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पिछले आठ दिनों से कोरबा में कोरोना का कोई पाजिटिव केस नहीं
अब तक तीन हजार 254 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, 45 सेम्पलों की रिपोर्ट आना बाकीकोरबा 24 अपे्रल 2020/ कोरोना से संक्रमित कटघोरा के दो और मरीज आज पूरी तरह ठीक होकर एम्स रायपुर से डिस्चार्ज हो गये। इन्हें मिलाकर जिले के 22 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। जिनमें से एक कोरबा शहर और 21 कटघोरा के हैं। छह अन्य संक्रमितों का ईलाज एम्स में चल रहा है। उनके भी जल्द ठीक होने की उम्मीद है। पिछले आठ दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। जांच में कोरबा जिले के तीन हजार 254 सेम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से तीन हजार 327 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इनमें से तीन हजार 282 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। लगभग 45 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। -
हर दिन डेढ़ सौ से दो सौ घरों तक पहुंच रहा राशन, सब्जी, दवाई, चार सौ लीटर दूध की भी प्रतिदिन आपूर्ति
मुख्यमंत्री श्री बघेल भी कर चुके हैं कलेक्टर श्रीमती कौशल की इस व्यवस्था की सराहना
कोरबा 23 अपे्रल 2020/ लाॅक डाउन के दौरान कटघोरा में सभी दुकानें और प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद हैं। इस पर भी लोगों को राशन, दवाई, सब्जी, दूध जैसी दैनिक उपयोग की चीजों के लिए किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। लोगों को घर बैठे पर्याप्त मात्रा में अपनी जरूरत के अनुसार सामाग्री उपलब्ध हो जा रही है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इसके लिए विशेष रूप से घर पहुंच सेवा शुरू की है। वाट्सएप्प पर आर्डर लेकर कैश आॅन डिलेवरी सिस्टम से लोगों तक घर बैठे जरूरत की चीजों को पहुंचाने की इस सुविधा ने कटघोरा में लाॅक डाउन को पूरी तरह से लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना प्रभावित लोगों तक समय पर जरूरत का सामान पहुंच जाने से उनमें शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। लोगों में कोरोना से लड़ाई के लिए एक सकारात्मक माहौल और शासन-प्रशासन को हर संभव सहयोग की भावना भी जागृत हुई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के कामों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की इस व्यवस्था की सराहना की थी और इसे जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों द्वारा भी उपयोग करने की सलाह दी थी।
छत्तीसगढ़ के कोरोना संक्रमण प्रभावित रेड जोन में शामिल कटघोरा शहर में पहला कोरोना पाजिटिव मिलने के साथ ही पूरी तरह लाॅक डाउन कर दिया गया है। संक्रमण को अन्य इलाकों और लोगों में फैलने से रोकने के लिए सभी इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा किये गये हैं। लोगों को अपने घरों से निकलने की मनाही के साथ-साथ इलाके का सेनेटाईजेशन, संदिग्ध लोगों की सेंपलिंग और संक्रमित लोगों को ईलाज के लिए एम्स रायपुर पहुंचाने के साथ-साथ प्रशासन ने सभी जरूरी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने लाॅक डाउन शुरू होेते ही इस इलाके में राशन, दवाईयां, सब्जियों, दूध जैसी अति जरूरी चीजों की सप्लाई के लिए घर पहुंच सेवा शुरू करवा दी थी। 60 वालिंटियर लोगों के घरों तक जरूरत का सामान, दवाई, दूध आदि रोज पहुंचा रहे हैं। इलाके में हर रोज औसतन 400 घरों तक वालिंटियरों की पहुंच है। प्रतिदिन लगभग साढ़े चार सौ लीटर दूध घर पहुंच सेवा के तहत सप्लाई किया जा रहा है। राशन मांग अनुसार पैकेट बनाकर लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है। सब्जियों की बिक्री भी पचास रूपये, 100 रूपये और 200 रूपये के किट के रूप में घरों तक पहुंचाकर की जा रही है। इस व्यवस्था के लिए कटघोरा के चिन्हांकित राशन दुकानों और मेडिकल स्टोर्स का वाट्सएप्प गु्रप बनाया गया है और इनके नंबर सार्वजनिक किए गये हैं। कटघोरा में बने कंट्रोल रूम से भी लोगों को मांग के अनुसार अपने आर्डर करने के लिए इन नंबरों पर ही संपर्क करने की सलाह दी जाती है। लोग इन नंबरों पर अपना आर्डर वाट्सएप्प के माध्यम से दर्ज कराते हैं और संबंधित वालिंटियर सामान्य दरों पर सामाग्री घरों तक पहुंचा देते हैं।
दूध और सब्जी की घर पहुंच सेवा के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था की गई है परंतु इन दोनों चीजों के लिए भंडारण और निगरानी का काम प्रशासन की देखरेख में किया जा रहा है। कटघोरा के हाई स्कूल में लाजिस्टिक सेंटर स्थापित किया गया है। आसपास के दूध एवं सब्जी उत्पादक किसान इस लाजिस्टिक सेंटर में अपने उत्पाद लेकर आते हैं। वाट्सएप्प गु्रप पर आर्डर के हिसाब से दूध और सब्जियों की पैकिंग कर उन्हें मांग अनुसार लोगों के घरों तक पहुंचाया जाता है। भुगतान केैश आॅन डिलेवरी होता है। इस व्यवस्था से कोरोना संक्रमित क्षेत्र में एक ओर जहां अति आवश्यक चीजों की सरल, सुगम और मांग अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित हुई है वहीं दूसरी और लोगों का इन चीजों के लिए घर से बाहर नहीं निकलने पर लाॅक डाउन का पूरी तरह पालन कराने में प्रशासन को बड़ी मदद मिली है। कोरोना संक्रमण को कटघोरा में एक क्षेत्र तक ही सीमित रख पाने में अति आवश्यक चीजों की आपूर्ति के लिए बनाई गई इस बेहतरीन व्यवस्था का भी बड़ा योगदान रहा है।
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लगभग बीस किसानों ने एक दिन में छह हजार रूपये से अधिक की सब्जी बेची
कोरबा 23 अपे्रल 2020/ जुराली के सब्जी उत्पादक किसानों की एक बड़ी समस्या का निराकरण कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कर दिया है। कसनिया-बरभाठा-ढेलवाडीह बाईपास- जेंजरा चैक होकर जुराली की सब्जी आज सुबह कटघोरा पहुंची। हाईस्कूल के लाॅजिस्टिक सेंटर में भण्डारित की गई इस सब्जी को पचास रूपये, एक सौ रूपये और दो सौ रूपये के पैकेट के रूप में मांग अनुसार कटघोरा के कोरोना प्रभावित इलाकों में लोगों को घर पहुंचाकर उपलब्ध कराया जा रहा है। आज एक ही दिन में जुराली के लगभग 20 किसानों ने छह हजार रूपये से अधिक की सब्जी बेच ली है।
कटघोरा के वार्ड नंबर 10 एवं 11 में कोरोना संक्रमण के कारण पूरी तरह लाॅक डाउन है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वार्डों की गलियों पर भी बेरिकेटिंग लगाकर आवागमन रोक दिया गया है। वार्ड नंबर दस से लगे वार्ड नंबर 13 जुराली के किसान अपनी घर बाड़ियों में बड़ी मात्रा में सब्जी उत्पादन करते हैं। जुराली की यह सब्जी वार्ड नंबर 10 के रास्ते कटघोरा शहर में बिकने को आती थी। कोरोना संक्रमण का मुख्य केंद्र बनने के बाद वार्ड नंबर 10 से सब्जियां शहर में आना बंद हो गई थी जिससे जुराली के किसानों को सब्जियां बेचने में परेशानी होने लगी थी। इस बात की सूचना मिलने और स्थानीय अखबार में प्रकाशित खबर को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जुराली की सब्जी कटघोरा तक लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग खोजने के निर्देश अधिकारियों को दिए। विचार विमर्श के बाद किसानों के हित में कलेक्टर ने कसनिया-बरभाठा-ढेलवाडीह बाईपास- जेंजरा चैक होकर कटघोरा तक जुराली की सब्जी लाने के लिए रास्ता तय कर दिया है। जुराली से चार पहिया वाहन में हर रोज इसी रास्ते से सब्जियां अब कटघोरा शहर आयेंगी। आज संपत लाल, दिनेश, बसंत, उत्तम, शत्रुघन, शिवकुमार, मितलाल, छोटे आदि लगभग 20 किसानों ने बैगन, खीरा, लौकी, बरबट्टी, टमाटर, भिंडी, डोड़का आदि लगभग 15 क्विंटल सब्जियां कटघोरा शहर भेजीं। इसमें से लगभग छह हजार रूपये की सब्जी एक दिन में ही बिक गई है। किसानों का कहना है कि अब रास्ता तय हो जाने से सब्जियां कटघोरा तक पहुंच जायेंगी और लाॅक डाउन की इस स्थिति में किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
