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46 करोड़ 88 लाख 39 हजार रूपए के 17 कार्यों का भूमिपूजन एवं 16 करोड़ 72 लाख 82 हजार रूपए के 5 कार्यों का किया लोकार्पणराजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 63 करोड़ 61 लाख 21 हजार रूपए के। 22 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिनमें 46 करोड़ 88 लाख 39 हजार रूपए के 17 कार्यों का भूमिपूजन एवं 16 करोड़ 72 लाख 82 हजार रूपए के 5 कार्यों का लोकार्पण किया गया। जिसमें कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग राजनांदगांव के अंतर्गत 7 करोड़ 96 लाख 79 हजार रूपए के 3 कार्य, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग के अंतर्गत 2 करोड़ 65 लाख रूपए का एक कार्य एवं कार्यपालन अभियंता सेतु निर्माण लोक निर्माण विभाग दुर्ग के अंतर्गत 6 करोड़ 11 लाख 3 हजार रूपए के कार्य का लोकार्पण किया गया।इसी तरह मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड राजनांदगांव के अंतर्गत 6 करोड़ 26 लाख 55 हजार रूपए के 7 कार्य, कार्यपालन अभियंताा जल संसाधन संभाग राजनांदगांव के अंतर्गत 2 करोड़ 67 लाख 25 हजार रूपए का 1 कार्य, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग राजनांदगांव के अंतर्गत 15 लाख रूपए का 1 कार्य, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग राजनांदगांव के अंतर्गत 14 करोड़ 4 लाख 59 हजार रूपए के 7 कार्य तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला राजनांदगांव के अंतर्गत 23 करोड़ 75 लाख रूपए के एक कार्य का भूमिपूजन किया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजनांदगांव : स्थित रेस्ट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक प्रारंभ।
- अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि रूलर इंडस्ट्रियल पार्क में इंडस्ट्रियल एवं उत्पादन से जुड़े यूनिट को लिया जाना है, इस बात का विशेष ध्यान रखें।- गौठानों में कुक्कट पालन एवं फ्लाई ऐश ब्रिक्स जैसी आयमूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश।- रीपा का उद्देश्य उद्यमियों को आगे लाना है ताकि बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की गतिविधि बढ़ सके।- कल भेंट मुलाकात में आए भू-अर्जन के प्रकरणों के बारे में पूछा गया- नोटिफिकेशन के बाद किसी को भी पूर्व दर पर भू-अर्जन हुआ तो बताएं, इस पर एसडीएम ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ है।- क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट के बारे में पूछने पर अधिकारी ने बताया कि क्रॉप कटिंग लगातार जारी है।- इस मामले में अधिकारियों को फील्ड असिंचित और सिंचित वाले प्रकरण पर ध्यान देने के निर्देश ताकि असिंचित किसानों को दिक्कत न हो।उद्यानिकी अधिकारी ने बीमा के बारे में पूछने पर बताया कि शत-प्रतिशत प्रकरण में मुआवजा वितरित हो चुका है।
कल सुरगी में दो महीने से नमक नहीं मिलने की वजह पूछने पर खाद्य अधिकारी ने बताया कि जांच की गई, महिला का बेटा दो दिन पूर्व ही नमक ले गया था। इसका ऑनलाइन स्टेटस भी है। अधिकारियों को बताया गया कि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना में रेजिस्ट्रेशन 13000 हैं, इसके बढ़ने की गुंजाइश है। कृषि के अलावा अन्य कार्य करने वाली ग्रामीण जातियां भी यदि पात्र हैं तो उन्हें इसका लाभ दें।जनपद में जाकर ऐसे समुदाय जो कृषि के अलावा अन्य कार्य करते हैं उनका चिन्हांकन कर उनका नाम भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के रजिस्ट्रेशन में जोड़ें
बैठक में अधिकारियों से पूछा गया कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के अलावा अन्य स्कूलों में सिलेबस पूर्ण करने में क्या प्रगति है, कोर्स को पूरा करने का औसत क्या है, इस पर डीईओ ने बताया कि 65 प्रतिशत है। अधिकारियों को कहा गया कि कलेक्टर को इसकी जानकारी दें। इसकी मॉनिटरिंग जरूरी है। मध्याह्न भोजन के बारे में पूछने पर डीईओ ने बताया कि इसकी जांच निरंतर हो रही है। वृहद सर्वे करने और दीवारों पर लिखित मेनू अद्यतन करने का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता में करने के निर्देश।
जाति प्रमाण पत्र के संबंध में निर्देश : साक्ष्य या अभिलेख की कमी होने की स्थिति में आवेदक को स्पष्ट वस्तुस्थिति की जानकारी मुहैया कराएं। प्रमाण पत्र नहीं बनने की स्थिति में रिपोर्ट में स्पष्ट अंकित करें। स्कूल के बच्चों के नाम के साथ साथ उनकी जाति की सूची बनाएं और उन्हें ग्राम पंचायत में पारित करने के लिए भेजें। इस तरीके से बेहतर समन्वय स्थापित करें।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल राजनांदगांव स्थित रेस्ट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं। उनके साथ बैठक में संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत उपस्थित। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारियों से धान खरीदी की स्थिति जानी, उन्होंने बारदाने और भुगतान के संदर्भ में जानकारी पूछी- अधिकारियों ने बताया कि बारदाने का पर्याप्त प्रबंध है और भुगतान भी 48 घंटे के भीतर हुआ है।
मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के बारे में कहा कि एक 80 साल के बुजुर्ग ने मुझे बताया कि उसे लाभ हुआ है।उसके चेहरे में जो संतोष था मुझे राहत मिली। देखिए ये कितनी महत्वपूर्ण योजना है। इसके लाभ का दायरा बढ़ना चाहिए। लोगों तक इसका लाभ मिले, यह सुनिश्चित करें। जितना ध्यान देंगे, उतनी ही बेहतर स्थिति होगी।तेंदूपत्ता संग्राहकों को हुए भुगतान के विषय में भी उन्होंने पूछा- चिल्हाटी में जो प्रकरण आये थे, उस पर डीएफओ ने विस्तार से जानकारी दी।
सुरगी में आए नमक के मामले पर मुख्यमंत्री ने पूछा -अधिकारी ने बताया कि 15 मिनट ट्रेस करने में लगा, उनका बेटा नमक ले जा चुका था। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी बातों को तुरंत क्लियर करें ताकि जनता को वस्तुस्थिति की जानकारी मिल पाए और भ्रम न रहे।
मुख्यमंत्री ने सुरगी में सड़कों की स्थिति के बारे में उन्होंने पूछा-सड़क कब बनी, संधारण कब हुआ था, विस्तार से पूछा- इस पर पीडब्लूडी के अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण सड़क बढ़िया होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। मुख्यमंत्री ने जाति प्रमाण पत्र के बारे में पूछा- अधिकारी ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि 15 प्रतिशत लक्ष्य बचा है। इसे मिशन मोड में पूरा कर रहे हैं।
एक केमिकल फैक्ट्री से हो रहे नुकसान की शिकायत कल सुकुलदैहान में आई। मुख्यमंत्री ने इस बारे में वस्तुस्थिति पूछी-मुख्यमंत्री ने कहा कि एग्रीमेंट देख लें और यह देखें कि धान फसल जब लगी हो ऐसा न करें। वायलेशन पर कार्रवाई के निर्देश। शहरी स्वास्थ्य मिशन के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने एवरेज पूछा- अधिकारी ने बताया कि एवरेज फुट फॉल 88 है जो प्रदेश में तीसरे स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने नगरीय निकाय के बारे में जानकारी ली और कहा स्ट्रीट लाइट भी बढ़िया होनी चाहिए। सुधार की स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करें।
अधिकारियों से पूछा गया-विद्युत विभाग में एक प्रकरण आया जिसमें मुआवजा माँगा गया। दुर्घटना हुई और मुआवजा नहीं मिल पाया।अधिकारी ने बताया कि उत्तराधिकार प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था।अब न्यायालय के विचाराधीन है।सचिव ने कहा कि इस तरह के मामले जिसमें अपंगता हुई है। उसकी रिपोर्ट दीजिये। इस संबंध में समीक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बीएनसी मिल के सम्बन्ध में कहा कि कुछ एक्टिविटी शुरू कराएं। जूट मिल शुरू कर सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन की जमीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका बेहतर उपयोग हो। शीघ्र ही इसके लिए कार्ययोजना बनाएं। कारपोरेशन से भी चर्चा करें।
चिटफण्ड कंपनियों पर हुई कार्रवाई का स्टेटस भी उन्होंने पूछा- अधिकारी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक 15 करोड़ रुपये निवेशकों को वितरित हो चुके हैं।6 करोड़ 92 लाख रुपये शीघ्र वितरित होंगे। डायरेक्टर्स पर क्या कार्रवाई हुई- मुख्यमंत्री ने पूछा।नामांतरण, बंटवारा जैसे राजस्व प्रकरणों की स्थिति के बारे में भी उन्होंने पूछा- मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल्कुल पारदर्शिता होनी चाहिए। लोगों को अपने काम के लिए भटकना न पड़े। हमारे सबसे ज्यादा सरोकार इस बात से है कि लोग संतुष्ट हों। यह तब होगा जब इसकी मॉनिटरिंग बारीकी से होती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भेंट-मुलाकात का यह लाभ होता है कि हम सीधे जनसमस्याओं से रूबरू हो पाते हैं और उन्हें ठीक करते हैं। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें
मुख्यमंत्री ने स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति पूछी - कहा कि अभी कुछ ही महीने शेष हैं। पूरा जोर लगाएं।
पेरेंट्स को भी शामिल करें ताकि सामूहिक रूप से बच्चों की बढ़िया पढ़ाई पर ध्यान दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने पेंशन और छात्रवृत्ति के बारे में भी पूछा- कहा कि आप लोग अच्छा काम करें। जनहित सर्वोपरि है। मैं आता रहूंगा।
पैरादान का कल शानदार काम हुआ। इसे बढ़ाते रहें। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने सुरगी में भेंट-मुलाकात के मंच से पैरा दान करने वाले किसानों को दी बधाई
खेती में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करने वाले किसान जैविक खेती के लिए कराएं अपना रजिस्ट्रेशन
सुरगी में जिला केंद्रीय सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा
हरदी-सुरगी सड़क की स्वीकृति और सोमनी-नवागांव सड़क के जीर्णोद्धार की घोषणा
तोरणकट्टा के आश्रित गांव मनकी में खुलेगा धान खरीदी केंद्र
राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 100 ट्रैक्टर पैरा दान कर सुरगी के किसानों ने मिसाल प्रस्तुत की है, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय है। किसानों द्वारा पैरा दान कर गोधन न्याय योजना में सहभागिता का अच्छा कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव विधानसभा के ग्राम सुरगी में भेंट-मुलाकात के मंच से पैरा दान करने वाले गांव के किसानों को बधाई दी। उन्होंने ग्रामीणों से ताली बजवाकर इन किसानों को प्रोत्साहित किया। इसके पहले सुरगी पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर पैरा दान करने वाले किसानों के 100 ट्रैक्टरों को गौठान के लिए रवाना किया।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ भेंट-मुलाकात कार्यकम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सुरगी में भेंट मुलाकात के दौरान आम जनता से राज्य शासन की योजनाओं की मैदानी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो किसान अपने खेतों में और बाड़ियों में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर रहे हैं, वे जैविक खेती के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराएं, इससे उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों की कर्ज माफी की, किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लेकर आए, महिलाओं का राशन कार्ड बनवाया और भूमिहीन मजदूरों के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लेकर आए। इस योजना में भूमिहीन मजदूरों सहित चिन्हित लोगों को सालाना सात हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएं: सूखा नाला बैराज से आलीखूंटा तक सिंचाई नाली बनेगी
