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- कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय बैकुंठपुर से प्राप्त प्रकरण के आधार पर डबरीपारा निवासी श्री संदीप कुमार सोनी एवं श्री सुदीप सोनी आत्मज स्व. कृष्णा सोनी के द्वारा अतिक्रमित नजूल भूमि का शासन की गाइडलाइन दर पर भूमिस्वामी हक प्रदान किया। अतिक्रमित नजूल भूमि प्लॉट क्रमांक 306/1 जिसका रकबा क्रमशः 720 वर्गफीट है। भूमिस्वामी हक प्रदान करने के एवज में गाइडलाइन दर का 152 प्रतिशत पर प्रत्येक द्वारा 5 लाख 55 हजार 846 के अनुसार कुल राशि 11 लाख 11 हजार 692 रुपये शासकीय खाते में चालान के माध्यम से जमा करा दिया गया है। नगरीय निकायों से प्राप्त आवेदन पर विचार करते हुए शासन स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। भूमिस्वामी हक प्राप्त करने पर उनके द्वारा शासन के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि 11 सितम्बर 2019 छत्तीसगढ़ शासन राजस्व आपदा एवं प्रबंधन विभाग द्वारा जारी परिपत्र जिसमें नगरीय क्षेत्रीय में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन शासकीय भूमि के आबंटन के निर्देश दिए गए थे जिसके परिप्रेक्ष्य में कोरिया जिले के नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन एवं शासकीय भूमि के आबंटन तथा रियायती दर पर वितरित पट्टों को फ्री होल्ड करने की कार्यवाही अनुविभागीय अधिकारी/नजूल अधिकारी मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर एवं चिरमिरी खड़गवां द्वारा किया जा रहा है। - कोरिया : विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के विधायक श्री गुलाब कमरो की अनुशंसा पर कलेक्टर ने जिले के विकासखंड मनेन्द्रगढ़ में षेड एवं प्रतीक्षालय निर्माण कार्य के लिए 5 लाख रूपये की प्रषासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इस राषि से ग्राम पंचायत चनवारीडांड के चैरापारा देवालय के पास एवं चिरईपानी में सांस्कृतिक षेड निर्माण कार्य तथा ग्राम पंचायत बुलाकीटोला के ग्राम ढोड़की तिराहा में यात्री प्रतीक्षालय निर्माण कार्य किया जायेगा। कलेक्टर ने संबंधित क्रियान्यवन एजेंसी को उक्त निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देष दिये हैं।
- कोरिया 27 फरवरी 2020/ : कलेक्टर ने प्राकृतिक आपदा में मृत के वारिस के लिए 1 लाख 50 हजार रूपये की राशि की मंजूरी दी है। उन्होंने विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम चरचा के राजू कुमार की स्टाप डेम में डूबने से मृत्यु होने पर उनके वारिस रंगलाल के लिए 1 लाख 50 हजार रूपये की राशि की मंजूरी दी है। उन्होंने इस राशि की मंजूरी राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत प्राकृतिक आपदा राहत के अंतर्गत दी है।
- कोरिया : जिले के विकासखंड सोनहत के ग्राम पंचायत नौगई के पंचायत भवन प्रांगण में अब कल 28 फरवरी को जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस हेतु पूर्व में 26 फरवरी की तिथि निर्धारित की गई थी। कलेक्टर ने संबंधितों को निर्धारित समय एवं स्थान पर उपस्थित होकर जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर को सफल बनाने में योगदान देने के निर्देश दिये हैं।
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बलरामपुर : उद्योग विभाग द्वारा मुख्यमंत्री युवा स्व-राजगार योजना के तहत जिले के युवाओं को स्व उद्यम की स्थापना कर आर्थिक दृष्टि से स्वावलम्बी एवं आत्म निर्भर बनाने के लिए पात्र युवा वर्ग से 11 मार्च 2020 तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। जिला व्यापार उद्योग के महाप्रबंधक ने बताया है कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजनान्तर्गत निर्माण सेवा एवं व्यवसाय हेतु बैंकों/वित्तीय संस्था के माध्यम से ऋण प्रदान किया जाएगा। जिसकी सीमा विनिर्माण हेतु 25 लाख, सेवा उद्योग 10 लाख एवं व्यवसाय हेतु 2 लाख की अधिकतम राशि परियोजना लागत अनुसार दी जावेगी। योजना की पात्रता हेतु आवेदक को जिले का निवासी, न्यूनतम 8 वीं कक्षा उर्तीण, आवेदन तिथि को आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/महिला/दिव्यांग/नक्सल प्रभावित परिवार के सदस्य/सेवा निवृत सैनिक हेतु अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट की पात्रता होगी। आवेदक राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक का चूककर्ता (डिफाल्टर) न हो, वार्षिक आय 3 लाख से अधिक न हो, एक परिवार से एक ही व्यक्ति को लाभ मिलेगा।
आवेदक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का या केन्द्र सरकार/राज्य सरकार की किसी अन्य योजना के अन्तर्गत लाभ लिया हो तो पात्र नहीं होगा। आवेदन के साथ विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन राशन कार्ड/निवास प्रमाण पत्र/मतदाता पहचान पत्र, शैक्षणिक/तकनीकी योग्यता संबंधी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र/भूतपूर्व सैनिक/अल्पसंख्यक/दिव्यांग/नक्सलवाद से प्रभावित प्रमाण पत्र, परिवार की वार्षिक आय प्रमाण/शपथ पत्र, भूमि/भवन किराया पर हो तो किराया नामा कम से कम पांच वर्ष की अवधि के लिए आदि संलग्न किया जाना आवश्यक होगा। योजना के तहत् उद्योग अन्तर्गत मिक्चर उद्योग, बेकरी निर्माण, तेल पिराई, मसाला पैकिंग, फ्लाई एश ईंट निर्माण, ट्रंक पेटी, प्रिंटिंग प्रेस, रेडिमेड वस्त्र निर्माण, स्टील एवं लकड़ी फर्नीचर, फेब्रीकेशन, लेथ मशीन वर्क, पोहा, मुरमुरा