- Home
- टॉप स्टोरी
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्राथमिकता, अन्त्योदय, एकल निराश्रित, निःशक्जन श्रेणी के राशनकार्डधारियों को अप्रैल 2023 से मिलेगा फोर्टिफाइड चावल
राज्य सरकार ने पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देने कोण्डागांव जिले से शुरू की थी फोर्टिफाइड चावल वितरण अभियान
रायपुर : छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की स्थिति को दूर करने के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई आज राज्य मंत्री परिषद् की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब प्रदेश के सभी जिलों में फोर्टिफाइड चावल का वितरण होगा। फोर्टिफाइड चावल उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से राशनकार्डधारियों को अप्रैल 2023 से वितरण किया जाएगा। प्राथमिकता, अन्त्योदय, एकल निराश्रित, निःशक्जन, श्रेणी के राशनकार्डधारियों को वर्तमान में दिए जा रहे सामान्य चावल के स्थान पर फोर्टिफाइड चावल मिलेगा।गौरतलब है कि सार्वभौम पीडीएस के तहत खाद्यान्न सुरक्षा के साथ-साथ पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा एनीमिया एवं अन्य पोषक तत्वों की कमी को दूर करने नवम्बर 2020 से कोण्डागांव जिले में फोर्टिफाइड चावल वितरण प्रारंभ किया गया है। वर्तमान में मध्यान्ह भोजन योजना तथा पूरक पोषण आहार योजना में प्रदेश के सभी जिलों में फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राज्य के 10 आकांक्षी जिले (कोरबा, राजनांदगांव, महासमुंद, कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाडा, बीजोपुर, बस्तर, कोण्डागांव, सुकमा) तथा 02 हाई बर्डन जिले (कबीरधाम एवं रायगढ़) में फोटिफाइड चावल का भी वितरण किया जा रहा है।आयरन और विटामिन से भरपूर है फोर्टिफाइड चावलफोर्टिफाइड चावल पोषक एवं स्वास्थ्यवर्धक है। यह आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 से युक्त होता है। इसमें मौजूद आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्व बड़ो एवं बच्चों में खून की कमी नहीं होने देता है तथा खून निर्माण एवं तंत्रिका तंत्र के सही ढंग से कार्य में सहायक होता है। फोर्टिफाइड चावल के फायदे के संबंध में जिले के राशनकार्डधारियों को आंगनबाडी कार्यकर्ता, मितानीन, एवं उचित मूल्य दुकानों में बैनर, पोस्टर आदि के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल को पकाने के तरीके एवं उपयोग के संबंध में समय-समय पर जागरूक किया जा रहा है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री बघेल 30 दिसम्बर को नवागढ़ में आयोजित गुरू घासीदास लोक महोत्सव एवं जयंती समारोह में होंगे शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 30 दिसम्बर को मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित है। बैठक का आयोजन पूर्वान्ह 11 बजे से मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल 30 दिसम्बर को बेमेतरा जिले के दौरे पर भी रहेंगे और वहां विकासखण्ड मुख्यालय नवागढ़ में आयोजित गुरू घासीदास लोक महोत्सव एवं जयंती समारोह में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल निर्धारित दौरा कार्यक्रम के तहत 30 दिसम्बर को दोपहर 2.30 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 2.55 बजे शासकीय श्री कोदूराम दलित महाविद्यालय मैदान नवागढ़ पहुंचेंगे और वहां शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल मैदान नवागढ़ में अपरान्ह 3 बजे से 4.15 बजे तक आयोजित गुरू घासीदास लोक महोत्सव एवं जयंती समारोह-2022 में शामिल होंगे। वे इसके पश्चात् 4.20 बजे नवागढ़ से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 4.45 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर लौट आएंगे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा नवागढ़ विधानसभा के ग्राम दाढ़ी में आयोजित भेंट-मुलाकात में की गई प्रमुख घोषणाएं :-
1. ग्राम दाड़ी को पूर्ण तहसील का दर्जा दिया जायेगा।
2. ग्राम दाड़ी में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला जायेगा।
3. साहड़ा देव चौक से मुख्य प्रवेश द्वार तक सीसी रोड का निर्माण कराया जायेगा।
4. ग्राम दाड़ी में सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जायेगा।
5. सेमरिया से भैंसबोड़ होते हुए सेंदरी तक सड़क का निर्माण कराया जायेगा।
6. राजा बाड़ा का जीर्णोद्धार किया जायेगा ।
7. ग्राम प्रतापपुर में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोली जायेगी।
8. चरगवां में हाई स्कूल व तरके में प्राथमिक स्कूल के लिए नवीन भवन का निर्माण कराया जायेगा।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाभेंट-मुलाकात : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के तहत आज नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम दाढ़ी और नांदघाट में आमजनता से भेंट-मुलाकात कर उनके समस्याओं एवं आवेदनों का निदान करने के साथ ही उनसे शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में फीडबैक लेंगे।
निर्धारित दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 11.40 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम दाढ़ी के लिए प्रस्थान करेंगे और वहां दोपहर 12.05 बजे से आम जनता से भेंट-मुलाकात एवं शासकीय योजनाओं, कार्यक्रमों का जायजा लेने के पश्चात ग्राम नांदघाट जाएंगे और वहां दोपहर 2.30 बजे से आम जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। इसके पश्चात वे नांदघाट रेस्टहाउस जाएंगे और वहां संध्या 6 बजे से 8 बजे तक विभिन्न समाज के प्रतिनिधिमंडल से भेंट-मुलाकात करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री नांदघाट से रात्रि 8 बजे प्रस्थान कर रात्रि 9.15 बजे मुख्यमंत्री निवास रायपुर वापस लौट आएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आम जनता से भेंट-मुलाकात का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। भेंट-मुलाकात अभियान की शुरूआत मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 4 मई से 11 मई तक सरगुजा अंचल के विधानसभा क्षेत्रों से की थी। इसके पश्चात बस्तर संभाग के सभी विधानसभा क्षेत्रों सहित अब तक 59 विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री आम जनता से भेंट-मुलाकात कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और उससे जनता से मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री आम जनता की मांग पर क्षेत्रों के विकास एवं निर्माण कार्यों के लिए करोड़ रूपए की सौगात दे रहे हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भेंट-मुलाकात : बेमेतरा विधानसभा, ग्राम-कठिया (रांका)
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य आम आदमी के आय में वृद्धि करना है। गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना से आम लोगों को लाभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को धान का मूल्य सबसे ज्यादा दे रही है। वादा 25 सौ का था लेकिन हम किसानों को 2640 और 2660 रुपए प्रति क्विंटल दे रहे हैं।
हमने किसानों की सुविधा के लिए धान खरीदी को आसान बनाया। ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की। सभी वर्गों के हित में कार्यों को ध्यान दिया जा रहा है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भेंट-मुलाकात : साजा विधानसभा, ग्राम बोरी
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को दिखाया गया यहां उत्पादित हुआ पेंट
देवकी वर्मा ने बताया कि हम बना रहे गोबर पेंट
पहले घरों में लीपने का काम गोबर से ही होता था। गोबर से लीपे हुए घर बहुत साफसुथरे होते थे और बैक्टीरिया आदि प्रदूषण से बचे रहते थे। अब आधुनिक टेक्नालाजी से बने हुए गोबर पेंट आ गये हैं जो काफी सस्ते हैं और देर तक टिकते भी हैं। सरकारी भवनों में इन्हें लगाने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दिये हैं जिसकी प्रशंसा परिवहन मंत्री श्री नितिन गड़करी ने भी की है। लिटिया में इसका काम चल रहा है। यहां सबसे पहली खेप में बारह सौ लीटर गोबर पेंट का उत्पादन हुआ। यहां डिस्टेंपर, इमल्शन आदि का उत्पादन हो रहा है। गांव वाले काफी खुश हैं। आज मुख्यमंत्री ने यहां उत्पादित गोबर पेंट भेंट मुलाकात के दौरान स्थल पर देखा तथा इसकी विशेषताओं के बारे में बताया। गांव की देवकी वर्मा ने विस्तार से इसकी जानकारी दी।मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि हम गोबर पेंट से सरकारी बिल्डिंग में पोताई कराएंगे। सीमार्ट में इसका विक्रय करेंगे। अपनी जमीन से उत्पादित वस्तुओं से हम इतना कुछ कर सकते हैं। ग्रामीण हुनर की पूरी संभावनाओं को हम निखार रहे हैं।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भेंट-मुलाकात : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के तहत 27 दिसंबर को बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र में आम जनता से रूबरू चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री 27 दिसम्बर को साजा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बोरी तथा ठेलका में आमजनता से भेंट-मुलाकात कर उनके समस्याओं एवं आवेदनों का निदान करने के साथ ही उनसे शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में फीडबैक लेंगे।
