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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव
उप मुख्यमंत्री ने स्कूल के विकास कार्यो के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की
बच्चे बने बाल अतिथि, तिलक लगाकर, मुंह मीठा कर किया गया स्वागत
साइकिल, किताब, बैग सहित अन्य सामग्री बांटी गई
बिलासपुर : केन्द्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव आज सरकण्डा स्थित पीएमश्री सेजेस कन्या शाला में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। शाला प्रवेशोत्सव उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने स्कूल में विभिन्न कार्यों के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की। यह आयोजन न केवल नए विद्यार्थियों के प्रवेश का प्रतीक था बल्कि शिक्षा के उज्जवल भविष्य की ओर उनका पहला कदम भी था।
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू एवं उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने बाल अतिथि प्रियांशु, साहिल, प्राची और धनमती का तिलक लगाकर, माला पहनाकर और मुह मीठा कर स्वागत किया। बच्चों को बैग, किताब, ड्रांइग किट, सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में बिल्हा विधायक श्री धरम लाल कौशिक, बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला, मस्तूरी विधायक श्री दिलीप लहरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता संतोष कश्यप, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल भी मौजूद थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा कि गुरूओं की कृपा से ही उन्नति मिलती है। हरेली से लेकर होली तक हम अनेक उत्सव मनाते है जहां उत्सव होता है वहीं विकास होता है। आज का यह दिन बेहद खास है इससे हम एक वृहद उत्सव के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि ये आपके सुनहरे दिन है आने वाले भविष्य की नींव विद्यार्थी काल में ही रखी जाती है। उन्होंने बच्चों से कहा कि तनाव लेने की कतई आवश्यकता नहीं है खूब मन लगाकर पढ़ें। विद्यार्थी जीवन ही पूरे जीवन की बुनियाद होती है। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि शाला प्रवेशोत्सव का मूल उद्देश्य है कि एक भी बच्चा स्कूल आने से न छूटे। हमारी सरकार शिक्षा के जरिए पूरे समाज को एक साथ जोड़कर उनके लिए विकास का मार्ग प्रशस्त करना चाहती है। शिक्षा केवल डिग्री लेने के लिए नहीं है। शिक्षा और संस्कार दोनों जरूरी है। हमारे राज्य में छात्र और शिक्षक का अनुपात अन्य राज्य की तुलना में बेहतर है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आगे कहा कि राज्य में शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है। शिक्षा हर एक का अधिकार है। युक्तियुक्तकरण के जरिए अब हर बच्चे को शिक्षा का उनका अधिकार मिल पाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में सभी के लिए शिक्षा सुलभ हो पा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से आव्हान किया की आज स्कूल का पहला और खास दिन है। आज हम सब संकल्प ले कि पूरे राज्य में अव्वल आकर बिलासपुर का परचम लहराएंगे। उन्होंने शाला प्रबंधन की मांग पर विभिन्न विकास कार्यो के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की।बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार मिला है। बच्चियां पल्लवित और पुष्पित होंगी तो समाज भी पल्लवित और पुष्पित होगा। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि विगत वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष 10वीं 12वीं के परीक्षा परिणाम में मिशन 90 प्लस प्रोग्राम के तहत सुधार आया है। हम आगे भी लगातार सुधार करने का प्रयास करेंगे।
एक पेड़ मां के नाम अभियान 2.0 के तहत पौधरोपण-स्कूल परिसर में अतिथियों ने एक पेड़ मां के नाम अभियान 2.0 के तहत बड़ी संख्या में नीम का पौधा लगाया।
स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। बच्चों के लिए न्योता भोज का आयोजन बिल्हा बीईओ श्रीमती सुनीता धु्रव और एपीसी समग्र शिक्षा श्रीमती सुनीता पाण्डेय द्वारा किया गया। जिला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में श्री दीपक सिंह, श्री अरूण सिंह चौहान, श्री मोहित जायसवाल, श्री रामदेव कुमावत, संयुक्त संचालक श्री आरपी आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल तिवारी, जिला समन्वयक श्री ओम पाण्डेय, एडीपीओ श्री रामेश्वर जायसवाल, एपीसी मुकेश पाण्डेय, श्री अखिलेश तिवारी सहित स्कूल की प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं और बच्चे मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन समन्वयक श्री वासुदेव पाण्डेय ने किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बिलासपुर : 11 वां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को ‘‘योगा संगम एवं हरित योग’’ थीम पर योगा कार्यक्रम का आयोजन स्व. बी. आर. यादव इंडोर स्टेडियम बहतराई में सवेरे 7 बजे से आयोजित की गई है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी सौंपते हुए योगा कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर द्वारा तैयारी हेतु विभागों को योग स्थल पर आवश्यक बैठक व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक व्यवस्था करने लोक निर्माण विभाग, आयुक्त नगर पालिक निमग, विद्युत यांत्रिकी लोक निर्माण विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, आयुष विभाग, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी, उद्यान विभाग, खाद्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं खेल विभाग को दायित्व सौंपा गया है। इसी प्रकार सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल द्वारा सभी जनपद पंचायत, नगर पालिक परिषद, नगर पंचायत एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को ग्राम पंचायत स्तर पर योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करने कहा गया है। योगा कार्यक्रम के साथ ही वृहद स्तर पर वन विभाग, उद्यानिकी एवं वानिकी विभागों के समन्वय से पौधारोपण, बीज रोपण, पौधों का संरक्षण, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करने कहा है। इस अवसर पर पर्यावरण मित्रवत गतिविधियों का समावेश करते हुए छात्र-छात्राओं, स्काउट गाईड, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राष्ट्रीय कैडर कोर, रक्षाबल तथा अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में योग दिवस का आयोजन करने के निर्देश जारी किये गये है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सिकल सेल के संबंध में जागरूक करने के साथ ही किया जाएगा मरीजों को निशुल्क चिकित्सीय प्रबंधन
जशपुरनगर : विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस प्रतिवर्ष 19 जून को मनाया जाता है। इसी परिप्रेक्ष्य में समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में 18 जून 2025 को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में समस्त आयुष्मान मंदिरों में 18 जून 2025 को होने वाला आरोग्य मेला को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस थीम आधारित आयोजन किया जाएगा।
सिकल सेल एक आनुवंशिक विकार है। विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस का उद्देश्य सिकल सेल रोग के बारे में लोगों की जानकारी एवं समझ बढ़ाना तथा रोगियों और उनके परिवार तथा उनकी देखभाल करने वालों द्वारा अनुभव की जाने वाली चुनौतियों के बारे में भी लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा घोषित किया गया था, जो सिकल सेल रोग को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में मान्यता देता है।
विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस का महत्व
यह दिवस सिकल सेल रोग के बारे में लोगों की जानकारी और समझ बढ़ाने के लिए है। इसके साथ ही रोग से पीड़ित लोगों और उनके परिवारों के समर्थन को बढ़ावा देना, सिकल सेल रोग के इलाज और रोकथाम के लिए शोध को प्रोत्साहित करना और रोग से पीड़ित लोगों के लिए स्वास्थ्य देखभाल में सुधार करने के लिए प्रयास करता है।
