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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
“सहकार से समृद्धि” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मंत्रालय में सहकारिता विभाग की गतिविधियों पर आधारित वार्षिक कैलेंडर का विमोचन किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, श्री विजय शर्मा, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप सहित सभी कैबिनेट मंत्रीगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सहकारिता विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि “सहकार से समृद्धि” के मूलमंत्र पर आधारित यह कैलेंडर राज्य सरकार द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों और उपलब्धियों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं में सहकारिता की भागीदारी छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास के नए आयामों तक ले जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहकारिता को मिली मान्यता
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2025 को ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष’ घोषित किया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में, भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय द्वारा “सहकार से समृद्धि” अभियान के तहत विविध गतिविधियाँ पूरे छत्तीसगढ़ में आयोजित की जा रही हैं।
वार्षिक कैलेंडर में समाहित योजनाएँ एवं कार्ययोजना
सहकारिता विभाग के इस वार्षिक कैलेंडर में ग्राम, जिला एवं प्रदेश स्तर पर संचालित विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है। इन गतिविधियों में धान खरीदी एवं भंडारण प्रक्रिया का विस्तार, प्रधानमंत्री जन औषधि स्टोर एवं कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापन, विश्व स्तर पर विशाल अन्न भंडारण के लिए नवीन गोदामों का निर्माण, किसानों को एटीएम कार्ड प्रदान करना एवं पैक्स में माइक्रो एटीएम के माध्यम से भुगतान सुविधा, नवीन पैक्स सोसाइटी, डेयरी एवं मत्स्य सहकारी समितियों का पंजीयन एवं सशक्तिकरण के सम्बन्ध में जानकारी दी गई है।
वार्षिक कैलेंडर के विमोचन के साथ राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ को सहकारिता आधारित आर्थिक विकास की दिशा में आगे ले जाने का एक और मजबूत कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सहकारिता विभाग को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि यह पहल राज्य के सहकारी तंत्र को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं लाभदायक बनाएगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सहकारिता सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएँ श्री कुलदीप शर्मा, अपर आयुक्त सहकारिता एवं प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री एल. कांडे सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इसके अलावा, सहायक पंजीयक श्री मनीष खोबरागड़े, अपेक्स बैंक के प्रबंधक श्री अभिषेक तिवारी, लेखा अधिकारी श्री प्रभाकर कांत यादव सहित विभाग के कई गणमान्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। -
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2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम: वित्त मंत्री
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी आगामी 3 मार्च 2025 को दोपहर 12:30 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि इस वर्ष का बजट पिछले बजट की निरंतरता में एक और बड़ा कदम होगा। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘2047 तक विकसित भारत’ के संकल्प की तर्ज पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का भी लक्ष्य ‘2047 तक विकसित छत्तीसगढ़’ का निर्माण करना है। इस दिशा में यह बजट नीतिगत सुधारों, आर्थिक सशक्तिकरण और राज्य के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।
वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने बीते वर्षों में आर्थिक, औद्योगिक, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। इस विकास यात्रा को और अधिक गति देने के लिए इस वर्ष का बजट पिछले वर्ष की तुलना में अधिक व्यापक और प्रभावी होगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था लगातार तेज़ी से आगे बढ़ रही है, जिससे विकास के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।राज्य सरकार की नीतियों का लाभ विशेष रूप से किसानों, महिलाओं, श्रमिकों, आवासहीन परिवारों और गरीब वर्ग को मिला है, जिससे जनता का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जनता का यह आशीर्वाद ही सरकार की प्रेरणा है और यह बजट प्रदेश के विकास, आर्थिक सुधारों और जनहितकारी योजनाओं के दृष्टिकोण से ऐतिहासिक साबित होगा। -
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मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रांतीय सम्मेलन का किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ी रचनाकारों की किताबें स्कूलों की लाइब्रेरी में भेजी जाएंगी
