नई दिल्ली : केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में सामने आया अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम
नई दिल्ली : केरल में गोल्ड स्मगलिंग केस में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम सामने आने के बाद बाद कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला ने इसे केरल में अबतक का सबसे बड़ा क्राइम करार दिया है।
उन्होंने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि गोल्ड स्मगलिंग मामले में मुख्य आरोपी का संबंध दाऊद इब्राहिम से है, यह केरल में हुए अबतक के सबसे बड़े क्राइम में से एक है। दुर्भाग्य से राज्य की सरकार आरोपियों की मदद कर रही थी। लेकिन इस पूरे मामले से जुड़ी और जानकारी व इसका सच एनआईए सामने लाएगी।
बता दें कि केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में एनआईए ने बुधवार को कोर्ट में यह जानकारी दी है कि इस मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन और मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम की भूमिका हो सकती है। इंटेलिजेंस इनपुट की मानें तो स्मगलिंग के जरिए जो सोना आता था उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों मे होता था।
इस मामले में आरोपियों की जमानत याचिका का एनआईए ने कोर्ट में विरोध किया है। बता दें कि यह पूरा मामला जुलाई माह में सामने आया था, जिसमे 30 किलोग्राम गोल्ड स्मगल करके केरल पहुंचा था, जिसके तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर सीज किया गया था।
डिप्लोमैटिक चैनल का इस्तेमाल अहम बात यह है कि गोल्ड की स्मगलिंग के लिए दूतावास का इस्तेमाल किया गया था। एयरपोर्ट पर यह बैग डिप्लोमैटिक बैगेज के तौर पर पहुंचा था, जिसे यूएई काउंसलेट भेजा जाना था।
लेकिन एयरपोर्ट पर इसे सीज कर लिया गया था। एनआईए ने कोर्ट में कहा है कि इस पूरे डिप्लोमैटिक चैनल से जो भी लोग जुड़े हैं उनकी आगे भी जांच किए जाने की जरूरत है, इसके लिए आरोपियों को कस्टडी में रखना जरूरी है।
एनआईए का कहना है कि एक आरोपी रमीस ने पूछताछ के दौरान बताया है कि उसका तंजानिया में डायमंड का बिजनेस है, उसी ने यह सोना खरीदा और इसे यूएई में बेचा है। तंजानिया से जुड़े दाऊद के भारत में तार एनआईए ने बताया कि फिरोज नाम का व्यक्ति जोकि दाऊद इब्राहिम का तंजानिया में बिजनेस संभालता है, वह दक्षिण भारत से है।
लिहाजा सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में लेकर 180 दिन तक उनसे पूछताछ करने की सख्त जरूरत है। एनआईए ने यह भी कहा है कि इस मामले एक अन्य आरोपी मोहम्मद अली पीएफआई का सदस्य है, जिसका नाम 2010 में केरल के प्रोफेसर का हाथ काटने के मामले में आया था।
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