इस दिवस में समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सिकल सेल के संबंध में जागरूक करने के साथ ही सिकल सेल मरीजों को निशुल्क चिकित्सा प्रबंधन किया जाएगा।इसके साथ ही सिकल सेल स्क्रीनिंग तथा स्क्रीनिंग किये गये व्यक्तियों को सिकल सेल जेनेटिक कार्ड प्रदाय करना और सिकल सेल से संबंधित भेदभाव को कम किये जाने हेतु व्यापक जागरूकता, समुदाय आधारित कार्यक्रम आदि किया जाएगा।
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सम्बंधित अधिकारियों को दिए आवेदन का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश
जशपुरनगर: कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने आज सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनदर्शन में आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों का गंभीरतापूर्वक अवलोकन कर संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने प्राप्त आवेदनों का निराकृत होने पर उसकी सूचना संबंधित व्यक्ति को देने के लिए कहा, ताकि उनको अनावश्यक रूप से भटकना न पड़े। आज जनदर्शन में कुल 58 आवेदन प्राप्त हुए। इसमें मुख्य रूप से राजस्व संबंधी मामले, राशन कार्ड, स्कूल में प्रवेश, स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने संबंधित मामले सहित विभिन्न विषयों से संबंधित मांगें शामिल थीं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों ने तिलक लगा मिठाई एवं निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित कर बच्चों का किया स्वागत
बच्चों के स्वागत में सरपंच ने करवाया न्योता भोज
जशपुरनगर : सिंगीबहार में आयोजित धरती आबा शिविर में प्राथमिक शाला सिंगीबहार एवं संकुल केंद्र के बच्चों हेतु नवीन शिक्षण सत्र में प्रवेश हेतु शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरपंच सुनीता पैकरा, जनपद सदस्य ममता सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया। इस अवसर पर बच्चों को मिठाई और निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का भी वितरण किया गया। सरपंच द्वारा सभी बच्चों के स्वागत के लिए न्योता भोज का भी आयोजन किया गया। जहां सभी जनप्रतिनिधियों ने बच्चों को भोजन कराया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी मिथलेश पैकरा, बीईओ दुर्गेश देवांगन, बीआरसी देवेंद्र सिंह, संकुल प्राचार्य अनिल किस्पोट्टा, शैक्षिक समन्वयक संकुल शैक्षिक समन्वयक अशोक यादव एवं समस्त पालक, छात्र छात्राएं एवं शिक्षकों उपस्थित रहे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पुलिस कार्यप्रणाली में उर्दू-फारसी के कठिन शब्दों की जगह होगी सरल हिंदी
जशपुरनगर : प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक जन सुलभ, पारदर्शी और संवादात्मक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश के पश्चात अब राज्य की पुलिस कार्यप्रणाली में प्रयुक्त होने वाले कठिन, पारंपरिक एवं आम नागरिकों की समझ से बाहर उर्दू-फारसी शब्दों को हटाकर उनकी जगह पर सहज और प्रचलित हिंदी शब्दों का उपयोग किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आम नागरिक जब किसी शिकायत, अपराध सूचना अथवा अन्य कार्य से थाने जाता है, तो वह अक्सर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर या अन्य दस्तावेजों की भाषा को लेकर असमंजस में रहता है। अन्य भासाओ के शब्द आम लोगों के लिए अनजाने होते हैं, जिससे वे न तो अपनी बात ठीक से समझा पाते हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का उद्देश्य नागरिकों की सहायता और सुरक्षा है, तो उसकी भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जो नागरिकों की समझ में आए और उनके विश्वास को बढ़ाए।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि पुलिस की व्यवहारिक कार्यवाहियों में प्रयुक्त कठिन, पारंपरिक शब्दों को सरल और स्पष्ट हिंदी में बदला जाए। इसके लिए एक शब्द सूची भी तैयार की गई है, जिसमें पुराने कठिन शब्दों के स्थान पर उपयोग किए जाने योग्य सरल विकल्प सुझाए गए हैं।इस पत्र में यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी अधीनस्थ अधिकारियों को इस विषय में अवगत कराया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह आदेश केवल औपचारिकता भर न रहे, बल्कि इसका वास्तविक कार्यान्वयन प्रदेश की प्रत्येक पुलिस चौकी, थाने और कार्यालय में दिखे।
छत्तीसगढ़ पुलिस अब केवल कानून का पालन कराने वाली संस्था न होकर जनसंवाद का माध्यम भी बनेगी। भाषा के इस सरलीकरण से शिकायतकर्ता को अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने, सुनने और समझने में सुविधा होगी। एफआईआर जैसी प्रक्रिया, जो अब तक केवल अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों की समझ में आती थी, वह अब आम नागरिक के लिए भी बोधगम्य हो सकेगी।1 अदम तामील-सूचित न होना
2 इन्द्राज -टंकन
3 खयानत-हड़पना
4 गोश्वारा-नक्शा
5 दीगर-दूसरा
6 नकबजनी -सेंध
7 माल मशरूका लूटी-चोरी गई सम्पत्ति
8 मुचलका-व्यक्तिगत बंध पत्र
9 रोजनामचा-सामान्य दैनिकी
10 शिनाख्त-पहचान
11 शहादत-साक्ष्य
12 शुमार-गणना
13 सजायाफ्ता- दण्ड प्राप्त
14 सरगना -मुखिया
15 सुराग -खोज
16 साजिश -षडयंत्र
17 अदालत दिवानी -सिविल न्यायालय
19 फौजदारी अदालत- दांडिक न्यायालय
20 इकरार नामा -प्रतिज्ञापन
21 बनाम विक्रय -पत्रक
22 इस्तिफा -त्याग-पत्र
23 कत्ल-हत्या
24 कयास -अनुमान
25 खसरा क्षेत्र- पंजी
26 खतौनी -पंजी
27 गुजारिश -निवेदन
28 जब्त -कब्जे में लेना
29 जमानतदार -प्रतिभूति दाता
30 जमानत -प्रतिभूति
31 जरायम- अपराध
32 जबरन -बलपूर्वक
33 जरायम पेशा -अपराधजीवी
34 जायदादे मशरूका -कुर्क हुई सम्पत्ति
35 दाखिलखारिज- नामांतरण
36 सूद -ब्याज
37 हुजूर -श्रीमान/महोदय
38 हुलिया -शारीरिक लक्षण
39 हर्जाना क्षति-प्रतिपूर्ति
40 हलफनामा-शपथ-पत्र
41 दफा- धारा
42 फरियादी -शिकायतकर्ता
43 मुत्तजर्रर -चोट
44 इत्तिलानामा- सूचना पत्र
45 कलमबंद करना -न्यायालय के समक्ष कथन
46 गैरहाजिरी -अनुपस्थिति
47 चस्पा- चिपकाना
48 चश्मदीद- प्रत्यक्षदर्शी
49 जलसाजी- कूटरचना
50 जिला बदर -निर्वासन
51 जामतलाशी -वस्त्रों की तलाशी
52 वारदात- घटना
53 साकिन- पता
54 जायतैनाती- नियुक्ति स्थान
55 हाजा स्थान-परिसर
56 मातहत -अधीनस्थ
57 जेल हिरासत -कब्जे में लेना
58 फौती -मृत्यु सूचना
59 इस्तगासा- छावा
60 मालफड -जुआ का माल मौके पर बरामद होना
61 अर्दली -हलकारा
62 किल्लत मुलाजमान- कर्मगण की कमी
63 तामील कुनन्दा- सूचना करने वाला
64 इमदाद -मदद
65 नजूल -राज भूमि
66 फरार -भागा हुआ
67 फिसदी- प्रतिशत
68 फेहरिस्त -सूची
69 फौत- मृत्यु
70 बयान- कथन
71 बेदखली-निष्कासन
72 मातहत- अधीन
73 मार्फत- द्वारा
74 मियाद -अवधी
75 रकबा-क्षेत्रफल
76 कास्तकार- कृषक
77 नाजिर -व्यवस्थापक
78 अमीन राजस्व -कनिष्ठ अधिकारी
79 राजीनामा -समझौता पत्र
80 वारदात -घटना
81 संगीन -गंभीर
82 विरासत -उत्तराधिकार
83 वसियत- हस्तान्तरण लेख
84 वसूली -उगाही
85 शिनाख्त- पहचान
86 सबूत साक्ष्य-प्रमाण
87 दस्तावेज- अभिलेख
88 कयास -अनुमान
89 सजा -दण्ड
90 सनद -प्रमाण पत्र
91 सुलहनामा-समझौता पत्र
92 अदम चौक- पुलिस असंज्ञेय हस्तक्षेप, अयोग्य अपराध की सूचना
93 कैदखाना- बंदीगृह
94 तफतीश/तहकीकात -अनुसंधान/जाँच/विवेचना
95 आमद/रवाना/रवानगी-आगमन, प्रस्थान
96 कायमी-पंजीयन
97 तेहरीर- लिखित या लेखीय विवरण
98 इरादतन- साशय
99 खारिज/खारिजी/रद्द निरस्त/निरस्तीकरण
100 खून आलुदा रक्त-रंजित/रक्त से सना हुआ
101 गवाह/गवाहन- साक्षी/साक्षी गण
102 गिरफ्तार/हिरासत -अभिरक्षा
103 तहत् -अंतर्गत
104 जख्त, जख्मी, मजरूब -चोट/घाव घायल/आहत
105 दस्तयाब -खोज लेना/बरामद
106 मौका ए वारदात-घटना स्थल
107 परवाना- परिपत्र/अधिपत्र
108 फैसला- निर्णय
109 हमराह -साथ में
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
21 जून तक महाकुंभ योग सप्ताह का होगा आयोजन
