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- दुर्ग : मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांर्गत नवीन गाईडलाईन अनुरूप कौशल प्रशिक्षण के पूर्व चिन्हांकित युवाओं की व्यक्तिगत (वन-टू-वन) काउंसलिंग कार्य के लिये काउंसलर्स के दो रिक्त पदों हेतु निर्धारित प्रारूप में 15 दिसंबर तक इच्छुक आवेदक स्पीड पोस्ट या रजिस्टर डाक के माध्यम से कार्यालय, कलेक्टर सह अध्यक्ष, जिला कौशल विकास प्राधिकरण दुर्ग, जिला पंचायत दुर्ग में आवेदन कर सकते है। विस्तृत जानकारी जिला पंचायत दुर्ग के सूचना पटल एवं वेबसाईट ूूूण्कनतहण्हवअण्पद पर देखा जा सकता है।
- जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि स्वसहायता समूहों में बड़ी संभावना, इन उपभोक्ताओं के बूते बैंक अपने मार्केट का काफी विस्तार कर सकते हैं
बताया कि स्वसहायता समूहों में है संभावना, केवल तीन दिनों के बिहान बाजार में बारह लाख रुपए के उत्पाद बेचे
दुर्ग : दीवाली के पहले केवल तीन दिनों का बिहान बाजार दुर्ग जिला पंचायत में लगाया गया। इसमें बारह लाख रुपए की सामग्री बिकी। लोगों को खूब पसंद आई और अब वे यह पूछ रहे हैं कि आगे इस तरह का बाजार कब लगेगा। यह स्वसहायता समूहों की शक्ति है। इन्हें क्रेडिट देकर बैंक अपना अधिकाधिक विस्तार कर सकते हैं।
यह बात जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने कही। श्री आलोक ने कहा कि जिस तरह से स्वसहायता समूह नवाचार कर रहे हैं। अपने प्रोडक्ट की ब्रांडिंग कर रही है और शासन भी स्थानीय स्तर के उत्पादों को बढ़ावा देने में लगा है इससे स्वसहायता समूहों का भविष्य काफी उज्ज्वल है। इसके माध्यम से बैंक भी विस्तार की नई संभावनाएं तलाश सकते हैं। सीईओ ने कहा कि पशुपालन में भी अनेक संभावनाएं पैदा हो रही हैं। प्रकरणों के आते ही इनके शीघ्रता से निपटारा किया जाने से नई संभावनाएं खुलती हैं।
बड़ी बात यह है कि बिहान के महिला समूह काफी सक्रिय है। स्थानीय होने की वजह से बड़ा बाजार इनके लिए सहज उपलब्ध है। वे नवाचार भी कर रहे हैं। बैंक इनकी मदद करेंगे तो ये काफी आगे बढ़ेंगे। पिछला इतिहास भी देखें तो यह काफी उज्ज्वल है। इनमें किया गया निवेश काफी बड़े लाभ के साथ वापस आता है। बैठक में सीईओ ने प्राथमिकता सेक्टर में सबसे ज्यादा काम करने की जरूरत बताई।
इस दौरान रिजनल मैनेजर बैंक आफ बड़ौदा श्री अरविंद काटकर, रिजनल मैनेजर एसबीआई श्री ए जे चक्रवती, रिजनल मैनेजर सीआरजीबी श्री सतीश कश्यप तथा लीड बैंक मैनेजर श्री अशोक सिंह भी उपस्थित थे। सभी ने अपने संबोधन में कहा कि प्राथमिकता क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए बैंकिंग सेक्टर प्रतिबद्ध है। आवेदनों का जल्द निराकरण किया जाएगा और स्वसहायता समूहों के माध्यम से उद्यम करने वालों को बैंक की गाइडलाइन के मुताबिक पूरी मदद दी जाएगी। - कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किया निर्माण कार्यों का निरीक्षण, कहा कि तय समय सीमा में गुणवत्तापूर्वक करें काम
दुर्ग : कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे आज जिला अस्पताल पहुंचे। वहां वे तीन घंटों तक रहे और यहां चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की और नागरिक सुविधाओं की दृष्टि से सुझाव निर्माण एजेंसियों को दिए।कलेक्टर ने कहा कि कैंपस के रिनोवेशन का उद्देश्य यह है कि नागरिकों बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सकें, साथ ही कैंपस इस तरह तैयार किया जाए कि लोगों को सुविधाओं का लाभ उठाने में सहजता हो जिसकी दिक्कत अमूमन एक बड़े कैंपस में होती है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहली बात यह है कि अस्पताल तक पहुंचने का पैसेज चैड़ा हो। आने और जाने का रास्ता अलग-अलग हो। जहां खाली जगह है वहां सौंदर्यीकरण हो, इसमें छोटा सा लान या गार्डन जैसा बना सकते हैं।उन्होंने कहा कि कैंपस में 108 और एंबुलेंस आदि के मूवमेंट के लिए जरूरी जगह हो और इसमें किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। एलीवेशन अच्छा हो। नागरिक सुविधाओं के अनुरूप वार्ड व्यवस्थित किए जाएं।
कलेक्टर ने अभी चल रहे कार्यों को देखा। इसमें सेंट्रल आक्सीजन सप्लाई सहित अन्य कार्यों का भी उन्होंने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ग्राउंड फ्लोर में जो निर्माण कार्य स्वीकृत हुए हैं उन्हें तय समय पर पूरा कर लिया जाए, इसमें गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए।
उन्होने निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को समन्वय कर यह सुनिश्चित कर लेने को कहा कि पूरे कैंपस को किस तरह से व्यवस्थित किया जाए ताकि बेहतरीन नागरिक सुविधाएं बिना किसी व्यवधान के मिल सकें। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री बीबी पंचभाई, सीएमएचओ डा. गंभीर सिंह ठाकुर, एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अस्पताल में नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने की दृष्टि से एडीएम ने अपनी रिपोर्ट भी कलेक्टर को सौंपी।
कलेक्टर ने कहा कि जिला अस्पताल में आधुनिक अस्पतालों के मानदंडों के मुताबिक सभी जरूरी सुविधाएं होनी चाहिए। कैंपस के किसी हिस्से में रिनोवेशन की यदि जरूरत महसूस हो रही हो तो इसे किया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि भंडार के भी बेहतर प्रबंधन की जरूरत है ताकि इंवेटरी जल्द ही जरूरत पड़ने पर पहुंचाई जा सके। इसके लिए उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए।
चैड़ा होगा एमसीएच बिल्डिंग तक पहुंचने का मार्ग- अभी एमसीएच बिल्डिंग तक पहुंचने का मार्ग थोड़ा संकरा है। इसे चैड़ा करने की जरूरत है। कलेक्टर ने इसके लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को पार्किंग सहित अस्पताल के अन्य हिस्सों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिये। - कलेक्टर ने दौरे के दौरान किया निरीक्षण, एसडीएम को दिये जांच के निर्देश
दुर्ग : धमधा ब्लाक के दौरे के दौरान कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने विभिन्न अधोसंरचनाओं की स्थिति का अवलोकन भी किया। वे यहां पुष्पवाटिका भी पहुंचे। यहां साफसफाई की स्थिति अच्छी नहीं थी और झूले जैसे साजोंसामान भी खराब हो रहे थे। इस पर कलेक्टर ने इसे ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
बताया गया कि पिछले साल ही पुष्पवाटिका का जीर्णोद्धार हुआ था। मौके पर मौजूद इंजीनियर ने बताया कि चूंकि जीर्णोद्धार के कार्य के काफी समय बाद इसका लोकार्पण हुआ था। इसलिए मेंटेनेंस की जरूरत है।इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय को जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुष्पवाटिका को बेहतर करें। नियमित रूप से माली के माध्यम से पौधों की छंटाई कराएं। बच्चों के प्ले जोन को बेहतर करें। पैबर ब्लाक लगा दें एवं रंगरोगन भी करा दें।
