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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बिलासपुर : राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत महोत्सव के तहत प्रार्थना हॉल में एक गरिमामय काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य की गौरवपूर्ण यात्रा और उपलब्धियों पर आधारित 5 मिनट की लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसने उपस्थित सभी लोगों को भावविभोर कर दिया। इस लघु फिल्म में छत्तीसगढ़ के निर्माण काल से लेकर अब तक की गौरवपूर्ण उपलब्धियों को संजोया गया है। फिल्म में वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद से शिक्षा, स्वास्थ्य,कृषि,सड़क,उद्योग,ऊर्जा,सूचना-प्रौद्योगिकी,जैसे क्षेत्रों में हुए चहुंमुखी विकास को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। फिल्म ने यह संदेश दिया कि कैसे दो दशक से अधिक की इस यात्रा में छत्तीसगढ़ ने एक पिछड़े राज्य से तेजी से प्रगतिशील राज्य बनने तक का सफर तय किया। काव्य गोष्ठी में शामिल कवि, साहित्यकारों और प्रबुद्ध नागरिकों ने फिल्म की सराहना की, उन्होंने कहा कि यह फिल्म न केवल राज्य की प्रगति का आईना है,बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी दस्तावेज भी है। साहित्यकारों ने इसे छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और विकास का जीवंत चित्रण बताया। उपस्थित प्रबुद्धजनों ने कहा कि इस तरह की लघु फिल्में और आयोजन आम जनता तक राज्य की विकास यात्रा को पहुंचाने का सशक्त माध्यम हैं, जिससे छत्तीसगढ़ की नई पहचान और गौरवगाथा जन-जन तक पहुंच रही है।
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संस्कृति एवं विकास पर केन्द्रित गीतों की प्रस्तुति ने समा बांधा
कन्ज्यूमर से प्रोड्यूसर राज्य की ओर बढ़ाने होंगे कदम: कुलपतिनयी तकनीक एवं नवाचार से आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़ : कलेक्टर
कवियों की शानदार प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा प्रार्थना सभा भवन में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। राज्य निर्माण के इन पच्चीस वर्षों में छत्तीसगढ़ में हुए विकास एवं समरस संस्कृति को कवियों ने गीतों में पिरोकर अपनी सुन्दर प्रस्तुतियों से खूब वाहवाही लूटी। राज्य के जन्म से लेकर युवा होने तक की गाथा सुनकर दर्शक भाव-विभोर हो गए। रजत जयंती पर 25 से ज्यादा नामी गिरामी कवियों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 एडीएन वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार सतीश जायसवाल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार, कवि एवं साहित्यकार श्री नन्द किशोर शुक्ल, श्री राजेश चौहान, डॉ. अजय पाठक एवं श्रीमती रश्मिलता मिश्रा उपस्थित थीं।
मुख्य अतिथि एवं कुलपति डॉ. एडीएन वाजपेई ने कहा कि छत्तीसगढ़ की शुरू से ही अलग पहचान रही है। इसने अविभाजित मध्यप्रदेश और देश को काफी प्रभावित किया है। छत्तीसगढ़ किसी भी मामले में कमजोर कभी भी नहीं रहा है। समरसता यहां के समाजों का विशिष्ट खासियत रहा है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर ने राज्य और देश को श्रेष्ठ राजनेता दिया है। सविंधान के निर्माण में भी यहां के लोगों ने योगदान दिया है। साहित्य जगत में भी बिलासपुर का गौरवपूर्ण स्थान है। डॉ0 वाजपेई ने कहा कि गत 25 बरस में छत्तीसगढ़ ने काफी प्रगति की है। लोगों की आमदनी में काफी इजाफा हुआ है। सड़क, शिक्षा और विज्ञान में काफी प्रगति हुई है। हाल ही में जारी छत्तीसगढ़ के विजन डॉक्यूमेन्ट में ये सब देखने को मिल रहा है। अब हमें कन्ज्यूमर स्टेट से आगे जाकर प्रोड्यूसर स्टेट के रूप में पहचान बनानी है। इसके लिए उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना होगा। विकसित राज्यों की बराबरी में आने के लिए हम सबको और मेहनत करनी पड़ेगी।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने उद्बोधन में कहा कि रजत महोत्सव हमें आत्मचिंतन का अवसर मिला है कि हम इन 25 सालों में कहां पहुंचे हैं। क्या कर रहे हैं। क्या सही दिशा में विकास के काम हो रहे हैं। क्या कुछ छूट गया। हम आज कितने खुशहाल हैं। उन्होंने कहा कि केवल पैसा ही समृद्धि का संपूर्ण परिचायक नहीं हैं। इससे भी आगे बड़े विषय हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण के इन पच्चीस बरसों मे राज्य के उत्तर से लेकर दक्षिण तक समान रूप से विकास के काम हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिभा संपन्न लोग बहुत हैं। उनमें निहित कौशल को और धार देना है। हर मामलों में हमें देश के औसत से ऊपर रहने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ देश के बीचो-बीच स्थित है। इस भौगोलिक स्थिति का हमें फायदा उठाना चाहिए। राज्य को विकसित स्वरूप देने में लोगों को भी आगे आना होगा। उन्हें प्रोडक्टिव होना होगा। नई तकनीक एवं नवाचार अपनाएंगे तभी आगे बढ़ना आसान होगा। समाज के कमजोर लोगों को भी साथ लेकर चलना होगा अन्यथा विकास के तमाम दावे अधूरे साबित होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार सतीश जायसवाल ने कहा कि रजत महोत्सव के अवसर पर संगोष्ठी के आयोजन से साहित्य जगत को खुशी हुई है। काफी दिनों बाद कवि एवं साहित्यकार एक साथ मिले हैं। पच्चीस सालों में भौतिक विकास के साथ छत्तीसगढ़ी भाषा एवं साहित्य का भी विकास हुआ है। विश्वविद्यालयों में भी छत्तीसगढ़ की संवेदना का महसूस कर इस पर अनुशीलन किया जा रहा है। गोष्ठी आयोजन के लिए उन्होंने जिला प्रशासन को बधाई एवं धन्यवाद किया। वरिष्ठ साहित्यकार श्री नंद किशोर शुक्ल ने कहा कि राज्य निर्माण के पहले छत्तीसगढ़ अनजाना सा था। नये राज्य बनने से पहचान मिली। छत्तीसगढ़ राज्य पर हम सभी को गर्व है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बापजेई जी ने हमें पृथक छत्तीसगढ़ दिया। तब से छत्तीसगढ़ राज्य दिनों दिन प्रगति कर रहा है। उन्होंने राज्य निर्माण के इतिहास को काफी विस्तार से बताया। श्री शुक्ल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा हमारी अस्मिता और पहचान है। इसके और विकास और विस्तार की जरूरत है। साहित्यकार श्री राजेश चौहान ने कहा कि छत्तीसगढ़ के अलग राज्य बनने से हमारे पुरखों का सपना साकार हुआ है। इसे अव्वल राज्य में तब्दील करने की जिम्मेदारी अपने कंधो पर है। स्वागत भाषण नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने दिया। उन्हेांने आयोजन का उद्देश्य भी बताया। कार्यक्रम के शुभारंभ सत्र का संचालन एवं आभार ज्ञापन जनसम्पर्क विभाग की जिला समन्वयक सुश्री रेहाना तबस्सुम ने किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुनील शर्मा ‘‘प्रकाश’’ ने किया।
