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कटघोरा में पिछले 20 दिन में आने जाने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन करे
कटघोरा को पूर्णतः सीलबंद करे ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव और कलेक्टर को जारी किए निर्देशरायपुर 9 अप्रैल 2020 - राज्य के कोरबा जिले के कटघोरा में एक साथ 7 पॉजिटिव कोरोना वायरस पीड़ित मिलने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और कलेक्टर को कटघोरा को सीलबंद करने और वहां के हर व्यक्ति का टेस्ट कराने का निर्देश दिया है । कटघोरा के लिए उन्होंने एक विशेष टीम बनाने के भी निर्देश दिए जो पूर्णतः कटघोरा के लिए ही समर्पित रहेगी।उन्होंने कहा कि कटघोरा में पिछले 20 दिनों में आनेजाने वाले और उनसे संपर्क रखने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन किया जाये ।उन्होंने कहा कि इस अवधि में इस क्षेत्र में कार्यरत सभी चिकित्सको , स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ और अन्य शासकीय कर्मियों का भी टेस्ट कराया जाये । मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कटघोरा के लिए विशेष वार रूम बनाकर तत्काल युद्धस्तर पर कार्यवाही करें । उन्होंने कहा कि यह खबर थोड़ी चिंताजनक जरूर है लेकिन हमने ऐसी किसी आकस्मिकता की स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयारी कर रखी थी । - कोरबा: कटघोरा में कोरोना का दूसरा मरीज मिलने के बाद कोरोना वायरस के सक्रमण से रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु नगर पालिक परिषद कटघोरा क्षेत्रातंर्गत सभी 15 वार्डों में पूर्णतः लॅाक डाउन लागू कर दिया गया है। इस अवधि में आमजन को खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं को प्राप्त करने में कोई कठिनाई उत्पन्न न हो इस हेतु आमजन को उनके घर पर ही आवश्यक सामाग्री उपलब्ध कराने हेतु सभी 15 वार्डों के लिए तीन दल प्रभारी, 15 सहायक दल प्रभारी और 30 स्वयं सेवकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिन अधिकारी-कर्मचारी एवं स्वयं सेवकों की ड्यूटी लगाई गई है उनमें वार्ड क्रमांक एक से पांच तक के लिए दल प्रभारी सहायक खाद्य अधिकारी कटघोरा श्री पी.एल.हंसा को बनाया गया है। इसी प्रकार वार्ड क्रमांक 06 से 10 तक के लिए दल प्रभारी के रूप में खाद्य निरीक्षक कटघोरा श्री मुकेश अग्रवाल और वार्ड क्रमांक 11 से 15 तक के लिए मंडी सचिव कटघोरा श्री सी.के.जायसवाल की नियुक्ति की गई है। इनके सहयोग हेतु प्रत्येक वार्ड के लिए एक-एक सहायक दल प्रभारी तथा दो-दो स्वंय सेवकों की ड्यूटी लगाई गई है।लोगो को अति आवश्यक सामाग्रीयों की आपूर्ति के लिए जनपद पंचायत कार्यालय कटघोरा में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। जरूरतमंद लोग अपने घरों में रहते हुए जरूरत की चीजांे के लिए कंट्रोल रूम में फोन कर अपना आॅर्डर लिखा सकंेगे। इसके लिए कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9179320660 व 7974993846 पर फोन कर जरूरत की चीजों की सूची संबंधितों को नोट कराई जा सकती है। कंट्रोल में यह आर्डर सुबह आठ बजे से दोपहर बारह बजे तक लिए जायेंगे। बारह बजे के बाद सामाग्रियों की आपूर्ति घर-घर जाकर की जायेगी। सामाग्री के मूल्य भुगतान की व्यवस्था कैश आॅन डिलवरी रहेगी।
- 14 परिजनों को भेजा गया कोरेंटाइन सेंटरकोरबा - कटघोरा में मिले दूसरे कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने वाले 14 परिजनों को तत्काल एहतियात बरतते हुए कोरबा के रशियन हाॅस्टल स्थित कोरेन्टाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। कटघोरा के पुरानी बस्ती मस्जिद पारा में मिले इस संक्रमित व्यक्ति की पत्नी, तीन बच्चों सहित दो सगे भाईयों और उनके परिवारों को भी कोरेन्टाइन सेंटर में रखा गया है। देर रात संक्रमित व्यक्ति को रायपुर एम्स शिफ्ट करने के बाद उसके परिजनों का कोरोना जांच कराने के लिए चिकित्सकों द्वारा सैम्पल भी लिया गया है। सैम्पलों को जांच के लिए रायपुर एम्स भेजा जा चुका है। कोरेन्टाइन सेंटर में डाॅक्टरों तथा मेडिकल टीम की निगरानी में इन सभी लोगो को जरूरी सलाह और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कटघोरा के लोगो से अपील की है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए वे सभी अपने-अपने घरों में ही रहें। घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते एक-एक मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी भी व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ लेने पर तत्काल कंट्रोल रूम में फोन करके सूचित करने की अपील कलेक्टर ने लोगो से की है।
- कटघोरा में पूरी तरह लाॅक डाउन, आवश्यक सामाग्री के लिए घर पहुंच सेवा शुरू, 9179320660 पर फोन बुक करा सकते है आॅर्डर, कटघोरा नगर को 4 जोन 15 सेक्टर में बांटकर की गई पूरी तालाबंदीकोरबा - कल देर कोरबा जिले के कटघोरा शहर में एक नमाजी की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आ जाने के बाद शहर को पूरी तरह से लाॅक डाउन कर दिया गया है। कटघोरा नगरीय क्षेत्र में प्रशासन ने कफ्र्यू की स्थिति की घोषणा कर दी है। लोगो को किसी भी परिस्थिति में अपने घरों से बाहर निकलने पर मनाही की गई है। लोगो को जरूरत पडने पर राशन, दवाईयां, दूध आदि सभी अति आवश्यक सामाग्रियां घर पहुंचाकर दी जायेंगी।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने स्वंय अलसुबह कटघोरा पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। लोगो को अति आवश्यक सामाग्रीयों की आपूर्ति के लिए जनपद पंचायत कार्यालय कटघोरा में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। जरूरतमंद लोग अपने घरों में रहते हुए जरूरत की चीजांे के लिए कंट्रोल रूम में फोन कर अपना आॅर्डर लिखा सकंेगे। इसके लिए कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9179320660 व 7974993846 पर फोन कर जरूरत की चीजों की सूची संबंधितों को नोट कराई जा सकती है। कंट्रोल में यह आर्डर सुबह आठ बजे से दोपहर बारह बजे तक लिए जायेंगे। बारह बजे के बाद सामाग्रियों की आपूर्ति घर-घर जाकर की जायेगी। सामाग्री के मूल्य भुगतान की व्यवस्था कैश आॅन डिलवरी रहेगी। इसके लिए हर सेक्टर में एक-एक आपूर्ति दल बनाया गया है। हर दल में एक वाॅलेन्टीयर सहित एक सहायक को रखा गया है।कटघोरा में दूसरा कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद बने हालातों में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर एसडीएम कार्यालय में मुख्य नियंत्रण कक्ष भी स्थापित कर दिया गया है। जिसका फोन नंबर 07815-250600 है, यह कक्ष 24 घंटे कार्यशील रहेगा। संक्रमण के फेलाव किसी व्यक्ति के स्वास्थ्यगत परेशानियों से लेकर सुरक्षा आदि के लिए इस नियंत्रण कक्ष में लोग फोन लगाकर अपनी परेशानी बता सकेंगे। लोगो को अपने घरों में ही रहना सुनिश्चित करने के लिए कटघोरा प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से भी पूरे इंतजाम कर लिए है। जोनवार गश्तीदल बनाए गए है, गश्ती दलों के वाहनों में माइकिंग सिस्टम लगाकर लोगो से लगातार अपने-अपने घरों में ही रहने की अपील की जा रही है। गरीब बेसहारा प्रवासी मजदूरों जैसे जरूरतमंद के लिए गश्तीदलों के वाहनों में ही राशनकीट और खाने के पैकेट रखवा दिए गए है।कटघोरा में आगामी दो दिनों में बैंको में भी किसी तरह का कोई लेनदेन नहीं होगा। बैंक खुले रहेंगे परन्तु केवल प्रशानिक कार्य ही होगा। घरों में भी रहने वाले लोगो से आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी पर रहकर ही रोजमर्रा के कार्य करने की अपील प्रशासन द्वारा की जा रही है। लोगो को कोरोना वायरस के संक्रमण को फेलने से रोकने के लिए जागरूक करने घर-घर पाॅम्पलेट आदि के माध्यम से अगले दो दिनों तक लगातार जानकारी मिलती रहेगी।