नगरीय निकाय में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन पर जताई नाराजगी- कलेक्टर ने धमधा नगरीय निकाय में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन पर नाराजगी जताई।उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। इसमें तकनीकी गुणवत्ता सहित सभी पक्षों का ध्यान रखना है। शासन के सभी निर्देशों का भलीभांति पालन करना है। उन्होंने धमधा सीएमओ को एक हफ्ते के भीतर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए।जामुल में जताई संतुष्टि- कलेक्टर ने जामुल नगरीय निकाय में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन पर संतुष्टि जताई। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट देखा और इसकी तकनीकी गुणवत्ता से संतोष जाहिर किया।उन्होंने कहा कि नियमित रूप से मानिटरिंग और बेहतर व्यवस्था बनाये रखने की जरूरत है ताकि अधिकाधिक लोगों को गोधन न्याय योजना का लाभ मिल सके।उन्होंने यहां स्वसहायता समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि आजीविकामूलक गतिविधियों को निरंतर बढ़ाना जरूरी है। इसके लिए निरंतर कार्य किये जाने की जरूरत है।
शीघ्र आरंभ हो जलापूर्ति- कलेक्टर जामुल के फिल्टर प्लांट भी पहुंचे। इस पर काम पूरा हो चुका है। कलेक्टर ने नगरीय निकाय को इसका हैंडओवर लेने एवं शीघ्र जलापूर्ति आरंभ करने के निर्देश दिये। यह 4.5 एमएलडी का प्लांट है।कलेक्टर ने झेंझरी में स्थित इसके इंटेक वेल का निरीक्षण भी किया। बरसात में यहां तक पहुंचने में परेशानी होती है। इसके लिए सीधी एप्रोच रोड बनाने के निर्देश भी उन्होंने दिये।कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शीघ्र ही आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर इस प्लांट से जलापूर्ति आरंभ करें। - महेश हसवानी की कहानी, अपना और पड़ोसी गौपालकों का गोबर बेचने क्रय स्थल तक पहुंचाते हैं स्कारपियो से, डीजल का और अन्य खर्च निकाल कर हर दिन कमा रहे एक हजार रुपए
दुर्ग : अपनी स्कारपियो को माॅडिफाईड करा आदर्श नगर निवासी श्री महेश हसवानी ने इसे कार्गो वाहन की तरह उपयोग कर गोकुल नगर के अपने पड़ोसी गोपालकों का गोबर भी क्रय स्थल तक पहुंचाया और हर महीने तीस हजार रुपए कमा रहे हैं।
अपने नवाचार से और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना के माध्यम से आदर्श नगर, दुर्ग निवासी श्री महेश हंसवानी न केवल कोरोना के चलते व्यवसाय में आये संकट से बाहर आए अपितु उन्होंने युवाओं को राह भी दिखाई है कि ऊर्वर मस्तिष्क और सरकार के सहयोग से हर चुनौती का सामना आसानी से किया जा सकता है।
श्री हसवानी सूअर पालन का व्यवसाय करते थे। सूअरों के लिए खाद्य सामग्री होस्टल में निकलने वाले वेस्ट मटेरियल से आती थी। हास्टल बंद हो गए और यह सामग्री आनी बंद हो गई। चार महीने कड़े आर्थिक संकट का समय रहा। फिर हरेली के दिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का गोधन न्याय योजना को लेकर संबोधन सुना।उन्हें लगा कि उनकी जो डेयरी है उसके लिए तो यह योजना बेहतरीन है ही, वे अपनी स्कारपियो के माध्यम से दूसरों के गोबर भी ले जा सकते हैं। बस क्या था, उन्होंने स्कारपियो को माडिफाइड करा लिया, इसमें तेईस हजार रुपए की राशि खर्च हुई।
गोकुल नगर की अपनी डेयरी का गोबर भी वे क्रय स्थल तक लेकर गए और पड़ोसियों का भी। उनसे उन्होंने भाड़ा लिया। इसमें वो हर दिन छह सौ किलोग्राम तक गोबर ले जा कर क्रय स्थल पहुंच रहे हैं। महेश बताते हैं कि केवल गाड़ी के भाड़े से वो हर दिन हजार रुपए कमा रहे हैं। इस प्रकार तीस हजार रुपए महीने की आय वे कमा रहे हैं।
अपनी डेयरी में भी तो गोबर आखिर क्रय स्थल तक ले जाना पड़ता। पहले एक्टिवा में अथवा बाइक में भेजने में परेशानी होती थी, मुझे भी पड़ोसी गौपालकों को भी, अब सबको काफी आराम है। श्री हंसवानी ने कहा कि गोधन न्याय योजना बहुत अच्छी योजना है। लोग यदि सजग हो तो सरकार उन्हें इतने सारे मौके देती है बस आपको लाभ उठाना चाहिए।मैं बहुत संतुष्ट हूँ। कोरोना काल में मेरे पास संसाधन काफी सीमित रह गए थे। इस योजना के बारे में मैंने सुना, फिर पूरा कैलकुलेशन किया। मुझे लगा कि इसका लाभ उठाया जा सकता है। शुरुआत में गाड़ी में ही गोबर ले जाकर देखा लेकिन ब्रेकर की वजह से काफी दिक्कत होती थी।
चुनौती को बदला वरदान में- महेश कहते हैं कि मैंने स्कारपियो शौक से ली थी। कोरोना काल की वजह से दिक्कत आई। दिक्कत में यह सीख मिली कि यदि अपने दिमाग खुले रखें तो परिस्थिति स्वयं अवसर प्रदान करती है। इसके साथ ही हमें निरंतर सरकार की योजनाओं पर भी नजर रखनी चाहिए। मैंने यह कार्य किया और इसका लाभ मुझे मिला। अब मैं अपनी डेयरी को और बढ़ाऊंगा।
मुझे इस योजना ने आत्मविश्वास दिया है मौका मिला तो स्कारपियो तो फिर से ले लूंगा। असली बात यह है कि मैंने सीख लिया है कि किस तरह से परिस्थिति का उपयोग करूं। महेश हर दिन सुबह साढ़े चार बजे से एक बजे तक कड़ी मेहनत करते हैं। वे कहते हैं कि लोग काम करने तैयार होते हैं। सरकार अच्छी योजनाएं लाती हैं तो उनका परिश्रम निखर कर सामने आता है और आर्थिक रूप से उनकी स्थिति मजबूत होती है।आत्मसंतोष का कार्य- महेश ने बताया कि माॅडिफाइड करने की वजह से उन्हें मवेशियों को भी अस्पताल तक पहुंचाने में आसानी हुई है। एक बार एक दुर्घटनाग्रस्त गाय को उन्होंने छातागढ़ तक छोड़ दिया ताकि वहां उसकी देखभाल हो सके। इस काम की वजह से बहुत खुशी हुई। - दुर्ग : जिले में धान खरीदी 1 दिसंबर से आरंभ होगी। इसके लिए टोकन जारी किये जाना आरंभ हो चुके हैं। आज 26 टोकन जारी किये गए।
- पाटन विकासखंड के बोरेन्दा में 3.30 करोड़ रुपए की लागत से सौर सामुदायिक सिंचाई परियोजना शुरू
लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से खेतों में पहुंचेगा खारुन का पानी
217 किसानों को होगा फायदा अब खरीफ के साथ रबी के मौसम में कर सकेंगे खेती100 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा निर्मितसिंचाई परियोजना की शुरुआत हुई और गेहूं
चना लगाने के लिए खेतों को करने लगे तैयार
दुर्ग : हमारा देश और प्रदेश खेती किसानी के लिए ही जाना जाता है। हमारे अन्नदाता ही हैं जो देश को अपने कंधे पर उठाए हुए हैं। सुबह की चाय से शुरू होकर दिन भर अन्न का हर एक दाना जो हम खाते हैं इन्हीं किसानों की देन है।
यदि ये कहा जाए कि इन्हीं की मेहनत के बदौलत देश हमारा नित नए कीर्तिमान स्थापित कर ही रहा है तो अतिश्योक्ति न होगी क्योंकि इन किसानों के उपजाए अन्न की ऊर्जा ही हम सबके शरीर में दौड़ रही है। अगर अन्नदाता के खेतों को पानी न मिले तो सोचिए क्या होगा।
लेकिन खेती की पहली जरूरत होती है पानी कहते हैं पानी बिना सब सून कुछ ऐसी ही कहानी थी। पाटन विकासखंड के बोरेन्दा गांव की। किसान केवल खरीफ के मौसम में फसल ले पाते थे। यहां पर सिंचाई पूर्ण रूप से वर्षा आधारित हुआ करती थी। किसान चाह कर भी रबी मौसम में कोई फसल नहीं ले पाते थ।
अपने खेतों को सूखा देखने पर विवश अन्नदाता को उम्मीद की किरण दिखाई सौर सामुदायिक सिंचाई परियोजना ने बीते 9 नवंबर को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बोरेन्दा गांव में 3 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से लिफ्ट इरिगेशन पर आधारित सौर सामुदायिक सिंचाई परियोजना का शुभारंभ किया। इस परियोजना के षुरू होने से किसानों को एक नई उम्मीद मिली है।लिफ्ट इरिगेषन सिस्टम पर आधारित इस परियोजना से 100 हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा निर्मित हुई है, इस योजना से क्षेत्र के 217 किसानों को फायदा पहुंचेगा।
