिव प्रिया झा एवं तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष अफ़रोज़ कुरैशी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खैरागढ़ : इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की वर्तमान कुलपति, प्रख्यात लोकगायिका, पद्मश्री से सम्मानित डॉ. ममता (मोक्षदा) चन्द्राकर ने 24 जुलाई 2022 को अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उनका दो सालों का यह कार्यकाल कोरोना जैसी विपदा के बावजूद सफलता व उपलब्धियों से भरा रहा।विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. इन्द्रदेव तिवारी ने बताया कि इन दो वर्षों के दौरान विश्वविद्यालय में अकादमिक, प्रशासनिक, अधोसंरचना व सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। कोरोना के भीषण प्रकोप के बावजूद कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता (मोक्षदा) चन्द्राकर के कुशल मार्गदर्शन और मजबूत संरक्षण में विश्वविद्यालय परिवार ने शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में सतत रूप से कार्य किया। कोविड-19 के प्रोटोकॉल का समुचित पालन करते हुए हरसंभव गतिविधियां संचालित की गई। इस दौरान छात्रावास, लाइब्रेरी, कम्प्युटर आदि के लिए विश्वविद्यालय में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की गई। कुलपति डॉ. चंद्राकर के कार्यकाल में कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत शिक्षक, प्राध्यापक व अन्य पात्र कर्मचारियों को पदोन्नति आदि का लाभ दिया गया। कुछ लंबित प्रकरणों पर भी त्वरित निर्णय लेते हुए पात्र कर्मचारियों को लाभान्वित किया गया।कुलसचिव डॉ. तिवारी ने बताया कि कुलपति डॉ. ममता (मोक्षदा) चन्द्राकर के इन दो वर्षों के कार्यकाल में रंगमंडल की स्थापना, दीक्षांत समारोह व खैरागढ़ महोत्सव का भव्य आयोजन, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशाल आयोजन, गोदग्रामों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त देश के तमाम प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एमओयू भी बड़ी उपलब्धि है। कुलसचिव ने कहा कि सरगुजा-बस्तर की लोककला, थिएटर में नए पाठ्यक्रम की शुरूआत तथा साउंड इंजीनियरिंग के लिए नए कोर्स प्रारंभ करने का निर्णय आने वाले समय के लिए भी यहां के छात्र-छात्राओं के लिए कैरियर का मार्ग प्रशस्त करेगा।
कुलसचिव डॉ. तिवारी ने बताया कि सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत विश्वविद्यालय प्रबंधन ने न केवल नागारिक गतिविधियों में उल्लेखनीय भूमिका दर्ज कराई है, बल्कि नगर के प्रतिष्ठित सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जनहित के कार्य किए हैं। डॉ. तिवारी ने कुलपति डॉ. चन्द्राकर के दो वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए यह भी बताया कि शैक्षणिक सत्र् 2022-2023 से इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में सेमेस्टर प्रणाली समाप्त कर दी जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय की कुलाधिपति व राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने आर्डिनेंस पास कर दिया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के इतिहास में संभवतः यह पहली बार होगा कि राजभवन ने एक साथ 10 आर्डिनेंस को अनुमोदित किया है। सेमेस्टर प्रणाली को लेकर उन्होंने कहा कि वार्षिक परीक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों के धन की बचत होगी। विशेषकर खैरागढ़ विश्वविद्यालय के संदर्भ में विद्यार्थियों के लिए बेहतर यह होगा कि वे परीक्षा प्रक्रिया की जटिलताओं से मुक्त होंगे। उन्होंने बताया कि सेमेस्टर प्रणाली की जगह वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू करते हुए इस बात का भी पूर्णतः ध्यान रखा गया है कि इससे नई शिक्षानीति - 2020 की मंशा कहीं भी प्रभावित ना हो। खैरागढ़ विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. ममता (मोक्षदा) चन्द्राकर स्वयं कला-संगीत के क्षेत्र की एक सुप्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं। उनके दो वर्ष के उपलब्धियों से भरपूर कार्यकाल पूर्ण होने पर विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी, पत्रकार, कलाकार, जनप्रतिनिधि समेत विभिन्न वर्ग के शुभचिंतकों ने बधाई और शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। -
एजेंसी
बिहार : पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट होने के बाद एक इमारत गिर गई है। इमारत के मलबे में कई लोगों के दबे होने की भी आशंका है।
बिहार के छपरा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाका होने की खबर सामने आई है। इस घटना में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट होने के बाद एक इमारत गिर गई है। इमारत के मलबे में कई लोगों के दबे होने की भी आशंका है।
पटाखा फैक्ट्री में अवैध बारूद कारोबार की आशंका
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस पटाखा फैक्ट्री में अवैध बारूद का भी कारोबार होता रहा है। बताया जाता है कि चुनाव में जश्न मनाने के लिए पटाखा यहीं से जाता है। इसके अलावा शादी-ब्याह में भी यहां से पटाखे सप्लाई होते थे। हालांकि मामले की छानबीन अभी चल रही है। पुलिस जांच कर रही है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
श्री बघेल ने प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित करने को कहा है
