- Home
- टॉप स्टोरी
- चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ विधेयक पेश किए। अमरिंदर ने विधेयकों को पेश करते हुए भावुक भाषण भी दिया। उन्होंने विपक्षी अकाली दल को निशाने पर भी लिया। अमरिंदर ने कहा कि उनकी सरकार अगर गिरती है तो गिर जाए। उन्हें इसका डर नहीं है लेकिन वह किसानों के साथ हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र का कृषि बिल किसानों और भूमिहीन श्रमिकों के हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने इस दौरान तीन विधेयक, किसानों को उत्पादन सुविधा अधिनियम में संशोधन, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन, किसानों के समझौते और कृषि सेवा अधिनियम में संशोधन बिल विधानसभा में पेश किए।
मुख्यमंत्री बोले, पहले भी दिया था इस्तीफाविधेयक पेश करने के दौरान अमरिंदर सिंह ने कहा, 'मुझे अपनी सरकार के गिरने का डर नहीं है। मैं इस्तीफा भी देने के लिए तैयार हूं। पहले भी पंजाब के लिए इस्तीफा दिया था। हम किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। बिल पेश करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि कृषी संसोधन बिल और प्रस्तावित इलेक्ट्रिसिटी बिल दोनों ही किसान, मजदूर और वर्कर्स के लिए घातक हैं।राज्य के वित्त मंत्री ने पेश किया एक बिल
राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने भी विशेष विधानसभा सत्र के दौरान सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 में संशोधन के लिए एक विधेयक पेश किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि अध्यादेशों और बिजली अधिनियम में संशोधन के खिलाफ एक प्रस्ताव रखा।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि बिलों को लेकर पंजाब में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी राज्य में किसानों का समर्थन करने पहुंचे थे और ट्रैक्टर यात्रा की थी। - नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना के नए मामले तेजी से घटे हैं। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।अब तक साढ़े 66 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 55,722 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 579 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के 75 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कुल 75 लाख 50 हजार 273 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 66 लाख 63 हजार 608 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना के नए मामलों के साथ देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है।देश में फिलहाल कोरोना के 7 लाख 72 हजार 55 सक्रिय मामले हैं। देश में कोरोना से अब तक कुल 1 लाख 14 हजार 610 लोगों की मौत हो चुकी है।रिकवरी दर बढ़ी
देश की कोरोना रिकवरी दर तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में देश में कोरोना से 66,399 लोग ठीक हुए हैं। इसको मिलाकर भारत की कोरोना रिकवरी दर फिलहाल 88.26% हो गई है।इसके साथ ही देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट आई है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 11,256 सक्रिय मामले कम हुए हैं। इसको मिलाकर कोरोना का एक्टिव रेट 10.23% हो गया है। देश में कोरोना की मृत्यु दर 1.52% है।
अब तक साढ़े 9 करोड़ कोरोना टेस्ट
देश में अब तक साढ़े नौ करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में शनिवार तक 9,50,83,976 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 8,59,786 टेस्ट कल किए गए हैं। - नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए मामलों में पहले के मुकाबले थोड़ी कमी देखने को मिल रही है लेकिन अब भी मामले बड़ी संख्या में ही सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में संक्रमण के 62,212 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 837 मरीजों की मौत हुई है। अब देश में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 74,32,681 हो गई है, जिसमें 7,95,087 सक्रिय मामले, 65,24,596 रिकवर मामले और 1,12,998 मौत शामिल हैं।
भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 1.5 महीनों में पहली बार 8 लाख के नीचे आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में उच्च स्तरीय केंद्रीय टीमें नियुक्त की हैं। इन राज्यों में हाल में कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, 16 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 9,32,54,017 सैंपल टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 9,99,090 सैंपल शुक्रवार को टेस्ट किए गए हैं।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं।सक्रिय मामले 13,928 हैं। उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं। सक्रिय मामले 13,928 हैं।उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है। - पटना : बिहार के प्रमुख विपक्षी महागठबंधन ने शनिवार को अपना साझा घोषणा पत्र जारी कर वायदों की झड़ी लगा दी। राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस और वामदलों के इस संयुक्त घोषणा पत्र को 'संकल्प बदलाव का' का नाम दिया गया है।इस अवसर पर आरजेडी नेता व महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ने अपनी सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली बैठक में ही 10 लाख नौकरियां देने का संकल्प दुहराया। साथ ही यह भी कहा कि 15 साल से डबल इंजन की सरकार रहने के बावजूद नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला सके हैं। इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप तो इसके लिए नहीं आएंगे।
आज का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी
इस अवसर पर तेजस्वी ने कहा कि आज बेरोजगारी बसे बड़ा मुद्दा है। अपनी सरकार बनने पर वे रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की फीस माफ करेंगे तथा परीक्षा केंद्र तक जाने का किराया भी देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली जाते हैं। हमें पलायन रोकने का संकल्प लेना है। उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन देने तथा जीविका दीदी को नियमित वेतन देने व वेतन वृद्धि का भी वादा किया।कृषि ऋण माफ करने की भी बात कही। बोले कि राज्य में चीनी व जूट मिलें ठप हैं। बिहार में बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा है। सरकार बिजली खरीद कर बेचती है। सबसे महंगी बिजली बिहार में ही है।
बीजेपी के काल में बढ़ अपराध
कानून-व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि सृजन घोटाले के आरोपी घूम रहे हैं। महागठबंधन की 18 महीने की सरकार से 15 साल की तुलना कर लीजिए। भारतीय जनता पार्टी (BJP) जबसे सरकार मे आई है, अपराध बढ़े हैं।
साथ आ गए हैं दो षड्यंत्रकारी दोस्त
इस अवसर पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने ही नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था। तब निर्मल बाबू या सुशासन बाबू ने डीएनए का नया मतलब बताया था। नीतीश कुमार पर हमलावर होते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उनमें दम नहीं है।अब दो षड्यंत्रकारी दोस्त साथ आ गए हैं। बीजेपी ने तीन गठबंधन बनाए हैं। इनमें एक लोक जनशक्ति पार्टी का भी है। ये लोग बिहार को धोखा दे रहे हैं। यह सरकार तो सृजन घोटाले के फेविकॉल से चल रही है। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तब कृषि के तीनों नए कानून निरस्त कर दिए जाएंगे। - नई दिल्ली : महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस द्वारा कुछ दिनों पर किए गए टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) घोटाले के खुलासे को लेकर आज यानी 15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने मुंबई पुलिस की जांच को चुनौती देने वाली रिपब्लिक टीवी की याचिका को आज खारिज कर दिया दिया। न्यायालय ने रिपब्लिक टीवी को बॉम्बे हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है, अब इस मामले की सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट में होगी।
