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- गरांजी में सर्वसुविधा युक्त कोविड केयर सेंटर बनकर तैयारकोविड-19 के मरीजों के लिए 650 बिस्तरों की व्यवस्थाकंट्रोल रूम से की जायेगी मरीजों की सतत निगरानीमरीज माईक के माध्यम से बता सकेंगे अपनी बात
नारायणपुर : वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ विभाग द्वारा हर स्तर पर तैयारिया की गई है और बचाव के लिए प्रयास भी किये जा रहे हैं।कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह आज गरांजी स्थित कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्होंने केयर सेंटर में की गयी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। इस दौरान उन्होंने मरीजों की सतत् निगरानी के लिए बनाये गये कंट्रोल रूम का भी जायजा लिया। इस कंट्रोल रूम में 32 कैमरे लगाये गये हैं।जिसके माध्यम से मरीजों की स्वास्थ्य गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी। मरीज माईक के माध्यम से अपनी स्वास्थ्स संबंधी समस्याओं अथवा अन्य जरूरी चीजों की जानकारी दे सकेंगे। इसके अलावा कलेक्टर ने अन्य वार्डो सहित पेयजल, शौचालय, बिस्तरों आदि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर श्री वैभव क्षेत्रज्ञ, सुश्री निधी साहू, सिविल सर्जन डॉ एम.के सूर्यवंशी के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ सूर्यवंशी ने कलेक्टर श्री सिंह को जानकारी देते हुए बताया कि जिला चिकित्सालय के एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में कोविड केयर सेंटर संचालित है, जहां वर्तमान में 100 बिस्तर की व्यवस्था है। वहां कोविड-19 के मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। वर्तमान में कोविड के ईलाज के लिए 80 मरीज भर्ती है और उनका उपचार चिकित्सकों द्वारा जारी है।कोविड केयर सेंटर में उन मरीजों को रखा जा रहा है, जो कोविड-पॉजिटिव हैं एवं लक्षण रहित हैं तथा सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों को भी यहां रखा जायेगा। इन अस्पतालों में मरीजों के लिए दोनों समय का भोजन एवं चाय-नाश्ते की व्यवस्था भी की गयी है। इसके अलावा पीने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था के साथ-साथ इमरजेंसी की दवाईयें उपलब्ध हैं। वहीं पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सिलेण्डर भी उपलब्ध कराया गया है।
बता दें कि बालक बुनियादी आवासीय स्कूल गरांजी में कोरोना वायरस कोविड-19 के ईलाज के लिए गरांजी में सर्व सुविधायुक्त कोविड 19 केयर सेन्टर तैयार किया गया है। इस कोविड केयर सेंटर में 82 कमरे हैं। कोविड-19 के मरीजों का भर्ती कर उपचार किया जायेगा। इस केयर सेंटर में 650 बिस्तरों की व्यवस्था की गयी है। जहां कोविड के मरीजों को भर्ती कर ईलाज किया जायेगा।कोविड केयर सेंटर गरांजी में मैकेनाइज्ड लांड्री की व्यवस्था भी की गयी है। इसके अलावा विद्युत अवरोध उत्पन्न होने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति सतत् बनाये रखने के उद्देश्य से जनरेटर की भी पुख्ता व्यवस्था की गयी है। मेडिकल स्टाफ के लिए ड्रोनिंग एवं डोफिंग एरिया बनाया गया है। ताकि काम करने के बाद स्टाफ के लोग सुरक्षित बाहर आ, जा सके। - होम आइसोलेशन में कोविड-19 के ईलाज हेतु नियम-शर्तो के आधार पर मिलेगी अनुमति-कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह
नारायणपुर: कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में कोविड-19 के ईलाज की अनुमति नियम-शर्तो के आधार पर देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि होम आईशोलेशन में कोरोना संक्रमित मरीज के रहने के लिए घर में हवादार कमरा और अलग शौचालय होना अनिवार्य है। यदि घर में ऐसी व्यवस्था नहीं है तो मरीज के ईलाज का प्रबंध कोविड केयर सेंटर में किया जाएगा। सामुदायिक शौचालय का उपयोग करने वाले परिवारों को होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। बैठक में अििरक्त पुलिस अधीक्षक श्री जयंत वैष्णव, एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर श्री गौरीशंकर नाग, वेभव क्षेत्रज्ञ के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने बताया कि होम आइसोलेटेड मरीज के घर के बाहर निर्धारित प्रारूप में लाल रंग का स्टीकर चस्पा किया जाएगा। होम आइसोलेशन के लिए उपयुक्त पाए गए मरीजों को उपचार के लिए दवाईयों का एक किट प्रदान किया जाएगा। होम आइसोलेशन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी प्रतिदिन चिकित्सकों या उनके अटेंडेंट से फोन के माध्यम से संपर्क में रहेंगे। मरीजों द्वारा आइसोलेशन प्रोटोकॉल के किसी भी निर्देश की अवहेलना करने पर उन्हें तत्काल कोविड केयर सेंटर शिफ्ट करते हुए अपनी ही अंडरटेकिंग की अवहेलना करने एवं महामारी अधिनियम के उल्लंघन के लिए उन पर कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज के परिजन भी घर से बाहर नहीं जाएंगे तथा दैनिक वस्तुओं की उपलब्धता आवश्यकतानुसार सुनिश्चित करने के लिए जरूरी प्रबंध करेंगे। होम आइसोलेटेड मरीज के घर के घरेलू अपशिष्ट का संग्रहण एवं समुचित प्रबंधन जिला प्रशासन के माध्यम से किया जाएगा। मरीज और उनके परिजन किसी भी परिस्थिति में अपने घर से बाहर नहीं निकलेंगे और न ही बाहर से कोई परिजन या मित्र उनसे मिलने आ सकेगा।