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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जैजैपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के लिए सक्ती जिला अंतर्गत जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम काशीगढ़ पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का स्वागत राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, बिलासपुर संभागायुक्त डॉ संजय अलंग, आईजी श्री रतनलाल डांगी, सक्ती जिला कलेक्टर सुश्री नुपुर राशी पन्ना सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों ने शाल भेंटकर और फूल माला पहनाकर किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने हाथ मिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार किया।
- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात स्थल, कांशीगढ़ पहुंचे।
- यहां मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की।- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जो भी योजनाएं बनाते हैं, उसका जमीनी क्रियान्वयन देखने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ आपके बीच आया हूं। हमने सरकार बनने के बाद सबसे पहले ऋण माफी का फैसला लिया। किसानों के हित में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि दीवाली के पहले 17 तारीख को राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की तीसरी किश्त आएगी।
- त्यौहार मनाने और धान की कटाई के लिए पैसे मिलेंगे, अब तक दो किश्त मिल चुके हैं, तीसरी किश्त दीवाली से पहले आप सभी को मिलेगी।- किसान नंद कुमार नायक ने बताया कि उनका ढाई एकड़ खेत है, 50 हजार का लोन लिया था, वह सरकार द्वारा माफ हो गया है।नंद कुमार ने बताया कि पिताजी का ढाई लाख का लोन माफ हुआ है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिल रहे पैसे से टीवी, मोटरसाइकिल लिया। पत्नी के लिए हार, बच्ची के लिए कपड़े और साइकिल खरीदी है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को इस योजना के लिए धन्यवाद दिया।
- ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब बाजार के दिन अगले मंगलवार से कांशीगढ़ में हाट बाजार क्लिनिक लगेगा उन्होंने इसके लिए कलेक्टर को जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।- संवाद के दौरान कांशीगढ़ की बुजुर्ग महिला शकुंतला गोस्वामी ने बताया कि उनके पास जमीन नहीं है, योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हल्का पटवारी को मंच पर बुलाकर योजना के लिए उनकी पात्रता की जांच करने के निर्देश दिए और पात्र होने पर तत्काल उन्हें आवेदन करवाकर योजना से लाभान्वित करने को कहा। -
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भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आम जनता का मुख्यमंत्री से होता है सीधा संवाद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की अगली कड़ी में 12 अक्टूबर को सक्ती जिला के जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल आमजनों से भेंट-मुलाकात कर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे। वहीं आमजनता की समस्याओं पर उनसे सीधे बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आमजनता को प्रदेश के मुखिया से सीधे बातचीत करने का अवसर मिलता है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की शुरूआत इसी वर्ष 4 मई से की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री सरगुजा संभाग के 16, बस्तर संभाग के 12, बिलासपुर संभाग अंतर्गत गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला के एक विधानसभा एवं रायगढ़ जिला के 4 विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए पहुंच चुके हैं। इसी तरह दुर्ग संभाग के बालोद जिला के 3 विधानसभा और कबीरधाम जिला अंतर्गत 2 विधानसभाओं में जनता के बीच भेंट-मुलाकात के लिए अब तक पहुंच चुके हैं। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल 12 अक्टूबर को बिलासपुर संभाग के नवगठित सक्ती जिला अंतर्गत जैजैपुर विधानसभा में भेंट-मुलाकात करेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कवर्धा की वर्षो पुरानी मांग हुई पूरी, खुलेगा मेडिकल कॉलेज
चार स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, सिंचाई परियोजना, उच्च स्तरीय पुल और सड़क निर्माण सहित कई घोषणाएं
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज कबीरधाम जिले के कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कवर्धा के सुदूर वनांचल ग्राम झलमला और नगर पंचायत सहसपुर लोहारा में आमजनों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात में लोगों से सीधा संवाद कर राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल राजीव गांधी किसान न्याय योजना, ऋण माफी योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट-बाजार योजना सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी और फीडबैक लिया।
भेंट-मुलाकात के लिए झलमला पहुंचे मुख्यमंत्री ने पितराही के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। झलमला में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचने पर आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोक नृत्य के साथ मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भेंट-मुलाकात की शुरुआत की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का खुमरी पहनाकर स्वागत किया। झलमला और सहसपुर लोहारा में आयोजित कार्यक्रमों में स्वास्थ्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, वन मंत्री एवं कवर्धा के विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया की विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सहसपुर लोहारा में आयोजित कार्यक्रम में जिले के विकास के लिए कई सौगातें दीं। उन्होंने जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के साथ ही झलमला में नया ग्राम पंचायत भवन, ग्राम झलमला के हाईस्कूल और कन्या आश्रम में बाउंड्री-वॉल निर्माण, ग्राम झलमला में मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी भवन तक और टॉवर से लेकर हाईस्कूल भवन तक सी.सी. रोड निर्माण, रेंगाखार, चिल्फी, पोंडी और नगर पंचायत पिपरिया में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, ग्राम बोइरकछरा से गंडईखुर्द तक मार्ग निर्माण, कवर्धा पोड़ी मुख्य मार्ग से ग्राम परसहा गाड़ाघाट तक सड़क निर्माण, कुसुमघटा से बोइरकछरा मार्ग में फोक नदी पर उच्चस्तरीय पुल, ग्राम सहसपुर लोहारा ब्लॉक सहसपुर लोहारा पथरा पुल, मरपा पुल निर्माण, वार्ड नंबर 09 में नया तालाब का सौंदर्यीकरण, वार्ड 2-3 में मुक्तिधाम से बासीनझोरी सड़क एवं पुलिया निर्माण, वार्ड 11 में मुक्तिधाम के उन्नयन की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उड़ियाखुर्द से कौहारी मार्ग पुल-पुलिया सहित ग्राम खोलवा से ग्राम कुम्हारी सिंघनपुरी तक सड़क निर्माण, ग्राम घुघरी से ग्राम मरपा तक सड़क निर्माण तथा 240 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा के लिए घटोला जलाशय के निर्माण की भी घोषणा की। -
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आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोकनृत्य के साथ किया मुख्यमंत्री का स्वागत
झलमला में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने की कई विकास कार्यों की घोषणा
फोक नदी पर होगा उच्चस्तरीय पुल का निर्माण
झलमला में होगा नये ग्राम पंचायत भवन का निर्माण
चिल्फी, रेंगाखार और पोड़ी में खुलेगा स्वामी आत्मानंद स्कूल
कई गांवों को जोड़ने सीसी रोड और सड़क निर्माण की भी घोषणा
कवर्धा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कवर्धा विधानसभा के सुदूर एवं दुर्गम वनांचल ग्राम झलमला पहुँचे। यहां श्री बघेल ने पचराही के शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख सम्रद्धि की कामना की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का खुमरी पहनाकर और आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोकनृत्य के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव और वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी मौजूद थीं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम झलमला में कई विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि झलमला में नया ग्राम पंचायत भवन बनाया जाएगा, वहां स्थित हाई स्कूल और कन्या आश्रम में बॉउंड्रीवाल निर्माण, मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी भवन तक और टॉवर से लेकर हाई स्कूल भवन तक सीसी रोड निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने चिल्फी, रेंगाखार और पोड़ी में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की घोषणा की। बोइरकछरा से गंडईखुर्द तक सड़क निर्माण, कवर्धा पोड़ी मुख्य मार्ग से ग्राम परसहा गाड़ाघाट तक सड़क निर्माण, कुसुमघटा से बोइर कछरा मार्ग में फोक नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने झलमला के शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और पढ़ाई-लिखाई तथा छात्रावास की विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली और बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की समझाइश दी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने झलमला में आम जनता से बातचीत कर जाना कि उन तक योजनाएं पहुंच रही हैं या नहीं। मुख्यमंत्री श्री बघेल को लोहारीडीह के किसान घनश्याम साहू ने बताया कि उनका 1.50 लाख रूपये का कर्जा माफ हो गया है, जिससे उन्होंने ट्रैक्टर खरीदा है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी और कहा कि अब किसानों का ट्रैक्टर लोन न चुका पाने की वजह से जब्त नहीं हो रहा है। किसानों को पैसा मिल रहा है, वे समय पर अपनी किश्त पटा पा रहे हैं। 01 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी शुरू हो जाएगी। बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था होगी। बारदाने के लिए कहीं भी किसान भाइयों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क शुरू किए जा रहे हैं। हर रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में वर्किंग शेड, पहुँच मार्ग, पेयजल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए 2 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं ताकि ग्रामीण, महिलाएं और गांव के युवा रोजगार से जुड़ सके। उन्होंने युवाओं से कहा कि ज्यादा से ज्यादा रीपा से लाभ लें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए काम करें और स्थानीय युवाओं को पर्यटन के रोजगार से जोड़ें।
