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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नई मछली पालन नीति के लिए जताया आभार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में प्रदेश धीवर महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री का छत्तीसगढ़ राज्य में नवीन मछली पालन नीति की मंजूरी देने के लिए साल, श्रीफल और गुलदस्ता भेंट कर आभार व्यक्त किया।धीवर महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि नई नीति से मछली पालन से जुड़े व्यवसायियों को प्रोत्साहन मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को धीवर महासभा के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के 31 जुलाई को प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी और उन्हें आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार धीवर, धीवर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार धीवर, महासचिव श्री रामलाल पेंडरिया, कोषाध्यक्ष श्री पवन कुमार धीवर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। -
एजेंसी
जम्मू : जिला पुंछ के सुरनकोट से एक बड़ी घटना की सूचना मिली है। बताया जा रहा है कि सुरनकोट में सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही सेना की एक बटालियन में तैनात जवानों में किसी बात पर विवाद छिड़ गया, जिसके बाद वहां गोलियां भी चली। इस घटना में सेना के दो जवानों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इस विवाद में जो जवान मारे गए व घायल हुए हैं, वे स्थानीय बताए जा रहे हैं।
सुरनकोट पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि फिलहाल विवाद के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। सूत्रों ने बताया कि यह मामला सुबह साढ़े पांच बजे के करीब का है। बताया जा रहा है कि 156 टेरिटोरियल बटालियन के इन जवानों की सुबह छह बजे परेड होनी थी। उससे पहले ही किसी मामले को लेकर जवानों में आपसी विवाद छिड़ गया। बात इतनी बढ़ गई कि जवानों में हाथापाई शुरू हो गई। इसी बीच कुछ जवानों ने परेड के लिए दिए गए हथियारों का इस्तेमाल करते हुए एक दूसरे पर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो जवानों की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
ये सभी जवान स्थानीय बताए जाते हैं। मरने वाले दो जवानों में से एक की पहचान सिपाही अबरार अहमद के तौर पर की गई है। सूत्रों ने बताया कि अबरार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। जबकि दूसरे जवान की मौत अस्पताल पहुंचने पर हुई है। घायल दो अन्य जवानों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हेलीकाप्टर की मदद से सेना अस्पताल ऊधमपुर लाया गया है।
गोलीबारी की आवाज सुनते ही बटालियन में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। दूसरे जवान व अधिकारी गोलीबारी की आवाज सुनकर जब विंग में पहुंचे तो कुछ जवान जमीन पर खून में लथपथ गिरे हुए थे। सभी को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया जहां डाक्टरों ने दो को मृत लाया घोषित कर दिया जबकि दोनों घायलों का इलाज चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी वहां पहुंच गई। जवानों ने इस गोलीकांड की वजह विवाद तो बताया परंतु यह पता नहीं चल पाया है कि विवाद किस बात को लेकर शुरू हुआ। वहीं सेना के किसी भी अधिकारी ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है।
वहीं पुलिस का कहना है कि फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है।घायल जवानों की हालत स्थिर होते ही उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में विधायक श्री भुनेश्वर बघेल के नेतृत्व में डोंगरगढ़ से आए मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को मां बमलेश्वरी का प्रसाद, चुनरी और तस्वीर भी भेंट की।
मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट के नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए मां बमलेश्वरी मंदिर परिसर में विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की। इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री नवाज खान, ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री मनोज अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री अनिल गट्टानी, ट्रस्ट के पदाधिकारी सर्वश्री महेंद्र परिहार, बबलू शांडिल्य, अजय ठाकुर, प्रकाश जिंदल संजय श्रीवास्तव सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में मनेंद्रगढ़ की जस गीत गायिका कुमारी जसमीत कौर से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने जसमीत के द्वारा बनाए गए छत्तीसगढ़िया हीरा हमर भूपेश कका नामक वीडियो एलबम को लांच करने के साथ ही इस वीडियो एलबम के पोस्टर को भी जारी किया। मुख्यमंत्री ने जसमीत कौर को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
जस गीत गायिका कुमारी जसमीत कौर के वीडियो एलबम की शूटिंग रायपुर शहर के प्रमुख चौक चौराहों में की गई है। इस एलबम में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं जैसे राजीव गांधी किसान न्याय योजना, सुराजी ग्राम योजना, हाफ बिजली बिल योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट स्कूल आदि योजनाओं के क्रियान्वयन और आम जनता के जीवन में आए परिवर्तन को नृत्य और गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इस एलबम में जसमीत ने मनमोहक गीत और आकर्षक नृत्य भी प्रस्तुत किया है। इस मौके पर विधायक श्री देवेंद्र यादव, कुमारी जसमीत की माता श्रीमती दविंदर कौर और बड़ी बहन कुमारी मनप्रीत कौर सहित अन्य लोग उपस्थित थे। यह वीडियो एल्बम यूट्यूब चैनल जसमन म्यूजिक आफिसियल में अपलोड किया जाएगा।
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एजेंसी
पुलिस ने नोएडा के सेक्टर-48 से 14 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन सभी का 2020 में वीजा खत्म हो गया था। इसके बाद ये अवैध रूप से नोएडा में रह रहे थे। इन्हें डिटेंशन सेंटर भेजा गया है।
एलआईयू और पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को सेक्टर-48 से 14 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया। इनमें एक महिला भी है। ये सभी वीजा समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से नोएडा में रह रहे थे। पुलिस ने सभी को दिल्ली स्थित डिटेंशन सेंटर भेज दिया है। नोएडा जोन डीसीपी राजेश एस ने बताया कि एलआईयू को सूचना मिली थी कि कुछ चीनी नागरिक अवैध रूप से नोएडा में रह रहे हैं।