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अब तक दो हजार 598 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, 20 मरीज ठीक भी होकर लौटे
लगभग सात सौ सेम्पलों की रिपोर्ट आना बाकीकोरबा 22 अपे्रल 2020/ कोरोना को लेकर पिछले एक हफ्ते से कोरबा जिले के लिए अच्छी खबर हैं। पिछले एक हफ्ते में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले पांच दिनों में हुई जांच में कोरबा जिले के एक हजार 160 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक दो हजार 598 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से तीन हजार 327 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इनमें से दो हजार 628 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। लगभग 700 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। दो सेम्पल तकनीकी कारणों से अमान्य किये गए है। अब तक कोरबा जिले के 20 कोरोना संक्रमित मरीज ईलाज के बाद ठीक होकर वापस लौट आये हैं। ठीक होने वाले मरीजों में एक कोरबा शहर और बाकी 19 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के आठ कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है। उनका स्वास्थ्य तेजी से सुधर रहा है और जल्द ही उनके भी स्वस्थ्य होकर वापस लौटने की उम्मीद है। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कटघोरा के विभिन्न इलाकों का किया दौरा, जरूरी व्यवस्थाओं के निर्देश भी दिएकोरबा : कोरोना संक्रमित कटघोरा शहर में लाॅक डाउन और बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए बिजली, पानी, सफाई सहित अन्य जरूरतों के लिए प्रशासन की तैयारियां शुरू हो गई है। आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अधिकारियों के साथ सुबह से ही कटघोरा पहुंचकर विभिन्न वार्डों और आसपास के इलाकों का दौरा किया तथा इन सभी जगहों पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए पानी, बिजली, सफाई आदि के सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने अपने कैंप कार्यालय में अलसुबह जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और कटघोरा में बिजली, पानी, सफाई, राशन, मेडिकल सुविधाओं के लिए आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को आने वाले पांच-छह दिनों में जरूरत के सभी इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ पूरे शहर का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान एडीएम श्री संजय अग्रवाल के साथ एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण, सीएमएचओ डा. बी.बी. बोडे, पीएचई के ईई श्री गौर और नगर पालिका के सीएमओ श्री जे.बी.सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।चलेगा सफाई अभियान, जरूरी मशीनें, औजार और मानव संसाधन की व्यवस्था के निर्देश_कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण के कोर एरिया के साथ-साथ पूरे शहर में सेनेटाईजेशन और सफाई अभियान शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कटघोरा शहर के हर गली-कूचे, सड़क,नाली आदि की सफाई कराने के निर्देश दिये। इस अभियान के लिए समयबद्ध विस्तृत कार्य योजना और जरूरी मशीनों तथा औजारों की भी दो दिनों में व्यवस्था करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होंने सफाई अभियान के लिए सफाई कर्मियों की भी पर्याप्त संख्या में ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये। सभी सड़कों और नालियों से कचरा निकालने के साथ-साथ उसके उचित निपटान की जगह भी पहले से ही तय करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। श्रीमती कौशल ने नालियों में ब्लीचिंग पावडर और मिट्टी का तेल छिड़काव करने के निर्देश भी नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को दिए।*कलेक्टर पहुंची शिकारी मोहल्ला, पानी आपूर्ति के लिए टंकियां लगाने दिये निर्देश*-गर्मी के मौसम और कोरोना संक्रमण से कटघोरा के अन्य क्षेत्रों को बचाये रखने के उद्देश्य से पानी आपूर्ति की व्यवस्था की समीक्षा भी कलेक्टर ने की। उन्होंने शहर के संक्रमण वाले कोर एरिया रहमानियां नगर में छुटे हुए पांच घरों में आगामी दो दिनों में नल कनेक्शन लगवाने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कोर एरिया में किसी भी परिस्थिति में पानी या किसी अन्य जरूरत के लिए लोगों की भीड़ नहीं होने देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद कलेक्टर कटघोरा से लगे हुए शिकारी मोहल्ला पहुंची। वहां उन्होंने लोगों को पानी की आपूर्ति के लिए नल वाली टंकियां लगाकर लोगों को पाईप के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि पानी की किल्लत वाले इलाकों में चार-चार मीटर स्टेज वाली टंकियां लगाकर उनमें आठ से दस नल टोंटियां लगाकर पाईप के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाये ताकि लोग पानी के लिए घरों से बाहर निकलकर भीड़ न लगायें। उन्होंने शहर के नल कनेक्शन विहीन घरों वाले वार्डों में घर-घर ड्रम उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इन ड्रमों में टेंकरों के माध्यम से पाईप लगाकर लोगों के घरों में ही पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी।जुराली से वार्ड नंबर 10 होकर कटघोरा आने वाली सड़क पर नहीं होगी कोई आवाजाही_कटघोरा के कोरना संक्रमित वार्ड नंबर 10 से होकर जुराली को कटघोरा शहर से जोड़ने वाली सड़क पर सभी प्रकार की आवाजाहियों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज दिये हैं। कलेक्टर आज सुबह कटघोरा से जुराली पहुंची और वहां से कटघोरा आने वाले सभी रास्तों का निरीक्षण किया उन्होंने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इन सभी रास्तों को मजबूत बेरिकेटिंग कर बंद करने के निर्देश दिए साथ ही सीसीटीवी कैमरा भी लगाने को कहा। कलेक्टर को जुराली से सब्जी लेकर बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित एरिया से होकर कटधोरा शहर आने-जाने की सूचना मिली थी जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्होंने इन रास्तों को पूरी तरह बंद कर गहन निगरानी के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने सब्जियां लेकर आने के लिए जुराली से कसनिया होकर बरभाठा , ढेलवाडीह बाईपास से जेंजरा चैंक से कटघोरा का रास्ता तय किया है ताकि संक्रमित इलाकों से सब्जी उत्पादक किसानों को आना-जाना नहीं करना पड़े और वे कोरोना संक्रमित होने से बचे रहें। श्रीमती कौशल ने जुराली में स्पाट सोर्स योजना के तहत जगह-जगह लगाई गई पानी की टंकियों पर लोगों के नहाने, कपड़ा धोने या बर्तन आदि धोने और इकट्ठा होकर भीड़ लगाने पर भी रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने यहां भी लोगों को घरों में ड्रम उपलब्ध कराकर स्पाॅट सोर्स से पाईप द्वारा पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए।
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कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आगे की रणनीति पर अधिकारियों के साथ किया विचार विमर्श, बनी कार्य योजना, एक सप्ताह में लेगी मूर्त रूप
