- Home
- मुख्य समाचार
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
परिवहन विभाग द्वारा ऑटोमैटिक ई-चालान की व्यवस्था
राज्य के विभिन्न मार्ग में तैयार हुआ एएनपीआर सिस्टम जल्द होगा शुभारंभ
बिना दस्तावेजों के साथ चलने वाले वाहनों पर कार्यवाही की तैयारी
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार अब बिना फिटनेस , टैक्स और बिना दस्तावेज के चलने वाले वाहनों पर सख्ती करने की तैयारी मेंहैं। प्रदेश के विभिन्न मार्ग में अब एएनपीआर ई-डिटेक्शन सिस्टम शुरू करने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है , जिससे कि बिना फिटनेस और बिना टैक्स वाले वाहनों के सड़को से गुजरने पर ऑटोमैटिक चालान होगा। अब इसका उद्घाटन किया जाएगा ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप तथा परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में परिवहन सुविधाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन हो रहा हैं। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटना में होने वाले मृत्यु के आँकड़ो को देख कर प्रदेश में रोड एक्सीडेंट कम करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे । सड़क दुर्घटना का एक प्रमुख कारण बिना फ़िटनेस के चलने वाले हैवी गाड़िया है । अनफिट गाड़ियो से होने वाली सड़क दुर्घटना कम करने के लिए प्रदेश में परिवहन विभाग की पहल पर विभिन्न मार्ग में एएनपीआर कैमरा लगाये जा रहे है , जो बिना फिटनेस और टैक्स के चलने वाले वाहनों को डिटेक्ट कर ऑटोमैटिक चालानी कार्यवाही करेगा।
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में विभिन्न मार्ग पर चलने वाले ऐसे वाहनों का पता लगाने के लिए पहले चरण में 09 जगहों पर एएनपीआर कैमरा लगाया है जो परिवहन विभाग के वाहन सॉफ्टवेर और ई डिटेक्शन सिस्टम से जुड़ा हुआ है ।प्रथम चरण में इन स्थानों में शुरू किया गया है एएनपीआर ई डिटेक्शन सिस्टम -महासमुंद बसना पदमपुर रोड , सराईपाली सारंगगढ़ रोड, जयराम नगर मस्तूरी रोड, रायपुर अभनपुर भरेंगाभाटा,पत्थल गाँव अंबिकापुर रोड ,डोंगरगढ़ राजनांदगाँव रोड,रायगढ़ तेंदुवाभाटा,रायगढ़ सरिया, नगरी रोड। इसके बाद खनन और औद्योगिक क्षेत्रों से भी एएनपीआर कैमरे के मदद से डेटा एकत्र करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है और जल्द ही इन जगहों से गुजरने वाली गाड़ियो का रिकॉर्ड भी एएनपीआर सिस्टम के माध्यम से परिवहन विभाग को प्राप्त होने लगेगा ।
इस सिस्टम गाड़ियों की जानकारी को ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रेकग्निशन (एएनपीआर ) कैमरा के माध्यम से जानकारी प्राप्त किया जाएगा और जब कोई वाहन रोड से गुजरेगा तो उसकी तस्वीरें ली जाएंगी। जिस वाहन के पास कानूनी रूप से आवश्यक वैध दस्तावेज नहीं होंगे उसका रिकॉर्ड वाहन के डेटाबेस से प्राप्त कर लिया जाएगा और ई-डिटेक्शन पोर्टल द्वारा स्वचालित रूप से चालान किया जाएगा। चालान एसएमएस के माध्यम से वाहन स्वामी के मोबाइल में भेज दिया जाएगा और जब तक वाहन स्वामी के द्वारा उस चालान का भुगतान नहीं कर दिया जायेगा तब तक उस गाड़ी से संबंधित समस्त कार्य सभी आरटीओ में प्रतिबंधित रहेंगे।
परिवहन सचिव श्री एस प्रकाश द्वारा वाहन मालिकों से अपील की गई है कि सड़क में वाहन चलाने से पहले गाड़ी के समूर्ण आवश्यक दस्तावेज को अप-टू-डेट करा ले। सभी दस्तावेज पूर्ण होना स्वय और सड़क में चलने वाले अन्य सभी लोगो के सुरक्षा के लिये आवश्यक है।
परिवहन आयुक्त श्री दीपांशु काबरा द्वारा वाहन स्वामियों से अपील की गई है कि वे फिटनेस, टैक्स, बीमा और पीयूसी के जुर्माने से बचने के लिए वाहन के दस्तावेज अप-टू-डेट रखें।सड़क सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की समिति (एससीसीओआरएस) की सिफारिश के बाद सरकार ने ई डिटेक्शन के क्रियान्वयन का नीतिगत निर्णय लिया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट समिति के सचिव संजय मित्तल ने कुछ जिलों का दौरा किया था और राज्य में सड़क हादसों को कम करने के लिए शुरू किए गए सुधारात्मक उपायों की समीक्षा की थी। उन्होंने बिना फिटनेस और इंश्योरेंस के चल रहे वाहनों पर लगाम लगाने के लिए निर्देश दिये थे।
ज्ञात हो कि किसी वाहन को सड़क पर चलाने के लिए टैक्स पटाना , पंजीकरण प्रमाण पत्र, फिटनेस प्रमाण पत्र, परमिट (यदि परिवहन वाहन है तो), बीमा और सभी वाहनों के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) जैसे वैध दस्तावेज होने अनिवार्य है तथा सभी वाहन चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। पर्सनल वाहनों के लिए फिटनेस और परमिट की आवश्यकता नहीं होती है।
नमूना आंकड़ों के अनुसार, यह देखा गया है कि बहुत से वाहन बिना वैध दस्तावेजों के चल रहे हैं। खासतौर से हेवी माल यान जिसमें फिटनेस अनिवार्य है, ऐसे वाहन भी बिना फिटनेस और बिना टैक्स के चलते पाये जाते है। ऐसे वाहनो से सड़क दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है और इंश्योरेंस क्लेम में भी समस्या उत्पन्न होती है । -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुस्कान स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल महासमुन्द में कक्षा नवमीं में पढ़ती हैं, मुस्कान बताती हैं कि फ्री में इंग्लिश मीडियम स्कूल की अच्छी पढ़ाई के कारण अब मम्मी-पापा को फ़ीस की टेंशन नहीं होती। हमें क्वालिटी एजुकेशन मिल रही है, जो पहले प्राइवेट स्कूल में महंगी फ़ीस के साथ मिलती थी। मुस्कान के पापा ऑटो चलाते हैं, उसने कहती है पहले वाले स्कूल में फ़ीस भरने में बहुत तकलीफ़ होती थी, लेकिन अब सब बहुत अच्छा है, मैं बड़ी होकर सीए बनूंगी और अपना सपना पूरा करूंगी। मुस्कान जैसे विद्यार्थी आज बेहतर माहौल में अच्छी शिक्षा प्राप्त प्राप्त कर रहे हैं, क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा की नींव मजबूत करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
प्रोद्यौगिकी, इन्टरनेट के युग और ग्लोबलाइजेशन के दौर में अंग्रेजी शिक्षा आज की सबसे बड़ी जरुरत है। इसी जरुरत को समझते हुए और छत्तीसगढ़ की प्रतिभा को दुनिया के लिए तैयार करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की पहल की। इस पहल गरीब बच्चों को भी क्वालिटी एजुकेशन और अंग्रेजी भाषा में शिक्षा मिलना संभव हो रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अंग्रेजी शिक्षा की पहल पर खोले गए स्कूलों को स्वामी आत्मानंद को समर्पित किया है, जिन्होंने अपना जीवन आदिवासी बच्चों में शिक्षा के प्रसार के लिए बिताया। स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी स्वामी आत्मानंद के कार्यों से प्रभावित थीं, आज नारायणपुर के रामकृष्ण मिशन के विद्यालय से पढ़कर निकले विद्यार्थी देश के बड़े बड़े पदों पर कार्य कर रहे हैं।
अंग्रेजी शिक्षा से वंचित वर्ग तक भी शिक्षा का प्रसार हो इस भावना के साथ छत्तीसगढ़ सरकार ने पूरे प्रदेश में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की शुरुआत की, जिसके जरिए नई पीढ़ी आज की जरूरत के हिसाब से भावी भविष्य के लिए तैयार हो रही है। आज प्रदेश के स्कूल सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक विद्यार्थियों को पढ़ने-लिखने और अपनी प्रतिभा को निखारने का अच्छा अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अगुवाई में छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर का लगातार ग्राफ बढ़ रहा है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने और उसे मजबूत करने की दिशा में कई अहम पहल से छत्तीसगढ़ आज देश के लिए अपने तरह की एक अनूठी मिसाल पेश कर रहा है।
स्कूलों को किया गया अपग्रेड
विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई का बेहतर माहौल देने के लिए स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, इसके लिए इन स्कूलों में सबसे पहले आधारभूत संरचना को मजबूत किया गयाद्य पुरानी बिल्डिंग का पुनरुद्धार कर उसे एक नया रूप दिया गया। इसी का परिणाम है कि पहले जिन स्कूलों में पुराने ब्लैक बोर्ड थे आज वहां ग्रीन बोर्ड लगाए गए हैं और कुछ जगहों पर स्मार्ट बोर्ड की सुविधा से भी विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, अब स्कूलों में पुराने बैंच-टेबल की जगह नये कम्फर्टेबल बैंच ने ले ली है।
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
प्रदेश के बजट में शिक्षा ज्यादा राशि शिक्षा के लिए खर्च की जा रही है। इससे शैक्षणिक संस्थाओं की अधोसंरचना बेहतर हो रही है। आँगन म शिक्षा पहल के लिए छत्तीसगढ़ को 2022 का स्कॉच अवार्ड प्रदान किया गया था। इसी तरह नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग को राष्ट्रीय स्तर के एमबिलीयंथ अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अंग्रेजी शिक्षा के खर्च से मिली मुक्ति
