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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अल्प वर्षा वाले जिलों के समस्त क्षेत्र का होगा नजरी आंकलन
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी कलेक्टर को लिखा पत्र
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अल्प वर्षा वाले जिलों के समस्त क्षेत्रों के नजरी आंकलन करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने समस्त कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि कई गांवों में अच्छी वर्षा ना होने के कारण जिले के समस्त क्षेत्र का पर्यवेक्षण कराया जाए।पूर्व मे 9 जिलों की 28 तहसीलों में नजरी आंकलन के निर्देश दिए गए थे लेकिन अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलों के समस्त क्षेत्र का परीक्षण कराया जाएगा।राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समस्त पटवारी हल्का एवं ग्रामों का नजरी आंकलन कर समय सीमा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। -
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मुख्यमंत्री श्री बघेल से रायपुर सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में रायपुर सराफा एसोसिएशन की नवगठित कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ में व्यापारिक मसलों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार व्यवसाय अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। सराफा कारोबार में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों और किसानों को शासन के विभिन्न योजनाओं के तहत लगातार दी जा रही मदद से बाजार में आर्थिक चक्र सुदृढ़ हुआ है।
सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राज्य में पशुधन के संरक्षण के साथ-साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गोबर और गौमूत्र की खरीदी की योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इससे गौमाता के पालन के प्रति लोग रूचि लेने लगे है। वर्मी कम्पोस्ट और गौमूत्र कीटनाशक के उपयोग से लोगों को विष रहित खाद्यान्न उपलब्ध होने से स्वास्थ्य बेहतर होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य के सभी वर्ग के लोग खुशहाल और आगे बढ़े। उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो इसको ध्यान में रखकर सरकार अपनी ओर से हरसंभव प्रयास कर रही है। हमारी योजनाओं के माध्यम से लोगों के जेब में लगातार पैसा जा रहा है। इसके चलते बाजार में रौनक बढ़ी है। कारोबार और व्यवसाय बेहतर हुआ है।
इस अवसर पर सर्वश्री सुरेश भंसाली, दीपचंद कोटडिया, उत्तम गोलछा, अरिहंत, हरीश डागा, सुनिल सोनी, जितेंद्र गोलछा, दिलीप टाटिया, प्रवीण मालू, महावीर मालू, भरत जैन, महेन्द्र कोचर, राजू कटा, टी. नागेश्वर, सतीश टाटिया, विनय गोलछा, मनीष गुप्ता आदि शामिल थे। -
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विशेष फ्रेम और #HamarTiranga का उपयोग करते हुए तिरंगे के साथ अपडेट की अपनी प्रोफाइल फोटो
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा अपील किए जाने के बाद कुछ ही देर में 07 हजार से अधिक लोगों ने अपनी-अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर #HamarTiranga का उपयोग करते हुए विशेष फ्रेम में तिरंगे के साथ अपनी फोटो अपडेट कर ली है। निर्धारित फोटो फ्रेम का उपयोग करने के लिए मुख्यमंत्री ने लोगों से twb.nz/hamar-tiranga लिंक का उपयोग करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर भी हमर तिरंगा अभियान के लिए एकजुटता दिखाते हुए सोशल मीडिया में विशेष प्रेम में तिरंगे साथ अपनी फोटो अपडेट करें। उन्होंने कहा है कि मेरी अपील के कुछ ही देर बाद लोगों ने जिस उत्साह के साथ इसकी शुरुआत की है, उससे मैं भी उत्साहित हूं। हमें इस मुहिम को और अधिक तेज करने की जरूरत है। सुझाए गए लिंक के बारे में अधिक से अधिक लोगों तक जानकारी पहुंचाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा है कि 15 अगस्त, 2022 को हमारा भारत आजादी के 75 साल पूर्ण कर रहा है। यह आजादी हमें ऐसे ही नहीं मिली। इसके पीछे उन वीर शहीदों का बलिदान शामिल हैं, जिन्होंने हंसते हुए जान की बाजी लगा दी, ताकि आने वाली पीढ़ी एक आजाद देश की आबोहवा में सांस ले सके। आज हम उसी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और एक आजाद देश का नागरिक होने का गर्व महसूस कर पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल अपडेट करते हुए तिरंगा प्रोफाइल लगाई है। इसी के साथ 'हमर तिरंगा' अभियान की छत्तीसगढ़ में शुरुआत हुई। इस अभियान के साथ प्रदेश के हर एक घर घर में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर भव्य आयोजन के साथ इस वर्ष यह उत्सव मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों से हमर तिरंगा अभियान में शामिल होने की अपील की है। हमर तिरंगा अभियान के तहत 11 से 17 अगस्त के बीच घर- घर में तिरंगा फहराया जाए। इसमें सरकारी व निजी प्रतिष्ठान भी शामिल होंगे। इस अभियान को लेकर प्रशासन जोर- शोर से तैयारी कर रहा है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनने पर सुश्री वंशिका पांडे को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने भी सुश्री वंशिका पांडे को बधाई और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा है कि वंशिका बिटिया ने अपने माता-पिता सहित पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है। उनकी यह सफलता प्रदेश की लाखों युवतियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के राजनांदगांव में पली-बढ़ी वंशिका पांडे को विगत 30 जुलाई को चेन्नई स्थित प्रशिक्षण अकादमी की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट की पदवी से विभूषित किया गया है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में मिसेस इंडिया 2022 की फर्स्ट-रनर-अप अर्चना वर्मा ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि दिल्ली में 06 से 10 जुलाई के बीच आयोजित मिसेस इंडिया 2022 प्रतियोगिता में वह फर्स्ट रनर अप रहीं है। उन्होंने बताया कि वे पेशे से आईटी कंसल्टेंट हैं। कला के क्षेत्र में बचपन से ही रूचि होने के कारण वह अनेक सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल रही हैं। श्रीमती अर्चना ने बताया कि मिसेस इंडिया प्रतियोगिता में ट्रेडिशनल राउंड के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं पारंपरिक वेष-भूषा को प्रदर्शित किया। जिसे आयोजकों सहित सभी ने सराहा। मुख्यमंत्री ने श्रीमती अर्चना वर्मा को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर श्री टी.