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। सुरगी में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने, सुरगी हाईस्कूल मैदान के विकास और लाइटिंग, हरदी-सुरगी सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति देते हुए सोमनी-नवागांव सड़क के जीर्णाेद्धार, सूखा नाला बैराज से आलीखूंटा तक सिंचाई सुविधा और नाली निर्माण, तोरणकट्टा के आश्रित गांव मनकी में धान खरीदी केंद्र खोलने, भरेगांव के बूढ़ादेव तालाब में सौंदर्यीकरण और पचरी निर्माण, ग्राम सिंघोला में भानेश्वरी मंदिर जीर्णाेद्धार और तालाब सौंदर्यीकरण, रानीतराई में हाईस्कूल में दो अतिरिक्त कक्ष तथा धामनसारा स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष के निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसानों को नुकसान नहीं होने देना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। कोरोना संकट के दौरान भी हम आपके साथ खड़े रहे। आपको सहयोग करते रहेंगे।भेंट-मुलाकात के दौरान रानीतराई निवासी गंगा राम साहू ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि एक एकड़ के लिए कर्जा लिया था। सब माफ हो गया। धान का पैसा लगातार मिल रहा है। उपरहा अर्थात एक्स्ट्रा पैसे का क्या कर रहे हो, पूछने पर गंगा राम ने बताया कि जो लाभ हुआ उससे गन्ना लगा लिया। गंगा राम ने पूछा कि मैं राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ लेते हुए चंदन का पौधा लगाना चाहता हूँ। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, जरूर लगाएं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राशन कार्ड के सम्बंध में पूछने पर सुरगी की कमलेश्वरी बाई ने बताया मुफ्त में अभी चावल मिल रहा है। मेरे परिवार में 4 सदस्य हैं। 28 किलो चावल मिलता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ ही ऐसा राज्य है जहां इतना सस्ता राशन है। हम लोग आपकी जेब में राशि डालने का कार्य कर रहे हैं।
संस्कार सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर बेचकर कमाए 3 लाख रूपए
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा के दौरान सोनिया साहू ने बताया कि हर हफ्ते गोबर बेच रही हूँ, पैसा एक साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ आता है। कोटरभाठा की पार्वती ने बताया कि हफ्ता में 50 किलो गोबर बेचती हूँ। खाते में 8 हजार रुपये आया। संस्कार सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि 3 लाख रुपये कमा चुके हैं, सब बांट लिया। मैंने इस राशि से जनरल स्टोर खोल लिया। हम लोग मशरूम का उत्पादन करना चाहते हैं। खेतों में वर्मी कम्पोस्ट डालने वाले विदेशी राम निषाद ने बताया कि वे खेत में वर्मी कम्पोस्ट डाल रहे हैं घर में सात टांके बनवाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्मी का बढ़िया लाभ है। उन्होंने बताया कि वे 80 डिसमिल में सब्जी और 4 एकड़ में धान लगाते हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें जैविक खेती के लिए रजिस्ट्रेशन कराने कहा। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना से लाभान्वित हितग्राही ओंकार प्रसाद बघेल ने बताया योजना का लाभ मिलने से बड़ी राहत मिली है। नियमित किश्त मिल रही है। हाट बाजार क्लीनिक योजना के बारे में जानकारी लेने पर मुख्यमंत्री को बच्चुराम ने बताया कि मैं भर्रेगांव का हूँ। गांव में नियमित गाड़ी आती है। वहां से दवाई ले रहा हूँ। पैसा नहीं लगता।
आत्मानंद स्कूल के विद्यार्थियों ने धारा प्रवाह अंग्रेजी में दिए मुख्यमंत्री के सवालों के जवाब
मुख्यमंत्री ने आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के छात्रों से छत्तीसगढ़ी में प्रश्न किए, जिनका विद्यार्थियों ने अंग्रेजी में उत्तर दिया। यशवंत जंघेल ने मुख्यमंत्री के पूछने पर अपने स्कूल के बारे में बताया। यशवंत जंघेल ने धाराप्रवाह अंग्रेजी में उत्तर देकर जनसमूह को खुश कर दिया। यशवंत ने अंग्रेजी में कहा कि इसके पहले जिस स्कूल में पढ़ते थे, वहां सालाना 20 हजार रूपए देने पड़ते थे। आत्मानंद स्कूल में एक भी पैसा नहीं लगता। मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़िया। पूनम साहू ने अंग्रेजी में उत्तर दिया कि पैंडेमिक में भी आपने स्कूल बना दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप मन सुनेव। बच्ची ह गितमीट गितमीट अंग्रेजी में तेजी ले बोलिस। कतका झन ल समझ आइस। फिर कहा कि देखिए कितना बढ़िया काम हो रहा है। हमारे बच्चों की अंग्रेजी कितनी अच्छी हो गई है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लाखड़ी भाजी, चना भाजी , गुलगुला भजिया एवं पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लिया स्वाद
परिवारजनों ने मुख्यमंत्री का फूल माला भेंट कर उत्साह एवं आत्मीय भाव से किया स्वागत
भेंट मुलाकात - ग्राम सुकुल दैहान
राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात के क्रम में आज राजनंदगांव विधानसभा के ग्राम सुकुल दैहान पहुंचे । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दोपहर का भोजन किसान श्री लिल्लू दास खरे के घर में किया। घर पहुंचने पर श्री लिल्लू दास और उनके परिवारवालों ने उत्साह एवं आत्मीय भाव से मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक तरीके के साथ किया ।मुख्यमंत्री को कांसे की थाली में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी भोजन परोसा गया भोजन में लाखड़ी भाजी, चना भाजी, जीरा फूल चटनी, मूंनगा दाल ,बैगन टमाटर , चीला , दूध फरा, भजिया कढ़ी, गुलगुला एवं अन्य पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजन मुख्यमंत्री ने सादगी के साथ ग्रहण किया। सादगीपूर्वक भोजन ग्रहण कर मुख्यमंत्री ने श्री लिल्लू दास खरे के परिवार के सदस्यों का कुशलक्षेम पूछा एवं स्नेह के साथ भोजन कराने के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री के साथ खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, डोंगरगांव विधायक श्री दलेश्वर साहू , महापौर श्रीमती हेमा देशमुख एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भोजन ग्रहण किया । - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने साहू समाज के भवन निर्माण के लिए एक करोड़ रूपए स्वीकृत करने की घोषणा कीजिला साहू संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोहराजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट मुलाकात अभियान अंतर्गत राजनांदगांव प्रवास के दौरान आज शाम जिला साहू संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे नए जोश के साथ सभी को साथ लेते हुए समाज के विकास और उपलब्धि के लिए मिलकर कार्य करे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने साहू समाज के भवन निर्माण के लिए एक करोड़ रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री टहल सिंह साहू ने की। इस मौके पर खाद्य मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत भी मौजूद थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी धान मिंजने का कार्य चल रहा है और धान खरीदी का शुभारंभ हो चुका है। किसान टोकन लेकर धान का विक्रय कर रहे है। उन्होंने किसानों से कहा की सभी को पैरा दान करना है, ताकि गौठान ने मवेशियों के लिए चारा उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि आज ग्राम सुरगी और सुकुल दैहान में बड़ी मात्रा में पैरादान किया गया है। पैरा दान करने वालों को पुरस्कृत भी किया जा रहा है। गोबर और गोमूत्र के विक्रय से राशि मिल रही है। सभी विकासखंड में रूलर इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जा रही है, इसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। रीपा के तहत तेल पेरने की मशीन, आटा बनाने की मशीन, धान कूटने की मशीन लगाई गयी है। यहां समाज के लोगों को भी रोजगार मिलेगा और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए जमीन, पानी, बिजली, शेड सहित लोन की व्यवस्था युवाओं के लिए की गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य में राज्य में धान खरीदी की जा रही है। भूमिहीन गरीब मजदूरों के राजीव गांधी भूमिहीन न्याय योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें 7 हजार रुपए प्रति वर्ष राशि दी जा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, मुख्यमंत्री हाट बाजार, मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत हितग्राहियों को लाभ पहुंचाया जा रहा हैं। सरकार छत्तीसगढ़ी बोली भाषा रहन-सहन को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। पारंपरिक खेल फुगड़ी, गिल्ली-डंडा, बिल्लस जैसे खेलों को वापस लाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की शुरुआत की गई है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण एवं डोंगरगांव विधायक श्री दलेश्वर साहू, अध्यक्ष तेलघानी बोर्ड श्री संदीप साहू, खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता साहू, महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, श्री जितेंद्र उदय मुदलियार सहित बड़ी संख्या में साहू समाज के पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सुरगी पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्राम पंचायत सुरगी में माता शीतला मंदिर में पूजा कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और ख़ुशहाली की कामना की। छत्तीसगढ़ में शीतला माता का विशेष महत्व और आस्था है। गांव में कोई भी शुभ और मंगल कार्य माता शीतला की पूजा कर की जाती है। छत्तीसगढ़ में विशेष आस्था के साथ शीतला माता की पूजा की जाती है। गांव में ऐसी मान्यता है कि शीतला माता की पूजा करने से गांव में किसी प्रकार की बीमारी या प्राकृतिक प्रकोप नहीं आता है। माता शीतला गांव की रक्षा करती है। इस विश्वास के साथ गांव में माता शीतला का विशेष महत्व होता है।