स्वामी आत्मानंद शासकीय अंगेजी एवं हिंदी उत्कृष्ट विद्यालय योजना ने माता-पिता को अपने बच्चे के लिए अंग्रेजी शिक्षा के खर्च के बोझ से मुक्त करा दिया है। इन स्कूलों में अत्याधुनिक लाइब्रेरी, लैंग्वेज लैब, कंप्यूटर और साइंस के साथ ही टेनिस और बैडमिन्टन सहित विभिन्न खेलों की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में जरूरी हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार परिषद की प्रथम बैठक सदस्यों से मांगे सुझाव
अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पहली बार खोले जा रहे हैं 15 नवीन पोस्ट मेट्रिक छात्रावास
सदस्यों ने ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावासों की संख्या बढ़ाने का किया आग्रह
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार परिषद की पहली बैठक आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने सलाहकार परिषद् की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों की सुरक्षा, कल्याण एवं सर्वांगीण विकास के लिए राज्य शासन को परामर्श देने हेतु सलाहकार परिषद का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल सभी वर्गों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। विशेषकर समाज के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक विकास, व्यवसाय, रोजगार पर ध्यान देना चाहिए।
गौठानों और रीपा में नई गतिविधियां प्रारंभ करने लोगों को करें प्रोत्साहित
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गौठानों और रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में लोगों को रोजगार देने के लिए आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। यहां और भी नई गतिविधियां संचालित की जा सकती हैं, इसका सुझाव भी दें। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में सब्जियों का अच्छा उत्पादन होता है वहां सब्जियों के व्यापार से जुड़ी गतिविधियां जैसे ड्रायर लगाने और पैकिंजिंग पर ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने पहली बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि परिषद् में अन्य पिछड़ा वर्ग की अधिक से अधिक उप जातियों और क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने सामूहिक विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए हरदिया साहू समाज द्वारा किए गए प्रयासों और सोनकर समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में इन समाजों ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार अन्य वर्गों में भी व्यवसाय व रोजगार से जुड़े हुनरमंद लोग हैं। समाज को इन्हें भी प्रोत्साहित कर अपनी पहचान बढ़ाना चाहिए।
बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री तथा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े और श्री विनोद सेवनलाल चन्द्राकर, विधायक श्री धनेन्द्र साहू, डॉ. विनय जायसवाल, श्री रामकुमार यादव सहित परिषद के सदस्यगण, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री डी. डी. सिंह, आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी उपस्थित थी।
सलाहकार परिषद की बैठक में सभी सदस्यों द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों के लिए परिषद का गठन कर इसमें सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए धन्यवाद दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री श्री बघेल की विशेष पहल पर वर्ष 2023-24 में अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 15 नवीन पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों की स्वीकृति दी गई है। इनमें 8 बालक तथा 7 कन्या छात्रावास शामिल हैं। बैठक में सदस्यों ने बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रावासों की संख्या बढ़ाने का सुझाव दिया। सदस्यों द्वारा यह भी सुझाव दिया कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए छात्रावासों में पीईटी, पीएमटी, पीएससी और प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की व्यवस्था की जाए। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति सलाहकार परिषद की प्रथम बैठक
जाति प्रमाण पत्र बनाने में किए गए सरलीकरण के प्रावधानों का करें व्यापक प्रचार-प्रसार
अनुसूचित जाति बहुल संभागों में प्राथमिकता के आधार पर प्री मैट्रिक छात्रावासों के पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों में उन्नयन के निर्देश
अनुसूचित जाति वर्ग को सशक्त बनाने किए जा रहे हैं, हर संभव प्रयास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों सहित अनुसूचित जाति वर्ग को शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति सलाहकार परिषद का गठन किया गया है। इस परिषद द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के उत्थान के लिए राज्य सरकार को परामर्श दिया जाएगा। परिषद के माध्यम से इस वर्ग के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में भी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति सलाहकार परिषद की प्रथम बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। श्री बघेल ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि अभियान चलाकर छात्रावासों का निरीक्षण किया जाए और वहां साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बैठक में सदस्यों द्वारा बहुत अच्छे सुझाव दिए गए हैं। उन्होंने परिषद के सदस्यों द्वारा प्री मैट्रिक छात्रावासों के पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों में उन्नयन और सीटों की संख्या में वृद्धि संबंधी आग्रह पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन संभागों में अनुसूचित जाति वर्ग की जनसंख्या अधिक है, वहां प्राथमिकता के आधार पर छात्रावासों के उन्नयन तथा सीटों की संख्या में वृद्धि की जाए। सदस्यों द्वारा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम तथा हिन्दी माध्यम स्कूलों में छात्रों को आरक्षण का लाभ देने के आग्रह पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कक्षा पहली में प्रवेशित छात्रों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा जाति प्रमाण पत्रों को बनाने की प्रक्रिया में किए गए सरलीकरण के प्रावधानों के प्रचार-प्रसार के लिए वाल राईटिंग कराने तथा पाम्पलेट छपवाकर वितरित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बैठक में परिषद के सदस्यों का स्वागत करते हुए उनसे सुझाव भी मांगे। सदस्य ने सुझाव दिया कि कोरोना की आपदा के दौरान लोगों का दाह संस्कार करने वाले समाज के लोगों को सम्मानित किया जाए।
बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री तथा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सहित परिषद के सदस्यगण, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री डी. डी. सिंह, आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी उपस्थित थी।
सलाहकार परिषद की बैठक में सभी सदस्यों द्वारा अनुसूचित जाति के हितों के लिए परिषद का गठन कर इसमें सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि अनुसूचित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रदेश में 90 पोस्ट मैट्रिक छात्रावास, 342 प्री मैट्रिक छात्रावास, 50 आश्रम संचालित किए जा रहे हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
26 जून से स्कूल खुलने पर कैसा महसूस कर रहे हैं, बच्चों ने कहा कि हमें गर्मी से राहत मिल गई
शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विद्यार्थियों से हुए रू-ब-रू
रायपुर : प्रदेश के मुखिया न केवल आम जनता की नब्ज समझते हैं अपितु बच्चों के मनोविज्ञान को भी गहराई से समझते हैं। अपनी बात कहने जब प्रोफेसर जे.एन. पांडे आत्मानंद स्कूल की छात्रा तृप्ति जगत खड़ी हुई। तृप्ति अपनी बात कहने में थोड़ा सा हिचक रही थी। मुख्यमंत्री ने पूरे वात्सल्य से स्नेहपूर्वक कहा, बेटा यहां सब अपने लोग हैं बेझिझक अपनी बात कहो। मुख्यमंत्री की बात को सुनते ही तृप्ति की हिचक पूरी तरह दूर हो गई। उसने बताया कि इस स्कूल में पढ़ाई के अच्छे स्तर को देखते हुए मैंने यहां प्रवेश लिया है। मुझे यहां बहुत अच्छा लग रहा है। उसके बाद मुख्यमंत्री ने छात्रा को शाबासी देते हुए कहा आप कितने अच्छे ढंग से बात रख रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर बच्चों से आज रू-ब-रू हो रहे थे।
मुख्यमंत्री से बच्चों ने भी बेझिझक होकर अपने दिल की बात कहीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि 16 जून के बदले 26 जून को स्कूल खोलने पर कैसा अनुभव कर रहे हैं। सभी बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि 26 जून से स्कूल खुलने से गर्मी और लू से राहत मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय गर्मी के मौसम और बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया कि स्कूल 26 जून से खोले जाएं। शाला प्रवेश उत्सव शुरू होने से पूर्व ही प्रदेश में बरसात शुरू हो गई। बारिश की फुहारों के साथ ही नए शिक्षा सत्र की शुरूआत हुई।