निर्माण आदि। सेवा उद्योग अन्तर्गत वर्कशॉप, फोटो स्टूडियो, व्यूटी पार्लर, इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रीकल रिपेयरिंग एवं सर्विसिंग, पलम्बरिंग कार्य आदि। व्यवसाय के अन्तर्गत जनरल स्टोर, कपड़ा दुकान, जूता-चप्पल दुकान, श्रृंगार दुकान आदि साथ ही क्षेत्र की आवश्यकतानुसार योजनान्तर्गत निषिद्ध कार्यों को छोड़कर अन्य उद्योग/सेवा/व्यवसाय स्थापित किया जा सकता है। पात्र इच्छुक आवेदक/आवेदिका कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बलरामपुर में सम्पर्क कर आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। - बलरामपुर : विगत दिवस जिले में बेमौसम बारिष के साथ ओलावृष्टि से उद्यानिकी फसलांे को अत्याधिक क्षति हुई है। सहायक संचालक उद्यान श्री पतराम सिंह ने जिले के समस्त उद्यानिकी फसलें लेने वाले कृषकों को सलाह दी है कि वे अपने प्रक्षेत्र के विकासखण्ड अधिकारी, ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी, बीमा कम्पनी के अधिकृत कर्मचारियों से सम्पर्क कर क्षति का आंकलन कराएं, बीमा कम्पनी द्वारा भी इस कार्य हेतु हानि निर्धारक नियुक्त किये गये हैं। साथ ही क्षेत्रीय अधिकारियों को भी क्षति में आंकलन में सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये गये हैं, जिससे अतिशीघ्र रिपोर्ट तैयार कर जानकारी षासन को भेजा जा सके।बेमौसम वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित उद्यानिकी फसलों का सर्वे कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिन किसानों के उद्यानिकी फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, वे अपने फसल के क्षति की जानकारी बजाज एलांयस बीमा कम्पनी के टोल फ्री नम्बर 18002095959 पर दें सकते हैं। इसके अतिरिक्त उद्यानिकी विभाग के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी बलरामपुर हेतु मोबाईल नम्बर 9165507130, रामानुजगंज 9174313480, वाड्रफनगर 9754926566, राजपुर 9617219198, शंकरगढ 9340217036, अथवा कुसमी हेतु 8839299336 पर भी सम्पर्क कर फसल की क्षति की जानकारी दे सकते है।
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बलरामपुर : कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने जिला कार्यालय बलरामपुर-रामानुजगंज में पदस्थ भारतीय एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों मध्य आगामी आदेश पर्यन्त तक कार्यविभाजन/कार्याबंटन किया है। जारी आदेशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा श्री हरीष एस. को नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी के नोडल अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग/राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, शिक्षा विभाग/राजीव गांधी शिक्षा मिशन/सर्व शिक्षा अभियान, जिला महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग का प्रभार सौंपा है।
इसी प्रकार राज्य प्रशासनिक सेवा के श्री विजय कुमार कुजूर को अपर कलेक्टर/अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी, तहसील रामानुजगंज/वाड्रफनगर के राजस्व एवं अपील प्रकरण में छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा-44 के तहत् अपील प्रकरण धारा 50 के तहत् पुनरीक्षण प्रकारण, धारा-88 से संबंधित बन्दोबस्त प्रकरण, धारा 240, 241 से संबंधित प्रकरण, धारा 247 से संबंधित अवैध उत्खनन/अवैध परिवहन प्रकरण के निराकरण के लिए एवं राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अन्तर्गत प्राकृतिक आपदा से पीड़ित व्यक्तियों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता अनुदान के प्रकरणों के निराकरणों में कलेक्टर के मूल अधिकारियों का प्रयोग करेंगे, मोटर व्हीकल टेक्सेशन एक्ट, उत्तराधिकारी/शोध क्षमता/भारतीय नागरिकता/भवन निर्माण/ऋण भारमुक्ति आदि प्रमाण पत्र एवं तत्संबंधी प्रकरण तथा भाड़ा नियंत्रण अधिकारी, भू-अभिलेख शाखा आबादी वित्त-स्थापना/लेखा, जिला कार्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के स्थापना से संबंधित दायित्व के साथ खाद्य, खाद्य शाखा के 01 लाख रूपये तक के जप्ती प्रकरणों में कार्यवाही का निराकण, विभागीय जांच, भू-अर्जन, खनिज, राहत, नाजरात, अधीक्षक, एस.डब्लू, वाचक, लायसेंस, जन सम्पर्क अनुदान, उद्यान, कृषि, पशुधन विभाग का दायित्व सौंपा गया है।
इसी प्रकार डिप्टी कलेक्टर श्री अजय किशोर लकड़ा को भू-अभिलेख/आबादी सर्वे शाखा, भू-व्यपवर्तन, सामान्य/राजस्व अभिलेख कोष्ठ, प्रतिलिपि, सत्कार, न्यायिक शाखा, विधानसभा/लोकसभा एवं राज्यसभा प्रश्न, सहायक अधीक्षक, नक्सली पुनर्वास, जिला जेल, सूचना का अधिकार, लोक सेवा गारंटी/सिटीजन चार्टर, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, श्रम एवं मत्स्य विभाग का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम को जनगणना/सांख्यिकी, नोडल अधिकारी कौशल विकास, शिकायत एवं सतर्कता शाखा, वरिष्ठ लिपिक, प्रपत्र शाखा, अधिक अन्न उपजाओ शाखा/बीस सूत्रीय, पुनर्वास, सहायक अधीक्षक राजस्व, राजस्व मोहर्रिर, पासपोर्ट एवं विदेशी नागरिकता, टी.