मुख्यमंत्री ने लोगों से पूछा कि कितने लोगों का राशनकार्ड बना है, इस पर बड़ी संख्या में आम जनता ने हाथ उठाकर हां में जवाब दिया। चिल्फी गांव के प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचकर उन्होंने 40 हजार रूपये का लाभ कमाया है। उनके घर में 10 गाय हैं। इससे गोबर बेचकर अच्छी आय हो जाती है। श्रीमती इंदिरा ध्रुवे ने बताया कि आंगनबाड़ी में गर्म भोजन, अंडा और पौष्टिक आहार मिल रहा है, जिससे उनके बच्चे की सेहत लगातार अच्छी हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए हमारी सरकार ने सुपोषण अभियान की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री ने जाति प्रमाण पत्र के बारे में पूछा इस बीच एक हितग्राही ने बताया कि उसका जाति प्रमाण पत्र नहीं बना है, जिस पर मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिव तथा तहसीलदार से जानकारी लेते हुए कार्यक्रम खत्म होने तक वस्तुस्थिति बताने कहा। ग्रामीण गोरेलाल ने बताया कि दो साल पहले वनाधिकार मान्यता पत्र मिला, अब भूमि पर खेती कर रहा हूँ। पंजीयन करा कर समर्थन मूल्य में धान बेचा है। वेदकुंवर ने बताया कि उन्होंने 2 हजार गड्डी तेंदू पत्ता बेचा है, जिससे 8 हजार रूपये की आय हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ाकर 4 हजार रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है। 65 प्रकार के वनोपज खरीद रहे हैं और वैल्यू एडिशन पर काम कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने की लोगों से अपील की। -
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सहसपुर लोहारा : मुख्यमंत्री श्री बघेल सहसपुर लोहारा के साहू पारा पहुचे।श्री मोहन साहू और पूरे परिवारजनों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसान मोहन के घर कांसे की थाली में छत्तीसगढ़ का पारम्परिक भोजन कर रहे हैंमुख्यमंत्री को भोजन में दाल, चावल, लाल भाजी, गुमी भाजी, भजिया कढ़ी और बड़ी, बिजौडी परोसा गयामुख्यमंत्री का एक झलक पाने लोगो की पारा में भीड़ उमड़ रही है
मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ कबीरधाम जिले के प्रभारी मंत्री श्री टी एस सिंहदेव, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर, किसान मोहन साहू, कलेक्टर जनमेजय महोबे पारम्परिक भोजन ग्रहण कर रहे हैं।
भोजन के दौरान श्री मोहन साहू ने बताया कि वह भूमिहीन है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जांच करा लें, यदि भूमिहीन है और पात्रत्रा में आते है तो श्री मोहन साहू को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का लाभ दे। उन्होंने बताया कि इस योजना से भूमिहीन श्रमिको को प्रतिवर्ष 7 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। -
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"गौठान, रीपा और गोधन न्याय योजना से बदल सकती है तस्वीर"
"अन्य राज्यों से नहीं आना चाहिए धान, कड़े कदम उठाएं"
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों को संबोधित किया
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दो दिनों तक कलेक्टर कॉन्फ्रेंस ली। इस दौरान पहले दिन जिला कलेक्टकों और पुलिस अधीक्षकों से चर्चा की। जहां जिला स्तर पर विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और लक्ष्य को पूरा करने में आ रही दिक्कतों पर चर्चा हुई। वहीं पुलिस अधीक्षकों से कानून-व्यवस्था के साथ ही अपराध नियंत्रण पर चर्चा की गई। दूसरे दिन जिला कलेक्टरों के साथ ही संभाग व राज्य स्तर के अधिकारियों से कार्ययोजना पर बातचीत करते हुए योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पौने चार साल में छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है, जबकि आज दुनिया में मंदी का असर है, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ पूरी दुनिया को नयी राह दिखा सकता है। तस्वीर बदलने में गौठान, रीपा, गोधन न्याय योजना का महत्वपूर्ण योगदान होगा। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू व श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, पीसीसीएफ श्री संजय शुक्ला, विभागीय सचिव समेत सभी संभागायुक्त, जिला कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और नगर निगमों के आयुक्त उपस्थित रहे।
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि, राज्य में बीते पौने चार साल के दौरान अनेक नवाचार हुए हैं, जिससे हर वर्ग को लाभ मिला है। राज्य की जनता के बीच शासन-प्रशासन को लेकर विश्वास बढ़ा है। राज्य सरकार के प्रति और प्रशासनिक अमले को लेकर लोगों की धारणा में सकारात्मक बदलाव आया है। छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की अवधारणा को योजनाओं के जरिये लागू किया जा रहा है। हमने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए प्रयास किए हैं। गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिला समेत हर वंचित वर्ग को संबल बनाने का काम विगत पौने चार साल के भीतर हुआ है। कोरोना के संकट काल में जब सभी जगह काम बंद थे, लोगों के हाथों में काम नहीं था, तब भी मजदूर वर्ग के लिए आय के स्त्रोत बनाए रखने के लिए हमने मनरेगा का काम जारी रखा। आज भी पूरी दुनिया में मंदी का असर है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसका असर नहीं हुआ। आज छत्तीसगढ़ उस भूमिका में है कि यह पूरी दुनिया को एक नयी राह दिखा सकता है। इसमें गौठान, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क और गोधन न्याय योजना महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
अन्य राज्यों से धान की आवक नहीं होनी चाहिए :
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों को निर्देशित करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में आगामी एक नवम्बर से समर्थन मूल्य धान खरीदी शुरू हो जाएगी। ऐसे में अन्य राज्यों से धान की आवक न हो। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य के अलावा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को धान पर आदान सहायता प्रदान की जाती है, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके।
गौठान के रख-रखाव पर दें विशेष ध्यान :मुख्यमंत्री ने गौठान के रख-रखाव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धान की कटाई के बाद गौठानों में पैरादान के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने इसके पीछे अनेक लक्ष्यों की प्राप्ति की बात कही। उन्होंने कहा कि, पैरादान करने से मवेशियों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा की उपलब्धता होगी। वहीं पराली के रूप में पैरा जलाने से होने वाले प्रदूषण को भी रोका जा सकेगा। इसके अलावा रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) को लेकर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, रीपा का निर्माण गुणवत्तापूर्ण ढंग से होना चाहिए। रीपा निर्माण के लिए तय बिंदुओं का पालन हो। अधोसंचरना के साथ अन्य सुविधाओं व संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों में प्रवेश व भर्ती में पारदर्शिता रहे :मुख्यमंत्री ने वंचित वर्ग के बच्चों को भी बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना में प्रवेश व भर्ती की प्रक्रिया में पारदर्शिता का पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि, विद्यार्थियों के दाखिले और शिक्षकों की भर्ती में किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। लॉटरी सिस्टम का सख्ती से पालन करें। स्वामी आत्मानंद स्कूलों समेत प्रदेशभर के शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता स्तर को बनाए रखें।
समय-सीमा में हो काम, मिले राहत :मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय कार्यालय में लंबित रहने वाले प्रकरणों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी तरह के शासकीय कार्यालयों में जनता के काम समय-सीमा में पूरे किए जाएं। जाति प्रमाण-पत्र समय पर बनाना सुनिश्चित करें। कर्मचारियों के समय पर ना पहुंचने की शिकायत पर संभाग आयुक्त और कलेक्टरों को इसका निरीक्षण करने और सख्ती बरतने के निर्देश दिए। सबसे ज्यादा शिकायत थाने स्तर पर, जनपद पंचायत, पटवारी और सीएसईबी में मैदानी अमले के कर्मचारियों की मिल रही हैं, इन पर नियंत्रण कर कड़ी कार्रवाई करें ताकि आम जनता के काम समय पर पूर्ण हों।
नरवा योजना अपने उद्देश्य में सफल हो रहा :कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि नरवा योजना अपने उद्देश्य में सफल हो रहा है। इससे भू-जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे क्षेत्र जहां सूखे की समस्या थी, भौगोलिक रूप से ऐसे क्षेत्र जहां वर्षाजल नहीं रूक रहा था, वहां अब सालभर पानी की उपलब्धता हो रही है। ऐसे में नरवा योजना का ज्यादा-से-ज्यादा प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है, जिससे लोग इसके महत्व को समझें और उन्हें इसका लाभ मिल सके।
युवाओं को दिशा दे सकता है राजीव युवा मितान क्लब :मुख्यमंत्री ने आज यहां अधिकारियों से छत्तीसगढ़ में युवा शक्ति को सकारात्मक दिशा देने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि, इसी उद्देश्य से राज्यभर में राजीव युवा मितान क्लब की स्थापना की गई है। छत्तीसगढ़ में पर्यटन की बेहतर संभावना है, ऐसे में राज्य के पर्यटन स्थलों पर राजीव युवा मितान क्लब से जुड़े युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। -
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मुख्यमंत्री ने खराब सड़कों की शिकायतों पर जतायी नाराजगी
मुख्यमंत्री ने कहा, खराब सड़कों की मरम्मत का कलेक्टर स्वयं मॉनिटरिंग करें
"सड़क मरम्मत के लिए बजट की कोई कमी नहीं"
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में आगामी दिसंबर माह तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में अनेक जगहों पर खराब सड़कों की शिकायतों पर सख्त रवैया अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि, सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मुझे खस्ताहाल सड़कों को लेकर कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए जिला कलेक्टरों को नोडल अधिकारी के रूप में काम करने को कहा है।
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राज्य के अनेक स्थानों पर खराब सड़कों की शिकायतों पर तल्ख रूख दिखाया। उन्होंने खराब सड़कों को शीघ्र बनाने के सख्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने 6181 किलोमीटर की सड़कों में तत्काल पैचवर्क करके ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कड़े शब्दों में कहा कि, दिसंबर 2022 तक राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें। सड़क मरम्मत के लिए बजट की कोई कमी नहीं आएगी। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि, खराब सड़कों की मरम्मत का कलेक्टर स्वयं मॉनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में हिदायत देते हुए कहा कि, दौरे पर जाऊंगा तो खराब सड़कों की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। सड़क हर हाल में बनना चाहिए। सड़क किसी भी विभाग की हो, मुझे कोई बहाना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस विषय पर दुबारा चर्चा नहीं करने की बात की
मुख्यमंत्री ने कहा कि, सड़क निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। सड़क निर्माण की सभी संस्थाओं को आपस में कोआर्डिनेट करने के निर्देश दिए। इस कार्य में कलेक्टर्स नोडल अधिकारी के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि, किसी विभाग को सड़क निर्माण में दिक्कत है तो वो एनओसी दे, जिसके बाद लोक निर्माण विभाग काम करेगा। मुख्यमंत्री ने तल्ख लहजे में कहा कि, सड़कों का निर्माण प्राथमिकता है, कौन सा विभाग निर्माण करता है ये मायने नहीं रखता। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विभिन्न जिलों के उत्पादों का एक ही छत के नीचे प्रदर्शन