आर. वर्मा और श्री भीष्म कश्यप उपस्थित रहे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
श्री सिंह ने 30 सेकेंड में 56 पुशअप कर बनाया रिकार्ड
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में 30 सेकेंड में 56 पुशअप कर एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में जगह बनाने वाले श्री समृद्ध सिंह ने मुलाकात की। श्री समृद्ध सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे भिलाई के रहने वाले हैं और उन्होंने 16 वर्ष 8 महीने की आयु में ये उपलब्धि हासिल की, जिसके लिए उनका नाम एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री ने श्री समृद्ध सिंह को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। -
एजेंसी
दिल्ली : में रहने वाला एक दूसरा नाइजीरियाई व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है। यह दिल्ली में मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया तीसरा व्यक्ति है।दिल्ली में रहने वाला एक और नाइजीरियाई व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है। यह दिल्ली में मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया तीसरा व्यक्ति है। इससे साथ देश में मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों की कुल संख्या आठ हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। मंगलवार को नाइजीरिया के एक 31 वर्षीय व्यक्ति को संक्रमण के बाद लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मरीज का कोई विदेश यात्रा इतिहास नहीं है।
मंगलवार को नाइजीरिया के एक 31 वर्षीय व्यक्ति को संक्रमण के बाद लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मरीज का कोई विदेश यात्रा इतिहास नहीं है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'भारत में वर्तमान में मंकीपॉक्स के आठ पुष्ट मामले हैं, जिनमें से पांच रोगियों का विदेश यात्रा का इतिहास है।' मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारत में आठ मंकीपॉक्स मामलों में से पांच केरल के हैं और तीन दिल्ली के हैं। केरल के त्रिशूर जिले के इन रोगियों में से एक की मौत हो गई है।
वहीं, लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती दिल्ली के मंकीपॉक्स के पहले मरीज को छुट्टी दे दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पश्चिमी दिल्ली का यह निवासी (34) पिछले महीने मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था।अधिकारियों ने बताया कि उनके संपर्क में आए चिकित्सक सहित 14 लोगों को पृथक किया गया, लेकिन इनमें से किसी में भी कोई लक्षण नहीं दिखा। उन्होंने बताया कि उसे सोमवार रात अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस बीच, शहर के दूसरे मंकीपॉक्स के मरीज तथा नाइजीरियाई नागरिक की हालत स्थिर है।उन्होंने बताया कि उसे बुखार है, त्वचा पर फोड़े हैं। इलाज के लिए उसे दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि अन्य दो संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल व पूर्व केन्द्रीय मंत्री शहीद विद्याचरण शुक्ल की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री ने पंडित शुक्ल के छत्तीसगढ़ में योगदान को याद करते हुए कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के राष्ट्रीय आंदोलनों में उन्होंने शीर्ष भूमिका निभाई। उन्होंने छत्तीसगढ़ में देश की आजादी के लिए जन-जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण काम किया। श्री बघेल ने कहा कि रविशंकर जी अच्छे वकील, राजनेता होने के साथ ही अच्छे वक्ता और लेखक भी थे। उन्होंने स्वतंत्रता के बाद रियासतों के विलय में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें आधुनिक मध्यप्रदेश का निर्माता भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ शासन ने उनकी स्मृति में सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षिक क्षेत्र में अभिनव प्रयत्नों के लिए पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान स्थापित किया है। पुरोधा के रुप में दी गई उनकी सीख हमेशा हमें रास्ता दिखाती रहेगी। छत्तीसगढ़ की उन्नति और यहां सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए रविशंकर जी के प्रयास चिरकाल तक याद किए जाएंगे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री विद्याचरण शुक्ल को याद करते हुए कहा कि कुशल राजनेता और प्रशासक के रूप में विद्याचरण जी जाने जाते हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के रूप में कई सालों तक छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। भारत सरकार के मंत्री के रूप में उन्होंनेे संचार, गृह, रक्षा, वित्त, योजना, विदेश, संसदीय कार्य मंत्रालयों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली। केन्द्रीय मंत्री के रूप में विद्याचरण जी ने देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के विकास की राहें भी प्रशस्त की। झीरम घाटी नक्सली हमले में विद्याचरण जी की शहादत छत्तीसगढ़ कभी भुला नहीं पाएगा। छत्तीसगढ़ के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहली बार रायपुर में आयोजित हो रही प्रोफेशनल बॉक्सिंग फाइट में विजेंदर सिंह करेंगे घाना के इलिआसु सुले से मुकाबला
