- Home
- छत्तीसगढ़
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पीएम जनमन योजना के हितग्राही चंदन बैगा के आवास का किया अवलोकन
बिहान दीदियों के साथ गोठान में किया पौधारोपण
बिछी खोंधरा जलाशय का किया निरीक्षण
बिलासपुर : कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कोटा विकासखंड के कई सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांवों का सघन दौरा किया। उन्होंने इस दौरान पीएम जनमन योजना के हितग्राही बैगा आदिवासी परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उनके नए बने पीएम जनमन आवास का मुआयना भी किया। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी इस अवसर पर साथ थे। कलेक्टर ने आज रिंगवार, पीपरपारा, बाँसाझाल, कंचनपुर, आदि ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने बाँसाझाल में चंदन बैगा, चंद्रभान और झंगलू बैगा के घर पहुंचे। हाल ही में उन्होंने नए बने पीएम जनमन आवास में गृह प्रवेश किया है। चंदन बैगा ने कलेक्टर को बताया कि इसके पहले मिट्टी की झोपड़ीनुमा मकान में रहते थे। हम तीनों भाइयों के लिए अलग अलग मकान मोदी सरकार ने दिए हैं। उन्हें सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है। कलेक्टर ने उनसे आत्मीय चर्चा की और बच्चों को कल 16 जून से खुल रहे स्कूल में भेजने का आग्रह किया। पीपरपारा में भी उन्होंने अनिता अगरिया के नए पीएम आवास का अवलोकन किया। श्री अग्रवाल ने पीपरपारा की बिहान महिला समूहों को भेंट दी। उनकी गतिविधि की जानकारी ली। फिलहाल महिलाएं गांव में कचरा प्रबंधन के काम में लगी हुई है। उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए जिला पंचायत सीईओ को अन्य कोई कारोबार से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने इस गांव में जल संरक्षण के लिए स्थल निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग की बिछी खोंधरा जलाशय भी देखा। जलाशय में बूंद भर भी पानी नहीं है। उन्होंने इसमें पानी भरे रहे, ऐसे कोई उपाय के बारे में ग्रामीणों से चर्चा किया। कलेक्टर ने इसके आगे कंचनपुर के गोठान में बिहान दीदियों के साथ वृक्षारोपण किया। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत गोठान में लगभग 2 हजार पौधे लगाने की तैयारी कर ली गई है। कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने आम के पौधे लगाए। और पूरे परिसर को देखरेख के लिए बिहान दीदियों को सौंप दिए। भविष्य में इन पेड़ों से मिलने वाले लाभ के हकदार भी ये महिलाएं होंगी। एसडीएम नितिन तिवारी, उप संचालक वेटेरिनरी डॉक्टर रघुवंशी, तहसीलदार भगत, एपीओ प्रवीण लथारे सहित बिहान की दीदियां और ग्रामीण जन उपस्थित थे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पुलिस कार्यप्रणाली में उर्दू-फारसी के कठिन शब्दों की जगह होगी सरल हिंदी
महासमुंद : प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक जन सुलभ, पारदर्शी और संवादात्मक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश के पश्चात अब राज्य की पुलिस कार्यप्रणाली में प्रयुक्त होने वाले कठिन, पारंपरिक एवं आम नागरिकों की समझ से बाहर उर्दू-फारसी शब्दों को हटाकर उनकी जगह पर सहज और प्रचलित हिंदी शब्दों का उपयोग किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आम नागरिक जब किसी शिकायत, अपराध सूचना अथवा अन्य कार्य से थाने जाता है, तो वह अक्सर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर या अन्य दस्तावेजों की भाषा को लेकर असमंजस में रहता है। अन्य भासाओ के शब्द आम लोगों के लिए अनजाने होते हैं, जिससे वे न तो अपनी बात ठीक से समझा पाते हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का उद्देश्य नागरिकों की सहायता और सुरक्षा है, तो उसकी भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जो नागरिकों की समझ में आए और उनके विश्वास को बढ़ाए।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि पुलिस की व्यवहारिक कार्यवाहियों में प्रयुक्त कठिन, पारंपरिक शब्दों को सरल और स्पष्ट हिंदी में बदला जाए। इसके लिए एक शब्द सूची भी तैयार की गई है, जिसमें पुराने कठिन शब्दों के स्थान पर उपयोग किए जाने योग्य सरल विकल्प सुझाए गए हैं।इस पत्र में यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी अधीनस्थ अधिकारियों को इस विषय में अवगत कराया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह आदेश केवल औपचारिकता भर न रहे, बल्कि इसका वास्तविक कार्यान्वयन प्रदेश की प्रत्येक पुलिस चौकी, थाने और कार्यालय में दिखे।
छत्तीसगढ़ पुलिस अब केवल कानून का पालन कराने वाली संस्था न होकर जनसंवाद का माध्यम भी बनेगी। भाषा के इस सरलीकरण से शिकायतकर्ता को अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने, सुनने और समझने में सुविधा होगी। एफआईआर जैसी प्रक्रिया, जो अब तक केवल अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों की समझ में आती थी, वह अब आम नागरिक के लिए भी बोधगम्य हो सकेगी।1 अदम तामील- सूचित न होना
2 इन्द्राज - टंकन
3 खयानत- हड़पना
4 गोश्वारा- नक्शा
5 दीगर- दूसरा
6 नकबजनी- सेंध
7 माल मशरूका, लूटी- चोरी गई संपत्ति
8 मुचलका- व्यक्तिगत बंध पत्र
9 रोजनामचा- सामान्य दैनिकी
10 शिनाख्त- पहचान
11 शहादत- साक्ष्य
12 शुमार- गणना
13 सजायाफ्ता- दण्ड प्राप्त
14 सरगना- मुखिया
15 सुराग- खोज
16 साजिश- षड्यंत्र
17 अदालत दिवानी- सिविल न्यायालय
19 फौजदारी अदालत- दांडिक न्यायालय
20 इकरारनामा- प्रतिज्ञापन
21 बनाम विक्रय- पत्रक
22 इस्तीफा - त्याग-पत्र
23 कत्ल- हत्या
24 कयास- अनुमान
25 खसरा क्षेत्र- पंजी
26 खतौनी- पंजी
27 गुजारिश - निवेदन
28 जब्त- कब्जे में लेना
29 जमानतदार- प्रतिभूति दाता
30 जमानत- प्रतिभूति
31 जरायम- अपराध
32 जबरन- बलपूर्वक
33 जरायम पेशा- अपराध जीवी
34 जायदादे मशरूका- कुर्क हुई सम्पत्ति
35 दाखिल खारिज- नामांतरण
36 सूद- ब्याज
37 हुजूर- श्रीमान/महोदय
38 हुलिया- शारीरिक लक्षण
39 हर्जाना क्षति- प्रतिपूर्ति
40 हलफनामा- शपथ-पत्र
41 दफा- धारा
42 फरियादी- शिकायतकर्ता
43 मुत्तजर्रर - चोट
44 इत्तिला नामा- सूचना पत्र
45 कलमबंद करना- न्यायालय के समक्ष कथन
46 गैरहाजिरी- अनुपस्थिति
47 चस्पा- चिपकाना
48 चश्मदीद- प्रत्यक्षदर्शी
49 जालसाजी- कूटरचना
50 जिला बदर- निर्वासन
51 जामा तलाशी- वस्त्रों की तलाशी
52 वारदात- घटना
53 साकिन- पता
54 जाय तैनाती- नियुक्ति स्थान
55 हाजा स्थान- परिसर
56 मातहत- अधीनस्थ
57 जेल हिरासत- कब्जे में लेना
58 फौती- मृत्यु सूचना
59 इस्तगासा- छावा
60 मालफड - जुआ का माल मौके पर बरामद होना
61 अर्दली- हलकारा
62 किल्लत मुलाजमान- कर्मगण की कमी
63 तामील कुनिन्दा- सूचना करने वाला
64 इमदाद- मदद
65 नजूल- राज भूमि
66 फरार- भागा हुआ
67 फीसदी- प्रतिशत
68 फेहरिस्त - सूची
69 फौत- मृत्यु
70 बयान- कथन
71 बेदखली- निष्कासन
72 मातहत- अधीन
73 मार्फत- द्वारा
74 मियाद- अवधि
75 रकबा- क्षेत्रफल
76 काश्तकार- कृषक
77 नाजिर- व्यवस्थापक
78 अमीन राजस्व- कनिष्ठ अधिकारी
79 राजीनामा- समझौता पत्र
80 वारदात- घटना
81 संगीन- गंभीर
82 विरासत- उत्तराधिकार
83 वसीयत- हस्तान्तरण लेख
84 वसूली- उगाही
85 शिनाख्त- पहचान
86 सबूत, साक्ष्य- प्रमाण
87 दस्तावेज- अभिलेख
88 कयास- अनुमान
89 सजा- दण्ड
90 सनद- प्रमाण पत्र
91 सुलहनामा- समझौता पत्र
92 अदम चौक- पुलिस असंज्ञेय हस्तक्षेप, अगोग्य अपराध की सूचना
93 कैदखाना- बंदीगृह
94 तफ्तीश/तहकीकात- अनुसंधान/जाँच/विवेचना
95 आमद/रवाना/रवानगी- आगमन, प्रस्थान
96 कायमी- पंजीयन
97 तेहरीर- लिखित या लेखीय विवरण
98 इरादतन- साशय
99 खारिज/खारिजी/रद्द- निरस्त/निरस्तीकरण
100 खून आलूदा, रक्त- रंजित/रक्त से सना हुआ
101 गवाह/गवाहन- साक्षी/साक्षी गण
102 गिरफ्तार/हिरासत- अभिरक्षा
103 तहत- अंतर्गत
104 जख्त, जख्मी, मजरूब- चोट/घाव घायल/आहत
105 दस्तयाब - खोज लेना/बरामत
106 मौका ए वारदात- घटना स्थल
107 परवाना- परिपत्र/अधिपत्र
108 फैसला- निर्णय
