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आरटीपीसीआर और ट्रू नॉट जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी मोबाइल नम्बरों पर,जांच की रिपोर्ट लेने अस्पताल आने की जरूरत नहीं
दुर्ग : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गंभीर सिंह ठाकुर द्वारा आम जनता से अपील की हैै कि दुर्ग जिले में कोविड 19 जांच (सैंपल) जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जांच हो रही है। उन्होंने बताया कि यदि रैपिड एन्टीजन जांच की जाती है तो रिर्पोट जांच स्थल में ही तुरंत मिल जाएगी और यदि ट्रूनाॅट अथवा आरटीपीसीआर जांच होती है तो उसकी रिर्पोट संबंधित के मोबाईल नंबर में मैसेज के माध्यम से भेजी जाएगी।
रिर्पोट के लिए उन्हें कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील है की है कि फिजिकल डिस्टेसिंग, सेनेटाईजर, मास्क, हैण्डवाॅश का नियमित उपयोग करें। जहां तक संभव हो कम से कम घर से घर से बाहर निकलें। - दुर्ग : जिला आयुर्वेद अधिकारी द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु आयुर्वेदिक उपाय जारी किए गए हैं। जिनके द्वारा आम जनों को राहत मिल सकती है। आयुर्वेद अधिकारी द्वारा खासतौर पर सलाह दी गई है कि अच्छी इम्युनिटी के लिए पूरे दिन गर्म पानी पीना, प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन प्रणायाम एवं ध्यान करना कारगर है।साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि भोजन में हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का प्रयोग भी लाभदायक है। इसके अलावा उन्होंने 3 प्रकार के काढ़े का सेवन भी लाभप्रद बताया। उन्होंने कहा है कि काढ़े का संतुलित मात्रा में ही सेवन करें आवश्यकता से अधिक नहीं।
काढ़ा प्रकार 1
तुलसी 40 ग्राम,काली मिर्च 20 ग्राम,सोंठ 20 ग्राम, दालचीनी 20 ग्राम इन्हें सूखाकर पावडर बनाकर हवा बंद डिब्बे में रख लें और 03 ग्राम पावडर को 150 मि.ली. पानी में उबालकर दिन में एक से दो बार सेवन करें।काढ़ा प्रकार 2
त्रिकटु पावडर 05 ग्राम, तुलसी 03 से 05 पत्तियां 01 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा शेष रहने पर पियें।
काढ़ा प्रकार -3घटक द्रव्य-शुंठी, मरीच, पिप्ली, गुडुची, काढ़ा बनाने की विधि- एक चम्मच क्वाथ मिश्रण को एक कप पानी (100 मिली लीटर) में धीमी आंच पर उबालें, पानी आधा बचने पर छानकर पीएं, स्वाद हेतु 1/2 चम्मच गुड़ का प्रयोग भी कर सकते हैं और प्रतिदिन 02 से 03 बार सेवन करें।
इसके अतिरिक्त गोल्डन मिल्क - 150 मिली लीटर गर्म दूध में 1/2 चम्मच हल्दी चूर्ण मिलाकर दिन में 01 से 02 बार सेवन करें । इसके अलावा होम्योपैथी औषधि आर्सेनिक एल्बम-30 का उपयोग कोविड-19 में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु सुबह-शाम 05-05 ग्लोबुल्स खाली पेट सेवन करना भी लाभकारी है परंतु इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी भी चीज का सेवन बताई गई मात्रा से अधिक न करें। - निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी भी रहे उपस्थित
दुर्ग : कोविड केअर सेंटर की व्यवस्थाओं का जायजा लेने आज विधायक श्री देवेंद्र यादव, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी श्री प्रशांत ठाकुर एवं निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी आज औचक निरीक्षण पर पहुंचे। सबसे पहले वे कचांदुर स्थित कोविड सेंटर गए। यहां पर उन्होंने सबसे पहले कैंटीन का निरीक्षण किया। इस समय लंच पैकेट भिजवाए जा रहे थे। खाने की गुणवत्ता का निरीक्षण करने इन सभी ने यहीं पर खाना खाया। खाने की गुणवत्ता पर संतुष्टि जताई।
विधायक ने इस मौके पर कहा कि खाना और नाश्ता बिल्कुल तय समय पर पहुंचता रहे, इस सिस्टम की लगातार मोनीटरिंग करते रहें। इसमें बिल्कुल भी विलंब की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। इसके बाद इन्होंने सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी भी ली। कलेक्टर ने कहा कि हर घंटे सफाई की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करें। इसकी जानकारी नोडल अधिकारी श्री ऋतुराज रघुवंशी को दें। उन्होंने कहा कि पानी बिजली की व्यवस्था की सतत मॉनिटरिंग हो। जिस तरह से फीडबैक मरीजों से मिले उसके मुताबिक व्यवस्था में सुधार करने का निरंतर प्रयास करें। अस्पताल की व्यवस्था के लिए किसी भी तरह के संसाधन की जरूरत हो तो त्वरित जानकारी दें, यह सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी।
अस्पताल में काम कर रहे कोविड वारियर की सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की जानकारी भी उन्होंने ली। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो प्रोटोकॉल निर्धारित किये गए हैं उसी तरह से कार्य हों। कोविड वारियर को आराम देने के लिए जिस तरह से शिफ्ट वार काम होता है उसी व्यवस्था के मुताबिक काम करें। विधायक एवं कलेक्टर ने शंकराचार्य कोविड केअर सेंटर का निरीक्षण भी किया। यहाँ भी उन्होंने साफ सफाई की स्थिति जानी। दोनों ही जगहों पर एड्रेस सिस्टम के प्रभावी काम करने और इससे आये फीडबैक के मुताबिक तुरंत कार्रवाई करने निर्देश दिए।