एल./मुख्यमंत्री जन चैपाल, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन, पीएमजीएसवाई, सीएमजीएसवाई, अंत्यावसायी, होम गार्ड, सैनिक कल्याण बोर्ड का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैकरा को उप जिला निर्वाचन अधिकारी, जिला शहरी विकास अभिकरण, नगर पालिका/नगर पंचायत, आवक/जावक शाखा, अल्पसंख्यक, मंडी एवं मानवाधिकार/महिला/अजजा/अजा/अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग आयोग, पुरातत्व संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी, उच्च/तकनीकी शिक्षा, लघु मूलक कार्य, मुख्यमंत्री की घोषणा, स्वेच्छानुदान, मुख्यमंत्री सहायता कोष, अल्प बचत, विवाह अधिकारी, विशेष विवाह के मामले में प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। - बलरामपुर : कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार अनुविभगीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का सघन दौरा कर सर्वे का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि ओलावृष्टि के कारण जिले के बलरामपुर एवं रामचन्द्रपुर विकासखण्ड का बड़ा क्षेत्र प्रभावित हुआ है तथा बोई गई फसलें क्षतिग्रस्त हुई है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि किसानों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए कृषि, उद्यानिकी एवं राजस्व की संयुक्त टीम प्रभावित क्षेत्रों के किसानों से आवश्यक जानकारी एकत्र कर रही है।पटवारियों को निर्देशत किया गया है कि सर्वे का कार्य पूर्ण करने करने के पश्चात् प्रकरण तहसील कार्यालय में यथाशीघ्र जमा करें। एसडीएम रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता एवं तहसीलदार श्री भरत कौशिक ने प्रभावित क्षेत्रों में स्वयं उपस्थित रहकर पटवारियों को सर्वे कार्य में सहयोग किया। एसडीएम रामानुजगंज ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त पटवारियों को सर्वे का दायित्व सौंपा गया है, ताकि शीघ्रता से सर्वे का कार्य शत्-प्रतिशत पूर्ण हो और आगे कार्यवाही की जाए।
- बेमेतरा :- वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बेमेतरा द्वारा कल जिला पंचायत सभागार मे एक दिवसीय जिला स्तरीय औद्योगिक विकास संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। कलेक्टर शिव अनंत तायल ने कहा कि बेमेतरा एक कृषि प्रधान जिला है। इस कारण यहाॅं कृषि आधारित उद्योग की काफी संभावनायें है। जिले के किसान दो फसल लेते हैं, डेयरी एवं फूड प्रोसेसिंग यूनिट के लिए शासन द्वारा सब्सिडी का भी प्रावधान है। प्रदेश सरकार द्वारा नयी औद्योगिक नीति 2019-2024 लागू की गयी है। जिसमें बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से फल, फूल, सब्जी एवं अन्य हार्टिकल्चर उत्पाद प्रसंस्करण लघु वनोपज, हर्बल प्रसंस्करण इकाईयों एवं खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने हेतु अधिकाधिक प्रोत्साहन दिये जाने के प्रावधान किये जा रहे है। बेमेतरा जिले के ग्राम चंदनू में कृषि आधारित उद्योग के लिए लगभग 215 एकड़ जमीन चिन्हांकित की गई है। सवाल-जवाब के जरिए प्रतिभागियों की जिज्ञासा का समाधान किया गया। युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया।
जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव ने कहा कि बेमेतरा जिले में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की काफी संभावनाएं है। मैं जब राजस्व विभाग में थी उस दौरान डायवर्सन का प्रकरण आया था। बेमेतरा जिले में छोटे एवं लघु उद्योग स्थापित करने की अपार संभावनाएॅं है। रायपुर से आये उद्योग विभाग से आये संयुक्त संचालक संजय सिन्हा ने कहा कि औद्योगिक विकास को ध्यान में रखते हुए विकासखण्डों को उनके पिछड़ेपन की दृष्टिकोण चार श्रेणियों में वर्गीकृत करने से अधिकतम सुविधाएं पिछड़े क्षेत्रों के लिए घोषित की गई है। उद्योग विभाग के महाप्रबंधक कमल सिंह मीणा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर विभाग के उपसंचालक विनायक प्रसाद दानी, श्रम अधिकारी एन.के. साहू, लाईवलीहुड कालेज के एपीओ रोशन वर्मा, राईस मिल के प्रतिनिधि एवं आईटीआई के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। - बेमेतरा :- कलेक्टर शिव अनंत तायल की उपस्थिति में जिला स्तरीय जनगणना प्रशिक्षण का आयोजन कल कलेक्टोरेट सभाकक्ष में किया गया। वर्ष 2021 में जनगणना होनी है जिसके लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। जिसमें जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार, नायब तहसीलदार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, राजस्व निरीक्षक उपस्थित थे। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि जनगणना का दायित्व बखूबी निभाएॅं। एसडीएम को अपने अपने अनुविभाग में अनुविभागीय जनगणना अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह तहसीलदारों को चार्ज जनगणना अधिकारी का दायित्व एवं नायब तहसीलदारों को अतिरिक्त चार्ज जनगणना अधिकारी बनाया गया।
