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- महासमुन्द : कलेक्टर जन-चौपाल तथा अन्य माध्यमां से प्राप्त शिकायत के आधार पर प्रारंभिक जांच में शिकायत की पुष्टि होने पर महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम पंचायत अछरीडीह के सचिव श्रीमती प्रेमलता सूर्यवंशी को 14वें वित्त की राशि में अनियमित्तता करने के आरोप में, बसना विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रोहिना के सचिव श्री बैगाराम गंधेल को मनरेगा अन्तर्गत कराए गए कार्य पनखत्ती तालाब गहरीकरण एवं पचरी निर्माण में वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में एवं पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बुंदेली के तत्कालिन सचिव श्री डोमन प्रसाद ताण्डे एवं वर्तमान सचिव श्री मुकेश दीवान को वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में निलंबित किया गया है। जिला पंचायत द्वारा इन पंचायत सचिवों के विरूद्व विभागीय जांच करने के आदेश भी जारी किया गया है।इसी प्रकार सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रिसेकेला के पंचायत सचिव श्री होरीलाल राठिया, ग्राम पंचायत नूनपानी के सचिव श्री दिनेश कुमार बारिक एवं पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरौद के सचिव श्री हरिचरण चौहान को शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने पर उक्त तीनों सचिवां का 02-02 वार्षिक वेतन वृद्वि असंचयी प्रभाव से रोका गया है तथा भविष्य में पुनर्रावृत्ति नहीं करने की चेतावनी जारी किया गया है।
- महासमुन्द : प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि के अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को किसान क्रेडिट प्रदान करने के लिए जिले में 02 मार्च से 07 मार्च तक सभी सहकारी समितियों में विशेष शिविर लगाएं जाएंगे। 6 दिनो ंतक चलने वाले इस शिविर के माध्यम से वन भूमि पट्टाधारी कृषकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जाएगा। ताकि बैंकों से ऋण सुविधा का लाभ उठाकर वन भूमि के पट्टाधारी कृषक भी अपनी खेती किसानी को बनाने के साथ ही कृषि आधारित आय मूलक गतिविधियों को सहजता से अपना सकें।
कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस.आर.डोंगरे ने बताया कि जिले में संचालित पात्र कृषकों को केसीसी जारी करने के लिए राजस्व, कृषि, उद्यानिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों की टीम बनाई गई है। यह टीम 02 मार्च से 07 मार्च तक संबंधित सहकारी समिति में मौजूद रहकर केसीसी कार्ड से वंचित तथा वन भूमि पट्टा धारी किसानो ंको केसीसी कार्ड उपलब्ध कराने के लिए आवेदन एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त करेंगी। शिविर में संबंधित क्षेत्रों के बैंकर्स भी मौजूद रहेंगे। आवेदन प्राप्त करने के पश्चात संबंधित किसानों को केसीसी कार्ड जारी किया जाएगा। उप संचालक श्री डोंगरे ने कहा कि प्रत्येक शिविर के लिए नामजद प्रभारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने सभी कृषकों को इस विशेष शिविर का लाभ उठाने तथा अपना केसीसी कार्ड बनवाकर किसानों के हित में संचालित सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है। केसीसी बनवाने के लिए किसान को अपनी कृषि भूमि का नक्शा, खसरा, बी-01, कोई भी मान्य फोटो पहचान पत्र, बैंक पास बुक तथा दो फोटो लेकर आना होगा।
उप संचालक श्री डोंगरे ने बताया कि वन पट्टाधारी कृषकों को केसीसी जारी किए जाने का अभियान शुरू किया गया है, इससे वन पट्टाधारी कृषकों को भी खेती किसानी एवं उससे संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए भी बैंको से ऋण मिलने लगेगा। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। खेती किसानी का रकबा और उत्पादन बढे़गा। उन्हांने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड से कृषि एवं उद्यानिकी कार्य के लिए तीन लाख रूपए तक का ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैंक द्वारा दिया जाता है। इसी तरह यदि कोई केसीसी धारी किसान, गाय पालन, मछलीपालनके लिए दो लाख रूपए तक का ऋण लेता है तो वह भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। - महासमुन्द : त्रिस्तरीय पंचायत के निर्वाचन पश्चात पंचायत पदाधिकारियों सरपंच, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्यों व जिला पंचायत की स्थानीय सदस्यों की कार्यशाला सह-समन्वय बैठक जनपद पंचायत पिथौरा में 01 मार्च 2020 को दोपहर 02ः00 बजे से आहूत किया जाएगा। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने कार्यशाला सह-समन्वय बैठक में प्रशासनिक अधिकारी में खण्ड स्तरीय अधिकारियों, अनुविभाग स्तरीय अधिकारियों, राजस्व अमलों से लेकर सभी हल्का पटवारियों कृषि विभाग के अमलों से लेकर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों एवं पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद से लेकर समस्त पंचायत सचिव को इस बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने तथा जनपद क्षेत्र के अंतर्गत सभी विभागों के तृतीय श्रेणी कार्यपालिक अधिकारियों को भी बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए है। इसके अलावा वनमण्डलाधिकारी, कृषि विभाग के उपसंचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी, उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को कार्यशाला में विभागीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा गया है।