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में प्रोफेशनल बॉक्सिंग फाइट ‘द जंगल रंबल’ के आयोजक मंडल ने सौजन्य मुलाकात की। आयोजकों ने मुख्यमंत्री ‘द जंगल रंबल’ प्रोफेशनल बॉक्सिंग फाइट का पहला टिकट भेंट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि ‘द जंगल रंबल’ प्रोफेशनल बॉक्सिंग फाइट का आयोजन 17 अगस्त को राजधानी रायपुर के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में किया जाएगा। बॉक्सिंग फाइट में ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह घाना के बॉक्सर इलिआसु सुले से मुकाबला करेंगे। मुख्यमंत्री ने आयोजकों को बॉक्सिंग फाइट के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें प्रथम टिकट देने के लिये धन्यवाद दिया। इस अवसर पर श्री चिन्मय तिवारी और सुश्री सुमन त्रिपाठी उपस्थित थीं। -
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जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहे थे मांग
जनभावनाओं को देखते हुए राज्य शासन ने लिया निर्णय
माता कौशल्याधाम चंदखुरी, बाबा गुरू घासीदास धाम गिरौदपुरी और शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान होगा नया नाम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के महापुरूषों तथा आस्था के केंद्रों को जनभावनाओं के अनुरूप नई पहचान देने के लिए प्रदेश के तीन स्थानों चंदखुरी, गिरौदपुरी और सोनाखान का नाम बदलने के निर्देश दिए है। अब चंदखुरी को माता कौशल्याधाम चंदखुरी, गिरौदपुरी को बाबा गुरू घासीदास धाम गिरौदपुरी और सोनाखान को शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान के नाम से जाना जाएगा। अनेक जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग लंबे समय से इन स्थानों का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। राज्य शासन द्वारा शीघ्र ही राजपत्र में इन तीनों स्थानों के नए नामकरण संबंधी अधिसूचना का प्रकाशन किया जाएगा।
संसदीय सचिव सर्वश्री चंद्रदेव राय, गुरूदयाल सिंह बंजारे, इंद्रशाह मंडावी, यू.डी. मिंज तथा विधायक सर्वश्री बृहस्पत सिंह, गुलाब सिंह कमरो और डॉ. विनय जायसवाल ने आज मुख्यमंत्री से जनभावनाओं के अनुरूप गिरौदपुरी और सोनाखान का नाम बदलने का आग्रह करते हुए इस संबंध में अपना पत्र सौंपा था। छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास ने भी जनआस्था को देखते हुए हरेली के दिन 28 जुलाई को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चंदखुरी का नाम माता कौशल्याधाम चंदखुरी करने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने इन मांगों पर त्वरित निर्णय लेते हुए इन स्थानों के नए नामकरण के निर्देश दिए हैं।रायपुर से लगे चंदखुरी में विश्व का इकलौता कौशल्या मंदिर है। वहां माता कौशल्या के साथ भगवान श्रीराम अपने बालरूप में विराजे हैं। छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या का मायका और श्रीराम का ननिहाल माना जाता है। राज्य शासन ने देश-प्रदेश के लाखों लोगों के श्रद्धा के केंद्र चंदखुरी को श्रीराम वन गमन पर्यटन परिपथ में शामिल कर वहां तालाब के बीच स्थित माता कौशल्या मंदिर का जीर्णोद्धार और तालाब का सौंदर्यीकरण कराया है। तालाब के पास ही भगवान श्रीराम की विशालकाय प्रतिमा भी स्थापित की गई है।
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में स्थित गिरौदपुरी सतनाम पंथ के लाखों अनुयायियों की आस्था का केंद्र है। यह बाबा गुरू घासीदास की जन्मस्थली और तपोभूमि है। सतनाम समाज और स्थानीय लोग लंबे समय से गिरौदपुरी को बाबा गुरू घासीदास धाम गिरौदपुरी के नाम से प्रतिष्ठित करने की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने आज उनकी यह बहुप्रतीक्षित मांग पूरी कर दी है।
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में ही स्थित सोनाखान 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीरनारायण सिंह के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तारी के बाद 10 दिसम्बर 1857 को उन्हें रायपुर के जयस्तंभ चौक में फांसी दे दी गई थी। सोनाखान में जन्मे बिंझवार जनजाति के शहीद वीरनारायण सिंह की वीरता और गरीबों के लिए संघर्ष को अक्षुण्य रखने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि लंबे समय से सोनाखान का नाम उनके नाम से जोड़ने की मांग कर रहे थे। सोनाखान के शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान के रूप में नए नामकरण से क्षेत्रवासियों और जनजाति समाज की पुरानी मांग पूरी हो रही है। -
एजेंसी
मध्य प्रदेश : के शहडोल मेडिकल कॉलेज में एक महिला की मौत के बाद शव वाहन तक नहीं उपलब्ध कराया गया. इसके बाद बेटों को मां का शव लकड़ी की पटरी में बाधकर बाइक से शहडोल जिले से पड़ोसी जिले अनूपपुर तक 80 किलोमीटर दूर अपने घर ले जाना पड़ा.
एमपी अजब है.. ये कहावत यूं ही नहीं कही जाती है. कहने को तो यहां की सड़कें अमेरिका जैसी हैं, शहर स्मार्ट हो गये हैं और पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हैं. लेकिन मरीज के मरने के बाद शव को घर पहुंचाने के लिए शव वाहन तक नहीं मिलता. ताजा मामला मध्य प्रदेश के शहडोल से सामने आया है. शहडोल मेडिकल कॉलेज में रविवार को एक महिला की मौत के बाद जिला अस्पताल ने शव को घर ले जाने के लिए मृतक के परिवार वालों को शव वाहन तक नहीं उपलब्ध कराया. इसके बाद बेटों को मां का शव लकड़ी की पटरी में बाधकर बाइक से शहडोल जिले से पड़ोसी जिले अनूपपुर तक 80 किलोमीटर दूर अपने घर ले जाना पड़ा.
