- Home
- छत्तीसगढ़
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नाम एवं रोल नम्बर मिलाने में त्रुटि होने की दशा में 10 जून तक कर सकते हैं दावा आपत्ति
जशपुरनगर : प्रयास आवासीय विद्यालयों के कक्षा 9वीं में शिक्षण सत्र 2025-26 में प्रवेश हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के 33 जिलों में 20 अप्रैल 2025 को प्राक्चयन परीक्षा आयोजित की गई थी। राज्य कार्यालय द्वारा प्राक्चयन परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए, जिलेवार सूची विभागीय वेबसाईट WWW.eklavya.cg.nic.in पर 04 जून 2025 अपलोड की गई है। मेरिट सूची का प्रकाशन पृथक से किया जाएगा।
आवेदक वेबसाइट पर दर्शित परीक्षा परिणाम में अपना नाम एवं रोल नम्बर का मिलान कर सकते हैं। किसी प्रकार की त्रुटि होने पर आवेदक कार्यालय सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास, जशपुर में स्वयं उपस्थित होकर दावा 10 जून 2025 दावा आपत्ति आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके पश्चात् दावा आपत्ति मान्य नहीं किया जाएगा। डाक द्वारा दावा-आपत्ति स्वीकार नहीं किया जावेगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत विकासखंड बगीचा में अनुविभागीय अधिकारी रितुराज बिसेन ने बगीचा कार्यालय से कृषि रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगणतहसीलदार बगीचा, अनुविभागीय अधिकारी कृषि एवं सभी कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे।रथ के माध्यम से किसानों को केंद्र शासन और राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। किसानों को उन्नत खेती करने की विधि भी बताया जा रहा है ताकि किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सके।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महिला समूहों, कृषक संगठनों एवं उद्यमियों को मिलेगा कटहल व्यवसाय में नवाचार का अवसर
जशपुरनगर : जिला प्रशासन जशपुर एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में वृहद कटहल मेला का आयोजन आगामी 12 जून 2025 को प्रातः 11:00 बजे से, स्थानीय वशिष्ठ कम्युनिटी हॉल, जशपुर में किया जा रहा है।यह मेला कलेक्टर श्री रोहित व्यास के दिशा-निर्देश तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित हो रहा है। इस मेले में जिले के महिला स्व-सहायता समूहों, कृषक उत्पादक संगठनों, उत्पादक कंपनियों और कटहल व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। मेले में कटहल प्रसंस्करण से संबंधित विषय विशेषज्ञ एवं तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे, जो प्रतिभागियों को कटहल से बनने वाले विभिन्न उत्पादों जैसे- बिरयानी, अचार, कैंडी, बिस्कुट, चिप्स आदि के निर्माण, विपणन और व्यावसायिक संभावनाओं के विषय में प्रशिक्षण देंगे। साथ ही, कटहल आधारित खाद्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
कटहल एक अत्यंत पौष्टिक फल है, जिसमें विटामिन ब्, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट तथा फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इससे कई प्रकार की स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक रेसिपियाँ तैयार की जा सकती हैं जिनकी स्थानीय और शहरी बाजारों में व्यापक माँग है।
मेले में कटहल से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। विशेष रूप से, किसानों द्वारा लाए गए सबसे बड़े और सबसे लंबे कटहल को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कटहल पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जो प्रतिभागियों की जानकारी और समझ को बढ़ावा देगी।इस मेले में कृषि महाविद्यालय कुनकुरी, उद्यानिकी महाविद्यालय कुनकुरी, कृषि विभाग, वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, 10ज्ञ योजना के अंतर्गत गठित कृषक उत्पादक संगठन, नाबार्ड द्वारा पोषित रीड्स संस्था एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत प्रत्येक विकासखंड के संकुल संगठनों से जुड़ी स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं। यह मेला न केवल कृषि आधारित व्यवसाय को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त पहल है, बल्कि गैर-कृषि क्षेत्र में भी स्वरोजगार एवं आर्थिक समृद्धि के अवसर प्रदान करेगा। जागरूकता कार्यक्रमों और प्रशिक्षण के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं ग्रामीण उद्यमियों को कटहल आधारित उद्योगों की स्थापना में सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे कटहल फल का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा।प्रकृति सेवा संस्थान, बिलासपुर इस आयोजन में तकनीकी सहयोगी संस्था के रूप में कार्य कर रही है। यह मेला जशपुर जिले की स्थानीय उद्यमिता, महिला सशक्तिकरण एवं ग्रामीण नवाचार को एक नई दिशा देने वाला सशक्त मंच सिद्ध होगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
ग्राम चुनचुना में शुरू होने जा रहा शिक्षा का नया अध्याय
बलरामपुर : शिक्षा एक मौलिक अधिकार है, जो समाज के हर तबके, हर क्षेत्र और हर बच्चे तक पहुँचना चाहिए, चाहे वह बच्चा नगर के किसी बड़े विद्यालय में पढ़ रहा हो या किसी सुदूर वनांचल के छोटे से गाँव में बैठा ज्ञान की ज्योति की ओर आशाभरी नजरों से देख रहा हो।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की दूरदर्शी सोच और संकल्प है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित न रहे। इसी संकल्प को मूर्त रूप देने हेतु राज्य सरकार ने ‘युक्तिकरण नीति’ को लागू किया है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों की उपयुक्त एवं प्रभावी पदस्थापना सुनिश्चित करते हुए विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता को सुदृढ़ बनाना है।जिले में इस नीति के अंतर्गत शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी है। अधिकांश शिक्षकों ने अपने-अपने कार्यस्थलों पर योगदान देना प्रारंभ कर दिया है। इस प्रक्रिया के दौरान जो सबसे उल्लेखनीय और प्रेरणादायक परिवर्तन सामने आया, वह है जिले के दूरस्थ एवं माओवाद प्रभावित ग्राम चुनचुना में शिक्षा का पुनर्जीवन। यह गाँव वर्षों तक माओवाद की छाया में बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहा। शिक्षा जैसी आधारभूत सुविधा की आवश्यकता थी। प्राथमिक विद्यालय में लगभग 60 बच्चे नामांकित हैं, परंतु लंबे समय से केवल एकमात्र शिक्षक ही बच्चों की पढ़ाई का पूरा भार सँभाल रहे थे। एक ओर विद्यार्थियों की संख्या, दूसरी ओर शिक्षक की कमी, और तीसरी ओर विषम भौगोलिक तथा सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियाँ ये सब मिलकर चुनचुना को शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा बनाते थे।लेकिन राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इस गाँव को अंधकार से उजाले की ओर ले जाने का संकल्प लिया। निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप गाँव अब धीरे-धीरे विकास की मुख्यधारा से जुड़ने लगा है। सड़कें बनी हैं, संचार बेहतर हुआ है और सबसे अहम बात की लोगों में भरोसा जगा है।