एक-दूसरे के जिलों में उत्पादित प्रोड्क्ट्स को देखकर प्रेरित होंगे अधिकारी
रायपुर : राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित दो दिवसीय कलेक्टर एवं एसपी कॉन्फ्रेंस में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदेश के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) एवं गौठानों में बन रहे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य यह है कि विभिन्न जिलों से आए कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एक दूसरे के जिलों में उत्पादित प्रोड्क्ट्स को देखकर प्रेरित हों एवं अपने जिले में स्थापित होने वाले रीपा में इन उत्पादों की संभावनाओं को तलाशने और इनके उत्पादन हेतु बेहतर व्यवस्था एवं माहौल तैयार करें।
इस प्रदर्शनी में महासमुंद जिले के दूध उत्पाद, मसाले, सुगंधित अगरबत्ती, एलईडी बल्ब आदि उत्पाद हैं, वही रायपुर जिले से साबुन, कुकीज, और मोमबत्ती, जांजगीर-चांपा से कोसा सिल्क की साड़ियां, कुर्तियां, सलवार सूट का कपड़ा, जिला कोंडागांव से नारियल का कोल्ड प्रेस ऑयल, तिखुर मिल्क शेक, मसाले, बस्तर जिले से रागी, मसाले, बेल मेटल के भी उत्पाद लाए गये हैं ।
बेमेतरा से केले के रेशे से बने हुए उत्पाद, दंतेवाड़ा से कुकीज, रागी, ड्राई फ्रूट्स, अचार, कांकेर जिले से गोबर से बना हुआ पेंट, मसाले, गौठानों में तैयार किये जा रहे वर्मीकम्पोस्ट के पैकिंग हेतु प्लास्टिक बोरी आदि उत्पाद प्रमुख रूप प्रदर्शित किए गए हैं । प्रदर्शनी में सभी जिलों के कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने स्थानीय उत्पादों का अवलोकन किया और उनकी सराहना भी की। -
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मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन और बस्तर दशहरा पर्व से जुड़े पारंपरिक सदस्यों को पोशाक के लिए 5 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा
तोकापाल शासकीय महाविद्यालय का नामकरण शहीद हरचंद और शासकीय महाविद्यालय बकावंड का नामकरण जरकरण भतरा के नाम से करने की घोषणा
आदिम परंपराओं और विरासत के संरक्षण हेतु सरकार कटिबद्ध- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
बस्तर : अपने एकदिवसीय बस्तर प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यहां कहा कि हमारी संस्कृति में आज भी आदिम परंपराओं की खूबसूरती है। छत्तीसगढ़ आदिवासियों का प्रदेश है यही इसकी सबसे बड़ी सुंदर पहचान है। बस्तर दशहरा, बस्तर अंचल की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। जिसे यहां के आदिवासी समाज के साथ हर वर्ग के लोग पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाते आ रहे हैं। मेरा सौभाग्य है कि बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में विगत 4 वर्षों से उपस्थित होने का सौभाग्य मिल रहा है। यहां पर मुरिया दरबार के मांझी-चालकी, मुखिया, मेंबर-मेंबरिन और सदस्यों से मिलकर बस्तर के विकास को लेकर चर्चा करने सहित हम विकास की नीतियां और योजनाएं बना रहे हैं। जिससे बस्तर के समग्र विकास को एक नई दिशा देने में कामयाबी मिली है। ये बातें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मुरिया दरबार में जो घोषणाएं विगत वर्षों में की गई थी उसे पूरा किया गया है। उन्होंने बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष की मांग पर बस्तर दशहरा पर्व के मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन और पारंपरिक सदस्यों के पोशाक हेतु 5 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। वहीं शासकीय महाविद्यालय तोकापाल का नामकरण शहीद हरचंद तथा शासकीय महाविद्यालय बकावंड का नामकरण जरकरण भतरा के नाम से करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत वर्षों में समाज के सभी वर्गों के हितों के लिए समुचित कदम उठाएं हैं। इस ओर राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी सहित विभिन्न जनहितकारी योजनाओं से आम जनता के साथ ही किसान, मजदूर और महिलाओं को विकास की दिशा में अग्रसर होने का सुअवसर मिला है। राज्य सरकार की पहल पर राजीव युवा मितान क्लब योजना से अब युवा वर्ग मुख्यधारा से जुड़कर राज्य के विकास में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने वन आधारित और कृषि उत्पाद के मूल्य प्रसंस्करण उद्यमों की स्थापना पर बल देते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक ब्लॉक में ग्रामीण औद्योगिक पार्क बना रही है, जिससे स्थानीय स्तर पर उत्पाद को तैयार कर उसके विपणन के लिए व्यवस्था सुलभ होगी। वहीं युवाओं, महिलाओं और स्थानीय उद्यमियों को रोजागार सुलभ होगी। उन्होंने कहा कि लोहंडीगुड़ा में इमली प्रसंस्करण फैक्ट्री की शुरूआत हो रही है। इसके साथ ही कांकेर जिले में कोदो-कुटकी और रागी के प्रसंसकरण हेतु देश का सबसे बड़ा मिलेट प्लांट स्थापित किया जा रहा है। वहीं कोंडागांव में मक्का प्रसंस्करण पर आधारित एथेनॉल प्लांट स्थापित किया जा रहा है। राज्य में स्थानीय उत्पादों के विपणन व्यवस्था के लिए सभी जिले में सी-मार्ट स्थापित किए गए हैं और अब जगदलपुर में संभागीय सी-मार्ट की शुरूआत की गई है, जिससे स्थानीय उत्पाद देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लोगों तक पहुंचेगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पेसा कानून को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। पेसा कानून के नियम बन जाने से अब इसका क्रियान्यवयन सरल हो गया है। उन्होंने बस्तर अंचल में देवगुड़ियों और आस्था केंद्रों के विकास को बढ़ावा देने सहित पुरातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए कटिबद्धता व्यक्त की। इसके साथ ही सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में घोटुल के संरक्षण पर बल दिया।
इस मौके पर राज्य के उद्योग मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने राज्य सरकार के द्वारा बस्तर अंचल के विकास हेतु किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया। वहीं सांसद बस्तर एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष श्री दीपक बैज ने बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए मांझी-चालकी और बस्तर दशहरा पर्व के पारंपरिक सदस्यों की मांग के बारे में अवगत करवाया। आरंभ में बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष श्री बलराम मांझी और कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने स्वागत उद्बोधन में बस्तर दशहरा पर्व के सफल संचालन के बारे में अवगत करवाया। कार्यक्रम में मांझी चालकी और बस्तर दशहरा समिति के पारंपरिक के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर माटी पुजारी श्री कमलचंद भंजदेव, अध्यक्ष बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्री लखेश्वर बघेल, बविप्रा के उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम, श्री विक्रम मंडावी, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड श्री चंदन कश्यप, उपाध्यक्ष बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्री विक्रम मंडावी, विधायक कोंडागांव श्री मोहन मरकाम, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंजाम, अध्यक्ष मछुआ कल्याण बोर्ड श्री एम.आर.निषाद, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण श्री मिथिलेश स्वर्णकार, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, सभापति नगर पालिक निगम श्रीमती कविता साहू सहित कमिश्नर बस्तर श्री श्याम धावडे़, पुलिस महानिरिक्षक श्री सुंदरराज पी., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा और मांझी, चालकी, मेंबर, मेंबरिन एवं दशहरा समिति के पदाधिकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे। -
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देवगुड़ी ग्रामीणों की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर
नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के हर गांव में एक देवगुड़ी है, हर गांव की एक विशिष्ट देवी या देवता हैं। गांव के पुजारी यहां हर खास मौके पर अनुष्ठान करते हैं। जिसका संरक्षण करने का बीड़ा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उठाया है। नारायणपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर नारायणपुर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी बनाने की घोषणा की है। भेंट मुलाकात के दौरान उन्होंने वहां भूमिपूजन भी किया। जिला प्रशासन द्वारा देवगुड़ी जीर्णोद्धार कार्य को ग्रामवासियों की सहमति से किया जा रहा है और इसकी सतत् मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
आदिवासी हमारे देश की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति, लोक जीवन के वाहक है। आदिवासी समाज आज भी उन सभ्यता, संस्कृति को सहेजने में लगा हुआ है। उन सभ्यता और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। शासन की मंशानुरूप देवगुड़ी में वे सभी सुविधायें उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे आदिवासी समाज के लोग एक स्थान पर एकत्रित होकर अपने अनुष्ठान या धार्मिक कार्य को बेहतर तरीके से कर सकेंगे। नारायणपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने देवगुड़ी निर्माण की आधारशिला रखी थी। इस अवसर पर उन्होंने कहा था कि देवगुड़ी का निर्माण ग्रामवासियों की मंशानुरूप ही किया जायेगा।
जिला प्रशासन द्वारा जिले के 104 ग्राम पंचायत में देवगुड़ी जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है। प्रत्येक गांव में देवगुड़ी निर्माण कार्य कराया जा रहा है। देवगुड़ी में पेयजल, बिजली, सोलर लाईट, हाईमास्ट, गार्डन आदि व्यवस्थित तरीके से बनाये जा रहे हैं। देवगुड़ी में बिजली की व्यवस्था होने से अब ग्रामीणों को रात्रि में अपने अनुष्ठान, पूजा-पाठ करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है। दूसरी ओर बाहरी क्षेत्र में सोलर लाईट लग जाने से अब ग्रामीण व बच्चे शाम के समय भी बिना किसी डर के आकर अपना कार्य कर रहे है। वहीं बच्चे भी शाम को देवगुड़ी परिसर में खेलते नजर आते हैं। हाईमास्ट लग जाने से देवगुड़ी परिसर के चारों ओर रोशनी ही नजर आती है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में शहरों जैसी सुविधायें देने के लिए हम प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते है -
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173 करोड़ 44 लाख से अधिक लागत के 89 विकास कार्यों का किया लोकार्पण-शिलान्यास
बस्तर : दशहरा में शामिल होने पहुँचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सिरहासार भवन के समीप शहीद स्मारक परिसर में मुरिया विद्रोह के जन नायक झाड़ा सिरहा की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले में 89 विकास कार्यों लागत लगभग 173 करोड़ 28 लाख से अधिक राशि के कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया।मुख्यमंत्री ने 77 करोड़ 38 लाख 72 हजार के 22 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 95 करोड़ 89 लाख 72 हजार के 67 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।इस अवसर पर उद्योग व जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्री दीपक बैज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम, श्री विक्रम मंडावी, संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन, हस्त शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक श्री राजमन बेंजाम, महापौर श्रीमती सफीरा साह, नगर निगम सभापति श्रीमती कविता साह, कमिश्नर श्री श्याम धावड़े, आई जी श्री सुंदर राज पी., कलेक्टर श्री चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