मजबूर बेटों ने बताया कि अस्पताल में न इलाज मिला और न ही मौत के बाद शव वाहन उपलब्ध कराया गया. प्राइवेट शव वाहन वाले ने 5 हजार रुपए मांगें, लेकिन परिजनों के पास इतने पैसे नहीं थे. आखिरकार बेटों ने मां के शव को बाइक पर घर ले जाना सही समझा. मृतक महिला के बेटों का आरोप है कि अनुपपुर जिले से शहडोल मेडिकल कॉलेज में अपनी मां का इलाज कराने आए थे, लेकिन यहां समुचित इलाज नहीं मिलने से उनकी मां की मौत हो गई. इसके बाद उनको शव वाहन चाहिए था, जो मांगने पर भी अस्पताल के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया. इसके बाद बेटों ने 100 रुपए की एक लकड़ी की पटिया खरीदी और उसके ऊपर शव को बांधकर बाइक से 80 किलोमीटर का सफर तय कर अनूपपुर जिले के ग्राम गुड़ारू अपने घर पहुंचे.
न मिला इलाज न मिला शव वाहनअनूपपुर के गुडारू गांव की रहने वाली महिला जयमंत्री यादव को सीने में तकलीफ होने के कारण बेटों ने उपचार जिला अस्पताल शहडोल में भर्ती कराया था. जहां हालत खराब होने के कारण मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया. उपचार के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई. मृतका के बेटे सुंदर यादव ने जिला अस्पताल की नर्सों पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाते हुए मां की मौत के लिए मेडिकल अस्पताल प्रबनधन को जिम्मेदार ठहराया है.
सौ रुपये की लकड़ी की पटरी खरीद बाइक पर शव रखामहिला की मौत के बाद शव को घर ले जाने के लिए शव वाहन की मांग की, लेकिन शव नहीं मिलने और पैसे न होने के कारण बेटों ने सौ रुपए की एक लकड़ी की पटरी खरीदकर किसी तरह से मां का शव बाइक में बांधकर शहड़ोल से अनूपपुर जिले के गुड़ारु गांव पहुंचे.
धरती में नरक देखना है तो शहड़ोल के मेडिकल आइएमृतका के परिजनों का आरोप है कि कहने को तो शहड़ोल संभाग का सबसे बड़ा सर्व सुविधायुक्त मेडिकल कॉलेज है, लेकिन यहां लोगों को अच्छा इलाज तो छोड़िये मरने पर शव वाहन भी नहीं मिलता. सुविधाओं के नाम पर बस यहां खानापूर्ति होती है. -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रखर चिंतक एवं प्रमुख समाज सुधारक श्री बालगंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री तिलक ने सबसे पहले पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। उन्होंने ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है‘ का प्रेरणादायक उद्घोष किया। इससे जन-जन में देश की स्वतंत्रता के प्रति जागरूकता का संचार हुआ। जनता को देश प्रेम एवं अन्याय के विरूद्ध संगठित करने के लिए उन्होंने सार्वजनिक गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव की शुरूआत की। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका यह योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।
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एजेंसी
वित्त मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार जुलाई के महीने में जीएसटी कलेक्शन 1,48,995 करोड़ रुपये का हुआ। पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस बार कलेक्शन 28% अधिक है।
जीएसटी कलेक्शन (GST Collection July 2022) को लेकर एक बार फिर अच्छी खबर आई है। लगातार पांचवें महीने जीएसटी कलेक्शन 1.40 लाख करोड़ रुपये के ऊपर रहा है। वित्त मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार जुलाई के महीने में जीएसटी कलेक्शन 1,48,995 करोड़ रुपये का हुआ। पिछले साल जुलाई की तुलना में इस बार कलेक्शन 28% अधिक है। बता दें, सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल इस महीने में जीएसटी कलेक्शन 1,16,393 करोड़ रुपये का हुआ था।
जुलाई का जीएसटी कलेक्शन अप्रैल के बाद सबसे अधिक है। इस साल अप्रैल में सरकार ने जीएसटी कलेक्शन के जरिए 1.68 लाख करोड़ रुपये इकट्ठा किया था। बता दें, तब पहली बार जीएसटी कलेक्शन 1.50 लाख करोड़ रुपये का हुआ था।
जुलाई के जीएसटी कलेक्शन में सीजीएसटी 25,751 करोड़ रुपये, एसजीएसटी (SGST) 32,807 करोड़ रुपये और IGST 79,518 करोड़ रुपये थी। जबकि सेस 10,920 करोड़ रुपये कलेक्ट हुआ है। वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि लगातार पांचवें महीने जीएसटी कलेक्शन 1.40 लाख करोड़ रुपये के ऊपर रहा है। जीएसटी काउंसिल द्वारा लिए गए फैसलों का असर साफ दिख रहा है। हर एक महीने लगातार जीएसटी कलेक्शन में ग्रोथ दिखाई दे रहा है। समीक्षाधीन अवधि में वस्तुओं के आयात से राजस्व में 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक था।
अबतक के जीएसटी के टॉप 5 कलेक्शन
अप्रैल 2022 - 1,67,540 करोड़ रुपयेजुलाई 2022 - 1,48,995 करोड़ रुपयेमार्च 2022 - 1,42,095 करोड़ रुपयेजनवरी 2022 - 1,40, 986 करोड़ रुपयेमई 2022 - 1,40,885 करोड़ रुपये -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कहा यह देश में सबसे अच्छा बॉटम-अप एप्रोच है
पूर्व आरबीआई गवर्नर श्री राजन, प्रोफेसर श्री राजीव गौड़ा, सुश्री यामिनी अय्यर ने नवागांव(ल) गौठान और मल्टी एक्टीविटी सेंटर सेरीखेड़ी का मुआयना किया
महिला समूहों की आजीविका मूलक गतिविधियों की प्रशंसा की