सूचना मिलने के बाद पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने सेक्टर-49 थाना क्षेत्र में अवैध रूप से रहने वाले 14 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया। इनमें एक महिला भी शामिल है। इनकी पहचान जूनहुई यीन, चौनलियू गौंग, होंगलिन, शिलॉग गैंग, जिताओ झंग, महिला फियान टंग, टन यंग, जिआओगैंग, यिंगली, झी लियू, ताओ वांग, डाओ लिन झंग, पेन और हौंग के रूप में हुई है। सभी चीन के अलग-अलग शहरों से हैं।
डीसीपी का कहना है कि हिरासत में लिए गए सभी चीनी नागरिकों का वीजा 2020 में समाप्त हो गया था। इसके बाद से यह अवैध रूप से नोएडा में रह रहे थे। पुलिस ने सभी को दिल्ली स्थित डिटेंशन सेंटर भेज दिया। डीसीपी का कहना है कि सभी नागरिकों ने वीजा वृद्धि के लिए आवेदन किया था। इनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया था। इसके बारे में इन्होंने एलआईयू सहित अन्य संबंधित एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस की तरफ से दिल्ली स्थित संबंधित विभागों को इनके बारे में सारी जानकारी मुहैया करा दी गई है।
वर्ष 2019-20 में आए थे भारत
ये लोग बिजनेस वीजा पर 2019 और 2020 में भारत आए थे। उस समय सभी सेक्टर-46 में रहते थे। इनका वीजा नवंबर 2020 में समाप्त हो गया था। इसके बाद यह सेक्टर-48 में शिफ्ट हो गए। हालांकि, पुलिस को सभी के पास पासपोर्ट मिले हैं। इनके पासपोर्ट की भी जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में पासपोर्ट सही पाए गए हैं।
मोबाइल कंपनी में काम करते थे
पुलिस की जांच में सामने आया है कि सभी चीनी नागरिक सेक्टर-80 स्थित एक मोबाइल बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। यह कंपनी मोबाइल के अलावा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बनाती है। पुलिस ने संबंधित कंपनी के अधिकारियों को भी कार्रवाई के संबंध में सूचना दे दी है। इन्होंने कंपनी में भी वीजा समाप्त होने की जानकारी नहीं दी थी। हालांकि, पुलिस अपने स्तर पर कंपनी प्रबंधन से पूछताछ कर रही है
चीनी प्रकरण से कोई संबंध नहीं
पुलिस हिरासत में लिए गए चीनी नागरिकों का चीनी जासूसी प्र्रकरण से कोई लेना देना नहीं है। डीसीपी ने बताया कि हाल ही में ग्रेटर नोएडा में हुए चीनी जासूसी प्रकरण के साथ किसी का कोई संबंध नहीं है।
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एजेंसी
बूस्टर डोज को लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में 92 फीसदी भारतीय जो कोरोना वैक्सीन की तीसरी, या बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं, उन्होंने अभी तक ये शॉट्स लिए ही नहीं हैं।
में कोरोना महामारी का प्रकोप अब भी जारी है। हर रोज 15 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं और मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना से बचने के लिए जहां सरकार लोगों से टीका लगवाने की अपील कर रही है वहीं अब कुछ लापरवाही भी सामने आई है। दरअसल, बूस्टर डोज को लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में 92 फीसदी भारतीय जो कोरोना वैक्सीन की तीसरी, या बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं, उन्होंने अभी तक ये शॉट्स लिए ही नहीं हैं। जबकि सरकार बार-बार लोगों से आग्रह कर रही है कि बूस्टर डोज लगवाना अनिवार्य है। अब मजबूरी में सरकार ने राष्ट्रीय 75-दिवसीय मुफ्त टीकाकरण का ऐलान किया है। इससे जाहिर होता है कि ये अभियान टीकाकरण के लिए कितना जरूरी है। आंकड़ों को देखें तो भारत में लगभग 59.4 करोड़ वयस्क बूस्टर डोज लेने में देर कर चुके हैं।
सरकार नीति बदल रही ताकि लोग बूस्टर खुराक लेने के लिए आगे आएं
बता दें कि सरकार द्वारा यह कदम सभी वयस्कों के लिए कोरोना टीकों की बूस्टर खुराक की घोषणा के ठीक 95 दिन बाद उठाया गया है। वहीं इससे पहले केंद्र सरकार ने छह जुलाई को दूसरी खुराक और बूस्टर खुराक के बीच के अंतर को नौ से छह महीने तक कम करने की घोषणा भी की थी। लेकिन क्या यह तर्क देने के लिए पर्याप्त है कि टीकों के मुफ्त प्रावधान से लोग बूस्टर खुराक लेना शुरू कर देंगे?
60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों में 73 फीसदी ने नहीं लिया बूस्टर डोज
बता दें कि सरकार ने 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों और फ्रंटलाइन व स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए, बूस्टर शॉट पूरे देश में मुफ्त देने की घोषणा की थी। बीते 12 जुलाई के जारी आंकड़े में पता चला है कि फ्रंटलाइन वर्कर्स में से 35% पात्र, और हेल्थकेयर वर्कर्स में से 39% ने अपना बूस्टर शॉट नहीं लिया था। सबसे अधिक अनिच्छा 60 वर्ष से ऊपर के लोगों में देखी गई जिनमें कि 73 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लिया है।
बूस्टर डोज के लिए आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की बैठक
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा करने के लिए आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में अगले 75 दिनों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक मुफ्त में देने के लिए मार्गदर्शन करेंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार एम.एच.जकारिया को पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए आगामी 18 जुलाई को संसद के समक्ष प्रस्तावित विरोध कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गठित कोर कमेटी में शामिल किया गया है।
पत्रकारों के कई यूनियनों के संयुक्त संगठनो के "जॉइंट फोरम" ने यह आह्वान किया है।
श्री जकारिया पिछले तीन दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हैं और सार्क जर्नलिस्ट फोरम के इंडिया चैप्टर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं।