दरअसल, बीते दिनों मुंबई पुलिस ने टीआरपी रेटिंग में हेराफेरी करने वाले एक रैकेट को पकड़ा है। जिससे बाद पुलिस ने रिपब्लिक चैनल समेत कुल 3 चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। मुबंई पुलिस की इसी कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसे आज न्यायालय ने खारिज कर दिया।
गुरुवार को हुई सुनवाई से पहले मुंबई पुलिस की तरफ से कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया, जिसमें रिपब्लिक टीवी द्वारा दाखिल याचिका का विरोध किया गया था। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस ने अपने हलफनामे में रिपब्लिक टीवी की याचिका को कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग करार दिया गया है, पुलिस ने न्यायालय से याचिका को जुर्माने के साथ खारिज करने की मांग की थी।
बता दें गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा कि BARC की एक शिकायत के आधार पर कथित TRP घोटाले की जांच शुरू की गई थी। यह पाया गया कि रेटिंग एजेंसी ने हंसा रिसर्च नामक एक एजेंसी के माध्यम से मुंबई भर में 2,000 घरों में अपने टीआरपी बैरोमीटर स्थापित किए हैं। हंसा रिसर्च के पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि इनमें से कुछ घरों में रेटिंग बढ़ाने के लिए कुछ चुनिंदा चैनलों को दिन भर रखने के लिए रिश्वत दी गई थी।
- नई दिल्ली : लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। बुधवार को दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में सुभाषिनी राज राव ने सदस्यता ली।बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की सदस्यता लेने वाली सुभाषिनी के लिए माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें इस चुनाव मैदान में उतार सकती है।सुभाषिनी यादव कभी जदयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एनडीए (NDA) के संयोजक रहे और अब लोकतांत्रिक जनता दल (Loktantrik Janata Dal) के अध्यक्ष बिहार के दिग्गज नेता शरद यादव (Sharad Yadav) की बेटी सुभाषिनी यादव (Subhashini Raj Rao)की बेटी हैं। माना जा रहा है कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाली हैं।
- नई दिल्ली : कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ( Dr Harsh Vardhan) ने मंगलवार को कहा कि भारत में अगले साल की शुरुआत तक कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) उपलब्ध होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं हमारे पास एक से ज्यादा स्त्रोत से वैक्सीन उपलब्ध होगी. हाल ही में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि 2021 की पहली तिमाही तक हमारे पास एक कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) उपलब्ध होने की संभावना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज मंत्री समूह की बैठक के दौरान कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में एक से अधिक स्रोतों से देश में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए. देश में टीकों का वितरण किस प्रकार से किया जाए इसे लेकर हमारे विशेषज्ञ समूह पहले से ही रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं. हम निश्चित रूप से कोल्ड चेन सुविधाओं को मजबूत कर रहे हैं."
मौजूदा समय में, देश में चार कोरोनावायरस वैक्सीन का प्री-क्लीनिकल ट्रायल (Pre-Clinical Trial) एडवांसड स्टेज में है.
इससे पहले, रविवार को स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि सरकार ने भारत में कोविड-19 टीके के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘‘रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी. आंकड़ों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी.''
स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को कहा, "भारत की बड़ी आबादी को देखते हुए एक वैक्सीन या एक वैक्सीन विनिर्माता पूरे देश की वैक्सीन की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है. इसलिए हम भारतीय आबादी के लिए उनकी उपलब्धता के अनुसार, देश में कई COVID-19 वैक्सीन को पेश करने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए स्वतंत्र हैं."
बता दें कि अमेरिका के बाद भारत कोरोनावायरस महामारी से दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. भारत में कोविड-19 के 55,342 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले 71.75 लाख के पार पहुंच गए हैं जबकि बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 62 लाख को पार कर गई है. - एजेंसीनई दिल्ली : दुनियाभर में कोविड-19 महामारी के कहर के बीच कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की कवायद जारी है। इस बीच झटका देने वाली खबर है कि जॉनसन एंड जॉनसन ने अपनी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है। ट्रायल में हिस्सा ले रहे एक शख्स में किसी तरह की बीमारी होने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने फिलहाल अपनी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है।
न्यू जर्सी कंपनी न्यू ब्रंसविक के एक प्रवक्ता जेक सरजेंट ने हेल्थ केयर न्यूज मुहैया कराने वाली एजेंसी STAT की रिपोर्ट को सही बताया और कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वायरस की वैक्सीन पर जारी ट्रायल को रोक दिया गया है।
इस महीने की शुरुआत में जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका में वैक्सीन बनाने वालों की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुआ है। जॉनसन एंड जॉनसन की एडी26-सीओवी2-एस वैक्सीन अमेरिका में चौथी ऐसी वैक्सीन है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में है। पिछली बार की रिपोर्ट में कहा गया था वैक्सीन ने प्रारंभिक अध्ययन में कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाई है। शोधकर्ताओं ने कहा था कि अब तक के परीक्षण परिणामों के आधार पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं थे।
जॉनसन एंड जॉनसन ने जब इस वैक्सीन के अंतिम चरण के परीक्षण को शुरू किया था, तब कंपनी ने कहा था कि इसके तहत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको और पेरू में 60 हजार लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगने की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब इससे पहले एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर रोक लगा दी गई थी।
वैक्सीन बनाने की रेस में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सबसे आगे चल रही थी, मगर बीते दिनों कुछ वालंटियर की कोविशील्ड टीका लेने के बाद हालत बिगड़ने पर तीसरे चरण के परीक्षण छह सितंबर को रोकने पड़े थे। हालांकि, ब्रिटेन और भारत में दोबारा शुरू हो चुके हैं। जबकि, अमेरिका या अन्य देशों ने अभी दोबारा मंजूरी नहीं दी। -
नई दिल्ली : Coronavirus in India: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 71 लाख के पार पहुंच गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 66,732 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 71,20,538 हो गए हैं इसी अवधि में इसी अवधि में 816 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,09,150 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, इस समय देश में 8,61,853 लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं अब तक 61,49,535 लोग इस वायरस को मात देने में कामयाब रहे हैं, पिछले 24 घंटों में 71,559 कोरोना संक्रमित ठीक हुए हैं.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 110 दिन में एक लाख के पार पहुंचे थे, जबकि इसके बाद 59 दिन में मामले 10 लाख से अधिक हो गए. कोविड-19 के कारण मृत्युदर 1.53 प्रतिशत है. रिकवरी रेट 86.36 फीसदी है, पॉजिटिविटी रेट 6.7 प्रतिशत है तो वहीं कुल 12.1 प्रतिशत मामले एक्टिव हैं.