नगरीय निकाय के सीएमओ को नगर चार्ज जनगणना अधिकारी नियुक्त किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान रायपुर से आये उप निदेशक जनगणना अजय कुमार ने कम्प्यूटर आधारित प्रस्तुतिकरण के जरिए जनगणना के संबंध में अवगत कराया। भारत के विकास की योजना बनाने में जनगणना की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर संजय कुमार दीवान, डिप्टी कलेक्टर देवसिंह उईके, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी आर.के. ओगरे उपस्थित थे। - बेमेतरा 27 फरवरी 2020:- कलेक्टर शिव अनंत तायल ने कल जिले के बेरला तहसील के खम्हरिया (एम), सलधा, संडी एवं डंगनियाॅं का दौरा कर हाल ही में हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने किसानों के खेतों में पहुंचकर उनसे आत्मीय बातचीत की। उन्होंने हाल ही मे बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से रबी फसल के नुकसान के आंकलन करने के निर्देश राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बेरला दुर्गेश वर्मा के अलावा कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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दुर्ग 27 फरवरी 2020/ : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित किए जाने वाले सामूहिक विवाह हेतु पात्र जोड़ों से आवेदन-पत्र आमंत्रित किए गए है। योजना के तहत छत्तीसगढ़ के मूल निवासी तथा खाद्यान्न एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के तहत प्राथमिकता एवं अंत्योदय कार्डधारी परिवारों की अधिकतम 02 बेटियों का विवाह कराए जाने का प्रावधान है। इस हेतु विवाह योग्य लड़कियों की आयु न्यूनतम 18 वर्ष एवं लड़कों की आयु न्यूनतम 21 वर्ष होना अनिवार्य है। साथ ही लड़का एवं लड़की का अविवाहित होना आवश्यक है। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जाकर निर्धारित प्रारूप में मूल निवासी, राशन कार्ड धारक, जन्म प्रमाण-पत्र/अंकसूची जिसमें जन्म तिथि का उल्लेख हो तथा अविवाहित होने संबंधी शपथपत्र आदि अभिलेखों के साथ आवेदन किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त योजना के तहत शासन द्वारा नव विवाहित जोड़ों का शासकीय व्यय पर विवाह संपन्न कराया जाता है।
इसके अतिरिक्त शासन द्वारा प्रत्येक नव विवाहित जोड़े को विभिन्न प्रकार की उपहार सामग्रियाॅं जैसे - वैवाहिक वस्त्र, मंगलसूत्र एवं चांदी की बिछिया, जीवनोपयोगी बर्तन सामग्रियाॅ तथा फर्नीचर आदि प्रदान किए जाते है। उपरोक्त पात्रता धारी परिवार इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु निःशुल्क आवेदन कर सकते है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में माह मार्च 2020 के प्रथम अथवा द्वितीय सप्ताह में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों तथा बाल विकास परियोजना अधिकारियों से प्राप्त किए जा सकते है। विवाह आयोजन तिथि के 03 दिवस पूर्व तक ही निर्धारित प्रारूप में आवश्यक अभिलेखों सहित प्रस्तुत आवेदन पत्रों पर विचार किया जा सकेगा। -
रायपुर : उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ को दूसरे नम्बर का राज्य घोषित किया गया है । इसके लिए मंत्री कवासी लखमा को केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने अवार्ड दिया है। अवार्ड लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास पहुंचे मंत्री कवासी लखमा ने यह अवार्ड मुख्यमंत्री को सौंपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवार्ड के लिए बधाई दी है । इस अवसर पर मंत्री लखमा ने कहा अवार्ड मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व का नतीजा है।
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महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ राज्य के युवा आगामी 16 अप्रैल से कबीरधाम (कवर्धा) के आउटडोर स्टेडियम में 8 विभिन्न पदों के लिए प्रारम्भ हो रहे भर्ती रैली में शामिल हो सकेंगे। इस भर्ती रैली के लिए आनलाईन आवेदन भरने का कार्य 16 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है। आवेदन भरने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2020 है। भारतीय थल सेना के वेबसाईट www.kzoinindianarmy.nic.in के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन भरा जा सकता है। जिला रोजगार कार्यालय महासमुन्द में इसके लिए हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। युवा यहां अपना आवेदन ऑनलाईन निःशुल्क भर सकते है।
उल्लेखनीय है कि ऑनलाईन आवेदन के बाद युवा 1 अप्रैल 2020 के बाद इसी वेबसाइट पर अपना ई-मेल पर लॉगइन करके प्रवेश पत्र, भरती की तारीख और रैली स्थान के विवरण की जानकारी एवं प्रिंट आउट ले सकते है। इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी सेना भर्ती कार्यालय रायपुर दूरभाष क्रमांक- 0771-2575212 या मुख्यालय भर्ती कार्यालय कम्प्यूटर पूछताछ दूरभाष- 0761-2600242 से संपर्क किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि भर्ती रैली में सैनिक सामान्य ड्यूटी (जी. डी.) तथा सैनिक सामान्य ड्यूटी (अनुसूचित जनजाति) पद के लिए अभ्यर्थी -10 वी कक्षा 45 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण तथा प्रत्येक विषय में कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हो, ग्रेडिंग सिस्ट्म होने पर 10 वी कक्षा में प्रत्येक विषय मे कम से कम डी ग्रेड (33-40) और सभी विषयो का औसत सी ग्रेड के साथ 33 प्रतिशत के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
इसी तरह सैनिक तकनीकी पद के लिए 12 वी में अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित विषयो के साथ 50 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण तथा प्रत्येक विषयों में कम से कम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हो। सैनिक नर्सिंग सहायक, सैनिक नर्सिंग सहायक (वेटनरी) पद के लिए अभ्यर्थी अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 50 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 40 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो या अंग्रजी, भौतिकी, रसायन, वनस्पति और प्राणि विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 50 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 40 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो।