प्रार्थना सभा भवन में करीब 5 घण्टे तक कविताओं का दौर चला। वरिष्ठ कवि, साहित्यकारों व नवोदित कवियों ने अपनी चुनिंदा कविताओं के माध्यम से राज्य निर्माण की सार्थकता का वर्णन किया। गोष्ठी सत्र में डॉ. सुप्रिया भारतीयन, डॉ. देवधर महंत, श्री महेश श्रीवास, श्रीमती तुलसी देवी तिवारी, श्री एमडी मानिकपुरी, डॉ. राघवेन्द्र दुबे, श्री रामनिहोरे राजपूत, श्री सुशील तिवारी,श्री भास्कर मिश्रा ,श्री जगदीश कुलदीप, श्री विजय तिवारी, श्रीमती अनु चक्रवर्ती, श्रीमती रश्मि गुप्ता, सुश्री अनपूर्णा पवार, सुश्री उज्मा अख्तर, श्रीमती धनेश्वरी सोनी, श्रीमती वीणा शुक्ला, युवा कवि श्रीकुमार, सुश्री आकांक्षा द्विवेदी, श्री बालमुकुंद श्रीवास, श्री अंशुल शुक्ला, श्री अशीष श्रीवास, श्री चैतन्य गोपाल ने कविता पाठ किया। सभी साहित्यकारों को उप संचालक जनसंपर्क श्री एमडी पटेल द्वारा जिला प्रशासन की ओर से शॉल, श्रीफल देकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित लोगों ने स्वास्थ्य जांच कराई।
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28 जिलों में 1.33 लाख आदि कर्मयोगी घर-घर संपर्क कर दिलाएंगे योजनाओं का लाभ
गांवों में स्थापित होंगे आदि सेवा केंद्र आदि कर्मयोगियों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण
रायपुर : छत्तीसगढ़ में जनजाति समुदाय के लिए संचालित केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जनजातीय परिवारों तक पहुंचानें के लिए आदिकर्मयोगी अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आदि कर्मयोगी अभियान को 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 के मध्य जोर-शोर के साथ सेवा पर्व के रूप में संचालित करने का आह्वान किया है।
छत्तीसगढ़ में आजादी के अमृतकाल में वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्प को पूरा करने में सबकी सहभागिता से यह अभियान संचालित किया जाएगा। इस अभियान के लिए राज्य के 28 जिलों के 138 विकासखंडो में 1 लाख 33 हजार वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। आदिकर्मयोगी अभियान में विभिन्न विभागों के समन्वय से जनजातीय परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। स्थानीय जन प्रतिनिधि भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी देंगे।
आदिकर्मयोगी अभियान अंतर्गत जनजातीय बाहुल्य गांवों में बुनियादी अधोसंरचना और सुविधाओं में जो भी ‘क्रिटिकल गैप’ हैं, उनकी पहचान की जाएगी। स्थानीय प्रशासन के माध्यम से इन कमियों को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। इससे हर ग्राम बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त होगा। आदिकर्मयोगी अभियान संचालित करने के लिए राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय उन्नमुखीकरण एवं जिला मास्टर टेªनर्स के द्वितीय चरण के चार दिवसीय प्रशिक्षण का पूर्ण कर लिया गया है। इसके बाद विकासखण्डों और गांवों में चिन्हांकित आदिकर्मयोगी को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आदिकर्मयोगी अभियान के संबंध में 6 अगस्त को आयोजित बैठक में इस कार्यक्रम को प्राथमिकता देते हुए इस कार्य को जमीनी स्तर क्रियान्वित करने के लिए ठोस रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री श्री उइके ने आदिकर्मयोगीयों के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए जनजातीय संस्कृति और परंपरा को कायम रखते हुए इन वर्गों के कल्याण के लिए हम सबको पावन और पवित्र भाव से कार्य करने पर जोर दिया।
आदिम जाति, विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना में जनजातीय वर्गों के विकास में भागीदारी बनने की जरूरत है। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा कि आदि कर्मयोगी जनजातियों से सहज-सरल एवं उनकी ही भाषा व बोलचाल में मित्रवत जुड़ाव आदि कर्मयोगी अभियान का उद्देश्य पूरा होगा।
प्रमुख सचिव आदिम जाति विकास श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि इस अभियान के तहत ग्रामों में ‘आदि सेवा केंद्र’ स्थापित होंगे। ये केंद्र न केवल मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता में सहायक होंगे, बल्कि योजनाओं एवं कार्यक्रमों के सतत क्रियान्वयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। समापन समारोह में मास्टर ट्रेनर्स सहित बस्तर और सरगुजा संभाग के आदि कर्मयोगी उपस्थित थे।
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जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति का कलेक्टर की अध्यक्षता में हुआ आयोजन
जशपुरनगर : कलेक्टर रोहित व्यास की अध्यक्षता में जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन गुरुवार को जिला कार्यालय सभाकक्ष में किया गया।इस अवसर पर कलेक्टर ने 108 एवं 102 के अंतर्गत संचालित वाहनों के कार्यों की समीक्षा करते हुए समय पर सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने 102 महतारी एक्सप्रेस की सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध कराने हेतु दो ड्राइवरों द्वारा शिफ्ट वार कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री मेडिकल यूनिट (एमएमयू) को विशेष पिछड़ी जनजाति के निवास क्षेत्रों में पहुंचा कर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा। मुक्तांजली वाहनों की उपलब्धता की समीक्षा कर उन्होंने खराब वाहनों को जल्द से जल्द ठीक कराने और तब तक वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए शिकायत निवारण तंत्र एवं आकस्मिक सुविधा हेतु हेल्पलाइन विकसित करने पर के निर्देश दिए, जिसके माध्यम से लोगों को सड़क दुर्घटना सहायता, दवाइयों की उपलब्धता, स्वास्थ्य सहायता आदि सुविधाओं के साथ फीडबैक की भी सुविधा प्राप्त हो। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टरी निर्माण करने के भी निर्देश दिए।
प्रत्येक गर्भवती महिला तक पहुंच हेतु चलाये जा रहे अभियान को कलेक्टर ने प्रभावी बनाने के लिए आउटरीच कार्यक्रम के तहत सीएचओ एवं मितानिन के माध्यम से समाज के बीच पहुंच कर लोगों में संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन, प्रसव पूर्व जांच के महत्व के प्रति जागरूकता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक गर्भवती महिला के निर्धारित तीन एएनसी चेकअप करवाकर सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में योजनाबद्ध तरीके से राष्ट्रीय क्वालिटी एसुरेन्स स्टैंडर्ड (एनक्वास) के तहत सुविधा उपलब्ध कराकर सर्टिफिकेशन प्राप्त करने को कहा। उन्होंने गैर संचारी रोगों से पीड़ितों की पहचान के लिए अधिक से अधिक जांच करने को कहा। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी स्नेक वैनम एवं एंटी रेबीज दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। किसी भी मरीज को दवाइयों के कारण असुविधा ना हो इसके लिए इन दवाइयों के स्टॉक की जांच कराकर किसी भी प्रकार दवाई उपलब्ध कराने को कहा। इसके उपरांत भी यदि मरीजों को स्वयं से दवाइयां निजी दुकानों से खरीदने के लिए कोई बाध्य करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त आईआईटी बॉम्बे के पोषण मिशन, गर्भावस्था में योग, मानव संसाधन भर्ती, सिकलसेल उन्मूलन अभियान, राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम, मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम, शिशु टीकाकरण, एसएनसीयू संचालन, गर्भवती माताओं के टीकाकरण, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई आदि पर विस्तृत चर्चा की गई। इस बैठक में सहायक कलेक्टर अनिकेत अशोक, डिप्टी कलेक्टर हरिओम द्विवेदी, सीएमएचओ डॉ जीएस जात्रा, सिविल सर्जन डॉ विनीत नंदनवार, डीपीएम राजीव रंजन मिश्रा सहित सभी बीएमओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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तसर पालन की वैज्ञानिक तकनीकों पर दी गई व्यावहारिक जानकारी