अंदरुनी ओडिशा के ऊपर और ज्यादा प्रबल हुआ चक्रीय चक्रवात का घेरारायपुर : इसके कारण प्रदेश में सरगुजा संभाग को छोडकर शेष संभागो के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा की संभावनामुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चक्रवाती बारिश को देखते हुए सभी जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और नगरीय निकायों को सतर्क रहने के दिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित करने को कहा है। अंदरुनी ओडिशा के ऊपर और चक्रीय चक्रवात का घेरा और प्रबल हो जाने के कारण प्रदेश में सरगुजा संभाग को छोडकर शेष संभागो के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में हो रही लगातार बारिश को देखते हुए संभावित प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव के उपायों की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जलभराव और बाढ़ की स्थिति में किसी भी तरह की विपरित परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता रखी जाए। लोगों के बचाव और उन्हें राहत पहुंचाने की सभी तैयारी भी रखी जाए।मुख्यमंत्री ने निचले और संभावित प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन दल को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है नदी नालों के जल स्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए। इसकी जानकारी नियमित रूप से कंट्रोल रूम में दी जाए। जहां भी जलभराव और बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है वहां पूर्व से ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए।मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में नजदीक के भवनों में अस्थाई राहत शिविर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा मोचन बल सहित प्रभावित जिलों के जिला पुलिस बल, होमगार्ड, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विद्युत विभाग, लोक निर्माण, खाद्य विभाग, नगरीय निकायों आदि के अधिकारियों को भी सचेत एवं सतर्क रहने को कहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में राजनेता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री बिसाहू दास महंत की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया । मुख्यमंत्री ने श्री महंत का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक और मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास के लिए अपनी अमूल्य सेवायें देते हुए छत्तीसगढ़ में सिंचाई और सड़क अधोसंरचना के विकास हेतु अद्वितीय योगदान दिया । हसदेव बांगो परियोजना उनके सपनों का ही साकार रूप है । श्री महंत का पूरा जीवन जनसेवा के लिए समर्पित रहा है । छत्तीसगढ़ सरकार उनके आदर्शों के अनुरूप विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
22 जुलाई को शाम 4 बजे गंगरेल नहर से सिंचाई के लिए शुरू होगी जलापूर्ति
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविंद्र चौबे की अनुशंसा तथा विधायक अभनपुर एवं धरसीवा सहित किसान संगठनों की मांग को देखते हुए गंगरेल डेम से सिंचाई के लिए तत्काल पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में जल संसाधन विभाग द्वारा 22 जुलाई को शाम 4 बजे गंगरेल डेम से सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा।
प्रमुखअभियंता श्री इंद्रजीत उईके ने बताया कि गंगरेल में पर्याप्त जलभराव है। गंगरेल बांध की नहर से रायपुर, आरंग , धरसींवा , बलोदा बाजार -भाटापारा ,लवन,पलारी और धमतरी क्षेत्र के किसानों को खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
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एजेंसी
केरल : 35 साल का यह शख्स इस महीने की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात से केरल आया है। उसके सैंपल की जांच में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है।
केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा केस मामला सामने आया है। यह शख्स भी पूर्व में मिले संक्रमित की तरह यूएई से लौटा है।
35 साल का यह शख्स इस महीने की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात से केरल आया है। उसके सैंपल की जांच में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसका तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। जॉर्ज के मुताबिक, युवक की हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि संक्रमित के संपर्क में रहे लोगों पर करीबी नजर रखी जा रही है।
आज ही केरल के वायनाड जिले के मानन्थावाद्य स्थित दो पशुपालन केंद्रों में 'अफ्रीकन स्वाइन फीवर' के मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में नमूनों की जांच के बाद जिले के दो पशुपालन केंद्र के सूअरों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है।
300 सूअरों को मारने के निर्देशकेरल के पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक केंद्र में कई सूअरों की मौत के बाद नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। उनमें इस अफ्रीकी बुखार की पुष्टि हुई है। दूसरे केंद्र में 300 सूअरों को मारने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने कहा कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
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एजेंसी
दिल्ली : में अरविंद केजरीवाल सरकार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक और झटका दिया है। उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर उठाया कदम।
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक और बड़ा झटका दिया है। उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद एलजी ने यह कदम उठाया है। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कई नियमों की अनदेखी की बात कही गई है। लाइसेंस बांटने में गड़बड़ी का आरोप लगा है।अधिकारियों ने बताया कि एलजी वीके सक्सेना ने केजरीवाल सरकार की एक्साइज पॉलिजी 2021-22 की सीबीआई जांच के लिए गृहमंत्रालय से सिफारिश की है। कथित तौर पर पॉलिसी में नियमों और प्रक्रियाओं की अनदेखी की गई है। इसी महीने दिल्ली के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिस पर यह फैसला लिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहली नजर में GNCTD ऐक्ट 1991, ट्रांजैक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स (ToBR)-1993 और दिल्ली एक्साइज ऐक्ट-2009 और दिल्ली एक्साइज रूल्स 2010 का उल्लंघन पाया गया है।अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट में टेंडर के बाद 'शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ' देने की भी बात कही गई है। नई एक्साइज पॉलिसी 2021-22 को पिछले साल 17 नंवबर से लागू किया गया था। इसके तहत शहरभर के 32 जोन में 849 ठेकों के लिए निजी बोलीकर्ताओं को लाइसेंस आवंटित किया गया था। बीजेपी और कांग्रेस ने पॉलिसी का विरोध करते हुए एलजी और केंद्रीय जांच एजेंसियों से शिकायत करते हुए जांच की मांग की थी।