यहां नोडल अधिकारी दुर्ग आयुक्त श्री इंद्रजीत बर्मन हैं। यहां की व्यवस्था के संबंध में उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। विधायक एवं कलेक्टर ने बुजुर्ग मरीजों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इनके ऑक्सीजन लेवल की जल्दी जल्दी जांच होती रहे ताकि आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन सपोर्ट उपलब्ध करा सकें। डिस्चार्ज हो चुके मरीजों को घर तक विदा करने और उन्हें भविष्य के प्रोटोकॉल भी समझाएं। - दुर्ग : राज्य स्वच्छता पुरस्कार अंतर्गत 18 गतिविधियों हेतु जिले में कुल 191 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसके सत्यापन एवं क्षेत्रीय भ्रमण हेतु आज जिला पंचायत सभागार में सत्यापन समिति के सदस्यों के साथ चर्चा कर सत्यापन किये जाने की कार्ययोजना तैयार की गई। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग श्री एस. आलोक द्वारा उपस्थित समिति सदस्यों से चर्चा करते हुए जानकारी दी गई कि राज्य स्वच्छता पुरस्कार अंतर्गत राज्य एवं जिला स्तर पर दिये जाने वाले विभिन्न पुरस्कार है।
जिसमें से कुछ पुरस्कारों को सीधे जिला स्तर पर दिये जाने है, जिला स्तर पर जो प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहेंगे। उन्हीं में से राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु प्रेषित किया जायेगा। इन पुरस्कारों का सत्यापन एवं चयन के साथ साथ हमें स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के उद्देश्यों के साथ ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी करना है।
यदि किसी कार्य में कोई कमी भी नजर आती है तो उसे हम सुधारने का भी प्रयास करेंगे। उक्त गठित समिति में जिला एवं जनपद पंचायत स्तर के सदस्य उपस्थित थे। जिसमें जिला स्तरीय समिति में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती योगिता चंद्राकर एवं श्री आकाश कुर्रे जनपद पंचायत दुर्ग से अध्यक्ष जनपद पंचायत दुर्ग श्री देवेन्द्र देशमुख, जनपद पंचायत पाटन से श्री देवेन्द्र चंद्रवंशी, ज.पं. उपाध्यक्ष, श्री रमन टिकरिहा, सदस्य, ज.पं. पाटन एवं अधिकारीध्कर्मचारी उपस्थित रहे। समिति सदस्यों द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर सत्यापन का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। दिनांक 10 सितम्बर के पूर्व सत्यापन कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। -
युवाओं और महिला बेराजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने अंत्यावसायी निगम की अहम भूमिका- सुश्री नीता लोधी’
दुर्ग : अंत्यावसायी विभाग द्वारा ऋण के 32 प्रकरण स्वीकृत कर लिए गए हैं। इनकी सहायता से अब आवेदक अपना व्यवसाय आरम्भ कर सकेंगे। जिला सभाकक्ष में अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम की उपाध्यक्ष सुश्री नीता लोधी की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया।जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति दुर्ग द्वारा कलेक्टर सभाकक्ष में जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें श्री प्रकाश सर्वे अपर कलेक्टर एवं अतुल विश्वकर्मा क्षेत्रिय परिवहन अधिकारी, श्री राजीव शुक्ला महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, श्रीमती प्रियंवदा रामटेके सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, श्रीमती सुचित्रा दरबारी
कृषि विभाग, श्री श्यामल दास मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी एवं जन-प्रतिनिधियों में श्रीमती प्रिति मिश्रा, श्री राकेश ठाकुर (प्रतिनिधि श्री अरूण वोरा, विधायक दुर्ग ) श्री महेन्द्र सिंहा, (प्रतिनिधि श्री ताम्रध्वज साहू, गृह मंत्री) की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
उक्त चयन समिति की बैठक में अंत्यावसायी निगम के विभिन्न स्व-रोजगार मूलक योजनाओं में वर्गवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं को कलेक्टर सभाकक्ष में साक्षात्कार हेतु उपस्थित हुए। जिसमें चयन समिति के सदस्यों द्वारा क्रम से सभी आवेदकों को बारी-बारी से बुलाकर योजना के संबंध में संचालन एवं कुशलता के साथ लाभप्रद व्यवसाय में ऋण वापसी को ध्यान में रखते हुए साक्षात्कार लिया गया चयनित आवेदकों में ट्रेक्टर-ट्राली, गुड्स कैरियर, स्माॅल बिजनेस, लघु व्यवसाय, टर्मलोन एवं स्व-सहायता समुह का विभिन्न व्यवसाय हेतु 32 आवेदकों का चयन किया गया।
सुश्री नीता लोधी उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा महिलाओं को स्वालंबी बनने हेतु स्व-सहायता समूहों के माध्यम से लघु एवं कुटीर उद्योग लगाकर आय के स्त्रोत का सृजन कर स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के मंशानुरूप जिले में स्व-सहायता समूहों का चयन किया गया। सुश्री नीता लोधी ने ऋण अदायगी समयावधि में करने हेतु प्रेरित किया। आवश्यकता पड़ने पर निगम की ओर से प्रशिक्षण भी प्रदाय करने की बात कही गई। विशेष कर स्व-सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर ऐसी योजना जो राज्य स्तर पर प्रभावी रूप से संचालित किया जा सके। ऐसे समूहों जो सभी महिला वर्ग हेतु उदाहरण का रूप बने एवं महिलाओं को स्वावलंबी बनने में सार्थक हो ऐसी योजनाओं का सर्वे कर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने हेतु मार्गदर्शन दिया।
दुर्ग जिला राज्य में शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने में अग्रणी भूमिका का निर्वाहन करने का आहवान किया। उपस्थित सभी आवेदकों को पारदर्शी तरीके से चयन समिति के समक्ष चयन प्रक्रिया में शामिल होने हेतु खुशी व्यक्त किया गया। जिन आवेदकों का आवेदन दस्तावेजों की कमी के कारण चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया, उन्हें आगामी चयन समिति की बैठक में संपूर्ण दस्तावेज प्रस्तुत करने पर चयन प्रक्रिया में शामिल करने का आश्वासन दिया गया।