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महासमुन्द : जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत महासमुन्द के सामान्य सभा की बैठक आगामी 04 मार्च को दोपहर 12ः00 बजे से जिला पंचायत के सभा कक्ष आयोजित की गई है। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में नव-निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों से परिचयात्मक चर्चा, मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना जिले में क्रियान्वयन करने के लिए प्रस्ताव, कार्यालयीन सामग्री खरीदी एवं वाहन मरम्मत का अनुमोदन सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.मित्तल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियत समय पर उपस्थित होने को कहा है।
- सूरजपुर : जिला षिक्षा अधिकारी श्री उपेन्द्र सिंह क्षत्री से प्राप्त जानकारी अनुसार श्री आशीष प्रताप सिंह ग्राम पंचायत भैयाथान जिला सूरजपुर (छ0ग0) से श्री जुगेश्वर प्रसाद सहायक ग्रेड-2 के द्वारा रिष्वत लेने की षिकायत प्राप्त हुई थी। जिसपर जिला षिक्षा अधिकारी के द्वारा श्री जुगेष्वर सहायक ग्रेड-02 के द्वारा रिश्वत लेते हुए विडियों के माध्यम से शिकायत सत्य होना पाया गया है। जिसपर कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए शासकीय नियम के विरूद्व अथवा शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने तथा अनुषासनहीनता का दोषी मानते हुए छ0ग0 सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत् श्री जुगेष्वर सहायक ग्रेड-02 तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
निलंबन अवधि में जुगेश्वर प्रसाद सहायक ग्रेड-2 को मुख्यालय विकास खण्ड षिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रेमनगर विकास खण्ड प्रेमनगर जिला सूरजपुर (छ0ग0) नियत किया गया है। निलंबित कर्मचारी को निलबंन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। - बीईओ कुनकुरी को पद से हटाया गया, बीआरसी बर्खास्त
जशपुरनगर : जिले के कुनकुरी ब्लाॅक स्थित नारायणपुर पूर्व माध्यमिक कन्या शाला की घटना को लेकर कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक राशिद अनवर खान सहित शाला के प्रधानपाठक, संकुल स्त्रोेत समन्वयक, दो शिक्षकों एवं भृत्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कलेक्टर ने कुनकुरी के विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री पी.के.भट्नागर को उनके दायित्व से मुक्त करने के साथ ही बीआरसी विपिन कुमार अम्बष्ट को पदमुक्त किए जाने का आदेश जारी किया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि कन्या पूर्व माध्यमिक शाला नारायणपुर में पदस्थ शिक्षक रासिद अनवर खान द्वारा शाला की एक छात्रा से अनाचार का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में आरोपी शिक्षक के साथ-साथ प्रशासन ने शाला के प्रधानपाठक श्री शिवनाथ साय, शिक्षक श्री मुकेश टोप्पों एव कैलाश भगत, भृत्य श्री निशान्त पैंकरा तथा संकुल स्त्रोत समन्वयक श्री राघवेन्द्र चैहान को निलंबित किए जाने की कार्रवाई की है। संकुल स्त्रोत समन्वयक सहित प्रधानपाठक, शिक्षकों एवं भृत्य के निलंबन की कार्रवाई, शाला में घटित घटना के शाला में उच्च अधिकारियों को लिखित या मौखिक रूप से सूचित न करने तथा अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण की गई है।
कलेक्टर ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री पी.के. भटनागर को दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण उनकों उनके दायित्वों से हटाते हुए प्रचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला गम्हरिया के प्राचार्य आर.के. पाठक को कुनकुरी बीईओ का प्रभार अस्थाई रूप से सौंपे जाने का आदेश जारी किया गया है। - जशपुरनगर : कृषि कल्याण अभियान के अंतर्गत पशुओं के नस्ल सुधार का कार्यक्रम जशपुर जिले में संचालित है। जशपुर जिला इस कार्यक्रम के लिए देश के आकांक्षी जिलों में शामिल है। जिले में पशु नस्ल सुधार हेतु कुल 300 गांवों का चयन किया गया है। इन सभी गांवों को 100 सेक्टर में विभाजित कर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। सभी सेक्टर में कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्राधिकारी एवं नीजि कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. जी.एस.एस.तंवर ने बताया कि जिले के बगीचा ब्लाॅक में 17, दुलदुला में 8, जशपुर में 15, फरसाबहार में 17, मनोरा में 1, कुनकुरी में 10, कांसाबेल में 10 तथा पत्थलगांव में 22 सेक्टर बनाए गए हैं। उन्हांेने बताया कि सभी सेक्टरों में 500 ज्यादा ब्रिडेबल गाय उपलब्ध हैं। जिनमें से कम से कम प्रत्येक सेक्टर में 200 गायों का कृत्रिम गर्भाधान किए जाने का लक्ष्य लेकर यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने पशु पालकों से पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान कराए जाने की अपील की है। ताकी इसके जरिए उन्नत नस्ल के बछड़े-बछिया प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि कृत्रिम गर्भाधान पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इससे गायों को किसी भी तरीके की हानि होती है। इसके माध्यम से जन्म लेने वाले बछड़े-बछिया शारीरिक रूप से हृष्ट-पुष्ट होते हैं। कृत्रिम गर्भाधान वाली बछिया गाय के रूप में अधिक दूध देती है एवं बछड़ा कृषि कार्य के लिए ज्यादा उपयुक्त होता है। -
-महिलाओं का प्रशिक्षण देने जिले की प्रत्येक जनपद पंचायत में होगी कार्यशाला
-मनरेगा के तहत 100 दिवस का कार्य पूर्ण कर चुके श्रमिकों के लिए संचालित है प्रोजेक्ट उन्नति