निर्धारित दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 11.40 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा साजा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बोरी के लिए प्रस्थान करेंगे और वहां दोपहर 12.05 बजे से आम जनता से भेंट-मुलाकात एवं शासकीय योजनाओं, कार्यक्रमों का जायजा लेने के पश्चात साजा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ठेलका जाएंगे और वहां 2.30 बजे से आम जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात नगर पंचायत साजा जाएंगे और वहां संध्या 6 बजे से 8 बजे तक विभिन्न समाज के प्रतिनिधिमंडल से भेंट-मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री साजा से रात्रि 8 बजे प्रस्थान कर रात्रि 9.15 बजे मुख्यमंत्री निवास रायपुर वापस लौट आएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आम जनता से भेंट-मुलाकात का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। भेंट-मुलाकात अभियान की शुरूआत मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 4 मई से 11 मई तक सरगुजा अंचल के विधानसभा क्षेत्रों से की थी। इसके पश्चात बस्तर संभाग के सभी विधानसभा क्षेत्रों सहित अब तक 50 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री आम जनता से भेंट-मुलाकात कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और उससे जनता से मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री आम जनता की मांग पर क्षेत्रों के विकास एवं निर्माण कार्यों के लिए करोड़ रूपए की सौगात दे रहे हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 54 किसानों को दी 6.97 करोड़ रूपए की लंबित भू-अर्जन मुआवजा राशि
इन किसानों ने भेंट-मुलाकात में मुख्यमंत्री से की थी शिकायत
हितग्राहियों को भू-अर्जन मुआवजा, चिटफंड कम्पनी से वसूली गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र के अंतर्गत वितरित की गई राशि
जिले के कुल 2148 हितग्राहियों को 14.35 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का वितरण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात के माध्यम से 25 वर्षाें से लंबित भू-अर्जन मुआवजे के प्रकरण का आज निराकरण हो गया। मुख्यमंत्री ने 25 वर्षो से भू-अर्जन की मुआवजा राशि का इन्तजार कर रहे बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 54 किसानों को 6 करोड़ 97 लाख 49 हजार रूपए की मुआवजा राशि का ऑनलाईन भुगतान किया। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के इन किसानों को भू-अर्जन मुआवजा राशि सहित हितग्राहियों को चिटफंड कम्पनी से वसूल की गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत सहायता राशि ऑनलाईन वितरित की।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में इस वर्ष मई माह में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में इन किसानों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से भू-अर्जन मुआवजा की राशि नहीं मिलने की शिकायत की थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने जिले के कलेक्टर को विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं में लंबित भू-अर्जन मुआवजा वितरण के प्रकरणों का त्वरित परीक्षण कर हितग्राहियों को राशि वितरण करने के निर्देश दिए थे। जिसके तारतम्य में आज मुख्यमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में किसानों को मुआवजा राशि का वितरण किया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज के कार्यक्रम में भू-अर्जन मुआवजा सहित चिटफंड कम्पनी से वसूली गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 अंतर्गत कुल 2148 हितग्राहियों को 14 करोड़ 35 लाख 47 हजार रूपए की राशि वितरित की। इस राशि में से चिटफंड कंपनियों से ठगी का शिकार हुये 146 नागरिकों को चिटफंड कंपनियों से वसूली गई 11 लाख 49 हजार रूपए और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 अंतर्गत 1948 हितग्राहियों को 7 करोड़ 26 लाख 49 हजार रूपए की राशि शामिल है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, विधायक श्री गुलाब कमरो, श्री बृहस्पति सिंह, श्री अरुण वोरा, श्री मोहित राम केरकेट्टा, श्रीमती यशोदा वर्मा और मुख्यमंत्री के सचिव श्री अंकित आनंद और रामानुजगंज में संसदीय सचिव श्री चिंतामणी महाराज उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं में अपनी जमीन देने वाले किसान भू-अर्जन मुआवजा राशि मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। यह खुशी की बात है कि भेंट-मुलाकात में यह प्रकरण सामने आने के बाद आज छह माह बाद किसानों को मुआवजा राशि वितरित की गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की सजगता और निरंतर प्रयासों से इन प्रकरणों की त्वरित जांच कर पात्र हितग्राहियों को मुआवजा राशि का वितरण किया गया। कन्हार अंतर्राज्यीय योजना सोनभद्र, उत्तरप्रदेश का मुआवजा प्रकरण वर्ष 1996-97 से लंबित था। टाटीआथर जलाशय योजना, चेरा व्यपवर्तन योजना और कुर्लूडीह जलाशय योजना की भूअर्जन की राशि का मामला वर्ष 2011-12 का है। आज इन हितग्राहियों को मुआवजा राशि वितरित की गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि चिटफंड कम्पनियों से ठगी का शिकार हुए नागरिकों को उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। चिटफंड कम्पनियों की सम्पत्ति कुर्क कर नागरिकों को राशि वापस की जा रही है। आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 146 नागरिकों को 11 लाख 49 हजार रूपए की राशि वापस की गई। इसी तरह प्राकृतिक आपदा से पीड़ित जिले के 1948 हितग्राहियों को कुल 7 करोड़ 26 लाख 49 हजार रूपए की सहायता राशि का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने आज लाभान्वित हुए हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भू-अर्जन मुआवजा राशि प्राप्त ग्राम इंदो के किसान श्री सफीक से चर्चा की। इन्होंने बताया कि वे मुआवजा मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। जिले में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं से प्रभावित कृषक सफीक, शरीफ, मोजिबुल रहमान, फिरोज, अफरोज, हदीस, सदीक को 57 लाख 17 हजार 358 रूपये की भू-अर्जन मुआवजा राशि का अंतरण किया गया। राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत मुआवजा राशि प्राप्त श्री सुग्रिव राम ने बताया कि तालाब में डूबने से उनकी माता की मृत्यु हो गई थी, आज उन्हें चार लाख रूपए की सहायता राशि मिली है। इसी तरह चिटफंड कम्पनी से ठगी का शिकार हुई श्रीमती क्लेशियस ने बताया कि उन्होंने चिटफंड कम्पनी में डेढ़ लाख रूपए लगाए थे। आज उन्हें डेढ़ लाख रूपए की राशि वापस मिली।स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम भेंट मुलाकात में बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे वह भू-अर्जन के मामले हो या चिटफंड के मामले हो सभी लंबित प्रकरण का त्वरित निराकरण किया गया। आज लगभग 14.35 करोड़ रुपये की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित की जा रही है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि भेंट मुलाकात के समय जिले में जो वादे किए गए थे, वह आज पूरे हो रहे हैं। संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज ने कहा कि लंबे समय से किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत मुआवजा राशि का इंतजार था, आज उन सभी हितग्राहियों को इसका लाभ मिलेगा। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पति सिंह ने वर्षों से संघर्ष कर रहे लोगों के डूबे हुए पैसे वापस दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भारत को विश्व विजेता बनने के लिए मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएँ
मुख्यमंत्री ने किया हॉकी वर्ल्ड कप ट्रॉफी का अनावरण
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में हुआ स्वागत समारोह
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चक दे इंडिया के नारे के साथ हाकी विश्व कप की ट्राफी उठाई और भारत को विश्व विजेता बनने के लिए शुभकामनाएं दीं है । हॉकी वर्ल्ड ट्रॉफी आज छत्तीसगढ़ पहुंची है । राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ट्रॉफी का अनावरण किया। हॉकी वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को हॉकी इंडिया नई दिल्ली द्वारा देश के विभिन्न 16 राज्यों में भ्रमण कराया जा रहा हैं। अंतिम पड़ाव में यह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची है। गौरतलब है कि ओडिशा में 13 से 29 जनवरी 2023 तक एफआईएच ओडिशा मेन्स वर्ल्ड कप आयोजित किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता भुवनेश्वर और राउरकेला में संपन्न होगी।
हॉकी वर्ल्ड ट्रॉफी रायपुर पहुंचने पर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में इस ट्रॉफी के स्वागत के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने हॉकी वर्ल्ड ट्रॉफी का अनावरण किया।इस दौरान हाकी में विशेष योगदान देने वाले छत्तीसगढ़ के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ लोगों की ओर से इस खूबसूरत ट्रॉफी का तहेदिल से स्वागत करता हूं। ओडिशा में इस प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन से छत्तीसगढ़ के लोग भी उतने ही खुश हैं, जितने कि ओडिशा के लोग हैं। इस आयोजन से पूरे देश में उत्साह, उत्सुकता और खुशी का वातावरण है। श्री बघेल ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान छत्तीसगढ़ में सभी खेलों की अधोसंरचनाओं को लगातार मजबूत किया गया है। हमने चार वर्षों में 21 स्पोर्ट्स एकेडमी की स्थापना की है , आज हमारे यहां हॉकी के खिलाड़ियों के लिए विश्वस्तरीय मैदान और सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का भी आयोजन किया जा रहा है ताकि खेल प्रतिभाओं को ज्यादा से ज्यादा मौके मिले।