जशपुरनगर : ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में 15 जून से 21 जून तक महाकुम्भ-योग उत्सव के रूप में मनाते हुए अधिक से अधिक जनसामान्य को योग के प्रेरित करने उद्देश्य से जिले में योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके द्वितीय दिवस में 19 ग्रामों में योगाभ्यास कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जनपद पंचायत जशपुर अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला कदमटोली एवं शासकीय माध्यमिक शाला लोदाम, जनपद पंचायत मनोरा के शासकीय प्राथमिक शाला सराईडीह एवं शासकीय प्राथमिक शाला सोनक्यारी, जनपद पंचायत बगीचा के शासकीय प्राथमिक शाला रेंगले, शासकीय प्राथमिक शाला पोस्कट, शासकीय हाई स्कूल चम्पा, शासकीय प्राथमिक शाला सराईपानी, जनपद पंचायत कांसाबेल शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बटईकेला एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छेराघोघरा, जनपद पंचायत कुनकुरी के शासकीय प्राथमिक शाला गोरिया एवं शासकीय प्राथमिक शाला केराडीह, जनपद पंचायत दुलदुला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चराईडांड, जनपद पंचायत फरसाबहार के ग्राम शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सिंगीबहार एवं शासकीय हाई स्कूल गंझियाडीह, जनपद पंचायत पत्थलगांव के सरस्वती शिशु मंदिर लुड़ेग, शासकीय प्राथमिक शाला सुखरापारा, शासकीय प्राथमिक शाला मयूरनाचा, शासकीय बालक माध्यमिक शाला सुरंगपानी में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों, शिक्षकों, शासकीय अधिकारी- कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने बढ़चढ़ कर योगाभ्यास में भाग लिया। योग प्रशिक्षकों द्वारा शशकासन, शलभासन, उत्तानपादासन, उष्ट्रासन, वृक्षासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन, वक्रासन, भुजंगासन, पद्मासन, पवनमुक्तासन सहित विभिन्न योगासन एवं प्राणायामों का अभ्यास कराया गया और योग से होने वाले लाभों की जानकारी दी गयी। उल्लेखनीय है कि इस योग सप्ताह के अंतर्गत 21 जून को जशपुरनगर के रणजीता स्टेडियम में अंतराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय भी जनप्रतिनिधियों एवं आम जनों के साथ योगाभ्यास कार्यक्रम में भाग लेंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिर में स्थानीय जनप्रतिनिधिगण की उपस्थिति में होगा योगाभ्यास
जशपुरनगर : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर संचालनालय आयुष छ0ग0 रायपुर के आदेश पर जिले में समस्त आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर में 17 से 21 जून 2025 तक 05 दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। योग शिविर का आयोजन स्थानीय प्रतिष्ठित जनों की उपस्थिति में किया जायेगा।योग शिविर में जनसामान्य को योग के प्रति जागृत करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिससे की प्रतिदिन अधिकाधिक जनसामान्य योग शिविर में शामिल होकर लाभ प्राप्त कर सके। जनसामान्य के लिये योग शिविर में योग चिकित्सक-प्रशिक्षक द्वारा योगाभ्यास की जानकारी, योग का लाभ, योग की प्रक्रिया की विशेष जानकारी दी जा रही है। जिससे व्यक्ति को उनके रोगों के उपचार में लाभ प्राप्त हो सके।
स्थानीय अन्य विभागों से भी समन्वय कर शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों, स्कूली छात्र-छात्राओ, ग्राम मितानिन-आशा वर्करों को शिविर का लाभ लेने के लिये प्रात्साहित किया जा रहा है। योग शिविरों में आयुष काढ़ा एवं अंकूरित अनाजों का भी वितरण किया जाएगा और उनके लाभों की जानकारी भी जनसामान्य को प्रदान की जा रही है। 05 दिवसीय योग शिविर आयोजन हेतु स्थल का चिन्हांकन किया गया है। जिसमें जनसामान्य उपस्थित होकर योग शिविर का लाभ ले सकते हैं। इन स्थलों में प्रातः 7.00 बजे से 8.00 बजे तक योग शिविर का आयोजन होगा। इनमें आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. जशपुर, आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. सरईपानी, आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. अंकिरा, आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. बन्दरचुवा, आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. रनपुर, आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. रौनी और आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर शास.आयु.औष. सुलेसा शामिल है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : जशपुर जिले में 01 जून से अब तक 236.4 मिमी वर्षा हो चुकी है। जिले में बीते 10 वर्षों की तुलना में 16 जून तक की स्थिति में 394.7 मिमी औसत वर्षा हुई है। बीते दिवस जिले में 18.5 मिमी वर्षा हुई है। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जून से अब तक तहसील जशपुर में 39.2 मिमी, मनोरा में 46.0 मिमी, कुनकुरी में 26.0 मिमी, दुलदुला में 0.0 मिमी, फरसाबहार में 24.1 मिमी, बगीचा में 12.2 मिमी, कांसाबेल में 13.7 मिमी, पत्थलगांव में 20.7 मिमी, सन्ना में 31.5 मिमी एवं बागबहार में 23.0 मिमी वर्षा हो चुकी है। सर्वाधिक वर्षा मनोरा तहसील में दर्ज की गई है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेघावी शिक्षा सहायता योजना के तहत रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के हाथों दिया गया यह राशि
10वीं और 12वीं में टॉप टेन में जगह बनाने वाले पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को दिया जाता है प्रोत्साहन राशि
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रविवार को राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेघावी शिक्षा सहायता योजना के तहत कक्षा दसवीं और बारहवीं के टॉप 10 में स्थान पाने वाले पंजीकृत श्रमिकों के 31 मेधावी बच्चों को दो-दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि का वितरण किया। इसमें जशपुर जिले के 10वीं और 12वीं के 6 मेधावी छात्र भी शामिल थेे। जिन्हें मुख्यमंत्री के हाथों को दो-दो लाख रुपए का प्रोत्साहन राशि प्राप्त हुआ है। इन 02 लाख रुपये में 01 लाख रुपए नगद एवं 01 लाख रू. 2 पहिया वाहन स्कूटी क्रय के लिए दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा संचालित मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिक के बच्चों को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10 वीं 12 वीं की परीक्षा में टॉप 10 में आने पर 2 लाख रूपए की राशि दिए जाने का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेघावी शिक्षा सहायता योजना के तहत जशपुर जिले के नमन कुमार खूंटिया, पूर्णिमा पैंकरा, हर्षिता सिंह, पूजा चौहान, रितु कुर्रे और माही डनसेना को 2 लाख के मान से 12 लाख रूपए की राशि का चेक दिया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम हासिल करने वाले श्रमवीरों के मेधावी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी सरकार श्रमिक परिवारों की आवश्यकताओं को भली-भांति समझती है और उनके समग्र कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है। आप सभी का स्नेह और सहयोग ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है और हम सब मिलकर एक विकसित, समृद्ध और सशक्त छत्तीसगढ़ के संकल्प को साकार करेंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
समय पर स्कूल नहीं पहुंचने वाले और नदारद शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
बीईओ और बीआरसी को अपने क्षेत्र के स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश
शिक्षक डेली डायरी अनिवार्य रूप से बनाएंगे
कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षा लगाकर बच्चों के स्तर को बनाएंगे बेहतर
स्कूल में जाति प्रमाण बनाने के लिए लगाएं शिविर
बच्चों को छात्रवृत्ति,किताब यूनिफॉर्म, सायकल सहित शासन की योजना का दें लाभ