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हाट बाजार क्लिनिक योजना पर डब्ल्यूएचओ द्वारा तैयार कराई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म रिलीज की
डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि ने कहा - योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा है, यह नवाचार देश के अन्य किसी राज्य में नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन के जिनेवा स्थित मुख्यालय में दिखाई जाएगी यह फिल्म
हाट-बाजार क्लिनिकों में 62 लाख से अधिक लोगों को मिली इलाज की सुविधा
1798 हाट-बाजारों में लोगों को मिल रही निःशुल्क जांच, उपचार और दवाईयों की सुविधा
प्रदेश में अब तक कुल 1.28 लाख क्लीनिक आयोजित की गई
रायपुर : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने छत्तीसगढ़ की हाट बाजार क्लीनिक योजना की सराहना की है। डब्ल्यूएचओ ने वनांचल और दूरस्थ अंचल के गांवों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में कारगर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार कराई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह फिल्म रिलीज की। यह फिल्म विश्व स्वास्थ्य संगठन के जिनेवा स्थित मुख्यालय में दिखाई जाएगी।इस मौके पर उपस्थित डब्ल्यूएचओ की प्रतिनिधि डॉ. हिल्डे डी. ग्रीव ने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा है। यह नवाचार देश के किसी अन्य राज्य में नहीं है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इस डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म का निर्माण कराया है, जिससे इस योजना का प्रचार प्रसार अन्य राज्य ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो सकेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने संवेदनशीलता के साथ दूरस्थ अंचल के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए इस योजना के माध्यम से सराहनीय पहल की है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि हाट बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से अब तक 62 लाख 47 हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को छत्तीसगढ़ शासन की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ आज वनांचल क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति को भी मिल रहा है। जो लोग अस्पताल से दूरी होने की वजह से अपना इलाज नहीं करा पाते थे, वे आज अपने घर के समीप इस योजना के माध्यम से इलाज करा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोग हाट-बाजार में अवश्य जाते हैं। यहां चिकित्सा दल और डॉक्टरों की मौजूदगी, निःशुल्क जांच और दवाईयों की सुविधाएं उपलब्ध होने से लोग अपने स्वास्थ्य की जांच और इलाज कराने लगे हैं। लोगों का स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। हाट-बाजार क्लिनिक योजना का मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान और मुख्यमंत्री सुपोषण योजना की सफलता में प्रभावी भूमिका रही है। इस योजना के संचालन से बस्तर में डायरिया के प्रकरण काफी कम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 429 मेडिकल मोबाइल वाहनों की मदद से प्रदेश में 1798 हाट-बाजार क्लिनिक योजना का संचालन किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 28 हजार से अधिक हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से पिछले 4 वर्षों में 62 लाख 47 हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हुई है। हाट-बाजार क्लीनिक योजना में 10 प्रकार की जांच और 60 प्रकार की दवाइयां निःशुल्क दी जा रही हैं। इस योजना में 57 लाख 35 हजार से अधिक लोगों को दवा वितरण किया गया तथा 25 लाख से अधिक लोगों ने पैथोलॉजी जांच कराई है। हॉट बाजार क्लीनिक योजना में गर्भवती माताओं की जांच, संक्रामक तथा असंक्रामक बीमारियों की जांच, नेत्र रोग जांच, कुपोषण जांच, चर्म रोग, मधूमेह, टीबी, कुष्ठरोग, उच्च रक्तचाप तथा एचआईवी जांच और परिवार नियोजन संबंधी सलाह लोगों को दी जा रही है। इन क्लिनिकों में शिशुओं और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था सुेेदृढ़ करने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों और जिला चिकित्सालय में स्वास्थ सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। हमर लैब के माध्यम से लोगों को निशुल्क जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत कुछ किया गया है, लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने में उल्लेखनीय कार्य किया है।स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को इस योजना की शुरुआत करने एवं लागातार समीक्षा करने लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा लगातार मॉनिटरिंग की वजह से ही इस योजना का लाभ प्रदेश की आम जनता को मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। स्वास्थ्य सचिव श्री आर. प्रसन्ना ने कहा कि इस योजना में मरीजों को रेफरल इलाज के लिए आवश्यकता अनुसार नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में भेजा जा रहा है पिछले 4 वर्षों में हाट बाजार में क्लीनिक में आने वाले मरीजों की संख्या 18 से बढ़कर 72 हो गई है।इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, स्वास्थ्य संचालक श्री भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के मिशन संचालक श्री विलास भोसकर संदिपान, प्रदेश के हाट बाजार क्लीनिक योजना के नोडल डॉ. अभ्युदय शक्ति तिवारी एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन से आए डॉ. हिल्डे डी. ग्रेव, डॉ. दिलीप मैरेमबाम, उरया नाग व गौरव कुमार उपस्थित थे। -
एजेंसी
उत्तर प्रदेश : बीसीए की छात्रा आयुषी की गोली मारकर हत्या की गई, फिर उसके शव को यमुना एक्सप्रेस की सर्विस रोड पर ट्रॉली बैग में पैक कर फेंक दिया गया। इस मामले में घर वालों ने बेटी की गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई थी। जब पुलिस मृत छात्रा के घर पहुंची तो उसका पिता वह नहीं था। बाद में पुलिस ने उसे खोज लिया। रविवार देर रात पूछताछ में जब पिता ने बेटी की हत्या करने की बात कबूल की तो पुलिस के लिए हत्या से जुड़े साक्ष्य एकत्र करने में आसानी हो गई। देर रात ही पुलिस की टीम हत्या स्थल और लाश को ले जाने में इस्तेमाल की गई कार, जिस हथियार से गोली चलाई गई थी, उसे अपने कब्जे में लेने आदि कार्य में जुट गई। 18 नवंबर की सुबह यमुना एक्सप्रेस की सर्विस रोड पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास झाड़ियों में ट्रॉली बैग मिला था। ट्रॉली बैग में युवती की लाश थी।
इसके 48 घंटे में ही पुलिस मृतका के घर तक पहुंच गई। मृतका की पहचान रविवार की देर शाम मां और भाई ने की। पुलिस अब इस मामले में जांच की बात कह कर चुप्पी साधे हुए है। हालांकि शुरुआत में ही पुलिस को लाइन मिल गई थी कि हत्यारोपी पिता ही है।
इसी कारण दिल्ली के मोड़ बंद से पिता, भाई और मां को पुलिस टीमें साथ लेकर आईं, लेकिन पिता को पोस्टमार्टम गृह तक नहीं लाई। केवल निजी कार में थाना राया के प्रभारी निरीक्षक ओम हरि वाजपेयी, एसआई विनय कुमार और एक सिपाही के साथ केवल बृजबाला और भाई आयुष को ही लाया गया। खास बात यह भी है कि आयुषी 17 नवंबर को ही लापता हो गई थी, इसकी कहीं भी गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई गई थी। वहीं, हत्या के बाद पिता भी घर से कहीं चला गया था। अनुमान है कि पुलिस आज इस पूरे घटनाक्रम से सब पहुलओं से पर्दा उठाएगी।
पोस्टमार्टम गृह पर राया पुलिस के साथ पहुंची मां और भाई ने चेहरा ढक रखा था। जैसे ही पोस्टमार्टम गृह के अंदर कमरे में जाते ही पुलिस ने फीजर को खोला तो लाश देखते ही मां और भाई बिलख पड़े। जोर-जोर से बिलखते हुए मां और बेटे एक दूसरे के गले लग गए। 10 मिनट बाद दोनों बाहर आए। मीडिया कर्मी ने उनसे सवाल पूछे तो दोनों ने कुछ नहीं बताया। ऐसा लग रहा था कि पुलिस ने उन्हें बोलने के लिए मना ही कर दिया हो। आयुषी के पिता नीतीश मूल रूप से गोरखपुर जिले के गांव सुनारी का रहने वाला है। वह कई वर्षों से दिल्ली के गांव मोड़ बंद में परिवार के साथ रह रहा है। नीतीश की इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है। वहीं आयुषी बीसीए की छात्रा थी। आयुषी की हत्या क्यों की, इस पर अभी राज बरकरार है।
12 घंटे तक घर में रखी रही लड़की की लाश
सूत्रों के अनुसार, आयुषी की हत्या 17 नवंबर दोपहर को ही कर दी गई थी। इसके बाद उसके शव को घर पर ही रखा गया। यह सबकुछ परिवार के अन्य सदस्यों के सामने ही हुआ। रात का इंतजार किया गया और पिता ट्रॉली बैग में बेटी की लाश लेकर यमुना एक्सप्रेसवे की तरफ निकला। रास्ते में लाश फेंकने का मौका नहीं मिला। मथुरा के राया आकर उसने बैग को देर रात फेंक दिया। 18 नवंबर को सुबह 11:00 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि यमुना एक्सप्रेस वे किनारे बैग पड़ा है, जिसमें से खून रिस रहा है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जल जीवन मिशन: 16.54 लाख से अधिक परिवारों को मिला नल कनेक्शन
रायपुर : राज्य के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपुर्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत अंतर्गत अब तक 16 लाख 54 हजार 284 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ राज्य के 43 हजार 844 स्कूलों, 41 हजार 661 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 17 हजार 278 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे। जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रति व्यक्ति, प्रति दिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है, इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वाटर की व्यवस्था भी की जा रही है।जल जीवन मिशन संचालक श्री टोपेश्वर वर्मा ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सोलर आधारित, रेट्रोफिटिंग, मल्टी विलेज और सिंगल विलेज योजनाओं को जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी प्रगतिरत कार्य की अद्यतन जानकारी आईएमआईएस पोर्टल में इन्द्राज करना सुनिश्चित करने भी कहा है।जल जीवन मिशन के तहत जांजगीर-चांपा जिलें में सर्वाधिक 1 लाख 43 हजार 224 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं। राजनांदगांव जिलें में 1 लाख 20 हजार 901, रायपुर जिलें में 1 लाख 905, रायगढ़ जिलें में 1 लाख 13, धमतरी जिले में 98 हजार 485, बलौदाबाजार-भाटापारा में 82 हजार 436, बेमेतरा 78 हजार 536, कवर्धा 79 हजार 819, दुर्ग 75 हजार 59, बिलासपुर जिले में 75 हजार 522 और महासमुंद जिलें में 72 हजार 632 नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसी तरह गरियाबंद 62 हजार 398, बीजापुर 18 हजार 338, कांकेर 52 हजार 760, नारायणपुर 10 हजार 16, मुंगेली में 58 हजार 5 , बालोद में 60 हजार 561, दंतेवाड़ा में 16 हजार 993 ,कोण्डागांव में 36 हजार 360, बस्तर में 47 हजार 266, कोरिया में 37 हजार 644, सुकमा में 16 हजार 355, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 17 हजार 181, सूरजपुर में 36 हजार 579, जशपुर में 43 हजार 770 ,कोरबा में 42 हजार 375, बलरामपुर में 36 हजार 233 और सरगुजा जिले के 33 हजार 918 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गोधन न्याय योजना: हितग्राहियों को 56वीं किश्त के रूप में 7 करोड़ से अधिक की राशि का अंतरण