सैनिक लिपिक (क्लर्क), स्टोर कीपर पद के लिए कला, वाणिज्य या विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 60 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो या अंग्रेजी तथा गणित, अकाउंट्स, बुक किपिंग में 12 वी में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण होंना चाहिए। सैनिक ट्रेड मैन पद के लिए कम से कम 33 प्रतिशत अंको के साथ आठवीं अथवा दसवीं उत्तीर्ण और उच्च शिक्षा प्राप्त होना चाहिए। सैनिक ट्रेड मैन 8वीं एवं 10वीं का रजिस्ट्रेशन 15 मार्च से 31 मार्च 2020 के मध्य होगा। -
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे कार्यक्रम श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन में विकासखण्ड बसना के भंवरपुर को क्लस्टर बनाया गया है। इस मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन बनवाया गया है। इससे पहले पशु चिकित्सालय भंवरपुर से 02 किमी. दूर पिरदा रोड पर एक छोटे से कमरे में संचालित होता था, जो कि सुनसान और विरान जगह में था और उसके आस-पास कुछ भी नहीं था। जिससे वहां सभी का आना-जाना संभव नहीं था। यदि कोई बहुत ही आवश्यक कार्य होता तो उन्हें स्वयं के वाहन से ही जाना पड़ता था। वहां से मोबाईल कनेक्टिविटी भी बहुत मुश्किल से हो पाता था। इन सभी कारणों से यहां के पशुओं को सही समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाता था और लोगो को पशुपालन विभाग की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन वर्ष 2017-18 में प्रारंभ हुआ, योजना के प्रारंभ में ही ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण के लिए ऐसे जगह का चयन किया जाना था, जिससे लोगो को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके, तथा लोगो को आने जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इन सभी परेशानियों को देखते हुए श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के पूरक वित्त पोषण के एग्री सर्विसेस प्रोसेसिंग एण्ड अलाईड एक्टिविटिस् घटक के अंतर्गत 26.00 लाख का प्रपोसल बनवाकर कार्य प्रारंभ किया गया। जो कि पूर्णता पश्चात नवम्बर 2019 में पशुपालन विभाग को सुपुर्द किया गया। इसके उपरांत पशु पालन विभाग द्वारा नए भवन में चिकित्सा कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
नए पशु चिकित्सालय में आज की स्थिति में 30 प्रतिशत से अधिक लोगो के सलाह लेने के लिए आना बढ़ गया है एवं 15 प्रतिशत बाह्य रोगी विभाग के केस बढ़े है। लोगो द्वारा जैसे पंचायत भवन, मण्डी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान और बाजार आने पर पशु चिकित्सालय से विभाग की योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त कर लेते है। नए पशु चिकित्सालय बनने से पशु चिकित्सक एवं उनके कर्मचारियों को भी कार्य के लिए अच्छा वातावरण मिला है। यहां लोगो के लिए उचित जगह एवं आराम से बैठने की व्यवस्था है, जिससे लोगो को एक साथ बैठाकर विभाग की पूरी जानकारी दी जा सकती है। ऐसा करने से चिकित्सक एवं कर्मचारियों का समय बचता है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को जानकारी भी दे सकते है। आज की स्थिति में भंवरपुर क्लस्टर में गाय और भैंसों की संख्या लगभग पांच हजार 338 तथा भेंड़ व बकररियों की संख्या लगभग तीन हजार 600 और मुर्गी वर्ग की संख्या लगभग तीन हजार है। जिन्हें आसानी से तत्काल सुविधाएं उपलब्ध हो जाती है। -
जिले में गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का किया जा रहा है टीकाकरण
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : पशुमाता महामारी रिन्डर पेस्ट उन्मूलन की तर्ज पर राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुओं में होने वाले खुरपका-मुंहपका रोग एफ.एम.डी उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक डॉ.डी.डी.झारिया ने बताया कि शत-प्रतिशत केन्द्रीय वित्तीय सहायता से संचालित इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक इस रोग पर नियंत्रण एवं 2030 तक पूर्णतः उन्मूलन कर एफ.एम.डी. मुक्त भारत का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रीय एफ.एम.डी. उन्मूलन का पहला चरण जिले में विगत 15 फरवरी 2020 से प्रारंभ हो गया है जो 31 मार्च 2020 तक चलेगा। इसके अंतर्गत गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का शत-प्रतिषत टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकृत पशुओं की पहचान एवं पंजीयन के लिए बारह अंकीय ईयर टैग लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में लगभग साढ़े तीन लाख गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुधन है। इसी प्रकार भेड़ बकरी वर्ग की संख्या लगभग डेढ़ लाख है जिनमें टीकाकरण का कार्य 15 फरवरी तक पूर्ण कर लिया गया है। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए डॉ. आर.जी.यादव को जिला नोडल अधिकारी एवं जिले के समस्त पशु चिकित्सालय प्रभारियों को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिले में 69 टीकाकरण दलों का गठन किया गया है जिसमें सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, पट्टीबंधक, पशु परिचारक, मैत्री, प्रायवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, गौ सेवक, जे.के.ट्रस्ट के गोपाल एवं वेटेरनरी पालीटेक्निक डिप्लोमाधारी छात्रों को शामिल कर इन्हे प्रशिक्षण दिया गया है। इनके द्वारा अब तक 12 हजार 186 पशुओं में टीकाकरण एवं दो हजार 337 टीकाकृत पशुओं में ईयर टैग लगाया गया है।