- खंगाली जा रही दोनो संक्रमितो की सम्पर्क हिस्ट्रीकोरबा : कटघोरा में दूसरा कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद क्षेत्र को चार जोनो में बाँट कर अतिसंवेदनशील जोन घोषित कर दिया गया है। चार जोनो में चौदह सेक्टर बनाए गए है और कोरोना नियंत्रण के लिए निर्धारित प्रोटोकाल और दिशा निर्देशों के अनुसार इस क्षेत्र में संपूर्ण लॅाक डाउन लागू कर दिया गया है। अतिरिक्त कार्यपालिक दंडाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए पहले से लगाए गए सर्वे दलों ने अपना काम तेज़ कर दिया है। दोनो संक्रमितो की सम्पर्क हिस्ट्री खंगाली जा रही है।इस काम में दस डाक्टरों के पर्यवेक्षण में चालीस दल लगाये गये हैं। दलों द्वारा घरों में जा-जा कर पारिवारिक सदस्यों की जानकारी और उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में तकलीफ जैसी परेशानियों के बारे में पूछा जा रहा है। जिन परिवारों के सदस्यों को इस तरह की तकलीफें होंगी उन्हें तत्काल ईलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जायेगा। घर-घर सर्वे के लिए मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कर्मियों के दल बनाये गये हैं।दलों को जरूरी चिकित्सा उपकरण और सुरक्षा संबंधी साधन उपलब्ध कराये गये हैं। संक्रमित नमाजी के सम्पर्क मंे आने वाले लोगों की जानकारी मिलने पर उन्हें भी होम आईसोलेशन में रखा जायेगा। पूरे शहर में कोरोना वायरस से सुरक्षा और बचाव के संबंध में जरूरी जानकारी आमजनों को मुनादी कराकर उपलब्ध करायी जा रही है। संक्रमित क्षेत्र में लाॅकडाउन की स्थिति में आवश्यक खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति के लिये भी जिला प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्था कर ली गई है। लोगों को अपने घरों में ही रहने की हिदायत दी जा रही है।
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मास्क वाली दीदियों से आगे निकलकर अब हुईं सेनेटाईजर सिस्टर्स
साठ हजार मास्क और 100 लीटर से अधिक सेनेटाईजर बनाया, स्थानीय बाजार में अच्छी मांगकोरबा 7 अपे्रल 2020/कोरोना से लड़ाई में प्रशासन, डाॅक्टर, मेडिकल स्टाॅफ और पुलिस सहित सभी लोग अपनी-अपनी तरह से अपना योगदान दे रहे हैं। इस लड़ाई में शामिल एक तबका ऐसा भी है, जो ईलाज से ज्यादा सावधानी और रोकथाम के तरीकों पर शासन-प्रशासन की मदद कर रहा है। कोरबा जिले के 27 स्व सहायता समूहों की ढाई सौ से अधिक महिला सदस्य मास्क और सेनेटाईजर बनाकर इस लड़ाई में कोरोना को हराने वाली महत्वपूर्ण सिपाही बनती जा रहीं हैं। स्व सहायता समूहों की इन कोरोना वारियर्स ने अब तक लगभग साठ हजार वाशेबल मास्क और 100 लीटर से अधिक सेनेटाईजर स्थानीय स्तर पर बनाकर उसकी आपूर्ति शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कर दी है। मास्क और सेनेटाईजर बनाने से समूह की इन महिलाओं को रोजगार तो मिला ही है परंतु कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किये गये इस काम से उन्हें आत्म संतुष्टि ज्यादा हुई है। पहले केवल मास्क बनाकर पूरे जिले सहित प्रदेश में भी मास्क वाली दीदियों के नाम से प्रसिद्ध हुईं यह सभी महिलाएं सेनेटाईजर उत्पादन कर अब सेनेटाईजर सिस्टर्स के नाम से अपनी पहचान बना रहीं हैं।कोरबा जिले में पांचों विकासखंडों के 27 स्व सहायता समूह मास्क बनाने के काम में लगे हैं। स्थानीय बाजार से सूती कपड़ा, धागा आदि लेकर सिंगल फोल्ड थ्री प्लाई और डबल फोल्ड थ्री प्लाई मास्क यह महिलाएं घर पर ही सिलाई मशीनों पर सिलकर बना रहीं हैं। सिंगल फोल्ड थ्री प्लाई मास्क स्थानीय बाजार में 15 रूपये प्रति नग और डबल फोल्ड थ्री प्लाई मास्क 20 रूपये प्रति नग की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार कोरबा की केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा अलिशा जोशी के मार्गदर्शन में एकता स्वसहायता समूह करूमौहा की सदस्यों ने लगभग एक सौ लीटर सेनेटाईजर का भी उत्पादन किया है। सेनेटाईजर बनाने के लिए 99 प्रतिशत शुद्धता वाला स्प्रिट प्रशासन के सहयोग से मिला है साथ ही हाईड्रोजन पराक्साईड, ग्लिसरीन और डिस्टिल वाटर स्थानीय मार्केट से लिया गया है। स्व सहायता समूह ने एक सौ-एक सौ मिलीलीटर की छोटी प्लास्टिक बोतलों में पैकिंग कर पचास रूपये प्रति बोतल की किफायती दर पर इस गुणवत्ता युक्त सेनेटाईजर की आपूर्ति स्थानीय बाजार में की है।मास्क और सेनेटाईजर बनाने के काम में लगे रजगामार के रानी दुर्गावती स्वसहायता समूह की अध्यक्ष मंजुषा रानी बताती हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान बाजार में मास्क और सेनेटाईजर की कमी पड़ गई थी अचानक मांग बढ़ जाने से इनके दाम भी रोज बढ़ रहे थे। स्थानीय स्तर पर कोरोना का संक्रमण रोकने, गांवों तक इसे न फैलने देने और लोगों को किफायती दामों पर मास्क और सेनेटाईजर उपलब्ध कराने के लिए आजिविका मिशन के तहत यह काम शुरू किया गया। स्वसहायता समूहों ने मास्क और सेनेटाईजर बनाकर अब तक लगभग छः लाख रूपये की आमदनी एक माह में ही पा ली है। वन विभाग, जिले के ताप विद्युत घरों, कोयला खदानों से लेकर ग्राम पंचायतों तक इन मास्कों और सेनेटाईजरों की आपूर्ति की जा रही है। -
कोरोना प्रभावितों के मदद के लिए दिया राशन, सेवा का हुआ औपचारिक शुभारंभ
कोरबा 7 अपे्रल 2020/ कोरबा जिले में कोरोना प्रभावितों की मदद के लिए सहायता देने वाले लोगों के घर तक पहुंचकर सहायता सामाग्री लेने की योजना को पहले ही दिन अच्छा प्रतिसाद मिला है। कलेक्टर निवास के बाद राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल और सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत के निवास से भी फोन कर कोरोना प्रभावितों की सहायता के लिए राशन सामाग्री ले जाने हेल्प आन द व्हील्स वाहन को बुलाया गया। राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने आज अपने निवास पर हेल्प आन द व्हील्स वाहन सेवा का औपचारिक शुभारंभ करते हुए कोरोना प्रभावित बेसहारा, गरीबों, प्रवासी मजदूरों के लिए राशन सामाग्री भी दी। श्री अग्रवाल ने पूर्व महापौर श्रीमती रेणु अग्रवाल के साथ हेल्प आन द व्हील्स वाहन के प्रभारी को एक बोरी चावल, दस किलो दाल, एक बोरी आलू, एक बोरी प्याज, बड़ी और मसालों के छोटे पैकेटों सहित आटा भी बेसहारा, गरीबों, प्रवासी मजदूरों को देने के लिए उपलब्ध कराया। इसके बाद सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की ओर से सांसद निवास कार्यालय प्रभारी द्वारा भी डेढ़ क्विंटल चांवल और 25 किलो दाल भी हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए दिए गये।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम और उसके नियंत्रण के लिए भीड़-भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाना ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने सोशल डिस्टैनसिंग बनाये रखने, हाथों को बार-बार साबुन से धोने के साथ-साथ जहां तक हो सके घर पर ही रहने की अपील लोगों से की। हेल्प आन द व्हील्स की सेवा की शुरूआत पर राजस्व मंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के कारण लॅाक डाउन की स्थिति में कई गरीब बेसहारा और रोज कमाकर खाने वाले लोगों के सामने जीवन यापन की समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे सभी लोगों को दो वक्त का भोजन कराना और इन परेशानियों में उनकी मदद करना देश के हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। राजस्व मंत्री ने लोगों से बढ़-चढ़कर हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से कोरोना प्रभावित सभी जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने की भी अपील इस दौरान की।
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कोरोना प्रभावितों के लिए भेजे गये राशन के 25 किट, आमजनों से भी सहायता की अपील
कलेक्टर की पहल का कलेक्टर निवास से शुभारंभ
कोरबा 7 अपे्रल 2020/कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा कोरोना प्रभावितों की मदद के लिए शुरू की गई हेल्प आन द व्हील्स वाहन का पहला उपयोग स्वयं कलेक्टर के परिजनों ने किया। आज कलेक्टर के पिता श्री एस.पीे.कौशल ने फोन कर वाहन को अपने घर बुलाया और अपने सभी परिजनों की उपस्थिति में कोरोना प्रभावितों के लिए राशन के 25 किट भेजे। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल भी मौजूद रहीं। इन किटोेें में पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू और हाथ धोने का एक साबुन शामिल था। कलेक्टर के सभी परिजनों ने आमजनों से भी इसी तरह कोरोना प्रभावितों के लिए आगे आकर सहायता करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि आज से कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल पर कोरबा जिले में हेल्प आन द व्हील्स सुविधा शुरू हो गई है। जिसके तहत कोरोना प्रभावित सभी जरूरतमंदों की सहायता करने के इच्छुक लोगों के घरों तक एक फोन करने पर हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी तत्काल पहुंचेगी। दान दाता अपनी सहायता सामाग्री इस गाड़ी के प्रभारी को सौंप सकेगा। हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से मिली सहायता सामाग्री, राशन आदि को कोरोना प्रभावित जरूरतमंद लोगों तक प्रशासन द्वारा पहुंचा दिया जायेगा। हेल्प आन द व्हील्स को अपने घर बुलाने के लिए अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल से दूरभाष क्रमांक 9425257057, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस जयवर्धन के मोबाईल नंबर 8297948681, नगर निगम आयुक्त श्री राहूल देव से दूरभाष क्रमांक 9560932435, अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा से मोबाईल नंबर 9425224112 और प्रभारी अधिकारी श्री पी.