कोरबा 22 अपे्रल 2020/कोरोना संक्रमित कटघोरा शहर में लाॅक डाउन और बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए बिजली, पानी, सफाई सहित अन्य जरूरतों के लिए आगामी दिनों में भी पूरी व्यवस्था होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अभी से ही इस संबंध में अधिकारियों को सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दे दिये हैं। आज कलेक्टर ने अपने कार्यालय में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और कटघोरा में बिजली, पानी, सफाई, राशन, मेडिकल सुविधाओं के लिए आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। बैठक में कोरोना संक्रमित इस क्षेत्र में लाॅक डाउन के चलते लोगों को सुविधाएं पहुंचाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनी। कलेक्टर इस कार्ययोजना के अनुसार सभी अधिकारियों को आने वाले पांच-छह दिनों में जरूरत के सभी इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम श्री संजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कटघोरा से एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण और नगर पालिका के सीएमओ श्री जे.बी.सिंह, वाट्सएप्प कॅाल से जुड़े रहे।
बैठक में कलेक्टर ने कटघोरा में पीने के पानी की व्यवस्था की समीक्षा की और बढ़ती गर्मी को देखते हुए लोगों तक पीने के साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। लाॅक डाउन और कोरोना संक्रमण से बने हालातों के कारण एक जगह पर अधिक लोगों कोे इकट्ठा नहीं होने देने को ध्यान में रखकर संक्रमित एरिया में घरों के बाहर एक-एक ड्रम रखकर पानी आपूर्ति करने की योजना पर भी बैठक में चर्चा हुई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पानी के लिए लगने वाली भीड़ को रोकने के लिए संक्रमित क्षेत्र के घरों का समूह बनाकर एक चिन्हाकित घर की छत पर पानी टंकी लगाकर पाईप के माध्यम से घरों में पानी पहुंचाया जा सकता है। कलेक्टर ने सुगम, सरल तरीके से कटघोरा के संक्रमित क्षेत्र में लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में श्रीमती कौशल ने शहर की सफाई व्यवस्था की भी रणनीति तय की। नालियों की सफाई के साथ-साथ कचरे के समुचित निपटान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बिजली की अबाध आपूर्ति के लिए पर्याप्त मात्रा में विद्युत कर्मियों की ड्यूटी एरियावार लगाकर उनकी तैनाती सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने किसी ट्रांसफार्मर या विद्युत लाईन की क्षतिग्रस्त हो जाने पर उसकी मरम्मत के लिए पर्याप्त संख्या में विद्युत अमले को तैयार रखने तथा ट्रांसफार्मर, तार आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
श्रीमती कौशल ने आने वाले दिनों में शहरवासियों को पर्याप्त मात्रा में राशन, साग-सब्जियां, दवाईयां, दूध आदि की आपूर्ति भी सुनिश्चित करने के लिए थोक व्यापारियों की बैठक लेकर उनकी समस्याओं तथा मांगों के बारे में जानकारी लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में राशन, दूध, साग-सब्जी, दवाईयों की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। इन सामाग्रियों के दाम नियंत्रित रखने के लिए लगातार निगरानी करने और दुकानों पर छापामार कार्यवाही कर लगातार जांच करने के निर्देश भी कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए।
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फसल खराब होने पर जिले के पांच हजार से अधिक किसानों को मिली लगभग छह करोड़ रूपये की क्षतिपूर्ति
कोरबा 22 अपे्रल 2020/ कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लाॅक डाउन में भी छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से कोरबा जिले के किसानों को फसल खराब होने पर मिली क्षतिपूर्ति संजीवनी की तरह काम आ रही है। लाॅक डाउन के कारण लंबे समय तक खेती-किसानी की गतिविधियों में अल्प विराम सा लग गया था। परंतु लाॅक डाउन के दौरान भी बीज, खाद, दवाईयों की दुकान को खोलने और किसानों को खेती का सामान उनकी जरूरत के हिसाब से उपलब्ध कराने के निर्देश के बाद गांवों में किसानों तक बीज, खाद, दवा पहुंचने लगा है। इस पर राज्य सरकार के प्रयास से किसानों को मिली फसल बीमा की राशि संजीवनी का काम कर रही है। किसान एक ओर इस राशि से खरीफ मौसम में खराब हुई फसलों से हुए अपने नुकसान की भरपाई कर पा रहें हैं, वहीं दूसरी ओर आगामी खरीफ में खेती की तैयारी के लिए उन्हे जरूरी मदद मिल जा रही है। जिले में पिछले खरीफ मौसम में पांच हजार 292 किसानों को फसलों में हुए नुकसान पर पांच करोड़ 88 लाख रूपये की क्षतिपूर्ति मिली है। खरीफ 2019 में 28 हजार 209 किसानों ने अपने खेतों में लगी फसलों का बीमा कराया था। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से चार हजार 736 किसानों को पांच करोड़ 47 लाख रूपये की फसल क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों से अपनी फसलों का बीमा कराने वाले 556 किसानों को चालीस लाख रूपये से अधिक क्षतिपूर्ति राशि मिल गई है।जिले में आगामी खरीफ मौसम को देखते हुए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोरोना संक्रमण के कारण बने हालातों में भी आबाध रूप से बिना किसी रूकावट के खेती-किसानी के काम करते समय सोशल डिस्टेंसिंग मैन्टेन करने की समझाईस किसानों को दी जा रही है। जिले में आगामी खरीफ मौसम में फसलों की बुआई के लिए पर्याप्त मात्रा में अभी से बीज-खाद का भण्डारण शुरू कर दिया गया है। जिले में अभी तक आगामी खरीफ सत्र के लिए एक हजार 950 क्विंटल धान बीज का भण्डारण कर लिया गया है जिसमें एक हजार 17 क्विंटल स्वर्णा, 119 क्विंटल से अधिक एमटीयू 1001 और 814 क्विंटल एमटीयू-1010 शामिल है। इसी प्रकार प्राथमिक सहकारी समितियों में 950 टन मैट्रिक टन से अधिक उर्वरकों का भी भंडारण किया जा चुका है। चार सौ पैंसठ मैट्रिक टन यूरिया, 122 मैट्रिक टन सुपर फास्फेट, 191 मैट्रिक टन डीएपी, 158 मैट्रिक टन एनपीके और 16 मैट्रिक टन से अधिक पोटाश का भंडारण जिले की 27 प्राथमिक सहकारी समितियों में हो चुका है। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रख किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने के इंतजाम सहकारी समितियों में किये जा रहे हैं। समितियों में खाद-बीज लेने आने वाले किसानों के बीच एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने के लिए मार्किंग की जा रही है। किसानों के हाथ धोने की व्यवस्था भी समितियों में हो रही है। गर्मी के मौसम को देखते हुए छंाव के लिए टेंट आदि की व्यवस्था भी कई समितियों में की जा रही है। इसके साथ ही पीने के पानी और अन्य व्यवस्थाएं भी तेजी से सुनिश्चित की जा रही हैं। ताकि आगामी खरीफ मौसम में खेती के लिए किसानों को आसानी से सुरक्षित तरीके से बीज-खाद उपलब्ध हो सके। -
कोरबा 22 अपे्रल 2020/महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को जिले में रोकने के लिए जिला प्रशासन सजग और गंभीर है। लोगों में सक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किये हैं। निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति को घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क, फेस कवर पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा घर में ही तीन परतों वाला फेस कव्हर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क, फेस कवर को साबुन से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क, फेस कवर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में उपयोग किया जा सकता है बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। उपयोग में लाया हुआ फेस कवर, मुंह नाक में प्रयुक्त होने वाला गमछा का साबुन से अच्छी तरह धोये बिना उपयोग में न लाया जाये। बिना फेस कवर, मास्क के घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों पर जाना सरकार द्वारा जारी निर्देश का उल्लंघन माना जायेगा तथा संबंधित के विरूद्ध विधि अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