खुरपका-मुंहपका एफ.एम.डी. जुगाली करने वाले, दो खूरी पालतू एवं वन्य पशुओं में होने वाला विषाणु जनित अतिसंक्रामक एवं छूतदार बीमारी है। स्थानीय भाषा में इसे खुरहा-चपका के नाम से जाना जाता है। इसमें तेज बुखार आना, खाना-पीना एवं जुगाली बंद कर देना, मुंह के अंदर जीभ, थन एवं बाल रहित त्वचा पर छाले, फफोले होना, मुंह से लार गिरना एवं चप-चप की आवाज आना, खुरों के बीच में छाले पड़ना एवं घाव हो जाना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। इस रोग में नवजात वत्सों की मृत्यु हो जाती है। बड़े पशुओं में मृत्यु दर कम है लेकिन उनकी कार्य एवं उत्पादन क्षमता एकदम कम हो जाती है जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उपचार की अपेक्षा इस रोग से बचाव करना ही बेहतर उपाय है। जिसका टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। डॉ.झारिया ने जिले के पशुपालक कृषक बंधुओं से अपील की है कि टीकाकरण दल का सहयोग कर इस अभियान को सफल बनाएं। - कोरिया : जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत सागरपुर स्थित झुमका डेयरी की अलाभप्रद गायें, बछिया एवं बछड़ों की नीलामी 2 मार्च को प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक की जायेगी। इस हेतु इच्छुक आम नागरिक निर्धारित समय एवं स्थान पर उपस्थित हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
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दुर्ग : राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर दुर्ग विष्वविद्यालय द्वारा आयोजित निबंध, पोस्टर एवं क्विज स्पर्धा में बड़ी संख्या में हेमचंद यादव विष्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत आने वाले विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के आयोजन स्थल शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने जानकारी दी कि आज महिलाओं की विज्ञान में सहभागिता विषय पर केन्द्रित निबंध, पोस्टर एवं क्विज स्पर्धा का पृथक-पृथक आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आयोजित निबंध स्पर्धा में एक सैकड़े से अधिक विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। विद्यार्थियों ने विज्ञान में महिलाओं की सहभागिता पर विचार व्यक्त करते हुए महिलाओं की सहभागिता से विज्ञान में हुये उल्लेखनीय उपलब्धियों को रेखांकित किया। एक घंटे की अवधि में विद्यार्थियों द्वारा लिखे गये विचार अत्यंत प्रषंसनीय रहें। निबंध प्रतियोगिता का निर्णय दुर्ग विष्वविद्यालय द्वारा अपने स्तर पर किया जायेगा। निबंध प्रतियोगिता के दौरान हेमचंद यादव विष्वविद्यालय की ओर से सहायक कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप, डाॅ. सुमीत अग्रवाल, डाॅ. राजमणी पटेल, डाॅ.आर.पी. अग्रवाल, डाॅ. ए.आर.चैरे. डाॅ.एल.पी. वर्मा महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन.सिंह तथा आयोजन समिति के डाॅ. सुचित्रा गुप्ता, डाॅ. तरलोचन कौर डाॅ. कृष्णा चटर्जी एवं डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव उपस्थित थे।
आज आयोजित द्वितीय स्पर्धा में वूमेन इन साइंस विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इस पोस्टर प्रतियोगिता में डेढ़ घंटे की अवधि में छात्र-छात्राओं को अपना पोस्टर स्वयं बनाकर पूर्ण करना था। विद्यार्थियों ने कल्पना चांवला से लेकर वर्तमान चंद्रयान अभियान तथा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान का बखूबी चित्रण किया। छात्राओं ने ग्रामीण अंचल में विज्ञान के जरिये किये जा सकने वाले कार्य जैसेः सौर उर्जा का उपयोग, पवन उर्जा, स्वच्छता अभियान में विज्ञान का अनुप्रयोग जैसे कार्यों में महिलाओं द्वारा किए जा सकने वाले सहयोग का अच्छा पोस्टर बनाया। पोस्टर प्रतियोगिता आयोजन समिति के संयोजक डाॅ. व्ही.एस.गीते से प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर अपनी दक्षता का परिचय दिया। पोस्टर प्रतियोगिता में डाॅ. गीते के साथ डाॅ. सतीष सेन, डाॅ. अलका मिश्रा आदि उपस्थित थे।
तृतीय सत्र में आयोजित अंतर्महाविद्यालयीन क्विज स्पर्धा में महाविद्यालयों की संख्या अधिक होने के कारण प्रारंभिक चरण में स्क्रीनिंग राउण्ड लिखित प्रष्नों के माध्यम से श्रेष्ठ 4 टीमों को चयनित कर उनकी मौखिक क्विज स्पर्धा आयोजित की गयी। 5 विभिन्न राउण्ड में वूमेन इन साइंस विषय पर पूछे गये प्रष्नों में एक राउण्ड विजुवल राउण्ड था। किसी टीम द्वारा प्रष्नों का जवाब न देने पर वह प्रष्न दर्षकों हेतु पास कर दिया गया। दर्षकों ने क्विज स्पर्धा में भरपूर आनंद लिया। उच्च स्तरीय प्रष्न पूछे जाने के कारण प्रतिभागी टीम के सदस्यों को उत्तर देने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। क्विज स्पर्धा की संयोजक डाॅ. सुनीता मैथ्यू के अनुसार प्रतिभागी विद्यार्थियों की तैयारी सराहनीय थी। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों से आये प्रभारी प्राध्यापक एवं साईंस कालेज, दुर्ग के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह, दुर्ग विष्वविद्यालय के सहायक कुल सचिव डाॅ. भूपेन्द्र कुलदीप तथा डाॅ. अजय सिंह भी उपस्थित थे। क्विज स्पर्धा के संचालन में आयोजन समिति के सदस्य डाॅ. सुनीता मैथ्यू, डाॅ. संजू सिन्हा, डाॅ. अभिषेक मिश्रा, डाॅ. दिलीप साहू, आदि ने उल्लेखनीय योगदान दिया।