रायपुर : छत्तीसगढ़ी गुरतुर भाषा है। छत्तीसगढ़ी भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, यह हमारे अंतस को सींचने और हमारी आत्मा को एक दूसरे से जोड़ने वाली भाषा है। हमें अपनी छत्तीसगढ़ी भाषा पर गर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रान्तीय सम्मेलन 2025 के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी भाषा का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सन 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों के सपनों को साकार किया। अलग राज्य बनने के बाद अपनी महतारी की भाषा छत्तीसगढ़ी को सम्मान दिलाने की जिम्मेदारी हम सब की है। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ी में बढ़िया किताबें लिखी जा रही है।इनमें से आज भागमानी, छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी, छतनार, चल उड़ रे पुचुक चिरई, एक कहानी हाना के, गंगा बारू अउ माटी के दीया सहित छत्तीसगढ़ी भाषा की 11 पुस्तकों का विमोचन किया गया। आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार श्री रामेश्वर वैष्णव, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र, डॉ. विनय कुमार पाठक, संचालक संस्कृति एवं राजभाषा श्री विवेक आचार्य, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार सहित अनेक गणमान्य साहित्यकार उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हमारी भाषा, बोली का मान बढ़े, लोगों का अपनी भाषा से जुड़ाव रहे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा का समृद्ध इतिहास है, हमारी यह भाषा शिलालेख में भी दर्ज है। अनेक कवि और लेखक अपनी लेखनी से छत्तीसगढ़ी को समृद्ध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अपने गठन के बाद अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन किया जा चुका है। उन्होंने कहा प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है, इस नीति में बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा दी जाती है। छत्तीसगढ़ में भी बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा दी जा रही है। बच्चे अपनी मातृभाषा में कठिन से कठिन विषय भी आसानी से समझ लेते हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ी भाषा को लोकप्रिय बनाने में सफल होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने साहित्यकारों के आग्रह पर छत्तीसगढ़ी रचनाकारों की किताबें स्कूलों की लाइब्रेरी में भेजने की घोषणा की, ताकि स्कूली बच्चे इनका अध्ययन कर सकें।
वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान
मुख्यमंत्री श्री साय ने सम्मेलन में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देवधर दास महंत, जिला जांजगीर, श्री काशीपुरी कुन्दन, जिला गरियाबंद, श्री सीताराम साहू ’’श्याम’’, जिला बालोद, श्री राघवेन्द्र दुबे, जिला बिलासपुर, श्री कुबेर सिंह साहू, जिला राजनांदगांव और डॉ. दादूलाल जोशी, जिला राजनांदगांव को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।11 किताबों का विमोचन -
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 11 साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन किया। इनमें श्री देवचरन धुरी की पुस्तक ‘‘देवचरन के कहमुकरी’’, डॉ. दीनदयाल साहू की पुस्तक ‘‘भागमानी’’ ( छत्तीसगढ़ी उपन्यास), श्री मुकेश कुमार के उपन्यास ‘‘मंजरी पाती’’ (छत्तीसगढ़ी उपन्यास), श्री कन्हैया साहू ’ अमित की पुस्तक ‘‘छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी’’, श्री राजकुमार चौधरी के काव्य संग्रह ‘‘छतनार (काव्य संग्रह)’’, श्री टीकेश्वर सिन्हा की ’गब्दीवाला’ की पुस्तक ‘‘चल उड़ रे पुचुक चिरई’’, श्री हरिशंकर प्रसाद देवांगन की पुस्तक ‘‘एक कहानी हाना के’’, श्री मिनेश कुमार साहू की पुस्तक ‘‘गंगा बारू’’ डॉ. लूनेश कुमार वर्मा के काव्य संग्रह ‘‘माटी के दिया’’, श्री रामनाथ साहू - गीतांजली (गुरूदेव रविन्द्रनाथ टेगोर के गीताजंली काव्य के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) और श्री दुर्गा प्रसाद पारकर की पुस्तक प्रतिज्ञा (मुंशी प्रेमचंद कृत प्रतिज्ञा के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष श्री रामेश्वर वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ी समृद्ध भाषा है। अलग-अलग क्षेत्रों में बोली जाने वाली छत्तीसगढ़ी का मानकीकरण करने और एकरूपता लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। संचालक संस्कृति एवं राजभाषा श्री विवेक आचार्य ने राजभाषा आयोग के कार्यों पर प्रकाश डाला। आयोग की सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए गणमान्य साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ में लिखी जा रही है सुशासन और विकास की नई इबारतस्थानीय चुनाव में जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दियाराज्यपाल को अभिभाषण के लिए धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का उल्लेख किया और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार और नाकामियों पर जमकर प्रहार किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अब केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों में भाजपा की सरकार है, जिसे उन्होंने ट्रिपल इंजन सरकार बताया। उन्होंने विश्वास जताया कि यह ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी ऊर्जा और गति के साथ छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेगी और प्रदेश को विकास के नए शिखर पर ले जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अभिभाषण में छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और नीतियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने विधानसभा, लोकसभा और अभी हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों पर अपनी मुहर लगाई है। स्थानीय चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने साबित कर दिया कि प्रदेश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और सुशासन के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, हमने कहा था कि स्थानीय चुनावों में जीत हमारी होगी और जनादेश ने इसे सच कर दिखाया। कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, जिससे लाखों गरीब अपने घर का सपना संजोए बैठे थे। लेकिन नई सरकार ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद 18 लाख आवास स्वीकृत कर दिए। अगले वित्तीय वर्ष में तीन लाख और आवासों की मंजूरी दी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना 2.0 का जिक्र करते हुए बताया कि एक लाख 32 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए राज्यांश का अनुमोदन भी सरकार ने कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य