बोरेन्दा के किसान इसलिए भी खुष हैं क्योंकि अब उन्हें खेती के लिए बारिष की बाट नहीं जोहनी पड़ेगी और 12 महीने उनकी फसलों को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी।किसान बताते हैं अब परियोजना षुरू हो गई है इसलिए उन्होंने अपने खेतों को रबी फसल लेने के लिए तैयार करना षुरू कर दिया है।बोरेन्दा के साथ इस साल रबी के सीजन में गेहूं चना इत्यादि की फसलें ले सकेंगे ।
पहले अपने खेत तक पानी लाने के लिए 495 नग पाइप लग जाते थे। जिसका खर्च भी बहुत आता था। अब किसानों को बिना परेशानी मिलेगा भरपूर पानी- बोरेन्दा के सरपंच श्री टुमेश्वर साहू बताते हैं कि नदी के किनारे होने के बाद भी बोरेन्दा के किसान के खेत इसलिए सूखे रह जाते थे। बोर कराने के बाद भी पानी नहीं निकलता था।इसलिए किसान पाइप लाइन बिछाकर पानी ले जाते थे। 400 से 500 नग तक पाइप लग जाते थे। जिस पर किसान का काफी खर्च हो जाता था। इस परियोजना के शुरू हो जाने से किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त में भरपूर पानी मिल सकेगा। सरपंच ने सभी किसानों की ओर से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और क्रेडा विभाग का आभार व्यक्त किया।
वर्षा पर ही निर्भर थे खरीफ की फसल भी पानी की कमी से कई बार पक नहीं पाती थी और रबी में तो कोई फसल नहीं होती थी, किसानों को लंबे समय से था इंतजार, इस परियोजना से मिली है उम्मीद - किसान ईश्वर लाल बताते हैं कि पहले खेतों में पानी पहुंचाने में बड़ी मशक्कत होती थी। कई किसान तो हिम्मत ही नहीं कर पाते थे। पाइपलाइन बिछाकर पानी की व्यवस्था करें क्योंकि खर्च भी लगता है। कई बार तो फसल भी ठीक से पक नहीं पाती थी। 9 नवंबर को जाव इस परियोजना का शुभारंभ हुआ तो किसानों के जीवन मे नई उम्मीद जगी है। बहुत वर्षों के प्रयास के बाद आज ये दिन देखने को मिला है। जिसके लिए वे छत्तीसगढ़ सरकार का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हैं।
लाखों रुपए खर्च करनेबके बाद भी बोर में नहीं निकलता था पानी,इसलिए किसान बसंत साहू ने किसानों के लिए कुछ ठोस पहल करने की ठानी- इस परियोजना के लिए सभी किसान बसंत साहू का बहुत आभार व्यक्त करते हैं क्योंकि गाँव के किसान यही मानते हैं कि बसंत साहू का बहुत बड़ा योगदान है। बसंत साहू पिछले 5 सालों से क्रेडा में तकनीशियन के रूप में काम जर रहे हैं, साथ ही इनकी खुद की भी खेती है। अपने खेतों में बोर खुदवाने के लिए 4 से 5 बार कोशिश कर चुके हैं। लेकिन इलाके की भूगर्भीय संरचना ऐसी है की पानी मिलता ही नहीं जमीन के अंदर चट्टाने ही मिलीं। एक बोर खुदवाने में कम से कम 30 से 35 हजार खर्च होते हैं, उनके करीब डेढ़ लाख खर्च हुए मगर सारी कोशिश बेकार गई।
किसान बसंत साहू बताते हैं कि लंबे समय से किसानों की परेशानी देख रहे हैं। वो हमेशा यही सोचा करते थे। कैसे हम किसानों का दुख दूर हो। काफी दौड़भाग भी की। जब उनकी नौकरी क्रेडा विभाग में तकनीशियन के रूप में लगी तब से वो कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पहले यह क्षेत्र को सौर सामुदायिक परियोजना में शामिल नहीं था। जैसे ही शासन की ओर से प्रोजेक्ट अप्रूव हुआ तो सारे किसानों के साथ मिलकर औपचारिकता पूरी की। आज उनको उनके प्रयासों का फल मिल गया है। अपने सपनो को अपनी आंखों के सामने सच होता देखने की खुशी और संतुष्टि बरबस ही उनके चेहरे पर नजर आने लगती है।‘‘पहिली खरीफ म धान लुवन अलवा जलवा अउ रबी में जमीन रहय सुक्खा
अब मोटर पम्प लग गए हे त पानी मिलही दलहन तिलहन बोवत हन अब हमर जमीन खालीच नइ रहय’’
खोरबाहरा यादव ने खेतों में शुरू कर दी है रबी फसल की तैयारी- बोरेन्दा के किसान श्री खोरबाहरा यादव बताते हैं पहले बड़ी मुश्किल से अपने खेतों में धान की फसल ले पाते थे। कोरबा हरा यादव ने अपने छत्तीसगढ़िया अंदाज में हम से बात की और बताया कि ‘‘पहिली खरीफ म धान लुवन अलवा जलवा अउ रबी में जमीन रहय सुक्खाअब मोटर पम्प लग गए हे त पानी मिलही दलहन तिलहन बोवत हन अब हमर जमीन खालीच नइ रहय’’ सारे किसान खुश हैं।
पहलि बहुत दिक्कत होत रिहिस लड़ाई झगड़ा घलो हो जात रिहिस पानी पलोये के बेरा म अब फायदा ही फायदा होही- बोरेन्दा के किसान मंगत राम साहू बताते हैं कि साहू बताते हैं कि बताते हैं कि पहले सिंचाई में बड़ी परेशानी होती थी उन्होंने खुद 495 नग पाइप लाइन बिछाकर लाइन बिछाकर पाइप लाइन बिछाकर लाइन बिछाकर अपने खेतों में सिंचाई की व्यवस्था की है जिसमें काफी खर्च हो जाता था कई बार तो गांव में आपस में बहस और लड़ाई भी हो जाती थी लेकिन अब इन सारी समस्याओं से हमें मुक्ति मिल गई है अब हम खरीफ सीजन में धान के अलावा रबी के सीजन में चना गेहूं मटर सब लगाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समझी किसानों की तकलीफ और दी सिंचाई परियोजना की सौगात- बोरेन्दा के पूर्व कोटवार और किसान केवल और किसान केवल दास मानिकपुरी कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों की समस्या सुनी और हम सब को सिंचाई परियोजना की सौगात दी जिसके लिए हम उनका कोटि-कोटि धन्यवाद ज्ञापित करते हैं इस योजना से क्षेत्रवासियों को बहुत फायदा होगा।
खरीफ के मौसम में भी नहीं हो पाती थी ठीक से सिंचाई लेकिन अब नहीं होगी कोई दिक्कत- किसान सेवा राम साहू बताते हैं कि पहले तो इस क्षेत्र के किसान काफी परेशान रहते थे खरीफ के मौसम में भी ठीक से सिंचाई नहीं मिल पाती थी लेकिन अब हम सब बहुत खुश हैं और रबी के सीजन में भी चना गेहू मटर इत्यादि की फसल ले सकते हैं यह योजना सच में बहुत फायदेमंद साबित होगी।
मौसम आधारित खेती थी ,बारिश के बिना खेती नहीं हो पाती थी-किसान यशवंत यादव कहते हैं कि पहले मौसम आधारित किसानी करने पर हम मजबूर थे,बारिश नहीं तो खेती नहीं।लेकिन अब 12 महीने से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होने से हम सभी किसानों को फायदा होगा।
लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से खारुन का पानी पहुंचेगा 217 किसानों के खेतों में 3 एकड़ में बनी है 100 किलोवाट की परियोजना,लगे हैं 320 सोलर पैनल जनवरी में शुरू हुआ रहा सर्वे,फरवरी में भूमिपूजन दिन रात मेहनत कर 8 महीनों में तैयार हुआ पूरा सेट अप’ -क्रेडा विभाग के एई टीआर श्री ध्रुव ने बताया कि और सामुदायिक सिंचाई परियोजना के लिए बोरेन्दा में जनवरी 2020 में सर्वे शुरू हुआ इसके बाद सारी संभावनाओं को जाते हुए प्रोजेक्ट अप्रूव हुआ।
6 फरवरी 2020 को भूमि पूजन के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ और 8 महीने की मेहनत के बाद 9 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के माध्यम से सिंचाई परियोजना की ये सौगात क्षेत्रवासियों को मिली।कोरोना संकट और लॉकडाउन की समस्याओं के बीच दिन रात मेहनत कर किसान भाइयों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए काम जारी रहा। उन्होंने बताया कि करीब 3 एकड़ क्षेत्र में 320 सोलर पैनल लगे हैं यह परियोजना 100 किलोवाट की है हार नदी से पानी खींचने के लिए 20 20 हॉर्स पावर के 5 पंप लगाए गए हैं।
इसके बाद 100 हेक्टेयर में अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाकर 217 किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया गया है। पाटन क्षेत्र के प्रभारी सब इंजीनियर विकी चैधरी ने बताया कि इस परियोजना के शुरू होने से क्षेत्रवासी काफी खुश हैं अब उनको 12 महीने सिंचाई की सुविधा मिलेगी। - मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किया बेलौदी जलाशय का भ्रमण