युक्तिकरण के पश्चात श्रीमती प्रभा टोप्पो को ग्राम चुनचुना के प्राथमिक विद्यालय में प्रधान पाठिका के रूप में पदस्थ किया गया है। शिक्षा के प्रति समर्पण और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने का अनुभव रखने वाली श्रीमती टोप्पो ने चुनचुना जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में सेवा देने का निर्णय लेकर न सिर्फ एक मिसाल पेश की, बल्कि अपनी उपस्थिति भी सुनिश्चित की है। अब विद्यालय में दो शिक्षक कार्यरत हैं, जिससे बच्चों को अलग-अलग विषयों में नियमित शिक्षा मिल सकेगी। श्रीमती टोप्पो के आगमन से विद्यालय में अनुशासन, स्वच्छता और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी संचार होगा। युक्तिकरण नीति केवल शिक्षकों की अदला-बदली भर नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में उठाया गया एक ठोस और संवेदनशील कदम है, जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार और समावेशी विकास की अपार संभावनाएं समाहित हैं।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजपुर में लगभग 150 क्विंटल से अधिक धान बीज जब्त
बलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के द्वारा जिले में अमानक व बगैर प्रमाणित बीज के विक्रय पर रोक लगाने सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए है। इसी कड़ी में सूचना मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर, तहसीलदार एवं पुलिस टीम द्वारा राजपुर निवासी राजकुमार अग्रवाल के निहारिका हार्डवेयर दुकान में जांच किया गया। जिसमें 93 प्लास्टिक बोरी में 27.90 क्विंटल हायर कंपनी के नाम से पैक धान बीज, 255 जूट के बोरी में 127.50 क्विंटल धान बीज, 42 बोरी धान बीज पैकिंग में उपयोग किये जाने वाले हायर कंपनी के प्रिंटेड खाली प्लास्टिक बैग तथा बैग सिलाई एवं तौलाई मशीन पाया गया। प्राप्त धान बीज का सैंपल लेकर जांच की गई। जांच में पाया गया प्राप्त बीज अमानक स्तर का है। जिसे राजस्व व कृषि विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया तथा अवैध बीज की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया तथा परिसर को सील बंद किया गया है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशन में वन भूमि अतिक्रमण पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में वन मण्डलाधिकारी श्री आलोक वाजपेयी के मार्गदर्शन में वन क्षेत्र क्रमांक पी 923 के ग्राम सेमरवा निवासी सुधु, राजकुमार गुठल, शनिचर, रामऔतार, नान्हु, बुधन एवं गुलाबचन्द के निर्माणाधीन मकान को वन अधिनियम 1972 की धारा 80(ए) के तहत 100 एकड़ रकबा से बेदखल किया गया। साथ ही ग्राम सेमरवा के ही सुदामा, राजमोहन, ईश्वर एवं बलराम को बेदखली कार्यवाही के लिए नोटिस भी जारी किया गया है। वनमण्डलाधिकारी श्री आलोक वाजपेयी आमजनों से वन भूमि में अतिक्रमण नहीं करने की अपील की है। इस दौरान उप वनमंडलाधिकारी, प्रशिक्षु ए.सी.एफ. वन परिक्षेत्र धमनी, थाना प्रभारी सनावल, तहसीलदार रामचन्द्रपुर एवं वन एवं पुलिस विभाग के कर्मचारी सहित सरपंच एवं पंच उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आज कोरिया जिले में विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच कर जटिलताओं की समय रहते पहचान कर उन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए तैयार करना है।यह आयोजन राज्य स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार, कोरिया कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी जी के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो प्रत्येक माह की 9 और 24 तारीख को आयोजित की जाती है। इसके अंतर्गत जिले के जिला अस्पताल, बैकुंठपुर सहित सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा पूर्ण स्वास्थ्य जांच की जाती है। अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकीय टीमों की ड्यूटी लगाई गई थी, जिन्होंने गर्भवती महिलाओं की जांच कर हाई रिस्क प्रेगनेंसी मामलों की पहचान की। ऐसे मामलों को चिन्हित कर समय रहते उचित सलाह और उपचार प्रदान किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री असरफ अंसारी ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव संबंधी भय और तनाव से मुक्त करने के लिए उन्हें परामर्श (काउंसलिंग) भी दी गई। संस्था में सुरक्षित प्रसव के लिए उन्हें प्रेरित किया गया। हाई रिस्क प्रेगनेंसी की सूची तैयार कर त्वरित डिजिटल एंट्री की गई।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का किया शुभारंभ
आम महोत्सव के आयोजन से फलों और उद्यानिकी फसलों की खेती के लिए किसान होंगे प्रोत्साहित
9 जून तक चलेगा राष्ट्रीय आम महोत्सव
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि आम की खेती किसानों की आय बढ़ाने की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। किसान जितने ज्यादा आम के पौधे लगाएंगे, उतना ज्यादा फायदा होगा। आम और उद्यानिकी फसलों की खेती से हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प को पूरा करने में मदद मिलेेगी।
मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मण्डपम् में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ऐेसे उत्सवों से फलों और उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर तथा संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की।
इस अवसर पर विधायक पद्मश्री श्री अनुज शर्मा, छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, कृषि वैज्ञानिक, छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों से आये आम उत्पादक किसान और विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने इस अवसर पर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के ‘न्यूज लेटर‘ का विमोचन किया। आयोजकों द्वारा अतिथियों का उन्नत किस्म के आम के ग्राफ्टेड पौधे देकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति और विशेषकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपराओं में आम का विशेष महत्व है। छत्तीसगढ़ में सभी मांगलिक एवं धार्मिक कार्यां में आम के पत्तों, फलों एवं अन्य अंगों का उपयोग किया जाता है तथा आम के पेड़ को बहुत ही शुभ माना जाता है। श्री साय ने कहा कि भारत में आम की समृद्ध जैवविविधता देखने को मिलती है और यहां आम की सैकड़ों प्रजातियां पाई जाती हैं जो अपने विशिष्ट स्वाद, सुगंध और गुणों के कारण दुनिया भर में बहुत लोकप्रिय हैं। आम के इन्ही विशिष्ट गुणों के कारण इसे फलों का राजा भी कहा जाता है।