जशपुरनगर : विज्ञान से व्यवहार तक शीर्ष से ज़िले के बोडाटोंगरी और बंदरचुआ में तसर पालन हेतु किसानों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें 50 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रांची की वैज्ञानिक-बी डॉ. निधि सुखिजा तथा सहायक निदेशक रेशम श्री श्याम कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत एमआरएमए मेरा रेशम मेरा अभियान पर चर्चा से हुई। विशेषज्ञों ने समझाया कि “मेरा” शब्द का तात्पर्य है “हम इसे अर्जित करते हैं”, जो किसानों में स्वामित्व और गर्व की भावना उत्पन्न करता है, जबकि “हमारा” केवल साझेदारी को दर्शाता है। तकनीकी सत्रों में तसर पालन की वैज्ञानिक तकनीकों पर व्यावहारिक जानकारी दी गई, जिसमें प्रारंभिक अवस्था से लेकर अंतिम अवस्था तक की पालन प्रक्रियाएँ शामिल थीं। किसानों ने सक्रिय रूप से चर्चा में भाग लिया और देर अवस्था में होने वाले वाइरोसिस, चींटियों के हमले तथा अन्य प्रबंधन संबंधी समस्याओं पर अपने प्रश्न रखे। विशेषज्ञों ने इन चुनौतियों के समाधान हेतु वैज्ञानिक उपाय और रोकथाम के तरीके बताए, जिससे कीटों की जीवितता तथा कोया उत्पादन में सुधार हो सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निदेशक हैंडलूम श्री युगेश्वर बंजारे एवं ग्राम पंचायत सरपंच ने की। उन्होंने इस पहल की सराहना की और किसानों से वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने की अपील किए। ताकि क्षेत्र में सतत् रेशम कीट पालन को बढ़ावा मिल सके।
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10 साल पुराने जख्म पर मरहम बनेगा कृत्रिम पैर, रायपुर में होगा इलाज
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील पहल से दुर्याेधन राम की जिंदगी एक बार फिर नई मुस्कान से भर उठेगी। लगभग 10 वर्ष पूर्व हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में दुर्याेधन का दायां पैर काटना पड़ा था। यह घटना उनके लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं थी। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय ने उनकी पीड़ा को समझते हुए उन्हें रायपुर इलाज के लिए भेजने का निर्णय लिया है, जहां उनके लिए कृत्रिम पैर लगाया जाएगा।
मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले ग्राम बोकी कारीताला निवासी दुर्याेधन के लिए यह दुर्घटना मानो जीवन पर पहाड़ टूटने जैसा थी। परिवार की जिम्मेदारियों के बीच अच्छे अस्पताल में इलाज कराना उनके लिए बेहद कठिन था। उनकी सबसे बड़ी इच्छा यही थी कि उन्हें कृत्रिम पैर मिल सके ताकि उसे अपने कामकाज में आसानी हो। उन्होंने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर अपनी व्यथा साझा की और कृत्रिम पैर लगवाने का निवेदन किया। आवेदन पर संजीदगी से संज्ञान लेते हुए कैंप कार्यालय ने तुरंत पहल की और उन्हें इलाज हेतु रायपुर भेजने का प्रबंध किया। अपनी खुशी व्यक्त करते हुए दुर्याेधन राम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आम जनता की तकलीफों को अपना समझते हैं। कैंप कार्यालय हमेशा ही आम आदमी की मदद के लिए तत्पर रहता है।
कैंप कार्यालय में स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझते लोगों को मिलती है तत्काल मदद
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निजी निवास बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय आमजन के लिए उम्मीद और सहारा का केंद्र बन चुका है। यहां स्वास्थ्य की समस्या से जूझते बगिया पहुंचने वाले जरूरतमंद लोगों को हर संभव मदद भी सुनिश्चित की जाती है।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन ने सुलभ, त्वरित और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य मितान हेल्पलाइन की शुरुआत की है। यह हेल्पलाइन सेवा जिले के उन लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, जो लंबे समय से गंभीर बीमारियों या इलाज के अभाव में परेशान थे।सीएम कैंप कार्यालय बगिया में प्राप्त आवेदन अनुसार अब तक इस पहल के अंतर्गत 2856 मरीजों को इलाज के लिए आवश्यक चिकित्सकीय सलाह, दवाइयाँ, अस्पताल में भर्ती की सुविधा, रेफरल सेवा और आवश्यकतानुसार एंबुलेंस की व्यवस्था कराई जा चुकी है।
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जशपुरनगर : छात्र हित को ध्यान में रखते हुए अब जिला ग्रंथालय जशपुर समस्त अवकाश के दिन में भी प्रातः 05:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक खुला रहेगा। विदित हो कि जिला ग्रंथालय में अध्ययन करने वाले छात्रों के द्वारा समस्त अवकाश के दिन में भी जिला ग्रंथालय खोले जाने का मांग किया गया है। जिसे ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने कर्मचारियों को समस्त अवकाश के दिन कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया है। निर्देशानुसार नियमित रूप से जिला ग्रंथालय निर्धारित समय तक खुला रखेंगे। समस्त अवकाश के दिन ड्यूटी करने के उपरांत आगामी कार्य दिवस उदाहरणार्थ रविवार को यदि ड्यूटी किया गया है तो सोमवार को अवकाश होगा। शेष दिवस पूर्ववत होगी। अवकाश के दिन में जिला ग्रंथालय नहीं खुलने अथवा निरीक्षण के दौरान यदि कोई कर्मचारी बिना पूर्व सूचना/आवेदन पत्र तथा अवकाश स्वीकृत कराये बगैर अनुपस्थित पाये जाते हैं तो नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिस हेतु स्वयं जिम्मेदार होगें।
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जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने सामान्य पुस्तक परिपत्र में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जशपुर जिले के लिए पूर्व में घोषित स्थानीय में परिवर्तन किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने पूर्व में नवाखाई के अवसर पर 30 अगस्त 2025 दिन शनिवार को घोषित स्थानीय अवकाश को परिवर्तित करते हुए नवाखाई ऋषि पंचमी 28 अगस्त 2025 दिन गुरुवार को स्थानीय अवकाश घोषित किया है।
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जागरूकता बढ़ाने विद्यालयों, छात्रावासों एवं अन्य संस्थाओं में हो रहा है विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास और जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय शर्मा के निर्देशानुसार जिले में 14 अगस्त से 15 सितम्बर 2025 तक बालिका सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। "Safeguarding the Girl Child: Towards a Safer and Enabling Environment for Her in India" विषय पर आयोजित बालिका सुरक्षा माह में जिले के समस्त सरकारी एवं निजी विद्यालयों, छात्रावासों , महिला छात्रावासों, बाल देखरेख संस्थाओं, सखी केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्रों में संबंधित विषय पर जागरूकता बढ़ाने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
जिनमें निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता, पोस्टर निर्माण, वाद-विवाद कार्यकम, बाल संवाद, चर्चा सत्र, वाद-विवाद, नाट्य प्रस्तुति एवं अन्य रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाना शामिल है। बच्चों एवं किशारों में उनके अधिकारों, सुरक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिंग समानता, बाल विवाह, उन्मूलन, नशामुक्ति, बाल संरक्षण आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता बढ़ाने हेतु विद्यालय स्तर पर इन गतिविधियों का आयोजन अत्यंत प्रभावी साबित होते हैं। विधायक बच्चों के सामाजिक, मानसिक एवं नैतिक विकास का महत्वपूर्ण केंद्र होते हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों में विषय के प्रति रुचि, समझ और संवेदनशीलता को बढ़ाना है, जिससे वे स्वयं जागरूक बनें एवं अपने परिवार और समुदाय को भी सकारात्मक संदेश दे सकें
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झुमका जलाशय में हाउस बोट संचालन के लिए दो वर्षों के अनुबंध पर प्रस्ताव आमंत्रित, 03 सितंबर अंतिम तिथि
कोरिया : पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक नई पहल करते हुए झुमका वाटर टूरिज्म सोसायटी, बैकुण्ठपुर द्वारा झुमका जलाशय क्षेत्र में एक नग हाउस बोट के संचालन हेतु मुहरबंद प्रथम निविदा आमंत्रित की गई है। यह निविदा दो वर्ष के अनुबंध पर निर्धारित की गई है। इच्छुक निविदाकार 03 सितंबर 2025 तक 1000 रुपये नगद या बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से निविदा प्रपत्र प्राप्त कर सकते हैं। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 03 सितंबर 2025 दोपहर 2 बजे निर्धारित की गई है। प्राप्त निविदाओं को उसी दिन दोपहर 3 बजे खोला जाएगा। हाउस बोट की संख्या 01 नग है। अमानत राशि 5 लाख रुपये है, मासिक किराया 1.4 लाख रुपये (समिति द्वारा निर्धारित) है। निविदा से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति झुमका वाटर टूरिज्म सोसायटी, बैकुण्ठपुर से संपर्क कर सकते हैं।
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प्रमुख सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दिए दिशा-निर्देश
उत्तरदायी शासन के तहत अभियान चलेगी-कलेक्टर
कोरिया जिले के 154 ग्राम होंगे लाभान्वित
कोरिया : जनजातीय समाज की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति और योजनाओं की शत-प्रतिशत पहुंच सुनिश्चित करने प्रदेश सरकार ने आदि कर्मयोगी अभियान शुरू किया है। इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बुधवार को मंत्रालय स्थित सभाकक्ष से 28 जिलों के कलेक्टर्स की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक लेकर अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।
प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश के 128 विकासखंडों और 6650 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में इस अभियान का संचालन किया जाएगा। लक्ष्य है कि इन ग्रामों में जो भी क्रिटिकल गैप है, उन्हें जिला स्तर पर आदि कर्मयोगी, ब्लॉक स्तर पर आदि सहयोगी और ग्राम स्तर पर आदि साथी की मदद से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए प्रदेशभर में 1.33 लाख वॉलंटियर तैयार किए जा रहे हैं, जो जमीनी स्तर पर जनजातीय समाज के बीच जाकर योजनाओं की सफलता सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने 6 अगस्त को राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में अभियान की दिशा तय करते हुए इसे 16 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाने के निर्देश दिए हैं।
कोरिया जिले में 154 ग्राम होंगे लाभान्वित
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार कोरिया जिले के 154 ग्रामों में यह अभियान संचालित किया जाएगा। यहां के जनजातीय परिवारों को आवास, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ सरकार की 25 योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। अभियान को केयर इंडिया और स्वामी विवेकानंद एनजीओ के सहयोग से गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में विजन डॉक्यूमेंट 2030 के अनुरूप एक्शन प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत अगले पांच वर्षों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा, पर्यावरण, शुद्ध पेयजल, अधोसंरचना, डिजिटल सेवाओं, कृषि और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में चरणबद्ध कार्य किया जाएगा।25 योजनाओं के क्रियान्वयन तथा ग्राम विकास की योजना
कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत चयनित आदिवासी बहुल ग्रामों को शामिल किया गया है। अभियान के संचालन हेतु ग्राम स्तर पर एनजीओ, स्वयंसेवी, पंचायत प्रतिनिधि, युवा एवं सेवाभावी संगठन तैयार किए जाएंगे। ये कैडर पेंशन, आधार कार्ड, श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड, आवास, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं से संबंधित करीब 25 योजनाओं के क्रियान्वयन तथा ग्राम विकास की योजना निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।उत्तरदायी शासन के तहत चलेगी अभियान
कलेक्टर ने बताया कि ‘उत्तरदायी शासन‘ यानी ‘जिम्मेदार शासन‘ या ‘जवाबदेह शासन‘ के तहत यह अभियान चलाया जाएगा। ऐसी व्यवस्था, जिसमें सरकार अपने कार्यों के लिए जनता या जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के प्रति उत्तरदायी (जवाबदेह) होती है। इस प्रकार उत्तरदायी शासन लोकतंत्र की बुनियादी पहचान है, जिसमें पारदर्शिता और जवाबदेही सबसे अहम होती है।‘आदि कर्मयोगी सेवा अभियान’ का होगा संचालन
अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य, जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर चरणबद्ध रूप से आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक चयनित ग्राम में ’आदि सेवा केंद्र’ की स्थापना की जाएगी, जो शासकीय सेवाओं की प्रदायगी और जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने का केंद्र बनेगा। पूरे अभियान के दौरान ‘आदि सेवा केंद्र’ के माध्यम से ‘सेवा पर्व’ और ‘आदि कर्मयोगी सेवा अभियान’ का संचालन किया जाएगा। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कलेक्टर ने बताया कि गैर शासकीय कर्मियों को ’आदि सहयोगी’ तथा शासकीय कर्मियों को ’आदि सहायक’ के नाम से जाना जाएगा। अभियान के दौरान शिकायत निवारण शिविर, जनजागरूकता अभियान तथा ’आदिवासी सेवा दिवस’ का आयोजन भी किया जाएगा।
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महासमुंद : अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासी अधिनियम 2006 एवं नियमों के प्रभावी एवं सुचारू क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर जिला स्तरीय समन्वयक एवं पिथौरा और बागबाहरा अनुभाग स्तर पर एमआईएस सहायक की नियुक्ति किया जाना है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शिल्पा साय ने बताया कि यह पद अशासकीय एवं पूर्णतः अस्थाई होंगे तथा निर्धारित एवं नियत की गई अवधि के अंतर्गत सीमित होंगे यह पद पूर्णतः अस्थानांतरणीय होंगे। इस हेतु अभ्यर्थी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम द्वितीय श्रेणी में स्नातक उत्तीर्ण हो, कम्प्यूटर का ज्ञान हो, जिसमें एम ऑफिस की जानकारी अनिवार्य है। अभ्यर्थी की आयु 01 जनवरी 2025 की स्थिति में 40 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए। छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो। क्रियान्वयन से संबंधित कार्य कुशलता एवं प्रदर्शन के आधार पर अनुभव का लाभ दिया जाएगा। इस हेतु राज्य में कार्यरत शासकीय अथवा पंजीकृत अशासकीय संस्था का अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न करना अनिवार्य है।आवेदन निर्धारित प्रपत्र एवं आवश्यक दस्तावेजों सहित 10 सितंबर 2025 तक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में जमा कर सकते हैं। आवेदन पत्रों का परीक्षण उपरांत पात्र आवेदकों को साक्षात्कार के लिए 16 सितंबर 2025 को सूचित किया जाएगा तथा साक्षात्कार अवधि 22 सितंबर से 26 सितंबर 2025 तक निर्धारित किया गया है। साक्षात्कार के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर चयन सूची 30 सितंबर 2025 तक जारी किया जाएगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिले के वेबसाइट www.mahasamund.gov.in पर अवलोकन कर सकते हैं।
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महासमुंद : केन्द्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम सूर्य घरः मुफ्त बिजली योजना जिले के हितग्राहियों के लिए बड़ी राहत देने वाली योजना साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य आवासीय घरों को सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न करने के लिए सशक्त बनाना है। योजना के तहत 5 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र सरकार द्वारा 78 हजार एवं राज्य सरकार द्वारा 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इस योजना से जिले के कई हितग्राही लाभान्वित हो रहे हैं और अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिल रहा है। ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण दोनों की दिशा में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 319 घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुके हैं और 230 हितग्राहियों को सब्सिडी दी जा चुकी है।
इसी क्रम में जिला मुख्यालय महासमुंद अंतर्गत पुराना रावणभांटा निवासी श्री नाथूराम साहू ने योजना का लाभ लेते हुए अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री और बड़ी-बड़ी दुकानों में सोलर पैनल लगा देख कर उन्हें भी सोलर पैनल अपने घर में लगाने की प्रेरणा मिली। उन्होंने 6 माह पूर्व योजना के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद पंजीकृत वेंडर द्वारा सिस्टम लगाया गया। श्री साहू ने बताया कि पहले उनका बिजली बिल काफी अधिक आता था, लेकिन अब बिल या तो शून्य रहता है या कभी-कभी माइनस में भी आता है। उन्होंने बताया कि इस योजना से हमें हर महीने 3 से 4 हजार रुपये तक की बचत हो रही है। यह आम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हर परिवार को इसका लाभ जरूर लेना चाहिए, जिससे न केवल बिजली खर्च में कमी आती है बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा होती है।
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर कोरिया आबकारी विभाग ने अवैध शराब तस्करी पर बड़ी कार्रवाई की है। ग्राम सलका, पोड़ी बचरा, सलका और नटवाही सहित कई स्थानों पर दबिश देकर आबकारी टीम ने 231 पाव गोवा व्हिस्की बरामद की। इस दौरान गोकुल बनसोर, रामविकास, नरेश, राजेश गुप्ता, जीवन सिंह और आशा सिंह सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34 के तहत न्यायालय में प्रकरण दर्ज किया गया है।
जिला आबकारी अधिकारी श्री रमेश कुमार अग्रवाल ने जानकारी दी है कि कार्रवाई में उपनिरीक्षक, आरक्षक और नगर सैनिकों की टीम शामिल रही। छत्तीसगढ़ राज्य में 5 लीटर से अधिक अवैध मदिरा रखने पर 1 से 3 वर्ष की जेल और 25,000 से 1,00,000 तक जुर्माना तथा पुनरावृत्ति पर 2 से 5 वर्ष की जेल और 50,000 से 2,00,000 तक जुर्माने का प्रावधान है।
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दस दिन के भ्रमण में ग्राम पंचायतों का निरीक्षण, हितग्राहियों से किया सीधा संवाद
कोरिया : कोरिया जिले में केंद्र प्रवर्तित योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन का जायजा लेने दिल्ली से आए दो सदस्यीय राष्ट्रीय पर्यवेक्षण दल ने दस दिन तक जिले का भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने दर्जनभर ग्राम पंचायतों का दौरा कर योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों से संवाद किया और निर्माण कार्यों, संसाधनों व दस्तावेजों की गहन जांच की। नेशनल लेवल मॉनिटर दल में श्री सरवर हुसैन नक़वी और श्री पंकज सोलंकी शामिल रहे। उन्होंने 12 अगस्त को जिला पंचायत सभागार में परिचय बैठक की थी और आज अपने अनुभव व सुझाव पीपीटी के माध्यम से साझा किए।
पर्यवेक्षण दल ने कहा कि जिले में अधिकांश योजनाओं का क्रियान्वयन दिशानिर्देशों के अनुसार किया जा रहा है और लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंच रहा है। उन्होंने पेंशन योजनाओं में ऑनलाइन डाटा अपडेट, आवास निर्माण में गुणवत्ता सुधार और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। साथ ही ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को अधिक प्रशिक्षण देने पर बल दिया।बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि राष्ट्रीय दल से मिले सुझावों पर शीघ्र कार्ययोजना बनाकर अमल किया जाएगा, ताकि योजनाओं को और बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जा सके। इस अवसर पर जिला पंचायत कोरिया की उप संचालक पंचायत श्रीमती ऋतु साहू, जनपद पंचायतों के सीईओ, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबंधक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) उच्च. मा. विद्यालय बलरामपुर, रामानुजगंज, वाड्रफनगर, कुसमी, राजपुर, शंकरगढ़, रघुनाथनगर, रामचन्द्रपुर, डौरा-कोचली एवं चलगली में रिक्त (अंग्रेजी माध्यम) के विभिन्न पदों पर ‘‘वॉक इन इन्टरव्यू‘‘ के माध्यम से नियुक्ति की जानी है। शैक्षणिक योग्यता अनुसार पात्रताधारी इच्छुक अभ्यर्थी 10 सितंबर 2025 दिन बुधवार प्रातः 09 बजे जिला ग्रंथालय बलरामपुर में उपस्थित होकर अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। 10 सितंबर को प्रातः 09 बजे से दोपहर 01 बजे तक आवेदकों का पंजीयन किया जाएगा तथा दोपहर 02 बजे से दस्तावेज सत्यापन, पात्र-अपात्र सूची का प्रकाशन, दावा-आपत्ति एवं 11 सितंबर को प्रातः 11 बजे से डेमो एवं साक्षात्कार, 12 सितंबर को दोपहर 12 बजे से सहायक ग्रेड-02 एवं 03 की कौशल परीक्षा होगी। आवेदन का प्रारूप एवं भर्ती से संबंधित विस्तृत जानकारी कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की वेबसाइट बलरामपुर डॉट जीओव्ही डॉट ईन पर उपलब्ध है।
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बलरामपुर : जिले में कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देश में अवैध खाद के विक्रय एवं भण्डारण पर कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री करूण डहरिया के मार्गदर्शन में खाद्य विभाग की टीम के द्वारा 01 पिकअप वाहन को अवैध खाद का परिवहन करते पाये जाने पर जब्त किया गया है। कुसमी में 01 पिकअप वाहन के द्वारा अवैध खाद जिसमें डीएपी एवं यूरिया बिना किसी वैध दस्तावेज के परिवहन किया जा रहा था। खाद्य विभाग द्वारा जांच किये जाने पर चालक द्वारा वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर खाद को वाहन सहित जब्त कर थाना कुसमी को सुपुर्द किया गया।
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पंजीकृत कोचिंग संस्थाओं से रूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित
बलरामपुर : सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी दी है कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रयास आवासीय विद्यालय योजना अंतर्गत संचालित प्रयास बालक एवं कन्या आवासीय विद्यालय बलरामपुर में कक्षा 8वीं उत्तीर्ण चयनित विद्यार्थियों के लिए कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं में शालेय शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ अखिल भारतीय स्तर की इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की परीक्षाओं यथा एन.टी.एस.सी, विज्ञान पहेली जेईई (मेंस/एडवांस), एम्स, नीट, पीईटी इत्यादि जैसी होने वाली प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं के बेसिक की तैयारी कराये जाने की योजना है।
इस योजना अन्तर्गत जिले में संचालित प्रयास बालक/कन्या आवासीय विद्यालय बलरामपुर के कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं, में अध्यापन सह कोचिंग कार्य हेतु फैकल्टी की व्यवस्था के लिए पंजीकृत कोचिंग संस्थानों से रूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की गई है। जिसके अंतर्गत 10 सितंबर दोपहर 03 बजे से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्राप्त प्रस्ताव समिति के समक्ष 11 सितंबर दोपहर 03 बजे खोला जाएगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए जिले के वेबसाइट एवं ई-प्रोक्योरमेंट की वेबसाइट ईपीआरओसी डॉट सीजी स्टेट डॉट जीओव्ही डॉट ईन का अवलोकन किया जा सकता है।
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बलरामपुर : जिले के 06 विकासखण्डों में संचालित 11 पीएम श्री विद्यालयों में संगीत प्रशिक्षक के रूप में कार्य करने के लिए 31 मार्च तक (03 माह) के लिए रखा जाना है। जिनको अधिकतम पारिश्रमिक प्रतिमाह 10 हजार रुपये दिया जाएगा। संगीत प्रशिक्षक हेतु न्यूनतम योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्था से संगीत में स्नातक की डिग्री या समकक्ष होना अनिवार्य है। विकासखण्डवार योग्य आवेदक को प्राथमिकता दी जाएगी।
आवेदक 27 अगस्त 2025 तक शाम 05ः30 बजे तक अपना लिखित आवेदन के साथ 5वीं, 8वी, 10वीं, 12वीं, संगीत डिग्री, अनुभव प्रमाण पत्र, जाति, निवास प्रमाण पत्र व जीवित रोजगार पंजीयन सहित जिला परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा (प्रारंभिक स्तर) बलरामपुर में स्वयं एवं पंजीकृत डाक के माध्यम से जमा कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए मोबाईल नम्बर 9713749988 पर संपर्क किया जा सकता है।
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13 सितंबर को होगा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन अधिक से अधिक मामलों के निराकरण पर जोर
कोरिया : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 13 सितंबर 2025 को किया जाएगा। इस लोक अदालत में न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों का निराकरण सौहार्दपूर्ण माहौल में किया जाएगा। लोक अदालत में आपराधिक, दीवानी, मोटर दावा दुर्घटना अधिकरण, बैंक एवं बिजली संबंधी मामले, निष्पादन, पारिवारिक प्रकरण तथा बैंक से जुड़े वे मामले भी रखे जाएंगे जो अभी न्यायालय में पेश नहीं हुए हैं।
इसी कड़ी में आज प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री शैलेश कुमार तिवारी ने अधिवक्ता संघ के साथ बैठक आयोजित की। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य मामलों को लोक अदालत में प्रस्तुत कर उनका निराकरण किया जाए। बैठक में अधिवक्ताओं से सुझाव भी आमंत्रित किए गए ताकि लोक अदालत को और अधिक प्रभावी एवं सफल बनाया जा सके।
बैठक में जिला न्यायाधीश एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्री समीर कुजूर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती साक्षी दीक्षित, व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी श्रीमती प्रेरणा अहिरे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती अमृता दिनेश मिश्रा सहित अधिवक्ता संघ के सचिव श्री मृत्युंजय तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आशीष गुप्ता, लीगल डिफेंस कौंसिल के चीफ श्री अजय सिंह, पदाधिकारी एवं अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
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वृद्धजनों को योग और स्वस्थ दिनचर्या अपनाने किया जा रहा प्रेरित
कोरिया : राष्ट्रीय आयुष मिशन के निर्देशानुसार जिला कोरिया में जनवरी 2025 से आयुष मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित की जा रही है। जिले के विकासखण्ड सोनहत के ग्राम रावतसरई, पत्थरगंवा, भर्रीडीह, कचोहर, वंशीपुर तथा खडगंवा के तहत ग्राम गंगापुर, कासाबहरा और इंदरपुर को चिन्हित कर प्रत्येक शनिवार को शिविर आयोजित किया जा रहा है। इन शिविरों में आयुष चिकित्सक एवं आयुर्वेद फार्मासिस्ट द्वारा चिकित्सा परीक्षण एवं औषधि वितरण किया जाता है। साथ ही आमजन एवं विशेषकर वृद्धजनों को आयुर्वेद, योग, स्वस्थ दिनचर्या और हेल्दी लाइफ स्टाइल के प्रति जागरूक किया जा रहा है।जनवरी से जुलाई 2025 तक 27 शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 1382 लाभार्थी आयुष पद्धति से लाभान्वित हुए तथा 485 लाभार्थियों का एनसीडी परीक्षण किया गया। शिविरों में मौसमी बीमारियों की जानकारी और योगाभ्यास का महत्व भी बताया गया।शासन की मंशा अनुरूप मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से ‘धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ के अंतर्गत चिन्हित ग्रामों के जनजातीय परिवारों को विशेष रूप से आयुष सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इसके अतिरिक्त जिले के बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के ग्राम खंधौरा, बारी एवं गेजी तथा सोनहत के नवाटोला और बसेर में भी आयुष शिविर।आयोजित कर सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
जिला आयुष अधिकारी डॉ एलविना ग्रेस टोप्पो ने बताया कि कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में लगातार शिविर आयोजित कर मरीजों की जांच, उपचार, योगाभ्यास कराया जा रहा है, उन्होंने बताया कि धरती आबा व आदि कर्मयोगी अभियान के तहत चिन्हित ग्रामों में निवासरत लोगों को ज्यादा से ज्यादा मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और इस अभियान से निश्चित ही मरीजों व जरूरतमंद लोगों को लाभ होने लगा है।
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कोरिया : छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव एवं युवा दिवस खेल सप्ताह के अंतर्गत जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी के निर्देशानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री एन. एस. रावटे के मार्गदर्शन में बालिका एवं महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण केन्द्र (हब) के द्वारा भारत सरकार की कार्य योजना के अंतर्गत ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ अभियान के तहत, बालिका एवं महिलाओं के सशक्तिकरण एवं सुरक्षा के उद्देश्य से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय काटगोड़ी, सोनहत में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में महिलाओं एवं बालिकाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे चाइल्ड हेल्प लाइन 1098, महिला हेल्प लाइन 181, स्पॉन्सरशिप योजना, सखी वन स्टॉप सेंटर, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, लैंगिक उत्पीड़न, कार्यस्थल में लैंगिक उत्पीड़न के विषय में जानकारी दी की गई। साथ ही कार्यक्रम में किशोरी बालिकाओं के लिए कुर्सी दौड़ की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मिशन शक्ति के कर्मचारी, विद्यालय के प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहें।
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पहले दिन के खेल में बस्तर संभाग का दबदबा
बिलासपुर : उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का बहतराई स्टेडियम में शुभारंभ किया। आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास विभाग द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का दो दिवसीय आयोजन बिलासपुर में दिनांक 19 एवं 20 अगस्त को किया जा रहा है।
प्रतियोगिता में प्रदेशभर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के छात्र एवं छात्राएं भाग ले रहे हैं। बिल्हा विधायक श्री धरम लाल कौशिक ने खेलों के शुभारम्भ कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 'खेलो इंडिया' के तहत पूरे देश में खेल के लिए जो माहौल बनाया है और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में खिलाड़ियों को जो सुविधाएं मिल रही हैं, उससे पूरे प्रदेश में खेलों के प्रति सकारात्मक माहौल बना है। हमने फिर से खेल अलंकरण शुरू किया है जिससे हमारे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा है।श्री साव ने खिलाड़ियों से कहा कि आप लोग जिस लगन के साथ खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं, निश्चित रूप से आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी सरकार आपको हरसंभव सुविधाएं मुहैया कराएगी। आपको खूब खेलना है, खूब पढ़ना है और खूब आगे बढ़ना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने कहा कि अनुकूल परिस्थितियों में तो सभी अपना पराक्रम दिखाते हैं। विपरीत परिस्थितियों से जो लड़कर जीतता है वही सच्चा खिलाड़ी होता है। आपके अंदर जो जज्बा मुझे दिखाई दे रहा है वह एक सच्चे खिलाड़ी का जज्बा है और इस जज्बे को हमेशा बनाए रखिए। खेल के क्षेत्र में अपना, अपने परिवार का, प्रदेश और देश का नाम रोशन करें।
एकलव्य विद्यालयों की इस दो दिवसीय राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, शतरंज, जूडो, टेनिस, तैराकी, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, योग, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हैंडबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो और वालीबॉल की स्पर्धाएं होंगी। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि प्रदेश में 75 एकलव्य आवासीय विद्यालयों से लगभग 1500 प्रतिभागी, 250 प्रशिक्षक एवं शिक्षक इस प्रतियोगिता में भाग ले रहें हैं।
शुभारंभ के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, ट्राइबल विभाग के अपर संचालक श्री तारकेश्वर देवांगन, श्री मोहित जयसवाल , दीपक ठाकुर, टी रामदेव कुमावत, श्री राजेश सिंह मौजूद थे।आज की प्रतियोगिता के परिणाम
3000 मीटर पैदल चाल - श्यामवती, जगदलपुर, प्रथम, 5000 मीटर पैदल चाल - जोगा मीडियाम, जगदलपुर, प्रथम, लंबी कूद बालक (14 वर्ष) - भीमसेन प्रथम, लंबी कूद बालिका (14 वर्ष) मोटली प्रथम, लंबी कूद बालक (19 वर्ष) लोमेश प्रथम, लंबी कूद बालिका (19 वर्ष) अश्वनी प्रथम, गोला फेंक बालक (14 वर्ष) आकाश तेलम, जगदलपुर, प्रथम, गोला फेंक बालिका (14 वर्ष) मान्यता ओट्टी, जीपीएम प्रथम, गोला फेंक बालक (19 वर्ष) ओडियामी गंगा, जगदलपुर, प्रथम, गोला फेंक बालिका (19 वर्ष) संध्या लकड़ा सरगुजा, प्रथम, 100 मीटर दौड़ बालक (14 वर्ष) कुजूर, सरगुजा, प्रथम, 100 मीटर दौड़ बालिका (14 वर्ष) निशा, राजनांदगांव, प्रथम, 100 मीटर दौड़ बालिका (19 वर्ष) शशि सलाम, जगदलपुर, प्रथम 100 मीटर दौड़ बालक (19 वर्ष) अभिषेक, जगदलपुर, प्रथम 400 मीटर दौड़ बालक (14 वर्ष) कमलेश, जगदलपुर, प्रथम, 400 मीटर दौड़ बालिका (14 वर्ष) सविता, प्रथम, 400 मीटर दौड़ बालक (19 वर्ष) अभिषेक, जगदलपुर, प्रथम 800 मीटर दौड़ बालिका (19 वर्ष) संतोषी, प्रथम 400 मीटर बाधा दौड़ बालक (19 वर्ष) अजय उसेंडी, जगदलपुर, प्रथम, 400 मीटर बाधा दौड़ बालिका (19 वर्ष) प्रमिला, सरगुजा
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बेमेतरा : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन तथा अधिकारीगण की उपस्थिति में आज केंद्रीय विद्यालय बेमेतरा में कक्षा 1 से 5वीं तक के विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु लॉटरी प्रक्रिया का आयोजन पूर्वाह्न 10 बजे से किया गया। विद्यालय प्रबंधन द्वारा लॉटरी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लॉटरी के एक दिन पूर्व ही अभिभावकों के अवलोकन हेतु पंजीकृत विद्यार्थियों की सूची विद्यालय परिसर में प्रदर्शित की गई थी। इस वर्ष कुल 685 प्रवेश पंजीकरण प्रपत्र प्राप्त हुए थे। प्रातः 10 बजे से अभिभावकों की उपस्थिति में लॉटरी प्रक्रिया प्रारंभ हुई और शाम 6 बजे तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई। लॉटरी परिणाम भी तत्क्षण विद्यालय परिसर में सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित कर दिया गया।
विद्यालय प्राचार्य ने बताया कि कक्षा 1 से 5वीं तक प्रत्येक कक्षा में 40-40 सीटें उपलब्ध कराई गई हैं। इस प्रकार कुल 200 बच्चों का चयन प्रवेश हेतु किया गया है। लॉटरी परिणाम के आधार पर कक्षा-वार प्रवेश सूची कल से जारी की जाएगी तथा चयनित बच्चों का प्रवेश भी कल से प्रारंभ होगा। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने कहा कि जिले के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है और लॉटरी प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी ढंग से सम्पन्न की गई है।
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केन्द्रीय मंत्री ने आदि कर्मयोगी मास्टर ट्रेनरों के प्रशिक्षण कार्यशाला का किया शुभारंभ
विकसित भारत की संकल्पना में छत्तीसगढ़ न रहे पीछे : मंत्री श्री रामविचार नेताम
राज्य के 28 जिलों के 138 विकासखंडो में संचालित होगा आदि कर्मयोगी अभियान
1.33 लाख आदि कर्मयोगी जनजातियों के विकास में बनेगी सहभागी
रायपुर : केन्द्रीय जनजातीय मामले के मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित आदि कर्मयोगियों के लिए राज्य स्तरीय उन्नमुखीकरण एवं जिला मास्टर टेªनर्स के चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। केन्द्रीय मंत्री श्री उइके ने शुभारंभ सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें केवल स्वहित के लिए ही नहीं, बल्कि परहित और विकास की राह में पीछे छूट गए लोगों के लिए संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए काम करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि जिनका व्यक्तित्व और कर्तृत्व उत्कृष्ट होता है, उन्हें आने वाली पीढ़ी याद रखती हैं। जिसके मन में मानवीय संवेदना का चिंतन होता है, वे सबको साथ लेकर चलते है, सबके विकास में सहभागी बनते हैं। उन्होंने कहा कि भोग, भौतिकी, पेट और प्रजनन के साथ ही मानवता के प्रति अपने मूल दायित्वों को भी प्राथमिकता के साथ पूरा करना चाहिए।
केन्द्रीय मंत्री श्री उइके ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि आदि कर्मयोगी को विशेष तौर पर यह ध्यान देना चाहिए कि जनजातीय संस्कृति और परंपरा को कायम रखते हुए उनके उत्पाद को उचित बाजार और अच्छा दाम मिले। इन वर्गों के कल्याण के लिए हम सबको पावन और पवित्र भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कार्यशाला में कहा कि वैश्विक भाव रखते हुए हमें विश्व भारती पर चिंतन करने की जरूरत है। साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यह भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि हम पिछड़े हुए वर्गों के विकास के लिए निच्छल भाव काम करेंगे तो अभियान को सफलता अवश्य मिलेगी।
आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आदि कर्मयोगी अभियान के प्रशिक्षण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के परिकल्पना पर आदि कर्मयोगी अभियान प्रारंभ किए गए हैं। यह अभियान विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका समाएगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना में छत्तीसगढ़ पीछे न रहे इस उद्देश्य से संवेदनशीलता और समर्पण भाव से जनजातीय वर्गों के विकास में भागीदारी बनने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की कल्पना एवं सोच से जनजातीय वर्गों की समस्याओं के निराकरण का राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के ही परिकल्पना से पीएम जनमन एवं धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान संचालित हो रहे है, इससे राज्य के जनजातियों विशेषकर पिछड़े जनजातियों के विकास निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इस अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में भी जनजातीय बाहुल्य गांवों में बुनियादी अधोसंरचना और सुविधाओं में जो भी ‘क्रिटिकल गैप’ हैं, उनकी पहचान करेंगे। स्थानीय प्रशासन के माध्यम से इन कमियों को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। इससे हर ग्राम बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त होगा। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आदि कर्मयोगी अभियान को 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 के मध्य जोर-शोर के साथ सेवा पर्व के रूप में संचालित करने का आह्वान किया है।
केन्द्रीय ट्राईफेड के प्रबंध संचालक श्री हृदेश कुमार ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सेवा समर्पण और संकल्प के भाव से आदि कर्मयोगी अभियान को आगे लेकर चलना है। पीएम जनमन एवं धरती आबा, ग्राम उत्कर्ष अभियान की तरह ही इस अभियान की सफलता के लिए समर्पण भाव होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ट्राईफेड की ओर छत्तीसगढ़ में जनजातीय वर्गों के विकास के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा।
प्रमुख सचिव श्री सोनमणी बोरा ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान जनभागीदारी से सुशासन लाना है। उन्होंने कहा कि सेवा, समर्पण और संकल्प की भावना को आत्मसात करते हुए आजादी के अमृतकाल में वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्प को पूरा करने में सबकी सहभागिता जरूरी है। इस अभियान के तहत प्रदेश के 28 जिलों के 138 विकासखंडो में 1 लाख 33 हजार वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है, जिसे जनभागीदारी और जनजागरूकता के माध्यम से से पूर्ण किया जाना है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि हमें कर्मयोगी बनना है। सबकी सहभागिता से समाज के पिछड़े तबके के विकास के लिए भी हमें संवेदनशीलता के साथ काम करने की जरूरत है। गीता में भी कर्मयोगी, भक्तियोगी की महत्ता प्रतिपादित है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदायों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में धरती आबा और पीएम-जनमन जैसे संतृप्तिमूलक अभियानों की भी शुरुआत की गई है, जिनके अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य ग्रामों एवं पीवीटीजी बस्तियों में आवास, पक्की सड़कें, जलापूर्ति, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम के तहत रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के जिला स्तरीय प्रशिक्षणार्थियों को पहले चरण में 11 से 14 अगस्त तक मास्टर ट्रेनरों द्वारा विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। वहीं बस्तर और सरगुजा संभाग के प्रशिक्षणार्थियों को 18 से 21 अगस्त तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर ब्लॉक स्तर और ग्रामीण स्तर पर आदि सहयोगी व आदि साथी को प्रशिक्षित करेंगे। इन्हीं प्रशिक्षित आदि कर्मयोगियों द्वारा जनजातियों के घर-घर जाकर एवं उनसे चर्चा कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने एवं उनके विकास की दिशा में कार्य करेंगे। प्रशिक्षण कार्यशाला में बस्तर और सरगुजा संभाग के प्रशिक्षाणर्थी शामिल थे।