आर.मिश्रा से दूरभाष क्रमांक 9827875999 पर संपर्क किया जा सकता है। लोग कोरोना से संबंधित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में भी दूरभाष क्रमांक 07759-228548 पर फोन कर हेल्प आन द व्हील्स के लिए सूचना दे सकते हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस बारे में बताया कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किये गये लॅाक डाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए जिला प्रशासन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, औद्योगिक घरानों के साथ-साथ अन्य जिला वासियों से भी लगातार सहयोग मिल रहा है। लॅाक डाउन के कारण लोग अपने घरों पर रहकर लोग बेसहारा, गरीब, बुजुर्गों और अन्य जगहों से आये प्रवासी मजदूरों जैसे जरूरतमंदों की चिन्ता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जो जरूरतमंदों की सहायता करना चाहते हैं परंतु लॅाक डाउन की पाबंदियों के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, एक फोन करने से उन सभी के घरों तक जिला प्रशासन द्वारा हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी पहुंचाई जायेगी। यह गाड़ी जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय परिसरों, कालोनियों, प्रतिष्ठानों और गांवों तक पहुंचकर दान दाताओं के घरों से सहायता सामाग्री इकट्ठी करेगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने ऐसे इच्छुक लोगों से सहायता सामाग्री के रूप में राशन किट बनाकर रखने की अपील की है। उन्होंने पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू और हाथ धोने के लिए एक साबुन इस राशन किट में रखने की अपील की है।
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कोरोना प्रभावितों के लिए भेजे गये राशन के 25 किट, आमजनों से भी सहायता की अपील
कलेक्टर की पहल का कलेक्टर निवास से शुभारंभ
कोरबा 7 अपे्रल 2020/कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा कोरोना प्रभावितों की मदद के लिए शुरू की गई हेल्प आन द व्हील्स वाहन का पहला उपयोग स्वयं कलेक्टर के परिजनों ने किया। आज कलेक्टर के पिता श्री एस.पीे.कौशल ने फोन कर वाहन को अपने घर बुलाया और अपने सभी परिजनों की उपस्थिति में कोरोना प्रभावितों के लिए राशन के 25 किट भेजे। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल भी मौजूद रहीं। इन किटोेें में पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू और हाथ धोने का एक साबुन शामिल था। कलेक्टर के सभी परिजनों ने आमजनों से भी इसी तरह कोरोना प्रभावितों के लिए आगे आकर सहायता करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि आज से कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल पर कोरबा जिले में हेल्प आन द व्हील्स सुविधा शुरू हो गई है। जिसके तहत कोरोना प्रभावित सभी जरूरतमंदों की सहायता करने के इच्छुक लोगों के घरों तक एक फोन करने पर हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी तत्काल पहुंचेगी। दान दाता अपनी सहायता सामाग्री इस गाड़ी के प्रभारी को सौंप सकेगा। हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से मिली सहायता सामाग्री, राशन आदि को कोरोना प्रभावित जरूरतमंद लोगों तक प्रशासन द्वारा पहुंचा दिया जायेगा। हेल्प आन द व्हील्स को अपने घर बुलाने के लिए अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल से दूरभाष क्रमांक 9425257057, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस जयवर्धन के मोबाईल नंबर 8297948681, नगर निगम आयुक्त श्री राहूल देव से दूरभाष क्रमांक 9560932435, अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा से मोबाईल नंबर 9425224112 और प्रभारी अधिकारी श्री पी.आर.मिश्रा से दूरभाष क्रमांक 9827875999 पर संपर्क किया जा सकता है। लोग कोरोना से संबंधित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में भी दूरभाष क्रमांक 07759-228548 पर फोन कर हेल्प आन द व्हील्स के लिए सूचना दे सकते हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस बारे में बताया कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किये गये लॅाक डाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए जिला प्रशासन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, औद्योगिक घरानों के साथ-साथ अन्य जिला वासियों से भी लगातार सहयोग मिल रहा है। लॅाक डाउन के कारण लोग अपने घरों पर रहकर लोग बेसहारा, गरीब, बुजुर्गों और अन्य जगहों से आये प्रवासी मजदूरों जैसे जरूरतमंदों की चिन्ता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जो जरूरतमंदों की सहायता करना चाहते हैं परंतु लॅाक डाउन की पाबंदियों के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, एक फोन करने से उन सभी के घरों तक जिला प्रशासन द्वारा हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी पहुंचाई जायेगी। यह गाड़ी जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय परिसरों, कालोनियों, प्रतिष्ठानों और गांवों तक पहुंचकर दान दाताओं के घरों से सहायता सामाग्री इकट्ठी करेगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने ऐसे इच्छुक लोगों से सहायता सामाग्री के रूप में राशन किट बनाकर रखने की अपील की है। उन्होंने पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू और हाथ धोने के लिए एक साबुन इस राशन किट में रखने की अपील की है।
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राशन सामाग्री सहित अन्य मदद के लिए जिला प्रशासन ने की ‘हेल्प आन द व्हील्स‘ की व्यवस्था
कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल आज से होगी शुरूकोरबा / यदि आप कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुए गरीबों, बेसहारा लोगों और अन्य प्रवासी मजदूरों सहित जरूरतमंदों की मदद करना चाहते हैं तो कोरबा जिले की कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल आपके लिए घर बैठे उपयोगी हो सकती है। सात अपे्रल से कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल पर कोरबा जिले में हेल्प आन द व्हील्स सुविधा शुरू होगी। जिसके तहत कोरोना प्रभावित सभी जरूरतमंदों की सहायता करने के इच्छुक लोगों के घरों तक एक फोन करने पर हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी तत्काल पहुंचेगी। दान दाता अपनी सहायता सामाग्री इस गाड़ी के प्रभारी को सौंप सकेगा। हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से मिली सहायता सामाग्री, राशन आदि को कोरोना प्रभावित जरूरतमंद लोगों तक प्रशासन द्वारा पहुंचा दिया जायेगा।नगर निगम के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने जिला प्रशासन की इस पहल की तारीफ करते हुए कोरोना प्रभावितों की मदद के लिए हर संभव सहयोग देने की अपील आमजनों से की है। श्री प्रसाद ने लोगों से कहा है कि कोरोना जैसी महामारी के इन हालातों में किसी भी जरूरतमंद की मदद करने के इच्छुक लोग सीधे उन्हें भी मोबाईल नंबर 94252-24574 पर फोन करके जानकारी दे सकते हैं। उनके घर तक तत्काल हेल्प आन द व्हील्स भेजी जायेगी। हेल्प आन द व्हील्स को अपने घर बुलाने के लिए अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल से दूरभाष क्रमांक 9425257057, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस जयवर्धन के मोबाईल नंबर 8297948681, नगर निगम आयुक्त श्री राहूल देव से दूरभाष क्रमांक 9560932435, अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा से मोबाईल नंबर 9425224112 और प्रभारी अधिकारी श्री पी.आर.मिश्रा से दूरभाष क्रमांक 982787599 पर संपर्क किया जा सकता है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज यहां बताया कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किये गये लॅाक डाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए जिला प्रशासन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, औद्योगिक घरानों के साथ-साथ अन्य जिला वासियों से भी लगातार सहयोग मिल रहा है। लॅाक डाउन के कारण लोग अपने घरों पर रहकर लोग बेसहारा, गरीब, बुजुर्गों और अन्य जगहों से आये प्रवासी मजदूरों जैसे जरूरतमंदों की चिन्ता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जो जरूरतमंदों की सहायता करना चाहते हैं परंतु लॅाक डाउन की पाबंदियों के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, एक फोन करने से उन सभी के घरों तक जिला प्रशासन द्वारा हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी पहुंचाई जायेगी। यह गाड़ी जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय परिसरों, कालोनियों, प्रतिष्ठानों और गांवों तक पहुंचकर दान दाताओं के घरों से सहायता सामाग्री इकट्ठी करेगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने ऐसे इच्छुक लोगों से सहायता सामाग्री के रूप में राशन किट बनाकर रखने की अपील की है। उन्होंने पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू इस राशन किट में रखने की अपील की है। -
कोरबा 04 अपे्रल 2020/कटघोरा में पुरानी बस्ती मस्जिद में रूके युवक के कोरोना संक्रमण ग्रस्त होने की रिपोर्ट के बाद मस्जिद के एक किलोमीटर परिधि का क्षेत्र अतिसंवेदनशील जोन घोषित कर दिया गया है। कोरोना नियंत्रण के लिए निर्धारित प्रोटोकाल और दिशा निर्देशों के अनुसार इस क्षेत्र के लगभग दो सौ घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचना शुरू हो गई है। क्षेत्र के इन सभी घरों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए तीन डाक्टरों के पर्यवेक्षण में दस दल काम पर लगाये गये हैं। दलों द्वारा घरों में जा-जा कर पारिवारिक सदस्यों की जानकारी और उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में तकलीफ जैसी परेशानियों के बारे में पूछा जा रहा है। जिन परिवारों के सदस्यों को इस तरह की तकलीफें होंगी उन्हें तत्काल ईलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जायेगा। घर-घर सर्वे के लिए मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कर्मियों के दल बनाये गये हैं।
संक्रमित युवक और उसके सम्पर्क में आये लोगों की पहचान करने के लिये भी यह दल तेजी से काम कर रहे हैं। दलों को जरूरी चिकित्सा उपकरण और सुरक्षा संबंधी साधन उपलब्ध कराये गये हैं। संक्रमित युवक के सम्पर्क मंे आने वाले लोगों की जानकारी मिलने पर उन्हें भी होम आईसोलेशन में रखा जायेगा। पूरे कटघोरा शहर में कोरोना वायरस से सुरक्षा और बचाव के संबंध में जरूरी जानकारी आमजनों को मुनादी कराकर उपलब्ध करायी जा रही है। -
प्रशासन की चाक-चैबंद व्यवस्था, मस्जिद की तरफ जाने वाले सभी रास्ते सील
कलेक्टर बोलीं- नियंत्रण के लिए प्रशासन की तैयार, सयंम रखे लोगकोरबा 04 अपे्रल 2020/कटघोरा के जामा मस्जिद में रूके एक जमाती युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर उसे रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में दाखिल करा दिया गया है। जहां उसका ईलाज किया जा रहा है। सुबह युवक की कोरोना पाजिटिव्ह होने की रिपोर्ट मिलते ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सहित पूरा प्रशासन अलर्ट हो गया है। कलेक्टर सहित अधिकारियों और डाक्टरों ने कटघोरा पहुंचकर सभी व्यवस्थाएं पूरी कर पूरे सुरक्षा मापदण्डों के साथ युवक को रायपुर एम्स के लिए रवाना किया। मस्जिद में युवक के साथ रूके उनके 15 अन्य साथियों को भी मस्जिद में ही क्वारेंटाईन कर दिया गया है। इसके साथ ही युवक की कोरोना पाजिटिव्ह रिपोर्ट मिलते ही प्रशासन द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए पुरानी बस्ती स्थित मस्जिद की ओर जाने वाली सभी छह मुख्य सड़कों को सील कर दिया गया है। बस्ती के अंदर की नौ गलियों को भी लॅाक किया गया है। सभी सड़कों पर बेरिकेटिंग लगाकर आमजनों को उन सड़कों से आवागमन की मनाही की जा रही है। सभी प्रवेश सड़कों पर पुलिस के जवानों का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। पूरे इलाके को सेनेटाईज करने के लिए कटघोरा नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा दवाओं का छिड़काव किया गया है। इसके साथ ही छोटे टेंकरनुमा फायर ब्रिगेड वाहन से सभी घरों और बाहर के रास्ते को दवा छिड़ककर सेनेटाईज किया गया है। संक्रमित युवक की ट्रेवल हिस्ट्री के साथ-साथ उसके संपर्क में आने वाले लोगों के बारे में आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने वर्तमान परिस्थितियों में कटघोरा वासियों से संयम बरतने और अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। श्रीमती कौशल ने कहा है कि लोग घबरायें नहीं, जिला प्रशासन कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अस्पतालों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक ईलाज,सेनेटाईजेशन आदि के लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही पूरी कर ली गई है। कलेक्टर ने लोगों से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है। -
जिले में 1.22 लाख हितग्राहियों को घर-घर पहुंचाकर दिया जा रहा रेडी टू ईट पोषक आहार
ढाई हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लगीं काम परकोरबा 04 अपे्रल 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देश भर में लागू लॅाक डाउन होने से राज्य के शैक्षणिक संस्थान सहित आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रखे गये हैं। इस दौरान कोरोना के नियंत्रण और रोकथाम के साथ-साथ छोटे बच्चों और गर्भवती, शिशुवती माताओं के पोषण स्तर को बनाये रखने के लिए भी सभी जरूरी इंतजांम कर लिए गये हैं। जिले की सभी गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं तथा छः माह से लेकर छः साल तक के बच्चों को घर पहुंचाकर रेडी टू ईट पोषक आहार दिया जा रहा है। घर-घर जाकर हेल्दी रेडी-टू-ईट फूड के वितरण में जिले की लगभग ढाई हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम पर लगी हैं। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को बार-बार हाथ धोने, एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने और एक जगह इकट्ठा होकर भीड़ नहीं लगाने की समझाईस भी कार्यकर्ताओं द्वारा इस दौरान दी जा रही है। कार्यकर्ता कोरोना वायरस से बचाव के प्रति बच्चों और महिलाओं के साथ ग्रामीणों को भी जागरूक करने में पूरा सहयोग कर रही है।जिले की आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों, गर्भवती और शिशुवती समेत कुल एक लाख 22 हजार 529 हितग्राहियों को हेल्दी रेडी-टू-ईट फूड घर-घर जाकर दिया जा रहा है। अभी इन सभी लोगों को दो दो पैकेट पोषण आहार वितरित किया जा रहा है। जिला महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी श्री पी. क्रिसपोट्टा ने बताया कि अप्रेल माह से इन सभी एक लाख 22 हजार 529 महिलाओं और बच्चों को एक-एक माह का हेल्दी रेडी-टू-फूड का वितरण किया जा रहा है। उन्होनंे बताया कि जिले में छः माह से 36 माह के सामान्य बच्चों की संख्या 51 हजार 792, और 3 वर्ष से 6 साल के सामान्य बच्चों की संख्या 49 हजार 652 है। इन सभी को पौष्टिक रेडी-टू-ईट उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही 10 हजार 699 गर्भवती महिलाओं और 10 हजार 386 शिशुवती महिलाओं को भी हेल्दी रेडी-टू-फूड एक-एक माह का प्रदाय किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं द्वारा गंभीर कुपोषित बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। -
प्रशासन ने दो मार्च से किया था मस्जिद में क्वारेंटाईन, अब ईलाज के लिए भेजा एम्स रायपुर