विद्यार्थी राजेश ने बताया कि हम सबकी पढ़ने में रुचि बढ़ गई है। स्वामी आत्मानंद बीपी पुजारी शाला में पढ़ रही आठवीं की छात्रा सुरभि साहू ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल आरंभ होने से आर्थिक रूप से कमजोर और होनहार बच्चों को भी अच्छी अंग्रेजी शिक्षा का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के समक्ष स्वामी आत्मानंद राजा तालाब स्कूल कक्षा 8वीं की छात्रा कशिश अंजुम खान ने भी शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर अपनी विचार रखी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने दी नए शाला प्रवेशोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं
इस वर्ष 4 हजार 318 खोली जा रही है बालवाड़ियां
बच्चे पढ़ेंगे स्थानीय बोलियों में
प्रदेश में 20 भाषा-बोलियों में द्विभाषी पुस्तकें तैयार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 26 जून से शुरू हो रहें नए शिक्षा सत्र और शाला प्रवेशोत्सव के पावन अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की है कि सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ, शाला प्रवेशोत्सव को सार्थक बनाते हुए नई ऊर्जा और नए संकल्प के साथ शिक्षा दान के कार्य में पूरे समर्पण के साथ जुट जाएंगे। आप और हम सब मिलकर शिक्षित छत्तीसगढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। पिछले वर्ष राज्य में 5173 बालवाड़ियां प्रारंभ की गई थी, इस वर्ष 4318 बालवाड़ियां और खोली जा रही है, अब इनकी संख्या बढ़कर 9491 हो जाएगी।मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रवेशोत्सव मनाकर नन्हें-मुन्ने बच्चों का स्वागत और अभिनंदन किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों और आमजनों से अनुरोध किया है कि शाला प्रवेश के दिन अपने नजदीक के विद्यालय में जाकर बच्चों का मनोबल बढ़ाएं और समय-समय में स्कूल जाकर शिक्षकों के साथ शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता को सुधारने में लगातार सहयोग भी करें।इस वर्ष स्कूल खुलते ही बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकंे, गणवेश इत्यादि प्रदान करने तथा कक्षा नवमीं में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को निःशुल्क सायकल प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। नए शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के साथ ही हमें शिक्षा की गुणवत्ता शिक्षा के प्रति जन-जन का लगाव बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। हमारा यह संकल्प है कि प्रदेश में उत्कृष्ट शिक्षा का वातावरण तैयार करने के लिए सभी व्यवस्थाएं स्कूल खुलने के पहले दिन से ही सुनिश्चित हों।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिन्दी माध्यम के 350 स्कूल शुरू किए गए हैं। इन विद्यालयों की लोकप्रियता निजी स्कूलों से भी कहीं बेहतर है। हमारी सरकार ने बच्चों को अंग्रेजी भाषा सीखाने पर विशेष ध्यान दिया है, ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पूरे आत्मविश्वास के साथ खड़े हो सके। वहीं दूसरी ओर हमने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा स्थानीय बोलियों में करने की व्यवस्था भी की है। प्रदेश में 20 भाषा-बोलियों में द्वि-भाषीय पुस्तकें तैयार की गई है, जिससे छत्तीसगढ़ में रहने वाले बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाई की शुरूआत करने का अवसर मिल सके।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि विगत अनेक वर्षो से स्कूल, भवनों की मरम्मत व रंग-रोगन भी नहीं हो पाया था। अनेक स्कूल भवन जर्जर हो चुके थे। हमारी सरकार ने ऐसे सभी स्कूल-भवनों की मरम्मत करने सुघ्घर-सुन्दर बनाने का संकल्प भी लिया है। ’मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना’ के तहत 29 हजार 284 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए लगभग 2 हजार करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
20 - 25 वर्षो से प्राचार्य पदोन्नति नहीं होने से क्षुब्ध प्रदेश के "टी" तथा "ई" संवर्ग के हजारों नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक माध्यमिक शाला नए शिक्षण सत्र 26 जून से अपने पदनाम के आगे लिखेंगे "वरिष्ठ व्याख्याता" एवं "वरिष्ठ प्रधान पाठक" - सतीश प्रकाश सिंह
"स्कूल शिक्षा विभाग में 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में रिक्त प्राचार्य पद पर पदोन्नति की माँग को लेकर "छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा" ने शासन के विरुद्ध खोला मोर्चा
प्रदेश के नियमित व्याख्याता एवं प्रधान पाठकों ने आवाज़ बुलंद कर शासन से की चुनाव आचार संहिता लगने से पहले प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी करने की प्रबल माँग"
रायपुर : "छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा" के द्वारा प्रदेश में वर्षों से रुकी हुई प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जल्द से जल्द जारी करवाने शासन से पुरजोर माँग की जा रही हैं। इस कड़ी में दिनाँक 25 जून 2023 को बिलासपुर में सम्पन्न हुई बैठक में "छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा" के प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने घोषणा की हैं कि 26 जून 2023 से प्रारंभ हो रहे नए शिक्षण सत्र में प्रदेश के "टी" तथा "ई" संवर्ग के हजारों नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक माध्यमिक शाला द्वारा वर्षों से अपनी प्राचार्य पदोन्नति नहीं होने से क्षुब्ध होकर अपने पदनाम के आगे "वरिष्ठ व्याख्याता" एवं "वरिष्ठ प्रधान पाठक" लिखेंगे।
"छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा" के प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने कहा किराज्य में स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत "टी" संवर्ग में वर्ष 2013 से तथा "ई" संवर्ग में वर्ष 2016 के बाद से हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं की गईं हैं । राज्य में 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूलों में वर्षों से प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। 11 वर्षो से प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं होने से "टी" तथा "ई" संवर्ग के सैकड़ों नियमित व्याख्याता तथा नियमित प्रधान पाठक सेवानिवृत्त हो गए हैं।प्राचार्य पद पर पदोन्नति का रास्ता देखते-देखते अनेकों व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों की मृत्यु हो गईं हैं। प्रत्येक माह लगातार अनेक वरिष्ठ व्याख्याता और वरिष्ठ प्रधान पाठक प्राचार्य पदोन्नति का रास्ता देखते- देखते सेवानिवृत होते जा रहे हैं। अत: 26 जून से प्रारंभ हो रहे नए शिक्षण सत्र में प्रदेश के हजारों नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक माध्यमिक शाला द्वारा अपनी प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं होने से क्षुब्ध होकर शासन को संदेश देने के लिए अपने पदनाम के आगे "वरिष्ठ व्याख्याता" तथा "वरिष्ठ प्रधान पाठक माध्यमिक शाला" लिखेंगे, ताकि स्कूल शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा वर्षों से रूकी हुई प्राचार्य पदोन्नति की प्रक्रिया को तत्काल शुरू करके चुनाव आचार संहिता लगने के पूर्व प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी किया जा सकें।
प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने प्रदेश में कई वर्षों से बाधित रही प्राचार्य पदोन्नति की विभागीय प्रकिया को शीघ्र प्रारंभ कर हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य के रिक्त सभी पदों पर प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी करने की शासन से प्रबल माँग की हैं।
प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने कहा कि, प्राचार्य पद पर पदोन्नति देने से शासन को कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आयेगा , क्योंकि पदोन्नति प्राप्त करने वाले सभी नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक वर्तमान में प्राचार्य पद का ही वेतन और पे स्केल प्राप्त कर रहें हैं। प्रदेश के इन वरिष्ठ व्याख्याता और प्रधान पाठकों को प्राचार्य पद पर पदोन्नति मिलने से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में समुचित सुधार आयेगा, क्योंकि प्रदेश के 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में वर्षों से प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं , जहाँ पूर्णकालिक प्राचार्य के नहीं होने से केवल प्रभारियों के भरोसे से संचालित हो रहें इन स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा की बैठक में प्रमुख रूप से - त्रिवेणी प्रसाद झारिया , सी. आर. पैकरा, विसंभर सिंह, एस. एन. शिव, अलका गांगुली आदि सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए। "छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा " ने शासन से प्राचार्य पदोन्नति के लिए तत्काल एक निश्चित समयबद्ध कार्यक्रम ( Time Table ) जारी कर , समस्त विभागीय प्रक्रिया को पूर्ण करके चुनाव आचार संहिता लगने के पूर्व प्राचार्य पद पर पदोन्नति का आदेश जारी करने की पुरजोर माँग की हैं। - New Tariff Electricity Bill: नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अप्रैल, 2024 के बाद अगर आप रात में एयर कंडीशनर ज्यादा चलाते हैं तो आपको ज्यादा बिजली का बिल देना होगा। हालांकि दिन में बिजली का बिल कम आएगा, क्योंकि दिन में सौर ऊर्जा चालित बिजली की आपूर्ति की जाएगी। विद्युत मंत्रालय द्वारा तैयार नए बिजली टैरिफ को सरकार ने शुक्रवार को मंजूरी प्रदान कर दी। इसके तहत दिन में बिजली की दर मौजूदा कीमत से 20% तक कम होगी, लेकिन रात में (पीक आवर में) बिजली की दर 10 से 20% तक ज्यादा होगी।