ऐसे शिक्षक जो बच्चों को पढ़ाने में रूचि नहीं लेते हैं उन शिक्षकों का साप्ताहिक रिपोर्ट देने के निर्देशजशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने रविवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेकर शिक्षा सत्र के प्रारंभ से ही बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। और बच्चों को यूनिफॉर्म, किताब ,पात्र बच्चों को छात्रवृत्ति, सायकिल सहित शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिए कहा है। कलेक्टर ने विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए कार्य करने के लिए कहा है।इसके लिए एनजीओ का भी सहयोग लेने के लिए कहा ताकि बच्चों के शिक्षा स्तर को बेहतर बनाया जा सके।इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा, जिला शिक्षा अधिकारी, यूनीसेफ, ओपन लिंक फाउंडेशन, प्रथम एजुकेशन सोसाइटी , अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रतिनिधियों तथा जिले के समस्त विकास खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सभी विकास खंड शिक्षा अधिकारीयों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि अपने क्षेत्र के स्कूलों का नियमित निरीक्षण करेंगे और स्कूल में बच्चों की उपस्थिति, शिक्षकों को उपस्थित समय पर शिक्षक स्कूल पहुंच रहे हैं कि नहीं सतत् निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। जो शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते हैं और नदारद रहते हैं ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। कलेक्टर ने सभी संकुल समन्वयक को शिक्षकों की उपस्थिति का अवलोकन करने के लिए टै्रकिंग करने के लिए कहा है।कलेक्टर ने सभी स्कूलों में डेली डायरी बनाने के निर्देश दिए हैं और प्रतिदिन की गतिविधियों को दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों के निरीक्षण के दौरान डेली डायरी का अनिवार्य रूप से अवलोकन करें और
5वीं से 6 वीं में जाने वाले बच्चों का बेस लाइन तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने प्राथमिक स्तर के कमजोर बच्चों को विशेष ध्यान देकर उनका शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए हैं। कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षा लगाकर उनका शैक्षणिक स्तर बेहतर करने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने कहा कि ऐसे शिक्षक जो एक्टिव नहीं और बच्चों को पढ़ाने में ध्यान नहीं देते उनकी बीईओ और बीआरसी को प्रत्येक सप्ताह रिपोर्ट देने के दिए निर्देश।स्कूल में बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए पटवारियों और शिक्षकों के सहयोग से शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जाति प्रमाण बनाने के जरूरी दस्तावेजों का चेक लिस्ट बनाकर जरूरी कागजात उपलब्ध कराने के लिए कहा है इसके लिए बच्चों के पालकों का भी सहयोग लेने के निर्देश दिए है ताकि महत्वपूर्ण और जरूरी दस्तावेज जमा किया जा सके।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : भारत सरकार की स्वामित्व योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में रहवासियों को अधिकार अभिलेख प्रदान करने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सक्रिय प्रयास किए जा रहे है। इसी क्रम में 18 जून 2025 को विशेष ग्राम सभा आयोजित की जाएगी। जिला कलेक्टर कार्यालय, भू-अभिलेख शाखा एवं पंचायत शाखा द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, अब तक जिले के कई ग्राम पंचायतों में ग्रामसभा प्रस्ताव पारित न होने के कारण हितग्राहियों को संपत्ति अभिलेख प्रदान नहीं हो सका है, जिससे अनेक प्रकरण लंबित हैं। इन प्रकरणों के शीघ्र समाधान के उद्देश्य से यह विशेष ग्राम सभा बुलाई जा रही है।
ग्राम सभाओं में संबंधित गांवों के पात्र गृह स्वामियों के लिए प्रस्ताव पारित किए जाएंगे, जिससे उन्हें स्वामित्व प्रमाण पत्र समयबद्ध रूप से प्रदान किया जा सके। यह प्रमाण पत्र ग्रामीणों की संपत्ति पर अधिकार की वैधता सुनिश्चित करता है और उनके आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण में सहायक होता है। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने समस्त जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विशेष ग्राम सभा के आयोजन को प्राथमिकता देते हुए उसकी पूरी तैयारी सुनिश्चित करें, ताकि योजना अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों को लाभ मिल सके और किसी भी प्रकार की विलंब की स्थिति उत्पन्न न हो।
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महासमुन्द : जिले में 0 से 5 वर्ष के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु को रोकने एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्टॉप डायरिया कैम्पेन 2025 का शुभारंभ आज शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महासमुंद से किया गया। यह विशेष अभियान 16 जून से 31 जुलाई 2025 तक संचालित किया जाएगा। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वी.पी. सिंह एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ. अरविन्द गुप्ता की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में डायरिया की रोकथाम हेतु व्यापक जन जागरूकता एवं त्वरित उपचार सुनिश्चित करना है। इस अभियान के अंतर्गत 0-5 वर्ष तक के बच्चों वाले घरों की सूची तैयार कर मितानिनों द्वारा घर-घर भ्रमण किया जाएगा। प्रत्येक घर में एक ओआरएस पैकेट वितरित किया जाएगा, वहीं डायरिया प्रभावित परिवारों को 2 ओआरएस पैकेट एवं 14 जिंक की गोलियां प्रदान की जाएंगी। भ्रमण के दौरान मितानिनें ओआरएस घोल बनाने की विधि, हाथ धोने की सही प्रक्रिया एवं जिंक के सही उपयोग की जानकारी भी देंगी। डायरिया में जिंक की उपयोग विधि - 02 से 06 माह के बच्चों को आधी गोली (10 मि.ग्रा.) और 06 माह से 05 वर्ष के बच्चों को 01 गोली (20 मि.ग्रा.) दी जाएगी। यह गोली 14 दिनों तक चम्मच में माँ के दूध या साफ पानी के साथ दी जाएगी।
अभियान की प्रभावी निगरानी हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर मानिटरिंग टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें स्वास्थ्य संस्थानों, स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों में भ्रमण कर जागरूकता गतिविधियों का निरीक्षण करेंगी। साथ ही, आरबीएसके दलों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य परीक्षण एवं जागरूकता कार्य किए जाएंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया ने आमजन से अपील की है कि वे अपने 0-5 वर्ष के बच्चों के साथ नजदीकी स्कूलों या आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर ओआरएस घोल बनाने, हाथ धुलाई की तकनीक और जिंक की उपयोग विधि संबंधी जानकारी प्राप्त करें और इन उपायों को दैनिक जीवन में अपनाएं, जिससे डायरिया एवं अन्य संक्रामक बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।
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बलरामपुर : प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 21 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में जिले में भी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हुए योग दिवस मनाया जाएगा। योग दिवस का आयोजन जिला स्तर, नगरीय मुख्यालय विकासखण्ड एवं ग्राम पंचायत स्तरों पर ‘‘हरित योगा संगम’’ एवं ‘‘हरित योग’’ की थीम किया जाएगा। जिसके अंतर्गत पारंपरिक योग प्रथाओं के साथ-साथ पर्यावरण स्थिरता को बढ़ावा देना, स्वच्छता अभियान का क्रियान्वयन एवं युवा वर्ग को योग के प्रति जागरूकता करते हुए सम्मिलित करना आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
आयोजन के सफल क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के द्वारा सम्पूर्ण कार्यक्रम के लिये जिला स्तरीय कार्यक्रम हेतु सुश्री स्टेला खलखो, उप संचालक समाज कल्याण बलरामपुर को नोडल अधिकारी एवं श्री डी.एन. मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता है। इसी प्रकार जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम हेतु संबंधित अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी (रा.) को मोडल अधिकारी एवं संबंधित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