109 हमराह- साथ में -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विद्यालयों में नवप्रवेशी बच्चों का हुआ स्वागत, बच्चों ने ली सेल्फीमहासमुंद : प्रदेशभर में शिक्षा को जनांदोलन का रूप देने और प्रत्येक बच्चे को स्कूल से जोड़ने के उद्देश्य से आज दिनांक 16 जून 2025 को शाला प्रवेश उत्सव 2025 का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर महासमुंद जिले के पीएम श्री बृजराज प्राथमिक शाला में प्रवेशोत्सव का विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस. आलोक, जिला मिशन समन्वयक रेखराज शर्मा एवं स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
शाला प्रवेशोत्सव के दौरान कलेक्टर श्री लंगेह ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद किया और विद्यालय जीवन की नई शुरुआत के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव केवल नामांकन का अवसर नहीं, बल्कि यह प्रत्येक बच्चे के उज्ज्वल भविष्य की पहली सीढ़ी है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचे, यह हम सभी की जिम्मेदारी है।
कलेक्टर श्री लंगेह ने शिक्षकों और पालकों से आह्वान किया कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु संकल्प लें। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि मध्याह्न भोजन योजना से कोई भी बच्चा वंचित न हो, और गणवेश वितरण की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न की जाए।विद्यालय प्रांगण में इस आयोजन को लेकर उत्सव जैसा माहौल रहा। बच्चों की मुस्कान, रंग-बिरंगे गुब्बारे और पारंपरिक वेशभूषा में सजे छात्रों ने इस दिन को शैक्षणिक पर्व में बदल दिया।
जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक ने कहा कि शाला का पहला दिन हमेशा यादगार रहता है।इस दिन को खास बनाने के लिए और बच्चों को प्रेरित करने के लिए शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जाता है। पालकों को भी इसकी जानकारी हो जाती है कि अब बच्चे स्कूल जाएंगे,इसलिए इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं । उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता पर बहुत जोर दे रही है। जिला मिशन समन्वयक श्री रेखराज शर्मा ने सभी बच्चों और पालकों को बधाई दी और कहा कि सभी पालक अपने बच्चों को स्कूल भेजें।कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे।
प्रधान पाठक श्रीमती गोमती साहू ने बताया कि प्राथमिक स्तर पर कुल 198 एवं मिडिल स्कूल में 120 बच्चे दर्ज हैं।इस अवसर स्कूल परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था जिससे बच्चों और अभिभावकों को स्वागत का वातावरण महसूस हो। नवप्रेषित बच्चे गगन सिन्हा, डिंपल यादव, ईशान साहू, रूपाली साहू और यादराम साहू जैसे बच्चों ने अपने पहले स्कूल दिवस को यादगार बनाने के लिए सेल्फी ली और एक-दूसरे के साथ विद्यालय जीवन की शुरुआत का उत्सव मनाया।कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों ने शाला विकास समिति के।सदस्यों एवं सभी पालकों से अपील की कि वे शिक्षा के इस महाअभियान में भागीदार बनें और अपने आसपास के हर बच्चे को विद्यालय से जोड़ें, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे। शाला प्रवेश उत्सव एक सप्ताह तक जिले के विभिन्न विद्यालयों में उत्साह और ऊर्जा के साथ मनाया जाएगा।इस दौरान कलेक्टर ने स्कूल का निरीक्षण भी किया एवं आवश्यक निर्देश दिए।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आदिवासी सशक्तिकरण के लिए जागरूकता व लाभ शिविरों का 17 से 30 जून तक होगा आयोजन
महासमुंद : आदिवासी समुदायों के समग्र विकास और सरकारी योजनाओं के लाभों की शत-प्रतिशत पहुँच सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन महासमुंद द्वारा “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत 17 जून से 30 जून 2025 तक ग्राम स्तर पर जागरूकता एवं लाभ संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले में आयोजित होने वाले 34 शिविरों में जाएगी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक,अपर कलेक्टर श्री रवि साहू,सहायक आयुक्त शिल्पा साय,नीलेश खांडे सहित विभागीय कर्मचारी मौजूद थे।
शासन के निर्देशानुसार इन शिविरों में विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के चिन्हांकित गांवों में विभिन्न विभागीय सेवाओं और कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ प्रदान किया जाएगा। कलेक्टर ने जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को शिविर के सफल संचालन के लिए जिम्मेदारी दी गई है।
इन शिविरों का उद्देश्य विशेष रूप से जनजातीय समुदायों तक सरकारी योजनाओं और सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कर उन्हें सशक्त बनाना है। प्रत्येक चयनित ग्राम में ग्राम स्तरीय शिविरों के माध्यम से विभिन्न सुविधाएं और प्रमाण पत्र सांकेतिक रूप से उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसमें पहचान व सामाजिक सुरक्षा के लिए हितग्राहियों का आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाया जाएगा। कृषि व वित्तीय सहायता के लिए किसान क्रेडिट कार्ड, मुद्रा ऋण, पीएम-किसान पंजीयन व जन धन खाता खोला जाएगा, बीमा योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा किया जाएगा तथा वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन के लिए पात्र हितग्राहियो का चयन कर लाभान्वित किया जाएगा। इसी प्रकार रोजगार व आजीविका से जोड़ने के लिए मनरेगा, पीएम-विश्वकर्मा योजना में पंजीकृत किया जाएगा तथा गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण हेतु प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ, आंगनबाड़ी लाभ व टीकाकरण की सुविधा दी जाएगी। इन शिविरों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, पटवारी, मनरेगा अधिकारी, कृषि विभाग के कर्मचारी, छात्रावास अधीक्षक, महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक, पेंशन विभाग प्रतिनिधि, ग्राम सचिव, आधार ऑपरेटर आदि मौजूद रहेंगे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : रायपुर संभाग के संभागायुक्त श्री महादेव कावरे द्वारा आज शाला प्रवेश उत्सव 2025 के पूर्व विद्यालयों की तैयारियों की जमीनी स्तर पर जायजा लेने हेतु बागबाहरा विकासखंड के विभिन्न शासकीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बकमा में पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता, पुस्तक स्कैनिंग की स्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षों एवं विद्यालय परिसर की साफ-सफाई संबंधी व्यवस्थाओं का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश प्रदान किए। तत्पश्चात उन्होंने शासकीय प्राथमिक शाला कसेकेरा का निरीक्षण कर विद्यार्थियों को वितरित गणवेश, मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता, कक्ष में टीएलएम (शैक्षणिक सहायक सामग्री), 'जादुई पिटारा', एवं पेयजल व्यवस्था की स्थिति की जानकारी ली तथा गणवेश की गुणवत्ता का प्रत्यक्ष निरीक्षण कर संतोष व्यक्त किया।
शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कसेकेरा में उन्होंने विद्यालय में संचालित प्रोजेक्ट कार्य, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, ऑडियो सिस्टम एवं किचन गार्डन की प्रगति की जानकारी प्रधान पाठक श्री विजय शर्मा से प्राप्त की तथा विद्यालय की कार्यप्रणाली पर प्रसन्नता व्यक्त की।संभागायुक्त श्री कावरे ने विद्यालयीन अधिकारियों को निर्देशित किया कि शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर विद्यार्थियों की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा सभी शालाओं में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता समयबद्ध रूप से सुनिश्चित की जाए।इस अवसर पर एसडीएम श्री उमेश कुमार साहू, डीएससी श्री रेखराज शर्मा, तहसीलदार श्री जुगल पटेल, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. वर्मा, विकासखंड स्रोत समन्वयक श्रीमती भूपेश्वरी साहू, एबीईओ श्री रामता मन्नाडे, डॉ. विजय शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन एवं अध्यक्षता में महासमुंद जिले में आदिम जाति विकास विभाग अंतर्गत छात्रावास अधीक्षक श्रेणी ‘द’ से श्रेणी ‘स’ में पदोन्नत हुए अधीक्षकों की काउंसलिंग 14 जून ,शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न की गई। यह काउंसलिंग राज्य शासन के निर्देशों के तहत जिला स्तरीय समिति द्वारा पारदर्शी एवं नियमानुसार संपादित की गई। काउंसलिंग कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शिल्पा साय,महिला बाल विकास विभाग,समिति सदस्य के रूप में उपस्थित रहीं। इस अवसर पर सभी श्रेणी द से श्रेणी स में पदोन्नत हुए छात्रावास अधीक्षकगण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