यह जानकारी जॉइंट फोरम के संयोजक सुलतान एस कुरैशी ने आज यहाँ दी।उन्हें श्री नंदन झा के स्थान पर शामिल किया गया।उन्होंने कहा कि श्री जकारिया के आंदोलन में सक्रियता से साथियों में ख़ुशी है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में वर्ल्ड डांस कंपटीशन (ऑनलाइन ऑडिशन) कत्थक नृत्य में तीसरा स्थान प्राप्त दुर्ग-पाटन निवासी कुमारी तोषी पांडे ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कुमारी तोषी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए निरंतर अभ्यास के लिए प्रोत्साहित किया और चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की। मुलाकात के दौरान कुमारी तोषी पांडे के पिता श्री विजय पांडे भी उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में विधायक एवं मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजी सिंह राठिया ने सौजन्य मुलाकात की । उन्होंने छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में पेसा नियम के अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री को शाल और श्रीफल भेंट कर आभार जताया। इस मौके पर पेसा कानून की याचिकाकर्ता श्री गोपाल सिंह जूदेव और श्री शिव शर्मा भी उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
खाद-बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करें और वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग को दें बढ़ावा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में केन्द्र से रासायनिक उर्वरकों की कम आपूर्ति को देखते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त को केन्द्र से समन्वय कर मांग के अनुरूप रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति के लिए पत्र लिखने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को मौसम की स्थिति पर नजर रखने और जहां खाद, बीज की कमी है, वहां खाद-बीज की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज यहां मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में प्रदेश में वर्षा की स्थिति, खाद-बीज की उपलब्धता, सिंचाई जलाशयों में जल भराव की स्थिति, खरीफ फसलों के क्षेत्राच्छादन, संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के उपायों की समीक्षा की। बैठक में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से काफी आगे हैं। रासायनिक उर्वरकों की कमी की पूर्ति काफी हद तक वर्मी कम्पोस्ट की जा सकती है। आने वाले समय में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन बढ़ाना होगा। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों के ओव्हर रेट की शिकायतों के प्रकरणों में कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बारिश के दौरान संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के उपायों की समीक्षा के दौरान आवश्यक दवाओं के पर्याप्त मात्रा में भण्डारण, शहरों में साफ-सफाई, जल स्त्रोतों, हैण्ड पम्पों की साफ-सफाई और क्लोरिनेशन कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि मनरेगा के तहत भू-जल संरक्षण और संवर्धन की संरचनाएं प्राथमिकता के साथ निर्मित की जाएं। इससे भू-जल स्तर में सुधार होगा, सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता बढ़ेगी और ईको सिस्टम के लिए भी लाभदायक होगा। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में पिछले दो-तीन वर्षाें में कराए गए नरवा विकास के कार्याें के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। तमोरपिंगला और अचानकमार में हाथियों का दल काफी समय से एक स्थान पर है, क्योंकि वहां उन्हें पानी और चारा उपलब्ध हो रहा है। इसी तरह हाथी प्रभावित अन्य क्षेत्रों में भी नरवा विकास के कार्याें को तेजी से करने की आवश्यकता है, इससे हाथी मानव द्वंद्व कम होगा। गौठानों में चारागाह विकास की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि चारे का उत्पादन करने वाले समूहों को खुले बाजार में चारा बेचने की अनुमति दी जाए, इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी तथा अतिरिक्त चारा का साईलेज बनाकर मवेशियों के लिए उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने किसानों से की फसल बीमा कराने की अपील
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान किसानों से अधिक से अधिक संख्या में फसल बीमा कराने की अपील की। बैठक में बताया गया कि खरीफ वर्ष 2021 में 13.77 लाख किसान द्वारा फसल बीमा हेतु 157.65 करोड़ रूपए का प्रीमियम दिया गया था, जिसे मिलाकर कुल 1199 करोड़ रूपए के प्रीमियम का भुगतान किया गया था, जिसके विरूद्ध 4 लाख 8 हजार किसानों को 758.43 करोड़ का बीमा दावा भुगतान किया गया। इसी तरह रबी 2021-22 में 2.32 लाख किसानों द्वारा 15.96 करोड़ रूपए का प्रीमियम दिया था, इसे मिलाकर कुल 153 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया, जिसके विरूद्ध एक लाख 58 हजार पात्र किसानों को 304.49 करोड़ रूपए का प्रीमियम दावा भुगतान किया गया।
बैठक में जानकारी दी गई कि खरीफ 2022 में केन्द्र से यूरिया, डीएपी, एनपीके, पोटाश और सुपर फास्फेट को मिलाकर कुल 13.70 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों की मांग की गई थी, जिसके विरूद्ध छत्तीसगढ़ को मात्र 6.30 मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति केन्द्र द्वारा की गई है। बैठक में जानकारी दी गई कि मार्कफेड, सहकारी समिति और निजी क्षेत्रों में कुल 11.03 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का भंडारण किया गया, जो खरीफ 2022 के लिए निर्धारित लक्ष्य का 81 प्रतिशत है। भण्डारण की तुलना में किसानों को समितियों और निजी क्षेत्रांे को मिलाकर 67 प्रतिशत रासायनिक उर्वरकों का वितरण किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष किसानों को पिछले वर्ष इसी अवधि में अधिक रासायनिक उर्वरकों का वितरण किया गया है। खरीफ वर्ष 2022 में 11 जुलाई तक वर्ष 7.35 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों का वितरण किया गया था, जबकि गत वर्ष की अवधि में 6.74 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों का वितरण किया गया था। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बैठक में बताया कि डीएपी उर्वरक की कमी को दूर करने के लिए किसानों को यूरिया, एनपीके, सुपर फास्फेट और पोटाश के साथ वर्मी कम्पोस्ट निर्धारित मात्रा में उपयोग करने की सलाह दी गई है।
खरीफ 2022 के लिए किसानों को पिछले वर्ष की तुलना में अब तक 134 प्रतिशत अधिक ऋण वितरित