रायपुर : आरबीआई के पूर्व गवर्नर श्री रघुराम राजन ने छत्तीसगढ़ सरकार की गौठान और गोधन न्याय योजना की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि गौठान और गोधन न्याय योजना के माध्यम से ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए पशुधन, खेती-किसानी और आजीविका को बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल देश में सबसे अच्छा बॉटम-अप एप्रोच है। श्री राजन ने कहा कि इसके माध्यम से हम न सिर्फ खेती-किसानी और आजीविका का बेहतर समाधान प्राप्त कर सकते है, बल्कि इसके जरिए रासायनिक खाद और कीटनाशक का खेती में अंधाधुंध तरीके से हो रहे उपयोग से भूमि की घटती उर्वरा शक्ति, खाद्यान्न पदार्थों की विषाक्तता, पर्यावरण को हो रहे नुकसान और ग्लोबल वार्मिंग जैसी कई समस्याओं को काफी हद तक कम कर सकते हैं। श्री राजन ने यह बाते रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड के ग्राम नवागांव (ल) में आदर्श गौठान और वहां महिला समूहों द्वारा संचालित आयमूलक गतिविधियों के मुआयना के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, प्रोफेसर राजीव गौड़ा एवं सुश्री यामिनी अय्यर, जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रवि मित्तल सहित अन्य अधिकारी उनके साथ थे।पूर्व आरबीआई गर्वनर श्री राजन नवागांव (ल) गौठान में पशुधन की देखभाल, चारे-पानी के निःशुल्क प्रबंध की व्यवस्था, पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार एवं टीकाकरण के प्रबंध की भी सराहना की। श्री राजन ने गौठान में महिला समूहों द्वारा संचालित आयमूलक गतिविधियों जैसे जैविक खाद उत्पादन, मशरूम उत्पादन, सामूहिक सब्जी उत्पादन, तेल आसवन, मत्स्य पालन, मुर्गीपालन, बकरीपालन इत्यादि गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि गौठानों में संचालित आजीविका मूलक गतिविधियां कोविड-19 के दौरान ग्रामीणों को आर्थिक संबल प्रदान करने में मददगार साबित हुई है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी और इससे वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट का निर्माण तथा खेती में इनका उपयोग एक सराहनीय पहल है। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति को बेहतर बनाने के साथ-साथ कृषि की लागत और खाद्यान्न की विषाक्तता को कम किया जा सकेगा।प्रोफेसर श्री राजीव गौड़ा ने भी छत्तीसगढ़ सरकार की गौठान और गोधन न्याय योजना की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल देश के अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय है। सुश्री यामिनी अय्यर ने गौठान और गोधन न्याय योजना के समन्वय से ग्रामीण महिलाओं को गांव में ही आजीविका एवं रोजगार का बेहतर अवसर प्रदान करने की सराहना की।
पूर्व आरबीआई गवर्नर श्री राजन, प्रोफेसर श्री राजीव गौड़ा, सुश्री यामिनी अय्यर ने रायपुर के सेरीखेड़ी स्थित मल्टी एक्टीविटी सेन्टर का भी मुआयना किया। इसका संचालन उजाला ग्राम संगठन सेरीखेड़ी द्वारा किया जा रहा है। इस सेन्टर में ग्रामीण महिलाओं द्वारा 28 प्रकार की गुणवत्तायुक्त पर्यावरणीय मैत्री वाले हर्बल उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। महिला समूहों द्वारा यहां राखी निर्माण, मशरूम उत्पाद, गेज पीस निर्माण, मिलेट्स आधारित बेकरी उत्पाद, आरओ वाटर बॉटलिंग, सेनेटरी पैड पैकेजिंग यूनिट, बायो-फ्लोक्यूलेशन यूनिट, सोलर ड्रायर, साबुन निर्माण, कोल्ड स्टोरेज इत्यादि गतिविधियां संचालित की जा रही है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में रायगढ़ के जिला लघु वनोपज समिति के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिदार के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री कैलाश गुप्ता, मुकुंद मुरारी पटनायक और सुरेश डगला भी शामिल थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ धीवर समाज के महासम्मेलन में शामिल हुए।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविंद चौबे, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, महापौर श्री एजाज ढेबर, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम आर निषाद सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
धीवर समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को दिलाई गई शपथ
मुख्यमंत्री धीवर समाज के महासम्मेलन में हुए शामिलरायपुर : जब से हमारी सरकार बनी समाज के हर वर्ग के चाहे वह कृषक हो या मजदूर हो सभी वर्ग के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कार्य किए गए है। मछुआरा वर्ग की बेहतरी के लिए अनेक कार्य किए। मछली पालन नीति बनाई। हमने मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया है, जिससे अब मछुआरों को शून्य प्रतिशत पर ऋण की सुविधा मिल रही है। मत्स्य पालकों को अब कृषकों जैसी तमाम सुविधाएं मिलने लगी है। इससे प्रदेश के मछली पालक मछुवारें तेजी से आगे बढ़ेंगे, जीवन स्तर में भी सुधार आएगा और मत्स्य पालन के क्षेत्र में पूरे देश में आगे बढ़ेंगे। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कृषि विश्वविद्यालय के सभागृह में आयोजित धीवर समाज के महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने धीवर समाज को जमीन आबंटन की प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात समाज के लिए सर्वसुविधायुक्त भवन बनाने के लिए मदद देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने धीवर समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ भी दिलवाई।