श्री साय ने कहा कि इस भव्य और वृहद आम महोत्सव में छत्तीसगढ़ वासियों को आम की सैकड़ों विशिष्ट एवं दुर्लभ प्रजातियां देखने का अवसर प्राप्त हुआ। श्री साय ने कहा कि आज यहां उन्हें स्वयं आम की अनेकों दुर्लभ किस्में देखने को मिली जो उन्होंने अपने जीवन में इससे पूर्व नहीं देखी थी। इनमें से एक प्रजाति बीजापुर की हाथीझुल किस्म है जिसका एक-एक फल दो किलो से लेकर चार किलो तक वजन का होता है। श्री साय ने आशा व्यक्त की कि आगामी वर्षों में यहां आम महोत्सव और भी भव्य एवं वृहद स्तर पर आयोजित किया जाएगा जिससे रायपुर को एक नई पहचान मिलेगी।
शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए धरसींवा विधायक श्री अनुज शर्मा ने कहा कि आम महोत्सव में लगी आम प्रदर्शनी में 2 इंच से लेकर 15 इंच आकार तक के आम के फल देखने को मिल रहे हैं जो रायपुर वासियां के लिए एक सुखद एवं अनोखा अनुभव है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास करना होना चाहिए की रायपुर शहर से अधिक से अधिक लोग आम महोत्सव में पहुंच कर आम की इन किस्मों को देख सकें।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने राष्ट्रीय आम महोत्सव के बारे में मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों को जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 200 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस आम महोत्सव में छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों के 450 से अधिक किसानों द्वारा विभिन्न किस्मों के 1200 से अधिक आमों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही आमों से बने 56 उत्पादों का प्रदर्शन भी किया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए आम उत्पादकों द्वारा आम के विभिन्न किस्मों के फलों तथा पौधों का विक्रय भी किया जा रहा है।
डॉ. चंदेल ने मुख्यमंत्री श्री साय को प्राकृतिक रूप से पके आमों की विभिन्न प्रजातियों से भरी टोकरी भेंट की। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के मास मीडिया एवं पब्लिकेशन सेल द्वारा प्रकाशित न्यूज लेटर का विमोचन भी किया गया। कुलपति डॉ. चंदेल ने इस अवसर पर घोषणा की कि आम महोत्सव में नागरिकों के उत्साह एवं मांग को देखते हुए राष्ट्रीय आम महोत्सव की अवधि एक दिन और बढ़ायी जा रही है अब आम महोत्सव का समापन सोमवार 9 जून, 2025 को होगा। कार्यक्रम के अंत में कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी द्वारा अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन किया गया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एक माह तक चले समर कैंप में बच्चों ने सीखे रचनात्मक गतिविधियां
महासमुंद : समाजसेवी डॉ. एकता लंगेह के मार्गदर्शन में स्वयं सेवी संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में ग्रीष्मकालीन राज्य स्तरीय मासिक समर कैंप का आयोजन महासमुंद में किया गया। पूरे एक माह तक लगातार जारी रहने के बाद इस समर कैम्प के समापन अवसर पर समाज सेवी डॉ. एकता लंगेह ने प्रशिक्षित बच्चों को प्रमाण पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर डॉ. एकता ने बच्चों को अपनी रचनात्मक प्रतिभा को निखारने व अपनी योग्यता के बल पर खुद की पहचान की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे मोबाइल व नशापान जैसी अन्य बुराइयों से दूर रहें। मासिक समर कैंप के प्रशिक्षित बच्चों ने कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह से उनके कार्यालय में मुलाक़ात कर उनसे आशीर्वाद लिया। कलेक्टर से मिलकर बच्चों ने खुशी जाहिर की। कलेक्टर ने सभी बच्चों को बधाई देते हुए अपने समर कैंप में सीखे अनुभवों को साझा करने कहा और बच्चों को रचनात्मक और बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
समर कैंप में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु मास्टर ट्रेनर अजय शर्मा, अनिस शर्मा, रोशनी सलाम ,सौम्या साहू रोशन सिंह रूप , साधना ठाकुर को पुरस्कृत किया गया। कैंप के सफल समय संचालन हेतु समाजसेवी रोशाना डेविड, प्रतिभा गिरी को सम्मानित किया गया। समर कैंप की सफलता में तारिणी चंद्राकर, विपिन मोहंती, शबनम धनवानी, चंचल कौशिक, उत्तरा विदानी, नूरेन चंद्राकर, तुषार कुमार चंद्राकर एवं समर कैंप आयोजक आस्था वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी और साया फाउंडेशन के सदस्यों ने शुभकामनाएं व बधाई दी हैं।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : पशुधन विकास विभाग द्वारा विकासखंड जशपुर के ग्राम पंचायत - बाला छापर में विगत दिवस पशु प्रदर्शनी मेला एवं पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें पशुपालकों को उत्कृष्ट पशु पक्षी हेतु पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया । इसके अतिरिक्त पैरा में यूरिया उपचार, कृत्रिम गर्भाधान,बधियाकरण,गोमूत्र और गोबर से जीवामृत बनाने की विधि,पशुओं के नस्लों का डिस्प्ले,तथा पशुओं का आवास, रोग और आहार प्रबंधन के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए निःशुल्क पशु औषधि वितरण किया गया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : जशपुर जिले के किसान अब गर्मी के मौसम में खेती से अतिरिक्त आय अर्जित कर अच्छे जीवन यापन कर रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में दूरस्थ अंचल में निवासरत किसानों और जरूरतमंदों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (तिलहन) योजना के तहत बगीचा विकासखण्ड के ग्राम दुर्गापारा निवासी गुरुनारायण को धान के बदले ग्रीष्मकालीन मूंगफली फसल की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया और योजना के तहत 20 किलोग्राम मूंगफली बीज कृषि विभाग से निःशुल्क प्रदाय किया गया है।
किसान गुरुनारायण ने बताया कि उनके पास कुल 3.303 हेक्टर जमीन हैं जिसमें वे खरीफ सीजन में धान की खेती करते हैं तथा रबी सीजन में भी कुछ रकबे में धान की खेती करते हैं। जिससे खेती का खर्चा ज्यादा एवं उत्पादन अपनी इच्छा के अनुरूप नहीं मिल पाता था पानी की खपत भी बहुत ज्यादा होती थी। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री रवि रोशन टोप्पो से सम्पर्क करके अब धान के बदले ग्रीष्मकालीन मूंगफली फसल की खेती कर रहे हैं।