श्री श्यामल दास मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी द्वारा चयन की प्रक्रिया सौहार्दपूर्ण वातावरण से संपन्न होने पर सभी सदस्यों व जन-प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित कर बैठक समाप्त की गई। - दुर्ग : कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं पर्यवेक्षी अधिकारी के अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में कल सुबह 10ः30 बजे बैठक का आयोजन किया गया है।
जिले के अंदर आवेदित सभी क्लीनिकल स्थापनाओं तथा नर्सिंग होम, हॉस्पिटल, डायग्नोस्टिक सेन्टर क्लिनिक, पॉलीटेक्निक, डेंटल क्लिनिक आदि का नया पंजीयन, लाइसेंस जारी करना, नवीनीकरण करना, निरस्त करना, दंड का अधिरोपण, आय व्यय आदि कार्यों की समीक्षा, बैठक में किया जाना है। - दुर्ग : जिले के गया नगर वार्ड नंबर 04, पटवारी हल्का नंबर 24, कोलिहापुरी, पटवारी हल्का नंबर 26, राजस्व निगम मंडल अंजोरा ,बनाबरद वार्ड क्रमांक 11, पटवारी हल्का नंबर 60 , राजस्व निगम मंडल, अहिवारा, कुम्हारी( वार्ड नंबर 12 और 9 ) ,पटवारी हल्का नंबर 53, राजस्व निगम मंडल कुम्हारी, भिलाई 03, वार्ड नंबर 08 एकता नगर, पटवारी हल्का नंबर 01, तहसील पाटन, जिला दुर्ग, में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने पर संबंधित क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित करने के परिणामस्वरूप कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा।
उक्त क्षेत्र की निगरानी पुलिस विभाग के द्वारा पेट्रोलिंग कर की जावेगी। जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ ही निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी। - दुर्ग : जिला पंचायत, दुर्ग की सामान्य प्रशासन स्थायी समिति की बैठक 10 सितम्बर को 12 बजे से जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की गयी है।बैठक में शिक्षा कर्मियों के संबध में तथा अन्य विषयों पर सभापति महोदय की अनुमति से की जायेगी।
- दुर्ग : जिला पंचायत, दुर्ग की सामान्य सभा की बैठक 10 सितंबर 2020, को दोपहर 1 बजे से जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की गयी है।
बैठक में विभिन्न विभाग जैसे कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, श्रम विभाग के कार्यों की चर्चा और अन्य विषयों पर सभापति महोदय की अनुमति से की जायेगी - दुर्ग : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने होटल, बार रेस्टोरेंट के संचालन करने हेतु आवश्यक आदेश जारी किए गए है। जारी आदेशनुसार नोबल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से आमजन को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से दिनांक 01 सितम्बर से एफ एल-3 होटल, बार एवं एफ एल 3-क, शाॅपिंग माल रेस्टोरेंट बार का संचालन दोपहलर 12 बजे से रात्रि 10 बजे तक एवं एफ एल-3 स्टार एवं उसके उपर स्तर के होटल बार दोपहर 12 बजे से रात्रि 12 बजे तक संचालित किया जा सकेगा।
इसी प्रकार एफ एल-4/4-क क्लब का संचालन दोपहर 12 से रात्रि 10 बजे तक संचालित किया जा सकेगा। इस दौरान नोबल कोरोना वायरस के नियत्रंण एवं सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही होटल बार के सामान्य क्षमता से 50 प्रतिशत व्यक्तियों की संख्या से इसका संचालन किया जाएगा। - ग्रामीणों ने रखी समस्या तो कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि जल जीवन मिशन में नलजल योजना के लिए स्वीकृत है,औंधी में सबको जरूरत के मुताबिक मिलेगा पर्याप्त पानीदुर्ग : आज पाटन ब्लॉक के दौरे में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने ग्रामीणों से पंचायत भवन में समस्या जानी। कलेक्टर औंधी, औरी तथा पचपेड़ी पहुंचे। औंधी में ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या रखी। कलेक्टर ने कहा कि समस्या के स्थायी हल की दिशा में कार्य जल जीवन मिशन के माध्यम से होना है।
इस संबंध में हुई प्रगति की जानकारी उन्होंने पीएचई विभाग के कार्यपालन अभियंता से ली। श्री शर्मा ने बताया कि औंधी में भी जलजीवन मिशन के अंतर्गत नलजल योजना स्वीकृत है। इससे स्थायी रूप से पेयजल समस्या हल हो जाएगी। इसकी अनुमानित लागत 63 लाख रूपये है और इससे 2300 आबादी की पेयजल समस्या पूरी तरह हल हो जाएगी। कलेक्टर ने गांव में अन्य समस्याओं के बारे में भी पूछा।
कलेक्टर ने पचपेड़ी के गौठान का निरीक्षण भी किया। वहां उन्होंने उपस्थित गौठान समिति के सदस्यों तथा स्वसहायता समूह की सदस्यों से गोबर के क्रय और इसके पश्चात कम्पोस्ट खाद बनाने की कार्रवाई पूरे मनोयोग से करने कहा। उन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्ट का जितना अधिक उत्पादन होगा उतना ही अधिक लाभ स्वसहायता समूह की महिलाओं और गौठान समितियों को होगा।
साथ ही यह योजना ग्रामीण विकास कभी महत्वपूर्ण आधार स्तंभ बनेगी। इसमें जितना मेहनत करेंगे उतना ज्यादा मुनाफा होगा। साथ ही जैविक खेती के लिए भी रास्ता प्रशस्त होगा। ग्रामीण क्षेत्र में आए बढ़ाने के लिए शासन ने सबसे महत्वपूर्ण योजना शुरू की है इसका क्रियान्वयन गौठान समितियों के हाथों में है, आप लोग कितना बेहतर कार्य करेंगे, नतीजे उतने ही अच्छे होंगे।