जिले में कुल 46 पदों में से 34 पदों की काउंसलिंग सफलता पूर्वक की गई, जबकि अतिशेष 12 अधीक्षकों की सूची संभाग स्तरीय समिति को अग्रेषित की जाएगी।काउंसलिंग प्रक्रिया में शासन द्वारा निर्धारित सभी मापदंडों का पालन किया गया, जिसमें अधीक्षक पति-पत्नी की पदस्थापना, चिकित्सा कारणों से स्थानांतरण की आवश्यकता, दिव्यांग, विधवा, परित्यक्ता एवं एकल महिलाओं को प्राथमिकता दी गई। जिला स्तरीय समिति ने यह भी सुनिश्चित किया कि न्यायालयीन प्रकरणों, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रिक्त पदों के संतुलन तथा अनुसूचित एवं गैर-अनुसूचित क्षेत्रों के बीच समुचित समायोजन को ध्यान में रखकर प्रस्ताव तैयार किया जाए। जिन अधीक्षकों ने स्वेच्छा से अन्य जिलों में पदस्थापना हेतु आवेदन दिया है, उनसे तीन वैकल्पिक जिलों का चयन प्राप्त कर प्रस्ताव संभाग स्तरीय समिति को भेजा गया है। वहीं, जो अधीक्षक संभाग के बाहर पदस्थापना के इच्छुक हैं, उनके प्रस्ताव राज्य स्तरीय समिति को प्रेषित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर कलेक्टर श्री विनय लंगेह ने इस अवसर पर कहा कि शासन की मंशा अनुरूप पारदर्शिता, प्राथमिकता और पात्रता के आधार पर पदस्थापना सुनिश्चित की जा रही है, जिससे विभागीय कार्यों में सुगमता एवं सेवा गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा _आज की सबसे बड़ी जरूरत है जैविक खेती
महासमुंद : जिले में किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित करने एवं उन्नत जैविक तकनीकों की जानकारी देने के उद्देश्य से जिला स्तरीय जैविक कृषि मेला सह कृषक-वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन आज बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम बोडराबांधा स्थित माध्यमिक शाला परिसर में किया गया।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महासमुंद लोकसभा सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी रहीं। विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री भीखम सिंह ठाकुर, अपर कलेक्टर श्री रवि राज ,ठाकुर कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, कृषि वैज्ञानिक, जनप्रतिनिधिगण, जैविक खेती से जुड़े विशेषज्ञ, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में कृषक सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रासायनिक खेती ने उत्पादन तो बढ़ाया है, लेकिन भूमि की उर्वरता को हानि भी पहुंचाई है। अब समय आ गया है कि हम प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए जैविक खेती को अपनाएं। जैविक खेती न केवल पर्यावरण को संरक्षित करती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। हमारी सरकार किसानों को जैविक खेती की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान रसायनिक खाद के उपयोग को जगह धीरे धीरे जैविक और प्राकृतिक खाद का उपयोग व्यवहार में लाएं।इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि उत्पादन के साथ मिट्टी को भी बचाना है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री भीखम सिंह ठाकुर ने कहा कि जैविक खेती के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए कृषि विभाग, वैज्ञानिक समुदाय और किसानों के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है। इस मेले से किसानों को जैविक खाद, कीट नियंत्रण विधियों, बीज चयन एवं विपणन की बेहतर जानकारी मिली है। इस मौके पर आयोजित कृषक-वैज्ञानिक परिचर्चा में कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद एवं जैविक खेती से जुड़े विशेषज्ञों ने किसानों को जैविक खाद निर्माण, कीट प्रबंधन, फसल चक्र, जैव उर्वरक उपयोग, बाजार से जोड़ने की रणनीति आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी।
कृषि विभाग की ओर से बीज मिनी कीट वितरण
उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप ने बताया कि मेले के दौरान किसानों एवं कृषक समूहों को जैविक खेती से संबंधित सामग्री, मिनी किट, बीज एवं कीट नियंत्रण किट का निःशुल्क वितरण किया गया। साथ ही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर किसानों को प्रोत्साहित किया गया। कृषि मेला परिसर में विभिन्न विभागों, स्टार्टअप्स एवं कृषक उत्पादक कंपनियों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल भी लगाए गए, जहां जैविक उत्पाद, खाद-बीज, कृषि यंत्र एवं नवाचारों की जानकारी दी गई। बड़ी संख्या में किसानों ने इन स्टॉल्स का अवलोकन किया और विशेषज्ञों से प्रत्यक्ष संवाद किया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर ने प्राचार्यों और अधिकारियों की बैठक लेकर की शाला प्रवेश उत्सव की तैयारियों की समीक्षा
स्वच्छ और सुंदर वातावरण में करें नव प्रवेशी बच्चों का स्वागत
स्वयं का बच्चा समझकर शिक्षक बच्चों को पढ़ाई में करें सहयोग
स्कूल परिसर से अतिक्रमण और गुटखा पाउच के दुकान हटाने दिए निर्देश
सामाजिक जिम्मेदारी उठाने के लिए बच्चों को तैयार करना शिक्षा का मुख्य लक्ष्य : कलेक्टर
बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत परिणाम देने वाले शिक्षकों का होगा सम्मान
बिलासपुर : स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत और शाला प्रवेश उत्सव 16 जून को आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने प्रार्थना सभा कक्ष में प्राचार्यों और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर इसकी तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने प्रवेश उत्सव पर स्कूलों की साफ - सफाई कर बच्चों के स्वागत के लिए स्वच्छ, सुन्दर और आकर्षक वातावरण बनाने को कहा है। आयोजन में ज्यादा से ज्यादा समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित कर नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर यथासंभव न्योता भोज भी आयोजित किया जाएगा। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, डीईओ डॉ. अनिल तिवारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
गौरतलब हैं कि जिले में शासकीय और निजी मिलकर 2 हजार 530 स्कूलों में 4 लाख 12 हजार बच्चे पढ़ाई करते हैं। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपना संपूर्ण योगदान देने के लिए शिक्षकों को मोटिवेट किया। उन्होंने कहा कि माता - पिता के बाद बच्चे अपना सबसे अधिक समय शिक्षकों के बीच गुजारते हैं। उन्हें वैसे ही जिम्मेदारी के साथ देख - रेख करें जैसे कि वे आपके अपने बच्चे हों। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकों में लिखे ज्ञान को आत्मसात, करना भर नहीं बल्कि जीवन में सामाजिक जिम्मेदारी उठाने के लिए प्रेरित करना होना चाहिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि बच्चों का मन कच्ची मिट्टी की तरह होता है। शिक्षक उनके लिए आदर्श होते हैं। इसलिए शिक्षक ऐसे काम ऩ करें कि बच्चों में उनके प्रति नकारात्मक भाव पैदा हो। शिक्षकों का सम्मान पहले की तुलना में आज कम क्यों हुआ, इसे कैसे सुधार सकते हैं। इस विषय को भी रेखांकित किया।
कलेक्टर ने कहा कि हमारे लिए हर बच्चा महत्वपूर्ण है। सबकी अलग - अलग रुचि होती है। हम उनकी प्रतिभा को पहचान कर उसे बढ़ाने में मदद करना चाहिए। उन्होंने मिशन 90 योजना के अंतर्गत बोर्ड परीक्षा परिणाम में उल्लेखनीय बढ़ोतरी पर प्रसन्नता प्रकट की। इनमें 100 प्रतिशत परिणाम देने वाले प्राचार्यों ने कामयाबी की रणनीति भी शेयर किए। उन्होंने ऐसे सभी प्राचार्यों को सम्मानित करने के निर्देश भी डीईओ को दिए। कलेक्टर ने कहा कि एक शिक्षक केवल नौकरी नहीं करता, वह देश के भविष्य के लिए अगली पीढ़ी तैयार करता है। शिक्षकों में बहुत ताकत है। समाज में बदलाव के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