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य की औसत मत्स्य उत्पादकता 4000 मेट्रिक टन प्रति हेक्टेयर हो चुकी है। प्रगतिशील मत्स्य कृषक उन्नत प्रजातियों का पालन करके प्रति हेक्टेयर 8000 से 10,000 मेट्रिक टन तक उत्पादन करने लगे हैं। छत्तीसगढ़ की प्रकृति और यहां का वातावरण मछली पालन के लिए पूरी तरह अनुकूल है। उन्होंने कहा है कि हमारे राज्य की भौगोलिक स्थिति भी ऐसी है कि यहां मत्स्य पालन व्यवसाय के लिए बहुत संभावनाएं हैं। अब प्रदेश में मछली के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। शासन द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है मछली उत्पादन में वृद्धि हो। अब गांवों के साथ-साथ बड़े-बड़े बांधों को भी मछली पालन के लिए प्रयोग किया जाने लगा है। यहां तक की घर के आंगन में भी टैंक बनाकर मछली पालन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मछली पालकों को बायो फ्लॉक तकनीकी से मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य कृषकों को 7.50 लाख रुपए की इकाई पर 40 प्रतिशत की अनुदान सहायता दिए जाने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धीवर समाज के लिए शासन ने जो योजनाएं बनाई है, उसका पॉम्पलेट बनाकर समाज के सदस्यों के घर-घर वितरित करें और सामाजिक बैठकों में इसकी जानकारी दें।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य में मछली पालन के लिए 30,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई बांधों एवं जलाशयों से नहर के माध्यम से जलापूर्ति आवश्यकता पड़ती थी, इसके लिए मछली पालक किसानों को 10 हज़ार घन फीट पानी के बदले 4 रुपए का शुल्क देना पड़ता था। लेकिन अब उन्हें एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं रह गई है। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि जब से हमारी सरकार बनी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा रही है कि गांवों के मछली पालन करने वाले तालाब स्त्रोतों पर परंपरागत धीवर समाज को प्राथमिकता हो। शासन द्वारा उनके हितों की रक्षा के लिए कार्य किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि मत्स्य पालकों के लिए मछली पालन नीति बनाई गई है। श्री चौबे ने कहा कि धीवर समाज द्वारा कुछ मुद्दे रखे गए हैं, उसके अनुरूप कार्य किए जाएंगे। यदि किसी गांवों में कोई तालाब निस्तारी के नाम से चिन्हित कर यदि किसी दूसरे वर्ग को आबंटित कर मत्स्य पालन के लिए दिया जाएगा, तो ऐसी स्थिति में संबंधित ग्राम पंचायत के पंच, संरपचों को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने मत्स्य नीति में मछुआरों को परिभाषा के संबंध में भ्रम को सुधारने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम.आर. निषाद ने भी सम्बोधन दिया। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद, श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा तथा अतिथिगण उपस्थित थे। -
एजेंसी
दिल्ली : के उपराज्यपाल द्वारा नई आबकारी नीति (New Excise Policy) के क्रियान्वयन की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार ने राजधानी में खुदरा शराब बिक्री की पुरानी व्यवस्था को फिर से अपनाने का फैसल
राजधानी दिल्ली में जल्द ही शराब बिक्री की पुरानी व्यवस्था एक बार फिर लौटने वाली है। केंद्र के साथ नए उत्पाद शुल्क को लेकर उठे विवाद के बीच उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि केवल सरकार द्वारा संचालित शराब की दुकानें सोमवार 1 अगस्त से नई आबकारी नीति लागू होने तक संचालित होंगी।
दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा नई आबकारी नीति (New Excise Policy) के क्रियान्वयन की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार ने राजधानी में खुदरा शराब बिक्री की पुरानी व्यवस्था को फिर से अपनाने का फैसला किया।
बता दें कि नई शराब नीति की वजह से मौजूदा समय में दिल्ली में चल रही शराब की दुकानों की संख्या में भारी गिरावट आई। जिसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस महीने की शुरुआत में आबकारी नीति के कार्यान्वयन में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उन्होंने दिल्ली के मुख्य सचिव को कथित अनियमितताओं में आबकारी विभाग के अधिकारियों की भूमिका की जांच के साथ-साथ बोली के माध्यम से खुदरा शराब लाइसेंस जारी करने में कार्टेलाइजेशन की शिकायत का भी निर्देश दिया था। लेकिन दिल्ली में पुरानी आबकारी नीति के चलते अब हरियाणा और यूपी के ठेकों की चांदी होने वाली है।
वहीं, दिल्ली में सस्ती शराब के लिए एनसीआर के शहरों के लोग भी आ रहे थे। ऐसे में अब वापस पुरानी आबकारी नीति के आने से हरियाणा और यूपी के ठेकों को फायदा होने वाला है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में मानिकपुरी पनिका समाज, छत्तीसगढ़ के एक प्रतिनिधि मण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। समाज के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश मानिकपुरी के नेतृत्व में आए इस प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री के समक्ष समाज से संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की और एक ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान मानिकपुरी पनिका समाज के संरक्षक श्री देवघर महंत, श्री जी. डी. मानिकपुरी व श्री अंजोर दास, उपाध्यक्ष श्री गोकुल दास मानिकपुरी, महासचिव श्री प्रकाश दास मानिकपुरी, सचिव श्री तुलसी दास मानिकपुरी, कोषाध्यक्ष श्री लोकनाथ केवड़ा, संभाग प्रभारी श्री जगदीश दास राजन, श्री खोमन दास एवम पी. डी. मलिक, युवा संगठन प्रभारी श्री श्रवण मानिकपुरी, श्री पवन दास मानिकपुरी एवम श्री शंकर दास मानिकपुरी, प्रवक्ता सुमन दास मानिकपुरी, श्री शंतू दास मानिकपुरी, श्री शरण दास मानिकपुरी एवम मनोज मानिकपुरी, मीडिया प्रभारी श्रीसेवक दास दीवान, मानिकपुरी कसडोल ब्लाक अध्यक्ष श्री मोतीदास, प्रदेश महासचिव मानिकपुरी पनिका समाज युवा प्रकोष्ट डॉक्टर सुदीप मानिकपुरी सहित श्री छमान दास मानिकपुरी, श्री अमीरदास, श्री जागेंद्र दास, शत्रुहान दास और गुलाब दीवान मौजूद थे। -
