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- सीईओ ने कहा खत्म नहीं हुआ कोरोना-"जब तक दवाई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं" बचाव के सभी नियमों का करें पालनदुर्ग : जिला पंचायत के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कोविड 19 से बचाव हेतु सतर्कता व जागरूकता की शपथ ली।सीईओ जिला पंचायत श्री एस. आलोक ने सभी नागरिकों से यह अपील की है कि केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा चलाए जाये
- विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए राशि की स्वीकृति
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अनुशंसा पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत पाटन क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों में अनेक विकास कार्यों के लिए 79 लाख रूपए से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।स्वीकृत राशि से ग्राम पंचायत औधी में 2 चबूतरा निर्माण के लिए 5 लाख रूपये, बेलौदी में सीसी रोड के लिए 5 लाख 20 हजार रूपये, महकाखुर्द में सीसी रोड के लिए 2 लाख 60 हजार रूपये एवं ग्राम पंचायत भनसुली (आर) में निर्मल घाट के लिए 2 लाख 60 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृत दी है।
इसी तरह ग्राम पंचायत रवेली में सीसी रोड के लिए 5 लाख 20 हजार रूपये एवं ग्राम पहंडोर, चीचा कुरूदडीह, कुर्मीगुडरा, केसरा, जमराव, करगा, कसही, एवं ग्राम पंचायत छाटा में सामुदायिक भवन के लिए क्रमशः 6 लाख 50 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी है। - खारुन के संरक्षण से लेकर यूरोप में चल रहे पर्यावरणिक आंदोलनों की मोहल्ला क्लास में चर्चा की मुख्यमंत्री ने
पढ़ाई तुंहर द्वार योजना अंतर्गत चल रही मोहल्ला क्लास
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अमलेश्वर में मोहल्ला क्लास के बच्चों के पास पहुंचे। बच्चों से हिंदी, गणित और पर्यावरण संबंधी खूब सारे प्रश्न पूछे, बच्चों ने इसका कुशलतापूर्वक उत्तर दिया, मुख्यमंत्री ने उनको खूब शाबासी दी। बच्चों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके स्कूल में संगीत के माध्यम से पढ़ाई की जाती है।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दोहे सुनाओ। इस पर एक छात्रा ने तुलसी का दोहा सुनाया। तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चंहु ओर, बसीकरण इक मंत्र है परिहरु बचन कठोर।मुख्यमंत्री ने कहा, बहुत अच्छे से पढ़ाई हो रही है। इसके बाद उन्होंने बच्चों से 2 का घातांक पूछा। 18 का पहाड़ा पूछा। बच्चों ने फर्राटे से इसका जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से पर्यावरण की परिभाषा भी पूछी। बच्चों ने इसकी परिभाषा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहना है अपितु अन्य लोगों को भी संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। उदाहरण के लिए आपके गांव के पास से खारुन नदी बहती है।
उसमें लोग प्लास्टिक डाल देते हैं, जब भी ऐसा देखें तो लोगों को आगाह करें, उन्हें बताएं कि यह पर्यावरण के लिए कितना खतरनाक है। उन्होंने बताया कि पानी का प्रदूषण बेहद खतरनाक हो सकता है। 80 प्रतिशत बीमारियां पानी से होती हैं। उन्होंने कहा कि पुराने लोग कहते थे। पानी पियव छान के, गुरु बनावव जान के।
हम पर्यावरण के प्रति जितने जागरूक रहेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में बच्चे पर्यावरण के प्रति बेहद सजग हैं। यूरोप में तो इसके लिए आंदोलन भी किये गए हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण करते हैं। जितने पेड़ होंगे, ग्लोबल वार्मिंग उतनी ही घट जाएगी।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ग्लेशियर पिघल रहे हैं। तेजी से बाढ़ आती है। समुद्र का जलस्तर बढ़ जाता है। इससे समुद्र तट के किनारे के शहरों के डूबने की आशंका बनती है। इसे रोकने अधिकाधिक पेड़ लगाने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि हम सब छत्तीसगढ़ महतारी की संतान हैं।
हम सब शक्तिशाली होंगे तो हमारा राज्य मजबूत होगा। इसके लिए हमें अपने गोधन को सहेजना होगा। मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव के बारे में भी बच्चों से पूछा। बच्चों ने कहा कि इसके लिए हम मास्क पहनते हैं। समय समय पर साबुन से हाथ धोते हैं। मुख्यमंत्री से बच्चों ने ढोलक तबला जैसी संगीत सामग्री की मांग की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही आप लोगों को यह सामग्री मिल जाएगी। इस मौके पर संभागायुक्त श्री टीसी महावर, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी श्री प्रशांत ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
- कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने की दिशा में करें युद्धस्तर पर कार्य
कोरोना की वजह से प्रभावित हुए हेल्थ के अन्य कार्यक्रमों के लक्ष्यों को प्राप्त करने करें प्रभावी कार्य
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
दुर्ग : टेस्टिंग, केयरिंग और मॉनिटरिंग ये तीन अहम मोर्चे हैं जिन पर प्रभावी रूप से कार्य करना है। लक्ष्य के मुताबिक टेस्टिंग करें। त्यौहार के सीजन में मूवमेंट बढ़ने की वजह से कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका बनी रहेगी।ऐसे में चिन्हांकन का कार्य और कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता बढ़ाने का कार्य तेजी से चलते रहना चाहिए। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस तेजी से फैलता है। इसे लेकर बहुत सतर्कता हर क्षण आवश्यक है।
टेस्टिंग जितनी ज्यादा होगी और मरीजों का जितना ज्यादा चिन्हांकन होगा, संक्रमण को रोकने में उतनी ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने अभी तक काफी अच्छा काम किया है जिससे संक्रमण को थामने में काफी मदद मिली है आगे भी इसी तरह से प्रयास करने पर कोरोना संक्रमण को पूरी तरह थामने की दिशा में हम सफल होंगे।
कलेक्टर ने कहा कि त्योहार के सीजन में मूवमेंट बढ़ने से आशंका होगी कि संक्रमण बढ़े। ऐसे में एहतियात बेहद आवश्यक है। सर्दी खांसी की शिकायत वाले मरीजों की अनिवार्य रूप से टेस्टिंग कराई जाए, उनके प्राइमरी कांटेक्ट को ट्रेस किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण बहुत बड़ी चुनौती लेकर आया और पूरा हेल्थ अमला इसे रोकने में लगा रहा, इससे हेल्थ के अन्य अभियान के लक्ष्य प्रभावित हुए हैं। अब इन पर युध्दस्तर पर काम कर इन्हें प्राप्त करना होगा। उन्होंने इन लक्ष्यों की समीक्षा भी की।
सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि इस संबंध में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं और हम सारे लक्ष्य प्राप्त करने प्रतिबद्ध हैं। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग की समीक्षा भी की। इसकी मेडिकल प्रभारी डॉ. रश्मि भुरे ने कहा कि मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री के मुताबिक ट्रीटमेंट दिया जाता है। राज्य के निर्देशों के मुताबिक इस संबंध में कार्य किया जा रहा है। होम आइसोलेशन में रिकवरी बहुत अच्छी है और पूरी टीम कड़ी मेहनत कर रही है। -