मुख्यमंत्री ने किसानों से पैरादान के लिए की अपील
अब तक 4 हजार से अधिक गौठान पूरी तरह से स्वावलंबी बन स्वयं की राशि से खरीद रहे गोबर
गोधन न्याय योजना की सफलता से देश के अन्य राज्य भी हो रहे प्रभावित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में हितग्राहियों को 56वीं किश्त के रूप में हितग्राहियों को ऑनलाइन कुल 7 करोड़ 14 लाख रूपए की राशि का अंतरण किया। इसमें गोबर विक्रेताओं को 4.55 करोड़ रूपए, गौठान समितियों को 1.17 करोड़ रूपए तथा स्व-सहायता समूहों को 1.42 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गोधन न्याय योजना के तहत राशि का वितरण करते हुए खुशी व्यक्त किया कि राज्य में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत संचालित 9 हजार गौठानों में से अब तक 4 हजार से अधिक गौठान पूरी तरह से स्वावलंबी बन गए हैं, जो स्वयं की राशि से गोबर खरीदने में सक्षम हो गए हैं, यह योजना का उल्लेखनीय और एक महत्वपूर्ण परिणाम है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गौ-पालक किसानों और गोबर विक्रेताओं तथा स्व-सहायता समूहों को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा संचालित गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इससे हितग्राहियों को काफी तदाद में लाभ होने लगा है और वे आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। साथ ही इससे गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने लगी है। ये आंकड़े और परिणाम गोधन न्याय योजना की सफलता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। जिसकी चर्चा अब देशभर में होने लगी है और इसके परिणाम को देखते हुए अन्य राज्य भी गोधन न्याय योजना को अपनाने के लिए उत्सुक हैं। कभी किसी ने सोचा नहीं था कि गोबर से भी पैसा कमाया जा सकता है पर गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन कर छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने इसे साबित कर दिखाया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे गौ पालक किसानों को अधिक से अधिक पैरादान करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आप अपने गांव के गौठान में जो पैरादान करेंगे, उससे गांव के पशुओं के लिए चारे का बेहतर इंतजाम होगा। साथ ही जैविक खाद भी बनाया जा सकेगा। पैरा दान का फायदा पूरे गांव को होगा और इससे गांव का वातावरण भी साफ-सुथरा तथा शुद्ध रहेगा। मुझे इस बात की खुशी है कि छत्तीसगढ़ के किसानों ने पैरादान को लेकर भी जागरूकता आई है। पिछले 4 वर्षों के दौरान हमारे प्रदेश के किसानों ने खेती-किसानी के क्षेत्र में देश में कई मिसालें प्रस्तुत की हैं। निश्चित तौर पर पैरादान अभियान को लेकर भी वे नई मिसाल प्रस्तुत करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में खेती-किसानी को लेकर आप लोगों से मेरी लगातार आमने-सामने बात-चीत होती रहती है। मुझे आप लोगों का उत्साह देखकर बहुत अच्छा लगता है। छत्तीसगढ़ में इस साल भी धान की फसल अच्छी हुई है। वर्तमान में धान खरीदी का काम भी जोर-शोर से चल रहा है। किसानों को कोई असुविधा न हो, इसके मद्देनजर धान खरीदी व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाया गया है। चालू धान खरीदी सीजन में अब तक 8 लाख 67 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान के एवज में किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत लगभग 01 हजार 800 करोड़ रूपए का भुगतान भी कर दिया गया है। प्रदेश में इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान के उपार्जन का लक्ष्य निर्धारित है। कार्यक्रम को कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने भी सम्बोधित किया।
गौरतलब है कि राज्य में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत ग्रामीण पशुपालक किसानों से गोबर क्रय करने में छत्तीसगढ़ सरकार के साथ-साथ अब स्वावलंबी गौठान भी बराबर की भागीदारी निभाने लगे हैं। राज्य में औसत रूप से प्रत्येक पखवाड़े 4 से 5 करोड़ रूपए की गोबर खरीदी गौठानों में हो रही है, जिसमें से दो से ढ़ाई करोड़ रूपए का गोबर स्वावलंबी गौठान स्वयं की राशि से कर रही है। बीते कुछ पखवाड़े से यह स्थिति बन गई है कि गोधन न्याय योजना के तहत हो रही गोबर खरीदी की राशि का लगभग 50 प्रतिशत से भी कम का भुगतान ही सरकार के जिम्मे आ रहा है। राज्य में 4010 गौठान पूरी तरह से स्वावलंबी बन गए हैं इन गौठान समितियों के पास 103 करोड़ रूपए की पूंजी जमा है। गौठान समितियों ने अब तक 26.73 करोड़ रूपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय किया है।
गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी के एवज में अब तक गोबर विक्रेता पशुपालक ग्रामीणों को 179.28 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 20 नवम्बर को 4.55 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आकड़ा 183.83 करोड़ रूपए हो जाएगा। इसी तरह गौठान समितियों और महिला समूहों को लाभांश के रूप में 164.24 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। 20 नवम्बर को 2.59 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह राशि बढ़कर 166.84 करोड़ रूपए हो जाएगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि महिला स्व-सहायता समूहों को वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के पश्चात शासन द्वारा 18 करोड़ रूपए के विशेष बोनस का भुगतान किया गया था। राज्य में 10 हजार 448 गौठान स्वीकृत किए गए, जिनमें 9 हजार 36 गौठान निर्मित एवं संचालित हैं। गौठानों में पंजीकृत विक्रेताओं और पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलो की दर पर गोबर खरीदी की जा रही है। इससे 3 लाख 2 हजार 118 ग्रामीण, पशुपालक और भूमिहिन लाभान्वित हो रहे हैं, जिसमें भूमिहीनों की संख्या 1 लाख 66 हजार 279 हैं। लाभान्वितों में 46.13 फीसदी महिलाएं हैं। अलग-अलग वर्गों में अन्य पिछड़ा वर्ग के 49.03 फीसदी, अनुसूचित जनजाति के 39.56 फीसदी, अनुसूचित जाति के 8.10 फीसदी लाभान्वित हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मछुआ सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री एम. आर. निषाद, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री सचिवालय के सचिव श्री अंकित आनंद, पशुपालन विभाग की संचालक श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी सांस्कृतिक संध्या में करेंगे शिरकत
छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक नृत्यों का होगा भव्य आयोजन
रायपुर : प्रगति मैदान में 21 नवंबर को दिल्लीवासियों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में एम्फी थियेटर में छत्तीसगढ़ राज्य दिवस का यह आयोजन किया जाएगा, जिसका उद्घाटन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ पवेलियन का भ्रमण कर स्टालों का अवलोकन करेंगे। छत्तीसगढ़ के पवेलियन में 'गढ़बो नवा छत्तीसगढ़' की झलक देखने को मिल रही है। पवेलियन में सशक्त ग्रामीण अर्थव्यवस्था व आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ को दिखाने का प्रयास किया गया है।
सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक नृत्यों की झलक दिखेगी। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ से आए लोक कलाकार गौर नृत्य, परब नृत्य, भोजली नृत्य, गेड़ी नृत्य, सुआ नृत्य, पंथी नृत्य और करमा नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
सुआ नृत्य
यह छत्तीसगढ़ का एक और लोकप्रिय लोक नृत्य है जो आमतौर पर गौरा के विवाह के अवसर पर किया जाता है।यह मूलतः महिलाओं और किशोरियों का नृत्य है। इस नृत्य में महिलाएं एक टोकरी में सुआ (मिट्टी का बना तोता) को रखकर उसके चारों ओर नृत्य करती हैं और सुआ गीत गाती हैं। गोल गोल घूम कर इस नृत्य को किया जाता है। तथा हाँथ से या लकड़ी के टुकड़े से ताली बजाई जाती है। इस नृत्य के समापन पर शिव गौरी विवाह का आयोजन किया जाता हैं। इसे गौरी नृत्य भी कहा जाता है।
परब नृत्य
यह नृत्य बस्तर में निवास करने वाले धुरवा जनजाति के द्वारा किया जाता है। यह नृत्य महिला व पुरुष साथ मिलकर बांसुरी, ऑलखाजा तथा ढोल बजाते हुए करते हैं , जिसमें पिरामिड जैसा दृश्य दिखाई पड़ता है। इस नृत्य को सैनिक नृत्य कहा जाता है, क्योंकि नर्तक नृत्य के दौरान वीरता के प्रतीक चिन्ह कुल्हाड़ी व तलवार लिए होते हैं। इस नृत्य का आयोजन मड़ई के अवसर पर किया जाता है।
पंथी नृत्य
यह नृत्य न केवल इस क्षेत्र के लोक नृत्य के सबसे महत्वपूर्ण रूपों में से एक है, बल्कि इसे छत्तीसगढ़ के सतनामी समुदाय का एक प्रमुख रिवाज या समारोह भी माना जाता है। यह नृत्य अक्सर समुदाय द्वारा माघ पूर्णिमा में होने वाले गुरु घासीदास की जयंती के उत्सव के दौरान किया जाता है। लोग इस नृत्य के माध्यम से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और अपना प्रतिनिधित्व करते हैं। किसी भी नृत्य शैली की तरह, यह भी कई चरणों और पैटर्न का एक संयोजन है। हालाँकि, जो चीज इसे अद्वितीय बनाती है, वह यह है कि यह अपने पवित्र गुरु की शिक्षाओं को दर्शाते हैं।
गेंड़ी नृत्य
यह नृत्य संपूर्ण छत्तीसगढ़ में प्रचलित है ,परंतु बस्तर में इसे मुड़िया जनजाति द्वारा सावन माह में हरेली के अवसर पर किया जाता है। यह पुरुष प्रधान नृत्य है, जिसमें पुरुष तीव्र गति से व कुशलता के साथ गेड़ी पर शारीरिक संतुलन को बरकरार रखते हुए नृत्य करते हैं। यह नृत्य शारीरिक कौशल और संतुलन को प्रदर्शित करता है।
करमा नृत्य
एक छत्तीसगढ़ का पारम्परिक नृत्य है। इसे करमा देव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस नृत्य में पारंपरिक पोषक पहनकर लोग नृत्य करते है और छत्तीसगढ़ी गीत गाते है।छत्तीसगढ़ का यह लोक नृत्य आमतौर पर राज्य के आदिवासी समूहों जैसे गोंड, उरांव, बैगा आदि द्वारा किया जाता है। यह नृत्य वर्षा ऋतु के अंत और वसंत ऋतु की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। इस नृत्य प्रदर्शन में गांवों के पुरुष और महिलाएं दोनों भाग लेते हैं। कर्मा नृत्य के लिए कलाकारों की टीम में एक प्रमुख गायक भी होता है।
गौर नृत्य