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए.आर. गोटा ने बताया कि होम आइसोलेशन के प्रबंधन तथा होम आइसोलेशन के इच्छुक मरीजों की निगरानी एवं समन्वय के लिए जिला स्तर पर सप्ताह के सातों दिन चौबीसों घंटे संचालित होने वाले कॉल सेंटर एवं कण्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। जिला कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07781-252245 है। इसके अलावा डीएसओ डॉ रूपेश रावटे का मोबाईल नंबर 75873-99311 एवं राजेन्द्र बिनकर का मोबाईल नंबर 9691706520 है। जिस पर संपर्क कर मरीज अपनी समस्या बता सकते हैं एवं ईलाज की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। - नारायणपुर में 1332 और ओरछा विकासखंड में 1104 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 7 सितम्बर 2020 तक 1219 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1332 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1104 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर : जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राहुल देव द्वारा जिले के समस्त ग्राम पंचायतों के सचिव को ग्राम पंचायत मुख्यालय में उपस्थित रहकर अपने कर्तव्यों का संपादन करने के निर्देश दिये गये थे। बीते दिन कलेक्अर श्री अभिजीत सिंह द्वारा ग्राम पचंायत सोनपुर का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें सचिव ग्राम पंचायत सोनपुर श्री शान्तुराम शोरी मुख्यालय से अनुपस्थित पाये गये। ग्रामवासियों द्वारा अवगत कराया गया कि संबंधित सचिव ग्राम पंचायत बेनूर में निवास करते हैं एवं सप्ताह में केवल एक बार ही ग्राम पंचायत सोनपुर आते हैं। इसके साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत माह मई 2020 के पश्चात कार्यरत मजदूरों को पर्याप्त राशि उपलब्ध होने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया है।
श्री शान्तुराम शोरी का यह कृत्य शासकीय कार्यो में तत्पर, कर्तव्यनिष्ठ एवं संनिष्ठ नहीं होना परिलक्षित करता है। इस कृत्य को ध्यान में रख कर छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम 1999 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में श्री शान्तुराम शोरी को जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। इनका मुख्यालय कार्यालय जिला पंचायत नारायणपुर निर्धारित किया गया है। ग्राम पंचायत सोनपुर का संपूर्ण प्रभार सचिव ग्राम पंचायत कुंदला श्री सोमसिंह नाग को सौंपा गया है। -
जेईई-नीट की परीक्षा देने वाले छात्रों को निः शुल्क परिवहन सुविधा मिलने से दूर हुई परेशानी
नारायणपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा छात्रों के हित में लिये गये निर्णय के तहत जेईई मेन एक्जाम के लिए नारायणपुर जिले से 38 परीक्षार्थी परीक्षा देने गये। शासन द्वारा छात्रों को आवागमन सुविधा प्रदान करने लिये गये इस निर्णय से छात्र बहुत खुश नजर आये। आखिर जिला प्रशासन ने परीक्षा स्थल तक जाने और वापस लाने की व्यवस्था जो की है।राज्य शासन द्वारा जेईई मेंस एवं नीट की परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को निःशुल्क वाहन सुविधा प्रदान कर उन्हें उनके परीक्षा केन्द्रो तक पहुंचाने एवं वापस लाने के निर्देश के पालन में नारायणपुर जिले से 06 सितम्बर तक 38 जेईई परीक्षार्थियों को निःशुल्क वाहन की सुविधा प्रदान की गई। जेईई की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए जिले के 38 परीक्षार्थियों ने शासन द्वारा दी गई सुविधा का लाभ लिया। एक सितम्बर को संपन्न हुई परीक्षा में 05, 02 सितम्बर की परीक्षा में 1, 03 सितम्बर की परीक्षा में 1, 04 सितम्बर की परीक्षा में 1, 05 सितम्बर की परीक्षा में 24 एवं 06 सितम्बर की परीक्षा में 6 इस प्रकार कुल 38 परीक्षार्थियों ने सुविधा का लाभ लिया है।
बात करने पर परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थियों ने बतााया कि परीक्षा की तारीखे तय होने के बाद परीक्षा देने कैसे जायेंगे, इसकी चिंता सताने लगी थी। क्योंकि सार्वजनिक परिवहन के सभी संसाधन बंद थे और प्रायवेट वाहन लेकर जाना अत्यंत खर्चीला साबित होता। ऐसे में प्रदेश की सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने परीक्षार्थियों की चिंता करते हुए शासन के खर्च पर परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र तक ले जाने एवं लाने की सुविधा उपलब्ध कराकर सराहनीय निर्णय लिया। सरकार के निर्णय के कारण ही हमे जेईई मेंस की परीक्षा देने का अवसर मिला। अगर मुख्यमंत्री हम विद्यार्थियों को परीक्षा देने हेतु निःशुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध नही कराते तो हम जैसे न जाने कितने विद्यार्थी चाहकर भी परीक्षा नही दे पाते, क्योंकि मध्यमवर्गीय परिवार होने के कारण हमारे पालक चाहते हुए भी उन्हें किराये के वाहन से भेजकर परीक्षा नही दिलवा पाते। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन के आभारी हैं।