-मनरेगा श्रमिकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने रोजगार और स्वरोजगार के लिए अभिरुचि के अनुसार मिलेगा प्रशिक्षण
दुर्ग : मनरेगा के तहत 100 दिवस का कार्य पूर्ण करने वाले श्रमिकों के कौशल उन्नयन के लिए संचालित प्रोजेक्ट उन्नति के लिए योग्य हितग्राहियों के चयन की जिम्मेदारी इस साल प्रोजेक्ट श्बिहानश् के अंतर्गत कार्य कर रही स्व सहायता समूह सक्रिय महिलाओं को मिली है । ये महिलाएं वर्ष 2018-19 में 100 दिवस का कार्य पूर्ण कर चुके मनरेगा श्रमिकों की सूची तैयार करेंगी।इस कार्य में उनकी सहायता रोजगार सहायक करेंगे। विकास आयुक्त कार्यालय द्वारा यह जिम्मेदारी तय की गई है। इस आशय का पत्र सभी जनपद पंचायतों को भेजा जा चुका है।उल्लेखनीय है कि मनरेगा के तहत 100 दिवस का कार्य पूर्ण करने वाले मनरेगा श्रमिकों आर्थिक उन्नति के लिए उनके प्रशिक्षण और नियोजन का कार्य दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना , ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किया जाता है।
महिलाओं का प्रशिक्षण देने जिले की प्रत्येक जनपद पंचायत में होगी कार्यशाला
विकास आयुक्त कार्यालय स्व प्राप्त निर्देश के अनुसार सक्रिय महिलाओं और रोजगार सहायकों को प्रोजेक्ट उन्नति के संबंध में प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसमें मनरेगा के प्रोजेक्ट ऑफिसर प्रोजेक्टर उन्नति की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। इस कार्यशाला में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना,ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र और कृषि विज्ञान केंद्र के जिला स्तरीय अधिकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी, प्रशिक्षण ट्रेड ,शैक्षणिक योग्यता आवश्यक दस्तावेज आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे।
प्रशिक्षण के बाद बिहान की सक्रिय महिलाएं करेंगी मजदूरों की काउंसलिंग-
प्रशिक्षण के बाद यह महिलाएं ग्राम पंचायत स्तर पर 100 दिवस का कार्य पूर्ण कर चुके मनरेगा हितग्राहियों की काउंसलिंग कर उनकी अभिरुचि आधारित ट्रेड की जानकारी संकलित करेंगी। विभिन्न ट्रेडो के आधार पर तैयार की गई सूची जनपद और जिला पंचायत स्तर पर एकत्रित की जाएगी इसके बाद दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत चयनित प्रशिक्षण संस्थान द्वारा हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
मनरेगा के तहत शत-प्रतिशत मजदूरों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने वाले अधिकारी कर्मचारियों का होगा सम्मान-
प्रोजेक्ट उन्नति के तहत अधिक से अधिक मनरेगा श्रमिकों को लाभान्वित करने जिला पंचायत द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं । जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार सहायकों और जनपद पंचायत स्तर पर कार्यक्रम अधिकारी और संबंधित तकनीकी सहायकों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।इसके तहत जिस ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के तहत काम कर रहे शतप्रतिशत श्रमिकों को 100 दिवस रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा और पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना लक्ष्य पूरा किया जाएगा उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत मजदूरों को 100 दिवस रोजगार सबसे अधिक उपलब्ध कराने वाले विकासखंड के कार्यक्रम अधिकारी और संबंधित तकनीकी सहायकों को भी पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाएगा। -
दुर्ग : आयुर्वेद में पोषण बढ़ाने उपयोगी औषधियां सुझाई गई हैं। इन्हें शास्त्रोक्त विधि से बनाकर आंगनबाड़ी में कुपोषित बच्चों को खिलाया जा रहा है। इस स्वादिष्ट मोदक में शतावर, अश्वगंधा, पुनर्नवादिमंडूर जैसी औषधियां हैं जो शरीर में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। जिला आयुष अधिकारी डाक्टर के.के. शर्मा ने बताया कि जिला आयुर्वेद अस्पताल में यह मोदक बनाये जा रहे हैं तथा इन्हें आंगनबाड़ी के कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए दिया जा रहा है। यह मोदक काफी स्वादिष्ट हैं और बच्चे इन्हें रुचि से खाते हैं। उल्लेखनीय है कि मोदक में सभी जरूरी पोषक तत्वों को शास्त्रोक्त तरीके से मिश्रित कर बनाया गया है। इसमें मूंगफली का हिस्सा काफी ज्यादा है जो प्रोटीन की सप्लाई का काम करता है। घी को आयुर्वेद में शरीर की अभिवृद्धि के लिए बहुत आवश्यक माना जाता है। इसके साथ ही मोदक को मीठा करने एवं स्वादिष्ट बनाने के लिए गुड़ और पिंडखजूर का उपयोग किया गया है।
गुड़ को एन्टी एलर्जिक माना गया है और प्रदूषण से लड़ने में यह मदद करता है। पिंडखजूर को भी शक्तिवर्धक माना गया है। इसके साथ ही शतावर भी मोदक का प्रमुख हिस्सा है। शतावर से विटामिन बी-1 और विटामिन ई की शरीर में कमी दूर होती है। साथ ही फालिक एसिड का भी यह अच्छा स्रोत है। साथ ही शतावर एन्टी आक्सीडेंट का भी भरपूर स्रोत है। अश्वगंधा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है। पुनर्नवादिमंडूर आयरन का समृद्ध स्रोत है। इस प्रकार इसके पोषक तत्वों से बच्चों के शरीर में आरबीसी और डब्ल्यूबीसी का स्तर बेहतर बनाये रखने में मदद मिलती है।