शहीद झाड़ा सिरहा की प्रतिमा को शहर के सिरहासार चौक स्थित शहीद स्मारक के पास लगाया गया है। वीर शहीद झाड़ा सिरहा का जन्म बस्तर जिले के आगरवारा परगना के अंतर्गत ग्राम बड़े आरापुर में परगना मांझी एवं माटी पुजारी परिवार में हुआ था। वे बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे। वे जड़ी बूटियों के जानकार, कुशल नेतृत्वकर्ता और प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण उन्हें 1876 में हुए मुरिया विद्रोह में नेतृत्व किया।
विद्रोह में बस्तर की आदिम संस्कृति की रक्षा, जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा, सामाजिक रीति-नीतियों के संरक्षण और अंग्रेजों से मिले सामंतवादियों द्वारा किये जा रहे शोषण के विरूद्ध सभी आदिवासियों ने झाड़ा सिरहा के नेतृत्व में आवाज उठाई थी। अपनी कुशल संगठन क्षमता और रणनीति के साथ पूरे दमखम से लड़ते हुए अंग्रेजी फौज के हाथों झाड़ा सिरहा 1876 में वीरगति को प्राप्त हुए थे। -
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संत समागम स्थल पर भव्य मंच निर्माण और मैदान के समतलीकरण तथा गांव में सतनाम भवन की घोषणा
गुरुदर्शन मेला के लिए प्रति वर्ष दिए जाएंगे 10 लाख रुपए
भंडारपुरी के अधूरे गुरुद्वारा को पूर्ण करने तथा भंडारपुरी से गैतरा तक सड़क निर्माण की घोषणा
राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की किश्त 17 अक्टूबर को दी जाएगीसरकार सभी वर्गों के हित में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर जिले के आरंग तहसील अंतर्गत भंडारपुरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने सर्वप्रथम गुरु गद्दी दर्शन कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने संत शिरोमणि परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास की जयकारे के साथ मेला पर आयोजित कार्यक्रम को बरसते पानी में संबोधित करते हुए कहा कि आज एकादशी के दिन ही गुरु बालकदास जी का राज्याभिषेक हुआ था। बाबा गुरुघासी दास के पुत्र गुरु बालकदास के गद्दीनसीन होने की याद में बरसों से संत समागम और गुरुदर्शन की परंपरा को पूरा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा की हमारा प्रदेश धान का कटोरा और किसानों का प्रदेश है। किसान ठंड, गर्मी और बरसात की चिंता किए बगैर कड़ी मेहनत करता है। हमारी सरकार किसानों को उनकी मेहनत का प्रतिफल देने प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा की हमारी सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की किश्त 17 अक्टूबर को देने जा रही है।
उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास बाबा के संदेश मनखे-मनखे एक समान को आगे बढ़ाते हुए सामाजिक समरसता को और मजबूत किया जाएगा। सरकार किसानों, मजदूरों के साथ सभी वर्गाे के आर्थिक मजबूती के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। राज्य के किसानों को धान का जितना मूल्य दिया जा रहा है,उतना देश के किसी भी राज्य में नहीं मिल रहा है। बाबा घासीदास ने गौवध को रोकने का जो कार्य किया है, उसको भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर उन्होंने संत समागम स्थल पर भव्य मंच निर्माण और मैदान का समतलीकरण, गांव में सतनाम भवन,गुरुदर्शन मेला के लिए प्रति वर्ष 10 लाख रुपए, भंडारपुरी के अधूरे गुरुद्वारा को पूर्ण करने तथा भंडारपुरी से गैतरा तक सड़क निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर सतनामी समाज के संत, राजमहंत, प्रबुद्ध जन, पंचायत एवं नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधि गण सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया ने कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे,उसमे से अधिकांश पूरा हो गया है। शिक्षा, रोजगार,आर्थिक सशक्तिकरण आदि सहित सभी क्षेत्रों में समाज के लोगो को आगे बढ़ाने एवं सर्व समाज को सम्मान देने का कार्य सरकार द्वारा निरंतर किया जा रहा है।वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि परंपरा के अनुसार आज गुरु दर्शन कर संत समागम में शामिल हो रहे हैं। सतनामी समाज अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा की सरकार सतनाम के मार्ग पर चले इसका विशेष प्रयास रहता है।राजागुरु बालदास साहेब ने गुरुद्वारा भंडारपुरी में आए श्रद्धालुजनों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि गुरु अमरदास ने गुरु घासीदास बाबा के मनखे मनखे एक समान की परंपरा को आगे बढ़ाया। गुरु किसी एक का नहीं अपितु सम्पूर्ण समाज का होता है। समाज की प्रगति और विकास के लिए लोगों को संगठित होना जरूरी है। समाज के लोग जितना अधिक शिक्षित होंगे समाज उतना ही अधिक उन्नति करेगा। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 17 अक्टूबर को राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना की राशि का करेंगे भुगतान
मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में 8.13 करोड़ रूपए का किया ऑनलाईन अंतरण
गोबर विक्रेताओं को अब तक 170 करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान मुख्यमंत्री ने किसानों से की पैरादान की अपीलरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि दीपावली के पहले 17 अक्टूबर को किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त के साथ राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना की राशि का भुगतान हितग्राहियों को किया जाएगा। किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों और गोबर विक्रेताओं को लगभग 1800 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का भुगतान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा दीपावली हम सब के लिए बड़ा त्यौहार है। दीपावली के पहले राशि मिलने से हम सब धूमधाम से दीपावली मनाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में 8 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि का ऑनलाईन अंतरण करते हुए यह जानकारी दी। इस राशि में से गोबर विक्रेता पशुपालकों, ग्रामीणों को 5.34 करोड़ रुपए की राशि, गौठान समितियों को 1.69 करोड़ और महिला स्व सहायता समूहों को 1.11 करोड़ रूपए की लाभांश राशि वितरित की गई। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई राशि को मिलाकर गोबर खरीदी के एवज में अब तक 170.34 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ. अय्याज एफ. तम्बोली, मिशन संचालक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्री अवनीश शरण, संचालक पशुधन श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, कृषि विभाग के उप सचिव सुश्री तूलिका प्रजापति भी उपस्थित थीं।किसानों से पैरादान की अपील
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में किसानों से पैरादान की अपील करते हुए कहा कि धान की कटाई शुरू होने वाली है। किसान पैरा न जलाएं, गौठानों में मवेशियों के चारे के लिए पैरादान करें। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था होने से वे खेत में नही जाएंगे। इससे खरीफ फसल के साथ-साथ उन्हारी फसल भी बचेगी। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों से उन्हारी फसलों, सरसों, तिवरा, अलसी आदि के बीज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 1 नवम्बर से शुरू की जाएगी। अधिकारियों को बारदाने सहित धान खरीदी केन्द्रांे में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दे दिए गए हैं, जिससे किसानों को धान बेचने में असुविधा न हो।ग्राम पंचायतों के आश्रित गांवों में गौठान शुरू करने तैयार करें कार्ययोजना
श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में अब तक 10 हजार 624 गौठानों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 8408 गौठान निर्मित हो चुके हैं। अब ग्राम पंचायतों के बाद उनके आश्रित गांवों में गौठान की मांग आ रही है। इन गांवों में गौठान प्रारंभ करने की कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गांवों में पहले पहल गांवों में गौठान बने तो महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं में गौठान से जुड़कर वहां आजीविका मूलक गतिविधियां चलाने के लिए होड मच गई। महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट के साथ सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन जैसी गतिविधियों से जुड़ी। अब विगत 2 अक्टूबर को 300 रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के शुभारंभ के बाद अनेक गांवों से रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क प्रारंभ करने की मांग आ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे गांवों में रीपा शुरू करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए। हमें युवाओं को भी गौठानों से जोड़ना होगा। गौठानों में इन पार्को में वर्किंग शेड, पहंुच मार्ग निर्माण और बिजली, पानी की व्यवस्था के लिए प्रति गौठान दो-दो करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। गौठानों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होने से यहां ग्रामीण युवाओं को अपने उद्यम शुरू करने में आसानी होगी।कृषि उपज मण्डी की जमीन पर रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क शुरू करने कार्ययोजना बनाएं
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कृषि मंत्री द्वारा कृषि उपज मण्डी की खाली पड़ी जमीन में रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क प्रारंभ करने के सुझाव का स्वागत करते हुए कहा कि मंडियों में शेड और चबूतरे बने हैं, लेकिन इनका उपयोग नही हो पा रहा है। यहां रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क शुरू किए जा सकते हैं। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में भी यदि अर्बन इंडस्ट्रीयल पार्क प्रारंभ किए जाएं और इससे युवाओं को जोड़ा जाए तो बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने मण्डी की खाली जमीन पर कृषि सेवा केन्द्र प्रारंभ करने गौठानों में विभिन्न आय मूलक गतिविधियों के लिए महिलाओं और युवाओं की ट्रेनिंग शुरू करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में अब तक 53 हजार 231 लीटर गौ मूत्र का क्रय किया गया है, जिससे तैयार कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से महिला समूहों को 10.05 लाख रूपए की आय हुई है।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने इस अवसर पर कहा कि गांवों के गौठान, गोधन न्याय योजना और रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क आने वाले समय में हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मूलभूत आधार बनेंगे। श्री चौबे ने कहा कि राज्य शासन की योजनाओं से छत्तीसगढ़ आज देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य है। श्री चौबे ने गोधन न्याय योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना के तहत अब तक 170 करोड़ के गोबर की खरीदी की जा चुकी है। इस योजना में गौठान समितियों और महिला स्व सहायता समूहों को 162 करोड़ 21 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इसके साथ-साथ गौठानों में विभिन्न गतिविधियों में संलग्न 11 हजार 187 महिला स्व सहायता समूह की 83 हजार 874 महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट सहित विभिन्न आय मूलक कार्यो से 81 करोड़ 84 लाख रूपए की आमदनी हुई है। मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का मुख्यमंत्री करेंगे शुभारंभ6 अक्टूबर से 6 जनवरी 2023 तक राज्य में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन पारंपरिक ऑफ ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ सरकार की अभिनव पहलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का किया शुभारंभ 6 अक्टूबर से 6 जनवरी 2023 तक राज्य में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजनओलंपिक में दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 तरह के पारम्पिक खेल शामिल गिल्ली डंडा, पिट्टूल, लंगड़ी दौड़, बांटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा की प्रतियोगिताछह स्तरों में होंगे आयोजन, महिला व पुरुष के होंगे अलग वर्ग बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बनेंगे छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के प्रतिभागी -
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लक्ष्मण मस्तुरिया, खुमान साव और माता कौशल्या को समर्पित होंगे ये पुरस्कार
राज्योत्सव के अवसर पर दिए जाएँगे ये तीनों पुरस्कार
लोकगीत के क्षेत्र में दिया जाएगा लक्ष्मण मस्तूरिया पुरस्कार
लोक संगीत के क्षेत्र में दिया जाएगा खुमान साव पुरस्कार
श्रेष्ठ रामायण (मानस) मंडली को मिलेगा माता कौशल्या सम्मान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में लोक कला साधकों के सम्मान को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ में राज्य स्थापना पर दिए जाने वाले राज्य अलंकरण श्रेणी में तीन नए पुरस्कार जोड़े गए हैं। यह पुरस्कार लोक कलाकार स्व. लक्ष्मण मस्तुरिया और स्व. खुमान साव तथा भगवान राम की माता कौशल्या को समर्पित होंगे।
इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ अपनी प्राचीन और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं जीवंत संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के लयबद्ध संगीत, लोकगीत एवं लोक नाट्य अद्भुत आनंद की अनुभूति कराते हैं। लोक संस्कृति के जिन साधकों ने इसे जीवंत बनाए रखने में अपना जीवन समर्पित किया है, उन्हें सम्मानित करना राज्य सरकार का परम कर्तव्य है। ऐसे में प्रदेश की लोकगीत व लोक संगीत की महान विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन और इस क्षेत्र में काम कर रहे नए कलाकारों को प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य अलंकरण के रूप में अन्य पुरस्कारों के साथ तीन नए पुरस्कार भी दिए जाएँगे। इसमें लोकगीत के क्षेत्र में “लक्ष्मण मस्तुरिया पुरस्कार” दिया जाएगा। वहीं लोक संगीत के क्षेत्र में योगदान देने वाले कला साधकों को “खुमान साव पुरस्कार” से सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह माता कौशल्या के मायके और भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में श्रेष्ठ रामायण (मानस) मंडली को “माता कौशल्या सम्मान” से अलंकृत किया जाएगा। राज्य अलंकरण की भाँति ही इन श्रेणियों के पुरस्कार भी राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रदान किए जाएँगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि, राज्य की संस्कृति के ध्वज वाहकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके नाम पर पुरस्कार संस्थित किए जाने से उन महान कलाकारों के योगदान की जानकारी भी भावी पीढ़ी को होगी। इसके अलावा लोकगीत व लोक संगीत के प्रति रुचि भी बढ़ेगी। -
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"छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की जन्मभूमि और राम का ननिहाल है"
"भगवान राम का छत्तीसगढ़ से रहा है गहरा नाता"
मुख्यमंत्री श्री बघेल राजधानी रायपुर के डब्ल्यूआरएस मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में हुए शामिल
टीवी सीरियल रामायण के पात्र श्रीराम व माता सीता ने भी कार्यक्रम में शिरकत की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज डब्ल्यूआरएस मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले का दहन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने की सीख देता है। जब तक हमारे समाज, आस-पास तथा स्वयं में जो बुराई है, वह समाप्त नहीं होगी तब तक हम और हमारा समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए समाज में अहंकार, बुराई तथा असत्य के प्रतीक रावण का नाश जरूरी है, तभी हम आगे बढ़ पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन की शुरुआत भगवान राम का जयकारा लगाकर की। उन्होंने कहा कि भगवान राम का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता रहा है। दक्षिण कोसल के नाम से ख्यात छत्तीसगढ़ ही माता कौशल्या की जन्मभूमि है। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। भगवान राम ने बाल्यकाल का समय भी छत्तीसगढ़ में बिताया। अपने 14 वर्ष के वनवास काल में भी अधिकांश समय लगभग 10 वर्ष भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में बिताए। छत्तीसगढ़ के कोरिया क्षेत्र के सीतामढ़ी हरचौका में माता सीता ने रसोई पकायी थी। यहां भगवान राम ने शिवरीनारायण में माता शबरी से जूठे बेर खाए थे। इस कारण वे शबरी के राम हैं और माता कौशल्या के कारण वे कौशल्या के राम हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का जनमानस आज भी भांजे के रूप में भगवान श्री राम को देखता है और इसी कारण केवल छत्तीसगढ़ में मामा द्वारा भांजे की चरण स्पर्श करने की परंपरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा भगवान राम के वनवास काल के दौरान छत्तीसगढ़ में कोरिया के सीतामढ़ी हरचौका से लेकर दक्षिण सुकमा के रामाराम तक करीब 2200 किलोमीटर के रास्ते को राम वन गमन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है और इसके प्रथम चरण में 9 स्थानों को विकसित किया जा रहा है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में माता कौशल्या के मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम द्वारा स्थापित जीवन मूल्य आज भी हमारे लिये आदर्श एवं मार्गदर्शक हैं। आज आवश्यकता है कि हम अपने अंदर के अहंकार, क्रोध, घृणा जैसे मनोविकारों को समाप्त करें। भगवान राम के आदर्शों को हृदय में संजोए हुए समाज और देश का उत्थान करने का संकल्प लें और छत्तीसगढ़ की प्रगति में अपना योगदान दें। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डब्ल्यूआरएस मैदान में विगत 55 वर्ष से दशहरा उत्सव का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, लेकिन इस बार टीवी सीरियल रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता श्री अरुण गोविल और माता सीता की भूमिका में रहीं अभिनेत्री श्रीमती दीपिका चिखालिया की मौजूदगी ने आयोजन को विशिष्ट बना दिया है।
इस मौके पर टीवी सीरियल रामायण में भगवान श्रीराम का किरदार निभाने वाले अभिनेता श्री अरुण गोविल ने मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि, राम दुनिया का सबसे छोटा सा शब्द है, लेकिन इसकी गहराई बहुत है। राम सुनने में मीठा लगता है, तो बोलने में पावन। राम को एक बार कहा जाए तो ईश्वर का स्मरण होता है, दो बार राम-राम बोलने पर संबोधन, तीन बार राम का उच्चारण संवेदना को प्रदर्शित करता है और चार या अधिक बार लगातार बोलने पर यह भजन का रूप ले लेता है। इस मौके पर उन्होंने रामायण सीरियल के एक संवाद के जरिये सत्य, धर्म और नीति की सीख देने का प्रयास किया। वहीं माता सीता के किरदार को जीवंत करने वाली अभिनेत्री श्रीमती दीपिका चिखालिया ने एक तरह से छत्तीसगढ़ को अपना ससुराल बताया। उन्होंने रावण में विद्वता के बावजूद आसुरी गुण और राम के चरित्रवान होने की बात कहते हुए कहा कि चरित्र, सद्कर्म, धर्म की जीत हमेशा होती है।
कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, रायपुर नगर निगम के महापौर श्री एजाज ढेबर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, डीआरएम श्री श्यामसुंदर गुप्ता समेत मुख्यमंत्री श्री बघेल के परिजन व गणमान्य नागरिक मंचस्थ थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गोमूत्र से तैयार 22,528 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवामृत के विक्रय से 10.05 लाख की आय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 8 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे, जिसमें 16 सितंबर से 30 सितंबर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.67 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 5.34 करोड़ रूपए भुगतान, गौठान समितियों को 1.69 करोड़ और महिला समूहों को 1.11 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं।
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 350.54 करोड़ का भुगतानगोधन न्याय योजना के तहत राज्य में अब तक हितग्राहियों को 342 करोड 41 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है, जिसमें 18 करोड़ रूपए की बोनस राशि भी शामिल है। 06 अक्टूबर को 8.13 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 350 करोड़ 54 लाख रूपए हो जाएगा।गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में 15 सितम्बर तक खरीदे गए 82.50 लाख क्विंटल गोबर के एवज में ग्रामीणों को 165 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 06 अक्टूबर को गोबर विक्रेताओं को 5.34 करोड़ रूपए का भुगतान होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 170.64 करोड़ रूपए हो जाएगा। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 159.41 करोड़ रूपए राशि की भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को 06 अक्टूबर को 2.79 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 162.21 करोड़ रूपए हो जाएगा। स्वावलंबी गौठानों में स्वयं की राशि से 20.60 करोड़ रूपए का गोबर क्रय किया है।गौठानों में 53,231 लीटर गोमूत्र की खरीदी
10.05 लाख रूपए का बिक चुका ब्रम्हास्त्र और जीवामृत
अभी शुरूआती दौर में राज्य के 77 गौठानों में 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में अब तक 53 हजार 231 लीटर क्रय किए गए गौमूत्र से 30,940 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया गया है, जिसमें से 22,528 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवमृत की बिक्री से 10.05 लाख रूपए की आय हुई है।
गोबर से 24 लाख कम्पोस्ट खाद का उत्पादन-समूहों को 81.84 करोड़ की आयगौठानों में महिला समूहों द्वारा 18.38 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5.35 लाख क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से क्रमशः 10 रूपए, 6 रूपए तथा 6.50 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 81.84 करोड़ रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 11,187 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 83,874 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत उत्पादन की शुरुआत की जा चुकी है।