बैठक में जानकारी दी गई कि सहकारिता के माध्यम से खरीफ वर्ष 2022 में 10 जुलाई की स्थिति में किसानों को विगत वर्ष की तुलना में 134 प्रतिशत अधिक अल्पकालिक कृषि ऋण वितरित किया गया है। वर्ष 2022 में 3928.17 करोड़ रूपए खरीफ ऋण वितरित किया गया, जबकि गत वर्ष की अवधि में 2935.60 करोड़ रूपए ऋण वितरित किया गया था।
वर्षा की स्थिति में समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि कुछ जिलों में अब तक औसत की तुलना में कम वर्षा हुई है, लेकिन प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के साथ ही स्थिति काफी बेहतर हुई है। बैठक में कम वर्षा वाले जिलों के संबंध में बताया गया कि बलरामपुर में औसत का 42 प्रतिशत, जशपुर में 44 प्रतिशत, सरगुजा में 55 प्रतिशत, सूरजपुर में 70 प्रतिशत, कोरिया में 77 प्रतिशत, कोरबा में 77 प्रतिशत, रायपुर में 69 प्रतिशत, बेमेतरा में 72 प्रतिशत और सुकमा में 63 प्रतिशत वर्षा हुई है। इसी तरह 27 तहसीलों में 60 प्रतिशत से कम वर्षा दर्ज की गई है। बारिश होने के साथ सिंचाई जलाशयों में जल भराव की स्थिति भी बेहतर हो रही है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. मनेन्दर कौर द्विवेदी ने बताया कि मौसमी बीमारियों में उपयोग की जाने वाली दवाईयों का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से बचने के ऐहतियाती उपायों के तहत टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी., वित्त सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी., राजस्व सचिव श्री एन.एन. एक्का, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर., मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, डॉ. एस. भारतीदासन और श्री अंकित आनंद, मुख्यमंत्री की उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अंबलगन पी. सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित हैं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सीवायएफ के कार्यों की मुख्यमंत्री ने की सराहना
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से कल सोमवार को यहां उनके निवास कार्यालय में क्रिश्चियन यूथ फैलोशिप 96 बैच के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की।
सीवाएफ ने जांजगीर-चांपा के पिहरिद गांव के राहुल साहू की जिंदगी बचाने में मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रयासों की प्रशंसा कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
सीवाएफ ने सामाजिक विषयों पर चर्चा की। उन्होंने बैच द्वारा पूर्व में किए व वर्तमान के कार्यों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने टीम के समाज सेवा के कार्यों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने सिविल सर्विसेस की महिला हॉकी टीम कप्तान डॉ. अंजुम रहमान व टीम को भी शुभकामनाएं दीं, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर टॉप थ्री में जगह बना कर ट्राफी जीती। मुख्यमंत्री श्री बघेल से मुलाकात के दौरान सीवाएफ के सर्वश्री ज़ॉन राजेश प़ॉल, राजेश लाल, श्री सुदेश दास, श्रीमती रचना काल्टन, श्रीमती रूचि धर्मराज, श्रीमती मंजूल राशि जॉन, श्री सुहैल अहसान, श्री कुलदीप सिंह, श्री विनोद लाल, श्री शोमरोन केजू, श्री जेनिस दयाल, श्रीमती रीना अहसान, श्री सालेम सिंग, श्री दीपक गिडियन, श्री मनीष दयाल, श्री फ्रेंकी मैनुएल और श्री प्रमोद लाल भी मौजूद थे।
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एजेंसी
श्रीलंका : एक अभूतपूर्व आर्थिक उथल-पुथल की चपेट में है, जो सात दशकों में सबसे खराब है। देश में लाखों लोग भोजन, दवा, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे देश छोड़कर मालदीव पहुंच गए हैं। उन्हें आज अपना इस्तीफा देना था।
श्रीलंका में आर्थिक संकट और अराजक होती स्थिति के बीच राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे आज सुबह श्रीलंका से मालदीव रवाना हो गए। उन्होंने वायु सेना के विशेष विमान से अपनी पत्नी व दो सुरक्षाकर्मियों के साथ मालदीव के लिए उड़ान भरी। इस बीच यह खबरें जोर पकड़ रही हैं कि गोतबाया राजपक्षे के श्रीलंका से भागने में भारत सरकार ने मदद की। हालांकि, श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने इसका खंडन किया है।
भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ऐसी आधारहीन और अटकलबाजी मीडिया रिपोर्टों का स्पष्ट रूप से खंडन करती है कि भारत ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की यात्रा को सुविधाजनक बनाया। उच्चायोग ने कहा, यह दोहराया जाता है कि भारत श्रीलंका के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा।
गोतबाया के मालदीव भागने की वायु सेना ने की पुष्टि
श्रीलंका की वायु सेना ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ मालदीव रवाना हो गया। बयान में कहा गया है कि, संविधान के प्रावधानों के तहत और सरकार के अनुरोध पर श्रीलंका की वायु सेना ने राष्ट्रपति, उनकी पत्नी और दो सुरक्षा अधिकारियों को मालदीव के लिए उड़ान भरने के लिए आज तड़के एक विमान उपलब्ध कराया गया।
राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से है छूट
दरअसल, श्रीलंका में पदस्थ राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से छूट प्राप्त है। ऐसे में माना जा रहा है कि गोतबाया राजपक्षे इस्तीफा देने से पहले विदेश भागना चाहते थे। उन्हें डर था कि इस्तीफा देते ही गोतबाया को गिरफ्तार किया जा सकता है। बता दें, गोतबाया को आज अपना इस्तीफा देना था। इससे पहले ही वे देश से फरार हो गए। बीते दिनों उन्होंने पद छोड़ने की घोषणा की थी, जब हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था। उन्हें अभूतपूर्व आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जिसने देश को घुटनों पर ला दिया है।
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एजेंसी
सांसदों का दबाव है कि भाजपा के साथ गठबंधन सरकार पर राजी हों। कहा जा रहा है कि इससे एक तरफ पार्टी टूटने से बच जाएगी और दूसरी तरफ सरकार में भी शिवसैनिकों को हिस्सेदारी मिल सकेगी।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के लिए सरकार गंवाने के बाद अब पार्टी की बगावत संभालना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कल पार्टी के सांसदों की बैठक अपने आवास 'मातोश्री' पर बुलाई थी। इस बैठक में कुल 22 सांसदों में से 15 ही पहुंचे और उनमें से भी ज्यादातर ने दबाव बनाया था कि वह शिवसेना की ओर से एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान करें। तब संजय राउत ने यशवंत सिन्हा की वकाल की थी, लेकिन अकेले पड़ गए। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह विचार करेंगे और आज सुबह खुद संजय राउत ने ही मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया।