योगा संगम थीम अंतर्गत जिला, जनपद, ग्राम पंचायत एवं नगरीय मुख्यालयों में योग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। हरित योग थीम अंतर्गत पौधा रोपण, बीज वितरण, पौधों का संरक्षण, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे। योग अनप्लगड की थीम पर युवाओं, छात्र-छात्राओं, स्काउट गाइड, राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडर कोर एवं रक्षा बल के सहयोग से जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। योग महाकुंभ थीम अंतर्गत जिला मुख्यालयों एवं अन्य प्रशासनिक इकाईयों में 15 से 21 जून 2025 तक योग सप्ताह के रूप में विविध योग संबंधी गतिविधियां आयोजित किया जाएगा। योग पार्क थीम अंतर्गत जिला स्तर पर सामुदायिक पार्कों का चिन्हांकन कर योग पार्क के रूप में विकसित किया जाना है।
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अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने 17 जून से जनसेवा शिविरों की शुरुआत
बलरामपुर : केन्द्र सरकार के द्वारा धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य अंतिम व्यक्ति को पात्रता अनुसार व्यक्तिगत लाभों से संतृप्त किया जाना और अभियान के प्रति जनजागरूकता लाना है। अभियान में ग्राम एवं कलस्टरों में तिथिवार शिविरों के माध्यम से स्थल पर ही आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि, जनधन खाता इत्यादि 17 प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाएगी।
इस हेतु जिले में कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में ग्राम स्तर/कलस्टर स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा। जिसके अंतर्गत 17 जून को विकासखंड राजपुर के माध्यमिक शाला कोदौरा में आयोजित शिविर में ग्राम पंचायत करमडीहा, कोदौरा, तोनी, पकराडी, भेंडरी, सेमराकठरा शामिल होंगे। इसी प्रकार विकासखण्ड शंकरगढ़ के पूर्व माध्यमिक शाला कमारी में आयोजित शिविर में ग्राम पंचायत मुरका, सिलफिली, कमारी, लोधी, सरगवां, सिहार, सरिमा, लडुवा, विकासखण्ड कुसमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चान्दो में आयोजित शिविर में ग्राम पंचायत चटनियां, चांदो, गौतमपुर, इदरीकला, जोधपुर, करचा, कुरडीह, मडवा, नवाडीहकला, विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के माध्यमिक शाला सलवाही में आयोजित शिविर में ग्राम पंचायत महादेवपुर, बराहनगर, सलवाही, चुनापाथर, कुण्डपान, विकासखण्ड बलरामपुर के भेलवाडीह लाईवलीहुड कॉलेज में आयोजित शिविर में ग्राम पंचायत जाबर, भेलवाडीह, डूमरखोरका, खड़ियादामर शामिल होंगे। अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम 17 जून 2025 को लाईवलीहुड कॉलेज भेलवाडीह में आयोजित किया जाएगा।
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पुलिस कार्यप्रणाली में उर्दू-फारसी के कठिन शब्दों की जगह होगी सरल हिंदी
बलरामपुर : प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक जन सुलभ, पारदर्शी और संवादात्मक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश के पश्चात अब राज्य की पुलिस कार्यप्रणाली में प्रयुक्त होने वाले कठिन, पारंपरिक एवं आम नागरिकों की समझ से बाहर उर्दू-फारसी शब्दों को हटाकर उनकी जगह पर सहज और प्रचलित हिंदी शब्दों का उपयोग किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आम नागरिक जब किसी शिकायत, अपराध सूचना अथवा अन्य कार्य से थाने जाता है, तो वह अक्सर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर या अन्य दस्तावेजों की भाषा को लेकर असमंजस में रहता है। अन्य भाषाओं के शब्द आम लोगों के लिए अनजाने होते हैं, जिससे वे न तो अपनी बात ठीक से समझा पाते हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का उद्देश्य नागरिकों की सहायता और सुरक्षा है, तो उसकी भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जो नागरिकों की समझ में आए और उनके विश्वास को बढ़ाए।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि पुलिस की व्यवहारिक कार्यवाहियों में प्रयुक्त कठिन, पारंपरिक शब्दों को सरल और स्पष्ट हिंदी में बदला जाए। इसके लिए एक शब्द सूची भी तैयार की गई है, जिसमें पुराने कठिन शब्दों के स्थान पर उपयोग किए जाने योग्य सरल विकल्प सुझाए गए हैं। इस पत्र में यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी अधीनस्थ अधिकारियों को इस विषय में अवगत कराया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह आदेश केवल औपचारिकता भर न रहे, बल्कि इसका वास्तविक कार्यान्वयन प्रदेश की प्रत्येक पुलिस चौकी, थाने और कार्यालय में दिखे।
छत्तीसगढ़ पुलिस अब केवल कानून का पालन कराने वाली संस्था न होकर जनसंवाद का माध्यम भी बनेगी। भाषा के इस सरलीकरण से शिकायतकर्ता को अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने, सुनने और समझने में सुविधा होगी। एफआईआर जैसी प्रक्रिया, जो अब तक केवल अधिवक्ताओं या पुलिस कर्मियों की समझ में आती थी, वह अब आम नागरिक के लिए भी बोधगम्य हो सकेगी।
जिसके अंतर्गत अदम तामील-सूचित न होना, इन्द्राज-टंकन, खयानत-हड़पना, गोश्वारा-नक्शा, दीगर-दूसरा, नकबजनी-सेंध, माल मशरूका लूटी-चोरी गई सम्पत्ति, मुचलका-व्यक्तिगत बंध पत्र, रोजनामचा-सामान्य दैनिकी, शिनाख्त-पहचान, शहादत-साक्ष्य, शुमार-गणना, सजायाफ्ता-दण्ड प्राप्त, सरगना-मुखिया, सुराग-खोज, साजिश-षडयंत्र, दालत दिवानी-सिविल न्यायालय, फौजदारी अदालत-दांडिक न्यायालय, इकरार नामा-प्रतिज्ञापन, बनाम विक्रय-पत्रक, इस्तिफा-त्याग-पत्र, कत्ल-हत्या, कयास-अनुमान, खसरा क्षेत्र-पंजी, खतौनी-पंजी, गुजारिश-निवेदन, जब्त-कब्जे में लेना, जमानतदार-प्रतिभूति दाता, जमानत-प्रतिभूति, जरायम-अपराध, जबरन-बलपूर्वक, जरायम पेशा-अपराधजीवी, जायदादे मशरूका-कुर्क हुई सम्पत्ति, दाखिलखारिज-नामांतरण, सूद-ब्याज, हुजूर-श्रीमान/महोदय, हुलिया -शारीरिक लक्षण, हर्जाना क्षति-प्रतिपूर्ति, हलफनामा-शपथ-पत्र, दफा-धारा, फरियादी-शिकायतकर्ता,मुत्तजर्रर-चोट, इत्तिलानामा-सूचना पत्र, कलमबंद करना-न्यायालय के समक्ष कथन, गैरहाजिरी-अनुपस्थिति, चस्पा-चिपकाना, चश्मदीद-प्रत्यक्षदर्शी, जलसाजी-कूटरचना, जिला बदर-निर्वासन, जामतलाशी-वस्त्रों की तलाशी, वारदात-घटना, साकिन-पता, जायतैनाती-नियुक्ति स्थान, हाजा स्थान-परिसर, मातहत-अधीनस्थ, जेल हिरासत-कब्जे में लेना, फौती-मृत्यु सूचना, इस्तगासा-छावा, मालफड-जुआ का माल मौके पर बरामद होना, अर्दली-हलकारा, किल्लत मुलाजमान-कर्मगण की कमी, तामील कुनन्दा-सूचना करने वाला, इमदाद-मदद, नजूल-राज भूमि, फरार-भागा हुआ, फिसदी-प्रतिशत, फेहरिस्त-सूची, फौत-मृत्यु, बयान-कथन, बेदखली-निष्कासन, मातहत-अधीन, मार्फत-द्वारा, मियाद-अवधी, रकबा-क्षेत्रफल, कास्तकार-कृषक, नाजिर-व्यवस्थापक, अमीन राजस्व-कनिष्ठ अधिकारी, राजीनामा-समझौता पत्र, वारदात-घटना, संगीन-गंम्भीर, विरासत-उत्तराधिकार, वसियत-हस्तांन्तरण लेख, वसूली-उगाही, शिनाख्त-पहचान, सबूत साक्ष्य-प्रमाण, दस्तावेज-अभिलेख, कयास-अनुमान, सजा-दण्ड, सनद-प्रमाण पत्र, सुलहनामा-समझौता पत्र, अदम चौक-पुलिस, असंज्ञेय हस्ताक्षेप, अगोग्य अपराध की सूचना, कैदखाना-बंदीगृह, तफतीश/तहकीकात-अनुसंधान/जाँच/विवेचना, आमद/रवाना/रवानगी-आगमन, प्रस्थानकायमी-पंजीयन, तेहरीर-लिखित या लेखीय विवरण, इरादतन-साशय, खारिज/खारिजी/रद्द/निरस्त/निरस्तीकरण, खून आलुदा रक्त-रंजित/रक्त से सना हुआ, गवाह/गवाहन-साक्षी/साक्षीगण, गिरफ्तार/हिरासत-अभिरक्षा, तहत-अंतर्गत, जख्त, जख्मी, मजरूब-चोट/घाव घायल/आहत, दस्तयाब-खोज लेना/बरामत, मौका ए वारदात-घटना स्थल, परवाना-परिपत्र/अधिपत्र, फैसला-निर्णय, हमराह-साथ में शामिल है।