यह पहला मौका है, जब हॉकी वर्ल्ड कप की ट्रॉफी रायपुर आयी है। 23 दिसंबर 2022 को फील्ड मार्शल के.एम. करिअप्पा स्टेडियम बेंगलुरू (कर्नाटक) में एक भव्य समारोह में ट्रॉफी को छत्तीसगढ़ हॉकी के अध्यक्ष श्री फिरोज अंसारी को सौंपा गया था । रायपुर के बाद इस ट्रॉफी को विश्व कप आयोजन स्थल भुवनेश्वर के लिये रवाना किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि सिंह , छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष एवं विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, रायपुर महापौर श्री ऐजाज ढेबर, राजनांदगांव की महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, छत्तीसगढ़ हाकी के अध्यक्ष श्री फिरोज अंसारी समेत हाकी के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, प्रदेश के छत्तीसगढ़ हाकी संघों के पदाधिकारी एवं युवा हाकी खिलाड़ी उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शासकीय भवनों के रंग-रोगन में गोबर पेंट के उपयोग के लिए मुख्यमंत्री ने दिए हैं निर्देश
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ट्वीट कर श्री गड़करी को दिया धन्यवाद
गोधन और श्रम का सम्मान कर गांधी के रास्ते पर बढ़ रहा है छत्तीसगढ़ः श्री बघेल
छत्तीसगढ़ : पर्यावरण की सुरक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की दूरदर्शी सोच से शुरु हुई गोधन न्याय योजना का पूरा देश मुरीद हो चुका है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस योजना की शुरूआत की थी जो आज पूरी तरह से सफल होती नजर आ रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शासकीय विभागो के लिए निर्देश जारी किया है कि अब शासकीय कार्यालयों, निगम मंडल और अन्य जितने भी सरकारी दफ्तर हैं, उनमें रंग रोगन में गोबर से बने प्राकृतिक पेंट का इस्तेमाल होगा।
मुख्यमंत्री के इस फैसले का केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी ने स्वागत किया है। श्री गडकरी ने ट्वीट कर लिखा है कि छत्तीसगढ़ के सरकारी विभागीय निर्माण में गोबर से बने प्राकृतिक पेंट के इस्तेमाल का निर्देश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया है, उनके इस फैसले का अभिनंदन करता हूं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ये फैसला सराहनीय और स्वागत योग्य है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भी ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री गड़करी को धन्यवाद देते हुए कहा है कि नेक इरादों से ही देश और प्रदेश दूसरों के लिए प्रेरणा बनते है। श्री बघेल ने कहा है कि गोधन और श्रम का सम्मान कर छत्तीसगढ़ गांधी जी के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
कई मंचों पर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना की तारीफ खुद प्रधानमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री कर चुके हैं। इसके अलावा इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। यहां तक की इस योजना के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कई राज्य अपने यहां के अधिकारियों को भी छत्तीसगढ़ के दौरे पर भेज चुके हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी शासकीय विभागों, निगम-मंडलों एवं स्थानीय निकायों में भवनों के रंग-रोगन के लिए गोबर पेंट का अनिवार्यतः उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। पूर्व में जारी किए गए निर्देशों के बावजूद अभी भी निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट का उपयोग किए जाने पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मुख्य सचिव को सभी विभागों, निगम-मंडलों और स्थानीय निकायों को भवनों के रंगरोगन के लिए गोबर पेंट का उपयोग अनिवार्यतः करने के निर्देश जारी करने को कहा है। श्री बघेल ने कहा है कि गोबर पेंट का उपयोग ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भेंट-मुलाकात: मुख्यमंत्री पहुंचे विधानसभा क्षेत्र कसडोल के ग्राम लाहोद
लाहोद में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल और विद्युत वितरणकेन्द्र की स्थापना की घोषणा
लवन नगर पंचायत में खेल परिसर निर्माण, कसडोल के बलार बांध का नामकरणपूर्व मंत्री श्री कन्हैया लाल शर्मा के नाम पर करने की घोषणा
प्राथमिक शाला हरदी का पूर्व माध्यमिक शाला में होगा उन्नयन कार्य
ग्राम खर्री एवं देवरीकला में शासकीय हाई स्कूल भवन निर्माण की घोषणा
डमरू उदवहन सिंचाई योजना की घोषणा
पुटपुरा-घिरघोला-दौनाझर मार्ग और चिरचिदा से कसियारा मार्ग का होगा निर्माण
भेंट-मुलाकात : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत बलौदाबाजार-भाटापार जिले के विधानसभा कसडोल के ग्राम लाहोद पहुंचे। यहां पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां पर ग्रामीणों से सीधे बातचीत कर सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जमीनी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में जाना और अधिकारियों के इनके निराकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम लाहोद में 52 करोड़ 41 लाख रुपए लागत के 46 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 39 करोड़ 31 लाख रुपए लागत के 21 कार्यों का लोकार्पण और 13 करोड़ रुपए से अधिक के 25 कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिवद्वय सुश्री शकुंतला साहू एवं चंद्रदेव राय, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आम नागरिक की सहूलियत के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इनमें लाहोद में विद्युत वितरण केन्द्र एवं स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की घोषणा, लवन नगर पंचायत में खेल परिसर का निर्माण, कसडोल के बलार बांध का नामकरण पूर्व मंत्री श्री कन्हैया लाल शर्मा के नाम पर करने की घोषणा की। इसी प्रकार उन्होंने पुटपुरा-घिरघोला- दौनाझर मार्ग लंबाई 3.20 कि.मी. (पुल-पुलिया सहित) का निर्माण, चिरचिदा से कसियारा मार्ग लंबाई 2.55 किमी का मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण कार्य, खटियापाटी में मल्लिन नाला पर पुल निर्माण कार्य, प्राथमिक शाला हरदी का पूर्व माध्यमिक शाला में उन्नयन कार्य, शासकीय हाई स्कूल ग्राम खर्री एवं देवरीकला में भवन निर्माण, लवन व लाहोद में अधोसंरचना विकास हेतु 40-40 लाख स्वीकृत किए जाने की घोषणा, कसडोल शहर की फोरलेन सड़क पर डिवाइडर निर्माण और विद्युतीकरण, डमरू उदवहन सिंचाई योजना की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना गौपालकों के लिए आय का जरिया बनी है। लोग अब पशुपालन की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को चार किश्त में राशि का भुगतान किया जा रहा है। जिससे किसानो ंकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में किसानों की संख्या में वृद्धि होने के साथ साथ कृषि रकबा में भी बढ़ोत्तरी हुआ है। कृषि अब लाभ का व्यवसाय हो गया है। किसानों के आय में वृद्धि हुई है। गांवों में गौठान निर्माण किया गया है, जो आजीविका केंद्र के रूप मे विकसित हो रहे हैं।
ग्रामीणों से लिया फिडबैक
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में छात्र भेसराम पटेल और अन्य छात्रों ने पैजनी के स्कूल से स्थानांतरित शिक्षिका ममता राठौर के स्थानांतरण आदेश को निरस्त करने की मांग रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने आवश्यक कार्रवाई हेतु कलेक्टर को निर्देशित किया है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की कक्षा 7 वीं के छात्र कृष वर्मा ने बताया कि निःशुल्क अंग्रेजी शिक्षा से हम गरीब छात्रों को भी अच्छी एजुकेशन मिल पा रही है। उन्होेंने बताया कि उसने 3 डी प्रिंटर भी डिजाइन किया है। इसी तरह कक्षा 7वीं की छात्रा भूमि वर्मा ने अंग्रेजी में अपना परिचय बताते हुए कहा कि बेहतर पढ़ाई के साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अन्य गतिविधियों का नियमित संचालन स्कूल में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महतारी दुलार योजना के तहत उन्हें 5 हजार रुपए प्रति वर्ष मिलता है। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना की लाभान्वित ग्राम जुड़ा की श्रीमती रेणु ने बताया की इस योजना से मेरे स्वास्थ्य में पूर्ण रूप से सुधार हुआ है। गांव की अन्य महिलाएं भी इसका लाभ ले रही हैं, बच्चों को भी इसका लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने द्वारा नमक, शक्कर, चांवल, गैस सिलेंडर और मिट्टी तेल के बारे में पूछने पर खम्हरिया निवासी लिलेश्वरी डहरिया ने बताया कि उन्हें राशन, नमक, शक्कर नियमति रूप से मिल रहा है। लवण के श्री मृत्युजंय पांडे ने बताया कि उन्हें धान की सभी किस्त की राशि मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत अब तक वे एक लाख रूपए का गोबर बेच चुके हैं। सारखोर की जावा बाई ने बताया कि वह गोबर बेचने के साथ ही साथ दूध भी बेचकर लाभ कमा रही हैं। पलारी के किसान प्रेमलाल वर्मा ने बताया कि उसे मुर्गी पालन में कोरोना के समय बहुत नुकसान हुआ। एक एकड़ की जमीन है, अभी बहुत दिक्कत हो रही है। जिसे सुनकर मुख्यमंत्री ने क्लेक्टर को समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए।
किसान श्री अघनू कोसले के घर किया भोजन