कलेक्टर ने स्कूल परिसरों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधा लगाने की तैयारी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर बच्चे अपने मां-बाप के नाम पर स्कूल में पौधा लगाए और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी ले। उन्होंने स्कूल छोड़ने वाले और शाला त्यागी बच्चों की परेशानियों को दूर कर उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा । उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना भी सुचारू रूप से चलना चाहिए। इससे बच्चों की उपस्थिति बढ़ती है। शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने जर्जर हो चुके स्कूल में बच्चों को नहीं बिठाने के निर्देश दिए ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। न्योता भोज अच्छी योजना है । समाज को साथ लेकर ज्यादा से ज्यादा न्योता भोज के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। इस दौरान यह भी देखें की भोज के चलते पढ़ाई प्रभावित न हो।
कलेक्टर ने चिरायु योजना के अंतर्गत हर बच्चे की स्वास्थ्य परीक्षण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्तर पर बीमारी का पता चल जाने पर उसका तुरंत इलाज संभव हो जाता है । प्रत्येक शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य विभाग की टीम के सहयोग से कराएं। शाला प्रवेश के साथ ही हर बच्चे का जाति सर्टिफिकेट भी बनाया जाएगा। सभी प्राचार्य को इसके लिए आईडी दी जाएगी ताकि वे दस्तावेज अपलोड कर सकें। उन्होंने कहा कि यदि किसी के पास अभिलेख नहीं है, तो ग्राम सभा के अनुमोदन से भी जाति प्रमाण पत्र बनाया जा सकता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सरपंचों के सहयोग से स्मार्ट क्लास की व्यवस्था भी करने को कहा है ।
कलेक्टर ने कहा की नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा पर भी फोकस करना है । यह ध्यान दिया जाए कि नवीं कक्षा से 12वीं तक यदि व्यावसायिक शिक्षा जारी रखें तो इतना हुनरमंद हो जाएंगे कि वह काफी आमदनी कम सकता है। बेरोजगार नहीं रहेगा। कलेक्टर ने स्कूल परिसरों में नशाखोरी के सामान विक्रय करने अथवा अनाधिकृत कब्जा की स्थिति को हटाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं और जरूरत के हिसाब से स्कूल परिसर में भवन निर्माण होते हैं । निर्माण कार्य को अपना समझें और इसकी गुणवत्ता पर ध्यान दें। परिसर में यत्र तत्र कहीं पर भी निर्माण नहीं होना चाहिए । इसका ग्राउंड भी बचा रहे ताकि बच्चे खेलकूद कर सकें। कलेक्टर ने इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के बिल्हा के शिक्षकों द्वारा तैयार शाला प्रवेश उत्सव पर आधारित एक लघु फिल्म भी लॉन्च किया।
जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने भी बैठक को संबोधित किया। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ अनिल तिवारी ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के बाद जिले में अब एक भी स्कूल शिक्षक विहीन अथवा एक शिक्षकीय नहीं रहे। अब शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि मन लगाकर शैक्षणिक कैलेंडर का पालन करते हुए पढ़ाई कराएं। उन्होंने बताया कि पाठयपुस्तकों को बिना स्कैनिंग किए नहीं बांटा जाए। संबंधित स्कूल का सील भी लगा होना चाहिए। पिछले साल की पुस्तकें नहीं बांटी जाएंगी। इस अवसर पर सहायक संचालक श्री पी दासरथी सहित अधिकारी संदीप चोपड़े, आनंद पांडे, रामेश्वर जायसवाल तथा सभी ब्लॉक के बीइओ, बीआरसी, प्राचार्य उपस्थित थे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
20 हजार से अधिक परिवारों का एक आशियाने का सपना साकार
पक्की छत के नीचे सम्मान की जिंदगी जी रहे ग्रामीणबिलासपुर : ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसे परिवारों के लिए आशा की किरण बनकर आई है जिनके पास अपना स्वयं का पक्का आशियाना नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना से ग्रामीण पक्की छत के नीचे सम्मान की जिंदगी जी रहे हैं। सरकारी योजना से किस तरह लोगों की जिंदगी बदल रही है, यह ग्रामीणों के झोपड़ी से पक्के मकान तक के सफर को देखकर पता चलता है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण केन्द्र और राज्य सरकार की महात्वकांक्षी योजना है, इस योजना का उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों को घर मुहैया कराना है, जिनका सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 की पात्र परिवार एवं आवास प्लस सर्वे 2018 की सूची में नाम दर्ज हो तथा ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत सभी बेघर और जीर्ण-शीर्ण घरों में रहने वाले परिवार को आवास निर्माण हेतु वित्तीय सहायत प्रदान की जा रही है।
वित्तीय सहायता
योजनांतर्गत स्वीकृत आवास के हितग्राहियों को 1.20 लाख की राशि विभिन्न स्तर के निर्माण कार्य के प्रगति उपरांत जियो टैगिंग के आधार पर सीधा हितग्राहियों के खाते में एफटीओ के माध्यम से प्रदान किया जाता है साथ ही योजनांतर्गत 90 मानव दिवस का मनरेगा मजदूरी भुगतान किया जा रहा है।
66,000 से अधिक परिवारों के पक्के छत के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध जिला प्रशासन की टीम
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में जिला बिलासपुर लगातार परचम लहरा रहा है। जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 66 हजार से अधिक आवासों की स्वीकृति हेतु लक्ष्य प्राप्त हुआ है जो कि पूरी राज्य में सर्वाधिक लक्ष्य प्रदान किया गया है। जिसके विरूद्ध 57 हजार से अधिक हितग्राहियों को इस योजना से लाभांवित किया जा चुका है तथा शेष आवासों की स्वीकृति प्रगतिरत है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में विगत पांच माह के अल्प समय में जिला बिलासपुर द्वारा पूरे राज्य में सर्वाधिक आवासों का निर्माण कार्य कराया गया है। साथ ही साथ पूरे राज्य में जिला बिलासपुर में सबसे पहले सर्वाधिक 20 हजार से अधिक आवासों को पूर्ण कराने में सफलता हासिल की है। योजना के जरिए अब तक 54756 हितग्राहियों को प्रथम किश्त राशि 219.024 करोड़ रुपए, 39806 हितग्राहियों को द्वितीय किश्त की राशि 225.507 करोड़ रुपए जारी की गई है। 15597 हितग्राहियों को तीसरी किश्त की राशि 34.876 करोड़ रुपए जारी की गई है। इस प्रकार अब तक 479.407 करोड़ रुपए राशि जारी की जा चुकी है।
कलेक्टर स्वयं लगातार कर रहे योजना की मॉनिटरिंग
जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की ग्राम पंचायत स्तर तक सतत मॉनिटरिंग एवं प्रगति की समीक्षा कलेक्टर महोदय श्री संजय कुमार अग्रवाल एवं सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप कुमार अग्रवाल द्वारा की जाती है जिससे आवास निर्माण कार्य में तेजी से प्रगति आ रही है।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत जिला पंचायत बिलासपुर के समस्त अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर अप्रारंभ आवासों के हितग्राहियों के साथ मीटिंग करते हुए आवास निर्माण कार्य प्रारंभ कराने हेतु प्रेरित किया जा रहा है एवं आवास निर्माण कार्य में ग्राम पंचायत स्तर पर आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण भी किया जा रहा है।
सुशासन तिहार
प्रत्येक जनपदों में कलस्टरवार सुशासन तिहार के शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में प्राप्त आवेदनों एवं शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता देते हुए त्वरित निवारण कराया गया एवं आवास मांग हेतु प्राप्त आवेदनों का तत्कालीन समय में आवास प्लस 2.0 में सर्वे कराया गया। उक्त संबंध में आवास हेतु प्राप्त मांग के आवेदनों की संख्या 69546 थी जो कि राज्य स्तर पर सर्वाधिक संख्या होने से जिला द्वितीय स्थान पर रहा।
पी.एम जनमन आवास
पी.एम जनमन योजना अन्तर्गत जिला बिलासपुर में 959 विशेष पिछड़ी जनजाति के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास अन्तर्गत योजना से लाभप्रदाय करने हेतु चिन्हाकिंत करने हेतु आवास की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें से 225 आवास आज दिनांक की स्थिति में पूर्ण किया चुके है जबकि शेष निर्माण कार्य प्रगतिरत है।पी.एम जनमन योजना अन्तर्गत हितग्राहियों को आवास निर्माण हेतु 2.00 लाख रू प्रति आवास की वित्तीय सहायता की राशि आवास के प्रगति के आधार पर जियो टैगिंग करने उपरांत डी.बी.टी के माध्यम से हितग्राहियों को प्रदान किया जाता है वर्तमान में 948 हितग्राहियों को 3.792 करोड़ प्रथम किश्त, 633 हितग्राहियों को 3.798 करोड़ द्वितीय किश्त, 379 हितग्राहियों को 3.032 करोड़ तृतीय किश्त एवं 207 हितग्राहियों को चतुर्थ किश्त 0.414 करोड़ की राशि एफटीओ के माध्यम से सीधा हितग्राहियों के खाते में जारी किया जा चुका है।