बर्ड वाचिंग के लिए बड़ी संभावनाओं से भरा निर्णय
दुर्ग : प्रवासी पक्षियों के लिए मशहूर मुख्यमंत्री के गांव बेलौदी में पक्षी विचरण प्रक्षेत्र बनाया जाएगा। प्रक्षेत्र बनने से यहां स्वाभाविक रूप से प्रवासी पक्षियों की संख्या में अभिवृद्धि होगी, साथ ही बर्ड वाचिंग के लिए और टूरिज्म के लिए भी अनूठी संभावनाएं यहां उत्पन्न होंगी।
इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने साइट का अवलोकन किया। उनके साथ मौजूद डीएफओ श्री केआर बढ़ाई एवं संलग्न अधिकारी वनमंमडल दुर्ग श्री विवेक शुक्ला ने उन्हें विस्तार से इस साइट की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि जिले के जाने माने बर्ड वाचर एवं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर श्री राजू वर्मा ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के समक्ष बेलौदी में माइग्रेटरी बर्ड्स के कर्जवेशन के संबंध में निहित संभावनाओं के बारे में प्रस्ताव रखा था। उन्होंने बताया था कि यहां 63 प्रकार की प्रजाति के पक्षियों में से 31 तो प्रवासी पक्षी हैं।इनके संरक्षण और विकास पर काम हुआ तो बर्ड वाचिंग के मैप में बेलौदी और छत्तीसगढ़ का नाम प्रमुखता से उभरेगा। मुख्यमंत्री ने इस पर प्रशंसा जताई और इस पर कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये थे।आज साइट में मौजूद तहसीलदार एवं बर्ड वाचिंग में रूचि रखने वाले श्री अनुभव शर्मा ने विस्तार से कलेक्टर को इस सीजन में हो रही बर्डिंग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां पर अलग-अलग मौसम में कैस्पियन सागर, तिब्बत और साइबेरिया से प्रवासी पक्षी आते हैं।
कुछ पक्षी सीजन तक यहीं बसेरा बना लेते हैं और कुछ अच्छी खुराक लेकर आगे बढ़ जाते हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रवासी पक्षियों के पैसेज का महत्वपूर्ण पड़ाव है। श्री शर्मा ने बताया कि आज ही यहां पर सुरखाब देखा गया जो दुर्लभ प्रजाति का पक्षी है।
इस तरह होगा विकसित- वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस साल इंवेटरी पर काम होगा। इसका मतलब यह है कि साल भर यहां प्रवासी पक्षियों के आने का ट्रेंड देखेंगे। इसके आधार पर इनकी खाद्य जरूरतों के डिटेल तैयार किये जाएंगे। उसके अनुरूप हैबिटेट के विकास पर कार्य किया जाएगा। इसके लिए पक्षी विज्ञानी पूरे समय रिसर्च करेंगे।
पर्यटन के लिए असीम संभावनाएं- फिलहाल बेलौदी ऐसी साइट है जहां बर्ड वाचिंग के लिए काफी दूर से पक्षी प्रेमी आ रहे हैं। इसका कारण यह है कि यहां दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों के देखे जाने की खासी संभावना होती है। अच्छी तरह से विकसित हुआ तो यहां पक्षियों का संरक्षण तो होगा ही, भरतपुर के केवलादेव पक्षी विहार की तरह ही यहां पर्यटन के लिए असीम संभावनाएं पैदा होंगी।
ये पक्षी पाये जाते हैं बेलौदी में- बार हेडेड गूस, ब्लैक हेडेड आइबिस,ब्लैक विंग काइट, कॉमन क्रेस्टल,करमोरेंट,गोल्डन प्लोवर,ग्रीन सेंड पाइपर,हुदहुद,लिटिल रिंग प्लावर,नॉर्थन पिनटेल,पेंटेड स्टोर्क,रेड नेपड आइबिस,रेड क्रेस्टेड पोचार्ड,बुलबुल,स्पून बिल स्टोर्क, शार्ट टोड स्नैक ईगल,वाइट ऑय बजार्ड, वूली नेकेड स्टोर्क,ब्लैक विंग स्टिल्ट,कॉटन पिग्मी गूस, गार्गने,लिटिल इग्रेट,ग्रेट इग्रेट,ओपन बिल स्टोर्क,सिकरा, मार्श हैरियर,बूटेड ईगल,ग्रेटर स्पॉटेड ईगल,ऑसप्रे,स्पॉटेड आउल,बर्न आउल,येल्लो ऑय बाबलर, ब्लैक रेड स्टार्ट,ब्लू थ्रोट ,कॉमन रेड शेंक,करलीव,विमरेल, ग्लॉसी आइबिस,ग्रीन बी ईटर,ग्रे हेडेड लापविंग, रेड लैप्विंग, येलो लैप्विंग, लेजर विजलिंग डक, सुर्खाब(रूडी शेलडक),चातक(कूकू),ओरिएंटल डार्टर,रॉसी स्टर्लिंग,चेस्टनट स्टर्लिंग,सफेद खंजन(वाइट वैगटेल),पिला खंजन(येल्लो वैगटेल),कापर स्मिथ बर्बेट, हनी बजार्ड,नाईट हेरॉन,पर्पल हेरॉन,ग्रे हेरॉन,गोल्डन ओरियल,इंडियन पैराडाइस फ्लाईकेचर ,डिजर्ट वीटर पर्पल मोरहेन, जैकाना कामन टील, गढ़वाल,लिटिल ग्रेबे, साइबेरियन स्टोनचैट,इंडियन क्राउसर,ईगल आउल,नाईट जार,यूरेशियन राइनेक, इंडियन रोलर,ग्रे हॉर्न बिल,येल्लो फूटेड ग्रीन पिजन,श्राईक,स्नैप,कॉमन कूट, कॉमन पोचार्ड,क्रेस्टेड ग्रेबे। - एवं श्री पंकज सोढ़ी, ने सी.ई.ओ. का चार्ज लिया
दुर्ग : अपेक्स बैंक के संवर्ग अधिकारी श्री पंकज सोढ़ी ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी, के पद पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग में कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर बैंक अधिकारी/कर्मचारियों एवं कर्मचारी संघ पदाधिकारियों द्वारा उनका स्वागत किया गया।पूर्व सीईओ श्रीमती अपेक्षा व्यास का अपेक्स बैंक मुख्यालय रायपुर स्थानांतरण होने पर बैंक से कार्यमुक्त हुयी इस अवसर पर बैंक के अधिकारी/कर्मचारी द्वारा उन्हें विदाई दी गयी। बैंक के सी.ई.ओ. श्री पंकज सोढी द्वारा शाल, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह से सम्मानित करते हुए दुर्ग बैंक में किये गये कार्य की प्रषंसा की इस अवसर पर बधाई देने वालो में बैंक अधिकारी श्री हृदेष शर्मा, सुश्री कुसुम ठाकुर, श्री एस.के.निवसरकर, श्री के.के.नायक, रोहित वर्मा, विनीत वर्मा, कर्मचारी संघ के पदाधिकारी धीरेन्द्र देवांगन, श्री नंदकिषोर साहू, श्री एन.एन.चन्द्राकर, नोडल अधिकारी श्री राजेन्द्र वारे, श्री सत्येन्द्र वैदे, शाखा प्रबंधक श्री ए.एस.खान, श्री दीनबंधु ठाकुर, सुश्री मंजरी मेने, सहित प्रधान कार्यालय दुर्ग में कार्यरत समस्त स्टाॅफ उपस्थित रहें। - दुर्ग : छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर एवं कार्यवाहक जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष श्री रामजीवन देवाॅगन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के मार्गदर्शन मंे 26 नवम्बर 2020 को ’’संविधान दिवस’’ के अवसर पर ई-प्लेटफार्म के माध्यम से भारतीय संविधान के संवैधानिक मूल्यों तथा मूल सिंद्वातों के संबंध में वार्ता व सेमीनार का आयोजन सेंट थामस महाविद्यालय एवं भिलाई मैत्री कालेज में सोशल माध्यम ’’गूगलमीट’’ के माध्यम से महाविद्यालय के विद्यार्थियों को मौलिक अधिकार के साथ मौलिक कर्तव्य के विषय पर संक्षिप्त विधिक जानकारी दी गई ।
वार्ता में विद्यार्थीयों के द्वारा उठाये गये प्रश्नों पर उन्हें विधि सम्मत जानकारी प्रदान की गई। वार्ता के माध्यम से संविधान के प्रस्तावना का वाचन विद्यार्थीयों से कराया गया। वार्ता में दोनों महाविद्यालयों के 250 विद्याथीर्यों ने भाग लिया।
वार्ता कार्यक्रम का आयोजन माननीय कार्यवाहक जिला न्यायाधीश श्री रामजीवन देवाॅगन के निर्देश पर संविधान दिवस पर आयोजित किया गया । आयोजित वार्ता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को श्री राहुल शर्मा ने अपने वक्तव्य में बताया कि ‘‘संवेदनशील एवं अनुशासित नागरिक बनने के लिए संविधान में दी गई बातो ंको आत्मसात करने बेहद आवश्यक है।