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम लाहोद के लघु कृषक और श्रमिक श्री अघनू कोसले के घर भोजन किया। मुख्यमंत्री ने उनके घर लाल भाजी, पालक भाजी, कुसुम भाजी, सिल-बट्टे में पिसे हुए टमाटर की चटनी, नवलगोल- मटर और आलू-भाटा-रखिया बड़ी का स्वाद लिया। भोजन के उपरांत वे श्री कोसले के परिवार के सभी सदस्यों से मिले और उन्हें उपहार भी दिए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री अघनू कोसले के घर के सामने स्थित जैत-खंब की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाकसडोल : मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए कसडोल विधानसभा अंतर्गत विकासखंड पलारी के ग्राम पंचायत ओड़ान पहुंचे। यहां हेलीपैड पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया।आसपास के गांव से आए लोगों ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल का अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं संविधान निर्माण समिति की हिंदी ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के जयंती समारोह में शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाशित 'सुरता विधान पुरुष' पुस्तक का विमोचन किया - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम राजधानी रायपुर में आयोजित 34वें ऑल इंडिया एड्वोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेंट एवं प्रथम अखिल भारतीय महिला क्रिकेट स्पर्धा के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में उक्त स्पर्धा का शुभारंभ करते हुए ‘ट्रॉफी’ का भी अनावरण किया। राजधानी रायपुर में 21 से 28 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले टूर्नामेंट का आयोजन छत्तीसगढ़ एड्वोकेट्स क्रिकेट एशोसिएशन के तत्वाधान में किया गया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जस्टिस श्री संजय अग्रवाल तथा जस्टिस श्री सचिन सिंह राजपूत विशेष रूप से उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि भले ही यह क्रिकेट टूर्नामेंट है, लेकिन साथ ही यह देशभर के विद्वान अधिवक्ताओं का सम्मेलन भी है। इसके आयोजन से अधिवक्ताओं का न सिर्फ एक-दूसरे से व्यक्तिगत परिचय होगा, बल्कि वे प्रोफेशनल रूप से भी लाभान्वित होंगे। इसका फायदा अधिवक्ताओं के साथ-साथ पक्षकारों को भी होगा। अधिवक्ताओं के इस टूर्नामेंट के आयोजन से मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धन भी होगा।मुख्यमंत्री श्री बघेल इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 34वें ऑल इंडिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेंट एवं प्रथम अखिल भारतीय महिला क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन हो रहा है। हमें इस बात की भी खुशी है कि इस आयोजन के रूप में हमें अपने मेहमानों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोककला, पर्यटन और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण से भी परिचित कराने का अच्छा अवसर मिला है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि अधिवक्ताओं की पहली अखिल भारतीय महिला क्रिकेट स्पर्धा की शुरूआत छत्तीसगढ़ से हो रही है। यह शुरूआत अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना होगी, साथ ही मुझे इस बात का भी विश्वास है कि महिला अधिवक्ता खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा से क्रिकेट के क्षेत्र में भी नये इतिहास रचेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की वैभवपूर्ण कला-संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने खुशी जाहिर की कि छत्तीसगढ़ में इस टूर्नामेंट के आयोजन के माध्यम से हमारे मेहमानों को हम अपनी खेल संस्कृति और खेल अधोसंरचना के क्षेत्र में हुए विकास से भी परिचित करा पाएंगे। उन्होंने इस गौरवशाली आयोजन के लिए आयोजक सहित सभी अधिवक्ताओं को बधाई भी दी।
कार्यक्रम को वन तथा विधि एवं विधायी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस आयोजन में सुप्रीम कोर्ट और 20 हाईकोर्टों की टीमें शिरकत कर रही हैं। इससे हम सभी छत्तीसगढ़वासी गौरान्वित हो रहे हैं। हम छत्तीसगढ़ के लोग यहां आने वाले सभी खिलाड़ियों को दिल से स्वागत करते हैं। हम उनकी खेल-प्रतिभा और प्रदर्शन का लुत्फ उठाने के लिए काफी उत्सुक हैं। कार्यक्रम को अध्यक्ष क्रिकेट एशोसिएशन फॉर एडवोकेट्स इन इंडिया श्री आर. संथानम कृष्णन तथा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ एडवोकेट्स क्रिकेट एशोसिएशन श्री फैजल रिजवी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री संतोष शर्मा, अधिवक्ता श्री अशीष सोनी तथा श्री विवेक सिंह सहित एशोसिएशन के पदाधिकारी और अधिवक्ता खिलाड़ी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवासारंगढ़-बिलाईगढ़ : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अजमेर भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ विधानसभा को 74 करोड़ 38 लाख 49 हजार रुपये की लागत के 47 विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। बिलाईगढ़ रेस्ट हाउस परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 45 करोड़ 17 लाख 80 हजार रुपये की लागत से निर्मित 26 कार्यों का लोकार्पण, 22 करोड़ 65 लाख 47 हजार रुपये की लागत से 18 कार्यों का भूमिपूजन एवं 6 करोड़ 55 लाख 22 हजार रुपये की लागत से बनने वाले 3 शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के दौरान जिन 26 कार्यों का लोकार्पण किये इनमें 12 करोड़ 56 लाख रुपये की लागत से भटगांव आवर्धन जल प्रदाय योजना, 20 लाख रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 15 में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, 01 करोड़ 79 लाख 60 हजार रुपये की लागत से कुल 20 ग्राम में गौठान निर्माण कार्य, 22 लाख 90 हजार रुपये की लागत से कुल 12 ग्राम में नवीन ग्राम पंचायत भवन निर्माण कार्य, 7 करोड़ 8 लाख 83 हजार रुपये की लागत से बिलाईगढ़ के भटगांव सलौनीकला गिरवानी मार्ग लं.6 कि.मी.का उन्नयन एवं नवीनीकरण कार्य शामिल है। इसी तरह 4 करोड़ 78 लाख 91 हजार रुपये की लागत से कोसमकुण्डा से साल्हेबाजा मार्ग लं.2.60 कि.मी.,01 करोड़ 73 लाख 82 हजार रुपये की लागत से मडकडी परसाडीह मार्ग लं.1.50 कि.मी., 2 करोड़ 75 लाख 83 हजार रुपये की लागत से पिकरीपाली से गायदरहा मार्ग लं.1.75 कि.मी., 01 करोड़ 23 लाख 76 हजार रुपये की लागत से 18 नग मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के कार्य, 75-75 लाख रुपये की लागत से नया भवन प्राथ.स्वा.केन्द्र पवनी एवं नगरदा, 27 लाख 73 हजार रुपये की लागत से नया भवन उप स्वा.केन्द्र पचरी एवं 27 लाख 73 हजार रुपये की लागत से नया भवन उप स्वा.केन्द्र छिर्रा, 9 लाख 68 हजार रुपये की लागत से प्राथ.स्वा.केन्द्र भटगांव में नया 6 बिस्तरीय वार्ड, 28 लाख 51 हजार रुपये की लागत से उप.स्वा.केन्द्र टुण्डरी भवन निर्माण, तीन उप स्वा.केन्द्र धारासीव, बेलादुला एवं बालपुर में नया 6 बिस्तरीय वार्ड के लिए प्रति वार्ड 9 लाख 68 हजार रुपये कुल 29 लाख 4 हजार रुपये, 01 करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से सुतीउरकुली व्यपवर्तन योजना का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 01 करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से गोविन्दवन जलाशय योजना का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 01 करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से खौरझिटी व्यपवर्तन योजना का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 77 लाख रुपये की लागत से बम्हनपुरी जलाशय योजना का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 2 करोड़ 13 लाख रुपये की लागत से पिरदा जलाशय योजना का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 50 लाख 82 हजार रुपये की लागत से पर्री डबरी तालाब सौंदर्यीकरण कार्य एवं 25 लाख 53 हजार रुपये की लागत से नगर पंचायत भटगांव में पौनी पसारी कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिन 18 कार्यों का भूमिपूजन किये इनमें 11 करोड़ 57 लाख 82 हजार रुपये की लागत से कुल 11 ग्रामों के लिए जल जीवन मिशन अंतर्गत नल-जल प्रदाय योजना, 8 लाख 70 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 14 समलाई मंदिर के बगल से नाला तक सीसी रोड निर्माण कार्य, 19 लाख 11 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 15 शुक्रवारी बाजार के समीप गौठान निर्माण कार्य, 5 लाख 74 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप सीसी रोड निर्माण कार्य, 3 लाख 86 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 8 में सीसी रोड निर्माण, 7 लाख 14 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 8 सांई किराना दुकान से नाला तक सीसी रोड और नाली कवर का निर्माण कार्य, 01 करोड़ 99 लाख 68 हजार रुपये की लागत से दिनेश शर्मा घर से बिलाईगढ़ नाला तक गौरवपथ निर्माण कार्य डिवाईडर स्ट्रीट लाईट सहित, 01 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से कुल 34 ग्रामों के लिए सार्वजनिक शौचालय निर्माण कार्य, 01 करोड़ 53 लाख 36 हजार रुपये की लागत से कुल 71 ग्रामों के लिए मुक्तिधाम निर्माण कार्य, 3 करोड़ 01 लाख 4 हजार रुपये की लागत से 24 ग्रामों में नाली निर्माण कार्य, 75 लाख 23 हजार रुपये की लागत से बिलाईगढ़ के सलिहाघाट में हाईस्कूल भवन का निर्माण, 01 करोड़ 21 लाख 16 हजार रुपये की लागत से बिलाईगढ़ के बेलटिकरी में हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन का निर्माण, 16 लाख 23 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 12 में पंडा घर से मेन रोड तक सीसी रोड का निर्माण कार्य, 13 लाख 51 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 12 में अविनाश घर से मेन रोड तक आरसीसी डे्रन का निर्माण कार्य, 11 लाख 01 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 12 में गौरी निराला घर से मेन रोड तक आरसीसी डे्रन का निर्माण कार्य, 5 लाख 21 हजार रुपये की लागत से वार्ड क्रमांक 12 में राजाराम घर से रामरतन घर तक आरसीसी डे्रन का निर्माण कार्य, 7 लाख 9 हजार रुपये की लागत से सीसी रोड निर्माण कार्य शासकीय कन्या स्कूल तक वार्ड क्रमांक 2 तथा 23 लाख 58 हजार रुपये की लागत से नरवा विकास कार्य झरनी नाला 3 कि.मी. कार्य शामिल है।