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच बढ़ सकता है टकरावउपराज्यपाल के ताजा फैसले के बाद केजरीवाल सरकार के साथ उनका टकराव बढ़ सकता है। उन्होंने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब एक दिन पहले ही एलजी ऑफिस की ओर से केजरीवाल सरकार की उस फाइल को वापस कर दिया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री के सिंगापुर दौरे को लेकर इजाजत मांगी गई थी। एलजी ने इसे मेयरों का सम्मेलन बताते हुए केजरीवाल को वहां नहीं जाने की सलाह दी है। वहीं, केजरीवाल सरकार उनकी दलील से सहमत नहीं है। -
एजेंसी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सीनियर सेकेंड्री (कक्षा 12) की बोर्ड परीक्षा के नतीजों की घोषणा कर दी है। बोर्ड द्वारा सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2022 की घोषणा के अंतर्गत परिणाम देखने के लिए तीन लिंक रिजल्ट पोर्टल पर एक्टिव किए गए। ऐसे में जो छात्र-छात्राएं सीबीएसई द्वारा इस साल दो चरणों (टर्म 1 और टर्म 2) में आयोजित की गई बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित हुए थे, वे आधिकारिक रिजल्ट पोर्टल, cbseresults.nic.in पर दिए गए लिंक या नीचे दिए गए लिंक परिणाम और स्कोर कार्ड देख सकते हैं। स्टूडेंट्स को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें अपना परिणाम और स्कोर कार्ड देखने के लिए रिजल्ट पेज पर अपना रोल नंबर, अपना स्कूल नंबर और अपना एडमिट कार्ड आइडी नंबर भकर सबमिट करना होगा।
सीबीएसई बोर्ड 12वीं में 92.71 फीसदी पासकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सीनियर सेकेंड्री रिजल्ट 2022 को लेकर जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस साल की 12वीं की परीक्षाओं में 92.71 फीसदी छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। जबकि पिछले वर्ष 99.37 फीसदी स्टूडेंट्स सफल घोषित किए गए। हालांकि, पिछले साल परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति से घोषित हुए थे। वहीं, वर्ष 2020 में पास प्रतिशत 88.78 फीसदी और वर्ष 2019 में 83.40 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे।
सीबीएसई 12वीं मार्कशीट-कम-सर्टिफिकेट ऐसे करें डाउनलोडहालांकि, स्टूडेंट्स को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें अपनी सीबीएसई बोर्ड 12वीं मार्कशीट 2022 डाउनलोड करने के लिए भारत सरकार के डिजीलॉकर पोर्टल, digilocker.gov.in पर जाकर या मोबाइल ऐप्प डाउनलोड करके लॉग-इन करना होगा। इसके लिए स्टूडेंट्स को अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर और स्कूल द्वारा दिया गया पिन नंबर भरकर सबमिट करना होगा। इसके बाद परीक्षार्थी अपनी सीबीएसई बोर्ड 12वी रिजल्ट 2022 के साथ-साथ अपनी मार्कशीट-कम-सर्टिफिकेट की डिजिटल कॉपी भी डाउनलोड कर सकेंगे। इस सर्टिफिकेट को स्टूडेंट्स किसी भी एडमिशन या जॉब में लगा सकेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें 31 जुलाई को आयोजित होने वाले हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के लिए न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण सहर्ष स्वीकार करते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन को दीक्षांत समारोह के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विवेकानन्द और रजिस्ट्रार श्री उदय शंकर उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : श्रम विभाग की मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना के माध्यम से प्रदेश में 1464 से अधिक श्रमिकों की बेटियों को फायदा पहुंचाया गया है। इन बेटियों के बैंक खातों में करीब तीन करोड़ रूपये की राशि अंतरित की गई है। योजना के तहत पात्र श्रमिकों की बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाती है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के विकास के तहत श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार तथा आर्थिक तथा सामाजिक उत्थान के लिए अनेक संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण योजना का उद्देश्य श्रमिकों की बेटियांें को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में पंजीकृत श्रमिक पात्र है। योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिकों को विभाग के अधिकारिक वेबसाइट बहसंइवनतण्दपबण्पद पर ऑन लाइन पंजीयन कराना होता है। उल्लेखनीय है कि श्रमिक, मजदूर परिवार के आर्थिक और सामाजिक रूप से काफी कमजोर होने से बच्चों खास तौर पर बेटियों को अपनी पढ़ाई-लिखाई बीच में ही छोड़ देनी पड़ती है। ऐसी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से तथा उन्हें शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा उनके विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना के तहत पात्र श्रमिक परिवार की प्रथम दो बेटियों जिनकी उम्र न्यूनतम 18 वर्ष और 21 वर्ष से अधिक न हो तथा वह अविवाहित हो तथा ऐसे हितग्राही श्रमिक जिन्होंने मंडल की पूर्व में संचालित मिनीमाता कन्या विवाह योजना का लाभ ना लिया हो, को लाभान्वित किया जाता है। यह भी जरूरी है कि पंजीकृत निर्माण श्रमिक की पुत्री कम से कम 10 वीं क्लास पास हो। निर्माण श्रमिक की दो पुत्री को ही दिए जाने का प्रावधान है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एसोसिएशन को दिया धन्यवाद
दो जिला अस्पतालों और एक शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगेंगे ये उपकरणरायपुर : अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन इंडिया ओरिजिन (एएपीआई) ने छत्तीसगढ़ को 75 लाख रूपए कीमत के छह नग 'एलाइड मेडिटेक विस्टा इंटेंसिव केयर वेंटिलेटर विद कंप्रेसर' प्रदान किया है। एसोसिएशन ने अपने कोविड राहत कार्यक्रम के तहत ये मशीनें राज्य को दी हैं। ये वेंटिलेटर्स राजनांदगांव और गरियाबंद के जिला अस्पतालों तथा रायपुर के गुढ़ियारी स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन इंडिया ओरिजिन को इस सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रवि कोल्ली, पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनुपमा गोटीमुकुला और कोविड राहत समिति के अध्यक्ष डॉ. सुजीत पुन्नम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन उपकरणों से प्रदेश में कोविड-19 के गंभीर मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग और एएपीआई के बीच समन्वय के लिए छत्तीसगढ़ एनआरआई नाचा के अध्यक्ष श्री गणेश कार को भी धन्यवाद दिया है जिनकी पहल से प्रदेश को ये उपकरण मिले हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रेक्टिस कर रहे 80 हजार से अधिक डॉक्टर सदस्य हैं। यह एसोसिएशन 1982 से काम कर रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मंत्री श्री डहरिया की गेंद पर जड़ा चौका