सिविल सेवा भर्ती घोटाले पर कहा कि कांग्रेस शासन में पीएससी भर्ती प्रक्रिया में भारी भ्रष्टाचार हुआ। इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है और कई आरोपी जेल में हैं, जबकि कई कतार में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने हाल ही में आयोजित परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया है, जिससे युवाओं का सरकारी भर्ती प्रक्रिया पर विश्वास बहाल हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहा है, उनकी सरकार ने इसे खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य जल्द ही नक्सल समस्या से मुक्त राज्य होगा। नक्सलवाद के उन्मूलन को लेकर हमारी नीति एकदम स्पष्ट है। हमने बोली का जवाब बोली और गोली का जवाब गोली से देने का निश्चय किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों हमने सबसे अच्छी पुनर्वास नीति बनाई है। आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद के साथ-साथ रोजगार प्रशिक्षण और पुनर्वास के लिए 15 हजार प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने नक्सली हिंसा से प्रभावित अति संवेदनशील गांवों को संवारने नियद नेल्ला नार योजना आरंभ की। तेंदूपत्ता संग्राहकों को अब चार हजार रुपए की जगह साढ़े पांच हजार रुपए संग्रहण राशि मिल रही है। प्रधानमंत्री जनमन योजना तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से हजारों परिवारों को लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जल जीवन मिशन को पिछली सरकार ने पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया था। ऐसी जगहों में टंकी बना दी, पाइप लाइन बिछा दी जहां पानी का स्रोत ही नहीं था। जलजीवन मिशन में जमकर बंदरबांट हुई और कांग्रेस के कार्यकाल में काम नहीं हो सका। कांग्रेस के पांच सालों के कुशासन ने प्रदेश की छवि को खराब किया। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में महादेव एप खुलकर फला-फूला। प्रोटेक्शन मनी जितनी तेजी से बंटती गई, सट्टे का कारोबार उतनी ही तेजी से फैलता गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने आबकारी नीति में ऐसे बदलाव किये जिससे सरकारी राजस्व को ही चूना लगा दिया गया। यह नंबर दो का पैसा किस किस रास्ते पर कहां कहां पहुंच गया, इसकी जांच अभी एजेंसियां कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक ऐसा वायरस है जो सबसे तेजी से फैलता है। छत्तीसगढ़ में एक सिंडिकेट बना, जिसने अपने भ्रष्टाचार के भरपूर अनुभव का लाभ स्वयं तो लिया ही, दूसरी राज्य सरकारों को भी अपनी सेवा दी। झारखंड और दिल्ली की शराब नीति में बदलाव भी अमूमन ऐसे ही थे। साफ था कि एक ही सिंडीकेट हर जगह काम कर रहा था।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिंडिकेट ने आनन-फानन में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की पारदर्शी आनलाइन पालिसी को बदल दिया और मैनुअल ट्रांजिट पास आरंभ कर दिया। ‘इसके बाद जो खेल हुआ, वो तो सब ने देखा है।’ संसाधनों की ऐसी लूटखसोट छत्तीसगढ़ ने पहले कभी नहीं देखी थी। हमने भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस के साथ काम किया है। खनिजों का आनलाइन ट्रांजिट पास पुनः आरंभ किया। हमने आबकारी की पुरानी नीति को समाप्त किया और नई नीति के चलते फर्जीवाड़े पर रोकथाम लगी और आबकारी राजस्व दोगुना हो गया।
मुख्यमंत्री ने श्री साय ने कहा कि कांग्रेसियों ने धान खरीदी को लेकर कितना दुष्प्रचार किया। वे यह भी झूठ फैला रहे थे कि किसान भाइयों को पैसा नहीं मिल रहा। इस झूठ की हवा निकल गई। धान खरीदी समाप्त होने के एक सप्ताह बाद ही किसान भाइयों के खाते में अंतर की राशि आ गई। मैं पूछना चाहता हूँ कि धान खरीदी नहीं हो रही थी तो वे 25 लाख 49 हजार किसान कौन हैं जिन्होंने अपना धान बेचा। धान खरीदी नहीं हो रही थी तो 149 लाख 25 हजार मीट्रिक टन धान किसने बेचा। पिछली सरकार में गौठानों के निकट बड़े-बड़े होर्डिंग लगे होते थे और गोबर और गौमूत्र की खरीदी के दावे होते थे। जब भाजपा का दल गौठानों में फैक्ट चेक के लिए जाता था तो ‘निल बटे सन्नाटा नजर’ आता था। गाय नहीं नजर आती थीं। हमारी सरकार ने गौवंश को बढ़ावा देने के लिए एनडीडीबी से एक एमओयू किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महतारी वंदन योजना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता की योजना है। आज 69 लाख 54 हजार माताओं-बहनों को इस योजना का लाभ दे रहे हैं। हमारा यह छोटा सा प्रयास उनके जीवन में बड़ा बदलाव लेकर आया है। हमारी सरकार जरूरतमंद 68 लाख परिवारों को पांच साल तक मुफ्त राशन प्रदान करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री जी ने शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल सुधार किये हैं। हमारे बच्चे अब विस्तार से देश की सांस्कृतिक विरासत के संबंध में जानेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 77 लाख 20 हजार परिवारों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का लाभ मिल रहा है। हमारी सरकार ने नई औद्योगिक नीति बनाई है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ में निवेश अब बेहद आकर्षक हो गया है। नई औद्योगिक नीति के माध्यम से हमारा फोकस विशेष रूप से युवाओं के रोजगार सृजन पर है।