कोरबा 4 अपे्रल 2020/महाराष्ट्र राज्य के कामठी से आकर कटघोरा की पुरानी बस्ती मस्जिद में रूके 16 साल के जमाती युवक की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव्ह आई है। जिला प्रशासन ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर ऐतिहात बरतते हुए पहले ही इन 16 लोगों के जत्थे को पुरानी बस्ती जामा मस्जिद में ही आइसोलेट कर क्वारेंटाईन में रख दिया था। सावधानी बरतते हुए इन सभी लोगों के नाक एवं गले के स्वाब का सेंपल दो अपे्रल को लेकर एम्स रायपुर जांच के लिए भेजा गया था।कटघोरा की पुरानी बस्ती स्थित जामा मस्जिद में यह लोग कामठी, जिला नागपुर महाराष्ट्र से पहुंचे थे। इसके बाद सूचना मिलते ही कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए इन सभी लोगों को प्रशासन द्वारा मस्जिद में ही आइसोलेशन में रखा गया था। इन सभी लोगों का मेडिकल टीम द्वारा 24 और 26 मार्च को दो बार मेडिकल चेकअप किया गया था। सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ्य थे। जिला प्रशासन द्वारा इन लोगों पर कड़ी निगाह रखी जा रही थी। पाजिटिव्ह पाये गये युवक में किसी भी तरह के कोरोना से संबंधित कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं थे। इन सभी लोगों को मस्जिद से बाहर नहीं निकलने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में नहीं जाने और मस्जिद में रहने के दौरान आपस में एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने की हिदायत भी दी गई थी।राज्य के बाहर से आकर जिले की मस्जिदों में रूके सभी लोगों को अगले एक महिने तक क्वारेंटाईन में रखने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने प्रशासन के अधिकारियों को दे दिये हैं। इस दौरान इन सभी का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण होगा। सभी लोगों को भी हिदायत दी गई है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में दिक्कत जैसी परेशानी होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र और जिला प्रशासन को सूचित करें। -
प्रशासन ने दो मार्च से किया था मस्जिद में क्वारेंटाईन, अब ईलाज के लिए भेजा एम्स रायपुर
कोरबा 4 अपे्रल 2020/महाराष्ट्र राज्य के कामठी से आकर कटघोरा की पुरानी बस्ती मस्जिद में रूके 16 साल के जमाती युवक की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव्ह आई है। जिला प्रशासन ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर ऐतिहात बरतते हुए पहले ही इन 16 लोगों के जत्थे को पुरानी बस्ती जामा मस्जिद में ही आइसोलेट कर क्वारेंटाईन में रख दिया था। सावधानी बरतते हुए इन सभी लोगों के नाक एवं गले के स्वाब का सेंपल दो अपे्रल को लेकर एम्स रायपुर जांच के लिए भेजा गया था।
कटघोरा की पुरानी बस्ती स्थित जामा मस्जिद में यह लोग कामठी, जिला नागपुर महाराष्ट्र से पहुंचे थे। इसके बाद सूचना मिलते ही कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए इन सभी लोगों को प्रशासन द्वारा मस्जिद में ही आइसोलेशन में रखा गया था। इन सभी लोगों का मेडिकल टीम द्वारा 24 और 26 मार्च को दो बार मेडिकल चेकअप किया गया था। सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ्य थे। जिला प्रशासन द्वारा इन लोगों पर कड़ी निगाह रखी जा रही थी। पाजिटिव्ह पाये गये युवक में किसी भी तरह के कोरोना से संबंधित कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं थे। इन सभी लोगों को मस्जिद से बाहर नहीं निकलने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में नहीं जाने और मस्जिद में रहने के दौरान आपस में एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने की हिदायत भी दी गई थी।
राज्य के बाहर से आकर जिले की मस्जिदों में रूके सभी लोगों को अगले एक महिने तक क्वारेंटाईन में रखने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने प्रशासन के अधिकारियों को दे दिये हैं। इस दौरान इन सभी का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण होगा। सभी लोगों को भी हिदायत दी गई है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में दिक्कत जैसी परेशानी होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र और जिला प्रशासन को सूचित करें।
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*सूची तैयार कर राशन दुकानों को देने कलेक्टर श्रीमती कौशल के निर्देश *
कोरबा 03 अपे्रल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण के मौजूदा हालातों में राज्य शासन ने सभी राशन कार्ड धारकों को अपे्रल एवं मई माह का राशन एक साथ इसी माह उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। शासन के निर्देश अनुसार ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में दो माह की राशन की वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस दौरान होम क्वारेंटाईन में रहने वाले लोगों को शासन द्वारा उनके घरों तक राशन पहुंचाकर देने की व्यवस्था की जा रही है। होम क्वारेंटाईन में रहने वाले लोगों को उनके राशन कार्ड के हिसाब से निर्धारित मात्रा में राशन कोटवार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम पंचायत सचिव अथवा वालिंटियर्स के माध्यम से पहुंचाया जायेगा। किसी भी परिस्थिति में होम क्वारेंटाईन में रखे गये लोगों को घर से बाहर निकलने नहीं दिया जायेगा। इस संबंध में राज्य शासन के गाईड लाईन मिलने के बाद कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी राशन दुकानों से संबद्ध राशन कार्डो के आधार पर परीक्षण कर होम क्वारेंटाईन में रखे गये लोगों की सूची तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। -
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोर गु्रप की बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की, एसपी और एडीएम सहित सभी अधिकारी रहे मौजूद
कोरबा 3 अपे्रल 2020/ कोरबा के रामसागर पारा में कोरोना पाजिटिव्ह मरीज के मिलने के बाद पूरे इलाके को आईसोलेट कर दिया गया है। इस इलाके से संचालित थोक गल्ले की दुकानें फुटकर दुकानों को राशन की आपूर्ति नहीं कर पा रही हैं। लोगों को आसानी से निर्धारित दर पर राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आईसोलेट इलाके की थोक राशन दुकानों को अस्थायी तौर पर सुनालिया स्थित मल्टीलेबल पार्किंग और टीपी नगर स्थित स्टेडियम में लगाने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की अध्यक्षता में आज कोरोना वायरस नियंत्रण के लिए बने जिला स्तरीय कोर गु्रप की बैठक में इस बाबत निर्णय लिया गया। रामसागर पारा की थोक दुकानों में रखे सामान और राशन सामग्री को भी एक समय में एक गाड़ी और दो हमालों के माध्यम से अस्थायी दुकानों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। राशन समाग्री को अस्थायी दुकानों तक ले जाने के दौरान सेनेटाईजेशन और कोरोना नियंत्रण के अन्य दिशा निर्देशों तथा सावधानियों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिया है। कोर गु्रप की बैठक में एसपी श्री अभिषेक मीणा, एडीम श्री संजय अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले में राशन सामाग्रियों और सब्जियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। वर्तमान परिस्थितियों में जिले में चावल की 50 क्विंटल की प्रतिदिन की आवश्यकता है जिसके विरूद्ध थोक-फुटकर दुकानों पर दो हजार क्विंटल चावल वर्तमान में उपलब्ध है। इसी प्रकार 10 क्विंटल प्रतिदिन की आवश्यकता के आधार पर जिले में लगभग 60 क्विंटल दाल उपलब्ध है। जिले में 70 क्विंटल गेहूं की प्रतिदिन आवश्यकता के विरूद्ध 300 क्विंटल से अधिक गेहूं थोक एवं फुटकर दुकानों में उपलब्ध है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जिले में आटे की प्रतिदिन अनुमानित खपत 100 क्विंटल के आसपास है और दुकानों में पांच सौ क्विंटल आटे की उपलब्धता वर्तमान दौर में है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना वायरस के कारण जिले में लाॅक डाउन की स्थिति में जरूरी चीजों, राशन सामाग्रियों और सब्जियों के दाम नियंत्रित रखने और सामाग्रियों की काला बाजारी रोकने के लिए तहसीलदारों तथा निरीक्षण दलों को लगातार दुकानों पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। -
कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल, कोरोना से लड़ने में लगे लोगों का बढ़ेगा मनोबल