कलेक्टर ग्राम औरी भी पहुंचे वहां पर उन्होंने ग्रामीणों से पंचायत भवन में समस्याओं के संबंध में पूछा। उन्होंने कहा कि गांव में किसी तरह की बुनियादी समस्या हो तो अवगत कराएं साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका सृजन के लिए कुछ कार्य करना चाहते हैं तो भी अवगत कराएं ताकि इस संबंध में प्रशिक्षण एवं अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि गौठान आजीविका मूलक केंद्र के रूप में स्थापित होने हैं आप लोग इस संबंध में जितनी रुचि दिखाएंगे, आप लोगों को उसी परिणाम में लाभ भी नजर आने लगेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि गौठान में मत्स्य पालन तथा कुक्कुट पालन आदि गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। गौठान में स्थानीय स्तर पर उपयोग होने वाले सामानों का निर्माण शुरू करें ताकि वे आर्थिक विकास की धुरी बन जाए। कलेक्टर ने कहा कि आप सभी अपने आसपास की जरूरतों का आकलन कर इस तरह की सामग्री स्थानीय रूप से तैयार करेंगे तो आपको आपके उत्पादों के लिए बड़ा बाजार आपके आस-पास ही उपलब्ध हो जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि उत्पादों के निर्माण के समय इनकी गुणवत्ता पर भी हमेशा ध्यान रखें क्योंकि अच्छी चीजें ही देर तक बाजार में जगह बना पाती हैं। - राज्य शासन की किसानों को आगे बढ़ावा देने वाली
योजनाओं का दिख रहा जमीनी असर
संभागायुक्त ने किया धमधा ब्लॉक के ग्राम मुरमुंदा एवं अछोटी का निरीक्षण, बेरला ब्लॉक के बोरसी, गोंडगिरी और घटियकला भी पहुंचे
दुर्ग : राज्य शासन द्वारा किसानों के लिए लिए गए अनेक महत्वपूर्ण निर्णयों का जमीनी असर दिखने लगा है। पड़त रकबों में किसान धान की खेती करने लगे हैं। संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने आज पाटन ब्लॉक और बेरला ब्लॉक के दौरे के दौरान गिरदावरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि गिरदावरी की प्रक्रिया के सघन जांच के संबंध में राज्य शासन ने निर्देशित किया है इस संदर्भ में मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी अधिकारियों को निर्देशित किया है।जमीनी स्तर पर गिरदावरी के क्रियान्वयन एवं राज्य शासन की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति देखने के लिए आज संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने दुर्ग और बेमेतरा जिले का सघन दौरा किया। श्री महावर दुर्ग जिले के धमधा ब्लाक के मुरमुंडा और अछोटी में पहुंचे तथा बेरला ब्लाक के बोरसी एवं गोंडगिरी तथा घटियाकला पहुंचे। संभागायुक्त ने गिरदावरी से संबंधित सारी प्रविष्ठियां देखी।उन्होंने खसरे में बोई गई फसल की विवरण की प्रविष्टि की जांच की और भुइयां सॉफ्टवेयर के माध्यम से किए गए अपलोड से उसका मिलान भी किया। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि पिछले बार कुछ खसरा नंबर पड़त थे, इस बार धान की फसल बोई गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य शासन की किसान कल्याणकारी योजनाओं, कर्जमाफी,धान का उचित दाम, राजीव गांधी किसान न्याय योजना आदि से किसानों के लिए बेहतर हालात पैदा हुए हैं। निरीक्षण में संभागायुक्त ने पाया कि जांच के दौरान सिंचाई के साधन अंकित नहीं थे।उन्होंन सिंचाई के साधनों की प्रविष्टि करने के भी निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने खेती की जमीन के अलावा अन्य उपयोग की जा रही जमीन का उपयोग खसरे में दर्ज किया जा रहा है या नहीं जैसे तालाब,भंडारण के शेड, रास्ता आदि जैसी प्रविष्टियों की भी जांच की। इस दौरान उन्होंने केला, हल्दी, रामतिल, अरहर के फसलों की भी मौके पर गिरदावरी की।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी कार्य में किसी तरीके की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी जितने रकबे में फसल लगी है उसका विवरण दर्ज करें और उसे भुइयां सॉफ्टवेयर में अपलोड करें। संभागायुक्त ने कहा कि गिरदावरी का कार्य बेहद अहम कार्य है वे नियमित रूप से इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।इसके अलावा दुर्ग संभाग के सभी कलेक्टर्स भी इस कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं उन्हें भी इस संबंध में निर्देशित किया गया है उल्लेखनीय है कि संभागायुक्त ने इस दौरान केला, हल्दी, कुंदरू आदि की फसलें भी देखी और इनकी गिरदावरी का निरीक्षण भी किया।संभागायुक्त मुरमुंदा स्थित गौठान भी पहुंचे, यहां इन्होंने स्वसहायता समूह के सदस्यों और गौठान समिति के सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम सबसे अहम काम है जितनी गोबर की खरीदी हो रही है उसके अनुपात में वर्मी टैंक का आकलन कर लें। - दुर्ग : जिले के उमरपोटी, पटवारी हल्का नंबर 42, राजस्व निगम मंडल उतई, कुम्हारी( वार्ड क्रमांक 02, वार्ड क्रमांक 10, वार्ड क्रमाक 14 एवं वार्ड क्रमांक 15), राजस्व निगम मंडल कुम्हारी, जरवाय पटवारी हल्का नंबर 62, राजस्व निगम मंडल कुम्हारी, लिमतरा पटवारी हल्का नंबर 50, राजस्व निगम मंडल मुरमुंदा, अहिवारा (वार्ड क्रमांक 01 एवं वार्ड क्रमांक 04), राजस्व निगम मंडल अहिवारा, अमलेश्वर पटवारी हल्का नंबर 05, राजस्व निगम मंडल अमलेश्वर, भोथली पटवारी हल्का नंबर 58, राजस्व निगम मंडल अमलेश्वर, तहसील पाटन,जिला दुर्ग में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने पर संबंधित क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित करने के परिणामस्वरूप कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। उक्त क्षेत्र की निगरानी पुलिस विभाग के द्वारा पेट्रोलिंग कर की जावेगी।जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ ही निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी।