दुर्ग : नया बाजार चैक में स्व. श्री सुखचैन लाल भाले की मूर्ति का अनावरण किया मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने, वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
- सिंचाई सुविधा बेहतर होगी और किसानों को उत्पाद का उचित दाम मिलेगा तो अर्थव्यवस्था बेहतर होगी, सरकार इसी दिशा में कर रही कार्य
पाटन पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा, इस अवसर पर बस स्टैंड परिसर में एक करोड़ रुपए से व्यावसायिक परिसर के निर्माण, पांच करोड़ रुपए की लागत से स्कूलों के मरम्मत एवं सात करोड़ रुपए की लागत से आंगनबाड़ियों के जीर्णोद्धार की घोषणा भी की
स्वामी आत्मानंद उद्यान का लोकार्पण किया, एसडीएम कार्यालय का भूमिपूजन किया, तहसील कार्यालय एवं एसडीएम कार्यालय का भी होगा जीर्णोद्धार
दुर्ग : किसानों की बेहतरी के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किश्त ऐसे समय में दिये गए जब खेती किसानी के काम के लिए किसानों को राशि की जरूरत होती है। इससे किसानों का संबल बढ़ा है। हमारे किसान बड़े दिलवाले हैं कोरोना के समय उन्होंने मुक्त हस्त से दान किया।किसान हमेशा हर मोर्चे पर आगे रहते हैं। शासन को लगातार उन्हें सशक्त करने की दिशा में काम करना चाहिए। यह संबोधन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पाटन में आयोजित जनसंपर्क कार्यक्रम में दिया।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बस स्टैंड परिसर में एक करोड़ रुपए की लागत से व्यावसायिक परिसर के निर्माण की, पांच करोड़ रुपए की लागत से स्कूलों के मरम्मत की और सात करोड़ रुपए की लागत से आंगनबाड़ियों के जीर्णोद्धार की घोषणा भी की।
सात ही उन्होंने पाटन में खेलप्रेमियों की सुविधा बढ़ाने २५ लाख रुपए की लागत से ओपन बैडमिंटन कोर्ट, क्रिकेट पिच और वालीबाल कोर्ट भी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जनपद कार्यालय में कक्ष भी विस्तारित किये जाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने एसडीएम कार्यालय के नये भवन का भूमिपूजन भी किया।एसडीएम कार्यालय एवं तहसील कार्यालय का रिनोवेशन भी होगा। मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद उद्यान का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि पाटन में नागरिक सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए बहुत से अच्छे कार्य किये जा रहे हैं। तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। उद्यानों को बेहतर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सिंचाई सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष रूप से फोकस कर रही है। सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाए और किसानों के लिए विपणन की व्यवस्था कराई जाए तो किसानों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों सीएसपीडीसीएल की बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि नदियों और नालों के किनारे बिजली तार विस्तारित करें। इससे किसान लिफ्ट इरीगेशन का लाभ उठा सकेंगे।उन्होंने कहा कि विडंबना यह होती है कि नदियों और नालों के किनारे के किसान ही सिंचाई के लिए पानी की तंगी का ज्यादा सामना करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अनेक निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी किया।
बताया काजू किशमिश की जगह तिखुर- सिंघाड़ा आया- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले किसी आयोजन में जाओ तो अतिथियों के लिए काजू किशमिश परोस दिये जाते थे। अब लोकल छत्तीसगढ़ी आइटम रखे जाते हैं।तिखुर-सिंघाड़ा जो हमारी इतनी प्रिय सामग्री है कभी भी ऐसे आयोजन में नहीं रखी जाती थी। अब तिखुर-सिंघाड़ा रखते हैं। यह छत्तीसगढ़ी अस्मिता और गरिमा का प्रतीक है। अपने मूल्यों को हमने केंद्र में रखा है। हमारे तीज त्योहार और हमारी परंपरा यही तो हमारी पहचान हैं।
बताया कैसे काजू का दिलाया मूल्य- मुख्यमंत्री ने बताया कि लघु वनोपजों के विक्रय के लिए नीति तैयार की गई। इसका लाभ हुआ और लाकडाउन के दौरान पूरे देश में सबसे ज्यादा वनोपज छत्तीसगढ़ में बिका और इसका रेट भी अच्छा मिला।यहां काजू उत्पादकों से जयपुर के व्यवसायी 50 रुपए की दर से काजू ले जाते थे। सोसायटी के माध्यम से तात्कालिक रूप से सौ रुपए दर दिलाई गई जिसमें भविष्य में और राशि मिली। पांच हजार क्विंटल काजू बिका। कितनी बड़ी आर्थिक संभावना लोगों के लिए खुली। -
दुर्ग : जिले में उपभोक्ता के हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद मंे 2 अशासकीय सदस्यों के लिए 17 नवंबर तक खाद्य नियंत्रक दुर्ग में आवेदन आमंत्रित किया गया है। इसमें एक सदस्य महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। निर्धारित योग्यतानुसार आवेदन करने वाले व्यक्ति की आयु 35 से 65 वर्ष एवं स्नातक निर्धारित किया गया है।
किसी समस्याओं के संबंध में पर्याप्त ज्ञान एवं 10 वर्ष का अनुभव एवं अर्थशास्त्र, वाणिज्य एवं लेखाकर्म, उद्योग, सार्वजनिक कार्य या प्रशासन से संबंधित समस्याओं के संबंध में पर्याप्त अनुभव निर्धारित किया गया है।
- दुर्ग : राष्ट्रीय स्वास्थ्य के अंतर्गत फिजियोथेरेपिस्ट, ओटी टेक्नीशियन, ब्लॉक अकाउंटेंट मैनेजर, प्रोग्राम एसोसिएट - पीएचएन, प्रोग्राम एसोसिएट आरएनटीपीसी, टेक अस्सिटेंट ऑडिओमेट्रिक, टेक अस्सिटेंट ऑप्टोमेट्रिक, साइकोलॉजिस्ट क्लीनिकल और योगा ट्रेनर पदों के लिए दावा आपत्ति की सूची प्रकाशित कर दी गई है, जिसका अवलोकन दुर्ग जिले की वेबसाइट www.durg.gov.in में किया जा सकता है। दावा आपत्ति ई-मेल आईडी [email protected] पर दिनांक 11 नवंबर 2020 तक प्रेषित कर सकते हैं।
- कहा कि नदियों और नालों के किनारे लिफ्ट इरीगेशन वाले प्रोजेक्ट्स को देंगे बढ़ावा
इस अवसर पर किसानों से भी की चर्चा, किसानों ने ओदरागहन और चुलगहन में भी ऐसी ही योजनाओं की माँग की तो मौके पर ही की घोषणा
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बोरेंदा में सौर सामुदायिक सिंचाई योजना का लोकार्पण किया। सौ एचपी के इस प्लांट से 217 किसान परिवारों की सिंचाई संबंधी आवश्यकता पूरी हो पाएगी और लगभग 100 हेक्टेयर सिंचाई रकबे का विकास हो पाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सोलर पंप के माध्यम से सौ हेक्टेयर सिंचाई की क्षमता है लेकिन यदि उचित दिशा से काम किया जाए तो इससे कई गुना अधिक बड़े रकबे में सिंचाई की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि शेष दिनों में तालाब में पानी संग्रहीत कर लें, यदि तालाब न हो तो तालाब का निर्माण कर लें।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने खेतों में ऐसा किया है इसलिए इसका अनुभव आपसे साझा कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि नदी-नालों के किनारे इस तरह से सोलर योजनाओं से रबी फसल भी ले सकेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों से चर्चा भी की। किसानों ने उन्हें बताया कि यहां बोरेंदा में इस योजना के आ जाने से वे गेंहूं बो सकेंगे।बोरेंदा के किसान श्री नरेंद्र कुमार ने बताया कि इनका चार एकड़ का रकबा इससे विकसित होगा। और वे चना तथा गेंहूं की फसल ले सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ सालों तक इसका मेंटेनेंस क्रेडा के द्वारा होगा। बाद में आपको इसका मेंटेंनेंस करना होगा। इसके लिए समिति बना लीजिए, ये आपके लिए काफी उपयोगी होगा।