3 शिलान्यास कार्य अंतर्गत 2 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से नये 33/11 केव्ही पुरगांव में उपकेन्द्र निर्माण कार्य, 2 करोड़ 11 लाख 51 हजार रुपये की लागत से नये 33/11 केव्ही बालपुर उपकेन्द्र निर्माण कार्य, 2 करोड़ 7 लाख 71 हजार रुपये की लागत से नये 33/11 केव्ही गाताडीह (मनपसार)उपकेन्द्र निर्माण कार्य शामिल है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कॉर्टेन स्टील से तैयार किया गया है म्यूजियम
शहीद वीर नारायण सिंह की गौरव गाथा की होगी ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति
बलौदाबाजार-भाटापारा टूरिज्म सर्किट का भी हुआ शुभारंभ
बलौदाबाजार-भाटापारा : शहीद वीर नारायण सिंह की जन्म एवं कर्म स्थली को उनके गौरव के अनुरूप विकसित करने के लिए जिला प्रशासन बलौदाबाजार-भाटापारा द्वारा सोनाखान में भव्य ओपन एयर म्यूजियम का निर्माण किया गया है, जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया। इसके अलावा उन्होंने बलौदाबाजार-भाटापारा टूरिज्म सर्किट का भी शुभारंभ किया। इस टूरिज्म सर्किट में बाबा गुरू घासीदास की जन्म एवं कर्म स्थली गिरौदपुरी, शहीद वीर नारायण सिंह की जन्म एवं कर्म स्थली सोनाखान, कबीर पंथियों के प्रसिद्ध धर्म स्थली दामाखेड़ा, तुरतुरिया, सिद्धखोल जलप्रपात, बलारडेम, सिद्धेश्वर मंदिर पलारी और नारायणपुर का शिव मंदिर शामिल है। इस टूरिज्म सर्किट में आने वाले पर्यटकों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी।
सोनाखान में बनाया गया यह म्यूजियम प्रदेश में अपनी तरह का पहला म्यूजियम होगा, जहां ऑडियो- विजुअल सेटअप और एक विशेष धातु कॉर्टेन स्टील के माध्यम से शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी को प्रदर्शित किया जा रहा है। कॉर्टेन स्टील के बनें लम्बे और सुंदर पैनल्स पर शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी उकेरी गई है। जिसकी भव्यता दिन के साथ ही रात में भी देखी जा सकती है। लाइट के अद्भुत सेटअप इसे खास और अलग बनाते हैं। सभी पैनल एक ऑडियो सेटअप लगा हुआ है, जिसके माध्यम से शहीद वीर नारायण सिंह की जन्म से लेकर क्रांति और बलिदान को सुना जा सकता है। यह ऑडियो हिंदी, अंग्रेज़ी और छत्तीसगढ़ी भाषा में उपलब्ध है। यहां आने वाले लोग अपनी पसंद मुताबिक ऑडियो की भाषा तय कर सकते हैं।
देश में कॉर्टेन स्टील का उपयोग विभिन्न महान परियोजनाओं में कलाकृतियां बनाने के लिए किया जा चुका है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, बिहार म्यूज़ियम और कई देशों के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट में इसका उपयोग किया गया है। यहां पार्किंग और केंटिन की भी व्यवस्था रहेगी। केंटिन की व्यवस्था स्व-सहायता समूह के द्वारा संचालित की जाएगी। इसके साथ ही यहां आने वाले लोगों को म्यूजियम में प्रवेश सशुल्क रहेगा। इस नवाचार से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को भी रोजगार उपलब्ध होगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाबिलाईगढ़ में खुलेगी नवीन जिला सहकारी बैंक की शाखा औरप्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में होगा उन्नयन
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्रामीणों से हुए रूबरू
सरसींवा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ जिले के ़बिलाईगढ़ विधानसभा के अंतर्गत ग्राम पंचायत सरसींवा पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीणों से सरकार के द्वारा चलाई जा रही जनहितैषी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत की जानकारी भी ली एवं अधिकारियों को इसके निराकरण के लिए निर्देशित भी किया। मुख्यमंत्री ने यहां पर आम जनता की सुविधा के लिए सरसींवा को नवीन तहसील बनाए जाने एवं सरसींवा और पवनी को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने सरसींवा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन, बिलाईगढ़ में नवीन जिला सहकारी बैंक की शाखा, बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की बिस्तर क्षमता 30 बिस्तर से बढ़ा कर 50 बिस्तर किए जाने सहित बिलाईगढ़ नगर पंचायत में बस्ती पहुंचने एवं बस्ती से बाजार पहुंचने हेतु पुलिया का निर्माण हेतु राशि की स्वीकृति किए जाने की घोषणा की। इस मौके पर स्कूली शिक्षा एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव प्रसाद राय, अ.जा. विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
ग्रामीणों से लिया फीडबैक
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्राम धोबनी के किसान कोमल प्रसाद साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका एक लाख 10 हजार का ऋण माफ हो गया है। उन्हेें अब तक राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत तीन किस्त मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि वे जैविक पद्धति से बैगन की खेती करते हैं। पांच साल धान की खेती के बराबर लाभ एक साल के बैगन की खेती से होता है। पिछले साल बैगन की खेती से 5 लाख रुपए का फायदा हुआ है। जैविक खेती से जमीन की उर्वरता बढ़ी है। प्रमिला यादव ने बताया कि स्व सहायता समूह से जुड़कर उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। वह वर्मी कंपोस्ट, मछली पालन, मुर्गी पालन, बत्तख पालन, कड़कनाथ पालन जैसी आयमूलक गतिविधियां कर रही हैं। इससे अब तक उसे 45 हजार रुपए से अधिक की आमदनी हुई है। कैथा निवासी सुदर्शन दास की मांग पर कलेक्टर को मनरेगा और गौठान में काम दिलाने तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत राशि देने एवं उनकी बीमारी का इलाज कराने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में चेतन बाई महिलांग ने कहा कि उनका एक लाख 56 हजार की ऋण की माफी हुई है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नरेश कुमार को सेलून खोलने के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की स्वीकृति दी।
मुख्यमंत्री ने सुनाया अनुभव
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम की शुरूआत में भेंट मुलाकात का अनुभव बांटते हुए कहा कि भेंट मुलाकात के दौरान एक 40 वर्षीय महिला गेड़ी लेकर आई थी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की गेड़ी प्रतियोगिता में प्रथम आई थी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक से अब महिलाएं भी अपने बचपन में खेले जाने वाले खेल फिर से खेल पा रही हैं। उन्होंने कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किया। इनमें बिलाईगढ़ और भटगांव के 8 दिव्यांगजनों को ट्रायसायकल और दो दिव्यांगजनों को वैशाखी के साथ ही स्कूली बच्चों को जाति प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने रामनामी परिवार के यहां किया भोजन
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ग्राम सरसीवां में श्री नेतराज कुर्रे के घर रामनामी समुदाय के लोगों के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक भोजन का स्वाद लिया। उन्हें भोजन में चावल, खीर, रोटी, लाल भाजी, तिवरा भाजी, करेला भाजी, बैंगन, मटर,आलू, सेमी, फूलगोभी मिक्स, पालक, आलू की सब्जी दाल, सहित सील से पीसे टमाटर चटनी परोसा गया। मुख्यमंत्री ने श्री कुर्रे के परिवरवालों को स्वादिष्ट भोजन के लिए धन्यवाद दिया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट का उपयोग किए जाने पर जताई नाराजगी
निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध होगी कार्यवाही
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सभी विभागों, निगम-मंडलों एवं स्थानीय निकायों को निर्देश जारी करने कहा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी शासकीय विभागों, निगम-मंडलों एवं स्थानीय निकायों में भवनों के रंग-रोगन के लिए गोबर पेंट का अनिवार्यतः उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। पूर्व में जारी किए गए निर्देशों के बावजूद अभी भी निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट का उपयोग किए जाने पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मुख्य सचिव को सभी विभागों, निगम-मंडलों और स्थानीय निकायों को भवनों के रंगरोगन के लिए गोबर पेंट का उपयोग अनिवार्यतः करने के निर्देश जारी करने को कहा है। श्री बघेल ने कहा है कि गोबर पेंट का उपयोग ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा।
गौरतलब है कि रायपुर के नजदीक हीरापुर जरवाय के गौठान में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गोबर से पेंट तैयार किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी करके इससे वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद निर्मित किये जा रहे हैं। गोबर से विद्युत उत्पादन और प्राकृतिक पेंट निर्माण की शुरूआत की गई है। गोधन न्याय योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली है। गांवों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। ग्रामीणों, पशुपालकों एवं महिला समूहों को आय का अतिरिक्त जरिया मिला है। गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को पिछले दो वर्षो में 380 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। योजना से मिलने वाली राशि से ग्रामीणों को अपनी छोटी मोटी जरूरतें पूरी करने का जरिया मिला है। गोबर खरीदी और उससे तैयार किए जा रहे उत्पादों की बिक्री से ग्रामीणों को हो रही आय के साथ गोबर पेंट का उपयोग बढ़ने से ग्रामीणों को और अधिक फायदा होगा।