- मीडिया रिपोर्टनई दिल्ली : एक्ट्रेस से पॉलिटिशियन बनीं खुशबू सुंदर ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में खुशबू सुंदर ने पार्टी में बड़े स्तर पर बैठे लोगों पर दबाए जाने का आरोप लगाया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि खुशबू सुंदर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकती हैं.
हालांकि, खुशबू सुंदर ने इस तरह की खबरों का खंडन किया था. इस बीच वे रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हुईं. सोमवार को खुशबू सुंदर ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. अपने इस्तीफे में खुशबू सुंदर ने कहा कि बड़े पदों पर बैठ कुछ लोगों का जमीनी स्तर के लोगों से कोई जुड़ाव नहीं है या वे जानते नहीं हैं कि पार्टी की वास्तविक स्थिति क्या है.
गौरतलब है कि खुशबू सुंदर कई पार्टियों से जुड़ी रही हैं. वह 2010 में डीएमके में शामिल हुई थीं, जब डीएमकी सत्ता में थी. हालांकि, चार साल बाद जब खुशबू सुंदर ने डीएमके छोड़ी, तो कहा था कि डीएमके के लिए कड़ी मेहनत एक तरफा रास्ता था. उसी साल 2014 में खुशबू सोनिया गांधी से मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थी.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद खुशबू सुंदर ने कहा था कि मुझे लगता है कि मैं घर पर हूं. कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो भारत के लोगों के लिए अच्छा कर सकती है और देश को एकजुट कर सकती है. हालांकि, खुशबू को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं मिला था. इसके बाद से ही वह नाराज चल रही थीं. - एजेंसी
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीवीआईपी हस्तियों के आने-जाने के लिए विमान खरीदने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शनिवार को उन्होंने ट्रक में यात्रा कर रहे सेना के जवानों का एक वीडियो जारी किया। गांधी ने कहा कि जवानों को नॉन बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने के लिए भेजा जा रहा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘हमारे जवानों को नॉन-बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने भेजा जा रहा है और प्रधानमंत्री के लिए 8,400 करोड़ के हवाई जहाज। क्या यह न्याय है?’ राहुल ने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए खरीदे गए वीवीआईपी विमान को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
राहुल ने जो वीडियो जारी किया है उसमें दिख रहा है कि वाहन के अंदर बैठे कई सैनिक कथित तौर पर यह चर्चा कर रहे हैं कि गैर-बुलेटप्रूफ ट्रकों के जरिए उन्हें भेजना कैसे खतरनाक है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस सांसद ने वीवीआईपी विमानों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है।
पिछले हफ्ते राहुल गांधी ने पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित की गई रैली में भी इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था, ‘एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने 8,000 करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे हैं। दूसरी तरफ चीन हमारी सीमाओं पर है और हमारे सुरक्षा बल हमारी सीमा की रक्षा के लिए कठोर ठंड का सामना कर रहे हैं।’
किसान आंदोलन में राहुल गांधी से जब पूछा गया कि वह जिस ट्रैक्टर पर बैठे थे, उसमें सोफे लगे थे। इसपर राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी ने 8,000 करोड़ के दो विमान खरीदे हैं, उसमें तो पूरा पलंग है। केवल इसलिए क्योंकि उनके दोस्त ट्रंप के पास भी ऐसा ही है। बता दें कि तीन अक्तूबर को भारत को अमेरिका से दो बी-777 विमान मिले हैं।
- एजेंसीयूपी : हाथरस में साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर हो रहे खुलासे पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को साजिश की आड़ में छिपा रही है. आजतक से खास बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वेबसाइट तो अजीबोगरीब है. उसकी बुनियाद पर साजिश कर रहे हैं. जहां कहीं भी सरकार से गड़बड़ी हो तो वहां साजिश बना दिया जाए. यह पुरानी कहानी हो चुकी है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. उस बच्ची के साथ रेप हुआ. उस बच्ची का आपने सही इलाज नहीं करवाया.
असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि आपने (सीएम योगी आदित्यनाथ) ने दलित परिवार को अपनी लड़की के अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं दी. रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया. क्या ये भी अंतरराष्ट्रीय साजिश है. कब तक अपनी नाकामियों को इस तरह की बातों में छुपाते रहेंगे. बिहार चुनाव में हर मसले की गूंज होगी.
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने दावा किया है कि हाथरस की आड़ में दंगे कराने की साजिश रची जा रही थी. इस मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम सामने आया है. इस मामले में पीएफआई के चार कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था. उनके पास से विवादित साहित्य भी बरामद किया गया था.
यूपी की शांति को भंग करने की साजिश में पीएफआई का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसके मुखपत्र के संपादक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार संपादक शाहीन बाग के पीएफआई दफ्तर का सचिव भी था. पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश कर रही है ताकि पूछताछ के बाद जांच को आगे बढ़ाया जा सके. - नई दिल्ली : देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 लाख 35 हजार के पार हो गई है. इनमें से एक लाख 5 हजार 526 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 2 हजार हो गई और कुल 58 लाख 27 हजार लोग ठीक हो चुके हैं. संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या छह गुना ज्यादा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, नए संक्रमण से ज्यादा ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. देश में पिछले 24 घंटों में 78,524 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए और 83,011 मरीज ठीक भी हुए हैं. हालांकि 971 मरीजों की जान भी चली गई.