मुख्यमंत्री से इस अवसर पर चुलगहन और ओदरागहन के ग्रामीणों ने भी सौर सामुदायिक योजना की माँग की। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही इसकी घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा कि तकनीकी पक्षों का अध्ययन कर दक्षिण पाटन में नदी-नालों के किनारे लिफ्ट इरीगेशन की सुविधा आरंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिये जाएंगे।
इससे बहुत से गांवों में सिंचाई सुविधा का विकास होगा। उन्होंने कहा कि खर्रा नाला, तेलीगुंडरा, जरवाय जैसे क्षेत्रों में इस तरह के सर्वे किये जाएंगे। इस मौके पर संभागायुक्त श्री टीसी महावर, कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी श्री प्रशांत ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - केसरा, बोरेंदा और कौही में बाड़ी को देखकर प्रफुल्लित हुए मुख्यमंत्री, महिलाओं ने सब्जी से भरी टोकरी दी उपहार में, मुख्यमंत्री ने कहा खरीदूँगा, आपने बड़े मेहनत से तैयार की है
पांच मिनट रूके मुख्यमंत्री लेकिन इतने में ही दे दिये सबसे जरूरी टिप्स ताकि सब्जी का उत्पादन हो बंपर और गुणवत्ता भी रहे कायम
दुर्ग : पाटन ब्लाक में रानीतराई में जनसंपर्क कार्यक्रम के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल केसरा, बोरेंदा और कौही में बाड़ी देखने पहुंचे। तीनों जगहों पर सुंदर बाड़ियां लगी थीं जिसमें सब्जी की फसल हो रही थी। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले पूछा कि अमारी भाजी लगाये हैं क्या, महिलाओं ने बताया कि हां।
उन्होंने कहा कि मुझे अमारी फूल चाहिए, इसकी चटनी अच्छी लगती है। इसके बाद उन्होंने कहा कि सीजन में इसका शर्बत भी अच्छा रहता है और बिकता भी है।भाजियों के और सब्जी के मुख्यमंत्री के ज्ञान पर महिलाएं चकित भी हुईं और खुश भी हुईं। बोरेंदा में सब्जी की टोकरी भेंट की जिसमें बारहमासी करेला थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इसे खरीदूंगा, भेंट नहीं लूँगा।फिर महिलाओं ने कहा कि आपकी ही पहल तो है नहीं तो ये बाड़ी तो वीरान पड़ी थी और हमने भी कभी नहीं सोचा था कि इस तरह से मेहनत करने से इतनी विकसित बाड़ी बना पाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये आपकी मेहनत है और इसे खरीद लिया।
पांच मिनट रूके और दिये जरूरी टिप्स- मुख्यमंत्री ने केसरा में कहा कि आपने टमाटर और भटा एक साथ लगाया है। दोनों की पानी की जरूरत अलग है। इसके साथ ही कीटनाशक और उर्वरक की भी जरूरत अलग है।इस तरह करके देखिये आपका उत्पादन और भी बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे इंग्लिश गोभी का उत्पादन भी करें, इसका भी अच्छा रेट मिलता है। उन्होंने भटे की वैरायटी भी पूछी। महिलाओं ने कहा कि ये तो नहीं मालूम लेकिन इसका उत्पादन भी अच्छा है और टेस्ट भी बहुत अच्छा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सबके बारे में खूब सीखो, जितना खेती किसानी में सीखोगी, उतनी ही तरक्की होगी। उन्होंने इन महिलाओं को आशीर्वाद दिया और कहा कि आप लोगों ने बहुत अच्छा काम किया है। उल्लेखनीय है कि लाकडाउन की अवधि में भी इन महिलाओं ने अपनी बाड़ी में काम जारी रखा और पूरे गांव को सब्जी की आपूर्ति की।
कौही में घूमे गौठान और देखा सिंघी भटे का उत्पादन- कौही के बाड़ी में खूब सिंघी भाटा का उत्पादन हो रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने तो कमाल किया है और किस तरह के भटे का उत्पादन कर रहे हैं।महिलाओं ने बताया कि ये बेलौदी से लाये हैं। खूब उत्पादन हो रहा है और इसकी काफी माँग है। मुख्यमंत्री ने इस पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कौही में गौठान भी देखा और यहां गौठान समिति के सदस्यों से चर्चा भी की। - दुर्ग : विधिक सेवा दिवस के अवसर पर आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग द्वारा नशा उन्मूलन एवं साईबर अपराध जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। नालसा (नशा पीड़ितों को विधिक सेवा एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवा योजना के तहत् यह अभियान चलाया जा रहा है।)अभियान अंतर्गत ‘‘नशा =नाश’’ गांव गांव और शहर शहर में गुंजेगा अब यह संदेश नशा मुक्त हो भारत देश। साईबर अपराध के रोकथाम के संबंध में यह अभियान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त सहयोग से किया जाएगा। जिला न्यायाधीश श्री रामजीवन देवांगन ने अभियान का शुभारंभ किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश श्री राहुल शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अभियान के उददेश्य की जानकारी दी। अभियान अंतर्गत नशा से होने वाले नुकसान और इससे शरीर को होने वाले व्याधियों की जानकारी से लोगांे को अवगत कराया जाएगा।क्रमांक 1400 - पाटन में नदी-नालों के किनारे के गांवों में लिफ्ट इरीगेशन के होंगे काम
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज ग्राम रानीतराई में दक्षिण पाटन के लिए सिंचाई सुविधाओं हेतु एवं कटाव रोकने की महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने 22 करोड़ रुपये की लागत से खारुन के बायीं ओर तटबंध बनाने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि धमतरी की ओर से यह तटबंध बन चुका है।
पाटन से लगे गांवों में कटाव की वजह से यह मांग आ रही थी। अब यह समस्या दूर हो सकेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 5 करोड़ रुपये की लागत से खपरी, ओदरागहन, चुलगहन में सौर सामुदायिक योजना से प्रोजेक्ट बनाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां नदी नालों में लिफ्ट इरीगेशन की गुंजाइश है वहां परीक्षण कराकर प्रोजेक्ट स्वीकृत किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्यामाचरण शुक्ल कहते थे कि किसानों को सिंचाई के लिए पानी दे दें, वे अपना विकास स्वयं कर लेंगे।
हमारी सरकार की प्राथमिकता है किसानों के लिए अधिकाधिक सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना। धान की खेती बढ़ने से इसकी मांग और बढ़ी है। दक्षिण पाटन में तांदुला तंत्र से पानी आता है लेकिन टेल एंड तक सिंचाई की गुंजाइश काफी कम हो जाती है। नदी तथा नालों में सोलर लिफ्ट योजनाएं चलाई जाएंगी।
इनकी सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए तालाबों में जल भरा जाएगा। तालाब नहीं होने पर तालाब खुदवाने की प्रक्रिया की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे सिंचाई सुविधा की गुंजाइश काफी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि भूमिगत जल का स्तर बढ़ाने के लिए नरवा योजना के माध्यम से कार्य किया जा रहा है।इनके साथ सोलर योजनाएं आरम्भ होने से सिंचाई का रकबा बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी।उन्होंने कहा कि आज मैंने बाड़ी देखी। केसरा, कौही, बोरेन्दा में स्वसहायता समहों की महिलाओं ने बहुत अच्छा काम किया है।