ग्रामीणों और महिला स्व सहायता समूहों की आय में वृद्धि के लिए गोधन न्याय योजना का विस्तार करते हुए गौठानों में इस वर्ष से गौ मूत्र की खरीदी प्रारंभ की गई है। वर्तमान में प्रदेश के 96 गौठानों में गौ मूत्र की खरीदी की जा रही है। अब तक 1 लाख 5000 लीटर गौ मूत्र की खरीदी की गई जिसका मूल्य 4 लाख 20 हजार रूपए है। खरीदे गए गौ मूत्र से महिला स्व-सहायता समूहांे द्वारा 36 हजार 913 लीटर कीट नियंत्रक ‘ब्रम्हास्त्र’ और 19 हजार 765 लीटर वृद्धि वर्धक ’जीवामृत’ जैसे जैविक उत्पाद तैयार किए गए हैं। अब तक 13 लाख 64 हजार 771 रूपए कीमत का 28 हजार 405 लीटर कीट नियंत्रक ‘ब्रम्हास्त्र’ और 5 लाख 98 हजार 464 रूपए का 16 हजार 634 लीटर वृद्धि वर्धक ’जीवामृत’ का विक्रय महिला स्व सहायता समूहों द्वारा किया गया है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सरसीवा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यकम के तहत आज सरसीवा पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री बघेल सरसीवां पहुंचकर श्री नेतराज कुर्रे के घर रामनामी समुदाय के लोगों के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक भोजन का स्वाद लिया।
श्री कुर्रे के परिवारजनों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को भोजन में चावल, खीर, रोटी, लाल भाजी, तिवरा भाजी, करेला भाजी, बैंगन, मटर,आलू, सेमी, फूलगोभी मिक्स, पालक, आलू की सब्जी दाल, रायता, रोटी, पापड़, सलाद सहित सील से पीसे टमाटर चटनी फूलकास कांसे की थाली में भोजन परोसा गया। भोजन के पश्चात मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री नेतराम कुर्रे के परिवार के लोगों से मुलाकात की और उन्हें उपहार भी भेंट किया। भेंट-मुलाकात, बिलाईगढ़ विधानसभा, ग्राम पंचायत सरसींवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए बिलाईगढ़ विधानसभा के ग्राम सरसींवा पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर एवं राज्य गीत से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की।
यहाँ देखे विडियो :-
इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव प्रसाद राय, अ.जा. विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े उपस्थित हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात का दौर जारी
प्रदेश में 4 मई से शुरू हुआ है भेंट-मुलाकात अभियान
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बीते 4 मई से अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात का आगाज किया है, जो निरंतर जारी है। अब तक मुख्यमंत्री श्री बघेल बस्तर व सरगुजा संभाग के सभी जिलों समेत बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के अनेक जिलों में आमजन से भेंट-मुलाकात के लिए पहुंच चुके हैं। इन भेंट-मुलाकातों के प्रदेश की जनता को अपने मुखिया से मिलकर खुशियों के साथ अनेक सौगातें मिल रही हैं। भेंट-मुलाकात अभियान की कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री आमजनता से सीधे संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं से भी रू-ब-रू होते हुए समाधान निकाल रहे हैं। इस कड़ी में मुख्यमंत्री का अगला पड़ाव 20 व 21 दिसंबर को बिलाईगढ़ विधानसभा होगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात अभियान को लेकर प्रदेश की जनता में भी खूब उत्साह देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल जहां भी भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं, वहां हैलीपेड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणजन पूरे जोश से स्थानीय रीतियों के अनुसार स्वागत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भी उसी आत्मीय भाव से लोगों का अभिनंदन स्वीकार करते हुए नजर आते हैं। इस दौरान प्रदेश के मुखिया को जब भूख लगती है तो भोजन के आमंत्रण पर कभी किसान तो कभी आदिवासी परिवार के घर पर पहुंच जाते हैं और जमीन पर बैठकर भोजन करते हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रवार दौरा कर रहे हैं। इसमें वे प्रत्येक विधानसभा के गांवों में पहुंचकर शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपने अभियान की शुरुआत 4 मई को सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिला अंतर्गत सामरी विधानसभा से की थी। पहले चरण में अभियान के दौरान रामानुजगंज, प्रतापपुर, भटगांव, प्रेमनगर, लुण्ड्रा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे। फिर बस्तर के कोण्टा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, कोण्डागांव, केशकाल, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़ और कांकेर विधानसभा होते हुए पुन: सरगुजा संभाग के कुनकुरी, जशपुर, भरतपुर-सोनहत तथा मनेन्द्रगढ़ व बैकुंठपुर विधानसभा पहुंचा। भेंट-मुलाकात का अगला पड़ाव बिलासपुर संभाग रहा, जहां सबसे पहले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला के मरवाही विधानसभा में मुख्यमंत्री ने पहुंचकर आमजनों से भेंट-मुलाकात की। फिर बिलासपुर संभाग के रायगढ़, लैलूंगा, खरसिया, धरमजयगढ़ विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे। इधर बालोद जिला के गुण्डरदेही, डौंडी व बालोद विधानसभा के बाद कबीरधाम जिला के पंडरिया व कवर्धा विधानसभा में भेंट-मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने अगला पड़ाव नवगठित सक्ती जिला के जैजैपुर व चंद्रपुर तथा जांजगीर-चांपा जिला के जांजगीर-चांपा को बनाया। दुर्ग संभाग की ओर लौटते हुए मुखिया राजनांदगांव जिला के डोंगरगांव, डोंगरगढ़, खुज्जी, अंबागढ़-चौकी और राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के लोगों से मिले। वहीं गरियाबंद के राजिम विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे। अब 20 व 21 दिसंबर को बिलाईगढ़ विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री का दौरा कार्यक्रम तय हुआ है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बारनवापारा अभ्यारण्य फिर बनेगा बाघों का रहवास, अभ्यारण्य में छोड़े जाएंगे टायगर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में किया गया प्रस्तावों का अनुमोदन
वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए वनों की 10 किलोमीटर की परिधि के गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा
वन्य प्राणियों की सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क को मजबूत बनाने के प्रस्तावों को मिली मंजूरी
हाथी मानव द्वंद रोकने जागरूकता अभियान को गति देने के निर्देश
वन्य प्राणियों के लिए पानी और चारागाह विकसित करने पर बल
रायपुर : छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश से बाघ लाए जाएंगे। जिन्हें अचानकमार टायगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही साथ बारनवापारा अभ्यारण्य में भी बाघों के लिए अनुकूल परिस्थितियों के चलते टायगर छोड़े जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत किए गए इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण, वन्य प्राणी मानव द्वंद रोकने के अनेक प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा और डॉ. लक्ष्मी धु्रव बैठक में उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए वनों की 10 किलोमीटर की परिधि के गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने, वन्य प्राणियों की सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क को मजबूत बनाने, हाथी मानव द्वंद रोकने जागरूकता अभियान को गति देने और वन्य प्राणियों के लिए पानी और चारागाह विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में इनसे संबंधित प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या चार गुना करने के लिए ग्लोबल टायगर फोरम (जीटीएफ) द्वारा प्रस्ताव दिया गया था, जिसके क्रियान्वयन की अनुमति बैठक में दी गई। जिसके तहत अचानकमार टायगर रिजर्व में बाघ मध्यप्रदेश से लाकर छोड़े जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि अचानकमार टायगर रिजर्व में वन्यप्राणियों के लिए जल स्त्रोतों, चारागाह को विकसित किया गया है, जिससे शाकाहारी वन्यप्राणियों की संख्या में वृद्धि हो सके। छत्तीसगढ़ राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा अभ्यारण्य में फिर से टायगरों को पुनर्स्थापित करने के लिए टायगर छोड़ने के प्रस्ताव को भी सैद्धांतिक सहमति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि बारनवापारा अभ्यारण्य में वर्ष 2010 तक टायगर पाए जाते थे। टायगर रि-इंट्रोडक्शन एवं टायगर रिकव्हरी प्लान के तहत ख्याति प्राप्त वन्यप्राणी संस्थान से हैबिटेट सुटेबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी, जिसकी स्वीकृति राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली से प्राप्त होने के बाद इस अभ्यारण्य में बाघ पुनर्स्थापना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।