कोरबा 03 अपे्रल 2020/ एक ओर जहां पूरे विश्व में कोविड-19 वायरस का भय व्याप्त है वहीं दूसरी ओर कोरबा जिले में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के नेतृत्व में इस वायरस को हराने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों के दल दिन-रात लगे हैं। कोरबा शहर के रामसागर पारा में लंदन रिटर्न एक छात्र के कोरोना पाजिटिव्ह पाये जाने के बाद क्षेत्र को पूरी तरह से लाक डाउन कर दिया गया है। कलेक्टर श्रीमती कौशल हर समय कोरोना की रोकथाम के लिए काम करने वाले सभी अधिकारी-कमचारियों को समय-समय पर प्रोत्साहित कर रहीं हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल पर जिला प्रशासन ने कोरोना के संदिग्ध मरीजों का सेम्पल लेने वाले मेडिकल स्टाफ और संक्रमित क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे करने वाले दलों के सदस्यों को विशेष प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। कोरोनाा मरीजों के सेम्पल लेने वाले दल को दो हजार रूपये प्रति सेम्पल प्रोत्साहन राशि मिलेगी। कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद लॅाक डाउन किये गये इलाके में कोरोना के संक्रमण की जानकारी लेने के लिए आसपास के घरों में तत्काल सर्वे करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये हैं। इस सर्वे में लगे दलों के सभी सदस्यों को शासन द्वारा निर्धारित संख्या में निर्धारित समय में घरों का सर्वे करने पर 200-200 रूपये प्रति सदस्य के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों के गले और नाक के स्वाब के सेम्पल लेने की प्रक्रिया अत्याधिक संवेदनशील एवं जटिल है। विशेषज्ञ डाक्टर और तीन अन्य मेडिकल स्टाफ को मिलाकर जिले में कोरोना सेम्पलिंग के लिए चार लोगों का दल बनाया गया है। इस दल को कोरोना के एक संदिग्ध मरीज का सेम्पल लेने पर जिला प्रशासन द्वारा दो हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। इस हिसाब से दल के प्रत्येक सदस्य को प्रति सेम्पल पांच सौ रूपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। कलेक्टर ने यह भी बताया कि कोरोना पाजिटिव्ह मरीज से संबंधित इलाके में रह रहे लोगों की स्वास्थ्यगत जानकारी के लिए सर्वे के काम में लगे दलों के प्रत्येक सदस्य को दो सौ रूपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। इसी प्रकार संक्रमित व्यक्ति को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर ईलाज के लिए ले जाने वाले एंबुलेंस वाहन के चालक और उसके सहयोगी को भी दो-दो सौ रूपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। -
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोर गु्रप की बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की, एसपी और एडीएम सहित सभी अधिकारी रहे मौजूद
कोरबा 3 अपे्रल 2020/ कोरबा के रामसागर पारा में कोरोना पाजिटिव्ह मरीज के मिलने के बाद पूरे इलाके को आईसोलेट कर दिया गया है। इस इलाके से संचालित थोक गल्ले की दुकानें फुटकर दुकानों को राशन की आपूर्ति नहीं कर पा रही हैं। लोगों को आसानी से निर्धारित दर पर राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आईसोलेट इलाके की थोक राशन दुकानों को अस्थायी तौर पर सुनालिया स्थित मल्टीलेबल पार्किंग और टीपी नगर स्थित स्टेडियम में लगाने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की अध्यक्षता में आज कोरोना वायरस नियंत्रण के लिए बने जिला स्तरीय कोर गु्रप की बैठक में इस बाबत निर्णय लिया गया। रामसागर पारा की थोक दुकानों में रखे सामान और राशन सामग्री को भी एक समय में एक गाड़ी और दो हमालों के माध्यम से अस्थायी दुकानों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। राशन समाग्री को अस्थायी दुकानों तक ले जाने के दौरान सेनेटाईजेशन और कोरोना नियंत्रण के अन्य दिशा निर्देशों तथा सावधानियों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिया है। कोर गु्रप की बैठक में एसपी श्री अभिषेक मीणा, एडीम श्री संजय अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले में राशन सामाग्रियों और सब्जियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। वर्तमान परिस्थितियों में जिले में चावल की 50 क्विंटल की प्रतिदिन की आवश्यकता है जिसके विरूद्ध थोक-फुटकर दुकानों पर दो हजार क्विंटल चावल वर्तमान में उपलब्ध है। इसी प्रकार 10 क्विंटल प्रतिदिन की आवश्यकता के आधार पर जिले में लगभग 60 क्विंटल दाल उपलब्ध है। जिले में 70 क्विंटल गेहूं की प्रतिदिन आवश्यकता के विरूद्ध 300 क्विंटल से अधिक गेहूं थोक एवं फुटकर दुकानों में उपलब्ध है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जिले में आटे की प्रतिदिन अनुमानित खपत 100 क्विंटल के आसपास है और दुकानों में पांच सौ क्विंटल आटे की उपलब्धता वर्तमान दौर में है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना वायरस के कारण जिले में लाॅक डाउन की स्थिति में जरूरी चीजों, राशन सामाग्रियों और सब्जियों के दाम नियंत्रित रखने और सामाग्रियों की काला बाजारी रोकने के लिए तहसीलदारों तथा निरीक्षण दलों को लगातार दुकानों पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। -
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सुगम हुई आपूर्ति, सब्जी तोड़ने भी जाने लगे किसान
रंग लाये कलेक्टर के प्रयास, कोरबावासियों को मिली सहुलियतकोरबा 03 अपे्रल 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुए लॅाक डाउन के शुरूआती दिनों में मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से बढ़ते दाम और कम उपलब्धता की समस्या अब पूरी तरह खतम हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगे माल वाहक वाहनों को सुगम तरीके से चलाने की अनुमति पिछले दिनों दी थी। इसके बाद से कोरबा की थोक मंडियों सहित फल, सब्जियों के फुटकर विके्रताओं की दुकानों तक पर्याप्त मात्रा में सब्जियां पहुंचने लगी हैं। टमाटर, आलू, प्याज, मिर्च, धनिया, भिंडी, गोभी, बैगन सहित अन्य हरी सब्जियां भी भरपूर मात्रा में बाजारों में उपलब्ध हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने भी थोक व्यापारियों से लेकर सब्जी बेचने वाले फुटकर विके्रताओं से मिलकर उनकी परेशानियां जानी थीं और सब्जी तथा फलों की पर्याप्त आपूर्ति बनाये रखने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे। सब्जी और राशन की माल वाहक गाड़ियों को चलाने की अनुमति श्रीमती कौशल का कोरबा वासियों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय था। अब रोज जिला प्रशासन द्वारा तय किये गये सुबह 10 से शाम चार बजे तक के समय में कोरबा वासी बाजारों में पहुंच कर आसानी से सब्जियां फल आदि खरीद रहे हैं। आवक बढ़ जाने से सब्जियों और फलों के दाम भी पूरी तरह से नियंत्रण में है। पिछले 10 दिनों से कोरबा के बाजारों में आलू 20 से 25 रूपये किलो, प्याज 30 से 35 रूपये किलो, और अन्य हरी सब्जियां भी नियंत्रित दामों पर ही बिक रही है। लॅाक डाउन के शुरूआती दिनों में आवक कम होने के कारण टमाटर की कीमतें 50 रूपये किलो तक पहुंच गई थी जोकि अब घटकर 20 से 25 रूपये किलो तक आ गई है। जिला प्रशासन कोरबा आवश्यक वस्तुओं की लोगों तक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सजग और गम्भीर है तथा बाजारों में लगातार निगरानी करने के कारण दूध, फल, सब्जी के दामों में अनावश्यक बढ़ोत्तरी नहीं हुई है तथा कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण है।कोरोना वायरस के विश्वव्यापी संक्रमण के चलते भारत में 14 अप्रैल तक लागू लाॅकडाउन के कारण रेल, सड़क तथा सम्पूर्ण यातायात के साधन बंद हैं। केवल अति आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की अनुमति दी गई है। राज्य प्रशासन के निर्देशानुसार सब्जी, फल, दूध के परिवहन को सुगम बनाने तथा इससे जुड़े किसानों, मजदूरों को खेत में जाने की अनुमति देने के कारण कोरबा जिले के फल-सब्जी मंडियों में फल-सब्जियों की आवक बढ़ गई है। खरीददारी करने वाले लोग पर्याप्त मात्रा में सब्जियों के मिलने से खुशी जाहिर करते हुये छत्तीसगढ़ सरकार का आभार प्रकट कर रहे हैं। कोरबा शहर स्थित बुधवारी सब्जी बाजार में थोक व्यापारी अब प्रतिदिन थोक भाव का रेट-लिस्ट दुकान के बाहर चस्पा कर रहे हैं। जिससे दूर से आने वाले चिल्हर सब्जी विक्रेता को खरीददारी करने में कोई परेशानी नहीं हो रही है तथा सब्जियों के दामों में होने वाली मुनाफाखोरी में भी राहत मिल रही है।थोक सब्जी बेचने वालों ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में सब्जियाॅं मण्डी में आ रही है तथा सब्जियों के परिवहन में लगी गाड़ियों पर कोई रोक-टोक नहीं है और खेत तक मजदूर भी काम करने के लिये जा रहे हैं। जिससे शहर में सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में बनी हुई है। राज्य शासन ने राज्य में लागू लाॅकडाउन के दौरान लोगों तक अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बने रहे तथा कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिये कई राहतभरे फैसले लिये हैं। राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम तथा नियंत्रण हेतु समस्त परिवहन सेवाओं को बंद कर दिया गया है। लेकिन आमजनों तक आवश्यक वस्तुओं की पहुॅंच पर्याप्त मात्रा में बनी रहे, इसके लिये आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कोरोना वायरस से बचाव हेतु जरूरी उपाय करते हुये परिवहन करने में छूट दी गई है तथा किसान, मजदूरों को सब्जियों-फसलों के खेतों में निश्चित दूरी बनाकर और पर्याप्त सावधानी बरतकर खेतों में काम करने के निर्देश दिये हैं। -