बिजली (ग्राहकों के अधिकार) नियम, 2020 में संशोधन करते हुए दिन के समय (टीओडी) टैरिफ व्यवस्था लागू की गई है। बिजली मंत्री आरके सिंह ने कहा कि इससे ग्राहकों को बिजली बिल कम करने में मदद मिलेगी। सरकार के इस कदम के पीछे दो बड़ी वजहें मानी जा रही हैं।
पहला, देश में सौर और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पादित बिजली की मांग बढ़े। चूंकि सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन दिन में होता है तो बिजली वितरण कंपनियां इनसे बनी बिजली की खरीद दिन में ज्यादा करेंगी।
दूसरी वजह है कि पीक आवर में ज्यादा बिल आने की संभावना देखते हुए ग्राहक इस दौरान खपत में किफायत बरतेंगे। टीओडी टैरिफ 10 किलोवाट या इससे ज्यादा की बिजली की खपत करने वाले ग्राहकों के लिए 01 अप्रैल, 2024 से लागू किया जाएगा जबकि दूसरे ग्राहकों के लिए 01 अप्रैल, 2025 से लागू होगा। कृषि क्षेत्र पर नई व्यवस्था लागू नहीं होगी।
वर्ष 2021-22 में 1.60 लाख करोड़ रुपये की बिजली बचाई
भारत ने वर्ष 2021-22 में 249 अरब यूनिट बिजली बचाकर 1.60 लाख करोड़ रुपये की बचत की। ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट को शुक्रवार को बिजली मंत्री आरके सिंह ने जारी किया। -
एजेंसी-सड़क किनारे खड़ी तीन गाड़ियां दबीं, भारी बारिश होने से सोनखड्ड का जलस्तर बढ़ा
शिमला : हिमाचल प्रदेश में इस समय भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। यहां मॉनसून की एंट्री से पहले ही मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाया है, जहां कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। कुगती जोत से लाहौल घाटी की ओर आ रहे गद्दियों के करीब 100 भेड-बकरियों की हिमस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। 16600 फीट की उंचाई पर कुगती पास लाहौल स्पीति और चम्बा को जोड़ता है।
इस रूट पर चम्बा और भरमौर के गडरिये गर्मियों के दौरान अपने भेड़-बकरियों और लेकर लाहौल की तरफ आते हैं। प्रभावित गडरियों ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है। लाहौल स्पीति पुलिस ने बताया कि मनाली लेह राष्ट्रीय राजमार्ग सूरजताल झील के पास भूस्खलन होने के कारण बन्द हो गया है। इधर मंडी जिले में रात को करीब 5 घंटे तक झमाझम पानी बरसा और उपमंडल की खड्डे ऊफान पर आ गई। धर्मपुर में सोनखड्ड के उफान पर होने से काढ़ापतन में पुल के करीब पानी पहुंच गया है। मंदिर के करीब भी पानी पहुंच गया था। हालांकि, राहत अब बारिश बंद होने से हो गई है।
इसी तरह शिमला में संजौली में डिंगू बावड़ी के पास सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों पर मलबा गिरने से 3 गाड़ियां दब गई। ढली टनल के साथ बन रही टनल का मलबा नीचे की तरफ आने से यह घटना हुई है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात 1 बजे से शनिवार अल सुबह 5 बजे तक मंडी के धर्मपुर और आसपास के इलाकों में बारिश हुई है। भारी बारिश के चलते चहुतलीफाल्ड-मंडप रोड लैंडस्लाइड के चलते बंद हो गया है। वहीं, ब्यास नदी में मिलने वाली सोनखड्ड ने रौद्र रूप दिखाया है। यह खड्ड ऊफान पर है और कांढ़ापतन पुल के करीब इसका जलस्तर पहुंच गया था। हालांकि, अब बारिश बंद हो गई है। हमीरपुर बिलासपुर सीमा पर दधोल-भराड़ी-लदरौर सड़क मार्ग पर बारिश का पानी आ गया। मौके पर स्थानीय लोगों ने विभाग और सड़क निर्माण कम्पनी के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
हिमाचल प्रदेश में छह दिनों तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पांच दिन भारी बारिश और अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। 24 व 27 जून के लिए मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। उधर, 25 व 26 जून के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के कई भागों में 29 जून तक मौसम खराब रहेगा। गुरुवार रात को घाघस (बिलासपुर) में 108.0, पंजगाईं (बिलासपुर) 88.0, कांगड़ा 66.7, स्लापड़(मंडी) 66.2, काहू (बिलासपुर) 50.2 और नादौन (हमीरपुर) में 40.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यहां 26 जून के बाद मानसून के पहुंचने का पूर्वानुमान है। - मेघालय : यौन उत्पीड़न के एक मामले में मेघालय हाईकोर्ट का अहम फैसला आया है, जिसमें कोर्ट ने कहा कि 16 साल की किशोरी सेक्स के बारे में सोच-समझकर निर्णय लेने में सक्षम है। इसके साथ ही उसके प्रेमी के ऊपर लगे POCSO के मामले को रद्द कर दिया गया।
दरअसल मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। आरोपी (याचिकाकर्ता) कई घरों में काम करता था। उसमें पीड़िता का भी घर था। वहां पर वो दोनों संपर्क में आए। इसके बाद दोनों एक रिश्तेदार के घर गए और वहां पर शारीरिक संबंध बनाया। इस बात की खबर जब लड़की की मां को लगी, तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
लड़की की मां सीधे थाने पहुंचीं और वहां पर शिकायत दर्ज करवाई। उसके आधार पर पुलिस ने IPC की धारा 363 और पॉक्सो एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत एफआईआर दर्ज की। निचली अदालत से राहत नहीं मिलने पर आरोपी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि उन दोनों ने आपसी सहमति से संबंध बनाया था। ये मामला यौन उत्पीड़न की श्रेणी में नहीं आता है। पीड़िता ने खुद धारा 164 के तहत बयान दिया, जिसमें उसने ये बात कबूल की कि वो उसकी प्रेमिका है। उसने ये बात भी कबूल की कि दोनों में सहमति से सेक्स हुआ था। उसकी ओर से कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई थी।
सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि ये मामला यौन उत्पीड़न का नहीं है। लड़की की उम्र 16 साल है। उसके मानसिक और शारीरिक विकास को देखते हुए ये माना जा सकता है कि वो सेक्स संबंधित फैसले लेने में सक्षम है। इस तरह का एक मामला मद्रास हाईकोर्ट में भी आया था, जिसका भी जिक्र कोर्ट ने किया। ऐसे में आरोपी को बरी कर दिया गया। इस फैसले की सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हो रही है।
-
Nagpur Man Pregnant: सोशल मीडिया पर आपने कई बार दुर्लभ बच्चों के जन्म लेने के बारे में सुना होगा। किसी के कभी चार हाथ होते तो किसी के तीन पैर। इतना ही नहीं कभी-कभी जुड़वा बच्चे एक दूसरे से जुड़े पैदा होते हैं। किसी के सिर तो किसी की बॉडी एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। लेकिन नागपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जिसे जानकर हर कोई हैरान है।
36 साल से प्रेग्नेंट था शख्स दरअसल, संजू भगत (Sanju Bhagat) शख्स जो 36 साल से से अधिक समय से फूले हुए पेट के साथ जी रहा था। शख्स इसे जन्म दोष समझकर जिंदगी काट रहा था। लेकिन उसका पेट इतना ज्यादा फूल गया था कि लोग शख्स को 'प्रेग्नेंट आदमी' कहकर बुलाने लगे । शख्स खुद इस फुले पेट के चलते परेशान रहने लगा। अचानक एक दिन पेट और भी अधिक फूल गया। शख्स को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसके बाद वह डॉक्टर के पास पहुंचा। डॉक्टर ने भी ट्यूमर समझकर ऑपरेशन किया लेकिन ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने जो देखा वह बेहद हैरान करने वाला था।
ऑपरेशन करने के बाद जो पेट से निकला हैरान करने वाला डॉक्टरों ने सोचा कि मरीज संजू भगत (Sanju Bhagat) ट्यूमर से पीड़ित है। डॉक्टर ने जब ऑपरेशन करने के लिए पेट खोला तो अंदर का नजारा देखकर डॉक्टर हैरत में पड़ गए। दरअसल, पेट में ट्यूमर की जगह कुछ और ही था। रिपोर्ट के मुताबिक, जब डॉक्टरों ने पेट में हाथ डाला, तो कई हड्डियां मिलीं, एक पैर मिला, फिर दूसरा पैर, बाल, हाथ, जबड़े और शरीर के कई भाग मिले। डॉक्टर यह घटना देखकर हैरान रह गए।
डॉक्टरों ने इस घटना को वैनिशिंग ट्विन सिंड्रोम बताया डॉक्टरों ने इस दुर्लभ घटना को वैनिशिंग ट्विन सिंड्रोम बताया है। डॉक्टर ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्लभ है और धरती पर 50 लाख लोगों में से एक के साथ ऐसा होता है।
- 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
माफिया जंगल मे बने पानी से लबा लब भरे कुएँ तक को नहीं छोड़ रहें हैं इसे भी पाटा जा रहा हैं प्रसासन दोषियो के खिलाफ तत्काल करें कार्यवाही मोनू केसरी