कृषि विभाग से उन्हें निःशुल्क राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (तिलहन) योजना के तहत 20 किलोग्राम मूंगफली बीज प्राप्त हुआ और उन्होंने 0.200 हे. रकबे में मूंगफली फसल की खेती किए हैं। गुरु नारायण बताया कि उन्हें ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के द्वारा बीज के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्व खाद एवं दवाई भी दिया गया। जिससे उनको लागत में कमी आयी तथा समय-समय पर उनके खेत का निरीक्षण कर आवश्यक सलाह एवं मार्गदर्शन दिया, जिससे अभी उनकी फसल काफी अच्छी स्थिति में है। किसान ने बताया कि फसल का उपज अच्छा होने एवं अभी वर्तमान में बाजार भाव अच्छा मिलने पर अच्छी आमदनी होने की संभावना है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उन्नत तकनीकों और योजनाओं की जानकारी से सशक्त होंगे किसान
महासमुंद : कृषि क्षेत्र में नवाचार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में आज विकासखंड बसना के ग्राम बड़ेटेमरी और खरोरा में "विकसित कृषि संकल्प अभियान" का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, उन्नत बीजों, जैविक खेती और जल संरक्षण जैसी पद्धतियों से जोड़ते हुए उनकी उत्पादन क्षमता को सशक्त बनाना है। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, किसान प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान किसानों से सीधा संवाद कर उन्हें केंद्र व राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
उप संचालक कृषि श्री एफ आर कश्यप के मार्गदर्शन में उन्नत किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी वितरित किए गए। ग्राम बड़ेटेमरी के किसानों—कुंजबिहारी, जगन्नाथ पटेल, पीताम्बर पटेल, सदाउ, सुरेश प्रधान और शोभा राम साव—को यह कार्ड प्रदान किए गए, जिससे उन्हें अपनी मिट्टी की गुणवत्ता जानकर उपयुक्त फसल और उर्वरक के चयन में सहायता मिलेगी।कार्यक्रम के माध्यम से न केवल किसानों को वैज्ञानिक कृषि की ओर प्रेरित किया गया, बल्कि उन्हें शासकीय सहायता से जुड़कर खेती को लाभकारी व्यवसाय बनाने के लिए आवश्यक जानकारी भी दी गई। उपसंचालक श्री कश्यप ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान” से विश्वाश है कि यह अभियान किसानों को नई दिशा देगी, जिससे वे आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर होंगे और प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएंगे।
इस अवसर पर अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री विवेक पटेल (सरायपाली), कृषि वैज्ञानिक श्री रविश केशरी (महासमुंद), सहायक प्राध्यापक श्री सुबोध प्रधान, ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी श्री उपेन्द्र नाग, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमती मंजूरानी साहू, देवेन्द्र निषाद, विजय नेताम, अनिल पटेल, हरिशंकर कैवर्त, जनप्रतिनिधि केदार पटेल, प्राधिकृत अधिकारी सहकारी समिति खरोरा, और बड़ेटेमरी के सरपंच विशेष रूप से उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा ; प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) दिवस का आयोजन कल जून 2025 को जिले भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में किया जाएगा। राज्य कार्यालय स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बेमेतरा के आदेश पर यह विशेष अभियान संचालित होगा।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बसोड़ ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रारंभ यह अभियान हर माह की 9 और 24 तारीख को आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं की गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच और जटिल प्रकरणों की समय पर पहचान कर उन्हें सुरक्षित मातृत्व सेवाएं प्रदान करना है। इस दिन गर्भवती महिलाओं की संपूर्ण प्रसव पूर्व जांच मेडिकल ऑफिसर और स्त्री रोग विशेषज्ञों की देखरेख में की जाएगी।
डीपीएम सुश्री लता बंजारे ने बताया कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल बेमेतरा में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी भी गर्भवती महिला को इस अभियान के लाभ से वंचित न रहना पड़े। इस दौरान हाई रिस्क प्रेगनेंसी (HRP) की पहचान कर समय रहते उपचार की व्यवस्था की जाएगी।जिला समन्वयक हिना सिन्हा ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत “मदर्स पिकनिक” का भी आयोजन किया जाएगा। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर का विजिट कराया जाएगा, जिससे उनका प्रसव संबंधी तनाव कम हो और उन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जा सके। जिला प्रशासन ने सभी गर्भवती महिलाओं से अपील की है कि वे इस अभियान का लाभ उठाएं और सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करें।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : जिला रोजगार कार्यालय, कौशल विकास प्राधिकरण, बेमेतरा एवं जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में 9 जून 2025 (सोमवार) को प्रातः 11:00 बजे से एक जिला स्तरीय एक दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है । यह मेला जिला पंचायत संसाधन केंद्र बेमेतरा में आयोजित किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस मेले में नुट्रिएंट्री क्रॉप केयर पीवीटी एलटीडी बिलासपुर द्वारा युवाओं की भर्ती की जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति फील्ड ऑफिसर कुल पद 35, वेतनमान ₹9,000–₹16,000, कार्यस्थल बेमेतरा, एग्रीकल्चर एडवाइजर कुल पद 18, वेतनमान ₹12,000 – ₹20,000 के पदों पर की जाएगी |
इस रोजगार मेले में 10वीं एवं 12वीं पास अभ्यर्थी जिनकी शैक्षणिक योग्यता संबंधित पद के लिए उपयुक्त हो, वे भाग ले सकते हैं। अभ्यर्थियों को दो पासपोर्ट साइज फोटो, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्रों की छायाप्रति, एवं पहचान पत्र के साथ मेले में उपस्थित होना अनिवार्य होगा। जिला कौशल विकास प्राधिकरण के सहायक संचालक ने युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बारिश से पहले ही हितग्राहियों को सामग्री एकत्र करने में मदद करें पंचायतें
उपलब्धता बढ़ाने के लिए श्रमिकों को ग्राम पंचायत में ही मिलेगा राजमिस्त्री का प्रशिक्षण