गोधन न्याय से 2.89 लाख ग्रामीण पशुपालक लाभान्वितराज्य में गोधन के संरक्षण और संर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क बेहतर प्रबंध है। राज्य में अब तक 10,624 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 8408 गौठान निर्मित एवं 1758 गौठान निर्माणाधीन है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 89 हजार से अधिक ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं। गोबर बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने वालों में 46 प्रतिशत महिलाएं है। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गांधी जयंती पर ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘ का किया प्रदेशव्यापी शुभारंभ
विभिन्न जिलों में लगभग 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का किया वर्चुअल भूमिपूजन
योजना के प्रथम चरण में प्रत्येक विकासखण्ड में बनाए जा रहे है दो रूरल इंडस्ट्रियल पार्क
इस वर्ष के बजट में 600 करोड़ रूपए का प्रावधान
हर इंडस्ट्रियल पार्क में एक करोड़ रूपए की राशि से की जा रही है वर्किंग शेड और एप्रोच रोड के निर्माण, बिजली-पानी उपलब्ध कराने और युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था
ग्रामीण युवा भी रीपा में लगा सकेंगे अपना उद्योग
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज गांधी जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘ का प्रदेशव्यापी शुभारंभ करते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गांव के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए यहां विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के स्वावलंबी और आत्मनिर्भर गांवों के सपने को साकार करने में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस योजना के माध्यम से गांवों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में मजबूती से कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का मूलमंत्र है श्रम का सम्मान, इसके लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। राज्य सरकार व्यक्ति को केन्द्र में रखकर योजनाएं बना कर संचालित कर रही है। जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए। वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण में 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जा रहे हैं। इसके लिए गौठानों में एक से तीन एकड़ भूमि में पार्क के लिए आरक्षित की गई है। प्रथम चरण में प्रत्येक विकासखण्ड में दो गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार के बजट में इस योजना के लिए 600 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। स्वीकृत सभी रूरल इंडस्ट्रियल पार्काें को एक-एक करोड़ रूपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। इस राशि से इन पार्काें में वर्किंग शेड और एप्रोच रोड के निर्माण के साथ बिजली-पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। सुराजी गांव योजना के तहत विकसित किए गए गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि और उद्यानिकी फसलों तथा लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की इकाईयां स्थापित की जा रही है। साथ ही आटा-चक्की, दाल मिल, तेल मिल की स्थापना भी की जा रही है। इन गतिविधियों में ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और युवाओं को रोजगार के साथ आय के अच्छे साधन मिल रहे हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो रही है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को इस योजना के लिए नोडल विभाग बनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के ‘लोगो‘ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में गौठानों में तैयार किए गए उत्पादों का किट भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री निवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविंद्र चौबे, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिल भेंड़िया, संसदीय सचिव श्री चंद्रदेव प्रसाद राय और श्री विनोद सेवन लाल चंद्राकर, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राजेश्री रामसुंदर दास, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष श्री राम गोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, राजीव गांधी फाउंडेशन के सीईओ श्री विजय महाजन और पर्यावरणविद् श्री अशोक खोसला, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) से आत्मनिर्भर गांव का महात्मा गांधी का सपना पूरा होगा। गांधी जी ने ग्राम स्वराज की कल्पना की, उसे साकार करने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, नरवा गरुवा घुरूवा बाड़ी योजना से उसी दिशा में कार्य हो रहा है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, दीया बन रहा है, अब पेंट भी बन रहा है। बाड़ी योजना से महिलाएं स्वावलम्बी हो रही है, कुपोषण से भी लड़ने में बाड़ी योजना सहायक हो रही है। गौठान का स्वरूप अब बदल रहा है, रोजगार के लिए ट्रेनिंग देने का कार्य यहां होगा। कुपोषण से लड़ाई और आय में वृद्धि दोनों कार्य महिलाएं कर रही हैं। मिलेट्स का उचित दाम मिल रहा है, मिलिंग के बाद मिलेट्स 120 रुपये किलो में बिक रहे हैं। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित गौठानों को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए वहां महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क बनाए जा रहे हैं। इन पार्कों को ग्रामीण उत्पादन एवं सेवा केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में तैयार उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था का ख्याल हमें रखना है, बारदानों के निर्माण का कार्य रीपा में हमें करना है, ये बहुत बड़ा उद्योग है, बलौदाबाजार की महिलाएं रीपा के तहत बारदाने के निर्माण का कार्य करना चाह रही हैं, ये बहुत खुशी की बात है। प्रत्येक जिले में सी मार्ट खोले गए हैं, ताकि उत्पादन करने वाले समूहों को सही दाम मिल सके। उत्पादक को अब मांग के अनुरूप उत्पादन की चिंता करनी है, आर्थिक दृष्टि से यह आवश्यक है कि मांग के हिसाब से उत्पादन हो। आवश्यकता और स्थानीय संसाधनों को देखते हुए यह तय करना होगा कि कौन से रीपा में किन वस्तुओं का उत्पादन हो, उनके विक्रय की पुख्ता व्यवस्था करने के साथ उत्पादकों को उनके द्वारा निर्मित उत्पादों का मूल्य कैसे सुगमतापूर्वक पहुंचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे युवा जो अपना उद्योग प्रारंभ करना चाहते हैं, उन्हें भी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में स्थान उपलब्ध कराया जाना चाहिए। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में कृषि और उद्यानिकी उपजों और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण और वैल्यू एडिशन तथा तैयार उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए टाटा टेक्नोलॉजिस के साथ राज्य योजना आयोग ने एमओयू किया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क छत्तीसगढ़ के विकास की गाथा को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगा। यहां युवाओं के लिए आजीविका मूलक गतिविधियों में निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। गौठानों में जो आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ हुई है, उनसे ग्रामीण महिलाओं को आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाएं और युवा मुर्रा उद्योग, पोहा उद्योग, दोना-पत्तल निर्माण, केले के रेशे से कपड़ा निर्माण, बारदाना उत्पादन जैसी नई-नई गतिविधियां प्रारंभ करने के इच्छुक है। छत्तीसगढ़ में 8600 गौठान तैयार किए गए हैं। बापू के ग्राम सुराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए आने वाले समय में बाकी गौठानों में भी इस योजना के क्रियान्वयन की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किए जा रहे जांजगीर-चांपा जिले के जर्वे, बेमेतरा जिले के अमलडीह, कांकेर जिले के सराघू नवगांव, बलौदाबाजार के लटुवा और रायगढ़ के डोंगीतराई गांव के गौठान में उपस्थित महिलाओं और युवाओं से चर्चा कर वहां संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना को राज्य शासन की अच्छी पहल बताते हुए कहा कि इस योजना से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। परिवार में भी सम्मान मिल रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू तथा मिशन संचालक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्री अवनीश शरण ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना की विस्तार से जानकारी दी। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में बिलासपुर-इंदौर-बिलासपुर विमान सेवा के वर्चुअल शुभारंभ के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैंइस फ्लाइट का शुभारंभ आज बिलासा देवी केंवट हवाई अड्डा चकरभांठा बिलासपुर से हो रहा हैकेंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं, वे नई दिल्ली से कार्यक्रम से जुड़े और मध्यप्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट इंदौर से कार्यक्रम से जुड़े। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पंडरिया में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक शुरू।
कबीरधाम : राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।बैठक में बताया गया कि जिले में 303 गौठान संचालित हैं, 12 आवर्ती चारागाह हैं।उन्होंने ग्राम नरसिंगपुर में आवर्ती चाराई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा की। जिले में एनीमिक महिलाओं की जानकारी ली।जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए एनीमिक पीड़ित माताओं, महिलाओं की काउंसलिंग की जा रही है।
पोषण आहार के प्रति लोगों में जागरूकता लाने और उसे आदत में शामिल करने पर जोर देने के निर्देश।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं, उन्होंने अधिकारियों से कहा कि समय पर कार्यालय पहुंचे।
- बरसात समाप्त होने वाली है, खराब सड़कों का मरम्मत और नई सड़कों के निर्माण के लिए कार्य योजना तैयार करें। अपनी जिम्मेदारी के साथ अपने-अपने दायित्व का निर्वहन हो।- अवैध शराब की शिकायत आ रही है। यह बिल्कुल भी नही होना चाहिए। पंडरिया के कुंडा, व वनांचल क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर तत्काल रोक लगाने और जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने के निर्देश।- मुख्यमंत्री ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के जिला नोडल अधिकारी की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जताई।- जुआ सट्टा पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक को सख्त निर्देश दिए।- पटवारी की शिकायत प्राप्त हो रही है, कार्य के लिए किसानों से पैसा लेन देन की, जांच करा कर कार्रवाई करें ताकि जनता को असुविधा न हो।- मुख्यमंत्री ने आदिवासी क्षेत्रों में देवगुड़ी बनाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समीक्षा बैठक में शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये। ताकि लाभ उठाने से कोई वंचित न हो।
भेंट-मुलाकात इंदौरी और कुकदूर में ग्रामीणों से मिली शिकायतों, समस्याओं के जल्द निराकरण करने के निर्देश।