अधिकारियों ने बैठक में बताया कि शाकाहारी वन्य प्राणियों को विभिन्न प्रजनन केन्द्रों एवं अन्य स्थानों से लाकर प्रदेश के संरक्षित क्षेत्रों के प्राकृतिक रहवास में छोड़ा गया है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में 49 चीतल, बारनवापारा अभ्यारण्य में 39 काला हिरण, गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 113 चीतल, अचानकमार टायगर रिजर्व में 20 चीतल, तमोर पिंगला अभ्यारण्य में 14 चीतल विभिन्न संरक्षित क्षेत्रों के नैसर्गिक रहवास में शाकाहारी वन्यप्राणियों को छोड़ा गया है। बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों में हाथियों के लिए चारागाह, पानी आदि की व्यवस्था करने से हाथी मानव द्वंद की घटनाओं में काफी कमी हुई है। लगभग 11 हजार 314 हेक्टेयर चारागाह विकसित किए गए हैं। लगभग 80 हजार हेक्टेयर में खाद्य घास की प्रजातियां लगाई गई हैं। वन्यप्राणियों के पेयजल के लिए 12 स्टॉप डेम, 40 तालाब, 65 अर्दनडेम, 98 तालाबों का गहरीकरण किया गया है, इसी तरह 52 नालों में भू-जल संवर्धन और भू-जल संरक्षण के लिए संरचनाएं निर्मित की गई हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में भारत माला परियोजना अंतर्गत प्रस्तावित रायपुर-विशाखापटनम इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए उदन्ती-सीतानदी टायगर रिजर्व में केशकाल एवं कांकेर वनमंडल के लगभग 64 वन क्षेत्र तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून द्वारा चिन्हांकित इन्द्रावती-उदन्ती-सीतानदी-सुनाबेड़ा टायगर कॉरिडोर के 7 वन कक्षों से गुजरने वाले लगभग 3.5 किलोमीटर राजमार्ग में प्रस्तावित इकानॉमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए अनुमति दी गई। इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजा जाएगा। इस तरह भोपालपटनम से जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में चिंतावागु नदी पर नवीन पुल निर्माण की अनुमति दी गई। यह प्रस्ताव भी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को अनुमति के लिए भेजा जाएगा। इस नवीन पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण इन्द्रावती टायगर रिजर्व के बफर जोन के 1.177 हेक्टेयर रकबे के अंतर्गत आता है।
बैठक में सूरजपुर के ग्राम नेवारी पारा से ग्राम खोड़ में विद्युतीरकण हेतु 0.35 हेक्टेयर वन भूमि और सूरजपुर के ग्राम टमकी से कोटवारीपारा तक 5.148 कि.मी. विद्युतीकरण करने हेतु 0.88 हेक्टेयर के व्यपवर्तन, लहपीपारा ग्राम पंचायत शोभा में 11 केव्ही विद्युत लाईन विस्तारीकरण, राजापड़ाव क्षेत्र के शुक्लाभाठा से झोलाराव तक तथा केरापारा से भाठापानी में 11 केव्ही विद्युत लाईन विस्तारीकरण, ग्राम लिलांज में विद्युतीकरण कार्य हेतु एनओसी, फरसेगढ़-पिल्लूर-सेण्ड्रा-चेरपल्ली मार्ग का डी.जी.पी.एस सर्वे कार्य की अनुमति दी गई। इस मार्ग पर छत्तीसगढ़ की सीमा पर इन्द्रावती नदी पर एक सेतु तथा छत्तीसगढ़ की ओर आने वाले पहुंच मार्ग का निर्माण किया जाना है।
वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क मजबूत होगा
बैठक में वन क्षेत्रों में बेहतर संचार की सुविधा के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने और मोबाइल टॉवर लगाने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। इससे जहां वन प्राणी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। वहीं वन क्षेत्रों के गांवों में पीडीएस सिस्टम, धान खरीदी, वृद्धावस्था पेंशन, बैंकिंग और ऑनलाइन पढ़ाई में आसानी होगी। बैठक में वनभैंसों में कृत्रिम गर्भाधान करने की अनुमति भी प्रदान की गई। इस प्रस्ताव के अनुसार वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया तथा LaCONES, CCMB हैदराबाद के विशेषज्ञों एवं वन विभाग में पदस्थ पशु चिकित्सकों के देख-रेख में वीर्य निकालने का कार्य किया जाएगा तथा इस उपयोग मादा वनभैंसों के कृत्रिम गर्भाधान हेतु किया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री संजय शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) श्री पी.व्ही. नरसिंहराव सहित छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दो वर्षो में हितग्राहियों को किया गया लगभग 380 करोड़ रूपए का भुगतान
खेतों से गौठानों तक पैरा लाने का प्रबंध करें, स्वावलंबी गौठानों की संख्या बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने आज हितग्राहियों के खातों में 5 करोड़ 99 लाख रूपए का किया ऑनलाईन अंतरण
गोबर विक्रेताओं को अब तक 192.86 करोड़ रूपए का भुगतान
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 169.41 करोड़ रूपए का भुगतान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गोधन न्याय योजना पशुपालकों, ग्रामीणों, किसानों और मजदूरों की अतिरिक्त आय का जरिया बन गई है। गोधन न्याय योजना के प्रारंभ होने के बाद से अब तक दो वर्षो में योजना के हितग्राहियों, गौठान समितियों और महिला स्व सहायता समूहों को लगभग 380 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। यह राशि इन लोगों के लिए काफी बड़ी राशि है। ग्रामीण गोबर बेचने से मिलने वाली राशि से अपने छोटे-छोटे सपने पूरे कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि के अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में हितग्राहियों के खातों में 5 करोड़ 99 लाख रूपए का ऑनलाईन अंतरण किया। इस राशि में 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक के पखवाड़े में गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.2 क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 41 लाख रूपए, गौठान समितियों को 94 लाख रुपए, महिला समूहों के खाते में लाभांश की राशि के रूप में 64 लाख रूपए की राशि अंतरित की गई। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा और डॉ. लक्ष्मी धु्रव भी कार्यक्रम में उपस्थित थीं।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गोबर बेचने से मिली राशि का उपयोग वे बच्चों की पढ़ाई, गहने, मोटरसायकल, स्कूटी खरीदने और खेती की जमीन को विकसित करने में कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों ने राज्य सरकार द्वारा पैरादान की अपील पर गौठानों में 5 लाख क्ंिवटल से अधिक पैरादान किया है। प्रदेश में धान की कटाई का काम लगभग समाप्त हो गया है। अभी भी बहुत से किसानों के खेतों में काफी मात्रा में पैरा इकठ्ठा कर रखा गया है। इस पैरे को खेतों से गौठानों तक लाने का इंतजाम किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्वावलंबी गौठानों की समितियां अपनी स्वयं की राशि से गोबर खरीदी कर रही हैं। पिछले तीन पखवाड़ों से गोबर खरीदी के लिए दी जाने वाली राशि में से गौठान समितियों द्वारा राज्य शासन की तुलना में अधिक राशि दी जा रही है, 1 से 15 दिसम्बर तक पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठानों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया है। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.41 करोड़ रुपए की राशि में से 2.75 करोड़ रुपए का भुगतान 4372 स्वावलंबी गौठानों ने अपने संसाधनों से और 1.66 करोड़ रूपए का भुगतान कृषि विभाग द्वारा किया गया है। यह एक बड़ा बदलाव है। उन्होंने स्वावलंबी गौठानों की संख्या बढ़ाने और इन गौठानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो गौठान समितियां गौठानों में शेड निर्माण की अनुमति मांग रही हैं, उन्हंे अनुमति दी जानी चाहिए। स्वावलंबी गौठनों द्वारा अब तक 32.36 करोड़ रुपए के गोबर की खरीदी की गई है।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे गौठान गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों के केन्द्र बन गए हैं। गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। आने वाले समय में इनकी गतिविधियां और भी बढ़ेगी। हमारे गौठान आने वाले समय में गांवों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि गोबर विक्रेताओं को अब तक गोबर खरीदी के एवज में 192.86 करोड़ रूपए और गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 169.41 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना में अब तक 96.43 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। योजना से 3 लाख 9 हजार 806 से ज्यादा पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11 हजार 288 गौठानों को स्वीकृति दी गई है, इनमें से 9,631 गौठान निर्मित हैं। इनमें 8,452 ग्रामीण, 234 शहरी और 1,201 आवर्ती चराई के निर्मित गौठान हैं। गौठानों में 20.27 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया जिसमें से 16.41लाख क्विंटल का विक्रय हो चुका है। गौठानों में 11 हजार 187 स्वसहायता समूहों में 83 हजार 509 महिलाएं सदस्य हैं, जिन्होंने अब तक 86.96 करोड़ की आय अर्जित की है। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, पशुपालन विभाग की संचालक श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, उपसचिव कृषि सुश्री तुलिका प्रजापति उपस्थित थीं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गौठानों में अब तक 1 लाख 5 हजार 180 लीटर गौमूत्र क्रय
ब्रम्हास्त्र और जीवामृत की बिक्री से 19.63 लाख की आय
गौठानों को किसानों ने अब तक 5 लाख 13 हजार क्विंटल पैरादान किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 19 दिसम्बर को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 5 करोड़ 99 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे, जिसमें 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.2 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4 करोड़ 41 लाख रूपए, गौठान समितियों को 94 लाख और महिला समूहों को 64 लाख रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं।
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 380.27 करोड़ का भुगतान
गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को 374 करोड़ 28 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है, जिसमें 18 करोड़ रूपए की बोनस राशि भी शामिल है। 19 दिसम्बर को 5.99 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 380 करोड़ 27 लाख रूपए हो जाएगा।
गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ के गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में 15 दिसम्बर तक 94.23 लाख क्विंटल गोबर खरीदी के एवज में गोबर विक्रेताओं को 188.45 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 19 दिसम्बर को गोबर विक्रेताओं को 4.41 करोड़ रूपए का भुगतान होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 192.96 करोड़ रूपए हो जाएगा।
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 167.83 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को 19 दिसम्बर को 1.58 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 169.41करोड़ रूपए हो जाएगा।
गौठानों में 1 लाख 5 हजार 180 लीटर गोमूत्र की खरीदी
19.63 लाख रूपए का बिक चुका ब्रम्हास्त्र और जीवामृत
राज्य के गौठानों में 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में अब तक एक लाख 5 हजार 180 लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है। इससे गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 36,913 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और 19,765 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया गया है। ब्रम्हास्त्र और जीवामृत की बिक्री से कब तक कुल 19 लाख 63 हजार 235 रूपए की आय हुई है।
गोबर से 25.87 लाख कम्पोस्ट खाद का उत्पादन-समूहों को 86 करोड़ 96 लाख की आय
गौठानों में महिला समूहों द्वारा 20.27 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5.40 लाख क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से क्रमशः 10 रूपए, 6 रूपए तथा 6.50 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 86 करोड़ 96 लाख रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 11,187 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 83,874 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत एवं प्राकृतिक पेंट सहित अन्य सामग्री का भी उत्पादन किया जा रहा है।
गोधन न्याय से 3 लाख 9 हजार से अधिक ग्रामीण पशुपालक लाभान्वित
राज्य में गोधन के संरक्षण और संर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क प्रबंध है। राज्य में अब तक 11,288 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 9631 गौठान निर्मित एवं शेष गौठान निर्माणाधीन है। गोधन न्याय योजना से 3 लाख 9 हजार 806 ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
गौठानों के लिए पैरादान का सिलसिला जारी
गौठानों में 5.13 लाख क्विंटल धानपैरा एकत्र
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर राज्य के किसानों द्वारा अपने गांवों के गौठानों को पैरादान किए जाने का सिलसिल अनवरत रूप से जारी है। राज्य के किसान भाई पैरा को खेतों में जलाने के बजाय उसे गौमाता के चारे के प्रबंध के लिए गौठान समितियों को दे रहे हैं। ऐसे किसान भाई जिनके पास पैरा परिवहन के लिए ट्रेक्टर या अन्य साधन उपलब्ध है, वह स्वयं धान कटाई के बाद पैरा गौठानों में पहुंचाकर इस पुनीत कार्य में सहभागिता निभा रहे हैं। गौठान समितियों द्वारा भी किसानों से दान में मिले पैरा का एकत्रीकरण कराकर गौठानों में लाया जा रहा है। गौठानों में अब तक 5 लाख 13 हजार क्विंटलपैरा गौमाता के चारे के लिए उपलब्ध है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजधानी के पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास पेंशन बाड़ा में 50 लाख रूपए की लागत से तैयार की जायएगी ई-लाईब्रेरी
बाबा घासीदास जयंती पर मुख्यमंत्री ने कहा - मानव-मानव एक समान का संदेश आज भी प्रासंगिक
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गुरू बाबा घासीदास की जयंती पर अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने राजधानी रायपुर आयोजित कार्यक्रम में सभी संभागीय मुख्यालयों में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रयास विद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने इन वर्गों के लिए पृथक-पृथक छात्रावास तथा नगर निगम रायपुर द्वारा पेंशन बाड़ा स्थित अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास में 50 लाख रूपए की लागत से ई-लाईब्रेरी प्रारंभ करने की घोषणा की ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय आदर्श पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास पेंशनबाड़ा में आयोजित बाबा गुरू घासीदास जंयती समारोह में कहा कि गुरुघासीदास जी एक ऐसे संत थे जिन्होंने मानवता को बचाने के लिए मानव-मानव एक समान का संदेश दिया। साथ ही उन्होंने समाज में फैली कुरूतियों को दूर करने के लिए समानता, भाईचारा, प्रेम और सद्भाव का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरू घासीदास जी एकमात्र संत हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ी में उपदेश दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा बोली को आगे बढ़ाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कौन व्यक्ति, कहां, किस धर्म में, किस स्थान में जन्म लेगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हम अच्छी शिक्षा से व्यक्तित्व को निखार सकते है और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते है। छत्तीसगढ़ सरकार भी बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर में बंद 260 स्कूल हमने पुनः शुरू किया है। बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके इसलिए 279 स्वामी आत्मानंद उत्कृट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले। हमारी सरकार ने बड़ी संख्या में 1998 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती की है। उन्होंने कहा प्रदेश के शाला भवनों, आश्रमों एवं छात्रावासों के कायाकल्प के लिए एक हजार करोड़ रूपए स्वीकृत किया है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए भी छत्तीसगढ़ सरकार राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत् प्रति वर्ष 7 हजार रूपए की राशि दे रही है।
नगरीय निकाय एवं श्रम मंत्री डॉ. शिव डहरिया और संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर नगर निगम रायपुर श्री एजाज ढेबर, सभापति श्री प्रमोद दुबे और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नवा रायपुर में 4.86 करोड़रूपए की लागत से बनने वाले संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय का भूमिपूजन
अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अनेक कन्या एवं बालक छात्रावास-आश्रमों का भूमिपूजन-लोकार्पणरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में 33 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत के 14 कार्यो का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने इनमें से 30 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत के 12 कार्यो का भूमिपूजन और 3.83 करोड़ रूपए की लागत के दो कार्यो का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिन कार्यो का भूमिपूजन किया उनमें नवा रायपुर में 4 करोड़ 86 लाख रूपए की लागत से बनने वाले संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय, दुर्ग जिले के ग्राम परसदा में 9.39 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले अनुसूचित जाति(प्रयास) वर्ग के विद्यार्थियों के लिए स्कूल सह कोचिंग केन्द्र भवन, बेमेतरा जिले के साजा में 1.52 करोड़ रूपए की लागत से 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, मुंगेली जिले के बरमपुर में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, मझगांव में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, लोरमी में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, लोरमी में ही 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या आश्रम, लागत 1.62 करोड़ रूपए, फास्टरपुर में 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, लागत 1.91 करोड़ रूपए, लोरमी में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, रायपुर के मंदिर हसौद में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, रायपुर जिले के भिलाई में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए और कबीरधाम जिले के ग्राम डबराभांठ में 1.62 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 50 सीटर अनुसूचित जाति कन्या आश्रम का भूमिपूजन किया।मुख्यमंत्री ने बेमेतरा के साजा में 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.91 करोड़ रूपए और राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में 1.91 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास का लोकार्पण किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ’मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा’ की घोषणा करते हुए इस योजना के लिए 100 करोड़ रूपए,सभी शालाओं, छात्रावासों, आश्रमों, शासकीय भवनों के रख रखाव और उन्नयन के लिए एक हजार करोड़ रूपए,तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के उन्नयन के लिए ’स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट आईटीआई योजना’ की घोषणा करते हुए इस योजना के लिए 1200 करोड़ रूपए देने की घोषणा की ।मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।