ICMR के मुताबिक, 7 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 8 करोड़ 34 लाख 65 हजार 975 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 11 लाख 94 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट करीब सात फीसदी है.
सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में एक्टिव केसदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है. मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है.
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मृत्यु दर गिरकर 1.54% हो गई. इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 13% हो गई है. इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 85% पर है. भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है. - नई दिल्ली : शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह दागी नेताओं के मुकदमे तेजी से निपटाने के लिए अदालतों को सुविधाएं उपलब्ध कराए। ये मुकदमे जनता के सिर पर बोझ हैं। जस्टिस एनवी रमन की पीठ ने केंद्र से कहा कि वह मामलों के तेजी से निपटारे की बात तो करता है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाता। इसी के साथ केंद्र को इस मुद्दे पर अंतिम कदम उठाने और कोर्ट को सूचित करने को कहा।
कोर्ट ने कहा कि कई हाईकोर्ट ने मांग की है कि लंबित मामलों को तेजी से निपटने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा दी जाए। कोर्ट ने केंद्र से कहा की वह इस बारे में फैसला ले और बताए की इसके लिए कैसे फंडिंग की जाएगी। रिपोर्ट में यह भी इंगित किया गया है कि पुलिस कानून निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में सकुचाती और डरती है। यह गंभीर मामला है। केंद्र सरकार को इस मामले में भी ध्यान देने की जरूरत है।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा कि अदालत सभी राज्यों के डीजीपी को निर्देश जारी करे जिससे समन समय से तामिल हो सके। अमिकास क्यूरी वकील ने कल कोर्ट में रिपोर्ट दायर की थी। उन्होंने कहा था कि कोर्ट की मॉनिटिरिंग के बावजूद नेताओं के खिलाफ आपराधिक लंबित केस बढ़ रहे हैं और अब इनकी संख्या 4859 हो गई है।
केंद्र सरकार ने जवाब देने के लिए कुछ समय मांगा जिस पर कोर्ट ने मामले को 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया। कोर्ट नेताओं के खिलाफ लंबित आपराधिक मुकदमे तेजी से निपटाने की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। यह याचिका वकील अश्वनी उपाध्याय ने दायर की है। -
एजेंसी
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बीते 24 घंटों के दौरान 61,267 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, महामारी को मात देने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इस दौरान 75 हजार से अधिक मरीज ठीक हुए हैं और रोगियों के ठीक होने की दर बढ़कर 84.70 फीसद पर पहुंच गई है, जबकि मृत्युदर गिरकर 1.55 प्रतिशत पर आ गई है। नए मरीजों और ठीक हुए मरीजों के बीच 15 हजार का अंतर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के 61,267 नए मामले मिले हैं और संक्रमितों का आंकड़ा 66 लाख 85 हजार 83 हो गया है। इस दौरान 77,787 मरीज ठीक हुए हैं और स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 56 लाख 62 हजार 490 हो गई है। इस दौरान 884 लोगों की मौत हुई है, जो पिछले कई हफ्तों के बाद एक दिन में मरने वालों की सबसे कम संख्या है। देश में अब तक एक लाख तीन हजार से अधिक मरीजों की जान जा चुकी है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक सोमवार को 10 लाख 89 हजार 403 नमूनों की जांच की गई। देश में अब तक कुल 8 करोड़ 10 लाख 71 हजार 797 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। मंत्रालय के मुताबिक देश में प्रति 10 लाख आबादी पर रोजाना 828 नमूनों की जांच हो रही है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के 140 जांच प्रतिदिन के लक्ष्य से छह गुना ज्यादा है।
कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र में 120,244 नए मामले सामने आए है। पिछले लगभग डेढ़ महीने के दौरान एक दिन में नए मामलों की यह सबसे कम संख्या है। इस दौरान 12,982 मरीज ठीक भी हुए हैं और 263 लोगों की मौत हुई है। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 14.53 लाख हो गया है। इनमें से अब तक 11.62 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 38,347 मरीजों की जान भी जा चुकी है।
देश की राजधानी दिल्ली में भी दो हजार से कम 1,947 नए केस मिले हैं। संक्रमितों की कुल संख्या 2.92 लाख हो गई है। 32 मौतों के साथ मरने वालों का आंकड़ा 5,542 पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश में भी नए मामलों में कमी आई है और 3,064 मामले मिले है। राज्य में अब तक 4.17 लाख संक्रमित पाए जा चुके हैं और 6,092 लोगों की जान भी जा चुकी है, जिसमें 63 मौतें बीते चौबीस घंटों में हुई हैं। - वाशिंगटन : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से विश्वभर में करीब 3.42 करोड़ संक्रमित हैं और 10.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार विश्वभर में तीन करोड़ 42 लाख पांच हजार सात सौ 55 लोग संक्रमित हो चुके है तथा अब तक 10 लाख 21 हजार सात सौ 63 लोगों की मौत हो चुकी है।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में इसके संक्रमण से 2.07 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा यह महामारी विकराल रूप ले चुकी है और अब तक 72.77 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। भारत में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की कुल संख्या अब 63,94,069 हो गयी है। पिछले 24 घंटों में 78,877 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जिसके साथ ही अब तक कोरोना मुक्त होने वालों की संख्या 53,52,078 हो गयी है।
संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या कम होने से सक्रिय मामलों की संख्या 1512 बढ़कर 9,42,217 हो गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान 1095 मरीजों की मौत हो गयी जिससे संक्रमण से अब तक जान गंवाने वालों की संख्या 99,773 हो गयी है। ब्राजील में अब तक लगभग 48.47 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 1.44 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।रूस में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 11.79 लाख हो गई है तथा 20,796 लोगों ने जान गंवाई है। कोलंबिया ने कोरोना से प्रभावित होने के मामले में पेरू के पीछे छोड़ दिया है। यहां पर इस जानलेवा विषाणु से अब तक करीब 8.35 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 26,1996 लोगों ने जान गंवाई है। पेरू में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और यह कोरोना से संक्रमित होने के मामले में छठे स्थान पर पहुंच गया है। यहां इस वायरस से अब तक 8.14 से अधिक लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 32,463 लोगों की मौत हो चुकी है।स्पेन कोरोना संक्रमितों की संख्या में सातवें स्थान पर आ गया है जहां यह संख्या 7.78 लाख हो गयी है। वहीं यहां इस वायरस से मरने वालों की संख्या 31,973 हो गयी हैं। अर्जेंटीना ने कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में मेक्सिको को पीछे छोड़ दिया है। यहां इस जानलेवा विषाणु से अब तक 7.65 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा 20,288 लोगों की मौत हुयी है।