- दुर्ग : जिले के कुम्हारी वार्ड क्रमांक 08 एवं वार्ड क्रमांक 09, राजस्व निगम मंडल, कुम्हारी, ग्राम ओटेबंद पटवारी हल्का नंबर 42, राजस्व निगम मंडल मुरमंदा एवं तरकोरी, पटवारी हल्का नंबर 58 तहसील धमधा जिला दुर्ग में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने पर संबंधित क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित
करने के परिणामस्वरूप कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। उक्त क्षेत्र की निगरानी पुलिस विभाग के द्वारा पेट्रोलिंग कर की जावेगी।
जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ ही निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी। -
दुर्ग : दुर्ग संभाग के कमिश्नर श्री टी. सी. महावर द्वारा आकस्मिक रूप से पाटन क्षेत्र का दौरा किया गया।वे आकस्मिक रूप से अनुभागीय अधिकारी पाटन के कार्यालय पहुंचे जहाँ उन्होंने एसडीएम से हाल में वर्षा से हुई क्षति से संबंधित मुआवजा वितरण की जानकारी प्राप्त की एवं कार्यालय में आए हुए ग्राम वासियों से मुआवजा प्राप्ति के संबंध में पूछताछ कर जानकारी ली। संभागायुक्त द्वारा मुआवजे के लिए बनाए गए प्रकरणों का निरीक्षण भी किया गया तथा न्यायालय अनुभागीय अधिकारी पाटन का निरीक्षण भी किया गया एवं पटवारी जयकरण लाल सोनी की सेवा पुस्तिका का भी अवलोकन किया।
इसके बाद उन्होंने जनपद कार्यालय का निरीक्षण किया, जहां ग्राम बोरीद पंचायत की पंचायत सचिव श्रीमती सुनीता दीवान की सेवा पुस्तिका का अवलोकन किया तथा पाई गई कमियों के निराकरण हेतु संबंधित शाखा के प्रभारी को निर्देशित किया। अतिरिक्त मुख्य कार्यालयपालन अधिकारी जनपद पंचायत पाटन द्वारा जानकारी दी गई कि महात्मा गांधी नरेगा से संबंधित भुगतान के लिए पर्याप्त राशि प्राप्त हो रही है।
उन्होंने ने गोधन न्याय योजना एवं गौठानो योजनाओं के संबंध में विस्तृत जनाकारी ली तथा तहसील कार्यालय पाटन के प्रांगण में स्थित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत बिहान कैंटीन का अवलोकन किया, वहाँ उपस्थित जय माँ बगलामुखी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन उनकी 1000 से 1500 रुपये तक के सामग्री की बिक्री हो जाती है।
संभागायुक्त द्वारा कार्यालय में आवश्यक मरम्मत एवं नियमित सफाई के निर्देश दिए गए तथा कार्यालय में आए हुए लोगों को पर्याप्त शारीरिक दूरी बनाए रखने तथा मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने के संबंध में निर्देशित किया। उन्होंने तहसील प्रांगण में खड़ी एक खराब जीप की तत्काल नीलामी करने के लिए निर्देश दिए जिससे कि तहसीलदार को नया वाहन उपलब्ध हो सके, उन्होंने क्षेत्र में चल रहे गिरदावरी कार्य की भी समीक्षा की जिस पर अनुभागीय अधिकारी पाटन ने बताया कि 40 प्रतिशत से अधिक गिरदावरी कार्य पूर्ण हो चुका है। निरीक्षण के समय अनुभागीय अधिकारी पाटन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत पाटान और नायाब तहसीलदार पाटन भी मौके पर उपस्थित थे।
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संसदीय क्षेत्र के लिए सांसद श्री विजय बघेल की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
दुर्ग : संसदीय क्षेत्र के लिए सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में आज अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। बैठक में सड़कों में दुर्घटनाओं को रोकने सहायक सड़कों पर रंबल स्ट्रिप बनाने, आवारा मवेशियों को सड़क से हटाने ड्राइव चलाने तथा स्ट्रीट लाइट की समस्या वाली सड़कों पर विशेष रूप से कार्य करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की वजह से बहुत सी अनमोल जाने जाती हैं लेकिन इंजीनियरिंग साइड से थोड़े से तकनीकी परिवर्तन कर बहुत सी दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। इस संबंध में कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि जहां पर जरूरत है वहां रंबल स्ट्रिप और संकेतक लगाए जाएं।
जो ब्रेकर अनुपयुक्त हैं अथवा इंजीनियरिंग की दृष्टि से सही नहीं बने हैं उन्हें हटाने की और ठीक करने की कार्रवाई की जाए। बैठक में आवारा मवेशियों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं पर चर्चा की गई। सदस्यों ने कहा कि गौठानों के निर्माण हो जाने की वजह से पशुओं को यहां रखने में आसानी होगी। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसके लिए लगातार ड्राइव चलाया जाए। भिलाई स्टील प्लांट एरिया की कुछ सड़कों पर और नगर की कुछ अन्य सड़कों में स्ट्रीट लाइट की समस्या की बात भी बैठक में रखी गई जिस पर अविलंब कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग में 4 ब्लैक स्पाट एवं 13 ग्रे स्पाट पर विशेष ध्यान देते हुए संकेतक बोर्ड, रंबल स्ट्रीप लगाने एवं अभियांत्रिकीय दोष दूर करने पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि यातायात की सुगमता को देखते हुए कार्य किया जाए। सड़क सुरक्षा समिति की सबसे अहम जिम्मेदारी सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है इसके लिए जिस तरह के भी तकनीकी निर्णय और कार्य किये जाने हैं उस पर कार्य किया जाए। बैठक में स्कूलों में भी सड़क सुरक्षा से संबंधित बातें बताने की बात सांसद ने कही।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सिलेबस में यह शामिल है और बच्चों को इस संबंध में जागरूक करने लगातार विशेष रूप से पहल की जाती है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों के सामने इमरजेंसी नंबर लिखवाये गये हैं। कुछ स्कूलों में यह कार्य बाकी है जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।