नीट के परीक्षार्थियों के लिए भी निःशुल्क परिवहन की व्यवस्थाराज्य शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली नीट परीक्षा के परीक्षार्थियों को उनके परीक्षा केन्द्र तक लाने एवं ले जाने के लिए बस की निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के आधार पर बस की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष नंबर 07781-252214 है। कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. मंडावी को बनाया गया है। श्री मंडावी का मोबाइल नंबर 7999454585 है तथा सहायक नोडल विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, नारायणपुर श्री खेमेश्वर पाणिग्राही को बनाया गया है, जिनका मोबाइल नःम्बर 76470-06493 है। अनुविभगीय अधिकारी राजस्व श्री दिनेश कुमार नाग मोबाइल नःम्बर 94792 63731 में भी जानकारी दी जा सकती है। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक जाने और आने के लिए निशुल्क वाहन की व्यवस्था बालक क्रीड़ा परिसर मैदान, नारायणपुर में उपलब्ध रहेगी। वे अपने परीक्षा के एक दिवस पूर्व प्रातः 11 बजे मैदान में अनिवार्यता उपस्थित हो जायेगे। संबंधित परीक्षार्थी जो वाहन से जाना चाहते हैं, वे अपना पंजीयन करा सकते हैं। - 16 सितम्बर तक प्रस्तुत कर सकते हैं, दावा-आपत्ति
नारायणपुर : जिला नारायण्पुर में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंगोड़ितरई के लिए संविदा शिक्षक, लिपिक एवं चतुर्थ वर्ग संवर्ग की संविदा भर्ती हेतु 21 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये थे। संविदा भर्ती हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण के उपरान्त आवेदकों से 16 सितम्बर 2020 तक दावा आपत्ति स्पीड पोस्ट/ रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से या स्वयं उपस्थित होकर दावा आपत्ति आमंत्रित की गयी है।
दावा-आपत्ति कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, जिला नारायणपुर में जमा कर सकते है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी राजस्व की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटसीजीस्टेटडॉटजीओव्हीडॉटइन या जिले की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटनारायणपुरडॉटजीओव्हीडॉटइन पर देखी जा सकती है। - मार्गदर्शी निर्देशों के तहत् करें गिरदावरी का कार्य-कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह
नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने बीते दिन नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल एवं रेमावंड में चल रहे गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री सिंह राजस्व अमले के साथ ग्राम भाटपाल पहुँचे, जहां उन्होंने राजस्व अमले के साथ किसानों से बातचीत कर उनके क्षेत्रक्षादित रकबे का सत्यापन किया।
हल्का पटवारी से मौके पर उन्होंने नक्शे में किसानों के रकबे तथा बोई गई धान सहित अन्य फसलों के पंजीयन की वस्तुस्थिति से जानकारी ली। गिरदावरी सत्यापन के दौरान कई रकबे में वास्तविक बुआई से कम बोनी रकबा मिला, जो त्रुटि पूर्ण पंजीयन से जुड़ा था। जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और सही रकबे का पंजीयन करने के निर्देश दिये।
उन्होंने संबंधितों को निर्देशित करते हुए कहा कि कृषि भूमि में बोनी के आधार पर गिरदावरी का कार्य महत्वपूर्ण है। उन्होंने पटवारियों से कहा कि किसानों के हर खेत में जाकर गिरदावरी का कार्य करें और जिसने जो फसल लगाया है उसकी जानकारी पंजी में अंकित करें। इस अवसर पर नायब तहसीलदार श्री मुकेश ठाकुर, सुश्री ख्याति नेताम के अलावा राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ गिरदावरी का काम किया जाये। सम्बन्धित किसान स्वयं मौजूद रहकर कार्य को देख सकते हैं। गिरदावरी से किसान का बोये गये धान फसल के वास्तविक रकबे की सही जानकारी मिलेगी। इसी के अनुरूप उनका पंजीयन किया जाएगा और धान खरीदी की जाएगी। सर्वे के दौरान जो तब्दीली मौके पर दिखती है, उसके अनुरूप अभिलेख दुरुस्ती होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि राज्य शासन के निर्देशों के अनुरूप गिरदावरी का काम सभी जगहों में सुचारू तरीके से चल रहा है। बता दें कि जिले में विगत 1 अगस्त 2020 से राजस्व विभाग के मैदानी अमले द्वारा गिरदावरी का काम सतत रुप से चल रहा है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने राजस्व विभाग के मैदानी अमले को पूरी सावधानी एवम गंभीरता से कम करने तथा किसानों का पंजीयन सुनिश्चित करने के लिए कहा।