कोरिया : जिला पंचायत कोरिया के सभा कक्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में प्रभारी जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर श्री अरुण कुमार मरकाम ने ग्राम पंचायतों के सचिवों से ग्राम पंचायत वार आवास योजना ग्रामीण में प्रगति की स्थिति पर जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। इस बैठक में पहले जनपद पंचायत सोनहत के ग्राम सचिवों की और उसके बाद जनपद पंचायत बैकुंठपुर की ग्राम पंचायत वार समीक्षा सम्पन्न हुई। इस बैठक में सोनहत और बैकुंठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के एसडीओ, तकनीकी सहायक, ग्राम रोजगार सहायक, आवास मित्र उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में पृथक से सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर कार्य करने की जरूरत होगी। सचिव और रोजगार सहायक को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे पहले आपको ग्राम पंचायतों में संसाधन एकत्र करने पर ध्यान देना होगा। इसके बाद ही आप अपेक्षित समय सीमा में लक्ष्य अनुसार क्रियान्वयन पूर्ण कर सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि आगामी बारिश के मौसम और धान की खेती के सीजन को को देखते हुए प्रत्येक हितग्राही से संपर्क कर उनकी मटेरियल की उपलब्धता का आकलन करें और प्रत्येक ग्राम पंचायत में भ्रमण कर हितग्राही की आवश्यकता अनुसार ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच उन्हें संसाधन जुटाने में मदद करें।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के प्रत्येक हितग्राही को उसके आवास निर्माण कार्य में 90 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जाना है। कलेक्टर कोरिया ने कहा कि यह तीन चरणों में प्रदाय करने के लिए निरंतर मास्टर रोल जारी किए जाएं जिससे हितग्राहियों को आवश्यक मजदूरी की राशि समय समय पर मिलती रहे। इससे भी आवास योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य में अच्छी प्रगति होगी।
सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत वार समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने ग्राम पंचायत रजौली के सचिव की बिना सूचना के अनुपस्थिति और पदीय कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। महत्वपूर्ण योजनाओं में लापरवाही बरतने पर उन्होंने सम्बन्धित सचिव को निलंबित करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
टीम वर्क के साथ काम करने पर बल देते हुए प्रभारी जिला पंचायत सीईओ श्री अरुण कुमार मरकाम ने कहा कि सभी एक दिशा में कार्ययोजना बनाकर कार्य करें तो अपेक्षित कार्य समय सीमा में पूर्ण किया जा सकता है और यदि प्रयास समेकित नहीं होता है तो योजना में प्रगति नहीं हो पाएगी। उन्होंने लापरवाही करने वाले ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक को सेवा से पृथक करने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में प्रगति को लेकर महात्मा गांधी नरेगा योजना में पंजीकृत श्रमिकों को राजमिस्त्री का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस सम्बन्ध में उपस्थित सचिवों को निर्देशित करते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन ने कहा कि जिन ग्राम पंचायत में लक्ष्य अधिक हैं और वहां राजमिस्त्री कम उपलब्ध हैं, उन ग्राम पंचायतों में आवास योजना ग्रामीण के हितग्राही या मनरेगा श्रमिकों को राजमिस्त्री का प्रशिक्षण देने के लिए सूचीबद्ध कर लें। यह प्रशिक्षण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी के माध्यम से ऑफलाइन मोड पर प्रदान किया जाएगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : जिला परिवहन अधिकारी श्री यशवंत यादव ने बताया है कि जिले के 2019 से पहले के पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर लगवाने हेतु फॉर्म भरने के लिए परिवहन विभाग द्वारा 05 जून 2025 को जिला परिवहन कार्यालय बलरामपुर, तहसील कार्यालय शंकरगढ़, रामानुजगंज एवं तहसील कार्यालय वाड्रफनगर में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए वाहन का पंजीयन प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर लाना आवश्यक है। इसके लिए शुल्क भी निर्धारित किया गया है। दो पहिया वाहन के लिए 366 रुपये, तीन पहिया वाहनों के लिए 428 रुपये, चार पहिया वाहनों के लिए 657 रुपये तथा भारी माल वाहनों के लिए 706 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। इसके अलावा परिवहन सुविधा केंद्र में फॉर्म भरने पर 50 रुपये अतिरिक्त शुल्क देय होगा।
-
छात्रों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
बलरामपुर : राज्य शासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और सुव्यवस्थित करने युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की गई है ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिल सके। जिले में शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के तहत शिक्षकविहीन एवं एकल शिक्षकीय स्कूलों में अतिशेष शिक्षकांे को ओपन काउंसलिंग कर पदस्थापना की गई।
जिले में 14 प्राथमिक शाला शिक्षकविहीन थे, जिसमें बलरामपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला महराजगंज, शंकरगढ़ अंतर्गत दोहना, रामचन्द्रपुर अंतर्गत जोगनीपारा, इन्द्रापुर, लावा, केवली, औरंगा, पीपरपान, सुन्दरपुर, परसाखाड़, औराझरिया, वाड्रफनगर के खैरगांव, टोलकुपारा, जरहाटोला शामिल थे। इन विद्यालयों में भी युक्तियुक्तकरण के तहत अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना कर पद की पूर्ति कर दी गई है। वर्तमान में जिले में एक भी विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं है। पहले जहां इन स्कूलों में संलग्नीकरण के माध्यम से शिक्षकों की कमी पूरी कर बच्चों को अध्यापन कराया जाता था। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षकों की पूर्ति की गई है, अब बच्चों को नियमित रूप से विषयवार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। इससे छात्रों की उपस्थिति बढ़ेगी एवं ड्रॉप आउट में कमी आयेगी।
युक्तियुक्तकरण के तहत स्कूलों को बंद नहीं बल्कि समयोजन किया जा रहा है। जिले में 04 स्कूल जिनमें छात्रों की संख्या 10 से कम थी उनका समायोजन किया गया है। इससे शिक्षा की गुणवता और संसाधनों का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा। इस संबंध मंे जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि युक्तियुक्तकरण हो जाने से विद्यार्थियों को बार-बार प्रवेश लेना नहीं पड़ेगा। साथ ही विद्यालयों में प्रशासनिक कसावट आएगी। छात्र, शिक्षक का अनुपात संतुलित होगा। विद्यालयों में विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता बढ़ेगी एवं शिक्षा के स्तर में एकरूपता आएगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एक पेड़ मां के नाम पर आवास हितग्राहियों और ग्रामीणों ने किया पौधरोपण