उनकी बाड़ी में कई प्रकार की सब्जी लग रही थी। उनके चेहरे पर उत्साह था। बाड़ी योजना महिलाओं को उत्साह भी दे रही है और आर्थिक रूप से मजबूत भी कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हम ऐसी योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं जिससे स्वावलंबी गांव तैयार हो सकें।
आर्थिक स्तर बढ़े। इसमें भागीदारी भी ग्रामीणों की ही है। गौठान के संचालन की जिम्मेदारी गौठान समिति की है यह ऐसा मॉडल है जिससे खेती और पशुपालन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोबाइल मेडिकल यूनिट आरम्भ हो जाने से ग्रामीण अंचल के लोगों को विशेष रूप से मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पाटन में इंग्लिश मीडियम स्कूल भी आरम्भ करने का निर्णय लिया गया है। 6 स्कूलों के आरम्भ होने से लोग शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में भी बच्चों को पढ़ा सकेंगे। - शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित वेबीनार में दुर्ग जिले में होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम की मेडिकल प्रभारी डॉक्टर रश्मि भूरे ने कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षा के उपायों पर विस्तार से की चर्चा
कोविड 19 से सुरक्षा हेतु अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन पर जिला शिक्षा कार्यालय दुर्ग द्वारा वेबीनार का आयोजन
दुर्ग : जिला शिक्षा कार्यालय दुर्ग से कोविड-19 से सुरक्षा हेतु अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन विषय पर वेबीनार के माध्यम से एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में दुर्ग जिले में होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम की मेडिकल प्रभारी डॉ. रश्मि भुरे विशेष पहलुओं पर प्रकाश डाला।
डॉ. रश्मि बुरे ने बताया कि ठंड के दिनों में अपनी सेहत का खास ख्याल रखना होगा क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है उन्होंने कोविड 19 के परिचय,लक्षण, टेस्टिंग, बचाव के उपाय और सावधानियों पर भी विस्तार से चर्चा की।
डिप्टी कलेक्टर सुश्री दिव्या वैष्णव ने व्यवहार परिवर्तन के अंतर्गत एक संस्था प्रमुख, शिक्षक पालक अथवा विद्यार्थी के रूप में समाज के प्रति जिम्मेदारी और कोविड-19 से संक्रमण के बचाव के लिए जिला प्रशासन के प्रयास और जिला वासियों द्वारा किए गए सहयोग के बारे में चर्चा की। -
ऑर्गेनिक राइस भी उपलब्ध है बिहान बाजार में, कैश के साथ डिजिटल ट्रांजैक्शन से भी ले रही हैं पेमेंट
दुर्ग : जिला पंचायत दुर्ग परिसर में आयोजित बिहान बाजार का आज दूसरा दिन है बड़ी संख्या में दुर्ग जिले के कोने-कोने से लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं।महमरा के महकते मसाले हों या स्वादिष्ट पापड़ ,अचार और बड़ियाँ या फिर साफ सफाई के लिए बेहतर क्वालिटी के फिनाइल या डिटर्जेंट पाउडर बिहान बाजार में यह सब कुछ उपलब्ध है। बिहान बाजार 8 नवंबर तक चलेगा।
महमरा के शुद्ध मसाले पसंद कर रहे खरीददार- बिहार बाजार में महमरा ग्राम पंचायत के मां परमेश्वरी स्व सहायता समूह की महिलाएं शुद्ध मसाले लेकर आई है कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन में उन्होंने यह व्यापार शुरू किया घर बैठकर कुछ कर गुजरने की चाहत में इन महिलाओं ने अपनी कड़ी मेहनत से आज अच्छा नाम कमा लिया है ।
जनपद पंचायत की ओर से इनकी लगन को देखते हुए एक लाख रुपए का लोन उपलब्ध कराया गया जिससे उन्होंने मसाला पीसने और पैकेजिंग करने के लिए मशीन खरीदी।यह महिलाएं अपने ही गांव में ऑर्गेनिक तरीके से उगाए गए गए मिर्च,धनिया और हल्दी से मसालों के पाउडर तैयार कर रही है साथ ही इनके पास गरम मसाला भी उपलब्ध है।सारे मसाले बिना किसी मिलावट के पूरी सफाई से तैयार किया जा रहा है। मसालों की अच्छी क्वालिटी के कारण गांव के लोगों ने तो इनके मसाले पसंद किए अब बिहान बाजार में अपने स्टॉल से अच्छी कमाई अर्जित कर रही है।
जॉइंट कमिश्नर श्री आर के खूंटे ने खरीदा ऑर्गेनिक बासमती, एच एम टी चावल, एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम भी पहुंची खरीदारी करने- बिहान बाजार में जनपद पंचायत धमधा के ग्राम बरहापुर से आई मां शाकंभरी स्व सहायता समूह की महिलाएं ऑर्गेनिक बासमती और एचएमटी चावल की बिक्री कर रही है।
इनके चावल की गुणवत्ता देखते हुए दुर्ग संभाग के जॉइंट कमिश्नर सीआर के खूंटे ने 2 बोरी चावल खरीदे हैं। ऑर्गेनिक एचएमटी 40 रुपए प्रति किलो तथा बासमती चावल 80 रुपए प्रति किलो में उपलब्ध है। बिहान बाजार में एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम भी खरीददारी करने पहुंची उन्होंने भी स्व सहायता समूह से बहुत से उत्पाद खरीदे और क्वालिटी की प्रशंसा की।
पापड़ मुरकू और अचार की खूब हो रही बिक्री- बिहान बाजार में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाया गए अचार पापड़ और मुरकु बहुत पसंद किए जा रहे हैं ग्राम पंचायत कपसदा की आदर्श महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं बताती है कि उनके द्वारा बनाए गए उत्पाद को लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है और वह अच्छी बिक्री कर रही हैं इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद भी दिया है क्योंकि उनके द्वारा बिहान बाजार में इन महिलाओं को सामग्री विक्रय का अवसर दिया गया।
अच्छी क्वालिटी का फिनाइल और डिटर्जेंट पाउडर भी बेच रही है महिलाएं,डिजिटल माध्यम से ले रही है पेमेंट- स्व सहायता समूह की महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित की है ।अचार पापड़ के अलावा अब महिलाएं अच्छी क्वालिटी की फिनायल,डिटर्जेंट पाउडर हैंडवाश इत्यादि भी बना रही है साथ ही सामान विक्रय करने के बाद पेमेंट लेने के स्मार्ट तरीके भी अपना रही हैं।
दुर्ग ब्लॉक के मतवारी ग्राम पंचायत से आए गायत्री स्व सहायता समूह के स्टॉल में डिजिटल स्केनर लगा हुआ है जिसके माध्यम से खरीदार ऑनलाइन पेमेंट भी कर सकते हैं।30 रुपए में फिनायल और 50 रुपये में हैंडवाश उपलब्ध हैं।
घर मे पहनने वाली स्लीपर भी बना रही महिलाएं- पाटन ब्लॉक के चुनकट्टा की लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाएं घर में पहनने वाली रबर की स्लीपर भी बना रही है। अपना उद्यम शुरू करने के लिए जनपद पंचायत द्वारा इनको 2 लाख रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया था बिहान बाजार में इनके द्वारा बनाई गई 60 से 80 रुपए मूल्य तक की चप्पल उपलब्ध है गुणवत्ता भी अच्छी है।
जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि करीब 100 स्व सहायता समूह की महिलाओं को बिहान बाजार में अवसर दिया गया है। उन्होंने बताया कि लोगों के द्वारा स्थानीय स्तर पर बने इन उत्पादों को बहुत पसंद किया जा रहा है। - धमधा ब्लाक में चल रही विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करने धमधा पहुंचे कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे
अधिकारियों को दिये निर्देश, धान खरीदी की मुकम्मल तैयारी करें, अहिवारा में एनआरसी के लिए भेजें प्रस्ताव
दुर्ग : गौठानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करें। गोधन न्याय योजना के माध्यम से गौठानों के आत्मनिर्भर होने का रास्ता तैयार हो गया है।गौठान समितियां जितने उत्साह से कार्य करेंगी, गौठानों की उतनी ज्यादा आर्थिक तरक्की होगी। इसके साथ ही गौठानों में आजीविकामूलक गतिविधियों के काम भी आरंभ किये जा रहे हैं।
गोधन न्याय योजना और स्वसहायता समूहों को स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिये जाने के लिए तैयार करना ऐसे कार्य होंगे जिससे ग्रामीण विकास का मार्ग तेजी से प्रशस्त होगा।यह निर्देश कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने धमधा में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान दिये। कलेक्टर ने कहा कि गोबर खरीदी शेड्यूल के मुताबिक होती रहे। सभी वर्मी टैंकों में कंपोस्ट खाद बनाने का काम हो।
डिकंपोजर का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। कंपोस्ट खाद के विक्रय के लिए निर्देश भेजे जा चुके हैं इसके मुताबिक इनका विक्रय करें। कलेक्टर ने कहा कि बिहान के अधिकारी देखें कि किस क्षेत्र में किस प्रकार के स्थानीय उत्पादों की जरूरत है।अभी दीवाली के मौके पर इन समूहों ने बेहतरीन उत्पाद तैयार किये हैं और दिखाया है कि किस प्रकार वे हुनर से भरे हुए हैं। ऐसे में अच्छा मौका है कि इनके उत्पादों की विविधता बढ़ाई जाए। इनकी पैकेजिंग आकर्षक की जाए। साथ ही इनके उत्पादों में किस तरह गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है। यह भी देखें।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी की मुकम्मल तैयारी करें। जिन नई समितियों में धान खरीदी होनी है वहां भी धान खरीदी की पूरी व्यवस्था कर लें। किसानों को इस दौरान किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जहां-जहां चबूतरे बनाये जाने थे वे तैयार कर लिये जाएं। बारदाने वगैरह की पर्याप्त व्यवस्था हो।
अहिवारा में एनआरसी के लिए भेजें प्रस्ताव- बैठक में एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि धमधा ब्लाक में एनआरसी नहीं होने की वजह से कुपोषित बच्चों को दुर्ग भेजना पड़ता है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि अहिवारा में एनआरसी आरंभ करने के लिए प्रस्ताव प्रेषित करें। कलेक्टर ने सुपोषण मिशन के क्रियान्वयन पर भी जानकारी ली। एसडीएम ने बताया कि 32 आंगनबाड़ियों में शौचालय की जरूरत है। इस पर कलेक्टर ने प्रस्ताव भेजने कहा। उन्होंने कहा कि गृह भेंट एवं काउंसिलिंग जैसे विभिन्न माध्यमों से पेरेंट्स को जागरूक करें।
8 लाख सब्जी के पौधे तैयार- धमधा ब्लाक उद्यानिकी फसलों के मामले में काफी अग्रणी है। यहां हो रही विभागीय गतिविधियों एवं नवाचारों की जानकारी भी कलेक्टर ने ली। अधिकारियों ने बताया कि आठ लाख सब्जी के पौधे तैयार किये जा रहे हैं। इसके साथ ही आम, अमरूद, एप्पल बेर जैसे पौधे तैयार किये जा रहे हैं।
राजस्व न्यायालय के शेड्यूल में किसी तरह की कोताही न हो- कलेक्टर ने कहा कि राजस्व विषयों का समय पर निपटारा बेहद जरूरी है। राजस्व अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इसमें किसी तरह की बाधा न आए। लोगों की समस्याओं का निराकरण न्यूनतम समय में करने की कोशिश करें। -
दुर्ग : जिले में राजपत्रित अधिकारी संघ का गठन हुआ है। इसके अध्यक्ष जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन बनाये गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल इसके महासचिव बनाये गए हैं।
उपाध्यक्ष सीएमएचओ डा. गंभीर सिंह ठाकुर तथा जिला रोजगार अधिकारी श्री राजकुमार कुर्रे बनाये गए हैं।
संघ के कोषाध्यक्ष श्री रोशन वर्मा , जिला कोषालय अधिकारी बनाये गए हैं। सचिव रियाज अहमद, स्टेनो, किशोर गोलघाटे माइनिंग आफिसर एवं समीर शर्मा ईई पीएचई बनाये गए हैं।
- कोरोना की वजह से वर्चुअल लोकार्पण हुआ, प्रख्यात कवि श्री विनोद कुमार शुक्ल ने किया लोकार्पण
श्री महावर की कविताओं पर देश के 30 जाने माने आलोचकों और सुधि पाठकों की प्रतिक्रियाओं का है संग्रह
इनका चयन किया सुप्रसिद्ध कथाकार श्री शशांक ने, प्रकाशन ‘‘पहले पहल’’ प्रकाशन भोपाल द्वारा
दुर्ग : संभागायुक्त श्री टीसी महावर की कविताओं पर केंद्रित किताब ‘‘कविता का नया रूपाकार’’ का लोकार्पण हिंदी कविता के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कवि श्री विनोद कुमार शुक्ल के हाथों एक वर्चुअल समारोह में हुआ। इस पुस्तक में 30 आलोचकों, सुधि पाठकों और मित्रों की श्री महावर के कविता संग्रह पर प्रतिक्रियाओं को सम्मिलित किया गया है।
इनका चयन सुप्रसिद्ध कथाकार श्री शशांक ने किया है। किताब का प्रकाशन ‘‘पहले पहल’’ प्रकाशन भोपाल द्वारा किया गया है। संग्रहित गद्य को नया रूप देने में कवि कथाकार श्री रामकुमार तिवारी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है।उल्लेखनीय है कि श्री महावर के अब तक ‘‘विस्मित न होना’’, ‘‘इतना ही नमक’’, ‘‘नदी के लिए सोचो’’, ‘‘हिज्जे सुधारता है चांद’’, ‘‘शब्दों से परे’’, इस तरह से पांच कविता संग्रह आ चुके हैं। उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय स्मृति पुरस्कार, नई दिल्ली, अंबिका प्रसाद दिव्य पुरस्कार तथा पंजाब कला साहित्य अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इस मौके पर कवि श्री विनोद कुमार शुक्ल ने कहा कि ‘‘कविताओं में स्मृतियों का लौट आना अच्छा लगता है। स्मृतियों में लौटना सामाजिकता की गहराई को प्रकट करता है। श्री त्रिलोक महावर स्थानीयता से जुड़े हुए कवि हैं इसलिए अनेक कविताओं में स्थानीयता के बिम्ब हैं, जिसे उन्होंने एक तरह से स्थायी बना दिया है।पायली, सोली जैसे नापने की अनेक प्रचलित स्थानीय मापक घटकों का धीरे-धीरे विलुप्त हो जाना और श्री त्रिलोक महावर की कविताओं में उन पुरानी चीजों का वापस लौट आना, मुझे प्रीतिकर लगता है।’’
सुप्रसिद्ध कवि तथा लेखक श्री संजीव बख्शी ने इस अवसर पर कहा कि ‘‘त्रिलोक महावर की कविताओं पर विमर्श में तीस अलोचकों ने अपनी बात कही है, जिसे इस किताब में संकलित किया गया है। ऐसा काम संभवतः यदा-कदा ही होता है कि कविताओं पर जो अपनी बात कहें उसे भी संकलित कर लिया जाए।’’
इस अवसर पर कवि-समीक्षक श्री रमेश अनुपम ने कहा कि ‘‘श्री महावर की कविताओं में ‘स्थानीयता’ कहीं गहरे रूप में विद्यमान है। वे कविता की दुनिया में बार-बार इसलिए भी लौटना पसंद करते हैं क्योंकि वहीं दुनिया उनकी अपनी दुनिया है। तीस सुधि पाठकों की आंख से त्रिलोक महावर की कविताओं को देखना, उससे गुजरना और उसमें कहीं-कहीं ठहर जाना मेरे लिए किसी विलक्षण अनुभव से कम नहीं है।’’