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महासमुंद : जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) प्रबंधन समिति की बैठक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यां की प्रगति के संबंध में मंगलवार 17 जून को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में चयनित ग्रामों को ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम घोषित करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए निर्मित कचरा संग्रहण शेड को क्रियाशील किए जाने, निर्मित सामुदायिक शौचालयों को क्रियाशील कर संधारण करने, प्लास्टिक मैनेजमेंट के लिए निर्मित यूनिट को क्रियाशील कर समीप ग्राम को लिंक करने सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक ने संबंधितों को उक्त बैठक में नियत तिथि एवं समय पर उपस्थित होने निर्देशित किया है।
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पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ली समीक्षा बैठक
महासमुंद : जिले में आदिवासी विकास तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री विनय लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, तथा सहायक आयुक्त श्रीमती शिल्पा साय आदिवासी विकास विभाग उपस्थित रहे। इस दौरान सभी जनपद सीईओ एवं मंडल संयोजकों को शिविरों के सफल क्रियान्वयन के लिए जरूरी निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर यह भी निर्देशित किया गया कि शिविरों में विभिन्न विभागों की योजनाओं का एकीकृत क्रियान्वयन हो, जिससे ग्रामीणों को एक ही स्थान पर सभी लाभ मिल सकें। यह शिविर पंचायत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे और इनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल अधिकारियों ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति से संबंधित जानकारी दी और अपने क्षेत्रों में शिविर आयोजन की तैयारियों को साझा किया। कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ पहुंचे।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने “धरती आबा“ कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि कल 17 जून से प्रारंभ हो रहे शिविरों का आयोजन समयबद्ध और प्रभावी ढंग से किया जाए। जनपद स्तर के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र में शिविरों की निगरानी स्वयं करें एवं हितग्राहियों को समय पर योजना का लाभ मिलना सुनिश्चित करें। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने मंडल संयोजकों को निर्देश दिए कि सभी आवश्यक दस्तावेज और योजनाओं की जानकारी शिविर स्थल पर उपलब्ध होनी चाहिए। हितग्राहियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पूर्व से सूचना प्रचार-प्रसार कराया जाए। उल्लेखनीय है कि जिले के 306 ग्रामों के जनजातीय समुदायों तक सरकारी योजनाओं और सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने जागरूकता व लाभ शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिले में पहले दिन 17 जून को महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम रुमेकेल, बागबाहरा अंतर्गत ग्राम टेढ़ीनारा, पिथौरा अंतर्गत गोपालपुर में एवं सरायपाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत डूडूमचुंवा में शिविर लगाया जाएगा।
कलेक्टर ने की पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा,आवास एवं महतारी सदन को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी सदन आदि में प्रगति धीमी नहीं होनी चाहिए। अपूर्ण आवासों को शीघ्र पूर्ण कराने हेतु लक्षित प्रयास किए जाएं। संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह बनाते हुए मॉनिटरिंग की व्यवस्था सख्त करने के निर्देश दिए गए। महतारी सदन के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि जिन पंचायतों में महतारी सदन अधूरे हैं, उन्हें प्राथमिकता पर लेकर तत्काल पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण से जुड़ी महत्वपूर्ण पहल है, अतः किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारी मौजूद थे।
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा रायपुर के नवीन सर्किट हाउस, सिविल लाइंस में आज आयोजित चेक वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर श्रमिकों, विद्यार्थियों और महिलाओं के कल्याण एवं सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शिता और तत्परता के साथ सभी पात्र हितग्राहियों तक पहुँचे, यह सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने महासमुंद जिले के तीन हितग्राहियों को राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने दो हितग्राहियों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि तथा एक हितग्राही को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना के तहत प्रतिमाह 1500 रुपए की पेंशन का चेक प्रदान किया।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के अंतर्गत अपंजीकृत निर्माण श्रमिक स्वर्गीय परमानंद ध्रुव की पत्नी श्रीमती दुर्गा बाई ध्रुव (नामिनी) को एक लाख रुपए की सहायता दी गई। यह सहायता श्रमिक के निधन के पश्चात उनके परिजनों को आर्थिक संबल और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से दी गई है।
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी सहायता योजना के तहत महासमुंद जिले की मेधावी छात्रा अंजली साहू को भी एक लाख रुपए की राशि का चेक प्रदान किया गया। यह योजना राज्य शासन द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की मेधावी बालिकाओं को उच्च शिक्षा हेतु सहयोग एवं प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना के अंतर्गत महासमुंद जिले के हितग्राही श्री मेखलाल साहू को प्रतिमाह 1500 रुपए की पेंशन सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया। यह योजना राज्य शासन द्वारा ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित की जाती है, जिन्होंने वर्षों तक श्रम कार्य करते हुए राज्य की प्रगति में योगदान दिया है और अब वृद्धावस्था या असमर्थता के कारण नियमित आजीविका अर्जन में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। पेंशन सहायता का उद्देश्य इन श्रमिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक संबल प्रदान करना एवं उन्हें गरिमामय जीवन जीने में सहयोग देना है। श्री मेखलाल साहू को यह पेंशन उनके श्रम योगदान एवं पात्रता के आधार पर प्रदान की गई है। इस अवसर पर श्रम विभाग के अधिकारी श्री डी. एन. पात्र एवं हितग्राही उपस्थित रहे।
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हर बच्चा पढ़े, हर बच्चा बढ़े यही है विकसित भारत का नींव - श्री येतराम साहू
स्कूल खुलने के पहले ही दिन प्राथमिक शाला बेमचा में मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव
बच्चों का तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर किया गया स्वागत
महासमुंद : नए शिक्षण सत्र की शुरुआत आज हो गई है। नवप्रवेशित बच्चों को स्कूलों में तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया। जहां बच्चे उत्साह के साथ शाला में प्रवेश किए। जिले के सभी ब्लॉक में शाला प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज प्राथमिक शाला बेमचा में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। यहां गणवेश, पुस्तक और नवप्रवेशी बच्चों को तिलक, रोली लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, जिला स्काउट गाइड के अध्यक्ष श्री येतराम साहू, जनपद सदस्य श्रीमती संगीता चंद्राकर, सरपंच श्री देवेन्द्र चंद्राकर, श्री आनंद साहू, श्री राहुल चंद्राकर, श्री रविकांत चंद्राकर, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा सहित स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक, बच्चे और पालकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत स्कूल परिसर में अतिथियों द्वार पौधरोपण किया गया।