पौधे के देखरेख एवं जल संरक्षण हेतु ग्रामीणों ने लिया संकल्प
बलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जनपद पंचायत वाड्रफनगर के सभी ग्राम पंचायतों में पौधरोपण किया गया। वर्तमान में पूर्ण किये गये प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों में भी आज एक पेड़ मां के नाम अपने आवास के समीप पौधरोपण किया तथा पौधे के देखरेख एवं संरक्षण हेतु संकल्प भी लिया।
जनपद पंचायत वाड्रफनगर के सीईओ ने बताया कि वर्तमान में मनरेगा से स्वीकृत वन विभाग एवं उद्यान विभाग के नर्सरी में पर्याप्त मात्रा में फलदार, छायादार एवं वनस्पति औषधीय पौधे उपलब्ध हैं, जिसे ग्राम पंचायतों के द्वारा आवश्यकतानुसार अपने ग्राम पंचायतों में आवास हितग्राहियों के आवास के समीप और स्कूल/आंगनबाड़ी परिसरों में पौधरोपण कराया जा रहा है।
इसी प्रकार विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम पंचायत सिहार में भी विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कमारी संकुल की महिलाओं द्वारा ग्राम पंचायत सिहार में लगाए गए ब्लॉक प्लांटेशन की सफाई कार्य किया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने पौधों की निराई-गुड़ाई की और उनकी देखरेख का संकल्प भी लिया। इस पहल का उद्देश्य न केवल पौधों की वृद्धि को सुनिश्चित करना है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ते हुए उन्हें जागरूक और सशक्त बनाना है। पर्यावरण संरक्षण सामूहिक प्रयासों से ही संभव है और इसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधिगण, ग्रामीण एवं स्व-सहायता समूहों के महिलाओं की सक्रिय भागीदारी रही। इसके साथ ही सभी विकासखण्डों में विश्व पर्यावरण दिवस पर आम नागरिकों ने अपनी भागीदारी निभाते हुए पौधारोपण किया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : मोर गांव मोर पानी महाअभियान के अंतर्गत कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में जल संरक्षण और संवर्धन के लिए जनपद पंचायतों में कलस्टरवार प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। कलस्टर अंतर्गत ग्राम पंचायतों के मैदानी अमलों को अभियान की विस्तृत जानकारी प्रदान दी गई। प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत स्तर पर जल स्रोतों की पहचान, उनका पुनर्द्धार और जल संरक्षण के उपायों के बारे में बताया गया। मोर गांव मोर पानी महाअभियान अंतर्गत जिले के भिन्न ग्राम पंचायतों में श्रमदान के माध्यम से जल संरक्षण अंतर्गत बोरी बंधान के माध्यम से नाले के पानी को रोककर जल स्तर में वृद्धि किया जा रहा है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर खनिज, राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने अवैध खनिज (रेत) परिवहन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन वाहनों को जप्त किया है। यह कार्रवाई तहसील बैकुण्ठपुर एवं पटना क्षेत्र में की गई।गश्त के दौरान इन वाहनों को अवैध रूप से रेत का परिवहन करते पाया गया, जिसके बाद उन्हें मौके पर ही जब्त कर समीपस्थ बैकुण्ठपुर एवं पटना थाने में अभिरक्षा में रखा गया है।जप्त किए गए वाहनों की जानकारी सीजी 15 ईएफ 9937, ट्रैक्टर मालिक विकास चक्रधारी , सीजी 29 ए.सी. 9874 मिनी ट्रक मालिक श्री प्रिंस जायसवाल, महिंद्रा (सोल्ड) मालिक श्री बुधमान सिंह हैं।इन सभी वाहन मालिकों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 की धारा 71 तथा खान और खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 से 23 (ख) के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
जिला खनिज अधिकारी ने जानकारी दी है कि कलेक्टर के निर्देशन में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण के विरुद्ध निरंतर कार्रवाई जारी है। प्रशासन ने साफ किया है कि भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण एवं कार्रवाई की जाएगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के उपलक्ष्य में महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम गुडरूडीह में पौधरोपण एवं पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में ’’कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद’’ तथा ’’वन विभाग महासमुंद’’ एवं ’’रिलायंस फाउंडेशन’’ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम में ’’लगभग 125 महिलाएं, 45 पुरुष किसान एवं 25 बच्चे’’ उत्साहपूर्वक शामिल हुए। वन विभाग महासमुंद द्वारा इस कार्यक्रम के लिए 188 पौधे निःशुल्क प्रदान किए गए, जिनका रोपण सभी प्रतिभागियों द्वारा किया गया।कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद के प्रमुख और वरिष्ठ वैज्ञानिक ’’डॉ. सतीश कुमार वर्मा’’ ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी को अपनी ’माँ’ को स्मरण करते हुए एक ’वृक्ष’ लगाना चाहिए और अपने गांव तथा जिले को ’प्लास्टिक मुक्त’ बनाने का संकल्प लेना चाहिए। डॉ. वर्मा द्वारा ग्रामीणों को ’’सीड बॉल निर्माण’’, ’’फलदार पौधों की वैज्ञानिक पद्धति से रोपण’’, ’’किचन गार्डन’’ के लाभों सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर ’’प्रशिक्षण’’ (प्रदर्शन) प्रदान किया गया। इनमें जल संरक्षण एवं प्रबंधन, कचरा प्रबंधन एवं पुनर्चक्रण, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, जलवायु परिवर्तन एवं अनुकूलन रणनीति,’ सतत कृषि और खाद्य सुरक्षा, पारंपरिक पारिस्थितिकी ज्ञान, प्लास्टिक प्रदूषण उन्मूलन शामिल है।
कार्यक्रम में ग्राम के जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने भी अपने अनुभव साझा किए। इनमें ’’रमाकांत ध्रुव, परमेश्वर ध्रुव, हीरालाल ध्रुव, सावित्र ध्रुव, बुढ़िया ध्रुव, नारायण पटेल, तुलाराम ध्रुव, सावित्री ध्रुव, ललिता ध्रुव और सुशीला ध्रुव’’ शामिल रहे। ’’कार्यक्रम का संचालन’’ रिलायंस फाउंडेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री संतोष कुमार सिंह ने किया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर ; आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय वृहद सामूहिक योगाभ्यास का कार्यक्रम जिला जशपुर में होना प्रस्तावित है। उक्त कार्यक्रम के तैयारी के संबंध गुरुवार को रेस्ट हाउस जशपुर में बैठक आयोजित की गई जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य, योग आयोग के अध्यक्ष श्री रुपनारायण सिन्हा का संक्षिप्त प्रवास जिले में था। कार्यक्रम के सफल सम्पादन के लिए अध्यक्ष के निर्देशन एवं जिला कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन, तथा स्थानीय विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद श्री अरविन्द भगत, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्री गंगा राम भगत, भरत सिंह तथा सम्बधित विभागों के अधिकारियों के उपस्थिति में बैठक सम्पन्न हुआ।