इस अवसर पर अपनी रचना प्रक्रिया तथा कविताओं के विषय में अपनी बात रखते हुए ‘‘कविता का नया रूपाकार’’ पर अपने विचार प्रकट करते हुए श्री महावर ने कहा कि काव्य यात्रा की शुरूआत में बस्तर के जंगल पहाड़, नदी, झरने और आदिवासी जन-जीवन की छवियाँ मेरी कविता में सहज रूप में आई है।
समय के साथ-साथ जीवन के विरल अनुभवों ने मुझे जीवन और समाज को देखने की नई दृष्टि प्रदान की। जिसके फलस्वरूप मेरी कविताओं ने समाज की अनेक प्रचलित अप्रचलित छवियों के लिए ‘स्पेस’ निर्मित हुई। नौकरी में रहते हुए तथा अनेक स्थानों पर स्थनांतरित होते हुए जीवन, समाज और प्रकृति को अत्यंत निकट से देखने का अवसर मिला, जिसमें मेरे अनुभव संसार को समृद्ध किया है। प्रकाशन के रूप में ‘‘पहले पहल’’ प्रकाशन के संपादक श्री महेन्द्र गगन ने कहा कि ‘‘श्री महावर की कविताओं में विविधता है। स्थानीयता वैश्विकता की ओर पहुंचती है। यह संकलन काफी महत्वपूर्ण है।’’
हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि श्री राजेश जोशी ने कहा कि ‘‘एक ऐसे समय में जब आकाश बादलों से भरा हुआ हो और उससे दिशा भ्रम की स्थिति बन रही हो तो त्रिलोक महावर कविता के पास लौट आते है। कविता उनके लिए विभ्रम की स्थिति प्राप्त किया गया शरण स्थल नहीं एक दिशा है।’’
हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि श्री नरेंद्र जैन का मानना है, ‘‘एक साथ वैचारिक दृष्टि के लिए समकालीन कविता संसार में त्रिलोक महावर की कविताएं हमारी प्रश्नाकुलता को बढ़ाती हैं और समय की जटिलताओं को प्रश्न दर प्रश्न हमारे सामने खोलती हैं‘’।
कविता का नया रूपाकार में जिन कवियों, आलोचकों, सुधि पाठकों, मित्रों की प्रतिक्रियाएं प्रकाशित है उनमें श्री राजेश जोशी, श्री नरेंद्र जैन, श्री शशांक, श्री भालचंद्र जोशी, श्री तेजिंदर, श्री रामकुमार तिवारी, श्री सत्यनारायण, श्री महेश कटारे, श्री अजीत प्रियदर्शी, श्री अशुतोष , श्री सुधीर सक्सेना, श्री उमाशंकर सिंह परमार, श्री नासिर अहमद सिकंदर, श्री कैलाश मण्डेलकर, श्री शाकिर अली, श्री पयोधि, श्री ओम निश्चल, श्री लालमणि तिवारी, श्री नारायण लाल परमार, श्री रऊफ परवेज, श्री मदन आचार्य, श्री सतीश कुमार सिंह, श्री नीलोत्पल रमेश, श्री उर्मिला आचार्य, श्री राधेलाल विजधावने, श्री बच्चन पाठक सलिल, श्री राम अधीर, श्री राघव आलोक, श्री विजय सिंह प्रमुख है।
श्री महावर ने इस प्रकाशन के लोकार्पण पर प्रमुख वक्ताओं और कवि आलोचकों को अपना मंतव्य प्रकट करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। -
दुर्ग : खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा त्यौहार सीजन को ध्यान में रखते हुए खाद्य सामाग्रियों में मिलावटी व नकली पदार्थों के विक्रय को रोकने के लिए अभियान चलाया गया है।
विभाग द्वारा नवंबर माह के पहले सप्ताह में 10 प्रतिष्ठानों में दबिश देकर खाद्य सामाग्रियों के सैंपल जब्त कर परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है।
विभाग द्वारा दुर्ग एवं भिलाई स्थित मिठाई की 10 दुकानों से 40 सैंपल लिया गया है। प्रयोगशाला से जांच रिपोर्ट आने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत् कार्यवाही की जाएगी।
- दुर्ग : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत जिला पंचायत दुर्ग में तकनीकी सहायक पद हेतु 9 नवंबर 2020 को प्रातः 10ः30 बजे आई.टी.आई, पुलगांव, बालोद रोड, जिला दुर्ग में प्रायोगिक व कौशल परीक्षा अयोजित की जा रही है।
परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कार्यालय से भेजे गए प्रवेश पत्र पर परीक्षार्थी अपना पासपोर्ट साइज का फोटो चस्पा कर उपस्थित होना होगा और अपना परिचय पत्र (आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड इत्यादि) अनिवार्यतः लाना होगा। परीक्षार्थी 01 घंटे पूर्व अपनी उपस्थ्तिि परीक्षा स्थल पर देगें। -
राज्यपाल अनुसूइया उइके ने किया सम्मानित
दुर्ग : सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर दुर्ग जिले से सर्वाधिक राशि एकत्रित की गई। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे को राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने इसके लिए सम्मानित किया।दुर्ग जिले में वर्ष 2017 में सर्वाधिक धनराशि एकत्रित की गई थी। वर्ष 2018 में रायपुर जिले में सर्वाधिक धनराशि एकत्रित की गई।दूसरा स्थान दुर्ग का रहा। इसके लिए भी दुर्ग कलेक्टर को सम्मानित किया गया। दोनों वर्षों में अच्छा कार्य करने दुर्ग के सेवानिवृत्त कैप्टन (आईएन) पुरनेंदु विद्यांता को भी सम्मानित किया गया। -
कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं महापौर श्री धीरज बाकलीवाल भी दीवाली की शापिंग करने पहुंचे बिहान बाजार
दुर्ग : जिला पंचायत परिसर में लगे बिहान बाजार में आज दीवाली खरीदी को लेकर भारी उत्साह का वातावरण दिखा। दिन भर में लगभग डेढ़ लाख रुपए की सामग्री बिक गई। सभी सामग्री स्वसहायता समूहों द्वारा बनाई गई है।इसमें डिजाइनर दीये से लेकर खाने पीने के ठेठ छत्तीसगढ़ी सामग्री शामिल हैं। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं महापौर भी आज शापिंग करने बिहान बाजार पहुंचे।
वहां उन्होंने स्वसहायता समूहों से बनी हुई सामग्री खरीदी। कलेक्टर ने बिहान की समूहों की महिलाओं से पूछा कि कैसा रिस्पांस रहा बाजार का। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पंचगव्य दीये बेचे। ये तेल कम सोखते हैं इनमें दीपक देर तक जलता है। हम लोगों ने इसे खूब करीने से सजाया है। हमें बहुत अच्छा लगा जब जिला प्रशासन ने हमें इतनी अच्छी जगह दी।
दिन भर लोग आते रहे, हमारे समानों को पसंद करते रहे। खूब बिक्री हुई। हमारे लिये दीवाली का काफी उत्साह पहले ही हो गया। इस मौके पर एसपी श्री प्रशांत ठाकुर एवं अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे ने भी दीये खरीदे। कलेक्टर ने छत्तीसगढी व्यंजनों का सेट भी देखा। इसमें ट्रेडिशनल ठेठरी, खुरमी, पीड़िया जैसे व्यंजन शामिल हैं।
स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि ये परंपरागत डिश बहुत पसंद किये जाते हैं। आजकल लोगों के पास समय तो होता नहीं कि ये सब घर में बनायें। इसलिए बाहरी मिठाई का चलन बढ़ गया था। अब जब हम लोगों को यह उपलब्ध करा रही हैं तो लोगों को काफी अच्छा लग रहा है। जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि इसके अलावा ट्रेडिशनल सजावटी सामग्री भी खूब बिकी। महिलाओं में खूब उत्साह है।
यह स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए बड़ा फोरम बन गया है। उम्मीद है कि कल आज की तुलना में सेल में काफी इजाफा होगा। इनके सुंदर डिजाइन खूब पसंद किये जा रहे हैं। - दुर्ग : जिला शिक्षा कार्यालय दुर्ग द्वारा कल 6 नवंबर 2020 को सुबह 11.30 बजे सेकोविड 19 से सुरक्षा हेतु अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन विषय पर वेबीनार के माध्यम से एक परिचर्चा का आयोजन किया गया है।दुर्ग जिले के फेसबुक पेज ीजजचेरूध्ध्ूूू.ंिबमइववा.बवउध्क्नतहक्पेजध् के माध्यम से भी कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा।