इस नृत्य को बस्तर में निवासरत मारिया जनजाति के द्वारा जात्रा पर्व के अवसर पर किया जाता है। इस नृत्य में युवक सिर पर गौर के सिंह को कौड़ियों से सजाकर उसका मुकुट बनाकर पहनते हैं । अतः इस नृत्य को गौर नित्य भी कहा जाता है। इस नृत्य में केवल पुरुष भाग लेते हैं। महिलाओं द्वारा केवल वाद्य यंत्र को बजाया जाता है जिसे तिर्तुडडी कहते हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री भारतरत्न श्रीमती इंदिरा गांधी और प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को उनकी जयंती पर उनके तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती गांधी के बहुआयामी व्यक्तित्व और देश के लिए उनके योगदान को याद करते हुए कहा है कि वे आजीवन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए लगी रहीं। देश की एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए उन्होंने अपना जीवन तक न्यौछावर कर दिया। देश में सद्भाव बढ़ाने और एकता की भावना को मजबूत करने के लिए श्रीमती गांधी के जन्मदिन को कौमी एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
श्री बघेल ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई का अदम्य साहस और शौर्य आज भी लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। रानी लक्ष्मी बाई ने अपनी मातृभूमि की रक्षा और सम्मान के लिए प्राण तक न्यौछावर कर दिए। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों का साहसपूर्वक विरोध किया और जीवन के अंतिम क्षण तक हार नहीं मानी।
धर्मजयगढ़ के विधायक लालजीत सिंह राठिया ने भी दोनों महान विभूतियों को पुष्पांजलि अर्पित की।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाराज्य में किसानों को बीहन लाख उपलब्ध कराने पर्याप्त प्रबंध
कुसुमी बीहन लाख हेतु 15 दिसंबर तक मांग के अनुसार राशि जमा कराने समय-सीमा निर्धारित
4 हजार से 10 हजार टन तक लाख का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश के अनुरूप छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय में वृद्धि हेतु विशेष पहल की जा रही है। इसके परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बीहन लाख आपूर्ति तथा बीहन लाख विक्रय और लाख फसल ऋण की उपलब्धता के लिए मदद सहित आवश्यक व्यवस्था की गई है। राज्य में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रूपए है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रूपए की आय कृषकों को देने का लक्ष्य है।
राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने हेतु कृषकों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर क्रय करने के लिए क्रय दर का निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 550 रूपए प्रति किलो ग्राम तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 275 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है। इसी तरह कृषकों को बीहन लाख उपलब्ध कराने हेतु विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त ) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 640 रूपए प्रति किलोग्राम और रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 375 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से लाख फसल ऋण निःशुल्क ब्याज के साथ प्रदाय करने हेतु व्यवस्था की गई है। इसके तहत लाख पालन करने हेतु पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रूपए, बेर पर 900 रूपए तथा पलाश पर 500 रूपए प्रति वृक्ष ऋण सीमा निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में 03 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में ऑनफार्म प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
राज्य में योजना के सफल क्रियान्वयन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 03 से 05 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन भी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक लाख उत्पादन क्लस्टर में सर्वेक्षण कर कृषकवार बीहन लाख की मांग की जानकारी ली जा रही है। इनमें कृषकों को संघ द्वारा निर्धारित मूल्य पर बीहन लाख प्रदाय करने हेतु आवश्यक कुल राशि को अग्रिम रूप से जिला यूनियन खाते में जमा कराना होगा। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए कृषकों से प्राप्त मांग के अनुरूप राशि जमा किए जाने हेतु 15 दिसंबर तक समय-सीमा निर्धारित है। -
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बीते 4 सालों में हाफ बिजली बिल योजना से उपभोक्ताओं को लगभग 32 सौ करोड़ रूपये की मिली छूट
कृषकों को दी जा रही निशुल्क विद्युत प्रदाय योजना में पिछले 4 वर्षों में दी गयी 10,432 करोड़ की छूट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित हाफ बिजली बिल योजना से राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल रही है। 01 मार्च 2019 से प्रतिमाह खपत की गई 400 यूनिट तक की बिजली पर प्रभावशील विद्युत की दर का आधा बिल भेजा जा रहा है। सितंबर 2022 की स्थिति में इस योजना के अंतर्गत 41.84 लाख घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ दिया जा रहा है । विगत 04 वर्षों में योजना के अंतर्गत रु 3151 करोड़ की छूट दी गई है। उक्त योजना लागू होने से प्रदेश के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं का विद्युत देयक आधा हो जाने के कारण निम्न एवं मध्यम वर्ग के उपभोक्ता बचत की राशि से अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम हुए हैं।
किसानों को दी जा रही निःशुल्क बिजली :-
शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए विद्युत खपत की कोई सीमा नहीं रखी गई है। उनके द्वारा खेती में उपयोग की जा रही पूरी बिजली को निःशुल्क रखा गया है। इस योजना के अंतगर्त पात्र कृषकों को 3 अश्वशक्ति तक कृषि पम्प के बिजली बिल में 6000 यूनिट प्रति वर्ष एवं 3 से 5 अश्वशक्ति के कृषि पम्प के बिजली बिल में 7500 यूनिट प्रति वर्ष छूट दी जा रही है।
उपरोक्त छूट के अतिरिक्त कृषकों को फ्लेट रेट दर पर बिजली प्राप्त करने का विकल्प भी दिया गया है। फ्लेट रेट विकल्प चुनने वाले किसानों को उनके द्वारा की गई विद्युत खपत की कोई सीमा न रखते हुए, मात्र 100/- प्रतिमाह प्रति अश्वशक्ति की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होगा। शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए विद्युत खपत की कोई सीमा नहीं रखी गई है। उनके द्वारा खेती में उपयोग की जा रही पूरी बिजली को निःशुल्क रखा गया है। योजना का विस्तार करते हुए अगस्त 2018 से फ्लेट रेट की सुविधा राज्य के समस्त किसानों के सभी सिचाई पम्पों पर बिना पम्प की क्षमता के सीमा के उपलब्ध करायी जा रही है। इसके अन्तर्गत किसानों को 5 अश्व शक्ति तक द्वितीय पम्प के लिए रू. दो सौ रूपये प्रति अश्व शक्ति प्रतिमाह 5 अश्व शक्ति से अधिक प्रथम एवं द्वितीय पम्प के लिए रू. दो सौ रूपये प्रति अश्व शक्ति प्रतिमाह 5 अश्व शक्ति एवं 5 अश्व शक्ति से अधिक तृतीय एवं अन्य पंप के लिए रू तीन सौ रूपये प्रति अश्व शक्ति प्रतिमाह की दर से बिल भुगतान हेतु सुविधा प्रदान की गई है। विगत 04 वर्षों में योजना के अंतर्गत रू 10,432 करोड की छूट दी गई है।
कृषि पंपों का ऊर्जीकरण
कृषि पंपों के ऊर्जीकरण प्रति पंप एक लाख रू एवं अधिकतम 1.50 लाख तक अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। विगत 04 वर्षों में 534 करोड़ व्यय कर 64,918 पंपों के लाईन विस्तार कार्य पूर्ण किये गये है।
बी.पी.एल. उपभोक्ताओं को दी जा रही रियायतें:-
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को प्रत्येक माह 30 यूनिट तक निःशुल्क विद्युत प्रदाय किया जाता है। इन बी०पी०एल० कनेक्शनधारियों के 30 यूनिट खपत के विद्युत देयक राशि का प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा किया जाता है। विगत 04 वर्षों में योजना के अंतर्गत रू 1,973 करोड़ की छूट दी गई है।
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अंबागढ़ चौकी : उन्होंने कहा कि खुज्जी विधानसभा के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में छुरिया और चिल्हाटी पहुंचे, लोगों से मिले।
पहले ही भेंट मुलाकात में हमने अधिकारियों को कहा था कि जमीन पर अच्छा काम होना चाहिए। तेंदूपत्ता भुगतान से संबंधी कल शिकायत आई। जिस पर 8 दिन के भीतर प्रत्येक संग्राहकों से पूरी जानकारी ली जाएगी और जांच होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मुद्दा पानी का आया था, उस पर अधिकारियों से जानकारी ली है।हम लगातार रूरल इंडस्ट्रियल पार्क आदि योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण उद्योग को मजबूत कर रहे हैं। इस साल धान खरीदी 1 नवंबर से शुरू हो गई है। इस बार अरहर, उडद और मूंग की भी खरीदी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने पैरादान के लिए अपील करते हुए कहा कि धरती के लिये और पशुधन के लिए यह बहुत अच्छा है।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला बनने से तेजी से यहां जिला स्तरीय अधोसंरचना बनती है। सभी सुविधाएं यहां शीघ्र मिलेंगी।आरक्षण के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में जो आरक्षण संबंधी प्रावधान हैं वो सबको मिलेंगे।
वहीं शिवनाथ नदी के संरक्षण पर एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि नदी बारहमासी हो, इसके लिए उनके पुनर्जीवन पर काम हो रहा है।नदी का प्रवाह बना रहना चाहिए।नरवा योजना से तेजी से रिचार्ज हो रहा है। इकोसिस्टम पूरी तरह से ठीक होगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि जनजातियों के लिए लाई गई योजनाओं से लोगों को संतोष मिला है।
अब बिल्कुल छोटे कस्बों में भी बाइक शो रूम खुल गए। बाइक है तो सड़क चाहिए। अब सड़क का विरोध नहीं होता।
उन्होंने कहा कि लोगों का नजरिया बदला है। लोगों को रोजगार मिला है।दंतेवाड़ा में डैनेक्स की फैक्ट्री हैं 1500 लोग काम कर रहे हैं।कटेकल्याण में मुझे बताया गया कि महुवा लोग नेट में संकलित करती हैं।
वो इंग्लैंड जाना चाहती हैं कि वहां के लोग इसका क्या करते हैं।उनका आत्मविश्वास का स्तर कितना बढ़िया है।
लोग आत्मानंद स्कूल मांगते हैं। बैंक मांगते हैं। योजनाएं इतनी हैं कि डीबीटी से अलग अलग योजनाओं से पैसा आ जाता है और कई बार लोग चकित भी हो जाते हैं। इससे नक्सलवाद कमजोर हुआ है। -
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अंबागढ़ चौकी स्थित सर्किट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक प्रारंभ
राजनंदगांव : - हाट बाजार की जानकारी ली गई, मौसमी बीमारी का उपचार करने को कहा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में शुगर के मरीज बढ़ने पर स्क्रीनिंग करने के निर्देश।- पेयजल को लेकर आर्सेनिक की समस्या पर चर्चा। पानी में आयरन मिश्रण होने की जानकारी पर उसके समुचित उपचार हेतु आयरन रिमूवर मशीन लगाने के निर्देश।
- अधिकारियों को निर्देश-सुपोषण के मामले में व्यवहार परिवर्तन बहुत जरूरी है। काउंसिलिंग करें, सुपोषण वाटिकाएं बनाएं।