समय -समय पर इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है। इसी तारतम्य में आज कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह आज जिले के नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल, रेमावंड और बाकुलवाही के हल्का पटवारियों के साथ किसानों के खेतों तक जाकर मौका मुआयना कर गिरदावरी कार्य का सत्यापन किया। - गिरदावरी कार्य मे लापरवाही बरतने वालांे पर होगी कड़ी कार्यवाही-कलेक्टर
नारायणपुर : जिले में चल रहे गिरदावरी कार्य मे त्रुटि होने पर कलेक्टर ने तीन पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह बीते शनिवार को जिले के नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल, रेमावंड और बाकुलवाही का दौरा कर गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया।इस दौरान कलेक्टर भाटपाल पहुंचे जहां उन्होंने मौके पर गिरदावरी में पंजीकृत किसान के रकबे में त्रुटिपूर्ण एंट्री पाई, इस पर उन्होंने हल्का पटवारी सुश्री कुमुदिनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इसी तरह ग्राम रेमावंड में निरीक्षण के दौरान पटवारी श्रीमती ईश्वरी सलाम द्वारा रकबा पंजीयन में लापरवाही एवम त्रुटि पूर्ण कार्य के लिए उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है।वहीं बाकुलवाही ग्राम पंचायत के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि 42/14 रकबा 0.233 भूस्वामी के नाम पर दर्ज है, जिसमें खरीफ असिंचित फसल वर्ष 2020-21 में पांचसाला व भुंईया साफ्टवेयर में दर्ज किया गया है परन्तु मौके पर कास्तकार का मकान, बाड़ी, डबरी को पृथक से दर्ज नहीं किया गया है। जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब प्रस्तुत करने कहा है।इन पटवारियों द्वारा निर्धारित समय पर संतोषजनक जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर इनकी वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि गिरदावरी कार्य मे लापरवाही एवम किसी भी प्रकार की असावधानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उल्लेखनीय है कि जिले में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार राजस्व विभाग के मैदानी अमलों द्वारा गिरदावरी का कार्य द्रुत गति से चल रहा है।इस कार्य मे किसी प्रकार की त्रुटि नहीं हो इसके लिए कर्मचारियों को अत्यंत सावधानी के साथ किसानों के रकबे का पंजीयन करने के निर्देश दिए गए हैं। - गिरदावरी के काम में लापरवाही होने पर रूकेगी वेतन वृद्धि -कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह
शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें-कलेक्टर
नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों सहित पटवारियों की क्लास ली। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पूरे प्रदेश सहित जिले में गिरदावरी का कार्य चल रहा है, जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण है।गिरदावरी के इस कार्य को सभी पटवारी पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता के साथ करें, इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रृटि, लापरवाही या असावधानी की कहीं कोई गुंजाईश नहीं है। कलेक्टर ने सभी पटवारियों से कड़े शब्दों में कहा कि अगर किसी पटवारी के द्वारा किये गये गिरदावरी के काम में एक त्रुटि मिलती है, तो उनकी वेतन वृद्धि रोकी जायेगी।वहीं अगर पांच त्रुटियां होती हैं, तो उनके निलंबन की कार्यवाही की जायेगी। बैठक में एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर द्वय गौरीशंकर नाग, वैभव क्षेत्रज्ञ, सुश्री निधि साहू के अलावा उपसंचालक कृषि श्री बघेल, अधीक्षक भू-अभिलेख श्री आकाश भारद्वाज के अलावा राजस्व निरीक्षण एवं पटवारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि बीते दिनों नारायणपुर विकासखंड के विभिन्न गांवों का निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि कुछ पटवारियों द्वारा गिरदावरी का वास्तविक आंकलन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने पटवारियों से कहा कि वे मौके पर जाकर किसानों द्वारा लगायी गयी वास्तविक रकबे का ही सर्वे करें।इस कार्य में गांव के लोगों को भी शामिल करें, और ऐसी फोटोग्राफ लेवें, जिससे उस जगह की पहचान की जा सके। गिरदावरी कार्य में तालाब, मेड़, नाला, डबरी, बाड़ी, कुआ आदि हो तो उन्हें शामिल नहीं करें। उन्होंने पटवारियों से कहा कि वे मौके पर जाकर गिरदावरी का कार्य करें। वास्तविक लगायी गयी फसल का ही आंकलन करें और दर्ज करें।उल्लेखनीय है कि जिले में गिरदावरी के अंतर्गत 82 प्रतिशत ऑफलाईन गिरदावरी का कार्य किया जा चुका है। वहीं 63 प्रतिशत से ऑनलाईन एंट्री की जा चुकी है।