मेक्सिको में कोरोना से अब तक करीब 7.48 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 78,078 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में करीब 6.76 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 16,866 लोगों की मृत्यु हुई है। कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में फ्रांस ने चिली को पीछे छोड़ दिया है। यहां इसकी चपेट में अब तक 6.16 लाख से अधिक लोग आए हैं तथा 32,034 लोगों की मृत्यु हुई है। चिली में कोरोना से लगभग 4.64 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 12,822 लोगों की मौत हुई है।ब्रिटेन में कोरोना से अब तक लगभग 4.62 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 42,292 लोगों की मौत हुई है। ईरान में इस महामारी से 4.61 लाख से अधिक लोग संक्रमित है जबकि 26,380 लोगों की मौत हो चुकी है। इराक ने कोरोना संक्रमितों के मामले में सऊदी अरब, पाकिस्तान और बंगलादेश को पीछे छोड़ दिया है। यहां संक्रमितों की संख्या 3.67 लाख है वहीं 9,231 लोगों की मौत हो चुकी है। बंगलादेश में संक्रमितों की संख्या 3.64 लाख हो गई है तथा 5272 लोगों की मौत हो चुकी है। सऊदी अरब में कोरोना के 3.35 लाख मामले सामने आए हैं जबकि 4,794 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
तुर्की में इस महामारी से अब तक 3.20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 8,262 लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 3.17 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35,918 लोगों की मौत हुई है। फिलीपींस में संक्रमितों की संख्या लगभग 3.14 लाख से अधिक हो गई है और 5,562 लोगों की मौत हो चुकी है।पाकिस्तान में कोरोना से अब तक लगभग 3.13 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 6,499 लोगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में अब तक 2.95 लाख से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं तथा 9,509 लोगों की मौत हुई है। इंडोनेशिया में संक्रमितों की संख्या 2.91 लाख से अधिक हो गयी है तथा 10,856 लोगों की मौत हो चुकी है।कोरोना वायरस से इक्वाडोर में 11355, बेल्जियम में 10023, कनाडा में 9368, बोलीविया में 8001, नीदरलैंड में 6,470, स्वीडन में 5893, मिस्र में 5946, चीन में 4739, रोमानिया में 4,862, यूक्रेन में 4,288, ग्वाटेमाला में 3261, पोलैंड में 2543, पनामा में 2,387, होंडुरास में 2,380 और स्विट्जरलैंड में 2074 लोगों की मौत हो चुकी है। - नई दिल्ली : भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 81484 नए मामले सामने आए जिसके बाद देश में वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 63 लाख से ऊपर पहुंच गई है। वहीं, देश में अब तक 53 लाख से ज्यादा लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। वायरस के कारण अब तक एक लाख के करीब मरीजों की मौत हो गई है। वहीं देश में पहला मामला 30 जानवरी को सामने आया था।
केंदीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 81,484 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 63,94,069 हो गए हैं। वहीं 1,095 लोगों की मौत होने से मृतकों संख्या 99,773 हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार 53,52,078 मरीज या तो ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे देश छोड़कर चले गए है। देश में वर्तमान में कोविड-19 के 9,42,217 सक्रिय मामले हैं।
दुनिया में अब तक करीब 10 लाख की मौतभारत में पहला कोरोना संक्रमित मरीज 30 जनवरी को सामने आया था। विश्व स्तर पर भारत में कोरोना से मृत्युदर काफी नियंत्रित स्थिति में रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में अब तक करीब 10 लाख से अधिक लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है। जिन तीन देशों में सर्वाधिक मौतें हुई हैं उनमें भारत भी शामिल है। पिछले एक महीने की स्थिति पर गौर करें तो भारत में रोजाना जितने लोगों की मौत हो रही है उतनी किसी देश में नहीं हो रही है। अगर स्थिति में सुधार नहीं आया तो दुनिया में कोरोना से सर्वाधिक मौतें भारत में हो सकती है।
कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं, बच्चे और किशोर: हर्षवर्धनकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर मौजूदा कोविड-19 महामारी के कारण पड़ रहे भारी दबाव के बावजूद प्रयास किए जा रहे हैं कि महिलाओं, बच्चों और किशारों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं। मेटरनल, न्यूबॉर्न ऐंड चाइल्ड हेल्थ (पीएमएनसीएच) के एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 का सर्वाधिक प्रभाव महिलाओं, बच्चों और किशोरों को झेलना पड़ा है और इसके लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।
- लखनऊ : हाथरस के बाद बलरामपुर जिले में हुई 22 वर्षीय छात्र के साथ हैवानियत पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को प्रदेश की योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला। मायावती ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूपी नहीं संभल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे।'
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथरस जिले के बाद बलरामपुर जिले में भी 22 वर्षीय दलित छात्र के साथ हैवानियत की घटना दोहराई गई। छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ और फिर उसकी मौत भी हो गई। मायावती ने कहा कि हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी। यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया। उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। सूबे में नेतृत्व परिवर्तन की मांग मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। आरएसएस के दबाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री तो बना दिया, लेकिन अब उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है। प्रदेश में गुंडों और बलात्कारियों का राज है। आज बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे। अगर उन्हें मंदिर पसंद नहीं है, तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का काम सौंपा जाना चाहिए।