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पिछले छह दिनों में नहीं मिला कोई संक्रमित, 4 दिनों में एक हजार से अधिक कोरोना रिपोर्ट निगेटिव
कोरबा 22 अपे्रल 2020/ कोरोना को लेकर कोरबा जिले के लिए अच्छी खबर हैं। पिछले छह दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले 96 घंटों में हुई जांच में कोरबा जिले के एक हजार 111 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक दो हजार 549 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से दो हजार 880 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इनमें से दो हजार 579 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। समाचार लिखे जाने तक केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। शेष 301 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। दो सेम्पल तकनीकी कारणों से अमान्य किये गए है। अब तक कोरबा जिले के 18 कोरोना संक्रमित मरीज ईलाज के बाद ठीक होकर वापस लौट आये हैं। ठीक होने वाले मरीजों में एक कोरबा शहर और बाकी 17 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के 10 कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है। उनका स्वास्थ्य तेजी से सुधर रहा है और जल्द ही उनके भी स्वस्थ्य होकर वापस लौटने की उम्मीद है। -
कोरोना संक्रमण के कारण लॅाक डाउन की स्थिति में शुरू की जा रही टेलीफोनिक डाक्टरी सलाह
कोरबा 22 अपे्रल 2020/कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए मरीजों को घर बैठे चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से टेलिफोनिक सलाह (टेलीमेडिसिन) की सुविधा कोरबा जिले में कल से शुरू हो जायेगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर मेडिकल हेल्प आन कॅाल सेवा के लिए कोरबा शहर के रानी धनराज कुंवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया गया है। मरीजों को इसके माध्यम से कोविड-19 से संबंधित परामर्श के साथ ही अन्य बीमारियों के बारे में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीफोनिक सलाह के साथ ही व्हाट्सएप के माध्यम से दवाओं का प्रिसक्रिप्शन भी उपलब्ध कराएगा।यह कंट्रोल रूम कार्यालयीन दिवसों में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम चार बजे से 06 बजे तक कार्यशील रहेगा। मरीज इन समयों पर कंट्रोल रूम में उपस्थित डाक्टर लाल सिंह भैरव मोबाइल नंबर 9301356414 और डा. रश्मि ठाकुर फोन नंबर 9301360205 काल करके अपनी बीमारी के बारे में बताकर ईलाज के लिए परामर्श ले सकेंगे। मरीज द्वारा चाहे जाने पर नौ अन्य चिकित्सक भी मेडिकल हेल्प आन काॅल के लिये उपलब्ध रहेंगे। फोन काॅल पर तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. ए.के.नंद, डा. रचना कोन्डापुरकर और डा. चंदा सेठिया भट्ट, दो प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. श्रीमती नंद एवं डा. ज्योति वर्मा, बालरोग विशेषज्ञ डा. आशीष पाल, सर्जरी विशेषज्ञ डा. अरूण श्रीवास्तव के साथ-साथ डा. यू.एस. जायसवाल और डा. पी. आर. कुंभकार भी चिकित्सकीय परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे। विशेषज्ञ की सलाह चाहे जाने पर डाक्टर भैरव या डा. ठाकुर विशेषज्ञ चिकित्सकों को वीडियो या वाईस काॅल के माध्यम से जोड़कर मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध करायेंगे। कंट्रोल रूम में इस प्रकार प्राप्त सभी काॅल का रिकार्ड भी संधारित किया जायेगा। -
BREKING NEWS - छत्तीसगढ़ के लिए एक और राहत भरी खबर
दो और मरीज डिस्चार्ज किए गए, दोनो पुरुष कटघोरा केदोनों मरीज कोरोना पॉजिटिव होने के चलते एम्स में थे भर्तीअब छत्तीसगढ़ में पॉजिटिव एक्टिव मरीजों की संख्या 8 -
हिला ने स्वस्थ्य और सुंदर बच्ची को दिया जन्म, कलेक्टर ने भी दी बधाई
कोरबा : कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॅाक डाउन के कारण एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला अपने गृह नगर बिलासपुर नहीं जा सकी तो कोरबा के जिला अस्पताल में डाक्टरों ने उसका सुरक्षित प्रसव कराया। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने भी खबर पाते ही महिला के सुरक्षित प्रसव के लिए जिला अस्पताल के डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई दी तथा महिला को पहली संतान के रूप में शक्ति स्वरूपा पुत्री प्राप्ति पर शुभकामनाएं दीं। श्रीमती कौशल ने डाक्टरों को जच्चा-बच्चा की अच्छी तरह देखभाल और सभी जरूरी ईलाज करने के निर्देश दिए।लाॅक डाउन के दौरान कोरोना की रोकथाम के लिए एक ओर जहां पूरे स्वास्थ्य अमला ग्राउंड जीरो पर जाकर पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं भी इससे बिना प्रभावित हुए लगातार चल रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु देश भर में लागू लाॅक डाउन के कारण जो जहां हैं वहीं रहने की सलाह शासन द्वारा दी गई है। लॅाक डाउन की इस मुश्किल दौर में एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला का जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डा. अरूण तिवारी के मार्गदर्शन में सफल और सुरक्षित प्रसव कराया गया तथा महिला ने नार्मल डिलेवरी के द्वारा एक स्वस्थ्य और सुंदर बच्ची को पहली संतान के रूप में जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची को तुरंत ही एंटी एचआईवी दवा नेवीरापीन का डोज भी पिला दिया गया। जिला अस्पताल कोरबा के सिविल सर्जन डा. अरूण तिवारी ने बताया कि 24 साल की एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला लॅाक डाउन के पहले अपने रिश्तेदार के यहां कोरबा आई थी। लाकडाउन लागू होने के कारण यहीं कोरबा में ही रह गई। प्रसव समय नजदीक होने के कारण वह बिलासपुर जाना चाहती थी किंतु लॅाक डाउन होने के कारण वह बिलासपुर नहीं जा पाई। गर्भवती महिला बिलासपुर अस्पताल में नामांकित थी। जिला एड्स नियंत्रण समिति एवं जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने विश्वास दिलाया कि यहां सुरक्षित प्रसव कराने की संपूर्ण सुविधा उपलब्ध है। जिससे जच्चा-बच्चा को कोई परेशानी नहीं होगी। डाक्टरों के परामर्श पर महिला प्रसव के लिए तैयार हो गई तथा उसका सफलतापूर्वक प्रसव करा लिया गया। प्रसव के बाद संक्रमित महिला को एआरटी की दवाई भी उपलब्ध कराई गई। उक्त कार्य के सफल होने में जिला चिकित्सालय के मेडिकल स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा। - कोरबा : जिले के एसपी अभिषेक मीणा ने कोरोना संकट के दौरान कटघोरा शहर के लोगो को राहत पहुंचाने में जुटे वॉलेंटियर्स के काम काज की जमकर तारीफ की है. उनका मानना है कि स्वयंसेवक अपने स्वास्थ्य को दांव में लगाकर जिस तरह घर-घर पहुंचकर राशन और दवाइयां पहुंच रहे है वो दर्शनीय है. उन्होंने सभी वॉलेंटियर्स को सावधानी बरतने की सलाह दी है. एसपी ने उन्हें शाबासी देते हुए शहर के लोगो के धैर्य और संयम की भी प्रशंसा की है.
एसपी अभिषेक मीणा ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि कटघोरा शहर में ही 27 कोरोना मरीजो की पुष्टि हुई थी. वही पिछला मामला पांच दिन पहले सामने आया था जिसमे तीन लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. सभी मरीज जमातियों के प्राइमरी कनेक्शन में थे. उनका पहले सैंपल लिया गया था तब रिपोर्ट नेगेटिव मिला था जबकि डबल सेंपलिंग में उनके कोरोना से ग्रसित होने की पुष्टि हुई थी.
एसपी ने बताया कि जो कटघोरा वार्ड गई उनमें 11, 10 और वार्ड क्रमांक 3 शामिल है. वे खुद भी अपनी पुलिस टीम के साथ इन वार्ड में पैदल भ्रमण कर लोगो से मिल रहे है और उनका हालचाल जान रहे है. इसके अलावा जो वार्ड इन प्रभावित इलाकों से लगे है उनमें भी हर दिन पुलिस व्यवस्था की समीक्षा उनके अधिकारी कर रहे है. इस दौरान अबतक इन वार्डो में किसी तरह की सामाजिक गतिविधि दिखाइए नही पड़ी है. फिलहाल सभी को इसी तरह की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए गए है.
एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि सोमवार के शाम स्वयं महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने उनसे फोन पर जिले के हालात को लेकर चर्चा की थी. राज्यपाल ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. इसके अलावा राज्यपाल ने कहां है कि कटघोरा क्षेत्र में जितने भी पुलिसकर्मी इन दिनों कठिन हालात में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं उनके खान-पान और स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए साथ ही वे पुलिसकर्मी जिनकी ड्यूटी अति प्रभावित पुरानी बस्ती क्षेत्र में लगाई गई है उनकी सुरक्षा भी बेहतर तरीके से सुनिश्चित की जाए.
कटघोरा प्रभावित क्षेत्र के दो वॉलिंटियर से भी उन्होंने आज फोन पर चर्चा की थी. अभिषेक मीणा ने बताया कि फोन पर उन्होंने उनसे राशन व्यवस्था और दवाइयों के वितरण पर भी चर्चा की है. उन्होंने स्वयं वॉलिंटियर्स को आश्वस्त किया है कि कोर क्षेत्र में सामानों के वितरण में अगर किसी तरह की कठिनाई आती है तो वे तत्काल पुलिस से संपर्क कर उनकी मदद ले सकते हैं. एसपी ने शहरवासियों को भरोसा दिलाया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुआ यह संकट फिलहाल कुछ दिनों का है. शहर के लोगों ने जिस तरह से अबतक लॉकडाउन का बेहतर तरीके से पालन किया है उन्हें पूरी उम्मीद है कि आने वाले वक्त में भी वे इस व्यवस्था को बनाए रखेंगे और शहर के साथ समूचे जिले को कोरोना मुक्त करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. -
कोरबा / रेपिड एंटीबाडी टेस्टिंग किट से अब कोरोना की जांच नहीं की जायेगी। इंडियन कौंसिल आफ मेडिकल रिसर्च द्वारा इस किट से कोरोना संक्रमण की जांच प्रतिबंधित किये जाने के बाद राज्य सरकार ने भी छत्तीसगढ़ में इसके उपयोग पर रोक लगा दी है। कोरबा जिले को दो दिन पहले ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ऐसे दो हजार किट कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उपलब्ध कराये गये थे। पिछले दो दिनों में इन किटों से कोरबा जिले में 757 लोगों की कोरोना संक्रमण की संभावना की जांच की गई है। रेपिड टेस्टिंग किट से की गई सभी जांच निगेटिव प्राप्त हुई हैं।
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234 घरों में हुआ सोडियम हाइपोक्लोराईड का छिड़काव
कलेक्टर श्रीमती कौशल के निर्देश पर घर-घर किया जा रहा सेनेटाईजेशन
कोरबा 21 अपे्रल 2020/ कटघोरा के कोरोना संक्रमित कोर एरिया में गलियों तथा शहर के अन्य भागों को विसंक्रमित करने का काम तेजी से जारी है। अब कोर एरिया वार्ड नंबर 10, 11 व तीन में घरों के भीतर भी कोरोना वायरस उन्मूलन के लिए सेनेटाईजेशन किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कल ही पुरानी बस्ती जामा मस्जिद इलाके का दौरा किया था और नगर पालिका के अधिकारियों को घरों के भीतर भी सेनेटाइजेशन करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराईड दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर के निर्देश पर नगर पालिका कटघोरा की टीम ने घरों में जाकर भीतर भी दवा का छिड़काव शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों में 234 घरों में कोरोना उन्मूलन के लिए दवा का छिड़काव किया जा चुका है।
इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बताया कि कटघोरा की पुरानी बस्ती में पहला कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिलने के साथ ही पूरी तरह लाॅक डाउन कर दिया गया था। पुरानी बस्ती जामा मस्जिद एरिया सहित शहर में सेनेटाईजेशन का काम शुरू किया गया था। बालको संयंत्र में उपलब्ध तीन बड़ी ट्रक मांउन्टेड स्पे्रडिंग मशीनों से लगातार शहर में सेनेटाइजेशन के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी से कटघोरा शहर में आने-जाने वाली सभी गाड़ियों को भी सेनेटाईज किया जा रहा है। छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी से शहर के कई इलाकों में दवा का छिड़काव जारी है। कटघोरा नगर पालिका के लगभग 90 कर्मचारी पूरे शहर में साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन के काम में लगे है। अपनी पीठ पर स्पे्रयर पंप लादकर नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा कोर एरिया में प्रतिदिन दो बार घरों की दिवारों, दरवाजों, खिड़की सहित गलियों में कोरोना उन्मूलन के लिए दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। पुरानी बस्ती एरिया में सर्वाधिक कोरोना पाजिटिव केस निकलने के कारण अब घरों के भीतर भी सोडियम हाइपोक्लोराईड दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।
कलेक्टर ने बताया कि पुरानी बस्ती में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित केस पाये गये हैं। इस लिहाज से कोर एरिया के घरों में रहने वाले लोगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी प्रकार के सामानों में कोरोना वायरस की मौजूदगी की संभावना है तथा इन सामानों को छूने से व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो सकता है। इसीलिए घरों के भीतर के सामानों, दीवारों और फर्श को भी एतिहात के तौर पर सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कर सेनेटाईज कराया जा रहा है। कलेक्टर ने इस काम में प्रशासन का सहयोग करने की भी अपील प्रभावित जनों से की है।
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शहर के पांच अस्पतालों में करा सकेंगे डायलिसिस, जिला प्रशासन ने बनाई व्यवस्था