बैठक में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि जिले के अनेक स्थानों पर शासकीय भूमि पर बेजाकब्जा किया गया है। ऐसे बेजा कब्जे वाले स्थानों की सूची बनाकर पटवारी तत्काल संबंधित तहसीलदार के पास रिपोर्ट दर्ज करायें और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने पटवारियों से उनके द्वारा किय जा रहे कार्यों की बारी-बारी से जानकारी ली। - 16 सितम्बर तक प्रस्तुत कर सकते हैं, दावा-आपत्तिनारायणपुर : जिला नारायण्पुर में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंगोड़ितरई के लिए संविदा शिक्षक, लिपिक एवं चतुर्थ वर्ग संवर्ग की संविदा भर्ती हेतु 21 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये थे। संविदा भर्ती हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण के उपरान्त आवेदकों से 16 सितम्बर 2020 तक दावा आपत्ति स्पीड पोस्ट/ रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से या स्वयं उपस्थित होकर दावा आपत्ति आमंत्रित की गयी है। दावा-आपत्ति कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, जिला नारायणपुर में जमा कर सकते है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी राजस्व की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटसीजीस्टेटडॉटजीओव्हीडॉटइन या जिले की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटनारायणपुरडॉटजीओव्हीडॉटइन पर देखी जा सकती है।
- नारायणपुर में 1330 और ओरछा विकासखंड में 1102 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 4 सितम्बर 2020 तक 1216 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1330 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1102 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। -
मार्गदर्शी निर्देशों के तहत् करें गिरदावरी का कार्य-कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह
नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल एवं रेमावंड में चल रहे गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री सिंह आज सुबह राजस्व अमले के साथ ग्राम भाटपाल पहुँचे जहां उन्होंने राजस्व अमले के साथ किसानों से बातचीत कर उनके क्षेत्रक्षादित रकबे का सत्यापन किया। हल्का पटवारी से मौके पर उन्होंने नक्शे में किसानों के रकबे तथा बोई गई धान सहित अन्य फसलों के पंजीयन की वस्तुस्थिति से जानकारी ली। गिरदावरी सत्यापन के दौरान कई रकबे में वास्तविक बुआई से कम बोनी रकबा मिला, जो त्रुटि पूर्ण पंजीयन से जुड़ा था।
जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और सही रकबे का पंजीयन करने के निर्देश दिये। इस संबंध में कलेक्टर ने इसे सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पटवारी, आरआई, नायब तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि कृषि भूमि में बोनी के आधार पर गिरदावरी का कार्य महत्वपूर्ण है। उन्होंने पटवारियों से कहा कि किसानों के हर खेत में जाकर गिरदावरी का कार्य करें और जिसने जो फसल लगाया है उसकी जानकारी पंजी में अंकित करें। इस अवसर पर नायब तहसीलदार श्री मुकेश ठाकुर, सुश्री ख्याति नेताम के अलावा राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ गिरदावरी का काम किया जाये। सम्बन्धित किसान स्वयं मौजूद रहकर कार्य को देख सकते हैं। गिरदावरी से किसान का बोये गये धान फसल के वास्तविक रकबे की सही जानकारी मिलेगी। इसी के अनुरूप उनका पंजीयन किया जाएगा और धान खरीदी की जाएगी। सर्वे के दौरान जो तब्दीली मौके पर दिखती है, उसके अनुरूप अभिलेख दुरुस्ती होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य शासन के निर्देशों के अनुरूप गिरदावरी का काम सभी जगहों में सुचारू तरीके से चल रहा है।
जिले में विगत 1 अगस्त 2020 से राजस्व विभाग के मैदानी अमले द्वारा गिरदावरी का काम सतत रुप से चल रहा है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने राजस्व विभाग के मैदानी अमले को पूरी सावधानी एवम गंभीरता से कम करने तथा किसानों का पंजीयन सुनिश्चित करने के लिए कहा। समय -समय पर इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है। इसी तारतम्य में आज कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह आज जिले के नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल एवं रेमावंड के हल्का पटवारियों के साथ किसानों के खेतों तक जाकर मौका मुआयना कर गिरदावरी कार्य का सत्यापन किया। - मुख्यमंत्री से मिली निःशुल्क वाहन सुविधा से मेरी पुत्री का सपना होगा पूरा-छात्रा का पितानारायणपुर : कोरोना महामारी के बीच होने वाली जेईई-नीट परीक्षा के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छात्रों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केन्द्र तक जाने-आने के लिए निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई है। जिससे की जेईई-नीट के परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना न करना पड़े और समय पर परीक्षा केंद्र पहुँचकर परीक्षा में सम्मिलित हो सके।