हमें उम्मीद है कि अगले पांच सालों में ढाई लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा और इससे पांच लाख लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बनेंगी। रायपुर के साथ ही दिल्ली और मुंबई में हमने इंवेस्टर्स कनेक्ट किये हैं। इससे अब तक एक लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हमें मिले हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म की भरपूर संभावनाओं वाला राज्य है। हमनें टूरिज्म को उद्योग का दर्जा दिया है। चौबीस घंटे, सातों दिन दुकानों के खुले रहने के निर्णय लिया है, इससे रोजगार, व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। अटल नगर नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में विकसित कर रहे हैं। हम सरप्लस पावर स्टेट हैं। हमारा राज्य पहला ऐसा राज्य है जहां लीथियम ब्लाक का ई-आक्शन से आवंटन हुआ। लीथियम इलेक्ट्रिकल वाहनों की बैटरी के लिए सबसे जरूरी मिनरल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछली सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रदेश में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए कोई योजना नहीं बनाई। हमारी सरकार ने आगामी 10 वर्षों के लिए अतिरिक्त विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल करने की योजना बनाई है तथा इस पर गंभीरता से अमल हो रहा है। हमने सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना की। डिजिटल गवर्नेंस को अपनाया। इसके लिए 266 करोड़ रुपए का बजट रखा। केंद्र सरकार की योजनाओं के लिए राशि जारी करने, वितरित करने एवं बेहतर नगद प्रबंधन के लिए हमने ‘जस्ट इन टाइम’ मॉडल अपनाया है। हमने राज्य में जो रिफार्म्स किये हैं उसके चलते भारत सरकार से हमें 6 हजार 301 करोड़ रुपए की राशि इंसेटिव के रूप में प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वर्ष 2024-25 में पूंजीगत व्यय के लिए 23 हजार 6 सौ करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया। यह पिछले वर्ष की 16 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 48 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दिखाता है। हमारी सरकार ने जो नवाचार किये हैं। उनकी देश भर में प्रशंसा हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है कि प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचने वाले हमारे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हमने छत्तीसगढ़ पवैलियन में विशेष व्यवस्था की। साढ़े चार एकड़ में फैले इस पवैलियन में लोगों के रूकने, खाने-पीने की सुविधा थी, सबने इसे विशेष रूप से सराहा। हमने राजिम कुंभ कल्प का वैभव पुनः लौटाया। हमारी सरकार ने अयोध्या धाम श्री रामलला दर्शन योजना आरंभ की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और हमारी यह विधानसभा भी अपना रजत जयंती वर्ष मना रही है। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेश में सुशासन, पारदर्शिता और जनहितैषी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और जनता को एक बेहतर, सुरक्षित और समृद्ध जीवन मिलेगा। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा केवल ज्ञान और परिश्रम की परख ही नहीं, बल्कि संयम और आत्मविश्वास की भी परीक्षा होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे तनावमुक्त और सकारात्मक मानसिकता के साथ परीक्षा दें, क्योंकि आत्मविश्वास और सतत अभ्यास ही सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ दिनचर्या, संतुलित आहार और पर्याप्त विश्राम परीक्षा की तैयारी में उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने कि पढ़ाई के घंटे।
मुख्यमंत्री ने माता-पिता और शिक्षकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालने के बजाय उन्हें प्रेरित करें और उनका मनोबल बढ़ाएँ। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह विश्वास दिलाना आवश्यक है कि परीक्षा केवल एक पड़ाव है, न कि मंज़िल। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और धैर्यपूर्वक निरंतर प्रयास से जीवन में बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। आप सभी बिना भय के पूरी लगन, पूर्ण आत्मविश्वास और मनोयोग से परीक्षा दें। निश्चित रूप से आप लोगों को सफलता हासिल होगी। -
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रायपुर को स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं समृद्ध शहर बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्प के साथ करें कार्य - मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में नगर पालिक निगम, रायपुर के नव निर्वाचित महापौर एवं पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह आज बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम रायपुर में संपन्न हुआ। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने महापौर एवं सभी पार्षदों को वार्डवार शपथ दिलाई।
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में शपथ ग्रहण किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदगण अटल विश्वास पत्र में किए गए प्रत्येक वादे को पूरा कर रायपुर को स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं समृद्ध शहर बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करेंगे।
शपथ ग्रहण उपरांत महापौर मीनल चौबे ने मुख्यमंत्री श्री साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्रीद्वय श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा , मंत्रीगण, पूर्व महापौर एवं विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
समारोह में वन मंत्री श्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री किरण देव, श्री सुनील सोनी, श्री मोतीलाल साहू, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा ने सभी अतिथियों, जनप्रतिनिधियों एवं शहरवासियों का आभार व्यक्त किया। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में आयोजित राजिम कुंभ कल्प अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध होता जा रहा है। इस वर्ष आयोजित राजिम कुंभ कल्प में श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी, जिसमें देशभर के तीर्थयात्रियों के साथ विदेशी पर्यटकों ने भी हिस्सा लिया। नीदरलैंड से पहली बार आए सिनिस ने कहा, "यहाँ की संस्कृति और लोगों की आत्मीयता ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। यह एक अद्भुत अनुभव है!" वहीं, इटली से आए जुबेतो और पैट्रिसिया ने कहा कि वे भारत की आध्यात्मिक, धार्मिक और अलौकिक संस्कृति को करीब से देखने और समझने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा, "राजिम कुंभ कल्प भारतीय आस्था और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम है, जो हमें मंत्रमुग्ध कर रहा है।"