यही नहीं सांसदों का यह भी दबाव है कि वह भाजपा के साथ गठबंधन सरकार पर राजी हो जाएं। कहा जा रहा है कि इससे एक तरफ पार्टी टूटने से बच जाएगी और दूसरी तरफ सरकार में भी शिवसैनिकों को हिस्सेदारी मिल सकेगी। सोमवार को उद्धव ठाकरे की बुलाई मीटिंग में शामिल रहे सांसद हेमंत गोडसे ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मीटिंग के दौरान सांसदों ने पार्टी प्रमुख को यह सुझाव दिया था। उन्होंने कहा, 'केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करें तो विकास कार्यों को गति मिलेगी। इसलिए, हम, सांसदों ने पार्टी प्रमुख से एक स्वाभाविक गठबंधन बनाने की मांग की।'
सांसद बोले- भाजपा से गठबंधन फायदे का सौदा
उन्होंने कहा, 'हमने उद्धव ठाकरे से कहा कि महा विकास अघाड़ी और भाजपा के साथ गठबंधन में बड़ा अंतर है। हमने उद्धव ठाकरे से कहा कि बीजेपी हमारी स्वाभाविक सहयोगी है। हमने पार्टी नेताओं को यह भी याद दिलाया कि केंद्र और राज्य एक साथ नहीं होने के कारण परियोजनाएं रुकी हुई थीं।' बता दें कि संजय राउत ने खुद ही आज सुबह मीडिया से बात करते हुए द्रौपदी मुर्मू को शिवसेना की ओर से समर्थन देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह पहली महिला आदिवासी कैंडिडेट हैं और जनभावना को देखते हुए हमने यह फैसला लिया है। इसके साथ ही राउत ने कहा था कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम भाजपा के भी साथ हैं।
उद्धव समर्थक विधायक बोले- 100 हाथियों की ताकत मिली
इस बीच उद्धव ठाकरे की ओर से अपने समर्थक 15 विधायकों के पत्र पर विधायक राहुल पाटिल ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के पत्र से उन्हें 100 हाथियों की ताकत मिली है। पाटिल ने कहा कि शिवसेना हमारा परिवार है, जिसे कुछ लोगों ने तबाह करने की कोशिश की थी। राहुल पाटिल ने उद्धव की तारीफ में कहा, 'आपने गर्व के साथ मुख्यमंत्री का पद छोड़ा। शिवसेना स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के शानदार विचारों की ढाल है। शिवसेना की वफादारी ही हमारा सब कुछ है। इस लड़ाई में हमें अपना ख्याल रखना चाहिए। विधायक राहुल पाटिल ने कहा कि परभणी जिले के शिवसेना कार्यकर्ता उनके साथ मजबूती से खड़े हैं।'
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एजेंसी
बिहार : घटना कोपा मरहा नदी के किनारे बने कब्रिस्तान की है। तीन साल की मासूम ने बताया कि वह अपनी मां और नानी के साथ यहां आई थी। दोनों ने उसके मुंह में मिट्टी भरकर उसे जमीन में दफन कर दिया।
बिहार के छपरा में एक तीन साल की बच्ची को जिंदा जमीन के नीचे दफनाने का मामला सामने आया है। दिल दहला देने वाली इस वारदाप की आरोपी खुद उसकी मां और नानी हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ने बच्ची के मुंह में मिट्टी भरकर उसे जमीन के लिए दफन कर दिया था। हालांकि, बच्ची की सांसें चलती रहीं। जब-जब बच्ची करवट ले रही थी, जमीन हिल रही थी। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बाहर निकाला गया।
घटना कोपा मरहा नदी के किनारे बने कब्रिस्तान की है। तीन साल की मासूम ने बताया, उसकी मां का नाम रेखा देवी और पिता का नाम राजू शर्मा है। उसने बताया कि वह अपनी मां और नानी के साथ यहां आई थी। दोनों ने उसके मुंह में मिट्टी भरकर उसे जमीन में दफन कर दिया। हालांकि, बच्ची अपने गांव नाम नहीं बता पा रही है।
हिल रही थी जमीन
दफन होने के बाद भी तीन साल की मासूम ने जिंदगी से जद्दोजहद जारी रखी। वह जब-जब करवट बदल रही थी, जमीन हिल रही थी। ऐसे में पास में ही काम कर रहीं स्थानीय महिलाओं की नजर वहां पड़ी। इसके बाद अन्य लोगों को बुलाया गया। जमीन के अंदर से बच्ची निकली, जिससे बाद पुलिस को सूचना दी गई है। पुलिस ने बताया, बच्ची का इलाज कराया जा रहा है। वहीं बच्ची द्वारा दी गई सूचना के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा भारत सरकार में डीजी इंपैनल हो गए हैं।आज केंद्र सरकार ने 89 बैच के आइपीएस अधिकारियों को डीजी पद के लिए सूचीबद्ध किया। देश भर के ग्यारह आईपीएस अफसरों में अशोक जुनेजा का नाम भी शामिल हैं।
अशोक जुनेजा छत्तीसगढ़ में पुलिस महा निरीक्षक पद पर पदस्थ हैं। आप को बतादें वे भारत सरकार में पहले भी काम कर चुके हैं, नारकोटिक्स में रहे, वहीं दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स के भी सिक्योरिटी इंचार्ज रहे। इससे पहले अशोक जुनेजा केंद्र में एडीजी इंपेनल थे।अब उनका कद बढ़ गया है। भारत सरकार में वे प्रतिनियुक्ति पर गए तो उन्हें वहां भी अब डीजी के समकक्ष पद मिलेगा।आप को बतादें छत्तीसगढ़ के विश्वरंजन के बाद अशोक जुनेजा दूसरे आईपीएस होंगे, जो भारत सरकार में डीजी इंपैनल हुए हैं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में गरियाबंद जिले के कोसरिया महरा समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की।
कोसरिया महरा समाज के अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं की सराहना करते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न किसानों के हित में शुरू किए गए योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को काष्ठ से तैयार किए भगवान गणेश की मूर्ति भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर कोसरिया महरा समाज के पदाधिकारी सर्वश्री हुमेंद्र, गजेंद्र, कंचन, योगीराज सहित समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में राज्य के सीमावर्ती गांवों में निर्मित गौठान की गतिविधियों पर प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन किया। इस पुस्तिका में गौठानों में पशुओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संचालित गतिविधियों के साथ-साथ वहां पशुधन के चारे एवं पानी के प्रबंध, महिला स्व-सहायता समूहों की आयमूलक गतिविधियों का समावेश किया गया है। गौठान और गोधन न्याय योजना राज्य से सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों के जीवन स्तर में आए बदलाव को भी पुस्तिका में उल्लेखित किया गया है। इस पुस्तिका में गौठानों से संबंधित समाचारों की क्लिपिंग भी शामिल की गई है।