आयुष्मान कार्ड और ईएसआईसी के तहत मिलने वाली सुविधाएं भी मिलेंगीकोरबा 21 अपे्रल 2020/ जिले के किडनी रोगों से पीड़ित मरीजों को शहर के पांच अस्पतालों में डायलिसिस कराने की सुविधा मिलेगी। ट्रामा सेंटर के कोरोना आइसोलेशन सेंटर के लिए शासकीय अधिग्रहण के बाद जिला प्रशासन ने किडनी मरीजों की डायलिसिस के लिए जिले में उपलब्ध अन्य सेंटरों से समन्वय कर यह व्यवस्था की है। ट्रामा सेंटर को छोड़कर कोरबा शहर की पांच अस्पतालों में 14 डायलिसिस मशीनें उपलब्ध हैं। जिले में अभी तक किडनी के 52 मरीज चिन्हांकित हैं जिन्हें हर हफ्ते या हफ्ते में दो बार डायलिसिस की आवश्यकता होती है। इस हिसाब से जिले के किडनी मरीजों की डायलिसिस के लिए पर्याप्त मशीनें उपलब्ध हैं। किडनी रोग से पीड़ित मरीज लायंस क्लब डायलिसिस सेंटर लालूराम कालोनी, जे.पी. सर्जिकल कोसाबाड़ी, न्यू कोरबा हास्पिटल कोसाबाड़ी, अक्षय हास्पिटल गरिमा मेडिकल के पीछे निहारिका और मुड़ापार स्थित एसईसीएल अस्पताल में डायलिसिस करा सकेंगे। एसईसीएल अस्पताल में ऐसे मरीज जो एसईसीएल से सेवा निवृत्त हुए हैं, का ही डायलिसिस किया जायेगा। अन्य चार अस्पतालों में किडनी रोग के सभी मरीजों की डायलिसिस होगी। इन अस्पतालों में मरीजों को केवल डायलिसिस कराने के लिए डा.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, आयुष्मान कार्ड और ईएसआईसी के तहत दी जाने वाली सुविधाएं भी मिलेंगी। डायलिसिस कराने के पहले मरीजों के किये जाने वाले हैपेटाईटिस ए, बी और सी, वायरल मार्कर तथा एचआईवी टेस्ट जिला अस्पताल में निःशुल्क किये जायेंगे। डायलिसिस कराने वाले मरीजों का जरूरत पड़ने पर एलिसा टेस्ट भी जिला अस्पताल में निःशुल्क किया जायेगा।लालूराम कालोनी स्थित लायंस क्लब डायलिसिस सेंटर में पांच मशीनों, कोसाबाड़ी के जे.पी. सर्जिकल में एक मशीन, न्यू कोरबा हास्पिटल में पांच मशीनों, निहारिका के अक्षय हास्पिटल में दो मशीनों और मुड़ापार के एसईसीएल अस्पताल की एक मशीन पर किडनी मरीज डायलिसिस करा सकेंगे। इसके लिए मरीजों को पहले से ही अस्पतालों में संपर्क कर समय आरक्षित कराना होगा। डायलिसिस कराने के पहले हैपेटाईटिस, वायरल मार्कर और एचआईवी के टेस्ट जिला अस्पताल में कराने होंगे। टेस्ट रिपोर्ट लेकर निर्धारित समय पर अस्पताल पहुंचकर मरीज डायलिसिस करा सकेंगे। -
अब तक दो हजार 279 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, 17 मरीज ठीक भी होकर लौटे
170 सेम्पलों की रिपोर्ट आना बाकीकोरबा 21 अपे्रल 2020/ पिछले पांच दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले 72 घंटों में हुई जांच में कोरबा जिले के 841सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक दो हजार 279 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से दो हजार 477 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इनमें से दो हजार 307 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। समाचार लिखे जाने तक केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। शेष 170 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। अब तक कोरबा जिले के 17 कोरोना संक्रमित मरीज ईलाज के बाद ठीक होकर वापस लौट आये हैं। ठीक होने वाले मरीजों में एक कोरबा शहर और बाकी 16 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के 11 कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है। उनका स्वास्थ्य तेजी से सुधर रहा है और जल्द ही उनके भी स्वस्थ्य होकर वापस लौटने की उम्मीद है। - कोरोना प्रभावित कटघोरा में लोगों को सहायता पहुंचाने की हर गतिविधि पर प्रशासन की नजर, नहीं होने दी जायेगी प्रभावितों को कोई परेशानीकोरबा : कोरोना प्रभावित कटघोरा में चल रही पूरी तालाबंदी के बीच भी लोगों की तकलीफों और परेशानियों के निराकरण में प्रशासन पूरी तरह से सजग है।जिले के कलेक्टर एवं एसपी कटघोरा में चल रही हर गतिविधि पर गंभीरता से नजर रखे हुए हैं। लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पहले ही सभी इंतजाम पूरे कर लिये गये हैं। आज सुबह कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और एसपी श्री अभिषेक मीणा ने कटघोरा के कोरोना प्रभावित इलाके के लोगों से अचानक वाट्सएप्प पर वीडियो कॅाल कर वहंा की स्थिति का जायजा लिया। मंजूर अली और उसके बाद शेरा अली के मोबाईल फोनों पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अपने कोरबा कार्यालय से सीधे वाट्सएप्प काॅल किया। इस दौरान एसपी श्री अभिषेक मीणा और एडीएम श्री संजय अग्रवाल भी मौजूद रहे।कलेक्टर ने अपने वाट्सएप्प काॅल पर कटघोरा के सभी मुस्लिम धर्मावलंबियों को पवित्र रमजान महिने की अग्रिम बधाई दी और मंजूर अली तथा शेरा अली से लॅाक डाउन के दौरान होने वाली तकलीफों तथा समस्याओ ंके बारे में पूछा। शेरा अली ने बताया कि रोजमर्रा की सभी चीजें वाट्सएप्प पर बने गु्रप में आर्डर करने से आसानी से मिल जा रही है। राशन, दूध, दवाईयों की बेहतरीन घर पहुंच सेवा के लिए शेरा अली ने प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया और सब्जियों की आपूर्ति में कमी की जानकारी कलेक्टर को दी। श्रीमती कौशल ने तत्काल एसडीएम सूर्यकिरण को फोन करके कोरोना प्रभावित इलाकों में सब्जियों की आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मंजूर अली और शेरा अली को वाट्सएप्प काॅल पर ही रमजान के पवित्र माह में भी कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों को अपने घरों में रहकर ही नमाज अदा करने, रोजा, सेहरी और इफ्तारी के दौरान अलग-अलग भोजन करने, दस्तकखान का उपयोग नहीं करने, सामूहिक भोजन नहीं करने की समझाईस देने के लिए कहा।इसी तरह मंजूर अली से भी प्रशासन के तीनों वरिष्ठ अधिकारियों ने वाट्सएप्प काॅल पर बात की। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना प्रभावित वार्ड नंबर 10 एवं 11 में घर-घर सेनेटाईजेशन की जानकारी मंजूर अली से जानी। मंजूर अली ने बताया कि कटघोरा नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा रोज घर-घर पहुंचकर डिस इन्फेंटेंट दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। गलियों और घरों के दरवाजे, खिड़कियों में भी सेनेटाईजेशन हो रहा है। मंजूर अली ने लाॅक डाउन की इस स्थिति में लोगों को राहत और सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी जिला प्रशासन का आभार माना।श्री अभिषेक मीणा ने इस दौरान हिदायत दी कि रमजान के आने वाले महिने में सभी लोग अपने-अपने घरों में रहकर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करें। सामूहिक भोजन की बजाय अलग-अलग भोजन करें और बार-बार अपने हाथों को धोते रहें। एसपी ने यह भी नसीहत दी कि मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा न की जाये। भीड़ न लगाई जाये और कोविड नियंत्रण के लिए शासन के द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करते हुए ही रमजान महिने में सभी धार्मिक गतिविधियां पूरी की जाये।
- कोरबा: इस महिने की 24 तारीख से शुरू होने वाले पवित्र रमजान महिने में मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज, प्रार्थना और अन्य परंपराओं को लॅाक डाउन तथा कोरोना नियंत्रण के शासकीय दिशा निर्देशों के अनुसार मनाये जाने की अपील कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल एवं एसपी श्री अभिषेक मीणा ने मुस्लिम धर्मावलंबियों से की है।जिले के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने आज मुस्लिम समुदाय के प्रमुखों और मस्जिद कमेटियों के प्रतिनिधियों के साथ रमजान मनाये जाने को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल भी शामिल हुए। बैठक में श्रीमती किरण कौशल ने जिले के सभी मुस्लिम संप्रदाय के लोगों को पवित्र रमजान माह की शुभ कामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के आज के हालातों में हम सभी को पूरी सावधानी से सुरक्षित रहकर रमजान माह में ईश्वर की ईबादत करनी है। कोरोना नियंत्रण के लिए जारी शासकीय दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हुए ही रमजान में नमाज आदि धार्मिक परंपराएं अदा करनी है।कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित समुदाय के सभी प्रमुख लोगों से कहा कि धर्म, जाति, संप्रदाय से उपर उठकर हम सबको मानव जाति को सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। उन्होंने रमजान के पवित्र माह में भी कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों से अपने घरों में रहकर ही नमाज अदा करने, रोजा, सेहरी और इफ्तारी के दौरान अलग-अलग भोजन करने, दस्तकखान का उपयोग नहीं करने, सामूहिक भोजन नहीं करने की समझाईस लोगों को दी। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि शासन द्वारा कोरोना से बचाव के लिए जारी निर्देश हम सभी की सुरक्षा के लिए हैं। एक-एक मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने, मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा नहीं करने और मस्जिदों में अधिक संख्या में लोगों के इकट्ठा नहीं होने की भी हिदायत कलेक्टर ने बैठक में दी।एसपी श्री अभिषेक मीणा ने बैठक में कहा कि शांति एवं सौहार्द्रपूर्ण ढंग से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करते हुए कोविड नियंत्रण के प्रोटोकाल के हिसाब से रमजान महिने में धार्मिक गतिविधियां करने से ही हम कोरोना से सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने इस पवित्र महिने में खुद के साथ-साथ दूसरे लोगांे को भी कोरोना से बचाये रखने के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने और मस्जिदों सहित किसी भी जगह पर भीड़ इकट्ठा नहीं करने के निर्देश समाज के सभी प्रमुख लोगों को दिए। श्री मीणा ने कहा कि शासन के निर्देशों और वक्फ बोर्ड की एडवाजिरी के मुताबिक माईक से अजान की आवाज कम रखें। मस्जिद कमेटियों द्वारा निर्धारित समय के अनुसार ही सेहरी, रोजा अफ्तार और नमाजें अपने घरों में ही अदा करें। पुलिस अधीक्षक ने यह भी चेताया कि रमजान महिने के दौरान भी लॅाक डाउन पूरी तरह से जारी रहेगा और लॅाक डाउन तथा कोविड नियंत्रण के लिए शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी।
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अब तक दो हजार 059 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, 17 मरीज ठीक भी होकर लौटे
कोरबा 20 अपे्रल 2020/ कोरबा जिले के लिए कोरोना संक्रमण की जांच से जुड़ी राहत भरी खबर है। पिछले चार दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजा गया कोई भी सेम्पल जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले 48 घंटों में हुई जांच में कोरबा जिले के 621 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक दो हजार 059 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से भेजे गये सभी दो हजार 087 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। समाचार लिखे जाने तक केवल 28 लोग ही अब तक इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। अब तक कोरबा जिले के 17 मरीज कोरोना मुक्त होकर वापस लौट आये हैं। जिनमें से एक कोरबा शहर और बाकी 16 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के 11 कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है। -
कहा- आपके सहयोग से जल्द खत्म होगा कोरोना, परेशानी के समय में संयम रखने की जरूरत
एक महिला सामान्य तबियत खराब होने पर डाक्टर को बुलाकर कराया ईलाज
कोरबा 20 अपे्रल 2020/ कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल आज कटघोरा के कोरोना संक्रमण प्रभावित पुरानी बस्ती के जामा मस्जिद वाली गली में पहुंची और वहां रह रहे परिवारों के लोगों से उनका हालचाल पूछा। कलेक्टर के साथ इस दौरान एसपी श्री अभिषेक मीणा, एडीएम श्री संजय अग्रवाल, एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण, सीएमएचओ डा. बी.बी.बोडे भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने पुरानी जामा मस्जिद वाली गली से होकर पीछे वाली गली से गुजरते हुए घरों में रह रहे लोगों को उनके दरवाजों पर बुलाकर कुशल क्षेम पूछा। कलेक्टर ने इस दौरान सभी लोगों को संयम रखने की सलाह दी और कहा कि आप लोगों के घरों में रहने से ही हम सब मिलकर जल्द ही कोरोना की लड़ाई जीत जायेंगे और स्थितियां पहले की तरह ही सामान्य हो जायेगी। कलेक्टर ने लोगों से राशन और दवाईयों की सप्लाई के बारे में भी जानकारी ली। लोगों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर वाट्सएप्प पर मांग बता देने पर सामान घर पहुंचाकर मिल जा रहा है। सामान की कमी की कोई समस्या नहीं है। कलेक्टर ने लोगों से कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सेम्पल लिये जाने की भी जानकारी ली।
संक्रमित क्षेत्र के कोर एरिया के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल ने हर घर का सेनेटाईजेशन कराने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराईड दवाई का छिड़काव कराने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र की गलियों, घरों के दरवाजे-खिड़कियों सहित अन्य सामानों का भी पूरी तरह से सेनेटाईजेशन कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखने और लॅाक डाउन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
*मस्जिद वाली गली में महिला थी बीमार, कलेक्टर ने बुलाया डाक्टर*- कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित पुरानी बस्ती गली में मस्जिद से लगभग 10 घर छोड़कर रहने वाले साहू परिवार की एक महिला के बेचैनी होने और ब्लड पे्रशर बढ़ने की जानकारी कलेक्टर को उसके परिजनों ने दी। श्रीमती कौशल ने तत्काल सीएमएचओ डा. बोडे को महिला का ईलाज कराने के लिए मेडिकल टीम भेजने के निर्देश दिए। निर्देश मिलते ही खंड चिकित्सा अधिकारी डा. रूद्रपाल सिंह कवर मेडिकल टीम के साथ बीमार महिला के ईलाज के लिए घर पहुंचे। महिला की स्वास्थ्य जांच डाक्टर कंवर ने की। महिला का ब्लाड पे्रशर बढ़ा हुआ था। डाक्टर ने महिला को उचित दवायें दी और आराम करने को कहा।
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श्री बघेल के निर्देश पर कोरबा के डिंगापुर में ई एस आई सी अस्पताल के नव-निर्मित भवन को बनाया जा रहा है कोविड-19 अस्पताल
100 बिस्तर के कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर सहित होगी सभी आधुनिक सुविधांए
रायपुर, 19 अप्रेल 2020/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कोरबा के कटघोरा में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के उपायों की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे कोरबा जिले की कलेक्टर एवं एस.पी.से रोज ताजा स्थिति की जानकारी ले रहे है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कोरबा जिले में ही अत्याधुनिक सुविधा युक्त हॉस्पिटल स्थापित करने के निर्देश दिये हैं। उनके निर्देश पर कोरबा के डिंगापुर में बने ई.एस.आई.सी.अस्पताल के नवनिर्मित भवन को कोविड अस्पताल के रूप में तेजी से विकसित किया जा रहा है। अस्पताल में डीएमएफ मद, सीएसआर मद सहित शासकीय मदों का कन्वर्जेन्स करके विभिन्न सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए 100 बिस्तर अस्पताल विकसित करने का काम तेजी से किया जा रहा है। अस्पताल में सिंगल रूम वाले 33 एकल वार्डो में व्यवस्थाओं के साथ 20 बिस्तर का आईसीयू-एचडीयू और 50 बिस्तरों का जर्नल वार्ड बना लिया गया है। अस्पताल में 3 वेंटिलेटरों सहित वार्डो में कोरोना संक्रमितो के इलाज के लिए आवश्यकता पड़ने पर समेकित आक्सीजन सप्लाई सिस्टम भी स्थापित कर लिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर जिले के निजी अस्पतालों से तत्काल 18 और वेटिंलेटर इस अस्पताल के लिए अधिगृहित करने निर्देश जारी किये जा चुके है। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए विशेष प्रशिक्षित 6 डाक्टरों तथा 12 नर्सिग स्टाफ सहित 4 वार्ड ब्वाय भी डयूटी पर लगाये गये है। इस अस्पताल में जरूरी दवाईयां पीपीई कीट, मास्क सेनेटाईजर सहित अन्य जरूरी उपकरण और सुरक्षा के सामानों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था कर ली गयी है।