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कुम्हारी में साढ़े चार करोड़ रुपए की लागत से बने स्टेडियम का लोकार्पण किया। इस नवनिर्मित स्टेडियम में आयोजित पहला मैच कुम्हारी के नागरिकों की स्मृति में हमेशा के लिए दर्ज हो गया। क्रिकेट मैच में बैट्समैन थे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और बॉल थी नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया के हाथों में। नगरीय प्रशासन मंत्री ने जो पहली बाल डाली, उसे अंपायर ने वाइट करार दिया। मंत्री की दूसरी बाल पर मुख्यमंत्री ने चौंका जड़ दिया और पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज गया। मुख्यमंत्री ने स्टेडियम के निर्माण कार्य की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह के खेल की बढ़िया अधोसंरचना से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा और कुम्हारी में खेल प्रतिभाओं को निखारने में मदद मिलेगी।मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 42 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन भी किया इन कार्यों में 10 करोड़ रुपये के लोकार्पण कार्य तथा 31 करोड़ के भूमि पूजन कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कुम्हारी के नागरिकों के प्रस्ताव पर स्टेडियम का नाम स्वर्गीय मिनी माता के नाम पर रखने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि कुम्हारी नगर पालिका में लगातार विकास के कार्य किए जा रहे हैं आज यहां भव्य स्टेडियम और नगर पालिका भवन का लोकार्पण किया गया है। दोनों ही निर्माण कार्य बहुत बढ़िया तरीके से किए गए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्हारी में नागरिक अधोसंरचना की दृष्टि से तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। 100 करोड़ रूपए के निर्माण कार्य बीते 3 सालों में हुए हैं और कुछ पर कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे तालाब सौंदर्यीकरण का विषय हो, स्वामी आत्मानंद स्कूल हो या उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज का निर्माण हो। कुम्हारी के सर्वांगीण विकास की दिशा में सरकार कार्य कर रही है। इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में कुम्हारी नगर पालिका में तेजी से निर्माण कार्य हो रहे हैं और नागरिक सुविधाओं का विकास हो रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष श्री राजेश्वर सोनकर ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान संभागायुक्त श्री महादेव कांवड़े, आईजी श्री बद्री नारायण मीणा, कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा एवं एसपी डॉ अभिषेक पल्लव उपस्थित थे। -
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कुम्हारी में मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज का सामुदायिक भवन लोकार्पित
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष मौजूदगी में आज कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 3 में 38 लाख की लागत से बने छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के सामुदायिक भवन का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समाज को परिभाषित करते हुए कहा कि समाज व्यक्तियों का एक समूह नहीं बल्कि व्यक्तियों में जो पारस्परिक संबंध पाए जाते हैं, उन्हीं की एक व्यवस्था है। कुर्मी समाज के लोगों का मुख्य पेशा कृषि है, लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी समाज के लोगों ने काफी नाम किया है। विकास के पथ पर चलने के लिए समाज के लोगों का एकता सूत्र में बंधे रहना आवश्यक है और कुर्मी समाज इसे भली भांति जानता है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि सभी समाज प्रगति की ओर अग्रसर हो, इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सभी को समान अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है। समुदायिक एवं सांस्कृतिक भवनों के लिए शासन रियायती दरों पर भूमि का आवंटन कर रही है ताकि सभी समाज के लोग अपने समुदाय के हित के लिए आगे आएं और उसके उत्थान का कार्य करें। इन सामुदायिक भवनों में सामाजिक कार्यों के साथ-साथ समाज के लोगों को अन्य लाभ भी मिलेंगे। उन्होंने उपस्थित समाज के लोगों के साथ चर्चा भी की और उन्हें समाजिक एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए बधाई भी दी।इस अवसर पर नगरी प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया, ओएसडी श्री मनीष बंछोर, श्रीमती योगिता वर्मा, श्रीमती मीना वर्मा, श्रीमती भुनेश्वरी बघेल, श्रीमती नंदनी वर्मा श्री धनेश पटेल,श्रीओम नारायण वर्मा, श्री नारायण वर्मा, श्री विजय वर्मा, श्री दयालु राम वर्मा, श्री मनोज वर्मा एवं कुर्मी समाज के अन्य सदस्य व अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ राज्य की लोकसंस्कृति, लोकनृत्य, बस्तर आर्ट एवं ग्रामीण परिवेश का बेहद खूबसूरती से किया गया समावेश
लोक निर्माण विभाग के द्वारा किया गया है सौंदर्यीकरण कार्य
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा में अपने कार्यालय कक्ष के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री के विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष को पूरी तरह से छत्तीसगढ़ की ग्रामीण सभ्यता एवं बस्तर की संस्कृति की थीम पर तैयार किया गया है। कार्यालय कक्ष का प्रवेश द्वार गांव के किसी घर के प्रवेश द्वार का अहसास दिलाता है। कार्यालय कक्ष के प्रवेश पर बस्तर के परंपरागत आदिवासी नृत्यों को उकेरा गया है जिससे बस्तर की संस्कृति का सजीव अहसास होता है। बस्तर आर्ट के साथ ही छत्तीसगढ़ के वनोपज पर आधारित कलाकृतियां भी उकेरी गयी हैं।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक, संसदीय कार्य मंत्री श्री रविंद्र चौबे, गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार, विधायक श्री मोहन मरकाम, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।