- डायबिटीज की बीमारी के केस हाट बाजार में ज्यादा आ रहे हैं। ये लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारी अधिक है। गांव में तो लोग मेहनतकश होते हैं। इसके बारे में देखिए, पड़ताल कीजिये।आंगनबाड़ियों में पर्याप्त जगह है सुपोषण वाटिकाएं बनाएं, बच्चों को बताएं कि यह वाटिका उनके पोषण के लिए कितनी उपयोगी है। घर में भी बच्चों को अच्छा भोजन मिले, इसके लिए परिवार जनों की काउंसलिंग करें। पोषण के लिए अंडे का उत्पादन स्थानीय समूह ही करें, इससे पोषण भी मजबूत होगा और आय भी बढ़ेगी।मानपुर एसडीएम पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे पूछा गया कि कितने हॉस्टल का निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि 2, इस पर कहा गया कि हॉस्टल का इशु तो सबसे सेंसिटिव होता है,इसकी फ्रीक्वेंसी बढ़े। डीएफओ से पूछा गया कि कल भेंट-मुलाकात में संग्राहकों ने शिकायत की। डीएफओ ने बताया कि 2 मामलों में पूर्ण भुगतान हुआ है इसकी जांच की गई। शेष 2 मामलों में फड़मुशी की गलती पाई गई।इसे गंभीर शिकायत बताते हुए कहा गया कि इसमें पावती वाला कुछ सिस्टम करें और फीडबैक लें। इससे होगा ये कि भुगतान किसी तकनीकी कारण से नहीं आया हो तो पता चल जाएगा।
कहा गया कि - सचिव भी अलर्ट रहें। जिन हितग्राहियों को किसी कारण से डीबीटी ट्रांसफर नहीं हुआ या कम हुआ है तो इसकी जानकारी लें और त्रुटि सुधार के लिए भेजें। इसके लिए मेकेनिज़्म बनाना होगा।
हाथियों के मूवमेंट पर जानकारी ली गई, एसडीओ फारेस्ट ने बताया कि महाराष्ट्र से हाथी आ रहे हैं।एक ही झुंड है जिसमें 13 हाथी हैं। पहले नहीं थे अब सक्रिय हो गए हैं।
हाथियों के मूवमेंट पर बारीक नजर रखने के निर्देश। अभी लोगों को इस बारे में जागरूक करें।जहां हाथी का प्रकोप अधिक है।वहां ट्रेकिंग ग्रुप बनाए गए हैं।ऐसा ही यहां भी हो। अधिकारियों ने बताया कि हाथी मित्र दल गठित किये गए हैं।
छुरिया में दिसंबर तक सड़कों के मरम्मत के निर्देश। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क को लेकर कहा गया कि मार्केट एनालिसिस किया जाए, क्योंकि प्राइवेट सेक्टर से प्रतिस्पर्धा होगी।
अच्छी डिमांड, अच्छी क्वालिटी से रीपा बढ़िया चलेगा।
इस पर सीईओ ने बताया कि ब्रेड, हैचरी और फ्लेक्स, प्रिंटिंग जैसे क्षेत्र चिन्हांकित किए गए हैं। अधिकारियों से कहा गया कि परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़क पर तत्काल पैच वर्क होना चाहिए। देर लगे तो तुरंत ब्लैकलिस्ट करें।
औधी की सड़कों के बारे में पूछा।शेष सभी सड़कों की स्थिति जानी।
बाहर से धान रोकने 3 चेक पोस्ट, दल लगातार कर रहा निगरानी।
कहा गया कि अक्सर फोकस मेन रोड पर होता है लेकिन ये पोरस बॉर्डर है। हर इलाके पर निगरानी रहे। एक बात ध्यान देनी है कि किसी समिति में ज्यादा धान एक ही दिन में आ जाये तो इस पर बारीक नजर रखें, इससे पता लगेगा कि यहां बाहर से भी धान खपाया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अंबागढ़ चौकी स्थित सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक में योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि कल भेंट-मुलाकात में मैंने देखा कि तेंदूपत्ता के मामले में जनप्रतिनिधियों को भी मालूम नहीं था। अधिकारियों को भी नहीं।
ये बहुत अप्रिय बात है। इसका मतलब यह है कि जमीनी स्तर पर आपका संपर्क नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल के समक्ष सीसीएफ ने अपनी बात रखी।चारों मामले के बारे में बताया।एक मामले में बताया कि पेमेंट आ चुका था लेकिन पत्नी को मालूम नहीं था।
एक मामले में प्रबंधक ने बताया कि सूची बनाते समय दूसरे की राशि चढ़ गई थी। लिखित प्रतिवेदन लिया गया है।एक मामले में बताया कि भुगतान हो चुका है। हमने पासबुक से डिटेल निकाला है।
कोरचटोला में एक मामले में पेमेंट कम क्यों हुआ, इसका रिकॉर्ड देख रहे हैं। प्रबंधक ने हमें सही फीडबैक नही दी। उन्हें निलंबित किया गया है।जहां कहीं भी अंतर पाया गया जांच में, प्रबंधकों पर कार्रवाई की जाएगी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 दिन में रिपोर्ट दें।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पूछने पर शारदा सिन्हा के मामले में पीएचई के ईई ने बताया कि एक हैंडपम्प में पानी मे आयरन पाया गया। शेष ठीक है। जांच के लिए कल ही टीम पहुंची थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया वालों को भी साथ ले जाएं ताकि वस्तुस्थिति की जानकारी हो और इस तरह की अतिरंजित कर की गई शिकायत न आये।
- रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि कल मेरे पास कुम्हार और बुनकर आये।उन्हें बढिया ट्रेनिंग और मार्केट मिल जाए तो उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बाजार और प्लेटफॉर्म मिल पायेगा। उन्होंने कहा कि गौठान में होने वाली रूटीन गतिविधि यहां नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने 30 केवी सब-स्टेशन की प्रगति के बारे में भी पूछा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छुरिया में हेल्थ ऑफिसर और स्टाफ द्वारा लोगों से दुर्व्यवहार की शिकायत आई है। यह नहीं होना चाहिए।इस पर छुरिया के बीएमओ ने कहा कि मैंने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया, मुख्यमंत्री ने कहा कि ध्यान रखें, लोगों से बढ़िया आचरण होना चाहिए।बैठक में मुख्यमंत्री ने अवैध शराब पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए।
राजीव युवा मितान क्लब के बारे में मुख्यमंत्री ने पूछा। जिस पर अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी दी। अम्बागढ़ चौकी में स्वावलंबन योजना के अंतर्गत दुकान बनी है। अलॉट क्यों नहीं हुए। सीएमओ ने बताया कि 4 बार इश्तहार निकाल चुके हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि मीटिंग कर लें , इससे लोग आ जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूछा कि सुपोषण मिशन में अंडा कहाँ से देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समूह की महिलाओं से मुर्गीपालन का कार्य कराएं। अंडे यहीं से सप्लाई होंगे तो समूह की आय भी बढ़ेगी, बच्चे भी सुपोषित होंगे। मुख्यमंत्री ने नरवा योजना की प्रगति की जानकारी ली। बताया गया कि तीन साल में 2 फ़ीट वॉटरलेवल बढ़ गया है।
अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में जाति प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कराएं। मुख्यमंत्री ने शिक्षा की स्थिति जानी और पूछा कि पढ़ाई कैसे हो रही है, मुख्यमंत्री ने कहा कि तय कीजिए कि रिजल्ट बेहतर देंगे। -
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वनांचल के 5 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि होगी उपचारित: वन मंत्री श्री अकबररायपुर : राज्य सरकार द्वारा संचालित सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास कार्यक्रम अंतर्गत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 में 403 करोड़ 67 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें 5.70 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्र में लगभग 73 लाख 57 हजार भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है। कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के तहत प्रदेश के दो राष्ट्रीय उद्यान, दो टाईगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी तथा 01 एलीफेंट रिजर्व सहित विभिन्न वन मंडलों के नालों में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाएं निर्मित की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य प्रतिकरात्मक वनरोपण, निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) मद से बनने वाली इन जल संग्रहण संरचनाओं से वनांचल में रहने वाले लोगों और वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। साथ ही नाले में पानी का भराव रहने से आस-पास की भूमि में नमी बनी रहेगी। इससे खेती-किसानी में सुविधा के साथ-साथ आय के स्रोत और हरियाली में भी वृद्धि होगी।इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री संजय शुक्ला ने बताया कि नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के अंतर्गत गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान सरगुजा में 2 लाख 44 हजार तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जगदलपुर में 1389 संरचनाओं का निर्माण किया किया जा रहा है। इसी तरह इन्द्रावती टायगर रिजर्व बीजापुर में 4 लाख से अधिक तथा अचानकमार टाईगर रिजर्व लोरमी में 3 लाख 68 हजार संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा एलीफेंट रिजर्व सरगुजा में 85 हजार तथा अनुसंधान एवं विस्तार जगदलपुर अंतर्गत 58 हजार संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।इसी तरह वन मंडलवार बिलासपुर में 3 लाख 81 हजार, मरवाही में 8 लाख 97 हजार, कोरबा में 5 लाख 84 हजार तथा कटघोरा में एक लाख 89 हजार संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। रायगढ़ में 19 हजार, धरमजयगढ़ में 2 लाख 70 हजार, जांजगीर-चांपा में 19 हजार तथा मुंगेली में 2 लाख 60 हजार संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा खैरागढ़ वनमंडल अंतर्गत एक लाख 6 हजार, बालोद में 57 हजार, राजनांदगांव में 2 लाख 79 हजार तथा कवर्धा में 2 लाख 27 हजार संरचनाओं का निर्माण हो रहा है।रायपुर में 87 हजार, बलौदाबाजार में 72 हजार, धमतरी में 13 हजार, सुकमा में 3 लाख 30 हजार, बीजापुर में एक लाख 34 हजार तथा दंतेवाड़ा में 32 हजार संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। जशपुर में 77 हजार, सरगुजा में एक लाख 47 हजार, सूरजपुर में एक लाख 5 हजार, बलरामपुर में 7 लाख 62 हजार संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। कोरिया में 2 लाख 67 हजार, मनेन्द्रगढ़ में एक लाख 68 हजार संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। इसी तरह वनमंडलवार दक्षिण कोण्डागांव में एक लाख 94 हजार तथा नारायणपुर में एक लाख 25 हजार संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। -
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दूसरे राज्य हमारे समावेशी विकास के मॉडल को अपनाने में लगे हुए हैं
‘भेंट मुलाकात लोकतंत्र’ में खुले मंच पर सभी लोगों को संवाद का सीधा अवसर
‘पालक का कथन, सेजेस भविष्य का निर्माण करने वाली युवाओं के लिए शासन का बड़ा तोहफा’
शासन की जन हितैषी योजनाओं से छत्तीसगढ़ में पलायन नगण्य