बैठक में ड्राइवरों के नेत्र परीक्षण एवं स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से कराने के निर्देश भी सीएमएचओ को दिये गये। बैठक में अवैध होर्डिंग एवं गलत स्थान पर लगाये गए होर्डिंग भी हटाने का निर्णय लिया गया। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने ग्रामीण क्षेत्र में इस संबंध में हो रहे कार्यों की जानकारी दी। बैठक में विधायक श्री विद्यारतन भसीन, दुर्ग महापौर श्री धीरज बाकलीवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। - दुर्ग : जिले में विगत 03 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई ग्रामों में खेतों में जलभराव की स्थिति निर्मित हुई है। दुर्ग जिले में इस वर्ष खरीफ मौसम में 142160 हेक्टेयर में फसलों की बोनी हुई है जिसमें धान 129856 हेक्टेयर मक्का 155 हेक्टेयर, अरहर 737 हेक्टेयर मूंग 26 हेक्टेयर, उडद 68 हेक्टेयर, तिल 43 हेक्टेयर, सोयाबीन 3688 हेक्टेयर एवं साग-सब्जी व कपास की फसलें 7587 हेक्टेयर में है। जिले में दिनांक 27 अगस्त को 34.6 मि.मी., दिनांक 28 अगस्त को 142.0 मि.मी., दिनांक 29 अगस्त को 15.8 मि.मी. एवं दिनांक 30 अगस्त को 3.6 मि.मी. कुल 196.0 मि.मी. वर्षा हुई है।फसल क्षति हेतु सर्वे कार्य:- जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत स्थानीय आपदा घटक जलप्लावन में विकासखण्ड-धमधा के 64 ग्राम में सोयाबीन फसल अधिसूचित है। कृषकों को जलप्लावन के कारण होने वाली हानि की स्थिति में योजनांतर्गत क्षतिपूर्ति प्रदाय कराने हेतु उप संचालक कृषि श्री अश्वनी बंजारा एवं एन.डी.लिल्हारे, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, विकासखंड -धमधा एवं स्थानीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों द्वारा अतिवृष्टि से प्रभावित ग्राम-देऊरकोना, भाठाकोकडी, गोबरा, घोठा, सुखरीकला, सुखरीखुर्द, रूहा, पेण्ड्री, खिलौराकला, खिलौराखुर्द, तुमाखुर्द इत्यादि में भ्रमण कर नजरी आंकलन किया गया साथ ही कृषकों को स्थानीय आपदा की स्थिति में बीमा का लाभ दिलाने के लिए आवश्यक जानकारी देते हुये निर्धारित प्रपत्र में आवेदन प्राप्त किये गये।फसल क्षति अवलोकन के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा विभिन्न ग्रामों के कृषकों श्री महावीर पटेल, श्री पंचू/ खोलबाहरा ग्राम-भाठाकोकडी, श्री युवराज पटेल, श्री भरतलाल/सोगालाल जी, श्री बालाराम सुनहर (सरपंच), श्री जीवन पटेल ग्राम-घोठा, श्री महेश पटेल/मोहन, श्री टीकाराम/भागवत, श्री मानिक/धीराजी, श्री रमेश/गजराज, श्रीमति यशोदा बाई/धनेश, श्री दिनेश/रामचंद, श्री नटवर/गजराज, श्री संतोष/ चैनसिंह ग्राम-पेण्ड्री एवं अन्य स्थानीय कृषकों से चर्चा की गई।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत अतिवृष्टि/स्थानीय आपदाओं की स्थिति में कृषकों को क्षतिपूर्ति:- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत शासन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार स्थानीय जोखिमों यथा-ओलावृष्टि, जलप्लावन, बादल फटना और प्राकृतिक आकाशीय बिजली से अधिसूचित फसलों में नुकसान होने की स्थिति में व्यक्तिगत बीमित कृषक को क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है। धान सिंचित एवं धान असिंचित फसल में जलप्लावन से होने वाली क्षति इस घटक में शामिल नहीं है। जिले में जलप्लावन स्थानीय आपदा के लिये खरीफ में सोयाबीन अधिसूचित फसल है। यदि किसी प्रभावित इकाई (अधिसूचित ग्राम) में 25ः से ज्यादा हानि होती है तो संयुक्त समिति द्वारा सैम्पल जांच कर उस इकाई में सभी बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति देय होगी।स्थानीय आपदा में बीमा का लाभ लेने के लिए कृषक क्या करें:- कृषक इसकी सूचना सीधे संबंधित क्रियान्वयन बीमा कंपनी (एग्रीकल्चर इंश्योरेंश कम्पनी) के टोल फ्री नम्बर 1800-11-6515 या ई-मेल आई.डी. [email protected] पर या स्थानीय पटवारी/ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों/संबंधित बैंक अथवा विकासखण्ड/जिला कृषि अधिकारी/राजस्व अधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा 72 घंटे के भीतर बीमित फसल के ब्यौरे, क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित सूचित कर सकते है या कृषक अपने स्मार्टफोन पर गुगल प्ले स्टोर से ‘‘pmfby crop insurance’’ ऐप को डाउनलोड कर खुद ही अपने फसल की क्षति की जानकारी ऐप में दर्ज कर सकते है।स्थानीय आपदा क्षतिपूर्ति हेतु दावा भुगतान की प्रक्रिया:- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत स्थानीय आपदा से क्षति की स्थिति में क्षति का आंकलन करने के 15 दिवस के भीतर बीम कम्पनी द्वारा क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किये जाने का प्रावधान है, इस घटक के अंतर्गत अधिकतम देय सहायता बीमित राशि के अध्याधीन प्रभावित क्षेत्र में आपदा घटित होने तक फसल की कास्त लागत के अनुपात में देय होगी। यदि फसल कटाई प्रयोग के आधार अधिसूचित क्षेत्र में दावा भुगतान स्थानीय क्षतिपूर्ति से अधिक निर्धारित होता है तो दोनो में से जो भी देय दावा अधिक होगा वह बीमित कृषकों को देय होगा।