राजिम कुंभ की भव्यता से अभिभूत विदेशी पर्यटक
नीदरलैंड, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और इटली से आए पर्यटकों ने 54 एकड़ में फैले विशाल राजिम कुंभ कल्प की भव्यता को देखकर खुशी व्यक्त की। राजीव लोचन मंदिर और त्रिवेणी संगम पर स्थित कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में उत्कीर्ण प्राचीन कलाकृतियों ने उन्हें विशेष रूप से आकर्षित किया। विदेशी पर्यटक महाशिवरात्रि पर निकाली गई नागा साधुओं की शोभायात्रा में भी शामिल हुए और मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया। विदेशी पर्यटकों ने राजिम कुंभ कल्प की साज-सज्जा और संत समागम क्षेत्र की भव्यता देखकर कहा – "इट्स वंडरफुल!"
विदेशी सैलानियों ने नागा साधुओं द्वारा निकाली गई शोभायात्रा और अखाड़ों के शौर्य प्रदर्शन को आश्चर्य और रोमांच से देखा। संत समागम क्षेत्र में उन्होंने विभिन्न संतों से आशीर्वाद लिया और नागा साधुओं के तपस्वी जीवन के बारे में जाना। पर्यटकों ने पूरे आयोजन की भव्यता को अपने कैमरों में कैद किया और मेला घूमने आए लोगों के साथ सेल्फी भी ली।
राजिम कुंभ कल्प – आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अंतरराष्ट्रीय मंच
राजिम कुंभ कल्प की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है। विदेशी मेहमानों की उपस्थिति से इस आयोजन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिल रही है, जिससे भविष्य में और अधिक पर्यटक और श्रद्धालु आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से राजिम कुंभ कल्प को एक भव्य, दिव्य और यादगार आयोजन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि सम्पूर्ण भारत की संस्कृति और आस्था की गौरवशाली पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित कर रहा है। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने मनरेगा कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध रूप से पूरा करने के दिए निर्देशमनरेगा को अन्य योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण विकास की गति तेज करने पर दिया गया जोररायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की बैठक विधानसभा परिसर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में मनरेगा कार्यों को सर्वोच्च गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए, ताकि अधिकतम ग्रामीण परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष रूप से गांवों में धरसा पहुंच मार्ग निर्माण और अमृत सरोवर परियोजनाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूती मिले और जल संरक्षण को बढ़ावा मिले।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य केवल रोजगार देना नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों को आत्मनिर्भर बनाना है। मनरेगा के तहत चल रही योजनाओं को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से लागू किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, ताकि यह योजना गरीबों के सशक्तिकरण में एक मजबूत आधार बने। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मनरेगा को अन्य योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण विकास की गति तेज करने पर जोर दिया जा रहा है।
राज्य में मनरेगा के प्रभावशाली क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा
बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 की प्रगति, लेबर बजट 2025-26, योजना के प्रमुख इंडिकेटर्स और अभिसरण (कॉन्वर्जेंस) मॉडल पर गहन समीक्षा की गई। वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई।
मनरेगा आयुक्त श्री रजत बंसल ने जानकारी दी कि प्रदेश में कुल 38.52 लाख पंजीकृत परिवारों में से 24.89 लाख परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है।अमृत सरोवर योजना के तहत 2,902 जलाशयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 1,095 स्वीकृत हो चुके हैं, 299 पूर्ण हो चुके हैं, और 472 पर कार्य प्रगति पर है।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजू एस, श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, मनरेगा आयुक्त श्री रजत बंसल एवं छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद के सदस्यगण उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि (28 फरवरी) पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र बाबू भारतीय राजनीति, प्रशासन और सार्वजनिक जीवन में सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति की प्रतिमूर्ति थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की विनम्रता, सादगी और कर्तव्यपरायणता हम सभी को राष्ट्रसेवा और जनकल्याण के पथ पर आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करती है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल तकनीकी प्रगति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज में तर्कसंगत और परिष्कृत सोच विकसित करने का आधार भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने नोबेल पुरस्कार विजेता महान भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी खोज 'रमन प्रभाव' ने विज्ञान की दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उन्हीं के सम्मान में हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य देशभर में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और विज्ञान की भूमिका को समाज में मजबूत करना है।
विज्ञान से प्रगति, विज्ञान से सशक्त समाज