वेबिनार में दुर्ग जिले में होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम की मेडिकल प्रभारी डॉ रश्मि भुरे एवं कोविड 19 जागरूकता अभियान की नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर सुश्री दिव्या वैष्णव मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगी। शिक्षा विभाग की सहायक संचालक श्रीमती पुष्पा पुरुषोत्तम ने बताया कि यह वेबीनार सुबह 11रू30 बजे से शुरू हो जाएगा।
जिसमें सबसे पहले जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास बघेल कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालेंगे इसके बाद वक्ता गण विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।मुख्य वक्ता के रूप में डॉ रश्मि भुरे कोविड 19 बीमारी के परिचय,लक्षण ,टेस्टिंग,बचाव के उपाय और सावधानियों पर अपनी बात रखेंगी वहीं सुश्री दिव्या वैष्णव व्यवहार परिवर्तन के अंतर्गत एक संस्था प्रमुख, शिक्षक पालक अथवा विद्यार्थी के रूप में समाज के प्रति जिम्मेदारी और कोविड-19 से संक्रमण के बचाव के लिए जिला प्रशासन के प्रयास और जिला वासियों द्वारा किए गए सहयोग के बारे में चर्चा की जाएगी।साथ ही
छत्तीसगढ़ राज्य में त्यौहारों के मौसम एवं श्पढ़ई तूँहर द्वारश् कार्यक्रम के तहत ऑफलाइन कक्षाओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। स्कूल शिक्षा से जुड़े सभी शासकीय एवं निजी अधिकारियों कर्मचारियों, शिक्षकों, विद्यार्थी एवं पालकों अर्थात सभी हितग्राहियों से मिशन मोड में मोबाइल का उपयोग करने वाले स्कूली शिक्षा से जुड़े सभी हितग्राही आरोग्य सेतु एप अनिवार्यतः डाउनलोड कर उसमें निर्देशों का पालन । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने संबंधी आयुष के सुझावों को अमल में लाना।
मास्क व गमछा द्वारा नाक एवं मुंह को अच्छी तरह से ढकना। सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात 2 गज की दूरी का पालन करना। लिक्विड साबुन से भलीभांति हाथ धोने की प्रक्रिया को अपनाना एवं सैनिटाइजर का प्रयोग करना। भीड़ वाले स्थानों से दूरी बनाए रखना। सरल एवं स्थानीय भाषा में कोविड से बचाव संबंधित संदेशों का प्रचार प्रसार करना। इन उपायों के क्रियान्वयन सुनिश्चित करने पर भी चर्चा की जाएगी। -
भूतपूर्व सैनिकों को राज्य सैनिक बोर्ड में ऑनलाइन आवेदन करने की मिलेगी सुविधा
राज्यपाल की अध्यकक्षता में राज्य सैनिक बोर्ड की राज्य प्रबंधन समिति की हुई ऑनलाइन बैठक, लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
झंडा दिवस के अवसर पर सर्वाधिक धनराशि एकत्रित करने वाले कलेक्टर एवं जिला सैनिक कल्याण अधिकारियों को गवर्नर ट्राफी से किया गया सम्मानित
दुर्ग : छत्तीसगढ़ के भूतपूर्व सैनिकों को राज्य सैनिक बोर्ड छत्तीसगढ़ द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं तथा आर्थिक सहायता के लिए आनलाईन आवेदन करने की सुविधा मिलेगी। साथ ही भूतपूर्व सैनिकों के रिकार्ड का भी डिजिटलाईजेशन किये जाएंगे। इसके लिए साफ्टवेयर बनाने का निर्णय आज की बैठक में लिया गया।
इससे भूतपूर्व सैनिकों को ऑफलाइन आवेदन करने में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी। यह निर्णय राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके की अध्यक्षता में आयोजित राज्य सैनिक बोर्ड की अमलगेटेड स्पेशल फंड के राज्य प्रबंधन समिति की ऑनलाइन बैठक में लिया गया। राजभवन में हुई इस बैठक में राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर सर्वाधिक धनराशि एकत्रित करने वाले कलेक्टर एवं जिला सैनिक कल्याण अधिकारियों को गवर्नर ट्राफी से सम्मानित किया।
राज्यपाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि आज की बैठक में लिए गये निर्णय से भूतपूर्व सैनिकों, उनकी विधवाओं एवं उनके आश्रितों को अवश्य लाभ प्राप्त होगा। गत 14 मार्च 2020 को छत्तीसगढ़ के 26 वीर नारियों एवं माताओं का राजभवन में पहली बार सम्मान किया गया जो कि अत्यंत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पूर्व सैनिकों द्वारा जनसेवा में जो योगदान दिया, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि हमारे भूतपूर्व सैनिक कठिन परिस्थितियों में सदैव आगे बढ़कर निःस्वार्थ सेवा प्रदान करेंगे।
राज्यपाल ने कैंसर से पीड़ित भूतपूर्व सैनिकों की पत्नियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत चिन्हित अस्पतालों में तथा अन्य शासकीय अस्पतालों में इलाज कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में कैंसर से पीड़ित भूतपूर्व सैनिकों की पत्नियों को दी जाने वाली सहायता राशि को 25 हजार रूपए निर्धारित करने का निर्णय लिया गया। राज्यपाल ने कहा कि इस बीमारी के इलाज में काफी धनराशि खर्च होती है। अतः उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
बैठक में भूतपूर्व सैनिकों के दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाले सहायता राशि देने का दायरा बढ़ाया गया है। पहले केवल 100 प्रतिशत दिव्यांगता पर ही सहायता दी जाती है, लेकिन अब दिव्यांगता की विभिन्न श्रेणियों के तहत आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया गया।
इसके तहत 100 प्रतिशत से कम दिव्यांगता होने पर 1500 रूपए, 50 प्रतिशत से कम में 700 रूपए और 25 प्रतिशत से कम में 500 रूपए प्रतिमाह दिये जाने का प्रावधान किया गया। साथ ही इस बैठक में भूतपूर्व सैनिक की मृत्यु पश्चात् उनके विधवा व उत्तराधिकारी को मिलने वाली मृत्यु अनुदान राशि को 15,000 रूपए से बढ़ाकर 25,000 रूपए की गई। भारतीय रक्षा सेवाओं में प्रवेष के लिए होने वाली सर्विस सेलेक्षन बोर्ड परीक्षा के पूर्व प्रशिक्षण के लिए आर्थिक अनुदान 5,000 रूपए से बढ़ाकर 20,000 रूपये किया गया। सुश्री उइके ने कहा कि इससे बच्चों को कोचिंग प्राप्त करने में सुविधा होगी।
राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भूतपूर्व सैनिकों की 75 वर्ष की आयु पूर्ण होने के पश्चात् मिलने वाली 15,000- रूपये की सम्मान राशि में प्रति 10 वर्ष पश्चात् 5,000- रूपये की बढ़ोतरी किये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में सामाजिक गतिविधियों और कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए कार्यालय के साथ एक हॉल मुहैया कराने तथा भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रावास को किराये पर लिये जाने का सुझाव दिया गया। राज्यपाल ने सुझाव पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
बैठक में सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर वर्ष 2017 में सर्वाधिक धनराशि एकत्रित करने के लिए दुर्ग जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे को प्रथम पुरस्कार और रायपुर जिले के कलेक्टर श्री एस. भारतीदासन को दूसरा पुरस्कार दिया गया। इसी तरह वर्ष 2018 में सर्वाधिक धनराशि एकत्रित करने के लिए रायपुर जिले के कलेक्टर श्री एस. भारतीदासन को प्रथम पुरस्कार और दुर्ग जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे को दूसरा पुरस्कार दिया गया