दैनिक चर्चा के दौरान समानता की बातें हर जगह होती है यह शब्द आप तक पहुंचा कैसे , आप देश में समभाव रखते हैं यह कैसे जाने। यह सब हमारे संविधान के आर्टिकल 14 में दिया गया है। महिला एवं बच्चों के उत्पीडन की बात और निवारण वर्तमान परिवेश में चर्चा काम सौदा है , आप पढेंगें तो जानेंगें की संविधान में इसके लिए विस्तार से दिशा निर्देश हैं ।
संविधान ने अमीर गरीब उंच नीच के भेद भाव को खत्म कर दिया है इसलिए हमें संविधान को पढना चाहिए‘‘। कार्यक्रम में दोनों काॅलेज के प्राचार्य के साथ साथ प्राध्यापकों का भी सहयोग प्राप्त हुआ। -
दुर्ग :‘‘संविधान दिवस’’ के अवसर पर कार्यालय, जिला पंचायत दुर्ग में शपथ दिलाये जाने के संबंध में, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सच्चिदानंद आलोक, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजय कुमार मिश्रा, जिला पंचायत दुर्ग के साथ ही श्री बी.के.शर्मा, सहायक परियोजना अधिकारी, श्री स्वप्निल धु्रव, सुश्री सोनाली ठाकुर, श्री एन.के.देशमुख,, श्रीमति कमला चैधरी, श्रीमति कल्पना देव, श्री अहसान उल्लाह खान, तकनीकी समन्वयक, श्री प्रवीण कुमार, प्रोग्रामर, उमेश देवांगन, श्रीमति देवश्री देवांगन, श्रीमति अफसाना, श्री मनेन्द्र सिंह, श्री ललित जैन, श्रीमति चन्द्ररेखा साहू, श्री आनंद गंधर्व और जिला पंचायत के समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों द्वारा शपथ ली गई।
- दुर्ग : पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर 01 दिसंबर 2020 से 31 मई 2021 तक मक्का का क्रय किया जाएगा। इसके लिए प्रति क्विंटल 1850 रूपए निर्धारित किया गया है। मक्का खरीदी के लिए प्रति एकड़ 10 क्विंटल निर्धारित किया गया है। खरीदे गए मक्के की राशि किसानों के पंजीकृत खाते में जमा की जाएगी।
ऐसे किसान जो मक्का का उत्पादन किए हैं और वे समिति के माध्यम से विक्रय करना चाहते हैं वे मक्का विकासखंड समिति के माध्यम से विक्रय कर सकते हैं। इस संबंध में किसी प्रकार की समस्या होने पर टोल फ्री नंबर 1800-233-3663 पर संपर्क कर सकते हैं। - दुर्ग : मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना वर्ष 2020-21 अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के माध्यम से ऋण लेने हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत उद्योग क्षेत्र के अधिकतम 25 लाख रुपये सेवा क्षेत्र में अधिकतम 10 लाख रुपये एवं व्यवसाय क्षेत्र में अधिकतम 2 लाख रुपयेे आवेदन द्वारा ऋण लिया जा सकता है।
योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के हितग्राहियों को 10 प्रतिशत अधिकतम 1 लाख रुपये तक अन्य पिछड़ा वर्ग, महिला, अल्प संख्यक, विकलांग, भूतपूर्व सैनिक, नक्सल प्रभावित आवेदकों को 15 प्रतिशत अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपये तक एवं अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को 25 प्रतिशत अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपये मार्जिन मनी की पात्रता होगी ।
आवेदक छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो, न्यूनतम 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण, आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य हो (विशेष समुदाय को आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट), परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के कार्यालय से संपर्क कर सकते हंै। - दुर्ग : राजीव गांधी किसान न्याय योजना में खरीफ 2020 में जिन कृषकों के द्वारा सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी एवं रागी फसल बोया गया था, उनके बोये गये रकबे का पंजीयन संबंधित सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से प्रारंभ हो गया है।
योजना में प्रावधानित फसलों के रकबे का पंजीयन हेतु पंजीयन फार्म में अपना पूर्ण विवरण भरकर अपने संबंधित सेवा सहकारी समिति में सत्यापन एवं पंजीयन हेतु जमा करेें। सहकारी समितियों को कृषकों का पंजीयन 30 नवम्बर 2020 तक अनिवार्य रूप से करना होगा।
क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा कृषकों के आवेदन पत्र का सत्यापन भूईयाँ पार्टल में प्रदर्शित संबंधित मौसम के गिरदावरी के आकड़ों के आधार पर किया जायेगा। सत्यापन उपरांत कृषक को संबंधित सहकारी समिति में पंजीयन कराना होगा। समय-सीमा में पंजीयन कराने वाले कृषको को फसल हेतु आदान सहायता राशि देने का प्रावधान शासन द्वारा तय किया गया है।
इन फसलों हेतु आदान सहायता राशि की गणना संबंधित फसलों के गिरदावरी के अनुसार भूईया पोर्टल में संधारित रकबा के आधार पर आनुपातिक रूप से की जाएगी। इस प्रक्रिया के अनुसार प्राप्त कृषकों के डेटाबेस के आधार पर नोडल बैंक द्वारा आदान सहायता राशि सीधे कृषकों के खातों में अंतरित की जाएगी। अपंजीकृत कृषकों को योजनान्तर्गत आदान सहायता अनुदान की पात्रता नहीं होगी।
योजनान्तर्गत शामिल फसलों के अतिरिक्त अन्य फसल जैसे यथा धान, मक्का एवं गन्ना पर आदान सहायता राशि देय नहीं होगा। किसान अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से पंजीयन आवेदन प्राप्त कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर 0788-2323755 के माध्यम से संपर्क कर सकते है। - हेल्थ और सैनिटाइजेशन की करें नियमित मानिटरिंग, निर्माण कार्यों को समयावधि में करें पूरा
भिलाई निगम के अधिकारियों की कलेक्टर ने ली बैठक, कहा युद्धस्तर पर कार्य करने की जरूरत
कैंप लगाकर नागरिकों की समस्याओं का करें निपटारा
दुर्ग : दुर्ग कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने भिलाई निगम में अधिकारियों की अहम बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि नियमित रूप से सुबह के समय और नाइट स्वीपिंग के मौके पर जोन कमिश्नरों की उपस्थिति से स्वच्छताकर्मियों का हौसला बढ़ता है। उनके कार्य की बेहतर मानिटिरंग हो पाती है।
साथ ही नागरिकगण के भी फीडबैक अधिकारियों को मिल पाते हैं। यहां उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर को लेकर और आर्थिक अवसर को बढ़ावा देने के लिए शासन ने महत्वपूर्ण योजनाएं आरंभ की हैं। इन योजनाओं का जितना प्रभावी क्रियान्वयन होगा, इसका असर उतना ही व्यापक होगा।
कलेक्टर ने कहा कि स्लम स्वास्थ्य योजना का बुनियादी उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच ऐसे क्षेत्रों में भी करनी है जहां कतिपय स्थितियों की वजह से लोग स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे। यहां अत्याधुनिक टेस्ट सुविधाओं के साथ डाक्टरों की टीम जाएगी। कलेक्टर ने इसके क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली।
निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि प्रति एएमयू औसतन 48 मरीज आ रहे हैं। कैंप में आठ हजार से अधिक मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराया और लगभग साढ़े सात हजार मरीजों को दवा दी गई। कलेक्टर ने कहा कि व्यापक प्रचार-प्रसार से ओपीडी की संख्या में और इजाफा आएगा। जोन कमिश्नर इसके क्रियान्वयन की नियमित मानिटरिंग करें।
राजस्व एवं अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए लगाएं कैंप- कलेक्टर ने आने वाले दिनों के लिए लगाये जाने वाले शिकायत निवारण कैंप के शेड्यूल के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। उन्होंने कहा कि कैंप में राजस्व संबंधी मामले के अलावा वार्ड की नियमित समस्याओं का भी निपटारा हो। ऐसे कैंप में वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहें एवं साथ ही नियमित रूप से इसकी मानिटरिंग करें।