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। श्री साय ने इस अवसर पर समाज में विज्ञान के प्रति जागरूकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास और रूढ़ियों की जड़ें समाज में तब तक बनी रहेंगी, जब तक हम तार्किक और वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक नहीं पहुँचाते। इसके लिए शिक्षा, जागरूकता और सामूहिक प्रयास जरूरी हैं, ताकि एक नवाचार-समर्थ और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त समाज का निर्माण हो सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे विज्ञान और नवाचार को अपनाकर समाज को और अधिक सशक्त बनाएं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ऐतिहासिक वीर गाथा पर आधारित हिंदी फिल्म ‘छावा’ को राज्य में टैक्स फ्री घोषित करने की घोषणा की है। उन्होंने आज राजिम कुंभ के आयोजन उपरांत मीडिया से चर्चा के दौरान यह घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छावा फिल्म को टैक्स फ्री करने का निर्णय छत्तीसगढ़ की जनता को देश के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने और युवा पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम एवं शौर्य की भावना जागृत करने के उद्देश्य से लिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ‘छावा’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि ऐतिहासिक परंपराओं, वीरता और स्वाभिमान की गाथा है, जिसे हर नागरिक को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह फिल्म युवा वर्ग को प्रेरित करेगी और छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य, बलिदान और नेतृत्व को व्यापक रूप से प्रस्तुत करेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय के इस फैसले से राज्य के सिनेमाघरों में फिल्म देखने के इच्छुक दर्शकों को मूल्य में राहत मिलेगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इसे देख सकेंगे और भारतीय इतिहास की समृद्ध विरासत से प्रेरणा ले सकेंगे।उल्लेखनीय है कि फिल्म छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने मुगलों और अन्य आक्रांताओं के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपने अदम्य साहस, रणनीतिक कौशल और बलिदान की अमर गाथा लिखी। फिल्म उनके अदम्य साहस और बलिदान को जीवंत करती है और राष्ट्रभक्ति की भावना को सुदृढ़ करती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ऐसी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समाज को प्रेरणा देती हैं और सांस्कृतिक चेतना को जाग्रत करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रभक्ति से जुड़ी फिल्मों को प्रोत्साहित करती रहेगी, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ी रहे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की जनता, विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे इस फिल्म को देखें और भारतीय इतिहास के उन स्वर्णिम पन्नों को समझें, जो आज भी हमारे जीवन को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भगवान श्री राजीव लोचन मंदिर में आज पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने त्रिवेणी संगम में स्थित भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव का जलाभिषेक कर छत्तीसगढ़ की उन्नति और प्रगति की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजिम कुंभ कल्प केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का अद्भुत संगम है।महानदी मैया की महाआरती में हुए शामिलराजिम कुंभ कल्प के अंतर्गत आयोजित महानदी मैया की भव्य महाआरती में मुख्यमंत्री श्री साय मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के मध्य विधि-विधान से शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने महानदी मैया से प्रदेश की खुशहाली की कामना की।इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, वन एवं जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप, राजिम विधायक श्री रोहित साहू, बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल तथा अन्य गणमान्य नागरिक, संत महात्मा और बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर आज प्रदेश के विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को गंगा जल स्नान का अवसर मिला। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर यह विशेष आयोजन प्रदेश के 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब-जेल में किया गया, जहां कैदियों को गंगा जल से स्नान कर आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का अवसर प्रदान किया गया।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और जेलों में बंद कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं। यह आयोजन कैदियों के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के उद्देश्य से किया गया, जिससे उनमें आत्मशुद्धि और सकारात्मक सोच विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि 144 वर्षों बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ का पुण्य लाभ समाज के हर वर्ग को मिलना चाहिए, इसलिए सरकार ने जेलों में यह विशेष पहल की।
संपूर्ण प्रदेश में हुआ आयोजन, कैदियों में दिखा उत्साह
प्रदेशभर की जेलों में इस कार्यक्रम के दौरान कैदियों ने गंगा जल से स्नान किया और सामूहिक प्रार्थना में भाग लिया। जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जिसमें शुद्ध गंगा जल की आपूर्ति, स्नान की उचित व्यवस्था और सामूहिक प्रार्थना शामिल थे। जेल अधीक्षकों ने बताया कि कैदियों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और इसे एक सकारात्मक अनुभव बताया।
कैदियों के पुनर्वास और सुधार की दिशा में सरकार की नई पहल
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार कैदियों के सुधार और उनके सामाजिक पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे कैदियों को नैतिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिल सके। प्रदेश सरकार का यह निर्णय कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आयोजन में हुए शामिल
मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ की एक-एक जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं - बाबा बागेश्वर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज बागेश्वर धाम में चल रहे शिवरात्रि महोत्सव और 251 निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। बागेश्वर धाम में धार्मिक भक्ति, सामाजिक समर्पण और राष्ट्रीय एकता का अनूठा संगम देखने को मिला।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ संत परंपरा और धर्मनिष्ठा की भूमि है। भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय यहीं बिताया था। हमें गर्व है कि बागेश्वर धाम में इस दिव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।
नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठा रही है। डबल इंजन सरकार के सहयोग से यह संकल्प लिया गया है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह उन्मूलन किया जाएगा। प्रदेश के सुरक्षा बल मजबूती से इस अभियान में लगे हुए हैं, और गृह मंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में यह मिशन सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
धर्मांतरण पर रोक और घर वापसी अभियान
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के धार्मिक और सांस्कृतिक संतुलन को बनाए रखने के लिए सरकार धर्मांतरण रोकथाम और घर वापसी अभियान को भी प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि धर्मांतरण के विरुद्ध हमारी सरकार कठोर नीति अपनाएगी और समाज को उसकी मूल पहचान से जोड़ेगी।
समाज सेवा का नया अध्याय: 251 निर्धन कन्याओं का विवाह
बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित 251 निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। इस आयोजन में वैदिक रीति-रिवाज से कन्याओं का विवाह संपन्न होगा, सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी का संपूर्ण सामान प्रदान किया जाएगा।
आध्यात्मिक ऊर्जा और सामाजिक समरसता का संगम
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बागेश्वर धाम का यह आयोजन सनातन धर्म की महिमा को पुनर्स्थापित करने, समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने और गरीब कन्याओं के भविष्य को संवारने का ऐतिहासिक अवसर है।छत्तीसगढ़ सरकार इस आयोजन में भागीदारी कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है और भविष्य में भी ऐसे सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में योगदान देने के लिए संकल्पित है।
सरल स्वभाव के धनी हैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय - पूज्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज
कार्यक्रम में बाबा बागेश्वर ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सराहना करते हुए कहा कि इस पावन कार्य को संपूर्णता देने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री स्वयं उपस्थित हैं। वे बहुत ही सरल स्वभाव के हैं और छत्तीसगढ़ की एक-एक जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार आज एक बड़ा अनूठा कार्य कर रही है, जो गौरव का विषय है।राज्य को अगले दो वर्षों के भीतर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से पूरी तरह मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं, ताकि छत्तीसगढ़ समृद्ध और शांतिपूर्ण प्रदेश बन सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, और जब हम छत्तीसगढ़ जाते हैं, तो एक बात हमेशा कहते है - छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।यह प्रदेश धर्म और संस्कृति की भूमि है, और हम प्रार्थना करते हैं कि यह भूमि हमेशा खुशहाल और धन-धान्य से परिपूर्ण बनी रहे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और श्रद्धालुजन उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ब्रह्म भोज एवं स्नेह मिलन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सत्संग और ध्यान के माध्यम से मन में शुभ संकल्पों की जागृति होती है, और जब हम इन्हें अपने जीवन में अपनाते हैं, तो समाज और राष्ट्र के उत्थान में योगदान देते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा आध्यात्मिक जागरूकता और समाज सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल आध्यात्मिकता का प्रसार ही नहीं कर रहा, बल्कि यह एक सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा प्रत्येक वर्ष विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित पवित्र ब्रह्म भोज की अनूठी परंपरा के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। ब्रह्मकुमारी संस्थान की वरिष्ठ बहनों हेमलता दीदी और सरिता दीदी ने मुख्यमंत्री श्री साय सहित सभी अतिथियों का शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
नशा मुक्ति अभियान को मिली राष्ट्रीय स्तर की सराहना
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा छत्तीसगढ़ से प्रारंभ किए जा रहे विशेष नशा मुक्ति अभियान की सराहना की और कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज और राष्ट्र का सबसे बड़ा संकट बन चुका है। युवाओं का इससे सबसे अधिक प्रभावित होना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। नशे की लत केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं, हिंसा और परिवारों के विघटन का प्रमुख कारण भी बनता जा रहा है। उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग और ध्यान से न केवल व्यक्ति के जीवन में संतुलन आता है, बल्कि इससे सकारात्मक मानसिकता भी विकसित होती है। यह अभियान छत्तीसगढ़ से लेकर संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने ब्रह्मकुमारी संस्थान की सामाजिक एवं आध्यात्मिक सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि शांति सरोवर आने से मन को गहरी शांति और सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति होती है। यह एक अद्भुत संयोग और शुभ संकेत है कि हम सभी एक साथ यहाँ उपस्थित होकर ब्रह्म भोज का पुण्य लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल ध्यान और योग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज सुधार, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और नैतिक मूल्यों के संवर्धन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।