इंदौरी और कुकदूर में छत्तीसगढ़ सार्वभौम पीडीएस के तहत संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकानों में शक्कर निर्धारित 17 रुपए प्रतिकिलो की दर से अधिक दर 20 रुपये में विक्रय होने की शिकायत को गंभीरता से लिया है।
समितियों के विक्रेता के विरुद्ध मिली शिकायतों पर जांच करने और कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
जिला खाद्य अधिकारी को सतत रूप से शासकीय उचित मूल्य दुकानों अथवा अन्य समूह द्वारा संचालित दुकानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की समीक्षा कर इस योजना से कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्रो में संचालित साप्ताहिक हाट बाजारों को जोड़ने के निर्देश।
अंतिम व्यक्तियों को मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना का लाभ मिल सके इस उद्देश्य से कार्य करने के निर्देश।
बैठक में जलजीवन मिशन के काम की जानकारी लेते हुए जिले के आदिवासी एवं बैगा बाहुल्य बोड़ला और पंडरिया के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था, जैसे हैंड पम्प और पेय जल के अन्य स्रोतों की जानकारी ली गई।
जिले के वनांचल क्षेत्रो में विद्युत विस्तार की समीक्षा करते हुए छूटे हुए गांव, मजरा टोला में बिजली लाइन विस्तार करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों से कहा की आत्म संतुष्टि के लिए अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन अपना शत प्रतिशत देकर करें।कोविड काल में बहुत ही प्रशंसनीय कार्य हुआ है, कोविड के दूसरे फेज के पीक में नर्सिंग के लिए ट्रेनिंग भी दी गई।
- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उपस्थित अधिकारियों से शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए कार्य करने के लिए कहा।- जहां-जहां देवगुड़ी है, वह विकासखण्ड आदिवासी क्षेत्र में आते हैं या नहीं यह सुनिश्चित करें ताकि क्षेत्र में स्थित पुजारी को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत 7000 रुपए की राशि देना सुनिश्चित किया जा सके।- डीएमएफ निधि से बुनियादी सुविधाओं को स्थानीय लोगों की मांग के अनुरूप और बेहतर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश।- आदिवासी अंचलों में बिजली कटौती की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने विद्युत अभियंता को विद्युत प्रबंधन को दुरूस्त करने के निर्देश दिए।समीक्षा बैठक में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर और श्री शैलेश पांडे भी उपस्थित हैं। -
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विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने की मुलाकात
राइस मिलर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री की पहल पर जताया आभार
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के लिए आज कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान सबसे पहले उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम इंदौरी फिर ग्राम कुकदूर में ग्रामीणों से भेंट-मुलाकात की। वहीं देर शाम पंडरिया में विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से भेंट-मुलाकात कर उनसे संवाद किया। इस दौरान जिले के राइस मिलर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री की कस्टम मिलिंग को लेकर की गई पहल और दी गई रियायत पर आभार जताया। दूसरी ओर व्यापारिक संघ ने पंडरिया को नगर पालिका बनाने पर मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे सामाजिक संगठनों की मांगों पर स्वीकृति देते हुए अनेक सौगातें दीं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बीते 4 मई से अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की शुरुआत की है। इस दौरान मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र में जाकर आमजनों से सीधे संवाद कर रहे हैं। साथ ही सामाजिक व व्यापारिक संगठनों से भी मिलकर उनकी समस्याएं और आवश्यकताओं से रूबरू हो रहे हैं। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज उन्होंने पंडरिया विधानसभा के दौरा किया।पंडरिया में सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से भेंट-मुलाकात के दौरान राइस मिलर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से मिलकर कहा कि, आपकी सूझ-बूझ और राइस मिलर्स के हित में लिए गए निर्णय से राइस मिल पुनः अपने पैरों पर खड़ी हुई है। इस दौरान व्यापारी संघ ने बताया गया कि, शक्कर बेल्ट से किसानों को लाभ हुआ है। व्यापारी संघ ने व्यापार कॉम्प्लेक्स की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन दिया।
यहां भेंट-मुलाकात के दौरान महिला पार्षद समूह ने रोड के जीर्णाेद्धार के लिए मांग की, जिसके पर मुख्यमंत्री ने तत्काल इसकी स्वीकृति दी। मांगों पर मुख्यमंत्री ने पंडरिया में ब्राह्मण समाज भवन निर्माण के लिए 15 लाख देने की घोषणा की। वहीं जैन समाज को उनके मांग के अनुरूप निर्धारित मापदंड के तहत राशि जमा होने के उपरान्त 4 हजार वर्ग फीट जमीन देने की घोषणा की। मुस्लिम समाज के भवन निर्माण के लिए 20 लाख देने की घोषणा की गई। सिक्ख समाज की मांग पर मुख्यमंत्री की ओर से पंडरिया में गार्डन निर्माण की स्वीकृत दी गई। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुंज क्षेत्र को बढ़ाकर गार्डन बनाने का कलेक्टर को सुझाव दिया।चंद्राकर युवा कल्याण समिति के मांग पर कुर्मी समाज के भवन के लिए 20 लाख देने की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री ने देवांगन समाज के भवन निर्माण के लिए 15 लाख की घोषणा की। पंडरिया में आयोजित भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से अहिरवार समाज, कुंभकार समाज, देशहा यादव समाज के प्रतिनिधियों ने भी मुलाकात की। इस दौरान ग्राम बिनौरी के बीएससी उत्तीर्ण दिव्यांग युवक मानिक लाल चेलक के आग्रह पर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए दो लाख रुपये देने की स्वीकृति दी। -
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मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कुकदूर में आमजन से की भेंट-मुलाकात, लोगों ने रखी अपनी बात
कुकदूर के सरपंच ने विशेष पगड़ी "फेटा" पहना कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ लेने की अपील की
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात की कड़ी में आज कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान पहले वे इंदौरी पहुंचे फिर ग्राम कुकदूर में लोगों से भेंट-मुलाकात की। कुकदूर में मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले ही हजारों की संख्या में ग्रामीण अपने मुखिया से मिलने कार्यक्रम स्थल पहुंच चुके थे, जहां उनके चेहरों पर प्रदेश के मुखिया से मिलने और उनके सामने शासकीय योजनाओं को लेकर अपनी बात रखने की उत्सुकता देखने को मिली। जब मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो जनता का उत्साह देखने को मिला। इस दौरान वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर विशेष तौर पर मौजूद रहे। वहीं भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बीते पौने चार साल के बीच लागू शासकीय योजनाओं ने उनकी जिंदगी की तस्वीर बदलने का काम किया है। ग्राम लालपुर के ग्रामीण सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत उन्होंने 470 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे उन्हें 94 हजार रुपये मिले, इससे किश्त में ट्रैक्टर खरीदा। अब वे ट्रैक्टर से दूसरे खेतों की जुताई कर अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।
भेंट-मुलाकात अभियान के लिए पंडरिया विधानसभा के कुकदूर पहुंचने पर मुख्यमंत्री सबसे पहले प्राचीन बूढ़ी माई मंदिर पहुंचे और माता के दर्शन कर बूढ़ी माई से छत्तीसगढ़ प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बूढ़ी माई मंदिर परिसर में नीम का पौधा भी लगाया। आगर नदी के तट पर स्थित बूढ़ी माई मंदिर का अपना ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। बताया जाता है कि सच्चे दिल से मन्नत मांगने वालों की मुराद माता अवश्य पूरा करती हैं। यहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ भजन मंडली के सदस्यों ने सेल्फी भी ली। इस अवसर पर वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी उपस्थित रहीं।
आजीविका के नए अवसर बने :कुकदूर में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना करते हुए दीप प्रज्वलन कर की। इस दौरान शिव शंभू महिला स्वयं समूह की सदस्य बैगा जनजातीय समूह की महिलाओं और ग्राम कुकदूर के सरपंच ने मुख्यमंत्री को विशेष पगड़ी "फेटा" पहना कर स्वागत किया। इसके बाद प्रदेश के मुखिया ने भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे क्षेत्रीय ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। मुख्यमंत्री ने आमजनता से शासकीय योजनाओं से मिल रहे लाभ को लेकर जानकारी ली। वहीं इन योजनाओं से ग्रामीणों की जिंदगी में आए बदलाव के बारे में जानना चाहा।
इस दौरान ग्राम लालपुर के ग्रामीण श्री सुरेंद्र कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लगभग तीन साल पहले लागू गोधन न्याय योजना के अंतर्गत उन्होंने 470 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे मिली राशि से श्री सुरेन्द्र कुमार ने किश्त में ट्रैक्टर खरीदा। अब वे ट्रैक्टर से दूसरे खेतों की जुताई कर अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। वहीं आदर्श गोठान से जुड़ीं नारी शक्ति स्व-सहायता समूह की महिला सदस्य ने बताया कि वहां उन्होंने 466 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे उन्होंने 2 लाख रुपये अर्जित किये। इस राशि को लघु उद्योग स्थापित करने में उपयोग किया गया। समूह की महिलाएं अगरबत्ती, पॉपकॉर्न बनाने का काम करती हैं। साथ ही उक्त महिला सदस्य ने अपना किराना दुकान भी खोला है।
यहां भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने पूछा कि वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कौन खेत में कर रहा है! इस पर किसान श्री रमाकांत शुक्ला ने बताया कि उनके खेत में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया गया है। पिछले साल 300 क्विंटल गन्ना उपज हुई थी, अब 500 क्विंटल होने की उम्मीद है। उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने सभी किसानों से वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने की सलाह दी। जबकि शासकीय योजना से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार पर ग्राम पोलगी के हितग्राही ने बताया कि हाट बाजार क्लीनिक योजना के अंतगर्त उनके गांव में हर शनिवार मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचता है, साथ डॉक्टर आते हैं और बेहतर इलाज करते हैं। ग्रामीणों के मन में सरकार के प्रति संतुष्टि के भाव देखकर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ लेने की अपील की।