बैठक में कार्यक्रम के रुपरेखा स्थान, आउटरीच एवं सहभागिता इत्यादि विषयों पर परिचर्चा कर कार्ययोजना तैयार की गयी। बैठक में अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि योग के महत्व को जिला के सुदूर वनांचल के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने का लक्ष्य हमारा है। आज के परिवेश में योग एक चिकित्सा पद्धति के रूप में अपनाई जा रही है। योग के अष्टांग क्रिया से असाध्य रोग भी ठीक किये जा रहे है तथा मद्यपान एवं धुम्रपान के उन्मूलन में योग एक कारगर उपाय सिद्ध हो रहा है। उक्त अवसर पर विधायक द्वारा कहा गया कि योग का अर्थ जोड़ना होता है। अतः हमें जिले के अंतिम व्यक्ति तक योग के महत्व को पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। आज पूरा विश्व योग के महत्व को स्वीकार कर व्यक्ति अपने शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सर्वांगीण विकास, इस विधा का उपयोग कर रहे है। बैठक की बिन्दू सह प्रतिवेदन श्री टी० पी० भावे, उप संचालक समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रस्तुत किया गया तथा आभार श्री ओंकार यादव अनुभागीय अधिकारी द्वारा व्यक्त किया गया। बैठक में श्री प्रदीप राठिया, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विद्युत विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, खाद्य अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला आयुर्वेद अधिकारी, जिला खेल अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं विकास, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, योग समन्वयक श्री अशोक यादव, योग मित्र गणमान्य नागरिक योगाचार्य उपस्थित थे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बिजली आपूर्ति पुनः हुई बहाल, ग्रामवासियों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की पहल पर ग्राम मरचाई ढ़ोढ़ी में ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से बाधित विद्युत सप्लाई पुनः प्रारंभ हो गई है। इससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। विद्युत आपूर्ति पुनः बहाल होने पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का प्रति आभार व्यक्त किया।
तहसील कांसाबेल के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत नाकबार के ग्राम मरचाई ढ़ोढ़ी के वार्ड क्रमांक 19 में ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से बिजली की आपूर्ति ठप हो गई थी। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आवेदन देकर इस समस्या के बारे में बताया और इसके जल्द समाधान की मांग की। कैंप कार्यालय की त्वरित पहल पर विद्युत विभाग के द्वारा वहां पर ट्रांसफार्मर बदल दिया गया है। जिससे बिजली आपूर्ति पुनः बहाल होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के द्वारा बगिया में खोले गए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में जन समस्या का निवारण तत्परता से किया जा रहा है। विद्युत आपूर्ति से संबंधित समस्या आने पर इसके तत्काल निराकरण की कार्यवाही शुरू कर दी जाती है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : कलेक्टर जशपुर रोहित व्यास के दिशा निर्देशन में जिले में मोर माटी मोर गांव महाअभियान के अंतर्गत जल समृद्ध गांव बनाने हर घर जल - रैन वाटर हार्वेस्टिंग है हल की थीम पर जनपद पंचायत जशपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत लोदाम में हर घर रैन वाटर हार्वेस्टिंग महाअभियान की शुरुआत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि प्रकृति निस्वार्थ भाव से हमें अपने अनमोल धरोहर देती है पर हम सभी अपने अपने स्वार्थ के अनुरूप इसका दोहन कर रहे है पानी इसमें सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके बिना इस पृथ्वी और मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है,इसलिए यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम जल और प्रकृति की रक्षा करे। जल जागृति जशपुर जागरूकता अभियान के माध्यम से जल संरक्षण हेतु प्रशासन ने पहल की है अब हम सभी को मिलकर इसे आगे ले जाना है और जशपुर में जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना है।जल बचाने की शुरुआत हमें अपने घर से करना चाहिए। जल आज की बहुत बड़ी आवश्यकता है, आने वाली पीढ़ी के लिए हमें अधिक से अधिक जल बचाना जरूरी है। आज इसी क्रम में यहां हर घर रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनाने का काम महाअभियान के रूप में प्रारंभ किया जा रहा है, ये जन भागीदारी का काम है इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है। सभी आगे आए और जल संरक्षण की पावन अभियान में अपना सहयोग प्रदान करे।
रैन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना निर्माण के साथ साथ सभी हैंडपंप में सोखता गड्ढा निर्माण, जल संरचनाओं में सफाई, गाद निकासी का कार्य, जल संचयन संरचना यथा कंटूर ट्रेंच, लूज बोल्डर चेक डेम, इंजेक्शन वेल, डबरी निर्माण कार्य के माध्यम से जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। जल जागृति जशपुर जल संरक्षण कार्यक्रम के माध्यम से जिले में पूर्व से जल बचाने जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसे लोगों का व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ है। रैन वाटर हार्वेस्टिंग महाअभियान के शुभारंभ अवसर पर क्षेत्र जनपद सदस्य, विभिन्न समाज के समाज प्रमुख, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग, जिला मिशन प्रबंधक एन आर एल एम, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन, सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा, सी ई ओ जनपद पंचायत, आसपास के ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, सचिव, रोजगार सहायक, स्व सहायता समूह की महिलाएं, ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अतिशेष शिक्षकों, रिक्त पदों और युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत पदस्थापना की दी जानकारी
जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने किया जा रहा युक्तियुक्तकरणः अपर कलेक्टर
जशपुरनगर : युक्तियुक्तकरण के संबंध में आज अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू ने कलेक्टोरेट सभागार में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर सभी संकाओं का समाधान किया और बताया कि युक्तियुक्तकरण किस तरह से शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए शासन द्वारा लिया गया निर्णय है। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री हरिओम द्विवेदी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रमोद भटनागर सहित पत्रकारगण उपस्थित थे।
अपर कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। नगरीय इलाकों में छात्रों की तुलना अधिक शिक्षक पदस्थ हैं, जबकि ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों की शालाओं में स्थिति इसके विपरीत है। वहां शिक्षकों की कमी है, जिसके चलते शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं और छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति को सुधारने के उद्देश्य ही प्रदेश सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का कदम उठाया गया है। इससे जिन शालाओं में शिक्षक की जरूरत है, वहां शिक्षक उपलब्ध होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में गणित, रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान जैसे विषयों के विषय-विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे। बच्चों को अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। कुल मिलाकर युक्तियुक्तकरण के माध्यम से छात्र-शिक्षक अनुपात स्कूलों में संतुलित हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शिक्षकों और शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है।
युक्तियुक्तकरण से होने वाले लाभों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि बार-बार प्रवेश से विद्यार्थियों को मुक्ति मिलेगी, ड्रॉपआउट रेट में कमी आयेगी। एक ही परिसर के विद्यालयों में प्रशासनिक कसावट आयेगी। विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता बढेगी। छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों हेतु उपचारात्मक शिक्षा हेतु विशेषज्ञ शिक्षक मिलेंगें। भविष्य हेतु बेहतर अधोसंरचना विकसित की जा सकेगी। शिक्षा के स्तर में एकरूपता को बढ़ावा मिलेगा।
युक्तियुक्तकरण के तहत काउंसलिंग के तहत उन्होंने स्कूलों में रिक्त पदों, अतिशेष शिक्षकों एवं समायोजन की जानकारी देते हुए बताया कि 2 जून को हुए काउंसलिंग प्रक्रिया में प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला में कुल अतिशेष पदों की संख्या 01 थी एवं 17 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर विभाग द्वारा 01 प्रधान पाठक की पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। शेष 16 पदों की अग्रिम कार्यवाही हेतु संभाग को जानकारी प्रेषित कर दी गई है। इसी प्रकार प्रधान पाठक प्राथमिक शाला में कुल अतिशेष पदों की संख्या 33 थी एवं 60 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर विभाग द्वारा 33 प्रधान पाठक की पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। शेष 27 रिक्त पदों की निर्देशानुसार कार्यवाही की जाएगी। व्याख्याता के कुल अतिशेष पदों की संख्या 191 थी एवं 237 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर विभाग द्वारा 151 व्याख्याता की पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। 40 अतिशेष पदों की अग्रिम कार्यवाही हेतु संभाग को प्रेषित करते हुए रिक्त 86 पदों की जानकारी भी संभाग स्तर पर प्रेषित कर दी गई है। रिक्त पदों के अनुसार विषय की व्याख्यता उपलब्ध नहीं होने के कारण सभी रिक्त पदों पर पदांकन नहीं किया जा सका है। जिसकी जानकारी भी संभाग को दे दी गई है।
03 जून को हुए काउसलिंग प्रक्रिया में शिक्षक पूर्व माध्यमिक शाला में कुल अतिशेष पदों की संख्या 336 थी एवं 72 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर विभाग द्वारा 34 शिक्षकों की पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। शेष 302 अतिशेष पदों की अग्रिम कार्यवाही हेतु संभाग को प्रेषित करते हुए रिक्त 38 पदों की जानकारी भी संभाग स्तर पर प्रेषित कर दी गई है। रिक्त पदों के अनुसार विषय शिक्षक उपलब्ध नहीं होने के कारण सभी रिक्त पदों पर पदांकन नहीं किया जा सकता है। जिसकी जानकारी भी संभाग को दे दी गई है। इसी तरह 04 जून को हुए काउंसलिंग प्रक्रिया में सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला में कुल अतिशेष पदों की संख्या 555 थी एवं 334 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर विभाग द्वारा 334 सहायक शिक्षकों की पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। उक्त पद जिला स्तरीय होने के कारण जिला स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।
अपर कलेक्टर श्री साहू ने बताया कि जिले में पहले 18 स्कूल शिक्षक विहीन तथा 258 स्कूल में मात्र एक शिक्षक पदस्थ थे। जिसे युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत पदस्थापना नियमानुसार कर दी गई है। उन्होंने बताया कि ई संवर्ग के 28 शाखाएँ एवं टी संवर्ग की 271 कुल 299 शालाएँ समायोजित की गई हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लिए 10 से कम दर्ज संख्या एवं 01 किमी से कम दूरी तथा शहरी क्षेत्र के लिए 30 से कम दर्ज संख्या एवं 500 मीटर से कम दूरी वाली शालाओं एवं एक ही परिसर में दो या दो अधिक प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई, हायर सेकेण्डरी शालाएँ समायोजित की गई है। अतिशेष शिक्षकों युक्तियुक्तकरण शासन के द्वारा निर्धारित समय-सीमा में पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ किया गया है।अतिशेष शिक्षकों का चिन्हांकन विकासखण्ड स्तरीय 05 सदस्यीय समिति के द्वारा किया गया है। चिन्हांकन उपरांत जिला स्तरीय 05 सदस्यीय समिति के द्वारा परीक्षण उपरांत शिक्षकों की काउंसलिंग आयोजित की गई। शिक्षकों की ओपन काउंसलिंग प्रोजेक्टर के माध्यम से एक ही हॉल में शिक्षकों को बैठाकर पूरी पारदर्शिता के साथ की गई जिसकी वीडियोग्राफी भी की गई है। शिक्षकों को उनके मनपसंद जगहों में पदस्थापना दी गई है। रिक्त पदों की पूरी सूची स्कूल वार एवं अतिशेष शिक्षकों की सूची पदवार काउंसलिंग हॉल के बाहर नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई थी साथ ही यह सूची संबंधित वाट्सअप ग्रुप में भी प्रसारित की गई थी।