विशेष पिछड़ी जनजातियों के ग्यारह सौ से अधिक परिवारों को निःशुल्क राशन किट वितरित
लॅाक डाउन जारी रहने तक राशन खत्म होने पर जिला प्रशासन को सूचित करने की भी अपीलकोरबा 03 कोरबा 2020/कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के मद्देनजर पूरे प्रदेश में जारी लॅाक डाउन से जिले के पहाड़ी कोरवाओं और बिरहोर परिवारों के समक्ष खड़ी हुई भोजन की समस्या का समाधान जिला प्रशासन द्वारा कर दिया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर जिले के दूरस्थ वनांचलों में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातियों के एक हजार 150 परिवारों को सूखे राशन की एक खेप पहुंचा दी गई है। खेप के रूप में हर परिवार को राशन सामाग्री की एक-एक किट निःशुल्क दी गई है। इस किट में पांच किलो चावल, आधा किलो तुअर दाल, एक किलो आलू और 50-50 ग्राम धनिया, मिर्ची तथा हल्दी के पैकेट सहित दो पैकेट बिस्किट भी दिए गये हैं। जिले में निवासरत 643 पहाड़ी कोरवा परिवारों और 507 बिरहोर परिवारों को यह राशन किट उपलब्ध कराये गये हैं।पहाड़ी कोरवाओं और बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजातियों के जिले में एक हजार 150 परिवार निवासरत हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण घोषित हाई अलर्ट और लॅाक डाउन से ये लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। रोजी-मजदूरी सहित वनोपज संग्रहण का काम भी इस लॅाक डाउन से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इन पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवारों तक भोजन के लिए जरूरी राशन किट बनााकर पहुंचाया गया है। कोरबा विकासखंड में 610 पहाड़ी कोरवा और 145 बिरहोर परिवारों को मिलाकर 755 परिवारों को ऐसे राशन किट निःशुल्क उपलब्ध कराये गये हैं। पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड में रहने वाले 33 पहाड़ी कोरवा परिवारों और 188 बिरहोर परिवारों को राशन सामाग्री निःशुल्क दी गई है। इसके साथ ही पाली विकासखंड में 159 और करतला विकासखंड में 15 बिरहोर परिवारों को ऐसे किट उपलब्ध कराये गये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने लॅाक डाउन के कारण किसी भी विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार को राशन की कमी नहीं होने देने और समय पर पर्याप्त मात्रा में उन्हे राशन उपलब्ध कराने के निर्देश खाद्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर ने यह भी कहा है कि यदि लॅाक डाउन अवधि 14 अपे्रल से पहले अभी दी गई राशन किट का सामान खत्म होने पर जिला प्रशासन को सूचित करें ताकि विशेष पिछड़ी जनजाति के इन परिवारों के लिए राशन सामाग्री समय पर उपलब्ध कराई जा सके। -
दो मस्जिदों में 25 फरवरी और दो मार्च को आए 30 जमाती प्रशासन की निगरानी में
कोरबा 02अपे्रल 2020/कटघोरा की मक्का मस्जिद और जामा मस्जिद में रूके तीस जमातियों पर प्रषासन की कड़ी निगाह है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने महाराष्ट्र और दिल्ली से आये इन सभी जमातियों को मस्जिदों में ही आईसोलोषन में रखने के निर्देष अधिकारियों को दिए हैं। मक्का मस्जिद में लगभग 35 दिन पहले 25 फरवरी को दिल्ली से आकर 14 जमाती रूके हैं। वहीं कामठी महाराष्ट्र से 16 लोग दो मार्च को पुरानी बस्ती की जामा मस्जिद कटघोरा पहुंचें हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना को देखते हुए एतिहात के तौर पर आज इन सभी 30 जमातियों का गले और नाक के स्वाब का सेंपल मेडिकल टीम द्वारा लिया गया। इन सेंपलों को अब रायपुर स्थिति अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स जांच के लिए भेजा जा रहा है।कटघोरा की मक्का मस्जिद में रूके 14 लोगों में से 13 मुस्तफाबाद दिल्ली के रहवासी हैं जबकि एक झारखंड के गढ़वा जिले के मखातू का निवासी है। लगभग एक माह से अधिक समय पहले आये इन लोगों को प्रषासन ने एतिहातन मस्जिदों में ही आइसोलेशन में रखा है। जिला प्रषासन की मेडिकल टीम ने 29 मार्च को इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया है और यह सभी लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। इसी तरह कटघोरा की जामा मस्जिद में रूके कामठी महाराष्ट्र के 16 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण दो बार 24 एवं 26 मार्च को मेडिकल टीम द्वारा किया जा चुका है। जिला प्रषासन द्वारा इन सभी लोगों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। सभी को मस्जिद से बाहर नहीं निकलने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नहीं जाने और मस्जिद में रहने के दौरान आपस में एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने की हिदायत भी दी गई है। सभी लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार जैसी परेषानी होने पर तत्काल कटघोरा के स्वास्थ्य केंद्र और जिला प्रषासन को सूचित करने के निर्देश दिये गये हैं।क्रमांक 1307/नागेश/ -
आज ऐसे विदेषों से लोैटे पांच लोगों के भेजे गये सेम्पल
विदेष यात्रा की जानकारी और जांच के लिए सेम्पल देने कलेक्टर श्रीमती कौषल की अपीलकोरबा 2 अपे्रल 2020/कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने एक मार्च के बाद विदेषों से छत्तीसगढ़ आये सभी लोगों की जांच अनिवार्य कर दी है। इसके साथ ही राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने ऐेसे विदेष यात्रियों की जिलेवार सूची भेजकर उनके गले और नाक के स्वाब सेम्पल तत्काल लेकर भेजने के निर्देष जिला प्रषासन को दिये हैं। शासन के निर्देष का पालन करते हुए कोरबा जिले से आज ऐसे पांच लोगों के सेम्पल लेकर जांच के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर भेजे गये। कोरबा जिले से कुल सात विदेष यात्रियों के सेम्पल भेजने के लिए सूची प्राप्त हुई थी। इन सभी यात्रियों ने अमेरिका, यूनाईटेड किंगडम, मलेषिया की यात्रा की है और वे एक मार्च के बाद कोरबा पहुंचे हैं। इनमें से दो लोगों के सेम्पल पहले ही भेजे जा चुके हैं। जिनमें से एक की रिपोर्ट पाजिटिव्ह और दूसरे की रिपोर्ट निगेटिव्ह आई है। आज शेष पांच लोगों के सेम्पल भी जांच के लिए भेज दिये गये हैं। राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पिछले एक महिने में विदेषों से आए लोगों की पूरी जानकारी पासपोर्ट कार्यालयों सहित अन्य माध्यमों से प्राप्त कर ली गई है और जिलेवार सूची तैयार कर लोगों को स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा टेªस भी कर लिया गया है। परंतु फिर भी किसी भी कारणवष विदेष यात्रा कर वापस लौटे लोग यदि इस सूची में शामिल नहीं हों तो जन स्वास्थ्य की दृष्टि से ऐसे लोगों से खुद ही अपनी यात्रा की जानकारी देने की अपील की गई है। आमजन भी ऐसे लोगों के बारे में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम पर 07759- 228548 या टोल फ्री नंबर 104 पर फोन करके जानकारी जिला प्रषासन तक पहुंचा सकते हैं।कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने एक मार्च के बाद विदेष यात्रा कर कोरबा लौटे सभी लोगों से अपील की है कि वे अपनी विदेष यात्रा की जानकारी जिला प्रषासन को अनिवार्यतः देवें और जांच के लिए अपने सेम्पल देने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी या पास के स्वास्थ्य केंद्र में सम्पर्क करें। श्रीमती कौषल ने कहा है कि राज्य में जितने भी कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं उनमें से अधिकांष विदेष यात्रा से लोैटे हैं। ऐसी स्थिति में पिछले एक महिने में विदेषों से कोरबा लौटने वाले लोगों के कोरोना संक्रमित होने की संभावना बढ़ गई है और उनकी जांच जरूरी है। कलेक्टर ने यह भी कहा है कि ऐसे लोगों द्वारा अपनी यात्रा की जानकारी छुपाने से संक्रमण के बढ़ने तथा उनके परिजनों या आसपास रहने वाले लोगों या संपर्क में आने वाले लोगों की जान को भी खतरा हो सकता है। कलेक्टर ने ऐसे सभी लोगों से अपनी यात्रा की जानकारी देने और सेम्पल देकर जांच कराने का आग्रह भी किया है। -
गेवरा के सीईआई हास्टल में किया गया क्वारेंटाईन, जांच के लिए भेजे गये सभी के सेम्पल
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने एसपी के साथ किया गेवरा हास्टल का निरीक्षण, व्यवस्थाएं देखीं