राज मिस्त्री प्रशिक्षण के साथ रानी मिस्त्री प्रशिक्षण भीयोजनांतर्गत बड़ी संख्या में आवासों की स्वीकृति की गई है। उक्त आवासों को पूर्ण कराने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर हितग्राहियों को गुणवत्तायुक्त मटेरियल एवं स्व-सहायता समूहों के माध्यम से सेंटरिंग प्लेट उपलब्ध कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने एवं आवास में पर्याप्त संख्या में राजमिस्त्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न माध्यमों से राजमिस्त्री प्रशिक्षण का कार्य कराया जा रहा है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बिलासपुर : आज रक्त दान दिवस के खास अवसर पर प्रधान डाकघर में अधीक्षक श्री विनय प्रसाद के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता , ब्लड बैंक हेड डॉक्टर अनुभव वर्मा के सहयोग से यह आयोजन हुआ। शिविर में डाकघर के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढकर रक्तदान कर अपने मानवीय धर्म का पालन किया। उक्त जानकारी जनसंपर्क निरीक्षक सुनीता द्विवेदी द्वारा दी गई।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा बेमेतरा एवं जिला चिकित्सालय बेमेतरा के संयुक्त तत्वावधान में स्वैच्छिक रक्तदान एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर तथा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन कलेक्टर एवं रेडक्रॉस सोसायटी के सह-अध्यक्ष रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ। इस अवसर पर मुख्य रूप से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, एवं रेडक्रॉस जिला संगठक के सदस्य उपस्थित रहे। शिविर में कुल 33 यूनिट रक्तदान किया गया। रक्तदान शिविर के साथ-साथ समाजसेवियों और रक्त मित्रों का सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं अतिथियों ने स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डाला और समाज के सभी वर्गों से आगे आकर नियमित रूप से रक्तदान करने की अपील की।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : जल-वन-जन “एक प्राकृतिक बंधन अभियान” के अंतर्गत जन जागरूकता बढ़ाने हेतु 16 जून (सोमवार) को बेमेतरा जिले के सभी नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायत मुख्यालयों में पदयात्रा/रैली का आयोजन किया जाएगा। यह अभियान जल, वन एवं जन के परस्पर संबंध और संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है।
जिला स्तर पर यह पदयात्रा प्रातः 7.00 बजे जय स्तंभ चौक, बेमेतरा से प्रारंभ होगी। रैली के समापन पर जल संरक्षण की सामूहिक शपथ दिलाई जाएगी। इस अवसर पर आम नागरिक, जनप्रतिनिधि, छात्र, स्वंयसेवी संगठन एवं विभागीय अधिकारी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। नगरीय प्रशासन, शिक्षा, वन, जल संसाधन,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, यातायात, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की गई है। जिला प्रशासन द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आयोजन स्थल पर समय से उपस्थित रहकर निर्धारित कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, ताकि अभियान का संदेश व्यापक स्तर तक पहुँच सके।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : बेमेतरा जिले में 15 जून 2025 से 30 जून 2025 तक धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया जा रहा है।जिसका उद्देश्य अंतिम व्यक्ति को पात्रता अनुसार व्यक्तिगत लाभों/हक (Individual Entitlements) से संतृप्त किया जाना और इस अभियान के प्रति जनजागरूकता की जाएगी| बेमेतरा विकासखंड के ग्राम पंचायत झालम में पंचायत भवन में 16 और 27 जून को शिविर आयोजित होगा। इसी तरह साजा विकासखंड के ग्राम पंचायत कामकावड़ा के ग्राम बुड़ेरा प्राथमिक शाला में 19 और 20 जून को आयोजित होगा। साजा विकासखंड के ग्राम पंचायत पिपरिया के ग्राम कोरवाय में प्राथमिक शाला में 26 और 27 जून को शिविर लगेगा। धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत नवागढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत बोईकछार में 23 और 24 जून को शिविर आयोजित होगा।
इस अभियान में ग्राम स्तर/क्लस्टर स्तर पर शिविरों के माध्यम से स्थल पर लाभ जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, सिकल सेल स्क्रीनिंग, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, किसान केडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि, पी एम जनधन खाता, फसल बीमा, पी एम जीवन ज्योति बीमा योजना, पी एम सुरक्षा बीमा योजाना, पेंशन योजना (वृद्धा पेंशन, विधवा पेशन, दिव्यांग पेंशन), मनरेगा, जौब कार्ड, पी एम विश्वकर्मा, मुद्रा लोन, महिला एवं बालविकास विभाग की विभिन्न योजना सुकन्या समृद्धि योजना, अटल पेंशन योजना, श्रम कार्ड/ई-श्रम कार्ड, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (एल.पी. जी.), प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, बाड़ी विकास, जल जीवन मिशन अन्तर्गत नल कनेक्शन/सामुदायिक नल जल, जन्म प्रमाण पत्र, प्रत्येक घरों में विद्युत उपलब्धता, पोषण वाटिका, प्रधानमंत्री आवास योजना/व्यक्तिगत शौचालय/सामुदायिक शौचालय निर्माण तथा कौशल प्रशिक्षण सेवाओं के प्रदाय हेतु कार्यवाही किया जाना है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रणजीता स्टेडियम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम की तैयारी का लिया जायजा
जशपुरनगर ; कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने शनिवार को रणजीता स्टेडियम का निरीक्षण किया और तैयारी की जानकारी ली विदित है कि रणजीता स्टेडियम में आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जशपुर जिले में भी राज्य स्तरीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जिससे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी शामिल होंगे और योगाभ्यास करेंगेकलेक्टर ने रणजीता स्टेडियम में तैयारी का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर ने योगाभ्यास के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए वाटरप्रूफ पंडाल लगाने के लिए कहा है। उन्होंने योगाभ्यास के लिए पर्याप्त संख्या में योग मेट, अतिथियों की बैठक व्यवस्था, पार्किंग, बेरिकेडिंग, पानी, बिजली साउंड सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था सहित सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सोनी अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम ओंकार यादव और सभी जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।योग का महत्व
योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का एक माध्यम है। इसका अभ्यास मानसिक शांति,आत्म-जागरूकता और समग्र स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।शारीरिक लाभ
शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
रक्त संचार और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है।मानसिक लाभ
तनाव, चिंता और अवसाद को कम करता है। एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है। नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।आध्यात्मिक लाभ
आत्मचिंतन और ध्यान के माध्यम से सहायता करता है।जीवन में संतुलन और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है।
योग के लिए आवश्यक सामग्री योग करने के लिए बहुत अधिक संसाधनों की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन कुछ बुनियादी चीजें सहायक होती हैं
योगा मैट फिसलन रहित और आरामदायक मैट योगाभ्यास के दौरान स्थिरता प्रदान करता है।
योग एक संपूर्ण जीवन शैली है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाता है। इसे नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाकर हम जीवन में संतुलन, स्वास्थ्य और शांति पा सकते हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्य शासन के निर्देशानुसार 15 जून से 21 जून तक योग महाकुम्भ-योग को उत्सव के रूप में मनाने एवं अधिक से अधिक जनसामान्य को प्रेरित करने हेतु योग सप्ताह के रूप में विविध योग संबंधी विधियों का आयोजन प्रातः 07रू00 बजे से 08रू00 बजे जशपुर जिले के निम्नानुसार ग्राम पंचायतों में अलग अलग तिथियों में किया जाना है।