इसी तरह वर्ष 2017 में सर्वाधिक धनराशि एकत्रित करने के लिए कैप्टन (आई एन) पुरनेन्दु विद्यांता (से.नि) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दुर्ग को प्रथम पुरस्कार तथा कैप्टन (भा.नौ.) ए. सी. पोखरियाल (से.नि.) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्ष 2018 में कैप्टन (भा.नौ.) ए. सी. पोखरियाल (से.नि.) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर को प्रथम पुरस्कार तथा कैप्टन (आई एन) पुरनेन्दु विद्यांता (से.नि) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दुर्ग को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
बैठक में अमलगमेटेड स्पेशल फण्ड के राज्य प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष एवं मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल एवं छत्तीसगढ़ ओडिशा सब एरिया के कमाण्डर ब्रिगेडियर प्रशांत चैहान, समिति के पदेन सदस्य के रूप में अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह श्री सुब्रत साहू एवं राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो सहित रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारी, सैन्य अधिकारी एवं पुनर्वास महानिदेशालय के अधिकारी भी ऑनलाईन उपस्थित थे। -
16 नवंबर से 15 दिसंबर तक सभी मतदान केंद्रों में मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने, संशोधन करने का कार्य किया जाएगा
दुर्ग : भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर के निर्देशानुसार 01 जनवरी 2021 की स्थिति में निर्वाचक नामावलियांे का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलया जाएगा। इस अवधि में 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक कार्यालयीन दिवसों में सभी मतदान केंद्रों में दावा आपत्ति प्राप्त करने का कार्य किया जाएगा।
विशेष अभियान के तहत् इस अवधि में 21 नवंबर शनिवार, 22 नवंबर रविवार एवं 12 दिसंबर शनिवार एवं 13 दिसंबर रविवार को भी अवकाश के दिनों में दावा आपत्ति प्राप्त करने का कार्य किया जाएगा। सतत् अद्यती करण के तहत् मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने एवं संशोधन के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। ऐसे नागरिक जिनकी आयु 18 वर्ष पूर्ण हो गई है वे प्रारूप 6 में आवेदन कर मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं।
मतदाता सूची से नाम विलोपित करने के लिए प्रारूप 7, मतदाता सूची में आवश्यक सुधार के लिए प्रारूप 8 एवं एक ही विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत स्थानांतरण की दशा में प्रारूप 8 (क) में आवेदन कर सकते हैं। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान तथा मतदाता सूची से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए निर्वाचन कार्यालय दुर्ग में स्थापित टोल फ्री नंबर 1950 में प्रातः 10ः30 बजे से शाम 5ः30 तक संपर्क कर सकते हैं। पुनरीक्षण के समय प्राप्त दावा-आपत्ति की सूची निर्वाचन कार्यालय के वेबसाईट पर उपलब्ध रहेगी।
सूची में आपत्ति होने पर संबंधित निर्वाचक/ सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने, संशोधन एवं स्थानांतरण के लिए एनवीएसपी डाट इन पोर्टल में आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं।
मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण अंतर्गत निर्धारित कार्यक्रम-मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम अंतर्गत मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन 16 नवंबर को किया जाएगा। 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक दावा आपत्ति दर्ज किया जाएगा। विशेष अभियान के तहत् अवकाश के दिनों में 21 व 22 नवंबर एवं 12 व 13 दिसंबर को भी मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम सुचारू रूप से जारी रहेगा। 5 जनवरी 2021 को दावा आपत्ति का निराकरण किया जाएगा। 14 जनवरी को डाटा बेस में अपडेशन एवं पूरक सूची की तैयारी व मुद्रण किया जाएगा। 15 जनवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
विधानसभावार मतदाताओं की संख्या-जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 62, पाटन में कुल 2 लाख 3 हजार 5 सौ 81 मतदाता हैं, इनमें 1 लाख 1 हजार 6 सौ 05 पुरूष मतदाता, 1 लाख 1 हजार 966 महिला मतदाता एवं 10 अन्य मतदाता शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 63 दुर्ग ग्रामीण में कुल 2 लाख 8 हजार 8 सौ 23 मतदाता है, इनमें 1 लाख 4 हजार 7 सौ 75 पुरूष मतदाता, 1 लाख 4 हजार 45 महिला मतदाता एवं 03 अन्य मतदाता शामिल हैं।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 64 दुर्ग शहर में कुल 2 लाख 14 हजार 3 सौ 58 मतदाता है, इनमें 1 लाख 6 हजार 1 सौ 65 पुरूष मतदाता, 1 लाख 8 हजार 1 सौ 73 महिला मतदाता एवं अन्य 20 मतदाता शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 65 भिलाई नगर में कुल 1 लाख 62 हजार 6 सौ 90 मतदाता है, इनमें 82 हजार 6 सौ 14 पुरूष मतदाता, 80 हजार 73 महिला मतदाता एवं अन्य 3 मतदाता शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 66 वैशाली नगर में कुल 2 लाख 37 हजार 2 सौ 70 मतदाता है, इनमें 1 लाख 19 हजार 8 सौ 42 पुरूष मतदाता, 1 लाख 17 हजार 4 सौ 19 महिला मतदाता एवं अन्य 9 मतदाता शामिल है।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 67 अहिवारा में कुल 2 लाख 25 हजार 8 सौ 28 मतदाता है, इनमें 1 लाख 12 हजार 8 सौ 90 पुरूष मतदाता, 1 लाख 12 हजार 9 सौ 21 महिला मतदाता एवं अन्य 17 मतदाता शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 68 साजा (आंशिक) में कुल 81 हजार 4 सौ 66 मतदाता है, इनमें 40 हजार 9 सौ 96 पुरूष मतदाता, 40 हजार 4 सौ 68 महिला मतदाता एवं अन्य 2 मतदाता शामिल है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 69 बेमेतरा (आंशिक) में कुल 17 हजार 3 सौ 79 मतदाता है, इनमें 8 हजार 7 सौ 46 पुरूष मतदाता, 8 हजार 6 सौ 33 महिला शामिल है।
जिले में मतदान केन्द्रों की स्थिति- जिले में कुल 14 सौ 45 मतदाता केन्द्र है, इनमें पाटन 241 केन्द्र, दुर्ग ग्रामीण में 221 केन्द्र, दुर्ग शहर में 209 केन्द्र, भिलाई नगर में 163 केन्द्र, वैशाली नगर में 238 केन्द्र, अहिवारा में 252 केन्द्र,साजा (आंशिक) 99 केन्द्र और बेमेतरा (आंशिक) 22 केन्द्र शामिल है। - सुरक्षा के मद्देनजर तलाबों में आयोजन नहीं करने पर बनी सहमति
दुर्ग : आगामी 20 नवंबर को छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा इसके आयेाजन को लेकर समाज प्रमुखों की बैठक आयोजित किया गया।वर्तमान में कोराना संक्रमण के चलते सुरक्षा के मद्देनजर छठ पूजा का आयोजन तालाबों में नहीं किया जाकर अपने-अपने निवास स्थल के पास ही सरोवर बनाकर किये जाने पर सहमति दी गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री प्रकाश सर्वे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री रोहित झा, नगर पुलिस अधीक्षक श्री अजित यादव, नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई श्री विश्वास चन्द्राकर, डिप्टी कलेक्टर सुश्री दिव्या वेैष्णव, सहित समाज प्रमुख उपस्थित थे।