कोरबा / दिल्ली की निजामुद्दीन में हुए मुस्लिम धर्मावलंबियों के मरकज में शामिल हुए 20 लोगों को जिला प्रशासन ने कोरबा में टेªस कर लिया है। इनमें से पंद्रह लोग राताखार की अंजुमन इस्लाहुल मुस्लमीन मस्जिद में रूके हुए थे जबकि पांच लोगों को कोरबा शहर में अलग-अलग जगहों से चिन्हांकित किया गया है। सभी 20 लोगों को आज गेवरा के सीईआई हास्टल में आइसोलेशन में रखा गया है। आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी 20 लोगों के स्वाब सेम्पल कोरोना जांच के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर भेज दिये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने एसपी श्री अभिषेक मीणा के साथ गेवरा हास्टल का आज दोपहर निरीक्षण किया। कलेक्टर ने यहां रूके सभी लोगों को कमरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी। इन लोगों को कमरों में ही सभी व्यवस्थाएं जिला प्रशासन द्वारा मुहैया करा दी गई हैं। सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं। पुलिस कर्मियों का पहरा गेवरा हास्टल में लगाया गया है, साथ ही मेडिकल टीम भी तैनात की गई है। आइसोलेट किये गये लोगों को भोजन, पानी के लिए भी पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा कर दी गई है।
निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होकर आये राताखार मस्जिद में रूके हुए सभी 15 लोग दिल्ली या उसके आसपास के क्षेत्रों के हैं जबकि अन्य पांच लोग मरकज में शामिल होने कोरबा से निजामुद्दीन गये थे। कोरोना वायरस के संक्रमण और उसके फैलाव की आशंका को लेकर इन सभी लोगों को आइसोलेट कर लिया गया है। मरकज में शामिल हुए तबलीगी जमात के इन सभी 20 लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रखी जा रही है। इन्हें सावधानी स्वरूप सेनेटाईजर और मास्क आदि भी जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करा दिये गये हैं। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने, लाक डाउन के दौरान निर्धारित जगहों से बाहर नहीं निकलने और शासन द्वारा समय-समय पर जारी किये गये दिशा निर्देशों की पूरी जानकारी भी इन्हें दी गई है। इन सभी लोगों को यह भी हिदायत दी गई है कि वे आईसोलेशन की अवधि में पूरी तरह से अलग रहें। रहने की निर्धारित जगहों से बाहर न निकलें, भीड-भाड़ वाले इलाकों में न जायें। इसके साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार या श्वास लेने में तकलीफ जेैसी कोई भी परेशानी होने पर तत्काल शासन प्रशासन के प्रतिनिधियों को सूचित करें।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभी सभी लोग स्वस्थ्य हैं। किसी को भी कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों संबंधी कोई तकलीफ नहीं है। सावधानी बरतते हुए गहन अवलोकन में इन लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। मेडिकल टीम द्वारा जांच लगातार की जा रही है।
कोरबा में आईसोलेट हुए मरकज में शामिल होने वाले इन लोगों में मुस्तफा बाग दिल्ली के छः, नेहरू बिहार दिल्ली के दो, गाजियाबाद के तीन और सुंदरनगरी दिल्ली, नागलोई दिल्ली, पुरानी दिल्ली तथा बेगुसराय बिहार का एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। आईसोलेट हुए इन लोगों में से एक ने बताया कि वे 12 मार्च को रात 10 बजे से 13 मार्च को दोपहर दो बजे तक निजामुद्दीन में हुई तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। उन्होंने यह भी बताया कि मुस्लिम धर्म की मानव कल्याण से जुड़ी बातों और सीखों के प्रचार-प्रसार के लिए वे लोग कोरबा आये हैं। यह सभी लोग दिल्ली से नागपुर, बिलासपुर होते हुए 15 मार्च को कोरबा पहुंचें हैं और तभी से राताखार की मस्जिद में रूके थे।
कटघोरा की दो मस्जिदों में 25 फरवरी और दो मार्च को आए 30 अन्य जमाती भी प्रशासन की निगरानी में
- कटघोरा के पूछापारा की मक्का मस्जिद और पुरानी बस्ती की जामा मस्जिद में भी 30 मुस्लिम धर्मावलंबियों की पहचान प्रशासन ने की है। इनमें से मक्का मस्जिद पूछापारा में 14 लोग रूके हैं जोकि पिछली 25 फरवरी को कटघोरा पहुंचें हैं। इसी तरह ं कामठी महाराष्ट्र से 16 लोग दो मार्च को पुरानी बस्ती की जामा मस्जिद कटघोरा पहुंचें हैं। मक्का मस्जिद में रूके 14 लोगों में से 13 मुस्तफाबाद दिल्ली के रहवासी हैं जबकि एक झारखंड के गढ़वा जिले के मखातू का निवासी है। लगभग एक माह से अधिक समय पहले आये इन लोगों को भी प्रशासन ने एतिहातन मस्जिदों में ही आइसोलेशन में रखा है। जिला प्रशासन की मेडिकल टीम ने 29 मार्च को इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया है और यह सभी लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। इसी तरह कटघोरा की जामा मस्जिद में कामठी महाराष्ट्र के 16 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण दो बार 24 एवं 26 मार्च को मेडिकल टीम द्वारा किया जा चुका है। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी लोगों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। सभी को मस्जिद से बाहर नहीं निकलने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नहीं जाने और मस्जिद में रहने के दौरान आपस में एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने की हिदायत भी दी गई है। सभी लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार जैसी परेशानी होने पर तत्काल कटघोरा के स्वास्थ्य केंद्र और जिला प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिये गये हैं।
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वरा के सीटीआई हास्टल और कोरबा के रसियन हास्टल में किया गया क्वारेंटाईन
राताखार की मस्जिद में 15 मार्च से रूके थे तबलीगी जमात के लोगकोरबा 01 अपे्रल 2020/ दिल्ली की निजामुद्दीन में हुए मुस्लिम धर्मावलंबियों के मरकज में शामिल हुए 20 लोगों को जिला प्रशासन ने कोरबा में टेªस कर लिया है। इनमें से पंद्रह लोग राताखार की अंजुमन इस्लाहुल मुस्लमीन मस्जिद में रूके हुए थे जबकि पांच लोगों को कोरबा शहर में अलग-अलग जगहों से चिन्हांकित किया गया है। मस्जिद में रूके हुए सभी 15 लोग दिल्ली या उसके आसपास के क्षेत्रों के हैं जबकि अन्य पांच लोग मरकज में शामिल होने कोरबा से निजामुद्दीन गये थे। कोरोना वायरस के संक्रमण और उसके फैलाव की आशंका को लेकर इन सभी लोगों को आइसोलेट कर लिया गया है। जिला प्रशासन ने दिल्ली या उसके आसपास के सभी 15 लोगों को गेवरा के सीआईटी हास्टल शक्तिनगर में आइसोलेशन में रखा है वहीं कोरबा निवासी पांच लोगों को रसियन हास्टल में बने क्वारैंटाईन सेंटर में रखा गया है। मरकज में शामिल हुए तबलीगी जमात के इन सभी 20 लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रखी जा रही है। इन्हें सावधानी स्वरूप सेनेटाईजर और मास्क आदि भी जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करा दिये गये हैं। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने, लाक डाउन के दौरान निर्धारित जगहों से बाहर नहीं निकलने और शासन द्वारा समय-समय पर जारी किये गये दिशा निर्देशों की पूरी जानकारी भी इन्हें दी गई है। इन सभी लोगों को यह भी हिदायत दी गई है कि वे आईसोलेशन की अवधि में पूरी तरह से अलग रहें। रहने की निर्धारित जगहों से बाहर न निकलें, भीड-भाड़ वाले इलाकों में न जायें। इसके साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार या श्वास लेने में तकलीफ जेैसी कोई भी परेशानी होने पर तत्काल शासन प्रशासन के प्रतिनिधियों को सूचित करें।जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभी सभी लोग स्वस्थ्य हैं। किसी को भी कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों संबंधी कोई तकलीफ नहीं है। सावधानी बरतते हुए गहन अवलोकन में इन लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। मेडिकल टीम द्वारा जांच लगातार की जा रही है। किसी भी प्रकार के कोरोना से संबंधित प्रारंभिक लक्षण दिखाई देने पर इनके सेम्पल जांच के लिए एम्स भेजे जायेंगे।कोरबा में आईसोलेट हुए मरकज में शामिल होने वाले इन लोगों में मुस्तफा बाग दिल्ली के छः, नेहरू बिहार दिल्ली के दो, गाजियाबाद के तीन और सुंदरनगरी दिल्ली, नागलोई दिल्ली, पुरानी दिल्ली तथा बेगुसराय बिहार का एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। आईसोलेट हुए इन लोगों में से एक ने बताया कि वे 12 मार्च को रात 10 बजे से 13 मार्च को दोपहर दो बजे तक निजामुद्दीन में हुई तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। उन्होंने यह भी बताया कि मुस्लिम धर्म की मानव कल्याण से जुड़ी बातों और सीखों के प्रचार-प्रसार के लिए वे लोग कोरबा आये हैं। यह सभी लोग दिल्ली से नागपुर, बिलासपुर होते हुए 15 मार्च को कोरबा पहुंचें हैं और तभी से राताखार की मस्जिद में रूके थे।