- सुविधा का लाभ उठाने इसके लिए नियुक्त किये गए नोडल अधिकारी डॉ रविराज ठाकुर से कर सकते हैं संपर्क, उनका नंबर 73895-77569दुर्ग: आगामी नीट और आईआईटीजेईई परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की सुविधा उपलब्ध कराने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया था। दुर्ग जिले में आदेश के अनुपालन में कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इसकी व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है। डॉ रविराज ठाकुर यह कार्य देखेंगे। जिन छात्र-छात्राओं को स्वयं के वाहन से आने में असुविधा है वे इसके लिए डॉ ठाकुर से संपर्क कर सकते हैं। परीक्षा केंद्र तक लाने ले जाने की सुविधा उनके द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। छात्राएं अपने साथ एक अभिभावक को भी ले जा सकती हैं। इसके लिए डॉ. ठाकुर के मोबाइल नंबर 73895-77569 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
- प्रभावितों से मिले, कहा अतिवृष्टि से हुए नुकसान का किया है सर्वे, अधिकारियों को नियमानुसार राहत देने के निर्देश दिए
दुर्ग : जिले के प्रभारी सचिव एवं मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेसी ने आज बीते 3 दिनों में हुई बारिश के चलते जल प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन किया। श्री परदेसी ने इन क्षेत्रों में राहत शिविरों में ठहराये गए लोगों की व्यवस्था का निरीक्षण किया।साथ ही अतिवृष्टि के चलते संपर्क से टूट गए क्षेत्र का निरीक्षण भी किया श्री परदेसी ने प्रशासनिक अधिकारियों से अतिवृष्टि से प्रभावित फसल, जान माल एवं अन्य तरह की क्षति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आपदा राहत से संबंधित प्रकरण शीघ्र तैयार कर पीड़ितों को राहत दी जाए। उन्होंने कहा कि जिन स्थलों में एहतियातन लोगों को पृथक किया गया है तथा जहां पर लोग आपदा के चलते राहत शिविर में रुके हुए हैं वहां इन लोगों की भोजन एवं बुनियादी सुविधाओं के इंतजाम पर पूरे समय नजर रखें। श्री परदेसी ने कुम्हारी स्थित राहत शिविर का निरीक्षण भी किया यहां पर 24 लोगों को रखा गया है। श्री परदेसी ने उन्हें बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग लगातार सक्रिय है आपकी हर संभव मदद की जाएगी। इस मौके पर श्री परदेसी पाटन ब्लॉक के गौठान भी पहुंचे यहां पर उन्होंने पाहन्दा एवं खम्हरिया गौठान का निरीक्षण किया।यहां उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की। गौठान समिति के सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी गौठानों में बड़ी मात्रा में गोबर का क्रय किया जा रहा है अब इनसे वर्मी कंपोस्ट बनाया जाएगा। वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन जितना अच्छा गुणवत्तापूर्ण और अधिक मात्रा में होगा। इससे समितियों की और स्व सहायता समूहों की उतनी ही अधिक आय होगी अतः इस कार्य को पूरी लगन के साथ करें। सचिव ने कहा कि जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त वर्मी टैंकों का निर्माण भी कर ले। सचिव ने गौठान में व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी भी गौठान समिति के सदस्यों से ली।गौठान समिति के सदस्यों ने बताया कि नियमित रूप से पशु चिकित्सक यहां पर आते हैं और नस्ल सुधार आदि का कार्य किया जा रहा है। श्री परदेसी ने इस मौके पर कहा कि यदि गोबर का संग्रहण अधिक मात्रा में हो रहा है तो ऐसे गौठान में बायोगैस के लिए भी कार्य किया जा सकता है। श्री परदेसी ने गांव के लोगों से गोधन न्याय योजना के भुगतान से संबंधित जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि आप लोगों की सक्रियता से ही यह योजना सफल होगी। - दुर्ग : गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू अपने विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण पर रहे। उन्होंने ग्राम पीपरछेड़ी, झोला तिरगा सहित अन्य ग्रामों का भ्रमण किया।इन ग्रामों में पहुंचकर ग्रामीणों से भेंट मुलाकात कर उनकी समस्याओं शिकायतों, मांगो को सुना। ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याओं का समाधान होने के लिए आश्वस्त भी किया। इस दौरान मौजूद अधिकारियों को निर्देशित भी किया कि उनके समक्ष आये आवेदनों की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने अभी हुई वर्षा से फसल की स्थिति पर भी चर्चा किया। राजस्व विभाग को प्रभावित किसान का मुआयना करने कहा।मंत्री श्री साहू ने कहा कि अभी कोरोना से खतरा टला नही है। जागरूकता व सतर्कता जरूरी है। ग्रामीणों को आवश्यक सावधानी बरतने कहा।
- दुर्ग : सड़क हादसे में घायल अथवा मृत्यु हो जाने पर मृतक के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। इनमें स्व. श्री विकास नेताम, स्व. श्री अज्जू निषाद की हादसे से हुई मृत्यु के लिए उनके परिजनों को क्रमशः 25 -25 हजार रू. की और श्री संतोष कुमार को घायल होने पर 10 हजार रू की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
- दुर्ग : जिले में विगत 02-03 दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर है, वही खेतों में जलभराव की स्थिति निर्मित है। दलहनी-तिलहनी जैसे अरहर, मूंग, उड़द एवं सोयाबीन जैसी फसलें को खेतों में जलभराव होने पर कीडे़, बिमारी का सामना करना पड़ सकता है। फसल को बचाने के संबंध में कृषि विभाग द्वारा उपाय जारी किये गए है।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत जलप्लावन व जलभराव से होने वाली क्षति से राहत:-जिले में धान एवं सोयाबीन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत अधिसूचित है। जलप्लावन से क्षति होने पर धान फसल को छोड़ कर सोयाबीन में क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है।जलप्लावन व जलभराव होने पर किसान यहां कर सकते है आवेदन- सोयाबीन फसल में जलप्लावन व जलभराव से क्षति होने पर बीमित कृषक अधिसूचित फसल सोयाबीन हेतु जिले में अधिसूचित बीमा कम्पनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंश कम्पनी के टोल फ्री नम्बर 1800-209-5959 से सीधे संपर्क कर सकते है अथवा ग्राम के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी, संबंधित बैंक, विकासखण्ड के कृषि अथवा राजस्व अधिकारी को बीमित फसल के ब्यौरे, क्षति की मात्रा, क्षति के कारण लिखित रूप में 72 घण्टे के भीतर सूचित कर सकते है।