कक्ष के सौंदर्यीकरण कार्य में छत्तीसगढ़ राज्य की लोकसंस्कृति, लोकनृत्य, बस्तर आर्ट एवं ग्रामीण परिवेश का बेहद खूबसूरती से समावेश किया गया है । मुख्यमंत्री के कक्ष में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो लगायी गयी है जो राज्य के प्रति प्रेम एवं श्रद्धा को दर्शाता है । सभा कक्ष में दीवार पर राज्य गीत ‘अरपा पैरी के धार..’ भी उकेरा गया है। कक्ष की दीवार पर गौर सींग, बस्तर की विश्व प्रसिद्ध बेल मेटल की आदिवासी लोकनृत्य करते हुये कलाकृतियां लगी हैं जिसमें हमारे राज्य की समृद्ध लोकसंस्कृति दिखती है । छत्तीसगढ़ राज्य वनों से आच्छादित एवं जैव–विविधता से परिपूर्ण है । इसलिये कक्ष के सौंदर्यीकरण में लगायी गयी तस्वीरों में वृक्षों, पशु-पक्षियों को प्रमुखता से दिखाया गया है ।कक्ष की दीवारों पर गाय-बैलों की जोड़ी की तस्वीर भी लगायी गयी है क्योंकि छत्तीसगढ़ राज्य में गाय आस्था का प्रतीक तो है ही साथ ही यहां के किसानों द्वारा की जाने वाली खेती में बैलों का अलग ही महत्व है । गोवर्धन पूजा के दिन किसान गाय- बैलों को सजाकर पूजा भी करते हैं। कक्ष के दरवाजों को पारंपरिक ग्रामीण परिवेश की तरह बनाया गया है । विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय कक्ष के सौंदर्यीकरण में मुख्यमंत्री कक्ष के अतिरिक्त एक मीटिंग रूम, दो कॉमन पैसेज भी सुसज्जित किये गये हैं ।कार्यालय कक्ष के भीतर जलने वाले लाइट को लैंप के भीतर लगाया गया है। बस्तर के प्रसिद् गौर नृत्य में इस्तेमाल किए जाने वाले गौर मुकुट को लैंप की तरह इस्तेमाल किया गया है और इसके भीतर बल्ब लगाया गया है जो बस्तर में उपस्थित होने का अहसास दिलाता है। मुख्यमंत्री के कार्यालय कक्ष में बेल मेटल की कलाकृतियों की तस्वीरें लगायी गयी हैं, इसके अलावा सूर्य के आकार में दो कलाकृतियां लगायी गयी हैं जिसमें किरणों के स्थान पर नृत्य करते हुए ग्रामीणों को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री की कुर्सी के पीछे छत्तीसगढ़ शासन का लोगो लगाया गया है। मुख्यमंत्री के विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष को पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश में ढालने की कोशिश की गयी है ताकि यहां पर संपूर्ण छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक मिलती रहे। मुख्यमंत्री के कार्यालय कक्ष के सौंदर्यीकरण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया है। -
एजेंसी
रांची : टोपनो रांची के तुपुदाना ओपी के प्रभारी के पद पर तैनात थीं। आरोपी को गिरफ्तार कर वाहन सीज कर लिया गया है। रांची के एसएसपी ने इसकी जानकारी दी।
झारखंड की राजधानी रांची से एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां पशु तस्करों ने संध्या टोपनो नाम की एक महिला सब-इंस्पेक्टर को वाहन चेकिंग के दौरान कुचलकर मार डाला। टोपनो तुपुदाना ओपी के प्रभारी के पद पर तैनात थीं। आरोपी को गिरफ्तार कर वाहन सीज कर लिया गया है। रांची के एसएसपी ने इसकी जानकारी दी। यह घटना बुधवार की सुबह तीन बजे की बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलने के बादमौके पर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी पहुंचकर दरोगा के शव को अपने कब्जे में ले लिया।महिला दरोगा ने रुकने का किया था इशाराजानकारी के मुताबिक तुपुदाना में एंटी क्राइम चेकिंग चलाया जा रहा था। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात दरोगा संध्या टोपनो पिकअप वैन को रुकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी रोकने के बजाय दरोगा के ऊपर गाड़ी को चढ़ाते हुए फरार हो गया। हालांकि कुछ देर बाद ही चालक को गिरफ्तार कर लिया गया।पशु तस्करों ने वारदात को दिया अंजामबताया जा रहा है कि सिमडेगा पुलिस को क्षेत्र में पशु तस्करों की सूचना मिली थी। जिसके बाद इसकी सूचना रांची पुलिस को दी गई। रांची पुलिस ने खूंटी रांची सीमा के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के स्थित हुलहुन्दू के पास चैकिंग लगाया। इसी दौरान बुधवार की सुबह करीब तीन बजे तेजी से एक सफेद रंग की पिकअप वैन आते दिखी। चैकिंग पोस्ट पर तैनात सब-इंस्पेक्टर संध्या टोपनो ने गाड़ी रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने गाड़ी महिला दरोगा के ऊपर चढ़ा दिया और भागने लगा। जिससे महिला दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गई फिर अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। वहीं घबराया हुआ गाड़ी चालक वाहन लेकर भागने लगा लेकिन गश्ती दल ने पीछा किया जिससे उसने पिकअप वैन की रफ्तार और बढ़ा दी। लेकिन अधिक रफ्तार होने के चलते पिकअप गाड़ी रिंग रोड में पलट गई। बताया जाता है कि गाड़ी से कई तस्कर कूदकर भाग गए। चालक पुलिस की गिरफ्त में है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।इससे पहले मंगलवार को हरियाणा में DSP को कुचला थाबता दें कि इससे पहले मंगलवार दोपहर को हरियाणा के नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच करने गए एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) को डंपर से कुचलकर मार डाला गया था। तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने दस्तावेज की जांच के लिए एक डंपर को रुकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ने रफ्तार और तेज कर उन्हें कुचल डाला। -
एजेंसी
राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) की परीक्षा में जांच के दौरान केरल में लड़कियों की ब्रा उतरवाने की घटना कल सामने आई। एक लड़की के पिता ने कहा कि उसकी बेटी को अपनी मां से दुपट्टा लेना पड़ा। वहीं, दूसरी लड़की ने कहा है कि वह बालों के सहारे किसी तरह परीक्षा के दौरान अपनी लाज बचाई।