सिद्धि विनायक ऑटो के संचालक शुभम गर्ग गाडी मालिक बाल कृष्ण दर्सन के ऊपर हो कार्यवाही मोनू केसरी अध्यक्ष अजीत जोगी युवा मोर्चा विधानसभा खरसिया
खरसिया : क्षेत्रीय कांग्रेस भाजपा नेताओ के संरक्षण में दौड़ रही है भारी फ्लाई ऐश वाहन, आखिर इनको इतनी सरंक्षण देने मे मुख्य रूप से किसका हाथ है, खरसिया क्षेत्र मे रोज निरंतर फ्लाई ऐश ढेर निकल कर जगह जगह पर फेका जा रहा जिससे जन जीवन पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है,खरसिया के ग्राम देहजरी पंचायत छाल रोड़ टाटा मोटर्स के बगल मे हमालपारा खरसिया निवासी शुभम गर्ग संचालक सिद्ध विनायक ऑटो मदनपुर खरसिया के द्वारा फ्लाई ऐश ईट प्लांट किसी बाहरी आदमी को किराया पे दे कर अपनी जमीन पर खोला गया हैं ,इसी की आड़ मे उक्त जगह पूरा जंगलों से हरा भरा था बड़े बड़े सागोन सराई आम बीजा के बड़े बड़े पेड़ थे बिना फारेस्ट किलियरेंस बिना अनुमति के हरे भरे पेड़ों को काट कर शुभम गर्ग के द्वारा चारों तरफ फ्लाई ऐश पटवाया जा रहा है, अपनी निजी व सरकारी जमीनों में रोज कई सौ ट्रिप फ्लाई ऐश पटवाया जा रहा हैं ,तेज हवा आंधी जब चलती चलती है तो सारा फ्लाई ऐश मेन रोड़ मे आने जाने वाले राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं कई राहगीर अपनी मोटरसाइकिल से गंभीर हादसे का हो रहें हैं रोड पर उड़ रहें डस्ट से आने जाने वालो के आंख पर पड़ रहा है, तथा दुर्घटना का खतरा बना हुआ है,पर्यावरण विभाग रायगढ़ देहजरी पंचायत फारेस्ट विभाग खरसिया अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय खरसिया से जानकारी लेने पर, पता चला की किसी के द्वार कोई भी प्रकार का फ्लाई ऐश पाटने की अनुमती प्रदान नही किया गया है,जब सुभम गर्ग से फ़ोन पर जानकारी लिया गया तो राबो डेम निवासी गाडी मालिक बालकृष्ण दर्सन , ठेकेदार द्वार गिराया जा रहा है, बोला गया, जब बालकृष्ण, से फ़ोन पर जानकारी लिया गया तो खरसिया निवासी सुभम गर्ग के कहने पर मैं फ्लाई ऐश डाल रहा हु जिसको जहाँ भी शिकायत करनी हैं जा के कर सकते हो
फलाई एस गिराने वाली गाडी नंबर , गाड़ी नंबर,(1)CG 13 L,4548, तथा (2)CG13,AH,0536,(3)CG13,AL,1386 -
राजू लाम्बा
'इंटरनेट पर हिंदी पढ़ने वालों की संख्या में हर साल 94 फीसदी का इजाफा'
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दक्षिण दिल्ली-03 की छमाही बैठक का आयोजन
नई दिल्ली :"विश्व के 260 से ज्यादा विदेशी विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है। 64 करोड़ लोगों की हिंदी मातृभाषा है। 24 करोड़ लोगों की दूसरी और 42 करोड़ लोगों की तीसरी भाषा हिंदी है। इस धरती पर 1 अरब 30 करोड़ लोग हिंदी बोलने और समझने में सक्षम हैं। 2030 तक दुनिया का हर पांचवा व्यक्ति हिंदी बोलेगा।" यह विचार नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), दक्षिण दिल्ली-03 की छमाही बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक एवं नराकास अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने व्यक्त किए। इस अवसर पर आईआईएमसी के अपर महानिदेशक डॉ. निमिष रुस्तगी, डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह, उत्तरी क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, राजभाषा विभाग के उप निदेशक (राजभाषा) कुमार पाल शर्मा, नराकास के सदस्य सचिव डॉ. पवन कौंडल एवं सहायक निदेशक (राजभाषा) अंकुर विजयवर्गीय सहित 76 सदस्य कार्यालयों के कार्यालय प्रमुख एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
प्रो. द्विवेदी ने कहा कि तकनीक में हिंदी का प्रसार तेजी से बढ़ा है। हिंदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इंटरनेट पर हिंदी पढ़ने वालों की संख्या हर साल 94 फीसदी बढ़ रही है, जबकि अंग्रेजी में 17 फीसदी। एक सर्वे का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 2025 तक 30 करोड़ लोग इंटरनेट पर हिंदी का उपयोग करने लगेंगे। 2025 तक 9.7 करोड़ लोग डिजिटल पेमेंट के लिए हिंदी का उपयोग करने लगेंगे, जबकि 2016 में यह संख्या सिर्फ 2.2 करोड़ थी। सरकारी कामकाज के लिए 2016 तक 2.4 करोड़ लोग हिंदी का इस्तेमाल करते थे, जो 2025 में 10.9 करोड़ हो जाएंगे। यही हिंदी की बढ़ती ताकत है।
नराकास अध्यक्ष के अनुसार केंद्र सरकार के कार्यालयों में हिंदी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग सुनिश्चित करने हेतु भारत सरकार के राजभाषा विभाग द्वारा उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप कंप्यूटर पर हिंदी में कार्य करना अधिक आसान और सुविधाजनक हो गया है। राजभाषा विभाग द्वारा वेब आधारित सूचना प्रबंधन प्रणाली विकसित की गई है, जिससे भारत सरकार के सभी कार्यालयों में हिंदी के उत्तरोत्तर प्रयोग से संबंधित तिमाही प्रगति रिपोर्ट तथा अन्य रिपोर्टें राजभाषा विभाग को तेजी से भिजवाना आसान हो गया है।
बैठक के दौरान सदस्य कार्यालयों की छमाही रिपोर्ट की समीक्षा भी की गई। भारतीय जन संचार संस्थान, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दक्षिण दिल्ली-03 का अध्यक्ष कार्यालय है। नराकास दक्षिण दिल्ली-03 के अंतर्गत जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आई.आई.एफ.टी.), कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), केंद्रीय विद्यालय संगठन और सेबी जैसे 76 सदस्य कार्यालय आते हैं। यह सभी कार्यालय समय-समय पर राजभाषा सम्मेलन, संगोष्ठियों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से सरकारी कामकाज में राजभाषा हिन्दी के प्रति जागरुकता पैदा करने और उसके प्रयोग में गति लाने हेतु कार्य करते हैं। - 4,95,700 से अधिक लोग प्रभावित
गुवाहाटी : असम में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हैं, राज्य के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होने से नए इलाके भी जलमग्न हुए हैं, और बाढ़ से 12 जिलों में करीब पांच लाख लोग प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी कर अगले कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में ‘अत्यंत भारी’ से ‘अत्यधिक भारी’ बारिश का अनुमान जताया है।
रिपोर्ट के अनुसार उदलगुरी जिले के तामुलपुर में बाढ़ के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट में कहा गया है कि बक्सा, बारपेटा, चिरांग, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 4,95,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसमें कहा गया है कि बारपेटा 3,25,600 से अधिक लोगों के साथ सबसे बुरी तरह प्रभावित है, इसके बाद नलबाड़ी में 77,700 से अधिक लोग और लखीमपुर में लगभग 25,700 लोग पीड़ित हैं।
प्रशासन सात जिलों में 83 राहत शिविर चला रहा है, जहां 14,035 लोगों ने शरण ली हुई है, और आठ जिलों में 79 राहत वितरण केंद्र चला रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में 1,366 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 14,091.90 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इतना ही नहीं बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में व्यापक भूमिकटाव देखा गया है।दीमा हसाओ और कामरूप मेट्रोपोलिटन में कई स्थानों से भूस्खलन और भारी बारिश की सूचना है।वहीं बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बारपेटा, दरांग, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में कई स्थानों पर शहरी इलाके जलमग्न हो गए। एजेंसी - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रोजगार के नए अवसर मिलने से बदल रहीं गांव की तस्वीर, लघु उद्यम को मिल रहा बड़ा लाभ
02 लाख रूपए से अधिक के फ्लाई एश ब्रिक्स निर्माण का मिला ऑर्डर
रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन की नवाचारी पहल रीपा की स्थापना से लघु उद्यम को बढ़ावा मिल रहा है और अधोसंरचना के निर्माण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली है। रीपा जहां ग्रामीणों के लिए आजीविका का केन्द्र बना है। वहीं उद्योगों के विकास और व्यवसाय को विस्तार देने में भी मद्दगार साबित हो रही है। ग्रामीण युवा उद्यमी रोजगार प्राप्त कर गांव के आर्थिक विकास में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। रीपा से आए बड़े बदलाव से युवा उत्साहित है और शासन की इस पहल की सराहना भी कर रहे हैं।
कोरबा जिले के ग्राम चिर्रा में स्थापित रीपा से यहां के ग्रामीणों को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। यहां रीपा में गेहूं, चना दाल मिल यूनिट, हल्दी, मिर्च, मसाला प्रोसेसिंग यूनिट, आचार निर्माण, दोना-पत्तल, चप्पल निर्माण, गोबर पेंट, पेवर ब्लॉक, फ्लाईएश ब्रिक्स निर्माण के यूनिट स्थापित किए गए हैं। साथ ही लोगों को बेहतर ढंग से काम करने के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है। ऊर्जा एवं उत्साह से भरपूर ग्रामीण महिलाएं एवं लघु उद्यमी रीपा से जुड़कर अपने हुनर को नई पहचान दे रहे हैं।