- अमेरिका : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का पहला प्रेसिडेंशियल डिबेट ओहायो के क्लीवलैंड में 90 मिनट तक चला। इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके खिलाफ मैदान में उतरे डेमोक्रेट पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन के बीच खूब बहस हुई। ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी पर दिए अपने जवाब का बचाव किया है। ट्रंप ने इसे चीन की गलती बताते हुए कहा कि उन्हें "अभूतपूर्व काम" करने के लिए गवर्नरों से प्रशंसा मिली है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर जो बिडेन उनकी जगह राष्ट्रपति होते तो अमरीका में कहीं ज्यादा मौतें होतीं। ट्रंप ने कोरोना वायरस से मौतों को लेकर भारत पर भी आरोप लगाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के पहले प्रेसिडेंशिल डिबेट में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने कोरोना वायरस महामारी के लिए ट्रंप की प्रतिक्रिया की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के पास कोई योजना नहीं है और उन्होंने संकट को कम कर पेश किया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन के सवाल उठाने पर ट्रंप ने कहा कि आप नहीं जानते हैं कि भारत, चीन और रूस में कितने लोग मारे गए हैं। भारत, चीन और रूस ने मृतकों की संख्या छिपा रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि अगर बिडेन उनकी जगह होते तो अमरीका में महामारी से दो करोड़ लोगों की मौत हो गई होती। इस पर बिडेन ने कहा कि सबको पता है कि ट्रंप झूठे हैं।
बिडेन ने कहा कि ट्रंप वही शख्स हैं जो दावा कर रहे थे कि कोरोना वायरस का ईस्टर तक खात्म हो जाएगा। मास्क नहीं पहनने के सवाल पर ट्रंप ने कहा कि जब मुझे जरूरत समझ में आती है तो मैं मास्क पहनता हूं। मैं बिडेन की तरह से मास्क नहीं पहनता हूं। जब भी आप उनको देखते हैं वह मास्क में रहते हैं। वह 200 मीटर दूर से बोलते रहेंगे लेकिन मास्क पहने रहेंगे।
यह पूछे जाने पर कि महामारी के दौरान वह लगातार रैलियां क्यों कर रहे हैं, ट्रंप ने कहा, "लोग सुनना चाहते हैं कि मुझे क्या कहना है।" "हमारे पास जबरदस्त भीड़ है।" अब तक, उन्होंने कहा, "अब तक इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं देखा गया है।"
बिडेन ने कहा कि राष्ट्रपति ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य तरीकों से निपटने के लिए "पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना" रवैया अपनाया है और महामारी के दौरान रैलियां आयोजित करने के उनके फैसले की आलोचना की।
अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के 70 लाख से ज्यादा मामले हैं और बीमारी से अब तक लगभग दो लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
बिडेन ने सीधे कैमरे की ओर देखते हुए कहा और अमेरिकी लोगों से पूछा कि क्या वे कोरोना वायरस के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप पर भरोसा करते हैं। बिडेन ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ने फरवरी में पत्रकार बॉब वुडवर्ड को बताया कि उन्होंने वायरस के असर को कम करके बताया।
ट्रंप ने कहा कि बिडेन नहीं चाहते थे कि महामारी को देखते हुए चीन के लिए अमेरिका को अपने दरवाजे बंद कर देने चाहिए, क्योंकि बिडेन को लगता था कि यह भयानक है। इस पर बिडेन ने कहा कि कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और अगर समझदारी और तेजी से कदम नहीं उठाए गए तो अभी और भी लोगों की मौत होगी। जो बिडेन ने ट्रंप से कहा कि आप अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति हुए हैं। - नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सहमति जतायी कि राज्यों में सेक्स वर्कर्स (Sex Workers) को छूट पर राशन मुहैया कराया जाए. ट्रांसजेंडर की तर्ज पर 1,500 रुपए प्रतिमाह मुहैया कराने के सुप्रीम कोर्ट के सवाल पर केंद्र के वकील ने कहा कि वह इस पर सरकार से निर्देश लेकर अदालत को सूचित करेंगे. कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकारें राशन समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराने पर हलफनामा दाखिल करें. सभी राज्य सरकारें सेक्स वर्कर्स को राशन कार्ड मुहैया कराने समेत अन्य व्यवस्थाओं पर जवाब दाखिल करेंगी.पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से कोरोना महामारी के चलते सेक्स वर्करों को राहत देने के लिए दाखिल अर्जी पर केंद्र और राज्यों से निर्देश लाने को कहा था. विशेष रूप से राशन कार्ड पर जोर दिए बिना राशन और अन्य बुनियादी जरूरतों को प्रदान करने के संदर्भ में वकीलों को सरकारों से निर्देश लेने को कहा गया.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा, "वे गंभीर संकट में हैं, इस मामले को जरूरी माना जाना चाहिए." जस्टिस एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि अधिकारी सेक्स वर्करों को राहत देने के लिए ऐसे कदम उठाने पर विचार कर सकते हैं, जो ट्रांसजेंडर समुदाय की मदद के लिए उठाए गए हैं.
SC ने कहा कि सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को सभी सेक्सकर्मियों को सूखा राशन प्रदान करने का निर्देश दिया जाता है, जैसा कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और जिला कानूनी अधिकारियों द्वारा राशन कार्ड या किसी अन्य पहचान प्रमाण पर जोर दिए बिना दिया जाता है.
महामारी के दौरान कोई काम नहीं होने के कारण यौनकर्मियों के सामने आने वाली कठिनाई को ध्यान में रखते हुए, पीठ ने प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से 4 सप्ताह में हलफनामा दाखिल करने को कहा, जिसमें कहा गया कि चार सप्ताह की अवधि में कितने यौनकर्मियों को सूखा राशन मिला. SC ने केंद्र सरकार से चार सप्ताह में सूचित करने के लिए कहा है कि क्या वह यौनकर्मियों को महामारी के दौरान ट्रांसजेंडरों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता का विस्तार कर सकती है. - नई दिल्ली : विपक्ष के साथ-साथ एनडीए सरकार में सहयोगी रहे अकाली दल के अलावा देश के कई हिस्सों में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि विधेयकों (Agriculture Bills) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही अब ये विधेयक कानून बन गए हैं. कृषि संबंधी दो विवादास्पद विधेयकों को लेकर देश में विपक्षी दलों के साथ साथ किसानों में भी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. हरियाणा और पंजाब समेत के देश कई हिस्सों में किसान इस बिल के विरोध में सड़क पर हैं. किसानों को लगता है कि इस बिल की वजह से कृषि क्षेत्र में कोर्पोरेट्स की एंट्री हो जाएगी और उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिलेगा. हालांकि सरकार की तरफ से हर बार किसानों को आश्वासन दिया जा रहा है कि एमएसपी पर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन किसान इस बिल को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.