एजेंसी
उत्तर प्रदेश : जौनपुर इलाके में 11वीं क्लॉस के बच्चे के स्कूल बैग में सांप छिपकर बैठा हुआ था। बच्चे ने जैसे ही बैग खोला वैसे ही उस सांप ने उस बच्चे को काट लिया। बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के सराय ख्वाजा के हड़ही गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल जौनपुर के मल्हनी इलाके में शुक्रवार सुबह स्कूल बैग में छिपकर बैठे सांप ने एक ग्यारहवीं क्लॉस के बच्चे को डस लिया। आनन फानन में बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक छात्र ने जैसे ही बैग खोला वैसे ही उसमें छिपकर बैठे सांप ने बच्चे को डस लिया। बच्चो को सांप के डसने की खबर जैसे ही परिजनों को मिली उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन सांप का जहर इतना खतरनाक था कि बच्चा उसे बर्दाश्त नहीं कर पाया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
बच्चे की मौत के बाद स्कूल में शोक अवकाश घोषित कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक 11वीं क्लॉस में पढ़ने वाला आकाश कुमार अपने छोटे भाई को स्कूल भेजने के लिए घूंटी पर टंगे बैग को उतार रहा था। बैग उतारते वक्त हाथ से छूट गया और उसमें छिपकर बैठे सांप को लगा कि उसपर हमला हुआ है। अपने ऊपर हमला मानकर सांप ने आकाश कुमार के पैर पर डस लिया। सांप के काटने के बाद आकाश की तबीयत बिगड़ने लगी। परिवार के लोगों ने तत्काल आकाश को अस्पताल पहुंचाया।
आकाश की मौत की खबर सुनते ही स्कूल में मातम पसर गया। स्कूल प्रशासन ने तुरंत शोक जताते हुए स्कूल की छुट्टी कर दी। परिवारवालों का कहना है कि छोटे भाई का स्कूल बैग उतारते समय आकाश को कुछ अजीब सा लगा जिससे उसके हाथ से बैग छूट गया क्योंकि बैग में सांप मौजूद था जिसका किसी को आभास नहीं था। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी है। -
एजेंसी
508 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की शुरुआती डेडलाइन 2022 ही थी। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि केवल दादर और नागर हवेली में ही अब तक 100 फीसदी भूमि अधिग्रहण हो सका है।
देश की पहली 'हाई स्पीट रेल' या फिर कहें कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम जारी है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच प्रस्तावित 1.6 लाख करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में देरी की आशंका है। ऐसे में इसे पूरा करने में अनुमानित लागत सीमा पार हो सकती है। मालूम हो कि कोरोना वायरस महामारी और भूमि अधिग्रहण में आई दिक्कतों के चलते यह देरी हो रही है।2015 में हुए स्टडी में यह अनुमान लगाया गया था कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को पूरा करने में 1.8 लाख करोड़ रुपये का खर्चा आ सकता है। लेकिन अब यानी कि 2022 में कई सारी चीजें बदल गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, भूमि अधिग्रहण में अनुमान से ज्यादा धन खर्च हुआ है। साथ ही सीमेंट, स्टील और अन्य कच्चा माल की कीमतें काफी बढ़ गई हैं।नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) का कहना है कि प्रोजेक्ट के लिए नई लागत की जानकारी अभी नहीं दी जा सकती है। भूमि अधिग्रहण का काम और सभी कॉन्ट्रैक्ट्स पूरे होने के बाद ही इसकी घोषणा की जा सकेगी।508 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की शुरुआती डेडलाइन 2022 ही थी। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि केवल दादर और नागर हवेली में ही अब तक 100 फीसदी भूमि अधिग्रहण हो सका है। प्रोजेक्ट के लिए गुजरात में भूमि अधिग्रहण का काम 98.9% और महाराष्ट्र में 73% पूरा हुआ है। केंद्र सरकार का कहना है कि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में लग रहा समय ही प्रोजेक्ट में हो रही देरी का मुख्य कारण है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां राजधानी स्थित उनके निवास कार्यलय में छत्तीसगढ़ धीवर समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री को प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ धीवर समाज महासभा रायपुर के तत्वाधान में 31 जुलाई को रायपुर में आयोजित नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में समाज के पदाधिकारी सर्वश्री राजेन्द्र, सुरेश कुमार धीवर, डॉ. रामलाल, बसंत निषाद तथा मंगलू आदि शामिल थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजधानी रायपुर में आबंटित भूमि के विकास के लिए 50 लाख रूपए की राशि प्रदाय करने की घोषणा की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उरांव समाज को राजधानी रायपुर में पूर्व में आबंटित भूमि के विकास के लिए 50 लाख रूपए की राशि प्रदाय करने की घोषणा की। उन्होंने यह घोषणा आज शाम अपने निवास कार्यालय में उरांव समाज छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल की सौजन्य मुलाकात के दौरान की। इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री मनोज मंडावी, संसदीय सचिव श्री यू.