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विधायक, कलेक्टर एवं एसपी की उपस्थिति में सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
 
विधायक ने हरी झंडी दिखाकर सिकल सेल उन्मूलन प्रचार वाहन रवाना किया
 
सिकल सेल से संबंधित पाम्पलेट समस्त ग्राम पंचायतों में भेजकर करें जागरूक - कलेक्टर
 
बेमेतरा : जिला चिकित्सालय परिसर स्थित स्व. चेतन सिंह वर्मा 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु अस्पताल में स्थानीय विधायक श्री दिपेश साहू, कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू की उपस्थिति में जिला स्वास्थ्य समिति, महिला एवं बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से विश्व सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर लोगों को सिकल सेल रोग के लक्षण, परामर्श, आहार प्रबंधन, क्या करें-क्या न करें से संबंधित पाम्पलेट वितरित किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री दीपेश साहू, कलेक्टर श्री शर्मा द्वारा भी सिकल सेल जांच करवाया जो की नेगेटिव निकला इसके साथ साथ सभी जनप्रतिनिधि, आये हुये नागरिक और अधिकारियों कर्मचारियों ने भी अपना अपना टेस्ट करवाया।
 
 
कार्यक्रम के अंत में विधायक श्री दीपेश साहू, कलेक्टर श्री रणबीर एवं पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने सिकल सेल रोग के पहचान, निदान एवं रोकथाम के लिए जन जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिला चिकित्सालय परिसर से रवाना किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल, अपर कलेक्टर डा.अनिल वाजपेयी सीएमएचओ सी.एस.चुरेंद्र, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बसोड, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, लता बंजारे, सहित जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में विधायक श्री दिपेश साहू ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए सिकल सेल बीमारी की गंभीरता से लेते हुए शतप्रतिशत जांच कराने के लिए क्षेत्र वासियों को संबोधित करते हुए अपील किया गया इसके साथ ही विकासखण्ड बेमेतरा एवं बेरला में सिकल सेल की धनात्मक मरीजों की संख्या पर चिंता व्यक्त किया गया। इसके साथ ही मंच पर उपस्थित सामाजिक वरिष्ठ नागरिक को अपने समाज में भी सिकल सेल जांच संबंधित प्रचार प्रसार करने एवं शतप्रतिशत सिकल सेल जांच कराने की पहल करने की सलाह दी गई। सिकल सेल रोग के लक्षण, जांच एवं उपचार के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार सिकल सेल दिवस मनाया जा रहा है।
 
 
उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूक करने विडियो कॉन्फ्रेसिंग से जुड़कर लोगों से चर्चा किए। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत वर्ष 2023 से 2026 तक शून्य से 40 वर्ष आयुवर्ग के सभी व्यक्तियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने कहा की इस पहचान पत्र से उन्हे सिकल सेल रोग का समुचित इलाज और विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा।

विश्व सिकल सेल दिवस पर कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने कहा कि आज सिकल सेल दिवस बड़ी गंभीर बीमारी को लेकर विश्व मे सिकलसेल जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सिकल सेल से संबंधित पाम्पलेट सभी ग्राम पंचायतों में भेजकर जन जागरूकता लाने और फोटो ग्राफस, प्रेस मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी है, जो माता-पिता से बच्चों में ट्रांसफर होती है।
 
इसमें रेड ब्लड सेल्स में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और सेल का आकार गोल नहीं बनता है। जिसकी वजह से यह सेल आधे चांद या फिर हंसिए की तरह नजर आता है। इसलिए इसे सिकल (हंसिया) सेल कहते हैं। जिसके चलते बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ता है। सिकल सेल बीमारी से प्रभावित बच्चे की ग्रोथ सही तरीके से नहीं होती। साथ ही दूसरे बच्चों की तुलना में उसकी इम्युनिटी भी कमजोर होती है। समय पर इस बीमारी का इलाज न कराया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। कलेक्टर ने सभी माताओं एवं बहनों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने को कहा। आप सभी शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता इन तीन चीजों का विशेष ध्यान रखें। 