इस बिल के विरोध में बीजेपी की सबसे पुरान सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया है. अकाली दल की मंत्री हरसिमरत कौर ने पहले इस मुद्दे पर इस्तीफा दिया औऱ अब शनिवार को पार्टी ने एनडीए से बाहर आने का भी ऐलान कर दिया है.
गौरतलब है कि राज्यसभा में 20 सितंबर को कृषि संबंधी विधेयकों (Farm bills) को पारित कराने के केंद्र सरकार के तरीके पर विपक्ष ने नाराजगी जताई थी.
18 विपक्षी पार्टियों (Opposition Parties) ने बिलों को पास कराने के सरकार के तरीके को 'लोकतंत्र की हत्या' बताते हुए इस मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को लेटर लिखा था. इस पत्र में 'महामहिम' से अनुरोध किया गया था कि वे दोनों प्रस्तएावित कानूनों पर हस्ताक्षर नहीं करें. इसके साथ ही सरकार ने ‘‘जिस तरीके से अपने एजेंडा को आगे बढ़ाया है'', उसके बारे में भी विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा था.
20 सितंबर को कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयक (Farm Bills) राज्यसभा में ध्वनि मत (Voice Vote) से पास हो गए थे. इस दौरान, विपक्षी पार्टी के सांसदों ने 'तानाशाही बंद करो' के नारे भी लगाए थे. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उप सभापति के आसन के पास पहुंचकर रूल बुक फाड़ दिया और आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही नियमों के खिलाफ हुई है. - नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंच सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह बात कही है. WHO ने कहा है कि एक सफल वैक्सीन मिलने और व्यापक स्तर पर लोगों को वैक्सीन दिए जाने से पहले कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंच सकता है.
WHO ने यह भी कहा है कि अगर महामारी रोकने के लिए संगठित होकर कदम नहीं उठाए गए तो मौतों का आंकड़ा 20 लाख से भी अधिक हो सकता है. बता दें कि अब तक दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले 3 करोड़ 27 लाख से अधिक हो चुके हैं.
माइक रयान ने कहा कि हम अभी त्रासदी से किसी भी तरह बाहर नहीं निकल पाए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नए मामलों को लेकर युवाओं को दोष नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हम एक दूसरे पर उंगली नहीं उठाएंगे. माइक रयान ने कहा कि घरों में होने वाली पार्टियों से भी महामारी बढ़ रही है जिनमें हर उम्र के लोग शामिल हो रहे हैं.
कोरोना वायरस से अमेरिका में 2 लाख 8 हजार से अधिक, भारत में 93 हजार से अधिक, ब्राजील में एक लाख 40 हजार से अधिक और रूस में 20 हजार से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं. सबसे अधिक संक्रमण के मामले में अमेरिका टॉप पर है जहां कुल मामले 72 लाख को पार कर गए हैं. भारत दूसरे नंबर पर है जहां अब तक 59 लाख मामले सामने आ चुके हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रयान ने कहा कि 20 लाख मौतें सिर्फ आकलन नहीं है, बल्कि ऐसा होने की आशंका काफी अधिक है. कोरोना वायरस सामने आने के बाद अब तक बीते 9 महीने में कुल 9.93 लाख लोगों की मौतें हो चुकी हैं. - एजेंसीपंजाब : संसद में पास हुए कृषि से जुड़े तीन विधेयकों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है। कृषि बिलों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज यानी शुक्रवार (25 सितंबर) को भारत बंद बुलाया है। किसानों के इस भारत बंद में पंजाब, हरियाणा, यूपी, महाराष्ट्र समेत देश के अन्य राज्यों के किसान शामिल होने जा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान यूनियनों ने ऐलान किया है कि इस बिल के खिलाफ वे आज चक्का जाम करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का भी समर्थन हासिल है। बताया जा रहा है कि भारत बंद के लिए 31 किसान संगठनों ने हाथ मिलाया है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई संगठनों ने कहा है कि उन्होंने विधेयकों के खिलाफ कुछ किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और यूपी के किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि चक्का जाम मेंपंजाब, हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत पूरे देश के किसान संगठन एकजुट होंगे। वहीं, दूसरी ओर पंजाब में कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन भी जारी है। गुरुवार यानी 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक यह रेल रोको आंदोलन चलेगा। इस आंदोलन के मद्देनजर फिरोजपुर रेल संभाग ने विशेष ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया है।
इतना ही ही नहीं, रेलवे ने आंदोलन के मद्देनजर 26 ट्रेनों का परिचालय 26 सितंबर तक रद्द कर दिया है। जिन ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है, वे हैं-गोल्डेन टेम्पल मेल (अमृतसर-मुंबई मध्य), जन शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार-अमृतसर), नई दिल्ली-जम्मू तवी, कर्मभूमि (अमृतसर-न्यू जलपाइगुड़ी), सचखंड एक्सप्रेस (नांदेड़-अमृतसर) और शहीद एक्सप्रेस (अमृतसर-जयनगर) निलंबित ट्रेनों की सूची में शामिल हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधेयकों के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह किसानों के साथ है और धारा 144 के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान कानून-व्यवस्था की दिक्कतें पैदा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने किसानों से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि नागरिकों को किसी तरह की दिक्कतें न हों और आंदोलन के दौरान जान-माल को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होना चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) महासचिव सुखबीर सिंह ने हड़ताल के समर्थन में वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानदारों से अपनी दुकानों बंद रखने की अपील की है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी लोगों से किसानों का समर्थन करने और हड़ताल को सफल बनाने का अनुरोध किया है। मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी पहले ही अपना समर्थन दे चुकी है जबकि शिरोमणि अकाली दल ने सड़क बंद करने की घोषणा की है।