एक लड़की के पिता ने फोन पर बात करते हुए कहा कि उनके लिए यह एक दर्दनाक अनुभव था। उन्हें इस घटना ने स्थानीय पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए मजबूर किया। वह नहीं चाहते हैं कि कोई और लड़की इस तरह के "अपमान" से गुजरे।लड़की के पिता ने कहा, “मैं एक मामला दर्ज करना चाहता था ताकि भविष्य में किसी भी छात्रा को ऐसी दुर्दशा का सामना न करना पड़े। मेरे बच्चे को इतना कांपते हुए देखना दिल दहला देने वाला था।” पिता ने कहा, ''मैं केंद्र और राज्य सरकार की प्रतिक्रिया से संतुष्ट हूं। ऐसा लगता है कि वे मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।"बालों के सहारे बचाई लाजआपको बता दें कि यह कथित घटना केरल के कोल्लम जिले के अयूर के एक निजी परीक्षा केंद्र पर हुई। इसी केंद्र पर परीक्षा दे रही एक अन्य लड़की ने आगे आकर इस घटना के बारे में स्थानीय टेलीविजन चैनलों से बात की है। उसने कहा कि चूंकि वह अपनी ब्रा हटाने के बाद खुद को ढकने के लिए कुछ भी जुगाड़ नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने अपने बालों का इस्तेमाल करने की कोशिश की।केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लिखे पत्र में केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने विशेष केंद्र में परीक्षा में भाग लेने वाली छात्राओं की गरिमा और सम्मान पर हमले पर “निराशा” व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह उस एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की "दृढ़ता से अनुशंसा" करती है जो परीक्षा आयोजित करने की प्रभारी थी। इस बीच, केरल राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी घटना की जांच का आदेश दिया और कोल्लम ग्रामीण एसपी को 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। केंद्रीय मंत्री ने अभी तक इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।एनटीए ने आरोपों को किया खारिजहालांकि, परीक्षा आयोजित करने वाले राष्ट्रीय परीक्षण प्राधिकरण ने इस आरोप को खारिज कर दिया है कि लड़कियों को इनरवियर हटाने के लिए कहा गया था। एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमें इसकी कोई शिकायत नहीं मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावों के आधार पर केंद्र अधीक्षक और पर्यवेक्षक से तत्काल रिपोर्ट मांगी गई थी। उन्होंने सूचित किया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और शिकायत काल्पनिक है और गलत इरादे से दर्ज की गई है।” हालांकि, शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एनटीए घटना की जांच के लिए केरल में एक टीम भेज रहा है। अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि नीट के ड्रेस कोड में इनरवियर को हटाने की जरूरत नहीं है और उम्मीदवारों की तलाशी के दौरान लिंग, संस्कृति और धर्म के प्रति संवेदनशीलता सुनिश्चित करने का ध्यान रखा जाता है।परीक्षा से पहले जांच के दौरान दिया गया NEET के नियमों का हवालालड़की के पिता ने कहा कि कोल्लम परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से पहले तलाशी के दौरान उनकी बेटी को एनईईटी दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए जांच करने के लिए अनुबंधित एजेंसी द्वारा अपने ब्रा उतारने के लिए कहा गया था। पिता ने कहा कि उसने चेतावनी दी कि अगर उसने इसका पालन नहीं किया तो वह परीक्षा नहीं दे पाएगी। उसने अधिकारियों से उसे एक स्टोल देने का अनुरोध किया। जब उसे बताया गया कि उसके पास कोई दुपट्टा नहीं है तो उसने उन्हें अपनी मां से दुपट्टा लेने के लिए कहा, जो परीक्षा केंद्र के बाहर इंतजार कर रही थी। पिता ने कहा कि जब वह गेट पर पहुंचे तो उनकी बेटी रो रही थी। इसके बार अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने उसके आंसुओं के लिए परीक्षा से पहले की घबराहट को जिम्मेदार ठहराया।चोली के हुक के कारण बजा अलार्म, कराई जांचएक अन्य छात्रा के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने भी इसी तरह की बात की है। स्कैनर के माध्यम से जाने के दौरान चोली में हुक लगे होने के कारण अलार्म बजा। इसके बाद छात्रा को एक कमरे में दूसरी तरफ ले जाया गया, जहां एक महिला अधिकारी ने उसे ब्रा को हटाने और एक टेबल पर रखने के लिए कहा। कमरे में कम से कम दो दर्जन अन्य लड़कियां मौजूद थीं।अलग से कमरा तक नहींलड़की के पिता ने कहा कि कोई गोपनीयता नहीं थी और न ही इसके लिए कोई अलग कमरा दिया गया था। परीक्षा समाप्त होने के बाद लड़कियों को उसी कमरे में अपने ड्रेस प्राप्त करने के लिए कहा गया। हालांकि, जब वह अंदर गई तो उसने देखा कि कमरे में भीड़ थी और कपड़ों को एक मेज पर रखा गया था। उसके लिए यह पहचानना मुश्किल हो गया कि कौन सा कपड़ा किस लड़की है। कमरे में मौजूद महिला अधिकारियों में से एक ने लड़कियों को कपड़े को हाथ में लेने के लिए कहा और इसे वापस पहनने की प्रतीक्षा करने के बजाय छोड़ दिया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गोधन न्याय योजना में अब तक 293.94 करोड़ का हो चुका है भुगतान
गौठानों से जुड़ी महिला समूहों को हो चुकी 74.68 करोड़ की आय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 20 जुलाई को विधानसभा भवन में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 7 करोड़ 48 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे, जिसमें एक जुलाई से 15 जुलाई तक राज्य के गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए गोबर के एवज में 2.69 करोड़ रूपए भुगतान, गौठान समितियों को 2.88 करोड़ और महिला समूहों को 1.91 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं। गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में अब तक हितग्राहियों को 293 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 20 जुलाई को 10.84 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 301 करोड़ 42 लाख रूपए हो जाएगा।गोधन न्याय योजना देश-दुनिया की इकलौती ऐसी योजना है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ राज्य के गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में 15 जुलाई तक खरीदे गए गोबर के एवज में गोबर बेचने वाले ग्रामीणों को 150.75 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 20 जुलाई को गोबर विक्रेताओं को 2.69 करोड़ रूपए का भुगतान होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 153.44 करोड़ रूपए हो जाएगा। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 143.19 करोड़ रूपए राशि की भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों को 2.88 करोड़ तथा स्व-सहायता समूह को 1.91 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 147.99 करोड़ रूपए हो जाएगा।