इस अवसर पर पुस्तिका के सम्पादक श्री आलोक चंद्राकर सहित सर्वश्री राजेंद्र चंद्राकर, विश्वजीत, जावेद चौहान, गोपी पाटकर, सागर डोंगरे, आत्मजीत साहू, लीलाकांत, अनंत सिंह, देवेश और चरणजीत सिंह भी उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : बच्चों में नशे की बढ़ती आदतें न सिर्फ उनसे उनका बचपन छीन रही हैं, बल्कि उनका जीवन भी छीन रही हैं। नयी जीवन शैली में बहुत कुछ ऐसी चीजें शामिल होती जा रही हैं, जो सुविधाएं देने के साथ-साथ नये खतरे भी निर्मित कर रही हैं। इन्हीं में से एक मोबाइल फोन भी है। विगत कुछ वर्षों में स्मार्ट फोन का प्रयोग काफी बढ़ा है। कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाईन शिक्षा व्यवस्था के कारण मोबाइल के उपयोग से बच्चे और अधिक परिचित हो गये हैं। बच्चे पिछले कुछ समय में जाने अन्जाने में ही मोबाइल के नशे के शिकार हो गये हैं। कुछ माता-पिता अपने बच्चों को खाना खिलाते समय बहलाने के लिए या अन्य कार्यों में व्यस्त होने पर बच्चों के हाथों में मोबाइल थमा देते हैं। जहाँ एक ओर मोबाइल के सदुपयोग से होने वाले कतिपय लाभ से इंकार नहीं किया जा सकता, वहीं दूसरी ओर सीमा से अधिक उपयोग के कारण मोबाइल की लत लग जाने से बच्चों में कुछ गंभीर परिणाम दिखाई दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने बच्चों को नशे की आदत से बचाव को गंभीरता से लिया है। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा लगातार पाम्पलेट, कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है, वहीं बच्चों को नशे की लत से दूर करने प्रभावी उपायों के लिए विचार-मंथन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते दिनों मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में ‘बच्चों का नशे की आदत से बचाव चुनौतियां व समाधान’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने यहां छत्तीसगढ़ में बच्चों के स्वस्थ्य और समुचित विकास के लिए प्रतिबद्धता दिखाई और नशे के खिलाफ अभियान को विस्तार देने की बात कही। मुख्यमंत्री नशे के प्रति जागरूकता बनाने ब्रोशर और ‘लइका मन के गोठ’ पुस्तिका भी लोगों के समक्ष लेकर आए।
मोबाइल के लगातार प्रयोग व नशे के दुष्परिणाम
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार मोबाइल के विद्युत चुम्बकीय विकिरण के कारण मस्तिष्क की गतिविधियों में सुस्ती, निष्क्रियता आती है और बच्चों का व्यवहार विचलित दिखाई देता है। बच्चों की प्राकृतिक दिनचर्या में बदलाव आ जाता है। जैसे कि बच्चे सुबह उठकर काफी समय मोबाइल देखने में व्यतीत कर देते हैं, जबकि उस समय उनसे नित्यकर्म जैसे मंजन, स्नान आदि करने की अपेक्षा होती है। बच्चों की शारीरिक रूप से कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है क्योंकि वे मोबाइल पकड़कर एक स्थान पर बैठे रहते हैं। देर रात तक मोबाइल देखने के कारण नींद पूरी नहीं होती है और उनमें चिड़चिड़ापन आता है व अशांत स्वभाव बढ़ता है।
मोबाइल के ज्यादा उपयोग से बच्चे अवास्तविक दुनिया अर्थात् वर्चुअल दुनिया में रहने लगते हैं। मोबाइल के माध्यम से अनावश्यक चैटिंग करने, व्हाट्सएप्प की टिप्पणियाँ पढ़ने आदि से समय तो बर्बाद होता ही है साथ ही बच्चे भ्रामक जानकारी से भी अपने मस्तिष्क को दूषित कर लेते हैं। मोबाइल से बच्चों के हाथ और मस्तिष्क के बीच का संबंध प्रभावित होता है। इससे कई बच्चों में पेन या पेन्सिल से लेखन की क्षमता की कमी भी देखी गई है। मोबाइल देखते हुए एक ही स्थान पर बैठे रहने से शारीरिक प्रगति बाधित होती है। इससे बच्चों में मोटापे की बढ़ती समस्या सामने आ सकती है। मोबाइल में व्यस्त रहने से बच्चों की सामाजिक जीवन शैली प्रभावित होती है और वे आस पड़ोस में घूमना, समूह गतिविधियाँ या सामूहिक रूप से त्यौहार मनाने को नापसंद करने लगते हैं। यहाँ तक कि घर से बाहर जाना भी उन्हें पसंद नहीं आता है। बच्चों में पुस्तकों के अध्ययन के प्रति रुचि कम हो रही है।
मोबाइल की लत से बचाने के उपाय
यह ध्यान रखना जरूरी है कि मोबाइल की लत से बच्चों को बचाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी और भूमिका माता-पिता की तो है ही साथ ही परिवार के सभी सदस्यों की भी है। बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार खिलौना दें और मोबाइल के प्रयोग को बढ़ावा न दें। बच्चों के साथ बातचीत करने में समय अवश्य दें जब भी अवसर मिले टेलीविजन बंद करें और मोबाइल अलग रखवाकर आमने-सामने हल्का फुल्का हास्यभरा वार्तालाप करें।
बच्चों को घर में अधिक से अधिक शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें, जैसे त्यौहारों पर घर की सजावट, अवकाश के दिन साफ-सफाई, दैनिक कार्यों में शामिल करना आदि। बच्चों के लिए समय सारणी बनायें और मोबाइल का उपयोग धीरे-धीरे कम करवाएँ। सामने से वार्तालाप करते समय मोबाइल को बंद करवाने की आदत डालें। दिन में कम से कम एक घण्टा अन्य बच्चों के साथ बाहरी खेलकूद में देने के लिए नियत करें और बच्चों को उस समय शारीरिक एवं बाहरी खेलकूद में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें, जिससे उनका मस्तिष्क उतने समय के लिए मोबाइल से दूर होगा और वे बाहरी वातावरण के आनंद को महसूस कर सकेंगे।
घर के भीतर शतरंज, साँप सीढ़ी, लूडो जैसे खेलों को खेलने के लिए प्रेरित करें। उनके साथ माता-पिता भी खेलें। इस प्रकार उन्हें मनोरंजन का एक और विकल्प मिलेगा। यदि बच्चे चित्रकारी, संगीत, वाद्ययंत्र बजाने, नृत्य करने, अभिनय में रुचि लेते हैं तो इसे प्रोत्साहित करें। इसके लिए उन्हें साधन उपलब्ध करायें। उनके द्वारा तैयार की गई रचनाओं की सराहना करके प्रोत्साहन दें। बच्चों को प्रतिदिन हल्का व्यायाम करने को प्रोत्साहित करें। माता-पिता स्वयं भी बच्चों के समक्ष मोबाइल का अत्याधिक उपयोग न करें। याद रखें कि बच्चों के लिए उनके माता-पिता रोलमॉडल याने आदर्श हैं।
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एजेंसी
घंटों तक बच्चा अपने भाई के शव को गोद में रख कर बैठा रहा। ये मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में एंबुलेंस की व्यवस्था कर मासूम के शव को गांव तक भिजवाया। इसकी तस्वीर वायरल हुई है