राजनंदगांव : कोरोना काल में जहां वेतन कटौती हो रही थी और रोजगार के अवसर कम हो रहे थे वहां भी हमने किसानों से किया वादा निभाया, चार किश्त में ही सही पर किसानों को उनके खाते में पूरे पैसे मुहैया कराए। आज हमारे द्वारा चालू किये गए आजीविका मुल्क गतिविधियों, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने वाली योजनाओं और समावेशी विकास के मॉडल को अन्य राज्य अपनाने में लगे हुए हैं। जमीनी हकीकत की परख करने के लिए आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल विधानसभा खुज्जी के छुरिया पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने अपने वक्तव्य में यह बात कही। उन्होंने वहां के किसानों,महिलाओं और युवाओं से संवाद कर योजनाओं के क्रियान्वयन और उनके वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की सहभागिता का अनूठा उदाहरण भी प्रस्तुत किया, उन्होंने चंदेरीडीह नगर पंचायत वार्ड 12 से आई शारदा सिन्हा की समस्या को सुना, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से वस्तुस्थिति का पता लगाया और ऑन द स्पॉट ही अधिकारियों को त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। शारदा सिन्हा ने प्रदूषित पानी और राशन कार्ड ना होने की बात मुख्यमंत्री के सामने रखी थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने नगर पंचायत सीएमओ और पीएसी विभाग के संबंधित अधिकारियों को मामले के समाधान के लिए निर्देशित किया। इस प्रकार उन्होंने लोकतंत्र में खुले मंच पर सभी वर्ग को संवाद का सीधा अवसर उपलब्ध कराकर इस नई मिसाल रखी। भेंट मुलाकात कार्यक्रम में उन्होंने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पलकों को से भी बात की जिसमें सार्थक साहू के दादाजी ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल को भविष्य का निर्माण करने वाले बच्चों के लिए सबसे बड़ा तोहफा बताया। उन्होंने कहा सेजेस के माध्यम से मुख्यमंत्री जी ने क्षेत्र के सपनों को साकार करने का कार्य किया है। आज गांव और कस्बे के युवा इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं ,सुनहरा भविष्य उनका आगे इंतजार कर रहा है इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री जी को जाता है।
इसके पश्चात कार्यक्रम के अंतिम अवसर पर मुख्यमंत्री ने छुरिया के दर्शक गणों से बात करते हुए खुशी जाहिर की कि धरातल पर भी शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से हो रहा है जिसका लाभ आमजन को मिल पा रहा है। शासन की योजनाओं की जानकारी का प्रचार प्रसार और बेहतर तरीके से हो इसके लिए राजीव युवा नेता क्लब गठन किया गया है, जिससे इसमें जुड़े सदस्य समाज के उत्थान के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। रिपा के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। आज छत्तीसगढ़ में पलायन की समस्या को नगण्य है जिसका मुख्य कारण शासन की जन हितैषी योजनाएं हैं जो आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगी छत्तीसगढ़ को और सशक्त बनाने का कार्य करेगी।
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दिव्यांग पुष्पलता को मिलेगी मोटराइज्ड सायकिल
प्रतिमा देवांगन को आगे की पढ़ाई के लिए एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता
विभिन्न सामाजिक भवन के निर्माण के लिए 2.35 करोड़ रूपए की मंजूरी
राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज संध्या अंबागढ़ चौकी में विभिन्न समाज एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मण्डल से भेंट-मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक-एक कर सभी समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से सामाजिक गतिविधियों के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही उनसे शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में भी फीडबैक लिया।मुख्यमंत्री श्री बघेल से आज अम्बागढ़ चौकी में सामाजिक संगठनों से मुलाकात के दौरान कुमारी अंबागढ़ तहसील के ग्राम कहाड़कसा की 10 वर्षीय बालिका गीतिका पाल की बड़ी मां श्रीमती नूतन पाल ने सिकलसेल के उपचार के लिए आर्थिक मदद का निवेदन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि कमजोर आर्थिक परिस्थिति होने के कारण गीतिका के उपचार में समस्या आ रही है। मुख्यमंत्री ने पूरी संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए गीतिका के इलाज का संपूर्ण खर्च राज्य शासन द्वारा वहन करने का आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री ने दोनों पैरो से दिव्यांग 17 वर्षीय पुष्पलता के लिए मोटराइज्ड सायकिल देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। पुष्पलता अपने पिता श्री हेमंत यादव के कंधे पर बैठकर मुख्यमंत्री से मिलने आयी थीं। अम्बागढ़ चौकी के ग्राम बूढ़ा डबरी निवासी पुष्पलता यादव ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह कक्षा 11वीं में वाणिज्य विषय की छात्रा है। उसे स्कूल आने-जाने में दिक्कत होती है। उसने मुख्यमंत्री से स्कूल आने-जाने के लिए मोटराइज्ड सायकिल प्रदान करने का निवेदन किया। मुख्यमंत्री ने पूरी संवेदनशीलता से पात्रतानुसार मोटराइज्ड सायकिल देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पैरो से दिव्यांग संजीव चौहान को पेट्रोल चलित तिपहिया वाहन प्रदान करने की स्वीकृति दी। अम्बागढ़ तहसील के केसराटोला गांव के निवासी श्री संजीव चौहान ने भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि वह एमए की पढ़ाई नियमित छात्र के रूप में अम्बागढ़ चौकी महाविद्यालय में कर रहे हैं। अम्बागढ़ चौकी से उनका गांव 9 किलोमीटर दूर है। उन्हें पढ़ाई के लिए कॉलेज आने-जाने में परेशानी होती है। मुख्यमंत्री ने संजीव के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उसे सतत् मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।मुख्यमंत्री ने ग्राम कान्हे निवासी प्रतिमा देवांगन को आगे की पढ़ाई के लिए 01 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की। बालिका प्रतिमा देवांगन ने बताया कि वह 11वीं कक्षा की छात्रा है। पढ़ाई में अच्छी है, लेकिन घर की आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं है। मां दिल की बीमारी से पीड़ित हैं और पिता बुनकर का कार्य करते हैं। ग्राम कान्हे के ही उत्तम साहू को आगे की पढ़ाई के लिए 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने तहसील साहू संघ चौकी को सामाजिक भवन हेतु भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, कलार समाज के लिए अम्बागढ़ चौकी में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, पाल समाज की मांग पर सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, कुर्मी समाज के लिए दुगाटोला में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए और हल्बा समाज चौकी में सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रूपए, आदिवासी कंवर समाज छुरिया परिक्षेत्र में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 30 लाख रूपए, गोंडवाना समाज के लिए चौकी में सामुदायिक भवन एवं अन्य विकास कार्यों के लिए 30 लाख रूपए, बौद्ध समाज के लिए छुरिया में सामुदायिक भवन के लिए 15 लाख रूपए, निषाद समाज के सामुदायिक भवन के लिए 15 लाख रूपए, हल्बा समाज के सामुदायिक भवन के विस्तार एवं अन्य सुविधा के लिए 15 लाख रूपए और इसी प्रकार छुरिया के उमरवाही से मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल की मांग पर उमरवाही में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की।मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान विभिन्न समाजों द्वारा सामाजिक भवन की मांग पर कहा कि समाजों से ही छत्तीसगढ़ बना है। हर समाज का अपना भवन होना चाहिए, जिससे समाज के बीच आपस में सद्भाव बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधिमंडल को शासन के प्रावधानों के तहत जमीन आबंटन कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जमीन आबंटन के बाद ही भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की जाएगी। इसी प्रकार गंधर्व समाज द्वारा गैंदाटोला और कुमर्दा परिक्षेत्र में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए राशि की मांग पर समाज के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री कराने का सुझाव दिया। खंडेलवाल समाज और यादव समाज के प्रतिनिधिमंडल द्वारा अम्बागढ़ चौकी में गौठान के लिए भूमि आरक्षित करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने प्रशासन को इस दिशा में कार्यवाही करने के निर्देश दिए। देवांगन समाज के प्रतिनिधि श्री काशी प्रसाद देवांगन की ग्राम कान्हे में शिवनाथ नदी तट पर पचरी निर्माण के लिए राशि की मांग पर मुख्यमंत्री ने प्रशासन को इस कार्य को कराने निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कुंभार समाज के रोजगार हेतु निर्माण यूनिट के लिए रीपा के तहत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। -
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लाखड़ी भाजी, अमाड़ी का चटनी, कुम्हरा का भजिया का लिया स्वाद
राजनंदगांव : भेंट-मुलाकात के क्रम में आज ग्राम चिल्हाटी पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दोपहर का भोजन किसान श्री ईश्वरलाल रामा के घर में किया। घर पहुंचने पर श्री ईश्वरलाल और उनके परिवारवालों ने मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक तरीके के साथ किया गया। मुख्यमंत्री को कांसे की थाली में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी भोजन परोसा गया। परोसे गए लाखड़ी भाजी, अमाड़ी का चटनी, कुम्हड़ा का भजिया, जिमी कांदा, गोभी भाजी, कोचई पत्ता का बखोरी और पपीता का बड़ा का मुख्यमंत्री ने बड़े सादगी के साथ ग्रहण किया। उन्होंने ईश्वर लाल के परिवार को स्नेह के साथ भोजन कराने के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री के साथ संसदीय सचिव श्री इंदरशाह मंडावी विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू ने भी भोजन ग्रहण किया। -
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राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूछा कि गोबर कौन-कौन बेचता है?इस पर ग्राम दैहान निवासी नरेश कुमार ने बताया कि घर पर मवेशी हैं तो सप्ताह में 3-4 क्विंटल गोबर बेचता हूँ।
गोबर ख़रीदी की योजना से घर पर गोबर को रखने की समस्या भी दूर हुई और बदले में पैसे भी मिल रहे हैं, जिनसे घर की आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम हुए हैं।
- किसान आकाश लोधी ने बताया खेत बेचने की नौबत आ गई थी। राज्य सरकार द्वारा ऋणमाफी किए जाने से 80 हज़ार रुपये का क़र्ज़ा माफ़ हुआ है।
खेत भी बेचना नहीं पड़ा और अब दैनिक ज़रूरतों को पूरा करने के साथ ही सेकंड हैंड बाइक खरीदी है।
आकाश ने मुख्यमंत्री के साथ भोजन करने की इच्छा जताई जिस पर मुख्यमंत्री ने उसे अपने साथ आने का निमंत्रण दिया। -