गौठान आत्मनिर्भर बनें- कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना इस प्रकार तैयार की गई है कि इसका अंततः उद्देश्य आत्मनिर्भर गौठान तैयार करने हैं। इसके लिए जरूरी है कि गोबर की खरीदी से लेकर इसके कंपोस्ट बनने तथा बिक्री तक हर चरण की मानिटरिंग जोन कमिश्नर करते रहें।
वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता में तकनीकी पक्षों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। गोधन न्याय योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है इसके क्रियान्वयन में किसी तरह की लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए। साथ ही गौठानों को आजीविका केंद्र के रूप में भी विकसित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा समूहों को इसमें शामिल किया जा सके और रोजगार सृजन किया जा सके।
होम आइसोलेशन की मानिटरिंग की ली जानकारी- कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को थामने की चुनौती भी सबसे अहम है। इसके लिए ट्रेसिंग सबसे जरूरी है। कोरोना के मामले में चिन्हांकन जितने पहले हो जाता है उतने जल्दी ही इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जा सकते हैं। निगम आयुक्त ने बताया कि अब तक लगभग ढाई हजार मरीजों को ट्रेस किया गया है और होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल के मुताबिक इनका ध्यान रखा जा रहा है।
अवैध प्लाटिंग पर हुई कार्रवाई की प्रगति की भी ली जानकारी- कलेक्टर ने बैठक में अवैध प्लाटिंग के प्रकरणों पर जोनवार हुई कार्रवाई की रिपोर्ट ली। साथ ही उन्होंने कहा कि अवैध प्लाटिंग जैसे ही संज्ञान में आती है उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। - दुर्ग : समर्थन मूल्य पर उपार्जित कस्टम मिलिंग हेतु राईस मिलों का पंजीयन किया जाना है। खाद्य विभाग की वेबसाइट खाद्य डाॅट सीजी डाॅट एन.आई.सी. डाॅट इन में उपलब्ध लिंक धान एवं चावल उपार्जन-आॅन लाईन 2020-21 के माध्यम से राइस मिलर्स द्वारा नवीन मिल पंजीयन संबंधी आवेदन तैयार किया जा सकता है।
कस्टम मिलिंग हेतु राइस मिलर्स पंजीयन एवं अन्य सुविधाओं के लिए राज्य शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश का अवलोकन कर सकते हैं। मिलर्स द्वारा पंजीयन हेतु आवेदन 26 नवंबर से खाद्य कार्यालय में जमा कर सकेंगे। जिले के मिलों का सत्यापन 15 दिसंबर तक किया जाएगा। - दुर्ग : गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के अवसर पर ऐसे वीर बालक और बालिकाएं जिन्होंने अपने जान की परवाह किए बिना अदभुत वीरता का परिचय दिया हो, ऐसे बालक बालिकाओं को राज्य शौर्य पुरस्कार प्रदाय किया जाता है। इसके लिए नामांकन प्रस्ताव 04 जनवरी तक महिला एवं बाल विकास विभाग में आमंत्रित किया गया है।
पुरस्कार हेतु निर्धारित पात्रतानुसार ऐसे बालक बालिका जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरे की जान बचाने हेतु वीरता का कार्य किया हो। साथ ही घटना तिथि पर उनकी आयु 18 वर्ष से कम हो एवं किया गया कार्य 01 जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2020 के बीच घटित हुआ हो। आवेदन के साथ कलेक्टर द्वारा किया गया अनुशंसा पत्र, एफ.आई.आर. की प्रति, समाचार पत्रों की कतरन, घटना का विस्तृत विवरण संलग्न करना होगा। - दुर्ग : ध्ग्राम पंचायत अंजोरा (ख) की पंचायत सचिव श्रीमती तामलेश्वरी देवांगन को अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा निलंबन की कार्यवाही की गई है।
उल्लेखनीय है कि गोधन न्याय योजना अंतर्गत 6 सौ से अधिक क्विंटल गोबर क्रय करने के उपरांत भी वर्मी कंपोस्ट तैयार करने में किसी प्रकार की रूचि नहीं ली गई है।साथ ही गोधन न्याय योजना के संबंध में आहुत बैठक में बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर शासन की महत्वकांक्षी योजना के संचालन में लापरवाही बरतना पाया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी और उनका मुख्यालय पाटन निर्धारित किया गया है। - सीएमओ को कहा सात दिनों के भीतर सुधारे व्यवस्था
दुर्ग : कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज नगरीय निकायों में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की स्थिति देखी। उतई और अहिवारा में इसके क्रियान्वयन पर वे नाराज हुए। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की सबसे महत्वपूर्ण योजना है।
इसके क्रियान्वयन के लिए निरंतर मानिटरिंग और तकनीकी मानदंडों के अनुरूप व्यवस्था करने की जरूरत है लेकिन इन निकायों में कार्य अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि कार्य की शीघ्रता के साथ ही तकनीकी मानदंडों को सुनिश्चित करें।कलेक्टर ने इन निकायों में गोबर के रखरखाव पर नाराजगी जाहिर की, साथ ही वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए चल रही धीमी प्रक्रिया पर भी तीव्र नाराजगी जाहिर की।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एवं अन्य निकायों में व्यवस्थित तरीके से तकनीकी मानदंडों के मुताबिक वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया का पालन करने से ही उच्च कोटि की वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है।कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है इसमें किसी भी तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अमलेश्वर-सांकरा चैड़ीकरण कार्य भी देखा कलेक्टर ने- अमलेश्वर से सांकरा तक फोर लेन चैड़ीकरण कार्य आरंभ हो गया है। कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कहा कि लोगों की सुविधाओं के लिए उपयोगी और सुंदर सड़क तैयार करनी है।उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण में डेंजर प्वाइंट्स संबंधित तकनीकी दृष्टिकोण का विशेष रूप से ध्यान रखें ताकि सड़क सुरक्षा के तकनीकी मानदंडों पर खरी उतरती हुई मुकम्मल सड़क तैयार हो सके।उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों से पोल शिफ्टिंग का कार्य शीघ्र समाप्त करने को भी कहा। रायपुर से पाटन आने के मार्ग पर भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाएगा। कलेक्टर ने इस संबंध में भी निर्देश दिये। कलेक्टर ने पाटन में चल रहे अन्य निर्माण कार्यों को भी तय समय पर पूरा करने के निर्देश पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को दिए।
पंदर में बना नया धान खरीदी केंद्र भी देखा- कलेक्टर ने पंदर में बना नया धान खरीदी केंद्र भी देखा। इससे पंदर के अतिरिक्त गुजरा और नवागांव के ग्रामीणों को भी धान बेचने में आसानी होगी। यहां एक हजार किसानों का धान बिकेगा और 1100 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन किया गया है।समिति के अधिकारियों ने बताया कि लगभग चालीस हजार क्विंटल की धान खरीदी इस केंद्र से होगी। केंद्र में चबूतरे बनाये जा चुके हैं।जल्द शुरू होंगे मनरेगा से नहरों के कार्य- कलेक्टर ने जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों से सिंचाई संबंधी संरचनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की। उन्होंने कहा कि मनरेगा से स्वीकृत कार्य शीघ्रताशीघ्र आरंभ किये जाएं। सिंचाई संबंधी स्वीकृत कार्यों में समय सीमा के साथ ही गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाए। - गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में हुई है पदस्थापना
