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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान बच्चों व उनके अभिभावकों को दिया संदेश...

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा


नई दिल्ली : कंपीटिशन जरूरी है। जीवन में अगर यह न हो तो जीवन प्रेरणाहीन हो जाएगा। कंपीटिशन हेल्दी होना चाहिए। कभी-कभी अनहेल्दी कंपीटिशन का जहर पारिवारिक वातावरण में भी बो दिया जाता है। परिवार में विकृत प्रतिस्पर्धा का भाव जाने अनजाने में बोया जाता है। पेरेंट्स अपनी संतानों के बीच इस तरह तुलना न करें। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान बच्चों व उनके अभिभावकों को संदेश देते हुए कही|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। वे छात्रों को एग्जाम के तनाव को कम करने के मंत्र दे रहे थे। प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से पहले विद्यार्थियों द्वारा लगाई प्रदर्शनी और कलाकृतियां भी देखीं। इस प्रदर्शनी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रदर्शनी शानदार है, बच्चों के नवोन्मेष देखने के लिए मेरे पास यदि 5 से 6 घंटे होते तो वह भी कम पड़ जाते। इस अवसर पर पीएम मोदी ने बच्चों को और उनके स्कूलों को बधाई भी दी। बच्चों ने जल, थल, स्पेस और एआई पर कलाकृतियां बनाई थीं, जिन्हें देख पीएम मोदी प्रसन्न नजर आए।

कार्यक्रम के दौरान छात्रा ने सवाल किया कि अनेक दफा कंपीटिशन रिश्ते बिगाड़ देते हैं, इस स्थिति से कैसे निपटा जाए। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि कंपीटिशन तो जरूरी है। जीवन में यह अगर न हो तो जीवन प्रेरणाहीन हो जाएगा। यह सवाल खतरनाक है। कंपीटिशन हेल्दी हो, कभी-कभी अनहेल्दी कंपीटिशन का जहर पारिवारिक वातावरण में भी बो दिया जाता है। परिवार में विकृत प्रतिस्पर्धा का भाव जाने अनजाने में बोया जाता है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे अपनी संतानों के बीच इस तरह की तुलना न करें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मित्र से प्रतिस्पर्धा करने की आवश्यकता नहीं है। खुद अपने आप से प्रतिस्पर्धा करें। उन्होंने कहा कि अपने से ज्यादा आगे रहने वाले दोस्त बनाएं क्योंकि इससे आपको ही फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वयं से टैलेंटेड दोस्त से ईर्ष्या करने के बजाय उसके सामर्थ्य को पहचानना चाहिए। दोस्त की कमी को आप पूरा करने की कोशिश करें। इस तरह आप में जो ताकत है, उसका लाभ दोस्त को करवाएं।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा, कि छात्र परीक्षा का इतना तनाव न लें कि अपनी क्षमता को ही कम कर दें। उन्होंने कहा कि अपने लिए छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें।

कार्यक्रम के लिए करोड़ों बच्चों ने कराया था रजिस्ट्रेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से जुड़ने के लिए माईजीओवी पोर्टल पर करीब 2.26 करोड़ बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 3 हजार प्रतिभागियों के साथ बातचीत की।
 

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