साथ ही मुलैठी का भी कुछ अंश इसमें सम्मिलित किया गया है। मुलैठी वोकल सिस्टम के विकास के लिए काफी मदद करता है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आरंभ होने के पश्चात कुपोषण के दायरे से बच्चों को बाहर लाने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने पर जोर है। इसके अंतर्गत बच्चों को उचित पोषक तत्व उपलब्ध कराने की दिशा में पालकों को सलाह दी जाती है। साथ ही आंगनबाड़ी में चिक्की आदि का वितरण भी किया जा रहा है जो प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत गांधी जयंती के दिन हुई थी और इसके बाद से बच्चों के पोषण के स्तर में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी आई है। - दुर्ग : विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत जिले के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न ग्राम-पंचायतांे में अनेक निर्माण कार्यों के लिए 71 लाख 4 हजार 709 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इनमें प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर की अनुशंसा पर विधानसभा वैशालीनगर में सामुदायिक भवन/मंच निर्माण कार्य के लिए 21 लाख 4 हजार 876 रूपए की स्वीेकृति दी गई है। इसी तरह भिलाई नगर विधानसभा अंतर्गत सामुदायिक भवन/मंच निर्माण कार्यो के लिए 39 लाख 9 हजार 833 रूपए की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह राज्यसभा सांसद श्री मोतीलाल वोरा की अनुशंसा पर रिसाली भिलाई में सीसी रोड़ निर्माण कार्य के लिए 10 लाख रूपए की स्वीकृति दी गई है।
- दुर्ग : कार्यालय कृषि उप-संचालक जिला दुर्ग के भण्डार में रखे अनुपयोगी सामग्री कुलर, कुर्सी, लकड़ी एवं स्टील व अन्य सामग्रियों की नीलामी की जानी है। नीलामी में भाग लेने के इच्छुक व्यक्ति/संस्था कार्यालय में उपस्थित होकर सामग्री का अवलोकन कर सकते है। उल्लेखनीय है कि नीलामी की प्रक्रिया में कम से कम 03 व्यक्ति/संस्था की उपस्थिति अनिवार्य है। तभी नीलामी की जाएगी। कार्यालय द्वारा नीलामी की तिथि 12 मार्च दोपहर 12.00 बजे रखी गई है। नीलामी में भाग लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति/संस्था को 2000 रुपए प्रतिभूति राशि जमा करनी होगी। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय कृषि उप-संचालक जिला दुर्ग में संपर्क किया जा सकता है।
इसी प्रकार शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, दुर्ग द्वारा विभिन्न प्रकार की स्क्रेप सामग्री/लोहा/तांबा/एल्यूमिनियम/पुराने बैटरी/पुराने टायर/पीतल/रिवालविंग चेयर/ आयरन चेयर/टिन एवं लकड़ी की नीलामी की जानी है। इच्छुक व्यक्ति अथवा संस्था विज्ञप्ति जारी होने के सात दिनों के अन्दर कार्यालयीन समय प्रातः 10ः30 से 05.30 के दौरान अमानत राशि जमा कर नीलामी हेतु पंजीयन करवा सकते है। अधिक जानकारी के लिए शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, दुर्ग में संपर्क किया जा सकता है। - बलरामपुर : कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक (महात्मा गांधी नरेगा) श्री संजीव कुमार झा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस. की अध्यक्षता में विगत् दिवस जनपद पंचायत बलरामपुर के सभाकक्ष में बैठक का आयोजन किया गया था। उक्त बैठक में कलेक्टर ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अन्तर्गत ग्राम रोजगार सहायकों को कार्य में लापरवाही बरतने एवं न्यून प्रगति के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही लक्ष्य के विरूद्ध मानव दिवस पूर्ण न होने पर सेवा वृद्धि न करने की चेतावनी दी है। जनपद पंचायत बलरामपुर के ग्राम पंचायत पाढ़ी रोजगार सहायक शांति यादव, विश्रामपुर के अमीरचन्द्र, सरगंवा के अलमा माधुरी, धनगांव की अनुराधा मण्डल, लुर्गीखुर्द के विवेक गुप्ता, पस्ता के संजय कुमार यादव, लिलौटी के बेचन रवि, डौरा के प्यारी तिर्की, करी-चलगली के कर्मदेव, भनौरा के पंकज कुमार गुप्ता, जाबर के शीला एक्का, जतरो के सुमति नगेशिया, राधा कृष्णनगर के विरोजो रक्सैल, कोटपाली के अमरेश कुमार, बादा के विरेन्द्र कुमार यादव, बरदर की माधुरी गुप्ता, कोटसरी के सुरेन्द्र सिंह, दहेजवार के मनोहर तिर्की, जमुआटांड के सुरेश, रनहत के मनोज कुमार एवं मकरो की ममता साण्डिल्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
- बलरामपुर : बाढ़ एवं प्राकृतिक आपदा से संबंधित मॉक एक्सरसाईज एवं मॉक ड्रिल का अभ्यास वन वाटिका रामानुजगंज में 01 मार्च 2020 को प्रातः 11.00 बजे से प्रशिक्षित सैनिकों द्वारा किया जावेगा। उक्त प्रशिक्षण एवं अभ्यास कार्यक्रम में जिला स्तरीय समस्त संबंधित विभाग प्रमुख उपस्थित रहेंगे।
- बलरामपुर : कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के कार्यालयीन समय में ग्राम तुर्रीडीह निवासी दिव्यांग मीना टोप्पो आवेदन लेकर पहुंची। उन्होंने कलेक्टर समक्ष आवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा वह दोनों पैरा से दिव्यांग है तथा माता-पिता के स्वर्गवास पश्चात् विषम परिस्थितियों से गुजर रही है तथा आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों से जूझ रही है। कलेक्टर ने आवेदन प्राप्त होने पर तत्काल दिव्यांग मीना टोप्पो को ट्रायसायकल दिलवाया। उन्होंने उप संचालक समाज कल्याण श्री चन्द्रमा यादव को निर्देश देते हुए कहा कि मीना टोप्पो की पेंशन स्वीकृत कर समय पर पेंशन राशि का भुगतान करें एवं यथा संभव आजीविका प्रदान करने का प्रयास करें। मीना टोप्पो ने ट्राय सायकल प्राप्त होने पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा को सहृदय धन्यवाद देते हुए कहा कि त्वरित सहयोग से प्रशासन के प्रति हमारी आस्था बढ़ती है।
- बलरामपुर : अग्रणी बैंक बलरामपुर-रामानुजगंज द्वारा विकासखण्ड स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक 02 मार्च से 07 मार्च के मध्य आयोजित की जाएगी। विकासखण्ड स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में विकाखण्डों में स्थित सभी बैंक के शाखा प्रबंधक, संबंधित अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित शासकीय योजनाओं से संबंधित विभाग प्रमुख उपस्थित रहेंगे।
विकासखण्ड स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक 02 मार्च को अपरान्ह 3.00 बजे जनपद पंचायत कार्यालय बलरामपुर में, 04 मार्च को अपरानह 3.00 बजे जनपद पंचायत कार्यालय रामानुजगंज, 05 मार्च को अपरान्ह 1.00 बजे जनपद पंचायत कार्यालय राजपुर एवं अपरान्ह 3.00 बजे जनपद पंचायत कार्यालय शंकरगढ़ में आयोजित की जाएगी। इसी प्रकार 06 मार्च को अपरान्ह 1.00 बजे जनपद पंचायत कार्यालय कुसमी एवं 07 मार्च 2020 को अपरान्ह 1.00 बजे जनपद पंचायत वाड्रफनगर में बैठक आयोजित की जाएगी।
विकासखण्ड स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में पिछली बैठक की कार्यवाही, एनआरएलएम एवं शासकीय ऋण योजना के लक्ष्य की प्राप्ति, मुद्रा योजना एवं स्टेण्ड-अप योजना, केसीसी की प्रगति, किसान क्लब, पीएमजेडीवाई व अन्य व्यक्तिगत खातोां में आधार, मोबाईल सीडिंग, रूपये कार्ड वितरण, प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना की प्रगति, नाबार्ड योजना, वसूली एवं आरआरसी प्रकरणों, बीसी संबंधित जानकारी, वार्षिक साख योजना 2019-20 की उपलब्धि एवं पूर्ति हेतु योजना समीक्षा की जाएगी। - बलरामपुर : राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के लिए संयुक्त कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया। कार्यशाला में विशेष रूप से सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 के बारे में जानकारी दी गई। स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम तथा कोटपा अधिनियम 2003 के बारे में बताया गया। कार्यशाला में प्रशिक्षक ने तम्बाकू उत्पादों से होने वाले रोग तथा शरीर एवं पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी। तम्बाकू एवं इसके सह उत्पादों का सेवन सेहत के लिए बहुत अधिक हानिकारक है। कार्यशाला में जिला चिकित्सा अधिकारी श्री बसंत सिंह ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से तम्बाकू उत्पादों का त्याग, लोगों को तम्बाकू सेवन न करने हेतु जागरूक करने की शपथ दिलायी।
कार्यशाला में खाद्य एवं औषधि सुरक्षा अधिकारी श्री नितेश मिश्रा ने कोटपा अधिनियम 2003 की विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादन के सेवन एवं प्रयोग के कारण प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में मुख कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ी है, जिसका सीधा संबंध तम्बाकू उत्पाद के उपयोग से है। कोटपा एक्ट 2003 के अन्तर्गत सरकारी संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तम्बाकू उत्पादों का प्रयोग निषेध तथा सरकारी एवं सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर आर्थिक दण्ड देने का प्रावधान है। तम्बाकू उत्पादों के पैकेटों में इससे होने वाले दुष्प्रभाव की चेतावनी चित्र सहित उल्लेखित करने संबंधी प्रावधान भी कोटपा एक्ट में शामिल हैं। पुलिस विभाग सक्रियता के साथ एक्ट में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही कर सकती है। दन्त चिकित्सक डाॅ. रंजना खाखा ने तम्बाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों के आदतों, निकोटिन के प्रयोग से दिमाग को होने वाली शांति तथा छोड़ने के प्रयासों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट का सेवन करने से पीने वाले व्यक्ति के साथ ही आस-पास के लोगों को भी हानि पहुंचती है। विशेषकर गर्भवती महिलाएं एवं छोटे बच्चों पर इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव देखा गया है। गुटखा, तम्बाकू के सेवन से मुख का कैंसर होता है।
पिछले कुछ वर्षों से मुख कैंसर के मरीजों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। तम्बाकू उत्पादों के इतने अधिक दुष्प्रभाव हैं कि इसका त्याग करना चाहिए तथा आप सभी इसके बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्मृति एक्का ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने को कहा। तम्बाकू एवं उसके सह उत्पादों का शरीर में इतना अधिक दुष्प्रभाव है, जिसकी जानकारी लोगों को होनी चाहिए। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। तम्बाकू उत्पादों के सेवन को रोकने के लिए सभी विभागों को संयुक्त रूप से सहयोग करना है, ताकि बड़ी संख्या में लोगों को तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसी उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित है जहां विभिन्न पद्धतियों द्वारा नागरिकों को तम्बाकू उत्पादों का त्याग करने में सहयोग किया जाता है। कार्यशाला पश्चात् संयुक्त टीम बनाकर सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग तथा सरकारी सस्थानों के 100 मीटर के भीतर तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग पर निषेध के विरूद्ध कार्यवाही का प्रतीकात्मक प्रदर्शन भी किया गया। -
बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज कृषि प्रधान जिला है तथा लोगों के आजीविका का प्रमुख साधन कृषि है। जिले में कृषि आधारित व्यवसायों के आपार संभावनाओं तथा महिलाओं को उद्यमिता से जोड़ने के लिए विकासखण्ड वाड्रफनगर के बसंतपुर में ममता खाद्य तेल प्रसंस्करण सहकारी समिति की स्थापना की गई है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. के संयुक्त प्रयास एवं कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्यौगिकी विभाग के सहयोग से तेल प्रसंस्करण केन्द्र की स्थापना की गई है। जिसका संचालन एन.आर.एल.एम. के स्व सहायता समूह के महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बड़े भौगोलिक क्षेत्र में सरसों वृहद स्तर पर उत्पादन किया जाता है। इसीलिये क्षेत्र में सरसों से तैयार होने वाले उत्पादों के व्यवसाय की संभावनाएं देखी जा रही थी। महिलाओं द्वारा स्थापित सरसों तेल प्रसंस्करण का यह उद्योग इसी संभावनाओं को पूरा करने के दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। बसंतपुर एवं आसपास के गांवों के स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आपस में मिलकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार देने का प्रयास किया है। महिलाएं तेल प्रसंस्करण उद्योग के स्थापना से बहुत अधिक उत्साहित हैं। महिलाओं का कहना है कि हम सभी घर से बाहर निकली हैं तथा तेल उत्पादन के साथ ही उसकी मार्केटिंग तथा प्रचार-प्रसार कर रही हैं। इन कार्यों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है तथा हमें विश्वास है कि हम महिलाओं के सामूहिक प्रयास से यह उद्योग निश्चित रूप से सफल होगा। वर्तमान में हम प्रतिदिन लगभग 110 लीटर शुद्ध कच्ची घानी सरसों तेल का उत्पादन कर रही हैं, जिसे जिले के छात्रावासों, आंगनबाड़ियों तथा स्कूलों के लिए विक्रय किया जा रहा है। आगे इसका प्रचार-प्रसार कर वृहद स्तर पर व्यवसाय का विस्तार किया जाएगा।
महिलाएं बताती हैं कि उद्योग के लिए कच्चा माल के रूप मे सरसों बीज स्थानीय हाॅट बाजारों तथा कृषकों से खरीदा जाता है। तत्पश्चात् प्रसंस्करण केन्द्र में सरसों का तेल तैयार कर शेष सह उत्पाद के रूप में प्राप्त खली का भी विक्रय किया जाता है। खली का उपयोग पशुओं के लिए चारे के रूप में किया जाता है, जिसकी भी बड़ी मांग है। महिलाओं ने बताया कि सरसों तेल विक्रय से उन्हें अच्छी आय प्राप्त हो रही है तथा आगेे इसे और अधिक विस्तार करने के लिए प्रयासरत् हैं। वर्तमान में तेल 01 लीटर एवं 05 लीटर की पैकिंग में उपलब्ध है, जिसे आकृति कच्ची घानी प्रीमियम सरसों का तेल नाम दिया गया है। महिलाएं बताती हैं कि छात्रावासों, आंगनबाड़ियों एवं स्कूलों में तेल के उपयोग पश्चात् हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यह हमारे लिए गर्व की बात है तथा आगे भी समर्पित भाव से अपने उद्योग के प्रगति के लिए कार्य करते रहेंगे।
समूह की सदस्य श्रीमती कंचन पोर्ते ने बताया कि उद्योग के स्थापना के समय हमें तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया था, वर्तमान में जिसका हमें बहुत लाभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि निम्न स्तर की तकनीकी समस्या के लिए हम तकनीकी विशेषज्ञों के साथ वीडियो काॅल के माध्यम चर्चा कर उसका निराकरण करते हैं। समूह की अध्यक्ष श्रीमती सीता यादव बताती हैं कि जब उद्योग की स्थापना का प्रस्ताव आया तो हम सभी महिलाओं ने एक स्वर में हामी भरी थी, प्रशासन के ऐसे साकारात्मक प्रयासों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। प्रशासन ने हमें मौका दिया जिसे हम सभी महिलाएं मिलकर सही साबित करेंगी। उद्योग के क्षेत्र महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से न केवल जिले का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम आगे बढ़ेगा। - कोरिया : जिले के विकासखण्ड खड़गवां के ग्राम पंचायत पैनारी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान में अनियमितता पाये जाने के कारण दुकान को निरस्त कर शासकीय उचित मूल्य दुकान मेण्ड्रा में संलग्न कर दिया गया है। इसी तरह ग्राम पंचायत गिद्धमुड़ी में शासकीय उचित मूल्य दुकान को निरस्त कर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति खड़गवां में, ग्राम पंचायत बरमपुर में दुकान को निरस्त कर ग्राम पंचायत अखराडांड़ में, ग्राम पंचायत बंजारीडांड़ में दुकान को निरस्त कर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बंजारीडांड़ में एवं ग्राम पंचायत गढ़तर में दुकान को निरस्त कर ग्राम पंचायत ठग्गांव में संलग्न किया गया है।
पुनः आबंटन की कार्यवाही हेतु आदिम जाति सहकारी समिति, बहुउद्देशीय सहकारी समिति, महिला स्वयं सहायता समूह, वन सुरक्षा समिति एवं अन्य समितियों से 02 मार्च से 16 मार्च 2020 तक कार्यालयीन समय पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र खड़गवां अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के कार्यालय में प्रस्तुत किये जा सकते है। आवेदन पत्र के साथ दुकान संचालन हेतु पंजीयन प्रमाण-पत्र, बैंक खाते आदि से संबंधित जानकारी देनी होगी। - कोरिया : छत्तीसगढ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा सत्र 2019-20 में आयोजित हाईस्कूल परीक्षा 03 मार्च से 26 मार्च एवं हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा 02 मार्च से 31 मार्च तक प्रातः 9 बजे से 12.30 बजे तक जिले में निर्धारित विभिन्न परीक्षा केंद्रों के माध्यम से संपन्न होगी। इस हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह द्वारा परीक्षा केन्द्रों में नकल रोकने एवं परीक्षा के सुव्यवस्थित संचालन हेतु जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। प्रत्येक उड़नदस्ता दल परीक्षा के दौरान आबंटित परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक सघन जांच एवं निरीक्षण करेंगे। उन्होंने उड़नदस्ता दल प्रभारियों को उन्हें आबंटित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रतिदिन जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