कलेक्टर श्री लंगेह ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद किया और विद्यालय जीवन की नई शुरुआत के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचे, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने पालकों से आह्वान किया कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु संकल्प लें। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि मध्याह्न भोजन योजना से कोई भी बच्चा वंचित न हो, और गणवेश वितरण की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न की जाए। कलेक्टर ने शाला विकास समिति एवं पालकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सतत निगरानी करने का आग्रह किया। उन्होंने बच्चों से मोबाइल और टीवी से दूर रहने की समझाइश दी। स्कूल प्रबंधन को समय पर शाला खोलने, मध्यान्ह भोजन देने और निःशुल्क गणवेश वितरण के लिए निर्देश दिए।इस अवसर पर जिला स्काउट गाइड के अध्यक्ष श्री येतराम साहू ने कहा कि शाला प्रवेशोत्सव से बच्चों के मन में उत्साह का संचार होता है। राज्य सरकार प्राथमिक और मिडिल स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क पुस्तकें और गणवेश उपलब्ध कराती है ताकि स्कूल खुलने के पहले दिन से ही बच्चे अध्ययन में जुट जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक समुचित वातावरण प्रदान करता है। आज शाला प्रवेशोत्सव के पहले दिन बच्चों सहित उनके माता-पिता को भी बधाई देता हूं और सभी शिक्षकों से आशा करता हूं कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उन्हें समाज में एक नई पहचान दिलायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश में यह परंपरा रही है कि हर खुशियों को त्यौहार के रूप में मनाते हैं। इसी तरह शाला प्रवेश भी एक उत्सव की तरह मनाया जाए। ताकि स्कूल का पहला दिन बच्चों को जीवन भर याद रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर सभी बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन मिले यह सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक एवं डीएमसी श्री रेखराज शर्मा ने बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें और मोबाईल या अन्य गैजेट्स का कम से कम इस्तेमाल करें। उन्हांने शैक्षणिक कलेण्डर के अनुरूप गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश भी दिए। पालकों से कहा कि सभी बच्चों को स्कूल भेजे जिससे ड्रॉप आउट रेट शून्य हो जाए। इस अवसर पर विगत परीक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए छात्रों को सम्मानित किया गया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर समाजसेवी डॉ एकता लंगेह के मार्गदर्शन में आशियाना वृद्धाश्रम में वृद्धजनों संग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान डा. एकता ने कहा कि बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार एकल या बार-बार होने वाली घटना या उचित कार्रवाई की कमी के कारण किसी भी रिश्ते में घटित हो सकती है। कई परिवारों में बुजुर्गों पर बेतहाशा अत्याचार भी होता है और वक्त के साथ सब कुछ ठीक हो जाने की उम्मीद के साथ बुजुर्ग चुप रहते हैं। बहुत बार ऐसा होता है कि किसी बात का विरोध आदि करने पर उन्हें घर से निकाल दिया जाता है। बहुत से बुजुर्गों के साथ मारपीट तक की घटना होती है और आंखों में आंसू लेकर बुजुर्ग आसरा ढूंढते हैं। ऐसे में आशियाना की तरह का कोई आसरा मिल जाता है तो बुजुर्ग कुछ दिन और जी लेते हैं। यह हमारे संस्कार के खिलाफ है। होना तो यह चाहिए कि वृद्धाश्रम की जरूरत न पडे़। लेकिन वर्तमान में परिवार विभाजन की स्थिति को देते हुए वृद्धाश्रम बहुत जरूरी हो चुका है। यहां आकर आप सभी शांति से जीवन यापन कीजिये। यहां आपकी देखरेख में कोई कमी होती है, तो शासन प्रशासन उस कमी को पूरा करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि यह एक वैश्विक सामाजिक मुद्दा है जो बुजुर्गों के स्वास्थ्य और मानव अधिकारों को प्रभावित करता है। इसके लिए ध्यान देने की आवश्यकता है साथ ही शोधकर्ताओं और कानूनी नियमों के अनुसार बुजुर्गों के साथ हो रहे पांच प्रकार के दुर्व्यवहारों मसलन शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, भौतिक, शोषण, अपेक्षा और यौन हमले जैसे दुर्व्यवहारों को पहचान करने, समझने और उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हम सबको एक जुट होना पडेगा। कार्यक्रम में श्री विपिन मोहंती ने इसके महत्व को बताते हुए कहा कि जीवन प्रत्याशा में वृद्धि संयुक्त परिवार संरचना में गिरावट और सामाजिक विघटन के संयोजन ने वृद्ध व्यक्तियों को अकेलेपन और सावधानी का अनुभव कराया है। यह अनुशंसा की जाती है कि वृद्ध लोग शारीरिक गतिविधियों में शामिल होकर पौष्टिक आहार का सेवन करने और तंबाकू शराब और अन्य हानिकारक पदार्थों से परहेज करने स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें।
इस अवसर पर अतिथियां ने कहा कि बुजुर्ग आबादी किसी भी समाज के लिए एक मूल्यवान संपत्ति है। उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो अवसर और चुनौतियां दोनों लेकर आती है। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के 10.4 करोड़ लोग रहते हैं जो कुल जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है। इस जनसंख्या में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। जिसे सुरक्षित व संरक्षित रखना है। इस जागरूकता अभियान का ध्यान वृद्ध लोगों के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने और उम्र के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया को चुनौती देने पर केंद्रित होगा। सामाजिक दृष्टिकोण को बदलकर और उम्र के महत्व पर जोर देकर हम वृद्ध लोगों के लिए एक सुरक्षित और अधिक समावेशी समाज की दिशा में काम कर सकते हैं। हम वृद्धों के साथ दुर्व्यवहार को रोकने के लिए एक दिशा निर्धारित कर सकते हैं।
इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा बुजुर्गों को मिलने वाली शासन की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। कार्यक्रम के पश्चात अतिथियों ने बुजुर्गों को कपड़े और आवश्यक सामग्री भेंट किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद सभी ने बुजुर्गो संग भोजन किया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्था के सदस्य, आशियाना वृद्धा आश्रम व घरौंदा संस्था के समस्त सदस्य देखरेख में जुटी महिलाएं उपस्थित थीं। -
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"पाश्चात्य जीवन शैली बेहद खतरनाक, इसका त्याग भारत के भविष्य के लिए जरूरी है"
युवा भारतीय सनातन परंपरा, संस्कार और संस्कृति को लेकर आगे बढ़े : डिप्टी सीएम अरुण साव
उप मुख्यमंत्री अरुण साव बिलासपुर के एलसीआईटी पब्लिक स्कूल के युगांतर यूथ समिट में हुए शामिल
बिलासपुर : युवा ही वह शक्ति है, जो दुनिया को अपने इशारों पर चला सकती है। देश की युवा शक्ति अनुशासित होगी, शिक्षित होगा, तभी वह देश-दुनिया में आगे बढ़ सकेगा। निश्चित ही भारत आज उस दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह बात उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कही।श्री साव ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि, हमारे युवा भविष्य के नागरिक है। आने वाले समय में इन्हीं युवाओं के हाथों में देश का बागडोर होगा, इसलिए उन्हें भविष्य की समस्याओं पर चिंता करनी होगी। आज उन्हें शुद्ध पेयजल और पर्यावरण की चिंता करनी होगी। उन्होंने कहा कि, मोदी जी ने देश में स्वच्छता का बड़ा अभियान चलाया। जब तक हम में स्वच्छता का संस्कार नहीं आएगा तो यह देश आगे नहीं बढ़ सकेगा। करियर बनाते समय देश की चिंता करनी पड़ेगी। श्री साव ने कहा कि, पाश्चात्य जीवन शैली बेहद खतरनाक है। इसे त्यागना होगा। उन्होंने सभी छात्रों को भारतीय सनातन परंपरा, संस्कार और संस्कृति को लेकर आगे बढ़ने की सीख दी।