उन्होंने सभी माताओं को अपने बच्चो को साफ और स्वच्छ रखने की अपील किए है, ताकि बच्चें स्वस्थ और सुरक्षित रहें। उन्होंने जिला वासियों से कहा कि यदि कोई सिकल सेल जांच करवाना चाहता है तो वे जिला अस्पताल बेमेतरा मे आकर निःशुल्क जांच करा सकते है। इसके अलावा बच्चों में व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि बच्चों के नाखून को छोटे रखने एवं खाना खाने से पूर्व एवं शौच के पश्चात हाथ साबून व हैण्ड वॉश से धोने की सलाह दी गई जिससे की बच्चों में होने वाले बीमारियों से बचाव हो सके।
 
कलेक्टर श्री शर्मा द्वारा मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दिए गए सिकल सेल कुंडली को जनसामान्य में प्रचार प्रसार करने ग्राम पंचायत स्तर एवं दैनिक अखबारों में प्रकाशित किये जाने के साथ ही स्वास्थ्य संस्थाओं में पोस्टर लगाकर जागरूकता लाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि सिकल सेल की जांच के लिए लोगों को प्रेरित करना है, उन्हे बताना है कि सिकल सेल शरीर के अंगों को प्रभावित करता है। उन्होंने सिकल सेल के रोग के लक्षण बताएं और लक्षण होने की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में निःशुल्क जांच कराने लोगों से आग्रह किया।

विश्व सिकल सेल दिवस पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने बताया कि हमें सिकलसेल के प्रति जागरूक बनना है ताकि भविष्य में हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। उन्होंने कहा की अभी अभी डॉ.चुरेन्द्र ने आप सभी को बताया कि सिकल सेल के महामारी से बहुत सारे लक्षण और सॉस लेने मे तकलीफ होता है। यदि आपका शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो जीवन स्वस्थ नहीं होगा, और जीवन को स्वस्थ,अच्छा खुशहाल बनाने के लिए यह जरूरी है की हम सभी इसके लिए जागरूक बने और समय समय पर चेकअप करवाते रहें। आप सभी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जिला अस्पताल मे आ कर सिकल सेल का जांच जरूर करवाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग आपके लिए बिना शुल्क के निःशुल्क के जांच करेगा ।
 
हमें हमेशा स्वस्थ रहना चाहिए, हमारा आहार सुधार और विटामिन की कोई कमी है, तो दवाई के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा सिकल सेल रोग के बारे में बताया गया कि सिकल सेल एक अनुवांशिक बीमारी है, इसके साथ ही सिकल सेल जांच कराने जागरूक किया गया। डॉ. चुरेन्द्र द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि विवाह पूर्व सिकल सेल कुंडली के मिलान करके विवाह करने की सलाह दी गई। 

जिससे की भविष्य में नवदम्पत्ति के होने वाले बच्चों को सिकल सेल जैसी अनुवांशिक बीमारियों से बचाव किया जा सके। उन्होंने कार्यक्रम में आये नागरिकों को इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया की हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में सभी कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है लेकिन सिकल रोग में यह काम बाधित हो जाता है। यह एक अनुवांसिक रोग है। भूख न लगना, हल्का एवं दीर्घ कालीन बुखार रहना, थकावट, त्वचा एवं आंखों मे पीलापन (पीलिया), बार बार पेशाब आना व मूत्र में गाढ़ापन, तिल्ली में सूजन, चिड़चिड़ापन और व्यवहार में बदलाव, वजन और उंचाई सामान्य से कम, हांथ-पैरों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, हड्डियों और पसलियों में दर्द होना इस रोग का लक्षण है।
 
यदि उक्त लक्षण है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क जांच कराएं, इसके साथ ही पानी अधिक मात्रा में पिए, दैनिक आहार कि आदतों में संशोधन करे, शांत चित रहे एवं आराम करें, अत्यधिक तापमान से बचे, नियमित रूप से खेल खेलें, संक्रमण से बचें, नियमित जांच कराएं, नियमित योग करें, अधिक मात्रा में फाइबर एवं रेशेदार आहार लें। तेल और वसायुक्त मसालेदार खाद्य पदार्थों से परहेज करें। अधिक प्रोटीन वाले आहार ले एवं एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार चुने।  
 

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