खेती-किसानी, रोजी मजदूरी एवं अपने घरेलू कार्याे में समय व्यतीत करने वाली इन उद्यमी महिलाओं के पास कुछ समय पूर्व अपने रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कोई अतिरिक्त आजीविका का साधन नहीं था। अब गांव में ही रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रारंभ होने से उन्हें घर के पास ही रोजगार का जरिया मिल गया है। चिर्रा में स्थापित ग्रामीण औद्योगिक पार्क में चंद्रमुखी समूह द्वारा गुणवत्तायुक्त फ्लाई एश ब्रिक्स का निर्माण किया जा रहा है। ब्रिक्स यूनिट के माध्यम से महिला समूह के साथ ही अन्य ग्रामीणों को भी रोजगार मिला है। समूह के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन 4 से 5 हजार नग ईंट का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य सड़क मार्ग से लगे इस रीपा में ईंट निर्माण का कार्य देखकर आसपास के गांव के लोगों द्वारा अपनी आवश्यकता अनुसार समूह को ईंट का आर्डर दे रहे हैं।
चिर्रा से लगे कुदमुरा, एलोंग, तौलीपाली, सिमकंेदा, गुरमा के ग्रामीणों द्वारा अब तक 70 हजार से अधिक का फ्लाई एश ब्रिक्स का आर्डर दिया जा चुका है। फ्लाईएश ब्रिक्स के विक्रय से 02 लाख रूपए से अधिक की आय समूह को प्राप्त होगी, जिसका उपयोग शासकीय भवन तथा अन्य निर्माण के लिए किया जाएगा। समूह की महिलाओं ने बताया प्रारंभिक स्तर पर ही शासकीय एवं निजी निर्माण कार्यों में उनके ईंट की लगातार मांग बढ़ती जा रही है, जिसके विक्रय से समूह को अच्छी आमदनी प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि विगत दिनों निर्मित 20 हजार फ्लाई एश ब्रिक्स का अमलडीहा पंचायत द्वारा क्रय किया गया है, जिससे समूह कों 60 हजार रूपए मिले हैं। ईंट निर्माण की अच्छी मांग से उत्पादक दीदी व युवाओं में उत्साह व आत्मविश्वास का संचार हो रहा है और वे अधिक ऊर्जा के साथ ईंट निर्माण कर रहे हैं। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नेपाल : बुधवार शाम पांच बजे ढाका शेरेटन होटल में होटल एसोसिएशन नेपाल, नेपाल टूरिज्म बोर्ड और नेपाल दूतावास की पहल के तहत ढाका में बी2बी एक्सचेंज इंटरनेशनल सेमिनार आयोजित किया गया। होटल एसोसिएशन और नेपाल सचिवालय के प्रमुख श्री टेक बी महत टेकेंद्र के निर्देशन में, एसोसिएशन नेपाल ने प्रेसिडेंट होटल श्री बिनायक साहा में कार्यक्रम की अध्यक्षता की।मुख्य अतिथि के रूप में बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री मनोज कुमार रॉय, बांग्लादेश में नेपाल के राजदूत श्री गणेश भंडारी उपस्थित थे। सार्क जर्नलिस्ट फोरम के महासचिव मोहम्मद अब्दुर रहमान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
होटल एसोसिएशन नेपाल, नेपाल पर्यटन बोर्ड और नेपाल दूतावास की पहल पर, बांग्लादेश में नेपाल के राजदूत श्री गनाचाई बंधारी ने सार्क जर्नलिस्ट फोरम के महासचिव अब्दुर रहमान को एक विशेष सम्मान प्रदान किया। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़, नवा रायपुर का पत्र क्र. - पुमु /प्रशासन/ ए-15 (भर्ती-नामांकन)/M.1156/2023/नवा रायपुर, दिनांक 24.04.2023 के माध्यम से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर व्यापम द्वारा सूबेदार/उपनिरीक्षक संवर्ग/प्लाटून कमाण्डर पदों हेतु मुख्य लिखित भर्ती परीक्षा का आयोजन दिनांक 26, 27 एवं 29 मई 2023 को किया गया ।
उक्त भर्ती परीक्षा के मॉडल उत्तर व्यापम की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in पर दिनांक 05-06-2023 को प्रदर्शित किया गया तथा प्राप्त दावा-आपत्तियों का परीक्षण विषय विशेषज्ञों द्वारा किया गया। मुख्य लिखित भर्ती परीक्षा के उपरांत अगले चरण हेतु पात्र परीक्षार्थियों की सूची रोल नंबर के बढ़ते क्रम में पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर की वेबसाइटwww.cgpolice.gov.in की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
अगले चरण हेतु पात्र अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा दिनांक 18 जुलाई 2023 से में आयोजित की जाएगी, जिसकी विस्तृत समय-सारिणी पृथक से जारी की जाएगी। रायपुर अगले चरण हेतु पात्र अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता परीक्षा के प्रवेश पत्र 05 जुलाई 2023 के उपरांत पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकेंगे।
उपरोक्त विज्ञापित पदों के लिए की जाने वाली चयन उपरांत नियुक्ति माननीय उच्चतम न्यायालय, नई दिल्ली में दायर एस.एल.पी. (सी) क्रमांक 19668/2022 के अंतिम आदेश/निर्णय के अध्यधीन होंगी। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य शासन ने 15 नवीन शासकीय महाविद्यालय स्थापना की दी स्वीकृति
स्वीकृत महाविद्यालय के लिए 495 पद का किया गया सृजन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल की गई है। मुख्यमंत्री के विधानसभा में दिए गए बजट भाषण में की गई घोषणा को अमल में लाते हए आज छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों सहित अन्य जगहों में कॉलेज की स्थापना सहित नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति राज्य शासन द्वारा दे दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2023-24 मुख्य मद में किए गए प्रावधानों के अनुसार 15 नवीन शासकीय महाविद्यालय की स्थापना के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही स्वीकृत प्रति महाविद्यालय के लिए 33 पदों के मान से 495 पदों के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है।
राज्य शासन के द्वारा स्वीकृत नवीन महाविद्यालय के नाम
1. नवीन शासकीय महाविद्यालय मर्दापाल, विकासखंड कोण्डागांव, जिला कोण्डागांव, 2. नवीन शासकीय महाविद्यालय, जेवरतला, विकासखंड डौंडीलोहरा, जिला बालोद, 3. नवीन शासकीय महाविद्यालय, चिल्हाटी, विकासखंड अंबागढ़ चौकी, जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी 4. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी 5. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, जिला गरियाबंद 6. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 7. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई 8. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर 9. नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ 10. नवीन शासकीय महाविद्यालय कुण्डा विकासखंड पंडरिया, जिला कबीरधाम 11. नवीन शासकीय महाविद्यालय केरा विकासखंड नवागढ़ जिला जांजगीर-चांपा 12. नवीन शासकीय महाविद्यालय अर्जुनी, विकासखंड डोंगरगांव जिला राजनांदगांव 13. नवीन शासकीय महाविद्यालय अमलीडीह रायपुर जिला रायपुर 14. नवीन शासकीय महाविद्यालय माना कैंप रायपुर जिला रायपुर 15. नवीन शासकीय महाविद्यालय अकलतरी विकासखंड बिल्हा जिला बिलासपुर के नाम शामिल हैं।
स्वीकृत महाविद्यालय के लिए सृजन किए गए 495 पद
प्राचार्य के लिए 15, सहायक प्राध्यापक के लिए 180, ग्रंथपाल के लिए 15, क्रिड़ाधिकारी के लिए 15, सहायक ग्रेड-01 के लिए 15, प्रयोगशाला तकनीशियन के लिए 75, सहायक ग्रेड-02 के लिए 15, सहायक ग्रेड-03 के लिए 15, प्रयोगशाला परिचायक के लिए 75, भृत्य के लिए 30, बुक लिफ्टर के लिए 15, स्वच्छक के लिए 15 एवं चौकीदार के लिए 15 पदों का सृजन किया गया है। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घर भोज आमंत्रण पर बिलासपुर संभाग से आये अतिथि, भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने इनके घर भोजन किया था, साथ ही ग्राम के सरपंच एवं अन्य अतिथि भी आये
मुख्यमंत्री ने इनसे घोषणाओं के क्रियान्वयन पर भी पूछा, केरा के सरपंच ने बताया कि मेरे गांव में 70 फीसदी काम पूरा
रायपुर : भेंट मुलाकात के दौरान मैं आप सभी से मिला, आपके घर मैंने भोजन किया। आपने बहुत अच्छे से अतिथि सत्कार किया और बहुत स्नेह मिला। मुझे लगा कि मैं भी आप लोगों को आमंत्रित करूं। आप सभी आज यहां आये हैं। आपको यहां देखकर मैं बहुत खुश हूँ। कोई मेरे लिए कुर्ता लाया है कोई परिवार के लिए सुंदर साड़ी। मैं आप सभी से मिले प्रेम से अभिभूत हूँ। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर संभाग से आये जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से कही, उन्हें मुख्यमंत्री ने अपने आवास में भोजन के लिए आमंत्रित किया था। उल्लेखनीय है कि भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने इन ग्रामीणों के घर भोजन किया था और जनप्रतिनिधियों से मिले थे।मुख्यमंत्री सभी के भोजन टेबल के पास गये। उनसे हालचाल पूछा। भेंट मुलाकात के दौरान की गई बातों को उन्होंने याद किया और परिवारजनों के बारे में पूछा। बड़ी आत्मीयता से उन्होंने पूछा कि बच्चों को साथ क्यों नहीं लाये। जो छोटे बच्चों को साथ में लाये थे, उनके बच्चों को गोद ले लिया और उन्हें दुलारा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जगन्नाथ जी की रथयात्रा की बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि रथयात्रा हमारे यहां बहुत उत्साह से मनाई जाती है। बिलासपुर संभाग में मुझे रायगढ़ की रथयात्रा विशेष रूप से याद आती है। आज जब मैं रथयात्रा में गया तो मैंने भगवान जगन्नाथ से प्रदेश में अच्छी बारिश की कामना की।
केरा में 70 फीसदी काम हो गया, भेंट मुलाकात की घोषणाओं के क्रियान्वयन के ऐसे फीडबैक मिलते हैं तो खुशी होती है- मुख्यमंत्री ने हर टेबल में जाकर ग्रामीणों से चर्चा की। जांजगीर चांपा के ग्राम केरा से आये सरपंच लोकेश शुक्ला ने बताया कि उनके गांव में मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात के दौरान जो घोषणाएं की। उनमें 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। देवरहा घाट में 1500 मीटर ब्रिज का काम आरंभ हो चुका है इसके लिए पत्थर कटिंग चल रही है। विद्युत विस्तार से संबंधित जो घोषणा थी, वो भी पूरी हो चुकी है। नवीन महाविद्यालय की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने की, अभी स्कूल भवन में यह आरंभ होगा। सीएससी आरंभ हो गया है। लोगों में काफी उत्साह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणजन जब संतोष से बताते हैं कि उनके गांव में विकास कार्य तेजी से पूरे हो रहे हैं। घोषणाएं पूरी हो रही हैं तो बहुत अच्छा लगता है।
लइका मन ल काबर नई लाएस
जांजगीर-चांपा विधानसभा के ग्राम पंचायत सिवनी से आए छोटेलाल बरेठ से जब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मिले तो मुख्यमंत्री ने उनसे छत्तीसगढ़ी में पूछा कि छोटेलाल जी कौन-कौन आए हैं, छोटेलाल ने जवाब दिया, इसे सुनकर मुख्यमंत्री ने पूछा- लइका मन ल काबर नई लाए हस, सबला बढ़िया लाए रहितेस। मस्तूरी विधानसभा से संगीता पत्रवानी अपने पूरे परिवार के साथ आज भोज पर मुख्यमंत्री निवास आईं। संगीता के पास पहुंचकर मुख्यमंत्री ने उनके परिवार के नये सदस्य तीन माह के जयंत पत्रवानी को गोद में उठाया और उसे दुलार दिया। संगीता ने बताया कि आज वो बहुत खुश हैं, उन्हें मुख्यमंत्री से बात करने का अवसर मिला। संगीता ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास में खाना बहुत अच्छा बना है।
आप लोगों ने भी बहुत अच्छा खाना खिलाया था
मुख्यमंत्री से जब ग्रामीण मिले तो उन्होंने मुख्यमंत्री से भोजन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने भी तो मुझे बहुत स्नेह से बहुत स्वादिष्ट खाना खिलाया था। तखतपुर विधानसभा के ग्राम पंचायत खैरी से गुलाबा बाई सिंगरौली अपने पूरे परिवार के साथ आज मुख्यमंत्री के निमंत्रण पर मुख्यमंत्री निवास भोजन पर आईं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उनसे पूछा - खाना कैसा है, उन्होंने कहा- बहुत अच्छा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपके यहां खाने पर आया था तो आप सभी ने बहुत अच्छा खाना खिलाया, अब मेरी बारी आई है। सक्ती विधानसभा के ग्राम पंचायत छपोरा से आए शिव प्रसाद साहू ने मुख्यमंत्री को अपने परिवार के साथ उनकी फोटो भेंट की। मुख्यमंत्री ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि आपका परिवार बहुत अच्छा है, आपके यहाँ मैंने भाजी खाई थी बहुत बढ़िया बना था। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 20 जून को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री निवास से पूर्वान्ह 11.50 बजे प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे गायत्री नगर (शंकर नगर) रायपुर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर पहुंचेंगे और वहां श्री जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव 2023 के कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम पश्चात मुख्यमंत्री दोपहर 1.10 बजे मुख्यमंत्री निवास लौट आएंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को राशि का अंतरण करेंगे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पंडित माधवराव सप्रे स्मृति महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
महोत्सव में पत्रकारों और साहित्यकारों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित प्रेस क्लब का किया लोकार्पण
जिले को 44 करोड़ 61 लाख रुपए के 57 विकास कार्यों की मिली सौगात
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही का क्षेत्र छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता और साहित्य का उद्गम स्थल है और यह क्षेत्र साहित्यकारों और पत्रकारों के लिए पवित्र भूमि है। यह वही भूमि है जहां हिन्दी साहित्य की पहली कहानी का उद्गम हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उनके कार्यकाल में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को नये जिले के रूप में गौरव मिला। वे आज जिला मुख्यालय गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में आयोजित पंडित माधव राव सप्रे की 152वीं जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। गौरतलब है श्रीकांत वर्मा पीठ बिलासपुर और जिला प्रशासन के सहयोग से सप्रे जयंती के अवसर पर व्याख्यान और विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने महोत्सव में आगे कहा कि पेण्ड्रा शहर का बहुत पुराना इतिहास रहा है। यहां से सन 1900 में छत्तीसगढ़ मित्र अखबार का प्रकाशन आरंभ हुआ। पहली कहानी भी यहीं लिखी गई। यहां की मिट्टी में पत्रकारिता और साहित्य रचा-बसा है। यह क्षेत्र अरपा ही नहीं, पत्रकारिता और साहित्य का उद्गम स्थल भी है। उन्होंने कहा कि यहां की आबोहवा इतनी अच्छी है कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर अपनी पत्नी के साथ यहां स्वास्थ्य लाभ लेने आए थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने से केवल इसी क्षेत्र के लोगों की ही मांग पूरी नहीं हुई, बल्कि राज्य में जीपीएम समेत 6 नये जिले बने। जिलों के साथ-साथ 19 नये अनुविभाग और 83 नई तहसीलें भी बनाई गईं। हमने जो नये जिले बनाए हैं, उनमें से लगभग सभी जिले ऐसे हैं जहां वंचित समुदाय के लोग बहुतायत में निवास करते हैं। ये वे लोग हैं जो वर्षों से अपने अधिकारों से वंचित रहे, और जिन्हें वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा थी। नये जिलों के गठन का उद्देश्य इन्हीं समुदायों तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित करना है।मुख्यमंत्री ने महोत्सव में प्रदेश और देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए साहित्यकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लगातार जिले का विकास हो रहा है और ऐसे आयोजनों से छत्तीसगढ़ को बौद्धिक क्षेत्र में नई पहचान मिल रही है। गौरतलब है कि स्वर्गीय पंडित माधवराव सप्रे स्मृति महोत्सव में रांची से साहित्यकार श्री रविभूषण, रायपुर से श्री दिवाकर मुक्तिबोध, नई दिल्ली से श्री सुदीप ठाकुर, केरल से श्री अच्युतानंद मिश्र सहित अंचल के प्रबुद्ध साहित्यकार शामिल हुए।
44.61 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात
स्वर्गीय सप्रे, पूर्व प्रधानमंत्री द्वय इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रतिमा का अनावरण
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही प्रवास के दौरान क्षेत्र को 44.61 करोड़ रुपए के 57 विकास कार्यों की सौगात दी। जिसमें 16.99 करोड़ रुपए के 35 नवनिर्मित विकास कार्याे का लोकार्पण और 27.62 करोड़ रूपए के नवनिर्मित 22 कार्याें का भूमिपूजन शामिल है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित पंडित माधव राव सप्रे प्रेस क्लब सह वाचनालय भवन का लोकार्पण किया। साथ ही प्रेस क्लब परिसर पेंड्रा में स्वर्गीय पंडित माधवराव सप्रे, इंदिरा उद्यान पेंड्रा में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव चौक में पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रेस क्लब की मांग पर पेंड्रा नगर पंचायत में पंडित माधव राव सप्रे प्रवेश द्वार के निर्माण की घोषणा की ताकि उनकी स्मृतियां स्थाई रूप से बनी रहे। इसके साथ ही पत्रकारों के लिए पंडित माधव राव सप्रे पत्रकार कालोनी विकसित किये जाने हेतु भूमि चिन्हांकन और आबंटन के लिए कलेक्टर को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, राज्य युवा आयोग के सदस्य श्री उत्तम वासुदेव, नगर पंचायत अध्यक्ष पेंड्रा श्री राकेश जालान, संभागायुक्त बिलासपुर श्री भीम सिंह, महानिरीक्षक श्री बी.एन. मीणा, जनपद अध्यक्ष गौरेला सुश्री ममता पैकरा, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गंगोत्री राठौर सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, साहित्यकार, पत्रकार और जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सद्गुरू कबीर स्मृति महोत्सव में शामिल हुए देश-प्रदेश से आए साधु-संत