विकासखंड जशपुर- जशपुर के मंगल भवन, शा. हाई स्कूल लुईकोना, शा.हाई स्कूल पील्खी, शा.प्रा.शाला कदम टोली, लोदाम (मा.शा.भवन), शा.प्रा.शालातेलीटोली, शा.हाई स्कूल पोरतेंगा, दरबारीटोली आयुष क्लिनिक, आई.टी.आई आरा, भागलपुर डाइट जशपुर, प्राथमिक शाला इचकेला, हाई स्कूल नीमगांव, शा.उ.मा.वि. गम्हरिया,
विकासखंड मनोरा- शा. हाई स्कूल बहरना, शा.प्रा.शाला रजला, शा.प्रा.शाला सराईडीह, शा.प्रा.शाला सोनक्यारी, शा.प्रा.शाला आमगांव, शा.प्रा. शाला गिधा,शा.प्रा.शाला बेलडीह, शा.प्रा.शाला डुमरटोली, सेजश हिन्दी माध्यम स्कूल मनोरा, शा.प्रा.शाला घाघरा, शा. हाई स्कूल गजमा, शा.प्रा.शाला अलोरी
बगीचा विकासखंड- शा.उ.मा.वि. बगीचा, शा.प्रा.शाला. चुन्दापाठ, शा.प्रा.शाला सन्ना, शा.प्रा.शाला गुडलु, शा.प्रा.शाला रेंगले, शा.प्रा.शाला पोरकट, शा. हाई स्कूल चम्पा,।शा.प्रा.शाला सराईपानी, शा. हाई स्कूल सरबकोम्बो, शा.प्रा. शाला गायबुडा, शा.प्रा.शाला एकम्बा, शा.प्रा.शाला महुआडीह, शा. हाई स्कूल रनपुर, शा.प्रा.शाला ढोढरअम्बा, शा.प्रा.शाला भडिया, शा.प्रा.शाला डोभ, शा. हाई स्कूल सामबहार, शा.प्रा.शाला मुढी, शा.प्रा.शाला कवई,।शा.प्रा.शाला घुघरी, शा.प्रा.शाला बम्बा, शा.प्रा.शाला सुलेशा, शा.प्रा. शाला खेडार, शा.प्रा. शाला कुरोंग कांसाबेल विकासखंड-शा.उ.मा.वि. कांसाबेल,शा.उ.मा.वि. बटईकेला, शा.उ.मा.वि. छेराघोघरा, शा.उ.मा.वि. टांगरगांव, शा.उ.मा.वि. चोंगरीबाहर, शा.उ.मा.वि. पोंगरो, शा.उ.मा.वि. देवरी,शा.उ.मा.वि. खुंटीटोली, शा.उ.मा.वि. शबदमुण्डा, शा.उ.मा.वि. डांडपानी, शा.उ.मा.वि. दोकड़ा,कुनकुरी विकासखंड- शा.हाई स्कूल कुंजारा, शा.प्रा.शाला नारायणपुर,शा.प्रा.शाला गोरिया,शा.प्रा.शाला केराडीह,शा.प्रा.शाला कलिबा, शा.प्रा.शाला बनकोम्बो, शा.प्रा.शाला डुगडुगिया,
शा.प्रा.शाला बासनताला, शा.प्रा. शाला कुनकुरी, शा.प्रा.शाला खण्डसा, शा.प्रा.शाला ठेठेटांगर, शा.प्रा.शाला बेमताटोली। दुलदुला विकासखंड शा.उ.मा.वि. दुलदुला, शा.उ.मा.वि. चराई कांड, शा.उ.मा.वि. बंगुरकेला, शा.उ.मा.वि. कस्तुरा, शा.हाई स्कूल करडेगा, शा. हाई स्कूल जामपानी। फरसाबहार विकासखंड शा.उ.मा.वि केरसई, शा.उ.मा.वि. फरसाबहार, शा.उ.मा.वि. सिंगी बहार, शा.हाई स्कूल गंझियाडीह, शा.उ.मा.वि. तपकरा, शा.प्रा.शाला डुमरिया, शा. हाई स्कूल पुराईनबंध, शा.उ.मा.वि. जोरण्डाझरिया, शा.उ.मा.वि. लवाकेरा, शा.हाई स्कूल मेण्डेरबहार,
पत्थलगांव विकासखंड-शा. हाई स्कूल तमता, शा.प्रा.शाला खारढोड़ी, शा.प्रा.शाला बागबहार, हाई स्कूल मैदान कोतबा, शिशु मंदिर लुडेग, शा.प्रा.शाला सुखरापारा, शा.प्रा.शाला मयूर नाचा, बा.मा.शाला सुरंग पानी, कछार पंचायत भवन, शा.प्रा.शाला सुसडेगा, शा.प्रा.शाला कुकुर भूका, हाई स्कूल मैदान बुलडेगा, शिशु मंदिर काडरो, शा.प्रा.शाला कुनकरी, शा.प्रा.शाला रेड़े, हाई स्कूल मैदान पतराटोली, राजीव गांधी सेवा केन्द्र महेशपुर, शासकीय प्राथमिक शाला किलकिला, शा.प्रा.शाला गोढ़ी बी, मा.शा. जामझोर,छातासराई पंचायत भवन, शा.प्रा.शाला इंजको, शा.प्रा.शाला खुटापानी और मा.शा. फरसा टोली में योग कराया जाए
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : कलेक्टर रोहित व्यास ने शनिवार को जशपुरनगर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों का अवलोकन किया। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष गंगाराम भगत, नगरपालिका अध्यक्ष अरविंद भगत, नगर पालिका सीएमओ योगेश्वर उपाध्याय सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने जिला संग्रहालय परिसर के निर्माणाधीन अटल परिसर का अवलोकन किया। जहां जनप्रतिनिधियों के साथ अटल परिसर को लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने हेतु यहां बैठने की व्यवस्था, लाइटिंग आदि व्यवस्थाओं को विकसित करने हेतु चर्चा की। कलेक्टर ने निर्माण कार्य का अवलोकन करते हुए गुणवत्तापूर्ण रूप से इसे जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
इसके पश्चात सभी ने नालंदा परिसर हेतु प्रस्तावित भूमि का अवलोकन करते हुए लाइब्रेरी निर्माण पर चर्चा की। जहां कलेक्टर ने लाइब्रेरी के निर्माण हेतु बनाई गई डिजाइन पर जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए आसपास ऑक्सी जोन निर्माण, लाइब्रेरी के संचालन, भवन निर्माण, लेआउट आदि पर विस्तृत चर्चा कर उनके सुझाव भी लिए। उन्होंने निस्तारी वन डिपो को उचित स्थान पर स्थानांतरित करने पर भी जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को लाइब्रेरी के आस पास प्लांटेशन करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने सभी जनप्रतिनिधियों से नगर के विकास के लिए विभिन्न कार्यों एवं समस्याओं पर चर्चा की और जनप्रतिनिधियों ने उनपर अपने सुझाव भी दिए।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महिलाओं से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता
जशपुरनगर : संबंधित विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्थलगांव विकासखंड के बस स्टैंड में लोगों की सुविधा के लिए सुलभ शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई है जिसमें महिला प्रसाधन भी है महिला प्रसाधन के लिए कोई भी शुल्क नहीं ली जाती है।पूर्व में बस स्टैंड में एक ओपन यूरिनल था जिसे डिस्मेंटल किया गया था वर्तमान में बस स्टैंड कंपाउंड में जगह खाली नहीं होने के कारण से ओपन यूरिनल बनाया जाना संभव नहीं है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
निजी भवनों, प्रधानमंत्री आवास भवनों के छतों की ढलाई करने के लिए शटरिंग प्लेट उपलब्ध कराती है
मुख्यमंत्री का जताया आभार
जशपुरनगर : जशपुर जिले के गम्हरिया ग्राम की श्रीमती लालमती आज ग्रामीण क्षेत्र की उन प्रेरणादायी महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने मजबूत इरादों और शासन की योजनाओं के लाभ से अपने जीवन की दिशा बदली है। पहले मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाली लालमती आज सफल उद्यमी के रूप में गांव में एक नई पहचान बना चुकी हैं। श्रीमती लालमती वर्ष 2020 में प्रजापति गौरी स्व-सहायता समूह से जुड़ीं। वह बताती हैं कि उन्हें जब बिहान योजना के बारे में जानकारी मिली कि इसके माध्यम से शासन की योजनाओं का लाभ मिलता है, तब उन्होंने समूह से जुड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगे।
लालमती ने सबसे पहले उद्योग विभाग से लोन लेकर छत ढलाई में उपयोग होने वाले शटरिंग प्लेट का व्यवसाय शुरू किया। फिर जनवरी 2025 में उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण प्राप्त हुआ, जिसमें साधन संस्था द्वारा तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया गया। आज उनके पास 200 से अधिक शटरिंग प्लेट हैं और इस व्यवसाय से फरवरी 2025 से अब तक 35,000 से 40,000 रुपये तक का लाभ हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि पीएम आवास योजना के अंतर्गत वर्तमान में बन रहे आवास से मुझे अधिक से अधिक जगह पर प्लेट्स की माँग है। जिससे मेरी आय में और वृद्धि हुई है।श्रीमती लालमती ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी का आभार जताया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : जशपुर जिले में सभी शालाओं आश्रम छात्रावास में विगत दिवस 8 जून से 14 जून तक “शाला स्वच्छता तिहार” का आयोजन जनभागीदारी के माध्यम से किया जा रहा है। इसी तारतम्य में शनिवार को महारानी लक्ष्मी बाई शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जशपुर में “शाला स्वच्छता तिहार” का आयोजन किया गया, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, श्री गंगाराम भगत, अध्यक्ष जनपद पंचायत जशपुर, शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी, विकास खंड स्रोत समन्वयक, सीएसी, विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक शिक्षिकाएं एवं स्कूली बच्चों के द्वारा विद्यालय परिसर की साफ़ सफ़ाई की गई।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एकल शिक्षकीय शालाओं की संख्या में हुई 80 प्रतिशत की कमी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में युक्तियुक्तकरण से शिक्षा व्यवस्था को मिली नई दिशा