- सूरजपुर : कायाकल्प योजना के तहत जिले के जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 23 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इस योजना के तहत अस्पतालों का सौंदर्यीकरण का कार्य दिसंबर 2019 से किया जा रहा है, जिसमें कायाकल्प चेकलिस्ट के आधार पर सात सूचकांकों 1. अस्पताल अपकीय 2. सनिटेशन हाईजीन 3. बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेन्ट 4. इन्फेक्शन कन्ट्रोल 5. सपोर्ट सर्विस 6. हाईजीन प्रमोशन 7. वियोण्ड अस्पताल बाउन्ड्री के आधार पर अस्पतालों का आकलन किया जाता है, जिसमें प्रथम चरण में 61 अस्पतालों ने भाग लेकर आॅनलाइन एन्ट्री पूर्ण की। द्वितीय चरण जनवरी 2020 में इन अस्पतालों का इन्टर्नल फाईनल असिस्टमेंट किया गया, जिसमें 61 अस्पतालों ने अपनी जगह बनाई रखी।
तृतीय चरण फरवरी 2020 में पियर असिस्मेंट अन्तर जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा मानक सूचकांकों के आधार पर निरीक्षण किया गया, जिसमें जिले के कुल 27 अस्पतालों ने 70 प्रतिशत के अधिक अंक अर्जित किये। चतुर्थ चरण में एक्सटर्नल फाईनल असिस्मेंट कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा गठित टीम के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 15 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का किया जा रहा है। जिले एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आंकलन राज्य द्वारा गठित टीम के द्वारा मार्च 2020 के अंत में किया जावेगा। -
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा त्वरित रिपोर्ट प्राप्त करने राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारियों का किया गया है दल गठन
अबतक ओलावृष्टि से लगभग 218 कृषकों की 160 हेक्टेयर फसलों का प्रभावित होना पाया गया है
सूरजपुर : किसानों के हितार्थ राज्य शासन के निर्देषानुसार दिसम्बर माह से फरवरी माह तक हुए ओलावृष्टि से किसानों को आर्थिक क्षति से राहत दिलाने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा एस.डी.एम. भैयाथान श्री प्रकाष सिंह राजपूत को प्रभावित किसानों सहित फसलों के रकबे का सर्वे कराने निर्देष दिया गया था। इसी संबंध में तहसीलदार ओड़गी, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी के संयुक्त दल एवं कृषि विभाग के अमले के द्वारा किसानों के प्रभावित फसलों के रकबे का सर्वे कर सत्यापन किया गया है।
दल द्वारा किये जा रहे सर्वे कार्य में सूरजपुर जिले के विकासखंड ओड़गी में सर्वे करने पर ग्राम पंचायत कुबेरपुर, नवगई, खालबहरा, सपहा, नवाटोला, में पहुॅच कर भौतिक रूप से निरीक्षण किया गया जिसमें अबतक 218 किसानों की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित पाई गई है। जिसका कुल रकबा लगभग 160 हेक्टेयर है। सर्वे में कृषकों की फसल जिसमें अरहर, सरसों, जौ, गेहुॅ, सन, साग-सब्जी एवं मटर की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित होना पाया गया है। इसके साथ ही राज्य शासन की मंषानुरूप सभी कृषको को राहत पहुॅचाये जाने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्षन में जिले में राजस्व एवं कृषि विभाग का अमला निरंतर सर्वे कार्य में जुटा हुआ है। -
सूरजपुर : कायाकल्प योजना के तहत जिले के जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 23 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इस योजना के तहत अस्पतालों का सौंदर्यीकरण का कार्य दिसंबर 2019 से किया जा रहा है, जिसमें कायाकल्प चेकलिस्ट के आधार पर सात सूचकांकों 1. अस्पताल अपकीय 2. सनिटेशन हाईजीन 3. बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेन्ट 4. इन्फेक्शन कन्ट्रोल 5. सपोर्ट सर्विस 6. हाईजीन प्रमोशन 7. वियोण्ड अस्पताल बाउन्ड्री के आधार पर अस्पतालों का आकलन किया जाता है, जिसमें प्रथम चरण में 61 अस्पतालों ने भाग लेकर आॅनलाइन एन्ट्री पूर्ण की।द्वितीय चरण जनवरी 2020 में इन अस्पतालों का इन्टर्नल फाईनल असिस्टमेंट किया गया, जिसमें 61 अस्पतालों ने अपनी जगह बनाई रखी। तृतीय चरण फरवरी 2020 में पियर असिस्मेंट अन्तर जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा मानक सूचकांकों के आधार पर निरीक्षण किया गया, जिसमें जिले के कुल 27 अस्पतालों ने 70 प्रतिशत के अधिक अंक अर्जित किये। चतुर्थ चरण में एक्सटर्नल फाईनल असिस्मेंट कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा गठित टीम के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 15 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का किया जा रहा है। जिले एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आंकलन राज्य द्वारा गठित टीम के द्वारा मार्च 2020 के अंत में किया जावेगा। - सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी की अध्यक्षता में मां बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट कुदरगढ़ चैत्र नवरात्र मेला संबंधी 29 फरवरी 2020 को समय 12 बजे से सामुदायिक भवन कुदरगढ़ में बैठक आयोजित की गई है। बैठक में निर्धारित एजेंडा चैत्र नवरात्र मेला की तैयारी, साफ सफाई व मरम्मत कार्य, पेयजल व्यवस्था हेतु संसाधन, विद्युत व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, जलाउ लकड़ी एवं बांस बल्ली उपलब्धता, सड़क एवं मेला परिसर के साफ-सफाई, ट्रैक्टर, ट्राली एवं साफ-सफाई कर्मचारियो की उपलब्धता वाहन बैरियर, दुकान हेतु भूमि आवंटन एवं ज्योति कलश के संबंध में चर्चा की जायेगी तथा अध्यक्ष महोदय के अनुमति पश्चात अन्य विषय पर चर्चा की जाएगी।