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राजनांदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल डोंगरगढ़ स्थित सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे हैं।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस की पत्रकारों को बधाई दी और पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में मुख्य रूप से आम जनता से बात करते हैं। इससे योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी मिलती है। इस साल फसल बहुत अच्छी है, सीमावर्ती राज्यों से धान न आये इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
स्वास्थ्य, रोजगार के लिए कदम उठाए गए हैं, गौठान में बहुत अच्छी योजना संचालित है।गौठान में विभिन्न गतिविधियों में तेजी आई है।
धान खरीदी के लिए व्यापक तैयारी की गई है। बाहरी धान की खरीदी न हो सके इसके लिए निर्देश दिए गए है।
- हर रूलर इंडस्ट्रियल पार्क के लिए 2 करोड रुपए दिए गए हैं हमारा प्रयास है कि जो उत्पादन हुआ है उसकी बिक्री हो जाए।
रीपा की व्यवस्था के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है, रीपा में ऐसी गतिविधि का संचालन करें जिसकी मार्केट में डिमांड हो इसके लिए निर्देशित किया है। मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट, इमली प्रोसेसिंग प्लांट है। इन उत्पादों की बिक्री अन्य राज्यों में भी हो सके, इस दिशा में काम कर रहे हैं।
विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया जा रहा है। लोगों को रोजगार मिले और आम जनता के जीवन में परिवर्तन आए। इसी मूल उद्देश्य के साथ काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि पैरादान करने वाले किसानों को सम्मानित करें। जिससे वातावरण बने और पराली न जले। आज हमें पर्यावरण के लिए बहुत संवेदनशील होना पड़ेगा। दिल्ली में अभी बहुत अधिक प्रदूषण है।
किसान पैरादान करें। पैरा न जलाये। कार्बन उत्सर्जन न हो। पर्यावरण प्रदूषण न हो। इसमें समाज की, सबकी सहभागिता की जरूरत है। मीडिया इस अभियान में सहभागी बने।
- डोंगरगढ़ प्रेस क्लब के लिए जमीन आबंटन के लिये पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया
- मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण के विषय में 1 एवं 2 दिसंबर को विधानसभा का विशेष सत्र आहुत किया गया है। -
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निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता से लोकतंत्र को मिलती है नई दिशा: मुख्यमंत्री श्री बघेलछत्तीसगढ़ सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की मजबूती के लिए प्रतिबद्धरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मीडिया जगत के लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। श्री बघेल ने कहा है कि मीडिया जगत निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता से लोकतंत्र को एक नई दिशा प्रदान करता है। मीडिया नागरिकों को उनके अधिकार और दायित्व के प्रति सचेत कर देशहित व लोकहित में सक्षम बनाता है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र की विशेषता और आधारशिला है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतन्त्रता और जिम्मेदारियों की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार लगातार छत्तीसगढ़ में पत्रकारों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। प्रावधानों में आवश्यक संशोधन कर ज्यादा से ज्यादा पत्रकारों को सुविधाओं का लाभ मिल सके इसके प्रयास किये गए हैं। वरिष्ठ मीडियाकर्मी सम्मान निधि को 5 हजार रूपए से बढ़ाकर 10 हजार रूपए प्रति माह किया गया है। पत्रकार कल्याण कोष से जरूरतमंद पत्रकारों को आर्थिक सहायता की सीमा को 50 हजार रूपए से बढ़ाकर दो लाख रूपए किया गया है। राज्य शासन के श्रम विभाग द्वारा पत्रकारों के हित में उनकी सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की गई है। मीडिया के बदलते स्वरूप को देखते हुए टी.वी. चैनलों, वेब-पोर्टल, समाचार पत्रिका और समाचार एजेंसी के पत्रकारों को भी अधिमान्यता दी जा रही है। नए नियमों के तहत राज्य में पहली बार विकासखंड स्तर के पत्रकारों के लिए भी अधिमान्यता का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की मजबूती के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार इस दिशा में काम करती रहेगी। -
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ग्रामीणों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों से करेंगे बात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की अगली कड़ी में 16 नवम्बर को खुज्जी विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल आमजनों से संपर्क और संवाद के साथ भेंट-मुलाकात करते हुए शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे। वहीं आमजनता की समस्याओं पर उनसे सीधे बातचीत करेंगे साथ ही विभिन्न संगठनों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को जानेंगे। गौरतलब है कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आमजनता को प्रदेश के मुखिया से सीधे बातचीत करने का अवसर मिलता है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 16 नवम्बर को डोंगरगढ़ नगर में सुबह 10.00 बजे से 11.00 बजे तक अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे, विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण करने के बाद प्रेस वार्ता को सम्बोधित करेंगे। मुख्यमंत्री डोंगरगढ़ में 11.05 बजे से 11.35 बजे तक स्वामी आत्मानंद स्कूल में स्वर्गीय इंदिरा गांधी की मूर्ति का अनावरण करेंगे। उसके बाद मंदिर दर्शन को जायेंगे और सी-मार्ट का भी लोकार्पण करेंगे।मुख्यमंत्री श्री बघेल डोंगरगढ़ से सुबह 11.40 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर सुबह 11.55 बजे इन्द्रप्रस्थ मिनी स्टेडियम ग्राम छुरिया पहुंचेंगे और वहां दोपहर 12.00 बजे से उनका भेंट-मुलाकात कार्यक्रम शुरू होगा। मुख्यमंत्री फिर दोपहर 2.00 बजे ग्राम छुरिया से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 2.15 बजे चिल्हाटी जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री का दोपहर 3.00 बजे से ग्राम चिल्हाटी में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम शुरू होगा।मुख्यमंत्री श्री बघेल ग्राम चिल्हाटी से शाम 4.35 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर शाम 4.45 बजे कॉलेज ग्राउंड हेलीपेड अंबागढ़ चौकी पहुंचेंगे, जहां वे शाम 6 बजे से विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भेंट करेंगे। मुख्यमंत्री अंबागढ़ चौकी में ही रात्रि विश्राम करेंगे। -
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‘गौ माता हर किसान की’ पानी और छांव की व्यवस्था गौठान से हमने निर्मित की अब चारे के लिए पैरादान आपकी जिम्मेदारी
राजनांदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 5 वर्ष पहले 14 नवम्बर के दिन पद यात्रा कर डोंगरगढ़ विधानसभा के ग्राम बेलगांव पहुंचे थे, तब उन्होंने वादा किया था कि वे फिर से जरूर आएंगे। आज 15 नवम्बर को जब वे बेलगांव पहुंचे, तो उन्होंने पुरानी बात याद करते हुए कहा कि उन्होंने आज अपना वादा निभाया है। मुख्यमंत्री ने पैरा दान करने वाले दो कृषक जगदेव राम वर्मा (ग्राम कोलिहापूरी) और भूपेंद्र कुमार लिल्हारे (ग्राम सिपा) का शॉल भेंट कर सम्मानित किया।मुख्यमंत्री ने आम जनता से पैरादान करने की अपील करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने गौठान निर्मित कर गौ माता और पशुधन के लिए पानी और छांव की व्यवस्था सुरक्षित की है अब पैरा दान के माध्यम से एक कदम बढ़ाने की जिम्मेदारी आपकी है। उन्होंने कहा जैसे भागवत में भक्त अपनी स्वेच्छा और यथाशक्ति से भगवान को दान करता है, लक्ष्मी रूपी बेटी का कन्यादान एक पिता करता है वैसे ही किसानों की संपत्ति उसकी कृषि उपज है इसलिए धान के कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ के हर किसान अवश्य पैरादान करें। उन्होंने दिल्ली पंजाब और हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा उन क्षेत्रों में पराली के जलाने के कारण काफी प्रदूषण हुआ है। पैरादान कर हम ऐसे प्रदूषण से बच सकते हैं और पशुओं को चारा भी उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए हमने गौठान समिति भी बना कर रखी है। जैसे पेड़ हमें फल देता है ठीक उसी प्रकार पशुधन भी दूध और उसके अन्य उत्पाद के माध्यम से हमें लाभ पहुंचाते हैं इसलिए पशुधन को पैरा रूपी चारा हर किसान दान करें।इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्राम बेलगांव में निस्तारी तालाब का सौन्दर्यीकरण और नाली निर्माण, देवकट्टा जलाशय की नहरों का सीसी लाईनिंग का कार्य, कुकरापाट जलाशय का निर्माण, मुढ़ीपार में पुलिस चौकी, टोला गांव में सहकारी बैंक की शाखा और हाई स्कूल गाड़ाघाट एवं घोटिया के हाई स्कूल का हायर सेकेण्डरी में उन्नयन, हायर सेकेण्डरी स्कूल टोला गांव जो हाई स्कूल भवन में संचालित है, उसके लिए दो अतिरिक्त कक्ष निर्माण और ठेलकाडीह के हायर सेकेण्डरी स्कूल में दो अतिरिक्त कमरे बनाए जाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री को भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सहसपुर की मां पिंगलेश्वरी स्व-सहायता समूह की महिला सदस्य ने बताया कि उन्होंने अब तक 678 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया है। अभी तक वर्मी उन्होंने 4 लाख 77 हज़ार रुपये का बेचा है। भण्डारपुर के दुर्जन लाल खरे ने बताया की उनके पास डेढ़ एकड़ खेत है। उसका 20 हजार रूपये का कृषि ऋण माफ हुआ। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ का भी मिल रहा है। दीपावली के पहले नौ हजार रूपये का किस्त मिला। इससे वे और उनका परिवार त्यौहार बहुत अच्छे से मना पाए। बेलगांव के चंद्रकुमार निर्मलकर ने बताया कि उसका एकड़ जमीन है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिल रहा है, 5500 रूपये का तीसरा किस्त भी मिला। मुख्यमंत्री के पूछने पर तब चंद्रकुमार ने बताया कि मिली राशि से परिवार के लिए कपड़े खरीदे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं का लाभ ले, परिवार की जरूरतों पर भी ध्यान दें।बेलगाँव की श्रीमती बेवंतीन निर्मलकर ने बताया कि उन्हें शुगर की समस्या से ग्रस्त थीं। ऐसे में हर बुधवार को लगने वाले साप्ताहिक हाट-बाजार क्लिनिक में अपना इलाज शुरू कराया। सभी तरह की जाँच और दवाएँ निःशुल्क मिलती हैं, वे अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। डोंगरगढ़ निवासी श्री विकास चौधरी ने बताया कि माता के एंजियोप्लास्टी के इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से 1 लाख 98 हज़ार 600 रुपये की आर्थिक सहायता मिली। अब श्री विकास की माता पूरी तरह स्वस्थ हैं। श्री विकास चौधरी ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।