दीपावली के पहले छायी रौनक :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि ग्राम कुकदूर में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी उपज का सही दाम राज्य सरकार दे रही है। कोदो-कुटकी, रागी जैसे लघु धान्य फसलों और दलहनी फसलों की भी खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। तेंदूपत्ता 4000 रुपए प्रति मानक बोरा में खरीद रहे हैं। 7 से बढ़ाकर 65 तरह के लघुवनोपजों की खरीदी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव उत्पादन का केंद्र बने, शहर खरीदी का केंद्र बने, हम इस पर काम कर रहे हैं। पिछली सरकार में 3 हजार स्कूल बंद किए गए और हमने सारे स्कूलों को खोला है। हमने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खोले, गरीब किसान के बच्चे भी इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। हम अच्छे स्कूल खोल रहे हैं ताकि सभी को अच्छी शिक्षा मिल सके। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की जरूरतों को समझते हुए कहा कि, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की किश्त इस बार दीपावली के सात दिन पहले ही आ जाएगी। मुख्यमंत्री की बात सुनकर जनता के चेहरे खुशी से चमक उठे और यह रौनक उनके मुस्कान के तौर पर साफ झलक रही थी।
मुख्यमंत्री ने कुकदूर में जनआकांक्षाओं का रखा ध्यान, की घोषणाएं :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम कुकदूर में भेंट-मुलाकात के दौरान जन संवाद किया। इस दौरान आमजनों की ओर से क्षेत्रीय जरूरतों के लिहाज से अनेक मांगें रखी गईं। मुख्यमंत्री ने भी जनआकांक्षाओं का ख्याल रखते हुए अनेक घोषणाएं कीं, जो इस प्रकार हैं -1. क्रांति जलाशय की वर्षों से लंबित मांग को पूरा किया जाएगा।2. ग्राम कोदवागोड़ान में आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल खोली जाएगी।3. हरिहर नाला पुल निर्माण कराया जायेगा।4. ग्राम पंचायत कुकदूर दैहान टोला यादव पारा में पुलिया निर्माण कराया जाएगा।5. ग्राम कुई में सर्व-सुविधायुक्त आदिवासी सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाएगा।6. ग्राम पंचायत कुकदूर बैगापारा में ट्रांसफार्मर लगाने की स्वीकृति दी।7. नगर पंचायत पंडरिया को नगर पालिका बनाया जाएगा।8. सिंहपुर से छिरहा होते हुए कुलीडोंगरी मार्ग में सड़क निर्माण कराया जाएगा।9. बाघामुड़ा से नेउगांव तक सड़क निर्माण कराया जाएगा।10. ग्राम कुंडा में कॉलेज खोला जाएगा।11. दामापुर में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी परिवार के घर जमीन पर बैठकर किया भोजन :
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम कुकदूर में आदिवासी किसान श्री भगत राम पुसाम के घर जमीन में बैठकर भोजन किया। यहां मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़िया भोजन और पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। भोजन में चेंच भाजी, ठेठरी, खुरमी, फरा, कुटकी से बनी खीर और सिलबटे से पिसी टमाटर की चटनी मुख्यमंत्री को परोसी गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर, कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे व आदिवासी समाज के अन्य गणमान्य नागरिकों ने भोजन ग्रहण किया। इस अवसर पर भगत राम पुसाम ने अतिथि देव भवः की परम्परा का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने श्री भगत राम के घर पर भोजन के उपरांत उनके परिवार के सभी सदस्यों से मुलाकात की। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले के विधानसभा क्षेत्र पंडरिया अंतर्गत ग्राम इंदौरी में स्थित चंडी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने माता चंडी मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना की।इस अवसर केबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर मौजूद रहे।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जगह-जगह पर ग्रामीणों, महिलाओं और बच्चों ने फूल और नारियल भेंट कर स्वागत किया।छोटे-छोटे बच्चे उत्साहपूर्वक नारे लगाये।गांव के युवाओं में अपने मुख्यमंत्री की झलक पाने और फोटो खिंचाने की मची होड़।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि - नवरात्रि की पावन बेला में आप लोगों के बीच आया हूं। आप सभी को नवरात्रि की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।पानी बहुत गिरा, फसल अच्छा है, किसान खुशहाल है। सबसे पहले हमने किसानों का ऋण माफ किया, उनके हित में लगातार कार्य कर रहे।राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त दीवाली के पहले 15 अक्टूबर को दी जाएगी।केंद्र सरकार द्वारा 2500 रुपए में धान खरीदी पर असहयोग के बाद भी हमने, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम दिया।4 मई से भेंट-मुलाकात का सिलसिला चल रहा है। लोगों से मिल रहे हैं, बातें हो रही हैं, योजनाओं का फीडबैक मिल रहा है।
इस दौरान थानवर चंद्रवंशी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी पौने दो एकड़ खेती है। उसने 20 हजार ऋण लिया था, वो माफ हो गया है। किसान ने त्यौहार के समय योजना अन्तर्गत राशि भुगतान करने की मुख्यमंत्री की बात पर खुशी जाहिर की।
ग्राम आछी निवासी गोविंद चंद्रवंशी ने बताया कि उनका 25 हजार ऋण माफ हुआ हैं। इस साल दोनों किस्त मिल गया है, गन्ना के भी पैसा न्याय योजना के तहत आया है। जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि धान के 9000 रुपए के हिसाब से और गन्ना के 355 रुपए क्विंटल के हिसाब से विक्रय मूल्य दिया जा रहा है।
- ग्राम गोरखपुर निवासी विजय निर्मलकर ने बताया कि उनकी 5 एकड़ की जमीन है, 01 लाख ऋण माफ हुआ है, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत उन्हें दो किस्त भी मिला है।
मुख्यमंत्री के पूछने पर किसान विजय ने बताया कि सरकार द्वारा दिए गए पैसे से घर बनाए हैं, बच्चे को जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा रहे हैं।मुख्यमंत्री द्वारा राशन कार्ड के बारे में पूछे जाने पर ग्राम केसली की नर्मदा साहू ने बताया कि राशन कार्ड बना है, 35 किलो राशन मिल रहा है, मुझे नमक एक पैकेट, शक्कर एक किलो 20 रुपए किलो और मिट्टी तेल 85 रुपए लीटर में मिलता है। मुख्यमंत्री ने 20 रुपए किलो में शक्कर मिलने की बात पता चलते ही जानकारी को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की बात कही।
ग्राम धरमपुरा के ग्रामीण ने बताया कि राजीव गांधी भूमिहीन मजदूर कृषि न्याय योजना के तहत दो किस्त मिला है, ग्रामीण ने इस योजना के संचालन के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया।
ग्राम सोहागपुर के नारायण यादव ने बताया की एक लाख 30 हजार का गोबर बेचा है। बच्चो को पढ़ा लिखा रहा हूं, मुख्यमंत्री ने नारायण की सराहना की।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल एक नवम्बर से धान खरीदी शुरू की जायेगी।
उन्होंने कहा कि हमने बच्चों की पढ़ाई के लिए स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले हैं।
उन्होंने वहाँ मिलने आई छात्रा रिंकी तिवारी से छत्तीसगढ़ी में सवाल किया, जिसका जवाब रिंकी ने छत्तीसगढ़ी और इंग्लिश में दिया।संतोष यादव, बरबसपुर ने बताया की उसने 90 हजार का गोबर बेचा है। इस पैसे से 02 बकरी खरीदी थी जिनकी संख्या अब 18 हो गई है। 04 बकरा 31 हजार रुपया का बेचा है, फिर से गोबर बेचकर 75 हजार का मोटर साइकल खरीदा।
फूलबाई पटेल, सोहागपुर ने बताया कि हमने 01 लाख का वर्मी कम्पोस्ट बेचा है, तालाब में मछली पालन करती हूं अब तक 25 हजार रुपए की मछली बेची है। उसके समूह में समूह में 10 सदस्य है।
ग्राम इंदौरी के ग्रामीण ने बताया मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना से नि:शुल्क स्वास्थय सुविधा का लाभ मिल रहा है।
ग्राम मिरमिट्टी की गोमती ने बताया कि उनका बच्चा राम योगी काफी कमजोर था। जिन्हे मुख्यमंत्री सुपोषण योजना का लाभ मिला । मुख्यमंत्री ने बच्चे से भी बात चीत कर उसका हाल जाना ।करुणा कश्यप, कवर्धा ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को बताया कि आत्मानंद स्कूल बहुत बढ़िया है, सारी सुविधाएं हैं, लाइब्रेरी है।
करुणा ने बताया कि इससे पहले वह दूसरे स्कूल में पढ़ाई करती थी, अब आत्मानंद स्कूल में पैसा बच रहा है, उसने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले के विधानसभा क्षेत्र पंडरिया अंतर्गत ग्राम इंदौरी में स्थित चंडी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने माता चंडी मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना की।इस अवसर केबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जगह-जगह पर ग्रामीणों, महिलाओं और बच्चों ने फूल और नारियल भेंट कर स्वागत किया।
छोटे-छोटे बच्चे उत्साहपूर्वक नारे लगाये।गांव के युवाओं में अपने मुख्यमंत्री की झलक पाने और फोटो खिंचाने की मची होड़।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि - नवरात्रि की पावन बेला में आप लोगों के बीच आया हूं। आप सभी को नवरात्रि की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।पानी बहुत गिरा, फसल अच्छा है, किसान खुशहाल है। सबसे पहले हमने किसानों का ऋण माफ किया, उनके हित में लगातार कार्य कर रहे।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त दीवाली के पहले 15 अक्टूबर को दी जाएगी।
केंद्र सरकार द्वारा 2500 रुपए में धान खरीदी पर असहयोग के बाद भी हमने, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम दिया।4 मई से भेंट-मुलाकात का सिलसिला चल रहा है। लोगों से मिल रहे हैं, बातें हो रही हैं, योजनाओं का फीडबैक मिल रहा है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री आमजन, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों से चर्चा करेंगे
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान का आगाज इसी वर्ष बीते 4 मई से किया था। इसकी अगली कड़ी में मुख्यमंत्री श्री बघेल 30 सितंबर को कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे और आमजनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय है कि भेंट-मुलाकात अभियान के पीछे मुख्यमंत्री का उद्देश्य आमजन, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक-व्यापारिक संगठनों से सीधे संवाद कर शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्यवन की हकीकत को जानना और जनसमस्याओं से रूबरू होना है। वहीं मुख्यमंत्री श्री बघेल जहां भी आमजन से भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं, वहां जनआकांक्षाओं के अनुरूप घोषणाएं भी कर रहे हैं, जिनमें शासन-प्रशासन के स्तर पर त्वरित अमल भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आम जनता से योजनाओं का फीडबैक लेने के साथ ही दौरा कार्यक्रम के दौरान विधानसभाओं में स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शासकीय प्राथमिक शालाओं, आंगनबाड़ियों, तहसील कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्रों, राशन दुकानों एवं अन्य सरकारी कार्यालयों का भी निरीक्षण कर वहां पर व्यवस्था की जानकारी ले रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल आवश्यक सुधार के निर्देश एवं आवश्यक कार्रवाई भी कर रहे हैं। स्कूलों में बच्चों से भेंट-मुलाकात कर उनके द्वारा बच्चों से बातचीत कर स्कूल में अध्यापन एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली जा रही है। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को लेकर प्रदेश की जनता भी उत्साह में है एक ओर उन्हें अपने मुख्यमंत्री से सीधे संवाद का मौका मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की तत्काल निराकरण की पहल से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के प्रति जनता का विश्वास और उत्साह दुगुना हुआ है।