- सूरजपुर : जिले के संवेदनषील कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुटे ने अपने विभागीय अमला को बाल विवाह को सजगता से रोकने के निर्देश जारी किये है। ग्रामीण अब टोल फ्री नं0 1098 के माध्यम से बाल विवाहों की सूचना देने लगे है। वर्तमान में संयुक्त टीम ने तीन नाबालिक बालिका समेत 4 बाल विवाह रोके है।
जिले के दुरुस्त क्षेत्र ओड़गी विकास खण्ड के करौटी बी में एक 15 वर्षिय बालिका एवं 20 वर्षिय बालक के बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई थी जिसमें तत्काल कार्यवाही करते हुए संयुक्त टीम जिला बाल संरक्षण इकाई, परियोजना अधिकारी ओड़गी, चैंकी प्रभारी चेन्द्रा, चाईल्ड लाईन की टीम गांव में पहुंची जहां पर 15 वर्षिय बालिका को अन्यत्र भेज दिया गया था और उसके पिता भी अन्यत्र थे। समझाईष देने पर दोनों प्रस्तुत हुए एवं परिजन भी इस विवाह को बालिका के 18 वर्ष पूर्ण होने के बाद करने को सहमत हुए, वही उसी ग्राम का एक 20 वर्षिय बालक का मण्डप लगा हुआ था, उसे भी समझाईष दी गई की बालक 21 वर्ष पूर्ण किये बिना विवाह नहीं कर सकता। बालक बीएससी का छात्र है, समझाईष पर घर वाले अपने मण्डप को उखाड़ दिये और विवाह नहीं करने का संकल्प लिया।
बाल विवाह रोकने में जिला बाल संरक्षण इकाई से मनोज जायसवाल, जैनेन्द्र दुबे, श्रीमती अंजनी साहू एवं पवन धीवर महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी ओड़गी श्रीमती निलांजना प्रजापति एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चैंकी चेन्द्रा से चैकी प्रभारी श्री एल0पी0 गुप्ता, बमबल चैधरी, चाईल्ड लाईन ओड़गी से श्रीमती राधा यादव, कुमारी अनवरी खातुन उपस्थित थे। -
जनपद स्तर पर जनगणना प्रगणक एवं पर्यवेक्षकों को दिया गया प्रषिक्षण
जनगणना कार्य से संबंधित पहलुओं का बिन्दुवार दी गई जानकारी
सूरजपुर : कलेक्टर एवं प्रमुख जनगणना अधिकारी श्री दीपक सोनी के निर्देषन एवं अपर कलेक्टर एवं जिला जनगणना अधिकारी श्री एस0एन0 मोटवानी के मार्गदर्षन में जनपद पंचायत भैयाथान के सभागार में संपन्न हुई। जनगणना 2021 के प्रथम चरण के कार्यो से संबंधित बारिकियों जैसे भवन नंबरिंग, नजरी नक्षे की मूल बातें, कच्चा, पक्का मकान, लोकेषन कोडिंग, संकेत सूची, मानचित्र दिषाएं, नजरी नक्षा तैयार करने चरणबद्ध तरीके तथा जनगणना मकानो के प्रकार एवं अन्य पहलुओ के बारे में बिन्दुवार जानकारी दिया गया। जनगणना कार्य जिले के मास्टर ट्रेनर नसीम अली अन्सारी के द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों को विस्तारपूर्वक बताया गया।
प्रषिक्षण में बताया गया कि प्रगणकों को प्रथम चरण का सर्वेक्षण, मकान सूचीकरण एवं ग्राम रजिस्टर भरने के लिए बिन्दुवार जानकारी दी गई साथ ही मकान मालिक अथवा परिवार के मुखिया या जानकार सदस्य से प्रेमपूर्वक डाटा एवं पहचान के दस्तावेज मांगने हेतु कहा गया जिसे सार्थक जानकारी प्राप्त किया जा सके। प्रषिक्षण में प्रगणक एवं पर्यवेक्षक मिलाकर कुल उपस्थिति 223 लोगो को ब्लाक का गठन, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने हेतु, अधारणाएं, अनुसूची के सभी 14 प्रष्नों को विस्तार से बताया गया इस जनगणना में प्रथम चरण में ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अद्यतन मोबाईल एप्प के माध्यम से प्रगणक के द्वारा किया जायेगा। मास्टर ट्रेनर द्वारा द्वारा मोबाईल एप्प के माध्यम से अपने अधीन मकान सूची ब्लाक का नजरी नक्षा, टरमिनल सीमा बिन्दु एवं लैण्डमार्क की सहायता से करने की प्रक्रिया का प्रषिक्षण दिया गया। इस जनगणना की पूरी व्यवस्था एवं निगरानी जनगणना नियंत्रण एवं निगरानी पद्धति (सीएमएमएस) पोर्टल के माध्यम से किया जाना है।
भारत की जनगणना 2011 को आधार मानकर जनगणना 2021 के उद्देष्य समय-सीमा और प्रक्रिया के बारे में बताया गया कि नये जनगणना 2021 में मोबाईल एप्प के द्वारा पहली बार डाटा संग्रहण किया जायेगा। प्रगणकों का मोबाईल नंम्बर, ईमेल आई0डी0, पहचान पत्र अपडेट कराया गया। संपूर्ण जनगणना प्रक्रिया का नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा। जनगणना की कानूनी प्रावधान जनगणना अधिनियम 1948 एवं जनगणना नियम 1990 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। प्रथम चरण की जनगणना छत्तीसगढ़ में 25 अप्रैल से 10 जून तक कुल 25 दिन चलेगा जिसमें भवन एवं मकानों पर नम्बरिंग, मकानों की सूचीकरण, मकानों की सूची को तैयार करना एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने का कार्य किया जायेगा। प्रथम चरण में प्रत्येक भवन की स्थिति परिवार के पास उपलब्ध सुविधाएं एवं परिवार द्वारा धारित परिसंपतियों का डाटा संग्रहण किया जायेगा। द्वितीय चरण का जनगणना 09 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 तक किया जायेगा। जनगणना संदर्भ तिथि 01 मार्च 2021 निर्धारित की गई है।
प्रषिक्षण में बताया गया कि जनगणना महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य है। जनगणना देष में सभी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए आधार है जो स्थानीय प्रतिनिधियों के चुनाव से प्रारंभ होकर भारत के प्रथम नागरिक तक जाता है यह प्रभावी लोक प्रषासन का कार्य करता है तथा योजना एवं नीतियों के लिए मूल्यवान बेंचमार्क जानकारी प्रदान करता है। जनगणना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही विकास और लोक कल्याण की योजनाएं तैयार की जानी है। संबंधित अधिकारी जनगणना से संबंधित सभी प्रपत्रो का स्वयं जांच करे एवं अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का सहयोग एवं मार्गदर्षन करें। इस दौरान एस0डी0एम0 भैयाथान, तहसीलदार, चार्ज अधिकारियों के जनगणना लिपीक एवं आॅपरेटर उपस्थित थे।