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने बताया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में 27 फरवरी को दोपहर 12.00 बजे शोध छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों के लिए पृथक-पृथक पावर प्वाइंट के माध्यम से मौखिक प्रस्तुतिकरण होगा। इस स्पर्धा के निर्णय हेतु हेमचंद यादव विष्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति डाॅ. अरूणा पल्टा एवं रजिस्ट्रार डाॅ. सीे.एल. देवांगन स्वयं उपस्थित रहेंगे। - दुर्ग : जिले में विगत दिनों असामयिक वर्षा एवं ओला वृष्टि की स्थिति निर्मित हुई है, दिनांक 25.02.2020 को औसत वर्षा 27.7 मि.मी. हुई साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओला वृष्टि की जानकारी भी प्राप्त हुई है जिससे रबी फसलों को नुकसान होने की प्रबल संभावना है। रबी वर्ष 2019-20 में जिले में 47453 हेक्ट. क्षेत्र में रबी फसलों का क्षेत्राच्छादन जिसमें अनाज 13433 हेक्ट., दलहन 25935 हेक्ट., तिलहन 2280 हेक्ट. एवं 5804 हे. में साग सब्जी एवं अन्य क्षेत्राच्छादित हुआ है। जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत मौसम रबी वर्ष 2019-20 हेतु गेंहू (सिंचित/असिंचित), चना एवं राई फसले अधिसूचित है जिस हेतु 28948 हेक्टेयर क्षेत्र के 13334 कृषकों का फसल बीमा आवरण किया गया है।
फसल बीमा प्रावधानः- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमित कृषकांे को फसल बोनी से कटाई के मध्य विषम परिस्थितियों में अधिसूचित फसल क्षति होने पर क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है। कंडिका-13 (ख) मौसम प्रतिकूलताओं के कारण फसल की मध्यावधि (बुआई से कटाई के मध्य की समयावधि) में नुकसान होने की स्थिति में फसल की अवधि में प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा, शुष्क अवधि, बाढ़, जलप्लावन, कीट व्याधि, भू-रखलन, प्राकृतिक अग्नि दुर्घटनाओं एवं आकाशीय बिजली, तूफान, ओलावृष्टि, चक्रवात, आंधी, समुद्री तूफान, भंवर एवं बवंडर के कारण प्रभावित फसल की अनुमानित उपज, थे्रसहोल्ड उपज 50ः तक से कम आना संभावित हो तो संभावित क्षतिपूर्ति का 25ः तक दावा का भुगतान मौसम के दौरान ही किया जा सकता है। यह क्षतिपूर्ति भुगतान की राशि अंतिम उपज आधारित क्षतिपूर्ति राशि के साथ समायोजित की जावेगी।
यदि उक्त स्थिति अधिसूचना की परिशिष्ट-4 (क्राॅप कैलेण्डर) में फसलवार उल्लेखित सामान्य फसल कटाई प्रारंभ होने के 15 दिनों के पूर्व होती है तो उपरोक्त शर्त लागू नहीं होगी। कंडिका 13 (ग) स्थानीय जोखिमों यथा-ओलावृष्टि, भूस्खलन, जलप्लावन, बादल फटना और प्राकृतिक आकाशीय बिजली से अधिसूचित फसल में नुकसान होने की स्थिति में व्यक्गित बीमित कृषक को क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है। यदि किसी प्रभावित इकाई में 25ः से ज्यादा हानि होती है तो संयुक्त समिति द्वारा सैम्पल जांच कर उस इकाई में सीधे टोल फ्री नम्बंर पर या लिखित रूप से अथवा स्थानीय राजस्व/कृषि अधिकारियों, संबंधित बैंक अथवा जिला कृषि पदाधिकारी/राजस्व पदाधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा 72 घंटे के भीतर बीमित फसल के ब्यौरे, क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित सूचित करेंगे। कृषक द्वारा सूचित किये गये संस्था/विभाग द्वारा 48 घंटे के भीतर फसल के ब्यौरे क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित बीमा कंपनी को सूचित किया जाएगा। धान सिंचित एवं धान असिंचित फसलों पर जलप्लावन से होने वाली क्षति इस घटक में शामिल नहीं होंगे।
सूचना किन्हे दें:- कृषक को क्षति पूर्ति का लाभ लेने हेतु बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इश्योंरेंस कंपनी के टोल फ्री नम्बर 1800-116-515 पर सीधे सूचना दे सकते है अथवा स्थानीय कृषि/राजस्व अधिकारी, संबंधित बैंक या जिला कृषि/राजस्व अधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा में 72 घण्टे के भीतर बीमित फसल के ब्यौरा जैसे क्षति की मात्रा एवं क्षति के कारण सहित सूचित कर सकते है। - दुर्ग : परियोजना दुर्ग षहरी के अंतर्गत संचालित विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ता/सहायिका की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। प्राप्त आवेदन पत्रों के परीक्षण उपरान्त अनन्तिम सूची जारी कर दिया गया है। जारी सूची के संबंध में दावा-आपत्ति 07 मार्च तक आमंत्रित किया गया है।
- दुर्ग : सनराईस सहकारी साख समिति पता चिचलगोंदी, थाना-अर्जुन्दा, जिला - बालोद के संचालक ईषवंत देवांगन एवं कसारीडीह दुर्ग कलीराम पारकर द्वारा आमजनता को अपने संस्था की विभिन्न लोक लुभावनी योजना बताकर लोगों से रुपए जमा कराकर धोखाधड़ी, छल-फरेब, कर राषि गबन किए जाने के कारण संस्था के संचालकों की सम्पत्ति कुर्क की जाएगी। जिला दण्डाधिकारी श्री अंकित आनन्द ने निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत निवेषों द्वारा जमा की गई राषि को प्रतिसंदाय किए जाने हेतु उक्त आदेष जारी किए है।