जनवरी में जेईई मेंस में 63.48 परसेंटाइल अंक लाने वाली छात्रा कुमारी अनिता कचलाम का कहना है कि उन्होंने कन्या शिक्षा परिसर गरंाजी में 12वीं की पढ़ाई करते-करते जेईई परीक्षा की तैयारी शुरू की। जिला प्रशासन द्वारा उसे जेईई की निःशुल्क कोचिंग भी प्रदान की गयी। पढ़ाई कर परीक्षा की तैयारी में लगी अनिता कहती है कि जब उसे जेईई परीक्षा देने के लिए रायपुर जाना है तथा कोरोना महामारी के चलते बस सुविधा बंद हो जाने से परीक्षा केंद्र रायपुर तक जाना एक बड़ी परेशानी बनी हुई थी।
मध्यम वर्गीय परिवार होने के कारण अनिता के परिवार के लिए यह संभव नहीं था, कि वे किराए का वाहन कर सकें। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हम छात्रों की परेशानी को समझते हुए निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई है। कुमारी अनिता खुशी खुशी राज्य शासन को धन्यवाद देते हुए कहती है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मेरे जैसे हजारांे परीक्षार्थियों को निःशुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध करवाकर हमारी परेशानी को दूर किया है।
लॉकडाउन में बंद हुई वाहनों के कारण मेरी पुत्री मायूस थी। मुझे भी लगता था कि कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण मैं अपनी पुत्री को रायपुर परीक्षा दिलाने कैसे ले जाऊंगा। किंतु प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मुझ जैसे गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों को निशुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध कराकर बच्चों एवं पालको के सपनों को फिर से पंख लगा दिया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री का जितना धन्यवाद ज्ञापित करू, कम है। नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर से 25 किलोमीटर दूर पानीगांव रहवासी श्री मेहत्तर कचलाम शुक्रवार को शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई निःशुल्क वाहन सुविधा के माध्यम से अपनी पुत्री कुमारी अनिता कचलाम को परीक्षा सेंटर पार्थिवी प्राविंस, सरोना सेंटर, रायपुर जेईई मेंस एग्जाम दिलाने ले जाते समय उक्त बातें कहीं ।
श्री मेहत्तर कहते हैं कि कोरोना के डर के कारण आज जहां रिश्तेदार अपने रिश्तेदारों को घर में रुकवाना पसंद नहीं कर रहे ह।ैं वहीं मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए होटल लेकर बच्चों को एग्जाम दिलाना दूर की बात थी। ऐसी परिस्थितियों में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन ने जो निशुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध कराया है, उसके कारण इस विशेष परिस्थितियों में भी उन जैसे पालकों के लिए अपने बच्चों को रायपुर लेकर जाना और एग्जाम दिला कर वापस अपने घर आ जाना संभव हो सका है । - नारायणपुर में 1297 और ओरछा विकासखंड में 1074 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 4 सितम्बर 2020 तक 1185 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।अब तक सबसे ज्यादा 1297 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1074 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने जिले के प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुई दुर्घटनाओं से पीड़ित परिवारों को पात्रतानुसार आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की है।
जिसके तहत ग्राम ग्राम बावड़ी निवासी कुमारी कमली पिता श्री सुकमन सोढ़ी, ग्राम माहका निवासी श्री धनाजी कुमेटी पिता श्री सोमारू की मृत्यु सर्प के काटने के कारण, और झारा नवासी उमिर्तला पिता श्री मोतीराम की मृत्यु पानी में डूबने और ग्राम हुई थी।
कलेक्टर श्री सिंह ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत् इन सभी के परिजनों को 4-4 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश तहसीलदार नारायणपुर को दिये हैं। - नारायणपुर में 1281 और ओरछा विकासखंड में 1073 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 3 सितम्बर 2020 तक 1177 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।
अब तक सबसे ज्यादा 1281 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1073 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर : कार्यालय जिला बाल संरक्षण अधिकारी नारायणपुर द्वारा किशोर न्याय बोर्ड भवन निर्माण हेतु कलेक्टर जिला नारायणपुर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसमें नारायणपुर स्थित खसरा क्रमांक 681 में 6000 वर्गफीट भूमि आबंटित करने की मांग की गयी है।