मध्य प्रदेश के मुरैना में शव वाहन के इंतजार में आठ साल के बच्चे की गोद में छोटे भाई का शव कई घंटों तक पड़े होने की घटना सामने आने के बाद शिवराज सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। बच्चे की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुई है।
अब सरकार ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि जिला पंचायत सीईओ को शाम तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को आवश्यक आर्थिक सहायता भी दी है।
एंबुलेंस के लिए दुत्कारा
बता दें कि मुरैना जिला अस्पताल में रविवार को अम्बाह अनुभाग के ग्राम बड़फरा निवासी पूजराम जाटव के छोटे बेटे राजा की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। मृतक के गरीब पिता ने स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई कि उनके बेटे के शव को गांव तक भिजवाने की व्यवस्था करवा दें, परन्तु उसे वहां से दुत्कार दिया गया।
गुलशन की तस्वीर हुई वायरल
मृतक का पिता अपने दो वर्षीय बेटे के शव को उसके आठ साल के बड़े भाई गुलशन की गोद मे रखकर सड़क किनारे बैठाकर सस्ते शव वाहन की तलाश में निकल गया। घंटों तक बच्चा अपने भाई के शव को गोद में रख कर बैठा रहा। ये मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में एंबुलेंस की व्यवस्था कर मासूम के शव को गांव तक भिजवाया।
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एजेंसी
भोगड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ अवमानना के मामले में SC ने सख्त रवैया अपनया है। माल्या को चार महीने की कैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही कोर्ट ने 2 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
भोगड़े शराबी कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रवैया अपनया है। माल्या को चार महीने की कैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही कोर्ट ने 2 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट ने माल्या के खिलाफ यह कार्रवाई साल 2017 के केस में की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माल्या के बार-बार गैर हाजिर रहने से कोर्ट काफी नाराज था। शीर्ष न्यायालय ने यह भी कहा है कि अगर समय पर जुर्माना राशि जमा नहीं की गई, तो माल्या को दो और महीने की कैद भुगतनी होगी। जस्टिस उदय उमेश ललित, जस्टिस एस रविंद्र भट्ट और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने यह फैसला सुनाया है।
भाषा के अनुसार, अदालत ने इस मामले में सजा की अवधि तय करने संबंधी अपना फैसला 10 मार्च को सुरक्षित रख लिया था और टिप्पणी की थी कि माल्या के खिलाफ सुनवाई में अब कोई प्रगति नहीं हो सकती। माल्या को अवमानना के लिए 2017 में दोषी ठहराया गया था। शीर्ष अदालत ने 2017 के फैसले पर पुनर्विचार के लिए माल्या की ओर से दायर पुनर्विचार याचिका 2020 में खारिज कर दी थी। माल्या मार्च 2016 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। 18 अप्रैल 2017 को स्कॉटलैंड यार्ड ने प्रत्यर्पण वारंट पर उन्हें जमानत दी थी।
क्या था मामला
आदेश का उल्लंघन करते हुए अपने बच्चों को 40 मिलियन डॉलर भेजने के बारे में कोर्ट से जानकारी छिपाने के चलते साल 2017 में शीर्ष न्यायालय ने माल्या को अवमानना का दोषी पाया था। इस दौरान कोर्ट ने माल्या को चार हफ्तों में ब्याज के साथ 40 मिलियन डॉलर चुकाने के आदेश दिए हैं। साथ ही अगर माल्या ऐसा करने में असफल रहे, तो उनकी संपत्तियों को अटैच किया जाएगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम की तरफ से याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया था कि माल्या ने ब्रिटिश कंपनी Diageo से प्राप्त 40 मिलियन डॉलर को अपने बच्चों को कथित तौर पर ट्रांसफर किए थे, जो न्यायिक आदेशों का उल्लंघन था। कोर्ट ने याचिका के आधार पर ही साल 2017 में फैसला सुनाया था।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ईद-उल-अजहा के मौके पर वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर के घर पहुंचे और उन्हें इस मुबारक मौके पर बधाई व शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल आकाशवाणी के पूर्व निदेशक श्री हसन खान एवं नगर निगम रायपुर के पार्षद समीर अख्तर के घर भी पहुंचे और उन्हें व परिवार को ईद-उल-अजहा पर मुबारकबाद दी।
वहीं सुन्नी हन्फी मस्जिद ट्रस्ट के पदाधिकारियों व मुस्लिम समाज के प्रमुखों से भी मुख्यमंत्री की मुलाकात हुई और मुख्यमंत्री ने सभी को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : श्री भूपेश बघेल से कल शनिवार को उनके निवास कार्यालय में विशुद्ध वर्षायोग समिति 2022 के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने 12 जुलाई को प्रस्तावित चातुर्मास कलश स्थापना के कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए प्रातिनिधि मण्डल को धन्यवाद दिया। प्रतिनिधि मंडल में समिति के अध्यक्ष श्री प्रदीप पाटनी, महामंत्री श्री राकेश कन्नू बाकलीवाल, उपाध्यक्ष श्री मनीष बाकलीवाल, कोषाध्यक्ष श्री मनोज सेठी व प्रचार प्रसार समिति के श्री स्टार जैन उपस्थित थे।
विशुद्ध वर्षायोग 2022 समिति के प्रवक्ता श्री अरविंद जैन ने बताया कि चर्या शिरोमणि संत आचार्य 108 विशुद्ध सागर जी महाराज जी का ससंघ 22 साधुओं का चातुर्मास राजधानी रायपुर के श्री दिगम्बर जैन मंदिर फाफाडीह में होना है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आईटी नवाचार से परिवहन सुविधा मिलना हुआ आसान
घर बैठे परिवहन सेवा देने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही यह सुविधा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में प्रदेश के परिवहन विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सुविधा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ को और सुदृढ़ एवं सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसके तहत अब हाइपोथीकेशन से संबंधित सभी सेवाओं को फेसलेस कर दिया गया है। प्रदेशवासी अब घर बैठे हाइपोथीकेशन (एचपी) से जुड़ी सभी सेवाओं का लाभ ले सकेंगे। करीब 75 बैंकों, वित्तीय संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को अपनी हाइपोथीकेशन (एचपी) सेवाओं के साथ एकीकृत कर दिया गया है।