गौठानों में महिला समूहों द्वारा गोधन न्याय योजना के अंतर्गत क्रय गोबर से बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट प्लस एवं अन्य उत्पाद तैयार किया जा रहा है। महिला समूहों द्वारा 16 लाख 81 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5 लाख 16 हजार क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18 हजार 924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से शासन के विभिन्न विभागों एवं किसानों को रियायती दर पर प्रदाय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 74 करोड़ 68 लाख रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 13,969 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 83,874 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत उत्पादन की शुरुआत की जा चुकी है।उल्लेखनीय है कि गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की शुरूआत भी रायपुर के हीरापुर-जरवाय गौठान में हो चुकी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप गौठानों को रूरल इण्डस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां आयमूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए तेजी से कृषि एवं वनोपज आधारित प्रसंस्करण इकाईयां, गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण के लिए यूनिटें स्थापित की जा रही हैं। 227 गौठानों में तेल मिल तथा 251 गौठानों में दाल मिल सहित मिनी राईस मिल एवं अन्य प्रकार यूनिटें स्थापित किए जाने का काम तेजी से जारी है।राज्य में गोधन के संरक्षण और सर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क बेहतर प्रबंध है। राज्य में अब तक 10,624 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 8408 गौठान निर्मित एवं 1798 गौठान निर्माणाधीन है। स्वावलंबी गौठानों ने अब तक स्वयं की राशि से 16 करोड़ 47 लाख रूपए का गोबर क्रय किया है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 11 हजार से अधिक ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं। गोबर बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने वालों में 45.99 प्रतिशत संख्या महिलाओं की है। इस योजना से एक लाख 37 हजार से अधिक भूमिहीन परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। -
एजेंसी
हरियाणा : खनन की सूचना पर डीएसपी अपनी टीम के साथ कार्रवाई करने पहुंचे थे। इसी दौरान डीएसपी और उनकी टीम को आता देख खनन में लगे एक डंपर चालक ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी।
नूंह में खनन माफिया कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस को ठेंगा दिखाने वाले खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं इसकी बानगी मंगलवार को देखने को मिली है। एक खनन माफिया के गुर्गों ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में डीएसपी सुरेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। घटना गुरुग्राम से सटे नूंह जिले के तावडू थाना क्षेत्र के गांव पचगांव की है। गांव से सटी अरावली की पहाड़ी पर अवैध रूप से खनन किए जाने की सूचना डीएसपी (तावडू) सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को मिली थी।
हिसार के रहने वाले थे डीएसपीइसी सूचना पर मंगलवार सुबह 11 बजे वह अपनी टीम के साथ पहुंचे। पुलिस टीम को देखकर पहाड़ी के पास खड़े डंपर, उनके चालक और खनन में लगे लोग भागने लगे। वाहन रोकने के लिए डीएसपी आगे आए तो डंपर चालक ने उनके ऊपर वाहन चढ़ा दिया। टायर के नीचे आने से डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी नूंह वरुण सिंगला मौके पर पहुंचे हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है। डीएसपी मूल रूप से हिसार के रहने वाले थे।कानून को चुनौती देते हुए खनन का खेलसुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अरावली की पहाड़ियों में खनन पर रोक लगा दी गई थी। बावजूद इसके खनन माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। कानून को चुनौती देते हुए लगातार खनन का खेल जारी रहा। सूत्र बताते हैं कि इस खेल में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। अब डीएसपी की हत्या के बाद ऐसे ही कई सवाल उठ रहे हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरबा के बोस्टन निवासी श्री पल्लव शाह एन.आर.आई. सेल का समन्वयक मनोनीतरायपुर : राज्य सरकार द्वारा विभिन्न देशों में निवासरत छत्तीसगढ़ के अप्रवासी भारतीयों को एक सूत्र में जोड़ने तथा प्रदेश की कला संस्कृति एवं साहित्य को संजोए रखने के लिए एन.आर.आई. सेल का गठन किया गया है। भारतीय मूल के कोरबा निवासी श्री पल्लव शाह को एन.आर.आई. सेल का समन्वयक मनोनीत किया गया है। श्री शाह वर्तमान में बोस्टन (एम.ए), यू.एस.ए. में निवासरत है। एन.आर.आई. सेल के माध्यम से छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति एवं साहित्य को संजोए रखने के साथ-साथ उनका व्यापक प्रचार-प्रसार तथा अप्रवासी भारतीयों के साथ जीवंत सम्पर्क बनाए रखने तथा राज्य की प्रगति के लिए ऐसे अप्रवासी भारतीयों से सुझाव-सूचनाएं प्राप्त करने तथा उनके क्रियान्वयन करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने डॉ. खूबचंद बघेल की जयंती पर उनके योगदान को याद किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और साहित्यकार डॉ. खूबचंद बघेल की 19 जुलाई को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने डॉ. बघेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि खूबचंद जी ने अपना पूरा जीवन छत्तीसगढ़ के हितचिंतन में लगा दिया। समाज सुधारक, संवेदनशील साहित्यकार और कुशल चिकित्सक के रूप में उन्होंने समाज को एक नई दिशा दी। जीवन के अंतिम समय तक वे रचनात्मक और किसान-मजदूर हितैषी गतिविधियों से जुड़कर छत्तीसगढ़ की सेवा करते रहे। वे छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के प्रथम स्वप्नदृष्टा थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अध्ययन के दौरान ही डॉ. साहब राष्ट्रीय विचारधारा से प्रभावित होकर राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय भागीदारी करने लगे। उन्होंने गांव-गांव घूमकर सैकड़ों युवाओं को प्रेरित किया और स्वाधीनता संग्राम से उन्हें जोड़ा। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ उनके द्वारा लिखे नाटकों ने भी जनमानस पर गहरा प्रभाव डाला।डॉ. बघेल की स्मृति और सम्मान में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि और अनुसंधान कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल राज्य स्तरीय सम्मान दिया जाता है। राज्य के सभी नागरिकों को निःशुल्क एवं बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने एक जनवरी 2020 से डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारम्भ की गई है। प्रदेश के 65 लाख परिवार इस योजना के दायरे में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. खूबचंद बघेल का व्यक्तित्व और कृतित्व हमें हमेंशा प्रेरित करता रहेगा। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में लगाया रुद्राक्ष का पौधा