प्रकरण की सुनवाई अनुविभागीय अधिकारी राजस्व में 16 सितम्बर 2020 को नियत है। इस ंसबंध में जिस की व्यक्ति या संस्था को दावा-आपत्ति प्रस्तुत करना हो तो स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से सुनवाई तिथि या इसके पूर्व इस न्यायालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। नियत तिथि के पश्चात प्राप्त दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। - नारायणपुर : नारायणपुर जिले के दूरस्थ ग्रामों के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराये जाने हेतु योग्यताधारी वाहन चालकों के 4 पदों (अजजा-3, अपिव -01) पर भर्ती हेतु वॉक इन इंटरव्यू इस महीने की 10 तारीख को प्रातः 10.30 बजे कार्यायल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, नारायणपुर में आयोजित किया गया है।वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से शैक्षिणिक योग्यता में प्राप्तांक, कौशल परीक्षा, और मेरिट सूची के आधार पर संविदा नियुक्ति किया जायेगा। नियुक्ति हेतु केवल नारायणपुर जिले के स्थानीय निवासियों को ही शामिल किया जायेगा, अन्य जिलों के आवेदकों के आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।इच्छुक आवेदक कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी नारायणपुर में निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होकर आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समय के पश्चात प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। भर्ती संबंधी अन्य नियम एवं शर्तों की विस्तृत जानकारी के लिए कार्यालय के सूचना पटल और जिले की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटनारायणपुरडॉटइन पर देखी जा सकती है।
- आंगनबाड़ी शुरू करने से पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से करें -कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह
क्वांरटीन सेंटर के सभी लोगो का छोड़ने से पहले जांच कराए-कलेक्टर
नारायणपुर : राज्य शासन द्वारा स्वास्थ एवं पोषण दिवस तथा बच्चों को गर्म भोजन प्रदाय करने हेतु 7 सितंबर से आंगनबाड़ी शुरू करने के निर्देश दिए गये हैं। उसके पूर्व आंगनबाड़ी केंद्रों की साफ सफाई कर गर्म भोजन देने हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में कही।कलेक्टर श्री सिंह ने फ्रंट लाइन में काम करने वाले सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कोरोना जांच 7 सितंबर के पहले करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जयंत वैष्णव, एस डी एम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर द्वय श्री गौरीशंकर नाग, श्री वैभव क्षेत्रज्ञ, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री रविकांत ध्रुवे, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एआर. गोटा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री मोबिन अली सहित कोरोना टास्क फोर्स समिति के सदस्यगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।कलेक्टर ने जिला अस्पताल में बनाये गये कोविड केयर सेंटर्स के अलावा अन्य स्थानों पर कोरोना वायरस के मरीजों के ईलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है। उसकी व्यवस्था की जानकारी ली तथा जल्दी से जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्य कर्मियों की नामजद ड्यूटी लगाने तथा प्रशिक्षण देने कहा।कलेक्टर श्री सिंह ने क़हा की क्वांरटीन सेंटर में अपनी क्वारंटीन अवधि पूर्ण कर घर वापस लौटने वालेे सभी लोगो की आवश्यक जांच करायी जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री आनंद राम गोटा ने जिले में कोविड 19 संक्रमण के संक्रमित मरीजों, स्वस्थ मरीजों, आईसोलेशन के लिये गये सेम्पलों की संख्या, होम क्वांरटीन, प्राप्त रिपोर्ट, कंटेनमेंट एरिया एवं कोरोना संक्रमण से बचाव तथा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। - नारायणपुर में 1278 और ओरछा विकासखंड में 1072 मिलीमीटर वर्षानारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 1 सितम्बर 2020 तक 1176 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।अब तक सबसे ज्यादा 1278 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1072 मिलीमीटर दर्ज की गयी है।
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नारायणपुर : नारायणपुर में नोवल कोरोना वायरस संक्रमण की कारगर तरीके से रोकथाम करने एवं जन-जन की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री मोबिन अली के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम द्वारा दुकानदारों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों द्वारा बिना मास्क के पाये जाने पर तथा सामाजिक दूरी के नियम को तोड़ने, सडक पर थूककर गंदगी फैलाने पर संबंधित लोगो के खिलाफ निरंतर सघन अभियान जारी है। आज ऐसे 14 लोगों कार्यवाही कर 1400 रूपये जुर्माना वसूला गया है।
जिले में कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और सार्वजनिक स्थानांे पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। इसके बावजूद कुछ लोग नगर में बिना मास्क के घुम रहे हैं। इसी के तहत् यह कार्यवाही की गई है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि बिना मास्क लगाये दुकानदार दुकानों का संचालन न करें, नहीं तो यह कार्यवाही सतत् जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नागरिकों एवं दुकानदारांे से स्वयं एवं दूसरों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना जरूरी है। -