कोविड अस्पताल में काम करने वाले डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए अलग से आवास व्यवस्था अस्पताल परिसर में ही किया गया है। अस्पताल परिसर में बने 32 मकानों को इसके लिए अधिगृहित किया गया है।
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सर्वाधिक 52 लोग सीटीआई गेवरा गेस्ट हाउस में
बालाजी ट्रामा सेंटर का भी किया गया अधिग्रहण
कोरबा 19 अपे्रल 2020/ कटघोरा के एक सीमित क्षेत्र में ही कोरोना संक्रमण को नियंत्रित रखने और कोर एरिया के अधिक से अधिक लोगों को इस संक्रमण से बचाये रखने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी कार्य योजना पर अमल शुरू कर दिया है। हाई रिस्क वाले सभी लोगों को संक्रमित क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित क्वारेंटाईन सेंटरों में रखा जा रहा है। जिले में अब तक 270 लोगों को नौ विभिन्न क्वारेंटाईन सेंटरों में रखा गया है। इन क्वारेंटाईन सेंटरों में रूकने वाले लोगों के लिए रहने, खाने की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा कर दी गई है। गेवरा के सीटीआई गेस्ट हाउस में तब्लीगी जमात से जुड़े 52 लोंगों को रखा गया है, वहीं कोरबा के रसियन हास्टल में बने अस्थाई क्वारेंटाईन सेंटर में संक्रमित मरीजों के संपर्क में आये 26 लोगों को निगरानी में रखा गया है। शहर के टाप इन टाउन होटल में बने क्वारेंटाईन सेंटर में 36 लोगों को रखा गया है। उरगा के रिलेक्स इन होटल में 35, ग्रीन पार्क होटल में 46, प्रगति नगर दीपका में 13, कटघोरा के प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में तीन लोगों को क्वारेंटाईन किया गया है। जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना के नियंत्रण के लिए क्वारेंटाईन सेंटर के रूप में बालाजी ट्रामा सेंटर अस्पताल को भी तत्काल प्रभाव से अधिग्रहित कर लिया है। इसमें कटघोरा के संक्रमित एरिया से गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं तथा बीमार बुजुर्गों को लाकर सुरक्षित रखा गया है। ट्रामा सेंटर में वर्तमान में 47 लोग क्वारेंटाईन किये गये हैं। इसी प्रकार एनटीपीसी के अस्पताल में भी 12 लोगों को क्वारेंटाईन किया गया है। इनमें से कुछ बुजुर्ग उम्रदराज बीमारियों जैसे लकवा, मधुमेह आदि से पीड़ित हैं और लंबे समय से इनका ईलाज किसी न किसी अन्य अस्पताल में चल रहा है। कटघोरा के संक्रमित क्षेत्र को पूरी तरह लॅाक डाउन करने के बाद और इलाके के सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के कारण इन बुजुर्गों के सामने अपनी स्वास्थ्यगत देखभाल की समस्या खड़ी हो गई थी जिसे ध्यान में रखते हुए इन बुजुर्गों को जरूरी देखभाल और लगातार चल रहे ईलाज के लिए एनटीपीसी अस्पताल के वार्ड में भर्ती किया गया है। ऐसे बुजुर्ग जिनको लगातार देखभाल की आवश्यकता है उनके साथ एक-एक परिजन को भी सहायक के रूप में अस्पताल में रहने की अनुमति दी गई है।
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अब तक एक हजार 867 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, 58 की रिपोर्ट आना बाकी
कोरबा 19 अपे्रल 2020/ कोरोना संक्रमण की जांच से जुड़ी राहत भरी खबर कोरबा जिले के लिए है। पिछले 72 घंटों में कोरबा जिले से भेजा गया कोई भी सेम्पल जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले 24 घंटों में हुई जांच में कोरबा जिले के 429 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक एक हजार 867 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से भेजे गये एक हजार 953 सेम्पलों में से अब तक एक हजार 895 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। केवल 28 लोग ही अब तक इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। अभी भी जिले से भेजे गये 58 नमूनों की कोरोना जांच रिपोर्ट आना बाकी है। अब तक कोरबा जिले के 17 मरीज कोरोना मुक्त होकर वापस लौट आये हैं। जिनमें से एक कोरबा शहर और बाकी 16 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के 11 कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा
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कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कटघोरा में की अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक, दिये जरूरी निर्देश
कोरबा 19 अपे्रल 2020/ कोरोना का हॅाट स्पाॅट बन चुके कटघोरा के वार्ड नंबर 10 एवं 11 से संक्रमण के लिए हाई रिस्क संभावना वाले सभी लोगों को क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित क्वारेंटाईन सेंटरों में रखने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने स्थानीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने तथा इसे नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कोरोना संक्रमित कोर एरिया पुरानी बस्ती जामा मस्जिद पारा से सभी गर्भवती महिलाओं, शून्य से छह माह तक के बच्चों वाली शिशुवती माताओं सहित सभी बुजुर्गों को भी सुरक्षित क्वारेंटाईन सेंटरों में रखने के निर्देश दिये। डायबिटीज, ब्लड पे्रशर, पैरालिसिस, किडनी के रोग आदि से पीड़ित बीमार बुजुर्गों को भी संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए तत्काल कोर एरिया से बाहर क्वारेंटाईन सेंटरों में शिफ्ट करने के निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत के सीईओ श्री एस. जयवर्धन, एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी, सीएमएचओ डा. बी.बी.बोडे, डीपीएम श्री पद्माकर शिंदे भी उपस्थित रहे। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि तत्काल सर्वेलेंस टीम द्वारा कोर एरिया का घर-घर सर्वे कर बीमार बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं की पतासाजी की जाये और सूची तैयार कर उन्हें अलग-अलग सुरक्षित क्वारेंटाईन सेंटरों में भेजने की व्यवस्था की जाये। कलेक्टर ने आगामी एक-दो दिन बाद कोर एरिया के सभी घरों को भीतर से सोडियम हाइपोक्लोराईड सल्यूशन छिड़काव कर विसंक्रमिकृत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने पूरे कटघोरा शहर को भी लगातार सेनेटाईज करते रहने के निर्देश दिए। होम डिलेवरी में अब सब्जियां भी शामिल, घर बैठे मंगा सकेंगे कोरोना प्रभावित लोग- बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अति आवश्यक सेवाओं में दवाई, राशन के साथ-साथ अब सब्जियों को भी शामिल कर दिया है। कोरोना प्रभावित कटघोरा के लोगों को अब सब्जियां दवाई और राशन की तरह वाट्सएप्प गु्रप पर आर्डर करने से घर बैठे मिल जायेगी। सब्जियां तीन दिन और पांच दिन की जरूरत के हिसाब से पैकेट के रूप में मिलेगी। लोगों को इनके दाम घर पहुंच सेवा देने वाले वालिंटियर को होम डिलेवरी के वक्त चुकाने होंगे। कोर एरिया में पिछले तीन दिनों से घर-घर सब्जी पहुंचाने का काम एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण के समन्वय से वालिंटियरों एवं नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा सावधानी से किया जा रहा है। यह प्रयोग सफल रहा है और अब कलेक्टर के निर्देश पर इसे लॅाक डाउन पर चल रहे पूरे कटघोरा शहर में लागू किया जा रहा है।