- दुर्ग : गृहमंत्री एवं विधायक दुर्ग ग्रामीण श्री ताम्रध्वज साहू ने जनसंपर्क निधि के अंतर्गत हितग्राहियों के लिये विभिन्न वाद्य यंत्रों के क्रय हेतु 1.00 लाख रुपए की राषि स्वीकृत की है। वाद्य यंत्र व पोषाक हेतु जय माॅ निकुम्भा जस व फाग परिवार निकुम, आमीन माता महिला मण्डल गनियारी, जय माॅ लक्ष्मी एवं खेल रामायण दषहरा समिति भाठापारा कोड़िया, प्रज्ञा स्व सहायता समूह कोटनी के लिए क्रमषः 10-10 हजार रुपए , वाद्य यंत्र हेतु षिवचर्चा महिला मण्डली नेवई वार्ड 42, षांति निकेतन मानस मण्डली रिसाली वार्ड 60, देवी भजन मण्डली पुरैना, सतगुरू पंथी नृत्य दल उमरपोटी के लिए क्रमषः 5-5 हजार रुपए की राषि स्वीकृत किया है। इसी प्रकार पोषाक हेतु ग्राम रिसामा, अण्डा, चन्दखुरी एवं खोपली के लिए 5-5 हजार रुयए की राषि स्वीकृत किया है। उसी प्रकार टेबल कुर्सी के लिए मरोदा टेन्ट को 10 हजार और जंजगिरी के लिए 5 हजार रुपए की राषि स्वीकृत किया है।
- दुर्ग : छत्तीसगढ़ षासन सामान्य प्रषासन विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न विभागों के निगम मण्डलों को विभागों में रखें गये सामग्रियों का निश्पादन करने के निर्देष जारी किए गए है साथ ही विभाग में आय के स्त्रोत में बढ़ोत्तरी करने के उपाय बनाने भी कहा है। इस संबंध में की गई कार्यवाही तथा कार्ययोजना 31 मार्च 2020 तक पूर्ण करने निर्देषित किया है।
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स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर के निर्देश
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत की सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के काम काज की गहन समीक्षा की गई। गर्भवती माताओं के पंजीयन एवं एएनसी जांच में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों के काम-काज पर कलेक्टर न गहरी नाराजगी जताई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर उपस्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहे स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान यह देखा गया कि जिले के लगभग 200 स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं जहां संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी प्रसव का आंकड़ा सिफर है। कलेक्टर ने जिले के सामुदायिक दुलदुला, मनोरा एवं फरसाबहार के बीएमओ को भी परफाॅरमेंस में सुधार लाने के लिए निर्देश दिए गए। जिले में संस्थागत प्रसव 81 प्रतिशत् हैं जबकि 4 एएनसी 66 फीसद है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को इस स्थिति में भी सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने सभी एसडीएम को स्वास्थ्य विभाग की खंड स्तरीय बैठक में विभाग के मैदानी अमले को बुलाकर उनके काम-काज की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में टीकाकरण, आरकेएसके, आरसीएच पोर्टल एन्ट्री, कुष्ठ एवं क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम तम्बाकू नियंत्रण, मोतियाबिंद आॅपरेशन की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने जननी सुरक्षा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, सुपोषण अभियान अंतर्गत एनीमिक महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में स्कूल एवं आंगनबाड़ी के बच्चों की स्वास्थ्य के जांच की स्थिति की भी समीक्षा की गई। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम, सीएमएचओ श्री रंजीत टोप्पो, डीपीएम श्री नायक सहित सभी बीएमओ एवं बीपीएम उपस्थित थे। -
जिला बाल संरक्षण ईकाई की त्रैमासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में जिला बालसंरक्षण इकाई की त्रैमासिक समीक्षा बैठक आज यहां सम्पन्न हुई। कलेक्टर ने बच्चों की देख-रेख एवं संरक्षण के लिए जिले में संचालित पांचों संस्थाओं के संचालकों तथा महिलाओं के हितों के संरक्षण के लिए संचालित सखी वनस्टाॅप सेंटर के प्रभारी को मानवीय दृष्टिकोण बनाए रखने की नसीहत दी। उन्होनंे कहा कि बच्चों और महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता जरूरी है। उन्होंने संस्था प्रभारियों को बच्चों एवं महिलाओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा उनके मामलों को तत्परता से निराकृत किए जाने की पहल करने के निर्देश दिए।
बैठक में बालसंरक्षण के लिए खंड स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय समिति के गठन की प्रक्रिया को तत्परता से पूरा करने तथा जनप्रतिनिधियों एवं पंचायत पदाधिकारियों को बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूक एवं प्रशिक्षित करने की भी बात कही गई। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों पलायन, बाल श्रम तथा हयूमन ट्रैफिंकिंग की रोकथाम के लिए ग्रामीणों एवं पंचायत पदाधिकारियों का सहयोग जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि सुदूर अंचल का आदिवासी जिला होने के कारण यहां कई सामाजिक कुरीतियां हैं। उन्होंने हयूमन ट्रैफिकिंग, बाल श्रम उन्नमूलन तथा बाल विवाह की रोकथाम एवं शालात्यागी बच्चों का पुनः दाखिला सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने किशोरी बालिकाओं के पोषण आहार एवं स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने पर जोर देते हुए कहा कि सुदृढ़ छत्तीसगढ़ के लिए यह जरूरी है। बैठक में लैगिंग अपराधों की रोकथाम के लिए गठित टास्क फोर्स समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बाल संरक्षण समिति के गठन तथा सखी वनस्टाप सेंटर की भी समीक्षा गई। बैठक में गैर शासकीय संगठन ममता द्वारा जिले में यूनिसेफ एवं जिला प्रशासन के सहयोग से किशोर किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम तथा शिक्षा, श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।