ब्रेकिंग न्यूज़

 दुर्ग में बिखरी छत्तीसगढ़ी लोककला की छटा, मुख्यमंत्री ने किया लोककला मार्ग का लोकार्पण
सिविल लाइन से दादा-दादी नाना-नानी पार्क के बीच पंथी, सुआ और राऊत नाच की झांकी, सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसनों की आकर्षक प्रतिमाएं भी

दुर्ग: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग में छत्तीसगढ़ी लोककला मार्ग का लोकार्पण किया। शहर के सिविल लाइन से दादा-दादी नाना-नानी पार्क के बीच की सड़क को छत्तीसगढ़ी लोकनृत्यों पंथी, सुआ और राऊत नाच की छटा बिखेरती आकर्षक मूर्तियों से सजाया गया है। सड़क किनारे सुंदर लैंड स्केपिंग के बीच चाक चलाते कुम्हार और हल चलाते किसान की भी प्रतिमा लगाई गई है। सड़क को नया रंग-रूप देकर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ भी बनाया गया है। लोगों को सेहतमंद बनाने और मानसिक-शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए प्रेरित करने सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसनों को भी वहां प्रदर्शित किया गया है। लोकार्पण कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चैबे, छत्तीसगढ़ वेयर हाउस कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री अरूण वोरा, महापौर श्री धीरज बाकलीवाल और नगर निगम के सभापति श्री राजेश यादव भी शामिल हुए।

छत्तीसगढ़ी लोककला और संस्कृति से राहगीरों को परिचित कराती दुर्ग शहर के बीचों-बीच करीब आधा किलोमीटर के इस छत्तीसगढ़ी लोककला मार्ग को करीब 58 लाख रूपए की लागत से आकर्षक रूप दिया गया है। स्थानीय विधायक श्री अरूण वोरा की विधायक निधि से लगभग 18 लाख 83 हजार रूपए तथा निगम निधि के 12 लाख रूपए की  लागत से यहां प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की झलकियां प्रदर्शित की गई है। वहीं नगर निगम द्वारा 27 लाख रूपए की लागत से सूर्य नमस्कार की विभिन्न मुद्राओं को प्रदर्शित करती मूर्तियां लगाई गई है।

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook