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बलरामपुर 25 मार्च 2020/ नाॅवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव हेतु एक्टिव संर्विलेंस के लिए कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। होम क्वारोन्टाइन व्यक्ति एवं समीपस्थ घरों में एक्टिव सर्विलेंस हेतु ग्राम स्तरीय समिति गठित कर अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते हेतु प्रतिदिन इसकी जानकारी निर्धारित प्रपत्र में राज्य सर्विलेंस सेल को भेजने हेतु आदेशित किया है। ग्राम स्तरीय समिति में सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को सहायक नोडल अधिकारी एवं क्षेत्र के संबंधित पटवारी, संबंधित ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजन, रोजगार सहायक, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानित एवं कोटवार को सदस्य बनाया गया है।
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लॉक डाउन के दौरान राशन, दवाईयां एवं कोई अन्य सहायता के लिए करें संपर्क: कलेक्टर
बलरामपुर 25 मार्च 2020/ विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस (कोविड-19) एक संक्रामक बीमारी है। जो विश्व के विभिन्न देशों में कुछ ही हफ्तों में महामारी का रूप ले रही ही है। संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के तहत् जिले समस्त क्षेत्र को लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन की स्थिति में जिला स्तर पर कोरोना कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 07831-273012 एवं 07831-273177 है।कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु जिला प्रशासन ने कुछ कड़े एवं महत्वपूर्ण फैसले लिये गये हैं, जिसमें लॉकडाऊन तथा कफ्र्यू शामिल है। नागरिको से इन निर्देशों का पालन करने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है क्योंकि इन फैसलों का सीधा सरोकार जनता के स्वास्थ्य से है। नागरिकों को इस दौरान कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने नागरिको की सहायता के लिए हेल्पलाईन नंबर जारी किया है, जिसमें कोरोना वायरस से बचाव, लक्षण, सावधानियां, जांच तथा उपचार की जानकारियों के साथ ही लॉक डाउन के दौरान राशन, दवाईयां एवं कोई अन्य आपात सहायता के लिए संपर्क किया जा सकता है।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि प्रशासन की पूरी टीम नागरिको के सहयोग हेतु समर्पित भाव से कार्य कर रही है इसीलिए नागरिक भी शासन के निर्देशों का अक्षरशः पालन कर दायित्व का निर्वहन करें। कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु जिला प्रशासन ने कुछ कड़े एवं महत्वपूर्ण फैसले लिए है जिसमें लॉक डाऊन तथा कफ्र्यू शामिल है। नागरिको से इन निर्देशों का पालन करने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है क्योंकि इन फैसलों का सीधा सरोकार जनता के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से है। कोरोना वायरस से बचाव, लक्षण, सावधानियां, जांच तथा उपचार की जानकारियों के साथ ही लॉकडाउन के दौरान राशन, दवाईयां एवं कोई अन्य आपात सहायता के लिए कोरोना कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि प्रशासन की पूरी टीम नागरिको के सहयोग हेतु समर्पित भाव से कार्य कर रही है इसीलिए नागरिक भी शासन के निर्देशों का अक्षरशः पालन कर दायित्व का निर्वहन करें। कलेक्टर ने कंट्रोल रूम में संपर्क करने वाले नागरिको को तत्काल सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है।कंट्रोल रूम लगाई गई कर्मचारियों की ड्यूटीकलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कोरोना कंट्रोल रूम के सुचारू रूप से संचालन हेतु प्रातः 8.00 बजे से सायंकाल 4.00 बजे तक डाटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री विकास सिंह परिहार, मोबाईल नम्बर 084618-30007 एवं फर्राश श्री राजेन्द्र किस्पोट्टा, सायंकाल 4.00 बजे से रात्रि 8.00 बजे तक डाॅटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री राय सिंह, मोबाईल नम्बर 082259-17820 एवं चैकीदार श्री जगजीवन राम तथा रात्रि 12.00 बजे से प्रातः 8.00 बजे तक सहायक ग्रेड-03 श्री मोहन सिंह, मोबाईल नम्बर 075664-82151 एवं चैकीदार श्री उदय गुप्ता की ड्यूटी लगाई है। -
‘‘इक्कीस दिवसीय तालाबंदी के दौरान दैनिक उपयोग की अनिवार्य वस्तुओं की खरीद-बिक्री तो होगी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण से बचने और बचाने के लिए पालन करना होगा एक मीटर की दूरी बनाने के नियम‘‘
महासमुंद 25 मार्च 2020 / जानकारों के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा खाद्य पादार्थों के पैकेट, कपड़े, मेटल इत्यादि सभी तरह की ठोस वस्तुओं सहित वायु यानी की हवा से भी हो सकता है। यह इनमें अलग-अलग समयावधि में घंटों तक जीवित रह सकता है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों में स्वस्च्छता के साथ एक-दूसरे से एक मीटर की निधार्रित दूरी बनाए रखने की राय भी दी जा रही है। इस ओर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से सचिव द्वारा महासमुंद सहित प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को इक्कीस दिवसीय लॉक डाउन की अवधि में अवाश्यक सामग्रियों की पूर्ति एवं व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है। पत्र में उल्लेखित किया गया है कि उक्त अवधि में देखा जा रहा है कि कुछेक किराना सामग्री, दवा, सब्जी एवं पैट्रोल इत्यादि बिक्री संस्थानों में बड़ी संख्या में ग्राहक एक साथ एकत्रित हो रहे हैं। इन परिस्थितियों में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में क्रेताओं के लिए पंक्तिबद्ध खरीदी सहित विक्रताओं एवं कर्मचारियों सभी के साथ कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है ,जिनमें जागरूकता के साथ नियमों का पालन एवं सावधानी बरते जाने से खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में विभाग की ओर से अपील की गई जिसमें दैनिक आपूर्ति की सामग्री की खरीद बिक्री के दौरान विशेष ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण दल के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार ने बताया कि लोगों को चाहिए कि वे संक्रमण के खतरे को नजर-अंदाज नहीं करें और खरीदी करते वक्त एक दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी अनिवार्य रूप से बनाए रखें। ऐसा करने से हम और आप सभी मिल कर इस महामारी को जिले में फैलने से रोक सकते हैं। -
‘‘तालाबंदी के दौरान चिकित्सारत भर्ती मरीजों के साथ उनके सहयोगियों को भी चिकित्सालय के रसोई घर से ही की जाएगी पौष्टिक भोजन की आपूर्ति, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव ने जारी किए निर्देश‘‘
महासमुंद 25 मार्च 2020 / जहां एक ओर कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान आमजन को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए जनहित में तालाबंदी जैसे आदेश जारी किए जा रहे हैं,वहीं, दूसरी ओर नागरिकों को इससे असुविधा या परेशानी नही होने पाए इसका खयाल भी बखूबी रखा जा रहा है। इसी कड़ी में 25 मार्च 2020 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से सचिव सुश्री निहारिका बारिक सिंह द्वारा प्रदेश स्तर पर जिला स्वास्थ्य सेवाओं सहित समस्त शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालयों के अधिकारी प्रमुखों को मरीजों एवं उनके सहयोगियों दोनों के लिए चिकित्सालयों में ही आहार व्यवस्था का प्रबंधन कर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देशित किया गया है।स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे के निर्देशन एवं सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय सहित समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जहां भी उपचार के लिए मरीज भर्ती हैं। उन्हें संतुलित एवं पौष्टिक भोजन चिकित्सालय प्रबंधन के द्वारा ही प्रदाय किया जाएगा। निर्देशों का स्पष्टीकरण करते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान में नोवेल कोरोना वायरस को लेकर स्थिति संवेदनशील है। ऐसे में संक्रमण से सुरक्षा के लिए उठाए गए तालाबंदी के दौर में चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के परिजनों को उनके दैनिक आहार में भोजन इत्यादि की आपूर्ति के लिए चिकित्सालय परिसर से बाहर निकलना पड़ रहा था। जिसके चलते तालाबंदी नियमों का उल्लंघन एवं संक्रमण होने की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बन रही है। समस्या को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जा रहा है। जिसमें मरीज एवं उनके परिजों को उनके डाइट चार्ट के अनुसार शुद्ध पौष्टिक भोजन उपलब्ध होगा। इससे उनके आहार व्यवस्था के लिए चिकित्सालय परिसर से बाहर जाने की बाध्यता भी नहीं रहेगी। -
महासमुंद 25 मार्च 2020 / विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यू एच ओ)द्वारा कोरोना वायरस(कोविड-19)की बीमारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है जो कुछ ही हप्तों में कई देशों में महामारी का रूप ले रहा है। महासमुंद जिले में नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19)के संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवम आपात कालीन स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉक्टर रवि मित्तल को जिला एक्टिव सर्विलेंस टीम का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। डॉक्टर रवि मित्तल को जिले में नोवेल कोरोना वायरस( कोविड-19)के संक्रमण, रोकथाम, बचाव एवम आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए किये जा रहे कार्यों की सतत मॉनिटरिंग एवम समीक्षा करते हुए शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करने का जिम्मा सौंपा गया है।
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बाजार में मिलने वाले आम सिनेटाइजर से दस गुना सस्ता और बेहतर होगा सरकारी सिनेटाइजर।
‘‘जिला चिकित्सालय में एका-एक बढ़ी सिनेटाइजर की मांग की आपूर्ती को पूरा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी निधार्रित मानदंड का अनुसरण करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अफसर और कर्मचारियों ने स्वयं सिनेटाइजर बना कर किया चिकित्सालय में वितरित‘‘महासमुंद 25 मार्च 2020 / कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने का भय सबको है। दवा दुकानों में भी हैंड रब सिनेटाजर और मास्क के लिए लंबी कतारें भी आसानी से देखी जा सकती हैं। ऐसे में लगातार विभिन्न किस्म के वासरस और कीटाणुओं के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक अच्छी खबर है। जिला स्वास्थ्य सेवाओं अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में पदस्थ आरएमएनसीएचए सलाहकार श्री संदीप चंद्राकर और उनके सहयोगी फार्मासिस्ट श्री पंकज साहू ने जिला चिकित्सालय में अपना हैंड रब सिनेटाइजर तैयार कर लिया है। बता दें कि इस सिनेटाइजर को गहन अध्ययन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी निधार्रित मानदंडों के अनुरूप तैयार किया गया है। जो पूरी तरह से कारगर और मददगार साबित हो रहा है। जिला चिकित्सालय की लैब बने इस सिनेटाइजर को पहले पांच सौ मिलीलीटर की मात्रा में पायलट प्रोजेक्टर के रूप मे जांचा और परखा गया। विशेषज्ञों सहित स्वास्थ्यकर्मचारियों ने इसे हरी झंडी दी। इसके बाद प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल के निर्देशानुसार तत्काल प्रभाव से सभी आवश्यक रसायनों को एकत्र कर बीस लीटर सिनेटाइजर का नया बैच तैयार कर जिला चिकित्सालय के स्वास्थ्य अमले को वितरित किया गया। श्री चंद्राकर ने बताया कि इसे विशेष तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए तैयार किया गया है। गुणवत्ता जांच के बाद यह भी स्पष्ट हो गया कि यह कोरोना वायरस सहित अन्य अधिकांश संक्रमणों को रोकने में भी उपयोग में लाया जा सकेगा। उनके मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया की सबसे प्रमाणिक जानकारी प्रस्तुत करती है, इसलिए इस हैंड रब सिनेटाइजर को बनाने के लिए उनके मानदंडों का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। बताया जा रहा है कि इन विषम परिस्थतियों में स्वास्थ्यकर्मियों सहित चिकित्सालय में उपचार कराने आ रहे मरीजों लिए भी यह सिनेटाइजर संक्रमण रोकने में रामबांण साबित होगा। -
*सभी छात्र ध्यान दे*।
ये अफवाह काफी तेज़ी से फैल रही है कि कोरोना वायरस के वजह से सरगुजा महाविद्यालय परीक्षाएं नही होंगी और छात्रों को बिना परीक्षा दिए अगले वर्ष में प्रवेश मिलेगा। हम आपको बताना चाहते है कि ऐसा अभी तक कोई आदेश उच्च शिक्षा विभाग से नही आया है ना ही संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा ये आदेश जारी किया गया है। चुकी स्थिति उतनी गंभीर नही हुई है हमारे क्षेत्र में इसलिए अभी तक परीक्षाओ को स्थगित ही किया गया है।आप घर पर रहे सुरक्षित रहे और लगातार पढाई करते रहे।इस भृम में बिल्कुल न रहे कि परीक्षाएं नही होंगी।जैसे ही कोई सूचना या आदेश जारी होगा हम आपको सूचित कर देंगे।तब तक आप घर पर रहे है पढाई जारी रखे।रचित मिश्राजिलाध्यक्षछत्तीसगढ़ छात्र संगठन (जोगी) सरगुजामो. 7898630309 -
जशपुरनगर 25 मार्च 2020/ कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने आम लोगों की सुविधाओं को देखते हुए जिले में कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार की आपतकाल कानून व्यवस्था अथवा किसी भी प्रकार की अन्य सूचना देने के लिए जिला स्तरीय कोरोना कन्ट्रोल रूम स्थापित कर वाट्सएप नम्बर 08278222222 जारी किया है। कलेक्टर ने कहा है कि आम नागरिक कोरोना वासरस से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी अथवा समस्या एवं शिकायत को फोटो एवं विकास खंड के नाम के साथ उपरोक्त नम्बर में भेज सकते हैं।
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जशपुरनगर 25 मार्च 2020/ कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कोरोना वायरस की संक्रमण एवं रोकथाम के लिए जिले में कार्यरत समस्त आयुर्वेद, होम्योपैथिक, एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को आगामी आदेश तक जिला स्तर पर सिविल सर्जन, एवं मुख्य अस्पताल अधीक्षक तथा विकास खंड स्तर पर संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारी के अधीनस्थ कार्य सम्पादन करने के लिए आदेशित किया है।
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जशपुरनगर 25 मार्च 2020/कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने के लिए लोगों को निरंतर जागरुक किया जा रहा है। साथ ही कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने लोगों की सुविधाओं को देखते हुए कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला एवं पुरुष की ड्यूटी अन्य राज्य से आने वालों लागों की निगरानी में लगाई गई है। जिससे वे अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण एवं रोकथाम की जानकारी दे सके एवं उन्हें 14 दिन तक घर पर ही विशेष निगरानी में उनका देखभाल किया जा सकें। जिले के समस्त पंचायत सचिव को जिले में अन्य राज्य से आने वाले ग्रामीणों का देखभाल एवं घर पर ही उनका विशेष निगरानी रखने के लिए प्रभारी नियुक्त किया गया है।
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जशपुरनगर 25 मार्च 2020/कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने राज्य शासन के निर्देशानुसार कोरोना के संक्रमण के प्रबंधक के अन्तर्गत निर्णय लिया गया है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अन्त्योदय, प्राथमिक, निशक्तजन ,एकल निराश्रित एवं अन्नपूर्णा श्रेणी के राशनकार्ड धारकों को माह अप्रैल और मई 2020 के लिए राशनकार्ड में आबंटन जारी कर एक मुश्त भंडार कर वितरण अप्रैल माह में किया जाएगा। राज्य शासन ने भी आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत कोरोना महामारी के प्रबंधन की आवश्यकता को देखते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत प्रदाय की जाने वाली वस्तुओं लोडिंग अनलोडिंग व वितरण को आवश्यक सेवा घोषित किया है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने खाघ अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि राज्य शासन द्वारा जारी निर्देश का पालन करते हुए पर्याप्त मात्रा में श्रमिक, कर्मचारी उपलब्ध कराकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाघ भंडार जिले के सभी उचित मूल्य दुकानों में 31 मार्च 2020 तक कराना सुनिश्चित करें । साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि उपरोक्त कार्य में लगे श्रमिक एवं कर्मचारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सामाग्री मास्क, सेनेटाइजर, दस्ताने का उपयोग में लाए एवं उनके बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी बनी रहें।
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सोसल साईटो पर आॅनलाईन लाईव दिखाई जा रही आरती व पूजा
सूरजपुर 25 मार्च 2020/ कोरोना महामारी के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए शासन से प्राप्त निर्देषो के अनुसार कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा चैत्र नवरात्र पर लगने वाले कुदरगढ़ धाम के प्रसिद्ध मेले को बंद करने का निर्णय लिया गया था, जिसपर श्रद्धालुओं से अपील भी की गई थी, की वे घर पर रहकर ही पूजा-पाठ करें जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से नियंत्रित किया जा सके। आमजनों के द्वारा भी इस अपील पर अमल करते हुए घर पर ही रहना उचीत समझा है और मेले परिसर पर श्रद्धालु नहीं आ रहे हैं।कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा और कुदरगढ़ धाम की प्रसिद्धि को देखते हुए पहल कर आॅनलाईन माध्यम के द्वारा चैत्र नवरात्र में लाईव आरती दिखाने का प्रबंध किया गया और आज 25 मार्च 2020 चैत्र नवरात्र के प्रथम दिवस की आरती आॅनलाईन सोसल साईट इंस्टाग्राम ,फेसबुक, ट्विटर, पर शेयर किये गये लिंक के माध्यम से लोगो को दिखाया गया और माता के दर्षन करने का अवसर दिया गया। जिले के लोगों में इस कार्य से काफी हर्ष है और जिला प्रषासन के द्वारा शेयर किये गये लिंक से जुड़कर श्रद्धालु माॅ कुदरगढ़ी के दर्षन और आरती का लाभ ले रहे हैं।इस तरह देखा जा सकता है माॅ कुदरगढ़ी को लाईव-चैत्र नवरात्रि के अवसर पर रोजाना प्रातः 7ः00 बजे तथा संध्या के 6ः00 बजे माता के लाईव दर्षन किये जा सकते हैं, इसके लिए श्रद्धालु इंस्टाग्राम लिंक पर- ीजजचेरूध्ध्ूूूण्पदेजंहतंउण्बवउध्ींउंतेनतंरचनतध् फेसबुक पर- ीजजचेरूध्ध्ूूूण्ंिबमइववाण्बवउध्317723532190498ध् ट्विटर पर- ीजजचेरूध्ध्जूपजजमतण्बवउध्भ्ंउंतेनतंरचनत के माध्यम से आॅनलाईन जुड़कर माता के दर्षन कर सकते हैं। -
मार्किंग पर खडे़ होकर ग्राहक करेगें अपनी बारी का इंतजार
सूरजपुर 25 मार्च 2020/ कोरोना वायरस आज एक वैष्विक महामारी बन गई है इस समय भारत सरकार और राज्य सरकार सोषल डिंस्टेसिंग के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जिससे वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। संपूर्ण भारत में लाॅकडाउन कर दिया गया है, जिससे सोषल डिस्टेंसिग को मेंटेन किया जा सके। इधर जिला प्रषासन सूरजपुर के द्वारा भी जिले में 144 धारा लागु करते हुए लाॅकडाउन किया है, जिसमें रोजमर्रा की आवष्यक वस्तुओं की दुकानों जैसे- मेडिकल दुकानें, फल दुकानें, किराना दुकान एवं आवष्यक वस्तुओं का विक्रय करने वाले संस्थानों को प्रतिबंधो से छुट दी गई है। ऐसे में इन जगहों पर लोगो की भीड़ एकत्र न हो और सोषल डिस्टेसिंग का मेंटेन करने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सभी नगरपालिका अधिकारियों को संबंधित दुकानों के सामने मार्किंग करने के निर्देष दिये हैं जिससे उपभोक्ताओं को मार्किंग के आधार पर एक दुसरे से दुरी बनाने में सरलता हो।इस प्रकार कार्य करेगी मार्किंग-समस्त आवष्यक सेवाएॅ देने वाली दुकानों के सामने इस प्रकार मार्किंग की जा रही है, कि वहाॅ आने वाले व्यक्ति अपने मार्क किये हुए जगह पर खडे़ होकर अपनी बारी का इंतजार करेंगें यह मार्किंग निर्धारित दुरी तय कर की गई है, जिससे दो व्यक्ति के बीच इतनी दुरी रखी गई है, कि संक्रमण का प्रभाव एक दुसरे को न हो। इसके साथ ही दुकान या संस्थान के अंदर एक बार में एक व्यक्ति को ही प्रवेष करने दिया जा रहा है, जिससे अनावष्यक भीड़ न हो। इस प्रकार शेष ग्राहक अपनी बारी का इंतजार करेगें और बारी आने पर ही दुकान या संस्थान के अंदर प्रवेष करेंगें।अलग-अलग तरीकों से अधिकारियों द्वारा की जा रही मार्किंग-समस्त अधिकारियों के द्वारा कलेक्टर के निर्देष के बाद तत्काल पालन करते हुए सभी संबंधित दुकानों के सामने मार्किंग करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, ऐसे जहाॅ मार्क करने के लिए जगह पर्याप्त नहीं है वहाॅ रिबन के द्वारा, बैंकों के अंदर स्टीकर का प्रयोग कर विभिन्न विभिन्न तरीकों को अपनाकर सोषल डिस्टेंष को मेंटेन किया जा रहा है।अपीलः-इस हेतु जिला प्रषासन के द्वारा आमजनों से यह अपील की गई है, कि इस गंभीर स्थिति को समझते हुए एक सभ्य नागरिक होने का परीचय दें प्रषासन लगातार आमनागरिकों के हित के लिए कार्य कर रहा है, जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है इस हेतु लिये गये निर्णयों और निर्देषों का पालन करें इसमें आपका और संपूर्ण समाज का हित निहित है। -
आवष्यक सेवाओं की घोषणा कर शासन ने जारी किया आदेष
सूरजपुर 25 मार्च 2020/ छत्तीसगढ़ शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के आदेश के तहत आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के प्रावधानों के अंतर्गत कोरोना महामारी के प्रबंधन की अति आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत सेवाओं को आवष्यक सेवाएं घोषित करते हुए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा आदेष जारी किया गया है जिसमें सार्वजनीक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली वस्तुओं एवं उनके उपार्जन एवं भंडारण में आवश्यक सामग्रियों जैसे बारदाने, सल्फास, कीटनाशक , डनेज इत्यादि का संचालन, भंडारण एवं वितरण, खाद्यान्नों तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली में प्रदाय की जाने वाली वस्तुओं की लोडिंग अनलोडिंग एवं परिवहन, विकेन्द्रीकृत उपार्जन योजना के अंतर्गत उपार्जित धान की मिलिंग एवं भंडारण के लिए लोडिंग अनलोडिंग एवं परिवहन, धान की मिलिंग करने वाली राइस मिलें, अधिसूचित पेट्रोल डीजल सीएनजी, पम्पो , प्रदाय इकाई में द्वारा पेट्रोल डीजल सीएनजी का प्रदाय, एलपीजी (घरेलू तथा व्यवसायिक) का प्रदाय, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत केरोसिन परिवहन प्रदाय एवं वितरण को आवश्यक सेवाएं घोषित किया गया है। -
दुर्ग 24 मार्च 2020/ सचिव छ.ग.शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय रायपुर के आदेष के तारतम्य में शासन द्वारा नोवल कोरोना वायरस (covid-19) के संक्रमण की रोकथाम तथा जनस्वास्थ्य के सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से तथा उनकी सुविधा को रखते हुए छ.ग. सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 की कंडिका 15 के तहत एतद द्वारा जिले में संचालित शा.उ.मू. दुकानों के लिए “ दिनांक 05 अप्रैल 2020 “ तक के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
इसके अंतर्गत प्रत्येक शा..उ.मू. दुकान प्रातः 10 बजे से शाम 04 बजे तक खोली जावेगी। प्रत्येक शा.उ.मू. दुकान में कतार में 05 से अधिक राशनकार्डधारकों को न लगाया जावे।प्रत्येक शा.उ.मू. दुकान संचालनकर्ता द्वारा स्वयं के स्त्रोत से राशनकार्डधारकों को कोरोना वायरस(covid-19) के संक्रमण की रोकथाम तथा जनस्वास्थ्य के सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सेनेटाईजर,हैडवाश, साबुन, टिश्यू पेपर आदि से हाथ धुलवायेगा।प्रत्येक शा.उ.मू. दुकान संचालनकर्ता द्वारा अपनी उ.मू. दुकान में नियमित रूप से साफ सफाई तथा स्वच्छता बनाये रखेगा। प्रत्येक शा.उ.मू. दुकान से माह अप्रैल में 02 माह (माह अप्रैल 2020 एवं माह मई 2020) का खाद्यान्न राशनकार्डधारकों की सुविधानुसार पूर्व में दिये गये निर्देशों के अनुरूप वितरित करेगा।कोरोना वायरस (covid-19) से प्रभावित व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल यथासंभव सभी संबंधितों को अवगत करायेगा।यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने अपील के साथ जारी की कानूनी चेतावनी
क्या आप जानते हैं कि होम-क्वारंटीन का पालन न करना अपराध की श्रेणी में आता हैइसके नियमों का पालन न करने पर आपके विरुद्ध भारतीय दंड संहिता और एपिडेमिक एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई भी की जा सकती हैमहासमुन्द 24 मार्च 2020/ जहां एक ओर कोरोना वायरस दुनिया भर में हजारों की संख्या में लोगों को असामयिक मृत्यु का शिकार बना चुका है। वहीं, दूसरी ओर इसका इलाज ढूंढ रहे वैज्ञानिकों सहित पीड़ितों के उपचार में जुटे चिकित्सकों के लिए यह अब भी कौतुहल का विषय बना हुआ है। जहां, कोरोना विरुद्ध लड़ाई में शासन-प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग का अमला दिन-रात लगा हुआ है वहीं, आमजन से लगातार अपील की जा रही है कि संक्रमण रोकने के लिए विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही हिदायतों का कड़ाई से पालन किया जाए।जिले के अधिकांश स्थानीय निवासियों का इस ओर सहयोग सराहनीय रहा है किन्तु फिर भी प्रदेश के कुछेक कोनों में होम-क्वारंटीन को गंभीरता से नहीं लिए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, छग शासन द्वारा स्थानीय निवासियों की ओर विनम्र अपील के साथ चेतावनी संदेश भी प्रेषित किया गया है। ऐसे में विभाग की मंशा को स्पष्ट करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशानुसार प्रदेश ही नहीं अपितु जिले में भी यदि कोई भी व्यक्ति होम कोरंटीन के नियमों उल्लंघन करता है तो इससे संक्रमण फैलने का खतरा तो बढ़ता ही है साथ ही इन नियमों का पालन न करने पर उसके विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 269, 270, 188 और एपिडेमिक एक्ट 1897 के सेक्शन 3 की धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण दल के नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार ने अपील की है कि आमजन होम क्वारंटीन के नियमों का पालन करें और घर पर ही रहें ऐसा करने से ही हमस ब मिल कर कोविड 19 की बीमारी से लड़ सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल कर सकते हैं। साथ ही जिले में कोरोना वायरस कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जिसमें चैबीसों घंटे निशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। संपर्क करने के लिए जिला स्तरीय दूरभाष नंबर 6267770531 भी जारी किया गया है। उक्त संदर्भ में शंका होने की स्थिति में यहां निशुल्क जानकारी और मदद उपलब्घ कराई जा रही है।विदित हो कि सरकार की ओर से सभी तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए लगातार प्रयारस जारी हैं। जिसमें बैनर-पोस्टर सहित सोशल मीडिया के माध्यम से भी यह प्रचार-प्रसार किया जा रहा है कि स्वयं सहित परिवार एवं जनहित में क्वरंटीन एवं होम आइसोलेसन के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। क्यों कि यह विषय सामाजिक आपातकाल से जुडा है और किसी एक व्यक्ति विशेष मात्र के लिए नहीं बल्कि हर उस गणमान्य नागरिक के लिए अनुकरणीय है जो कोरोना वायरस संक्रमण में संदिग्ध या पीड़ित के रूप में प्रभावित है। -
साइबर लॉ और ई सिक्योरिटी के ग्रुप को-ऑर्डिनेटर ने सूचना तकनीकी अधिनियम 2000 पालन हेतु दिए कड़े निर्देश
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ दुनिया भर के एक सौ पचास देशों से भी अधिक में महामारी का रूप ले चुकी नोवेल कोरोना वायरस की कोविड 19 नामक संक्रामक बीमारी को लेकर आमजन को प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने में तमाम मीडियाकर्मी और सरकारी विभाग सभी अपने-अपने तरीकों से आवश्यक प्रचार-प्रसार के जरिए जागरूकता लाने के कार्य में जुटे हुए हैं। ऐसे में प्रदेश के कुछेक हिस्सों से सोशल मीडिया में गलत जानकारी पोस्ट किए जाने और भ्रामक जानकारी फैला कर आतंक का मंजर बनाए जाने की सूचनाएं मिलने की बातें भी कही जा रही हैं। तथाकथित रूप से इन गैर जिम्मेदार और झूठे प्रचारकों पर लगाम कसने के लिए सरकार ने नियमों का हवाला देते हुए न सिर्फ आगाह किया है बल्कि कड़ी कार्रवाई की जाने की चेतावनी भी दी है। इसके लिए हाल ही में साइबर लॉ और ई-सिक्यूरिटी के गु्रप को-ऑडिनेटर ने एक पत्र जारी कर सोशल मीडिया के जरिए गलत एवं भ्रामक सूचनाओं का प्रचार रोकने के लिए अहम जानकारी साझा की है। 20 मार्च 2020 को जारी इस पत्र में इन्फोर्मेशन टैक्नोलॉजी एक्ट 2000 यानी कि सूचना तकनीकी अधिनियम 2000 के अनुभाव 2 (1) (डब्लू) एवं आईटी एक्ट निर्देशिका नियम 2011 के अनुभाग 79 के तहत विश्वासघाती, छलीय या असावधानीपूर्वक मेजबानी, प्रदर्शन, जानकारी प्रसारण, रूपांतरित प्रस्तुति, प्रकाशन के अद्यतन संचारण और आदान-प्रदान करने की मनाही की गई है।बता दें कि कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इस आपाल काल को गंभीरता से लिया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि यह अनुकरणीय विषय है इसलिए आमजन कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकरणों में केवल प्रमाणिक जानकारी को ही मान्य करें। साथ ही अपील की गई है कि गलत या भ्रामक जानकारी का प्रचार कर अनावश्यक खलबली, घबराहट, भय या आतंक का माहौल न बनाएं और जनादेश एवं सामाजिक शांति को प्रभावित न करें। कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार के मुताबिक संदर्भित पत्र में तत्काल प्रभाव से कार्रवाही करते हुए उक्त भ्रामक तथ्यों प्राथमिकता के आधार पर निरस्त किए जाएं या हटाए जाने के लिए भी कहा गया है। ताकि कोरोना वायरस के संबंध में प्रमाणिक जानकारी के फैलाव को बढ़ावा दिया जा सके।उल्लेखनीय है कि इस अंतर्राष्ट्रीय आपात काल परिस्थिति में जिला महासमुंद अब तक सबसे सुरक्षित जिलों में गिना जा रहा है क्योंकि राजधानी रायपुर से समीपस्थ जिला होने के बावजूद भी यहां अब तक एक भी कोविड 19 का पुष्टिकृत प्रकरण नहीं मिला है। लेकिन, अनायास ही जिले के कुछेक गांव में संदिग्ध मरीजों के होने की खबर फैलाए जाने की सूचनाएं भी मिली हैं। जिसके चलते पिछले दिनों क्षेत्र में भय का माहौल बना, बहरहाल वर्तमान में उक्त प्रकरणों में विभागीय हस्तक्षेप के बाद सही संदेश प्रकाशन के कारण स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन, समस्या को देखते हुए प्रदेश स्तर पर इस ओर मंथन किया गया। ताकि, आमजन में भय का माहौल न बने और लोगों तक कोई भी गलत या भ्रामक जानकारी न पहुंचाई जाए। -
राज्य सरकार ने भी कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जारी की अधिसूचित घोषणा
छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 की धारा 50 के अतर्गत राज्य सरकार द्वारा नोवेल कोरोना वायरस को समूचे प्रदेश में संक्रामक रोग घोषित कर दिया गया हैमहासमुन्द 24 मार्च 2020/ विश्व स्वास्थ्य संगठन और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के साथ-साथ एक और बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जिसमें छत्तीसगढ़ प्रांत में भी कोरोना वायरस संक्रमण यानी कोविड-19 की बीमारी को लेकर राज्य सरकार ने अधिकारिक रूप से अधिसूचना जारी कर दी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 23 मार्च 2020 को लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग की सचिव सुश्री निहारिका बारिक सिंह ने प्रदेश के समस्त जिलों के लिए आगामी आदेश पर्यंत अधिसूचित किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 (क्र. 36 सन 1949) की धारा 50 के अंतर्गत राज्य सरकार के द्वारा नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) को संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य के लिए संक्रामक रोग बताते हुए उक्त अधिनियम की धारा 51 के तहत अधिसूचित संक्रामक रोग घोषित कर दिया गया है। संदर्भित जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार के द्वारा दी गई। जिसमें उन्होंने बताया कि जहां, तथाकथित रूप से सोशल मीडिया में प्रचारित-प्रसारित की जा रही कोरोना वायरस संबंधित संदेश दर्शकों और पाठकों तक विविध तरीकों से पहुंचाएं जा रहे हैं। इस बीच उक्त परिस्थितियों को लेकर राज्य शासन स्तर से जारी यह अधिसूचना अधिकारिक तौर पर भ्रांतियां दूर करने के साथ प्रदेश में अधिसूचित संक्रमण काल की पुष्टि करती है।विदित हो कि जिला महासमुंद में अब तक कोरोना वायरस पीड़ित का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया है। किन्तु सतर्कता बरतते हुए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन व प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों द्वारा जनसामान्य के लिए किए जा रहे चिकित्सकीय उपायों के साथ उनकी सुरक्षा हेतु पुलिस विभाग की मदद से भी स्थानीय नागरिकों से इस विषम परिस्थति से निपटने के लिए अपील एवं समझाइश भी निरंतर दी जा रही है। -
मंगलवार को भी स्थानीय लोग किसी न किसी बहाने घर से बाहर निकलते देखे गए सूचना मिलते ही पुलिस विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के अधिकारियों ने शहर के दर्जनों स्थानों में लोगों को रोक कर दी समझाइश
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ जिले में कोविड-19 का एक भी प्रकरण नहीं मिला है। जानकारों ने बताया कि जरा सी असावधानी भी जिले वासियों पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में जिले में कोरोना वायरस के पांव पसारने के पहले ही कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने विभिन्न विभाग के आला अफसरों को उनके दायित्व समझाते हुए काम पर लगा दिया है। विगत दिनों सरकार द्वारा की गई जनता कफर््यू की अपील के बाद अब भी धारा 144 निरंतर जारी है। लेकिन, अधिकांश जागरूक नागरिकों के पालन करने के बावजूद कई ऐसे स्थानीय निवासी हैं जो अन्य कारणों से घरों से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा फैलने की आशंका बढ़ सकती है। संवेदनशील परिस्थितियों को देखते हुए आज 24 मार्च 2020 को स्वास्थ्य विभाग सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार एवं कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार ने पुलिस की मौजूदगी में जिला चिकित्सालय खरोरा, बस स्टैण्ड क्षेत्र, अम्बेडकर चैक, कलेक्टोरेट के आसपास व बरौंडा चैक सहित दर्जन भर से अधिक स्थानों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान नागरिकों को कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति और स्टेज वन, टू व थ्री में इसके फैलाव संबंधी आंकड़े बता कर समझाइश दिया गया। डॉ कसार ने बताया कि जिला अस्पताल एवं क्वारंटीन केंद्र में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी सहित टोल फ्री नंबर 104 एवं जिला स्तरीय दूरभाष नंबर 6267770531 के संबंध में भी जानकारी दी गई। कहा गया कि जब तक जरूरी न हो घर से बाहर नहीं निकलें और समस्या होने की स्थिति में सबसे पहले इन नंबरों पर फोन कर सलाहकारों से मश्वरा अवश्य करें। जिस पर अधिकांश ने बिना अनिवार्य कारण घरों से बाहर न निकलने की बात पर सहमति दी साथ ही अपने परिचितों को घर बैठे दूरभाष के जरिए जागरूक किया।उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के विरूद्ध आपातकाल सेवा विभागों को ड्यूटी पर लगाया गया है। जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस बल का अमला मौके पर तैनात हैं। ऐसे में दोनों ही विभागों के कर्मठ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डाल कर जनहित में कर्तव्यों का निर्वहन किए जाने की प्रशंसा भी की जा रही है। डेरा वालों के लिए मौके पर पहुंचे डॉ छत्रपाल दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण दल के अधिकारियों में डॉ छत्रपाल चंद्राकर ने पुलिस दल के साथ पटेवा क्षेत्र में भ्रमण किया। इस दौरान डेरा वालों यानी खानाबदोश के रूप में जीवन-यापन करने वाले लोगों को अलग से समझाइश दी गई। डॉ छत्रपाल ने बतया कि इनमें से अधिकांश में जागरूकता का अभाव होने की स्थिति सामने आ रही थी। ऐसे में उन्हें उनकी ही भाषा में सरल शब्दों में संक्रमण की गंभीरता के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही वर्तमान में यात्रा न करने के साथ सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण दिखते ही अधिकृत चिकित्सकों की निगरानी में उपचार को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया है। -
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ भारत सरकार द्वारा सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता सम्मान वर्ष 2019 के लिए आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से नामांकन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि में वृद्धि की गई है। अब 30 अप्रैल 2020 तक आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से नामांकन प्रस्तुत किए जा सकेंगे। जिला कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार उपयुक्त नामांकन निर्धारित समयावधि में आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से अंकित करते हुए विभाग को सूचित करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में दिशा-निर्देशों के अनुरूप मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं जिला खेल अधिकारी से सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय एकता सम्मान के लिए 30 अप्रैल 2020 तक आॅनलाईन के माध्यम से निर्धारित समयावधि में पंजीयन तथा नामांकन प्रेषित कर की गई कार्रवाई से प्रतिवेदन के माध्यम से अवगत कराने का आग्रह किया गया है।
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आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 11 अप्रैल 2020 तक
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा नवमीं में प्रवेश के लिए वर्ष 2020-21 में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि जिले के अनुसूचित क्षेत्र में स्थित शासकीय, अशासकीय शालाएं, नक्सल प्रभावित घोषित जिले अथवा नक्सल प्रभावित जिले के ऐसे भू-भाग जो अनुसूचित क्षेत्र में शामिल नहीं है वहां पर आदिवासी उपयोजना क्षेत्र में स्थित शासकीय, अशासकीय शालाएं विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह (कमार, बैगा, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, अबूझमाड़ियाॅ, पण्डो तथा भुंजिया) के विद्यार्थियों के लिए मान्य होगा। कक्षा नवमीं में प्रवेश के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कार्यालय में आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 11 अप्रैल 2020 तक तथा प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा रविवार 26 अप्रैल 2020 को प्रातः 10.30 बजे, जिला स्तर पर होगी। आवेदन पत्र का प्रारूप जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास महासमुन्द कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त श्री एन.आर. देवांगन के मोबाईल नम्बर 9424133136 पर सम्पर्क किया जा सकता है। -
चयन परीक्षा 19 अप्रैल 2020 को
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित किये जा रहे है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि इन संस्थाओं शैक्षणिक सत्र 2020-ं21 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा का आयोजन कर प्रावीण्यता के आधार पर 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चयन परीक्षा पूर्व में रविवार 29 मार्च 2020 को प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक आयोजित किया गया था, जिसे संशोेधित करते हुए आगामी परीक्षा 19 अप्रैल 2020 को प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक निर्धारित किया गया है।क्रमांक/113/1583/एस शुक्ल/हेमनाथ -
जिला दण्डाधिकारी श्री जैन ने जिला महासमुन्द के समस्त सीमा क्षेत्र को संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के
आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं के आवागमन को छोड़कर जिले के सभी सीमाएँ सीलजिले में बाहरी लोगों के आवागमन पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधितधार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंदमहासमुन्द 24 मार्च 2020/ विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस (कोविड-19) एक संक्रामक बीमारी है। इस बीमारी से भारत समेत पूरे विश्व के देशों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह तथ्य परिलक्षित है कि कारोना (कोविड-19) के संपर्क से पीड़ित संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा भी यह निर्देशित किया गया है कि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाया जाए। इसलिए (कोविड-19) के संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए कड़े सामाजिक अलगाव के उपयोग को अपनाना उचित एवं आवश्यक हो गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 के संदर्भ में शासन द्वारा जारी पत्र के अंतर्गत दिए गए शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला महासमुन्द के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 31 मार्च 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) की गई है एवं इस क्रम में महासमुन्द जिले के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत निम्नांकित गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से 31 मार्च 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक रोक लगाई गई है।जारी आदेश में उन्होंने कहा है कि जिले के समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय, अशासकीय कार्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है। सभी पदाधिकारी तथा कर्मी अपने घर से सरकारी कार्यो का निष्पादन करेंगे। परन्तु वे मुख्यालय का परित्याग नहीं करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर कार्यालय प्रमुख उन्हें कार्यालय में बुला सकेंगे। जिले में समस्त सार्वजनिक परिवहन सेवाएॅ जिसमें निजी बसें, टैक्सी, आॅटो-रिक्शा, बसें, ई-रिक्शा, रिक्शा इत्यादि भी शामिल है, के परिचालन को तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है। केवल इमरजेंसी मेडिकल सेवा वाले व्यक्तियों को वाहन द्वारा आवागमन की अनुमति रहेगी। ऐसी निजी वाहन जो इस आदेश के अंतर्गत आवश्यक वस्तुओं-सेवाओं के उत्पादन एवं उनके परिवहन का कार्य कर रहें हो, उन्हें भी अपवादिक स्थिति में तात्कालिक आवश्यकताओं को देखते हुए परिवहन की छूट रहेगी। आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं के आवागमन को छोड़कर जिले के सभी सीमाओं को सील किया गया है। किसी भी माध्यम (सड़क, रेल एवं अन्य माध्यम) से जिले में बाहरी लोगों के आवागमन को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया गया है। अन्तर जिला बस के परिवहन को भी तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है। महासमुन्द जिले में निवासरत नागरिकों को भी जिले के सीमा से बाहर जाने पर प्रतिबंधित किया गया है। सभी दुकानें व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय, फैक्ट्री, गोदाम, साप्ताहिक हाट-बाजार आदि अपनी सम्पूर्ण गतिविधियों को बंद रखेगी। जिले के अंतर्गत स्थित औद्योगिक-व्यापारिक संस्थानों को निम्न परिस्थितियों के अंतर्गत छूट रहेगी। ऐसी औद्योगिक इकाईयां जो दवाईयों के उत्पादन एवं निर्माण से संबंधित है, उनको इस प्रतिबंध से छूट रहेगी।आदेश में आगे कहा गया है कि ऐसी इकाईयां जो आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्य एवं खाद्य से संबंधित पदार्थो, डेयरी यूनिट इत्यादि से संबंधित है, उन्हें भी इस प्रतिबंध से छूट रहेगी। ऐसी इकाईयां जिन्हें उक्त प्रतिबंध से छूट प्रदान की जा रही है, उनके लिए आवश्यक होगा कि वे न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों-अधिकारियों को उपयोग करेंगी एवं संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार, राज्य शासन तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करेंगें। इन इकाईयों के प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के सामूहिक आवागामन हेतु वाहन व्यवस्था किसी भी स्थिति में उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। सभी प्रकार के निर्माण एवं श्रम कार्य (सिर्फ मनरेगा को छोड़कर) तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेंगे। सभी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंद रहेंगे। विदेश से आने वाले सभी नागरिक, अन्य राज्यों से आए हुए नागरिक जो होम क्वारेन्टाइन की निगरानी में रखे गए है, उन्हे वे स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्धारित क्वारेन्टाइन की अवधि का कड़ाई से पालन करेंगे। इसमें किसी प्रकार की चूक होने पर उनके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 188 के तहत् दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।श्री जैन ने कहा कि सभी नागरिक अपने घर में ही रहेंगे। बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के क्रम में बाहर जाने पर सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देश का अनुपालन करेंगे। किसी भी स्थिति में एक से अधिक व्यक्तियों (इसमें ड्रायवर भी शामिल है) को घर से बाहर जाने से प्रतिबंधित किया गया है। घर से बाहर जाने की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्यतः अपना वैद्य पहचान पत्र साथ में रखना होगा। आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कार्यालय, प्रतिष्ठान को उपरोक्त प्रतिबंधों से बाहर रखा गया है इनमें कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक, कोषालय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय एवं उनके अधीनस्थ समस्त कार्यालय, अनुविभागीय दण्डाधिकारी, तहसील, थाना एवं चैकी ये सभी कार्यालय आम जनता के लिए बंद रहेंगे।भारत सरकार के अधीनस्थ केन्द्रीय कार्यालय, कानून व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवा से संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी,स्वास्थ्य सेवाएं जिसके अंतर्गत सभी अस्पताल, मेडिकल काॅलेज, लायसेंस प्राप्त पंजीकृत क्लीनिक भी शामिल है), दवा दुकान, चश्में की दुकान एवं दवा उत्पादन की इकाई एवं संबंधित परिवहन, खाद्य आपूर्ति से संबंधित परिवहन सेवाए,ं उचित मूल्य की दुकान (सार्वजनिक वितरण प्रणाली), खाद्य पदार्थ, किराने का सामान, दूध, ब्रेड,, चिकन, मटन, मछली, एवं अंडा के विक्रय, वितरण, भंडारण, परिवहन की गतिविधियों को प्रातः 6ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक लाॅक डाउन से मुक्त रहेंगे, फल एवं सब्जी, ठेला (फल, सब्जी, अनाज) के विक्रय, वितरण, भंडारण, परिवहन की गतिविधियों को प्रातः 6ः00 बजे से दोपहार 12ः00 बजे तक लाॅक डाउन से मुक्त रहेंगे, दुग्ध संयंत्र (मिल्क प्लांट), माॅस्क, सेनेटाईजर, दवाईयां, ए.टी.एम. वाहन, एल.पी.जी. गैस सिलेण्डर का वाहन एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं, सेवाएं परिवहन करने वाले वाहन, घर पर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता एवं न्यूज पेपर हाॅकर प्रातः 06ः00 बजे से प्रातः 09ः30 बजे तक लाॅक डाउन से मुक्त रहेंगे, बिजली, पेयजलापूर्ति एवं नगरपालिका सेवाएं, जेल, अग्निशमन सेवाएं, ए.टी.एम., टेलीकाॅम, इंटरनेट सेवाएं, आई.टी. आधारित सेवाएं, मोबाईल रिचार्ज एवं सर्विसेस दुकानें, पेट्रोल, डीजल पंप एवं एल.पी.जी. गैस के परिवहन एवं भंडारण की गतिविधियां, पशु चारा, पोस्टल सेवाएं, खाद्य, दवा एवं चिकित्सा उपकरण सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की ई-कामर्स आपूर्ति, टेक अवे, होम डिलीवरी रेस्टोरेंट, पूर्व से विभिन्न होटलों में रूके हुए अतिथियोें के लिए डायनिंग सेवाएं, सुरक्षा कार्य में लगी सभी एजेंसियां (निजी एजेंसियों सहित), अनवरत उत्पादन प्रक्रिया अपनाने वाले औद्योगिक संस्थान अथवा फैक्ट्री (जिसमें ब्लास्ट फर्नेश, बायलर आदि हो), सीमेंट, स्टील, शक्कर, फर्टिलाईजर एवं खान। ये सभी संस्थान न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों-अधिकारियों का उपयोग करेंगे एवं संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार, राज्य शासन तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना है, प्रिंट एवं इलेक्टाॅनिक मीडिया, राज्य सरकार द्वारा विशेष आदेश से निर्धारित कोई सेवा।कलेक्टर श्री जैन ने महासमुन्द जिले के सीमा क्षेत्र में स्थित समस्त शासकीय एवं अशासकीय बैंकों के लिए भी निर्देश जारी किए हैं इनमें सभी बैंक अपने संस्थान में न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों-अधिकारियों का उपयोग करेंगे एवं संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार, राज्य शासन एवं समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करेंगे। सभी बैंको के प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के सामूहिक आवागमन हेतु वाहन व्यवस्था किसी भी स्थिति में उपलब्ध नहीं कराई जाएगी।सभी बैंक अपने संस्थान में एक समय में अधिकतम पांच ग्राहकों को ही प्रवेश देंगे। बैंक द्वारा संचालित ए.टी.एम. में पर्याप्त मात्रा में मुद्रा की उपलब्धता बैंक प्रबंधन द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। निजी प्रतिष्ठान, जो कंडिका- स में वर्णित गतिविधियों के लिए वांछनीय है एवं कोविड-19 के रोकथाम के प्रयासों से संबंधित है, खुले रहेंगे। ऐसे सभी प्रतिष्ठान निर्धारित स्वास्थ्य मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। अगर किसी व्यक्ति को अपिरहार्य स्थिति में जिले से बाहर जाना आवश्यक हो या बाहर से जिले में प्रवेश करना आवश्यक हो तो संबंधित थाना क्षेत्र से निर्धारित फार्मेट में आवेदन जमा करने पर अनुमति दी जाएगी। उपर्युक्त आदेश के उल्लंघन करने वाले व्यक्ति-प्रतिष्ठान भारतीय दंड संहिता, 1860 के धारा 188 के तहत दण्डनीय होंगे। उपर्युक्त वर्णित गतिविधियों में संशय उत्पन्न होने पर जिला दण्डाधिकारी का निर्णय अंतिम होगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
सुभाष गुप्ता
लाॅकडाउन को लेकर कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने जारी किया विस्तृत आदेषसूरजपुर 24 मार्च 2020/छत्तीसगढ़ शासन से प्राप्त निर्देषों के पालन मंे कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा जिले के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने हेतु 31 मार्च 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक पूर्ण रूप से तालाबंदी ( लॉकडाउन ) करने का आदेष दिया है। कलेक्टर के द्वारा शासकीय , अर्द्ध-शासकीय , अशासकीय कार्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद करने तथा सभी पदाधिकारी तथा कर्मी अपने घर से सरकारी कार्यों का निष्पादन करेंगे का आदेष दिया है। जिसमें मुख्यालय का परित्याग नही करने कहा गया है। जिले में समस्त सार्वजनिक परिवहन सेवायें , जिसमें निजी बसें, टैक्सी , ऑटो - रिक्शा ,षासकीय बसें, ई - रिक्शा . रिक्शा इत्यादि भी शामिल हैं , के परिचालन को तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है, केवल इमरजेंसी मेडिकल सेवा वाले व्यक्तियों को वाहन द्वारा आवागमन की अनुमति दी गई है। जारी आदेष में ऐसे निजी वाहन जो वस्तुओं व आवष्यक सेवाओं के लिए परिवहन कर रहें है, उन्हें परिवहन के लिए छुट दी गई है। कलेक्टर के आदेष में बाहर से जिले में प्रवेष करने और जिले के बाहर परिवहन किसी भी माध्यम (रेल, बस एवं अन्य माध्यम) पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है।जारी आदेष में सभी दूकानें , व्यवसायिकप्रतिष्ठान , कार्यालय , फैक्ट्री , गोदाम , साप्ताहिक हाट - बाजार आदि अपनी सम्पूर्ण गतिविधियों बंद रखने कहा गया है। जिले के अंतर्गत स्थित औद्योगिक/व्यापारिक संस्थानों को कुछ विषेष परिस्थितियों जैसे- ऐसी औद्योगिक इकाईयां जो दवाईयों के उत्पादन एवं निर्माण से संबंधित हैं , ऐसी इकाईयां जो आवश्यक वस्तओं जैसे - खाद्य एवं खाद्य से संबंधित पदार्थों , डेयरी यूनिट इत्यादि से संबंधित है, उन्हें इस प्रतिबंध से छूट दी गई है। साथ ही जिन ईकाईयों को आदेष मे छुट प्रदान की गई है उन्हे सख्तनिर्देषित किया गया है कि वे न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों/अधिकारियों का उपयोग करेंगें एवं संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हए भारत सरकार , राज्य शासन तथा समय - समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों को पालन अनिवार्य रूप से करेगें। इन इकाईयों के प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के सामुहिक आवागमन हेतु वाहन व्यवस्था किसी भी स्थिति में उपलब्ध नहीं कराया जायेगा। सभी प्रकार के निर्माण एवं श्रम कार्य ( सिर्फ मनरेगा को छोड़कर ) तत्काल प्रभाव से बंद कर दिये गये हैं। सभी धार्मिक , सांस्कृतिक एवं पर्यटल स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंद रखे गये हैं।आदेष में कलेक्टर श्री सोनी ने विदेश से आने वाले सभी नागरिक व अन्य राज्यों से आए हुए नागरिक जो भ्वउम फनंतंदजपदम की निगरानी में रखे गए हैं , उन्हें यह निर्देशित किया गया है कि वे स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्धारित ुनंतंदजपदम की अवधि का कड़ाई से पालन करेंगे । इसमें किसी प्रकार की चूक होने पर उनके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता , 1860 के धारा 188 के तहत कार्यवाही के लिए कहा गया है। इसके अलावा जिले के समस्त नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने घर पर रहकर ही सुरक्षा उपायों का अपनाएॅ और बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के क्रम में बाहर जाने पर सामाजिक दूरी के दिशा - निर्देशों का पालन करें। किसी भी स्थिति में एक से अधिक व्यक्तियों ( इसमें ड्रायवर भी शामिल है ) को घर से बाहर जाने से प्रतिबंधित किया गया है। घर से बाहर जाने की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्यतः अपना वैध पहचान पत्र साथ में रखना होगा।इन्हें दी गई प्रतिबंध से छुट-आदेष में आवष्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कार्यालय/प्रतिष्ठान कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय , अतिरिक्त जिलादण्डाधिकारी कार्या0, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक , उप पुलिस अधीक्षक, ( शहर/ग्रामीण ) कोषालय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय एवं उनके अधीनस्थ समस्त कार्यालय, अनुविभागीयदण्डाधिकारी , तहसील , थाना एवं चैकीयों को प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है। जिन्हें केवल आम जनता के लिए बंद रखा गया है। भारत सरकार के अधीनस्थ केन्द्रीय कार्यालय , कानून व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवा से संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी , स्वास्थ्य सेवायें ( जिसके अंतर्गत सभी अस्पताल, मेडिकल कालेज, लायसेंस प्राप्त पंजीकृत क्लीनिक भी शामिल हैं), दवा दूकान , चश्में की दूकान एवं दवा उत्पादन की इकाई एवं संबंधित परिवहन, खाद्य आपूर्ति से संबंधित परिवहन सेवायें, उचित मूल्य की दुकान (सार्वजनिक वितरण प्रणाली ) , खाद्य पदार्थ , किराने का सामान, दूध, ब्रेड, फल एवं सब्जी, चिकन, मटन, मछली एवं अंडा के विक्रय/वितरण/भंडारण /परिवहन की गतिविधियां भी प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी। दुग्ध संयंत्र ( मिल्कप्लांट ) घर पर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता एवं न्यूजपेपरहॉकर प्रातः 6ः30 बजे से 9ः30 बजे तक लॉकडाउन से मुक्त रहेंगे। मास्क , सेनेटाईजर, दवाईयां, ए.टी.एम., वाहन, एल.पी.जी. गैस सिलेण्डर का वाहन एवं अन्य आवश्यक वस्तुयें/सेवाओं के लिए परिवहन करने वाले वाहन, बिजली , पेयजलापूर्ति एवं नगरपालिका सेवायें, जेल, अग्निशमन सेवायें, ए.टी.एम., टेलीकॉम, इंटरनेट सेवायें, आई.टी . आधारित सेवायें, मोबाईल रिचार्ज एवं सर्विसेस दुकानें, पेट्रोल/डीजल पंप एवं एल.पी.जी. , सी.एन.जी. गैस के परिवहन एवं भंडारण की गतिविधियां, पशुचारा, पोस्टल सेवायें, खाद्य, दवा एवं चिकित्सा उपकरण सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की ई-कामर्स आपूर्ति, टेक अवे, होम डिलीवरी रेस्टोरंट, पूर्व से विभिन्न होटलों में रुके हुए अतिथियों के लिए डायनिंग सेवायें। सुरक्षा कार्य में लगी सभी एजेंसियां (निजी एजेंसियों सहित), अनवरत उत्पादन प्रकिया अपनाने वाले औद्योगिक संस्थान अथवा फैक्ट्री (जिसमें ब्लास्ट फर्नेश, वायलर आदि हो ), सीमेंट, स्टील, शक्कर, फर्टिलाईजर एवं खान ( -
सुभाष गुप्ता
सूरजपुर । जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल सिंह ने अपने गृहग्राम के साथ ही साथ रास्ते में जरूरतमंद राहगीरों को मुफ्त में मास्क बांटकर उन्हें अनावश्यक घर से ना निकलने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों को इस बात की जानकारी दी कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से आपलोग निकले अन्यथा घर में ही रहना उचित है। घर से बाहर जाते समय मास्क के इस्तेमाल करने व घर लौटने पर हाथों को 20 सेकेंड तक धोने आदि के बारे में लोगों को जानकारी दी गयी। इसके साथ ही लोगों से अफवाहों पर भी ध्यान नहीं देने के लिए कहा गया। इसके पश्चात जनपद अध्यक्ष ने सभी को धारा 144 का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि शासन ने कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए इस समस्या से निपटने के लिए पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू किया है जिससे हम घर पर ही रहकर स्वयं और अपने पूरे परिवार के साथ समाज को सुरक्षित रख सके।