- दुर्ग : जिला के अंतर्गत उत्कृष्ठ अंग्रेजी माध्यम में विद्यालय संचालन समिति के द्वारा कम्प्यूटर शिक्षक (संविदा) और ग्रंथपाल (संविदा) में अस्थायी नियुक्ति हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। जिसमें पात्र एवं अपात्र अभ्यर्थियों कि सूची पूर्व में प्रकाशित की जा चुकी है। पात्र आवेदकों के लिए कम्प्यूटर शिक्षक का साक्षात्कार शासकीय प्राथमिक शाला कसारीडीह, सांई मंदिर के सामने दुर्ग एवं ग्रंथपाल का साक्षात्कार जे.आर.डी बहु. उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय दुर्ग में 01 सितम्बर 2020 से रखा गया है। साक्षात्कार का समय-सारणी जिले के वेबसाइट पर ूूूण्कनतहण्हवअण्पद पर देखा जा सकता है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- वहीं महमरा में सुबह साढ़े आठ फीट तक पहुंच गया था पानी, किसी भी आपदा की स्थिति में अलर्ट मोड में रहने के अमले को दिये निर्देशशाम छह बजे तक साढ़े दस फीट पहुंच गया था पानीदुर्ग : दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जलभराव वाले क्षेत्रों की स्थिति देखने कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे आज शिवनाथ नदी एवं अन्य महत्वपूर्ण नालों के नजदीक बसे गांवों में पहुंचे। सबसे पहले वे महमरा एनीकट पहुंचे। सुबह दस बजे का समय था, उस समय महमरा एनीकट में शिवनाथ का जलस्तर साढ़े आठ फीट ऊपर चल रहा था।यह स्तर शाम को छह बजे साढ़े दस फीट तक पहुंच चुका था। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोंगरा, घूमरिया एवं सूखा नाला जलाशय से लगभग साढे चैवालीस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। महमरा एनीकट के किनारे के तीन गांवों महमरा, पीपरछेड़ी एवं चंगोरी में स्थिति का जायजा कलेक्टर ने लिया। इसके बाद वे धमधा ब्लाक के गांवों में गए। यहां आमनेर नदी की वजह से छह गांवों का संपर्क टूट चुका है। कलेक्टर ने यहां पहुंचकर उन गांवों की स्थिति की जानकारी ली। स्थानीय अमले ने बताया कि फोन पर उस गांव के अमले से वे लगातार संपर्क में है।कलेक्टर देउरकोना पहुंचे और यहां स्थिति की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने तुमाखुर्द में भी स्थिति की जानकारी ली। यहां पर पानी बढ़ जाने की वजह से निकटवर्ती गांवों से संपर्क टूट गया है।कलेक्टर ने यहां स्थित होमगार्ड के जवानों को स्थिति पर नजर रखने एवं किसी भी को पुल पार करने का जोखिम नहीं लेने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय को कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखे। जहां कहीं भी रेस्क्यू की जरूरत होती है टीम को तैयार रखें। श्री क्षत्रिय ने बताया कि एहतियातन कुछ गांवों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। जैसे अकोला में सोलह लोगों को सुरक्षित स्थान में ठहराया गया है। हिर्री में घर टूट जाने की वजह से दो परिवारों को आश्रय स्थल में ठहराया गया। तीनों ब्लाॅकों में 217 मकानों में क्षति पहुंची है।दुर्ग और पाटन ब्लाॅक में भी स्थिति नियंत्रण में- दुर्ग और पाटन ब्लाॅक में भी खासी बारिश हुई है। पाटन में एसडीएम श्री विनय पोयाम ने बताया कि छोटे नाले उफान पर हैं। जमराव में कुछ परिवारों को एहतियात के रूप में सुरक्षित स्थान में भेज दिया गया है। एसडीएम दुर्ग श्री खेमलाल वर्मा ने बताया कि दुर्ग में शंकर नगर नाले में कुछ परिवार प्रभावित हुए हैं जिन्हें कल शाम से ही फूड पैकेट भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही वार्ड नंबर 15 के 20 लोगों को श्रमिक भवन में ठहराया गया है।गौठानों में तैयार कर लिये गए नये वर्मी टैंक भी देखे- कलेक्टर ने सेवती और हल्का में गौठान का निरीक्षण भी किया। यहां उन्होंने नये तैयार किये गये वर्मी टैंक भी देखे। स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि किस तरह वे तकनीकी रूप से वर्मी कंपोस्ट तैयार कर रही हैं। महिलाओं ने बताया कि वर्मी टैंकों में केंचुए छोड़ दिये गए हैं। कलेक्टर ने गौठान समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को पूरी मेहनत कर योजना को सफल बनाने कहा ताकि गांवों के लोगों को तेजी से आर्थिक अवसर उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्ट का जितना अच्छा गुणवत्तापूर्वक उत्पादन होगा, गौठान समितियों की आय उतनी ही बढ़ेगी। इससे गौठान समितियां गोधन संवर्धन के लिए अनेक कदम उठा सकती है। उन्होंने सीईओ को निर्देश दिये कि जिस तरह मुर्गी शेड एवं मत्स्यपालन के लिए गौठानों में कार्य किया जा रहा है। उसी प्रकार से अन्य रोजगारमूलक गतिविधियों को भी गौठानों में बढ़ाया जाए।
- दुर्ग : तीन गलियों में घूमे। रेसक्यू टीम को अलर्ट मोड में रहने के दिये निर्देश। कहा किसी भी आपात स्थिति का सामना करने रखे पर्याप्त तैयारी।दुर्ग निगम कमिश्नर श्री इंद्रजीत बर्मन भी थे उपस्थित पूरे शहर की स्थिति की ली जानकारी, अभी किसी नाले में खतरा नहीं। शंकर नगर नाले के डाउनस्ट्रीम में खतरे की आशंका को देखते हुए टीम को अलर्ट रहने दिए निर्देश।