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए एक नया आयाम स्थापित किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी नीति के चलते आज प्रदेश का प्राथमिक से लेकर हायर सेकण्डरी तक कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं रह गया है। राज्य की एकल शिक्षकीय शालाओं की संख्या में 80 प्रतिशत की कमी आई है। यह परिवर्तन युक्तियुक्तकरण के माध्यम से संभव हो सका है, जिसका उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक संसाधनों का न्यायसंगत उपयोग, शिक्षकों की तर्कसंगत पदस्थापना और शिक्षा के अधिकार अधिनियम व नई शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप शालाओं में आवश्यकता के अनुरुप शिक्षकों की पदस्थापना रहा है ।
गौरतलब है कि युक्ति -युक्त करण से पर्व प्रदेश में 453 विद्यालय शिक्षक विहीन और 5936 विद्यालयों में मात्र एक ही शिक्षक पदस्थ था। विशेषकर सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर जैसे दूरस्थ और संवेदनशील जिलों में यह समस्या अधिक थी।इस विसंगति को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने जिला, संभाग और राज्य स्तर पर तीन चरणों में शिक्षकों की काउंसलिंग की प्रक्रिया चलाई। इसके परिणामस्वरूप, आज प्रदेश का कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है और सभी हाई स्कूलों में न्यूनतम आवश्यक शिक्षक नियुक्त किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने युक्ति- युक्तकरण के जरिये स्कूलों में शैक्षिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि हमने यह ठान लिया था कि छत्तीसगढ़ में अब कोई बच्चा शिक्षक के बिना नहीं पढ़ेगा। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से हम न केवल शिक्षा के अधिकार अधिनियम का पालन कर रहे हैं, बल्कि एक मजबूत और समान शिक्षा प्रणाली की नींव भी रख रहे हैं। यह सिर्फ स्थानांतरण नहीं, यह शिक्षा में न्याय की पुनर्स्थापना है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि एकल शिक्षकीय शालाओं की स्थिति में सुधार सरकार की प्राथमिकताओं में है और आगामी महीनों में पदोन्नति और नई नियुक्तियों के माध्यम से इन विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक भेजे जाएंगे।
राज्य सरकार अब उन 1207 प्राथमिक विद्यालयों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां अभी भी एक शिक्षक है। इसके समाधान हेतु प्राथमिक शाला प्रधान पाठकों की पदोन्नति, शिक्षकों की पदस्थापना तथा भर्ती प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की रणनीति बनाई गई है।राज्य में एकल शिक्षक वाले प्राथमिक विद्यालयों में बस्तर जिले में 283, बीजापुर 250,सुकमा 186,मोहला -मानपुर - चौकी 124,कोरबा 89, बलरामपुर 94,नारायणपुर 64,धमतरी 37,सूरजपुर 47,दंतेवाड़ा 11,अन्य जिले में मात्र 22 शालाएं है। इन शालाओं में जल्द ही आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास शिक्षा को समावेशी बनाने और हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने का समान अवसर उपलब्ध कराना है। इस पूरी प्रक्रिया ने यह साबित किया है कि युक्तियुक्तकरण केवल प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि यह एक सामाजिक न्याय आधारित शिक्षा सुधार है, जिसके केंद्र में हर बच्चा, हर गांव, हर स्कूल है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित महिला सशक्तिकरण की योजनाएं अब धरातल पर सकारात्मक परिणाम देने लगी हैं। इसकी एक प्रेरणादायी मिसाल हैं जशपुर जिले के गम्हरिया ग्राम की श्रीमती लालमती, जिन्होंने शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभ लेकर आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है। उन्होंने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से न सिर्फ स्वयं की पहचान बनाई, बल्कि गांव की अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया है।
श्रीमती लालमती का जीवन एक साधारण मजदूर से सफल उद्यमी बनने की कहानी है। जब वे प्रजापति गौरी स्व-सहायता समूह से जुड़ीं, तब उन्हें बिहान योजना के माध्यम से शासन की योजनाओं का लाभ मिला। उन्होंने उद्योग विभाग से लोन प्राप्त कर शटरिंग प्लेट का व्यवसाय प्रारंभ किया और बाद में जनवरी 2025 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण लेकर अपने व्यवसाय को विस्तार दिया।
आज श्रीमती लालमती के पास 200 से अधिक शटरिंग प्लेट हैं, जो वे निजी भवनों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन आवासों की छत ढलाई हेतु किराये पर उपलब्ध कराती हैं। फरवरी 2025 से अब तक इस व्यवसाय से उन्हें लगभग 35,000 से 40,000 रुपये की आय हुई है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांव में कई मकानों का निर्माण कार्य चल रहा है। श्रीमती लालमती ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि, यदि शासन की योजनाओं का साथ न होता, तो मैं आज इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाती। शासन ने हमें हौसला दिया, साधन उपलब्ध कराए और नई राह दिखाई।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारी सरकार का यह दृढ़ संकल्प है कि ग्रामीण अंचलों की महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और आर्थिक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभाएं। बिहान, मुद्रा योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से हम महिलाओं को न केवल वित्तीय सहयोग दे रहे हैं, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और बाज़ार तक पहुँच भी प्रदान कर रहे हैं। श्रीमती लालमती जैसी महिलाएं छत्तीसगढ़ की नई सामाजिक-आर्थिक चेतना की प्रतीक हैं।छत्तीसगढ़ शासन की प्राथमिकता है कि हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो, सम्मान के साथ जीवन जिए और दूसरों के लिए प्रेरणा बने।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : जल संरक्षण और जल प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान के अंतर्गत भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के निदेशक (CNO) श्री अमित कुमार अग्रवाल ने 12 जून से बेमेतरा जिले का तीन दिवसीय दौरा किया। उनके साथ वैज्ञानिक श्री सर्वोदय बारीक भी मौजूद थे। इस दौरान श्री अग्रवाल ने जिले में जल संरक्षण से जुड़े विभिन्न कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की।
दौरे की शुरुआत जिला जल शक्ति केंद्र में आयोजित अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक से हुई, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारियों ने जल संरक्षण योजनाओं की जानकारी दी। इसके उपरांत श्री अग्रवाल ने खण्डसरा से सिंगपुर तक परकोलेशन टैंक, रामपुर में तालाब गहरीकरण, कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित ब्लॉक प्लांटेशन, कृषि विभाग द्वारा निर्मित चेकडेम, समुंदवारा ग्राम में अमृत सरोवर तथा खाती और बैहरसरी ग्राम के एनीकट का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने इन परियोजनाओं की भौगोलिक स्थिति, निर्माण की गुणवत्ता तथा समुदाय के हित में उनकी उपयोगिता पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल संसाधनों का दीर्घकालिक संरक्षण सुनिश्चित करने हेतु इन कार्यों की नियमित निगरानी की जाए तथा समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाए।
श्री अग्रवाल ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नेकासपुर (नवागढ़) एवं साजा विकासखंड के कार्यों का अवलोकन किया। नल-जल योजना के अंतर्गत ग्रामीण घरों में पानी की आपूर्ति की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने स्थानीय महिलाओं से संवाद भी किया। उन्होंने महिलाओं को जल बचत, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, रिचार्ज पिट निर्माण एवं वर्षा जल संचयन जैसे उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एवं जल शक्ति अभियान के नोडल अधिकारी श्री चंद्रशेखर शिवहरे, पीएचई विभाग के श्री जगदीश कुमार गोड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। श्री अग्रवाल ने बेमेतरा जिले में जल संरक्षण के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की प्रशंसा की एवं इन प्रयासों को और अधिक प्रभावशाली बनाने हेतु विभागीय समन्वय को मजबूत करने की बात कही।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सत्रारंभ की तैयारियों को लेकर संकुल समन्वयकों की बैठक संपन्न"शिक्षा की गुणवत्ता और नामांकन बढ़ाने में संकुल समन्वयकों की अहम भूमिका — कलेक्टर श्री लंगेह