परिवहन आयुक्त श्री दीपांशु काबरा ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत हाइपोथिकेशन जोड़ने और समाप्ति के संबंध में आरटीओ कार्यालय में कोई भौतिक दस्तावेज नहीं लिया जाएगा। बैंकों और ऋण देने वाली संस्थाओं को आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से सभी दस्तावेजों और एनओसी को सॉफ्टवेयर के माध्यम से डिजिटल रूप से जमा करना होगा, जिससे भौतिक हस्ताक्षर की आवश्यकता न पड़े।
वाहन स्वामी के द्वारा एक बार जब बैंक में ऋण दे दिया जाएगा या भुगतान कर दिया जाता है, तो डेटा सीधे बैंक द्वारा वाहन डेटाबेस में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। परिवहन विभाग द्वारा एचपीटी सेवा को सत्यापित और अनुमोदित करने का कार्य सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्वतः हो जाएगा। आवेदकों को अपने बैंकों से फॉर्म-35 तथा एनओसी प्राप्त करने और इन दस्तावेजों को अपलोड करके हाइपोथेकेशन टर्मिनेशन के लिए परिवहन विभाग में आवेदन करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एचपी के ऑटो-टर्मिनेशन के बाद एमपरिवहन और डिजिलॉकर पर अपडेटेड रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) उपलब्ध करा दिया गया है। वाहन मालिकों को एक एसएमएस के माध्यम से अपने एचपी के ऑटोमेटिक हटाने के बारे में भी सूचित किया जाता है।
परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर द्वारा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ के सुव्यवस्थित संचालन के लिए निरंतर निगरानी रखी जा रही है। परिवहन विभाग द्वारा संचालित ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ योजना लोगों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। परिवहन विभाग से संबंधित जनसुविधाएं इतनी सहजता से घर बैठे मिलने से लोगों को अब बार-बार परिवहन विभाग के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसके चलते आवेदकों के समय और धन की बचत होगी।
’इसके तहत केवल एक साल से कम की अवधि में 11 लाख से अधिक स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र और ड्राइविंग लायसेंस आवेदकों के घर भेजे जा चुके हैं। इनमें 07 लाख 50 हजार 934 स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र तथा 03 लाख 67 हजार 785 ड्राइविंग लायसेंस शामिल हैं। इसमें लोगों को परिवहन संबंधी 22 सेवाएं उनके घर के द्वार पर पहुंचाकर दी जा रही है। जन केन्द्रित इस सुविधा के अंतर्गत लोगों को अब बार-बार परिवहन विभाग का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इससे आवेदकों के धन तथा समय दोनों की ही बचत हो रही है।
परिवहन आयुक्त श्री काबरा ने बताया कि परिवहन संबंधी सेवाओं में विस्तार के लिए राज्यभर में परिवहन सुविधा केन्द्र की स्थापना को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बीते 26 जनवरी को घोषणा की थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल की घोषणा के बाद इस संबंध में प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान परिवहन सुविधा केन्द्र की स्थापना और भूमिका को लेकर परिवहन विभाग की ओर से प्रारूप तैयार किया गया। इस प्रारूप को अनुमोदित कर आगे की कार्यवाही के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जारी मार्गदर्शिका के अनुसार राज्यभर में लगभग एक हजार परिवहन सुविधा केन्द्र पूरे राज्य में खोले जा रहे हैं। वहीं परिवहन सुविधा केन्द्रों की स्थापना से
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एजेंसी
द्वारका : द्वारका के ककरोला में एक नशे में धुत एक युवक ने अपने पड़ोसियों पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में तीन बहनों सहित उनकी मां घायल हो गई हैं। तीनों को सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। युवक ने इनपर इसलिए हमला किया क्योंकि जन्मदिन की पार्टी खत्म होने के बाद उन्होंने उसे खाना देने से मना कर दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना मंगलवार रात को घटी। पुलिस ने बताया कि 17 साल की पुष्पा ने मामले की शिकायत की है। उसने बताया कि मंगलवार को उसके पांच साल के भाई का बर्थडे था। पीड़ित परिवार भरत विहार में रहता है। पुष्पा ने कहा कि उनका 28 वर्षीय पड़ोसी विक्की आधी रात को पार्टी खत्म होने के बाद उनके घर आया था। उसने उनसे खाना मांगा, जब उन्होंने खाना देने से मना किया तो तो उसने चाकू निकाला और उनपर हमला कर दिया। इसमें उसकी मां मालती देवी (40), और दो बहनें नीलम (20) सपना (15) और पुष्पा घायल हो गईं।
आधी रात को खाना मांगने पहुंचा
पुष्पा ने अपनी शिकायत में कहा, '5 जुलाई को मेरे भाई विक्रम का जन्मदिन था और हमने अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी रखी थी। परिवार के कुछ सदस्यों के अलावा, हमने इसमें कुछ पड़ोसियों को आमंत्रित किया था। लगभग 12.30 बजे पार्टी खत्म होने के बाद, विक्की ने हमारा दरवाजा खटखटाया। वह नशे में था और हमने उसे वापस जाने को कहा क्योंकि पार्टी खत्म हो चुकी थी। इससे वह नाराज हो गया और हमें गालियां देकर लौट गया।'
तीन बहनों और मां पर चाकू से किया हमला
पीड़िता ने आगे कहा कि कुछ ही मिनटों बाद विक्की चाकू लेकर लौटा और हम सभी को जान से मारने की धमकी दी। पुष्पा ने कहा, 'मेरी मां बाहर खड़ी थी, उसने उसे चाकू मार दिया। मेरी बहन नीलम मां को बचाने के लिए दौड़ी, लेकिन विक्की ने उन्हें भी चाकू मार दिया। इसके बाद सपना ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो विक्की ने उसपर भी हमला कर दिया। उसने मुझपर भी हमला किया।'
आवाज सुनकर आए लोगों ने आरोपी को पीटा
इस दौरान पीड़िता के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और उन्होंने विक्की को पकड़ लिया। अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने उसकी पिटाई की और उसे पुलिस को सौंप दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक सभी घायलों को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया था। उसी दिन इलाज के बाद पुष्पा को छुट्टी दे दी गई।
अधिकारी ने कहा, 'मालती देवी और सपना को शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई, लेकिन नीलम अभी भी अस्पताल में हैं और उसकी हालत गंभीर है।' पुलिस टीम ने चाकू बरामद कर लिया है और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। 28 साल का आरोपी विक्की कूड़ा इकट्ठा करता है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।