जन सामान्य की सक्रिय सहभागिता, मुख्यमंत्री, मंत्रियों-अधिकारियों सहित विधायकों ने भी अपने-अपने घरों में लगाए पौधे
कलेक्टर ने जिला प्रशासन की टीम के साथ कलेक्टोरेट परिसर में किया वृक्षारोपणआज पहले सावन सोमवार को जिले के निगम, पंचायत, सरकारी कार्यालयों,निजी भूमि सहित सार्वजनिक स्थानों में किया गया बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण
रायपुर : जिला प्रशासन की महत्वाकांक्षी पहल हर घर हरियाली अभियान में जिलेवासियों ने बढ़-चढ़कर अपनी सक्रिय सहभागिता निभायी है। आज रायपुर जिले के सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों में लोगों ने अपने घरों, खेतों, खाली जमीन पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया। जिले में इस अभियान के तहत एक ही दिन में तीन लाख पचास हजार से अधिक पौधे रोपे गये। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे की इस पर्यावरण हितैषी पहल में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ राज्य सरकार के मंत्रियों, अधिकारियों और विधानसभा के सदस्यों सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने भी सक्रिय योगदान दिया। श्री भूपेश बघेल ने आज सीएम हाउस में रूद्राक्ष का पौधा लगाया। वहीं सभी मंत्रियों ने भी अपने-अपने आवास में पौध रोपण किया। कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर भूरे ने सपत्निक अपने कचना स्थित आवास में पौधा लगाया। इसके बाद उन्होंने कार्यालय पहुंचकर प्रशासन की टीम के साथ कलेक्टोरेट परिसर में भी वृक्षारोपण किया। नगर निगम आयुक्त सहित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन विभाग के अधिकारियों और अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी अपने-अपने कार्यालयों में पौधे लगाए।
मानव जीवन को बनाये रखने जरूरी है वृक्षारोपण
कलेक्टर ने जिले के आमजनों से वृक्षारोपण और उसके संरक्षण के लिए अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए हर व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाएं। वृक्ष और पौधे हवा को शुद्ध करते हैं। पानी को संरक्षित करते हैं। जलवायु नियंत्रण में मदद करते हैं। मिट्टी की शक्ति को बरकरार रखते हैं और कई अन्य तरीकों से पूरे पर्यावरण को लाभ पहुंचाते हैं। मानव के जीवन को सुखी, सम्रद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना विशेष महत्व है।वृक्षारोपण मानव जाति को कई लाभ प्रदान करता है और हम सभी इस बारे में अच्छी तरह जानते हैं। हम यह भी जानते हैं कि हम में से प्रत्येक के द्वारा किए गए छोटे-छोटे प्रयास पूरे पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा परिवर्तन उत्पन्न कर सकते हैं।
लगाए गए फलदार-छायादार पौधे-
जिला प्रशासन की तरफ से इस वृक्षारोपण महा अभियान में जिले के निगम, पंचायत और सरकारी कार्यालयों में वृक्षारोपण किया गया। इस अभियान के तहत उपयोगिता और स्थान के अनुसार नीम, गुलमोहर, दशमत फूल, अमरूद, पपीता, आम, अर्जुन, करंज, बादाम, मुनगा आदि प्रजाति पौधे लगाए गए। सार्वजनिक स्थानों, सरकारी भवनों, स्कूलों, उद्योग, आंगनबाडी केंद्रों, रिहायशी इलाक़ों में फलदार-छायादार पौधों का रोपण किया गया। वन और उद्यानिकी विभाग ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय कार्यालय तक माँग के अनुसार संख्या में पौधे उपलब्ध कराया गया।घर-घर पहुंचाकर पौधे देने की भी थी सुविधा-
इस अभियान के तहत पूरे ज़िले में नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में घर-घर पहुंचाकर भी लोगों को पौधे दिए गए, और उन्हें लगाने तथा उनकी देखभाल का तरीका भी बताया गया। नगर निगम के अधिकारियों सहित वन विभाग और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने लोगों को पौधों के लिए घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराई। इसके साथ ही निशुल्क पौधे प्राप्त करने के लिए मोबाईल नम्बर भी सार्वजनिक किए गए थे। वृक्षारोपण के इच्छुक नागरिकों ने इन मोबाईल नम्बरों पर फोन कर अपने घर पौधे मंगवाये।महापौर ने अपने निवास में किया वृक्षारोपण, लोगों से अभियान को सफल बनाने की अपील भी की - महापौर एजाज ढेबर ने हर घर हरियाली अभियान के तहत अपने निवास परिसर में वृक्षारोपण किया। उन्होंने इस दौरान बताया कि जिला प्रशासन और नगर निगम रायपुर द्वारा एक वृहत आंदोलन चलाया जा रहा है। सावन के प्रथम सोमवार को ही एक ही दिन में नगर निगम क्षेत्र में 1 लाख से अधिक पौधे रोपे गए है। ग्रीन रायपुर-क्लीन रायपुर की परिकल्पना को इस अभियान के जरिए साकार करने के लिए महापौर एजाज ढेबर ने सभी लोगों से अपील की है कि पौधे लगाकर उनका संरक्षण करें। ताकि वृक्षारोपण के महत्ती उद्देश्य को पूरा करते हुए वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके, जलवायु परिवर्तन के खतरनाक प्रभावों से बचाये जा सके। -
नई दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को तकनीकी खराबी की कई घटनाओं को लेकर स्पाइसजेट के उड़ान संचालन को रोकने की मांग वाली एक याचिका को खारिज कर दिया। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने कहा कि विमान अधिनियम विमानन इंडस्ट्री के संबंध में मजबूत तंत्र प्रदान करता है और अदालत एक याचिका में किए गए आरोपों के आधार पर किसी एयरलाइन को देश में परिचालन से नहीं रोक सकती है।
एक वकील राहुल भारद्वाज की याचिका में यह भी जांच करने के लिए एक आयोग की मांग की गई थी कि स्पाइसजेट के संचालन को ठीक से प्रबंधित किया जा रहा है या नहीं। घरेलू उड़ान को लेकर स्पाइसजेट हाल ही में विभिन्न घटनाओं को लेकर सुर्खियों में रहा है। इस महीने की शुरुआत में DGCA ने एक चेतावनी नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया था कि बजट वाहक अपनी सेवाओं को सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय स्थापित करने में विफल रहा है।