विधेयकों के खिलाफ किसानों ने पंजाब में कई स्थानों पर गुरुवार को तीन दिवसीय रेल रोको प्रदर्शन शुरू किया और पटरियों पर धरना दिया। किसान संगठनों ने एक अक्टूबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको प्रदर्शन भी शुरू करने का फैसला किया है। प्रदर्शनकारियों ने आशंका व्यक्त की है कि केंद्र के कृषि सुधारों से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषि क्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। किसानों ने कहा है कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
हरियाणा भाकियू के प्रमुख गुरनाम सिंह ने कहा कि उनके संगठन के अलावा कुछ अन्य किसान संगठनों ने भी राष्ट्रव्यापी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। सिंह ने कहा, हमने अपील की है कि राज्य के राजमार्गों पर धरना होना चाहिए और अन्य सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध होना चाहिए। राष्ट्रीय राजमार्गों पर धरना नहीं देना चाहिए। सिंह ने कहा कि हड़ताल के दौरान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किसी भी प्रकार के गैरकानूनी काम में संलिप्त नहीं होना चाहिए। भाकियू नेता ने कहा कि कमीशन एजेंट, दुकानदारों और ट्रांसपोर्टरों से भी हड़ताल का समर्थन करने का अनुरोध किया गया है।
विधेयक में क्या-क्या हैं
1. कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक:उपज कहीं भी बेच सकेंगे। बेहतर दाम मिलेंगे। ऑनलाइन बिक्री होगी।2. मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता: किसानों की आय बढ़ेगी। बिचौलिए खत्म होंगे। आपूर्ति चेन तैयार होगा।3. आवश्यक वस्तु (संशोधन) : अनाज, दलहन, खाद्य तेल, आलू-प्याज अनिवार्य वस्तु नहीं रहेगी। इनका भंडारण होगा। कृषि में विदेशी निवेश आकर्षित होगा।
क्यों हो रहा है इस बिल का विरोध
1. मंडियां खत्म हो गईं तो किसानों को एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा। वन नेशन वन एमएसपी होना चाहिए।2. कीमतें तय करने का कोई मैकेनिज्म नहीं है। डर है कि इससे निजी कंपनियों को किसानों के शोषण का जरिया मिल जाएगा। किसान मजदूर बन जाएगा।3.कारोबारी जमाखोरी करेंगे। इससे कीमतों में अस्थिरता आएगी। खाद्य सुरक्षा खत्म हो जाएगी। इससे आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी बढ़ सकती है। - एजेंसीनई दिल्ली : राफेल विमान सौदा एक फिर चर्चा में है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने कहा कि दसॉल्ट एविएशन ने विमानों की सौदे के वक्त 30 फीसदी ऑफसेट प्रावधान के बदले डीआरडीओ को उच्च तकनीक देने का प्रस्ताव किया था। डीआरडीओ को यह तकनीक अपने हल्के लड़ाकू विमान के इंजन कावेरी के विकास के लिए चाहिए थी। लेकिन दसॉल्ट एविएशन ने आज तक अपना वादा पूरा नहीं किया।
संसद में बुधवार को पेश कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत बड़े पैमाने पर विदेशों से हथियारों की खरीद करता है। रक्षा खरीद नीति के तहत 30 फीसदी ऑफसेट प्रावधान लागू किए गए हैं। लेकिन हथियार बेचने वाली कंपनियां कांट्रेक्ट पाने के लिए तो ऑफसेट का वादा करती हैं लेकिन बाद में उसे पूरा नहीं करती हैं। इसके चलते ऑफसेट नीति बेमानी हो रही है। इसी सिलिसले में राफेल विमानों की खरीद का भी जिक्र किया गया है, जिसमें 2016 में राफेल के ऑफसेट प्रस्ताव का हवाला दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2005-2018 के बीच रक्षा सौदों में कुल 46 ऑफसेट काट्रेक्ट किए गए जिनका कुल मूल्य 66427 करोड़ रुपये था। लेकिन दिसंबर 2018 तक इनमें से 19223 करोड़ के ऑफसेट कांट्रेक्ट ही पूरे हुए। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने इसमें भी 11396 करोड़ के क्लेम ही उपयुक्त पाए। बाकी को खारिज कर दिए गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 55 हार करोड़ रुपये के ऑफसेट कांट्रेक्ट अभी नहीं हुए हैं। तय नियमों के तहत इन्हें 2024 तक पूरा किया जाना है। ऑफसेट प्रावधानों को कई तरीके से पूरा किया जा सकता है। जैसे देश में रक्षा क्षेत्र में निवेश के जरिये, निशुल्क तकनीक देकर तथा भारतीय कंपनियों से उत्पाद बनाकर। लेकिन सीएजी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में पाया है कि यह नीति अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पा रही है। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि खरीद नीति में सालाना आधार पर ऑफसेट कांट्रेक्ट को पूरा करने का प्रावधान नहीं किया गया है। पुराने मामलों के विश्लेषण से पता चलता है कि आखिर के दो सालों में ही ज्यादातर कांट्रेक्ट पूरे किए जाते हैं। - नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 55 लाख को पार कर गई। वहीं, इस दौरान कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1,01,468 रही। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना रिकवरी रेट बढ़कर 80.86 फीसदी हो गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 75,083 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना से 1,053 मरीजों की मौत हुई है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक 55, 62,664 लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं।वहीं, 44,97,868 लोगों ने इस खतरनाक वायरस को मात दी है और इलाज के बाद अस्पताल से घर लौटे हैं। कोरोना के चलते अब तक देश में कुल 88,935 लोगों ने जान गंवाई है। देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 9,75,861 है।
देश में कोरोना से होने वाली मौतों का प्रतिशत 1.60 है, जिसमें गिरावट देखी जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 9,75,861 सक्रिय मामले हैं, जो कुल मामलों का 17.54 फीसदी है।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने 7 अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार किया था, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को यह आंकड़ा 50 लाख के पार हो गया। वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बताया है कि 21 सितंबर तक 6,53,25,779 नमूनों की जांच की गई है, जिसमें से 9,33,185 नमूनों की जांच सोमवार को हुई है।