दुर्ग : ध्स्थानांतरण के अवसर पर डिप्टी कमिश्नर श्री आरके खुंटे को भावभीनी विदाई संभागायुक्त परिवार की ओर से दी गई। श्री आर के खुंटे की पदस्थापना प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में हुई है।इस मौके पर अपने संबोधन में संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर के रूप में श्री खुंटे का कार्यकाल काफी यशस्वी रहा। उन्होंने अपना सारा कार्य मनोयोग से, ईमानदारी से और पारदर्शिता से किया। उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई, उसका निर्वहण उन्होंने पूरी निष्ठा से किया।
मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। इस मौके पर श्री खुंटे ने कहा कि दुर्ग में उप संभागायुक्त के रूप में उनकी पदस्थापना उनके करियर का यशस्वी क्षण रहा है। दुर्ग जिले में उन्हें काफी कार्य करने का अवसर मिला है।
पूर्व में जिला पंचायत सीईओ के रूप में और अभी डिप्टी कमिश्नर के रूप में काफी चुनौतियों का सामना किया और वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन में और सहयोगियों के समन्वय से सभी कार्य अच्छे से संपादित हुए। उन्होंने कहा कि संभागायु्क्त श्री महावर के मार्गदर्शन में काफी अच्छा काम करने का मौका दुर्ग में मिला जो उनके लिए हमेशा यादगार रहेगा। इस मौके पर सेवानिवृत्त संभागायुक्त श्री बीएल गजपाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। -
कलेक्टर ने बैठक में दिये निर्देश, कहा इसी तरह से कुम्हारी एवं अन्य क्षेत्रों में भी अवैध प्लाटिंग पर करें कार्रवाई
स्लम स्वास्थ्य योजना में ज्यादा से ज्यादा ओपीडी बढ़ाने के दिये निर्देश
नगरीय निकाय के अधिकारियों को कहा कि सुबह-शाम दौरा कर देखें सफाई एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की स्थिति
दुर्ग : कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अमलेश्वर-सांकरा क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग पर विशेष नजर रखने और इन पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के साथ ही कुम्हारी में और अन्य जगहों पर जहां भी अवैध प्लाटिंग के मामले प्रकाश में आते हैं उन पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने इसके लिए एसडीएम एवं नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को समन्वय से कार्रवाई करने के निर्देश दिये। बैठक में निगम कमिश्नर भिलाई श्री ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, डीएफओ श्री केआर बढ़ाई, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे, श्री बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सुबह से करें दौरा, शाम को भी देखें सफाई की स्थिति- कलेक्टर ने निगम अधिकारियों को कहा कि सफाई सर्वोच्च प्राथमिकता है। नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छताकर्मियों का हौसला तब बढ़ता है जब अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर उनका हौसला बढ़ाता है।
सुबह के समय ऐसे निरीक्षण करें और इसके लिए टीम बनाकर सफाई की स्थिति की मानिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि लोगों की राजस्व संबंधी दिक्कतों के लिए अथवा अन्य किसी भी प्रकार की दिक्कत दूर करने के लिए कैंप आयोजित करें।नगरीय क्षेत्र के गौठानों को भी आजीविकामूलक केंद्रों के रूप में विकसित करना बड़ी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही यहां पर गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें।
अधिकारियों से पूछा कि वर्मी कंपोस्ट बनने की क्या स्थिति है- कलेक्टर ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों एवं जनपद सीईओ से पूछा कि वर्मी कंपोस्ट बनने की क्या स्थिति है। खरीदे गये गोबर को किस तरह रखा गया है। वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता किस प्रकार है। क्या इसे टेस्टिंग के लिए लैब में भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना में प्रोसेसिंग अगर सही तरह से हुई तो गुणवत्तायुक्त वर्मी कंपोस्ट प्राप्त होगा जिसका अच्छा मूल्य समूहों को मिलेगा। बस इसके लिए मानिटरिंग की विशेष जरूरत है कि प्रक्रिया के अनुरूप कार्य हो।
अधिकारी नियमित रूप से देखें। उन्होंने गौठानों में नस्ल गुणवत्ता के कार्यों को भी विशेष रूप से बढ़ाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों के माध्यम से पशुधन की मूल्यवत्ता बढ़ाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को पशुपालन से अच्छी आय होने लगी तो वे इस ओर और अधिक रुचि लेंगे। कलेक्टर ने मत्स्यपालन के लिए हितग्राहियों के चिन्हांकन के बाबत भी जानकारी ली।
मत्स्य विभाग की अधिकारी ने बताया कि धमधा ब्लाक में हितग्राहियों का चयन कर लिया गया है शेष ब्लाक में प्रक्रिया चल रही है और शीघ्र ही हितग्राहियों का चयन कर लिया जाएगा। - सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन का है इंतजाम हर गुरुवार को गायनेकोलॉजिस्ट और सोनोग्राफी की सुविधा भी शुरू
कोरोना संकट के दौरान शुरू हुआ 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर,सितंबर से अब तक 125 मरीजों को मिला इलाज
कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने बताया कि उनका पूरा खयाल रखा गया
दुर्ग : राज्य सरकार के प्रयासों से ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बेहतर हो रही हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में भी कोविड संक्रमण कम होने के बाद स्थिति सामान्य होने लगी है। दीपावली के बाद ओपीडी की सर्विसेस फिर से शुरू की गई है।
झीट में सर्व सुविधा युक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने से आसपास के गांव की गर्भवती स्त्रियों को काफी सहूलियत हो गई है यहां पर हर गुरुवार को स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं सोनोग्राफी की सुविधा महिलाओं को मिल रही है। हर गुरुवार को डॉ अहिल्या पटेल एवं रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर रवीश कुमार कुमार यहां अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों में यहां में यहां 25 गर्भवती स्त्रियों की सोनोग्राफी हुई है।
यहां पर सर्व सुविधा युक्त लेबर रूम भी है कल 23 नवंबर 2020 को ही नजदीक के पाहंदा ग्राम की सपना कुर्रे ने ने अस्पताल में एक स्वस्थ बच्ची बच्ची को जन्म दिया।सपना बताती है कि अस्पताल में उनका और उनकी बेटी का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान भी यहां के डॉक्टर हो स्टाफ नर्स एवं मितानिन दीदी ने काफी मदद की।सपना ने बताया कि यहाँ के स्टाफ का व्यवहार बहुत अच्छा है। डिलीवरी का समय नजदीक आने पर उनकी सास उन्हें यहां लेकर आई। पहली बार मां बन रही सपना शुरुआत में थोड़ी घबराई हुई थी लेकिन यहां की सुविधाएं देखकर सुविधाएं देखकर उसके परिवार एवं उसे काफी संतुष्टि मिली।