गौरतलब है कि, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव एलसीआईटी पब्लिक स्कूल, बिलासपुर के युगांतर यूथ समिट में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में श्री साव ने कहा कि, युगांतर यूथ समिट एक प्रेरणादायक आयोजन है, इसमें युवाओं की ऊर्जा, विचारशीलता और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखकर गर्व हुआ। श्री साव ने कहा कि, युवा शक्ति ही भारत का भविष्य है, और ऐसे मंच उनके नेतृत्व कौशल एवं सामाजिक जागरूकता को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर विधायक श्री सुशांत शुक्ला जी, डॉ देवेंद्र कौशिक जी, श्री राजेश सिंह जी, स्कूल प्रबंधन, प्राचार्य एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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बिलासपुर : डेढ़ महीने के अवकाश के बाद कल 16 जून को स्कूल खुलेंगे। राज्य सरकार इसे जनता की भागीदारी के साथ उत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस क्रम में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का कार्यक्रम कल सोमवार 16 जून को आयोजित किया गया है। पीएमश्री सैजेस कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला सरकंडा में दोपहर 12 बजे से कार्यक्रम शुरू होगा। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में इस मौके पर विधायक श्री अमर अग्रवाल, श्री धरमलाल कौशिक, श्री धर्मजीत सिंह, श्री दिलीप लहरिया, श्री सुशांत शुक्ला, श्री अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, सभापति नगर निगम श्री विनोद सोनी तथा उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती ललिता संतोष कश्यप शामिल होंगी।
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उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अतिरिक्त 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की
बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए मिली बड़ी सौगात
डबल इंजन की सरकार में लोगों का हो रहा सर्वांगीण विकास: केंद्रीय राज्यमंत्री
सभी वर्ग का हो रहा विकास, यही है विष्णु का सुशासन: उप मुख्यमंत्री
बिलासपुर : केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्यमंत्री श्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव ने आज सरकंडा खेल परिसर में आयोजित समारोह में बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए 39 करोड़ 04 लाख रुपए से अधिक लागत के 20 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने इन कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि अतिरिक्त देने की भी घोषणा की। इनमें इन प्रमुख रूप से कोनी मंगला में 24 करोड़ 27 लाख की लागत से लोधीपारा सरकंडा कोनी मार्ग के अरपा नदी पर उच्च स्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग निर्माण कार्य और पौंसरा में पांच करोड़ 18 लाख की लागत से सेलर पौंसरा मार्ग में खारुन नदी पर उच्च स्तरीय पुल, सामुदायिक भवन सहित अन्य निर्माण कार्य शामिल है। समारोह की अध्यक्षता स्थानीय विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने की।
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की हर एक गारंटी को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। हमारी सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में लोगों की बेहतरी के लिए लगातार योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे लोगों का जीवन स्तर तेजी से सुधर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोगों को मुफ्त अनाज मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हर गरीब के मकान का सपना साकार किया है। किसानों को सम्मान दिया। आयुष्मान कार्ड के जरिए लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। ऑपरेशन सिंदूर से आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हर काम साय साय गति से पूर्ण हो रहे हैं । यह विष्णु का ही सुशासन है कि जनता को लगातार विकास कार्यों की सौगात दी जा रही है। सबका विकास हो रहा है यही तो विष्णु का सुशासन है। महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रुपए हर महीना दे रहे हैं। महिलाएं सोची भी नहीं थी की राशि मिलेगी , लेकिन उनका सपना हमारी सरकार ने पूरा किया। एक तरफ जहां मोदी जी मुफ्त में चावल लोगों को दे रहे हैं वहीं विष्णु देव साय की सरकार महिलाओं को नगद सहायता कर रही हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारी सेना ने महिलाओं का सम्मान बढ़ाया है। डबल इंजन की सरकार में विकास कार्यो ने रफ्तार पकड़ी है। उन्होंने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया और विष्णु देव साय की सरकार इसे विकसित स्वरूप में गढ़ने का काम कर रही है। राज्य में गांव गरीबों किसानों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो रहा है। बेलतरा विधानसभा क्षेत्र तेज गति से विकास कर रहा है। यह ऐतिहासिक अवसर है जब करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात क्षेत्रवासियों को मिली है।
विधायक सुशांत शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि सुशासन के संकल्प की प्रतिपूर्ति कैसी होती है यह राज्य में हुए विकास कार्यों को देखकर पता चलता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग का समान विकास हो रहा है। बेलतरा विधान सभा क्षेत्र में भी विकास की धारा बह रही है। यह श्रृंखला निरंतर जारी रहेगी। हमारी सरकार की कथनी और करनी एक है। मोदी की गारंटी के रूप में हमने जो वादा किया था उसे पूरा किया है। उन्होंने सहयोग के लिए केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्यमंत्री श्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, नगर निगम के सभापति श्री विनोद सोनी, जनपद पंचायत बिल्हा के अध्यक्ष श्री राम कुमार कौशिक, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, श्री दीपक सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी, बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सौरभ सक्सेना और मीडिया प्रभारी श्री प्रणव शर्मा ने किया।
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योजनाओं से वंचित आदिवासियों को मौके पर ही मिला फायदा
बिलासपुर : धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत पखवाड़े भर चलने वाले शिविर का सिलसिला आज से शुरू हो गया। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कोटा विकासखंड के आदिवासी बहुल ग्राम कंचनपुर में इसका शुभारंभ किया। उन्होंने केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित इस तरह के शिविर आयोजन के उद्देश्य बताए। उन्होंने कहा कि आदिवासी लोगों में जागरूकता और क्षेत्र में संचालित हर तरह की योजनाओं में सैचुरेशन हासिल करना उद्देश्य है। सैचुरेशन का आशय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए एक भी हितग्राही बचे नहीं होने चाहिए। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कलेक्टर ने शिविर में लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। अधिकारियों को परिणाम मूलक कार्य करने के निर्देश दिए। विभिन्न कामों को लेकर पहुंचे हितग्राहियों से चर्चा कर उन्हें योजनाओं की जानकारी दी। शाला प्रवेश अभियान में 16 जून से अपने बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA) का शुभारंभ 02 अक्टूबर 2024 को किया गया है। इस अभियान की संकल्पना जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अभिसरण मॉडल पर 17 भागीदार मंत्रालयों के 25 योजनाओं मिलाकर लागू किया गया है। जिसमें आवास, पक्की सड़के, समग्र शिक्षा, जल जीवन मिशन, मोबाईल मेडिकल यूनिट, पीएम जन आरोग्य योजना, आंगनबाड़ी केन्द्र, अविद्युतिकृत घरों में विद्युतिकरण, सोलर लाईट, एलपीजी कनेक्शन, पोषण वाटिका, कौशल विकास, डिजिटल एक्टिविटी, मछली पालन, पशुपालन, होम स्टे, प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम, एफ.आर.ए. मैनेजमेंट, के साथ साथ आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र एवं निवास प्रमाण-पत्र, के.सी.सी. एवं अन्य हितग्राही मुल्क योजनाओं को शामिल किया गया है। इन सभी योजनाओं से वंचित हितग्राहियों को योजनाओं से जोड़ा गया। इस अवसर पर। सरपंच श्रीमती प्रेमलता अरविंद, जनपद सदस्य श्रीमती केलावती ध्रुव, एसडीएम नितिन तिवारी, सहायक आयुक्त आकांक्षा तिवारी, तहसीलदार शिल्पा भगत, पशुचिकित्सा विभाग के उप संचालक डॉ रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में आसपास के गांवों से आए लोग उपस्थित थे।