महासमुंद : स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय महासमुंद के सभागार में सत्रारंभ की तैयारियों की समीक्षा हेतु जिले के समस्त संकुल समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस. आलोक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा, सहायक संचालक श्री नंदकुमार सिन्हा, एपीसी श्री डी.एन. जांगड़े, श्रीमती सम्पा बोस, श्रीमती विद्या साहू सहित सभी ब्लॉकों के एबीईओ एवं बीआरसीसी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि शाला त्यागने वाले बच्चों को पुनः विद्यालय से जोड़ना संकुल समन्वयकों की प्रमुख जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव को जनआंदोलन का रूप दिया जाना चाहिए ताकि समुदाय की भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में वास्तविक सुधार हो सके। उन्होंने छात्र सुरक्षा, स्वास्थ्य और सभी शैक्षिक आवश्यकताओं की पूर्ति पर विशेष बल देते हुए नामांकन में वृद्धि और शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।कलेक्टर श्री लंगेह कहा कि विद्यालयों को प्रदत्त अनुदान राशि का त्वरित एवं पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित किया जाए। अपार आईडी, जाति प्रमाण पत्र निर्माण, पाठ्यपुस्तक वितरण की नियमित समीक्षा की जाए ताकि हर विद्यार्थी तक समय पर आवश्यक शैक्षिक संसाधन पहुँच सकें।
सीईओ जिला पंचायत श्री एस. आलोक ने कहा कि हर बच्चे का विद्यालय से जुड़ाव बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने संकुल समन्वयकों को एकजुट होकर टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा दी, जिससे शैक्षिक प्रणाली अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बन सके।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे ने संकुल समन्वयकों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की नींव विद्यालय स्तर पर ही रखी जाती है। उन्होंने सभी संकुल समन्वयकों से शत-प्रतिशत नामांकन, व्यवस्था सुधार (जैसे रंग-रोगन, विद्युत, पेयजल आदि) को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डीएमसी श्री रेखराज शर्मा ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार छात्र-छात्राओं को पाठ्यपुस्तकों का वितरण स्कैनिंग प्रक्रिया के बाद ही किया जाना है, जिसकी जिम्मेदारी संकुल समन्वयकों को दी गई है। इसके लिए उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान सहित इको क्लब, यूथ क्लब गठन और जून से सितंबर तक चलने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रमों को प्राथमिकता से पूर्ण करने पर बल दिया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कर्मचारी संघों की मांग को संवेदनशीलता से निराकरण किया जाएगा
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ सहित विभिन्न विभागीय कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में कर्मचारियों ने अपनी-अपनी विभागीय समस्याएं एवं मांगें प्रस्तुत की, जिन पर कलेक्टर द्वारा गंभीरतापूर्वक विचार कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष कर्मा एवं सीएमएचओ डॉ. पी. कुदेशिया जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय लहरें मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि हम सभी का दायित्व का है कि सेवा भाव से शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में पूर्ण निष्ठा से कार्य करें। उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पीएफ, ग्रेच्युटी एवं अन्य देयों के लंबित भुगतान एवं सत्यापन में विलंब की समस्या पर सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया कि सेवानिवृत्ति के 6 माह पूर्व सभी दस्तावेजीय औपचारिकताएं पूर्ण की जाएं। साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सेवानिवृत्ति उपरांत यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी का पीएफ, ग्रेच्युटी या अन्य प्रकरण में धनराशि की मांग करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में कर्मचारी संघों द्वारा कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका का नियमित सत्यापन, शासकीय कार्य हेतु यात्रा भत्ता का समय पर भुगतान, व्यवस्था बदली कर पदस्थ कर्मचारियों को मूल संस्थाओं में वापस करने, सभी स्कूलों में स्वीपर की नियुक्ति, ऑनलाइन कार्यों की अधिकता को सीमित करने तथा डेटा और संसाधन भत्ता प्रदान करने, कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना तथा शिक्षकों को इस कार्य से मुक्त करने, विभागीय निर्देशों के लिए लिखित आदेश अनिवार्य करने एवं कर्मचारियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने पर चर्चा की गई। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका की एकमुश्त राशि भुगतान, स्थानांतरण, साज सज्जा एवं पोषण के संबंध में, राजस्व पटवारी संघ द्वारा वेतन विसंगति, मेडिकल अवकाश, दस्तावेज त्रुटि, गोपनीय प्रविष्टि जैसी समस्या तथा स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
जिस पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने कर्मचारी संघ की सभी मांगों को गंभीरता से सुना और कहा कि शासकीय कर्मचारियों से संबंधित दस्तावेजों के सत्यापन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सभी प्रक्रियाएं निर्धारित समय-सीमा में और पूरी पारदर्शिता के साथ पूर्ण की जाएं। कलेक्टर ने यह भी आश्वस्त किया कि प्रशासन कर्मचारियों के हितों के प्रति पूर्णतः संवेदनशील है तथा वैधानिक और उचित मांगों पर शीघ्र और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।"कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया कि विभागीय स्तर पर परामर्शदात्री समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह में तथा जिला स्तर पर बैठक प्रत्येक छह माह में नियमित रूप से आयोजित की जाए।
बैठक में जिला अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला संयोजक श्री टेकराम सेन, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष श्री ओम नारायण शर्मा, छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष श्री मुकेश कुमार साहू, राजस्व पटवारी संघ जिलाध्यक्ष श्री कमलेश डहरे, छत्तीसगढ़ सक्षम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ जिलाध्यक्ष सुधा रात्रे, छत्तीसगढ़ शासकीय वाहन चालक/यांत्रिक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष श्री राजेश डउसेना, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष श्री दीपक तिवारी, छत्तीसगढ़ लघु वेतन शासकीय चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष श्री उमेश कुमार साहू, छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ सहित अन्य संघ के प्रतिनिधि मौजूद थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : बालोद जिला के दल्लीराजहरा की आवर्धन जलप्रदाय योजना हेतु 43 करोड़ 63 लाख 28 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर द्वारा प्रदान की गई है। योजना का वित्तीय ढांचा 70 प्रतिशत अनुदान एवं 30 प्रतिशत ऋण पर आधारित होगी।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि योजना को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाना आवश्यक है तथा योजना के कार्यों हेतु निविदा आमंत्रण के पूर्व कार्य विभाग मैन्युअल के संशोधित प्रावधानों के तहत विस्तृत प्राक्कलन बनाकर सक्षम अधिकारी से तकनीकी स्वीकृति प्राप्त किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आवर्धन जलप्रदाय योजना पूर्ण होने के पश्चात संधारण एवं संचालन का उत्तरदायित्व, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद, दल्लीराजहरा, जिला बालोद का होगा।