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज डॉ. अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में आयोजित सद्गुरू कबीर स्मृति महोत्सव में शामिल हुए। श्री बघेल ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में अनेक संतों को एक साथ देखकर सुख की अनुभूति हो रही है। यहां लोगों के दिलों में संत कबीर बसे है। छत्तीसगढ़ के कण-कण में संत कबीर की वाणी बसती है। उन्होंने कबीर आश्रमों, जिन्हें अब तक अनुदान प्राप्त नहीं हुआ है, को 5-5 लाख रूपए प्रदान करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा साधु-संत भारत देश में अवतरित हुए हैं। समाज में साधु-संत वर्तमान समस्याओं को हल करने और उसके उत्तर देने वाले होते हैं। अलग-अलग संत के विचार भिन्न हो सकते हैं। आज किसी की तबियत खराब हो जाए तो वह डॉक्टर, वैद्य या किसी हकीम के पास जाकर अपना इलाज करवा लेता है। जब कोई व्यक्ति मन से बीमार हो जाए, तो उसका समाधान साधु संत-गुरू करते है।
उन्होंने कहा कि बच्चे जब बड़े होते है तो उन्हें लगता है कि 12वीं पास कर लूं, उसके पश्चात कॉलेज जाने में सुख है, कॉलेज के बाद नौकरी का सुख, फिर घर-गृहस्थी (परिवार) का सुख और आखिरी में वह श्मशान पहुंच जाता है, तब भी उसे सुख हासिल नहीं हो पाता। आज के समय में कोई व्यक्ति खुश नहीं है, सभी को सुख की तलाश है। लोगों को आज अच्छा भोजन, नए कपड़े और आधुनिक सुख-समृद्धि चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज संत कबीर तो नहीं है, लेकिन उनके संदेशों को आगे बढ़ाने वाले संतों का सानिध्य प्राप्त करके उनके बताए रास्ते पर चल सकते है। संतों के विचारों को अपने जीवन में उतारे और आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत करें। आज किसी को दुखी होने की जरूरत नहीं है, लोग बाहर सुख की तलाश करते है जबकि सुख तो हमारे अंदर ही व्याप्त है।
महोत्सव का आयोजन सद्गुरू कबीर विश्व शांति मिशन, छत्तीसगढ़ संत संगठन की ओर से किया गया। महोत्सव में पद्मश्री मदन सिंह चौहान ने भजनों की प्रस्तुति दी। महोत्सव में अतिथि के रूप में पूर्व विधायक गुरूमुख सिंह होरा शामिल हुए। कबीर स्मृति महोत्सव में देशभर से आए संत शामिल हुए। इनमें बाराबंकी (उ.प्र.) से आए संत श्री निष्ठा साहेब, खरसिया के संत श्री सुधाकर शास्त्री, कबीरमठ नादिया के आचार्य श्री मंगल साहेब, दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास, दामाखेड़ा परम्परा प्रतिनिधि श्री रविकर साहेब, जागु साहेब परम्परा प्रतिनिधि संतजन, दयानाम साहेब परम्परा प्रतिनिधि संतजन, सद्गुरू कबीर विश्व शांति मिशन से संत गुरूजन एवं साध्वीजन शामिल हुए। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें हड़ताल के कारण अटके कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए। गुरुवार रात हड़ताल खत्म कर पटवारी संघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और यहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छात्र एवं युवा वर्ग के कार्यों को तत्परता से करने के सख्त निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि सरकार ने भारी संख्या में नौकरी का पिटारा खोल दिया है, जिससे प्रदेश में युवा वर्ग उत्साहित हैं। सभी को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। इस दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी नए आयाम गढ़ रही है। इस स्थिति को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पटवारियों को निर्देश दिए हैं कि जन सेवा के कार्य को प्राथमिकता से पूरा करें। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को पटवारियों की हड़ताल के कारण बाधित कार्यों को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पटवारी संघ 15 मई से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। इसके कारण आमजन को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जबकि आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य में शासकीय पदों में भर्ती के लिए रास्ता खुला और मुख्यमंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में सभी विभागों में मोशन मोड़ पर बड़े पैमाने में रिक्त पदों पर भर्तियां जारी हैं। जिसके लिए जरूरी दस्तावेजों जैसे- जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र बनवाने में पटवारी की मुख्य भूमिका है।
पटवारियों की हड़ताल के चलते शिक्षा सत्र चालू होने से विद्यार्थियों को भी जाति, निवास, आय जैसे जरूरी दस्तावेज प्राप्त करने में भी कठिनाई हो रही थी।वहीं किसानों, आम जनता के राजस्व संबंधी कार्यों को निपटाने में, राजस्व विभाग से जुड़ी अत्यावश्यक सेवाओं में भी बाधा आ रही थी। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विशेष पहल करते हुए पटवारियों की हड़ताल खत्म करवाई। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सतनामी समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की घोषणा
रायपुर : हर विकासखंड मुख्यालय में मॉडल जैत खाम स्थापित होगा। इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सतनामी समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सन्त महात्माओं के बताए मार्ग पर चल कर जनता के हित में लगातार काम कर रही है। यहां की सांस्कृतिक परम्परा को पुनर्जीवित करने का काम कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश हमेशा प्रासंगिक रहेंगे। उनके बताए गए मार्ग को आत्मसात कर हम जीवन में तरक्की कर सकते हैं। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए सतनामी समाज के लोगों को योजनाओं से जुड़कर भरपूर लाभ उठाने की अपील की। कार्यक्रम में उन्होंने तहसील स्तरीय सतनामी समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलायी और उन्हें प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में समाजिक बंधु उपस्थित थे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्कूटी खरीदने के लिए अलग से एक-एक लाख रूपए देेने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने ‘मेधावी छात्र-छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना’ के तहत चेक वितरित किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड में प्रावीण्य सूची में टॉप-10 में जगह बनाने वाले श्रमिक परिवार के बच्चों को एक-एक लाख का चेक का प्रतीक स्वरूप प्रदान किया। छात्रों की खुशी उस समय दोगुनी हो गई, जब मुख्यमंत्री ने इन होनहार बच्चों की आगे की पढ़ाई में सुविधा हेतु स्कूटी खरीदने के लिए एक-एक लाख देने की घोषणा करते हुए एक प्रतीक चेक अलग से प्रदान किया।
आज शाम रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सुशील सन्नी अग्रवाल के नेतृत्व में 10वीं एवं 12वीं प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाले छात्र-छात्राएं एवं श्रम विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सभी छात्र-छात्राओं की हौसला अफजाई करते हुए उनकी सराहना की। इस दौरान राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन भी मौजूद थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के प्रति बेहतर वातावरण का निर्माण हुआ। इससे गरीब परिवार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके इसलिए हमारी सरकार स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल रही है। मुझे इस बात की खुशी है कि यहां के बच्चे अच्छे अंक लाकर अपने गांव, जिले एवं प्रदेश का नाम रौशन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए श्रमिक परिवार के बच्चों को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी।
छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की सचिव श्रीमती सविता मिश्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के पंजीकृत निर्माण श्रमिक हेतु संचालित ‘मेधावी छात्र-छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना’ के तहत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं एवं 12वीं की कक्षा में टॉप-10 में आने पर श्रमिक के बच्चों को प्रोत्साहन राशि के तहत एक लाख रूपए की राशि प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत 2021 में टॉप-10 में जगह बनाने वाले 10वीं एवं 12वीं के तीन छात्र-छात्राएं एवं 2022 में भी तीन छात्र-छात्राएं एवं इस वर्ष 2023 में 10 छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि के तौर पर एक लाख रूपए प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में कुमारी मीनाक्षी साहू 10वीं में 6वां स्थान, रितेश कुमार देवांगन 12वीं में तीसरा स्थान, राहुल यादव 10वीं में पहला स्थान, योगेश सिंह 10वीं में 6वां स्थान, दिव्यांशु 10वीं में 9वां स्थान, कुमारी ख्याति साहू 12वीं 9वां स्थान, कुमारी बिदिया प्रधान 10वीं में 8वां स्थान, कुमारी न्याशा देवांगन 12वीं में चौथा स्थान, ऋषभ देवांगन 10वीं में 9वां स्थान, कुमारी झरना साहू 12वीं में 6वां स्थान पाने वाले श्रमिक परिवार के इन छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि के तौर पर एक-एक लाख रूपए का चेक प्रतीक स्वरूप प्रदान किया गया। साथ ही उन्हें स्कूटी के लिए भी एक-एक लाख रूपए का चेक प्रतीक स्वरूप दिया गया। इस अवसर पर श्रमायुक्त सह सचिव बीओसी मंडल, सहायक श्रमायुक्त श्री अनिल कुजूर, श्रम पदाधिकारी श्री आर. के. प्रधान सहित श्रम विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।