ब्रह्मकुमारी संस्थान अपने शिक्षा, योग, ध्यान और समाज सेवा से जुड़े अभियानों के माध्यम से न केवल भारत, बल्कि विश्वभर में सकारात्मक परिवर्तन का संचार कर रहा है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्रीगण, विधायकगण, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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कहा-विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिकाछत्तीसगढ़ के 25.95 लाख किसानों को मिली पीएम किसान सम्मान निधि की राशिप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जारी की पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्तरायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी की। इसके तहत देश भर के 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 22,000 करोड़ रुपये अंतरित किए गए। इनमें छत्तीसगढ़ के 25 लाख 95 हजार 832 किसान शामिल हैं। इन किसानों खाते में 599 करोड़ 38 लाख रुपए की सम्मान निधि भेजी गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी पीएम किसान सम्मान निधि कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले किसानों को बधाई दी और उन्हें सम्मानित भी किया।
मुख्यमत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि अन्नदाताओं का सम्मान माँ अन्नपूर्णा के सम्मान की तरह है। चौदह महीनों के अंतराल में हमने किसान भाइयों के खाते में करीब एक लाख करोड़ रुपए भेजा है। अन्नदाताओं को अच्छा मूल्य मिलने से उनके जीवन खुशहाली आयी है। किसान आधुनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों की समृद्धि से ही मजबूत ग्रामीण विकास का आधार तैयार हुआ है और शहरी अर्थव्यवस्था भी इससे बेहतर हुई है। अन्नदाताओं के श्रम से मिली शक्ति और उत्साह से ही हम छत्तीसगढ़ को संवार रहे हैं। विकसित छत्तीसगढ़-विकसित भारत बनाने में किसानों की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अब तक 9712 करोड़ 58 लाख रुपए की सम्मान निधि प्रदेश के किसानों को दी जा चुकी है। वर्ष 2023-24 की तुलना में 2 लाख 75 हजार से अधिक किसान भाइयों को इस योजना का लाभ मिला है। इस योजना का लाभ हमारे 2 लाख 34 हजार वन पट्टा धारी किसानों और 32 हजार 500 विशेष पिछड़ी जनजाति के किसानों को भी मिल रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति के किसान भाइयों को योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए कृषि भूमि की अनिवार्यता को शिथिल किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसानों को मोदी जी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की गारंटी दी थी। हमारी सरकार ने यह वायदा निभाया है। साथ ही किसानों को दो साल का बकाया बोनस देने की गारंटी भी दी गई थी। शपथ ग्रहण के एक पखवाड़े के भीतर ही हमने 13 लाख किसानों के खाते में बोनस की 3716 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी थी। पिछली बार हमने 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की। किसानों को दिये गये धान के मूल्य के साथ बोनस राशि शामिल कर लें तो पिछले खरीफ सीजन में किसान भाइयों के खाते में 49 हजार करोड़ रुपए भेजे गए। इस खरीफ सीजन में 149 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की रिकार्ड खरीदी हमने की। इस सीजन में विभिन्न योजनाओं से मिलने वाली राशि मिला लें तो लगभग 52 हजार करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में हमने भेजी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उनका जोर उद्यानिकी फसलों, फसल विविधीकरण तथा पशुपालन पर भी है। हम उद्यानिकी तथा फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने विशेष कार्य कर रहे हैं। साथ ही पशुपालन को प्रोत्साहन देते हुए दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एनडीडीबी के साथ हमने एमओयू भी किया है। इससे दुग्ध क्रांति की दिशा में प्रदेश अग्रसर हो गया है। हमारी सरकार लगातार किसानों की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत प्रदेश के 5 लाख 62 हजार भूमिहीन किसानों के खाते में दस-दस हजार रुपए की राशि भी हमने दी है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वनोषधि बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय कुलपति श्री गिरिश चंदेल, कृषि उत्पादन आयुक्त सुश्री शहला निगार, कृषि विभाग के संचालक डॉ सारांश मित्तर सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आज विधानसभा के समिति कक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे। -
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परिवार संग लोकतंत्र के महापर्व में निभाई भागीदारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने जशपुर जिला अंतर्गत विकासखंड कांसाबेल के शासकीय प्राथमिक शाला, बगिया स्थित मतदान केंद्र क्रमांक-45 में मतदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने मतदान केंद्र में कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया और निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मुख्यमंत्री श्री साय के साथ उनकी माताजी श्रीमती जसमनी देवी, धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, भाई श्री विनोद साय सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने भी मतदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है। प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।