पशुपालक पशुओं में लम्पी स्किन डिसीज दिखाई देने पर पशु चिकित्सा विभाग से सम्पर्क करें
नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने पशुओं के शरीर में हो रहे अजीब तरह के घाव (लम्पी स्किन डिसीज) सम्बन्धी सूचना को गंभीरता से लिया है तथा इस सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों से जवाब भी मांगा है। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले के कुछ ग्रामों के गौवंशी पशुओं में एक नई बीमारी का प्रकोप देखने में आ रहा है, बीमारी में पशुओ के शरीर की त्वचा पर गठान बन जाती है।पशुओ को बुखार आता है साथ ही दुधारू पशुओं के दुग्ध उत्पादन में कमी आ जाती है। कुछ गठानो से मवाद भी आता है। इस बीमारी को लम्पी स्किन डिसीज के नाम से जाना जाता है, जो कि एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है। यह रोग मच्छर काटने, मक्खी आदि से एक पशु से दूसरे पशुओं में फैलता है। बीमारी हो जाने पर पशुओं की चमड़ी में गठान (लिम्फ नोड्स में सूजन) पैरों में सूजन, दुग्ध उत्पादन में कमी आदि लक्षण पाये जाते हैं। नारायणपुर के 24 गांवों में पशु चिकित्सा दल लगातार उपचार और टीकाकरण कार्य में करते हुए अभी तक 1763 पशुओं का उपचार एवं 2869 पशुओं को टीकाकरण किया जा चुका है।
पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस रोग के होने पर पशु सुस्त हो जाते हैं तथा बुखार के साथ ही दर्द से परेशान हो सकते हैं। इस रोग से पशु दो तीन सप्ताह में ठीक हो जाते हैं। किंतु दुग्ध उत्पादन कई सप्ताह तक कम रह सकता है। चमड़ी में गठान फूट जाने पर इन फोड़ों में संक्रमण एवं कीड़े पड़ने की संभावना हो सकती है। उन्होंने बताया कि यह रोग विषाणु जनित है अतः इसका वर्तमान में निश्चित उपचार उपलब्ध नहीं है। रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवश्यक उपाय जैसे मच्छर, मक्खी की रोकथाम के लिए संक्रमित क्षेत्र में पशु आवागमन पर प्रतिबंध तथा संक्रमित क्षेत्र की साफ-सफाई की जानी चाहिए। रोग ग्रस्त पशु को स्वस्थ्य पशुओं से अलग कर देना चाहिए तथा लक्षण के आधार पर चिकित्सा की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि पशु पालक पशुओं को होने वाली इस बीमारी से घबराये नहीं क्योंकि इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर बहुत कम है। पशुओं में इस रोग के लक्षण मिलने पर पशु चिकित्सा विभाग, नारायणपुर से अथवा डॉ दीपेश रावटे मोबाईल नःम्बर 9425588106 से संपर्क करें एवं पशुओं का उपचार अवश्य करायें। - जिला दंडाधिकारी श्री अभिजीत सिंह ने जारी किये आदेश
नारायणपुर: कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अभिजीत सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाए जाने पर समय-समय पर जारी आदेशों के तहत जिला मुख्यालय नारायणपुर के नगरीय क्षेत्र पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन, गरांजी को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इस कंटेनमेंट जोन में सक्रिय प्रकरणों की संख्या शून्य होने के उपरांत 14 दिन से अधिक अवधि गुजर जाने एवं उक्त क्षेत्र में एक्टिव सर्विलेंस की गतिविधि पूर्ण होने के उपरांत कंटेनमेंट मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। कंटेनमेंट जोन से मुक्त हुए क्षेत्रों के संबंध में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने आदेश आज जारी कर दिये हैं। - नारायणपुर में 1275 और ओरछा विकासखंड में 1072 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर: कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 31 अगस्त 2020 तक 1174 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1275 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1072 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर: जिले में पोषण अभियान के अंतर्गत 1 से 30 सितम्बर तक राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने बताया कि इस साल कोविड-19 वैश्विक आपदा को देखते हुए राष्ट्रीय पोषण माह को डिजिटल जन-आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान कुपोषण के प्रति जन-जागरूकता के लिए सोशल प्लेटफार्म का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि कुपोषण के स्तर में व्यापक कमी लाने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से देशव्यापी पोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान में व्यवहार परिवर्तन संप्रेषण को एक प्रमुख घटक के रूप में रखा गया है, समुदाय तक पहुंच बढ़ाने और व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जन-आंदोलन के रूप में हर साल राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जाता है।