डी. मिंज, विधायक श्री विनय भगत, विधायक श्री गुलाब कमरो उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समाज को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार समाज के सभी वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए कृत-संकल्पित है। उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अनेक योजनाओं और कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। इनमें उनके शीघ्रता से विकास के लिए शिक्षा तथा स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने निरंतर कार्य हो रहे है, जिससे वे तेजी से आगे बढ़े। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान उरांव समाज के प्रतिनिधिमंडल द्वारा रखी गई मांगों पर तत्परता से कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर समाज की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उनकी मांग के अनुरूप जिला और ब्लॉक स्तर तक तेजी से सामुदायिक भवन की स्वीकृति सहित राशि उपलब्ध करायी जा रही है।इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में उरांव समाज के पदाधिकारी सर्वश्री विक्रम सिंह लकड़ा, आनंद प्रकाश टोप्पो, सेलबेस्तर एक्का, बसंत तिर्की, निकोलस पन्ना, श्रीमती उर्मिला केरकेट्टा, गुलाब कुजूर, श्रीमती सरोजनी तिग्गा, जयप्रकाश कुजूर, पात्रिक तिग्गा तथा विलयम तिग्गा आदि शामिल थे। -
देहरादून : इस सीजन में देहरादून का यह पहला मामला है। उत्तराखंड में अब तक दो मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने उस क्षेत्र का दौरा किया, जहां शिक्षक रहते हैं और पढ़ाते हैं। हालांकि, वहां लार्वा नहीं मिला
देहरादून में डेंगू का इस सीजन का पहला मामला सामने आया है। एक निजी स्कूल के शिक्षक में डेंगू की पुष्टि हुई है। हालांकि, शिक्षक की हालत सामान्य बताई जा रही है। स्कूल के हॉस्टल में ही शिक्षक इलाज चल रहा है। वसंत विहार क्षेत्र के इंदिरानगर स्थित डे-बोर्डिंग स्कूल के 51 वर्षीय शिक्षक की कई दिनों से तबीयत खराब थी। इसके बाद डेंगू की जांच करवाई।जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी के अनुसार, जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। इस सीजन में देहरादून का यह पहला मामला है। उत्तराखंड में अब तक दो मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने उस क्षेत्र का दौरा किया, जहां शिक्षक रहते हैं और पढ़ाते हैं। हालांकि, वहां लार्वा नहीं मिला।
देहरादून में कोरोना के बीच डेंगू की भी चुनौती
देहरादून में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं गुरुवार को भी जिले में 178 मामले सामने आए। वहीं, श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में कोरोना से संक्रमित दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा सीजन का पहला डेंगू केस भी देहरादून में मिला है। अगर कोरोना और डेंगू के केस लगातार बढ़े तो बड़ी समस्या खड़ी होगी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि दून में पर्याप्त इंतजाम हैं।
डॉक्टर की सलाह के बिना न लें दवाएं
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट, डॉ. नारायण जीत सिंह और डॉ. प्रवीण पंवार के मुताबिक, तेज बुखार, सिर में तेज दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों (बदन) और जोड़ों में दर्द, स्वाद का पता न चलना, भूख न लगना, छाती पर खसरे जैसे दाने, चक्कर आना, जी घबराना और उल्टी आना डेंगू के लक्षण हैं। लोग डॉक्टरी सलाह पर ही दवाएं लें।
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एजेंसी
आंध्र प्रदेश : पत्नी को काफी तलाशने के बाद पति को लगा की वह शायद बीच में डूब गई होगी। इससे वह काफी परेशान हो गया और नौसेना, मरीन पुलिस, गोताखोरों व मछुआरों से सहायता मांगी।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक पति ने अपनी गुमशुदा पत्नी को तलाशने के लिए जीवन की सारी कमाई लगा दी। गोताखोर, नौसेना, मरीन पुलिस, हेलिकॉप्टर तक से उसकी तलाश हुई, लेकिन जब पत्नी मिली तो उसके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई।जानकारी के मुताबिक, पत्नी के तलाशी अभियान में पति ने करीब एक करोड़ रुपये खर्च कर डाले। जब पत्नी मिली तो वह अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ थी। इसके बाद पति को गहरा धक्का लगा है।
सालगिरह मनाने पत्नी संग आया था
जानकारी के मुताबिक, पति अपनी सालगिरह पर पत्नी को सप्राइज देना चाहता था। वह विशाखापट्टनम में अपनी पत्नी के साथ आया था। इसके बाद दोनों बीच पर गए और मोहब्बत का इजहार किया। पति के फोन पर किसी का कॉल आया और वह बातों में मशगूल हो गया। इस दौरान पत्नी अपने फोन से सेल्फी लेने लगी। बात खत्म करने के बाद जब वह पलटा, तो पत्नी वहां से गायब थी।
पति को लगा डूब गई पत्नी
पत्नी को काफी तलाशने के बाद पति को लगा की वह शायद बीच में डूब गई होगी। इससे वह काफी परेशान हो गया और नौसेना, मरीन पुलिस, गोताखोरों व मछुआरों से सहायता मांगी। इसमें करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आया।
ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिली पत्नी
काफी तलाश करने के बाद भी जब पत्नी नहीं मिली तो पति निराश हो गया। हालांकि, बाद में वह नेल्लोर में मिली। जब वह पत्नी को लेने पहुंचा तो वह अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ थी। यह देख पति के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने बताया है कि इस मामले में थ्री टाउन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी व परिवारीजनों को भी सूचना दी गई थी।