30 बिस्तर वाले इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जीवनदीप की मदद से 7 बिस्तर वाला कैजुअल्टी वार्ड भी भी बनाया गया है। यहां पर पैथोलॉजी लैब की सुविधा भी उपलब्ध है जहां उपलब्ध है जहां पर सीबीसी ,शुगर एवं गर्भवती स्त्रियों के लिए आवश्यक सभी प्रकार की जांच की जाती है।ग्रामीणों को यह सुविधा बहुत ही कम फीस पर उपलब्ध है उपलब्ध है। अस्पताल में मरीजों के लिए दवाइयां भी उपलब्ध है। यहां के दवा वितरण केंद्र में विभिन्न बीमारियों की 250 से अधिक जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध है। इस अस्पताल में दंत रोग विशेषज्ञ की सुविधा भी उपलब्ध है।सामान्य चोट की मरहम पट्टी के लिए ड्रेसिंग रूम भी है।
सेंट्रलाइज ऑक्सीजन के साथ ही बाधारहित बिजली सप्लाई के लिए सोलर सिस्टम एवं जनरेटर की भी है व्यवस्था- डॉक्टर कठोतिया ने बताया कि ने बताया कि अस्पताल होने के नाते यहां पर अबाधित विद्युत सप्लाई की बहुत जरूरत है जरूरत है इसलिए यहां सोलर सिस्टम एवं जनरेटर भी लगाया गया है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।यहां पर सभी वार्डों के लिए सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की व्यवस्था है। यहाँ के अलावा दुर्ग जिले में यह सुविधा केवल जिला अस्पताल एवं शास्त्री अस्पताल सुपेला में ही उपलब्ध है।
कोविड19 इलाज के लिए सितंबर में शुरू हुआ 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर,100 से अधिक मरीज हो चुके डिस्चार्ज वर्तमान में 13 मरीज ले रहे स्वास्थ्य लाभ- कोविड 19 संकट के दौरान कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे के निर्देशों के बाद ग्रामीण जनों को कोरोना का इलाज उपलब्ध कराने पाटन ब्लाक के ग्राम झीट में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सितंबर महीने में 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया। जहां एसिम्प्टोमेटिक एवं बहुत कम लक्षणों वाले मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई।
सीएचसी झीट के प्रभारी डॉ डी आर कठोतिया ने बताया कि यहाँ ओर ए सिप्टोमेटिक एवं हल्के लक्षण वाले मरीजों को ही रखा जाता है। गंभीर मामलों को शंकराचार्य कोविड अस्पताल अथवा डॉ चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल रिफर किया जाता है।सितंबर से लेकर अब तक यहाँ 125 कोरोना पॉजिटिव मरीज एडमिट हुए जिनका सफलतापूर्वक इलाज किया गया। आज भी दो मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।
स्टाफ नर्सें 3 शिफ्टों में देती हैं सेवाएं,24 घण्टे 8 सीसीटीवी कैमरे रखते हैं मरीजों पर निगरानी,दिक्कत होने पर मरीज कॉल भी करते हैं - कोविड केयर सेंटर में स्टाफ नर्सें 3 शिफ्टों में ड्यूटी करती हैं। यहां सेवाएं देने वाली स्टाफ नर्सों नर्सों श्रीमती सुभद्रा सोनकर सुश्री मेनका और क्षमा साहू से भी हमने बात की।
उन्होंने बताया कि पहले तो उन्हें भी डर लगा था लेकिन धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास बढ़ने लगा। यदि प्रोटोकॉल का पालन किया जाए तो संक्रमण का खतरा कम हो जाता है ।सुभद्रा बताती हैं उन सभी को पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट मास्क फेस शील्ड इत्यादि उपलब्ध कराया गया है। हालांकि पीपीई किट पहनकर ड्यूटी करना मुश्किल है लेकिन मरीजों के प्रति जिम्मेदारी के साथ अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है।इसलिए वो पूरी सावधानी रखती हैं।
आज डिस्चार्ज हुए सुमेंद्र साहू और राजेश्वर साहू ने बताया कोविड केयर सेंटर में मरीजों का रखा जा रहा अच्छा खयाल- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में स्थित कोविड-19 केयर सेंटर में मरीजों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है आज ही 2 मरीज मरीज यहां से डिस्चार्ज हुए हैं। सुमेंद्र साहू और राजेश्वर साहू आईडीएफसी बैंक उतई उतई में काम करते हैं। 13 नवंबर को उनको पता चला कि उनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पहले 2 दिन वे होम आइसोलेशन में रहे इसके बाद 16 नवंबर को वे दोनों कोविड-19 सेंटर झीट में एडमिट हो गए।
सुमेंद्र और राजेश्वर बताते हैं कि बताते हैं कि यहां पर उनका अच्छी तरह से ध्यान रखा गया डॉक्टर एवं स्टाफ नर्सों ने अच्छी तरह से सेवा की समय-समय पर पर सारे राइटर्स भी भी चेक किए इसके अलावा उनको गर्म और ताजा भोजन भी उपलब्ध कराया गया। उनकी स्थिति में सुधार होने के बाद 24 नवंबर को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। डिस्चार्ज होने के बाद करीब 10 दिन के लिए दोनों होम आइसोलेशन में रहेंगे।
मरीजों की सेवा करते हुए स्टाफ भी हुआ संक्रमित लेकिन सेवा भावना में नहीं आई कोई कमी,स्वस्थ होकर फिर से कर रहे हैं कोरोना मरीजों की सेवा- कोविड संकट में हमारे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने जिस तरह से पूर्ण समर्पण के साथ सेवाएं दी हैं काबिले तारीफ है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में भी रेडियोटेक्निशियन श्री चंद्रहास ठाकुर और स्टाफ नर्स सुश्री अंजू देशलहरे भी मरीजों की सेवा के दौरान पॉजिटिव हो गए थे। अंजू कचांदूर स्थित चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल अस्पताल के कोविड-19 केयर सेंटर और चंद्रहास कोविड केयर सेंटर ऊपरवारा में एडमिट हुए। दोनों स्वास्थ्य कर्मी बताते हैं कि संकट का समय है ऐसे में मानवता की सेवा के लिए अपना योगदान देना बहुत अच्छा लगता है वह कहते हैं कि खतरा तो है लेकिन अगर हम मरीजों की सेवा नहीं करेंगे तो कौन करेगा। आज दोनों स्वस्थ होकर वापस मरीजों की सेवा में जुट गए हैं।
चंद्रहास अपना अनुभव साझा करते हुए बताते हैं कि कोविड पॉजिटिव होने के बाद शरीर के साथ-साथ मानसिक बल भी कम हो जाता है इसलिए मरीजों को मनोवैज्ञानिक तरीके से समझाना पड़ता है।उनको साइको थेरेपी का भी ज्ञान है इसी दौरान कोरोना उनके पिताजी की भी मृत्यु हो गई इस वजह से वह मानसिक रूप से काफी कष्ट में थे लेकिन साइकोथेरेपी से उनको काफी मदद मिली वह बताते हैं कि उपरवारा में उन्होंने अन्य मरीजों को भी साइकोथेरेपी दी जिससे उनको भी काफी फायदा हुआ। - दुर्ग : जिला पंचायत दुर्ग की सामान्य सभा की बैठक 28 नवंबर को दोपहर 1 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग अंतगर्त कोविड-19, धान खरीदी की तैयारी, रबी फसल की बोनी हेतु खाद एवं बीज भंडारण और कृषि विभाग अंतगर्त असमय वर्षा से फसल नुकसान के सम्बंध में चर्चा की जाएगी।
- दुर्ग : क्षितिज अपार संभावनाएं योजनांतर्गत हाई स्कूल/हायर सेकेंडरी की परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने पर दिव्यांग विद्यार्थियों को दिए जाने वाला प्रोत्साहन राशि के लिए जिला स्तरीय समिति के द्वारा वरीयता सूची जारी कर दिया गया है। जारी सूची के संबंध में यदि किसी विद्यार्थी को आपत्ति हो तो वे 27 नवंबर तक उप संचालक समाज कल्याण विभाग में दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। सूची का अवलोकन समाज कल्याण विभाग के सूचना पटल किया जा सकता है।
- दुर्ग : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 एवं आने वाले वर्षों में समर्थन मूल्य पर किसानों से दुर्ग के ग्राम कचांदुर एवं धमधा के ग्राम नंदनी-खुंदनी में धान की खरीदी की जाएगी। किसानों की मांग पर धान खरीदी की सुविधा के लिए यहां नवीन धान खरीदी केन्द्र खोले जाने की अनुमति राज्य शासन से दी गई है।